हम एक बार अपने पिताजी का नाम भूल सकते हैं, एक बार अपने घर का पता भूल सकते हैं, एक बार अपने इलाके का पिन कोड भूल सकते हैं, पर ये नहीं भूल सकते कि cell is the structural and functional unit of life. ये अन्सियार्टी की एक लाइन है कि the structure of bacteria is very simple, एक चीज को हम depth में cover करेंगे, पिछले 5 साल के जो PYQs हैं, उनको भी आप लोगों को elaborate किया जाएगा, लेकिन बनेगी lipid और protein की ये बार शत प्रतिशत सत्य है, ये बार कोई भी जुटला नहीं सकता. और राइबोसोम खुद कहलाता है प्रोटीन पैक्टरी यानि बाकी सेल में जितने भी प्रोटीन्स हैं वो राइबोसोम खुद बनाएगा So, Hello everyone, कैसे हैं आप सब लोग?
I hope each and every one of you is doing absolutely good. My name is Dr. Vipen Kumar Sharma and I welcome you all to our lovely platform Physicswala. Today I have brought a series for all of you which is going to be very beneficial for you.
We are calling this series the Robust Revision Series and this is not a revision series. ये एक full-fledged preparation series ही है, यहाँ पर हर चीज को मैं zero level से शुरू करूँगा और hundred level तक लेके जाओंगा, यानि कि this series is a void-less series, आपको जरा सा भी ये महसूस नहीं होगा कि एक भी point हमने छोड़ दिया है, because हम कुछ भी नहीं छोड़ने वाले हैं, एक चीज को हम depth में cover करेंगे, चेट में आपका कवर हो रहा होगा यानि पूरे 11th क्लास की बॉटनी मुश्किल से 35-40 पेजेस के अंदर आपकी मुठ्ठी में आ जाएगी आप उनको मॉल्टिपल टाइम्स रिवाइज कर सकते हैं एंड आप एग्जामिनेशन में मैक्सिमम जब आप नोट देखेंगे तो आप पागल हो जाएंगे, efforts में बिलकुल भी कंजूसी नहीं की है, क्योंकि मेरी जंग जो है खुद से है, I always try कि मैं अपने पिछले साल के content को beat करूँ with some new innovations और मेरा content और जदा प्यारा लगे, और जदा उसके अंदर depth हो और students को और जदा पसं� आपने बायोलॉजी के हर चेप्टर की, हर यूनिट की कुछ-कुछ बाते जान ली, विकोज ऐसा कोई चेप्टर नहीं है बायोलॉजी का, ऐसी कोई यूनिट नहीं है बायोलॉजी की, जिसमें सेल का जिक्र ना होता हो, इस चेप्टर को एकदम स्क्रैट से शुरू करना हमारी पहली प्रायरिटी होनी चाहिए, तो इसके लिए बहुत जरूरी है कि आज हम सेल को एकदम आराम से पढ़ें, प्यार से पढ़ें, एक-एक बात को सुनते जाएं, अगर मेरी लिखी हुई हर बात को आपने revise कर लिया, तो फिर आपके पूरे marks एकदम पक्के हैं, चाहे subjective examination हो, चाहे objective examination हो, मेरा core focus रहेगा समझाने पे, क्योंकि ये जो sheets हैं, ये white color की sheets हैं, जिसको आप आराम से print निकाल सकते हैं, और 35-40 page में आप आराम से हर chapter को, you know, पूरे के तराशी गई है एक-एक चीज हाथ से लिखी गई है एंड अल्टीमेटली जब आप आगे के नोट देखेंगे आगे के डायग्राम देखेंगे इतने प्यार से आपको चीजें समझ में आ रही होंगी मैंने बिल्कुल जल्दबाजी नहीं करी है आए लॉट माय होगा आपको कुछ और करने की जरूरत नहीं है आप इनको मल्टीपल टाइम्स रिवाइज कीजिए अ तो अगर आपके पास मैं डीजी है मैं डीजी को खोल के सामने रखिए एंसी आर्टिया को खोल के सामने रखिए या इन और आगे और भी चीजें राइट बहुत ही साधा प्यार से एक स्लाइड को बनाया है एक स्लाइड को बनाने में 50 मिनट 60 मिनट लगी है तो वह चीजें आप आपको बहुत ज्यादा पसंद भी आएंगी एंड एल्टिमेटली हम लोग एग्जामिनेशन को भी क्रैक कर रहे होंगे विदार हार्डवर्क एंड विदार एफर्ट्स राइट तो चलिए फटा-फट से शुरू कर देते हैं इस सेशन को जिससे कि आपका टाइम वेस्ट ना हो दिस एजन इंट्रोडक्टरी सेशन तो आप मुझे बताइएगा कि आपको यह कैसा लगा इन आप एक बार अपने पिताजी का नाम भूल सकते हैं एक बार अपने घर का पता भूल सकते हैं एक बार अपने इलाके का पिन कोड भूल सकते हैं पर यह नहीं भूल सकते कि सेल इज द स्ट्रक्चुरल एंड फंक्शनल यूनिट ऑफ लाइफ हम यह नहीं भूल सकते कि माइटोकोंड्रिया इस द पावर हाउस आफ द सेल हम यह नहीं भूल सकते कि एटीपी इस द एनर्जी करंसी ऑ� इन्हें भूल जाना मुम्किन नहीं और उसी चेप्टर को हम लोग आज डिस्कस करने वाले हैं जिसको भूल जाना अब आपके लिए मुम्किन नहीं होगा एकदम जीरो लेवल से स्टार्ट करते हैं सेल की डिसकर्शन तो चेप्टर का नाम है सेल दा यूनिट आफ ला एना वैसी ही हजारों इंटे रिपीट करके आपने अपना पूरा का पूरा घर बना डाला सिमिलरली आपकी बॉडी में बिलियन्स और ट्रिलियन्स आफ सेल्स है लेकिन इकाई क्या है सबसे छोटी यूनिट क्या है लाइफ की आपका सेल क्योंकि यही एक चीज है जिसको हम क्या बोल सकते हैं वह भी इसी सेल के अंदर होते हैं तो यह स्ट्रक्चरल यूनिट भी है फंक्शनल यूनिट भी है किसकी लाइफ की यानि ऐसा कोई भी ऑर्गैनिजम जिसको कहलवाना है कि हां भाई मैं जिंदा लोगों की कैटेगरी में आता हूं उसमें सेल ही नहीं यानि सेल इज दामों स्टू बेसिक थिंग जो कि लिविंग ऑर्गैनिजम में होनी ही होनी चाहिए अगर कोई तो वहाँ हम लोग कहते हैं कि cell is the defining feature of living organisms अगर living organism की definition कभी लिख नहीं आई तो cell का जिक्र होगा ही होगा it is the defining feature ये वो feature है जो separate करता है living organisms को और non-living चीजों को अगर मुझ में जान है और इस mic में जान नहीं है अगर आप में जान है और मेरे pen में जान नहीं है then ultimately there is a concrete difference और उन में से ही एक difference है cell क्योंकि हमारे अंदर cells present हैं जो कि हमें living बनाते हैं और इस mic में इस pen में cells present नहीं है तो ये non-living objects आपके हो जाते हैं अब दुनिया में जितने भी organism है या तो इनमें सिर्फ एक cell पाये जा सकता है यानि they can be unicellular या फिर इनकी body में multiple cells भी पाये जा सकते है यानि कि they can be multicellular also जैसे कि हमारी body में billions of cells है तो हम multicellular organisms हुए लेकिन कुछ ऐसे organisms हैं जैसे bacteria है तो उसकी पूरी body एक ही cell की बनी होती है जैसे आपके protestants हैं तो उनकी बॉडी एक ही सेल की बनी हुई होती है, तो भाई जो हम सारे के सारे काम इतनी कॉम्प्लेक्स बॉडी में कर रहे हैं, वो सारे के सारे काम एक बैक्टीरिया एक सेल के अंदर कर रहा है, that's why it is very complex, जो बैक्टीरिया है उसका structure बहुत simple है, आप आने वाले चेप्टर म उसकी मेटाबॉलिक डाइवर्सिटी बहुत ज्यादा कॉम्प्लेक्स है उसका बिहेवियर बहुत ज्यादा कॉम्प्लेक्स है क्यों क्योंकि जो काम आप इतनी कॉम्प्लेक्स बॉडी में कर रहे हैं इतने सारे सेल्स के साथ वह बैक्टीरिया एक ही सेल है वह एनर्जी भी बना रहा है वह अपना डिफेंस भी कर रहा है वह सब कुछ कर रहा है इन देट वन सेल तो उस एक सेल में कितना मसाला होगा यह आप सोच सकते हैं उस एक सेल में शम्ता है कि वह इंडिपेंडेंटली एग्जिस्ट कर पाए अ इसलिए वो एक cell जो है उसे भी हम living organism कह रहे हैं वो एक अपने आप में organism है independent entity है और दूसरा वो आपके सारे के सारे essential functions of life को भी perform कर पाए जितने भी काम हम करते हैं वो सारे काम एक bacteria भी कर सकता है respiration भी कर सकता है food को भी अंदर घुमा रहा है food को excrete भी कर रहा है जो आपका undigested food यूनी सेलुलर और गैनिजम इस डूइंग तो यह आपका इंडिपेंडेंटली भी एग्जिस्ट कर सकते हैं और आपका सारे के सारे एसेंशियल फंक्शन्स आफ लाइफ को भी परफॉर्म कर सकते हैं देट्स वाइट एक सेल को हम लोग कहते हैं फंडामेंटल यूनिट यह और ये हमारी बॉडी का structure भी बनाता है और हमारी बॉडी में सारे function भी कर रहा होता है इसलिए इस cell को fundamental के साथ structural and functional unit of life भी हमने कहा आप देखें कुछ scientist के नाम दिये हुए हैं NCRT में पहला scientist जिनोंने एक cell को discover किया इनोंने living cell को discover नहीं किया इनोंने quercas sabras यानि oak plant की चाल ले ली यानि बार्क ले ली और उसके cells को उन्होंने देखा यानि कि वो dead cells थे तो उन्होंने सिर्फ cell walls दिखाई दे रही थी तो आपके Robert Hooke साहब जो है इन्होंने 1665 में आपके dead cell को पहली बार देखा जिन्दा सेल को किनों ने देखा आपके एंटोन वान लिवन होक साहब ने इनको अलग-अलग चीजें देखने का बहुत शौक था और ये खुद से ही अपने माइक्रोसकोप्स बनाते थे विद डिफरेंट कॉम्बिनेशन आफ लेंसिस तो इनोंने प्रोटोजोवन को भी द जो कि सेल का मस्तिश्क कहा जा सकता है जैसे हमारी बॉडी के सारे काम कॉन कंट्रोल करता है न्यूरल कंट्रोल कॉन करता है आपका ब्रेन इसी प्रकार से एक सेल में जितने भी होने वाले काम है इनको कॉन कंट्रोल कर रहा होगा इनकी रेगुलेशन कॉन कर रहा होग यह advance हो गई थी इसमें advancements होने लगी थी 1950s में यानि 1950 से 1960 के बीच में इन 10 सालों में electron microscopy प्रचंड होती जा रही थी develop होती जा रही थी advance होती जा रही थी तो जाहिर थी बात है जब आपकी electron microscopy advance होगी तो आप cell की छोटी से छोटी detail को भी अच्छे तरीके से देख पा रहे होंगे तो cell के बहुत छोटे जो particles हैं वो भी हमें दिखने लगे थे 1950 के बाद जैसे सेल में पाए जाने वाला सबसे छोटा जो ट्रक्चर है देट इज राइबोसोम 15 से 20 नेनोमीटर इसका साइज होता है यह भी आपको इलेक्ट्रोन माइक्रोस्कोपी के अडवांसमेंट के बाद दिखा था तो राइबोसोम कब दिखा था 1953 में यानी सेम इसी टाइम के Singer and Nicholson ने ये मॉडल दिया था जिसे Fluid Mosaic Model of Plasma Membrane कहते हैं तो बहुत सारी