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Partnership Fundamentals - Accountancy

व्हाट्स अप एवरीवन वेलकम बैक टू द चैनल तो गाइ हम लोग स्टार्ट करने जा रहे हैं आज हमारा अकाउंटेंसी का बिल्कुल फर्स्ट यूनिट जो कि होने वाला है पार्टनरशिप फंडामेंटल्स पार्टनरशिप फंडामेंटल्स को इतनी डिटेल और इतने शानदार तरीके से मैं आपको पढ़ाऊंगा कि आपके बेसिक्स में कोई भी कमी नहीं रहेगी और मैं डैम श्यर हूं कि आपको पार्टनरशिप में तो कोई प्रॉब्लम आने ही नहीं वाली है चाहे कोई भी एग्जाम आप दे रहे हो तो चलिए जल्दी से शुरू करते हैं और समझना स्टार्ट करते हैं पार्टनरशिप को और उसके सभी कांसेप्ट को और फिर उतनी ही प्रैक्टिस करेंगे चलिए जल्दी से लेट्स [संगीत] [संगीत] बिगन चलो यार शुरू करते हैं सब लोग मेरे साथ साथ हेडिंग डालेंगे पार्टनरशिप फंडामेंटल्स ठीक है सर सर व्हाट एक्चुअली इज पार्टनरशिप और फंडामेंटल्स में हम क्या पढ़ने वाले हैं बहुत बेसिक से पढ़ेंगे आज बहुत ज्यादा तो नहीं बट काफी सारी चीजें आज हम कवर करेंगे ठीक है देखो आप लोगों का जो क्लास 11थ का अकाउंट्स था उस क्लास 11थ के हमारे अकाउंट्स में हमने सोल प्रोप्रेजेंटर प्रोपर शिप क्या होता है सर सोल प्रोप्रेस इज अ सिंगल ओनर बिजनेस जिसमें एक ही इंडिविजुअल होता है जो कि सारा पैसा लगाता है सारा रिस्क उसका होता है सारा रिवॉर्ड उसका होता है तो प्रॉफिट होगा या लॉस होगा वो इंडिविजुअली अपने अपने घर लेके जाता है जो कि हम लोग नॉर्मली सारा का सारा प्रॉफिट जो भी नेट प्रॉफिट निकल के आता है पी एंड एल से हम क्या करते हैं उसके कैपिटल अकाउंट में प्लस कर देते हैं कैपिटल अकाउंट में प्लस करना मतलब बैलेंस शीट में कैपिटल में जोड़ देते हैं यही आप पढ़ते थे अभी हमें देखना है एक ट्रांज फ्रॉम सोल प्रोपेट शिप टू पार्टनरशिप सर पार्टनरशिप क्या है और इसकी क्या जरूरत है देखो बच्चे होता क्या है कि एक इंडिविजुअल जब भी बिजनेस ग्रो करने की सोचता है तो अकेला इंसान कहां तक पैसा लगाए अकेला इंसान कहां तक टाइम लेके आए अकेला इंसान कहां तक मैनेजरियल स्किल लेके आए रिस्क भी कहां तक अकेला ले तो अगर एक से ज्यादा पार्टनर हो जाएंगे यानी दो तीन चार पांच लोग हो जाएंगे छह लोग हो जाएंगे 10 लोग हो जाएंगे मिनिमम टू मैक्सिमम 50 ध्यान रखना है कम से कम दो ज्यादा से ज्यादा 50 जब इतने लोग आपस में मिलके आएंगे तो ऑफकोर्स पैसा भी ज्यादा होगा राइट रिस्क भी डिवाइड होगा ठीक है ना उसके साथ-साथ मैनेजरियल स्किल्स एबिलिटी टैलेंट जब लोगों का एक साथ में जुड़ेगा तो एक बड़ा बिजनेस बनेगा जिसमें ग्रोथ पोटेंशियल ज्यादा होगा पैसा भी ज्यादा कमाएंगे