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Linux Fundamentals and Advantages

गुड मॉर्निंग नमस्ते अस्सलाम वालेकुम दोस्तों हाजिरी में आपके सामने डेवॉप्स का लेक्चर नंबर फोर लेकिन जिसमें आज हम स्टार्ट करने वाले हैं लिनेक्स बिलकुल बेसिक से बिलकुल जीरो से हम लिनेक्स को स्टार्ट करेंगे और अगले दो से तीन लेक्चर में लिनेक्स का मास्� उसके बाद कोई बद्धा आपसे Linux में कहीं से भी सवाल पूछे, आप बड़े इजीली उसका जवाब दे सकते हैं. बेहत दिल्चस्प लेक्चर होने वाले हैं, आप बस स्टार्टिंग से इसको देखें, और दो तीन दफ़ा आप इसको देखें, और आप देखेंगे कि आपका confidence और Linux सब कुछ आपको समझ आ जाएगा. देखिये, Linux की स्टार्टिंग हुई थी, 1964 में Bell Laboratory ने एक प्रोजेक्ट स्टार्ट किया है, बैल लैबोरेटरीज ने एक प्रोजेक्ट स्टार्ट किया था न्यू जर्सी के अंदर न्यू जर्सी के अंदर उन्होंने एक प्रोजेक्ट स्टार्ट किया और उनका परपस क्या था उनका परपस था एक ऐसा operating system बनाना जो multi user हो जो एक साथ कई user उस पे काम कर सके multi user multi task type का operating system बनाना चाहते थे उन्होंने चार पान साल इस पर काम किया और 1969 में उन्होंने इस project को withdraw कर लिया उन्होंने इस project को withdraw कर लिया बंद कर दिया कि यार ये हमसे नहीं हो पारा उसे project के अंदर उसी project के अंदर डैनिस रिची और कैन थोमसन ये दो बंदे थे पाँच बंदे थे वैसे ये टोटल पर ये दो बंदे थे जिनोंने का नहीं यार हमें इस project पे काब करना चाहिए और यही project था actually ये Unix का project था तो जो Linux की कहानी start हुई वो Unix से start हुई तो ये Unix की बात मैं अभी आपको बता रहा हूँ आपको सब कुछ समझ आएगा Unix एक नाम है तो 1969 में Bell Laboratory ने इसको और उसके बाद 1969 में डैनिस रिची, जिनका नाम आपने काफी सुना होगा, जो लोग IT background से है, C language, इनोंने लिखी थी, ठीक है, तो इनोंने ही इसको भी बनाया था, Unix को बनाया था, और इनके साथ इनके दोस्त भी थे, कैन थॉम्सन, इन दोनों लोगों ने मिलकर इस पर काम शुरू किया इसी प्रोजेक्ट पर जो इनका प्रोजेक्ट रुक गया था इस पर नए सिरे से काम शुरू किया इन्होंने का यार हमें ये operating system बनाना है हम लोग research करना चाते हैं space से related और ये सब और हमें इसके लिए इस OS की ज़वत पड़ेगी इस operating system की ज़वत पड़ेगी त यह नाम था यह बाद ने यह बन गया आपने देखा होगा जनरीलोग एक्स लगा रहते हैं सीएस की जगह तो यूनिक्स इसका नाम था और इसकी फुल फर्म थी यूनिप्लेक्स्ट इनफॉर्मेशन एंड कंप्यूटिंग सर्विसिस तो इन्होंने Unix नाम का एक OS बनाया और ये जो Unix था ये free था, free for all, यानि इसका जो source code इन्होंने रखा वो भी free रखा कि कोई भी देख सकता है हमने क्या बनाया है, तो इन्होंने ये चीज़ free रखी थी, क्या सोचकर फिर ये जो ये ज रखी थी कि यार ये सब के काब आने चाहिए जैसे हमारा परपस है टेक्निकल गुफ्तगूगा कि हम चाहते हैं यार ये एजुकेशन को लोग पैसे के दम पर दबा के ना रखें ये सब तक पहुंचे ठीक है ये सिर्फ ट्रेनिंग इंस्टिटूड वाले दबा के ना र� पर पस्ताह कि यार हम इसको फ्री कर देते हैं अब इन्होंने इसको साहब फ्री कर दिया फ्री मतलब कोड सब को बता दिया अब उसके बाद 1975 में इसका एक वर्जन आया था जिसको बोलते हैं Unix वर्जन 6 यह बड़ा पापुलर हुआ यह बड़ा पापुलर हुआ फाइनली इसमें अडवांसमेंट होते रहे और यह बड़ा पापुलर हुआ लोगों ने इसको इस्तेमाल भी किया और तभी 1975 के आफ़पास कई सारी कंपनियां आपको पता यह कंपनियों को तो मुनाफ़ यूनिक्स से जो वर्जन बने वो वर्जन क्या थे? IBM ने अपना वर्जन बना दिया AIX नाम से 1975-1980 के दर्वयान की यह बात है Sun System ने अपना बना दिया Sun Solaris के नाम से एवन एप्पल ने अपना बना दिया Mac OS के नाम से, HP ने अपना बना दिया UX के नाम से, इन्होंने अपने अपने Unix के वर्जन बना दिये, इन्हें आप Flower of Unix कह सकते हैं, Flower of Unix, तो पहले Unix आया था, Unix से यह बना दिया, यह इन्होंने अपने खुद के operating system बनाए जिनने हम flower of Unix कह सकते हैं और उसके बाद यहाँ आप देखेंगे इनी में एक version आया बाद में जिसे हम इसमें यहाँ लिख देते हैं Linux हाला कि Linux की कहानी थोड़ी अलग है पर Linux को माना जाता है कि वह Unix से ही निकला है को उसका parent माना जाता है और Linux को उसका हिस्सा माना