चीज़े थी जो 1950 के बाद हुई कोई पूछे कि क्यों क्योंकि 1950 के बाद 1950 में एडवेंट हो रहा था एडवांसमेंट हो रही थी किसकी इलेक्ट्रॉन माइक्रोसकोपी की तो हमारा पहला जो टॉपिक है वो है Cell Theory यानि एक ऐसी थिवरी जो दुनिया के हर औरगैनिजम के लिए करेक्ट है वो Cell के लिए करेक्ट है तो यहाँ पर दो साइंटिस्ट ने प्राइम योगदान अपना दिया सबसे पहले 1838 में एक साइंटिस्ट है जिनका नाम था स्कलेडन जो कि एक बॉटनिस्ट थे और जर्मनी के रहने वाले थे तो जर्मन बॉटनिस्ट इनको कहा गया अब जाहिर सी बात है अगर ये बॉटनिस्ट है तो किस पर रिसर्च करेंगे सर प्लांट पर रिसर्च करें जायलम भी एक टिशू है फ्लोयम भी एक टिशू है तो यह जो सारे के सारे टिशू हैं यह अलग-अलग सेल से मिलकर बने हुए हैं तो यह बात आपके स्क्लेडन साहब ने कही सिर्फ प्लांट के लिए क्योंकि बॉटनिस्ट थे तो प्लांट पे इन्होंने रिसर्च करी ल और इन्होंने लगभग सेम टाइम पर 1839 में अपनी रिसर्च को शुरू किया लगभग 1838-1839 सेम साही टाइम था अब यह जुलॉजिस्ट थे तो सबसे पहले इन्होंने एनिमल सेल्स को देखा और कहा कि भाईया एनिमल सेल के उपर तो एक कवर होता है जिसको हम कहते हैं plant cell को भी check करके देखता हूँ यार कि इनमें भी ये cell membrane होती है या नहीं तो ये चौंक गए क्योंकि इन्होंने plant cell में देखा कि cell membrane के उपर भी एक layer है which is called as cell wall तो इन्होंने हमें बताया कि animal जो है इनकी outermost layer को कहा जाता है cell membrane और जो plant है इनके उपर एक और layer पाई जाती है cell membrane तो अब आपके स्वान साहब जो थे इन्होंने plant और animal cells दोनों पे research करी तो इन्होंने एक hypothesis दी यानि अपनी research के basis पे इन्होंने एक बात कही और भी इस पे confirmation की जरुवत है hypothesis मतलब ये अभी theory नहीं है ये अभी पूरी दुनिया में नहीं बता सकते hypothesis मतलब इन्हें ऐसा लगता है कि इन्होंने कहा कि यार दोनों भाई मिलके इस चीज को कंफर्म करते हैं, हाइपोथिसिस तो आपने दे दी कि दुनिया के सारे औरगैनिजम्स जो हैं आपके सेल और सेल के प्रोड़क्ट के मिलके बने हुए हैं, आओ इस चीज को कंफर्म करते हैं अलग-अलग प्लांट्स तो इन दोनों ने बहुत सारे organisms को देखा और ये पाया कि ये बात सही थी तो ये theory में convert हो गई ये hypothesis जो है फिर theory बन गई तो आपके स्कलेडन सहाब ने और स्वान सहाब ने cell theory दी जिसका पहला postulate क्या था कि all organisms on earth जितने भी living organisms हैं ये cell और cell के product से मिलकर बने हैं ये आपकी जो hypothesis थी स्वान सहाब की ये correct हो गई लेकिन ये जो दोनों भाई हैं ये मिलकर ये नहीं बता पाए कि नए cells कैसे बनते हैं तो यहाँ पर तीसरे scientist का योगदान आया, that is Rudolf Virko, 1855 में इन्होंने एक बात कही, Omnis Cellula E Cellula, यह जो हरे कलर से मार्क करता जा रहा हूँ, यह आपके PYQs हैं, और जो पीले कलर से मार्क कर रहा हूँ, यह important points हैं, तो पहले से ही आपको notes में पता लग जाएगा कौन सा PYQ है, तो इन्होंने कहा, Omnis Cellula E Cellula, यानि आपके पुराने cells से ही नए cells बनते हैं, पुराने cells में cell division होती है, तो नए cells बनते हैं, तो इन्होंने final shape दी आपके cell theory को, और overall cell theory जो है यह आपकी complete हो गई तो दो postulate हमको cell theory में देखने को मिले प्लेडन और स्वान ने क्या कहा कि दुनिया में जितने भी living organisms हैं वो cells और cells के products के मिलकर बने हुए हैं और रुडॉल्फ विर्को साहब ने क्या बात कर दी इन्होंने ये बात कही मेरे दोस्त कि omniscellular, ecellular पुराने जो cells हैं उनकी division से ही नए नवेले cells बनते हैं यह आपकी complete cell theory हुई अब दुनिया में अलग type के cells हैं अलग type के organisms हैं अगर आप अपनी बॉडी की ही बात करें अगर मैं ह्यूमन बॉडी की आपको बात बताऊं तो सिर्फ हमारी बॉडी में 200 डिफरेंट टाइप के सेल्स हैं सिर्फ हमारी बॉडी के अंदर तो भाई अलग-अलग जो सेल्स है इनके शेप और साइजिज अलग-अलग होंगे ना जैसे आरबीच जो है आपके रेड ब्लड सेल यह बाय कंकेव डिस्क शेप होते हैं और इनका डायामीटर जो है यह डायामीटर है आपके जो डब्लू बीसी होते हैं अ white blood cell ये amoeboid होते हैं irregular इनकी shape होती है columnar cells पतले और लंबे column like यानि खंबे जैसे cells होते हैं और इनका nucleus नीचे की साइड पाया जाता है ये बात आप structural organization में tissue वाले part में पढ़ेंगे कि आपके जो columnar cells होते हैं animal tissues में इनका nucleus नीचे की साइड पाया जाता है यानि इन में basal nuclei होता है नीचे की साइड मिलता है फिर आपका nerve cell जो है ये branched और long है nerve cell जो आपकी body में आपका nerve stimulus का transfer करते हैं तो इनका पतला लंबा तार जैसा होना जरूरी है तो यह पतले लंबे तार जैसे होते हैं तो यह वन आप दाल लॉनगेस्ट से लंबे नॉट द लारजेस्ट से लॉनगेस्ट सेल मतलब लंबा इनकी ज्यादा है बहुत ज्यादा मोटे नहीं है लारजेस्ट सेल मतलब मोटा भी है और आपका लंबा भी है तो आप टेस्ट एक जो है वह आपका लारजेस्ट सेल कहा जाता है मीजोफिल सेल 20-40 क्लोरोप्लास्ट हो सकते हैं, तो यहाँ पर मेन फोटोसिंथसिस होती है, यह आपके राउंड, गोल, मटोल या ओवल हो सकते हैं, अंडाकार हो सकते हैं, टिपिकल यू केरियोटिक सेल का साइज, टिपिकल यू केरियोटिक मतलब जनरल, इससे बड़े भी हो सकते हैं, इ एक प्रोकेरियोटिक सेल जो है वह आपका दस गुना छोटा होता है कि यू के रिपोर्टिक्स से या इसी बात को घुमा दूं एक यू केरियोटिक सेल दस गुना बड़ा होता है एक प्रोकेरियोटिक सेल से जाए बात निकाल सकता हूं यहां से बिल्कुल निकाल बैक्टीरिया है इसका साइज 3-5 माइक्रोमीटर है अब आप सोचोगे कि सर बैक्टीरिया ही तो प्रोकेरियोटिक है तो यहाँ पर बताये गया है size, size का मतलब आपका लंबाई चड़ाई दोनों उसने calculate कर लिये हैं, और यहाँ बताये गयी है bacteria की length, length तो हमेशा लंबी होती है ना दोस्त, अगर मेरी आप length की बात करें, मेरी height की बात करें, तो वो 5 foot 8 inch है, पर क्या मेरा size भी 5 foot 8 inch है, क्या मैं चड� और ओवराल साइज जो मिलेगा यह छोटा मिलेगा जैसे एंसी आटी में माइको प्लाज्मा जो है इसका आपको लेंथ बता रखा है कितना पॉइंट थी माइक्रोमीटर और पीपीएलो जो है प्लूरोनीमोनिया लाइक ऑर्गेनिजम जो माइको प्लाज्मा ही माइको प्लाजमा है उसमें लेंथ बता रखी है तो लंबाई बढ़ी ना भाई 0.3 माइक्रोन और पीपियलो का ओवराल साइज बता रखा है तो ओवराल कम आया देट इस 0.1 माइक्रोन के आसपास तो इस सारे चीजे आपको देखनी होती है एक शब्द पे फोकस करना हो राइट जैसे यहां पर देखें माइकोप्लाज्मा जो है इसकी लेंथ बता रखे है 0.3 माइकोमीटर और पीपीलो जो है इसका साइज है 0.1 माइकोमीटर दोनों सेम ही चीज़े हैं पीपीलो यानि प्लूरो निमोनिया लाइक औरगैनिजम दैट इस आल्सो टाइप आफ मा मैंने आपको अभी समझाया कि वाइरस जो है इसके पास खुद का सेल नहीं है इसको लिविंग औरगैनिजम नहीं बोल सकते तो दुनिया का सबसे छोटा लिविंग औरगैनिजम कौन है माइको प्लाज्मा या पीपी एलो बड़ा है तो इस दा लार्जेस्ट सेल यह आपको कुछ डाइमेंशन देखने को मिली अब अगर आप एक सेल को देखें कि एक सेल में क्या होता है देट इज गोइंट वेरी इंटरेस्टिंग तो आप कुछ सेल्स को कहते हैं टाइप सेल्स टाइप चीक सेल मुझे आसानी से मिल जाएगा अगर मुझे फंगस पर रिसर्च करनी है तो सबसे कॉमली में किसको यूज करूंगा इस टेल को यानि सेक्रोमाइसिस को यूज करूंगा और अगर मुझे बैक्टीरिया पर रिसर्च करनी है तो सबसे कॉमली में इस पर यूज करूंगा इन प्लाइप यानि एस्टरीशा को यूज करूंगा तो इन सेल्स को हम कहते हैं टाइप सेल्स एक और human के cell की जब आप research करेंगे तो human का cheek cell लेंगे आप अंदर से गाल का जो है छोटा सा example निकालेंगे तो plant cell में आपको अच्छे से पता है कि outermost layer क्या है cell wall है और animal cell में आपको पता है cell wall तो नहीं पाई जाती तो outermost layer क्या है आपकी cell membrane है तो यहाँ पर आपके 4C से 4C alphabet से मैं आपको पूरे के पूरे example से आद करा दूँगा सारे के सारे differences जात करा दूँगा between plant cell and animal cell सिर्फ 4C से पहला C क्या है पहला सी है आपका cell wall, cell wall अगर आपकी पाई जा रही है, तो plant, cell wall अगर नहीं पाई जा रही है, तो animal यह हमें पहले से पता है, दूसरा, plant अपना खाना बना सकते हैं, तो उनमें क्या पाई जाएगा, chloroplast पाई जाएगा, तो chloroplast plant में पाई जाएगा, animal में absent, तीसरा, plant में जो एंड चौथा सी इस यॉर सेंट्रीओल एंड सेंट्रोसोम सेंट्रीओल और सेंट्रोसोम यह आपके ऐसे स्ट्रक्चर हैं जिनके ऊपर कोई मेंब्रेन नहीं होती और यह सिर्फ और सिर्फ एनिमल सेल्स में पाए जाते हैं ना बैक्टीरिया में ना आपके प्लांट सेल में plant में present animal में absent, central vacuole plant में present animal में absent, chloroplast plant में present animal में absent, centriole centrosome animal में present plant में absent, सीधा 4C से पूरा का पूरा खेल खतम हो जाता है, यह जो आपका vacuole है, central vacuole, cell के center पे पाय जाता है, तो nucleus को धक्का मार के कोने में भेज देता है, और कई plant cells ऐसे होते हैं, जिनमें vacuole का size जो है, बहुत बड़ा होता है, एक cell का 90% हिस्सा सिर्फ vacuole ही cover कर लेता है, इतना बड़ा भी हो सकता है आपका vacuole. टिपिकल सेल एक सेल है जिसको हमने देखा इसमें हमने सेल वॉल भी