बहुत सारे हाई प्रोफाइल अमीर लोग आपके पास आते हैं डाइट्स लेने के लिए पहले फैट लॉस को अड्रेस करेंगे क्य आई फील इट्स द मोस्ट जनरल प्रॉब्लम 90 पर अगर आपको वेट लॉस करना है अवॉइड दी ओबवियस आइसक्रीम कोल्ड ड्रिंक्स पापड़ पापड़ एकदम खराब है हम बिल्कुल विश्वास नहीं करते थोड़ा बताइए सब्जी को कैसे पकाना चाहिए आयन की कढ़ाई ले ले बट नॉट नॉनस्टिक नॉन स्टिक के मैं फेवर में नहीं क्यों बिकॉज इंडिया में सबसे पहले एक ही चीज मम्मी कहती है पेट भर के खा बेटा उसको हम डिस्टर्ब करते हैं हम कहते हैं आप पेट भर के मत खाओ बच्चों के लिए भी ये सबके लिए मतलब अगर आप हर दिन ठोस के खा रहे हो तो आपके कैंसर होने के चांसेस बढ़ सकते हैं बाद में भारत में सबसे कॉमन डायट प्रॉब्लम यह है कि हम प्रोटीन कम खाते है सबसे ज्यादा मांसाहारी हैं उनके डाइट में इतनी प्रॉब्लम नहीं मिलती हमें उनकी अलग टाइप की प्रॉब्लम मिलती है वो ज्यादा खाते हैं सारे वेजिटेरियन जो आपके पास आते हैं आपको उन्हें कहना पड़ता है कि प्लीज प्रोटीन खा लो अभी ज्यादा प्रोटीन खाने लग ग हैं वेजिटेरियन भी ज्यादा प्रोटीन क्या होता है स्पेशली छोटे शहरों में ना लेडीज घर को छोड़ नहीं सकती अलग-अलग रीजंस की वजह से तो घर पर बैठकर किस तरह की एक्सरसाइज कर सकते हैं 12 घंटे की ब्रेक रहनी चाहिए आपके सेहत के लिए क्या 12 से ज्यादा रहना चाहिए इंटरमिटेंट फास्टिंग का वर्ल्ड है मैक्सिमम हम बिलीव करते हैं कि 14 घंटे से तो ज्यादा आईएफ करना ही नहीं चाहिए ये सारे के सारे एक पर्टिकुलर लोगों को ही सूट होते हैं सबके लिए नहीं है मैं ये चाहता हूं कि लोग एक पेन और पेपर लेकर यह एपिसोड देखें आज का पॉडकास्ट एक फिटनेस और हेल्थ स्पेशल है मोर केटर टुवर्ड्स वमन यानी कि अगर आप एक फीमेल व्यूअर हो तो यह पॉडकास्ट आपके लिए है अगर आप एक मेल व्यूअर हो तो प्लीज अपने मम्मी के साथ बहन के साथ वाइफ गर्लफ्रेंड के साथ बैठकर ये पॉडकास्ट सुनिए देखिए अगर आपको सीखना है और अप्लाई करना है इस पॉडकास्ट के लर्निंग्स को खुद की जिंदगी में तो एक नोटबुक पेन और पेपर लेकर बैठिए क्योंकि आज की गेस्ट है सुमन अगरवाल वन ऑफ द टॉप डायट इन आवर कंट्री बॉलीवुड के सबसे बड़े स्टार्स हमारे देश के सबसे बड़े एंटरप्रेन्योर्स इनसे कंसल्टेशन लेते हैं खुद के वेट लॉस फैट लॉस और हेल्थ ओरिएंटेड जर्नीज के लिए ये इन अ वे एक फ्री ऑफ कॉस्ट कंसल्टेशन है पूरे भारत के लिए मेरी आपसे बस यह रिक्वेस्ट है कि बैठकर चीजों को नोट करो और खुद के लाइफ में इन लर्निंग्स को अप्लाई करो ताकि आपकी हेल्थ की जर्नी फैट लॉस की जर्नी इस पॉडकास्ट से शुरू हो जाए इस पॉडकास्ट की शुरुआत से पहले बस यह कहना चाहूंगा कि हमारी खुद की माइंड परफॉर्मेंस ऐप लेवल सुपरमाइंड प स्टोर और प् स्टो पर लाइव हो चुकी है उसे हमने लिंक किया है नीचे इस पॉडकास्ट के दौरान भी उस ऐप की मेंशन हुई थी बिकॉज इट्स अ वेरी इफेक्टिव टूल फॉर हेल्पिंग विथ योर मेंटल हेल्थ एंड योर लॉन्ग टर्म फिजिकल हेल्थ बहुत ज्यादा वैल्यू एडिंग ऐप है लेवल सुपरमाइंड पर यह पॉडकास्ट भी है बहुत ज्यादा वैल्यू एडिंग बिकॉज इट्स सुमन अग्रवाल इन द हाउस डीआर एस [संगीत] बहुत ही ज्यादा स्पेशल और डिटेल एपिसोड रहेगा आज का प्लीज एक नोटबुक एक पेन और पेपर साथ में लेकर इस एपिसोड को देखिए आईडियली मम्मी के साथ बैठकर इस एपिसोड को देखिए क्योंकि आज हम डाट्स के बारे में बात करेंगे कार्ब्स फैट्स प्रोटीन अ फैट लॉस इन सारी चीजों को एड्रेस करेंगे बहुत झट से बहुत डिटेल में क्योंकि आज हमारे साथ है सोवन मैम वेलकम टू टीआरएस थैंक यू रणवीर एंड आईम बहुत-बहुत खुशी हुई यहां आकर और आपको मैं बहुत सालों से फॉलो कर रही हूं और बहुत कुछ सीखने को मिलता है और मेरा मेरा मन है कि आज के एपिसोड से काफी लोगों को जो मिथ्स है जो कि भ्रांति है काफी चीजों के बारे में वह टूट जाए और वह अपनी हेल्थ को और सेहत को और अच्छा बनाए वो हमारा रहेगा एम इस एपिसोड पहले एक रूड चीज कहना चाहंगा तो प्लीज डोंट माइंड मैम कि बहुत सारे हाई प्रोफाइल अमीर लोग आपके पास आते हैं बॉम्बे में अ डाट्स के बारे में जानने के लिए डाइट्स लेने के लिए तो आप कितने साल से इस प्रोफेशन में अपने करियर को ग्रो कर रहे हो यह थोड़ा बता दो ताकि लोग जाने कि वो किनकी राय ले रहे हैं तो मैं इस प्रोफेशन में 24 साल से हूं मैंने सेकंड अप्रैल को शुरू किया था और बट देखा जाए तो उसके पहले ही शुरू हो गया था बिना पढ़ाई कि मैं लोगों को ऐसे ही बताती अच्छा आपको यह तकलीफ है आप यह कर लो आपको यह तकलीफ है वजन गिराना आप यह कर लो बिना पढ़ाई किए तो मुझे लगा ये तो नीम हकीम खतरे जान तो उसके बाद मैंने इसकी पढ़ाई की एंड 2001 से शुरू किया क्या होती है इसकी पढ़ाई न्यूट्रिशन फूड एंड न्यूट्रिशन डाइटेटिक्स ओके एक्चुअली मेरे ख्याल से इसकी लाइफ लोंग पढ़ाई भी होती है क्योंकि चीजें बदलती रहती है साइंस आगे बढ़ता जाता है तो 2024 में भी डायट एडवाइस हल्के से बदलती जा रही है ना एब्सलूट हमारे नीड्स बदलते हैं हमारी एक्टिविटीज बदल रही हैं हम ज्यादा ऑटोमेशन में जा रहे हैं जो हम अगर मैं 25 साल पहले की बात करूं तो जितने कदम हम लेते थे चलो अगर बिना एक्सरसाइज के अगर हम 5000 कदम भी ले लेते थे आजकल तो आप 1500 भी नहीं ले पाओगे दिन में बिना एक्सरसाइज किए तो हमारे कदम कम हो रहे हैं हमारे और जो पोल्यूशन बढ़ते जा रहा है तो खाना जो क्वालिटी है वह अलग हो गई है तो काफी कुछ बदल गया उसके हिसाब से हमको हमारा न्यूट्रिशन प्लान भी पूरा बदल के देना पड़ता है मतलब कुछ ट्वीट करना पड़ता है पूरा नहीं बदलना पड़ता इस एपिसोड के लिए मैंने ये सोचा था कि हम एक टाइमलाइन डिवेलप करेंगे ताकि लोगों को एगजैक्टली एक जनरल डाइट तो मिल जाए पर जनरल डाइट जैसी चीज होती है या हर इंसान की बॉडी अलग होती है और उस हिसाब से उनके ब्लड रिपोर्ट के अकॉर्डिंग आपको डाइट बनाना पड़ता है हमारे सबके फिंगर टिप्स अलग है फिंगरप्रिंट्स अलग हैं हमारे नीड्स अलग हैं सब का डायट अलग होता है ओके क्योंकि आप एक खुद इंडिविजुअल हो आपके सब अ आज तक ऐसा हुआ ही नहीं कि मैंने सेम डायट आज तक किसी को दिया है ओके और एंड दिस इज बेस्ड ऑन ब्लड रिपोर्ट्स सो ब्लड रिपोर्ट्स है उनकी खुद की जरूरतें हैं जो वो क्या खाना चाहते हैं उनकी क्या-क्या क्या डिजीज से वो सफर करते हैं क्या उनकी तकलीफें हैं और उनके टाइमिंग्स क्या हैं कितने बजे सोते हैं कितने बजे खाते हैं कितने बजे वो एक्सरसाइज करते हैं उसके हिसाब से हमको डाइट पूरा चेंज करना पड़ता है ओके इट्स वेरी वेरी डिफरेंट जैसे कोई भी डाइट मेरे सामने आता है इट्स लाइक अ पजल फॉर मी हम और मेरे को सारे पीसेज जुड़ा के उनको एक ऐसा डाइट देना पड़ता है जिससे कि वो खुश रहे आज तक हम लोगों ने एक भी ऐसा डाट नहीं दिया जो कि वो आदमी यह बोले कि भाई मैं खुश नहीं हूं ये खा नहीं सकता मैं क्योंकि अ मेरी मां हमेशा एक ही बात कहती थी कि खाओ मनपसंद पहनो जग पसंद तो हम जो आपको पसंद नहीं हम कभी नहीं देंगे पर फिर भी आज हल्के से कुछ जनरल डायट गाइडलाइंस हम शेयर कर सकते हैं जरूर जरूर ओके वैसे मुझे टाइमलाइन को एड्रेस करना है मोस्टली आई थिंक वमन ये एपिसोड देख रहे हैं एंड मैंने ये नोटिस किया है हमारे डेटा के अकॉर्डिंग कि मोस्टली स्पेशली भारत में गर्ल्स का प्रॉब्लम फैट लॉस रहता है यह मैंने नोटिस किया गलत है यह कहना बिल्कुल भी नहीं ओके मतलब कुछ कुछ लोग वेट गेन लिए कंसर्न रहते हैं तो इन दोनों चीजों को अड्रेस करेंगे पहले फैट लॉस को अड्रेस करेंगे क्य आई फील इट्स द मोस्ट जनरल प्रॉब्लम 90 और फिर उस 10 पर के बारे में भी थोड़ा सा बात करेंगे जरूर तो बताइए मैम फैट लॉस के बारे में कहां से शुरुआत करें सो फैट लॉस में ऐसा होता है कि जो वेट लॉस और फैट लॉस एक ऐसी चीज है जिस पर कि हम बहुत सारे फैक्टर्स प डिपेंड करता है काफी लोग हमारे पास आते हैं बोलते कि हम तो हम लोगों ने मीठा खाना छोड़ दिया कोल्ड ड्रिंक छोड़ दिया अल्कोहल छोड़ दिया कार्ब्स भी छोड़ दिया एक्सरसाइज भी खूब कर रहे हैं बट वजन नहीं जा रहे है जी तो हम लोग वी आर एक्चुअली हेल्थ डिटेक्टिव हम लोग डिटेक्टिव होते हैं हमारा काम होता है खोजना इस चीज को खोजना कि कहां गड़बड़ी हो रही है तो उनके हार्मोन सही है कि नहीं है उनका एक्सरसाइज किस टाइम प कर रहे हैं कितना वो सो रहे हैं बहुत फैक्टर्स डिपेंड करते हैं बट अगर जनरल हम देखा जाए फैट लॉस के लिए एक बैलेंस होता है मैक्रो न्यूट्रिएंट्स का व्हिच इज प्रोटीन फैट्स कार्ब्स एंड फाइबर उसको हम एक परफेक्ट बैलेंस में बनाते हैं फॉर जो तीन दिन के आहार है जैसे ब्रेकफास्ट लंच एंड डिनर वो जो तीन मेन आहार होते हैं हमारे उन परे एकदम परफेक्ट बैलेंस करके देते हैं क्योंकि हमारे पास लोग आते हैं फैट लॉस के लिए वेट लॉस के लिए बट वो एक इट्स लाइक आप घोड़े को एक ब्लाइंडर दे देते हो वैसे है हम उनको बोलते हैं कि आप ये ब्लाइंडर से मत चलो यू हैव टू हैव अ 360 डिग्री व्यू आपके हेल्थ के लिए वो सबसे जरूरी है यानी कि अगर सिर्फ फैट लॉस पर फोकस किया तो हेल्थ को प्रॉब्लम्स होंगे ओके तो वो फैट लॉस के लिए आते हैं बट हमारा पूरा टीम इस चीज के लिए ट्रेंड होता है कि उनकी हर तकलीफ को खोजो और उसको ठीक करो साथ में जैसे कि अगर आपको b12 डेफिशियेंसी हैं और हार्मोंस इधर-उधर जा रहे हैं या कुछ डायबिटीज की तरह बढ़ रहे हो बैक पेन है नी पेन है हेयर लॉस है स्किन प्रॉब्लम है हम सबको एड्रेस करते हैं अलोंग विद वेट लॉस सबसे पहले तो तो इसके लिए हमको बैलेंस डाइट देना बहुत जरूरी होता है जैसे कि प्रोटीन फैट कार्ब्स एंड फाइबर फॉर ब्रेकफास्ट लंच एंड डिनर हम कहते हैं इसको फॉर पिलर्स ऑफ आवर न्यूट्रिशन इट्स कॉल्ड फ एकस डाट हम इसको फोरे एकस डाइट बोलते हैं बिकॉज़ फोर एक्स फोर एकस जैसे हम हम ये कहते हैं कि चार मील जरूरी हैं ब्रेकफास्ट लंच स्नैक्स डिनर देन दे शुड बी फोर आवर्स अपार्ट आइडियल अगर आपने नाश्ता 900 बजे लिया तो आप लंच 1:00 बजे लें शाम का नाश्ता 5:00 बजे और डिनर 9:00 बजे सो ये जो 12 घंटे का गैप है और आपको फास्टिंग करना है फॉर 12 आवर्स 9:00 से रात के 9:00 से लेकर सुबह के 9:00 बजे तक आपको फास्टिंग रहना है ये ये सेहत के लिए अच्छा होता है आइए मैं कुछ नया बता रही हूं हम सारी जिंदगी हम यही सुनते आए हैं राइट यही तो टाइम रहता है क्योंकि पेट को एक ब्रेक मिल जाती है पेट को ब्रेक भी नहीं और हमारा जो शरीर है उसको रेगुलर रूप से न्यूट्रिशन मिलता है और हम बिंज नहीं करते अब जैसे कि आपने अगर लंच 1:00 बजे किया है और आप नाश्ता 5:00 बजे के बज 6 या 6:30 बजे कर रहे हो आपका आपकी जो भूख है वो 6:00 बजे खत्म नहीं होगी इतना सा खाके जो आपने सोचा है आप 7:00 बजे भी खाओगे 800 बजे भी खाओगे सोने के पहले भी कुछ खाओगे 100% वो मैंने खुद के पर भी एक्सपेरिमेंट करके देखा है तो हमारा काम है फोर मील्स फोरर आवर्स अपार्ट एंड उसमें से थ्री मील्स बैलेंस विद प्रोटीन फैट कार्ब्स एंड फाइबर ये हमारा एक फॉरेक्स डायट है जो कि हम सबको बताते हैं उसमें एक बहुत इंपॉर्टेंट फैक्टर है वच वी सब जिसको हम सबको बताते हैं कि मैंने एक किताब पढ़ी थी ओकीनावा के बारे में इट्स एन आइलैंड जो कि जापान में है तो वहां पर सबसे ज्यादा नंबर ऑफ सेंटर रहते हैं ज जो कि 100 साल से ऊपर जिंदा रहते हैं बट 100 साल से ऊपर मतलब इतनी ज्यादा क्वांटिटी बट क्वालिटी तो भी तो होनी चाहिए ना उनकी क्वालिटी ऑफ लाइफ इज आल्सो वेरी गुड उनकी सेहत भी अच्छी रहती है सेहत अच्छी रहती है फील्ड्स में काम करते हैं ब्रेन अच्छे से चलता है सब कुछ मैनेज करते हैं तो उसके ऊपर अमेरिका ने रिसर्च किया कि वहां पर जरूर कुछ एलेजर होगा अमृत होगा जिसकी वजह से वो लोग 100 साल से ऊपर अच्छी जिंदगी जी रहे हैं तो मैंने वो किताब पढ़ी तो ऑफकोर्स मैंने देखा वोह क्या खाते हैं उनका आहार क्या था मेरा काम ही है ये सबका आहार पूछना आप क्या खाते हो और आपकी क्या तकलीफ है तो मैं को रिलेट करती हूं तो उनका एक उनकी एक चीज है थ्योरी जो कि मुझे बहुत अच्छी लगी जो कि मैंने खुद अपनाई खुद ही नहीं अपनाई अपने जो कुत्ते का नाम भी वही रख दिया डॉग का इट इज कॉल्ड हारा हाची बू सो हारा हाची बू मींस यू ईट टिल यूर 80 पार्ट्स फुल ओके 80 प्र आपका पेट भरना चाहिए आपका 80 प्र जब आपको ऐसे एक और रोटी खाने की भूख हो या एक और छोटा बोल राइस खाने की भूख हो आपको उसके पहले ही बंद कर देना है उसका एक साइंटिफिक रीजन है जो मैं बताऊंगी आपको तो सबसे पहले आप समझे कि हम 80 पर जो खाते हैं उससे क्या-क्या फायदे होते हैं हम अगर पेट भर के खाते हैं तो क्या होता है इंडिया में सबसे पहले एक ही चीज मम्मी कहती है राइट पेट भर के खा बेटा है कि नहीं तो उसको हम डिसब करते हैं हम कहते हैं आप पेट भर के मत खाओ बच्चों के लिए भी ये सबके लिए जब ठूंस ठू स के खाना नहीं खिलाना है उसके बाद हमको आदत हो जाती है कि जब तक हमारे स्टमक में वो सटायटी लेवल तक हम नहीं खाते तब तक एक घंटी नहीं बचती और हम खाते जाते हैं सटायटी लेवल को आप कैसे समझाओ ग संतुष्ट संतुष्ट ट एकदम पेट भर के खाया एकदम संतुष्ट हो गया अब तो ऊपर तक आ रहा है गले तक आ रहा है खाना वो सब कहते हैं तो हमको इसको ब्रेक करना है इसको हमको तोड़ना है इस धारणा को क्योंकि क्या होता है कि जब हम अपने सटायटी लेवल या तुष्टि से ज्यादा खा से भी ज्यादा खाते हैं या उतना खाते हैं तो खाना हमारे पेट में जाने के बाद उसमें होता क्या है खाना जो है जो भी आपने लंच खाया या दोपहर का खाना खाया या ब्रेकफास्ट खाया तो वो तीन घंटे तक आपके पेट में पचता है तीन घंटा रहेगा और तीन घंटे में होता क्या है काफी गैस्ट्रिक जूसेश होती है और हाइड्रोक्लोरिक एसिड सक्रेट होता है जो बैक्टीरिया को बर्न करता जलाता है या मारता है तो अब यह इसकी तो जगह है नहीं क्योंकि हम लोग ने खाना पेट भर खा लिया अब यह जो गैस्ट्रिक जूसेश पेट भरने के लिए भरती है उसकी वजह से स्टमक हमारा थोड़ा सा बड़ा हो जाता है जी तो वो जो बड़ा स्टमक है अगली बार खाने के टाइम पर वो आपको फिर से सटायटी लेवल्स लाने के लिए उतना ही ज्यादा खाना मांगेगा इसी तरह से एक इंसान का वजन 25 साल के बाद में बढ़ते जाता है 25 साल तक वी आर इन ग्रोथ स्पर्ट हम हमारी ग्रोथ होता है हमारा 24 साल तक चाहे लेडीज हो चाहे