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बायलॉजी महत्वपूर्ण प्रश्नों की तैयारी

हेलो स्टूडन्स, स्वागत है आप सभी का आपके प्यारे से परिबार बिहार टॉपर विद्या कुल में मैं शायलनी आपकी बालाउजी अजुकेटर आज आप सभी के लिए लेकर आई हूँ एक बहुती स्पेशल क्लास ये स्पेशल क्लास आप सभी के एग्जाम पॉइंट आफ यू से बहुत जादा इंपोर्टेंट है क्योंकि आज हम आपकी पूरी की पूरी बुक से मोस्ट इंपोर्टेंट कोशियन्स और वो भी आपके सबजेक्टिव कोशियन्स को आज हम सॉल्व करने वाले है आज की क्लास में आप जानोगे कि कैसे कोशिश पूछे जाने की आपकी संभावना है जो आने वाला आपका एक फरवरी का बायलॉजी का एक्जाम है और इसे के साथ आज आप कोशिश में देखोगे कि जादा तर आपके कोशिश जो आपकी भारी डिमांड थी ना कि मैं अंतर बताओ वाले कोशिश लेकर आएं तिपडियो वाले कोशिश लेकर आएं तो आज की क्लास में हम यही सारा सॉल्व करने वाले हैं और जानेंगे कि अगर अंतर वाला क्वेश्चन आए तो उसे कैसे सॉल्व करना है तो आज की क्लास स्टार्ट करने से पहले जितने बच्चे हमारे साथ जुड़ गए हैं सभी को गुदीवनिंग रादे जैश्री कृष्णा जैश्री राम सभी को गुदीवनिंग इ और उन सभी को बताएंगे कि आपकी बायलॉजी की मोस्ट इंपोर्टेंट सब्जेक्टिव कोशिश की क्लास स्टार्ट हो गई है। तो मुझे लगते कि काफी सारे बच्चे जुड़ गए हैं। आज की क्लास लाने का एक मकसद है कि आप लोगों की भारी डिमांड आ रही थी। तो चलिए बिना तेरे के साथ स्टार्ट करते हैं सभी को गड़ीवनी। मुझे लगता है कि संख्या बढ़ती भी दिखनी चाहिए क्योंकि जितनी ज्यादा संख्या होगी तो मुझे लगेगा कि आप लोग जो demand कर रहे हो मैं उसको पूरा कर पारी हूँ ठीक है और फिर बढ़ेंगे हम आगे तो प्रतिग्य सीरीज में subjective class भी हमने लगानी थी तो आपके स्क्रीन पर यह रहा क्या पहला कोशिश देखते हैं तो यह कोशिश आपका कह रहा है लगुबिजानुधानी और गुरुबिजानुधानी में अंतर बताओ वाली कोशिश है आप सभी को पता है लगुबिजानुधानी और गुरुबिजानुधानी पुष्प पदपु में लेंगे जनन चैप्टर से लिया गया कोशिश है लगुबिजानुधानी सबसे पहले यह आपकी कौन से भाग होते हैं पुष्प के नर भाग में अ कि पुष्प के नर भाग के पुंकेश्वर के पराग कोश की जब आप अनुप्रश काट करोगे तो यह उसकी संरचना है लगु बीजानु धानी की जबकि जो गुरु बीजानु धानी होती है वह आपके पुष्प की माधन संरचना इस तरीके सर के अंडासे के अंदर जो बीजान होता है उसके अंदर जो बीजान काई होगा उसकी क्या होगी यहां पर उस बीजान को ही हम क्या कहते हैं गुरु बीजानु धानी कहते हैं यह बात आप सभी को क्लियर है ठीक है अ अब इनमें अंतर आया तो अंतर क्या है लगू भी जानू धानी में लगू भी जानू का निर्माण होता है जबकि गुरु भी जानू धानी में आपके गुरु भी जानू का निर्माण होता है ये सब ने पढ़ा है ना तो अगर बात करें कि इन दोनों में अंतर आप आपको कैसे लिखना है तो क्या लिखोगे ध्यान से देखो लगो बे जानो धानी गुरु बे जानो धानी लगो बे जानो धानी और देखो लगो बे जानो धानी और गुरु बे जानो धानी की जब हम बात करते हैं तो देखो क्या सबसे पहले हमने जैसा कि बात करी क्या कि यह क्या है एक पराग कोश्पे प्राय चार लगु भीजानु पाई जाती है जिनमें क्या होगा लगु भीजानु का निर्माण होता है तो एक यह हो गया पॉइंट जबकि अगर गुरु भीजानु धानी की बात करेंगे तो पुष्प की जो माधा भाग होगी उसके अं� तो यह आपका दोनों का अंतर हो गया यह आपकी पुष्प की नर संरचना आप यह भी लिख सकते हो और यह क्या है पुष्प की माध्य संरचना का भाग होता है ठीक है उसके बाद लगू भी जानु धानी की बात करें तो लगू भी जानु के निर्माण की क्रिया लगू भी जानु जनन होता है जो कि किसमें होगा आपकी लगू भी जानु धानी में होगा जबकि अगर लगू भी जानु धानी की बात करें तो इनमें क्या होगा गुरु भी जानु जनन की क्रिया होती है तो इस तरीके से आप यहाँ पर और भी अंतर बता सकते हो, तो यह आपका एक question complete होगा, यहाँ पर आपकी अगर यहाँ पर number आते हैं, तो दो number, clear, आगे चले, अगला question आपकी screen पर क्या है, ध्यान से देखो, उत्पादक और अपघटन में अंतर बताना है, उत्पादक और अ जो क्या करेंगे प्रकास संसलेशन की क्रिया में अपने भूजन का निर्मान स्वयं करते हैं यह क्या करेंगे सूर्य की प्रकास की उपस्थिति में अपने यानि कि कैसे होते स्वापोसी होते अपने भूजन का निर्मान स्वयं करेंगे जैसे कि पेड़ पौदे जबकि अगर अब घटन की बात करेंगे तो अब घटन हमेशा ध्यान रखना है यह जो भी आपके मृत्त जीव होते हैं उनसे क्या करेंगे अपने भूजन को प्राप्त करते हैं है ना है उनको अपगटित करेंगे और अपने भोजन को प्राप्त करते हैं अब एक और चीज देखेंगे अगर तो उत्पादक में क्या हो रहा है यहाँ पर क्या हो रहा है यह उर्जा का निर्माण कर रहे है भोजन का निर्माण कर रहे है तो उर्जा ले रहे है लेकिन अगर यहाँ देखे अपगटन में तो जब यह क्या करेंगे किसी जीव का अपगटन करेंगे उससे अपना पोशण लेंगे तो कहीं न कहीं इस प्रक्रिया में उर्जा मुक्त हो रही होगी तो दूसरा अंतर यह हो गया है न तो हम यहाँ पर इस तरीके से अंतर लिख सकते हैं कि उत्पादक अपघटक में क्या अंतर होता है। उत्पादक आपके होंगे इस प्रक्रिया में पादपो द्वारा सूरी के प्रकास में अकार्बनिक पदार्थ का उत्पादन होता है। तो उत्पादन में क्या हो रहा है। सूरी के प्रकास के उपस्तिति में भोजन का निर्माण हो रहा है। तो यह जो होगा यह क्या है उत्पादन है। जबके अपघटन में क्या होगा इस प्रक्रिया में अपघटन अपसिष्ट को तोड़ कर। उनका अपघटन करते हैं इसमें जो भी आपके अपघटक होते हैं जैसे केचवाल या कोई भी सूख्षम जीव होगा वह क्या कर रहा है कोई भी अपसिस्ट जो जीव होते हैं पेड़ पौदे होंगी उनसे क्या करेंगे उनको