कर दो अजय को हेलो हेलो वेलकम टू परचम आप लोगों का बहुत-बहुत स्वागत करती हो कैसे आप सभी लोग तो आज के क्लास में मैं बात करनी है मसूर एंपायर के बारे में इसके पहले मैंने आपको बताया कि इस तरीके से मराठा अंपायर हुआ करता था और मराठा अवार्ड के बाद उस पूरे एरिया को ब्रिटिश इंडिया के द्वारा उपयोग कर दिया कि हम इसके बाद हमने बात की जिससे टेंपल के बारे में राजा रणजीत सिंह के बारे में और आपने देखा किस तरीके से राजा दिलीप सिंह जो कि बहुत छोटे से उनका गलत इस्तेमाल करके इस्ट इंडिया कंपनी ने सिख एंपायर को भी अपने कब्जे में ले लिया और उसे कोहिनूर हीरा भी ले लिया आज हम को मैसूर के बारे में बात करने के उस समय एक बहुत बड़ा एंपायर हुआ करता था मैसूर एंपायर एक तरीके से ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी मैसूर एंपायर पर भी कब्जा कर लेती है और उसको अपने अंदर यह ब्रिटिश राज में शामिल कर लेती है तो बिल्कुल आकर्षण शुरुआत करने से पहले एक बार लिंक शेयर कर देंगे इसके पुराने वीडियो इसके पहले के वीडियो अगर आपको देखने हो तो पश्चिम की प्ले लिस्ट पर जाकर देख सकते हैं कि क्वेश्चन को कंप्लीट होने के बाद आपको परचम एप्लीकेशन पर जाना होगा और वहां पर इससे रिलेटिड आज की कला से संबंधित सभी प्रश्न होंगे उनका आंसर आपको देना है क्वेश्चन आंसर साफ करने से आपके एग्जाम की तैयारी अच्छी होगी साथ-साथ आपको समझ पाए कि कितना टॉपिक आपका यहां पर यह क्लियर हुआ है सीख लें और रही बात पीडीएफ की तो आपको परिश्रम की वेबसाइट पर आज की क्लास के पीडीएफ मिल जाएगी जो कि हिंदी और इंग्लिश दोनों में है ओके खा यह सचिन की शुरुआत करते सबसे पहले हम बात करते हैं कि हिस्ट्री आफ मैसूर एंपायर क्या है और किस तरीके से मैसूर एंपायर की शुरुआत होती है अच्छा अपने विजय नगर एंपायर का नाम सुना होगा हरिहर और बुक्का नाम के दो भाई थे उन्होंने विजय नगर एंपायर की शुरुआत की थी तो बिल्कुल हम उसी विजय नगर एंपायर की बात करते हैं आप इस मैच में देख सकते हैं यह जो रीजन है यह विजय नगर एंपायर के नाम से जाना जाता है ठीक है लेकिन मैं को 1965 घटना शिफ्ट में होती इसको कोटा के नाम से जानते हैं मतलब तालिका का युद्ध इस तालीकोटा का युद्ध यह किन के बीच में होता तो देख लेते हैं आप जखन कि जो सुल्तान है और विजयनगर एंपायर के बीच में यह शिफ्ट के नाम से होता है जिससे विजय नगर हम जो है वह जाता है विजयनगर एंपायर खत्म हो जाता है तो यह जो यह विजय नगर एंपायर को खत्म कर देती है नष्ट कर देती है उसका पतन कर देती है और उसके बाद इसी विजय नगर में वार्ड ब्वाय की शुरुआत में इसकी शुरुआत होती है इस वर्ष की शुरुआत करता है के द्वारा यहां पर शुरुआत होती है आप देख सकते हैं यह जो है जिससे भी शामिल हैं जिनका नाम का राजा राज्य के कमांडर पति और दूसरे नाम राजा है पूरा फूल क्विक कंट्रोलर उनके हाथ में ही है देवराज अंदर आज तक पर डाइजेस्टिव विजयनगर एंपायर के बाद शुरू होती है और इसी से रिलेटेड आपके हैदर अली और टीपू सुल्तान आपको देखने को मिलेंगे मैडम यह बता रहे हैं यहां पर हैदर अली हैदर अली कहां पर एक राजा राज्य करता था जिसका नाम की तरह काम किया करते थे कौन है यह आप देख सकते है या आप कह सकते हैं तो सब्सक्राइब उनके समिति की तरह काम किया करते थे और हैदर अली ने और आप यहां पर देख सकते हैं देवराज को हटाकर खुद मैसूर घर को संभालने का काम योग शुरू किया तो यह पूरा मैसूर एंपायर इस तरीके से हैदर अली के पास आया तो थोड़ी सी बातें हैदर अली के बारे में आपको पता होना चाहिए तो हैदर अली के बारे में मैंने आपको बताया घुड़सवार से डिंडिगुल फोटो में और 1761 में इन्होंने वास्तविक संस्थापक या फिर मैसूर डायरेक्टरी का मैसूर एंपायर का खुद को फिट घोषित कर लिया