बना ली ऊपर वाली काली लेयर और अंदर वाली लाल लेयर हमने सेल मेंब्रेन भी बना ली राइट अब हमने इसमें बना लिया न्यूक्लियर्स जो कि एक डेंस स्ट्रक्चर है इसमें न्यूक्लियर्स नहीं पाया जाता है जिनमें वेल डिफाइंड न्यूक्लियर्स नहीं पाया जाता है न्यूक्लियर मेंब्रेन नहीं पाई जाती है इनको प्रोकरियोटिक सेल कहते हैं और जिनमें पाया जाता है उन्हें यू कर्योटिक सेल्स कहते हैं यू का मतलब होता है ट्रू कर्योटिक का मतलब न्यूक्लियस तो ट्रू न्यूक्लियस यहां पाया जा रहा तो यह कैसा सेल होगा प्रोक्रियोटिक सेल होगा आप मात्र देखकर ही बता सकते हो कि कौन सा सेल प्रोक्रियोटिक है कौन सा आपका यू कर्योटिक है तो यहां पर हम क्या कर लेते हैं यू कर्योटिक स तो यू कैरियोटिक सेल में सेल मेंब्रेन सेल वॉल हमने बना दिया बीच का जो हिस्सा दिख रहा है आपको सफेद इस हिस्से को हम लोग क्या कहते हैं साइटो प्लाज्म साइटो का मतलब सेल प्लाज्म प्लाज्मा मतलब इसका में कॉंटेंट है वाटर तो इस साइ अगर cell के अंदर reactions नहीं होंगे तो cell का भी कोई वजूद नहीं रह जाएगा तो यहाँ पर cell के अंदर जो reaction होते हैं cytoplasm होते हैं इसलिए cytoplasm को कहा जाता है it is the main arena of cellular activities यहाँ सारे के सारे आपके reactions होंगे right, so it is semi-fluid in nature क्योंकि इसमें पानी भी है और आपका यहाँ पर u-karyotic cell है तो organelles भी भरी हुई है so it is semi-fluid अगर आप pro-karyotic cell की बात करें fluid लिख दिया है, कैसे? अगर समझ लीजिए मेरे पास एक बोतल है ठीक है यह बोतल जो है यह है प्रो करियोटिक सेल में कोई मेंब्रेन बाउंड औरगनेल तो होती नहीं है कोई मेंब्रेन बाउंड औरगनेल तो है नहीं तो साइटोप्लास पूरा पानी है बीच में छो थोड़ा सा क्या हो जाता है सॉलिडिफाइड हो जाता है सेमी फ्ल्यूड हो जाता है इसलिए अगर आपको स्पेसिफिकली पूछा जाए कि साइटोप्लास्म सेमी फ्ल्यूड किस में है और फ्ल्यूड किस में तो आप आसानी से बता सकते हैं देर हम लेकिन फोट देंगे उस क्वेश्चन को राइट एंसी आर्टी में देखिएगा और कंफर्म करिएगा मैं सही कह रहा हूं या नहीं ठीक है तो दिस साइटोप्लाज्म यही जो है बॉल्यूम ऑक्यूपाई करता है सेल की यानि सेल में और ग्रेज प्रेजेंट है है तो इस दो में रिना ऑफ सेल्लूलर एक्टिविटीज और इन्हें सेलूलर एक्टिविटीज की वजह से हमारा सेल लिविंग स्टेट में रहता है जिंदा रहता है और ऐसा कोई सेल नहीं दुनिया का जिसमें सेल मेम्ब्रेन ना हो और अंदर साइटोप्लाज्ब ना हो और राइबोसोम ना हो यह तीन चीजें ऐसी हैं जो हर सेल में पाए जाएंगे कोई मुझे कहे कि सर होगी उसके अंदर क्या माल भरा रहेगा आपका साइटोप्लाज्ब यह भी सब में होगा भाई हमारी बॉडी बनी ही प्रोटीन फैक्ट्री बिना प्रोटीन के काम नहीं हो सकता हमारी बॉडी के अंदर हमारे सेल्स के अंदर हर सेल में बिना किसी एक्सेप्शन के राइबोसोम पाए ही पाए जाते हैं इसमें कोई भी दिक्कत नहीं है तो राइबोसोम जो है यह आपके राइट और यह आपका इसलिए यूनिवर्सल कहलाता है यह आपका साइटोप्लाज में भी पाए जा सकता है यू कर्योटिक सेल की अगर आप बात करें तो एंडोप्लाजमिक रेटिकुलम के साथ यह बाइंडिंग कर लेता है और एंडोप्लाजमिक रेटिकुलम पे गोल दाने जब बाइंड कर जाते हैं तो उसे हम कहते हैं एंडो प्लाज में क्रेटिकुलम तो है नहीं कोई तो मेंब्रेन चाहिए बैठने के लिए तो प्लाज्मा मेंब्रेन के ऊपर में जो सेल मेंब्रेन है इसके ऊपर आपके राइबोसों बैठ सकते हैं यहां आपके राइबोसों बैठ सकते हैं तो क्योंकि राइबोसोम की डिस्कवरी करी थी सर जॉर्ज पेलेड ने 1953 में कुछ याद आया इलेक्ट्रोन माइक्रोस्कोपी की अडवांसमेंट स्टार्ट हो चुकी थी 1950s में चोटी-मोटी चीजे भी दिखने लगी थी 15-20 नैनोमेटर का साइज है फिर भी दिखने लगी थी सबसे पहले DNA से क्या बनता है? RNA बनता है और RNA से प्रोटीन बनता है, तो DNA से RNA बनता है with the help of a process called as transcription और RNA जो है फिर प्रोटीन में convert होता है, तो ये RNA का नाम का जो धागा है, लाल कलर का इसके ऊपर कई सारे आपके राइबोसोम यह जो परपल कलर के मैंने बनाए हैं बाइंड कर जाते हैं बहुत सारे राइबोसोम बाइंड कर चुके हैं सिंगल MRNA के स्ट्रेंड पे इसे हम कहते हैं पॉलीसोम या पॉलीराइबोसोम बहुत सारे राइबोसोम सेम MRNA क उन्हीं प्रोटीन का बना होता है और इसमें एक स्पेशल चीज होती है नाम है राइबोसोम तो इसमें आरेने भी होता है स्पेशल टाइप अफ आरेने कॉल्ड ऐज राइबोसोमल आरेने तो आर आरेने इसको कहा जाता है तो राइबोसोमल आरेने या आर आरेने कुछ प्रोटीन के साथ मिल जाता है और बना लेता है ओवर ऑल स्ट्रक्चर आफ या राइबोसोम तो इसमें आरेने भी है और प्रोटीन भी और यह जो राइबोसोम है यह डिफरेंट टाइप के होते हैं तो राइबोसोम 70s होगा 70s मतलब यहाँ पर यह दो सब यूनिट का मिलकर बनेगा बड़ी सब यूनिट छोटी सब यूनिट तो 7 is an odd number तो इसकी दोनों सब यूनिट कैसी होंगी 50 और 30 5 is also an odd number 3 is also an odd number तो इस दोस्तों को पाए जाता है यू कर्यॉट्स में आर्यार के साथ रॉपेंडोप्लास में क्रेटिकुलम के साथ माइटोकोंड्रीय और क्लोरोप्लास में भी 70s राइबोसोम पाए जाता है य जैसा प्रो करियोट में राइबोसोम था, वैसा ही यू करियोट में भी पाये जा सकता है, माइटोकॉंड्रिया और क्लोरोप्लास्ट के अंदर, जो रफ एंडोप्लास्मिक रेटिकुलम के साथ जुड़े हुए राइबोसोम होंगे, वो कैसे होंगे, 80S होंगे, 8 is an even number, तो इस एडिट जिसे कहते हैं स्वेद बर्ग यूनिट क्योंकि स्वेद बर्ग नाम के साइंटिस्ट ने इस यूनिट को दिया था या इसे कहते हैं सेडिमेंटेशन को फीशिंट कितना कोई चीज सेडिमेंट हो पा रही है भाई एक कांच का ग्लास लीजिए उसमें नीचे आ जाते हैं हल्के मॉलिक्यूल्स ऊपर रह जाते हैं जिस द प्रोसेस आफ सेडिमेंटेशन तो सिमिलरली अ यहाँ पर, सर, 50 plus 30 तो 80 होता है, 70 कैसे आया, 60 plus 40 तो 100 होता है, 80 कैसे आया, क्योंकि यह जो है, यह जो S है, this is a measure of density or size, not weight, ऐसा नहीं है कि आपने 30 पे 50 मिला दिया और 80 आपका weight हो गया, नहीं, यह size है, समझ लीजिए, मैंने एक कम्मल ओड लिया, मुझे बहुत सर् कंबल तो बहुत हलका है तो यह जो मेरी डेंसिटी है और कंबल की डेंसिटी अगर मिक्स हो गई तो ओवर ऑल डेंसिटी तो हमारी मीडियम लेवल पर आ गई ना हमारी डेंसिटी मीडियम लेवल पर आ गई मेरी बॉडी ज्यादा डेंस है कंबल तो आपका बहुत ही हलका है तो 30S को जब डाला तो 30S के level पे ही ये मिला, 50S को जब डाला तो 50S के level पे ही ये मिला, लेकिन जब दोनों को जोड के डाला तो इनकी density अलग-अलग थी, तो हमें लगा कि इनका weight जो है वो combine हो जाएगा 30 plus 50, लेकिन नहीं भाईया इनकी density जो है आपकी medium level पे आ गई, ये दोनो 40 को जब डाला तो 40 के लेवल पर 80 का, 60 को डाला तो 60 के लेवल पर 80 का, दोनों को जोड के जब डाला तो ये 100 पे नहीं 80 पे मिला, इसलिए इन दोनों के सम को क्या बोल डाला, 80S बोल डाला, so it is not a direct sum of weight, कि दोनों का weight बढ़ा दिया भाई, 5 kg plus 5 kg, 10 kg, नहीं, यहाँ पर क्या ह कम हो जाएगी ना भारी वाला जो है उस पर हल्का वाला समान आपने ऐड कर दिया तो ओवर ऑल डेंसिटी कहीं बीच में आ जाएगी थोड़ी सी हल्की हो जाएगी देट्स वाय यहां पर यह चीज हमको देखने को मिलती है करेक्ट तो दिजार द थिंग्स सेल का दिमाग जिसको न्यूक्लियस कहा जाता है उसके अंदर होते हैं कई क्रोमोजोम जैसे हमारा कोई अगर डिप्लॉइड सेल है मेरे हाथ का सेल है मेरे गाल का सेल है उसमें 46 क्रोमोजोम देखने को मिलेंगे और उसी में हमारा डियने जो है पैक्ड होता है तो दीज आर स राइट ना लेट्स टॉक अबाउट द प्रो कर्योटिक सेल अध्यक्ष प्रो का मतलब प्रिमिटिव केरियोन का मतलब न्यूक्लियस यानि यह जो है ऐसे सेल्स है जिनमें न्यूक्लियस जो है वह बढ़िया तरीके से डेवलप्ड नहीं है तो वेल्ड या फिर इसको हम कह सकते हैं जीनोफोर तो इसको हम लोगों ने न्यूक्लियॉइड कह दिया या बैक्टीरिया का सिंगल क्रोमोजोम कह दिया या जीनोफोर कह दिया तीनो नाम इसी के हैं तो यह जो डियने है इस पे कुछ प्रोटीन्स भी आ करके बाइंड हो जाते हैं और तो इन्हें कहते हैं polyamine proteins, polyamine यानि यहाँ पर आपके histone proteins absent होते हैं, वो eukaryotes में पाए जाएंगे, polyamines मतलब ऐसे आपके proteins हैं, जिनमें कुछ ऐसे amino acids हैं, जिनमें amino group जादा होते हैं, यानि basic group जादा होते हैं, क्योंकि amino group जो है, it is basic in nature, तो DNA, which is deoxyribose nucleic acid, इसके साथ bind कर जाता अब यह मेन डीएने है आपका बैक्टीरिया का या फिर प्रोकरियोटिक सेल का इसके अलावा छोटे-छोटे डीएने के सर्कुलर टुकड़े कई सारे बैक्टीरिया में पाए जा सकते हैं इन छोटे-छोटे टुकड़ों को विचार फाउंड एक्स्ट्रा टो मुद्दों में लिए यह आपका सिंगल क्रोमोजोम हमने बोला है बैक्टीरिया का इसके अलावा जो छोटा-छोटा डीएने यह जो double stranded circular DNA है, इसको हम लोगों ने क्या बोला, इसको हम लोगों ने plasmid बोला, तो यह main chromosome से हटके पाया जा रहा है, तो इसको क्या बोला, extra chromosomal, यह double stranded है, दो rings मैंने बनाई है, तो double stranded, गोल मटोल है, तो circular, और यह कैसा है, DNA है, तो it is extra chromosomal, double stranded circular DNA, और यह अपनी copies बना सकता है फिर इसने अपनी copy बना कर 3 plasmid बनाए तो एक bacteria में plasmids का number बढ़ सकता है तो यह अपने आपको replicate कर सकता है अपनी copies बना सकता है और इसे copies बनाने के लिए इस main chromosome की इजाज़त लेने की जरूरत नहीं है तो आप कहते हो plasmid की पूरी definition क्या हुई extra chromosomal