हेलो स्टुडेंट्स वेलकम टू मैगनेट बेंस हिंदी मेरा नाम है अवनीष तृपाठी तो भुगोल की सुरुवात विभारी क्रुप से हम कर चुके हैं जो सबसे महत्वपूर्ण पार्ट और सबसे पहला पार्ट भुगोल में है वो है मानो भुगोल प्रकृति और व introduction के part को देखेंगे कि मानो भुगोल है क्या, मानो भुगोल का विशेश्यत्र कहा तक है, और मानो भुगोल की क्या उप्योगता पूरे हमारे इस discipline में और पूरे भुगोल के संदर्में है, इससे पहले कि हम चैप्टर important start करें, आपको पता है students कि magnet-based Hindi, आपके लिए लेकर आया है कक्षा 6-12 तक के लिए बिलकुल निशुल सिख्षा हिंदी माध्यम है। आप किसी भी स्टेट बोर्ड से पढ़ाई कर रहे हों, स्टेट बोर्ड यानि कि छतीजगर बोर्ड, मद्रप्रदेश बोर्ड, बिहार बोर्ड, उत्तरप्रदेश बोर्ड, राजस्थान बोर्ड, महराष्ट बोर्ड, किसी भी स्टेट बोर्ड से पढ़ाई कर रहे हों, य करते हैं सबसे पहला भूगोल का चैप्टर मानो भूगोल और उसमें सबसे इंपोर्टेंट परिचय और उसकी परिभाषा को देखेंगे कि मानो भूगोल क्या है और उसके विषय खेत्र क्या है अब देखिए सबसे इंपोर्टेंट बात यह है कि जो भूगोल की पूरी संकल्पना है जो जिग्राफिक आप समझते हैं वह मुख्यता दो साखाओं में बाटी गई है एक तो साखाओं उसकी है जो सिंपल तरीके से आसान तरीके से आपको भूगोलिक स्थितियों के बारे में बता देती है कि पर पहाड़ है कहां नदियां है कहां जील है कहां कि जलवायू कैसे है कहां कि मिट्टी कैसी है उसके मिट्टी होने उस तरह के मिट्टी होने का कारण क्या है क्या कोई वॉलकैनिक कारण है या कोई समय से होने वाले परिवर्तनों का कारण है उस मिट्टी के अनुसार खेत खेती कैसे की जा सकते हैं यह सारी चीजें भारती भूगोल का पार्ट देखते हैं खेती तो खैर थोड़ा मानो भूगोल में आ जाएगी लेकिन भारती जो स्थितियां हैं जो फिजिकल कंडिशन हैं पूरे जिगराफी की वो कौन बता देता है भारती भूगोल अंग्रेजी में कहते हैं फिजिकल जिगराफी फिजिकल अ जियोग्राफी ठीक दूसरा इस भौतिक स्थितियों का मानों के साथ कुछ संबंध है यानि जो पूरा जो हमारी पूरी पृथ्वी है यह पूरी पृथ्वी एक माना जाता है कि मानों के लिए घर या आवास का काम करती है मानों इसको मदर नेचर यानि कि मात्र जो प्रकृति है उसको माता के रूप में देखता है क्योंकि इसका भरण पोशन और पूरा पर्यावरण इसी प्रकृति से मिलता है तो जाहिर से बात है कि मानों का इस प्रकृति के साथ इस पर्यावरण के साथ एक अंतर संबंध है इ को जब हम अध्यान उसका जब करते हैं यह अंतरसंबंद बहुत ही विस्तरित है कृषि पर जनसंक्या के आधार पर समाज के अर्थास पर राजनीति के आधार पर हर तरह से उसकी चर्चे हम आगे के और टॉपिक्स में करेंगे यह जो अंतरसंबंद हैं जब अध्यान किया जाता है तो वह हिस्सा बन जाता है मानो भूगोल जिसको कहते हैं यूमन जियोग्राफी यूमन अ जिग्राफी ठीक है बहुत महत्मूर्ण बात यानि एक है भावतिक भूगोल फिजिकल जिग्राफी एक है मानो भूगोल ह्यूमन जिग्राफी और जो हमें एलेवन्थ क्लास में तो आपने डिटेल में ह्यूमन जिग्राफी के अलामा भावतिक भूगोल या जो फिजिकल इसको देखा हुआ है, लेकिन जो हम human geography है, जो आपका मानो भुगोल है, उसको detail में हम इस chapter में देखेंगे, जो आपके 12th class की सुरुवात होती है, कि भाई मानो भुगोल क्या है, जो वहाँ पर, जो पर्यावरणिय परिस्थितिया है, जो प्राकर्तिक रूप से पाई जान भूशंपत्ति या भूधराएं