तोड़ करके उन्हें अपघटन की प्रिया करते हैं कॉन्सेप क्लियर अब बात करते हैं पादक में तो इसमें देखो यह क्या कर रहे हैं यह उडजा को ग्रहण कर रहे तो दूसरा पॉइंट क्या होगा यह उडजा को ग्रहण करते जबकि अपघटन में क्या होती है जब आप अपघटन कर रहे हैं तो इसमें उड़जा मुक्त हो रही होती है क्लियर उसके बाद उत्पादक की बात करें इन्हें क्या होगी प्रकास की आवश्यकता होती है लेकिन अगर अपघटन की बात करें तो इनमें किसी भी प्रकार की प्रकास की आवश्यकता नहीं होती है उसके बाद देखिए कि उत्पादक में एक एनाबॉलिक क्रिया है एनाबॉलिक का क्रिया का मतलब है कि यह कौन से क्रिया है उपचाई क्रिया है जबकि अगर यहां की बात करें यह जो क्रिया होगी यह क्या होगी अपचाई हो रहा है तब जाकर के आपके उडजा बुक्त हो रही है तो अगर आप लोग इतना अंतर भी लिखते हो कभी-कभी देखो यहां पर यह अंतर में तो क्वेश्चन पूछा गया है लेकिन कभी-कभी टिपड़ी में कैसे पूछ लिया जाएगा कि आप घटक पर टिपड़ी लिखिए तो क्या यहां से आपका एक क्वेश्चन तैयार हो गया या उत्पादक पर टिपड़ी लिखो तो यहां से आपका दूसरा क्वेश्चन तैयार हो गया तो एक ही आप देख रहे हैं अंतर बताओ क्वेश्चन लेकर क्या है लेकिन इससे आप आपका अंतर बताओ का एक क्वेश्चन कंप्लीट हो रहा है दूसरा अगर उत्पादक पर टिपड़ी आगे तो आप यहां से कर सकते हो अब घटक पर टिपड़ी आगे तो आप यह कर सकते हो तो एक क्वेश्चन से आपके तीन क्वेश्चन तैयार हो रहे हैं समझ रहे हो तो यह होता है स्मार्ट तरीका पढ़ने का कि आप लोग एक क्वेश्चन से बहुत सारे क्वेश्चन अपने आंसर को तैयार कर सकते हो क्लियर चलिए अगले क्वेश्चन की ओर बढ़ते हैं अगला क्वेश्चन क्या है यह क्वेश्चन है रज चक्र और मद चक्र में आंतर बताओ अ अब कोशन में टिपणी आ सकती कि रजचक्र क्या होता है या मदचक्र क्या हो सकता है और या फिर अंतर बताओ आ सकते तो आप इसको भी कर सकते हो रजचक्र हमेशा ध्यान रखोगे यह आपकी कौन से जो प्राइमेट स्मादाएं होती है प्राइमेट स्मादाओं में होता है क्लियर बात सबसे बड़ा अंतर यह है जबकि मदचक्र की बात करते तो मदचक्र आपकी किसमें होगा जो आपकी नोन प्राइमेट स्मादाएं होती है उन्हें होता है इतनी बात क्लियर है अब इनमें अंतर क्या होगा तो अंतर देखो ध्यान से तो देखो रज़ चक्र हमेशा ध्यान रखोगे ये चक्र क्या होगा प्राइमेट्स इस्तनियों में पाया जाता है तो प्राइमेट्स में आपके जैसे मनुश्या हो गए बंदर हो गए ठीक है अगर हम बात करते मद तो यह सब क्या हो जाएंगे आपके नॉन प्राइमेट्स होंगे इसके बाद देखो कि अगर रजशक्र की बात कर रहे हैं तो इसमें क्या हो रहा है इसमें इस चक्र के अंतिम दिनों में रक्त का स्त्रमण ह कि रज चक्र में रक्त स्त्रवण होता है 3 से 4 दिन तक इस पूरे चक्र में लेकिन अगर मद्द चक्र की बात करें तो इसमें ऐसी कोई भी अभी किरिया नहीं होगी कोई भी यहां पर रक्त स्त्रवण की किरिया नहीं होती है उसके बात कर रहे हैं तो इस चक्र की दौरान लेंगिक इच्छा नहीं होती है क्योंकि यह पूरे साल भर होने वाली प्रक्रिया 12 महीने 12 रज चक्र होंगे जो भी प्राइमेट स्माधाएं होंगे अ तो इसमें ऐसा नहीं है कि क्या होगा इस दौरान कोई विलेंगिक इच्छा जागरू को 12 महीने है लेकिन अगर मत्य चक्र की बात करें तो जब यह प्राणियों में हो रहा है तो उस समय प्राणियों में लेंगेक इच्छा यानि कि उनकी यहां पर लेंगे उत्तेजना ज्यादा होती है तो इस समय यह मैथून क्रिया करके फिर आगे संतति का निर्माण कर रहे हैं राज्यशक्र की बात करें तो रज चक्र में माता नर को वर्ष परियंत सहबास करने की स्विक्रिति प्रदान करती है क्योंकि यहां पर क्या है 12 महीने यह चक्र चल रहा है तो यहां पर क्या होगा यहां पर ऐसी माताई जो होंगी वह 12 महीने उनमें यह चमता है कि बारह महीने ही इन यह चमता की संतति को जन्म दे सकती है क्लियर क्योंकि हर महीने इनका एक ना एक अंडानु क्या होगा अंडासे से मुक्त हो रहा है और फैलोपियन ट्यूब में आ रहा है अ तो बारा महीने यहां पर यह महिला इसमें चांसेज है कि यह प्रेगनेंट हो सकती है लेकिन अगर बात करते जिनमें मद्द चक्र होता है तो यह सीजनल प्राणी होते हैं इनमें क्या होगा किसी विशेष सीजन में ही यहां अगर अंडाणु बनेंगे और अगर उस समय निशेषण हो जाता है तभी वह क्या होगी प्रेगनेंट हो जाएगी ठीक है तो यानि कि मद्द चक्र में मादा नर को केवल यानि कि कामुखना काल में ही सहवास की अनुमति देती यानि कि जब उसमें मद्द चक्र होगा तभी क्या होगा यह अ सामने वाला जो मेल होगा वो अट्रेक्ट होगा ठीक है तो यहां पर मद चक्रिक तरीके का हॉर्मोनल चक्र होता है इस समय सीजनन प्राणियों में यह होगा तो आपको इतनी बात क्लियर हो गई है तो बताओ जरा कहा है तुम्हारे कॉमेंट समझ में आ गया बत कि बेनिफिट होगा क्या बेनिफिट होगा आज आप विशेष यह विशेष भी कई बार पूछा गया है कि अलाइंगिक जनन के महत्व क्या होते हैं अलाइंगिक जनन के महत्व की बात कर रहे हैं यहां पर है तो देखो क्या लिख सकते हैं अब सबसे पहले अलाइंगिक जनन में आप देखते हैं इसका महत्व क्या है यह आप���ा एक कोशिक जीव में होता है और इसके लाभ क्या है सबसे ज्यादा लाभ आपको पता है जब हम काई को जनन पड़ते हैं काइक प्रवर्धन पड़ते हैं तो वहां पर क्या होते हैं पौधे के काइक भाग आप किसी भी जड़ तनापति से एक नया पादप तैयार कर सकते हो या आप क्या कर रहे हैं यहां पर इसमें आपने देखा था जो संतति उत्ते वह क्लोन होती है तो अगर आप सेम ही आप पर संतति को उत्पन्न करना चाहते हो तो यहां पर अलैंगिक जनन के द्वारा सेम संतति हम बना सकते हैं तो इसके अलग महत्व है जैसे कि हमने कहा अलैंगिक जनन के महत्व की बात करें अ तो ऐसे पौदे जिनमें बीज का निर्माण नहीं होता है, वे केवल काइक प्रबर्धन के