double stranded circular DNA which can replicate independently और इन plasmid में कुछ specific genes पाए जाते हैं कुछ specific DNA के टुकडे पाए जाते हैं जो कुछ खास proteins बनाते हैं बैक्टीरिया जो है कभी बैक्टीरिया काफी सारे एंटीबाइटिक से रजिस्टेंट होते हैं जैसे कोई बैक्टीरिया है वह आएगा जो क्लोरम फैनिकॉल से इस बैक्टीरिया की रक्षा करेगा तो इस रजिस्टेंट टू क्लोरम फैनिकॉल सिमिलरली कुछ बैक्टीरिया हैं जो पेनिसिलिन से रजिस्टेंट होंगे तो अलग-अलग बैक्टीरिया में उनको रजिस्टेंस प्रोवाइड करने के लिए ये चोटे-चोटे जीन्स पाए जाते हैं जो कि किस में पाए जाते हैं आपके प्लाजमिड में पाए जाते हैं तो ये ए प्रेप्टीडो ग्लाइकन की सेल बॉल बनती है और अंदर सेल में ब्रेन होगी जो दुनिया में सबके लिए ही सेम है लिपिड और प्रोटीन की बनेगी लिपिड की परसेंटेज और प्रोटीन की परसेंटेज वेरी कर सकती है अलग-अलग हो सकती है लेकिन बनेगी लिपिड और प्रोटीन की यह बात शत प्रतिशत सत्य है यह बात कोई भी जुठला नहीं सकता राइट तो यहां पर आपका इतनी-इतनी बात हो गई है यहां पर भी फिर सेंटर पर आपका जो है पूरा का पूरा जो मटीरियल यानि इट इस अमेन एरीन ऑफ सेलियर एक्टिविटी यह बात जो है सबके लिए कंस्टेंट है टाइटोप्लांस के लिए कंस्टेंट है अब यह जो सेल वॉल होती है यह यूज़वल ही सारे प्रोकरियोटिक सेल में पाई जाएगी तो प्रोकरियोटिक सेल सारे इसलिए इस माईको प्लाज्मा को कहा जाता है जोकर और प्लांट किंग्डम, क्यों भाईया, जोकर क्यों कहा गया, क्योंकि मेरे भाई ये जो आपका माईको प्लाज तो वह आपके सेल को शेप और स्ट्रक्चर प्रोवाइड करती है क्योंकि रिजिड है यह अंबूजा सेमेंट की बनी है जब कोई सेल नया-नया बनता है ना तो उसकी सेल वॉल्ड फ्लेक्सिबल होती है लेकिन एक बार जब सेल ग्रो कर जाता है तो यह सेल वॉल है यह अपनी प्रॉपर शेप एंड साइज अटेन कर लेती है और फिर यह सेल की शेप को चेंज नहीं होने देती बनती है तो अगर माइकोप्लाज्मा पर अंबूजा सेमेंट की वॉल नहीं है तो अ माइको प्लाज्मा तो अपनी शेप को बदल पाएगा ना जैसे जोकर आपको अलग-अलग भेस बना करके हसाता है ऐसे ही माइको प्लाज्मा जो है ये भी अपनी शेप को चेंज कर सकता है इसलिए इसको प्लियो मॉर्फिक कहा या जोकर कहा अंदर जो सेल मेंब्रेन है ये फ्लेक्सिबल है तो सल वाल बाहर की साइड बनी हुई है काले कलर से, क्या मैंने इसको एक्स्टेंड किया है, या अंदर वाली लाल लेयर को एक्स्टेंड किया है, सर आपने लाल लेयर को एक्स्टेंड किया है, क्यों, क्योंकि बाहर वाली जो काली लेयर है, ये तो एक्स्टेंड हो ही नहीं प्लेजला बनाया है, यह जो मैंने अंदर की साइड folding कर दी, cell membrane की, chromatophore बनाया है, यह जो अंदर की साइड tube जैसी folding बना दी, गोल मटोल, vesicle जैसी folding बना दी, reticular, आपकी irregular सी folding बना दी, यह जो आपकी folding है, यह सारी की सारी cell membrane में हो रही है, cell wall में नहीं, folding हो रही हो, cell membrane, that is invagination, in, अंदर की साइड, आपकी cell membrane, that is इवेजिनेशन, इ का मतलब एक्जिट लेना, बाहर की साइड, ये सारा का सारा काम सेल मेंब्रेन में हो रहा है, because it is super flexible, cell wall ये सब काम नहीं कर सकती, तो जिन्दिगी में कोई भी सवाल पूछ ले, कि भाईया, फ्लेजला कैसे बनता है, सेल मेंब्रेन की extension से, तो यहाँ पर ये जो structure हमको देखने को मिला, ये जो structure है, ये आपका motility प्रोवाइड करता है वैक्टीरिया को, तो कई बैक्टीरिया मोटाइल होते हैं अगर मोटाइल है तो उनमें फ्लेजला मिलेगा और यह जो फ्लेजला है यह सेल मेंब्रेन से एक्सटेंट होगा लेकिन किसको फाड़ के बाहर निकलेगा सेल वॉल को बाहर की लेर है सेल वॉल उसको फाड़ एक्सटेंशन है सेल मेंब्रेन की बट एड एक्सटेंट फ्रॉम सेल वॉल किसको फाड़ के निकला है यह सेल वॉल को फाड़ के निकला है तो फ्रॉम और ऑफ जरा सा कंफ्यूजन और चार नंबर गए अ तो इस एक्सटेंशन ऑफ सेल वॉल एंड एक्सटेंशन फ्रॉम एक्सटेंशन ऑफ सेल मेंब्रेंट सॉरी एंड एक्सटेंशन फ्रॉम सेल वॉल को चीर के निकला है यह बात समझ में आनी चाहिए प्लेजला जो है इसके तीन पार्ट है लंबी बेजल बॉडी और बीच में हुक जो इस चोटी को इस चोटी की रूट को आपस में कनेक्ट करेगा इसे हुक कहेंगे राइट तो यह आपका मेन सर्फेस स्ट्रक्चर है जो कि बैक्टीरिया के सर्फेस में पाए जाता है अ और भी सर्फेस स्ट्रक्चर होते हैं जैसे कि आपका फिम्ब्रे जो कि बैक्टीरिया से आपके कई सारे ब्रिजल लाइक फाइबर्स निकल रहे होते हैं जैसे कि आपने सियेट बाइक टायर का एड देखा होगा कि बरसात में भी जब आप उस बाइक के ब्रेक लगाते हो त आपकी बॉडी में किसी टिशू पे बैठना चाहता है तो इसको ग्रिप कौन प्रोवाइड करेगा फिम्रे इसका काम चलने फिडने में नहीं है इसका काम चलने इसे कहते हैं conjugation तो यह आपका conjugation में help करती है तो आपका DNA हो गया, cytoplasm हो गया, cell membrane, cell wall हो गयी और आपके यहाँ पर surface structures हो गये अब यह जो आपकी cell membrane है यह अंदर की side भी fold होती है अगर अंदर की side fold होगी तो क्या बनाएगी mesosome, M for mitochondria जो काम करता है u-karyotic cell में यानि power house है power generation का same काम M for mesosome करेगा आपका prokaryotic cell में तो यह जो सेल मेंब्रेन है अंदर की साइड ट्यूब की तरह भी फोल्ड हो सकती है गोलमटोल वैसाइकल की तरह भी और आपका रेटिकुलर इर्रेगुलर फॉरमैट में भी आपकी फोल्ड हो सकती है जिसको हम लोग क्या कहते हैं ट्यूब लाइक गोलमटोल वैसाइकल अगर आपको cell wall बनानी है, cell बड़ा हो रहा है, cell पहले आपका छोटा था prokaryotic cell, इसकी cell wall अभी बन सकती है, flexible है, अभी cell पूरा का पूरा mature नहीं हुआ है, तो cell wall बनाने के लिए जो भी material जाएगा cell wall की तरफ, वो cell membrane से होता हुआ जाएगा, तो इसका काम क्या है mesosome का, cell wall बना यह ट्यूब इतनी लंभी हो जाए किसी डीएने से टच हो जाए यह ट्यूब इतनी लंभी हो गई यहां पर एक ट्यूब है डीएने से टच हो गई और डीएने रेप्लिकेट जब हो जाए ना तो इसको ऐसे दो ट्यूब बन जाती हैं तो एक ट्यूब की जगह दो ट्यूब बन गई और दोनों ट्यूब अलग-अलग-अलग दूर-दूर जाती रहती है एक सेल में डीएने भी डिस्ट्रिब्यूट हो जाते हैं यानि सेल वॉल फॉरमेशन डीएने रेप्लिकेशन एंड डिस्ट्रिब् यानि एंडोसाइटोसिस या फिर सिक्रीशन किसी चीज को सिक्रीट कर सकती है अंदर भी ले सकती है सारे काम कौन करेगा आपका मीजोजोम करेगा तो सेल वाल भी बना सकती है डियने रेप्लिकेट और डिस्ट्रिब्यूट भी कर सकती है रेस्पिरेशन यानि माइटोकॉं� एक कृष्टे नाम के स्ट्रक्चर बन जाते हैं क्योंकि उसे भी अपना सर्फेस एरिया बढ़ाना है तो वहां भी जो है कुछ ट्रक्चर्स बनते हैं और आइट तो अंदर के साइड पोल्डिंग हो गई यह बन गया मिजोजन काम क्या है सेल वॉल ने क्रोमेटोफोर इस डंडे जैसे स्ट्रक्चर को का बोला क्रोमेटोफोर क्रोमा का मतलब कलर तो कलरफुल पिगमेंट यहां पर पाए जाते हैं जैसे ब्लू ग्रीन एलगी में तो यह खाना बना सकता है साइनोबैक्टीरिया तो उसमें आकर डाला इन्क्लूजन बॉडी अब प्रोक्रियोटिक सेल है तो मेंब्रेन बाउंड और ग्रीन तो होती नहीं है राइट तो जैसे फॉस्फेट मॉलिक्यूल है एक जगह करके एकठटे हो गए बन गया फॉस्फेट ग्रेनूल फ्रीली पाए जा रहा है फॉस्फेट स्टोर कर रहा है कोई मेम्ब्रेन नहीं है इसके ऊपर है ना कोई पिगमेंट है उसके लिए पाए गया साइनोफाइसियन ग्रेनूल स्टोरेज के लिए यूज होते हैं एंड एक स्पेशल टाइप का इंक्लूजियन है कॉल्ड गैस वैक्यॉल इसमें गैस भरी जाती है तो यह आपका बैक्टीरिया को तैरने में हेल्प करता है बायंसी देने में हेल्प करता है इसको गैस वैक्यॉल जो कि बैक्टीरिया को तैरने में हेल्प करती है बायंसी प्रोवाइड करती है राइट आप देखिए जो आपके प्रो कैरियोटिक सेल है इसमें इन्क्लूड कौन-कौन होता है भाई आपके जितने भी बैक्टीरिया है आपका ब्लू ग्रीन एलगी है आपके टिपिकल यू के रिटिक से तो यह ज्यादा जल्दी डिवाइड कर सकते हैं क्योंकि इनका सेल काफी सिंपल है तो यह जल्दी-जल्दी आपका क्या करेंगे डिवाइड कर देंगे जैसे कि अगर आप यूमन सेल की बात करें तो उसको डिवाइड करने क्योंकि स्ट्रक्चर ही ता सिंपल है कुछ करना ही नहीं है जटपट यह डिवाइड कर जाते हैं बहुत आसानी से देट वाइड फास्टर और जब से ज्यादा फंडामेंटल शेप होती है ना कई सारे बैक्टीरिया में ज्यादा तर प्रोक्रियोटिक शेल में आउटर स्ट्रक्चर पाया जाता है जिसे कहते हैं सेल एनवेलप तो प्रोग्रेटिक सेल में आपने देखा सेल मेंब्रेन तो है ही उसके ऊपर सेल वॉल तो है ही ज्यादातर प्रोक्रियोट में उस सेल वॉल के ऊपर एक और लेयर पाई जाती है इस प� तो ग्लाइको कैलिक्स क्या है?