हैं प्राकृतिक रूप से पाई जाने वाली नदी नहरे जील रेगिस्तान या पर्वतिय छेत्र हैं उस पर रहने वाले लोगों का उसमें क्या संबंध है प्रकृति से कैसा वो रियक्ट करते हैं कैसे अपनी जिसको कहते हैं एक्शन का रिय तरह के और विश्यों को समाहित किए हुए हैं इसमें आप अर्थसास्त्र का भी समागम देखेंगे समाज सास्त्र का भी देखेंगे राजनीति सास्त्र का भी देखेंगे नियोजन यानि प्लानिंग को भी देखेंगे जो जनान की है उसको भी देखेंगे या ये जितने स यानि मानो के हर क्रिया कलापों का जो अध्यान है क्योंकि मानो का हर क्रिया कलाप उसके पर्यावरण से तो संबंधित होगा ही और यह अंतर संबंध जब आप देखते हैं तो वो मानो भूगोल यानि कि human geography का पार्ट बन जाता है जिसको हमको समझना है कि आखिर में यह human geography है क चीजें आपको मुख्य रूप से दिखाई देंगे, दो घटक या दो जो कंसेप्ट है वो दिखाई देंगे, एक प्रकिर्ती यानि जो नेचर है, ठीक, क्या दिखाई देगा एक, प्रकिर्ती यानि की जो ठीक, और दूसरा दिखाई देगा, human, यानि मानो, अगर मैं संचिप्त रूप से बात करूँ, तो ये मानो जो है, और ये प्रकिति जो है, यानि कि जो human है, और nature है, इसके बीच का जो अंतर संबंध है, इसका जो अध्यान है, या इसकी जो बाचीत है, वो मानो भूबोल का ह यह फिजिकल इनवार्मेंट का रूप में किस रूप में फिजिकल इनवार्मेंट जो चारों तरफ दिखाई दे रहा है और जो यूज जो मानों वक्का है वह क्रियाशिल प्राणी है एक्टिव प्राणी है अब यह जो आप कह सकते हैं कि जो आर्थिक गत्विजियों को जन्म देगा सामाजिक और सांस्कृति की इंपोर्टेंट कल्चरल गत्विजियों को रिति रिवाजों को पहनावा बोल-चाल भाषा खान-पान हर चीज को जन्म देगा और यह पर्यावरणन पर उसका पूरा प्रभाव पड़ेगा और प प्रयावरण का भी इन गतिव विडियों पर पूरा प्रभाव पड़ेगा अब यह जो प्रभाव एक दूसरे पर पड़ रहा है इसी प्रभाव की हम देखेंगे भावतिक भूगोल में हम भावतिक पर्यावरण की चर्चा करते हैं जिसको क्या कहते हैं फिजिकल इनवार्मेंट जबकि मानों भूगोल में मानों और भावतिक वातावरण के मद्दे जो संबंध है उसका आध्यान किया जाता है बात है जब हम भातिक बात बुगल की बात करते हैं तो उसमें भातिक वातावरण को देखते हैं जो फिजिकल वातावरण है जैसे नहरे नदियां तालाप समुदर है ना जो महाद्वीप है जो जलवायू है जो मिट्टी है ये सारी चीजें हम भातिक बुगल में देखते हैं लेकिन जब मानो भुगल देखते हैं तो इस भातिक वातावरण यानि फिजिकल इनवार्मेंट और मानो के बीच का जो सम्बंध अब देखें एक बहुत important definition आती है, Living Stone की definition, और इसके साथ Rogers एन ने, इन्होंने क्या कहा, इसने दो तीन चीज़ें इसमें include की हैं, इन दोनों तीनों चीज़ों को हम तोड़ के अगर देखें, तो बहुत आसानी से समझ सकते हैं, कि मानव भूल क्या है, इसमें क्या है, भौतिक अथवा जो प्राकृतिक एवं मानविय जगत के बीच का संबंध है, इस मानविय जीवन के अंतर को, बेवशाय, कृषी, संस्कृति समाज चिकित्सा क्रियाकलाप इस सारी चीजें मानवीय जीवन है या मानवीय जगत है और इसके साथ प्रकृति का जो संबंध है वो क्या कहलाएगा मानवीय भूकूल कहलाएगा और क्या बताया है मानवीय घटनाओं का इस्थानिक वितरण और उनके घटित होने विश्व महाराष्ट्र के छेत्रों में कपास की खेती क्यों की जाएगी कुछ कारण होगा इन कारणों का जो संध्यान है यह जो दिखाई दे रहे हैं क्रियाकलापूर्णी का