मेन हो सबकी एक ग्रोथ होती है 24 साल तक तो उस वक्त तक ठीक फिर भी ठीक है बट उसके बाद में वह हमारा वजन बढ़ने लगता है क्योंकि हमारा स्टमक साइज क्योंकि स्टमक जो है एक फ्लेक्सिबल बैग जैसा होता है ओके तो वो हमेशा थोड़ा-थोड़ा खाना मांगता है और हमारी भूख हमेशा बढ़ती जाती है तो अब इसका तो एक प्रॉब्लम तो ये हो गया कि स्टमक की साइज बढ़ गई आप ज्यादा खाना खाते हो वजन बढ़ता है जब भी भी हम खाना खाते हैं तो हम अगर लिमिटेड रूप में खाते हैं अल्पा आहार सो उसको हम 80 प्रतिशत वाली चीज को हम बोलते हैं अल्पा आहार एक्चुअली जापान जाने की जरूरत ही नहीं थी यहीं पर मौजूद था मतलब हमारे संस्कृति में ऐसी चीज है है अल्पाहार कहते हैं उसको काफी योगी मुनि और काफी जो ऋषि होते हैं वह अल्पाहार को बहुत मन से इस चीज को मानते हैं तो हम जब खाना हमारी जरूरत के अनुरूप खाते हैं ज्यादा नहीं खाते हैं तो हमारे शरीर में ऑक्सीडेंट्स भी कम पैदा होते हैं तो जो ऑक्सीडेंट्स की वजह से हम जो बोलते हैं ना कि कैंसर सेल डेवलप होते हैं एक्स्ट्रा ऑक्सीडेंट तो हम इसकी वजह से एंटीऑक्सीडेंट लेते हैं उसको ठीक करने के लिए इट्स ऑल अबाउट दैट मतलब अगर आप हर दिन ठोस के खा रहे हो तो आपके कैंसर होने के चांसेस बढ़ सकते हैं बाद में नहीं सो ज्यादा हम खाते हैं तो ऑक्सीडेंट ज्यादा डिवेलप होते हैं व्हिच कैन कॉज अदर प्रॉब्लम्स सबसे पहले तो वेट गेन वेट गेन की वजह से अ आर्टरी में प्लाक फॉर्म हो जाते हैं जो गंदगी जिससे कि अ हार्ट अटैक वगैरह आते हैं उसके बाद लिवर फैटी हो जाता है उसके बाद इंसुलिन रेजिस्टेंस हो जाता है आपका ब आपकी बॉडी ग्लूकोज को ठीक से मेटाबोलाइज्ड मस होती हैं वजन बढ़ने की वजह से नी पेन हो जाता है बैक पेन हो जाता है पेट पे वजन भरने की वजह तो एवरीथिंग इज रिलेटेड टू दैट तो इसी को हम डिसर करना चाहते हैं तो इसमें मैं आपको एक कहानी बताऊंगी मैं एक मेरी बहन है उसके उनके दादा ससुर से मिली तो मैंने देखा कि वह 85 की उम्र तक खुद जाके सब्जी खरीद के लाते थे एकदम फिट थे दुबले पतले मैंने कहा दादा जी आपकी सेहत का राज क्या है उन्होंने बताया मुझे मारवाड़ी में बट मैं हिंदी में बोलती हूं कि मैं अपनी भूख से कम खाता हूं रोज व्यायाम करता हूं और रोज घूमने जाता हूं मारवाड़ी में भी कह दो तो मैं मेरा भूख सा कम खाऊं और रोज घूमने जाऊं और रोज मैं व्यायाम करूं तो उन्होंने बताया तो इमेजिन एक छोटी सी चीज है और इसको ही हम भूल जाते हैं और हम जो बोलते हैं ना कि ग्रीड जी उसको लेके हम खाते जाते हैं पसंद आई ये चीज बस इसको खाते जाओ इस चीज को अगर हम भूल जाए 80 और 20 को ध्यान रखें तो दैट इज द फोरेक्स जो ये जो हमारी थ्योरी है इट इज फोक्स मैं ये चाहता हूं कि लोग एक पेन और पेपर लेकर ये एपिसोड देखें तो आपने दो की पॉइंट्स बताए हैं अब पहले वो अल्पा आहार यस अल्पाहार मतलब 80 पर पेट फुल रहना चाहिए उससे ज्यादा नहीं अ ठुसना नहीं चाहिए खाना दूसरा फैक्टर यह है कि अ 12 घंटे की ब्रेक रहनी चाहिए हम आपके सेहत के लिए क्या 12 से ज्यादा रहना चाहिए अभी आपको पता है इंटरमिटेंट फास्टिंग का वर्ल्ड है टाइम है तो हम 12 घंटा से मैक्सिमम 13 घंटे प जा सकते हैं उससे ज्यादा हम मसल लॉस करते हैं एसिडिटी बढ़ती है इरिटेशन बढ़ता है और भूख ज्यादा लग जाती है तो हम 12 घंटा ही मानते हैं अच्छा ये 16 घंटे का लॉजिक कहां से आया था हमारे जो भी हम फैट फॉलो करते हैं जो कि न्यूट्रिशन की इंडस्ट्री में होते हैं मतलब ट्रेंड्स आ जाते हैं ट्रेंड्स हां तो हमारा काम यही है कि उसको साइड में करते जाना और क्लियर पाथ बताना हमारी क्लाइंट को कि यह फैट्स है थोड़े दिन जिंदा रहेंगे बाद में चले जाएंगे जैसे कि 20023 में आया था लिक्विड डाट लोग पानी पूरी का पानी पे और बहुत कम खाने पर जिंदा रहते थे दुनिया भर का वजन कम कर रहे थे बाद में पलियो डाइट की कुछ रॉ फूड खाओ उसके बाद आया इंटरमिटेंट फास्टिंग देन कीटो डायट तो इन सब में ये जितने भी डाइट थ्योरी हैं ये सारे के सारे एक पर्टिकुलर लोगों को ही सूट होते हैं सबके लिए नहीं है जी हर इंसान की बॉडी अलग होती है एगजैक्टली तो हम इसको अब जैसे कि सब इंटरमिटेंट फास्टिंग लेके सब उसी पे वजन कम कर रहे हैं बट मैंने कितने जनों को देखा है वापस आ रहे हैं हमारे पास वजन बढ़ गया है और हेल्थ इश्यूज हो गई है स्किन प्रॉब्लम हो गई है मसल लॉस हो गया है फैट बढ़ रहा है उनका तो ये सब हम काफी देखते हैं हमारे करियर में तो हम उनको बताते हैं कि आप फैड्स पे मत जाओ आप 12 घंटे की फास्टिंग रखो जैसे मैं आपको बताती हूं कि अभी आईएफ के बारे में आया था न्यूज में कि हार्ट पर इफेक्ट होता है तो मुझे विश्वास नहीं हुआ कि आईएफ हार्ट पे कैसे इफेक्ट करेगा तो एक केस आया मेरे पास रियाद से फ्रॉम सऊदी अरेबिया वह इंडियन था और उसके हार्ट पर इतना बुरा असर आया आईएफ की वजह से कि अभी इरिवर्सिबल डैमेज हो गया उसका क्योंकि वह काम कर रहा था 16 घंटे ठ घंटे भी नहीं सोता था और खाना खाता था केवल ठ घंटे इतना इंबैलेंस हो गया उसकी लाइफ में कि उसके हार्ट पे असर आ गया तो इतना जैसे कि इस पे जब इन्होंने आई डोंट नो व्हिच वेबसाइट कौन सी वेबसाइट ने या कौन से न्यूज़ चैनल पे आया यह किंतु इसके वजह से काफी लोगों को प्रॉब्लम हो रही है हम तो पूरे टाइम देखते हैं आईएफ की वजह से क्या-क्या प्रॉब्लम्स हो रही है बट ऐसा नहीं है कि ये सबको सूटेबल नहीं है कुछ लोगों को सूटेबल हो सकता है जी डजन सूट मी और मैं प्रमोट नहीं करती बट कोई मेरे पास आईएफ लेक आता है कि मुझे यही फॉलो करना है तो हम उसको डाइट अच्छा और हेल्दी बना के दे देते हैं वह हमारा जॉब होता है और हम मैक्सिमम हम बिलीव करते हैं कि 14 घंटे से तो ज्यादा आईएफ करना ही नहीं चाहिए मेरा लॉजिक है कि हर इंसान की बॉडी अलग है तो आपको 22 साल की उम्र के बाद ही हल्के से कुछ ग्राउंड रूल्स फॉलो करने चाहिए डायट के लिए पर हल्के से छोटी-मोटी एक्सपेरिमेंट्स करनी चाहिए ताकि आपको खुद के बॉडी के बारे में थोड़ा सा पता चले इस खाने की वजह से मेरी बॉडी में क्या हो रहा है और इस डाइट की वजह से मेरी मेरी बॉडी में क्या हो रहा है फेर सर और एक एक मैं आपको बताना चाहूंगी जो हमारा फोर आवर्स का लॉजिक है उसमें यह मैं नहीं कहती हूं कि आप चार घंटे के बाद ही खाएं फोर आवर्स तो आपको फास्टिंग ही रहना है उसमें फिलर्स हैं फिलर्स में कोकोनट वाटर ले लीजिए बटर मिल्क ले लीजिए व्हिच इज अनाज नहीं होता वो हम खा सकते हैं कोकोनट वाटर छास फ्रूट अ सैलेड सूप जो भी नॉन अनाज आइटम है टी कॉफी हम वो ले सकते हैं जैसे आपने 9:00 बजे नाश्ता किया 1:00 बजे के लिए जरूरी नहीं है आप इंतजार करो आप 11 बजे कुछ चाय कॉफी ले लो पर उसके साथ कुछ खाना नहीं है उसके साथ कुरमुरा नहीं खाना बिस्किट नहीं खाना यह सब नहीं खाना सिर्फ लिक्विड चीज है लिक्विड और साथ में नट्स ले सकते हैं नट्स आर ओके टू थ्री पीसे फ्रूट्स आर ओके कौन सैलेड्स आर ओके कोई भी फ्रूट्स कोई भी सैलेड्स बना के ले सकते हैं जो अनाज नहीं होता अनाज क्या होता है जो कि हमको मिलता है जिसको तीन घंटे से ज्यादा लगते हैं दो से तीन घंटे से ज्यादा लगते हैं डाइजेशन में तो अगर आपने दो घंटे प ही खा लिया तो आप आधा फूड डस्ट हो गया उसपे और खाना आ गया तो गैस और एसिडिटी बढ़ जाती है पित्त और वायु तो इसकी शिकायत बढ़ जाती है खाना प्यूरीफाइड हो जाता है तो इसकी वजह से हम कहते हैं मिनिमम तीन घंटा जैसे आपने 9:00 बजे खाया तो 12:00 बजे भी आप खा सकते हो मिनिमम थी आवर्स मैक्सिमम फोर आवर्स का गैप रहना चाहिए तो तीन घंटे जिससे कि एसिडिटी गैस नहीं हो खाना ठीक से डाइजेस्ट हो चार घंटा इसलिए कि चार घंटे को क्रॉस करते ही एक हमारे बॉडी में ग्रेलिंग लेवल होता है ग्रेलिंग मतलब उसका मुझे भूक वा भूख वाली लेवल जितनी भूख आपको लगती है हां वो ट्रिगर हो जाती है और वो एक बार ट्रिगर होती है तो वो शांत नहीं होती थोड़े लंबे टाइम तक वो हमारा काम यही होता है कि ग्रेली लेवल को एक्साइट नहीं करना उसको रिलीज नहीं करना बोलते हैं ना कि शेर शेर होता है हमारे उस भूख के रूप में तो उसको रिलीज नहीं करना चाहिए हमको और हमको उसका उसका लेवल उसका बढ़ने के पहले हमको खाना खा लेना चाहिए चार घंटे के अंदर ही ओके फिर से बहुत सारे पॉइंट्स थोड़े से ब्रेकडाउन करने हैं ऑडियंस को ये रिमाइंड करूंगा कि प्लीज लिखते जाओ चीजें अ कुछ कोर रूल्स है उन्हें भी याद रखो जो आपने कहा कि चार मेन मील्स होने चाहिए उनके बीच अगर आपको कुछ फिलर फिलर लेना है तो कोकोनट वाटर ले लो चाय कॉफी ले लो छास छास ले लो अगर ज्यादा भूख लग रही है तो कुछ फाइबर वाली चीज फ्रूट सैलेड सूप पर पता है फिर लोग ना चार बार फ्रूट खाएंगे अजन पड़ेगा अ मैं मानता हूं कि जितना हो सके सब्जियां ज्यादा खानी चाहिए दिन में एक बार फ्रूट खाना चाहिए अरे वाह आई आल्सो बिलीव सो करेक्ट एक बार फ्रूट खा लो बहुत बहुत फ्रुक्टोज है इतना शुगर है फ्रूट में कितनी सारी चीजों को ब्रेक डाउन करना है आज पर एनीवे तो चार मील्स हम फोर आवर्स अपार्ट जी प्रोटीन फैट कार्ब्स एंड फाइबर का बैलेंस होना चाहिए तीन स्पेशली तीन आहार में सुबह के नाश्ता दोपहर का खाना और रात के खाने में इन तीनों का बैलेंस होना चाहिए अब जैसे मैं आपको दो ब्रेकफास्ट के ऑप्शन बताती हूं आप बोलो कौन सा बैलेंस है कौन सा नहीं है अभी कोई बोलेंगे कि ऑरेंज जूस और पोहा बैलेंस है कि नहीं है नहीं है एगजैक्टली कार्ब्स एंड कार्ब्स बट पोहा के साथ में दूध ले लिया दही ले लिया तो बैलेंस है क्योंकि प्रोटीन आ जाता है प्रोटीन आ जाता है फैट भी आ जाता है दही में फैट भी होता है पहा या उपमा में भी फैट होता है थोड़ा सब्जी जाती है तो फाइबर भी आ जाता है इस तरह का बैलेंस बनाना है हमको भारत में सबसे से कॉमन डाइट प्रॉब्लम यह है कि हम प्रोटीन कम खाते हैं सबसे ज्यादा मतलब पूरे पूरे देश में जो नॉन वेजिटेरियन जो है जो मांसाहारी हैं उनके डाइट में इतनी प्रॉब्लम नहीं मिलती हमें उनके अलग टाइप की प्रॉब्लम मिलती है वो ज्यादा खाते हैं और जो वेजिटेरियन है वो तो हर जन को हम लोग को बैलेंस करके देना पड़ता है सारे वेजिटेरियन जो आपके पास आते हैं आपको उन्हें कहना पड़ता है कि प्लीज प्रोटीन खा लो 60 टू 70 पर आजकल थोड़ी जागरूकता हो गई है बल्कि अभी ज्यादा प्रोटीन खाने लग ग हैं वेजीटेरियंस भी काफी कुछ क्लास ऐसा है ओके ज्यादा प्रोटीन क्या होता है जैसे कि वो बोलेंगे हां मुझे कार्ब्स नहीं खाना है मैं सुबह चिल्ला ही खाऊंगी ओके ओके ठीक है और डिनर पे हम केवल पनीर और वेजिटेबल्स ही खाएंगे प्रोटीन एंड वेजिटेबल्स तो इस तरह के भी लोग आते हैं अब उनको यह लगता है कि दाल में क्या कार्ब्स नहीं होते इनफैक्ट ये मैं ब्रेक करना चाहूंगी जो भी पल्सेस हैं इट इज अ सेकंड क्लास प्रोटीन और उसमें जो काबू हाइड्रेट होते हैं वो प्रोटीन से डबल होते हैं जैसे आप अगर आपने दाल खा लिया बहुत ज्यादा कार्ब्स भी मिलेंगे उस दाल से बहुत काब से मिलते हैं तो बट इस तरह का ट्रेंड चल रहा है बट मोस्टली मैंने देखा है कि प्रोटीन कमी ही होता है लोगों के डाइट अ पहले हम नॉनवेज गुड सोर्सेस ऑफ प्रोटीन लिस्ट करेंगे और फिर वेज ऑप्शंस भी दे दो ताकि लोग उस खुद का डाइट चार्ट बना सके एटलीस्ट टू सम डिग्री यस नॉनवेज में चिकन फिश अंडे या सो वाइट मीट बेटर होता है च इज चिकन एंड फिश और अंडा दैट इज नॉन वेजिटेरियन एंड उसमें चिकन में आप लीन मीट ले लो जो कि फैट कम होता है फिश भी जो लो फैट वाले होते हैं वो ले लो तो ये चिकन फिश हो गया एंड अंडे में अगर किसी को कोलेस्ट्रॉल की शिकायत है ऐसा नहीं है कि योग से बढ़ता ही है कोलेस्ट्रॉल काफी लोगों का बढ़ता है काफी लोगों का नहीं बढ़ता है एक योग लिया हुआ अच्छा है तो वो हो गया अंडा एंड या तीन सोर्सेस हम सबको देते हैं कोई हमसे रेड मीट मांगता है तो हम बोलते हैं कि आप सप्ताह में एक बार ले लो उससे ज्यादा नहीं ओके और वेज वेजिटेरियन के प्रोटीन सोर्सेस में अब ये हो गया फर्स्ट क्लास प्रोटीन फर्स्ट क्लास प्रोटीन का मतलब क्या होता है कि उसमें सारे अमानो एसिड्स होते हैं एसेंशियल अमानो एसिड्स एसेंशियल अमानो एसिड्स ओनली फर्स्ट क्लास प्रोटीन में ही हमको मिलते हैं सेकंड क्लास प्रोटीन में नहीं मिलते हैं और जो भी फर्स्ट क्लास प्रोटीन है वह सब एनिमल सोर्स से मिलते हैं तो जैसे कि अंडा हो गया चिकन हो गया फिश हो गया या दूध दही पनीर चीज यह सारा हो गया फर्स्ट क्लास प्रोटीन फ्रॉम एनिमल सोर्स बट वेजिटेरियन जी ठीक है तो अभी तो आप वेजिटेरियन सबसे पहले तो फर्स्ट क्लास प्रोटीन उनके पास एक ही ऑप्शन है एवरीथिंग इज मिल्क बेस्ड ठीक है नाउ उनके पास सेकंड ऑप्शन ऑफ प्रोटीन इज ओनली पल्सेस और कुछ नहीं है पल्सेस फैमिली जैसे कि मूंग दाल चना दाल सोयाबीन मसूर दाल छोले राजमा बेसन का आटा यह सारे के सारे पल्सेस है सेकंड क्लास प्रोटीन होते हैं इनको सेकंड क्लास क्यों बोलते हैं क्योंकि इनमें ऑल द एसें अमानो एसिड्स नहीं मिलते हमको वो जब एक दूसरे अ ग्रुप ऑफ फूड से मिलते हैं तभी वो फर्स्ट क्लास प्रोटीन मतलब एक तरह से कंप्लीट बनते हैं फर्स्ट क्लास प्रोटीन तो नहीं बनते जैसे कि आपने देखा होगा कि भारत में सबसे ज्यादा अ इडली सांभर के साथ खाया जाता है दैट मींस उसमें ग्रेन में राइस हो गया राइस के साथ में उड़द दाल एंड तुवर दाल सो वो मिलके कंप्लीट प्रोटीन बन सकता है दाल चावल दाल और चावल सुपर्ब कॉमिनेशन छोले पराठा राजमा राइस मतलब अनाज के साथ दाल को मिला लो दाल भी अनाज ही होता है तो वो दोनों मिलके कॉमिनेशन सही बन जाता है ओके तो यह हम कहते हैं कि आप हमेशा दाल को एक ग्रेन के साथ में अनाज के साथ में कंबाइन करो दाल एंड रोटी राइस ज्वार रोटी मिलेट्स जो भी आप वैसे कंबाइन करो सो टू मेक अ कंप्लीट प्रोटीन सो पल्सेस हो गए सेकंड क्लास प्रोटीन थर्ड ऑप्शन ऑफ प्रोटीन जो होता है वेजिटेरियन के लिए नट्स होते हैं नट्स जैसे कि काजू पिस्ता ये बट उस में फैट ज्यादा होते हैं प्रोटीन कम होता है बट उसको हम प्रोटीन के रूप में यूज नहीं कर सकते क्योंकि उसमें फैट बहुत ज्यादा होता है तो यही प्रॉब्लम दिन में कितने खाने चाहिए काजू या बादाम या जो भी और क्या सोक करना चाहिए सो ग्राउंड रूल है नट्स खाने का एक मुट्ठी एक मुट्ठी बंद में जितने भी नट्स