जाता है तो हम यह मान लेते हैं कि इसी flower of Unix में Linux भी है लेकिन Linux की कहानी कहां स्टार्ट हुई अब मैं आपको बताता हूँ Linus Torvald नाम का एक student था ठीक है क्या नाम था Linus Torvald ये जो student था, इसी के नाम से Linux बना है, S अटाके X लगा दिया है, ठीक है, Linus Torvald नाम का जो student था, 1991 में इस बंदे को अपना एक काम करना था, Helsinki University में ये पढ़ता था, और इस बंदे को अपना एक काम करना था, अपनी एक project पे काम करना था अब उस project के लिए इसने इस unix को पता किया कि मेरे को unix पे काम करना है तो इसने देखा कि हर company अपना बना रही है ये वाला code जो था ये अब पुराना हो चुका था और इसके नए version सारे महंगे थे हर कंपनी अपना दे रही है पेड़ वर्जन दे रही है यानि फ्री उसको मिला ही नहीं बेचारे को उसने अपने सर्च के लिए जो चाहिए था हर कंपनी ने अपने टैग लगा लगा के बेचने शुरू कर दिये मार्किट में फ्री कुछ नहीं रहा सब कुछ पेड़ हो गय कहा कि यार ये चीज गलत है मैं सीखना चाहता हूँ और मैं नहीं सीख पा रहा क्योंकि ये फ्री नहीं है और इनके दिल में भी फिर यही खयाल आया कि मैं अगर बनाऊंगा तो मैं फ्री दूँगा लोगों को ताकि वो इसका इस्तमाल कर सकें और इस चीज को यूज़ कर सकें तो ऐसा लोग कहते हैं बहुत सारी जगा लोग ये कहते हैं कि Linux जो है वो Unix से ही बना है या बहुत जगा ये भी सुनने को मिलेगा Linux is a clone of Unix क्लोन है क्लोन मतलब हुगा हुँ है उसी से बनाया गया है बट ये reality नहीं है Linux इस टाइटिंग से स्टार्ट किया गया उसका कोड बिल्कुल जीरो से लिखा था लाइनस ने लाइनस चोरवाल ने बिल्कुल स्टार्टिंग से उसने इसका कोड लिखना स्टार्ट किया था बेसिक से बिल्कुल उसने ऐसा नहीं है कि यूनिक्स का ही कोड उठाया और उसको Andrew Tenenbaum, इनकी किताब भी आपने पढ़ी होगी, Computer Network के नाम से आती है, Pearson Publication की, बड़े अच्छे writer है, इनोंने एक operating system बनाया था, प्रोफेसर है बड़े नामी गिरामी, बच्चों को पढ़ाने के लिए, यही फर्क है हमारे मुल्क में और औरों के मुल्कों में, यहां बच्चों को practical knowledge देने के लिए, master या professor खुद मैनत करते हैं, खुद OS बनाते हैं, तब बच्चों को कहते हैं कि बेटा तुम कोशिश करो, यहां की तरह नहीं कि यहां प्रोफेसर ने कुछ नहीं करना, बच्चों को कहना है बेटा तुम ऐसी ऐसी चीज बना के दिखाओ दिखाओ बनाकर दिखाओ तब वह उसको समझते हुए कुछ आगे का बनाएंगे लेकिन यहां पर ऐसा नहीं होता यहां पर बस किताबें पढ़ा दी जाती है इन्हीं की किताबें पढ़ा दी जाती है ठीक है तो वहां ऐसा नहीं है इन्होंने एक ऑपरेटिंग सिस्टम बनाया जिसका नाम था माइनिक्स यह बच्चों को पढ़ाने के लिए बनाया था यह ऑपरेटिंग सिस लाइनेस ने इसी operating system को पढ़ा, इसको अपनी बुनियात बनाया और अपना operating system ready किया, मैं अभी operating system term जरूर इस्तमाल कर रहा हूँ, but Linux is actually not an operating system, it's a kernel, वो भी मैं आपको बताऊंगा, तो इस ने एक अपना operating system बनाया और जिसका नाम इनों ने दिया Linux ठीक है इनों ने ये बनाया और ये इनों ने free रख दिया ये बड़ा popular भी हुआ ठीक है ये बड़ा popular हुआ इनों ने इसको free to all कर दिया कि भाईया कोई भी इसको इस्तेमाल कर सकता है अब इसी लाइनेस से यह जो लाइनेस इन्होंने बनाया 1991 में मेरे ख्याले इन्होंने बनाया था अब इसके बारे में जरा कुछ बात करते हैं तो इन्होंने यह बनाया यह बड़ा पॉपुलर हो गया उसी टाइम 1991 और 1995 के दर्मे आँ एक मूवमेंट चल रहा था फ्री सॉफ्टवेयर और चीजों में होता है ऐसी उस जमाने में आया जब ये बड़ी बड़ी IBM, Apple जैसी company है जब softwares पर अपनी पकड़ बना के बैठी थी और लोग नहीं सीख पा रहे थे उस टेम एक movement चला free software movement और उसी movement में एक movement था जिसे GNU कहा जाता है GNU वही movement का नाम है ठीक है GNU एक movement है जिसमें हम बहुत सारे softwares हमने free कर दिये कि भाई अपने अपने developers ने software बनाये कि ठीक है हमें बड़ी बड़ी कंपनियों को सॉफ्टवेयर खाइदने की ज़वत नहीं है हम आपको सॉफ्टवेयर प्रवाइड कराएंगे तो इन्होंने ये सॉफ्टवेयर बनाए Linux जो है वो एक्चुली में एक करनल है क्या है करनल करनल क्या होता है अभी डिसकस करें लाइनेक्स एक कर्नल है ठीक है देखिए कर्नल और operating system दो चीजे होती