द्वारा ही जनन करते हैं, जैसे कि केला, गन्ना, अननास है ना, तो कुछ ऐसे पादब होंगे जो बीज नहीं बना रहे हैं, तो वो सीधा क्या करेंगे, बिना यहाँ पर बीज से ह अलाइंगिक जनन के द्वारा ठीक है इसको हम कहते कि अनिसेक जनन बिना अनिसेक चंद से ही संतती का निर्माण हो रहा है उसके बाद दूसरी बात करें कि ऐसे पौदें जिनके बीजों में अंकुरण छंता नहीं होती है तो उन्हें प्रवर्दन बहुत उपयोगी हो जाता है बहुत सारे पौदें बीज नहीं बनाते तो फिर वह कैसे अपनी संतती बनाएंगे क्योंकि उनके पास गुण है कि वह क्या कर सकता है अलाहिंगिक जरन कर सकता है कैसा लाइक जरन वह अपनी किसी भी काई भाग से एक नया पौधा बना सकते हैं तो यह लैंगिक जनन का महत्व है ठीक है यह उनके लिए बेनिफिट हो गया है कि अगर वह पादप बीच नहीं बना सकते फिर भी वह संतति बना सकते अपने पादप किसी भी अपने जड़ तना पति से नया पादप बग्यार कर सकते उसके बाद बात करें कि ऐसे पौधे जिनमें लैंगिक प्रजनन की सक्ति छीड़ होती है वह साधानाता काई प्रबढ़न के द्वारा ही जनन करते जैसे कि दूब घास तो बहुत सारे पादप है जो युगमक का निर्माण तो करते हैं लेकिन उनके कभी युगमक सल्लेत नहीं होते हैं तो आप वो कैसे अपनी संतती बनाएंगे वो क्या करेंगे वो काइक प्रवर्धन के द्वारा ही अपनी संतती का निर्माण करते हैं तो तब ही तो आपको दूब घास मिल रही है तो यहाँ पर काइक चनन यानिक एक प्रका ठीक है उसके अलावा क्या महत्व देखो यह जनन यहां जो का जो लेंगिक जनन है यह जनन एक तीज विदी है इसमें लेंगिक जनन की जो तूलना में कम समय लगता है आपको पड़ा है लेंगिक जनन में ज्यादा समय लगता है संतती के निर्माण में लेकिन अलेंगिक जनन के आप कोई से विदी उठा दो बहुत ही कम समय में यहां पर संतती का निर्माण हो जाता है ठीक है आलू की फसल यदि कल्ट द्वारा उगाई जाती है तो केवल तीन महीने में ही लग जाती है ठीक है जबकि बीज द्वारा 13 से 15 महीने लग जाते अगर आलू की फसल काइक प्रवर्दन द्वारा हो रही है तो वो तीन महीने में आपको प्राप्त हो जाएगी लेकिन अगर हम बीज की प्रक्रिया को अपनाएंगे तो वो 13 से 15 क्योंकि बीज का अंकुरण होगा फिर उस अगर कोई ऐसा छेतर है जहां पर क्या नहीं है जहां पर कुछ नहीं हो रहा है तो हम अगर वहां पर घास भी लगा देते हैं तो वो घास क्या करें काई जनन के द्वारा उस छेतर को हरा भरा कर देगी तो कहीं न कहीं अलैंगिक जनन का महत्व है न इसमें तो ये क्या है ये लाइक और शेयर जरूर करते रहना है ना शेयर करोगे तो ज्यादा सबको समझ में आएगा क्योंकि बहुत सारे बच्चे बाद में बोलते हैं हमें तो पता ही नहीं था क्लास का तुम्हें इसलिए पता नहीं था क्योंकि क्या है अगले क्वेश्चन कह रहा है कि चल बीजाड़ों और युगमनज में अंतर बताओ अब यहां पर मैं अंतर वाला आगे की चल विजानू किसे कहते हैं या कोशिश में आगे की युगमनच क्या होता है तो यहां से आपके तीन कोशिश कवर हो जाएंगे तो देखो चल विजानू कैसे होंगे जो चलनसील है और अगर युगमनच की बात करें तो युगमनच कौन सी संटर्चना होती है जो य चल बीजाणू एक गमनसील जो जूस फोर हम कहते हैं वह गमनसील सनर्चना है जबकि अगर युगमनच की बात करें तो वो ऐसा तो नहीं एक स्थान से दूसरे स्थान जा रहे हैं नहीं जाते हैं तो ये क्या है अगमनसील अथवा गमनसील हो सकते हैं कहीं पर गमनसील ह और वह भूड़ जैसे स्थिति में आकर कि फिर घरभासे में अंतर रुपित होता है तो वहां कहीं ना कहीं वह चलनसील बन रहा है चलनसील स्वयंत नहीं है वह चलनसील भी नहीं कहेंगे क्योंकि वह तो फिमरी की दौरा वो जो आपकी सीलिया प्रेजेंट है पेलोपियन ट फैल सकते हैं यानि कि जब ये चल रहे तो कहीं भी जा सकते हैं लेकिन अगर हम युगमनच की बात करते हैं तो ये जातर तर आगमन सिल होते हैं तो इसलिए दिखा है कि प्रक्रिणन में बहुत कम ही इनका योगदान रहता है यानि कि बहुत कम चांसेज है कि ये फैलेंगे जबकि अगर युगमनच की बात करें आपको पते कि ये लेंगिक जनन से बना उत्पाद है जब दो युगमक आपस में सनलाइत होते हैं तो तब जाकर के युगमनच का निर्मान होता है ठीक है अगर चल विचाणू की बात करें तो ये कैसी सन्रचना है अगुणी सन्रचना दूरित होता है यही पड़ा है तो यह क्या हो जाएंगे आपके इन में अंतर हो जाएंगे बताओ क्लियर हुई बात समझ में आ गया वेरी गुड़ अगले चले अगला घूश्य है यह क्या बोल रहा है युगमक ओदभित और भूर्ण उदभाव में अंतर बताओ क्या होता है युगमक ओदभित में और भूर्ण उदभित में अंतर युगमक ओदभित यहां पर युगमक निर्माण हो रहा है और भूर्ण उदभाव हो रहा है तो चलिए इसके बारे में जानते हैं अब ऐसा कुछ अन आगे तो कहां अटकोगे तो देखो युगमकोधभित का मतलब है युगमकोधभित यानि की युगमको का उदभाव यानि की युगमक का निर्माण तो यहां नी की युगमको के निर्माण की किरिया युगमकोधभित कहलाती है जबकि अगर भूर्ण उदभाव की बात करें तो भूर्ण की व जो नवीन व्यस्टी के उत्पन होने तक की किरिया होगी उसे हम क्या कहते हैं भूर्णोद भव कहते हैं क्लियर बात हो गई है अब बात करते हैं युग्मकोदवित की तो ये युग्मक का निर्मान कब होता है ये निसेचन से पूर्व होता है तो हमेशा ध्यान रखोगे कि तो यह क्या होगी निशेचन उपरांत यहां पर प्रवस्ता होती है क्लियर बात हो गई फिर आपने देखा युगमक होती है यहां इसमें क्या होंगे अगुणित युगमक होते है युगमक कैसे होते हैं अबेसा नर भी अगुणित होता है तो यह कैसे सन्रचन है अगुणित सन्रचन है जबकि अगर हम भूनों भाव की बात करेंगे तो आप देखोगे वो हमेशा जब युगमक सनलाइथ होंगे युगमनच बनेगा विभाजन हो युगमक दूही गुणे से संरचन है और वही आगे भूड़ का निर्माण कर रहा है तो यह कैसे यह दूही गुणे तो भूड़ उत्पन करता है कलियर बात है फिर देखो कि युगमक को यहां लैंगिक अंगों में होता है युगमक का निर्माण कैसे