आए हम उतना खाएंगे अच्छा है चाहे आप गाजू खाओ पिस्ता खाओ बादाम खाओ वॉलनट लो एनीथिंग एक मुट्ठी दैट इज द ग्राउंड रूल भारत जो है हमारा बहुत गर्म देश है तो उसमें जो नट्स बहुत गर्मी करते हैं पेट में जाकर तो गर्म की तासीर को कम करने के लिए अगर हम नट्स को भिगो देते हैं तो उसमें थोड़ी वो डाइजेस्टिबिलिटी बढ़ जाती है पाचन शक् मतलब पा पचाने की शक्ति बेटर हो जाती है उसकी मेरे ख्याल से अखरोट और बादाम के छिलके भी निकाले जाते हैं इसी वजह से बादाम के छिलके निकाल सकते हैं बट ऐसे भी खा सकते हैं बट डाइजेस्टिबिलिटी बेटर करने के लिए भिगोते हैं तो वो डाइजेस्ट अच्छे से हो जाता है इसके लिए पीनट्स लाइक ग्राउंड नट्स उसे भी ये देखो मैं रियल ट्रेंड्स आपके सामने पेश कर रहा हूं तो वो दाल चावल भी मैंने रियल ट्रेंड से सीखा है और अभी एक नया रियल ट्रेंड आया कि सुपर फूड इज सोक्ड ग्राउंड नट्स पर आप इसी कैटेगरी में डाल दोगे हां सेम क्योंकि नट्स ही है सब नट्स ही है बट पीनट की एलर्जी ज्यादा होती है तो हम सबसे पहले पूछते हैं पीनट देने के पहले आपको एलर्जी तो नहीं है तो आप ले ले वो भी एक मुट्टी ओके अगर हमारे देश के वेजीटेरियंस को हर दिन ज्यादा प्रोटीन खाना है जैसे जो लोग जिम करते हैं या ज्यादा फिजिकली एक्टिव है तो क्या हर दिन पनीर खा सकते हैं या हर दिन पनीर खा सकते हैं पनीर में बहुत फायदा होता है एक तो आपको जैसे कि आप जैसे हम लेडीज की बात कर रहे हैं जब हम स्टेज पे आएंगे तो मैं आपको बताऊंगी पनीर में सबसे पहले तो होता है प्रोटीन दूसरा होता है उसमें कैल्शियम और तीसरा होता है व्हिच इज वेरी इंपोर्टेंट फॉर यूज अ कोलेस्ट्रॉल तो पनीर हम रोज खा सकते हैं इनफैक्ट एक बार मैंने ट्राई किया था अपने ऊपर एक डाट जिसमें कि मैंने एक साल तक लं लंच एंड डिनर में केवल पनीर की सब्जी खाई और साथ में ऑफकोर्स रोटी एंड वेजटेबल लंच एंड डिनर बोथ ओके सो कुछ प्रॉब्लम नहीं कोलेस्ट्रॉल वगैरह सब सही था नो प्रॉब्लम वाह आई एम अजूम कि जब आप एक्सपेरिमेंट करते हो आप ब्लड रिपोर्ट भी ले रहे हो खुद की ओके सो हर दिन खा सकते हैं मैं मानता हूं कि खाना चाहिए बहुत सारे भारतीय कभी नॉनवेज खाएंगे नहीं एंड ट्स फाइन वो हर किसी की खुद की पर्सनल चॉइस होती है पर एट द सेम टाइम प्रोटीन पर फोकस करना चाहिए थोड़ा सा वरना बहुत हेल्थ प्रॉब्लम्स होंगे आगे जाकर और आपको एक और बता रनवीर की पनीर के साथ में ऐसे क्या है कि इट इज मोस्ट इजली डाइजेस्टिबल मिल्क सोर्स ऑफ प्रोटीन यह समझा दीजिए क्योंकि बहुत लोग अब दूध पीना कम कर रहे हैं इसी वजह से मैं भी लैक्टोज इनटोलरेंट हूं उसकी भी एक बड़ी कहानी है बट मुझे पनीर इजली डाइजेस्ट होता है और दही भी इजली डाइजेस्ट होता है तो लैक्टोज इनटोलरेंस होता है लैक्टोज सेंसिटिविटी होता है तो काफी लोग लैक्टोज सेंसिटिव होते हैं तो नहीं लेंगे तो आप यह ले सकते दही और पनी इंटरनेट की भाषा में बेसिकली अगर दूध पी लिया तो पिंपल्स हो जाएंगे ये एक साइन होती है या दूध पी लिया तो पेट ऐसे ब्लोट हो जाएगा अभी मैं आपको बताऊं कि मेरे पास ऐसे आपको पता है काफी एक्ट्रेसेस आती है तो एक बहुत फेमस एक्ट्रेस है शी एंटर्ड फाइ इयर्स अगो एंड वो रोज सुबह शाम दूध लेती थी एकदम क्लियर स्किन लाइक मक्खन पंजाबी थी या क्योंकि कुछ कुछ एथस में दूध ज्यादा आसानी से ज्यादा आसानी से डाइजेस्ट होता है तो मैं यही बोलती हूं कि आप सब ये सोचते हैं कि दूध खाने से ही पिंपल हो जाता है ऐसा नहीं है अगर आपको एक्ने है पिंपल्स हैं तो मुहासे हैं तो आप तब हो सकता है दूध इज वन ऑफ द रीजन बट एक्ने के और भी बहुत कारण होते हैं हार्मोस इशू होते हैं हार्मोंस को पहले ठीक करना होता है और जो बच्चों जो यंग लड़कियां और जो लड़कों की एज होती है व्हिच इज प्यूबर्टी एज में उसमें होंगे ही ने तो इट इज लाइक यू नो अभी जैसे आपको 14 साल की 15 साल की उम्र के बाद में आपकी आवाज होगी हॉर्स उसके बाद आपकी दाढ़ी भी आएगी आई मीन इट इज अ नेचुरल प्रोसेस ऑफ ग्रोइंग अप तो अगर अगर हम दो-तीन साल प ज्यादा ध्यान नहीं दे दूध ना छोड़े क्योंकि दूध के लिए दूध में जो कैल्शियम होता है वह बहुत हाईली अब्जॉर्बेबल फॉर्म होता है और हर ऐसा आप सब कहेंगे कि तिल में बहुत ज्यादा कैल्शियम है सीताफल में बहुत ज्यादा कैल्शियम बट जरूरी थोड़ी अब्जॉर्बेबल हो क्योंकि पालक और ग्रीन वेजिटेबल्स का कैल्शियम इतना इजली अब्जॉर्ब नहीं होता है सबसे पहले उसमें विटामिन डी नहीं होता तो हमको कैल्शियम अब्जॉर्ब करने के लिए विटामिन डी चाहिए होता है इसीलिए हमको जरूरी होता है कि हम ऐसा अ अ प्रोटीन ले आई मीन कैल्शियम रिचली फूड ले जिसमें कि विटामिन डी नेचुरली प्रेजेंट हो या फोर्टिफाइंग पीरियड पीरियड में और लक्टे पीरियड में एंड प्रेगनेंसी पीरियड में फॉर वमन हम दूध या दही या पनीर का सेवन करें इन फैक्ट कैल्शियम की मात्रा जब हम दही बनाते हैं तो और बढ़ जाती है इट गोज अप बाय 20 30 एमजी पर 100 एए हम बॉटम लाइनस दूध सबको सूट नहीं करता और बहुत सारे भारतीयों को सूट नहीं करने लगा है पर जब आप दूध से पनीर बनाते तो एगजैक्टली क्या होता है वो इजली डाइजेस्टिबल फॉर्म है जैसे कि फर्मेंटेड है जो कि हमारे गट के लिए अच्छा है और अ जो मिल्क होता है उसमें लैक्टोज ज्यादा स्ट्रांग होता होगा और पनीर में थोड़ा कैसीन कुछ वे के रूप में निकल भी जाता है काफी प्रोटीन एज इन जो पानी सेपरेट करता हां सर उसमें से बहुत सारी चीजें निकल जाती है काफी दिस इज व्हाट आई हैव सीन बिकॉज़ मैं भी लैक्टोज इनटोलरेंस हूं नॉट सिवियर बट टू अ सर्टेन एक्सटेंट तो मुझे ये आराम से सूट हो जाता है और कभी-कभी एज के साथ आप लैक्टोज इनटोलरेंट हो जाते हो हम राइट जो चीजें पहले डाइजेस्ट होती थी वो नहीं होती एक टाइम के बाद आई थिंक कि ये भी एक बहुत की फैक्टर है बहुतों के लिए कि हर किसी की बॉडी अलग-अलग तरीके से इवॉल्व होती है टाइम के साथ तो अ एक अ शास्त्र की एक्सपर्ट आई थी शो पर बहुत सालों पहले एक्चुअली उन्होंने कहा था कि कुछ शास्त्रों में यह कहा जाता है कि जिन खानों की वजह से आपको ब्लोटिंग होती है उस खाने से दूर रहना चाहिए और आपके लाइफ के हर स्टेज में आपको अलग-अलग खाने से ब्लोटिंग हो सकती है तो जब कुछ खाने से ब्लोटिंग फील होती है तो थोड़ा सा ध्यान से रहना चाहिए उस खाने की ओर एकदम सही कहा उन्होंने हमारी हर एज में हमारी पाचन शक्ति चेंज होती है हमारा गट पूरा बैक्टीरिया चेंज होता है तो अब जैसे कि एकदम छोटा बच्चा होता है उसको हम लोग मां का ही दूध देते हैं उसी तरह से थोड़ा बड़ा होता है तो हम अलग खाना देते हैं तो जिस तरह से हमारी पाचन शक्ति चेंज हो रही है बचपन से उसी तरह से उसका डिस्ट्रक्शन होता है आफ्टर द एज ऑफ 45 स्पेशली आफ्टर एज ऑफ 45 हां 45 के बाद में धीरे-धीरे हमारी पाचन शक्ति कमजोर होती जाती है तो उस वक्त आपको देखना चाहिए आप क्या डाइजेस्ट कर पा रहे हो और दूसरा हार्मोन चेंजेज से भी हम काफी चीज नहीं डाइजेस्ट कर पाते हैं एक ये भी एक चीज है और आफ्टर द एज ऑफ 45 50 काफी लोग सोचते हैं कि वो अब जो इंडिया में जो मसाला चाय बहुत फेमस वो नहीं ले पाते हैं तो सब के सब दे स्विच ओवर टू ब्लैक टी वाह या या जो सर्विस टी जो बोलते हैं ये दूध की वजह से दूध की वजह से दूध नहीं डाइजेस्ट होता है काफी लोगों को दूध के बदले आप सब्सीट्यूट मिल्क्स रिकमेंड करते हो लोगों को सो दूध नहीं लेना है तो आप नहीं हम बत अगर आपको चाय का कोई भी अगर एसिडिटी लेके आता है तो हम सबसे पहले बोलते हैं आप मिक्स चाय या दूध वाली कॉफी बंद करो इसकी जगह स्विच ओवर टू सर्विस टी सर्विस टी क्या है जो कि अ गर्म पानी है उसमें टी बैग डाला थोड़ा सा दूध डाला और चाय आपकी तैयार हो गई कड़क चाय बनती है बहुत अच्छी बनती है मैं वही लेती हूं ओके एंड दे डोंट माइंड सबसे पहले तो उनको मैं अपने क्लिनिक में दे देती हूं कि पहले आप ट्राई कर लो आपको पसंद आएगी बट आपको चाय छोड़नी पड़ेगी और आपको एसिडिटी से दूर रहना है तो एक तो यह तरीका है दूसरा लैक्टोज फ्री मिल्क भी मिलता है बाजार में और तीसरा मैंने देखा है कि अगर हम फैट फ्री दूध से हमारा मसाला चाय बनाए तो वो थोड़ा डाइजेस्ट बेटर होता है फैट फ्री दूध वच इज नेसले का ब्रिटानिया का टेट्रा पैक मिलता है दैट इज मोर डाइजेस्टिबल देन फुल फैट मिल्क ओके खुद का एक्सपीरियंस है यह थोड़ा सा एनालिटिकल सवाल है अब जो मैं पूछने वाला उस बॉलीवुड एक्ट्रेस का नाम [संगीत] बता बहुत सारे जन है किसका किसका बता ओके उसका नाम मत बताना पर नहीं बता देती हूं ट्स ओके अनन्या पांडे उनका मुझे बताया था शी हैड कम ओनली फॉर हेल्थ रीजन ए उनकी स्किन बहुत अच्छी है परली एंड वो जनरली बहुत हेल्दी है ब जनरली जो बॉलीवुड वाले लोग आते हैं वो किन रीजन की वज से आते है मेनली फैट लॉस या हेल्थ सो जैसे कि एक एक्ट्रेस आई थी हमारे पास आज से 10 12 साल पहले अ वो उनकी तबीयत ठीक नहीं थी और वो उनके परस बहुत प्रेशर था कि हमको एक रोल मिलने वाला है हमको वेट लॉस करना है और उसकी वजह से वो कुछ नहीं खा रहे थे तो ये लोग आते हैं हमारे पास बहुत कम खाना खाते हुए स्पेशली दैट एक्ट्रेस कितना कम बहुत कम इतना कम कि आप सोच नहीं सकते खाली ब्लैक कॉफी पे जिंदा रहते थे हां पर कैसे तो तो उनका हम लोगों ने इनफैक्ट बहुत अच्छा डाइट बनाया और तीन-चार बार जो हमारी थ्योरी है 4x की वो अप्लाई करी और उनके शूट के टाइमिंग के हिसाब से हम लोने उनको खाना बताया रात का भी जैसे लेट नाइट शूट होती है उसके हिसाब से भी आप विश्वास नहीं करोगे रणवीर उन्होंने 5 केजी वजन गिराया और मतलब उनका फेंट होना बंद हो गया सेट्स पे इट वाज वेरी गुड बहुत अच्छा रहा उनके लिए ऑफकोर्स फेंट आई मीन शी इज रियली रियली अ वेरी वेरी फेमस एक्ट्रेस वेरी वेरी फेमस ओके अ सिर्फ वजन घटाने के लिए वजन के लिए आए थे एंड टू चेंज द लाइफस्टाइल बिकॉज उनको यह नहीं पता होता कि हमको क्या खाना चाहिए और किस खाने से दूर रहना चाहिए कंफ्यूजन है ना इतना ज्यादा इंटरनेट पे नॉलेज है समझ नहीं आता क्या रखें और क्या फेंक यू नो दैट इज वई और जो मेल एक्टर्स आते हैं वो आते हैं बिकॉज उनको बॉडी बिल्डिंग करनी होती है और तो उनका गोल होता है कि म सल बढ़ाना है और फैट कम करना है और वेट भी कम करना है तो उनकी डाइटरी नीड्स एकदम अलग होती है ज्यादा प्रोटीन होता है तो उनका कार्बोहाइड्रेट्स कम होते हैं प्रोटीन काफी ज्यादा होते हैं उनको हम लोग क्लोज मॉनिटरिंग करते हैं उनकी एक्सरसाइज टाइमिंग का बहुत अच्छा वो करते हैं बहुत अच्छा रिजल्ट आता है सबके वमन की बॉडी थोड़ी अलग होती है ना नीड्स अलग होते हैं ये मैंने जाना है एक्चुअली बॉयज की बॉडीज बहुत सिंपल होती हैं कोई भी औरत होती है उसकी बॉडी में बहुत ज्यादा चेंजेज आते हैं जो कि मेन में नहीं आते आई फील कि अगर किसी के बॉडी में वो एबिलिटी टू प्रोड्यूस लाइफ होती है वो एक बहुत कॉम्प्लेक्शन है एटली और उस कॉम्प्लेक्शन का ख्याल रखना होता है बट अगेन वो टाइमलाइन बाद में आएगी पॉडकास्ट में अब ये थोड़ा सा वेट लॉस का लूप खत्म करते हैं यस तो वो अभी ये हो गया एक तो फॉरेक्स हो गया सेकंड फरेक्स में वो 80 20 बहुत ज्यादा जरूरी है अल्पाहार उसके बाद होता है नींद एक्चुअली जो नींद होती है दैट इज द फाउंडेशन ऑफ योर होलिस्टिक वेलनेस जो कि फ अगर उस फाउंडेशन को हमने ने हिला दिया तो सब कुछ ऑल एवरीथिंग फॉल्स कितना सोना चाहिए आठ घंटे आठ घंटे और वो भी क्वालिटीज क्लिटी रात को फोन वन देखकर नहीं सोना चाहिए ये दिस इज व्हाट आई वेयर टू ट्रैक ट्रैक स्लीप ये एक पूरा लंबा टॉपिक हो सकता है स्लीप आ नो मैं मैं चार साल से पहन रही हूं अच्छा आईम ये एक्चुअली मेरे लिए ओसीडी हो गया पता चलता है कि आपकी बॉडी कितनी रेस्टेड है यह मुझे बताती है कि कितनी डीप स्लीप हुई कितनी आरएम स्लीप हुई आरएम की कितनी स्टेजेस में हुई और मेरा हार्ट रेट क्या था रात को एचआरवी जो कि हार्ट रेट वेरिएबल होता है वह क्या था मेरे दिन भर में स्टेप्स कितने थे मेरा ऑक्सीजन लेवल कितना है और एवरीथिंग आई मीन इस स्लीप के टॉपिक को टैकल करने के लिए कुछ पॉइंट्स दे दूंगा मैं मैम एंड प्लीज ड टू इट आई फील कि फोन नहीं देखना चाहिए सोने के एक दो घंटे पहले मेलाटोनिन डिस्टर्ब होता है अ आपका कमरा एकदम डार्क होना चाहिए पूरा अंधेरा होना चाहिए जितना ज्यादा अंधेरा उतना ज्यादा अच्छा है अ थर्ड सुबह उठते ही आपको बाहर जाना चाहिए सूरज को देखना चाहिए आपके सकेट रिदम सेट हो जाता है चौथा आई थिंक सोने से दो घंटे पहले आपको खाना नहीं खाना चाहिए एटलीस्ट मुझे बहुत ज्यादा हेल्प परफेक्ट अ पांचवा आई वुड से कि कुछ शांत करना चाहिए उन दो घंटों के लिए जैसे टीआरएस पॉडकास्ट सुनना चाहिए सच में आई फील कि लोग पॉडकास्ट देखते नहीं मैं सुनती हूं लोगों सुनना चाहिए सो इंस्टेड ऑफ गोइंग टू को सोने में तकलीफ होती है अगर एक्चुअली एक मेडिटेशन की हैबिट स्टार्ट करी रात को तो दिमाग बहुत शांत हो जाता है मतलब मेडिटेशन करते हुए आपको नींद आ जाएगी एकली पर लोग वो 15 मिनट 20 मिनट की चांटिंग या जाप या ब्रीदिंग एक्सरसाइज करते नहीं तो ट्स वो एक हैबिट कर बहुत सारे स्लीप प्रॉब्लम फिक्स हो सकते है आपको मैं बताऊं रणवीर जो नींद की जो शिकायत है इतनी बड़ी है अगर मैं दिन में 50 लोगों को देखती हूं उसमें से 40 दैट मींस 80 प्र 80 प्र लोग आते हैं नींद की शिकायत लेके मतलब नींद उनकी हो नहीं रही ढंग से कैन यू इमेजिन इतना ज्यादा बढ़ गया है इसका रूट कॉज एक्चुअली ओवरथिंकिंग ही है ना नहीं कुछ रैंडम नहीं बिकॉज द फोन एक्सेसिबिलिटी और मतलब ओटीटी प्लेटफॉर्म्स में जो इजली आपको एपिसोड मिल जाते हैं एंड उसके बाद बिंज मेरे ख्याल से आप वेट लॉस कर रहे हो बट आप बिना एक्सरसाइज के वेट लॉस कर रहे हो क्योंकि आपका वेट लॉस हो रहा है बट उसमें आपका 50 पर मसल लॉस हो रहा है इसका मतलब जब आप डाइट बंद करोगे तो आप जो 1800 कैलोरी में आप अगर अपना वेट मेंटेन कर रहे थे वो 1600 पहुंच जाएगा दैट मींस आपको कम खाना मिलेगा मसल लॉस हमको चाहिए नहीं बिकॉज हम जो कैलोरी बर्न करते हैं मसल के जरिए से करते हैं तो अगर मसल कम हो गया तो कैलोरी बर्न कम हो गया इसका मतलब आप जितनी कैलोरी खा रहे हो ज्यादा खाओगे तो वजन बढ़ेगा इट्स वेरी सिंपल मैथ्स तो एक्सरसाइज इज द थर्ड पिलर फोरेक्स