वित्त मंत्रालय का बजट 2024-25 समर्पण
बजट पेश करने की प्रक्रिया
- बजट सुबह 11 बजे संसद में पेश किया जाता है।
- बजट की हार्ड कॉपियाँ 10 बजे के आसपास संसद में पहुँचाई जाती हैं।
- वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने राष्ट्रपति से मिलकर पारंपरिक दही-चीनी खिलाई।
बजट का स्वरूप
- पहले सूटकेस में बजट प्रस्तुत होता था, अब डिजिटल फॉर्म में पेश होता है।
- इस बार बजट की प्रस्तुति में आम नागरिकों के लिए महत्वपूर्ण बातें शामिल की गई हैं।
बजट का महत्व
- बजट आम नागरिकों के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह बताता है कि उनका टैक्स कैसे खर्च होगा।
- सरकार के खर्च में महिलाओं, आदिवासियों, और सामान्य नागरिकों के लिए आवंटन शामिल है।
चुनावी बजट
- चुनाव वर्ष में अंतरिम बजट पेश किया जाता है।
वित्त मंत्री की विशेष बातें
- सबसे लंबा बजट भाषण 1991 में मनमोहन सिंह द्वारा दिया गया था।
- मुरारजी देसाई ने सबसे अधिक 7 बजट पेश किए हैं।
बजट की प्राथमिकताएँ
- बजट में 9 प्रमुख प्राथमिकताएँ हैं:
- कृषि में उत्पादकता और लचीलापन
- रोजगार और कौशल विकास
- समावेशी मानव विकास
- संसाधन विकास
- सामाजिक न्याय
- विनिर्माण और सेवाएँ
- शहरी विकास
- ऊर्जा सुरक्षा
- नवाचार और अनुसंधान
सरकारी योजनाएँ और पैकेज
- बेरोजगारी का समाधान:
- 5 पैकेज घोषित
- कुल लागत 2 लाख करोड़।
- महिला कर्मचारियों के लिए होस्टल बनाने की योजना।
- कोविड योजना का विस्तार।
विशेष योजनाएँ
- पुर्वोध्या योजना: आर्थिक विकास के लिए।
- उच्च शिक्षा के लिए 10 लाख रुपए तक का लोन प्रस्ताव।
वित्तीय स्थिरता
- राजस्व: 21.3 लाख करोड़ के अनुमान।
- राजकोषीय घाटा: 4.9% का अनुमान।
टैक्स में परिवर्तनों की चर्चा
- व्यक्तिगत आयकर स्लैब में बदलाव।
- लांग टर्म कैपिटल गेन टैक्स में वृद्धि।
निष्कर्ष
- बजट ने सामाजिक और आर्थिक क्षेत्रों में विकास पर जोर दिया है।
- निवेशकों और आम जनता की चिंताओं को मद्देनजर रखा गया है।
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