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नौर्थ कोरिया: डिक्टेटरशिप और जीवन

दुनिया का सबसे खौफनाक डिक्टेटर आखिर कैसे राज करता है अपने देश पर? नौर्थ कोरिया में आम लोगों की डेली लाइफ कैसी गुजरती है ये सोचने में भी आपको घुटन महसूस होगी यहाँ सरकार की पूरी कोशिश रहती है कि लोगों की परस्टनल लाइफ के हर एक एस्पेक्ट को कंट्रोल किया जाए कौन कहा रहेगा, क्या काम करेगा, क्या पढ़ेगा ये सब सरकार डिसाइड करती है ये भी सरकार आपको बताती है ताकि उन्हें हमेशा पता लग सके कि आप अपने फोन पर क्या देख रहे हो। क्राइम दादा ने किया है लेकिन सजा पोते तक को भुगतनी पड़ती है। ये गिल्ट बाय असोसियेशन का कानून लागू होता है। एक भाई अपनी बेहन से, एक पिता अपने बेटे से खुलकर बात भी नहीं कर सकता। एक साइलेंट रेविलूशन देखने को मिल रही है जिसे चला रही है नौर्थ कोरिया की और्थें। नमस्कार दोस्तों, सल 1981, North Korea के Political Prison Camp नमबर 14 में, एक pregnant औरत को कैद किया गया है। इस औरत का जेल में ही बच्चा पैदा होता है। अपने बच्चे का ये नाम रखती है, Shindong Hyuk, और ये लड़का जेल में ही बड़ा होता है। असल में बात क्या है कि North Korea की सरकार, Guilt by Association की कॉंसेप्ट में मानती है। अगर कोई व्यक्ति कोई Political Crime करता है, एक इंसान के किये की सजा, यानि कि दादा ने अगर कोई क्राइम किया है, तो पोता भी जेल में जाएगा। इसलिए शिन्डॉंग बच्पन से ही जेल में बड़ा हुआ, क्योंकि नौर्थ कोरियन सरकार का मानना था, कि उसका खून गंदा हो चुका है। वो जिन्दा रहने के लिए घास और चुहे खाने लगता था। अगर आप किसी दूसरे को भागने की बात करते होई सुनते हो और रिपोर्ट नहीं करते हैं, तो आपको भी मार दिया जाएगा। एक दिन जब शिंडॉंग 13 साल की उमर का हो गया था, उसने अपनी मा और अपने भाई को जेल से भागने का प्लान बनाते होई सुन। इसके साथ महीने बाद, और उसकी आखों के सामने, प्रिजन गार्ड्स उसकी मा को फासी पर चढ़ा देते हैं और उसके भाई को गोलियों से मार देते हैं इस सब देखने पर शिन्डॉंग को मजबूर किया जाता है और इसके बाद छे महीने तक बेरहमी से उसका टॉर्चर भी किया जाता है साल 2005, 23 साल की उमर पर शिन्डॉंग क खुद भागने की कोशिश करता है इस prison camp से और chance की बात है कि वो successful हो जाता है guards की नजरों से बचते हुए किसी तरीके से ये North Korea छोड़कर China पहुँच जाता है और वहाँ से South Korea और यही कारण है कि इसकी कहानी दुनिया को पता चल पाती है आगे चलकर शिन एक human rights advocate बनते हैं United Nations तक इनकी आवाज पहुँचती है Escape from Camp 14 In the Bible, you read about heaven and hell and where in hell शिन जैसे सर्वाइबर्स की कहानियों पर अधारित, आईए समझते हैं आज के इस वीडियो में दोस्तों, कि नौर्थ कोरिया में डेली लाइफ अक्चुली में दिखती कैसी है? आम लोगों के जिन्दगिया कैसी गुजरती हैं दुनिया की सबसे खौफनाक डिक्टेटरशिप में? North Korea की population करीब 2.5 crore लोगों की है, अगर आप इसे नक्षे बर देखोगे, तो ये South Korea के just उपर मौजूद है, इसके West में China का बड़ा देश, और यही नक्षा, अगर आप रात के समय में, सैटेलाइट इमेजरी के थूँ देखोगे, कि वो गरीब चीज आपको दिखाई देगी। चाइना और साऊथ कोरिया रोष्णी से जगमगाते हुए दिखते हैं। लेकिन यहां बीच में सिर्फ अंधेरा ही अंधेरा दिखता है। यही है Democratic People's Republic of Korea, DPRK, यह North Korea