ग्लाइको का मतलब होता है शुगर, यानि कार्बो हाइड्रेट, और कैलिक्स का मतलब क्या होता है? कवर, यानि ये कार्बो हाइड्रेट का कवर है, जो आपको सेल वाल के भी उपर देखने को मिलेगा, जो बैक्टीरिया को क्या करता है? रज ओवर ऑल प्रोटेक्शन का काम करती है लेकिन यह तीनों अलग-अलग क्या काम करती है दोस्त सेल मेंब्रेन जो है सबसे अंदर वाली यह सिलेक्टिवली परमीएबल होती है यानि हर मटीरियल को अंदर नहीं आने देती जिस चीज की सल तो हमको ऐसा लगता है कि सर यह तो सबसे अंदर वाली लेर है तो how can it interact with the outside world outside world से interaction का क्या मतलब है कि बाहर से कौन सी चीज सेल में आ रही है और सेल से कौन सी चीज बाहर जा रही है तो यह interaction कौन करेगा cell membrane करेगा दूसरी जो आपकी layer है that is a cell wall बनती है हम बूजा सेमेंट की रिजिड होती है तो यह आपके सेल को शेप और स्ट्रक्चर देगी बैक्टीरिया वैक्टिरियल सेल फ्रॉम बर्सटिंग फटने से और कोलैप्स होने से श्रिंक होने से बचाती है एक प्रॉपर शेप और साइज मेंटेन करके रखती है जैसे आपका कमरा जो है अब यह छोटा या बड़ा नहीं हो सकता क्योंकि अब यह जो कमरा है आपने ग्लाइको का यानि कार्बोहाइड्रेट का बना हुए कोट पहन लिया है तो अब इसको मारना थोड़ा सा मुश्किल है राइट तो जब यह कोट ढीला-ढीला होता है तो इसको कहते है स्लाइम लेयर ढीला-ढीला है ना गिलगिला सा है तो यह बैक्टीरिया को सूखने से बचाता है आपने देखा होगा कभी स्लाइम या जेल आपने अगर से खेला हो तो बहुत देर में सूखता है और अगर यह टॉप है मोटा सा लेयर है तो यह आपका मेन प्रोटेक्शन में काम कर रहा होगा तो इस यॉर एंवेलप और इस बेसिस पर बैक्टीरिया को दो ग्रुप में डिवाइड कर दिया है ग्राम पॉजिटिव और ग्राम नेगेटिव सेल एनवेलप के बेसिस पर हमेशा याद रखेगा तीनों लेयर जो है इनके बेसिस फिर उसको धुलवाओगे तो वो भी छोड़ देगा यानि किसी का सगा नहीं है ग्राम नेगेटिव है स्टेन को रिटेन नहीं करता अपने पास नहीं रखता ग्राम पॉजिटिव वाला बहुत पॉजिटिव है इस पे आपने एक स्टेन डाल दिया तो उस स्टेन को पकड़ के बैठ जाता है राइट तो अगर आप देखें तो यहां पर यू करेटिक सेल की बात कर लेते हैं यू करेटिक सेल जो है इनमें काफी सारे कंपार्टमेंट होंगे यानि एक्सटेंसिव कंपार्टमेंटलाइजेशन होगी क्यों होंगे कंपार्टमेंट क्योंकि में बाउंड और ग्रेज है ना भाईया हर एक और ग्रेज की खुद की मेंब्रेन है खुद की बाउंडरी है तो हर तो हमारे अंदर कंप्लेक्स क्या है जो बैक्टीरिया का प्लेजला है वह किस प्रोटीन का बना है प्लेजलिन प्रोटीन का और हमारा जो प्लेजला है किसका बना है ट्यूबलिन प्रोटीन का सोवी आर एडवांस यह प्रोटीन है एडवांस है वह हमारे बॉडी का ढाचा है जैसे हमारे गुटिया भाई का ढाचा है यह मैं आपको दिखा देता हूं तो जैसे हमारी बॉडी प्रॉपर शेप प्रॉपर ओरियंटेशन प्रोवाइड करता है इसी प्रकार से सेल के अंदर भी कुछ प्रोटीन होते हैं कुछ प्रोटीन के फाइबर होते हैं फिलमेंट प्रोटीन होते हैं जो प्रोटीन को स्टेंट प्रोवाइड करते हैं जैसे आपके घर की छट है इसको बनाने से पहले सर्ये डाले गए थे जिस पर कॉनक्रीट आराम से बाइंड कर जाए फिलमेंट तो बड़े जो सेल्स है ना इनको साइटोस्केलेटल की जरूरत है प्रोकरियटिक सेल को जरूरत नहीं थी तो यहां पर यह साइटोस्केलेटल एलिमेंट है इसमें काफी सारे प्रोटीन्स होते हैं जो कि सेल को शेप देंगे जस लाइक हमारी वीडिय मोटिलिटी ऐसे देंगे कि यह जो आपके साइटोस्केलेटल एलिमेंट है इसमें से एक एलिमेंट है माइक्रो ट्यूब्यूल उस माइक्रो ट्यूब्यूल से क्या बनेगा फ्लेजला बनेगा ट्यूब्यूल ट्यूब्यू बीच में इसका size होगा ना जादा बड़ा ना जादा चोटा और micro tubule सबसे बड़ा और micro filament जो है सबसे चोटा ये sequence आपको याद करना है as it is correct अब हम eukaryotic cell के पहले structure के अंदर खुच जाते हैं that first structure is cell membrane क्योंकि ये सब में पाए जाता है universal है cell wall तो आपके plant cell में पाए जाएगी fungus में पाए जाएगी bacteria में पाए जाएगी लेकिन cell membrane तो सब में पाए जाएगी तो इसका structure हम लोग देख लेते हैं तो चाहे prokaryote की cell membrane हो चाहे किसी औरगनेल की मेम्ब्रेन हो, चाहे किसी यूकरियोटिक सेल की सेल मेम्ब्रेन हो, लगबग इनका जो पढ़ने का तरीका है वो सेम रहेगा, इनकी प्रापर्टीज आलमोस्ट सेम रहेगी, तो जो सेल मेम्ब्रेन है, इनकी स्टडीज RBC पे करी गई थी, सिर्फ हेमोग्लोबिन को अपने अंदर स्टोर कर लेता है तो उसके अंदर न्यूक्लियस और काफी सारी मेंब्रेन बाउंड और ग्रेट नहीं है तो उस पर एक ही मेंब्रेन है देट इस सेल मेंब्रेन आप इसी और फैल को लेते लेटे आप लिवर यह सब कुछ है तो कई सारी मेंब्रेन हो जाती ना तो एक मेंब्रेन की प्रॉपर्टी को कैसे पढ़ पाते आप एक एक ही मेंब्रेन है इसमें कंटैमिनेशन नहीं है तो आरबीसी को लिया और दुनिया की हर मेंब्रेन मेंली लिपिड और प्रोटीन की ही बनती है राइट लिपिड जो है यह दो लेयर्स में अपने आपको अरेंज करते हैं क्योंकि सेल जो है कि अंदर भी पानी है तो अंदर पानी रहता है और सेल के बाहर भी सेल के बीच में भी पानी भरा हुआ होता है स्ट्रक्चर कुछ ऐसा होता है ना इसका एक है होता है जिसको कहा पोलर हेड क्यों क्योंकि जो लिपिड है वे आर बेसिकली फॉस्फो लिपिड इनमें फॉस्फेट ग्रूप पाए जाता है तो जो पोलर हेड है इसमें फॉस्फेट ग्रूप है और फॉस्फेट है तो चार्ज़ धेड है तो ये पोलर हो गया राइट क्योंकि वाटर जो है ये भी आपका प और वाटर में भी पानी में भी और यहां भी आपका पीएव फोर्ट नेगेटिव यानि फॉस्ट ग्रूप पाए जा रहे हैं तो पानी से इंटरेक्ट कर सकता है आपका यह है दिखोपड़ी जो है लिपिड की पानी से इंटरेक्ट कर सकती है तो पानी की और आपके यहां पर हाइड्रोकार्बन टेल्स पाए जाती है हाइड्रोजन और कार्बन से बनी हुई हाइड्रोकार्बन टेल्स तो तो यहाँ पर electro negativity difference इतना जादा है नहीं मेरे भाई, तो electron की खीचातानी है नहीं, तो यह polar नहीं हो पाते, इन पर charge नहीं आ पाता, तो यह जो hydrophobic tails है ना, यह आपकी क्या हो जाती है, non polar हो जाती है, यानि water के साथ interact नहीं कर सकती, that's why they are hydrophobic पानी से डरती हैं, और एक खोपड यहां पर देखिए आपके जो गोल मटोल हेड है आपका यह जो सेल है इसकी मेम्ब्रेन है यह बहुत बड़ी मेम्ब्रेन है गोल मटोल होकर पूरा का पूरा सेल तैयार कर रही है तो इस सेल के अंदर की साइड भी पानी है उस साइड भी आपके गोल मटोल सिर है लिपिड का लिपिड मॉलिक्यूल यह आपका दो लेयर्स बनाता है तो फॉर्म सब वाय लेयर ठीक है और आपके यहां पर पाए जाते हैं प्रोटीन तो जो लिपिड नाम की लेयर्स है इनमें प्रोटीन पाए जाते हैं या तो लिपिड में गड़े हुए हो सकते दोनों लेयर में यह आधे गड़े हुए होंगे यानि पार्शली या टोटली बर्ड हो सकते हैं लिपिड लेयर में अ और या फिर ये बाहर की साइड पाए जा सकते हैं peripheral भाई या तो ये protein पूरा गड़ा हुआ है दो lipid की layer है इनमें पूरा गड़ा हुआ है या आधा गड़ा हुआ है लेकिन इसको निकालना मुश्किल है अगर ये बाहर बैठा ह� तो डिपेंडिंग अपन देर इस ऑफ एक्स्ट्रेक्शन कि इनको एक्स्ट्रेक्ट करना कितना आसान है अगर इनको निकालना आसान है दो मिनट में बाहर निकाल कर फेक दोगे तो देखाओ डेस्ट एक्स्ट्रेंसिक प्रोटीन या पेरीफेरल प्रोटीन बाहर है तो आपके क्या हुए एक सेकंड भाईया आएं यह क्या हो गए यह आपके टोटली या पार्टिशली बर्रेड हो सकते हैं यह आपके लिपिड में गड़े हुए पाए जाएंगे या तो आधे गड़े हुए होंगे या पूरे गड़े हुए होंगे ठीक है अब देखें यह जो प्रोटीन और लिपिड का रेशियो है यह जो है वेरी कर सकता है हर एक सेल में हर एक सेल की मेमब्रेन प्रोटीन और लिपिड की ब है तो 1972 में एक मॉडल आया जिसको कहते हैं फ्लूड मोजैक मॉडल आफ प्लाजम मेंब्रेन जो कि आज तक का सबसे ज्यादा एक्सेप्टेड मॉडल है इसका नाम फ्लूड मोजैक क्यों पड़ा फ्लूड का मतलब है बहने वाला तो यह जो आपकी सेल मेंब्रेन है इसमें एक बहने वाला कंपोनेंट होता है देट इस कॉल्ड एस लिपिड और मोजैक जैसे आप हलवा बाय लेयर में तो लिपिड जो है यह फ्लूड है यानि यह आपका cell membrane को grow कर सकती है cell membrane को divide करा सकती है at the time of cell division किसी चीज को cell membrane में pack करके cell के बाहर भेज सकती है किसी चीज को cell के अंदर ले सकती है flexible है तो दो cells के बीच में junction बना सकती है cell ऐसे है यह flexible हो करके कुछ projections बना सकता है और interaction कर सकता है दूसरे cell से या cell divide हो जाएगा या अंदर आ जाएगी और junction बन जाएगे because this cell membrane is flexible because of lipid और प्रोटीन जो है, यह आपका मोजैक है, बीच में कहीं छिड़का हुआ है आपका प्रोटीन, तो यह जो है आपकी लिपिड की एक लेयर, यह लिपिड की दो लेयर, बाहर की साइड आपका हैड होंगे, जो पानी से इंटरेक्ट करेंगे, और अंदर की साइड आपक तो अगर यह बाहर पड़ा हुआ है इट इस कॉल्ड एस पेरीफेरल प्रोटेड ततया आ गया भाईया यह बैठ गया कि मेरे ऊपर अच्छा चला गया है एक सेकंड इसको जटकना पड़ेगा अगर वाइस दिक्कत हो जाएगी एक सेकंड दे दो भाई ओके टेबल के बाद चला गया है ओफिल यह वापस न लेकिन हां यह ततया काट लेता है तो दिक्कत हो जाती है लेट्स होप कि यह ना है चलिए बाकी पढ़ाई पर फोकस करते हैं तो यह आपके दो लिपिट की लेयर है इन्हें अगर बाहर की साइड को प्रोटीन है तो टिस कॉल्ड एस पेरीफेरल कहते हैं क्यों क्योंकि चीजों का ट्रांसपोर्ट करा सकता है फ्रॉम अ आउटसाइड द शेल्ट इनसाइड द सेल या इनसाइड द सेल्ट आउटसाइड द सेल कोई ऐसे चीज है जो डिरेक्टली मेंब्रेन को क्रॉस नहीं कर सकती उसकी क्रॉसिंग के लिए उसके ट्रांसपोर्ट के लिए ट्रांस मेंब्रेन प्रोटीन बहुत काम पर्टिकुलर प्रोटीन में बैठ करके आ सकते हैं इसलिए से ट्रांस मेंब्रेन या चैनल प्रोटीन कहा जाता जा सकता कोलेस्ट्रॉल यूज्वली आपका एनिमल सेल मेंब्रेन के अंदर पाया जाता है तो यह जो लिपिड है इट इज वेरी फ्लूडी जैसे आपके घर पर कोई चेयर है तो उस चेयर का अगर एक पैर थोड़ा सा छोटा है तो उस चेयर पर चड़ने से आपके मेंब्रेन को तो देखा लें तो बुरा मॉलिक्यून नहीं है अगर लिमिटेड अमाउंट में है तो हमारी हेल्पी करता है लेकिन जब ज्यादा मेंब्रेन के अंदर कोलेस्ट्रॉल हो जाए या फिर ब्लड के अंदर कोलेस्ट्रॉल चला जाए तो एक जाता है यह आपका कौन यह आपका कोलेस्ट्रोल यहां पर फिर देखिए अ आपका उपर पाए जा रहा है carbohydrate, तो carbohydrate जो है, it makes the membrane asymmetrical, यह जो membrane है, इसको asymmetrical कर देता है कौन, carbohydrate, कैसे एसिमेट्रिकल यह इसलिए कर देता है क्योंकि सिर्फ बाहर की साइड पाए जाएगा रिसेप्टर जो है बाहर की साइड पाए और जब ये लिपिट के साथ interact करते हैं, then