है हालांकि मैं इसकी बुनियाद में बात आपको बताऊंगा फिलाल आप इतना जान लें लाइनेक्स एक कर्नल है इसके साथ GNU जोड़ दिया गया GNU क्या थे software थे बहुत बहुत सारे software, एक operating system जो है, वो kernel और software के मिलके बनता है, इतनी बात आप याद रखें, एक operating system, kernel और software, कई सारे software होते हैं, package होते हैं, उनको मिलकर बनाया जाता है, तो kernel तो Linux हो गया, GNU के software हो गया, इन दोनों को मिलकर जो बनाया गया, उसे हमने कहा OS, यानि operating system, कोई भी operating system, जैसे आप अपने laptop में जो window इस्तेमाल करते हैं, वो क्या है, वो operating system है, ऐसे ही Linux GNU को हम operating system कहते हैं, Linux खाली अपने आप में नहीं है लेकिन यह इतना popular हो गया कि आज की date में हम Linux को अगर operating system बोलें तो गलत नहीं है ठीक है जैसे आप बजार में जाते हैं और कपड़े दोने के लिए आप कहते हैं भाईया surf दे दो तो surf actual में term तो detergent होनी चाहिए कपड़े दोने की चीज को detergent कहत और वो ठीक भी है वो गलत नहीं है but actual में Linux plus GNU is operating system Linux अपने आपने kernel है अब kernel क्या होता है kernel operating system का एक हिस्सा है पूरा operating system नहीं है ठीक है ना तो kernel के साथ कुछ चीज़े जोड़ दोगे कुछ software जोड़ दोगे हाँ तब वो operating system बन जाएगा तो अब यहाँ पर मैं आपको दिखाता हूँ यह सब आप लिखते रहना side by side ठीक है तो आप वीडियो को पॉस्ट करके लिख सकते हैं और लाइक अभी कर दें वीडियो को ठीक है एंड का इंतजार ना करें चले अच्छी बात है तो अब ये Linux आ गया देखे Unix से Linux आया अब Linux से फिर बहुत सारे वर्जन्स अलग-अलग कंपनी ने बनाए ठीक है कुछ फ्री है कुछ पेड है Linux का सबसे बड़ा बेनेफिट क्या है Open to all, Open Source Code इसका जो पूरा Operating System का Source Code है सबके लिए accessible है पूरी दुनिया के लिए इंटरनेट पर मिल जाएगा यानि अगर आप अपना खुद का operating system बनाना चाहूँ तो बना सकते हो क्योंकि code आपके पास available है थोड़ा बहुत changes कर दो और बना दो और यही किया बहुत सारी companies ने इनोंने इस code को उठाया और अपना एक operating system बना दिया जिसे red hat enterprise linux कहा गया और यह सबसे popular है market में red hat के नाम से आपको पता ही है इसके certifications भी होते हैं तो red hat ने क्या गिया और अपना सामान बना के बेगा पेचना शुरू कर दिया अब अब जैसे यह कुछ ऐसा है जैसे आप बाजार में जाए और आप बाजार में कहें कि साहब मुझे जो है आप वह दे दो मौसमी का जूस दे दो तो अब मौसमी का जूस जो है टैकिंग वाला वह आप बना तो हर भी मौसमी जाए है है ना अब कोई रियल जूस के नाम से बेच रहा है कोई ट्रॉपिक यहां के नाम से बेच रहा है कोई पैपसी बेच रहा है ना फ्रेश के नाम से बेच रहा है तो अब है तो सब बना हुआ मौसमी से तो यह मेरी मौसमी है लिनेक्स और यह वह कंपनिया है जो उसका जूस बना-बना के आपको सर्व कर रही है ठीक है तो रेड हैट एक हो गया इसके बाद जो बड़ा नाम है वह फैडर और फैडर भी काफी पॉपुलर है इसके बाद है डेबियन यह एक आप कह लें यह एक कंपनिया है एक तरीके से आप इसको ऐसे कह लें हाला कि प्रॉपर कंपनी कहना भी ठीक नहीं होगा सबको यह ग्रूप है लोगों का ग्रूप है कुछ-कुछ ऑग्नाइजेशन का तो उस तरीके से है बट ठीक है हम इसे कंपनी मान लेते हैं जूस बनाने वाली कंपनी तो यह रेडफैट हो गया फैडरा हो गया डेबियन हो गया अब उसके बाद अदर्स आते हैं अदर्स में फिर वह सारे फ्री ऑपरेडिंग सिस्टम आ जाते हैं जो आप इस्तेमाल करते हैं जिसमें कौन-कौन से आते हैं उबुन्टू बड़ा फेमस है उबुन्टू के बाद आप देखेंगे आपका मां क्या नाम है उसका सेंट ओएस यह सेंट यह बड़ा पॉपुलर है ठीक है और भी आते हैं Amazon का अपना आता है Amazon Linux तो यह और भी बहुत तरीके के आते हैं और यह इली में से किसी में से है इन्ही के किसी पीडी में से है आप ऐसा कह लें इन्ही से निकले हुए पर यह फ्री वर्जन है जो फ्रीली अवेलेबल है क्योंक पार्चेज लेते हैं, otherwise operating system इनका भी free है ठीक है तो अब Linux के कई सारी companies हैं जिनमें Ubuntu, CentOS ये बड़े popular हैं, popular होने के reason क्या है जैसे आप बात करें CentOS की तो ये सबसे fast माना जाता है, सबसे fast है, जितने भी generations