तो राधा बन गए यह 1761 में 1761 में मैसूर के अच्छा है दलित फ्रांस इस्ट इंडिया कंपनी के साथ काफी अच्छे रिलेशन है तो इसलिए जो आपको यहां पर हैदर अली की देखेंगे देखिए इस पर आपको यूरोपीयन का प्रभुत्व यूरोपीयन कंट्रीज का इफेक्ट देखने को मिलेगा क्योंकि जिससे कि वह फ्रांसीसी सेना से काफी ज्यादा इंस्पायर से और फ्रांसिस आर्मी के द्वारा ही इन्हें इनकी रूप कह दिया जाता था ट्रेनिंग दी जाती थी तो बिल्कुल इनकी काफी लंबे और काफी अच्छी आर्मी हुआ करती थी जो कि फ़ाल्स ईस्ट इंडिया कंपनी से बहुत ज्यादा एंपरर इंस्पायर से देखिएगा यह साउथ इंडिया साउथ इंडिया यहां पर है मैसूर डांस फ्री है और इनपर इन्फ्रेंसेस फ्रांसिस का है ब्रिटिश चाहते हैं कि वह भी साउथ इंडिया में जाकर स्ट्रेट करें वह बीच में जाकर व्यापार करें और अगर आपको साउथ इंडिया में व्यापार करना है तो फ्रांसिस की पॉवर को कंट्रोल करना पड़ेगा तभी तो आप वहां पर जाकर व्यापार कर सकते हैं तो इस चीज है कंपनी का सोचना है अगर हमको साउथ इंडिया में व्यापार करना है तो फ्रांसिस पॉवर को वहां से हटाना होगा लेकिन फ्रांसिस पॉवर को सपोर्ट किसका है मैसूर के सुल्तान का है तो सबसे पहले तो मैं मैसूर के सुल्तान को हटाना पड़ेगा जिससे फ्रांसीस जो कंपनी है उनकी पावर कम हो और जो उनकी पावर खत्म होंगे तो हम उनको भारत से ढक देंगे और हम यहां पर राजा हो जाएंगे बात समझ में आए तो यही एक मेल रिया मेन मुद्दा होता है जो एंग्लो मैसूर वर्कर जल्दी बनेगा आगे जाकर बात समझ में आए चलो यह महसूस डाइजेस्टिव के बारे में बात करते तो यह मैसूर एंपायर आप देख सकते हैं अ जो छोटा सा नीचे अधिग्रहित रिमांड को है इस त्रिकोण जो है यहां पर ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के लिए काली मिर्च पेपर कप प्रोडक्शन यहीं पर होता तो एक मां तू जहां से काली मिर्च का प्रोडक्शन इस्ट इंडिया कंपनी के लिए होता है त्रिकोण है अच्छा मैसूर अंपायर से लगा हुआ हैदराबाद हैदराबाद का निजाम सीखे और यहीं से आपका यह मराठा अंपायर भी जो है वह मैसूर से कनेक्टेड टो मैसूर से करेक्ट कौन-कौन दिखा आपको प्रवीण को देखा हैदराबाद के निजाम देखिए और मराठा दिखे अच्छा मसूर मराठा के बारे में थोड़ी सी कहानी मैं आपको क्लियर कर दूं पहले मराठा के जो एंपायर के हुआ करते थे माधवराव माधवराव ने कई बार हैदर अली को हराया है मतलब मैसूर के अंपायर को हराया है और मैसूर एंपायर जो था वह माधवराव को चौथ और सरदेशमुखी दिया करता था लेकिन माधव की डेथ हो जाती है तो मैसूर के अंपायर होते हैं हैदर अली मराठों पर हमला कर देते हैं और मराठा आपके चेहरे को अपने कंट्रोल में लेकर लेते हैं साथ-साथ देना बंद कर देते इसलिए मराठा और मसूर के बीच हुई तनातनी है आपको समझ में आया कि मैं सूरज मराठा के बीच में थोड़ी सी तना कि है यहां पर हैदराबाद के निजाम और यहां पर नजर सरकार मतलब उत्तरी सरकार जो क्वेश्चन प्लेन आपको दिखाई दे रहा है यह डिस्प्यूटेड है इसके बीच में डिस्प्यूटेड है निजाम और ईस्ट इंडिया कंपनी के बीच में ईस्ट इंडिया कंपनी चाहती है कि नदन सरकार जो रिवीजन है वह हमको मिल जाओ यहां से हम फिट कर सकें लेकिन इसके टेरिटरी में आता है निजाम की टेरिटरी में आता है तो इल्जाम और ईस्ट इंडिया कंपनी के बीच में यहां पर थोड़ा सा डिस्प्यूटेड एरिया है आपको यहां पर मद्रास दिख रहा होगा तो मद्रास जो है यहां एक इसकी टेरिटरी है तो मद्रास टेरिटरी है वह ब्रिटिश उसकी है बात क्लियर हो गई और यहां पर एक जगह दिख रही आपको पांडिचेरी पांडिचेरी उसके कंट्रोल में फांसी उसके कंट्रोल में तो पहले आपको बैंगलोर मैसूर व के बारे में जानने से पहले थोड़ा सा मैप के बारे में भी जानना जरूरी है कि उस समय भारत कैसा दिखाई देता था कहां कहां पर कौन-कौन