का अफिशल नाम है। और इंटरेस्टिंग चीज देखो, इन्होंने अपने कंट्री के नाम में डेमोक्रिटिक डाल रखा है। इससे आपको पदा चल जाना चाहिए कि अपने आपको डेमोक्रिटिक कहने से कोई डेमोक्रिटिक नहीं बन जाता। लोग शाम को साथ बजे ही सोने चले जाते हैं, क्योंकि उन्हें अंधेरे में जीने की आदत हो गई है। सल 1995 में नौर्थ कोरिया में मैंडगो की पॉपिलेशन धीरे गायब हो रही थी। बाद में लोगों को समझ में आया कि आम लोग इतने भूखे हो गए थे, कि उन्होंने मैंडगो का शिकार करना शुरू कर दिया था। 1995 और 1998 के बीच में नौर्थ होरिया में जो अकाल पड़ा, वो सबसे बड़े मैंड मेट किटेस्ट्रिफीज में से एक था। लेकिन फाज से 20 लाख लोग इसमें मारे गए, दोस्तों कि नौर्थ कोरिया की हालत हमेशा ऐसी नहीं होती थी। एक समय था जब नौर्थ कोरिया साउथ कोरिया से बहतर हुआ करता था। सन 1980 में पर कैपिटा जीडीपी के मामले में, नौर्थ कोरिया, इंडिया और चाइना दोनों से आगे था। 1950 से 1980 के बीच, नौर्थ कोरिया का जीडीपी हर साल करीबन 4.5% के ग्रोथ रेट से बढ़ता था। लेकिन दिक्कते इनके शुरू हुई 90s के समय में, जब सोवियेट यूनियन तूटकर बिखर गया। इन मास्को दे हैं ज़िकल लोग पर लास्ट टाइम और एरा आपको आपका आपक लेकिन उन्होंने ऐसा किया नहीं, और अमेरिका और बाकी पूरी दुनिया ने इन्हें आइसोलेट कर दिया। अगस्ट 1995 में भारी बाड आई, और नौर्थ कोरिया के पास ना ही कैश था और ना ही क्रेडिट। कि अपनी जनता की मदद करने के लिए कॉंप्रमाइस कर सके। साल भर साल हालत बद से बद्तर होती गई, और सारा ध्यान नौर्थ कोरिया की सरकार कवर अप करने में लगा रही थी। इन्होंने सारे होमलेस और भूके मरते लोगों को, गायब कर दिया शहर से। यहां रहने वाले रूलिंग पार्टी के वर्कर्स को सारी सुविधाई मिलती रही, लेकिन शहर के बाहर हालत बहुत ही खराब थी। ग्रामीन इलाखों में लोग भूखे मरते रहे। यह सब हो रहा था क्योंकि North Korea एक बहुत ही tightly controlled dictatorship थी। एक totalitarian dictatorship। जब Second World War में, अमेरिका, ब्रिटेन और सोवियट यूनियन ने मिलके, साथ में जपान और जर्मनी जैसे देशों को हराया, तो जपान का कबजा इस Korean Peninsula से उठा, और अमेरिका और सोवियट यूनियन ने इस देश को दो में बाटने का फैसला की। South वाला अमेरिका के influence में। यही चीज इन्होंने जर्मनी के साथ भी करी थी। सेकिंड वर्ल्ड वार में हिटलर को हराने के बाद, जर्मनी को भी दो हिस्सों में बाट दिया था। इस जर्मनी सोविट यूनियन के इंफ्लुएंस में, वेस्ट जर्मनी अमेरिका के इंफ्लुएंस में। किम इल सुंग देश के पहले सुप्रीम लीडर बना। आज किम इल सुंग के पोते, किम जॉंग उन देश के सुप्रीम लीडर और डिक्टेटर हैं। इस देश को एक कॉम्युनिस्ट डिक्टेटरशिप कहना भी सही नहीं है। क्योंकि सही माइनों में यह है तो एक परिवार की डिक्टेटरशिप। जो भी कुछ इस देश में सरकार करती है, किम फैमिली के राज को कंटिन्यू रखने के लिए करती है। लोग कहाँ travel करते हैं, कैसा hairstyle रखते हैं, ये सब government control करती है स्कूल से शुरू करें तो school education इनके देश में free है और high school करना mandatory है जो school नहीं जाता उसे सजा दी जाती है लेकिन problem यह है कि school में पढ़ाई नहीं होती असली में इनके स्कूलों की हालत कैसी है, उसके ज्यादा वीडियोज ओनलाइन मौजूद नहीं है, इसलिए जो वीडियोज आप देख रहे हो, ये वो स्कूल है जो इनकी सरकार दिखाना चाहती है, इनके एलीट अफ दी एलीट स्कूल्स, जो 10 साल तक की हो