हैं, जितने भी type के हमारे Linux operating system आते हैं, उनमें ये सबसे fast है Ubuntu की बात करेंगे तो Ubuntu के बारे में कहा जाता है कि दुनिया में third most used operating system है ये वाला operating system से popular operating system है Ubuntu का मतलब क्या होता है यह एक African ने बनाया था और इसका म��लब होता है Teamwork तो यह बड़ा popular है Ubuntu यह एक African ने बनाया था यह जो है Community Enterprise Operating System, Santa West की full form है Community Enterprise तो यह कुछ गुरूप ने मिलके बनाया था और इसको भी नोने free रखा ठीक है अच्छा एक जो लोग non-technical है उनके लिए बता दू Operating System में दो चीज़े होती हैं दो तरीके से आप Operating System इस्तमाल कर सकते हो या तो Command Line Interface interface के थूँ, जिसे CLI कहा जाता है, command line interface, ठीक है, मैं लिख भी देता हूँ, चुकी हो सकता है आपको मेरी आवाज नहीं समझ आती, कई बार अगर वो चीज हमने नहीं सुनी हुई, तो मैं नहीं चाहता कि किसी भी एक चीज के लिए आपको किसी और से पूछना पड़े, command line interface, यूजर इंटरफेस तो ऑपरेटिंग सिस्टम दो तरीके का हो सकता है दो तरीके मतलब उसके देखने के या काम करने के तरीके कमांड लाइन का मतलब है वहाँ पर सिर्फ कमांड चलेगी काली सी स्क्रीन दिखेगी लैप्टॉप के उपर और उस काली सी स्क्रीन के उ� कमांड चलानी पड़ेगी काली से याद आया यहां पर एक और लिनेक्स होता है काली लिनेक्स काली लिनेक्स आपको पता है मुझे भूलने की आवश्यता है नामों से फिर याद आजाती है तो काली लिनेक्स यह यूज़ होती है भाईया सबसे ज़्यादा हैकर इ hacker hacking के लिए इसी Linux का इस्तेमाल करते हैं इसमें कुछ ऐसे tools added हैं जो hacking में बड़ी मदद करते हैं तो काली Linux होता है अच्छा तो मैं आपको बता रहा था कि operating system दो तरीके से इस्तेमाल या access किया जा सकता है CLI के थूरू या GUI के थूरू आपने window में जाके command prompt देखा होगा CMD command prompt तो वो जो command prompt है वो क्या है command line interface काम को करने के लिए फोल्डर बनाना चाहते हैं, आप कोई फाइल डाउनलोड करना चाहते हैं, कमांड देनी पड़ेगी, दूसरा होता है ग्राफिकल, ग्राफिकल मतलब आपको फोल्डर नजर आ रहे हैं, आप गए, स्क्रीन पर राइट क्लिक किया, वहाँ पे न्यू फोल्डर का उप्षण बस क्लिक क्लिक करते जाओ, है ना, तो विंडो क्या है, विंडो का पापुलर क्या है, विंडो का ग्राफिकल यूजर इंटरफेस पापुलर है, विंडो इसलिए ज़्यादा इजी वानी जाती है, दुनिया में सबसे ज़्यादा विंडो अगर लोग इस्तमाल करते हैं, अ� CLI का मतलब जहां कमांड टाइप करनी पड़ती है Linux के अंदर भी दोनों चीज़े होती है कुछ Linux हैं जिसमें आपको graphical भी मिलेगा पर इसका graphical popular नहीं है इसका CLI popular है ठीक है जैसे window का GUI popular है वही लोगों को पसंद आता है ऐसे Linux इस्तमाल किया जाता है अपने CLI के लिए इसका ये बहुत अच्छा है बहुत easy है यूजर फ्रेंडली है और बहुत easy वे में नहीं है तो यह operating system में दो चीजें होती है तो Linux का क्या बढ़िया है CLI बढ़िया है GUI होता है यह अगर कोई आपसे पूछे कि क्या Linux में GUI नहीं होता होता है सब में नहीं आता जैसे हम Linux की बात करेंगे यहां हमें GUI नहीं देखने को मिलेगा वैसे होता है पर आप Ubuntu में CentOS, Cent कहते हैं तो आप वहाँ command के थूबी काम कर सकते हैं तो OS की यह दो चीज़े हो गई अब मैं आपको कुछ और बातें बता देता हूँ अब जरा Linux के अगर point की बात करें तो यह बात मैं clear कर चुका हूँ कि Linux एक kernel होता है operating system नहीं होता फिर भी अगर आप इसे Linux is a operating system कहते हैं तो बना है ये बात आप जरा याद रखेगा कि ऐसा नहीं है Unix से बना है ये बात सही है कि कुछ commands Unix में यानि सेम तरीके से चलते हैं, बट इसका मतलब ये बिलकुल नहीं है कि वो Unix से बनाये गया है, मैंने आपको बता दिया, MyNix जो है, उसका इस्तमाल किया गया था, जो Andrew Tannenbaum ने बनाया था, तो ये Unix से नहीं बनाया है, और दूसरा इसका code जो है, बिलकुल scratch से, यानि zero से तरीके से उसने अपने इसाप से बनाया तो आप कुछ चीजें सिमिलारिटी हो जाती है अब यार आप मौसमी का जूस बना रहे हो दूसरा बंदा मौसमी का जूस बना रहा है तो यार ओवियस सी बात है कि वो जूस बनाने के लिए मौसमी को निचोडे गई