प्रॉफिट शेयरिंग भी आराम से कर पाएंगे तो ये सारे बेनिफिट्स होते हैं जब आप कन्वर्ट करते हो सोल प्रोप्रेस से पार्टनरशिप के अंदर ठीक है अब जब हम पार्टनरशिप में आ जाते हैं तो पार्टनरशिप में मैंने आपको बता ही दिया कम से कम दो लोग होंगे यानी एक चिंटू एक चिं और मैक्सिमम कहां तक हो सकते हैं 50 लोगों तक हो सकते हैं तो मिनिमम टू मैक्सिमम 50 अब सर यह लोग आपस में भी कोई ना कोई एग्रीमेंट बनाएंगे ये लोग आपस में भी कोई ना कोई डॉक्यूमेंट बनाएंगे जिसके अंदर यह सारी टर्म्स और कंडीशंस लिखेंगे पार्टनरशिप के बारे में कि या पार्टनरशिप में किसी इंडिविजुअल को प्रॉफिट शेयरिंग कैसे होगा कोई भी इंसान अगर एक्स्ट्रा एफर्ट लगाता है तो क्या उसको कोई एक्स्ट्रा सैलरी मिलेगी क्या उसको कोई एक्स्ट्रा बोनस मिलेगा क्या उसका कोई एक्स्ट्रा कमीशन मिलेगा राइट अगर फर्म ने कोई लोन लिया है तो इंटरेस्ट ऑन लोन का क्या होगा किस तरीके से सारी चीजें चलेंगी तो यह सारी की सारी जो टर्म्स एंड कश है इन सबको लिखने के लिए हम लोग एक रिटन डॉक्यूमेंट बनाते हैं हम एक रिटन एग्रीमेंट बनाते हैं जिसको हम लोग क्या बोलते हैं द पार्टनरशिप डीड इसको हम लोग क्या बोलते हैं पार्टनरशिप डीड पार्टनरशिप डीड का ही दूसरा नाम होता है बेटा जी आर्टिकल्स ऑफ पार्टनरशिप तो आर्टिकल्स ऑफ पार्टनरशिप में हमारे पास यह सारे के सारे टर्म्स एंड कंडीशंस लिखे होते हैं रिलेटिंग टू द पार्टनरशिप बिजनेस ठीक है अब देखो बच्चों होता क्या है अब आपको पार्टनरशिप में आगे बढ़ने के लिए मैं आपको कुछ छोटी-छोटी चीजें समझाना चाहता हूं एक कांसेप्ट है जिसका नाम है सेपरेट लीगल एंटिटी कांसेप्ट यह आपने क्लास 11थ में पढ़ा है द सेपरेट लीगल एंटिटी कांसेप्ट सेपरेट लीगल एंटिटी कांसेप्ट क्या बोलता है कि जो पार्टनर्स हैं जो इंडिविजुअल्स हैं वो अलग हैं और जो फर्म है वो अलग है इसका मतलब जो हमारे चिंटू चिं हैं ये अलग हैं और यह दोनों मिलके जो बिजनेस बनाएंगे जो बिजनेस फर्म बनाएंगे बिजनेस फर्म जो बनाएंगे यह बिजनेस फर्म अलग है तो आप जितनी भी अकाउंटिंग करोगे आप जो भी बुक्स ऑफ अकाउंट्स बनाओगे जो भी प्रॉफिट्स लॉसेस जितनी भी चीजें करोगे वो सब इस बिजनेस फर्म के लिए करने वाले हो क्योंकि इंडिविजुअल तो अपना खुद कर सकता है आपको इस फर्म के बुक्स ऑफ अकाउंट्स बनाने हैं राइट अब इसके अंदर हमें क्याक मेनली सीखना है देखो बच्चों हमारे पास क्या होता है कि इस पर्टिकुलर फर्म के तीन अकाउंट्स है जो नॉर्मली बनते हैं ठीक है तीन अकाउंट कौन-कौन से बनते हैं सर सबसे पहला अकाउंट जो आपको सीखना है वह है पी एंडल एप्रोप्रियेट अकाउंट तीसरा अकाउंट जो हमें सीखना है