सॉल्वेंट एक्सट्रैक्शन और क्रोमेटोग्राफी

Sep 7, 2024

सॉल्वेंट एक्सट्रैक्शन और क्रोमेटोग्राफी पर लेक्चर नोट्स

परिचय

  • अभिषेक का स्वागत बच्चों को
  • जेआर कॉलेज के प्लेटफार्म पर लेक्चर
  • केमिस्ट्री का लास्ट लेक्चर: डिस्टिलेशन
  • आज का लेक्चर: सॉल्वेंट एक्सट्रैक्शन और क्रोमेटोग्राफी

सॉल्वेंट एक्सट्रैक्शन

  • सॉल्वेंट एक्सट्रैक्शन एक प्रक्रिया है जिससे सॉल्वेंट से कुछ पदार्थों को बाहर निकाला जाता है।
  • मुख्य बिंदु:
    • सॉल्वेंट प्रकार:
    • ऑर्गेनिक सॉल्वेंट:
      • तेल, पेट्रोल, डीजल
      • एसीटोन, क्लोरोफॉर्म
    • एक्वास सॉल्वेंट:
      • पानी या पानी में घुलनशील अन्य पदार्थ
  • दोनों सॉल्वेंट्स की डेंसिटी अलग होती है:
    • एक्वास सॉल्वेंट की डेंसिटी अधिक होती है।
    • ऑर्गेनिक सॉल्वेंट की डेंसिटी कम होती है।

प्रक्रिया

  • अगर ऑर्गेनिक सॉल्ट एक्वास सॉल्वेंट में नहीं घुलता है, तो सॉल्वेंट एक्सट्रैक्शन का उपयोग किया जाता है।
  • सेपरेटिंग फनल:
    • सॉल्यूशन को सॉल्वेंट के साथ मिलाने के लिए उपयोग किया जाता है।
    • ऑर्गेनिक सॉल्ट और एक्वास सॉल्वेंट के बीच अलगाव करता है।
  • कंटीन्यूअस एक्सट्रैक्शन:
    • जब सॉल्यूट कम घुलनशील होता है, तो इसे कई बार एक्सट्रैक्ट किया जाता है।
    • इस प्रक्रिया में एक्वास सॉल्वेंट को बार-बार बदलते हैं।

क्रोमेटोग्राफी

  • क्रोमेटोग्राफी एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है जो पदार्थों को अलग करने और शुद्ध करने में प्रयोग होती है।
  • मुख्य बिंदु:
    • स्टेशनरी फेज:
      • जो फिक्स रहता है और कभी नहीं बदलता।
    • मोबाइल फेज:
      • जो हमेशा मूव करता है।
  • क्रोमेटोग्राफी के प्रकार:
    • एड्जॉर्प्शन क्रोमेटोग्राफी:
      • स्टेशनारी फेज सॉलिड होता है।
    • पार्टीशन क्रोमेटोग्राफी:
      • स्टेशनारी फेज लिक्विड होता है।

निष्कर्ष

  • लेक्चर में सॉल्वेंट एक्सट्रैक्शन और क्रोमेटोग्राफी के मूलभूत सिद्धांत समझाए गए।
  • अगली कक्षा में विस्तार से चर्चा की जाएगी।
  • छात्रों को वीडियो को लाइक और चैनल को सब्सक्राइब करने के लिए कहा गया।
  • स्वास्थ्य का ध्यान रखने और अध्ययन जारी रखने की सलाह।

यह नोट्स आगे के अध्ययन के लिए सहायक होंगे।