[संगीत] क्या हुबा कोई अधिकारी नहीं आया है इन बच्चों को अपने हाल पर छोड़ा हुआ है मैं यह मानती हूं कि यह जो मौत हुई है यह कोई डिजास्टर नहीं है ये सीधे सीधे मर्डर है अरे जिंदाबाद राजधानी के पौश इलाकों में से एक ओल्ड राजेंद्र नगर जहां देश के हर इलाके से स्टूडेंट सपनों के साथ सिविल सर्विस की तैयारी करने आते हैं लेकिन यह सपने कभी पानी में डूब जाते हैं कभी आग की लपटों में जल जाते हैं तो कभी राह चलते करंट के झटके से सब कुछ खत्म हो जाता है 10 मिनट की बारिश से डूब जाने वाली दिल्ली के प्रशासन से सवाल है सवाल एमसीडी से है नेताओं से है कोचिंग संस्थान चलाने वाले मालिकों से है कि देश की राजधानी के सबसे मुख्य इलाके में हुई इस घटना की जिम्मेदारी कौन लेगा धर्मेंद्र यादव ने उम्मीदों से अपनी भतीजी को आईएस बनाने के लिए दिल्ली भेजा था 27 जुलाई की शाम कोचिंग के बेसमेंट में पानी भर जाने की खबरों से पटी टीवी हेडलाइंस को देखकर वो फौरन जानकारी के लिए हॉस्टल से अस्पताल तक भटकते रहे प्रशासन से उन्हें जानकारी तक नहीं मिली थी कि उनकी भतीजी अब इस दुनिया में नहीं रही मृतकों की एक लिस्ट में जब उन्होंने अपनी भतीजी शिया यादव का नाम देखा तब उनकी हिम्मत ने जवाब दे दिया और वह चुपचाप गाड़ी में जाकर बैठ गए मैं जब न्यूज देखा तो तकरीबन प का समय था मैं खाना ना खाकर उसके बाद बैठा तो ो न्यूज देख लू तो उसमें यह आ रहा था कि राव आईएस स्टडी सर्कल के बेसमेंट में पानी भर गया है और रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है और बहुत सारे बच्चे फसे हो सकते हैं करीब 20 बाहर निकाले गए हैं तो उसमें फिर कैजुअलिटी की एक आ गई खबर की एक बच्ची की कैजुअलिटी हो गई फिर मैं पाच सात मिनट बाद दो बच्ची के कैजुअलिटी आ गई तो क्योंकि एडमिशन मैंने नहीं कराया था तो मुझे पता था कि उसी में है फिर मैं मुझसे नहीं रहा गया मैंने कहा कि अब मैं जाकर देख के आता हूं फिर मैं रास्ते में जाकर के कोचिंग वाले को फोन करा और बटिया का फोन मिला है तो उसका फोन बंद आ रहा था तो कोचिंग वाले को फोन मिला एक बंदा रहा था एक दूसरा नंबर मैंने मिला दूसरा मिलल गया डीपी सिंह कोई है तो डीपी सिंह से मैंने पूछा ने कहा कि क्या आपके कोचिंग में इस तरह कोई घटना हुई है बोले हां हमारे कोचिंग है रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है तो मैंने कहा मेरे बेटिया का एडमिशन हुआ है श्रेया यादव क्या वो भी तो नहीं है इसमें तो बोले सर अभी नाम तो नहीं बता सकता पर दो कैजुअलिटी हुई है तीन कैजुअलिटी हुई है दो बेटी और एक बेटे की हुई है तो फिर मैं मतलब बहुत ही मिस मैनेज लग रहा था तो मुझे लगा कि पहले मैं जाके पीजी में देख लू उसके क्योंकि पीजी मैं नहीं दिलाया था मैं नहीं रखवाया था तो पीजी में करीब एक बजे पहुंचा तो एक बजे जब पहुंचा वहां देखा तो उसके रूम में ताला लगा हुआ था तब मेरा डाउट और हो हो गया कि फोन मिल नहीं रहा है रू में ताला लगा हुआ रात 12 एक बज रहे हैं तो अगर होती तो यही आती फिर मैं दोबारा