वह है करंट अकाउंट और कुछ छोटे-छोटे अकाउंट भी है जैसे रेंट पेबल अकाउंट हो गया पार्टनर्स लोन अकाउंट हो गया उसको हम जैसे-जैसे हम चैप्टर में डीप डाइव इन करेंगे वहां पे हम लोग उसको सीखने की कोशिश करेंगे अभी के लिए आपको ध्यान रखना है कि पी एंडल एप्रोप्रियेट हैं जो हमें सीख के चलने हैं ठीक है अब सर ये होते क्या हैं किस तरीके से चलते हैं यह सब हम इसका स्क्रीनशॉट लेना है तो ले लो फिर हम करना चालू करते हैं ओके अब देखो बच्चों आपने पढ़ा क्लास 11थ में कि हमारे पास जितने भी इनकम्स एक्सपेंसेस होते हैं वो हम एक अकाउंट में लिखते हैं जिसको हम लोग क्या बोलते हैं द प्रॉफिट एंड लॉस अकाउंट ठीक है प्रॉफिट एंड लॉस अकाउंट क्या है ये एक नॉमिनल नेचर का अकाउंट है नॉमिनल नेचर क्या होता है नॉमिनल नेचर होता है डेबिट ऑल एक्सपेंसेस एंड लॉसेस क्रेडिट ऑल इनकम्स एंड गेंस इसका मतलब डेबिट में सारे खर्चे नुकसान लिखेंगे क्रेडिट में सभी इनकम्स और गेंस लिखेंगे तो होता क्या है यहां पे शुरुआत होती है ग्रॉस प्रॉफिट ब्रॉट डाउन के साथ आपके पास जो भी जीपी आता है ठीक है फिर आप फर्म को होने वाली इनकम्स जितनी भी इनकम्स होती है जैसे कि बाय ऑल इनकम्स लिख रहा हूं मैं यहां पे कोई रेंट रिसीवड हो कोई इंटरेस्ट रिसीवड हो कोई रेंट है कोई इंटरेस्ट है कोई डिस्काउंट है कोई कमीशन है कोई बेड डेट्स रिकवर्ड है बीडीआर का मतलब बेड डेट्स रिकवर्ड प्लीज लिख लेना तो कोई रेंट मिला इंटरेस्ट मिला डिस्काउंट मिला कमीशन मिला बैड डेट रिकवर हुआ कुछ भी हुआ कोई भी इनकम हुआ उसको इधर लिख देते थे उसके बाद क्या करते थे हम फर्म बिजनेस में होने वाले सारे के सारे खर्चे खर्चे हम इधर लिखते थे टू ऑल एक्सपेंसेस कोई भी एक्सपेंस हो बेटा सारे खर्चे यहीं लिखे जाते हैं सारे खर्चे सारे सेलिंग एक्सपेंसेस डिस्ट्रीब्यूशन एक्सपेंसेस एडमिनिस्ट्रेशन एक्सपेंसेस है ना इसके अंदर डेप्रिसिएशन एडवर्टाइजमेंट उसके अलावा कैरेज आउटवर्ल्ड एक्सपेंसेस ऑडिट फीज लीगल चार्जेस आउटवर्क हो गए सारे खर्चे यहां पे लिखते हैं फिर हमारे पास क्या आता था यह आपके पास टोटल इनफ्लो हुआ इतना पैसा आपके पास टोटल आया इसमें से यह आपने खर्च कर दिया तो अगर अभी भी कुछ बचता था लेट्स सपोज इधर कमाई हुई 1 करोड़ की खर्चे हुए 80 लाख तो 20 लाख बच गए उस 20 लाख को हम लोग बोलते थे नेट प्रॉफिट इसको हम लोग क्या बोलते हैं नेट प्रॉफिट अब यह नेट प्रॉफिट जब सोल प्रोप्रोफस इंडिविजुअली वो रख लेता था अपने घर ले जाता था अब यहां पे ऐसा नहीं होगा क्योंकि सोल प्रोपराइटर नहीं है यहां पे दो लोग तीन लोग चार लोग पांच लोग हैं तो इस प्रॉफिट का बंटवारा होगा इस प्रॉफिट को