हेलो गाइ मोस्ट वेलकम आज से हम स्टार्ट कर रहे हैं एचआरएम यानी कि ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट आज हम स्टार्ट कर रहे हैं इसका चैप्टर नंबर फर्स्ट तो आपका जो वेट है वह आज से खत्म हो गया है ठीक है तो आज से फाइनली एचआरएम स्टार्ट फर्स्ट चैप्टर इसका कांसेप्चुअल फ्रेमवर्क ऑफ एचआर एम ठीक है ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट देखो अपन क्लास 11 12थ के अंदर बिजनेस स्टडी पढ़ते थे ना हां तो वो आपके बहुत काम आने वाली है इस सब्जेक्ट के अंदर एचआरएम के अंदर ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट एच आरएम देखो तो यहां एचआरएम के अंदर एक वर्ड आ रहा है रिसोर्सेस ठीक है ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट अब आपको थोड़ा सा पता ही होगा यह चीज आप पहले से ही 100% जानते होंगे कि एक किसी भी बिजनेस को स्टार्ट करना है तो उसके अंदर हमको रिसोर्सेस चाहिए होते हैं जिसको हम 5m भी बोलते हैं कुछ लोग इसको 6m भी बोलते हैं कुछ 5m बोलते हैं इसमें क्या क्या होता है सबसे पहले चाहिए होता है मैन फिर मनी फ मटेरियल फिर मशीन और फिर आता है मेथड य होता है तो यहां पर यह जो मनी है यह मटेरियल है यह जो मशीन है और यह जो मेथड है यह एक तरह के फिजिकल रिसोर्सेस है एक तरीके के ऐसे रिसोर्सेस हैं जो ऑटोमेटिक खुद से काम नहीं करेंगे इनको ऑपरेट करने के लिए चाहे पैसे को कहां लगाना है कहां नहीं लगाना है क्या परचेस करना है इससे क्या नहीं करना है कौन डिसाइड करेगा कौन करेगा मैन कौन सा मटेरियल यूज करना है उस मटेरियल को मशीन में कौन ट्रांसफर करेगा यह सब हैंडल कौन करता है कितना मटेरियल परचेस करना है कितना करना है कौन सी क्वालिटी का करना है वह सारा कौन करेगा मेन कौन सी मशीन परचेस करनी है उस मशीन को ऑपरेट कैसे करना है एप्ल को ट्रेनिंग देना एंप्लॉयज ऑपरेट करेंगे ये सब भी कौन करता है मैन मेथड का जो है कौन सा मेथड अप्लाई करना है कोई नया इनोवेशन करना है कौन करेगा मैन तो मैन जो है यह हो गया आपका मेन इंपॉर्टेंट फैक्टर जो बिजनेस को ऑपरेट करता है बिना मैन के यह सब चीजें ऑटोमेटिक मनी मटेरियल मशीन मेथड ये जितने भी रिसोर्सेस है ये ऑटोमेटिक काम नहीं करेंगे मैन ही है जो इनको यूज लेगा और इनके यूज से बिजनेस को चलाएगा ओके तो हम यहां पर जो एचआरएम है इसमें हम इस मैन की ही बात कर रहे हैं तो एचआरएम क्या है जो जितने भी रिसोर्सेस है उसमें एक रिसोर्सेस है हमारा मेन तो उस मेन की ही बात कर रहे हैं हम इस एचआरएम के अंदर ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट ह्यूमन रिसोर्स कौन सा होता है ये होता है अदर तो अदर अदर रिसोर्सेस होते हैं तो इस सब्जेक्ट के अंदर हम पूरा इसको ही समझने वाले हैं ये सिक्स एम के अंदर एक और एम ये तो हो गया 1 2 3 4 5 6 एम जो बोलते हैं उसमें एक और एम जोड़ देते हैं पता है कौन सा मार्केट कुछ लोग बोलते हैं भा मार्केट भी एक तरह का रिसोर्स है क्योंकि मार्केट होगा ही नहीं तो फिर कैसे होगा ऐसे तो फिर और भी अदर चीजें काफी ऐड हो जाएगी लेकिन मोटा मोटी मेन 5 ए है जो आप याद रख सकते हैं भाई मैन आएगा मनी लाएगा उससे हम मटेरियल परचेज करेंगे मशीन भी परचेज करेंगे और फिर एक मेथड से उस मटेरियल और मशीन को मिलाकर के प्रोडक्शन करेंगे गुड्स बनाएंगे उसको सेल करेंगे प्रॉफिट कमाएंगे यही होता है जी अब देखिए यहां पर इस कांसेप्ट के साथ मेंही जब हम पढ़ेंगे तो आपको बड़ा अच्छा लगेगा देखो नोट्स पर आ जाते हैं हम यहां पर तो यही पूरा यहां पर बताया हुआ है जो मैंने आपको एक एग्जांपल से समझाया कांसेप्ट ऑफ एचआरएम एचआरएम का कांसेप्ट क्या है देखो ह्यूमन रिसोर्स यानी कि व जो मैन है उसको क्या करना है मैनेज करना है मैन को भी मैनेज करना मैन का भी मैनेजमेंट बहुत इंपोर्टेंट है अगर उस मैन का अच्छे से मैनेजमेंट नहीं हुआ तो आपके बिजनेस में व एफिशिएंसी वो इफेक्टिव मेंस नहीं आ पाएगा जो आना चाहिए इसलिए मैन का मैनेजमेंट बहुत इंपॉर्टेंट है इसमें हम बहुत सारे प्रिंसिपल पढ़ते हैं हेनरी फोल के मैनेजमेंट के प्रिंसिपल पड़े राइट पर्सन जो है राइट प्लेस प होना चाहिए राइट टाइम पे होना चाहिए जो जिस काम को करने की एबिलिटी रखता है उसको वही काम करना करवाना चाहिए टाइम टू टाइम एंप्लॉयज या जो भी मैनेजर्स हैं उनका डेवलपमेंट करने के लिए उनको ट्रेनिंग दो एजुकेशन दो है ना तो ये सब क्या है ये उस मैन का ही मैनेजमेंट कर रहे हैं तो ह्यूमन रिसोर्स का मैनेजमेंट का मतलब हो गया उस मैन का जो रिसोर्स यूज करते हैं बिजनेस में उसका मैनेजमेंट बहुत इंपॉर्टेंट है अगर वो वेल मैनेज्ड हो गया भैया मैन अगर यानी कि ह्यूमन रिसोर्स अगर वेल मैनेज्ड हो गया तो वो क्या करेगा बाकी जितने भी रिसोर्सेस है उनको भी बहुत अच्छे से एफिशिएंटली और इफेक्टिवली यूज करेगा और बिजनेस जो है वो बहुत अच्छे से ऑपरेट हो पाएगा कॉस्ट कम आएगी क्वालिटी अच्छी आएगी प्रोडक्ट की सेल अच्छी होगी प्रॉफिट अच्छा हो होगा बिजनेस ग्रोथ अच्छा करेगा अपने कंपीटीटर से जो है अच्छे से सामना कर पाएगा ओके ठीक जी अब इसको पढ़ते हैं ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट इज द प्रोसेस ये एक तरह का प्रोसेस है क्या एक्वायर करना किसको मैन को ट्रेनिंग देना किसको मैन को अप्रेजिंग करना किसको मैन को मतलब मोटिवेटिवेशनल मैनेजमेंट करना एंड अटेंडिंग टू देयर लेबर रिलेशनशिप उनके लेबर के साथ में रिलेशनशिप अच्छा रखना हेल्थ पे ध्यान रखना उनकी सेफ्टी प ध्यान रखना और फेयरनेस कंसर्न करना यानी कि उनके साथ जो भी आप सेल्स का सैलरी का एग्रीमेंट कर रहे हैं जो भी उनके साथ कांट्रैक्ट बना रहे हैं वो क्यासा होना चाहिए फेयर होना चाहिए धोखे वाला नहीं होना चाहिए ओके ठीक यानी कि अ एक रीजनेबल रिमुनरेट हर किसी को मिलना ही चाहिए ओके प्लानिंग ऑफ ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट इंक्लूडिंग एस्टीमेट