they make glycolipid, glyco का मतलब carbohydrate and lipid का मतलब lipid, तो glycoprotein और glycolipid सिर्फ बाहर की साइड पाए जाते हैं, membrane के अंदर की साइड नहीं, तो कोई आपसे पूछ ले, statement बेस सवाल आ जाए, कि क्या cell membrane asymmetric है, बिलकुल है, क्योंकि उसमें आपका जो carbohydrate सिर्फ कार्बोहाइड्रेट है जो आपकी आउटर लेयर पे देखने को मिलेगी यहाँ पर देखें अब यह मेम्ब्रेन है यह एक लिपिड लेयर है दूसरी लिपिड लेयर है अगर न्यूट्रल मॉलिक्यूल है या पानी वगेरा है तो न्यूट्रल मॉलिक्यूल जो है यह आपका इस मेम्ब्रेन को आसानी से क्रॉस कर लेता है तो हाई कंसं� किसी चीज की जरूरत नहीं पड़ी, किसी प्रोटीन की जरूरत नहीं पड़ी, नुट्रल मॉलिक्यूल सीधा मेम्ब्रेन को क्रॉस करके आगे अगर मॉलिक्यूल पोलर है, अब आप बोलो के सर वाटर जो है वो तो पोलर है, पर भाई नुट्रल भी तो है, इसलिए तो युनिवर्सल सॉल्वेंट बोलते हैं, पोलर है तो पोलर के साथ दोस्ती कर लेता है, नुट्रल है तो नुट्रल के साथ दोस्ती कर लेता है, तो चैनल प्रोटीन चाहिए एक पूरा का पूरा यहां पर ट्रांस मेंब्रेन प्रोटीन चाहिए तो इनको प्रोटीन का साहरा चाहिए ट्रांसपोर्ट होने के लिए जाए भी हाई कंसेंट्रेशन टू लो कंसेंट्रेशन ही रहे हैं यानी यहां पर तो यह चाहे फैसिलिटेटेड डिफ्यूजन हो चाहे सिंपल डिफ्यूजन है तो डिफ्यूजन ही एनर्जी की रिक्वायरमेंट तो नहीं है नेचर जो है अपने रूल को फॉलो कर रहा है हाई कंसेंट्रेशन टू लो कंसेंट्रेशन जा रहा है भाई मैंने अगर तो अगर यहां पर हाई कंसेंट्रेशन से लो कंसेंट्रेशन जा रहे हैं तो डिफ्यूजन ही है यानि पैसिफ ट्रांसपोर्ट है कोई इसमें एनर्जी नहीं लगती लेकिन अगर आप नेचर के रूल के खिलाफ जा रहे हैं अगर आप किसी चीज को लो कंसेंट्रेशन ट� यहां पर आपको पंप्स का इस्तेमाल करना पड़ेगा, एक्टिव ट्रांसपोर्ट करना पड़ेगा, यानि ATP लगानी पड़ेगी, तो जहां भी आपको पंप शब्द मिल जाए, मतलब ATP यूज़ हो रही है, यानि कि यहां पर आपका एक्टिव ट्रांसपोर्ट हो रहा है, लेकिन जो cell wall है मेरे दोस्त जब cell नया होता है तो flexible होती है तो जब एक plant cell नया है तो उस पे जो cell wall है it is called as primary cell wall वो अभी आपकी grow कर सकती है लेकिन cell एक बार अपनी अगर shape ले अपना final रूप ले तो उस पे secondary cell wall आके लग जाती है जो की आपकी flexible नहीं होती तो primary तो वह फिर ग्रो नहीं कर सकती तो आपकी जो रिजिट सेल वॉल है यह प्रोटेक्शन भी दे सकती है एंड आपकी सबसे बाहर वाली लेर है तो दो सेल जब आपस में टकराएंगे तो दोनों में इंटरेक्शन कैसे होगी सबसे बाहर वाली लेर तो अधित अगर आपके अंदर है बहुत हड़ी तो कौन सा पार्ट कंटेक्ट में आया आपके हाथ और मेरे हाथ का कोई बहुत बड़ा मॉलेक्यूल होगा मैक्रो मॉलेक्यूल तो उसको सेल में एंट्री लेने से रोक छोटे मोटे मॉलिक्यूल तक को भी वह चेक करता है गेट पास सेल मेंब्रेन ही देता है लेकिन कोई बहुत ही बड़ा मॉलिक्यूल आ जाएगा कि अंधे को भी दिख जाएगा कि यार सेल में जबरदस्ती घुशना चाहता है तो उसको सेल वॉल भी रोक मैनन्स यानि मैनोशुगर और मिनरल्स भी है इन ऑर्गनिक केमिकल्स भी है जैसे कैल्शियम कार्बोनेट और हाईयर प्लांट्स होते हैं अलगी को छोड़कर उनमें क्या देखने को मिलता है सेल्यूलोज इसी का भाई है हैमी सेल्यूलोज लेकिन जब सेल मैचॉर हो जाता है तो उसके अंदर प्राइमरी सेल वॉल के अंदर सेकंडरी सेल वॉल आ जाती है आपकी अंदर की साइड इन साइड प्राइमरी बॉल तो सबसे अंदर आपकी सेल मेंब्रेन उसके ऊपर आपकी सेकेंडरी सेल वॉल बाहर प्राइमरी सेल वॉल जो कि झड़ती हुई जाएगी विद टाइम राइट मिडल लेमिला क्या होती है मिडल लेमिला मतलब दो आपके प्लांट के सेल है राइट इन में अपनी-अपनी सेल मेंब्रेन है सेकेंडरी सेल वॉल है उसके बाद इन सेल्स को तो यह specific chemical की बनती है, called as calcium pectate, 99% plant में calcium pectate, 1% में magnesium pectate, यह आपका क्या करती है, दो plant cell को जोडती है, और दो plant cell के cytoplasm को, अगर आप आपस में connect कर दे, कि plant cell आपस में material का भी आदान प्रदान कर पाएं, तो वो जो cytoplasmic connection बना है, यह जो strand बना है, दो plant cells के बीच में, इसे plasma decimator कहा जा सकता है, तो यह आपकी सारी की सारी cell wall की discussion हो गई, अब eukaryotic cell की organelles पे आ जाते हैं, तो सबसे पहला जो सिस्टम है यह है एंडो मेंब्रेन सिस्टम एंडो का मतलब सेल के अंदर मेंब्रेन सिस्टम मतलब ऐसा सिस्टम है जिसमें कई सारे मेंब्रेन बाउंड औरगनेल्स हैं तो एंडो मेंब्रेन सिस्टम बनते हैं चार औरगनेल्स हैं जुनके फंक्शन्स आ तो आपका एंडो मेंब्रेन सिस्टम का यह पार्ट बनती है यह होता है एंडो मेंब्रेन सिस्टम में न्यूक्लियस जो है इट डबल मेंब्रेन बांड स्ट्रक्चर तो न्यूक्लियस जो है इस पर दो मेंब्रेन है आउटर वाली जो मेंब्रेन है तो राफ एंडो प्लाज में क्रेटिकुलम जिस पर राइबोसोम है तो राइबोसोम इस द प्रोटीन फैक्टरी यह क्या करेगा प्रोटीन बनाएगा और गोलजी की तरफ भेजेगा और स्मूद एंडो प्लाज में क्रेटिकुलम एस पर स्मूद यह क्या बनाएगा स्टेर जैसे वाई फाइ का सिंबल होता है ना ऐसा लगता है कि कोई सेंटर है और इस पर छोटे सरकल बड़े सरकल फिर और बड़े सरकल बना दिये हैं ऐसा आपका एक कॉनसेंट्रिक्स आरेंजमेंट देखने को मिलता है तो एंडो प्लाज में क्रेटिकुलम से प अलग शुगर्स एड करता है आपका गोलजी प्रोटीन और लिपिड पे उन शुगर से पता लगता है कि कौन से शुगर एड करी है इससे पता लगता है किस प्रोटीन को कहां जाना है क्या इसको गोलजी में ही रहना है क्या इसको एंडोप्लाज्मिक रेटिकुलम में आपका कार्बोहाइड्रेट का ठपा लगा देना एक्चल में वो address का tag है फिर आपकी जो गोलजी है ये आपका चीजों को transport करके भेजती है, package करके भेजती है इसकी कोई packaging जिसमें specific digestive enzymes पाए जाते हूँ उसको हम कहते हैं Lysosome तो Lysosome किस से बनता है?
गोलजी से ही बनता है गोलजी से एक वसाइकल निकली गोलमटोल और उसमें digestive enzymes है माइलेज, जो आपके लाइप लिपिड को तोड़ दे ऐसे लाइपेज ये सारे एंजाइम पाए जाते हैं एक वसाइकल में इसे लाइसो आपके सेल का वह स्टोर हो जाता है एक स्टोर हाउस में जिसको कह दिया वैक्यॉल इसमें हम सारा का सारा सामान जैसे आइन्स वगैरह है जैसे कि सेब हो गया यानि आइन्स है एक्स्ट्रा वाटर है एक्स्ट्रा एक्स्ट्रीटरी वेस्ट है यहां पर देखेंगे तो एंडोप्लाजमिक रेटिकुलम क्या है नेटवर्क ऑफ स्कैटर्ड ट्यूब्स ऐसे कई सारे ट्यूब्स न्यूक्लियस के आउटर एंवेलप से कनेक्टेड राइट तो इस एंडोप्लाजमिक रेटिकुलम के अंदर का जो आपका एरिया है इसे कहते हैं आपका लूमिनल स्पेस लूमन ऑफ एंडोप्लाजमिक रेटिकुलम इसके अंदर की कैविटी और सेल में बचा हुआ जितना तो रफ एंडोप्लाजमिक रेटिकुलम है तो यह प्रोटीन बनाएगा और आपका स्मूध एंडोप्लाजमिक रेटिकुलम है स्टेरोइड और लिपिड बनाएगा ज्यादा पास कौन रहता है न्यूक्लियस के आपका रफ एंडोप्लाजमिक रेटिकुलम तो यह कंप्लेक्स इसलिए है क्योंकि 1898 में टेमिलो गोलजी नाम के साइंटिस्ट ने इसको डिसकवर किया था इसमें आपके सिस्टर ने पाए जाते हैं आपके फ्लैट और डिस्क शेप इनको सिस्टर ने कहा जिनका डायमीटर पॉइंट फाइव से एक माइक्रोमीटर होता है आधे से एक माइक्रोमीटर होता है यह जो आपके सिस्टर ने है इनमें प्रोटीन और लिपिट बन कर आएंगे फर्स्ट पार्ट में इसको कहा कॉनवेक्स पार्ट इस पार्ट यह फॉर्मिंग पार्ट यहां पर फॉर्म होकर आ रहे इसे पैक होकर मैचॉर होकर ग्लाइकोसाइलेट होकर आगे की साइड जा रही है तो पैकेजिंग और ग्लाइकोसाइलेशन लिपिड और प्रोटीन की कहां होती है गोलजी में जी फॉर गोलजी जी फॉर ग्लाइकोसाइलेशन ठीक है फिर आता है आपका लाइक तो कम पीएच चाहिए सारे चार से पांच पीएच चाहिए यह पीएच कैसे मेंटेन होगा सर साइटोप्लाज में खूब सारे प्रोटोन होते हैं एक प्रोटोन पंप लगाओ मतलब एक्टिव ट्रांसपोर्ट तो लाइसोसोम में प्रोटोन पंप है तो आता है आपका वेक्यॉल एक्स्ट्रा पानी एक्स्ट्रा सैप यानि आयन्स एक्स्ट्रा एक्स्क्रीटरी वेस्ट सारा वेक्यॉल में डाला जा सकता है इसमें सिंगल मेंब्रेन होती है जिसका स्पेशल नाम है टोनोप्लास्ट अ जैसे लाइसोसोम में भी एक ही मेम्ब्रेन थी, एंडोप्लास्मिक रेटिकुलम में भी, गोलजी कॉंपलेक्स में भी इनकी मेम्ब्रेन का कोई खास नाम नहीं है, यहां मेम्ब्रेन को अलग से नाम दिया है, कॉल्ड टोनोप्लास्ट, और यह जो वैक्यॉल है, इसमें भी डालते ही हैं ठूसते ही हैं उससे कुछ निकालते नहीं है इतिहास गवा है आज तक स्टोर हाउस से किसी ने कुछ नहीं निकाला चीजें ठूसी गई है तो स्टोर हाउस में अलरेडी काफी सारा माल है फिर भी हम और माल एड तो क्या एक्टिव ट्रांसपोर्ट हो जाएगा बिल्कुल हो जाएगा सर यहां भी अपने ट्रांसपोर्ट होगा बिल्कुल होगा तो यहां भी आप कह सकते हैं कि आपका एक्टिव ट्रांसपोर्ट देखने को मिलेगा तो पंप चाहिए आपको स्पेशल आपके वैक्यॉल्स पाए जाते हैं अलग-अलग जो कोंट्रैक्ट करते ही एक्सक्रीटरी मटीरियल बाहर निकल जाता है सेल के तो एक्सक्रीटरी मटीरियल बाहर और फूड वेक्यॉल पाए जाता है कुछ सेल्स में जैसे कि प्रोटिस्टन सेल्स में तो प्रोटिस्ट जो होते हैं उनकी बॉडी भी एक ही सेल की है तो वह जो फूड खाते हैं वह एक जगह पर जमा हो जाता है उसी के ऊपर मेंबरेन आकर लग जाती है उसी या माइक्रो बॉडी मतलब छोटी-छोटी बॉडी माइक्रो बॉडी मतलब छोटी और ग्रेज पर एक ही मेंबरेन है प्लांट और एनिमल दोनों प्रकार के सेल्स में पाई जा सकती है एक ही इन पर मेंब्रेन होती है और कुछ स्पेसिफिक एंजाइम होते हैं यानि कि एक दो ही काम करते हैं जैसे कि पर ऑफिसों एडिजन एग्जांपल आफ विक्रोबाडी प्लांट और एनिमल दोनों में पाए जाए पर ऑक्साइड मेटाबॉलिजम मतलब सर और अक्साइड