सकती है, एक candidate खड़ा हो सकता है। और अगर इसके खिलाफ vote किया किसी ने, तो उसे देश द्रोही माना जाएगा। अगर आप ऐसा करोगे, तो आपके घर इनकी secret police पहुँच जाएगी, और आपको पागल गोशित कर देगी। इस secret police क्या है, लेकिन यही कारण है कि North Korea का voting percentage है, वो 99.9% से भी ज्यादा है। अल्मोस्ट हर एक इंसान यहाँ पर vote देता है। सरकार voting को एक unofficial census के तौर पर देखती है, और जनता पर control रखने के लिए इस्तिमाल करती है। North Korea में कौन कैसे कपड़े पहनेगा, कैसे बाल कटाएगा, ये सब government तै करती है। इनकी एक approved hairstyles की list है। अभी महिलाओं और पुर्शों के लिए, सिर्फ 15-20 hairstyles ही approved किये गए हैं। 2017 के news article में mentioned की गई इस photo को देख सकते हो, जिसमें आदमियों के 15 hairstyles दिखाए गए हैं। आपको अपने बाल कटाने हैं नौर्थ कोरिया में, तो इन 15 में से एक हेर कट चुन लो। और एक चीज़ नोटिस करोगे आप, कि इनके डिक्टेटर किम जॉंग, उनका जो खुद का हेर कट है, वैसा हेर कट इस अप्रूव्ड लिस्ट में नहीं आता, क्योंकि वैसा हेर स्टाइल किसी और को रखने की इजाज़त नहीं है। इसके लावा, branded कपड़े भी band हैं, क्योंकि इन्हें western culture के प्रभाव के तौर पर देखा जाता है। लड़कियों के लिए tight dress, छोटी skirt और sun hat पहनने पर भी मनाई है। इन सब rules के लावा, आपके कपड़े किसी भी aspect से हैं, western culture से influence नहीं हो सकते हैं। महिलाए red lipstick नहीं लगा सकती, makeup को भी western influence के तौर पर देखा जाता है, तो कम से कम makeup करना ही allowed है। कि आखिर इन rules को implement कौन करेगा। इसके लिए है दोस्तों, नौर्थ कोरिया में फैशन पुलीस। मज़ाख नहीं कर रहा, अगर किसी इंसान ने इन रूल्स को तोड़ने की कोशिश करी, तो फैशन पुलीस का सामना उन्हें करना पड़ेगा। जो भी रूल्स के खिलाफ कपड़े पहनता न� कुछ लोगों को फाइन भरना पड़ता है, और कुछ लोगों तो जेल की भी सजा हो जाती है। एक इंसान के ड्रेसिंग स्टाइल को लेकर, आखिर सरकार इतना क्यों कंट्रोल करना चाहती है। इसके बीचे कारण है कि इनकी सरकार, फैशन को एक कल्चरल इं लाइफस्टाइल अगर इनके देश में घुस गया, तो ये देश के लिए ख़त्रा है। उन्हें इस बात का डर है कि अगर लोग विदेशी चीजों को पसंद करने लग गये, तो अपने देश को पसंद करना बंद कर देंगे। नौर्थ कोरियन सरकार इस मुद्दे पर इतनी सीरियस है कि 2005 में इन्होंने हेयरस्टाइल्स को लेकर एक प्रोपग इस प्रोपेगेंडर सीरीज में बताया गया कि लंबे बाल रखना अन्हेल्धी होता है और इनसे इंसानों की बुद्धी कम हो जाती है। नौर्थ कोरिया में आम लोगों के लिए नए प्रोड़ट्स या सर्विसिस की डेवलप्मेंट भी ना के बराबर है। इसका एक अच्छा उधारण है इमेजिन करो शौपिंग करते वक्त कहीं पर कुछ भी समान खरीदते वक्त आपको रिवॉर्ड्स मिले पॉप आपकी शौपिंग को रिवॉर्डिंग बनाता है ये एक ऐसा पेमेंट और शौपिंग प्लैटफॉर्म है जो आपकी हर UPI पेमेंट पर हर UPI ट्रांजाक्शन पर गैरेंटीड 2% पॉप कॉइंज दिये जाते हैं इन पॉपकोइन्स को फिर आप 500 से ज्यादा टॉप ब्रांड्स पर रिडीम कर सकते हैं और इसके लावा एलेक्ट्रोनिक्स, फैशन, फूड और बहुत सारे आइटम्स पर आपको अमेजिंग डील्स भी मिलेंगे यहाँ पर सिर्फ 699 रुपे के हैं पॉपकोइन्स के साथ ध्यान देने वाली बात यह है कि पॉप क्लब एक वॉलट सर्विस नहीं है। आपके लिए एक special offer भी अगर आप interested