अब अगर ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट करना है तो उसकी आपको प्लानिंग करनी पड़ेगी देखो एचआरएम देखो आप अगर मेरी बातों को सुनोगे ना तो आपको बहुत अच्छे से समझ में आएगा रीडिंग लगाओगे एग्जाम में लिख पाओगे बातें याद रह जाएगी ठीक है क्योंकि बुक में तो जो दे रखा है एज इट इज तो हम लिख नहीं सकते ना थोड़ा तो हमें अपना दिमाग लगाना पड़ेगा थोड़ा इजी तरीके से उसको याद करना पड़ेगा तो एचआरएम यानी कि जो मैन है उसका मैनेजमेंट करना है यहां तो उसकी प्लानिंग करनी पड़ेगी तो मैन का अगर मैनेजमेंट करना है तो एचआरएम की हमको क्या करनी पड़ेगी ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट की क्या करनी पड़ेगी प्लानिंग अब उस प्लानिंग में क्या-क्या है एस्टीमेट यानी कि कुछ अनुमान लगाएंगे आइडेंटिफिकेशन चाहिए किसी बिजनेस में आइडेंटिफिकेशन हर बिजनेस में किसी को भी उठा के ले लेंगे क्या एक अकाउंटेंट है क्या वो जाके इंजीनियरिंग का काम कर लेगा एक इंजीनियरिंग अकाउंटेंट का काम कर लेगा क्या नहीं तो आइडेंटिफिकेशन तो एस्टीमेट करना एंड आइडेंटिफिकेशन स्टैंडर्ड भी बोलते हैं सोशल स्टैंडर्ड भी होते हैं है ना बहुत सारे बिजनेस स्टैंडर्ड भी होते हैं ऐसे कैसे जो मेन हमारे बिजनेस में आएंगे उनके लिए कुछ स्टैंडर्ड बनाना कि भ ये क्वालिटी जैसे इतने साल एक्सपीरियंस होना चाहिए तब हम लेंगे ये स्टैंडर्ड बना दिया हमने ओके रेगुलेशंस बनाना उन्हें कौन से रूल्स एंड रेगुलेशन फॉलो करने है उनके लिए पॉलिसीज बनाना नीतियां बनाना और डेवलपिंग प्लांस फॉर ह्यूमन रिसोर्स डेवलपमेंट देखो ह्यूमन रिसोर्स के मैनेजमेंट की प्लानिंग कैसे करें यानी कि मैन के मैनेजमेंट की प्लानिंग कैसे करें उसकी आपको प्लानिंग करनी है तो सबसे पहले कौन से ह्यूमन रिसोर्स यानी कि मैन आपको चाहिए उसका सबसे पहले एस्टीमेट करो फिर उसको आईडेंटिफाई कितने नंबर में चाहिए कौन से चाहिए फिर उसके लिए स्टैंडर्ड बनाओ कि इनको फॉलो करना पड़ेगा उनके लिए रेगुलेशंस बनाओ उनके लिए पॉलिसीज बनाओ और उसके बाद उनके डेवलपमेंट के लिए आप क्या कर सकती हो वो भी डिसाइड कर लो यानी कि उनको ट्रेनिंग दो उनको एजुकेशन दो ताकि ह्यूमन रिसोर्स का क्या हो सके डेवलपमेंट मैन का डेवलपमेंट हो सके और एंप्लॉई का अगर ट्रेनिंग द्वारा टाइम टू टाइम डेवलपमेंट होता रहा तो वो एंप्लॉई खुद भी बेनिफिटेड होगा आपके ऑर्गेनाइजेशन को भी आपके बिजनेस को भी बेनिफिटेड करेगा क्योंकि आज का टाइम टेक्नोलॉजिकल टाइम है और एनवायरमेंट बिजनेस एनवायरमेंट जो है बहुत स्पीडली चेंज हो रहा है तो हर इंसान को टाइम टू टाइम ट्रेनिंग की जरूरत होती ही होती है ओके आइए आगे बढ़ते हैं आई होप आपको समझ में आ गया हो कि बेस क्या है इसका ऑर्गेनाइजिंग ऑर्गेनाइजिंग ऑफ ह्यूमन रिसोर्स इवॉल्व क्या-क्या इवॉल्व है वर्क स्ट्रक्चर इन द फर्म ये क्या-क्या करते हैं ऑर्गेनाइज ऑर्गेनाइज ऑफ ह्यूमन रिसोर्स देखो पहले ह्यूमन रिसोर्स बताया फिर उसका मैनेजमेंट बताया फिर उसके मैनेजमेंट की प्लानिंग कैसे करनी है वो बताई अब बता रहा है कि जो ह्यूमन रिसोर्स है उसका ऑर्गेनाइजिंग कैसे करें तो उसके लिए आपको क्या एक स्ट्रक्चर बनाना पड़ेगा फॉर्म के अंदर और असाइनिंग करनी पड़ेगी रिस्पांसिबिलिटीज स्ट्रक्चर बना हम रिची देखते थे ना ऐसे ऊपर से नीचे या नीचे से ऊपर कौन सा स्ट्रक्चर अपन बिजनेस स्टडी के अंदर पढ़ते थे ना स्ट्रक्चर जिसके अंदर बहुत सारे बिजनेस के स्ट्रक्चर्स हम देखते थे कि कौन किससे रिस्पांसिबिलिटी लेगा कौन किसको ऑर्डर देगा है ना तो वैसा आपका स्ट्रक्चर बना दो उसके बाद उनको रिस्पांसिबिलिटी दे दो कौन की क्या उत्तरदायित्व है किसका वो दे दो उनको टास्क दो यानी कि कौन सा काम किसको करना वो दो कोऑर्डिनेशन कैसे होगा वो डिसाइड कर दो यानी कि तालमेल कैसे होगा बिटवीन द डिफरेंट डिपार्टमेंट अलग-अलग डिपार्टमेंट्स के बीच में अलग-अलग टीम्स के बीच में वो डिपार्ट करो डायरेक्टिंग इवॉल्व गिविंग अ डायरेक्शन ऑफ द वर्क फोर्स इसके अलावा फिर आता है देखो हमने पहले पढ़ा ह्यूमन रिसोर्स फिर पढ़ा ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट फिर पढ़ा ह्यूमन रिसोर्स की प्लानिंग फिर पढ़ रहे हैं हम ह्यूमन रिसोर्स का ऑर्गेनाइजिंग या ऑर्गेनाइजिंग या ऑर्गेनाइजेशन ठीक है फिर पढ़ रहे हैं भैया डायरेक्शन ह्यूमन रिसोर्स को डायरेक्शन भी दे देना होगा ना तो कौन देगा उसकी जॉब पहले से ही डिसाइड होनी चाहिए राइट डायरेक्शन बहुत जरूरी है फिर उसके बाद में ह्यूमन रिसोर्स का कंट्रोलिंग ओके और कंट्रोलिंग के बाद में कंट्रोलिंग कैसे करते हैं परफॉर्मेंस इवेलुएशन द्वारा परफॉर्मेंस देखो जो उनको काम दिया गया जो रिस्पांसिबिलिटी दी गई है वैसे उन्होंने किया है एक नहीं किया तो देखो कैसे होता है सबसे पहले एचआरएम क्या होता है वो पढ़ा फिर एचआरएम की प्लानिंग कैसे करनी वो पढ़ा फिर ऑर्गेनाइजिंग यानी कि ऑर्गेनाइजेशन स्ट्रक्चर बना दो उनको रिस्पांसिबिलिटी दे दो उनको काम दे दो उनका कोऑर्डिनेशन कैसा होगा वो डिसाइड कर दो फिर डायरेक्शन जो भी ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट है उनको डायरेक्शन कौन किसको डायरेक्ट करेगा वो बता दो फिर कंट्रोलिंग कंट्रोलिंग का मतलब क्या होता है ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट के ऊपर कंट्रोल रखना यानी कि मेनस के ऊपर जो एंप्लॉयज है वर्कर्स हैं मैनेजर्स हैं उनके ऊपर कंट्रोल रखना भी जरूरी है तो ऐसा कुछ पॉलिसी बनाओ कंट्रोलिंग का सबसे बेस्ट तरीका क्या होता है हम कब से ही पढ़े रखे हैं अगर आपने कंट्रोलिंग चैप्टर पढ़ा हो क्लास 12थ के अंदर तो हमको पता होगा कि देखो हमने जो स्टैंडर्ड बनाए हैं कि यह होना चाहिए और एक्चुअल में जो वर्क हुआ उन दोनों के बीच में जो डिफरेंस आता उसको हम डेविएशन बोलते हैं ऐसे कैसे उस डेविएशन पॉजिटिव हो सकता है नेगेटिव हो सकता है उसके ऊपर