मेटाबॉलिजम मतलब मेरे भाई कि आपका हाइड्रोजन पर ऑक्साइड को जो कि टॉक्सिक केमिकल है उसको तोड़ करके बना देगा वाटर और ऑक्सीजन वाटर तो हमारी बॉडी में 70 परसेंट से OMM मतलब outer membrane of mitochondria पाई जाएगी अंदर की side है inner membrane of mitochondria यह structure देखा हुआ है यह structure कहीं सुनेला लगता है बिलकुल सुनेला लगता है sir अभी prokaryote के cell में पढ़ा था कि mesosome बनता है ना membrane अंदर की side fold हो जाती है surface area बढ़ता है यहां भी अंदर की side membrane fold हो जा रही है इन foldings को कहते है क्रिस्टा जिससे surface area बढ़ जाता है inner membrane of mitochondria का यानि inner membrane of mitochondria जो है यहाँ पर ATP बनने का main process होता है ठीक है तो बाहर वाली outer membrane of mitochondria अंदर वाली inner membrane of mitochondria बीच का यह जो पीला इलाका है यह दो membrane का space यानि inter membrane space ठीक है अंदर जो बचा हरे भरे color का जैसे cell के अंदर cytoplasm वैसे ही mitochondria में इसको बोल देते हैं matrix homogeneous एक जैसी दिखने वाली आपका dense material इसमें भरा रहेगा homogeneous material भरा रहेगा इसको कहते हैं क्या रेगुलर मटीरियल भरा रहेगा इसको कहते हैं हम मैट्रिक्स तो माइटोकोंड्रिया की जो मैट्रिक्स है इसमें होगा डबल स्टेंडर सर्कुलर डियने सेम बैक्टीरिया जैसा खुद का आरेने भी बना सकते हैं सेवेंटी एस राइबोसोम बैक्टी माइटोकंड्रिया उसी सेल के अंदर रख रहे रहने लगा बोला मालिक मैं आपको एटीपी बना के दे दूंगा मुझे मारो मत मुझे अपने साथ रख लो तो कहीं से आप खाना जुगार करके लेकर आपको एटीपी बनाऊंगा आपको एक एनर्जी तो अंदर ज्यादा सिक्योरिटी होती है हमेशा बाहर के कंपरेजन में तो जो क्लोरोप्लास्ट है इसमें भी दो मेंब्रेन है हमेशा याद रखेगा बाहर वाली ज्यादा परमीएबल अंदर वाली कम परमीएबल चीजों को रोक लेती है तो यह आदे काम अपने खुद कर लेता है डाइट आउटर मेंब्रेन के अलग काम है इनर मेंब्रेन के एटीपी सिंथेसिस के काम है तो इनके अलग-अलग एंजाइम भी होते हैं माइटोकोंड्रिया को पावर हाउस कहा जाता है क्योंकि रेस्पीरेशन करता है यह आपका क्या करेगा एटीपी बनाएगा अब सेम है प्लास्टेड जिसका एक क्लासिक एग्जांपल है क्लोरोप्लास्ट तो प्लास्टेड है मेरे दोस्त यह आपके प्लांट में मिलेगा और यूगलीनोइड में मिलेगा सब्सक्राइब करें और दक्कन���क्ट बिन प्लांट एंड एनिमल्स अगले से अगले चैप्टर की जब आपके समरी बनाकर दिखाऊंगा बाय लॉजिकल क्लासिफिकेशन की तो आपको आईडिया लगेगा वह टाइप लेनाइड तो यह नोट जो है यह प्रोटिस्टा में आते हैं किंडम प्रोटिस्टा शुद्ध तो खाना बनाएंगे प्लांट की तरह बिव करेंगे और हेट्रोट्रॉफिक भी संलाइट नहीं है तो आपका किस तरह बिहेव करेंगे एनिमल की तरह बिव करेंगे सुद्ध बिहेव लाइक प्लांट देखें बिहेव लाइक एनिमल इस प्लांट इनका बड़ा होता है माइटोकांड्रिया के कंपरेजन में माइटोकांड्रिया का अगर आप साइज देखो तो इसका जो साइज है यह कम था डायमीटर है इसका 0.2-1 माइक्रोन, एवरेज निकालोगे आधा माइक्रोमीटर, और लेंथ जिसकी 1-4.1 माइक्रोन, एवरेज निकालोगे ढाई माइक्रोमीटर, तो इतना चोटा है कि इसको देखने के लिए, पूरे सल में इतनी सारी चीज़े हैं, अलग से माइटोकंड 5-10 माइक्रोमीटर यानि एवरेज 7.5 माइक्रोमीटर यहाँ ढाई निकल रही थी 7.5 तीन गुना बड़ा और विड़त देखो 2-4 माइक्रोमीटर एवरेज कितना निकला 3 माइक्रोमीटर यहाँ आधा तो overall mitochondria से 4-5 गुना बड़ा होता है आपका flustered तो दिखाई देगा ना तो इसको अलग से stain करने की जरूरत नहीं होती जो mitochondria इसका number अलग-अलग होता है different cells में किसी cell को ज़ादा energy की जरूरत है जैसे bird के flight muscles हैं तो सबसे ज्यादा उनमें energy की जरूरत है flight में खूब सारी energy लगती है आपके जो limb muscles है इनमें बहुत तो डिपेंडिंग अपने तक कंडीशन कि किस सेल में कितनी अनेर्जी की रिक्वायरमेंट है नंबर आपका चेंज होता रहता है फिर अगर क्लोरोप्लास्ट की बात करें तो क्लमाइडो मुनास एक यूनी सेलुलर ऑर्गेनिजम है इसमें सेल एक है तो उसमें एक अगर आपका कप शेवड क्लोरोप्लास्ट होगा उससे भी काम चल जाएगा तो एक लोग प्लास है और अगर आप आगे देखें तो मिजोफिल सेल जो है जो प्लांट में आपका पत्ती में पाए जाता है मिजोफिल सेल राउंड या ओवल अभी तो यह जो है इसमें 20 से 40 आपके क्लोरोप्लास पाए जाते हैं, खूब सारी फोटो सिंथसिजे करता है, तो इनका नंबर variable हो सकता है, माइटोकॉंड्रिया का और क्लोरोप्लास्ट का, दिपेंडिंग अपॉन दे सेल कि कितनी एनर्जी की जरूरत है, केरोटिन और जेन्थोफिल्स, यह अलग-अलग कलर के होंगे यल्लो और एंज रेड लूकोप्लास लूको मतलब वाइट जैसे आपके वाइट ब्लड सेल्स जो है उनको लूकोसाइट कहा जाता है तो लूकोप्लास मतलब वाइट यानि इनमें कोई पिगमेंट नहीं होगा तो उनका काम क्या है सर इनका काम है फूड स्टोर करना तो अगर एल्यूरोप्लास है तो एल्यूरोन लेयर किसकी बनती है प्रोटीन की एल्यूरो और इलायोप्लास्ट, इलायोप्लास्ट में क्या अल्फाबेट आए, E, आपका L, A, I, O, यहां देखो तो O आ गया, I आ गया और L आ गया, तो ओईल और फैट ये क्या करता है, स्टोर करता है, इलायोप्लास्ट के नाम में ही आपको ओईल देखने को मिल जाता है, तो ओईल आउटर मेम्ब्रेन जादा परमियेबल चीजों को आने देती है, अंदर वाली मेम्ब्रेन फाइनल मौके पर रोक लेती है, यहाँ आपके चोटे-चोटे सिक्कों जैसे स्ट्रक्चर हैं, यह जो तीन मैने स्काई ब्लू कलर के बनाये हैं, यह तीन चोटे-चोटे सिक्के है घड़ी में जो cell डलता है हाथ की घड़ी में गोल मटोल mercury cell वैसे इसकी शकल है और घड़ी में light जलती है तो इसमें क्या होते हैं light reaction होते हैं ग्रेना में हमेशा याद रखेगा और दूसरी trick जो आप बनना चाहते हो doctor साब dr का मतलब dark reaction कहां होंगे साब as for stroma तो cell के अंदर जो इस क्लोरोप्लास में भी खुद का डीएने खुद का आरेने खुद का प्रोटीन खुद के सेवेंटीएस राइबोसोम है माना जाता था यह भी पहले आपका फोटोसिंथेटिक बैक्टीरिया था एंडो सिंबाइटिक थ्यूरी से प्रूफ होता है कि आपका माइटोकोंड् करेट है जी एकदम करेक्ट है नाओ सिलिया एंड फ्लेजला अब एक जो सेल है उसमें कई सारे सिलिया पाए जा सकते हैं क्योंकि सिलिया अकेला बहुत छोटा होता है इसका साइज बहुत छोटा है तो हजारों सिलिया चाहिए मूवमेंट आप पानी को पीछे ढके रहे हैं तो रिलेटिव मूवमेंट हो रही है राइट तो इसी प्रकार से सिलिया जो हजारों सिलिया एक कॉर्डिनेटेड वे में मूव करते हैं तो अपने आसपास के सराउंडिंग फ्लूइड को धक्का मारते हैं तो लाइक और चप्पू की तरह काम करते हैं कॉर्डिनेटेड वे में मूव करते हैं और प्लेजला का साइज बड़ा है तो कम flagella भी अगर देखने को मिले एक cell में तो भी movement हो सकती है because they are very large in size यहां देखिए आपका cilia का या flagella का structure है दोनों का structure same ही होता है मैं आपको थोड़ा और detail में दिखाता हूँ I have one model for you राइट यह जो मॉडल है इसको गवर से देखिए यह आपका सिलिया है तो समझ लीजिए यह आपका बैक्टीरिया का सरफेस है यह आपका एक यू कर्योटिक सेल का सरफेस है यू कर्योटिक सेल की बात कर लेते हैं इससे सिलिया या फ्लेजला निकल रहा है चोटी जैसा मैंन तो मुझे सिर्फ गोल मटोल पैन ही दिखाई देगा ना इस प्रकार से मुझे गोल मटोल सिलिया दिखाई दे रहा है तो सिलिया और फ्लेजला क्या थे? देवर extensions of cell membrane तो cell membrane तो इनके उपर होगी ही cell membrane नहीं extend होकर के सिलिया फ्लेजला बनाए थे यह micro tubules लगे हुए हैं तो periphery पे देरा doublet micro tubules यह doublet है दो pipe लगाए हुए हैं तो दो pipe यहां, दो pipe यहां ऐसे नौ bundles हैं तो दो pipe के नौ bundles हैं periphery पे यानि चारो और तो मेरे पास क्या है 9 जो है डबलेट है और इन डबलेट को कनेक्ट करने के लिए मैं क्या लगाता हूं इंटर डबलेट ब्रिज यानि डबलेट के बीच की ब्रिज इंटर डबलेट ब्रिज ठीक है उसके बाद अगर आप देखें तो सेंटर पर जो है दो सिंगलेट है एक 9 plus 2 arrangement इसको बोला जाता है, ठीक है, 9 plus 2 arrangement, यह जो आपकी center पे singlets है, इनके around भी एक चोटी सी sheath होती है, काले color से मैंने draw कर रखी है, it is called as central sheath, central microtubules के around sheath है, जिसे central sheath कहा, अब यह जो central sheath है, यह connect हो जाती है इन doublet से, with the help of these डंडे, है न, यह डंडे जो है क्या है, radial spoke, ऐसा इसलिए इनको कहा radial spoke ये radius की तरह behave करते हैं तो इन 9 के 9 आपके doublets को connect करते हैं central sheet से तो 9 doublets हैं तो इनसे 9 डंडे निकल रहे हैं तो radial spokes भी कितने हो गए 9 हो गए correct तो ये जो आपके डंडे हैं ये हो गए radial spoke total 9 2 हो गए singlet इनके आसपास हो गए आपकी central sheet फिर हो गए पहार के 9 doublets और उसके बाद आपकी हो गई cell membrane या plasma membrane इंटर डबलेट ब्रिज जो नेक्जिन प्रोटीन की बनेगी इसलिए इसे नेक्जिन लिंक भी कहा, तो जब भी किसी सिलिया और फ्लेजला को मैं काट करके देखता हूँ, तो ये सेंटर का कोर मुझे दिखाई देता है, सिलिया फ्लेजला के सेंटर पे जो पाये जा रहे है चैनल एंड सेंट्रोसोम तो सेंट्रोसोम क्या है दो सेंट्रियोल जब आकर के 90 डिग्री पर एडजेस्ट हो जाए दिस वन सेंट्रियोल सिलेंड्रिकल सेंट्रियोल दिस सेकंड सिलेंड्रिकल सेंट्रियोल यह दो सेंट्रियोल आपके 90 डिग्री अरेंज हो गए और इनके आसपास अमोर्फिस सा इर्रेगुलर सा धुंदला सा क्लाउडी मटीरियल जमा हो गया कुछ प्रोटीन परपेंडिकुलर