होगा ज निर्माण होता है चाहिए मादा की भी हमने बात करें तो यह क्या है या लेंगी कंगों में होता है जो भी युगमक निर्माण की किरिया होगी वह लेंगी कंगों में होती है लेकिन अगर भूर्णत भाव की बात करते तो भूर्ण कहां होता है चाहिए हमने पुष्पया बादपों में बड़ा या हमने मादाओं में पड़ा मानव में पड़ा तो भूर्णत भाव की किरिया मादा सरीर में हुई थी भूर्णत भाव की किरिया क्या होती है मादा के सरीर के भीतर होती है जबकि युगमको के नर मादा दोनों में होगी लेकिन उनके लेंगे गंगों में होती है कॉन्सिप क्लियर उसके बाद देखो कि युगमको दूध में इस क्रियास्ति पूर्व अथवा दौरान अट्व सूत्री विभाजन होता है बिल्कुल सही जब युगमको का निर्माण हो रहा था तो कौन सा विभाजन हो था पहले भी या दौरान भी अगर बात करें तो य� की बात करें तो इसमें आपने को कोई भी क्या देखा था अर्धुसूत्री विभाजन नहीं देखते हैं एक बार युगमनज बन गया फिर कोई अर्धुसूत्री विभाजन नहीं बाएं है ना सीधा क्या हो रहा है आपका सीधा संतति बन रही है उसमें विभाजन नहीं होता है तो मुझे बताओ क्या तुम्हें यह अंतर समझ में आया अंतर ऐसे हैं जो आप आपके दिमाग में यहां पर ऐसे क्वेश्चन जो आ गई तो वह भी आप कर पाओगे क्या इतनी बात फ्लिट है बताओ ठीक इतनी बहुत अक्षर देखो मैं अच्छी लगूं तो मैं और लगने लग जाऊंगी ठीक है तो मुझे मत देखना ठीक है तो अपनी क्वेश्चन पर देखना है क्लियर हां क्लियर क्या यह आपके कॉनसेप्ट को क्लियर कर रहा है ठीक है चलो यह बच्चे कोशिश नहीं देख रहे तो कोशिश अच्छे होने चाहिए यह देखो बहुत बच्चे चलो इतनी बात क्लियर वॉइस प्रॉब्लम तो नहीं है चलिए आ जाओ अगले क्वेश्चन में चलते अगले क्वेश्चन आपके स्क्रीन पर एक ऐसा क्वेश्चन जो एग्जाम में टकराता ही टकराता जैसे कि क्या है यहां पर अच् चनन क्या है और इसका क्या वहत्वा है ये गोशन को अपने दिमाग में रट करके जाओ किससे कुछ भी नहीं पढ़ा है तो पढ़ करके जरूर जाओ असंग चनन जब क्या होता है बिनानि सेचन से बीज का निर्माण होता है सिंपल अंसर है कि यहाँ पर क्या होगा बिनानि सेचन से बीज निर्माण की किरिया इससे हम क्या कहते है असंग जनन कहते हैं ठीक है थोड़ी सी हो रही होगी प्रॉबलम रुको इतनी बात क्लियर है बताओ जरा एक तो ये ठंडी है उपर से कपड़े रुको थोड़ा सा ठीक आप ठीक है आजाओ आ जा रही है, अब आ रही है, clear, अब ठीक है, ए भगबान, बताओ, clear है voice, हाँ, ठीक, अरे यहां तो मैं ही प्रेंका घुमारी मैं खुद अपने आपको देख रही हूं डीपी में मैं गहती हूं यह मेरी चीज़ी से कौन यहां पर मैसेज कर रहा है चलिए ठीक है सनम कह रहे है कि मेरा पड़ जाएगा लेट लगाएगा ठीक है आरम से बोलते सब्सक्राइब आ जाओ पढ़ने वाले बच्चे पढ़ो देखो असंग जनन क्या होता है जब क्या होगा बिना निसेचन से बीज का निर्माण हो जाता है तो इसे असंग जनन कहते हैं अब अगर अपने चैनल की बात करो तो कैसे होता है बिना यहां पर बिना ही निसेचन से बीच का निर्माण हो जाता है अ तो जो आपके बीजान की अंदर की कोशिकाई होती है जैसे हमने कहा जो बीच में आपकी दुरुव्या कोशिका है सहायक कोशिका है या वो अंड कोशिका क्यों ना है वो बिना निसेचन से सीधा युग्मनज बना देती है ठीक है और बिना बीच का निर्मान हो रहा है तो द सीधे ही वृद्धि करने वाले भूण के साथ बीज या नई व्यस्टि का निर्मान हो जाता है तो यहां पर जो मादल संरचना के अंदर जो भी संरचना होंगी वो विजान के अंदर उपस्थित वो सीधा बिना निसेचन के बीज में बन जाता है ठीक है अब इसके महत्वा क वक्ति बनाए रखने की छमता रखेगा जहां काई प्रजनन नहीं संभव है असंघ जनन अनुवांसिक रूप से नियंत्रित होता है असंघ जनन के लिए जीन का प्रवेश व पराग्रण को रोकना आवश्यक होता है असंघ जनन का महत्व कैसे होगा अगर किसी में यहां पर क्या नहीं हो रहा है यहां पर अगर किसी में बायचांस पराग्रण नहीं हो पाता है ठीक है या उसकी क्या होगी पूरोष सक्ति जो होगी वह कम होगी तो ऐसे जो पादप होंगे अजय को वह बिनान इसेचन के उनको कोई नर युगमक की जरवत नहीं है वह बिनान इसेचन से ही सीधा पादक का निर्माण कर लेते हैं तो यहां पर एक महत्वा आपका हो जाता है ऐसे पौदों में अगर असंग जनन होगा तो हमें उनकी संतती प्राप्त हो जाएगी क्लियर बात ह और मुलांकुर चोल में क्या अंतर होता है पड़ा भी होगा आपने है ना तो आप सभी को पता होना चाहिए परांकुर चोल क्या है मुलांकुर चोल नाम देखो परांकुर और मुलांकुर है ना मुलांकुर यानि कि जो मूल भाग होता है है ना जड़ का भाग होता है तो जो मूल यानि कि मूल की रक्षा करता है उसका जो आवरण होता है उसी को चोल कहते हैं तो मुलांकुर यानि कि यहां मुलांकुर का आवरण होता है यानि कि आपके क्या होंगे जैसे कि हम किसकी बात करें हम भूड की बात कर रहे हैं मानाबाद यह कोई क्या है दूई बीच पत्री भूड है ठीक है तो इस भूड में क्या है इसमें यह जो भाग है यह इसका कौन सा भाग है मुलांकुर भाग है ठीक है और यह ऊपर का क्या भाग है परांकुर भाग है आप सभी को पते जब यहां पर बीच होता है बीच के अंदर भूड होगा इसको बोगे तो मुलांकुर भाग से मूल का निर्माण होगा और परांकुर भाग से पर हो जो तना पत्ती वाला भागे उसका निर्माण होगा तो इनके सनरक्षन के लिए इनके उपर क्या होते आवरण उपस्थित होते तो अगर क्या आवरण यहाँ पर आप देखोगे इस मुलांकूर के उपर एक आवरण होता है ठीक है जिसे हम क्या कहते है यहाँ पर इसको मुलांकूर चोल कहते है चोल यानि कि आवरण हम इसको कहते है क्लियर बात है और परांकूर की रक्षा करने पर इसके उपर चोल होता है तो यह क्या कहलाता है आपका परांकूर चोल पर चोल याद रखने यह क्या होता है आवरण होता है तो मुलांकुर का आवरण आपका मुलांकुर चोल परांकुर का आवरण क्या होता है आपका जो कि छोटी पत्यों