से रूलर से मैं वापस रिपीट करता हूं यह मैं डांस प्रिय हैदर अली यहां पर सुल्तान है यह त्रिगुण कोण है रिमांड खोज ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के लिए अब पर का प्रोडक्शन करता है यहां पर पेशवा या फिर मराठा हाल है यह निजाम हैदराबाद का चयन सरकारे जो डिस्प्यूटेड है ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के बीच मद्रास ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी की ओर से कंट्रोल और इसको पूरा सपोर्ट और मैसूर वालों को पूरा सपोर्ट किस्से हैं इसके कारण साउथ इंडिया में बहुत ही अच्छे से स्प्रेड कर पा रहे हैं ठीक है अब हम जानते क्यों और कैसे फ़र्ज़ होता है इसलिए आपको जैसे कि मैंने कहा कि 1761 में मैसूर के सुल्तान के रूप में घोषित हो जाता है और हैदर अली पूरे पोस्ट पर कब्जा कर लेता है पूरा होता है उस पर कब्जा किसका होता है होता है और हैदर अली पूरे हेल्प करता है इसको करने के लिए जिसके कारण जिसके कारण ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी है दिल्ली से काफी नाराज है और इसलिए यहां पर सेंड टो मैसूर वॉल्व होता है किंतु ईश्वर कैसे होगा तो कि अब देखो फर्स्ट एंड ओए मैसूर और कैसे कंडक्ट होता है तो सबसे पहले तो जो ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी होती है व हैदराबाद के निज़ाम के पास जाती है और मराठा आपके पास जाती है और उसको कंट्रोल करती उनको समझाती है कि आप हमारा साथ दीजिए मैसूर के सुल्तान हैदर अली को हराने में अगर आप हरा पाते हैं हर अब हम अगर हमने हरा पाते आप हमारी मदद करते हैं तो जो भी रीज़न ऑक्यूपाइड करेंगे इसमें कुछ इस तरह आपको भी देंगे तो बिल्कुल यहां पर ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी हैदराबाद के निज़ाम और मराठों आज यह सभी लोग एक लाइन बना लेते हैं अग्ंस्य हैदर अली तो आपको याद रखना कि कॉस्ट एंड टो मैसूर और जो है वह इस्लाम ऑफ हैदराबाद मराठस एंड द इंग्लिश ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के अलार्म्स वर्सेस हैदर अली के साथ होती है इसी के साथ-साथ जॉब हैदर अली अपनी साल सेना के साथ हमला करते हैं युद्ध हुआ होता है तो एग्जाम की सेना हट जाती है तो निजाम की सेना जो बाहर जाती तो वह डर जाती है और ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी का साथ छोड़ देती है और हैदर अली के अराइज में शामिल हो जाती है तो आप देखेंगे मिनट बाद अब और व्यक्ति के बीच में जो है वह हैदराबाद के निजाम हैदर अली के साथ जाते हैं फिर हैदर अली का करता है सरल ईमानदार पर कब्जा कर लेता है मंगलोर को हथिया लेता ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी से और मद्रास में जो है वह युद्ध की तैयारी करता है तो ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी डर जाते हैं और उनको लगता है कि कहीं ऐसा ना हो कि हैदर अली जो है वह मद्रास से भी कब्जा कर लें तो इस तरीके से हैदर अली को रोकने के लिए यहां पर ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी क्या करेगी तो सिटी आफ मद्रास इंस्टीट्यूट ऑफ मद्रास के बीच में होती है तो आप कहेंगे चिट्ठी ऑफ मद्रास रॉ 1769 होती है क्यों होती है फर्स्ट एंड 200 ग्र का रिजल्ट होता है इसमें बोला जाता है कि हम एक दूसरे की जो टेरिटरी है जो हमने अप्लाई कि मैं उनको लौटा देते हैं जो सैनिक हमने एक दूसरे के लिए वह भी लौटा देते हैं मतलब हम इसे धो को रोक देते हैं साथ-साथ इस बात की जाती है कि देखो कभी भी कोई फौरन अटैक हम पर करता है कोई दूसरा एंपायर हम पर अटैक करता है चाहे ब्रिटिश उस पर होता है दलीप व हम एक दूसरे की मदद करेंगे दूसरे की हेल्प करें कि ऐसी सारी बातें यहां पर ड्यूटी ऑफ मद्रास के बीच में कही जाती