वापस आया वहां डीसीपी साहब से मैंने पूछा तो उन्होंने बताया कि आप एक बार आरएमएल के में जाकर मोचरी में देख लीजिए देखिए मुझे अधिकृत तौर पर तो ना कोचिंग सेंटर से कोई जान जानकारी मिली ना प्रशासन या पुलिस की तरफ से कोई फोन आया लेकिन मैं न्यूज देख करके खुद ही जाकर के वहां पर अप्रोच किया तो वहां पहुंचने के बाद डीसीपी साहब थे मेरे ख्याल से जब नाम पूछा उन्होंने मेरा मैंने बच्ची का नाम बताया तो बोले कि एक बार आप जो है आरएमएल में जाकर देख लीजिए तो रात तकरीबन ई बजे मैं यहां आ गया था तो मोचरी में तीन बच्चों की डेड बॉडी रखी थी दो बेटियां थी और एक लड़का था तो उससे मैंने कहा कि एक बार मुझे चेहरा दिखा दो मैं पहचान लू तो बोला सर ये पुलिस केस हम दिखा नहीं सकते फिर बोले एक पेपर है मेरे पास अब उसको देखना चाहे देख ले उनमें तीन बच्चे थे एक सराया तो भी नाम लिखा हुआ था तो फिर मेरी इतनी हिम्मत नहीं हो रही थी मैं उसके अंदर जाकर देखूं भी मेरी स्थिति ऐसी नहीं थी फिर मैं बाहर आके गाड़ी में बैठ गया फिर सुबह तकरीबन 6:00 बजे 6:30 बजे के बास दोबारा गया मैं तो मैंने कहा भैया आप तो दिखा दो रात में तो आप मना कर रहे थे रात में नहीं दिखा सकते तो बोले अभी जब तक पुलिस नहीं आएगी आईओ नहीं आएंगे तब तक हम नहीं दिखा सकते तो मैंने कहा चलो कोई बात नहीं इतनी बात मेरी इनसे हुई 27 जुलाई शाम 6:00 बजे दिल्ली में बारिश हो रही थी ओल्ड राजेंद्र नगर के राव आईएस कोचिंग सेंटर का बेसमेंट वहां पानी भर गया पानी का फोर्स इतना ज्यादा था कि कुछ ही देर में बेसमेंट में 10 से 12 फीट तक पानी भर गया स्टूडेंट्स को भागने का मौका तक नहीं मिला कई स्टूडेंट नीचे फंसे थे जिन्हें रस्सियों की मदद से बाहर निकाला जा रहा था क्योंकि पानी गंदा था इसलिए रस्सियां दिखाई नहीं दे रही थी कुछ देर बाद मौके पर फायर डिपार्टमेंट की पांच गाड़ियां पहुंची और पानी को पंप करके बाहर निकाला गया फंसे हुए स्टूडेंट को बचाने के लिए एनडीआरएफ के गोताखोरों को भी तैनात किया गया रात करीब 10:30 बजे वहां से दो छात्राओं के शव मिले जिनकी पहचान शया यादव और तान्या सोनी के रूप में हुई है शया यूपी के अंबेडकर नगर और तानिया तेलंगाना की रहने वाली थी दोनों ही स्टूडेंट दिल्ली में सिविल सर्विस की तैयारी करने आई थी इसके कुछ देर बाद एक और स्टूडेंट का शव बरामद किया गया नाम नेविन डालब जो केरल के रहने वाले हैं और पिछले आठ महीनों से यहां पर आईएएस की तैयारी कर रहे थे साथ ही दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी से पीएचडी भी कर रहे थे शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेजा गया है छात्रों के मुताबिक बेसमेंट में कोचिंग सेंटर की लाइब्रेरी थी जहां स्टूडेंट सेल्फ स्टडी के लिए जाते थे इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक कोचिंग के बैक साइड से कोई एग्जिट नहीं होने से चारों और अफरातफरी मची थी कुछ स्टूडेंट ने दावा किया कि बिल्डिंग में एंट्री और एग्जिट बायोमेट्रिक सिस्टम से है