का बना होगा वो परांकुर चोल होगा यह क्या करता है उसके उपर उपस्तीत है तो परांकुर को क्या क अगला कोशिन क्या है? ऐसे कोशिन ध्यान दो, क्या बोल रहा है? कि अन्त प्रजक प्राणियों की संतानों का उत्तर जीवन, यानि कि जो सर्वाइवल होगा, सजीव प्रजक प्राणियों की तूलदा में अधिक जोखिम पूर्ण युक्त होता है, क्यों व्याख्या करें? यानि कि जो अंडे में संतती होती है ठीक है यह अंडे के अंदर है और यह बाहर यानि कि यह सजीप प्रजक की संतती है तो यहां पर इसको क्यों बोला गया कि यहां पर जो अंड प्रजक होते हैं इनका जो सर्वाइवर रेट होगा वो जादा होगा यह बड़ी खतरनाक हो स मादा सरीर के बाहर एक कैल्सियम कवज के अंदर विकसित होती है यह बताया आपको एक क्या होती है कैल्सियम कवज के अंदर उपस्तित होती है जबकि अगर सजी प्रज़क की बात करें जिसे हम विभि पैरस कहते हैं कि प्राणियों की संताने मादा सरीर के अंदर विकसित होती है क्लियर बात है अब देखो अब मादा सरीर के अंदर क्या हो रहा है यह प्रयाप्त विकास के लिए सुनिक्षित यहां पर इनको पोषण के साथ ज्यादा सुरक्षा आवरण मिल रहा है जो कि माधा सरीर के अंदर है जबकि अंडप्रज्जक की बात करें क्योंकि वह सरीर से बाहर है उसके ऊपर एक कैल्सियम का कवज है तो कहीं ना कहीं इस कैल्सियम के कवज के टूटने के ज्यादा चांसेस होंगे है इसमें ज्यादा हम क्या देख रहे हैं कि यहां पर क्या होगा प्रज्जक जो होंगे उसमें ऐसा नहीं है और इन्हें क्या होगा संतानिक पर पोषण युक्त होती है ज्यादा पोषण भी नहीं मिल रहा है तो इसलिए क्या है सजीप प्रज्जक प्राणियों की तूलना में जो अंड प्रजक की जातिया है या अंड प्रजक जीवों की संतती जादा खतरे में रहती है क्योंकि कैलसियम के आवरण की केवल सुरक्षा मिल रही है लेकिन सजीव प्रजक में उसको मादा के सरीर के अंदर पूरी सुरक्षा मिल रही है वहाँ उसको किसी प्रकार की हानी आपके लिए इंपोर्टेंट एंड सीक्यू क्वेश्चन लाइफ है तो बहुत सारे बच्चों ने कहा मैं इतनी कठीन क्वेश्चन है आपके लिए इंपोर्टेंट एंड सीक्यू क्वेश्चन लाइफ है तो बहुत सारे बच्चों ने कहा मैं इतनी कठीन क्वेश्चन है उन्हें वह कठीन लगे अब आपको पता है कि अगर बिहार बोल का अभी आपने देखा था 2000 आज वह अभी 25 का आपका पेपर आया था तो उसमें भी कई सारे ऐसे क्वेश्चन से जो नहीं पूछे गए थे है तो हमें क्या करना है अपने को उस तरीके से अपने कॉन्सेप्ट बेच जो क्वेश्चन है उस तरीके से भी तैयार रखना है और ऐसे क्वेश्चन के लिए भी तैयार रखना है कि अगर वह उसके आसपास से कॉन्सेप्ट के आसपास से क्वेश्चन पूछे उसके लिए भी तैयार रखना है ठीक है तो डरना नहीं है अपने आपको तैयार रखो रेगुलर क्लास लोगे तो सब अ आपको समझ में आ जाएगा बस यह है कि रेगुलरिटी रखनी है ठीक है तो ऐसा ध्यान नहीं रखने की बहुत कठीन है कुछ कठीन नहीं है जब तक आप क्लासेस रेगुलर ले रहे हो अपडेट रहते हो तो सब कुछ आपको आ जाता है ठीक है तो ऐसे प्रोशेंस देखिए कभी डरना मत कि हमने यह नहीं पढ़ा आप क्लास पढ़ो ठीक है पूरा स्लेबस आपका यूट्यूब पर अभी टाइम है आप वहां पर खत्म भी कर सकते हो ठीक है और जो लास्ट के चैप्टर उनकी बल्कि वन शॉट वीडियो भी है आप वहां पर वह भी पढ़ सकते हो अ और बहुत कम टाइम पर अपना syllabus complete करो उसके बाद भी अगर आप jump करके questions में आते हो तो आपका बहुत अच्छे से आपका exam जाएगा biological ये मैं guarantee देती हूँ लेकिन बस यही हो जाते कि थोड़ा सा भैना तो आपको करनी पड़ेगी ये जो एक महीना आपके पास है इसमें अपन और आप रभाविता में अंतर बताओ प्रभाविता और आप रभाविता में क्या अंतर है ठीक है तो चलिए देख लेते हैं आपको प्रभाविता तो पड़ा है प्रभाविता की बात पता है प्रभाविता क्या होगी जब युग्म विकल्पी अपने प्रभाव को प्रदशित कर रहा है यानी कि वह युग्म विकल्पी जीन जो अपने आपको प्रदशित करता है प्रभावित क्या लाता है यानी कि डॉमिनेंट जो होता है क्लियर या डॉमिनेंट हम जिसे कह रहे हैं क्लियर जबकि आप रभावी यानि कि रिसेसिव की हम बात कर रहे हैं तो इसका मतलब वहां जीन जिनके लक्षण प्रभावी की उपस्थिती में छुप जाते हैं ये भी लिखना है कि ये प्रभावी की उपस्थिती में छुप जाते हैं अपने आपको प्रकट नहीं कर पाते हैं त आपको पता है कि आप रभावी लक्षण प्रथम पीड़ी में अपने आपको छुपा देते हैं और यह कब प्रकट होंगे यह दूत्य संतति पीड़ी में ही प्रद्ध यहां पर प्रदशित होंगे इन्हें हम क्या कहते हैं आप रभावी कहते हैं तो अगर अंतर आगे तो आप बहुत अच्छे से कर सकते हैं तो भी आप इनके पॉइंट्स लिखकर के लिख सकते हो ठीक है अगला क्वेश्चन क्या है सम युगमजी और विशम युगमजी में अंतर बताईए, सम युगमजी और विशम युगमजी, अगर क्या है, यहाँ पर युगमकों की आकरिती समान है, तो वो सम युगमजी, क्लियर, और अगर विशम युगमजी, यानि कि अगर युगमकों की जो आकरिती है, शेप है, प्रारूप के लिए जब दोनों युग्म विकल्पी एक समान प्रकार के होते हैं तो वो सम युग्म की कहलाते हैं जैसे कि हम कह रहे कि capital T दोनों लक्षण क्या है capital T P capital T के दोनों विकल्प है वो कैसे समान है क्लियर तो ये सम युग्म की हो गया और विशम में जब दोनों युग्म विकल्पी असमान प्रकार के होंगे तो विशम युग्म ली जैसे capital T small t तो ये क्या हो गया विशम युग्म की हो गया उसके बाद सम युग्म की में कि पराग्रण किरिया में संतति के जीन प्रारूप वह लक्षण प्रारूप समान होते हैं यानि कि जैसे को कैपिटल टी कैपिटल टी है तो यह क्या है आपका लंबा पौधा है तो हम देखें कि पराग्रण किरिया में संतति के जीने की प्रारूप और लक्षण कैसे होंगे समान होंगे जब कि अगर इसकी बात करें जीन प्रारूप के तीन ठीक है जीन प्रारूप के तीन लक्षण वह प्रारूप दो या तीन