हैं, आपकी पहली POP UPI transaction करने पर आपको bonus pop coins मिलेंगे। लेकिन यह offer केवल 10 दिन तक ही रहेगा। Link आपको इसका नीचे description में मिल जाएगा। उस link के जरीए आप pop club app को download कर सकते हैं, और यह special offer claim कर सकते हैं। अब अपने North Korea के topic पर वापस आते हैं। इस totalitarian विचारधारा का अगला aspect आता है, लोगों की movement को control करना। इसके लिए उन्हें परमिशन लेनी पड़ती है और परपस बताना पड़ता है कि वो यह क्यों कर रहे हैं। कोई भी सरकार की अनुमती के बिना देश से बाहर नहीं जा सकता, और बिना परमेशन के बाहर जाने को देश के साथ विश्वास घात माना जाता है। जानते हो कि उनका पूरा परिवार क्यों बंद था इस प्रिजन कैम्प में। क्योंकि शिनडॉंग के एक अंकल साउथ कोरिया भाग गये थे। इस बात के लिए पूरे परिवार की कई जनरेशन्स को जेल में डाल रखा था इस प्रिजन कैम्प में। किसी भी इंसान को देखते ही गोली मारने का आदेश था। इस आदेश के बाद 14 लोगों की गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। लेकिन इतने खत्रे के बावजूद भी दोस्तों लोग देश से भागने की कुशिश करते रहते हैं ज्यादातर लोग भाग कर चीन जाते हैं क्योंकि लैंड बॉर्डर से कनेक्शन उसी तरफ ज्यादा आसान है 2023 की इस ख़बर को देखिये यहां टीवी और रेडियो पर सरकारी चैनल ही आते हैं जिन पर सरकार का प्रोपोगेंडा भर कर दिखाया जाता है प्रोवोकिंग फैन फ्रेंजीस, रेमिनिसंट अब टेलर स्विफ्ट, अमान अब दे पीपल, एवं ब्रेविंग फ्लड वाटर्स, नेरली डॉजिंग ट्री ब्रैंचेस, टू रेस्क्यू इस सिटिसन्स। 2022 की इस खबर को देख लीजिए, एक साउथ कोरियन ड्रामा देखने और डिस्टिब्यूट करने के लिए, दो टीनेजर्स को 12 साल हार्ड लेबर की सजा सुनाई। उसे बारा साल जेल में डाल दिया जाये। 2022 की एक और खबर है, जहाँ साऊथ कोरियन फिल्में और म्यूजिक देखने और शेयर करने के लिए, एक युवक को तो सर्याम गोली मार कर मौत की सजा दे दी गई थी। कि लोग छिप-छिप कर साऊथ कोरियन ड्रामाज को स्मगल करते हैं। इनको पकड़ने के लिए सरकारी authorities randomly बिजली काट देते थे light जाने का मतलब है कि CD DVD वहीं अटक जाएगी वो बाहर नहीं आ सकती उस DVD player से तो इस दोरान अंधेरी रात में वो घुसते थे लोगों के घरों में और DVD players फिर जबरजस्ती खोल कर देखते थे कि कौन सी DVD लगी हुई है और इन्हें छुपाना ज्यादा आसान होता है और चानीज वीडियो प्लेयर्स विद यूएस बी पॉर्ट्स लेकिन ये नोटेल्स लें। ये विदेशी शोज और मूवीज देखते समय, लोग अपने घर की लाइट्स और सारी खिड़किया बंद करके देखते हैं, ताकि पडोसियों को भी नाग दिख सके, हर पाँच मिनिट में कंप्यूटर का स्क्रीन फ्रीज हो जाता है और आगे इंटरनेट इस्तिमाल करने के लिए लाइब्रेरियन को अपना फिंगर प्रिंट लगाना पड़ता है एक आदमी सिरफ एक ही गंटे तक इंटरनेट चला सकता है और ज्यादा समय चाह नौर्थ कोरियन सरकार ने खुद का एक इंटरनल इंटरनेट बना रखा है। इंट्रानेट कह सकते हो इसे। लोग अपने फोन और कंप्यूटर्स में ये इंट्रानेट चलाते हैं, जहाँ पर सब कुछ कंट्रोल है। इसके लावा ये इतना महंगा है, लेकिन एक कोशिश सफल नहीं हुआ। जो स्मार्टफोन्स यहां मिलते हैं, उन्हें बड़े भयंकर तरीके से सेंसर किया जाता है। उन फोन्स के जरी आप कोई भी इंटरनेशनल कॉल नहीं कर सकते। एक रैंडम टाइम पर फोन का ओपरेटिंग सिस्टम एक स्क्रीनशॉट लेता है। सरकार द्वारा अप्रूट एप्स डाउनलोड करने के लिए कोई एप्स टोर नहीं है, उसके लिए भी लोगों