है बात समझ में आई यह सारी बातें और मद्रास के बीच में हुई इसके बीच में हुई हैदर अली और ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के बीच में हो गए ठीक अपने मराठा मराठा पॉवर बढ़ती जा रही है और नहीं मिल रहा है तो काफी नाराज है और जो है वहां पर हम तो यहां पर लिखा है कि अगर कोई दूसरा हमारे ऊपर हमला करेगा तो हम एक दूसरे की मदद करेंगे लेकिन ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी मदद करने से मना कर दे और अपने यह मतलब है कि काफी दुख होता है वह बोलते हैं यह तो मद्रास मद्रास को फॉलो किया है यह बनता है 100 अभी से लेकर 60000 के बीच में होती है बात समझ में आई क्या रीजन है पहले तो मैंने आपको रिटर्न बताया अब इसमें होता क्या है चलो अब हम देखते हैं इसमें होता क्या है तो सबसे पहले यह तुरटी को फॉलो नहीं किया था ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के द्वारा तो मैं हैदर अली काफी नाराज है इसलिए हैदर अली जो है वह मां है पर माहे माहे पर जो है वह कब्जा कर लेते हैं यह कर लेते हैं मां है पर कब्जा कर लेते हैं इसके अलावा यह फ्रांसिस से सपोर्ट लेते हैं फ्रांस के साथ रेट करना शुरू करते थे ब्रिटिशर्स काफी बना रहा है कि फ्रांसीसी इसकी जो पॉवर है वह साउथ इंडिया में बर्थडे जा रही है ट्रांस चीज की तरफ से हैदर अली को काफी मदद मिलती है बहुत सारे इसको के मिलते हैं बंदूक मिलती है सौरव और सीसा मतलब जो भी यूज फूल रिसोर्स की जरूरत है गूंज की जरूरत है वह फ्रांस ईस्ट इंडिया कंपनी से हैदर अली को मिल रही है तो ब्रिटिश अर्थ थोड़े से नाराज है इसलिए यहां पर हैदर अली और ब्रिटिशर्स के बीच में लड़ाई होना शुरू हो जाती है ठीक है अब देखिए का यहां पर है कि इस अटैक में जो ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी की तरफ से गवर्नर है या जो आर्मी के कमांडर है वह है कॉलिंग हेर बैली अब कर्नल सॉरी कर्नल बैली जो कि 7821 मैम सिगरेट कर्नल दिल्ली पर हमला कर दिया जाता है ब्रिटिशर्स के जो हैदर अली के द्वारा और कन्नड़ दिल्ली जो है वह यहां पर हाथ डालते हैं कर्नल यहां पर क्या होते हैं हार जाते हैं इसको हम बैटल आफ को टर्न ओवर के नाम से जानते हैं वह इसे हम क्या करेंगे बैटल आफ वोटरों के नाम से जानते जो कि 1791 में होती है जब कर्नल हंट जाते हैं तो उस समय जो गवर्नर वॉरेन हास्टिंग और वॉरेन हास्टिंग है वायर फूट को बेचता है और आयरकूट को रहता है जाओ आप मैसूर के सुल्तान से लड़ाई करो आफ साउथ इंडिया जो दक्षिण भारत जाओ तो बिल्कुल सर आयरकूट आते हैं हैदर अली से मिलते हैं और हैदर अली और सर आयरकूट के बीच में क्या होता है बैटल आफ टर्नओवर होता है बैटरी को टर्न ओवर जो हो रहा है इसी दौरान मतलब स्किन बैंगलोर मैसूर के दौरान क्या होता है यह लोग वह इधर हार जाते और हैदर अली को काफी दो यदि आपको लगता है इस बात से इसलिए हैदर अली की डेथ हो जाती है हैदर अली की डेथ जाति कुछ यहां पर स्टूडेंट कमेंट करें कि हमने तो पढ़ाई के हैदर अली की डेट व कैंसर से हुई है तो बिल्कुल सीरियल करना चाहती हूं कि कुछ उसमें लिखा है कि हैदर अली के डेट कैंसर से हो जाती है सेकेंड बैंगलोर मैसूर और के दौरान लेकिन कुछ भूख ऐसा कहते ही साइंस सेकंड बैंगलोर मैसूर वॉर्ड में जो बैटल बैटल ऑफ़ ठंडा होता है उसमें हैदर अली हार जाते अपनी हार का हार के कारण अपने हार को बर्दाश्त नहीं कर पाते इसलिए सेकंड बैंगलोर मैसूर और के समय ही उनकी डेथ हो जाती ऐसा लिखा है कहां पर होती है दिल्ली के डेट चित्तौड़ में होती है सेवंथ दिसंबर को 1782 है अब देखो अब बीच में जो लड़ाई खत्म नहीं हो सकती तो इनके जो बेटे हैं हैदर अली के बेटे कौन है टीपू सुल्तान टीपू टीपू सुल्तान जो है वह इस विधि को कंटिन्यू करते हैं तो एक