जो अध्यान है यह मानव भूगोल का कारण है विश्व के विभिन्न भागों में सामाजिक और आर्थिक विभिन्नताओं का अध्यान बहुत इंपोर्टेंट बात पूरी दुनिया साथ महादीपों में बटी है अब इन साथ महादीपों में जो लोग रह रहे हैं उनकी संस्कृति अलग है सामाजिक परिवेश तरफ सब कुछ अलग है तो सांस्कृतिक विविधिता है दूसरा आर्थिक विविधिता भी है कोई देश है जो बहुत अमीर है कोई देश है जो बहुत गरीब है तो क्या वहां प्राकृतिक संसाधन यानि नेचुरल रिसोर्सेस की कोई अंतर है क्या उसका कोई प्रभाव उनके अमीरी गरीबी पर है बिल्कुल है देखा जाता है तो पूरी दुनिया भर में जो हम देखते हैं कि आर्थिक रूप से और समाजिक रूप से एक परिवर्तन दिखाई पड़ता है या अंतर दिखाई पड़ता है इसका जो इसका क्या वहां के परियावरण या भूगोल से कोई संबंध है उसका अब मान लीजिए कोई ऐसा चेतर जहां पानी ही नहीं है तो पानी नहीं है तो वहां कोई उद्योग कैसे लगेगा वहां लोग कैसे सर्वाइब करेंगे वहां हर चीज में पिछापन रहेगा तो अच्छा अब देखिए अगर परिभाषा की बात करें तो सबसे मतपूर बात रेजल का भी आता है रेजल कौन है फेडरिक रेजल भूगल वित्ता थे और इनको क्या माना जाता है मानो भूगल का जनक जरूर ध्यार रखेंगे मानो भूगल का जनक क्वेश्चन पूछा जाता है अक्सर ठीक है जी यानि फादर आफ यूमन जिग्राफी तो उन्नीस्वी सदावदी के अंतिम चरण में जर्मनी के प्रख्यात भुगोलवेत्ता रेडजेल को मानो भुगोल का जन्मदाता कहा जाता है यह मैंने बार में और रिपीट किया ताकि आपको चीजें ठीक से ध्यान में आ जाए औ तो 1882 में उन्होंने एक बहुत महत्वपूर्ण पुस्तक लिखी उसको कहते है एंथ्रोपो जिओग्राफी यह क्वेश्चन पूछा जाता है बार-बार कि एंथ्रोपो जिओग्राफी किसकी किताब है या रैट जेल ने कौन सी किताब लिखी और उसमें मानो के कार्यकला वोल के दृष्ट सर्वत्र वातावरण से संबंध है जो बहुतिक दसाओं का योग होता है बहुत इंपोर्टेंट बात है उन्हें कहा कि जो आपका फिजिकल इनवार्मेंट है उसका जो एग्रीगेट अगर आप कर दीजिए उस सब को जोर दीजिए और उसमें जो क्लाप है यह सब कुछ मिलकर ही मानो भूखोल को जन्म देता है दोबारा समझ यूनर कहा कि जो आपका फिजिकल वातावरण है जो आपका इस जो आप फिजिकल इनवार्मेंट है इसमें जो चीजें दिखाई आपको दे रही है जैसी नदी जैसी हवा जैसा जल जैसा इस्थान जैसी जमीन यह सारी चीजें होंगी उसी असाप से मानो वहां पर रहेगा और मानो जिस तरह के क्रिया पूर्ण नाम है इनका फिर देख सकते हैं इन्होंने अपने गुरु के विचारों को आगे बढ़ाते हुए मानों भुगोल क्रियासील मानों और आई स्थाई पृथ्वी के परिवर्तनसील संबंध का अध्यान है बिल्कुल ठीक बात उन्हें का कि पृथ्वी आई है या मन इसमें बदल्ला होते रह रहे हैं और मानों भी जो है वह एक क्रियासाल प्रियासील चीज है या ऑफ चेंजिंग रिलेशनसिव यह ध्यान रखिए मानों उसके अलावा प्रकृति सिल्व वातावरण या या प्रकृति और इनके बीच बदलते संबंध इनकी चर्चा या इनका आध्यान जो है वो मानव भूगल कहलाता है क्योंकि संबंध भी बदलते रहते हैं समय पर कभी-कभी प्रकृति का मानवीकरण हो जाता है यानि हर लोग प्रकृति के नुसार नहीं चलके प्रकृत और आगे क्या कोड़ेफिनिशन मिलते हैं कि मानो भुगोल पृत्वी और मानो के पारस्परिक संबंदों को एक नई संगल्बना देता है वा पृत्वी को नियंत्रित करने वाले भौतिक नियम तथा पृत्वी पर निवास करने वाले जीवों के पारस्परिक अंतर सं knowledge है कि परिवर्त