स्लीप एक्सरसाइज और एक्सरसाइज का मतलब वॉकिंग नहीं है हां सो जैसे कि डाट में भी कॉमिनेशन होता है प्रोटीन फैट कार्ब्स एंड फाइबर इसी तरह से एक्सरसाइज में भी कॉमिनेशन होता है लोग भूल जाते हैं वेट कम करना है तो रोज जिम जाके जैसे कितने लोग आते हैं मैं वेट ट्रेनिंग कर रहा हूं ती बक में तीन दिन बाकी के तीन दिन मैं योगा कर रहा हूं और शाम को मैं गेम्स खेल रहा हूं और बाकी के तीन दिन में स्विमिंग कर रहा हूं बट बैलेंस किधर है आपका देयर इज नो बैलेंस सो व्ट आई बिलीव एक्सरसाइज में क्या होता है कि बैलेंस ऑफ मसल बिल्डिंग स्ट्रेचिंग लो इंपैक्ट कार्डियो एंड हाई इंपैक्ट कार्डियो यह चार का बैलेंस होना चाहिए इसमें से आप एक चीज को उड़ा सकते हो मसल बिल्डिंग यानी कि या तो जिम या तो फ्री बॉडी फ्री बॉडी वेट ट्रेनिंग ड़ज इवन योगा टू अ सर्टेन एक्सटेंट व जब वो होल्ड्स करते हैं योगा में योगा भी एक तरह से स्ट्रेचिंग एंड मसल बिल्डिंग दोनों रहता है और एनी ऑफ दीज एक्सरसाइज हाई इंपैक्ट कार्डियो में आ गया आपका डांस एनी काइंड ऑफ स्पोर्ट ऑल दिस इज हाई इंपैक्ट कार्डियो इवन स्विमिंग इज स्विमिंग को भी हम मसल बिल्डिंग में ही बांधते हैं बिकॉज इट्स नॉट अ वेट बेरिंग एक्सरसाइज तो स्विमिंग भी आपका मसल बिल्डिंग में आता है बिकॉज आपकी मसल ही बिल्ड होती है स्विमिंग में कार्डियो भी रहता है आपके कार्डियोवैस्कुलर सिस्टम बहुत अच्छा होता है बट उसमें आता है और उसके बाद हो जाता है लो इंपैक्ट कार्डियो व्हिच इज वॉकिंग नाउ वॉकिंग अगर मेरे पास कोई इंसान आता है जो कि हमारे क्लाइंट्स ऑल ओवर द वर्ल्ड हैं तो जो लंदन से आया या कोई अमेरिका से आया वो लोग जो होते हैं ना कि अ वो एज इट इज बहुत स्टेप्स लेते हैं दिन के क्योंकि उनको इंडिया के जैसे फैसिलिटी नहीं होती छोटे-छोटे घर नहीं होते जो रोड होते हैं बहुत फ्रेश होते हैं वहां पे पोल्यूशन नहीं होता तो वहां के लोग एज इट इज 10000 स्टेप्स चल लेते हैं दिन के इंडिया में जो मेट्रो सिटीज में ये प्रॉब्लम है 10000 स्टेप्स होता नहीं है किसी का अगर आप एक घंटा चलो ना तो तो फर्स्ट रिक्वायरमेंट इज एनीथिंग 8000 से 10000 कदम और सेकंड रिक्वायरमेंट इज स्ट्रेचिंग थर्ड रिक्वायरमेंट इज टोनिंग टोनिंग मसल बिल्डिंग ये तीनों का कॉमिनेशन हो चाहिए कोई वेट लॉस अगर किसी को करना है तो हम उनको कहते हैं आप 70 प्र लो इंपैक्ट कार्डियो करिए 20 प्र अगर आप सोचिए कि आपने 10 घंटे देने हैं दिन सप्ताह के 20 प्र आप टोनिंग या मसल ट्रेनिंग करें और 10 प्र टाइम आप अपना स्ट्रेचिंग में डाले ये एक बहुत भारत स्पेसिफिक क्वेश्चन है स्पेशली छोटे शहरों में ना लेडीज घर को छोड़ नहीं सकती अलग-अलग रीजंस की वजह से तो घर पर बैठकर किस तरह की एक्सरसाइज कर सकते हैं घर पर बैठ के आजकल तो आफ्टर जो कोविड के बाद में तो इतनी क्लासेस अवेलेबल है जैसे कि वक अ माइल की क्लास है जो कि सब फ्री है जेन फंडा की है लेस्ली सिंसन की है वक अ माइल टीवी चालू किया एंड उस वो कर सकती हैं कक वो हम लोग ने सबको दिया था कोविड के टाइम पे योगा क्लासेस भी अवेलेबल है ऑनलाइन जो कि वह कर सकती हैं डांस क्लासेस हाई इंपैक्ट कार्डियो भी वह कर सकती है खाली वेट ट्रेनिंग एक ऐसी चीज है कि वह मैं मानती हूं कि आपको अंडर गाइडेंस ही करना चाहिए या अगर घर पे एक पुल अप बार डाल दिया एक छोटा सा सेटअप बना दिया तो घर पे हो सकती है एक ट्रेनिंग पर आई थिंक लेडीज के लिए बहुत जरूरी है वे बहुत जरूरी है लोग एक जमाने में डरते थे वेट ट्रेन की वजह से क्योंकि लगता था कि पहलवान की तरह लगेंगे पर यह सच नहीं है मैं आपको बताऊं मेरे पास इतने लोग आते हैं जो खाली वॉक करते हैं ना 45 के बाद में सबसे पहले तो फ्रोजन शोल्ड होता है बाद में प्लांटर फ साइटिस हो जाता है बाद में बैक पेन हो जाती है और कोई ना कोई तो मसल पेन होता ही है उनको तो अगर आप ट्रेनिंग 40 साल की उम्र के बाद शुरू नहीं करते हो तो आप यू आर लुकिंग फॉर अ वेरी बैड क्वालिटी ऑफ हेल्थ लेटर इन लाइफ बॉडी टूटने लगती है एकदम और वकिंग है वो भी नहीं कर [संगीत] पाते एक वुमन को किस एज पर स्टार्ट करनी चाहिए वेट ट्रेनिंग फॉर हेल्दी लाइफ वेट ट्रेनिंग या टोनिंग सो वेट ट्रेनिंग मैं मेमन को कहती हूं कि फॉर मेमन स्पेसिफिक उनके लिए जरूरी होता है योगा इज बेटर देन वेट ट्रेनिंग एंड पिलास इज बेटर देन वेट ट्रेनिंग बिकॉज पिला में अपने आप ही स्लो वेट ट्रेनिंग होता है बट अगर वे ट्रेनिंग करना चाहे तो आफ्टर देर ग्रोथ पीरियड व्हिच इज आफ्टर 18 18 आफ्टर 18 18 दे हाइट ग्रोथ क्योंकि व्हाई वी डोंट टेल हम क्यों नहीं बोलते लेडीज को वेट ट्रेनिंग उसके पहले शुरू करने के लिए बिकॉज उसके लिए हमको डाइट बैलेंस करना पड़ता है ज्यादा प्रोटीन के लिए जो भी एक्सरसाइज करें उसमें प्रोटीन स्पेयरिंग इफेक्ट होना चाहिए यानी कि जिससे कि जो भी प्रोटीन हम खा रहे हैं वो हमारे ग्रोथ में जाना चाहिए नॉट टुवर्ड्स मसल बिल्डिंग इसके लिए बट 18 साल के बाद तो आसानी से शुरू कर सकते हैं क्योंकि हमारा हाइट ग्रोथ तब तक खत्म हो जाता है हाइट के लिए सबसे जरूरी है स्विमिंग साइकलिंग यह बहुत अच्छी एक्सरसाइज होती है हाइट के लिए एंड एंड योगा इज वेरी गुड बिफोर द एज ऑफ 18 पिलेटस इज वेरी गुड एंड ड्यूरिंग प्रेगनेंसी जो होता है उस वक्त हमें प्रेगनेंसी योगा या वॉकिंग करना चाहिए उनके स्पेशलाइज क्लासेस होते हैं तो वो सब करना चाहिए लैक्टस के टाइम प भी हमको य ये जो तीनों पीरियड है ग्रोथ टिल 18 देन लक्टे पीरियड सॉरी प्रेगनेंसी पीरियड एंड लक्टे जब मां दूध पिलाती है बच्चे को इसमें प्रोटीन स्पेयरिंग बहुत जरूरी है क्योंकि जो भी प्रोटीन है वो उसके खुद की बॉडी के लिए चाहिए वमन को या प्रेगनेंसी के टाइम पे फॉर द बेबी बच्चे के लिए डेवलपमेंट के लिए एंड लक्टे में भी दूध को रिच बनाने के लिए चाहिए तो उसमें बहुत जरूरी कि सोच समझ के करें एंड ऑफकोर्स पूरी जिंदगी पड़ी है बाद में वेट ट्रेनिंग के लिए ए गाय आप सोचते भी नहीं हो इन सारी चीजों के बारे में बसे इन फेजस में ध्यान से आपको एक्सरसाइज करनी चाहिए तो एक तो हमने बात करी फोरेक्स दूसरा हम लोग ने एक्सरसाइज तीसरा हम लोग स्लीप नाउ फोर्थ फैक्टर अगर आपको वेट लॉस करना है अवॉइड दी ओबवियस जो चीजें नहीं खानी चाहिए जो चीजें नहीं खानी चाहिए सो अवॉइड द ओबवियस में आ गया मिठाई हम आइसक्रीम कोल्ड ड्रिंक कोल्ड ड्रिंक्स पापड़ पापड़ एकदम खराब है हम बिल्कुल विश्वास नहीं करते थोड़ा बताइए बिकॉज उसमें सोडियम बहुत होता है यूजलेस कैलोरी होता है वो खाने के बाद खाते हो तो आप का पेट भर गया बट टेस्ट के लिए खाते हो तो अ आइसक्रीम कोल्ड ड्रिंक चॉकलेट फ्राइड फूड पापड़ एंड पोटैटोज पोटैटोज में कैलोरी डेंस होता है जो कि रूट वेजिटेबल्स होती हैं उसमें तो वो कम खाना चाहिए तो यह सब हमको अवॉइड करना चाहिए अल्कोहल ऑफकोर्स वो भी कंसंट्रेटेड कैलोरीज है आपको एक ग्लास वाइन से 170 80 150 60 कैलोरी मिल जाती है या कोई भी अल्कोहल नहीं वो और क्या आई थिंक यही सब चीजें हैं अगर किसी को कोल्ड ड्रं डिजर्ट्स एनी वेस्टर्न डिजर्ट एनी वेस्टर्न डिजर्ट्स ऑल वेस्टर्न डिजर्ट्स आर खराब खराब केक पेस्ट्री जो भी बिस्किट बिस्किट अगर मीठा खाना है तो इंडियन मीठा खाए क्या सब कुछ अच्छा है काफी कुछ अच्छा है इंडियन मिठाई में मुझे इसके बारे में बताना चाहूंगी कि हम इतने ज्यादा वेस्टर्नाइज्ड खाओ रसगुल्ला क्या है पनीर है गुड फॉर हेल्थ ठीक है अ कांजी की बर्फी वेरी गुड कांजी होता है उसमें घी तेल बहुत कम होता है कांजी की बर्फी उसमें प्रोटीन है गुड क्वालिटी फैट है और क्या चाहिए आप ले ले संदेश इट्स पनीर और कुछ नहीं है उसमें प्रोटीन भी है कैल्शियम भी है कोलेस्ट्रॉल भी है व्हिच इज वेरी गुड हर दिन खा सकता या अगर आप वेट लॉस नहीं करना चाहे तो खा सकते हैं हम अगर अब ओवरऑल हेल्दी हो अग ओवरऑल हेल्दी हो लग रहा कि फैट लॉस करना है तो फिर मत खाओ फैट लॉस करना है तो बिल्कुल मत खाओ दूर रहो मिठाइयों से ये एक्चुअली मिठाई के बारे में मैं सबको मेरे जो भी क्लाइंट है बिकॉज हमको हमारा काम ही होता है ना मोटिवेशन देने का कि कैसे आप डाइट को फॉलो करो और आप वेट लॉस करो तो हम सबको यही कहते हैं कि आप मीठा जो है ना हमारे संस्कृति ने हमको क्या सिखाया मीठे के बारे में कोई ओकेज हो कोई खुशी का मौका हो तो चलो मुंह मीठा करो यही बोलते हैं ना मंदिर में आप जाते हो आपको थोड़ी समोसा हाथ में देता है पंडित थोड़ा सा मीठा देता है तो हमको जो हाथ में मिलता है इतना इतना ही हमको मीठा एक बार में खाना चाहिए जी जैसे आप केक काटते हो तो आप खुद थोड़ी अपना खाते हो केक आप दूसरे को खिलाते हो ना मैं एक लड़का हूं मुझे ठोस देते सो अपने हाथ से मीठा या कम से कम खाना चाहिए और ओकेज पे खाना चाहिए जैसे कि हम दिवाली पे मीठा बनाते हैं भाई दूज पे बहन अपने भाई को मीठा खिलाती है भाई अपनी बहन को मीठा खिलाता है ये सब एक क्यों ये सब पद्धति बनी हुई है इंडिया में यही बताने के लिए कि और सब टाइम पे मीठा खाना ही नहीं चाहिए आई थिंक कोई भी डिजर्ट का लॉजिक ये है स्पेशली वेस्टर्न डिजर्ट्स का कि चीनी होती है मैदा होता है और बटर होता है बस राइट हर वेस्टर्न डिजर्ट और सबसे ज्यादा वो पता है वो कौन सा एक मीठा है डोनट वो वो करेला और जो नीम चढ़ा बोलते हैं ना वो क्योंकि उसमें तो उसको फ्राई करके वापस से उसको शुगर में डुबाया जाता है जैसे कि हमारे भी उसमें है एक ऐसा ही डिजर्ट गुलाब जामुन जलेबी अच्छा जलेबी सबसे खराब मिठाई होती हैब ये बताइए तो थोड़ा बात करें लोग मिठाई तो खाएंगे ही खाएंगे ही तो बेस्ट मिठाई कौन सी होती है यही मैंने बताया ना कि बादाम पिस्ता बादाम की चक्की पिस्ता की चक्की काजू की कतली संदेश रसगुल्ला नारियल की भी नारियल बहुत हेल्दी होता है हमारे लिए नारियल हो गया वॉलनट की कुछ मिठाई हो गई तो मिष्टी दोई मिष्टी दोई अरे मिष्टी दोई के बारे में बहुत अच्छी कहानी है तो क्या हुआ मुझे मिष्टी दोई बहुत पसंद है तो मैं जब भी कलका जाती हूं जरूर मिष्टी दोई खाती हूं तो इस बार भी मैं गई और मैंने ऐ एक सिकोरा में मिष्टी धोई लेके मैंने खाया 400 एमएल मिष्टी को धोई खा लिया मैंने वो खाया लंच में मेरे को रात तक भूख नहीं लगी और दूसरे दिन जाके ब्रेकफास्ट में मुझे कुछ खाने का मन किया मैं बोली ये क्या चीज है ये मिष्टी दोई में तो मैं गई दुकान प मैंने पूछा भैया क्या दिया आपने मिष्टी दई बनती कैसे है तो बोला मैम अगर एक लीटर दूध है उसको हम घड़ा के 300 400 एएल बना के उसकी मिष्ठी दोई बनाते हैं तो आप सोचो अगर मैंने एक लीटर दूध एक साथ खा लिया इतने बड़े सकोरे में तो नेचुरली भूख नहीं लगेगी ना सो मिष्ठी दोई इज गुड बट इट इज लाइक रबड़ी फैटनिंग वेरी फैटनिंग रबड़ी इज कंसंट्रेटेड मिल्क फुल ऑफ फैट एंड शुगर ओके तो ये मिष्टी दोई की कहानी है बट इट इज हेल्दी फुल ऑफ प्रोटीन मेरा मानना ये है मेरे लिए क्योंकि मेरे एक जमाने में स्वीट टूथ था तो मैं शुगर से काफी दूर रहा काफी सालों के लिए अ फ्रूट खा लेता हूं दिन में एक बार पर मैं ट्राई करता हूं कि जितना कम स्वीट खा सकू उतना कम खाऊं क्योंकि ऑन स्क्रीन जॉब है आप सही लग रहे हो एकदम सही है एकम और भी और भी ज्यादा फैट लस कर पर इट्स वर्क्ड फॉर मी शायद ये मेरी यूनिक क्या कहते हैं बॉडी केमिस्ट्री है बट अगर मैं थोड़ा भी स्वीट खा लू ना बत बहुत मेरे साथ भी ऐसा ही है हम एंड आई थिंक आई डोंट नो ये मैंने जनरली भारत में देखा प्लीज यू आर मोर एक्सपीरियंस सो यू विल मे बी सी इट डिफरेंटली अ काब सेंसिटिविटी नाम की एक चीज होती है स्पेशली बॉयज में एक प्रॉब्लम होती है स्किनी फैट की यानी कि आप मोटे भी नहीं हो आप पतले भी नहीं हो बहुत सारे भारतीय स्किनी फैट होते हैं अ तो मैंने एक जमाने में काब सेंसिटिविटी के बारे में पढ़ा था कि आपकी बॉडी अलग लोगों की बॉडी कार्ब्स को कैसे अलग तरीके से अब्जॉर्ब करती अब्जॉर्ब करती है और एटलीस्ट आसपास मैंने नोटिस किया कि भारत में बॉयज की बॉडी कार्ब्स को अच्छे से अब्जॉर्ब नहीं करती अगर गंदे कार्ब्स खाए तो यही कि अगर आपने थोड़ा सा भी स्वीट खा लिया आपका फैट बहुत ज्यादा बढ़ता है या मैदा खा लिया नान रुमाली रोटी ये इन चीजों को ज्यादा खाया तो फैट फैट ज्यादा बढ़ता है जो भारत है वो एक डायबिटिक प्रधान देश है डायबिटीज हमारे कोई नाना कोई जीनस में घुसा हुआ ही है सबके जी ठीक है आपको पता है कि मैंने यह इसके बारे में चेक किया था 10 करोड़ भारतीय को डायबिटीज है कैन यू बिलीव इट नाउ डायबिटीज तो ठीक है बट देर इज समथिंग कॉल्ड प्री डायबिटिक कंडीशन उसको कहते हैं इंसुलिन सेंसिटिविटी या इंसुलिन रेजिस्टेंस वह एक बड़ी प्रॉब्लम है तो हमारे पास कोई भी इंसान आता है चाहे लेडीज हो चाहे मेन हो सबसे पहले हम इंसुलिन सेंसिटिविटी चेक करते हैं इसका कारण इसका मतलब क्या होता है कि शुगर इज फाइन उनका शुगर लेवल होगा 7080 फास्टिंग पोस्ट उनका 80 90 होगा और एच बीवनसी भी हो सकता है 5 या 5.5 5.3 हो बट उनका इंसुलिन हो सकता है बहुत ज्यादा हो व्हिच इज फास्टिंग इंसुलिन एंड फोर्स्ड इंसुलिन इसकी वजह से उनकी काब सेंसिटिविटी हो जाती है वो कार्ब्स को अ जैसे इस थोड़ा सा साइंटिफिक है मैं आपको समझाती हूं तो हम कुछ भी खाना खाते हैं वो सब के सब कन्वर्ट होता है शुगर में चाहे आपने ग्लूकोज में कन्वर्ट होता है चाहे आपने फैट लिया चाहे प्रोटीन लिया एवरीथिंग कन्वर्ट्स इनटू ग्लूकोज यानी कि आपकी बॉडी उस खाने को ब्रेक डाउन करती है और उ कन्वर्ट करती है ग्लूकोज मेंस ग्लूकोज का क्या काम होता है एनर्जी देना तो हमारी एक सेल होती है ऐसे सेल के अंदर जाती है ग्लूकोज और वहां बर्न होती है एस एन एटीपी फॉर द एनर्जी आपके पेट्रोल के लिए सेल के पेट्रोल के सेल के पेट्रोल बट वो ऐसे अपने आप डायरेक्टली नहीं घुस सकती एक दरवाजा होता है ठीक है वो दरवाजे की चाबी होती है इंसुलिन तो जब अ हमारी इंसुलिन सेंसिटिविटी होती है तो या तो चाबी खराब क्वालिटी होती है या दरवाजा सही जगह नहीं होता तो वह खोल नहीं पाता और ग्लूकोज घुस नहीं पाता तो इसकी वजह से जो एक्स्ट्रा ग्लूकोज है वह शरीर में घूमते रहता है और बाय द एंड ऑफ द डे यूज नहीं होता तो व फैट के जैसे या तो आपके पेट पे स्टोर होता है जाके लिवर में स्टोर होता है या आर्टरी में