साल तक यह युद्ध चलता है सर आयरकूट और टीपू सुल्तान के बीच में लेकिन इस युद्ध का इस बैटल का कोई भी रिजल्ट नहीं निकलता तो दोनों के सैनिक मारे जा रहे हैं तो दो आपके आपस में डिसाइड करते हैं जिसको त्रुटि ऑफ बंगलोर के नाम से जानते हैं ट्यूब पर 1474 में होती है कि इसके बीच में हो रही है सर आयरकूट के बीच में और टीपू सुल्तान के बीच में हो रही है कई बार क्वेश्चन पूछा जाता है क्योंकि स्टैंड बैंगलोर मैसूर और लोगों को लगता है कि सेकंड लैंग्वेज सपोर्ट में तो हैदर अली सिर्फ टीवी है दिल्ली के साथ हुई लेकिन आंसर एंड नो ड्यूटी किसके साथ होती है सर आयरकूट होते हैं और टीपू सुल्तान के बीच मिट्टी और मंगलोर साइंस की जाती है सीखना और बॉर्डर पार्टीज होती है वह टेरिटरीज को एक दूसरे को टेकओवर कर देती है देती है कि हमने आपका एरिया कब्जा किया था आपने हमारा यह वीडियो कब तक किया था वो लोग वेट कर लेते पीस बना कर रखते शांति बना कर रखते हैं ओके सिटी आफ बैंगलोर साइन हो गई चलो अब टीपू सुल्तान की एंट्री हो चुकी है टीपू सुल्तान के बारे में थोड़ी सी बातें करेंगे उसके बाद हम बात करेंगे थर्ड बैंगलोर मैसूर और क्योंकि वहां तो टीपू सुल्तान रहने वाले हैं अच्छा इनको टाइगर आफ मैसूर के नाम से भी जाना जाता है इनको रॉकेट मैन ऑफ इंडिया के नाम से जाना कि इनको मिसाइल मैन ऑफ इंडिया के नाम से भी जाना जाता है और बहुत ही प्यारा स्टेटमेंट जो टीपू सुल्तान का जो मुझे काफी पसंद है वह आपकी स्क्रीन पर मैं लेकर आई हूं इट्स फॉर बेटर टो लाइव लाइक ए टाइगर फॉर डेंटल चेयर चेयर फॉर हंड्रेड्स आफ ईयर्स मतलब एक दिन टाइगर की तरह जीना अच्छा है जबकि सो दिन एक भेड़िए की तरह जीने से फ्री टीपू सुल्तान का बहुत ही अच्छा स्टेटमेंट है अगर हम टीपू सुल्तान की थोड़ी सी बातें करें तो करंट फिर से तो आप इसको लाइक कर सकती हूं कैसे 21नवंबर ट्वेंटी-20 को 270 मतलब 270 ईद वर्षा जैन से यह वर्ष अनिवर्सरी जो है वो टीपू सुल्तान की सेलिब्रेट की गई इनका जन्म कब हुआ था 21नवंबर 1750 में हुआ था कर्नाटका मैं शीघ्र लीडर्स के बाद टीपू सुल्तान है वह गद्दी पर बैठते ही टीपू सुल्तान मैसूर के टीपू सुल्तान की बात करते हो होते हैं अपने फादर को सपोर्ट करने के लिए फर्स्ट बैटल और जो ब्रिटिश अर्थ के अगेंस्ट होती है उसमें टीपू सुल्तान अपने फादर हैदर अली को फुल सपोर्ट करते हैं साथ टीपू सुल्तान होते हैं वह दूसरी कंट्री के साथ भी अपने को बढ़ाते हैं इनका तरह की इसके अलावा इराक गौरव वर्मा बहुत सारी घंटे के साथ कटलेट होता है व्यापार होता है बहुत सारे पॉइंट्स को बनाने का काम जो है वह टीपू सुल्तान करते हैं टीपू सुल्तान को टाइगर आफ मैसूर के नाम से जाना जाता है क्यों जाना जाता है इसके पहले स्टोरी है कि जब एक-एक फ्रेंड्स फ्रेंड्स के साथ एक फ्रांस के व्यक्ति के साथ जंगल में जाते हैं और एक टाइगर को हंट करने की जो कोशिश करते हैं तो उनके यहां से बंधु गिर जाती है और बिना डरे उस टाइगर का सामना करते हुए टाइगर को मार गिराते ऐसी कोई स्टोरी है जिसके कारण इनको टाइगर आफ मैसूर के नाम से जाना जाता है कुछ उसमें कुछ और स्टोरी है जैसे कुछ उसमें लिखा हुआ है कि हालांकि एक मुस्लिम की संतान थे टीपू सुल्तान तनख्वाह चल यह पहली ऐसी के एक मुस्लिम सुल्तानों उसके बाद भी उन्होंने सभी धर्मों के क्वेश्चंस पेज सारे हिंदू मंदिरों का निर्माण कराया शारदा देवी का मंदिर बनवाया ऐसे कुछ इनकी वैल्यू के काम के कारण को टाइगर आफ मैसूर के नाम से जाना जाता था कुछ लोग इस बात को भी फॉलो करते हैं अजय और यहां पर इंट्रस्टिंग बात है कि टीपू सुल्तान की इसको स्वार्थी मतलब तलवार से उसका बेटा सेवन चीजी एंड 400 ग्राम चिकना यह जो है ऑप्शन में रखी गई थी और ट्वेंटी वन करोड़ रूपीस 123 में