यानी कि ब गुल होने के बाद वहां से निकलना मुश्किल है ओल्ड राजेंद्रनगर के पास मौसम विभाग के पूसा वेदर स्टेशन ने 27 जुलाई को शाम 5:30 से रात 8:30 बजे के बीच 31.5 मिमी बारिश की सूचना दी थी लेकिन अभी साफ यह नहीं हो पाया है कि अचानक तेज प्रेशर से पानी अंदर कैसे आया घटना को लेकर भड़के स्टूडेंट्स ने देर रात एमसीडी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया जो अब भी जारी है इस हादसे को लेकर स्टूडेंट्स में काफी आक्रोश है देर रात से ही वो प्रशासन और कोचिंग संस्थानों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं सुनिए उन्होंने क्या कुछ कहा जब भी बारिश आती है तो घुटने तक का पानी या वेस्ट तक का पानी यहां पर कॉमन साइट है बिजली विभाग का यहां पर कोई इतना खास कोऑपरेशन नहीं है आप वहां से लेके अंदर बिल्कुल मेन गोल चक्कर तक जाएंगे आगे तक भी जाएंगे वाटर टैंक तक तो आप देखेंगे वहां पे मल्टीपल पोल्स वहां पे नंगी तारे हैं और बंच में है हैवली डेंस वायर्ड एरिया है ये और यहां पे खुली तारे पानी में तैर रही होती है या मेटल के गेट के साथ अटैच होती है तो इसका कामिया हम भगत रहे हैं ये स सारी चीजें तो सुपरफिशियल लोगों को दिखती नहीं है जब तक इतने बड़े कांड नहीं हो जाते बट बट ये प्रॉब्लम्स है दूसरा एमसीडी इतना बड़ा सिवेज प्रॉब्लम है हर बक हर बेसमेंट में लाइब्रेरी है जब भी पानी आता है जब भी बारिश होती है जो वाटर लॉगिंग होती है और जो सिवेज है वो वॉशरूम के रास्ते से बैक मारता है तो ऐसे में अगर बहुत हैवी रेनफॉल होगी तो इट इ क्वाइट आई वुड से वायबल की पानी बिल्डिंग के अंदर बाहर से भी एंटर होगा और जो सिवेज बैक अंदर से मार रही है वो भी हो होगा तो इन हालातों में तो हम स्टूडेंट्स ही जो है वो हो रहे हैं और आप देखिए मल्टी स्टोरी बिल्डिंग्स बनाई हुई है नो फायर एसिट नो इमरजेंसी एग्जिट इतना ₹ लाख र पर हम स्टूडेंट से आप ले रहे हैं आपने शीशे के बिल्डिंग बना दी है स्टूडेंट की जो बेसिक सेफ्टी है उसको कौन ध्यान में देगा पुलिस इस मामले की जांच कर रही है अभी तक इस मामले को लेकर तीन बड़े कदम उठाए गए हैं पहला कोचिंग मालिक अभिषेक गुप्ता और कोऑर्डिनेटर को गिरफ्तार कर लिया गया है पुलिस ने बताया कि घटना को लेकर क्रिमिनल केस उनके खिलाफ दर्ज किया गया है फॉरेंसिक टीम ने मौके पर पहुंचकर कुछ सबूत इकट्ठा किए हैं दूसरा क्या स्टेप लिया गया है दिल्ली की मेयर शैली ओबेरॉय ने एमसीडी कमिश्नर को निर्देश दिया है कि उन सभी कोचिंग सेंटर के खिलाफ कार्रवाई की जाए जो बेसमेंट में व्यावसायिक गतिविधियां चला रहे हैं तीसरा स्टेप लिया गया है दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी ने मुख्य सचिव नरेश कुमार को कोचिंग संस्था के बेसमेंट में पानी भरने और स्टूडेंट के फसने की घटना की मजिस्ट्रेट जांच करके 24 घंटे के भीतर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है वहीं इस हादसे पर राजनीति भी गरमाई है आरोप और प्रत्यारोप का दौर जारी है रविवार सुबह आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद स्वाती मालीवाल प्रदर्शन कर रहे छात्रों के बीच पहुंचे और कई सवाल उठाए इस दौरान स्टूडेंट्स ने गो बैक के नारे भी लगाए काउंसलर को 10 से 12 दिन पहले बार-बार बोला गया कि ये जो ड्रेनेज हो गया है खराब हो गया है इस ड्रेनेज को ठीक कीजिए लेकिन कोई कार्यवाही नहीं करी गई जो बच्चे डूब के मरे हैं तड़प तड़प के मरे हैं उनके परिवार को कौन जवाब देगा और क्या जवाब देगा रात से बच्चे यहां पर खड़े हैं प्रोटेस्ट कर रहे हैं और अभी तक एमसीडी का कोई भी ना तो मेयर आई ना कोई अधिकारी आया और दिल्ली सरकार का भी ना तो मंत्री आए ना अधिकारी आए इनका बस काम यह है कि ये एयर कंडीशन रूम में बैठ के प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे मेयर ने तो अभी कुछ दिन पहले यह कहा था मानसून आने वाला है दिल्ली वालों एंजॉय ये है एंजॉयमेंट शर्म आनी चाहिए तुरंत इन सबको यहां आना चाहिए संसद में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने भी इस घटना को सिस्टम की संयुक्त असफलता बताया है उन्होंने एक्स पर लिखा दिल्ली के एक बिल्डिंग के बेसमेंट में पानी भर जाने के कारण प्रतियोगी छात्रों की मृत्यु बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है कुछ दिन पहले बारिश के दौरान बिजली का करंट लगने से एक स्टूडेंट की मौत हुई थी सभी शोकाकुल परिजनों को अपनी भावपूर्ण संवेदनाएं व्यक्त करता हूं इंफ्रास्ट्रक्चर का यह कोलैब सिस्टम की संयुक्त असफलता है असुरक्षित निर्माण लचर टाउन प्लानिंग और हर स्तर पर संस्थाओं की गैर जवाबदेही की कीमत आम नागरिक अपना जीवन गवा कर चुका रहा है सुरक्षित और सुविधाजनक जीवन हर नागरिक का अधिकार और सरकारों का दायित्व है वहीं दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने इस हादसे को हत्या बताया है सुनिए आपको तो तुरंत इस्तीफा देना चाहिए इस पूरे तंत्र में पूरे भ्रष्टाचार के खेल में आप लोग शामिल है क्यों आपके स्थानीय विधायक ने नालो की सफाई नहीं कराई लगातार पिछले 10 दिन से वहा की स्थानीय जनता कह रही थी कि नालो की सफाई कराई नालो की सफाई कराई एक घंटे की बारिश में इतनी बड़ी बेसमेंट में पानी घुस जाता है पूरी दिल्ली को बर्बाद करने का काम आम आदमी पार्टी की सरकार ने किया है और जो जो भ्रष्ट अवसर जो जो तंत्र इसमें शामिल है सबको सूली पर लटका देना चाहिए दिल्ली के मेयर ने तमाम वादे किए थे दावा किया था कि जनता इस बार मानसून एंजॉय करेगी लेकिन हकीकत ही तस्वीर से हर कोई स्तब्ध है घटना के बाद ओल्ड राजेंद्रनगर के आसपास के इलाकों से कुछ तस्वीरें आई हैं ड्रेनेज की साफ सफाई चल रही है सड़कें ठीक कराई जा रही है मरम्मत का काम चल रहा है दिल्ली का प्रशासन बातों से नहीं हादसों से सीख ले रहा है इस पूरे मुद्दे पर आपकी जो भी राय है आप हमें कमेंट सेक्शन में जरूर बताइएगा आपके लिए तमाम जानकारी लेकर आए थ हमारे साथी प्रगति चौरसिया मेरा नाम है विकास वर्मा देखते रहिए द ललन टॉप शुक्रिया [संगीत]