स्टोर होता है तो जिसको इंसुलिन सेंसिटिविटी होती है इसका मतलब इंसुलिन खूब प्रोड्यूस हो रहा है बट वो ग्लूकोज को फैसिलिटेट नहीं कर रहा उसको अलाव नहीं कर रहा जाने के लिए सेल में यानी कि आपके बॉडी में भी ग्लूकोज तैरते जा रहा है और स्टोर होते जा रहा है और उसके साथ-साथ आपके बॉडी के कुछ सेल्स मरते भी जा रहे हैं क्योंकि उन्हें ग्लूकोज नहीं मिल रहा सेल मरते नहीं है वो डिमांड करते हैं कि हमको खाना चाहिए हम भूखे हैं तो ऐसे लोगों को मीठा खाने का मन करता है खाना खाने के बाद उनको लगता है अरे मैंने तो खाना खाया बट मुझे एनर्जी नहीं है तो इसकी वजह से ऐसे जो लोग हैं वो ज्यादा खाते हैं उनको पता नहीं होता वो क्यों ज्यादा खा रहे हैं क्योंकि उनकी बॉडी को एनर्जी नहीं मिल रही खाने से तो वो जो ओवरवेट से ओबीजी से मॉबड ओबेसिटी हो जाती है बट इसका एक ही रीजन होता है इंसुलिन सेंसिटिविटी कैन यू बिलीव इट इतनी सीधी सी चीज है और दिस इज यह क्यों होता है क्योंकि इनकी फैमिली में किसी ना किसी को डाय होता एक डायबिटोलॉजिस्ट आए थे शो पर और उन्होंने डायबिटीज के अलग स्टेजेस के बारे में बात किया था मुझे डर फील हुआ डायबिटीज के बारे में सुनने के बाद कि बॉडी इतनी ज्यादा ब्रेक डाउन होती है डायबिटीज में ऑलमोस्ट बुरा लग ये शायद एक इंसान की सबसे गंदी डिजीज हो सकती है बहुत पेन हो सकता है बहुत सफरिंग हो सकती है पीड़ा हो सकती है डायबिटीज एक्चुअली इ अ साइलेंट किलर जो बोलते है ना हमारे घर को दमक लग जाती है वो ऐसे होता है डायबिटीज तो इसीलिए हम हम हमारी कंपनी जो सेल्फ केयर है उसका काम क्या है डिजीज होने के पहले उसको खोजना और उसको वहीं से यूटर्न कर देना रिवर्स कर देना जैसे कि इंसुलिन सेंसिटिविटी है उसको तुरंत वीी हैव हमारे पास टीम ऑफ डॉक्टर्स हैं और हमारे पास अ जो एंडोक्रिनोलोजिस्ट भी हमारे टीम में है तो हम उनसे कांस्टेंटली बात करते रहते हैं और हमारे क्लाइंट का केसेस पेश करते हैं और उसके बाद क्लाइंट से उनको डायरेक्टली बात करा कि उनकी यह प्रॉब्लम उनके साथ सॉल्व करते हैं और उसके मेडिकल ट्रीटमेंट के साथ-साथ में गुड लाइफस्टाइल जो मैंने चार पिलर्स बताए ऑफ गुड न्यूट्रिशन उसके साथ में हम उनका ट्रीटमेंट ऐसे करते हैं पिछले 15 साल से मैं इस इस परे काम कर रही हूं ऑफ रिवर्सल ऑफ डायबिटीज तो है ही बट प्रिवेंशन ऑफ डायबिटीज क्योंकि अगर आप इंसुलिन सेंसिटिव हो तो आपको 5 साल 10 साल 15 साल बाद डायबिटीज होगा बट अगर हम इंसुलिन सेंसिटिविटी को वेट लॉस के साथ में ठीक कर देते हैं आप डायबिटिक नहीं होगी सिंपल सी थ्योरी है मोस्टली जो लोग प्री डायबिटिक होते हैं जिनको डायबिटीज होने वाला है क्या वो थोड़े से हेवी भी होते है हेल्दी भी होते 99 पर हमारे पास ऐसे भी केसेस आए हैं जो कि दुबले हैं बट दे आर प्री डायबिटिक बट 99 पर लोग होते हैं वो हैवी होते हैं तो अगर बॉडी में फैट ज्यादा है तो चांसेस आर कि य कुड बी प्री डायबिटिक मोर इसलिए फैट लॉस पर फोकस करना चाहिए और अक्सर ब्लड रिपोर्ट लेने चाहिए ब्लड रिपोर्ट लेके दे शुड सल्ट द राइट पर्सन एंडोक्रिनोलोजिस्ट और उसकी ट्रीटमेंट शुरू करनी चाहिए समझना चाहिए कि आप अगर ज्यादा खा रहे हो उसका रीजन यह नहीं है कि ये आप में खामी है हो सकता है आपके जींस की खामी हो यू नो जींस डीएनए इसलिए हम किसी भी क्लाइंट को जब आते हैं तो हम उनका बहुत अ बड़े रूप से उनका सब जेनेटिक हिस्ट्री लेते हैं कि उनके नॉट ओनली उनके मां-बाप को क्या डिजीज थे उनके भाई बहन को क्या डिजीज है बट उनके दादा दादी नाना नानी ताऊ चाचा बुआ मासी मामा सबका हम पूछते हैं जो कजिन ब्रदर सिस्टर्स है सबकी डिजीज का हिस्ट्री लेते हैं और हमारा काम यह होता है कि उस डिजीज में से उनको क्या आने वाला है और हम क्या रिवर्स कर सकते हैं और जो प्रेजेंट उनको क्या-क्या प्रॉब्लम है उसको हम कैसे कर सकते हैं कीपिंग इन माइंड द फोर पिलर्स जो मैंने आपको बताया ओके तो हमने प्रोटीन की बात करी थी पर कब्स और फाइबर के बारे में बात नहीं करी पहले फाइबर को अड्रेस करें क्योंकि कार्ब्स एक्चुअली डायबिटीज से भी रिलेटेड है थोड़ा सा क्योंकि कार्ब्स का नाम सुनकर ना लोग कुछ भी खाने लगते हैं तो वो एक बड़ा टॉपिक है पहले फाइबर को एड्रेस करते हैं इज इट ट्रू की हर दिन अलग कलर के सब्जी खानी चाहिए हर सब्जी में कुछ ना कुछ फायदे होते हैं जैसे कि आप ग्रीन लिफी वेजिटेबल है उसमें आपको विटामिन ए मिलेगा और इसी तरह से और जैसे कि पंपकिन है उसमें कुछ और खूबियां होती हैं बीटरूट है उसमें कुछ और होते हैं हर सब्जी में कुछ फायदे होते हैं कुछ नहीं होते हैं तो हमको एक अच्छा मिक्स रखना चाहिए वेजिटेबल्स का जो आपने बोला एकदम सही बोला हर दिन अलग सब्जियों जरूरी भी नहीं है कि आपको हर सब्जी खाने से ही आपको बेनिफिट मिलेगा ऐसा भी नहीं है बट या मिक्सचर रखना चाहिए सब्जियों का कच्ची सब्जी खानी चाहिए कच्ची सब्जी खाने के बारे में मेरा और जूसेश लोग दूधी का जूस लेते हैं आई एम अगेंस्ट इट क्योंकि वो सब्जी हम कच्चा नहीं खा सकते जो भी हम कच्ची सब्जी खा नहीं सकते सैलेड के रूप में उसका हम जूस नहीं ले सकते स्ट कुछ ऐसी सब्जियां है जिन्हें आप कच्चा नहीं खा सकते हां कौन सी यही सब जो हम पका के खाते हैं वो सारी कच्ची सब्जी नहीं है दूधी पालक मेरे ख्याल से पालक कच्चा थोड़ा-थोड़ा खा सकते हैं ऐसा कोई बात नहीं है जैसे कि हम जो कच्ची सब्जी खा सकते हैं वो लिमिटेड ही है जैसे कैप्सिकम है अनियंस है टमेटोस हैं कैरेट्स हैं ककं अ गड़कन देन पालक भी ले सकते हैं बट पत्ता गोभी इज लिटिल कंट्रोवर्शियल कच्चा खाने के रूप में बीट बीटरूट भी मैं क्लाइंट्स को बोलती हूं कि आप बॉईल करके ही लो क्यों उसमें कुछ ऐसा होता है कि वह सब लोगों को डाइजेस्ट नहीं होता इसकी वजह से वही है कि यू नीड टू सी इफ योर बॉडी इज एक्सेप्टिंग इट यस सो हम मोस्टली ह बीटरूट के हम बोलते हैं कि आप बॉयल करके उसके स्लाइस लो ओके और कौन से सब्जियों से थोड़ा आईव से दूर रहना चाहिए ध्यान से किन सब्जियों को एक्चुअली हमारा हमारे बॉडी में जो हाइड्रोक्लोरिक एसिड होता है वो सब बैक्टीरिया को मार देता है तो ऐसी कोई प्रॉब्लम नहीं होती बट ये सब सब्जियां आराम से हम कच्ची खा सकते हैं ऐसी कोई बात नहीं अगर सब्जियों को पकाया तो न्यूट्रिशन कम हो जाती है काफी एनहांस होती है और काफी कम होती है ऐसा कुछ नहीं है तो विटामिन सी एक ऐसा विटामिन है जो कि हम जैसे ही सब्जी को काटते हैं वो ऑक्सिडाइज होने लगता है हवा में तो विटामिन सी के लिए हमको फ्रूट्स खाना चाहिए तुरंत काटा और खा लिया नो प्रॉब्लम एंड बाकी के बी कॉम्प्लेक्टेड में वो वाटर सॉल्युबल होती है तो वह निकल जाती है और जो हम प्रेशर कुक में सब्जी बनाते हैं तो बी12 चले जाते हैं तो प्रेशर कुकिंग से तो सब्जी को कैसे पकाना चाहिए नॉर्मली जो हम खाते हैं इनफैक्ट हां जो कढ़ाई में आयन की कढ़ाई ले ले जो भी बट नॉट नॉनस्टिक नॉन स्टिक के मैं फेवर में नहीं ओके वील अड्रेस दिस आल्सो एक्चुअली लेट्स अड्रेस इट ना न नॉनस्टिक के बारे में बताइए क्योंकि बहुत सारी मम्मी एक्चुअली आज के जमाने में क्यों बिकॉज उसमें कुछ ऐसा कंपाउंड होता है जो कि आपके लिए ठीक नहीं होता जब आप उसे गर्म कर देते हैं तो उससे वो कंपाउंड आपके फूड में चला जा सकता है कार्सिनोजेनिक नॉनस्टिक से दूर रहना चाहिए ग्राउंड रूल उसके बदले आयरन की जो हम सालों से यूज करते आ रहे हैं आयरन की है स्टील की कढ़ाई है नो प्रॉब्लम एलुमिनियम भी खराब होता है ओके पर मान लो अगर डोसे वसे बनाना है तो वो कढ़ाई और आयरन सी तो आयर हां बहुत अच्छा बनता है पे नॉनस्टिक लाना ही नहीं चाहिए एगजैक्टली आजकल सिरेमिक वाले मिलते हैं विच शुड बी ओके अ और स्पून और ये सब भी जो नॉन स्टिक होते हैं उनसे भी दूर रहना चाहिए उसमें कोई प्रॉब्लम नहीं है क्योंकि उसे गर्म नहीं कर रहे हां ओके लकड़ी के जो आते हैं ना स्पेटुला वगैरह दैट्ची जिए आपने पहले इसी पॉडकास्ट में कहा कि दिन में आईडियली सिर्फ एक बार फ्रूट खाना चाहिए फ्रूट के बारे में एक बहुत बड़ा मिथ है जिसको मैं एड्रेस करती हूं सब मुझे पूछते हैं एक ही क्वेश्चन कि फ्रूट्स हम एम्टी स्टमक खा सकते हैं सुबह के बिना कुछ खाए सो भूखे पेट सुबह उठ के हमें एमटी स्टमक खाली पेट फ्रूट्स नहीं खाना चाहिए क्योंकि आपको पता है फ्रूट्स में फ्रुक्टोज होता है शुगर होता है फैट नहीं होता तो सुधा सीधा शुगर स्पाइक होता है फैट गेन हो सकता है शुगर स्पाइक होता है तो अगर आप प्री डायबिटिक हो तो आप डायबिटिक जल्दी से बन सकते हो आप भागोगे उसकी तरफ दूसरा एक ये है कि सबसे फैट न फैट गेन का इतना प्रॉब्लम नहीं है बिकॉज आप बोलोगे मैं फ्रूट्स खाऊंगा एक्सरसाइज करूंगा सारा बर्न हो जाएगा विच इज आल्सो ट्रू बट हमारे शरीर में उसकी वजह से क्या होता है वह सुनना जरूरी है तो जब हम फल खाली पेट खाते हैं क्योंकि फ्रूट्स में फैट नहीं होता और बहुत इजली डाइजेस्टल होता है तो व हमारे पूरे जो पाचन का जो पाचन जो इंटेस्टाइन है उन सबसे बहुत जल्दी पास करता है तो पेट से तो आधे घंटे में चला जाता है और चूंकि वह इतनी जल्दी सारे के सारे स्टेजेस क्रॉस करता है और तो उसमें अपने साथ-साथ में अच्छी बैक्टीरिया भी ले जाता है इसकी वजह से हमारी जो गट में जो बैक्टीरिया होते हैं जो कि हमको हेल्प करते हैं अब्जॉर्प्शन के लिए जो फ्लोरा फाना होती है वह सारे वीक हो जाते हैं तो हमारी धीरे-धीरे हमारी पाचन शक्ति कमजोर होती जाती है अगर हम सुबह-सुबह एमटी स्मक फ्रूट्स लेते हैं जो भी हमारे पास अगर आके बोलता है हमारे बहुत एसिडिटी और गैस है हम एक एक क्वेश्चन पूछते हैं आप खाली पेट फल खा रहे हो तो हां इसी वजह से तो हम उसके बाद वो बिल्कुल विश्वास नहीं करते अगर आपको खाली पेट फल खाना ही है तो उसके साथ में ऐसा एक कुछ ले ले जैसे कि नट्स ले लिया जिससे कि वो उसका अब्जॉर्प्शन स्लो रहे तो डायबिटीज की शिकायत ना हो या डायबिटीज होने की शिकायत ना हो और वो धीरे-धीरे डाइजेस्ट हो तो आपके गट से धीरे धीरे जाए इंटेस्टाइन से मतलब सुबह खाली पेट अगर फ्रूट्स खाने है उसके साथ नट ले लो नट्स ले लो दूध ले लो दही ले लो कुछ भी पर फ्रूट एंड नट चॉकलेट नहीं क्योंकि यही मुझे डर फील हो रहा है कि इतनी गाइडलाइंस को सुनने के बाद भी लोग गलतियां करेंगे डायट में तो फल हम खाने के बाद ले सकते हैं लंच के बाद ले सकते हैं शाम को ले सकते हैं कभी भी ले सकते हैं बट खाली पेट नहीं ओके दिन में कितने बार हमें फ्रूट्स खाने चाहिए अग जो बहुत जो वेट गेन करना होता है उनको हम बोलते हैं आप काफी फ्रूट्स खाओ डायबिटिक होते हैं उनको हम कम बोलते हैं और जो वेट लॉस करने वाले होते हैं उनके बोलते हैं एक ही फ्रूट इक्विवेलेंट टू 50 टू 75 कैलोरीज और कोई भी फ्रूट हो सकता है नॉन डायबिटिक के लिए कोई भी और डायबिटिक के लिए खाली 10 बता सकता हूं हां एप्पल जी पेर अनार मतलब सेव नाश पति अनार अमरूद चेरी स्ट्रॉबेरी ऑरेंज पपसुरा बचा क्या बर 10 नहीं सब डायबिटिक आके मुझे यही पूछते हैं पपीता तो खा सकते हैं ना आम पपीता पपीता सबको चाहिए पपीता नहीं खा सकते अगर आप डायबिटिक हो तुरंत शुगर स्पाइक होता है इन सारों में आई एम गेसिंग लो जी आय कपेड हा ये लो जीआई फ्रूट्स ओके और स्पेशली एप्पल और पेर में सलब फाइबर होता है जो कि अच्छा होता है ओके पर अगर खाली पेट फ्रूट खाना तो या तो दूध दही या नट्स के साथ खालो या ट्स फाइन ओके जूसिंग जूसिंग के बारे में बताओ और मैम यह भी बताओ कि यह टेट्रा पैक वर्सेस घर पर जूसिंग इसमें क्या फर्क है कोल्ड प्रेसिंग यह सब क्या है अभी अभी जैसे हमारे पास कोई आता है हम जूस उसी को देते हैं जो कि एथलीट्स होते हैं या बच्चे होते हैं जो कि बहुत फिजिकल एक्टिविटीज करते हैं या हम देते हैं वेट गेन के लिए हमारे तीन क्लियर स्फियर्स है उनको हम इसलिए देते हैं कि उनको कंसंट्रेटेड कैलोरीज हमको देना पड़ता है बच्चों को स्पेशली प्रोटीन स्पेयरिंग इफेक्ट के लिए फॉर द ग्रोथ अगर वो जूस नहीं लेंगे एक्सरसाइज के पहले या बाद में तो उनका जो खाने में जो उन्होंने प्रोटीन खाया दूध खाया वो सब उनका यूज हो जाएगा एनर्जी के लिए इंस्टेड ऑफ ग्रोथ व्हिच इज हाइट एंड मसल ग्रोथ तो एक तो वो हो गया जूस में बट उसमें हम जूस के बारे में हमारा स्टैंडर्ड थ्योरी यही रहता है कि अगर आप जूस निकालते हो तो तुरंत पी लो और अगर आपको चार घंटे बाद बच्चे को देना है तो प्लीज टेट्रा पैक दे दो आई नो उसमें इतने गुण नहीं होते जितने कि फ्रेश में होते हैं बट समथिंग इज बेटर दन नथिंग हम इसमें हमारी ये थ्योरी होती है बट जूसिंग इट सेल्फ इज अ प्रॉब्लम बिकॉज उसमें जो फूड का जो कंपोजीशन है वो चेंज हो जाता है और उसका और उसमें जो फाइबर्स भी एक्चुअली बहुत कम हो जाते हैं तुरंत अपटेक होता है शुगर का बॉडी में तो जूसिंग हम जूस कम से कम लेना चाहिए सबको ही अनलेस दे आर एथलीट अनलेस दे आर चिल्ड्रन अनलेस दे आर ऑन वेट गेन ओके टेट्रा बैक्स के बारे में कुछ भी कहना आपको टेट्रा मैंने बोला ना इट्स ओके सपोज अगर आपके पास फ्रेश जूस का पॉसिबिलिटी नहीं है तो आप टेट्रा पैक्स ले ले बट फेर टू से की फैट लॉस के लिए ट्राई अवॉइडिंग अवॉइडिंग जूस हम देते ही नहीं है ओके तो एक हो गया कार्ब्स ये नहीं हम फाइबर के बारे में बात करें तो फाइबर भी कट जाता है उसमें तो आई थिंक लोग तब जूस और नींबू पानी पीते हैं जब वो एक शुगर की क्रेविंग होते है और उसके साथ वही वो ठंडक की फीलिंग चाहिए बट आप देखो ना नींबू पानी में होगा खाली 3040 कैलोरी बट उतना ही अगर आपने एक गिलास जूस लिया उसमें होगा 150 से 200 कैलोरी तो आप यू आर बेटर ऑफ इथ नींबू पानी देन जूस आप नींबू पानी पीते हो कितनी चीनी डालते हो नींबू पानी में अगर 200 एमए वाटर है तो 2 टीस्पून चच इज 40 कैलोरीज ओके और आप कब पीते गर्मी के दिनों में अगर कोकोनट वाटर नहीं मिला तो नींबू पानी ले लेती हूं बहुत एक्सरसाइज किया बहुत स्वेटिंग किया तब ले लेती हूं थोड़ा नमक डाल के कोकोनट कोट वाटर इज द बेस्ट ऑप्शन इन ल दिस नॉट नेसेसरी नींबू पानी इ आल्सो गुड काफी लोगों को गैस होती है कोकोनट वाटर से और कोकोनट वाटर तुरंत खोल के तुरंत लेना चाहिए कोकोनट वाटर से मोटापा बढ़ता है उसमें फर्स्ट ऑफ ल कोकोनट वाटर डायबिटिक के लिए ठीक नहीं है क्योंकि उससे ग्लामिक