हम एक्शन लेते हैं वो भी पॉजिटिव और नेगेटिव ठीक है ऐसे कैसे जो ह्यूमन रिसोर्स जो हमने डिसाइड करे हैं उनको अपॉइंट्स को वो मैन जो है हां उनके लिए क्या काम हमने दिया किस स्टैंडर्ड का काम हमने उसको दिया क्या उसके जो है स्टैंडर्ड्स थे अब देखो एक्चुअल में उन्होंने क्या किया उनका एक्चुअल में काम क्या है अब दोनों को कंपेयर करो अब कंपेयर करोगे तो वहां पर वेरियंस आएगा वो पॉजिटिव भी हो सकता है नेगेटिव भी हो सकता है तो यहां पर पॉजिटिव है तो उनको मोटिवेट करो उनको जो है इंसेंटिव दो उनकी तारीफ करो और नेगेटिव है तो उनके ऊपर एक्शन लो तो इस तरीके से हमने ह्यूमन रिसोर्स यानी कि मेंस पे क्या कर लिया कंट्रोल कंट्रोल ओके ठीक चलिए हम बढ़ते हैं आगे थोड़ा सा टाइम लगेगा लेकिन अच्छा समझ में आएगा रेलीवेंस रिलेवेंट स्पेक्ट्रम ऑफ ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट एचआरएम का स्पेक्ट्रम क्या है देखो फटाफट पढ़ा देता हूं ऑर्गेनाइजेशन आर मेड अप ऑफ पीपल देखो ऑर्गेनाइजेशन जो है किसका बना होता है पीपल बिना पीपल के मनी मेथड मशीन मटेरियल काम नहीं करेंगे उनको ऑपरेट करने के लिए लोग चाहिए ओके है ना घर बना दिया लेकिन अगर उसके अंदर कोई रहने वाला ही नहीं है तो क्या उसको घर बोल सकते हैं नहीं ठीक है भूत बंगला हो गया वो भूत रहते हैं उसके ओके ठीक ऑर्गेनाइजेशन आर मेड अप ऑफ पीपल ऑर्गेनाइजेशन लोगों से बना हुआ है फंक्शनिंग थ्र पीपल पूरा ऑर्गेनाइजेशन के अंदर जो भी फंक्शंस होते हैं जो भी काम होते हैं वो कौन करता है वो पीपल्स करते हैं लोग करते हैं विदाउट पीपल ऑर्गेनाइजेशन कैन नॉट एजिस्ट बिना पीपल के ऑर्गेनाइजेशन एजिस्ट करेगा ही नहीं ओके द रिसोर्सेस मैन मनी मटेरियल मशीन आर कलेक्टेड कोऑर्डिनेटेड यूटिलाइज्ड थ्राउट पीपल जो भी रिसोर्सेस हैं चाहे आपके मनी हो गया मटेरियल हो गया मशीन हो गया मेथड हो गया मार्केट हो गया यह पूरा का पूरा कलेक्टेड होता है कोऑर्डिनेटेड होता है और यूटिलाइज होता है किसके द्वारा मैन के द्वारा यानी कि पीपल्स के द्वारा इट्स पीपल हु बिल्ड यह लोग ही होते हैं जो फैक्ट्री को बिल्ड करते हैं स्ट्रक्चर को बिल्ड करते हैं ऑर्गेनाइजेशनल के एंड मैनेज करते हैं और उसको सक्सेसफुली चलाते हैं तो ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट मोस्ट इंपॉर्टेंट है ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट सबसे बेस्ट क्वालिटी का कहां मिलता है जैसे होता है ना मटेरियल सबसे बेस्ट क्वालिटी का कहां अवेलेबल है मटेरियल सबसे बेस्ट क्वालिटी का कहां अवेलेबल टेक्नोलॉजी सबसे बेस्ट क्वालिटी की कहां अवेलेबल है कौन सी कंट्री देती है है ना ऐसे के ऐसे ह्यूमन रिसोर्स भी तो एक रिसोर्स है किसी बिजनेस का और सबसे इंपोर्टेंट रिसोर्स है यह आपको सबसे बेस्ट क्वालिटी का कहां मिलेगा जापान के अंदर जापनीज जो वर्कर्स होते हैं ह्यूमन रिसोर्सेस होते हैं पीपल्स होते हैं वो उनकी क्वालिटी बहुत हाई होती है तभी तो वहां के जो प्रोडक्ट्स हैं इतना सा छोटा सा जावान है भूकंप वगैरह आते रहते हैं सुनामी आती रहती है लेकिन पूरी दुनिया के अंदर उनके बिजनेसेस पहले होते हैं और प्रोडक्ट्स उनके बहुत अच्छी क्वालिटी के होते हैं आप भी यूज करते होंगे बहुत सारे ओके ठीक अब आते लशन ऑफ एचआरएम अब यहां पर है ना एक मुद्दा भी आता इंडिया में क्यों नहीं है देखो ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट यानी कि ऐसे लोग जिनके पास कुछ स्किल है जिनके हाथों में दिमाग में कुछ हुनर है जिससे वह कमा सकते हैं कुछ काम कर सकते हैं जिससे उनकी अर्निंग हो सकती है वहां एचआरएम जो है उनकी डिमांड ज्यादा रहती है इंडिया के अंदर एक मैं रिपोर्ट पढ़ रहा था यहां पर बहुत लोग ग्रेजुएट ठीक है लेकिन कंपनी उनको हायर नहीं कर रही क्यों नहीं कर रही है क्योंकि वोह ग्रेजुएट तो है लेकिन उनके पास स्किल नहीं है यानी कि वह ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट जो है ह्यूमन रिसोर्स तो है यानी कि मैन तो है लेकिन अनस्किल्ड है इसलिए कंपनी को स्किल्ड चाहिए और उनके पास स्किल है नहीं एजुकेशन में उनको उतनी स्किल मिली नहीं और इंडिया के अंदर अगर अच्छी एजुकेशन चाहिए तो उस पैसा भी अच्छा खर्च करना पड़ता है वरना सेल्फ चाहिए तो खुद पढ़ना पड़ता है और बच्चे ज्यादा पढ़ाई पर ध्यान नहीं देते तो स्किल जरूर सीखो आपने अकाउंटिंग करी 11 12थ में क्या आपको टैली आता है आता है मतलब केवल दो चार एंट्री नहीं वो पूरा अच्छे से आता है आपने जो है इनकम टैक्स पढ़ा क्या आपको इनकम टैक्स का रिटर्न फाइल करना आता है आप ह्यूमन रिसोर्स पढ़ रहे हो तो ह्यूमन रिसोर्स से रिलेटेड आपको कितना नॉलेज है ओनली रटे मार के पेपर इधर उधर लेकर पास तो नहीं हुए अगर ऐसा होगा तो आप भी एक ह्यूमन रिसोर्स है लेकिन अनस्किल्ड है आपकी जरूरत नहीं सीख तो स्किल जरूर सीखे साथ-साथ स्किल का मतलब कुछ आता हो भैया ठीक है ऐसे डिग्री लेके खरीद के बैठने से कुछ नहीं होगा ओके इसलिए यहां का ह्यूमन रिसोर्स इतना मतलब है ऐसा नहीं है कि अच्छे नहीं है लेकिन अगर एवरेज देखा जाए तो वो ज्यादा अच्छा नहीं है हम सब जानते हैं इसलिए बहुत सारे ग्रेजुएट घर प बैठे बाकी ग्रेजुएशन बहुत बड़ी बात होती है यार ठीक इलेशन ऑफ एचआरएम एचआरएम का इल्यूशन मतलब कब से ये ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट के ऊपर ध्यान दिया जाने लगा तो एंस टाइम एंस पीरियड से ही इसकी स्टार्टिंग हो गई थी एचआर मूवमेंट की ह्यूमन रिसोर्स मूवमेंट की मॉडर्न एज में देखा जाए तो 1930 के अंदर जो है पर्सनल मैनेजमेंट ए के ऊपर फोकस किया जाने लगा और एंप्लॉय एंप्लॉई रिलेशन एंप्लॉयर मतलब क्या होता है बॉस मालिक एंप्लॉई का मतलब क्या होता है कर्मचारी ठीक है उनके रिलेशनशिप के ऊपर ध्यान देने और इनका मैनेजमेंट करना स्टार्टिंग हो गया था 1930 में हम एचआर की स्टडी जो है इनिशियली हमको कौन गाइड