प्रकार के हो सकते हैं इसके अगर प्रारूप की बात करें तो इसके प्रारूप आपके अलग-अलग होता है कैपिटल टी स्मॉल टी और अजय को इसको हम लंबा पौधा कह रहे हैं, तो इसके जो प्रारूप होंगे, लक्षण होंगे, वो आपकी अलग-अलग हो सकते हैं, जैसे हमने क्या देखा, अगर हम देख रहे हैं, हमने त्वचा का रंग लिया था, तो यहाँ पर क्या हो सकते हैं, capital A, small a, capital B, small b, या फिर small c, तो इनके लक्षण भी क्या होंगे, दो या दो से अधिक या तीन भी हो सकते हैं, क्लियर बात है, तो ये विशम युगमजी होते हैं, क्लियर, चलिए, आगे चलते हैं अगले कोशिशन में, अगले कोशिशन, बहुत इंपोर्टेंट, बीच की महत्व को बताईए, बीच का महत्व कई बार कोशिशन पूछा गया है, तो ये यहाँ पर बात करते हैं, बीच की महत्व की, कि इसके answer को आप चाहे तो points में भी लिख सकते हो, और चाहो तो आप इस तरीके से भी यहाँ पर याद कर सकते हो तो बीज का महत्वा सबसे पहले बीज से क्या बनता आगे चलके संतती बनती आप बीज बोते हो तो एक पौधा निकलता है ना तो यहाँ पर नई संतती का जो निर्माण हो रहा है तो बीजों के अंकुरण से ही नई संतती का निर्माण होता है दूसरा पॉइंट होता है विभिनताई बीज क्या करते है विभिनताई देगा उत्पन होंगे अतहां इनमें क्या होगा अनुवांसिक पुनर संयोजन की कारण बहुत से विभिन्ताएं भी उत्पन होगी और यहां विभिन्ताएं इन बीजों को प्रतिकूल प्रावरण्य परिस्थिती में जीवित रखने के लिए भी संगर्ष में महत्व प्रदान करता जीवन किरिया में उत्पन होने वाली अती नाजुक भाग भूण को सुरक्षित रखते हैं तो जो आपका बीज होता है वो कैसा होता है भूण के बाहर होता है तो हम कह सकते हैं कि बीज क्या करते हैं भूण को सुरक्षित रखते हैं और क्या पॉइंट हो सकते हैं बीज के ल तक कि वह प्रकार संस्लेशन प्रक्रिया के योग्या नहीं हो जाता है तो भूड़ को यहां पर कौन जो बीच होता उसके अंदर भूड़ पोस होता है तो भूड़ के परिवर्दन के लिए भूड़ पोस जो बीच के अंदर है वही क्या कर रहा है उसको पोषर दे रहा है तो यह लास्ट तक जब तक पादप एक नए पादप का निर्माण यह प्रकार संस्लेशन नहीं कर पाता है तब वह बीच क्या कर रहा है बोजन संग्रहाण का काम करके पादप भोजन दे रहा है इसके अलावा चिरिस्थाई होते हैं यानि कि चिर स्थिरता होती है कैसे बीच क्या एक भविषय के पादप को प्रतिकूल परिस्थिति में हानि नहीं पहुंचाने देता है क्योंकि इस पर भूण को सुरक्षित रखने के लिए कठोर कवज होता है और भूण सुप्त और अक्रियसील आवस्ता में होता है तो जब तक बीच को प्रतिकूल वातवरण है जब तक उसके पास तब तक भी जमकूरित नहीं रहेगा वह सब्सक्राइब सुरक्षित रहते हैं क्योंकि वह प्रसुप्ति आवस्ता में रहेगा अ लेकिन जैसे आप कितने भी लंबे समय तक बीच को सुरक्षित रख सकते हो वह चिरस्थाई होता है ठीक है और जैसे उसको पूर्ण मिलेगा पानी दोगे उसको पोषण दोगे तो वह बीच अपनी प्रशुप्ति अवस्ता को तोड़ देता है और एक पादप निर्माण करेगा तो क्या होती है उसकी चिरस्थरता आपकी होती है बीच में आप जब तक चाहूं उसको रख सकते हो ठीक है उसके अलावा प्रकृण प्रक्रिणन्ग यानि की फैला है ना तो बीजों का वायू, जल, पक्षी, जन्तु आदि द्वारा प्रक्रिणन्ग बड़ी आसानी से किया जाता है और इससे प्रजातियों के फैलने और नई छेतरों में सामोईक तोर पर उगने में साहिता मिलती है तो यानि की बीज क्या ह और जहां बीज गिरेंगे वहां क्या होगा एक नया पादब बन जाता है तो ये क्या होंगे आपके बीज के महत्म होते हैं क्या आपको क्लियर हो गया है बताओ ठीक है और क्या है और भी इसमें पॉइंट है कि इसमें आश्रित प्रकरम होता है यानि बीज निर्मार परागरण और मिसेचन पर निर्भर करता है जिनके लिए जल की इतनी आश्रित नहीं होती है तो बीज को यहाँ पर जल की इतनी आश्रित नहीं है बीज यहाँ पर क्या करेगा बस परागरण होना चाहिए नर्शन रचना आ गई तो आगे क्या होगा आगे जो भी प्रोसेस हो जाएगी तो बीज को केवल पराग्रण और निसेचन के आउशक्ता बाकी किसी के आउशक्ता नहीं है ठीक है कृषी में महत्वा होता है यानि कि बीजों की खात्य प्रकर्ति और अनुकुरण तो बीजों में आपने देखा कृषि छेत्र में बीजों का बहुत ज्यादा महत्व है इससे हम अपनी खात्य उत्पादन को भी बढ़ा रहे हैं उसके अलावा स्थिरता यानि कि बीज उच्छ स्रेणी पादपों के गुणन का माध्यम है और यहां पादप को सूखने एवं तो बताओ इतनी बात क्लियर हो गई है हाँ बिलकुल house full अब है आप लोग कर सकते हो तैयारी है न questions तो आपके same ही है लगबग तो तैयारी कर सकते हो अब NCRT आपसे पूछी जाती है बताओ क्लियर हो इतनी बात आँ बताओ आया समझ में आनू पुरिय छटवे चाप्टर का भी one shot जल्दी आएगा ठीके चलिए चिंता मत करो वन शौट के तुमारी क्लास ऐसे ख़दम करा दिगे हम ठीक है बड़ी सी मेरथन ले करके सारे चैप्टर एक साथ सुई ख़ताओ चलो चलिए चलो चले आगे चलते हैं आगे अगला कुशिन क्या है अगला कुशिन है ये कुशिन भी आपने अपने एक्जाम में देखा होगा एकल संकर और दूई संकर क्रॉस में अंतर बताओ कितने बच्चे कर सकते हैं पहले तो कॉमेंट में बताओ हमने अभी पिछली बार वन शॉट में कम्प्लीट करा चैप्टर कर सकते हो कि चला कॉमेंट करके बताओ कि हां मैं हम कर सकते हैं कोशिश कर सकते हैं ना हां वेरी गुड देखो यह टाइम आपका केवल पढ़ने का तो इधर उधर की बातें बिल्कुल मत करो क्योंकि यह टाइम वह आपका गोल्डन टाइम हम से कह सकते जितना हो सके अपने आपको निखारो इस टाइम पर अभी तक कुछ नहीं पड़ा पढ़ो ठीक है क्योंकि पर एग्जाम का चार दिन बचेगा आप ही लोग होंगे कास हमें एक और दिन मिल जाता तो वह कास के चक्कर में मत रहो ठीक जितना टाइम अभी मिल रहा उसको अच्छे से यूज करो वेरी गुड बहुत अच्छे बच्चे हैं कर सकते तो बहुत अच्छी बात है एकन संकर और दूई संकर क्रॉस