विजय माल्या ने इसको खरीद लिया था डॉ एपीजे अब्दुल कलाम जो कि हमारे फॉर्मर प्रेसिडेंट ही थे उन्होंने टीपु सुल्तान के बारे में कहा है कि यही पहले व्यक्ति है जिन्होंने अपनी पांच में रोकेट का यूज किया इसलिए वॉइस मेल पोस्ट बॉक्स किसने किया टीपू सुल्तान ने इन्होंने जो भी रॉकेट यूज किए थे वह आज भी लंदन के म्यूजियम में रखे गए हैं स्वादिष्ट और टीपू सुल्तान मैंने कहा सभी धर्मों को सपोर्ट करते थे इसलिए उन्होंने जैकोबिन क्लब की स्थापना कराई कि टीपू सुल्तान ने जैकोबिन क्लब की स्थापना कराई थी और इस क्लब को जॉइन किया था 1797 कुछ सिटीजनशिप मतलब नागरिक टीपू के नाम से संबोधित करते थे हैं और इन्होंने एक स्वतंत्रता का पेड़ श्रीरंगपट्टनम में लगवाया था स्त्रियों लाइबिलिटी लिबर्टीज श्रीनगर यह किससे लगवाया था टीपू सुल्तान अलग पाया था इस चीज को टीपू सुल्तान की कुछ बातें पता होना चाहिए कि कौन होगा टीपू सुल्तान होंगे लेकिन यहां पर थोड़ा और जरा यहां पर मद्रास ब्रिटिश का कोई दिक्कत नहीं है पांडिचेरी में कोई दिक्कत नहीं है और न सरकार का वह ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी को दे दिया है कि आप यहां पर हम तो डर गए हैं यहां पर दिख रहा है यहां पर कब्जा कर लिया है इसको आपको वहां पर आप आधार पर हम देखते हैं कि यहां पर सेलेक्ट हुए थे थर्ड डे वाइफ और हुआ था सिर्फ मांग की गई थी उससे टीपू सुल्तान खुश नहीं थे उससे खुश नहीं चाहते थे तो अपना अपना जो राज्य करने की कोशिश कर रहे थे इसलिए मैंने यहां पर हमला कर दिया को अपने कब्जे में ले लिया और मैंने आपको स्टार्टिंग में था वह ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के लिए ब्लैक पेपर पर हमला कर दिया टीपू सुल्तान ने कर दिया अब पता चला कि मैसूर के टीपू सुल्तान ने कब्जा कर लिया है तो इन्होंने जो है वो टीपू सुल्तान पर हमला कर दिया हमला करने के लिए ब्रिटिश आर्मी गई थी उसके जो कमांडर जनरल जनरल लगातार बढ़ते जा रहे थे शुक्रिया एक पॉइंट होता जा रहा था तो निज़ाम और मराठों से काफी 40 से इसलिए निज़ाम और मराठों अब जो है वह ब्रिटिश राज के फेवर में है ना कि टीपू सुल्तान के फेवर में बिकॉज सी तो जनरल वीडियोस के आर्मी में यह थर्ड बैटल होती है सेवंथ टीपू सुल्तान और यहां पर गवर्नर कौन थे लॉर्ड कॉर्नवॉलिस अब बोलोगे कि मैडम आपने तो बताया कि जनरल विडोंज़ बिल्कुल जनरल विडोल आते हैं जनरल विडियोज हार जाते हैं टीपू सुल्तान ने हरा देते हैं और तब लॉर्ड कॉर्नवॉलिस को भेजा जाता है टीपू सुल्तान का सामना करने के लिए तो एक चलो बैटर होती है वह लॉर्ड कॉर्नवॉलिस टीपू सुल्तान के बीच में होती है इसमें टीपू सुल्तान हार जाते हैं और इसलिए सिटी आफ श्रीरंगपट्टनम साइन की जाती है तो याद रखिए कथन बैंगलोर मैसूर में टीपू सुल्तान हट जाते हैं और तृतीय श्रीरंगपट्टनम साइन की जाती है काफी डेंजरस प्रोटीन होती है देखते हैं इसमें देखो सबसे पहली बात तो जो मैसूर की टेरिटरी है वह कुछ से ब्रिटिशर्स को निजाम को मराठा इसको डेढ-डेढ जाते हैं का थोड़े एरिया पर मैसूर के ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी कब्जा कर लेती है साथ ही साथ बोला जाता है कि देख काफी ज्यादा नुकसान हुआ है हमको हमारे का फीसद आर्मी मारी गई आपको ₹30000000 कंपनी सेट करना पड़ेगा तो टीपू सुल्तान को बहुत बड़ा अबाउट ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी को कंपंट करने दिया इस कहा जाता है लेकिन प्रॉब्लम इज दैट कितना सारा अमाउंट टीपू सुल्तान के पास होता नहीं है तो उनसे बोला जाता जब तक आप थिस अमाउंट को पे नहीं करोगे तब तक आपके दो बेटे हमारे पास होस्ट बन के रहेंगे कि टीपू सुल्तान के दो बेटे को लौट कौन वाले अपने पास अरेस्ट करके बंदी बना कर रख