अब वो मशीन same होने वाला है, है ना, at the end मोस्मी को इस दबना है, ठीक है, तो यही बात यहाँ पर है कि आप जब कुछ काम कर रहे हैं तो वो कुछ code same हो सकते हैं, कोई tension नहीं है, अब Linux distribution, हाँ, देखें एक चीज़ और, Linux के जो operating system आते हैं ना, यहाँ जो companies हैं जिनके मैंने नाम लिया था अभी, Fedora है, Red Hat है, या फिर Debian है, यह family है actually, इनके अपने बहुत सारे distributions आते हैं, distribution मतलब different different तरीके के Linux versions आते हैं, जिनने distribution कहते हैं, Linux distribution distribution distribution कुछ नहीं है kind of operating system को distribution यहां पर बोला जाता है actually Linux में और Windows में तरम्स का फरग है तो यहां पर distribution उसे कहते हैं आप ऐसा समझे तो जैसे Windows 7 है, Windows 8 है, Windows 10 है तो वो क्या है Windows के distribution है ऐसे Linux के distributions आते हैं ठीक है अलग-अलग versions आते हैं यह आप समझें तो Linux distribution is the Linux kernel and a collection of software तो distribution मतलब अब इसको आप ऐसे पढ़ें Linux operating system is the Linux kernel and a collection of software तो मैं यह आपको बता चुका हूँ कि Linux operating system क्या होता है Linux plus GNU GNU मतलब software collection of software तो यहाँ पे आप लिख भी सकते हैं Linux OS क्या होता है यह combination होता है Linux kernel का और plus GNU यानि software का, तो उसे मिला के जो बनाओगे उसे Linux OS कह लो, या फिर Linux Distribution कह लो, एक ही बात है, Distribution मतलब यहाँ पे आप OS लेके चलें, आपको ऐसे confused नहीं होना है, ठीक है, actual में क्या होता है, क्या नहीं होता है, हमें सिर्फ बुनियादी बातें समझनी हैं, ठीक है, हमें confused नहीं होना, बहुत high level बातें करके, ठीक है, वो university के professors का काम है, आपको उलजाना और ये दिखाना है कि मैं PhD हूँ, ठीक है, तो हमारा काम नहीं है, हमारा काम है काम को आसान करना, मुश्किल नहीं करना हमे university वाले बहुत अच्छे से करना जानते हैं ठीक है इसलिए हिंदुस्तान की आधी university जो है even private universities का तो इतना बुरा हाल है कि मैं क्या बताऊंगा मैं तो यही सलाह दूंगा कि वहां से कभी पढ़ाई मत करना हिंदुस्तान की किसी private university में मत पढ़ाई करना बड़े-बड़े ऐड है कुछ नहीं है वहाँ पर जीरो इंजिनिरिंग होती है वहाँ पर तो आपने करनी है आप हिंदुस्तान के IIT से करें पढ़िया है डेली टेक्निकल यूनिवर्सिटी है लेकिन जो प्राइवेट यूनिवर्सिटी जैला किसी का भी नाम ले लो आप बरबाद है बरबाद जिसे कहते हैं तो वहां से करना ही मता और जिनोंने करी है वो खुद ही जानते हैं वहाँ पे क्या होता है ठीक है तो मैं सरकारी कॉलेज और में कमी होती थी और वहां पर भी पढ़ाई ऐसी को मेरी बहुत अच्छी नहीं थी मैं सरकारी कॉलेज से जरूर हूं लेकिन बड़ा छोटा था रीजिनल कॉलेज था मेरे शहर का तो इंजीनियरिंग कॉलेज और हमने उस जमाने में पढ़ाई करी थी और लेकिन यह था कि हां एक पढ़ना आ गया था और सेल्फ स्टेडी करने का तरीका जो होता है वह लोगों के यहां पर तो हम लोग वह लेकर जाते थे और हम उसे रात में हम खाना खाकर यूनिवर्सिटी में जाते थे घंटा दो घंटा चार घंटे पढ़ते थे तकरीबन रात के दो तीन बजे हम वहीं सो जाते थे फिर सुबह उठते थे तब हम अपने थे फिर वहां पर चाय की दुकान होती थी तो वहां जब हमारे सारे यार दोस्त दिन भर में वह भी हमारे से मिलते थे जरूर पड़ते हैं तो वहां सारे रिसोर्स इस अवेलेबल होते हैं सेंट्रल लाइब्रेरी भी आपके पास होती है आपके पास अ जिमनेजियम भी होता है आपके पास आउडिटोरियम भी होता है बड़े बड़ी फैसिलिटीज आपके पास होती है एवं डेडिकेटिव डॉक्टर्स होते हैं आपके पास पूरी डिस्पैंसरी होती थी जहां हर दूसरे दिन पहुंच जाते थे इनो का घोल लेने और जूस doctor होते थे, तो वो भी घर जमाने थे, चलो छोड़ो यार मैं पढ़ा दू नहीं तो तुम कहोगे यार तुम क्या अपनी कानिया सुना रहे हो, चले छोड़े sorry, तो Linux kernel plus GNU, तो ये इन दोनों को मिलाएगा आगे क्या बनता है?