को एक फिजिकल स्टोर में जाना पड़ता है। इमेजिन कर सकते हो कि कितनी घुटन में यहाँ पर लोग अपनी जिन्दगी जी रहे होंगे। और इसकी सजा भी मौत हो सकती है। पॉलिटिकल प्रिजन कैम्प्स में हजारों क्रिशियन्स बंध हैं जिनने टॉर्चर किया जाता है। दोहजर नौ में री ह्यून ओक नाम की एक महिला को बाइबल बाटने के लिए सर्याम गोली मार दी गई थी और उसके पती और तीन बच्चों को पॉलिटिकल प्रिजन कैम्प भेज दिया गया थी। लोगों से उनका धरम कभी मत छीनना। अगर तुम लोगों से उनका धरम छीनोगे। तो वो तुम्हें अपना धर्म बना लेगा नौर्थ कोरिया में किम परिवार खुद एक रिलिजिन की तरह बन गया है खासकर नौर्थ कोरिया के पहले सुप्रीम लीडर किम इल सुंग और दूसरे सुप्रीम लीडर किम जॉंग इल इन दोनों को द घर, ओफिस, स्कूल और हरे पब्लिक प्लेस पर इन दोनों नेताओं की तस्वीरे और मूर्तियां हैं नौर्थ कोरिया में आप कहीं भी घूमोगे आपको ऐसा लगेगा जॉर्ज ओर्वेल की 1984 नौवल के बिग ब्रदर की तरह है ये दोनों नेता हमेशा आपको देख रहे हैं सीकरेट पुलीस घर जाकर चेक करती है मूर्तियों की अपनी जान को खत्रे में डाल कर भी रक्षा करनी होती है अगर कोई ऐसा नहीं करता तो उस पर कारवाई हो सकती है साल 2020 का एक केस है जहाँ पर महिला ने अपने जलते होए घड़ से इन नेताओं की तस्वीरों को बचाने की बज़ाए अपने दो ब तो उस महिला को जाच का सामना करना पड़ा, और हॉस्पिटल में भरती हुए उसके दो बच्चों को दवाईया भी नहीं दी सरकार में। एक और केस देखिये, एक व्यक्ति ने बताया कि जब उसके पिता ने अनजाने में अख़बार में जपी, तो उनके पिता को पॉलिटिकल प्रिजन कैम्प भेज दिया गया। देश की 69% अबादी इतनी गरीब है, कि उनके पास दो वक्त के खाने और पानी, स्यादातर घरों में फ्रिज, वाशिंग मशीन और साइकल जैसी रोजमर्रा के जीवन की चीजे भी नहीं है। इसका एक बड़ा कारण यह है कि देश में लगबख सभी आदमी, सभी पुरुष गवर्मेंट असाइंट जॉब करते हैं। इनको अभी भी साल 1990 से पहले के रेट के हिसाब से सैलरी मिलती है। जो कितनी तनक्वा होती है, आप भी जानकर हैरान हो जाएंगे। पर मन्थ 7-9 किलो ग्राम मक्के के बराबर है। ये अपनी मन्तली सैलरी से सिरफ 7-9 किलो कौन खरीद सकते हैं। डॉक्टर्स को मन्तली 3500 बॉन सैलरी मिलती है। जिससे एक किलो चावल भी नहीं आता। घर महिलाओं की कमाई से चलता है। जिन और्तों की शादी हो गई है, उन्हें government assigned job करने को मजबूर नहीं किया जाता है, और वो local market में काम करके पैसे कमाती हैं। Local market को यहां नाम दिया जाता है, जांग मडांग का। घर की income में लगभग 70% से अधिक हिस्सेदारी महिलाओं की होती हैं। जब 1990s के बाद सरकार लोगों को खाना तक नहीं दे पा रही थी, जगे लोकल black markets पैदा होने लगे। लोग यहाँ आकर चीजे बेचते, और उससे होने वाली कमाई से अपना पेट भरते। मतलब जिससे जैसा जुगाड हो पा रहा था, वो उस तरीके से अपना पेट भरने, और जिन्दा रहने के लिए कमाई करने लगा। साउथ कोरियन फिल्मों की इलीगल यूएसबीस तक सब मिलता है। अब नौर्थ कोरिया में हाउसोल्ड इंकम का में सोर्स है। तो मोस्ली महिलाओं के ही बल पर, ये ब्लैक मार्केट्स चलती हैं। इनी मार्केट्स के जरीए इंफोर्मेशन भी आती है, और लोगों को बाहर के देशों के बारे में पता चल पाता है। लोगों को पता चलता है कि बाहर की दुनिया में कितनी आजादी है, तो इसलिए कई लोग अब समय के साथ अपने देश से डिसिल्लूजन भी होते जा रहे हैं नौर्थ कोरिया के। सबसे पहली कोर क्लासिस यानि वफ़ादार लोग। दूसरी, wavering, यानि वो लोग जो