इंडेक्स ज हायर बट उसमें प्रोटीन होता है कोकोनट वाटर हा 200 एमएल में 2.4 ग्राम प्रोटीन होता है च इज गुड इट्स वेरी हेल्दी एंड उसमें पोटेशियम होता है तो एनी जो भी डायरेक मेडिसिन लेते हैं उनको कोकोनट वाटर हम जरूर देते हैं बिकॉज उनका बैलेंस करने के लिए उनके यूरिन से निकल जाता है गर्मी के दिनों में स्टैंडर्ड है सबको कोकोनट वाटर दिया जाता है हम बोलते हैं अगर आपको पॉसिबिलिटी तो आप ले लीजिए इसमें बहुत गुण होते हैं कोकोनट वाटर में आपको पता है ना नारियल इज श्री फल हम वो हमारे रिलीजन हिंदू रिलीजन में हर चीज में हर चीज में नारियल यूज होता है तो उसमें बेनिफिट्स बहुत ज्यादा होती है प्रोटीन होता है डाइजेस्ट को ठीक रखता है अगर आपको गैस नहीं होती तो गर्मी के दिनों में तो रोज लेना ही चाहिए ओके अ अब हम कार्ब्स के बारे में बात करेंगे अच्छा फाइबर का एक चीज बता दूं शर तो सॉल्युबल फाइबर से कोलेस्ट्रॉल कम होता है और जो नॉर्मल फाइबर जो हमको सब्जी से और काफी ग्रेन से मिलता है उससे कोलेस्ट्रॉल कम नहीं होता एक मिनट दो टाइप के फाइबर होते हैं सॉबल इनसोल्युबल में कैलोरीज नहीं होती वो हमारे शरीर से निकल जाता है एंड सॉल्युबल फाइबर में अ अ से कोलेस्ट्रॉल कम होता सॉरी मैम अ लोग जब फाइबर का नाम सुनते हैं दे थिंक ऑफ ओनली फ्रूट्स एंड वेजिटेबल्स तो उस पर्सपेक्टिव से समझाई सॉल्युबल और इनसोल्युबल में फर्क क्या है और बॉडी में क्या इफेक्ट्स होते हैं उनके तो हमारे पास काफी यह भी लोग बोलते हैं कि हम रोटी वगैरह नहीं खाएंगे क्योंकि हम सब्जी खा रहे हैं तो हमको बहुत फाइबर मिल रहा है बट जो बल्क ऑफ द स्टूल इज एक्चुअली फ्रॉम रोटी व्हाट यू ईट कार्ब्स व्हाट यू ईट गेहूं ओट्स राइस मिलेट्स बाजरा जवार इससे हमको बल्क ऑफ द स्टूल इनसे बनता है ना कि फ्रूट्स एंड उनसे वो तो 98 पर तो वाटर होता है वो उसमें कितना फाइबर मिलेगा आपको ठीक है तो सबसे पहले सबको यह समझना चाहिए उसमें से किसमें सोलबंध दूसरा ओट्स में सॉल्युबल फाइबर होता है जो कि कोलेस्ट्रॉल को कम करता है और बल्क ऑफ द स्टूल को बढ़ाता है एंड अ पल्सेस हो गए ये हो गए एंड फ्रूट्स में एप्पल एंड पेयर में सॉल्युबल फाइबर्स होते हैं तो दीज आर वेरी गुड ओके कितना खाना चाहिए मब अमाउंट्स क्या होने चाहिए दोनों के इनसोल्युबल वर्सेस सॉल्युबल सब्जी के बारे में हम सब कहते हैं कि मिनिमम इतना तो हमको पकी हुई सब्जी लंच में लेनी चाहिए इतनी हमको डिनर में लेनी चाहिए अ बोल 200 टू 300 एए जी कुक्ड वेजिटेबल विद स्पाइसे स्पाइसेसफर होते हैं कभी स्पाइसे गिव गिव अप ना करें और जो रोटी वगैरह होती है उसका हमारा स्टैंडर्ड होता है कि एनीथिंग बिटवीन रोटी और राइस के बारे में वेट लॉस करना है तो 30 ग्राम से लेके 50 ग्राम तक एक मील में मैक्सिमम जैसे फॉर मेन इट शुड बी 50 ग्राम फॉर वमन इट कैन बी 30 टू 35 ग्रा ऑफ रॉ आटा या गेहूं या राइस रॉ विदाउट कुक्ड अ सब्जी का मैंने बता दिया और दाल होती है इट शुड बी अराउंड द सेम क्वांटिटी एज रोटी और राइस और आई वुड प्रेफर अगर वो दही ले एज अ फर्स्ट क्लास प्रोटीन फॉर लंच और डिनर या पनीर ले तो दैट इज अ बेटर कॉमिनेशन तो अगर अगर आपको मैं मेरा आहार बताऊं तो ब्रेकफास्ट में अगर मैं अ प्रोटीन बैलेंस करती हूं तो मेरे तीन तरह के ब्रेकफास्ट में खाती हूं या तो मूंग एंड खपला या एग एंड टोस्ट या दही और पराठा ये तीन मेरे स्टैंडर्ड ब्रेकफास्ट ऑप्शंस है या पनीर टोस्टी ठीक है उसमें प्रोटीन फैट कार्ब्स एंड फाइबर का ऑप्शन है अब वेजो आई एम एगी टायड चिकन मैं कम खाती हूं बट खाती हूं बहुत कम ओके अगर मुझे प्रोटीन नहीं मिलता तो ही चिकन खाती हूं जी देन लंच में आपको मैंने बताया मेरे आइडियल बॉडी वेट के हिसाब से दो चपाती या इतना राइस एंड साथ में या तो इतना दाल सेम क्वांटिटी दाल एंड वेजिटेबल इतना ही एंड जो दाल नहीं लिया तो दही ले लेते हूं इतना ही सो दिस इज माय लंच इवनिंग स्नैक्स में कुछ भी ले लेती हूं अ कभी थोड़ा सा भेल या कोई बिस्किट या मेरे जो स्नैक्स है मेरे सेल्फ केयर के वो सब स्नैक्स ले लेती हूं और डिनर इज ऑलमोस्ट लाइक लंच ओके दिस इज हाउ आई ईट ओके लोगों ने डायट लिख लिया यही चाहिए था दिस इज ओनली फॉर अ वुमन डायट हु इज नॉट प्रेग्नेंट हु इज माय हाइट माय वेट विथ माय हेल्थ इश्यूज बट ऑफकोर्स इट विल चेंज फॉर एवरीवन जो सब्जियां आप पका के खाते हो उसमें आप तेल या घी कितना डालते हो सो वो मैं बोलती हूं कि आप उसको कम ना करें आपको फ्राइड खाना अपने खाने से निकालना है स्पेशली कमर्शियली फ्राइड फूड उसमें बहुत खराब यां होती है बिकॉज व एक ही तेल में बार-बार फ्राई करते हैं तो जिससे कि कार्सिनोजेनिक हो जाता है वो ऑयल तो अगर आप फ्राइड अवॉइड कर रहे हो तो और आपके खाने में आप नॉर्मल तेल जो यूज कर रहे हो तो आप नॉर्मल यूज करो बहुत स्प्रे यूज करने की जरूरत नहीं है जितना कि आपको छौंक के लिए वघड़ लगाने के लिए चाहिए और सब्जी को पकाने के लिए चाहिए उतना यूज कर कितना होता है एक बार थोड़ा वो बता दीजिए क्योंकि बहुत सारे लोग बहुत ज्यादा तेल ले लेते हैं नहीं बहुत कम भी लेते हैं ऐसे भी लोग है हमारे पास मेरे घर पे जो मेरे कुक है बहुत बढ़िया कुक है पर एक दिन मैं बस उनके साथ किचन में रहा कि आप क्या करते हो दिखाओ मैंने देखा कि पांच छ स्पून घी के डालते थे एक एक पनीर के इसके लिए सो आई वा लाक ओके ट्स व आई एम पुटिंग ऑन पर एनीवे मा पॉइंट इज आई थिंक बताना जरूरी है कि अ सपोज आपको पनीर पकाना है फॉर वन मील फॉर लंच अब इससे बेटर होगा मैं हर जन का रिक्वायरमेंट बता दूं फैट का पर मंथ बिकॉज हम जो तेल का खरीदते हैं 5 लीटर का डब्बा तो अ एवरीवन नीड्स बिटवीन 500 टू 1 लीटर ऑफ ऑयल इन अ मंथ इफ अगर आपके सारे मील्स घर पे ही हो रहे हैं और जो घी की मात्रा होती है वह हमको अगर आप दूध दही ले रहे हैं या आप चिकन खा रहे हैं तो हमको कोलेस्ट्रॉल मिल जाता है तो वो वाला फैट हमको मिल जाता है तो घी अगर आपको यूज करना है तो बटर के रूप में टोस्ट में ले लिया या बाकी का अगर आप दूध दही ले रहे हो तो घी किसी में लेने की जरूरत नहीं है बिटवीन 500 एए टू 1 लीटर इज इनफ फॉर अ पर्सन इफ यू वांट टू लूज वेट स्टिक टू द लोअर साइड एंड इफ यू वांट टू गेन वेट गो टू द हायर साइड ओके फिर डिवाइड कर दो नहीं दैट इज फॉर वन पर्सन बट ओवर वन मंथ ओवर मंथ ओके तो देख लो कि कितने मील्स खा रहे हो और फिर डिवाइड ओके प्लस अगर आप बाहर का खाना खा रहे हो तो ये जानो कि उसमें एक कटोरी तेल होता है जैसे आप पांच जनों की सब्जी बना रहे हो जी तो इतनी सब्जी बना रहे हो तो उसमें एक से डेढ़ टेबल स्पून ऑइल इज इनफ हम ये भी ये भी बताओ कि जब आप बाहर का खाना खाते हो जैसे चाइनीज खाने जाते हो या बटर चिकन बटर पनीर खाने जाता हूं मैंने नोटिस किया कि उन किचन में टेस्ट के लिए बहुत ज्यादा फैट डाला जाता है क्योंकि फैट इज फ्लेवर तो जो बाहर का खाने का स्वाद रहता है वो स्वाद क्यों आ रहा है यह भी सोचो एक बार या फैट बहुत ज्यादा होता है हिडन फैट होता है मैं एक बार एक आई हैड गन टू वन होम स्टे शिमला में तो मैं उनके किचन में गई वो पनीर टिक्का बना रहा था सब्जी के साथ में है ना तो मैंने देखा उसने पता क्या करा कैसे पनीर टिक्का इतना टेस्टी होता है क्योंकि उसमें मसाला तो बहुत कम होता है उसने मैरिनेट किया और उसके बाद इतना सारा जो कड़वा तेल बोलते हैं ना उसको मस्टर्ड ऑयल इतने से पनीर टिक्के में इतना सारा ऑयल डुबा दिया तो हमको पता भी नहीं चलता हम बाहर रेस्टोरेंट में कितना फैट खा रहे होते हैं थोड़ा केयरफुल रहना पड़ता है जब मैं डायटिंग के फेज में रहता हूं जैसे कि अब हूं अगर मुझे बाहर खाना फर्स्ट ऑफ ल आई ट्राई अवॉइडिंग एज मच एज आई कैन अगर मैं बाहर भी जाऊ तो ग्रीन टी पी लेता हूं पर यह थोड़ा पागलपन है मेरा क्योंकि मैं एक ऑन स्क्रीन पर्सन हूं पर अगर मुझे बाहर कुछ खाना होता है आई ट्राई लुकिंग फॉर अ पनीर टिक्का यू शुड थिंक अबाउट इट बहुत फैट होएगा बट इट्स ओके बिकॉज इफ यू आर नॉट हैविंग कार्ब्स विथ योर पनीर टिक्का तो आप पनीर टिक्का खाओ बिकॉज तब हाई फैट एंड हाई प्रोटीन इज गुड और क्या खा सकते बाहर क्योंकि एज अ गाय आई कैन ओनली आई हैव टू लुक फॉर द प्रोटीन तो नॉर्मली मैं खाता ही नहीं बट इफ आई एम फोर्सड ट अगर फैमिली के साथ हो या समथिंग लाइक एंड आई हैव टू ऑर्डर देन ऑर्डर वन पनी आप क्यूजन बताओ ना तो मैं बताऊंगी अलग-अलग इ बटा जो पनीर है उनका ही उनका पनीर है उनका पनीर है उसके साथ में टोमेटो ले लिया देन यू कैन हैव एज अ प्रोटीन एंड अगर आप इंडियन फूड के लिए गए तो पनीर इज गुड ऑप्शन पनीर टिक्का इज द ओनली गुड ऑप्शन एंड चाइनीज चाइनीज में तो फू ट्स द ओनली वेजिटेरियन हो ना आप तो टोफू रह गया और क्या रह गया कुछ भी नहीं है और कौन से कुजन होते हैं यही कुजन होते हैं आई गेस इंडिया में स्पेशली ओके अ आप ये मानते हो कि जो चीट मील्स होते हैं या बाहर खाने जाते हैं फैमिली के साथ एक वीक में कितनी बार खाना चाहिए वंस वेट लॉस है तो वंस बिकॉज़ यू नीड दोज बैक्टीरिया व्हि यू एक्चुअली गेट फ्रॉम आउटसाइड यू डोंट वांट एब्सलूट नीट एंड क्लीन सिस्टम और अदर वाइज थ्री टाइम्स टू टू थ्री टाइम्स इज ओके टू टू थ्री टाइम्स बट आजकल ट्रेंड है रोज खाने का प्रॉब्लम यहीं पे है ना सब स्विगी से मंगा रहे हैं आई थिंक कि ये ना एक बहुत बड़ा प्रॉब्लम हो चुका है अ क्योंकि एक बटन से आप खाना मंगा सकते हो एक बटन से पेमेंट भी कर सकते हो तो अ लोग बहुत इजली ये चीज कर रहे हैं बिना ये समझे कि लॉन्ग टर्म हेल्थ पे क्या असर पड़ रहा है अ आई एक्चुअली थिंक द कोर लॉजिक हियर इन सारी चीजों का जो कोर लॉजिक है अगर फैट लॉस आपका गोल है कोर लॉजिक ये होना चाहिए कि हाउ टू अवॉइड क्रेविंग्स या क्रेविंग्स अपने आप कम हो जाएगी अगर आप फोर आवर्स वाला फॉलो करोगे एंड विथ इंटरेस्टिंग फिलर्स इन बिटवीन हम किसी को यह नहीं कहते कि आप घर का रूखा सुखा दाल वो खाओ इसकी वजह से मैंने तीन बुक्स लिखी है अभी तक फर्स्ट वन वाज डोंट डाट डाइट मेरे को ऐसा लगा कि लोग अपने डाइट को बहुत ज्यादा ही डाइट कर रहे थे तो मैंने एक वो बुक लिखा उसमें बहुत सारी रेसिपीज है जैसे कि दाल पकवान है और उसमें अ छोला है सब कुछ हम लोग ने डाला कि आप इंटरेस्टिंग खाना भी खा सकते हो डाइट में रह के नेक्स्ट बुक हम लोग ने अन जंक लिखी उसमें हम लोग जंक फूड को अन जंक किया तो जैसे कि बर्गर है मैं नहीं कहती आप बर्गर ना खाओ बर्गर में वेजिटेरियन हो तो बर्गर में आप उसकी टिक्की में पनीर डाल दो या टोफू डाल दो ठीक है बैलेंस करने के लिए और केसरिया है वेजिटेरियन केसरिया में क्या डाल सकते हैं बेक बींस एंड चीज डाल दो बैलेंस हो गया इसी और सेपुरी है तो हम लोग ने सेपुरी की भी रेसिपी दी उसमें आप दही एंड मूंग डाल के ककड़ी पर डाल के ले लो इसी तरह से हम लोगों ने बहुत इनोवेटिव रूप में वह किताब लिखी थी और व बहुत यूज आती है तो इंटरेस्टिंग खाना खाके हमको वेट लॉस करना चाहिए हमको खाली रुखा सूखा घर का खाना खाके नहीं तो यही हमारा थीम रहता है ग्राउंड रूल यह है कि अगर फैट लॉस आपका गोल है तो हफ्ते में एक बार बाहर का खाना खाना चाहिए खाना चाहिए पर अगर वो क्रेविंग आई उन बाकी छ दिनों में अन जंट यूज करें ना बुक ओके यही लॉजिक है नहीं आई मीन आप घर पे ही इंटरेस्टिंग खाना बना सकते हो इतनी सारी रेसिपी ऑनलाइन मिलती है आप कुछ भी टाइप करो [संगीत] डायटिंग फेज मुश्किल रहता है और तीसरे हफ्ते तक आसान हो जाता है एटलीस्ट ये मैंने मेरी खुद की मेंटालिटी से हमेशा नोटिस कि कि दो हफ्तो के लिए बहुत क्रेविंग्स होती है बाहर का खाने का मूड रहता है ऑर्डर करने का मूड रहता है बट सम हाउ बीट दोस टू वीक्स फिर थर्ड वीक तक ईटिंग क्लीन बिकम इजी बट ये मैं इससे कह रहा हूं क्योंकि मेरे डाइट बहुत हार्ड आप हार्ड डाइट फॉलो करते हो अ पर मैं साल भर डाइट नहीं फॉलो करता अगर कोई शूट है या कोई मोटिवेशन रहनी चाहिए जिसकी वजह से हां कोई शादी के लिए करता है मतलब शादी में जाने के लिए कोई कपड़े पहनने के लिए या कोई शूट के लिए कोई पिक्चर के लिए कोई मॉडलिंग के लिए या आई थिंक खुद को ना कहने में थोड़ी ताकत होती है स्टील इन योर ब्रेन वो विल पावर बहुत ज्यादा बढ़ता है और यही लोग मुश्किल फाइंड करते हैं और मेरा एक और लॉजिक है कि मैं घर पे कोई भी प्रोसेस चीज नहीं लाता ओ फ्रिज में और कहीं भी देर नथिंग इन अ पैकेट आई थंक ये बहुत अच्छा कहा आपने मैं भी मेरे क्लाइंट्स को यही कहती हूं कि आप घर में अगर फ्रेश पकाने की सहूलियत है तो आप फ्रेश पकाएं नूडल्स भी खाना है तो इंस्टेंट नूडल्स की जगह आप नूडल्स मंगा के उसको बॉईल करके यूज करें और जो भी फरसाण है जो फ्राइड है उसको घर प ना बुलाएं और जितना फ्रेश यूज करेंगे उतना सबसे अच्छा होगा मैं भी कुछ पैकेट्स का तो मैं बहुत कम ही खाती हूं ओके आई फील ये कार्ब्स का एंगल बहुत ज्यादा जरूरी है क्योंकि आजकल लोग जानने लगे हैं कि शुगर को कैसे हैंडल करना चाहिए कोल्ड ड्रिंक से दूर रहना चाहिए वगैरह पर कार्ब्स को समझ नहीं पाए जो मैंने कहा कि मैं प्रोसेस खाना नहीं लाता घर पे उसका भी रीजन यही है कि ज्यादा मैदा होता है अक्सर प्रोसेस खाने में जो स्नैक्स हम बाजार से खरीदते हैं या जो चीजें पैकेट से निकलते हैं या इंस्टेंट नूडल्स बहुत ज्यादा मैदा होता है अगर आपने लोग से कहा कि मैदे को अवॉइड करो वो समझ लेते हैं पर थोड़ा सा कार्ब्स का लॉजिक समझना भी जरूरी है मेरे अकॉर्डिंग मेरा पहला सवाल आपके लिए यह है कि जितने भी क्लाइंट्स आपके पास आते हैं क्या वो कार्बोहाइड्रेट्स को अच्छे से समझते हैं या नहीं और उस आपके वह फोर मील्स के चार्ट में आप कैसे समझाते हो कार्बोहाइड्रेट्स को सो कार्बोहाइड्रेट्स का ऐसा है कि हम 50 पर कार्ब्स पे सबको रखते हैं जो उनकी रिक्वायरमेंट होती है अगर हम कुछ भी कैलोरीज 50 पर हम दिन भर में कार्ब्स देते हैं कार्ब्स क्या होता है कि हमें केवल रोटी राइस ब्रेड कुरमुरा पिज्जा पास्ता इन सब से ही नहीं मिलता कार्ब्स हमें वेजिटेबल से भी मिलता है इनफैक्ट वेजिटेबल्स आर ओनली कार्ब्स फ्रूट्स आर ओनली कार्ब्स वेजिट में थोड़ा प्रोटीन होता है फ्रूट्स में तो बहुत ही कम प्रोटीन होता है एंड हमको कार्ब्स दूध से भी मिलता है कुछ अमाउंट इज इन द मिल्क जहां पे