और क्लाउडी सा मटीरियल है अमॉर्फस पेरी सेंट्रियोलर मटीरियल है इसको हम सेंट्रोसोम कहते हैं अगर एक सेंट्रियोल के आप बात करें तो कुछ ऐसा स्ट्रक्चर है अगर सेंट्रियोल के आप बात करें तो ऐसा स्ट्रक्चर है सेंटर पे प्रोटीन का एक हब है प्रोटीनेशियस हब है और उसके चारो और गुलाई में क्या पाए जा रहे हैं आपके triplet microtubules पाए जा रहे हैं वो भी 9 तो center पे कोई microtubule नहीं है hub है और बाहर आपके triplet पाए जा रहे हैं आपके 9 तो 9 तो triplet है center पे कुछ नहीं है तो 9 plus 0 arrangement इसको हमने कहा और cartwheel जैसा ये structure है तो हम बोलते हैं कि centriole का जो structure है ये cartwheel like structure आपका होता है ठीक है तो 9 प्लस 0 अरेंजमेंट सेंट्रीओल की 9 प्लस टू अरेंजमेंट आपके सिलिया और फ्लेजला की यहां पर इंटर डबलेट ब्रिज था डबलेट के बीच इंटर सिंगलेट ब्रिज था सिंगलेट के बीच यहां सिर्फ ट्रिपलेट है तो उनके है इसलिए से कार्ट वील लाइक अरेंजमेंट कहते हैं ठीक है आपकी लास्ट और गनियल डाट इस न्यूक्लियस और इसके इसे सेल का दिमाग कह सकते हैं क्योंकि मेन कंट्रोल जो है पूरे सेल पर वह कौन रखता है न्यूक्लियस ही रखता है तो इस ब्रेन ऑफ द शेल और इसका नंबर वैरियेबल है यूजुअली एक सेल में एक ही न्यूक्लियस होता है पर कई सेल मेचॉर्ड मेमिलियन आर भी सी है हमने पढ़ा उसमें न्यूक्लियस नहीं है राइट सिमिलरली आपका जायलम है तो उसमें हम ट्रैकीड की बात करें वैसल की बात करें हम लोग फाइबर की बात करें तो देख नो न्यूक्लियस तो यह जिनमें मल्टिपल और भी और यह सारी चीजें आप लोग पढ़ रहे होंगे इन चैप्टर बायोलॉजिकल क्लासिफिकेशन फंगस के बारे में तो इनका नंबर भी क्या होता है वैरियेबल होता है तो यह न्यूक्लियस है इसके अंदर कुछ सामान पाया जाता है इसे नाम है तो शब्द क्या रहा है यानि कलर तो यह जो है इसको डाई किया जा सकता है न्यूक्लियस के अंदर कुछ क्योंकि जो क्रोमेटिन है मेनली इसमें जो सामान है वह एसेड��क है यॉक्सी राइबोस न्यूक्लिक ऐसेड राइबोस न्यूक्लिक ऐसेड इनको बेसिक डाइन लुबाती है वे जो क्रोमेटिन है इट इस न्यूक्लियो प्रोटीन इसमें न्यूक्लिक ऐसेड भी होता तो सूट बूट आ जाएगा क्यों क्योंकि तब हमें तैयार होना है तो जब सेल डिवाइड नहीं कर रहा होता कोई काम नहीं है उस टाइम पर डिएने को खुला पड़ा है लेकिन जब सेल डिवाइड करने वाला होता है तो पैक हो जाता है क्रोमोसोम बना लेता है र तो chromosome बना लेता है बढ़िया packaging कर लेता है तो same यहाँ पर आपको चीज देखने को मिलेगे कि यहाँ पर DNA और RNA है histone protein है जो basic level की packaging करता है higher level of packaging करनी है तो non-histone chromosomal proteins यानि NHC proteins की जरूरत पड़ती है तो यह आपका nucleus है nucleus की outer membrane, nucleus की inner membrane membrane आपस में ही outer और inner membrane fuse हो गई तो बीच-बीच में आपके pore बन जाते है न्यूक्लियर मेंब्रेन के पोर्स न्यूक्लियर मेंब्रेन के छेद यानि न्यूक्लियर पोर्स इनको कहा जाता है ठीक है अब डीएने और अगर प्रोटीन बन चुका है, साइटोप्लाज में, राइबोसोम ने प्रोटीन बना दिया है, और कुछ प्रोटीन मुझे नूकलियस में चाहिए, डियने रेफलिकेशन के प्रोटीन है, ट्रांस्क्रिप्शन के प्रोटीन है, एंजाइम्स है, यह अगर मुझे चाहि� इसे बोल दिया पेरी न्यूक्लियर स्पेस पेरी ऑफ न्यूक्लियस पर पाए जा रहा है पेरी न्यूक्लियर स्पेस डाइमेंशन है 10 से 50 नेनोमीटर इतनी मोटा है 10 से 50 नेनोमीटर इन दोनों मेंब्रेंस के बीच यहां पर आपका क्या ने बना रखा है छोटा सा परपल कलर का लेट से आपका प्रोटीन है हिस्टोन और हाई लेवल पर चाहिए होंगे ब्लू कलर के आप आपके नॉन हिस्टोन क्रोमोसोमल प्रोटीन इन चारों को मिला करके क्रोमोटिन कहते हैं अब न्यूक्लियस के अंदर जो मटीरियल है बाकी भरा हुआ इसको क्या कहीं है न्यूक्लियोप्लाज्म सेल का प्लाज्मा साइटोप्लाज्म माइटोकोंड्रिया न्यूक्लियस के अंदर ही कुछ स्ट्रक्टर्स पाए जाते हैं गोल मटोल डेंस जिनको कहते हैं न्यूक्लियोलस जो है यह आपका कहलाता है आर आरेने फैक्टरी यानि यह बनाता है राइबोसोमल आरेने और प् तो आरा रने ज़्यादा होना चाहिए यस और आरा रने बनाना है तो आरा रने की फैक्टरी आने न्यूक्लियोलस ज़्यादा होने चाहिए तो जिन सेल में ज़्यादा प्रोटीन बनते हैं उनमें ज़्या और जिन सेल्स में कम प्रोटीन आपके पाए जाते हैं कम प्रोटीन अगर बनते हैं तो छोटा न्यूक्लियूलस और एक न्यूक्लियूलस आपका पाए जाता है दिस इस करेक्ट तो जब डीएने आपका डिवाइड नहीं कर रहा होता खुला-खुला प्रेजेंट जाता है अदरवाइज वह पैक होकर के क्रोमोजोम बना लेता है यह आपका क्रोमोजोम का ओवर ऑल फुल्ली पैक्ट स्ट्रक्चर है ठीक पहली कंस्ट्रिक्शन आ गई सीधा चल रहा था पहला गढ़ाया पहली कंस्ट्रिक्शन इस प्राइमरी कंस्ट्रिक्शन इस प्राइमरी कंस्ट्रिक्शन या सेंट्रोमेयर इसके ऊपर भी दो आर्म्स पाए जाएंगी नीचे भी दो आर्म्स पाए जाएंगी तो बिल्कुल कह दिया जाएगा सर तो दीस टू क्रोमेटेड्स यह जो मैंने लाल कलर से मार्क कर रखे हैं दीजार सिस्टर क्रोमेटेड्स क्योंकि दोनों का पापा से है दोनों का सेंट्रोमेयर से है यह जो सेंट्रोमेयर है इसके चारों और प्रोटीन की डिस्क लगी रहती है एक प्रोटीन का कवर लगा रहता है जिसको कहते हैं काइनेटो कोर तो समझ लीजिए इंचा तानी का काम कौन करेगा आपके स्पिंडल फाइबर्स कई सारे फाइबर्स हैं अ जो क्रोमोसोम को अलग करने का काम करते हैं तो यह जो आपका खीचा तानी का काम करेगा यह कौन करेगा स्पिंडल फाइबर करेगा और इस स्पिंडल फाइबर कहां टैच होता है काइनेटो को पर ना कि सेंट्रोमेयर पर यहां काइनेटो को उस पर स्पिंडल फाइबर अटैच होंगे और वह सेपरेशन कर रहे होंगे करेक्ट बहु कम ऐसे क्रोमोजोम होते हैं जिन पर आपकी सेकेंडरी कंस्ट्रिक्शन पाए जाएगी क्रोमोजोम सीधा चला गड़ा आ गया फुचुक प्राइमरी कंस्ट्रिक्शन फिर सीधा चला फुचुक गड़ा आ गया ये जो आपके डंडे बना रख भाई एक छोटा सा आपको मिट्टी का कन दे दूँ और कहूं उस पर कलर करो, भाई दिखेगा ही नहीं तो कलर कहां से करोगे, कलर वो पकड़ेगा कैसे, उसकी साइज ही नहीं हो तनी, तो यहाँ पर it is a non-staining region, secondary constriction के उपर एक non-staining region है, बहुत छोटा सा जिसको satellite कहते हैं, लेकिन सेकेंडरी कॉंस्ट्रिक्शन बहुत चुनिंदा क्रोमोजोम में होती है जिन्हें सेट क्रोमोजोम कहते हैं हम लोग तो बहुत चुनिंदा ही क्रोमोजोम होंगे जिनको सेट क्रोमोजोम बोल पाएंगे यहां जो डियने होता है सेट इलाके में यह यूज़ूली ए� दोनों की दोनों आर्म्स बराबर मेटा सेंट्रिक अगर ऊपर की आर्म थोड़ी सी छोटी है नीचे की आर्म थोड़ी सी बड़ी है बहुत जादा फर्क नहीं है तो इस सब मेटा सेंट्रिक अगर ऊपर की आर्म बहुत छोटी है और नीचे की आर्म बहुत बड़ी हो गई यह आपको देखने को मिले, तो जहां पर दोनों आर्म्स बराबर है, तो एक जासी ही दिखती है, तो इनमें कोई फर्क नहीं है, जहां एक आर्म थोड़ी सी चोटी होई और दूसरी चोटी सी बड़ी हो गई, चोटी वाली को बोलेंगे small p, बड़ी वाली को बोलेंगे small q, अब यहाँ पर मैंने जितने भी पिछले 5-6 साल के important PYQs थे वो डाले, पीले कलर से मैंने highlight कर दिया है question और green color से answer, तो यह आपकी पूरी complete consolidated sheet हो गई जिसमें आपको कुछ भी करने की जरुवत नहीं है, मतलब इतना प्यारा lecture, जहाँ पर everything सारी बात जो है जो PYQ में आई हुई है वो हरे कलर से पहले ही लिख दी है राइट हाथ से बनाए हुए सुन्दर बढ़िया नोट्स शांदार नोट्स जिनको जब आप प्रिंट निकालोगे तो आपको पता लगेगा क्योंकि आप तक यह लेक्शन लेकर के आ रहा हूं अपने तरफ से आएव डन कंपलीट आरेंडी जिससे स्टूडेंट को कोई प्रॉब्लम और लिखना चाहते हो तो लिख सकते हो मैडीजी अगर आपके पास है तो शांदार बात है उससे बढ़िया कुछ हो ही नहीं सकता तो यह सारी चीजें आप रिवाइज कर लेंगे मैडीजी आपके पास है सामने उसमें बैठ करके टिक लगाते हैं बॉटनी मैडीजी इस सुप्रीम फॉर द कंटेंट और वहां पर आपको रिफाइंड कंटेंट भी मिल रहा होगा तो मैं आपको यह पसंद आए होंगे एक बा�� फटा-फटा बता दीजिए गा इन द कमेंट सेक्शन और मैं मिलता हूं अगले तो यह जो चैप्टर था यह खतम हो चुका है तो अब सेल साइड एंड सेल डिवीजन के बारे में पूरी के पूरी चर्चा होगी और सेल साइड एंड सेल डिवीजन का बेस हमारा यहीं पर तैयार हो चुका है क्योंकि हम क्रोमोसोम जानते हैं अब हम और filament तो basal body centriole like structure बनाएगा उसके ऊपर आपका hook और filament लगे रहते हैं इस प्रकार का structure आपको देखने को मिलता है नीचे centriole ऊपर आपका cilia flagella और यह जो centriole है यह animal cell division में कैसे help करता है यह spindle fiber और spindle apparatus बना रहा होता है तो बहुत बढ़िया तरीके से हमने यह चीज़े दे� यहां पर सिर्फ और सिर्फ पढ़ाई की बातें होंगी, I hope मैंने आपके time के साथ पूरी-पूरी justice करी है, एक minute भी यहां पर time pass नहीं हुआ है, कोई इधर-उधर की बातें नहीं हुई है, और मेरी priority हमेशा यही रहती है कि मैं student के time की इजदत करूँ, और आप भी साथ में ब� और सारे lectures बढ़िया तरीके से attend करते रहें, तो आपको जब time मिले, तब attend करें, कोई बंदिश नहीं है, that's why these are in recorded format, क्योंकि live में कहीं ना कहीं बाचीत होती है, तो time थोड़ा सा खराब होता है, मैं चाहता हूँ ये series ऐसी हो, जिसको बच्चा बहुत सालों तक भी जब देखे lecture के साथ देखते रहिए या मैं DZ है उसको अपने सामने रखे और पूरा lecture चाट डालिए यही आपको करना है और कुछ भी नहीं अल्राइट एबरिवन थैंक यू सो मच लोट्स अफ लव जैहिंद मिलता हूँ आपसे अगले सेशन में तब तक के लिए