बांटने के लिए जो अकाउंट बनाया जाएगा लेडीज एंड जेंटलमैन उस अकाउंट को प्रॉफिट एंड लॉस एप्रोप्रियेट लेकिन एक बार आपके पास प्रॉफिट आ गया आपने सारे खर्चे सारी इनकम्स लिख ली अब आपके पास प्रॉफिट आ गया इसको बांटना है सर तो इस प्रॉफिट को बांटने के लिए बच्चों जो अकाउंट बनता है उस अकाउंट को हम लोग बोलते हैं द पी एंडल एप्रोप्राएसी पी एंडल को आगे खींच दिया गया है तो इसीलिए इसको बोला जाता है इट इज एन एक्सटेंशन टू पी एंडल अकाउंट पी एंडल को ही आगे एक्सटेंड कर दो उसको थोड़ा सा दो तो पी एंडल का ही एक्सटेंशन पी एंडल एप्रोप्रियेट में ही सारे इनकम्स आएंगी अब सर खर्चे इनकम बचे ही कहां अब तो बस प्रॉफिट प्रॉफिट बचा तो यहां पर हम खर्चे इनकम की क्या बात कर रहे हैं अब देखो बच्चों थोड़ा सा इसको चर्चा करते हैं सबसे पहले इसकी शुरुआत कहां से होती है इधर हम सबसे पहले नेट प्रॉफिट ले आते हैं तो इसको लिखते हैं बाय पी एंडल अकाउंट नेट प्रॉफिट जो आपके पास नेट प्रॉफिट आया वो इधर आ गया ठीक है अब देखो मैंने आपको अभी बताया था कि पार्टनर्स अलग है फर्म अलग है पार्टनर्स अलग है और फर्म अलग है ठीक है अब इस फर्म में पार्टनर्स ने पैसा लगाया है यह पार्टनर्स ने यहां पर पैसा लगाया इस पैसे को क्या बोला जाता है कैपिटल कोई भी पैसा जब एक इंडिविजुअल किसी भी बिजनेस में लगाता है तो उसको कैपिटल बोलते हैं ये पार्टनर्स फर्म को बहुत क्लियर बोलेंगे भैया ऐसा है हमारा पैसा अगर हम बिजनेस में ना लगा के बैंक में रखते तो बैंक भी हमें कुछ ना कुछ परसेंटेज बढ़ा के देता बैंक भी हमें कहीं ना कहीं कोई इंटरेस्ट देता तो अब भी हमें इस कैपिटल पे इंटरेस्ट दो तो फर्म को क्या करना पड़ता है फर्म को सबसे पहले कुछ हिस्सा निकाल के पार्टनर को देना पड़ता है जिसको हम क्या बोलते हैं इंटरेस्ट ऑन कैपिटल है ना अब इंटरेस्ट ऑन कैपिटल फर्म के लिए क्या है फर्म के लिए एक तरीके से खर्चा ही तो है बिजनेस में से पैसा ही तो निकल रहा है निकल रहा है या नहीं निकल रहा है बच्चों तो यह डेबिट ऑल एक्सपेंसेस लॉसेस की तहत अगर सोचा जाए तो प्रॉफिट में से पैसा जा रहा है लेकिन प्रॉफिट के नाम से नहीं जा रहा इंटरेस्ट के नाम से जा रहा है जा तो रहा है पार्टनर्स के पास ही ना बस प्रॉफिट के नाम से नहीं जा रहा तो हम लोग क्या करते हैं हम लोग जो भी हमारे पास प्रॉफिट आया है इस प्रॉफिट को कुछ छोटे-छोटे पार्ट्स में बांटते हैं जैसे पार्टनर्स को इंटरेस्ट ऑन कैपिटल दे दिया किसी पार्टनर ने कुछ एक्स्ट्रा काम किया तो उसको अलग से सैलरी मिल गई किसी पार्टनर को कोई बोनस मिल गया किसी पार्टनर को कोई कमीशन मिल गया कुछ पैसा हमने प्रॉफिट में से