संदे के दायरे में आते हैं, जो unsure हैं, और तीसरी, hostile, यानि वो लोग जिन्हें सरकार का दुश्मन माना जाता है। United Nations की इस document में देखिए, इसे songbun system कहा जाता है। कौन कहा रहेगा, उसका क्या occupation होगा, उसे सरकार की तरफ से कितना खाना मिलेगा, health care, education और बाकी सारी सुविधाएं मिलेगी, ये सब songbun तै करेगा। North Korea में शादी तक songbun देखकर होती हैं। Example के तोर पर इनकी जो राजधानी हैं, Pyongyang। ज्यादतर resources और अपना पैसा सरकार वहीं पर खर्च करती है, ताकि इसे बढ़ा चढ़ा कर दिखाय जा सके, तो वहाँ रहने वाले लोग, usually सिर्फ core class के लोग होते हैं, hostile class के लोगों को, इस शहर के 50 किलोमेटर के दायरे में रहने की permission नहीं है, सरकार को जिन लोगों पर शक होता है, जासूसी करने के लिए. हॉस्टाइल क्लास के नागरिकों से एक दूसरे की जासूसी कराई जाती। इसके कारण लोग अपने फैमिली मेंबर्स को भी कुछ नहीं बताते, क्योंकि उन्हें भरोसा नहीं है कि कौन जासूसी कर दे। ऐसा ही एक केस हुआ था ये वाला, जहांपर एक महिल विकारी को बता दिया, कि वो बेटे के साथ देश से भागने की प्लैनिंग कर रही थी, अगर किसी परिवार का कोई भी मेंबर या रेलेटिफ, कोई भी पॉलिटिकल क्राइम कर देता है, तो पूरी फैमिली का जो क्लास है यहाँ पर, सौंग्बुन क्लास, नाम है फोर्स्ट लेबर। एक तरीके से मॉडर्न डे स्लेवरी। कंस्ट्रक्शन से लेकर खेतों, खजानों और फैक्टरी तक हर जगह लोगों से फोर्स्ट लेबर के जरीए 12-18 घंटे तक काम कराया जाता है। हालत इतनी खराब है कि नौर्थ कोरिया देश की पूरी इकानोमी इस फोर्स्ट लेबर पर चल रही है। सबसे ज्यादा फोर्च्ट लेबर डिटेंशन सेंटर्स और फॉलिटिकल प्रिजन कैम्प्स में बंद कैदियों से कारवाई कराई जाती है। नौर्थ कोरिया के कानून में मजदूरी करवा कर प्रिजनर्स को ठीक किया जाता है। अगर आप एक नौर्थ कोरियान हैं और आपने इनके डिक्टीटर के खिलाफ कुछ भी गलती से गलत कर दिया, परिवार के लिए यहां गिल्ट बाय असोसियेशन का कॉंसेप्ट अपलाई होता है अगर किसी भी व्यक्ति ने कोई भी पॉलिटिकल क्राइम किया है तो उसके पूरे परिवार को प्रिजन कैंप में डाल दिया जाता है परिवार की तीन जनरेशन सक इन कैंप्स में रखी गलत हिया है तो उसकी सजा पोते तक को भी भुगतनी पड़ेगी। और इनकी जो जेल्स हैं, इन पॉलिटिकल प्रिजनर्स की कंडिशन्स, आम लोगों से भी कहीं ज्यादा बुरी होती हैं। जियों क्यूंगिल के अनुसार, 50 स्क्वेर मीटर के एक कमरे में, 30 से 40 प्रिजनर्स को रखा जाता है। जिनमें टोटल 80,000 से लेकर 1,20,000 लोग कैदी बताए जाते हैं। उनसे 16 से 18 घंटे खदानों में काम कराया जाता है, बदले में खाने के लिए राशन इने इतना कम मिलता है, कि केवल इन पर निर्भर रहने वाला कैदी भूख से मर जाता है। लगभग 40% कैदी इनके प्रिजन कैम्प्स में भूख के मारे ही मर जाते हैं। भूखा मरने से बचने के लिए, कैदी अक्सर घास, चूहे और साप जैसी चीजों को खाते हैं। कुछ कैदी तो सुवरों के चारे को भी खा जाते हैं। हालत इतनी खराब है, लेकिन ये सब करना अलाउड भी नहीं है। एक बार एक केस हुआ था, जब एक साथ साल की बच्ची ने सड़क से कुछ अनाज के दाने उठा कर खा लिये, तो एक गार पॉलिटिकल प्रिजन कैम्प नमबर 15 में, खेट से आलू चुराने के लिए, एक कैदी को बाकी कैदियों के सामने सर्याम्प मौत की सजा दे दी गए। भागने की कोशिश करने वाले ज्यादातर कैदी, या तो गार्ड्स के हातों मारे जाते हैं, या फेंसिस में दोड़ते बिजली के करण्ड से मारे