कि पृथ्वी पर जो इनवार्मेंट है यानि पृथ्वी को नियंत्रित करने वाले जो बहुतिक नियम है दिन होगा रात होगी गर्मी होगी बर्शात होगी सीजन से ठंडा है गर्म है यह नियम बहुतिक नियम है और मानों उसमें कैसा रिएक्शन इसका जो संबंध अंतर संबंध है यह मानो भूगोल कर उसको जब हम उसका ज्यादा जब हम ले आते हैं सिंथरसाइज ज्यादा निकाल कर लेते हैं तो मानो भूगोल बनता है प्राकृति भूगोल और मानो क्रियाओं के मानो है और दूसरा प्रक्ष उसके प्राकृतिक वातावरण की सक्तियां और उनका प्रभाव वेरी इंपोर्टेंट तो अपने अपने चर्चा जरूर करेंगे तो भूगोल का मुख्य विषय पृथ्वी को मानों के ग्रीह के रूप में देखकर सभी तत्तों का अध्यान करना जो मानों को जिन्होंने मानों को पोषिद किया है यह तो इंपोर्टेंट है भूगोल यह बताता है कि जो यह पूरी पृथ्वी है यह मानों के लिए घर का काम करती है और इसमें जो चीजें मानों को इसमें सहायता प्रदान एक किसकी बन गई मानो भूगोल की तो इससे द्वायत वाद आ गया कि भूगोल दो तरह के होना चाहिए एक क्या होना चाहिए एक को नॉमोथेटिक्स का गया जिसमें वो नियम बताये जाएं जिसमें सारे भौतिक नियम लागू होते हैं थंडा गर्मी बरसाद जाड़ा य देते हैं ठीक है यदि हम प्राकृतिक वातावरण को देखते हैं तो दूसरी ओर मानों द्वारा निर्मित प्रदेश गांव और नगरों को भी देखते हैं मानों भूगल में बहुत इंपोर्टेंट बात आई और अगला कंसेट जब हम चर्चा करेंगे उसमें आपको बताऊंगा कि कैसे कभी मनुष्य जो वह प्रकृति का द प्रकृति है वह मनुस्य का दाश बन जाती है उसको कहते हैं प्रकृति का मानवी करना तो एक तरफ अगर हम फिजिकल इनवार्मेंट देखें नैचुरल इनवार्मेंट देखें अगर हम प्रकृतिक वातावर देखें दूसरी तरह हमको मानों द्वारा निर्मित व और यहां तक की जो जर्मन भूगलवेत्ता थे, उन्होंने कहा कि राज एक जीवित जीव है, जो स्टेट या देश या दुनिया आप देख रहे हैं, यह भी एक जीवित जीव है, और उसकी जो नसे हैं, वो क्या है, उन्होंने ट्रांसपोर्ट के सादन है, सडके, परिव जीव है तो यह सारी चीजें उसकी धमनिया है या उसकी नसे है जो एक्टिवली वहां पर काम कर रही है इसका मतलब यह हो गया इसका मतलब यह है कि जो आप यूमन जोग्राफी है मानों की जोग्राफी है वह यह अध्यान करके आपको दाएगी कि जो प्राकृतिक भुगोल है या जो प्राकृतिक पर्यावरण है उसमें कैसे मानों ने हज तक छेप करके वह प्रकृतिक वातावरण के अनुसारी रहता है कोई नई चीजों का विखास नहीं करता यह पुराने जमाने की बात है जब तकनीके नहीं थी तो उसको कहा जाता है कि मनुष्य प्रकृति करण के हिसाब से रह रहा है और फिर मनुष्य ने कह सकते हैं परिवहन के माध्यम यह सारी चीजें तो मानवीकरण हो गया प्रकृति का पिर एक नया कंसेप्ट आया तो फिलाल अगर हम मानो भूगोल की बात करें तो मानो क्रियाशील मानो और प्रकृति के बीच का जो संबंध अंतर संबंध है वो मानो भूगोल कहलाता है इस चीज को आप ध्यान रखेंगे और विशेवस्तु में हमको मानो भूगोल में ये सारी चीजें देखने हैं कि कैस भूगोल क्या है, मानो भूगोल किस तरीके से आगे चलेगा, कैसे मानो भूगोल से थोड़ा अलग है, ये important चोड़ा सा concept हमने समझा, आगे के concept ने अब मानो भूगोल के और महत्वपूर्ण चीजों पर चर्चा करेंगे, और महत्वपूर्ण concepts को देखेंगे, तो कोई concept ने आपको दिक्कत हो तो उसको हम जरूर deal करें मिलते हैं अगले वीडियो में तब तक आपना बहुत ध्यान रखे टेक