लेता है तो यह बातें होती हैं आपके थप्पड़ बैंगलोर में स्कूल भवन में मतलब एक तरीके से टीपू सुल्तान हार चुके हैं उनके टेरिटरी पर आप देख सकते हैं इतनी सी टेरिटरी बची है बाकी में आप देखोगे मराठा निजाम और ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने कब्जा कर लिया है धीरे-धीरे साथ-साथ उनके दोनों बेटे वह भी प्रेस कर ली गए ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के द्वारा जब तक ₹30000000 नहीं दोगे आप के बेटे को नहीं छोड़ेंगे यह सिटी आफ र श्रीरंगपट्टनम तो हैदर अली को आ कि इन सैटिंग्स पेज होता है साथ ही साथ इस समय क्या होता है जो बॉडी का डाइजेस्टिव एक तय हेलो हेलो उनका निधन हो जाता उनका डेथ हो जाती है तो टीपू सुलतान तो होता है वह मैं सूट पूरा मैं सूर्य हवाई अड्डा अंटार्कटिका खुद को किंग घोषित कर लेता है और काफी ज्यादा ही नाराज भी है अपने बेटों को लेकर नाराज है और साधु संत श्री रंग पटनम की ड्यूटी है उससे भी काफी ज्यादा असंतुष्ट है और यही रीज़न बनता है फोर्थ बैंगलोर मैसूर का जो कि 1799 में होती है बात क्लियर हो रही है चल उसे ज़ोर पैटर्न और लास्ट बैटल होती है पहले तो यह तय करता है कि सारा जो पैसा है टीपू सुल्तान वह ब्रिटिश उसको देता है अपने बेटे को वहां से यहां पर आता है तो पहले तो उसने अपने बेटे को वहां से रिहा कराया ठीक है और उस समय तक हुआ यह कि गवर्नर जनरल चेंज होगा गवर्नर जनरल लॉर्ड लॉर्ड वेलेज़ली लॉर्ड वेलेज़ली नए गवर्नर लॉर्ड वेलेज़ली वह यहां पर ब्रिटिश एंपायर करने के लिए और यह चीज कंपनियों का यहां पर इस इससे उसे खत्म करने के लिए लॉर्ड वेलेज़ली आते हैं ठीक है तो लॉर्ड वेलेजली टीपू सुल्तान से कहते हैं कि चलो ठप तुम तो तीसरा युद्ध हार गए चौथे युद्ध की नौबत मत आने दो एक काम करो तुम अपने अपने एरिया में हमारी आर्मी रखो अपने एरिया में हमारी आर्मी रखो हमारे कमांडर्स को रखो उनको आप पैसा भी दो उनका रखरखाव करो और किसी भी फांसी इस कंपनी का सपोर्ट मत करो आपको कटलेट के लिए सपोर्ट करना तो ब्रिटिश को सपोर्ट करो तो लॉर्ड वेलेजली आते हैं और हैदर अली और टीपू सुल्तान से बात करते हैं लेकिन टीपू सुल्तान लॉर्ड वेलेजली की पॉलिसी से खुश नहीं है और लॉर्ड वेलेजली अपनी सब्सिडियरी एलाइंस मतलब सहायक संधि को लेकर आते हैं हालांकि आप लोगों को इस बारे में पता होगा कि सहायक संधि क्या होती है तो सहायक संधि यह होती है कि हैं जो हमारे किंग्डम है जो हमारे भारतीय राज्य है तो अगर आप अपना प्रोटेक्शन चाहते हो तो आपको अपने अपने एरिया में हमारी आर्मी रखनी पड़ेगी ब्रिटिश आर्मी वहां पर रखनी पड़ेगी आप किसी दूसरे यूरोपीय कंपनी के साथ कोई भी पॉलिसी साइन नहीं कर सकते फ्रेंड नहीं कर सकते एक ट्रैवलर फर्ज नहीं बना सकते विदाउट हमारी परमिशन के आपके स्किन जिम में हमारे इस रेजिमेंट होगा हमारा एक कमांडर होगा और हमारे रोल्स पॉलिसीज वहां पर चलेंगे साथ इनका जो भी खर्च होगा वह आपके कि निगम के द्वारा यह दिया जाएगा यह थी सहायक संधि या सब्सिडरी अलार्म सेट जिसको मारने से हैदर अली मना कर देते हैं इसलिए यहां पर फॉर बैंगलोर मैसूर वॉर शुरू हो जाता है लेकिन क्वेश्चन यहां पर यह पूछा जाता है कि निजाम सॉरी इट्स लॉर्ड वेलेजली की सब्सिडियरी एलाइंस है सहायक संधि है इसके अंदर पहला ऐसा कौन सा कि मैडम सर शामिल हुआ था आंसर आ जाएगा हैदराबाद के निजाम हैदराबाद का निजाम 1008 एकदम समर्पण कर देता है कि ठीक पैरालाइसिस रख लो आपके सारे बाद पाएंगे ना हमें हैदर अली का सपोर्ट करना टीपू सुल्तान का नाम प्रांत इसका हम तो आपके आपके हवाले अपना पूरा मीडियम कर दिया फिर आप मैं मैसूर जब टीपू सुल्तान मर जाएंगे जब टीपू सुल्तान की हत्या हो जाएगी तब मैसूर भी सब्सिडियरी एलाइंस के अंदर जो है