Operating System बनता है तो ये कुछ बुनियादी बाते थी जो अभी तक हमने डिस्कस करी अब बात आती है आखिर Linux, Linux, Linux ये क्यों सारी दुनिया में तरह हल्ला है? क्यों नहीं हर कंपनी Windows इस्तेमाल करती? Windows हमें चलाना भी आता है और Windows जो है इतने सारे जगह पर चल रहा है हर घर में विंडो ही मिलेगा हर किसी के लैपटॉप में फिर यह कंपनी लिनेक्स क्यों चलाती है एक सबसे बड़ा सवाल यह है जब विंडो इतनी अच्छी है और हमें पहले से चलाना आता है तो यह लिनेक्स क्यों चला रहे है विंडो च कर पाएंगे अब यह सवाल आपके दिमाग में आता होगा कि आखिर कंपनी लिनेक्स क्यों प्रेफर करती हैं या हर जगह लिनेक्स की रिक्वायरमेंट क्यों है हर कंपनी यह क्यों कहती है लिनेक्स आनी चाहिए वह विंडो पर काम क्यों नहीं करते इसका रीजन operating system है उसका code जो है वो किसी के साथ share नहीं किया गया वो Microsoft के पास ही है अब अगर आपको Microsoft की window चलानी है तो आपको Microsoft से ही उसका license लेना पड़ेगा तब आप चला सकते हैं वो बात अलग है आप कहेंगे मैं तो इंटरनेट से download कर ली crack करके चला ली ओ मेरे भाई घर पे ठीक है घर पे तुम चला रहे हो company में चलाओगे न अबी आजाएंगे वो जो compliance और regulatory वाले होते हैं आप pirated कोई भी software company के अंदर नहीं नहीं चला सकते यह अलाउड नहीं है और विंडोस को ट्रेस कर लेता है मेरे खुद के सामने का केस है कि वह ट्रेस हो गया था हमारे कुछ बंदे पायर ट्रेस विंडो चला रहे तो बंदे आ गए थे कंपनी से और उन्होंने कहा था कि इतने समझ रहे हैं, MS Office की अलग कीमत होती है, 4-5,000 रुपए, यह तो मैं छोटी-छोटी बात बता रहा हूँ, सर्वर Operating System उनका खरीदोगे, Windows Server 2012, 2016, उनकी कीमत अलग है, जैसा बनाकर दिया हमें वैसा ही चलाना है हमारे पास ऑप्शन नहीं है यानि विंडो जैसा कोई और ऑपरेटिंग सिस्टम मैं चाहता हूं तो मार्केट में अवेलेबल ही नहीं है सिर्फ विंडो ही है माइक्रोसॉफ्ट का ही प्रोडक्ट है जबकि लिनेक्स में बहुत सा यही है या इस तरह के कामों के लिए है जहां पर tracing करनी है penetration करनी है लेकिन window में ऐसा कुछ नहीं है window का अपना ही एक product आता है बस सीधा साधा सा वो ही बिकता है market में इसी वजह से पहली बात Linux के options बहुत जादा है इसी लिए हम Linux को prefer करते हैं दूसरी बात Linux free है window के case में हमें कीमत देनी पड़ती है उसके license की कीमत देनी पड़ती है सबसे बड़ा reason यही है सब company का Linux को इस्तमाल करना क्योंकि यह free है इसी लिए उन्हें कोई tension नहीं रहती के कोई licensing fees नहीं देनी है ये सबसे बड़ा reason है company में सबसे ज़्यादा Linux इस्तेमाल होता है विंडो इस्तेमाल नहीं होता उसका सबसे बड़ा reason है Linux is free समझ में आ रही है बात आप इसके paid version ले सकते हो it depends on you जैसे red hat का enterprise version आप ले सकते हो पर वो भी बहुत कम कीमत का आता है उसमें बहुत कम कीमत होती है तो ऐसे कई सारे benefits हैं जिसकी वज़े से market में Linux ज़्यादा popular है और हर company में तो Linux की knowledge होना बहुत ज़्यादा है जरूरी हो जाता है ठीक है तो कोई दिक्कत नहीं है तीन lecture देख लो master हो जाओगे आप ठीक है तो अब पहली चीज क्या benefit है आप features कह लें या advantages कह लें एकी बात है अगर interview में कोई आप से पूछ लें आला कि basic बातें हैं तो कोई पूछेगा नहीं बट आपको मालूम होनी चाहिए advantages क्या होती है open source open source मतलब जो इसका code है वो सबके लिए available है कोई भी उस code को access कर सकता है अपना खुद का operating system बनाना चाहे उस code में change करके तो बना सकता है इन सब company ने यही करा red hat ने और डेबियन ने फेड़ोरा ने इन सब ने यही करा है, सेंटो एस, उबुन टू इनों ने उस main code को change कर कर के, अपने हिसाब से modify कर के बनाया है, किसी ने उसमें GUI भी add कर दिया, है ना, तो आप जो उसका code है, source का मतलब, open source का मतलब है, code की बात कर रहा हूँ, वो Linux ही है ठीक है अच्छा, दूसरा secure बहुत है, अच्छा ये बात आपने बड़ी सुनी होगी कि Linux बड़ा secure है और window के मामले में, window जल्दी hack हो जाता है, hackers attack करते हैं, virus बहुत जल्दी आ जाता है, Linux पे कभी virus नहीं आता, क्या reason है इसका, आपको क्या लगता है, मैं आपको बताता हूँ दो तीन reason है, पहला, window में जब virus आता है, तो वो पूरे system में फैलता चला जाता है, पूरे system के folders में, drive में फैलता चला जाता