करता है टेलर के जो साइंटिफिक मैनेजमेंट के प्रिंसिपल हैं आपको याद है है ना रूल ऑफ थम है ना नॉट साइंस डिसकोड याद है हार्मनी फोर्थ थे ना प्रिंसिपल क्लास 12थ के हम पढ़ते थे टेलर के हेनरी वल के नहीं हेनरी ल के तो 14 थे टेलर के फोर प्रिंसिपल ही थे तो वो भाई साहब जो है उन्होंने हमें ये मैनेजमेंट के प्रिंसिपल दिए और उसके बाद हम ह्यूमन रिसोर्स का भी मैनेजमेंट करने लगे इसके अलावा कुछ स्टडीज हुई और उसके अंदर जो है अब्राहम मासल अब्राहिम मासल का प्रिंसिपल है बहुत सारे हजब के भी है और डगलस के भी है मैकग्रेगर के भी हैं इन्होंने भी हमें बहुत सारे कांसेप्ट दिए एचआरएम के ऊपर भी ह्यूमन रिसोर्स का मैनेजमेंट करने के लिए अरियल रूट जो है अर्ली रूट्स जो है एचआरएम की इंडिया के अंदर ट्रैक की गई 1930 के बाद में इंडिया के अंदर 1930 के बाद में समझ में आया कि भैया जो ह्यूमन रिसोर्स है उनका मैनेजमेंट भी बहुत इंपॉर्टेंट है देखो क्यों इंपॉर्टेंट है ये पूरा सब्जेक्ट क्यों बनाया गया क्योंकि अगर स्किल्ड और अच्छे डेवलप्ड ह्यूमन रिसोर्स वेल मैनेज्ड नहीं होंगे तो कितना ही पैसा लगा दो कितना ही मटेरियल लगा अच्छी क्वालिटी का ले लो सस्ता ले लो कितनी अच्छी मशीनस ले लो कितना भी बढ़िया जो है मेथड लगा दो बिजनेस फेल हो जाएगा आप एक बढ़िया क्वालिटी का गुड्स बना भी दोगे तो बेच नहीं पाओगे क्योंकि सेल्स भी ह्यूमंस करते हैं तो एचआरएम का होना अच्छा ह्यूमन रिसोर्स मैन का होना बहुत जरूरी है इसीलिए पूरा सब्जेक्ट है कि कैसे ह्यूमन रिसोर्स जो है उनको मैनेज करें कैसे उनको ट्रेंड करें कैसे उनको डेवलप करें ताकि ऑर्गेनाइजेशन के अदर रिसोर्सेस का वो बेस्ट 100% ऑप्टिमम यूटिलाइजेशन कर सके उपयोग कर सके ओके उसके अलावा द रॉयल कमीशन ऑन लेबर 1931 इंडिया के अंदर बना और उसके बाद लेबर्स के ऊपर लेबर्स के ऑफिसेसूट है उनको प्रोटेक्ट करने के ऊपर भी बहुत सारे कानून बने ठीक है इसके बाला फैक्ट्री एक्ट बना 1948 के अंदर ये दोनों अंग्रेज हमारी फ्रीडम 1947 में हुआ था ना तो 1948 के अंदर एक फैक्ट्री एक्ट बनाया गया और इसके अंदर जो है 500 या उससे ज्यादा वर्कर को हर फैक्ट्री को हायर करने पर ऑब्लिगेशन लगा दिया गया आज के टाइम तो नहीं है आज के टाइम तो कोई भी किसी को निकाल देता है नहीं यहां पर एक फैक्ट्री एक्ट 1948 बना कि हर ऑर्गेनाइजेशन के अंदर 500 लेबर तो होने ही चाहिए और उनका क्राइटेरिया डिसाइड कर दिया गया ताकि लेबर के इंटरेस्ट को प्रोटेक्ट किया जा सके ओके फिर उसके बाद में 1960 एंड 17 के अंदर एचआर प्रोफेशनल के ऊपर फोकस किया गया उनके डेवलपमेंट के ऊपर फोकस किया गया ह्यूमन रिसोर्स के और यहीं से आया एचआरएम ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट इंडिया के अंदर 1960 और 70 में उसके बाद जब लिबरलाइजेशन और ग्लोबलाइजेशन वगैरह प्राइवेटाइजेशन वगैरह 1991 के अंदर जब उनको लॉन्च किया गया तो उसके बाद ह्यूमन रिसोर्स डेवलपमेंट इंडिया के अंदर मेन फोकस वाली चीज बन गई किसी भी ऑर्गेनाइजेशन या बिजनेस के लिए ओके ठीक नेक्स्ट आता है यहां पर लिखा हुआ है पूरा का पूरा 1920 1920 से 30 में क्या होता था स्टेटस क्या था और वहां पर एक क्लर्क वाला स्टेटस था अ क्लेरिक स्टेटस 19460 से एडमिनिस्ट्रेशन आया 1780 से डेवलपमेंट स्टार्ट हुआ और फिर 1990 के बाद में प्रोटेक्टिव एंड ग्रोथ ओरिएंटेड जो है ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट आने लग गया यह आप पूरा पढ़ सकते हैं आपको नोट्स में मिल जाएगा नेचर ऑफ एचआरएम ठीक है नेचर क्या है एचआरएम का एचआरएम का नेचर तो होगा ना ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट यानी कि ह्यूमन रिसोर्स मतलब वो जो मेन है उसका नेचर क्या है उसको मैनेज करने का नेचर क्या होना चाहिए तो सबसे फर्स्ट पर परवेस फोर्सेस है मतलब हर जगह जहां ऑर्गेनाइजेशन है चाहे वो रिलीजियस ऑर्गेनाइजेशन हो चाहे वो इकोनॉमिकल ऑर्गेनाइजेशन हो जिसको आर्थिक बोलते हैं हम यानी कि जो बिजनेसेस है हमारे चाहे आप सोशल ऑर्गेनाइजेशन हो चाहे पॉलिटिकल ऑर्गेनाइजेशन हो कोई भी ऑर्गेनाइजेशन हो है ना उस ऑर्गेनाइजेशन के अंदर आपका जो ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट है वो करना ही पड़ेगा तो ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट ऑल प्राइवेसी पे हर जगह जहां कुछ काम कर रहा है लोग मिलकर के कुछ काम कर रहे हैं वहां पर उन लोगों का अच्छे से मैनेजमेंट होना एचआरएम होना एचआरएम की प्लानिंग करना एचआरएम का ऑर्गेनाइजेशन करना एचआरएम का जो जो है कंट्रोलिंग करना बहुत इंपोर्टेंट है ओके ठीक ऑल परिसी में एक्शन ओरिएंटेड बिल्कुल एचआरएम फोकस अटेंड ऑन एक्शन एक्शन पे फोकस करता है राद देन रिकॉर्डिंग कीपिंग रिकॉर्ड कीपिंग केवल रिकॉर्ड कीपिंग पे फोकस नहीं करता है एक्शन लिए जाने पर फोकस करता है इंडिविजुअल एज वेल एज ग्रुप ओरिएंटेड बिल्कुल इंडिविजुअली भी मैनेजमेंट करना होता है और एक ग्रुप का भी मैनेजमेंट करना होता है ओके नेक्स्ट यानी कि जैसे हम पढ़ते थे ना कि एक ऑर्गेनाइजेशन के अंदर जो है पर्सनल गोल भी होते हैं और इसके अलावा ऑर्गेनाइजेशनल गोल भी होते हैं अगर पर्सनल गोल पर फोकस किया जाए और उनको समझाया जाए कि भैया आपके गोल तभी पूरे होंगे जब ऑर्गेनाइजेशन के गोल पूरे होंगे तो एक बढ़िया एक माहौल क्रिएट हो जाता है ऐसा का ऐसा जो ह्यूमन रिसोर्स है हां उनके खुद पे इंडिविजुअली भी ध्यान देना होता है और इसके अलावा पूरे ल टीम पर भी ध्यान देना होता है सबको मैनेज करना होता है ठीक फ्यूचर ओरिएंटेड फ्यूचर में आप चाहते हो कि आपका जो एचआरएम है वो इफेक्टिव हो तो आपको उसको अभी से मैनेज करना होगा मैनेज कैसे करें उनको उनको ट्रेन करो उनको डेवलपमेंट करो उनको एजुकेशन दो उनको नया सिखाओ उनको अच्छे से मैनेज करो जो व्यक्ति जिस काम करने के योग्य है उसको वो काम करवाओ उसको वो रिस्पांसिबिलिटी भी दो