निकाल के फ्यूचर के लिए सेव कर लिया फ्यूचर के लिए सेव कर लिया तो उसको क्या बोलते हैं रिज़र्व बोलते हैं अब सपोज आप अज्यू करो बच्चों कि आपके पास वही ₹ लाख का प्रॉफिट आया था ₹2000000 का इंटरेस्ट ऑन कैपिटल चला गया ₹1 लाख का कोई सैलरी मांग लिया 2 लाख का कोई बोनस चला गया 2 लाख का कोई कमीशन चला गया कुछ हमने फ्यूचर के लिए जोड़ लिया जैसे दो 3 4 5 6 7 ₹ लाख हमने फ्यूचर के लिए जोड़ लिए कि भैया कुछ ना कुछ फ्यूचर के लिए भी बचा लेना चाहिए तो 20 लाख बटा तो पार्टनर्स में ही है ना बस नाम अलग-अलग है जैसे कुछ इंटरेस्ट के नाम से गया कुछ सैलरी के नाम से बोनस के नाम से कमीशन के नाम से ये हमने फर्म में जोड़ के रखा फ्यूचर के लिए बट अल्टीमेटली पैसा तो पार्टनर्स का ही है ना ये भी बट तो पाटनर में ही रहा है ना लास्ट में जो बच गया 10 लाख उसको हम बोलते हैं डिविजिबल प्रॉफिट उसको हम क्या बोलते हैं डिविजिबल प्रॉफिट कि यह वो वाला प्रॉफिट है जो हम प्रॉफिट के नाम से ही डिवाइड करेंगे बाकी भी प्रॉफिट ही था लेकिन वो अलग-अलग एक्टिविटीज के लिए अलग-अलग नाम से लिया गया कि भैया ये कैपिटल के अगेंस्ट ले लिया ये काम एक्स्ट्रा काम के लिए ये अच्छे काम के लिए ये कुछ सेल वेल कराने के लिए लिया होगा तो इस प्रॉफिट का ही अलग-अलग नामों से डिस्ट्रीब्यूशन किया जा रहा है और कुछ नहीं है तो आप बिल्कुल भी कंफ्यूज मत होना प्रॉफिट ही बट रहा है बस उसके नाम अलग-अलग है समझे ना तो इसी तरीके से बच्चों देखो यह आईओसी वाला पार्ट समझ में आ गया कि बिजनेस को पे करना पड़ेगा सिमिलरली एक कांसेप्ट होता है जब बिजनेस बोलता है आपने हमारे पास पैसा लगाया तो हमारे से इंटरेस्ट मांग लिया अब आप भी तो कुछ ना कुछ पैसा विड्रॉ करते हो हमारे पास से जिसको हम ड्राइंग्स बोलते हैं भाई पार्टनर पर्सनल यूज के लिए पैसा निकालता है तो बिजनेस बोलता है इस पर हमें इंटरेस्ट मिलना चाहिए तो इंटरेस्ट ऑन ड्राइंग्स फर्म को मिलता है फर्म का फायदा है फर्म को मिलने वाला पैसा है इंटरेस्ट ऑन ड्राइंग्स तो देखो यहां पर क्या होता है बच्चे सबसे पहले हमने नेट प्रॉफिट लिख लिया उसके बाद इंटरेस्ट ऑन ड्रॉइंग्स फर्म को मिलेगा तो इंटरेस्ट ऑन ड्रॉइंग्स क्रेडिट में आएगा लेट्स सपोज दो ही पार्टनर है ए और बी तो ए और बी का इंटरेस्ट ऑन ड्राइंग्स इधर लिखा तो के पास टोटल इतना पैसा हो गया यह तो प्रॉफिट के नाम से था और यह हमारे पास इंटरेस्ट ऑन ड्रॉइंग्स के नाम से आ गया अब ये प्रॉफिट के नाम से और ये इंटरेस्ट ऑन ड्रॉइंग्स के नाम से तो फर्म के पास इतना पैसा हो गया अब फर्म क्या करेगा इसमें से इस प्रॉफिट को बांटे बस नाम अलग-अलग होगा जैसे कुछ इंटरेस्ट के नाम से जाएगा टू इंटरेस्ट ऑन कैपिटल कैपिटल पे इंटरेस्ट ये कुछ इंटरेस्ट के नाम से जाएगा सर क्या ये क्वेश्चन में गिवन होगा कितना इंटरेस्ट ऑन ड्राइंग्स कितना इंटरेस्ट ऑन कैपिटल हां जी ये सब एज पर पार्टनरशिप डीड चलता है बच्चों सब पार्टनरशिप डीड में लिखा होता है कि कैसे चीजें होंगी सर अगर पार्टनरशिप डीड ही ना हो उसके बारे में भी अभी चर्चा करेंगे ठीक है आईडी हो गया आईओसी हो गया उसके साथ किसी पार्टनर की ध्यान रखना बच्चों सब पार्टनर के लिए है ये पार्टनर का कोई सैलरी कोई बोनस कोई कमीशन एसबीसी का मतलब कोई सैलरी कोई बोनस कोई कमीशन उसके बाद बेटा जी कुछ पैसा आपने जोड़ रखा तो उसको बोलते हैं रिजर्व तो कोई रिजर्व है तो व आ गया बेटा ठीक है देन आपके पास जो प्रॉफिट आएगा इस इनकम में से इस पैसे में से सारे के सारे य खर्चे हमने हटाए यह सब माइनस कर दो जब यह चला गया तो इसमें से जो वैल्यू बचेगा उसको हम बोलेंगे डिविजिबल प्रॉफिट्स उसको हम क्या बोलेंगे डिविजिबल प्रॉफिट और प्रॉफिट डिस्ट्रीब्यूटर बी में सर किस रेशो में प्रॉफिट शेयरिंग रेशो में पीएसआर इ प्रॉफिट शेयरिंग रेशो या तो डिसाइडेड होगा बच्चों अगर डिसाइडेड नहीं होगा तो फिर इक्वल बटेगा भाया तो डिसाइड कर लो डिसाइडेड नहीं है तो फिर इक्वल इक्वल जाएगा इस चीज का ध्यान रखना है ओके तो देखो इसी पी एंडल अकाउंट को जब आप फाइनल प्रॉफिट्स को डिस्ट्रीब्यूटर यहां पहुंच जाते हो इसी को अगर आप एक्सटेंशन कर देते हो इसी को अगर आप आगे बढ़ा देते हो तो इसी के एक्सटेंशन को पी एंडल एप्रोप्राएसी भी चीजें आई है ना बेटा चाहे वो इंटरेस्ट ऑन ड्राइंग्स हो चाहे वो इंटरेस्ट ऑन कैपिटल हो चाहे वो सैलरी बोनस कमीशन हो चाहे वो रिजर्व हो चाहे वो प्रॉफिट्स हो ये सब एज पर पार्टनरशिप डीड कैलकुलेट होगा और एज पर पार्टनरशिप डीड ही एडजस्ट किया जाएगा सर अगर पार्टनरशिप डीड हो ही ना रूल्स अरे इन द एसेंस ऑफ पार्टनरशिप डीड सर अगर पार्टनरशिप डीड हो ही ना फिर क्या होगा व्ट आर द रूल्स इन द एबेंस ऑफ पार्टनरशिप डीड सबसे पहला नियम है बच्चों कोई भी इंटरेस्ट ऑन कैपिटल नहीं दिया जाएगा नो इंटरेस्ट ऑन कैपिटल विल बी प्रोवाइडेड या तो डीड में लिखो डीड नहीं है तो नहीं दिया जाएगा भाई ठीक है दूसरा नो इंटरेस्ट ऑन ड्रॉइंग्स विल बी चार्जड किसी तरीके का कोई इंटरेस्ट ऑन ड्राइंग्स आपसे चार्ज नहीं किया जाएगा पार्टनर हो ना आपसे लिया जाता है तो वो हम चार्ज नहीं करेंगे ठीक है तीसरा किसी भी प्रकार का कोई सैलरी बोनस कमीशन एट्स हम नहीं देंगे कोई भी सैलरी बोनस कमीशन हम नहीं देंगे ना कोई आईओसी होगा ना कोई आईडी होगा कोई भी सैलरी बोनस कमीशन भी