है, पूरे window को corrupt कर देता है, और 4-6 साल के अंदर हमारा जो window है, वो slow होके down हो जाता है, ठीक है, जबकि Linux के अंदर ऐसा नहीं है, Linux का जो वाइरस है, अगर Linux को कोई अटेक करता भी है, पहली बात तो इस पर वाइरस का अटेक होता नहीं है जनरली, ठीक है, इतना इजी नहीं है, वो भी मैं बताओंगा बड़ी basic सी बात है क्यों नहीं है, बट अगर कोई अटेक करता भी है, तो Linux क corrupted file download कर ली उसमें वो virus था तो वो virus उसी में रहेगा वो फैलेगा नहीं जबकि window के case में वो virus पूरे system को corrupt करने लगता है और खराब करने लगता है ये एक बुनियादी reason है इसलिए कहते है Linux में ज़ादा secure है अब window में अगर आपको वो virus हटाना है तो आप antivirus डालते हैं अलग से company का पैसा बच रहा है Linux में उन्हें वाइरस अगर antivirus की जरूरत ही नहीं है ठीक है antivirus free है वहाँ पर जरूरत ही नहीं है अब अगर वहाँ virus है तो क्या करना पड़ेगा Linux के case में virus आ रहा है तो जिस file में virus है या corrupted है उसे delete कर दो उसके इलावा दूसरी file वहाँ पर अपनी copy paste कर उसको मैं uninstall करके दुबारा install करूँ, possible ही नहीं है, ऐसा कभी नहीं होता, इसी लिए भी हम Linux इस्तेमाल करते हैं, क्योंकि वहाँ पे ऐसा कोई issue नहीं है, virus अगर किसी file में है, तो उसे delete कर दो, virus गया, ठीक है, तो यह पहला reason है, यह secure है, अच्छा दूसरा reason, कहते हैं कि Linux पे hacker attack असान है, क्योंकि Linux के अंदर command इतनी सारी है, कि Linux को समझने के लिए hacker के भी तोते उड़ जाते हैं, तो इसी लिए hacker Linux को नहीं चूते, क्योंकि Linux को hack करना उनके लिए भी टेड़ी खीर है, ऐसा नहीं है, hack नहीं हो सकता, करते हैं, पर बहुत कम, 5% Linux होता है, 95% वो window पर attack करते है बढ़ेंगी उनके लिए भी मुश्किल टास्क हो जाता है तो वह लिनेक्स को जनरली नहीं छेड़ते ठीक है वह हमेशा विंडो पर टैक करते क्योंकि विंडो पर टैक करना ज्यादा इजी है ठीक है तो यह पहली बटो यह कुछ चीजें है तो जावा लिख दो, आपको chef का update करना है, chef लिख दो, update chef कर दो, तो वहाँ पे खाली आपने yam update chef करना है, update हो जाएगा, आपको कुछ करना है नहीं, एक simple सी command है, update chef, update कर देगा वो, तो यहाँ पे commands बहुत easy है, अभी तक हमें मुश्किल है, देखिए, मेरा हमेशा से यह मानन आपके लिए एक ऐसी दुनिया है जिसमें हमने एंटर नहीं किया लेकिन आज के बाद Linux आपके लिए हलवा होगा ठीक है आपके लिए वैसे ही होगा जैसे मेरे बाकी लेक्चर्स होते हैं बस खाने हैं बस आपको जूस है ना जूस पीना है बस ठीक है तो आप बस मेरे एक फ एक किलो का है, दो किलो का है, पांच किलो का है, कितना, lightweight कितना है, ठीक है, मैं भी lightweight हूँ, लगता है क्या, नहीं, overweight हो गया हूँ मैं आजकल, चले, अच्छी बात है, किसने comment भी किया था एक बार, सरा मोटे हो गया है यार, दो साल के अंदर, चले, तो lightweight का मतलब क्या है, lightweight का मत जो फ्री होती है वो बाकी 4GB operating system यूज़ कर रहा है, Android खा रहा है और बाकी की apps खा रही हैं, तो ऐसे यहाँ पे lightweight होने का मतलब है कि यह RAM consumption इसका बहुत कम है, खुद के operating system का, Linux का, और इसका size बहुत कम है, मैं आपको Amazon पे जब lab करेंगे या जो लोग AWS का प्रश्न पर प्रश्न करेंगे, तो यह पढ़ चुके है उनके लिए भी यह नई चीज मैं बता रहा हूँ आप कभी नोटिस करिएगा जब आप Linux को इंस्टॉल करते हैं Linux मशीन लाउंच करते हैं EC2 Instance तब जो हमें by default storage मिलती है वो 8 GB मिलती है जबकि विंडो के केस में हमें 30 GB मिलती है यह reason कभी आपने notice किया कि क्यों वहाँ पे कम मिलती है और वहाँ ज़ादा मिलती है reason यही है window को ज़ादा जगा चाहिए ठीक है दोनों आदमी है लेकिन एक मोटा आदमी है उसे दो कुर्सियां चाहिए बस में बैठने के लिए बट एक ज़ादा जगा घेरता है मशीन के अंदर एक कम जगा घेरता है तो Linux जो है वो lightweight है इसलिए ये ज़ादा beneficial है इसका benefit ये भी है कि आप ये समझें कि अगर अगर आपके पास 1 GB RAM है Linux machine के अंदर, वो equivalent है आपके 50 GB RAM के बराबर, window में, window की 50 GB RAM के बराबर है, क्योंकि यह इतना