जाते हैं। शिन्डॉंग ह्यक्ट का दोस्त भी इसी करण्ड से मारा गया था। जब दोनों को शाम को फेंसिस के आसपास, शिन्डॉंग का दोस्त फेंसिस के पास पहले पहुँचा और एक छेट से निकलने की कोशिश करते वक्त बिजली का करंट उसे लग गया और वो मारा गया। लेकिन उसकी बॉडी ने करंट को आगे बढ़ने से रोक दिया और शिन्डॉंग उसी छेट से भागने में काम्याब रहा। एक फॉर्मर गार्ड म्यूंग चोल ने बताया कि गार्ड्स को वार या रेवुलूशन होने की स्थिती में कैम्प में बंद सभी कैदियों को मारने का आदेश है ताकि इन कैम्प की मौजूदी की सारे सबूत मिटाए जा सके इसी कारण युनाइटिड नेशन्स की एक इंक्वाइरी में कहा गया कि नौर्थ कोरिया की लीडर्शिप इतने बड़े पैमाने पर अपने ही नागरिकों के हुमन राइट्स का उलंगन कर रही है जैसे मौडर्न वर्ड में किसी ने नहीं किया है और मानवता के खिलाफ उसके अपराद नाजीज द्वारा किये गए अपरादों से बहुत मिलते जुलते हैं North Korea के लगभग एक लाख लोग इसी तरीके से विदेश में फोर्स लेबर और स्लेवरी कर रहे हैं। अभी की इस ख़वर को देखी, रश्या-यूक्रेइन मौर में लड़ने के लिए भी, रश्या के भिहाफ पर North Korean soldiers गए। North Korea के लोगों की सबसे बड़ी दुश्मन सीकरेट पुलीस है। इस पूरे देश में जितने भी बड़े human rights violation होते हैं, उन सब की जड़ में यही सीकरेट पुलीस मौजूद है। उन्हें political prison camps में तड़पाने तक, सारे काम सीकरेट पुलीस करती है। पूरे देश में हर जगह इस एजेंसी के एजेंट, स्पाइज और इंफॉर्मर्स फैले हुए हैं। यही सीकरेट पुलीस लोर सौंग्बुन तीसरी क्लास वाले लोगों को एक दूसरे की जासूसी करने पर भी मजबूर करती है। इस कारण से पूरे समाज में कोई भी एक दूसरे पर भरोसा नहीं कर पाता। सीक्रेट पुलीस ने हर इलाके को 30-40 घरों के एक ग्रूप में बाटा हुआ है। हर एक ग्रूप की एक नेबरहुड असोसियेशन होती है। जो लोगों पर नजर रखती है और लोगों को जासूसी करने के लिए इंकरेज करती है। क्योंकि ये बुक सिर्फ सीक्रेट थी, टॉप सीक्रेट नहीं। ये संगठन इतना सीक्रेटिव है, कि इसके चीफ्स के नाम भी पब्लिक को नहीं पढ़े। ये सब सुनकर अब आप ये भी समझ पा रहे होगे दोस्तों, कि इस लेवल की क्रूर डिक्टेटरशिप, कैसे इतने सालों से बरकरार है इस देश में। 75 सालों से ये चली आ रही डिक्टेटरशिप, आज के दिन तक जिन्दा है, और पता नहीं कितने और सालों तक, पहला, क्रूरल्टी। हर छोटी चीज के लिए लोगों को मौत की सजा दे दो। लोगों के मन के अंदर इतना डर पैदा कर दिया गया है कि एक छोटा सा गलत कदम उठाने से पहले भी लोग दो बार सोचेंगे। लोग डर के साय में जीते हैं। उन्होंने देखा था कि किस तरह किम जवं उनने अपने खुद के अंकल को मरवा दिया था। इसलिए उन्हें पता है कि ये इंसान किस लेवल का दुश्ट हो सकता है। प्राप्तियान कैम्प में जाएगा। दूसरा कारण है इनका ये थ्री क्लास सौंगुन सिस्टम। पूरे देश को तीन जातों में बाट दिया। सबसे उपर की जात हमारे वफ़ादार लोग। कि वो हमेशा वफ़ादारी करते रहें। स्कूल से लेकर कॉलेज तक उन्हें बार सौ बार कहानिया सुनाई गई हैं, कैसे उनके ये सुप्रीम लीडर भगवान जैसे हैं. धेरो जूटी कहानिया फिलाई गई हैं, जिसकी मदद से ये अपने डिक्टेटर को भगवान की तरह पेश करते हैं. कुछ कहानिया और भी ज्यादा unrealistic की category में आ जाती हैं. एक कहानी बताती है कि जब दादा किम इलसूंग ने किम जौंग उनसे एक सेव लाने को कहा था, तो किम जौंग उन एक शौवल मांगने लगे, क्योंकि वो पूरे पेड़ को उखाड लाना चाहते थे। कोई भी खबर हो, उसमें हमेशा