उसके ऊपर कंट्रोल भी रखो उसके स्टैंडर्ड भी बनाओ यह सब करना ओके डेवलपमेंट ओरिएंटेड अब वो तो डेवलपमेंट होगा ही अगर एचआरएम होगा ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट आपके ऑफिस के अंदर आपके ऑर्गेनाइजेशन के अंदर आपके कंपनी के अंदर एचआरएम डिपार्टमेंट बना हुआ है तो उसका काम यही है कि ट्रेंड करके लोगों का डेवलपमेंट करना और डेवलपमेंट होगा तो ऑर्गेनाइजेशन को भी फायदा होगा और खुद को भी होगा कंटीन्यूअस फंक्शन है ऐसा नहीं है कि आज उठे आज एचआरएम आज ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट का जो डिपार्टमेंट है या ऑफ जो ब्रांच बना हुआ है वो तो आज खुला है अगले 10 दिन बंद ऐसे नहीं कंटिन्यू करना पड़ेगा जो उनका काम है है ना जैसे एक एंप्लॉई का काम होता है डेली आके जो उसको काम दिया जाता है उसको करना अकाउंटेंट का काम अकाउंटिंग करना इंजीनियर का काम अपना काम करना जो लेबर है वो अपना काम करेगा मैनेजर व अपना काम मैनेजमेंट का करेगा ऐसे ऐसे ह्यूमन रिसोर्स जो मैनेजमेंट करने वाले लोग होते हैं उनका काम है जितने भी ऑर्गेनाइजेशन के अंदर ह्यूमंस है उन सब उन रिसोर्सेस का क्या करना मैनेजमेंट करना उन लोगों का मैनेजमेंट करना उनको डेवलप करना ट्रेन करना यह सब काम करते ही रहना कंटिन्यू करते रहना ओके ऑक्ल सर्विस सहायक सर्विस हैय मतलब मेन फोकस तो नहीं है बिजनेस के लिए ऑक्सल सर्विस है सहायक एक सेवा है क्योंकि यह ऑक्ल सर्विस है लेकिन इंपोर्टेंट सर्विस है ये क्योंकि यह बिजनेस की एफिशिएंसी और उसके इफेक्टिव उसके प्रॉफिट पर उसके प्रोडक्शन पर उसकी कॉस्ट पर इफेक्ट डालेगा ओके नेक्स्ट कंप्रेसिव फंक्शन बहुत बड़ा फंक्शन है व्यापक है कंप्रिहेंसिव मतलब व्यापक है मतलब ऑर्गेनाइजेशन में हर जगह लोग होंगे तो हर जगह ये अवेलेबल रहेगा नेक्स्ट इंटर डिसिप्लिन फंक्शन एचआरएम इज अ मल्टी डिसिप्लिन एक्टिविटी है ना एक ही जगह नहीं मल्टी एक्टिविटी है ना यूटिलाइजिंग नॉलेज एंड इनपुट्स ड्रॉन फ्रॉम द साइकोलॉजी सोशियोलॉजी एलॉजी इकोनॉमिक्स एक्सेट्रा मतलब एचआरएम नाम से कोई सब्जेक्ट नहीं है ह्यूमन रिसोर्स नाम से कोई सब्जेक्ट नहीं है जैसे साइंस है ऐसा नहीं यह क्या किया मल्टी डिसिप्लिन मतलब कुछ वहां से लिया कुछ वहां से कुछ साइकोलॉजी के कांसेप्ट ले लिए कुछ इकोनॉमिक्स के कांसेप्ट ले लिए कुछ यहां से ले लिए ऐसे करके सब्जेक्ट को बनाया गया ओके नेक्स्ट आता है ऑब्जेक्टिव ऑफ एचआरएम भैया एचआरएम क्यों करें ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट क्यों करें क्या ऑब्जेक्टिव्स है आप क्यों पढ़ रहे हो आपके क्या ऑब्जेक्टिव है है ना केवल पास होना है नहीं जॉब चाहिए बिजनेस करना है नॉलेज चाहिए स्किल चाहिए क्यों पढ़ रहे हो अपने आप से क्वेश्चन पूछो ऐसे कैसे एचआरएम डिपार्टमेंट है ह्यूमन रिसोर्स मैनेज करेगा ऑब्जेक्टिव क्या है भैया फर्स्ट ऑब्जेक्टिव होता है टू हेल्प ऑर्गेनाइजेशन रीच इट्स गोल एक ऑर्गेनाइजेशन है एक व्यापार है एक कंपनी है एक बिजनेस है उसके कुछ गोल होंगे कुछ लक्ष्य होंगे हां वो उसको अचीव करना चाहता है हां तो एचआरएम उस गोल को अचीव करने में इंपोर्टेंट रोल अदा करेंगे क्योंकि एचआरएम यानी कि जो मेस होते हैं जो पीपल्स होते हैं ऑर्गेनाइजेशन के अंदर वही सारे फैक्टर्स को सारे अदर रिसोर्सेस को यूज करते हैं वो अगर ट्रेंड होंगे डेवलप होंगे तभी तो वह काम करेंगे ओके नेक्स्ट टू एंप्लॉई द स्किल एंड एबिलिटी ऑफ द वर्कफोर्स वर्कफोर्स एफिशिएंटली बहुत जल्दी से वर्कफोर्स को एबिलिटी ट्रेनिंग देक के उनके अंदर वो एबिलिटी लाना जो हमको चाहिए है ना तो आपको एचआरएम करना ही पड़ेगा टू प्रोवाइड ऑर्गेनाइजेशन वेल ट्रेड एंड वेल मोटिवेटेड एंप्लॉई वेल ट्रेड और वेल मोटिवेटेड एंप्लॉई चाहिए तो आप अपने बिजनेस के अंदर ऑर्गेनाइजेशन के अंदर एचआरएम डिपार्टमेंट खोल दो ठीक है टू इंक्रीज द फुल फुलेस्ट द एंप्लॉई जॉब सेटिस्फेक्शन एंड सेल्फ एक्चुलाइजेशन अगर आप चाहते हो कि आपके एंप्लॉई जो है वो ऑर्गेनाइजेशन के बाद छुट्टी के बाद में ऑर्गेनाइजेशन और आपके बॉस को गालिया नहीं दे वैसे अधिकतर होता है पंचायत करते हैं लोग है ना अगर आप चाहते हो ऐसा नहीं हो हमारे एप्ल खुश रहे हमारी तारीफ करें सेटिस्फाइड रहे है ना और इसके अलावा उनके जो भी सेल्फ एक्चुलाइजेशन है जो वो हासिल करना चाहते हैं जिस वो जाना चाहते हैं वो वो पा जाए तो आपको क्या करना होगा एचआरएम डिपार्टमेंट स्थापित करना होगा वही आपको यह सब करके दे सकता है टू कम्युनिकेट एचआर पॉलिसी टू ऑल एंप्लॉई एचआर पॉलिसी ह्यूमन रिसोर्स की जो भी पॉलिसी है वो बना दी लेकिन आप चाहते हो कि वह हर पीपल तक पहुंचे तो यह वाला डिपार्टमेंट बना दो टू डेवलप एंड मेंटेन क्वालिटी ऑफ वर्क लाइफ वर्क लाइफ की क्वालिटी को अगर मेंटेन करना उसको डेवलप करना है एचआरएम बनाओ यह एचआरएम ट बनाना दो ऑफिस खोल दो एथिकली एंड सोशली रिस्पांसिस टू द नीड्स ऑफ सोसाइटी यह सोसाइटी की नीड है कि आपके यहां जो एंप्लॉई काम कर रहा है वह आपके बिजनेस में बहुत इंपोर्टेंट रोल अदा कर रहा है उसको ट्रेन करना उसको डेवलप करना उसकी सेफ्टी पे उसकी हेल्थ पे उसके एजुकेशन पे यह सब ध्यान रखना उस ऑर्गेनाइजेशन का इंपोर्टेंट रोल है उसका मतलब इंपोर्टेंट रोल क्या उसके लिए बहुत जरूरी है वो करें उसके उसको करना ही होगा तो आच आरएम डिपार्टमेंट स्थापित कर दो जापान का मैंने एग्जांपल दिया वहां पर भैया एंप्लॉयज का बहुत ख्याल रखा जाता है जहां तक मैंने स्टडी करी है बहुत जगह मैंने पढ़ा है बहुत जगह मैंने कंपनीज के जो है रिपोर्ट्स वगैरह पढ़े हैं न्यूजपेपर में पढ़ा है वहां के जो एंप्लॉई होते हैं उनको बहुत ज्यादा उनकी हेल्थ उनके मेंटल स्टेटस उनकी ट्रेनिंग उनके डेवलपमेंट उनकी फैमिली में कोई प्रॉब्लम है तो उसका सॉल्यूशन भी कोशिश करते हैं बिजनेस के अंदर दे दिया जाए समझ में आया तो इतना ख्याल रख जाता तभी तो वहां के एप्ल