वह ब्रिटिश का हिस्सा हो जाएगा कमजोर अवधि तक सिटी अलाइंस मतलब ए लेजरली के सहायक करने से ब्रिटिश अर्थ में शामिल हो जाएगा तो वो टांग लो महसूद और करीबन आप को समझाया मैंने एक कप श्री रंग पटनम किटी से काफी ज्यादा नाराज है और दूसरा पहले दिल्ली की सब्सिडियरी एलाइंस यह सहायक संधि जिसके कारण फॉर बैंगलोर मैसूर वर्सेज होती है टीपू सुल्तान वर्सेस लॉर्ड वेलेज़ली के बीच में होते इसमें टीपू सुल्तान मारे जाते हैं टीपू सुल्तान मारे जाते हो पूरे के पूरे मैसूर एंपायर जो है वह ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी का कब्जा हो जाता है अपडेट्स ईस्ट इंडिया कंपनी क्या करेंगे तो युद्ध के बाद वॉक के बाद यह क्या करती तो और के बाद देखो इन्होंने कनाडा वाइड कोयंबटूर श्रीरंगपट्टनम सभी पर कब्जा तो करें व्व्व डाइजेस्टेड अंतिम राजा बच्चे अ कृष्ण राज थर्ड उसको डाइनर स्पीकर राजा बना देते नाम मात्र का राजा एक कठपुतली अब पपेट की तरह राजा बनाकर बिठा दिया जाता है तो इस तरीके से यहां पर यह थका बैंगलोर मैसूर वोट एंड होती है पूरा का पूरा मैसूर एंपायर जो है वह ब्रिटिश उसके कब्जे में आ जाता है चलिए क्विक रिवीजन देख लेते हैं सबसे पहले फर्स्ट बैंगलोर मैसूर वोट आपको याद रखना है सारी जो चीज है वह ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी में मैसूर के बीच में हो रही है तो फॉक्स बैंगलोर मैसूर और कैसे खत्म हुई चिट्ठी ऑफ मद्रास से खत्म हुई सीटें सकेंगे सूर्य की बात करें तो f-18 से लेकर 794 के बीच में चली थी यह सिटी आफ मंगलौर से खत्म हुई सिटी आफ बैंगलोर आपको पता 1794 में साइन हुई थी थर्ड की बात करते थर्ड वाइफ और कैसे खत्म हुई तो तकलीफ श्रीरंगपट्टनम से खत्म हुई और चौथी बैंगलोर मैसूर वार्डो की 1799 में हुई जिसमें टीपू सुल्तान मारे गए थे इसमें ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी पूरे मसूद पर कब्जा कर लिया तो ऐसे यह चार बैंगलोर मैसूर और होती है अब यहां पर एक टेबल आप याद कर लेंगे तो ज्यादा अच्छा होगा कि कौन से गवर्नर थे जैसे कि मैंने बोला फर्स्ट वाले में फर्स्ट वाले में आप देखेंगे हैदर अली थे और यहां पर आप देखेंगे कि ब्रिटिश की आर्मी थी ठीक प्रति ऑफ मद्रास से खत्म हुआ था सेकंड वॉरेन हास्टिंग मे हैदर अली और टीपू सुल्तान दोनों यहां पर सेकंड बैंगलोर मैसूर और में पार्टिसिपेट किया सिटी आफ बैंगलोर से खत्म हुआ सर आयरकूट भी यहां पर आ गए थे डिफीट करने के लिए टीपू सुल्तान को फोटो नोवा में पिन कोड वाले साइड तीसरे में टीपू सुल्तान कौन वॉलिंटियर श्रीरंगपट्टनम हुई और अंत में आ गया लॉर्ड वेलेज़ली टीपू सुल्तान के साथ और यहां पर कृष्ण राजा को वॉर्डन एसपी का अंतिम दिन बना कर रख दिया गया और टीपू सुल्तान मारे गए तो यह आपको याद रखनी है आई हॉप आपको यह समझ में आया होगा और किस तरीके से आएंगे माई सूट डांस पर खत्म हुई और मैसूर पर पूरे मैसूर में इस्ट इंडिया कंपनी ने कब्जा कर लिया अब एक ही बचा हुआ है आधुनिक शिक्षण यह देखिए इस तरीके से ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने बंगाल को भी एक्वायर कर लिया बंगाल पर भी कब्जा कर लिया और इस तरीके से आप देखोगे इससे न सिर्फ एक हो गए मराठा हो गए मैसूर हो गया फिर बंगाल हो गया मतलब एक तरीके से पूरे भारत में ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी रहेगी और फिर वहां से शुरुआत हो जाएगी आपके नेशनल मूवमेंट कि सिक्किम तो आई हॉप आप लोग इनवाइट किया होगा इसका पीढ़ियां आपको वेबसाइट पर मिलेगा वहां से डाउनलोड डेफिनेटली करेंगे तो जल्दी से यहां पर परचम एप्लीकेशन पर जाइए और वहां पर जाकर को इसको दीजिए जिससे आपको पता चलेगा कि क्लास आपको कितना समझ में आई है थैंक यू सो मच सब्जेक्ट्स में फैमिली