जब हम दो जोड़ी विपरियासी लक्षणों के मध्या में संकरन कराते हैं, तो इसको दूई संकर क्रॉस कहते हैं, ठीक है, तो चलो अब इसमें अंतर कैसे लिखना है, क्योंकि दो नंबर में आ गया तो थोड़ा और जादा लिखेंगे, ठीक है, तो देखो एकल संकर क्रॉस की अगर हम बात कर रहे हैं, ठीक है, तो देखो एक जोड़ी विपरीत लक्षणों को लेकर उनमें क्रॉस कराया जाता एकल संकर क्रॉस में, और दूई संकर क्र क्रॉस कराया जाता है इसको दूरी संकर क्रॉस कहते फिर आग्या एकल संकर क्रॉस में एक जोड़ी युग्व विकल्पी की बंसागती के अध्यन में सहायक होता है यानि कि हम इसको लिख सकते हैं कि इसमें एक जीन की बंसागती होती है एक जोड़ी लक्षण की बंसागती ह जिनकी वंसाकति कराते हैं ठीक है उसके अलावा देखो एकर संकर में लक्षण प्रारूप का अनुपात एफ टू पीडी में कितना था तीन अनुपात एक था हमने प्रभाविता का नियम देखा था ना तो उसमें पीनो टाइप क्या था तीन अनुपात एक था जबकि दूसरी संकर क्रॉस में हम दो चोड़ी विपरियासी लक्षण को लेकर संकरण कर रहे हैं तो इसका पीनो टाइप क्या जाता था आपका यहां पर नौ अनुपात तीन अनुपात एक आ जाता है चाहो तो आप उसकी जीनी संगुशना लिख सकते हो कि इसका जीनी प्रारूप एक अनुपात तीन अनुपात एक अनुपात दो अनुपात एक था और इसका क्या था आपका इसका तो पूरा निकालना पड़ते तो एक अनुपात दो अनुपात चार एक दो एक यह तरीके से यह निकल जाता है ठीक है इसमें आप एग्जांपल में लिख सकते हो कि इसका पालन कौन कर रहा है प्रभाविता का नियम कर रहा है तो यह भी आपका क्या बन जाएगा प्रभाविता का नियम ही तो इसका पालन करता था एकल संकर क्रॉस में प्रभाविता के नियम में हम कराते थे एक जिन की बन सकती और विद्वी संकर क्रॉस आपका क्या है स्वतंत रपूहन का नियम इसका पालन कर रहा है ना स्वतंत रपूहन के नियम यहाँ पर इसमें हम लगाते हैं क्या विशंग कर सकते हैं दोनों में अंतर कर सकते हो कर सकते ठीक है चलो अब अगला क्वेश्चन देखते हैं अगला क्वेश्चन आपकी स्क्रीन पर यह रहा कि अगला क्वेश्चन क्या है यह क्वेश्चन में बहुत बार देखा होगा है ना सक्रिया प्रतिरक्षा और निश्क्रिया प्रतिरक्षा में अंतर बताओ सक्रिया प्रतिरक्षा आपकी बॉडी में खुद ही बन रही है ठीक है क्लियर और निश्क्रिया प्रतिरक्षा को हम यहां पर डाल रहे आपकी बॉडी में है ठीक है अब देखो पहले अंतर काफी बार क्षेन आपने देखा होगा ठीक चलिए आओ जरब क्या है सबसे पहले सक्रिय प्रतिरक्षा की बात करें तो यहाँ पर यह एक व्यक्ति में संक्रमन या टीके के द्वारा स्वायं उत्पन होती है समझ में आ गया यह हम किसी व्यक् जबकि निश्क्रिया प्रतिरक्षण में इसमें कोई पूर्व निर्मित प्रतिरक्षी का उपयोग किया जाता है यानि कि हम किसी पहले से निर्मित कोई टीका होगा उसको क्या करें किसी मनुष्य को लगा रहे हैं तो तक हमने क्या करें उसकी बॉडी में प्रतिरक्षी डे� तो यह धीमी गति से कार्य करेगा क्योंकि प्रारंव में इनकी संख्या क्या होगी धीरी कम होती है धीरे-धीरे डेपलब हो रहा है तो शुरू में कम होती है ठीक है जबकि निष्क्रिया तुरंत काम करेगा यानि कि अधिक मात्रा पूर्व निर्मित प्रतिरक्षियों के उपयोग के कारण यह त्वरित गति से होती है क्योंकि पहले से निर्मित है तो तुरंत लोग तो तुरंत ही उसकी बॉडी में वह प्रतिरक्षी पहुंच चुकी है शक्रिय निर्मित प्रतिरक्षण की बात करें तो यह समझ संपूर्ण जीवन काल में काम करती है एक बार प्रतिरक्षी बन गई तो संपूर्ण जीवन काल में यह काम कर रही है जबकि एक निश्चित समय के लिए ही यह प्रतिरक्षा उत्पन करती है कौन निश्क्रिय प्रतिरक्षण एक निश्चित समय तक काम करेगी फिर सक्रिय प्रतिरक्षण की बात करें तो यहां हानी रहित होती है क्योंकि इससे कोई भी पार्श्य प्रभाव नहीं पड़ता है तो यह सक्रिय प्रतिरक्षण हानी होगा हानी नहीं होगी से अ कोई इसका साइड एफेक्ट नहीं होगा लेकिन अगर आप बाहर से कोई प्रतिरक्षी प्रवेश कर आ रहे हैं वह सरीर में तो कहीं ना कहीं इसके कोई ना कोई साइड एफेक्ट दिखाए देंगे और यहां पर यह क्या हो सकती है थानी कारग हानी कारग भी हो सकती है ठीक है उसके बाद सक्रिय प्रतिरक्षण की बात करें तो यह मात्र से बच्चे को प्राप्त नहीं होती है मात्र से बच्चे को प्राप्त नहीं हो रही है जबकि यह मात्र से बच्चे द्वारा कहां आएगी कि मच्चे द्वारा या फिर यह उल्टा हो जाएगा है यह इसका हो जाएगा सक्रिया में यह इसका हो जाएगा तो यह प्लेसेंटा के द्वारा पार हो रहा है लेकिन निष्क्रिया प्रतिरक्षा प्लेसेंटा के द्वारा पार नहीं होता है तो बताओ इतनी बात क्लियर हो गई है क्लियर समझ में आ गया आप अगर इतने चार-चार अंतर भी लिखोगे बहुत अच्छे से आपको यहां पर नंबर मिल जाएंगे ठीक है अब मैं बताऊं इसमें भी आपके तीन क्वेश्चन कवर हुए एक अंतर बताओ या फिर अगर टिपनी आ गई आपको कि सक्रिया प्रतिरक्षण क्या होता है या निश्क्रिया प्रतिरक्षण में अकेली टिपनी आई तो आप ये सारे पॉइंट्स लिख करके अपने एक आंसर को बना सकते हो बताओ हुए न एक के साथ में आपको तीन कोशिशन कबर कर रहे हैं है न तो ये इस तरीके से आपने करना है क्या याद चलो जाते एक बहुती अच्छा कोशिशन ये कोशिशन भी कई बार प्रयावरण वाली यूनिट से पूछा जाते हैं अंतर बताओ है न खाती श्रिंखला और खाद्य जाल में अंतर बताना है खाद्य श्रिंखला खाद्य जाल में क्या अंतर होता है अगर हम खाद्य श्रिंखला की बात कर रहे हैं तो यहाँ पर खाद्य श्रिंखला क्या है कि एक पोषी स्तर से दूसरी पोषी स्तर फिर उससे तीसरी यानि कि यह क्या है आपकी यहाँ पर उत्पादक फिर उभोगता फिर आपके अपगटक इस तरीके से लेकिन आपकी खाद्य जाल क्या होता है जब बहुत सारी खाद्य श्रिंखला क्या होती है एक श्रिंखला यह तो एक जीव है उस पर दूसरा जीव निर्बर है उस पर तीसरा जीव निर्बर है