नहीं होगा उसके बाद प्रॉफिट्स या फिर लॉसेस टू बी शेयर्ड इक्वली जितने भी प्रॉफिट्स या लॉसेस होंगे बच्चा वह हमेशा बराबर बराबर ही बट भाई या तो लिख लो डीड बना लो डीड नहीं बनाई तो बराबर बराबर लास्ट बट नॉट द लीस्ट अगर फर्म ने कोई लोन लिया है तो उसपे इंटरेस्ट ऑन लोन पे करना है इंटरेस्ट ऑन लोन टू बी पेड ये सब फर्म के पॉइंट ऑफ व्यू से हो रहा है एट 6 पर पर एनम फर्म उसको पे करेगा किस रेट से 6 पर पर एनम के रेट से फर्म उसको पे करने वाला है तो बच्चों अगर पार्टनरशिप डीड नहीं है तो क्या रूल्स क्या कायदे कानून चलेंगे यह चलेंगे कोई भी आईओसी नहीं होगा कोई भी आईओी नहीं होगा कोई भी सैलरी बोनस कमीशन नहीं होगा प्रॉफिट्स और लॉसेस इक्वल इक्वल बट और इंटरेस्ट ऑन लोन जो पे होगा वो 6 पर पर एनम के हिसाब से पे किया जाएगा तो ये कुछ बेसिक रूल्स हैं बच्चों जो आपको पार्टनरशिप फंडामेंटल्स पे पता होने चाहिए मेरा मकसद था आज का कि मैं आप लोगों को मेनली सिखाऊं पीएनएल एप्रोप्राइटिंग ड्रॉइंग्स कैलकुलेट करना सीखेंगे जो कि अपने आप में एक पूरा कांसेप्ट है तो देखो अब अब हमारा आगे का जो क्लासेस है वो कैसे चलने वाली है बच्चों हम लोग सबसे पहले यह चीज में कुछ होता नहीं है अब मैं आपको यह सिखाऊंगा तो आपका पी एंडल एप्रोप्राइटिंग धीरे-धीरे आईओसी पार्टनर्स का सैलरी बोनस कमीशन रिजर्व इधर वाला पार्ट सिखाऊंगा ये जहां आपको आया ना तो समझो आपका फंडामेंटल काफी मजबूत हो गया क्योंकि इस चैप्टर से यही आता है मेनली कैपिटल करंट अकाउंट में कुछ नहीं है वो बहुत आसान है ठीक है फिर इसकी धीरे-धीरे जनरल एंट्रीज भी सीखते हैं अभी आज आप लोग प्लीज ये सारे के सारे बेसिक्स नोट कर लो यह सारे के सारे बेसिक्स आपके बहुत काम आने वाले हैं बहुत हेल्प करेंगे पता नहीं क्या हो गया ये बहुत हेल्प करेंगे आपको और इसी तरीके से आपको मेहनत करते जानी है चीजें बनाते चलनी है और मैं आपके बेसिक्स में पूरी मदद करूंगा और खूब मेहनत करके अच्छा हम स्कोर करेंगे ऑलराइट तो आज के लिए बस इतना ही इतना अच्छे से रिवाइज कर लो जो भी बुक आप लोगों ने ली है उसको एक बार अच्छे से गो थ्रू कर लो कि क्या-क्या उसके अंदर लिखा है क्या-क्या मैंने आपको समझाया है अपने नोट्स बना लो और अच्छे तरीके से पढ़ाई करो ठीक है थैंक यू सो मच गाइ फॉर जॉइनिंग इन मैं मिलता हूं आपको कल विद अनदर न्यू वीडियो टिल देन सीया टेक केयर बायबाय वीडियो अच्छी लगी हो तो लाइक कर देना कमेंट करके बताना मुझे अच्छे से समझ आ गया सभी फ्रेंड्स तक शेयर करना जल्दी से 3 मिलियन सब्सक्राइबर्स तक पहुंचा दो यही एक मेरा अभी फिलहाल का टारगेट है राइट थैंक यू सो मच [संगीत] एवरीवन