कार्ब्स नहीं होता बिल्कुल भी इज नॉनवेज एग चिकन फिश मीट उनमें कार्बोहाइड्रेट्स नहीं होता इट्स ओनली फैट एंड प्रोटीन नाउ ए मैंने आपको बताया था कि काब के वजह से ही जो कार्ब्स मतलब अनाज होते हैं जो कि कोई भी मिलेट्स हुआ और कोई भी ग्रेंस हुआ सब में कार्ब्स होता है दालों में भी कार्ब्स होता है तो दिस इज व्हाट मेक्स द बल्क ऑफ योर स्टूल तो आपको कॉन्स्टिपेशन अवॉइड करना है या हम चाहते हैं कि हमारे क्लाइंट्स को कॉन्स्टिपेशन नहीं हो इसके लिए हमको उनको हर मील में कुछ ना कुछ कार्ब्स देना पड़ता है ब हम लोग कभी-कभी कॉम्प्रोमाइज करते हैं कार्ब्स देने में कभी हम देखते हैं एक्टिविटी क्या है जो भी हमारे पास कोई क्लाइंट आया या पेशेंट आया तो उनके एक्टिविटी लेवल क्या है उनकी एक्टिविटी ज्यादा अगर शाम की तरफ है तो हम उनको डिनर पे भी कापस देते हैं और अगर उनकी एक्टिविटी शाम की तरफ से कम हो जाती है तो हम डिनर में कार्ब्स कम देते हैं और काफी लोगों को बिना कार्ब्स खाए नींद नहीं आती तो उनको हम जरूर से डिनर पे कार्ब्स देते हैं तो एक मिथ है कि हमको कार्ब्स पे डिनर पे तो कार्ब्स खाना ही नहीं चाहिए हम बिलीव ही नहीं करते उस बारे में इट इज टू जैसे सबके हां टू ईट ओन सो इस पे हम बिलीव करते हैं तो कार्ब्स मेरे ख्याल से इंस्टेड ऑफ टेकिंग जैसे अगर मुझे मन करेगा तीन चपाती खाने के लिए आई शुड स्टॉप एट टू अगर मेरे को इतना सारा राइस चाहिए तो आई विल ईट दिस मच तो काप कंट्रोल करना चाहिए ओमेट नहीं करना चाहिए बिकॉज लोग पागल हो जाता है कापस के साथ 10 रोटियां खाते हैं इतनी ज्यादा बिरयानी खाते हैं या बट हमारे पास अभी आजकल ज्यादा काब खाने वाले कोई नहीं आ रहे अच्छा हां अभी एक एक ही हम लोग कल ही हम लोग ने क्लाइंट को कंसल्ट किया हु वाज 150 केजी अभी वह जो खाना खा रहा है और हमने जो उसको दिया है ज्यादा कब्स दिया है क्योंकि क्या हो रहा है कि जो वो लोग को लगता है उनको रोटी दो ही खानी चाहिए तीन खानी चाहिए बट आप अपने शरीर का साइज देखो तो मैंने उसको पांच रोटी दी है खाने के लिए उनकी इतनी जरूरत पड़ेगी हमारा एक ही एम होता है कार्ब्स देने के पीछे कि आप डेविट ना करो आप अपने आप को मतलब चीट ना करो डाइट प दैट इज द मेन थिंग राइट हमन आपको कैलोरी काउंट डाइट दिया है ब्रेकफास्ट में आपको दो टोस्ट दिया लंच में दो चपाती इवनिंग स्नैक्स में थोड़ा कुरमुरा दिया जो भी दिया डिनर पे कार्ब्स दिया अगर आप उसको फॉलो नहीं कर पा रहे हो आपके पास कार्ब्स कम है और आप मीठा खा रहे हो या कार्ब्स बढ़ा के खा रहे हो तो वो द पर्पस इज लॉस्ट इसके लिए हम लोग सफिशिएंट कार्ब्स देते हैं ऑफकोर्स कार्ब्स हमको कम करना पड़ता है बिकॉज अल्टीमेटली कार्ब्स कम होता है तभी तो फैट बर्न होगा जी ठीक है द फार्मूला ऑफ वेट लॉस इज 7700 कैलोरीज जब हम एक 1 किलो के लिए कम करने के लिए हमको 7700 कैलोरीज डेफिसिट मिलना चाहिए हमारा काम होता है पर डे डेफिसिट क्रिएट करना थ्रू दी एक्सरसाइज 300 कैलोरी एंड थ्रू द डाट अनदर 4500 कैलोरी हमें पहले मेंटेनेंस कैलोरीज के बारे में बात करना पड़ेगा ताकि लोग आसानी से मतलब बेसिकली आपकी बॉडी के लिए पेट्रोल चाहिए रहता है पेट्रोल आपको खाने से मिल रहा है पेट्रोल को मान लो हम कैलोरी कहेंगे बेसिकली एक अमाउंट ऑफ कैलोरीज रहते हैं जो आपके वेट मेंटेनेंस के लिए चाहिए होता है अगर उससे ज्यादा कैलोरीज खाए तो वेट बढ़ेगा बढ़ जाता है और अगर कम खाए तो वेट घटेगा तो आप कह रहे हो कि 1 किलो घटाने के लिए 7700 कैलोरी कम का डेफिसिट चाहिए कमी चाहिए जी मतलब यह आप डिवाइड कर सकते हो एक हफ्ते में भी एक महीने में भी एक साल में भी नहीं जनरली एक से हम हमारा इसमें भी एक थ्योरी है कि अगर आपको वेट लॉस करना है इट शुड बी एक 1 पर ऑफ योर बॉडी वेट पर वीक 1 पर ऑफ बॉडी वेट पर वीक तो अगर आप 70 किलो के हो तो 700 ग्राम हर हफ्ते हर हफ्ते इज द मैक्सिमम यू शुड लूज उससे ज्यादा आपने कम किया तो इसका मतलब आप मसल लॉस कर रहे हो या इम्युनिटी कम हो रही है या बीमार पड़ जाओगे तो हमारा एक स्टैंडर्ड रूल है अगर मेरे पास जैसे हमारे यहां 12 से 15 न्यूट्रिशस है अगर कोई भी क्लाइंट का ज्यादा वेट लॉस होता है वो सीधा पेपर लेके मेरे पास आती है कि मैम इनका वेट लॉस ज्यादा हो रहा है कहां पे क्या करना है तो अक्सर क्या होता है गलती क्या होती है उसमें तो उसमें अ उसके मतलब हम लोग के कैलोरी कैलकुलेशन में गड़बड़ हो गई उनमें मसल ज्यादा होगा तो हम लोग को तुरंत डाइट चेंज करके कार्बोहाइड्रेट्स ऐड करने पड़ते हैं या वो क्लाइंट फैट नहीं डाल रहा है अपने खाने में सबको लगता है कि हम डाइट प जा रहे हैं तो ऑयल तो नहीं लेना चाहिए तो हमको वो सब रिचेक करना पड़ता है सो दिस इज अबाउट कार्बोहाइड्रेट कार्बोहाइड्रेट कंट्रोल प्रोटीन सफिशिएंट इनफ अ फैट्स एंड इनफ फाइबर इज वो आपको हेल्प करेगा अपने वेट को कम करने के लिए एक इंडियन पर्सपेक्टिव से सबसे जो कॉमन कार्बोहाइड्रेट सोर्सेस होते हैं रोटी राइस चावल आई डोंट नो कितने लोग मिलेट्स खाते हैं आजकल जवार सभी मिलेट्स खाके आ रहे हैं मेरे पास उनको लगता है गेहूं तो जहर है क्या गेहूं जहर है नहीं द किंग ऑफ ग्रेंस इज गेहूं तो गेहूं की कहानी यह है कि जो गेहूं में सबसे ज्यादा व्हाई इट इज कॉल्ड किंग ऑफ ग्रेंस क्यों इसको हम राजा बताते हैं सब अनाज का क्योंकि उसमें कुछ विटामिंस होते हैं कि बाकी ग्रेस में नहीं होते जैसे आपने वो पिक्चर देखी थी धनक जिसमें कि एक बच्चे को ब्लाइंडनेस हो जाती है नाइट ब्लाइंडनेस बिकॉज उसकी सौतेली मां ने उसको बचपन से गेहूं का आटा की रोटी नहीं दी केवल मिलेट्स की रोटी दी तो इट इज अ वेरी उन्होंने ऐसा दिखाया था बट गेहूं में भी कुछ फायदे होते हैं जो कि दूसरे में नहीं हो होता है तो हमको खाली ट्रेंड के लिए मिलेट ये गेहूं नहीं छोड़ देना चाहिए अगर आप जो भी चीज को छोड़ दोगे तो आपका बॉडी उसको पचा कम कर देगा या बंद कर देगा तो हम कभी किसी क्लाइंट के खाने में से कुछ को ओमिटिंग हो चाहे दूध हो चाहे दही हो चाहे चीज हो हम बोलते हैं आप कुछ भी ओमेट ना करें क्योंकि आप वो बंद कर देंगे तो आपका बॉडी उसको धीरे-धीरे बचाना बंद कर देगा इसी तरह से गेहूं है गेहूं हम लोग चूंकि सब सालों से गेहूं की रोटी खाके बड़े हुए हैं मिलेट्स की रोटी हम नहीं खाते थे आपने भी आप भी तो बहुत गेहूं खाया है लाइफ में एकली सो अगर आप उसको खाना बंद कर दोगे तो ग्लूटेन इनटोलरेंस हो जाएगा या उस अ उसमें आप नहीं इतने अच्छे से पचा पाओगे ब्लोटिंग हो जाएगी तो इसके वजह से हम कहते हैं कि आप कोई भी ग्रेन पे कंसंट्रेट मत करो हैव अ मिक्स ऑफ ग्रींस जाड़ों में आप बाजरा खाओ थोड़ी गर्मी देता है गर्मियों में आप चावल या गेहूं की रोटी लो तो कोई भी चीज को बंद नहीं करना चाहिए दैट इज अबाउट द कार्बोहाइड्रेट जवार रागी इन सारी चीजों को लेकर आपकी क्या राय है सब में कुछ ना कुछ फायदा होता है हम लोग ने पूरा मिलेट्स प एक वो भी किया था रागी में आयन एंड कैल्शियम ज्यादा होता है ज्वार में फाइबर थोड़ा ज्यादा होता है बट ऐसा नहीं कि गेहूं में फाइबर नहीं होता है बट गेहूं के बारे में मैं आपको एक बात और बता दूं कि लोगों को पता होना चाहिए वई गेहूं हैज बिकम द बैड बॉय उसका रीजन है ये जो ग्लूटेन फ्री एंगल बताइए गेहूं खराब नहीं है गेहूं की पैदावार खराब है क्योंकि अ आपको पता है कि जो हम कोई भी चीज को ज्यादा प्रोड्यूस करने के लिए हमको फर्टिलाइजर्स यूज करने पड़ते हैं और तो वो फर्टिलाइजर्स की जो यूज कर रहे हैं उसमें इतना ज्यादा केमिकल्स है कि हमारी जो सोइल है मट्टी है वो खराब हो गई है तो उसकी वजह से जो जिंक और जो भी विटामिंस होने चाहिए उसकी क्वालिटी कम हो गई है तो वी हैड अ क्लाइंट जो कि शी वाज दी एग्रीकल्चरल इन इंजीनियर और साइंटिस्ट शी वाज द साइंटिस्ट तो उन्होंने बताया कि हम ऑल ओवर इंडिया पर हमाने हमने इस पर काम किया है सब जगह पर हमारी मिट्टी में बहुत ज्यादा फर्टिलाइजर्स एंड पे साइज डालने की वजह से अभी जो पैदावार हो रही है उसमें अ कुछ ऐसे मॉलिक्यूल होते हैं जो कि एक्सेप्ट नहीं होते फॉर द गुड न्यूट्रिशन या गुड क्वालिटी इसकी वजह से जो ग्रेंस एक्सपर्ट होते थे वह कम हो गए हैं बिकॉज सारी जगह रिजेक्ट हो रहे हैं आपको पता है कि बेर करके जो जर्मन कंपनी ने जो फर्टिलाइजर एंड पेस्टिसाइड बनाए हैं व हम जर्मन से लेते हैं बट जर्मनी विल नॉट एक्सेप्ट एनी इंपोर्ट ऑफ ग्रेस टू देयर कंट्री बिकॉज इट हैज हाई लेवल्स ऑफ पेस्टिसाइड पेस्टिसाइड या कैन यू इमेजिन तो यूरोप इज द ओनली कंसोर्टिंग जो कि अवॉइड करता है जिसमें पेस्टिसाइड ज्यादा होते हैं वो सब फूड को इंपोर्ट नहीं करता पर हम भारतीय ठोस के खा रहे हैं इट्स ओके बट द गवर्नमेंट इज वर्किंग ऑन दिस वो लोग ऑर्गेनिक फर्टिलाइजर्स बना रहे हैं जो कि जिसके वजह से हम लोग पहले जैसे यूज करते थे गोबर तो दे आर ट्राइट गो टू नेचुरल फर्टिलाइजर्स और क्वालिटी बट इट विल टेक उन्होंने बताया जो एग्रीकल्चरल साइंटिस्ट है कि 20 से 25 साल लगेंगे ओके को मैम अगले 25 सालों के लिए रोटी खानी चाहिए या नहीं अभी क्या आप इतना पोल्यूशन इतनी हवा ऐसी लेते हो तो क्या है क्या हां बट कोशिश करके हमको अच्छी क्वालिटी का गेहूं यूज करना चाहिए बट आई डोंट नो फ्रॉम वेर टू गेट अच्छी क्वालिटी ग खुद उगाओ हफ्ते में कितनी बार रोटी खानी चाहिए रोज खानी चाहिए कितनी बार की जैसे आपने कहा अनाज भी अलग लेना चाहिए तो ट्स व्ट आई यजली फोकस न की एक दिन नाचनी जवार चावल गेहूं मैं गेहू दो तीन बार खाता हूं क मैं पंजाबी हूं तो ट्स चाइल्डहुड फॉर मी पर य सही है जो मैं कर रहा हूं या नो प्रॉब्लम आपकी बॉडी में उन सबको पचाने की शक्ति अच्छी हो जाएगी क्योंकि आप सब तरह का ग्रेस खा रहे मुझे गलत फील हो रहा है कि मैं आपसे फ्री कंसल्टेशन लवेज वेलकम इतना अच्छा रहे हो सबके लिए तो यह तो बहुत कम रूप में आपको मैं कुछ दे पा रही हूं वैसे आज तो यह मोर मोस्टली मेमन ओरिएंटेड कन्वर्सेशन है बट मे बी मे बी एट सम पॉइंट एक्चुअली फ्री कंसल्टेशन लूंगा फॉर अ मेन स्पेशल एपिसोड क्योंकि आई फील कि कुछ तो न्यू आंस होंगे ऑफकोर्स वी हैव मेनी मेल एक्टर्स हु हैव कम टू अस वेरी वेरी वेल नोन एंड दे हैव ट्रूली बेनिफिटेड ओके बहुत सवाल है उस टॉपिक को लेकर और वो नहीं पूछूंगा क्योंकि आज लोगों ट के बारे में जानना तो ग्राउंड रूल ऑफ कार्बोहाइड्रेट्स इज गेहूं इज ओके टू हैव और अनाज बदलते रहो बदलना आपकी मर्जी पर है मैं इसमें वापस से मेरा एक ही डायलॉग होता है कि खाओ मनपसंद अगर आपको गेहूं पसंद हो तो आप खाइए मैं मना नहीं करने वाली आपको बाजरा पसंद है तो वो खाइए कोई महाराष्ट्र ने आता है वो ज्वार भाखरी खाता है आई सेड गो अहेड कोई राजस्थान से आएगा जो कि बाजरा खा रहा होगा आई सेड कोई प्रॉब्लम नहीं है जहां पर जो उगता है वो खाओ लोकल प्रोड्यूस खाना अच्छा होता है अगर हर दिन राइस खाया तो मैं तो लंच एंड डिनर में राइस ही खाती हूं कुछ प्रॉब्लम है कुछ भी नहीं आई एम नॉट डायबिटिक डायबिटिक नहीं खा सकती हां ये यह बता दीजिए अगर अगर किसी को फैट लॉस करना है तो राइस में कोई प्रॉब्लम नहीं है क्वांटिटी थोड़ी कम हो जाती है ब्राउन राइस वाइट राइस ब्राउन राइस में फाइबर ज्यादा होता है तो उसमें दैट इज आल्सो गुड अगर कोई ब्राउन राइस का स्वाद अच्छा लगता है आप खा सकते हो पर फर्क होता ब्राउन राइस वाइट राइस में लो जीआई इंडेक्स तो अगर फैट लॉस करना है ब्राउन राइस प्रेफर्ड नो नॉट नेसेसरी तो फिर जो आपको मन है वह खाएं हम लोग किसी भी ब्रेड वाइट ब्रेड ब्राउन ब्रेड इंसिस्ट नहीं करते वाइट वाइट राइस ब्राउन राइस इंसिस्ट नहीं करते आपको जो मन है खाओ तो फिर कार्बोहाइड्रेट्स में बुराई क्या ना उसमें एक्चुअली कैलोरी तो उतना ही होता है मैदे को लेकर आपकी क्या रय है मैदा में फाइबर नहीं होता तो वह हम प्रेफर नहीं करते देने के लिए बट अगर कोई आता है हमारे पास वह बोलता है कि हमको तो वाइट ब्रेड ही खाना है हम ब्राउन ब्रेड नहीं खाना चाहते आई सेड गो अहेड क्योंकि आपको एक बहुत अच्छी इंटरेस्टिंग बात बताती हूं ब्राउन ब्रेड एंड वाइट ब्रेड के बारे में आपने कभी थिनली स्लाइसड ब्राउन ब्रेड देखा है थिनली स्लाइसड वाइट ब्रेड तो अगर आप दो टोस्ट खाते हो अगर आप वाइट टोस्ट खाओगे उसके जगह आपने उसको चेंज करके होल बीट ब्रेड कर दिया तो आपको पता है आप ऑलमोस्ट डबल या एटलीस्ट हाफ टाइम्स मोर कैलोरीज खा रहे हो हम फर्स्टली कैलोरीज ज्यादा होती है होल वीट ब्रेड में सेकंड उसमें केमिकल्स ये जो प्रिजर्वेटिव ज्यादा होते हैं बिकॉज होल वीट ब्रेड में जो गेहूं का कर्नल जो बोलते हैं सीड होता है और उसकी वजह से उसकी रेंस मतलब वो जल्दी खराब हो जाता है तो उसको स्टेबलाइज करने के लिए उसमें ज्यादा स्टेबलाइजिंग एजेंट डालने पड़ते हैं तो आपको पता है कि होल वट ब्रेड में ज्यादा वो सब होते हैं जो कि वाइट ब्रेड में नहीं होते व्हिच इज नेचुरली अ उसमें जरूरत ही नहीं होती स्टेबलाइजिंग जा डालने की क्योंकि उसमें वो वीट का कर्नल नहीं होता सेकंड पॉइंट थर्ड पॉइंट आपको पता है कि होल बीड ब्रेड में उनको ग्लूटेन का पाउडर डालना पड़ता है टू है बने के लिए हां उसकी स्पंजी के लिए जो कि मैदे की ब्रेड में नहीं होता तो एक्चुअली यू आर टेकिंग मोर ग्लूटेन एस अ पाउडर इन होल वट ब्रेड देन यू आर टेकिंग फॉर वाइट ब्रेड तो एक तो हो गया कैलोरीज भी ज्यादा दूसरा हो गया केमिकल्स भी ज्यादा तीसरा उसमें शुगर भी ज्यादा होता है क्योंकि नेचुरली इतना मीठा नहीं होता मैदे की वजह से तो आपने शुगर भी ज्यादा होता है और तीसरा ऐसे भी ज्यादा होते हैं और चौथा फोर्थ या फिफ्थ व्हाट एवर पॉइंट आप अगर आपके घर में अगर स्टाफ है और आपने अगर ब्राउन ब्रेड मंगाया वो अपने लिए वाइट ब्रेड ही मंगाए वो ब्राउन ब्रेड नहीं खाएगा या होल वीट ब्रेड नहीं खाएगा तो आपको चार दिन का पुराना होल वीट ब्रेड खिलाते रहेगा और वाइट ब्रेड आपका रोज वो नया मंगाए क्योंकि वो खत्म हो जाएगा तो मैं सबको ये कहती हूं कि इसमें वाइट ब्रेड ब्राउन ब्रेड में इतना फर्क नहीं पड़ता क्योंकि फाइबर जो है जिसके लिए होल ब ब्लड खा रहे हो इट इज इक्विवेलेंट टू मे बी टू स्लाइसेज ऑफ एप्पल वो तो आप टू स्लाइस एप्पल खा लो वो फाइबर के लिए तो ब्रेड को लेकर आई डोंट नो मैं