बहुत मेहनत करते हैं और तभी तो वहां के प्रोडक्ट बहुत अच्छे होते हैं ओके एक्चुअल में ये एचआरएम कांसेप्ट मुझे लगता है वहीं से आया है जहां तक मैंने पढ़ा है इंपोर्टेंस ऑफ एचआरएम अमेरिका वाले पूरा कॉपी करते थे जापान को पुराने अगर आप बुक्स पढ़ोगे ना उसमें मिल जाता है अमेरिका वाले जो है वो पूरा का पूरा जपनीज को पूरा का पूरा कॉपी करने की कोशिश करते थे वहां मतलब जो अमेरिकन कंपनीज है उनके एंप्लॉई को जापान के एग्जांपल दिए जाते थे वहां के रूल्स रेगुलेशन वहां की स्ट्रेटेजी प्लानिंग के बारे में बताया जाता था कि देखो वो ऐसा करते हैं है ना इसलिए उनके ये है तो वहीं से सीखे हैं ओके इंपॉर्टेंस देखि एचआरएम की ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट की तो एट द एंटरप्राइज लेवल एंटरप्राइज लेवल प क्या इंपॉर्टेंस है मतलब बिजनेस लेवल प क्या इंपोर्टेंस है इंडिविजुअल लेवल पे क्या इंपॉर्टेंट है एचआरएम की ह्यूमन रिसोर्स का अगर मैनेजमेंट करेंगे तो ऑर्गेनाइजेशन को क्या फायदा होगा उस पीपल को उस आदमी को क्या फायदा होगा सोसाइटी को क्या फायदा होगा और देश को क्या फायदा होगा ऑर्गेनाइजेशन को मैं बता देता हूं क्या फायदा होगा अगर अच्छा ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट होगा तो ऑर्गेनाइजेशन के अंदर एफिशिएंटली और इफेक्टिव काम होगा एफिशिएंसी मतलब जल्दी होगा इफेक्टिव मतलब प्रभावित होगा अच्छे से होगा कोई भी काम चाहे वो प्रोडक्शन हो चाहे वो सेल हो चाहे वो परचेसिंग हो चाहे सेलिंग हो कुछ भी हो वो सब अच्छे से होगा जिसका फायदा ऑर्गेनाइजेशन को मिलेगा कॉस्ट कम आएगी अच्छी क्वालिटी का प्रोडक्ट बनेगा मार्केट में सेल ज्यादा हो पाएगी कंपीटीटर का सामना कर पाओगे और बहुत अच्छा प्रॉफिट कमा पाओगे ठीक इंडिविजुअली क्या फायदा होगा जो वर्कर है हां वो एक ही जगह स्टक नहीं रहेगा वो क्या करे उस वर्कर को उस वर्कर को उस वर्कर को बार-बार ट्रेनिंग और उसका डेवलपमेंट उसको एजुकेशन उसकी हेल्थ वगैरह पर ध्यान रखा जाएगा तो उसका इंडिविजुअली भी सेल्फ एक्चुलाइजेशन भी होगा उसका डेवलपमेंट भी होगा वह कभी भी एक जगह रुका नहीं रहेगा नेक्स्ट सोसाइटी को भी फायदा होगा सारे ह्यूमंस मिलकर के तो सोसाइटी बनाते हैं वो आदमी ट्रेन वेल डेवलप वेल एजुकेटेड सोसाइटी में जाएगा तो काफी लोगों को प्रभावित भी करेगा तो सोसाइटी को भी इससे ओवरऑल फायदा होता है नेक्स्ट नेशनल लेवल पर नेशनल लेवल पर आपने लोगों को ट्रेड करके डेवलप करके अच्छा कर दिया उनको एजुकेट कर दिया उनकी हेल्थ का ध्यान रख रहे हो उनकी सब चीजों का ध्यान रख रहे हो और इसके अलावा बिजनेस के अंदर वो बहुत मेहनत करके सब कुछ करके काम कर रहे हैं तो बिजनेस से प्रॉफिट जनरेट अच्छा होगा प्रॉफिट जनरेट अच्छा होगा तो उसके ऊपर इनकम टैक्स गवर्नमेंट को मिलेगा इनकम टैक्स गवर्नमेंट को मिलेगा तो गवर्नमेंट के पास में टैक्स कलेक्शन इनडायरेक्ट टैक्स इनडायरेक्ट टैक्स जीएसटी इनकम टैक्स सब आएगा तो गवर्नमेंट जो है देश का इंफ्रास्ट्रक्चर अच्छा करेगी देश की सिक्योरिटी सेफ्टी को अच्छा करेगी जिससे ओवरऑल फायदा लोगों को भी होगा और गवर्नमेंट को भी होगा देश को भी होगा नेशनल लेवल का मतलब हो गया गवर्नमेंट को भी फायदा इंडिविजुअल भी फायदा लोगों का लिविंग स्टैंडर्ड बढ़ेगा क्योंकि ऑर्गेनाइजेशन जो है बिजनेस जो है अच्छी क्वालिटी के प्रोडक्ट दे रहे हैं लिविंग स्टैंडर्ड लोगों का बढ़ेगा तो लोगों को फायदा इंडिविजुअली तो ओवरऑल पूरी कंट्री को फायदा होता है अगर आप हर बिजनेस के अंदर एचआरएम डिपार्टमेंट स्थापित किया जाए इस कंट्री के अंदर तो पूरे देश को फायदा होगा यानी कि डेवलपिंग से डेवलप कंट्री बनने में ज्यादा टाइम नहीं लगेगा इंडिया को ओके नेक्स्ट फिर आता है फंक्शंस ऑफ एचआरएम भैया एचआरएम के फंक्शंस क्या-क्या है क्या-क्या काम एचआरएम को करना पड़ता है तो दो तरह के फंक्शंस होते हैं एचआरएम के अंदर ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट के दो तरह के फंक्शन होते हैं फर्स्ट होता है मैनेजरियल फंक्शन ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट क्या काम करता है जो आपने डिपार्टमेंट बनाया ना एचआरएम डिपार्टमेंट वो क्या करेगा तो उसके दो फंक्शन होते हैं एक मैनेजरियल फंक्शन एक ऑपरेशनल फंक्शन मैनेजरियल फंक्शन में क्या-क्या आता है प्लानिंग करना एचआरएम का काम है ऑर्गेनाइजिंग करना एचआरएम का काम है डायरेक्टिंग और कंट्रोलिंग ये एचआरएम करेगा और ऑपरेटिंग देखो मैनेजरियल मतलब मैनेज करना ऑपरेटिंग मतलब ऑपरेट करना जो काम चल रहा है उसमें प्रोकट मेंट फंक्शन आता है डेवलपमेंट फंक्शन आता है कंपनसेशन फंक्शन आता है इंटीग्रेशन फंक्शन आता है और मेंटेनेंस फंक्शन आता है लेकिन यह सब किसको करना मैनेज किसको करना जो पीपल है बिजनेस के अंदर काम कर रहे हैं उनको मैनेज करना तो उनके लिए प्लानिंग करना उनके लिए स्ट्रक्चर बनाना उनको डायरेक्ट करना उनको कंट्रोल करना तो मैनेज हो जाएंगे वो लोग सब सारे लोग मैनेज हो जाएंगे यह एचआरएम डिपार्टमेंट करेगा और ऑपरेट करना कैसे मब वो काम करेंगे ना तो कैसे करेंगे उनको प्रोकट मेंट उनका ध्यान रखना उनके डेवलपमेंट ट्रेनिंग देना उनको कंपनसेशन देना अच्छा एक तरीके से रीजनेबल रिटर्न देना रीजनेबल उनको सैलरी देना और इंटीग्रेटेड फंक्शन एंड मेंटेनेंस भी रखना तो यह सारे आपके फंक्शन है एचआरएम के ये इंपोर्टेंट है एग्जाम में आ सकता है ठीक है फिर आता है आपका रोल एंड स्टेटस एंड कंपट ऑफ एचआर मैनेज मैनेज मैनेजर मैनेज नहीं मैनेजर ठीक है क्या रोल है क्या स्टेटस होगा और क्या कंपट होगा मतलब क्या उसके पास एबिलिटी होनी चाहिए कंपट मतलब एबिलिटी स्किल किसके पास एचआर मैनेजर के पास व एचआरएम ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट का जो एचआरएम डिपार्टमेंट का जो हेड होगा जो एचआर मैनेजर होगा जो आपके ऑर्गेनाइजेशन के अंदर जितने भी पीपल्स