lightweight है, कि performance इसका बहुत अच्छा है, तो इस case में अगर यहां 50 GB आप इसको दे दोगे, तो यह super computer की तरह काम करेगा, super तो नहीं, मेरा पतलब बहुत सारे user इस इतना लाइटवेट है कि इसका एक जीबी विंडो के 50 जीबी के बराबर परफॉर्मेंस देता है तो लाइटवेट होने का मतलब है कि इसका जो फूटप्रिंट बोलते हैं टेक्निकल टाइम होती है फूटप्रिंट फूटप्रिंट मतलब कि उसकी जो जगह घेरने की शमता लिए space छोड़ देता, बाकी applications run करने के लिए ज़्यादा smooth experience मिलेगा क्योंकि उनको ज़्यादा RAM मिल रही है इस्तमाल करने के लिए multi user, multitask इसका क्या मतलब है multi user, multitask इसका मतलब है कि आप एक Linux machine को एक server से, एक Linux server से multiple users को access करा सकते हैं यानि आपने एक यहाँ पे suppose करें Linux का CPU लगा दिया आपका main CPU है ये तो इसको multiple user यूज कर सकते हैं और उनकी अपनी-अपनी स्क्रीन होगी वह अपना-अपना काम करेंगे और उनका जो सीपीएव होगा वह शेयर होगा ठीक है वह शेयर सीपीएव होगा शेयर स्टोरेज होगी इवन जो उनकी मेन हार्ड डिस्क होगी वह भी यहां पर कॉमन कर रहे हैं जो रहने वह यहां से ले रहे हैं ठीक है तो मल्टिपल यूजर एक साथ काम कर सकते हैं इसलिए कंपनी अंदर 50 बंदें एक साथ एक ही सर्वर से अपना-अपना काम कर सकते हैं और किसी की की performance में फरक नहीं आएगा, किसी का भी system slow नहीं होगा, और सबसे बड़ी बात window में भी यह चीज possible है, पर window में limitation होती है कि इतने ही user काम कर सकते हैं, Linux के अंदर कोई limitation नहीं है, आप n number of users connect कर सकते हैं, multiple users, एक साथ एक ही machine से 50 बंदे, इसको आप ऐसे समझें कि मेरा एक laptop है, मैं ऐसा कभी possible नहीं है कि मेरे laptop को और फोल्डर खोल के बैठे हैं मेरे लैपटॉप को और वो उस पे काम कर रहा है, ऐसा possible नहीं है, अगर ऐसा possible हो जाए तो उसे क्या कहते हैं, multi user, ठीक है, कि multi user काम कर रहे हैं, एक ही machine के resources को इस्तेमाल कर रहे हैं, मेरे लैपटॉप का CPU वो भी इस्तेमाल कर रहा है, मेरे लै� ठीक है उस machine से ही उनको RAM मिलती है उस machine से ही उनकी Linux launch होती है start होती है वही कुछ भी काम करेंगे तो वो उस CPU में जो उनका अलग से रखा हुआ है वहाँ पे save हो जाएगा तो उसे कहते है multiple user multitask जो last benefit है वो है multiple distribution यानि distribution मतलब क्या operating system आप समझने के लिए है ना तो यहाँ पे option बहुत जाता है window के case में एक ही है Microsoft उसके इलावा कोई और बंदा नहीं है कोई company नहीं है जो window जैसा operating system लेकिन Linux के केस में बहुत option available है आप Red Hat के multiple options यूज़ कर सकते हैं Debian एक family है इसके अंदर फिर बहुत सारे versions आते हैं उनको आप इस्तेमाल कर सकते हैं Fedora के versions इस्तेमाल कर सकते हैं Ubuntu, Kali Linux, yaa fair, CentOS या और भी बहुत सारे versions हैं इतने सारे, जो भी आपको जिसका क्योंकि इसमें फरक क्या है नमक डाल दिया इसने काला इस बन्दे ने चांट मसाला डाल दिया, तो सबने अपने अलग अलग फ्लैवर बना के आपको सर्व किया है, आपको जो अच्छा लगे आपको इस्तमाल करो, तो अप्शन्स मार्किट में बहुत सारे एवेलेबल है, तो ये ओवरल कहानी है Linux की, I hope lecture लंबा हो जाएगा, तो ये फरथ अबाजशा की एक गजल है और उसके कुछ अशार हैं जो मैं सुनाना चाता हूँ आपको कि तूने देखा है कभी एक नजर शाम के बाद तूने देखा है कभी एक नजर शाम के बाद कितने चुपचाप से लगते हैं शजर शाम के बाद मैंने ऐसे ही गुना तेरी जुदाई में किये मैंने ऐसे ही गुना तेरी जुदाई में किये जैसे धूफा तु है सूरज तुझे मालूम कहा रात का दुख तु किसी रोज मेरे घर में उतर शाम के बाद लोट आए न किसी रोज वो आवारा मिजाज लोट आए न वो किसी रोज आवारा मिजाज तु है सूरज तुझे मालूम कहा रात का दुख खोले रखते हैं इसी आस में दर शाम के बाद चलिए तो I hope lecture आपको पसंद आया होगा ये series आपको बहुत अच्छी लग रही होगी या छोटा सा support जरूर आप हमें करें आप like भी करते हैं comment भी करते हैं मुझे मालूम है बट अपने facebook और linkedin पर भी इस वीडियो को जरूर share करें क्योंकि हमें जितना जादा support मिलेगा उतनी जल्दी हमारी वीडियो आप तक आएंगी