ये बात शायद एक मैं कल्चर भी कह रहा हूं क्योंकि आई डोंट थिंक पंजाबी में ब्रेड इतना खाया जाता है इट्स मोस्टली लाइक रोटी पर मैं ब्रेड से दूर रहता हूं क्योंकि वो पैकेट से निकल के आ रहा है सो आई जस्ट डोंट ट्रस्ट द पैकेट आई अग्री तो जैसे सावर डो हैट इसके बारे में बात करना है क्योंकि शहरों में आजकल सावो बहुत लोग खाने लगे और बहुत टेस्टी रह इतना टेस्टी क्यों है वो वेल बिकॉज उसमें यीस्ट नहीं होता और वो नेचुरल रूप से फर्मेंट किया जाता है तो बहुत अच्छा होता है सावर डो उसमें यीस्ट के कुछ खुद के अपने प्रॉब्लम्स होते हैं तो मैं मानती हूं कि अगर मुझे चॉइस मिला जाए रोटी खाना है ब्रेड खाना खाना है तो मैं हमेशा रोटी ही चूज करूंगी बिकॉज वो उसमें सोडियम नहीं होता रोटी में अगर नमक नहीं डाल के बनाया उसमें प्रिजर्वेटिव्स नहीं होता जिससे कि और फर्मेंटेड नहीं होता रोटी नॉर्मल होता है जो कि ब्रेड में वो सब होता है तो हमेशा ब्रेड व रोटी में रोटी ब्रेड वर्सेस साव डो में साव डो ओके दैट्ची है कितना साड खा सकते हैं वही दो ही छोटा स्ला बेसिकली कार्ब्स को लेकर मोस्टली ध्यान में ये रखना चाहिए कि क्वांटिटी हल्के से कम होनी चाहिए मोर देन द क्वांटिटी हल्के से कम बैलेंस होना चाहिए फॉर द शुगर को हमारे ब्लड में राइज नहीं हो और पैंक्रियास पर प्रेशर नहीं पड़े ज्यादा इंसुलिन प्रोड्यूस करने के लिए कि कार्बोहाइड्रेट साथ में प्रोटीन खाना बहुत जरूरी है दैट इज यही सबको समझना चाहिए कि अगर आप ब्रेड खा रहे हो तो अंडा खाएं दही खाएं पनीर खाएं चीज खाएं दूध ले और अगर आप रोटी खा रहे हो तो उसके साथ में दाल और थोड़ा दही ले और सब्जी ले बस इसी चीज का बैलेंस रखना है राइस के साथ में आप दही ले ले या सांभर ले ले तो ये बैलेंस हो जाता है और कुछ नहीं है इट्स ऑल अबाउट बैलेंस तो अगर कार्ब्स की क्रेविंग हो रही है तो कार्ब्स अकेले कभी मत खाओ उसको प्रोटीन के साथ खा लो यस ग्राउंड रोल यही है और कम खाओ ओके कुछ एंड वाले रूल्स है कॉमन मिस्टेक्स या कॉमन क्वेश्चंस जो आज के इस फैट लॉस स्पेशल में एड्रेस नहीं हुए अकॉर्डिंग टू यू मेरे अकॉर्डिंग बहुत सारों के लिए यह जो भी इंफॉर्मेशन हमने शेयर किए बहुत लोगों को पता है ये सब पर लोग मेंटल गेम नहीं जीत पाते फैट लॉस के साथ हा और ओवर कॉम्प्लिकेट कर देते हैं डाट्स को एक्चुअली डायटिंग फैट लॉस ये सिंपल चीजें हैं फ्रॉम इफ यू फॉलो द बेसिक्स पर मेंटालिटी को कंडीशन करना वो इजी नहीं है खुद के दिमाग को कैसे ट्रेन करते हैं और आपके एक्सपीरियंस से आपने क्या देखा कि लोगों का सबसे बड़ा फैट लॉस रिलेटेड प्रॉब्लम क्या होता है सबसे ज्यादा प्रॉब्लम जो मैंने देखा है अर्बन लाइफ में इज देर से खाना अल्कोहल लेना बाहर का खाना और मीठा खाना यह चार प्रॉब्लम्स है अगर यह चारों को आप कंट्रोल करते हो क्योंकि अभी और ट्रेवल क्योंकि आप बताएं कोई भी एक ऐसा इंसान दे जो कि ट्रेवल नहीं करता अ एक ट्रिप नहीं लेता महीने में एक बार ट्रैवल जो कि 25 साल पहले साल में दो से तीन बार होता था अभी वह महीने में दो-तीन बार हो गया है सो ट्रैवल में थोड़ा तो कंट्रोल छूट जाता है आप आप एयरपोर्ट के खाने पे डिपेंड करते हो फ्राइट के खाने पे डिपेंड करते हो सामने रेस्टोरेंट में बैठे रहते हो लोग खा रहे हैं खाना सामने पड़ा रहता है तो आउट ऑफ साइट आउट ऑफ माइंड वाला फार्मूला भी नहीं काम करता तो इसके यही मैंने देखा है सबसे बड़ा चैलेंज है ट्र ईटिंग आउट अल्कोहल मीठा देर से खाना ज्यादा खाना इंडिविजुअल प्रॉब्लम्स को एड्रेस करना और फिर योर फैट लॉस विल बेनिफिट एक सवाल नहीं पूछा आपसे अब तक आप प्रोटीन शक्स में बिलीव करते हो या स्पेशली फॉर वेजीटेरियंस यस क्योंकि वेजीटेरियंस स्पे जो भी हमारे पास लोग आते हैं स्पेशली जो कि 45 से बड़ी उम्र के होते हैं 55 60 से तो अगर उन में उनके डाइट में हमको कैलोरी डेफिसिट करना है तो हम कैसे करेंगे क्योंकि हमको उनको कुछ अमाउंट का कार्बोहाइड्रेट देना पड़ेगा कुछ अमाउंट का प्रोटीन देना पड़ेगा फैट देना ही पड़ेगा तो हम कैसे कैलोरी डेफिसिट लाएंगे तो हम उनको प्रोटीन शेक फॉर हेल्थ मेंटेनेंस देते हैं और नॉट फॉर मसल बिल्डिंग तो हम उनको बोलते हैं कि आप आपका मसल लॉस ना हो क्योंकि आप इस उमर के हो और आपका प्रो हमको मसल मेंटेन करना है तो प्रोटीन देने से क्या होता है हमको उनका मसल मेंटेन करना पड़ता है तो मेटाबॉलिज्म नहीं गिरता उनके बाल नहीं गिरने चाहिए फास्ट एसिस गिरते हैं तो और नहीं गिरने चाहिए तीसरा मसल लॉस नहीं होना चाहिए व्हिच इज वेरी इंपोर्टेंट जो कि 45 के बाद में एक्सलरेट हो जाता है चौथा इम्युनिटी क्योंकि प्रोटीन से ही हमारी इम्युनिटी बनती है क्योंकि एंटीबॉडीज आ मेड फ्रॉम प्रोटीन पांचवा होता है आयन क्योंकि आयन में हीमोग्लोबिन में ग्लोबिन इज प्रोटीन नहीं तो उनका आयन गिर जाता है और उसके बाद स्किन स्किन हमारा हर तीन-चार महीने में झड़ता है वापस आता है तो स्किन अच्छा रखने के लिए हमको देना पड़ता है और यह सब इतने सारे रीजन है इसके लिए हमको उनको प्रोटीन सफिशिएंट डायट देना ही पड़ता है इसके लिए सम टाइम वी हैव टू रिजोर्ट टू अ प्रोटीन शेक बट उसको भी हम टेस्टी बना के देते हैं अ आई थिंक आजकल इंटरनेट पर और मैं भी यह मानता हूं कि मेरे साथ भी यह हुआ पर आजकल इंटरनेट पर एक बहुत बड़ा नैरेटिव है कि वे प्रोटीन पीने से पिंपल्स हो सकते हैं लोगों को क्योंकि यह प्रॉब्लम देखा जा रहा है बहुत सारे लोगों में आई थिंक इट बाइल्स डाउन अगेन टू लैक्टोज इनटोलरेंस सो यू आजकल जो वे प्रोटीन मिलता है उसमें लैक्टस एडेड होता है तो अगर आप आइसो प्योर लेते हो तो उसमें नहीं होता प्रॉब्लम फॉर लैक्टोज इनटोलरेंस ओके और एनीथिंग अबाउट प्लांट प्रोटीन स प्लांट प्रोटीन में इज पी प्रोटीन है सोया प्रोटीन है और ऑल दीज प्रोटींस आर देयर सत है बट उसमें भी कार्बोहाइड्रेट्स काफी मात्रा में होते हैं और डाइजेस्टिबिलिटी जित नी वे प्रोटीन की होती है वो प्लांट प्रोटीन की नहीं होती बट ऐसा नहीं है कि हम उसके अगेंस्ट है हम हम लोग दोनों प्रोटीन में विश्वास करते हैं जिसको जो चाहिए उनके डाइजेस्टिबिलिटी के हिसाब से हम उनको एडवाइस करते हैं प्रोटीन के साथ में एक प्रॉब्लम जरूर होती है कॉन्स्टिपेशन विद प्रोटीन शेक्स और अगर काफी लोग को पिंपल क्यों होता है क्योंकि वह प्रोटीन दूध में डाल के लेते हैं तो आप दूध में डाल के ना ले आलमंड मिल्क में आमंड मिल्क में डाल के भी ले सकते हैं बादाम के दूध में जिससे कि उनको पिंपल्स नहीं होगा तब एंड में मैं बस यह कहना चा कि पानी भी पीना चाहिए ट्स समथिंग पीपल इग्नोर अ लॉट आपने नोटिस किया अपने करियर में कि बहुत सारे हेल्थ प्रॉब्लम्स लोगों को भारत में पानी ना पीने की वजह से होता है काफी लोग जैसे कि पानी कम पीते हैं तो वो कंफ्यूज रहते हैं कि एक्चुअली लगी रहती है प्यास बट वो लोग लेते हैं चाय कॉफी यह सब चीजें तो जब हमको भूख लगे तो पहले हमको पानी पीना चाहिए बिटवीन द फोर आवर गैप अगर आपको भूख लग रही है पहले दो गिलास पानी पी लीजिए ना दिन में कितना पानी पीना चाहिए डिपेंडिंग ऑन अगर आप बहुत हाई ह्यूमिडिटी एरिया में हो जैसे कि बम्बे एटस तो मिनिमम टू और बहुत ड्राई एरिया में हो तो 3 लीटर इज गुड एंड पानी बहुत जरूरी है बट एक्सेस वाटर इज आल्सो वेरी बैड फ एक्सेस कितना होता है ती लीटर से ज्यादा बहुत एक्सेस होता आप पूरे दिन टॉयलेट जा रहे हो वो एक्सेस हो गया और किडनी पे प्रेशर होता है ना आप ज्यादा पानी पीते हो तो किडनी को तो फ्लश आउट करना पड़ता है तो किडनी पे अननेसेसरी प्रेशर होता है आल्सो व इंटेक इस पर भी डिपेंड करता है अगर आप एथलीट हो आप कितना बर्न कर रहे हो कितनी पसीने आ रहे हैं इन सब काफी फैक्टर्स प डिपेंड करता है फैट लॉस को लेकर हमने कोई पॉइंट मिस आउट कर दिया कि बहुत कंप्रिहेंसिव एपिसोड है या नहीं अगर आप इसको सम अप कर दो की दैट विल बी वेरी गुड ओके तो पहले दिन में चार मील होने चाहिए गुड प्रोटीन पर फोकस होना चाहिए उन मील्स में कार्ब्स होने चाहिए फाइबर होना चाहिए अ फिर अगर बीच में भूख लगी तो आइडियल पानी पीना चाहिए कोकोनट वाटर पीना चाहिए अगर ज्यादा भूख लगी तो चाय या कॉफी ले लो फिर आपको दूर रहना चाहिए अल्कोहल से स्किपिंग मील से अ एक्सेस अमेरिकन या यूरोपियन डिजर्ट से ईट अल्पा आहार हां कि पेट पूरा भरना नहीं चाहिए 80 पर म पोशन कंट्रोल प ध्यान रखना चाहिए अ एक्सरसाइज पे डेफिनेटली ध्यान देना चाहिए क्योंकि अगर सिर्फ वेट लॉस हुआ तो उसका मतलब यह भी है कि मसल लॉस होगा उसके साथ और मसल लॉस प्रिवेंट करना है अगर इस पूरे फैट लॉस की जर्नी को क्वांटिफाई करना है तो नॉट मोर देन 1 पर ऑफ बॉडी वेट ऑफ वेट लॉस पर वीक यस तो अगर आप 100 किलो के हो तो एक हफ्ते में सिर्फ 1 किलो घटना चाहिए यस अ और क्या बचा पानी भर भर के पीना चाहिए दोती लीटर 3 लीटर अगर आप ड्राई एनवायरमेंट में हो और 2 लीटर अगर आप ह्यूमिड एनवायरमेंट में हो अ अगर आप वेज हो तो प्रोटीन शेक्स लेने चाहिए आई गेस हम नॉन वेजिटेरियन भी ले सकते हैं बट या वेजिटेरियन के पास ऑप्शंस कम है तो ओके सब्जियां अलग-अलग खानी चाहिए अ बाहर का खाना अगर आप फैट लॉस पर फोकस कर रहे हो तो हफ्ते में सिर्फ एक बार जितना हो ये मेरा पॉइंट जितना हो सके थोड़े दिमाग को ट्रेन कर लो सिड वॉरियर डॉक्टर साहब के साथ एपिसोड देखा था उसमें बात हुई थी न्यूरोप्लास्टिसिटी के बारे में कि आप अपने दिमाग का पैटर्न बदल सकते हो पूरी तरह से कि आप किस नजरिए से दुनिया को देखते हो किस नजरिए से जीते हो और किस नजरिए से खुद को देखते हो यह बदल सकता है वक्त के साथ और जिंदगी के साथ तो थ मैं यह मानता हूं य एक बहुत कठोर लॉजिक है बट खुद के साथ थोड़ा हार्श होना जरूरी है हल्के से नॉट टू मच बट अगर ज्यादा क्रेविंग हो रही है फाइंड एन अल्टरनेटिव मैं तो ये मानता हूं कि बीट द क्रेविंग्स मत खाओ क्यों क्यों खाना मैंने एक जमाने में ना वो एप्स डिलीट भी कर दिए थे फोन से अच्छा वो डरिंग वाले ऑर्डरिंग वाले क्योंकि इट्स लाइक इट वाज कमिंग इन द वे ऑफ माय नहीं इट्स एन एडिक्शन 100% एडिक्शन काफी लोग हां काफी लोग मंगाते हैं चचिंग सुनते हो आपको पता ता कि खाना भी आएगा तो एक्चुअली एडिक्शन बहुत ज्यादा स्ट्रंग हो रही है उस वजह से बज द डोपामिन इज मिक्स्ड विद ओरल डोपामिन और आई बिलीव कि घर पर प्रोसेस्ड खाना जितना कम ला सके उतना कम लाइए यस एनीथिंग एल्स मैम नहीं आई थिंक इट ल ल गुड ओके बहुत मजा आया आपके साथ आज बात करते हू मुझे भी बहुत मजा आया थैंक यू रणवीर एंड अ यू नो एक एक एक खूबी होनी चाहिए किसी में कि जो आपके सामने बैठा है जैसे कि आप मैं आपके सामने बैठी हूं तो किस तरह से मुझे कंफ कंफर्टेबल करें और किस तरह से मेरे अंदर की जो चीजें हैं बाहर आनी चाहिए आई थिंक वो आप में बहुत बड़ी कला है बहुत बड़ी खूबी है व जो कि सब में नहीं होती और मेरे अंदर जो है जो भी मैं सबसे शेयर करना चाहती हूं इट्स नॉट इजी कि बाहर आ जाए जब तक कि सामने वाला वो सही क्वेश्चन ना पूछे आपने बहुत अच्छे से सब क्वेश्चन पूछा एंड आई एम वेरी हैप्पी थैंक यू मैम वी एंजॉयड इट अ लॉट बहुत कुछ सीखा अ इस पॉडकास्ट की शुरुआत हुई थी एज अ वमन स्पेशल एपिसोड और ये एक पूरा वेट लॉस सेंट्रिक एपिसोड बन गया अगली बार हम उस टॉपिक को एड्रेस करेंगे जर तो स्पेशली फॉर द लेडीज वाचिंग दिस कोई मैसेज है बिकॉज आई माय पर्सनल मेसेजेस कमेंट्स में यह बता दो कि क्या-क्या जानना है वनस हेल्थ के बारे में उस हिसाब से हम एपिसोड को डिजाइन करेंगे तो एनी मैसेज फॉर वमन स्पेशली सो वमन के लिए क्या होता है कि वो उनकी लास्ट प्रायोरिटी होती है और उनको यह समझ नहीं आता कि वह अन्नपूर्णा होती है बिकॉज वही घर का सारा न्यूट्रिशन देखती है उन्हीं के ऊपर सारा दारोमदार होता है तो उनको अपना ख्याल रखना चाहिए सबसे जरूरी सब अगर अपना हेल्थ का ख्याल रखेंगे तो ही वह अपने पूरे परिवार का ख्याल रख पाएंगे और उनके हर एज के नीड्स अलग होती है तो उनको वो समझना चाहिए फैट डाट्स इंटरनेट से देख बिलीव नहीं करना चाहिए जब तक उस साइन से उसका बैकिंग ना हो और मैंने देखा है कि वो लोग ड्रॉप ऑफ अ हैड कि हां अब मैं दूध छोड़ दूंगी हां मैं गेहूं छोड़ दूंगी ऐसा नहीं करना चाहिए और एक्सरसाइज प जरूर ध्यान देना चाहिए सबसे ज्यादा प्रॉब्लम है वमन की उनको टाइम नहीं मिलता तो वो एक्सरसाइज को छोड़ देती हैं उसकी वजह से वो जो बड़ी उम्र में 50 के साल में नी रिप्लेसमेंट है बैक में प्रॉब्लम है शोल्डर की सर्जरी है ये सब प्रॉब्लम्स आ सकती हैं तो एक्सरसाइज प जरूर ध्यान देना चाहिए ऐसा जरूरी नहीं है कि वमन शुड नॉट डू वेट ट्रेनिंग उनको भी वेट ट्रेनिंग करना चाहिए बट नॉट फॉर मसल बिल्डिंग फॉर मसल सस्टिनेंस मसल को सस्टेन करने के लिए या पिलास या योगा बट अपने एक्सरसाइज पे ध्यान देके अपने शरीर पे ध्यान देके दे शुड ट्राई टू हैव दी अ एम टू लिव टिल व्हाट एवर एज 80 90 100 व्हाट एवर हैज बीन रिटन एज द क्वांटिटी द क्वालिटी बहुत अच्छी होनी चाहिए तो मैं अपने हर क्लाइंट को एक ही बोलती हूं आपका एक एम है या हमारा एम है आपके लिए कि 90 साल की उम्र तक बिना लकड़ी के आप चलो वही हमारा एम है वाह आई होप कि लोग यह वाला एपिसोड अपने मम्मी के साथ बैठकर देखें सोन मैम थैंक यू वी विल सी यू वेरी वेरी सून ऑन टीआरएस थैंक य तो दोस्तों यह था आज का पॉडकास्ट सुमन मैम लौट कर आएंगी एक वमन स्पेशल डेफिनेटली बनाने वाले हैं हम अगली बार सुमन मैम के साथ आपके सवाल कमेंट सेक्शन में छोड़िए वी वाट टू लर्न अबाउट व्हाट योर प्रॉब्लम्स आर उन सारे प्रॉब्लम्स को हम अड्रेस करेंगे नेक्स्ट टाइम मैम बहुत ही जल्द लौट कर आएगी टीआरएस पर तब तक उनके वेबसाइट उनके प्रोडक्ट्स भी चेक आउट कीजिए और लेवल सुपरमाइंड बर बाइसेप्स की खुद की माइंड परफॉर्मेंस पप को भी चेक आउट कीजिए भर-भर के होम वर्कआउट डाले उस ऐप पर मेडिटेशंस डाले हैं स्लीप स्टोरीज ताकि आपके स्लीपिंग के वक्त आपकी हेल्प हो जाए सा सारी चीजों का एक लाइफ स्टाइल ओरिएंटेड बंदोबस्त करके रखा है हमारे सारे लेवल सुपरमाइंड के यूजर्स के लिए उस प को हमने लिंक किया है नीचे एंड अनटिल नेक्स्ट टाइम गाइस टीआरएस विल बी बैक वेरी सून सीखते जाइए ग्रो करते जाइए और फैट लॉस बरकरार [संगीत] रखिए h [संगीत]