काम करते हैं उनको मैनेज करेगा उनको ऑपरेट करेगा हां उसमें भैया क्या स्किल होनी चाहिए क्या कंपट होना चाहिए उसके अंदर क्या एजुकेशन क्वालिफिकेशन होना चाहिए कितना एक्सपीरियंस होना चाहिए इसके अलावा उसका रोल क्या होगा क्या-क्या काम करेगा उसका स्टेटस क्या होगा तो रोल की बात करें तो एडमिनिस्ट्रेटिव रोल होगा ऑपरेशनल रोल होगा और स्ट्रेटेजिक रोल होगा तीन रोल होंगे याद रखना ठीक है एचआर मैनेजर के सबसे पहले आता है एडमिनिस्ट्रेशन ए एडमिनिस्ट्रेटिव रोल एडमिनिस्ट्रेटिव रोल क्या होता है उसको पॉलिसीज बनानी पड़ती है पॉलिसी मेकर होता है एचआर मैनेजर हेल्प्स मैनेजमेंट इन द फॉर्मेशन ऑफ पॉलिसी गवर्निंग टैलेंट एक्विजिशन एंड रिटेन देखो बहुत इंपोर्टेंट चीज लिखी हुई है बहुत इंपोर्टेंट चीज लिखी हुई यह बोल रहा है जो एचआर मैनेजर है ना हां जितने भी ऑर्गेनाइजेशन के अंदर जो भी आपके पीपल्स काम कर रहे हैं एंप्लॉई काम कर रहे हैं मैनेजर्स काम कर रहे हैं उन सबके लिए कुछ पॉलिसीज बनाएगा वो पॉलिसी बनाने में एचआर मैनेजर सबसे इंपोर्टेंट रो अदा करता है और यह जो एचआर मैनेजर होगा यह क्या करेगा पॉलिसी को फॉर्मेशन करेगा ताकि ऐसे टैलेंट का एक्विजिशन किया जा सके जिसकी हमें जरूरत है मतलब ऐसे टैलेंटेड लोगों को हायर किया जा सके अब देखो बेटा अपने आप से क्वेश्चन पूछो क्या आपके पास ऐसा टैलेंट है कि आपको कंपनी हायर करे अगर नहीं है तो वो ल टैलेंट लाओ वरना कोई नहीं हायर करेगा हर बड़ी कंपनी में एचआर डिपार्टमेंट होता है वह टैलेंटेड लोगों को ही एक्वायर करते हैं ओके ठीक इसके बाद रिटेंशन मतलब वो बंदा जो टैलेंटेड हमने एक्वायर किया है वो हमारे यहां जॉब कर रहा है वो छोड़ के नहीं जाए उसके लिए कुछ ऐसे इंसेंटिव्स ऐसे प्लानिंग उसके लिए जरूरतों को पूरा करना उसको इस तरीके से रिटेन करना ताकि वह छोड़ के नहीं जाए ओके नेक्स्ट और उनकी वेजेस क्या होगी उनकी सैलरी क्या होगी उनके लिए वेलफेयर एक्टिविटीज उनके पर्सनल रिकॉर्ड उनका वर्किंग कंडीशन यह सब इससे रिलेटेड सारी की सारी पॉलिसीज और इन सब को करता है सबसे रिलेटेड पॉलिसी बनाता है कौन पॉलिसी मेकर हु इज द पॉलिसी मेकर वो है आपका एचआर मैनेजर तो यह इसका एडमिनिस्ट्रेशन रोल के अंदर पहला एडमिनिस्ट्रेटिव एक्सपर्ट होता है इसको पता होता है कि कैसे एडमिनिस्ट्रेशन करना है कैसे प्रशासन करना है क्योंकि देखो बहुत अगर बड़ा ऑर्गेनाइजेशन है तो उसके अंदर डेटा बहुत होता है बहुत सारे एंप्लॉयज होता है उन सब डाटा को रिकॉर्ड करना एंप्लॉयज की फाइल को मेंटेन करना एचआर रिलेटेड डेटाबेस को ध्यान से रखना उनकी प्रोसेसिंग करना और जो भी एचआर यानी कि जो भी लोग हैं एंप्लॉयज हैं वो कुछ क्लेम मांगते हैं तो उन क्लेम को पढ़ना उनको सेटल करना ठीक है आंसरिंग करना क्वेरीज और रिगार्डिंग लीव्स जो भी छुट्टी वगैरह मांग रहे हैं तो ये सारा कौन मैनेज करता है ये सारा मैनेज करता है हमारा एचआर मैनेजर और यह उसका है एडमिनिस्ट्रेटिव रोल कि वोह पॉलिसी मेकर है और एडमिनिस्ट्रेटिव एक्सपर्ट है उसको पता है कि कैसे एडमिनिस्ट्रेट करना है ओके नेक्स्ट एडवाइजर भी होता है एचआर मैनेजर बहुत अच्छा एडवाइजर होता है दस पर्सनल मैनेजर परफॉर्म इज फंक्शन बाय एडवाइजिंग सजेस्टिंग काउंसलिंग एंड हेल्पिंग द लाइन मैनेजर्स मतलब जो भी लोग जो दूसरे मैनेजर्स हैं उन सबको यह अच्छी एडवाइस देता है नेक्स्ट हाउसकीपर भी ये अच्छा होता हाउसकीपर हाउस कीपर मतलब द एडमिनिस्ट्रेशन रोल ऑफ पर्सनल मैनेजर इन मैनेजिंग द सो इंक्लूडिंग रिक्रूटिंग प्री एंप्लॉयमेंट टेस्टिंग रेफरेंस चेकिंग एंप्लॉई सर्वे टाइम कीपिंग वेज सैलरी एडमिनिस्ट्रेशन मतलब किस बंदे को रख रहे हो किसको रिक्रूट करना है प्री एंप्लॉयमेंट टेस्ट लेना उसको रखने से पहले उसका टेस्ट लेना रेफरेंस चेक करना बैकग्राउंड चेक करना उसको एंप्लॉई को ये भी एचआर मैनेजर का काम होता है एंप्लॉई सर्वे करवाना टाइम कीपिंग करवाना वेज कितना देना है सैलरी कितना देना है इसका एडमिनिस्ट्रेशन करना भी हाउसकीपर के तौर पर एचआर मैनेजर करता है तो आपका फर्स्ट था पॉलिसी मेकर सेकंड था एडमिनिस्ट्रेटिव एक्सपर्ट थर्ड था एडवाइजर फोर्थ है हाउसकीपर पॉइंट पॉइंट याद कर लेना अंदर आप लिख पाओगे काउंसलर भी होता है है ना जब भी काउंसलिंग की जरूरत पड़े किसी भी एंप्लॉई को क्योंकि बहुत प्रॉब्लम तो होगी तो वो एचआर मैनेजर से जाकर डिस्कस कर सकता है एचआर मैनेजर जो है उसको काउंसिल करेगा है ना उसकी हेल्थ फैमिली फाइनेंस कलीग्स सोशल जो भी इश्यूज है उसको व क्या करेगा काउंसिल करेगा मतलब कलीग्स परेशान कर रहे हैं या फिर हेल्थ सही नहीं है फैमिली में कोई प्रॉब्लम है फाइनेंशली कोई सोशल प्रॉब्लम है तो इन सबके ऊपर एचआर जो है एचआर मैनेजर उसको काउंसिल करेगा उस एंप्लॉई को उस मैन को उस पीपल को उस ह्यूमन रिसोर्स को ओके वेलफेयर ऑफिसर भी होता है पर्सनल के लिए वेलफेयर एक वेलफेयर हर मतलब वेलफेयर मतलब भलाई के लिए काम करना एंप्लॉयज की तो उसके लिए भी यह काम करता है इसके लिए वह अलग-अलग से जो है बहुत सारी चीजें करता है जैसे कि वो मेंटेन करता है कैंटींस को है ना हॉस्पिटल्स को मेंटेन करना है ना और एजुकेशन इंस्टिट्यूट क्लब बनाना लाइब्रेरीज बनाना कोऑपरेटिव क्रेडिट सोसाइटीज बनाना कंज्यूमर स्टोर्स बनाना ये सब कुछ एंप्लॉयज के लिए किया बड़े-बड़े ऑर्गेनाइजेशन में ये सब होता है लीगल कंसल्टेंट भी होता है अगर किसी के कोई लीगल प्रॉब्लम आ रही है किसी भी एंप्लॉई को तो एचआर मैनेजर से जाकर लीगल कंसल्ट भी कर सकता है तो अगर कोई एचआरएम ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट के अंदर मैनेजर बन जाता है तो उसको इतना सब नॉलेज होगा इतना एक्सपीरियंस होगा और उसका काम भी अच्छा होगा और उसकी सैलरी उसका रेमन भी बहुत हाई होता है ओके तो सोच के देखिए भया कैसे बन सकते हैं एचआर डिपार्टमेंट के हम मैनेजर तो ये फर्स्ट रोल हो गया हमारा कौन