सरकार के गुनगान होते हैं, नौर्थ कोरिया के लोगों को ऐसा दिखाये जाता है कि बाकी दुनिया में हालात बहुत ही बुरे हैं। लोग करप्षन, बिमारियां और अलग-अलग डिजास्टर्स जेल रहे हैं। क्योंकि उनके पास किम जॉंग उन जैसे महान नेता का सहारा है। जिससे उन्हें कंट्रोल करना आसान है। लेकिन कोई भी तानाशाही, कितनी ही ताकतवर और कितनी ही खौफना क्यों ना हो, हमेशा के लिए नहीं चल सकती. और नौर्थ कोरिया में भी, आज के दिन इसके संदेश साफ दिख रहे हैं, कि किम जौंग उनकी पकड़ धीरे कमजोर पड़ती जा रही है. जू यांग, जो 2010 में नौर्थ कोरिया छोड़ कर भागी थी, शुरुवात में सरकार हर चीज को कॉन्फिसकेट कर लेती थी, लेकिन टाइम के साथ ये मार्केट्स इतनी तेजी से बड़े हुए, इतनी तेजी से लोगों में फैले, कि अल्मोस्ट हर नौर्थ कोरियन ने इनमें ट्रेडिंग करनी शुरु कर दी, साल 2009 में इसके चलते इन्होंने एक बहुत बड़ा करंसी री वैलियेशन किया, अपना कंट्रोल और जमाने की कोशिश की, नौर्थ कोरिया जैसे देश में भी जनता की तरफ से इतना आउट्रेज देखने को मिला, कि सरकार को अक्शुली में माफी माँगनी पड़ी, और कुछ कदम अपने वापस लेने पड़े. इसके पीछे सिंपल कारण था यूनिटी. जिस जूटे प्रॉपगेंडा की मदद से सरकार ने बेवकूफ बना कर रखा था लोगों को, वो कांच की तरह तूट कर बिखरते जा रहा है, जैसे ऐसे लोगों को फॉरन मीडिया का एक्सपोजर मिल रहा है। USB sticks की मदद से एक काम करना और भी आसान हो गया है। दो interesting data points हैं यहाँ पर, 81% North Koreans जिन्होंने देश को छोड़ा, उन्हें USBs का access था, और 98% North Koreans जिनके पास USB थी, वो illegal media उसमें carry कर रहे थे, जो उनकी सरकार के खिलाब था। क्योंकि North Korean लोग इन markets में साथ में बैठ कर, इन illegal activities में engage करते हैं, लोगों के बीच में trust develop करने का। सरकार का जो जासूसी वाला सिस्टम है परिवार के सदस्यों में शक और डर पैदा करने का जो सिस्टम है वो इसके सामने फेल हो रहा है शीमोन हूँ जो 2013 में नौर्थ कोरिया एसकेप किये तो आपको पता है कि आप उसे ट्रस्ट कर सकते हो और यही ट्रस्ट यूनिटी के बीज बो रहा है जनता में एक आखरी कारण जिसकी वज़े से किम जॉम उनकी पकड कमजोर होती जा रही है, वो है करप्षन। मैंने वीडियो के शुरू में बताया था कि, कैसे बच्चों को अच्छी सिक्षा देने के लिए आपको अक्सर ब्राइब देनी पड़ती है टीचर्स को। ये सारी चीजें अभी अपने शुरुवाती सालों में हैं। मेरी उमीद है कि अगले 10-20 सालों में हमें जरूर कुछ ना कुछ पॉजिटिव खबर सुनने को मिलेगी नौर्थ कोरिया से इसके रिगार्डें। हर एक डिक्टेटरशिप, हर एक तानाशाह, अपनी ही तबाही के इस तरीके से बीज बोता है। किसी भी देश में, किसी भी समाज में, हमारी जनता की जो यूनिटी है, वो सबसे ज्यादा important है। दूसरा lesson यहाँ पर यह है कि कभी भी अपनी जिंदगी की powers किसी सरकारी authority को मत देना था। आप कैसे कपड़े पहनते हो, कैसा खाना खाते हो, कैसा hairstyle रखते हो, कैसी फिल्में देखते हो। यह सब आपकी अपनी choice है। किसी भी सरकारी authority के पास यह power नहीं होनी चाहिए कि वो आपको dictate करें आप क्या करोगे। उम्मीद करता हूँ वीडियो इंफोर्मेटिव लगा होगा, पॉप क्लब आप को डाउनलोड करने का लिंक नीचे डिस्क्रिप्षिन में मिल जाएगा, स्पेशल ओफर क्लेम कर सकते हो, और अगर ये वीडियो आपको पसंद आया, तो एक और तानाशाह की कहानी सुन सकते हो इस वाले वीडियो में, जहां मैंने बात करी है वर्ल्ड वर्ड ट