सा एडमिनिस्ट्रेशन सेकंड रोल हम कर रहे हैं ऑपरेशनल रोल ऑपरेशनल रोल के अंदर वो क्या करेगा ऑपरेशनल रोल के अंदर वो क्या करता है विनिंग द वॉर ऑफ टैलेंट रिक्रूट करना हर ऑर्गेनाइजेशन हर बिजनेस टैलेंटेड लोगों को हायर करने के लिए आपस में लड़ रहे हैं वॉर चल रहा है टैलेंटेड लोगों को हायर करने के लिए विनिंग द वॉर फॉर टैलेंट अब लोग बोल रहे हैं कि सर एंप्लॉयमेंट नहीं है रोजगार नहीं है अरे भैया टैलेंट तो बनो पहले टैलेंटेड तो बनो पैसे पहले कुछ ऐसा तो सीखो जिससे लोगों को कुछ आप दे सकते हो जिससे आप कुछ कमा सकते हो कुछ स्किल तो हायर करो कुछ डिग्री अच्छी तो लो और अच्छी डिग्री विथ नॉलेज तो लो भले ही बीकॉम ही कर लो लेकिन विथ नॉलेज तो करो बीकॉम में जो सब्जेक्ट है उनका डीप नॉलेज तो लो रट्टेड दो चार क्वेश्चन करके पासिंग मार्क्स मत लाओ भैया अच्छे से कहीं जो है कोचिंग तो लो कहीं जॉब भी तो करो पार्ट टाइम ताकि नॉलेज मिलेगा थोड़ा बहुत और फिर किसी ऐसी ऑर्गेनाइजेशन में जाओ देखो टैलेंटेड लोगों को हायर करने के लिए कंपनी लड़ रही है देखो लिखा हुआ है विनिंग द वर फॉर टैलेंट मतलब जो मैनेजर होता है एचर मैनेजर उसको टैलेंट को हायर करने के लिए लड़ना पड़ता है क्योंकि टैलेंटेड लोग को कोई नहीं छोड़ता हैज बिकम एन इंपोर्टेंट फॉर एचआर मैनेजमेंट रिसेंट टाइम इन व्यू ऑफ ग्राउंड कंपटीशन ऑफ पीपल प्रोसेसिंग रिक्रूट नॉलेज एंड स्किल एंड एक्सपीरियंस मतलब देखो यार कैसा एक तरह है जहां गवर्नमेंट है यह मतलब मेरे को समझ में नहीं आता गवर्नमेंट है हा हर कोई गवर्नमेंट जॉब की तैयारी करना चाहता है गवर्नमेंट कुछ लोगों को सिलेक्ट करना चाहती है ठीक है और लोग फुल तैयारी कर रहे अब अगर 2000 पद निकलते हैं 10 लाख फॉम भरते 2000 की नौकरी लगती है इसका मतलब बाकी के कितने बच गए देख लो 99000 से भी ज्यादा सिर्फ 2000 कम 10 लाख में से उनकी जॉब लगेगी बाकी सब क्या टैलेंटेड नहीं है क्या इतने बाकी सब लोगों ने पढ़ाई नहीं करी उस जॉब के लिए ऐसा असंभव है इंपॉसिबल है कम से कम 25 से 30 पर लोग एलिजिबल होने चाहिए यानी कि 10 लाख में से दो से 3 लाख लोगों की जॉब लगनी चाहिए गवर्नमेंट को उनको लेना चाहिए इतने लोग तो रियल में पढ़ाई करते ही होंगे अब यह तो हो गया वहां भेड़ चाल दूसरी तरफ देखो य कंपनी लड़ रही है आपस में टैलेंटेड लोगों को हायर करने के लिए तो टैलेंट ले लो स्किल ले लो जॉब कंपनी देगी आपको नेक्स्ट उसके लिए पहले से भले छोटी मोटी जॉब भी पढ़ो साथ में एजुकेशन क्वालिफिकेशन विथ नॉलेज अच्छे से लो डिग्री लो अच्छे परसेंटेज से लो पढ़ के लो कोचिंग जवाइन करो बीकॉम कर लो लेकिन अच्छे परसेंटेज विथ नॉलेज करो फिर उस नॉलेज के बेसिस प जाके इंटरव्यू दो छोटी मोटी जॉब लगेगी कर लो एक दो साल उस जॉब को करो वहां से नॉलेज आए ट्रेन ले ट्रेनिंग लेते रहो कोई नया सर्टिफिकेट सीखते रहो डेवलप करते रहो अपने आप आपको बहुत अच्छा टैलेंट आ जाएगा और फिर साथ-साथ में एजुकेशन भी जारी रखो एमबीए एमबीए कर लो बीकॉम के बाद में है ना सीए कर लो सीए नहीं सीए से कर लो अरे बहुत सारे दूसरे सर्टिफिकेट होते हैं यार वो कर लो आप फील्ड में उतरो तभी तो टैलेंट आएगा ओके ट्रेनर डेवलपर ट्रेनर डेवलपर होता है मोटिवेट भी होता है कौन हमारा एचआर मैनेजर लिंकिंग पिन द एचआर मैनेजर ऑफ रिप्यूट टू एक्ट लिंकिंग पिन ये लिंकिंग पिन है एक ऐसी पिन है जो लिंक करती है किसको वेरियस डिवीजन ऑफ ए ऑर्गेनाइजेशन ऑर्गेनाइजेशन के अंदर बहुत सारे डिपार्टमेंट होते है डिवीजन होते हैं प्रोडक्शन डिवीजन सेल्स डिवीजन है ना सेलिंग डिवीजन जिसको बोलते हैं और आपका मटेरियल परचेज डिवीजन हो गया ऐसे बहुत सारे डिवीजन होते हैं उनको लिंक करने का काम एचआर मैनेजर करता है मीडिएट यह मीडिएट होता है एंप्लॉयज के बीच में एंप्लॉई का जो ग्रुप है उसका मेडिएटर ये होता है जो बॉस है एंप्लॉयज है मैनेजर्स है उन सबके बीच में मेडिटर का रोल अदा करता है तो दो पढ़ लिया हमने कौन-कौन सा एडमिनिस्ट्रेटिव और ऑपरेशनल रोल इनके पॉइंट पॉइंट याद कर लेना अंदर का पढ़ के चला जाना एग्जाम में अपने आप लिख पाओगे नेक्स्ट आता है आपको फोर्थ नंबर स्ट्रेटेजिक रोल मतलब पॉलिसीज वगैरह बनाता है ना प्लानिंग करता है स्ट्रेटेजी बनाता है बिल्डिंग कोर कंपट स्ट्रेटेजी बनाता है कि कैसे जो एंप्लॉई है जो मैनेजर्स हैं जो रिसोर्सेस है ह्यूमन रिसोर्स जो ऑर्गेनाइजेशन में काम करें वो आपस में कंपीट करें जिससे जो उनका ध्यान है वो कंपटीशन में जाए ऑर्गेनाइजेशन को उससे रिजल्ट भी बेहतर मिलता है तो वो बिल्ड करना किसका काम है इसका एचआर मैनेजर का प्रोवाइड पर्पस फुल डायरेक्शन ऑर्गना एक मैनेजर को एक एंप्लॉई को एक पीपल को एक वर्कर को केवल बोल दिया वो करना वो नहीं परपस भी बता दिया यह करने से क्या होगा टारगेट दे दिया क्रिएटिंग कंपीटेटिव एडवांटेजेस अगर कोई उस कंपटीशन से ऊपर आ जाता है कॉस्ट कम बचा लेता है जल्दी काम कर लेता है क्वालिटी अच्छी से करता है है ना ज्यादा सेल कर लेता है है ना तो उनको फिर आपको क्या करना होता है एक एडवांटेज देना होता है कि भाई फर्स्ट सेकंड थर्ड जो आया उनको सैलरी में इतना परसेंट बोनस मिलेगा या उनको जो है ये अवार्ड दिया जाएगा तो उससे भी यह भी एचआर मैनेजर को ही करना होता है ठीक है इससे भी एंप्लॉई मोटिवेट होता है और लास्ट आता है फैसिलिटी ऑफ चेंजेज फैसिलिटेटिंग ऑफ चेंजेज द एचआर मैनेजर विल रिक्वायर टू एक्ट चेंज एजेंट थ्र ग्रेट र इवॉल्वमेंट इन एनवायरमेंटल स्कैनिंग एंड डेवलपिंग प्लान मतलब जहां परिवर्तन की जरूरत है वहां एचआर मैनेजर परिवर्तन भी करता है एचआर से रिलेटेड ह्यूमन रिसोर्स से रिलेटेड ओके तो आज के लेक्चर के अंदर काफी हद तक इस चैप्टर को मैंने कंप्लीट कर दिया थोड़ा बहुत बचा हुआ है वो हम नेक्स्ट लेक्चर में कर लेंगे आई होप आपको इससे काफी मदद मिली होगी मिलते हैं नेक्स्ट वीडियो में तब तक के लिए गुड बाय एंड थैंक यू