लेकिन यह खादिय जाल क्या है जब अलग आपके क्या होंगे यहाँ पर एक ही खादिय श्रिंखला से बहुत सारी खादिय एक क्रम में एक रूप में होता है यानि कि उत्पादक में एनर्जी उभोगता में एनर्जी ठीक है प्रात्मिक दुत्या तिर्ता एक क्रम में हो रहा है लेकिन अगर हम बात करेंगे खाद्य जाल क्योंकि यहां पर एक ही खाद्य श्रिंखला से ना जाने कितने सारी खाद्य वह हर जगह हो रहा है हर खाद्य श्रिंखला में उड़जा का प्रभा हो रहा है ठीक है उसके बाद खाद्य श्रिंखला यह एक जीव केवल एक स्तर या अवस्था में बनाई जाते इसमें मैंने कहा ना एक जीव एक स्तर में बन रहा है लेकिन खाद्य जाल की जब बात करेंगे यह एक जीव से एक से ज्यादा अवस्था बनाई रख सकता है यानि कि एक से क्या है कई सारी खाद्य श्रिंखला बन रही है तो यह खाद्य जाल कहलाती है ठीक है उसके बाद खाद्य श्रिंखला में इसमें उडजा के प्रभाग की आसानी से गर्ण की जा सकती है, हम आसानी से बता सकते हैं कि उडजा का प्रभाग उत्पादक पे फिर उपभोकता में फिर आप घटक इस तरीके से हो रहे हैं, क्योंकि एक ही आपको पढ़नी है, लेकिन खाद्य जाल में आप क्या देखोगे, इसमे उसके बाद खाद्य श्रिंखला में कि इसमें जीवों में समान पोषक स्तर पर तीमी प्रतिस्पर्दा होती है तो एक ही श्रिंखला के बारे में पढ़े तो यहाँ पर प्रतिस्पर्दा उत्पादा को बोगता खाएगा फिर प्रात्मी को बोगता दुत्या को बोगता इस तरीके से हम क्या कर रहे हैं प्रतिस्पर्दा आपस में ही होगी समान पोषक स्तर पर लेकिन यहाँ पर तो एक स तो यह आपका दोनों का दोनों खाद्या श्रिंखला खाद्या जात दोनों का दोना आपका क्लियर हो गया बताओ समझ में आ गया कर सकते हो तो कॉमेंट करके बताओ कर सकते हैं हाँ देखो अभी भी कुछ महान बच्चे होते हैं पढ़ना लिखना है नहीं नोने गपे लगा छोटू आ रही है शॉर्टकट ढूंढ रहे हैं, मैम इतना ही पढ़ने से हम बास हो जाएंगे, पढ़ना तो बहुत कुछ है, वो वाले बच्चे आएंगे आप कुछ टाइम बाद, जब आपके एग्जाम कब आएंगे, 28, 29 जेनवरी आएगा तब वो वाले बच्चे रहें चलो कर सकते बहुत अच्छी बात है बहुत अच्छी आगे ठीक है चलो ठीक है तो वह एक दिन वाले मत रहो क्योंकि अभी आपके पास बहुत ज्यादा टाइम है तो पढ़ लो अभी टाइम सही है ठीक है चलो वह कहने में होता अच्छा कि एक दिन में पूरा स्लेवन कैसे कंप्लीट करें कर भी लोगे ठीक है लेकिन आगे भी तो आगे भी सोचो अपना अच्छा चलो आज आप जरा सहज और जन्मजात प्रतिरक्षा और अर्जित प्रतिरक्षा में आपको अंतर बताना है सहज और कौन सा वाला अर्जित है सहज आपको पता है कि जन्म से ही प्राप्त होता है माता से प्राप्त होता है ना सॉरी हां ठीक है और अगर उपारजित या अरजित की बात करें तो यह कैसा होता है अरजित यानि कि जब आप रोगाणों के संपर्क में आओगे तब यह आपको प्राप्त होता है क्लियर बात है ठीक तो चलो जरा देखो आओ क्या अंतर है इन दोनों में आ जाओ यह प्रतिरक्षा जन्म के साथ ही प्राप्त हो जाता है जन्म के साथ ही प्राप्त हो रहा है जबकि अर्जित जन्म के पश्चार जब आप क्या होंगे रोगान के संपर्ग में आएंगे जब रोगान आपके सरीर में प्रवेश करेगा उसके ऊपर आपके सरीर प्रतिरक्षी कोशिकाएं बनाता है तो इसलिए हम इसको अर्जित आपने उपारजित किया इसको तो इसलिए हम इसको अर्जित कहते हैं क्लियर बात है उसके बाद तहच की बात करें तो यह क्या होते वंसानुगत होते हमने कार माता से हमें प्राप्त हो रहे हैं पहले से जन्म से पहले से प्राप्त तो वंसानुगत है जबकि अर्जित क्या वंसानुगत नहीं है रोगाण जब सरीर में प्रवेश करेगा उसके खिलाफ बनेगा क्लियर बात है अगर बात करें तो इसे संक्रमण या किसी अन्य तरीके से प्राप्त नहीं किया जाता तो इसको हम पहले जब बैक्टीरिया आपके सरीर में आया तब आपके एकदम से तुछा बन गई ऐसा नहीं बना बच्चमन से आपके पास तुछा है जब से पैदा हो रहे के तब से आपके पास तुछा है तो ये क्या है आपको जन्म से ही प्राप्त है क्लियर लेकिन अगर बात करते है अरचित वाले की तो इसे संक्रमण या टीको से विकसित किया जाता है यह जन्म की बाद बहुत सारी आपकी बॉडी में प्रतिरक्षी कोशिकाई डेप्लव भी तो वह क्या हो जाती है आपकी अर्जित प्रतिरक्षा में आ जाती है क्लियर कर सकते हो दोनों में डिफरेंस और भी अंतर जो मैंने क्लास में पढ़ाये हैं आपको कि यह क्या होती है विशिष्ट होती है क्लियर बात है इसके अलावा इनकी कोई क्या नहीं होगी स्मृति नहीं होती है क्लियर इनकी कोई स्मृति नहीं होती है जबकि अगर इनकी बात करें तो इनकी क्या होती है स्मृति क्या होती है यहाँ पर बहुत लंबी होती है जीवन परियंत आपके स्म और या तो यह क्या पूछा जाएगा आपका उतक संवर्धन या सूक्ष्म प्रवर्धन के रूप में इस तरीके से कोशिश पूछा जाता है तो यहां पर कोशिश है कि सूक्ष्म प्रवर्धन द्वारा पादपों के उतपादन के मुख्य लाव लिखे तो कि उतक संवर्दन में हम क्या करते हैं बहुत ही अनुसार संवर्दन सूक्षम प्रवर्दन नहीं कि हमने पादप लिया हमने क्या कर रहा है उसका एक भाग लिया और उस भाग से हमने क्या कर दे कई सारे पादपों का निर्माण कर दिया तो यह क्या कर दिया आपने बहुत ही कम समय में क्या कर दिया चोटे-चोटे पादप बना दिया तो इसको हमने सूक्षम प्रवर्धन कहा अब इसका महत्व क्या होता है तो महत्व हमेशा अच्छे से याद रखोगे कि सबसे पहले कम लो अधिक से अधिक पादपों का निर्माड कर दिया, आपने एक छोटे से टुकड़े से कई सारे पादप बहुत कम समय में बना दिया, एक ब्लाब ये रहा, ठीक है, दुर्लव प्रजातियों के पादपों की संख्या में वृदी करी, मानाबाद कोई ऐसा पादप है जो बहु कि प्राकृतिक रूप से जिन पादपों के विकास में बाधाएं आती है उन्हें हम सुख्षम प्रवर्धन द्वारा दूर कर सकते हैं माना बात कोई ऐसे पादप है जो प्राकृतिक जो वातवरण है या किसी रूप से वो नहीं उप पा रहे हैं नहीं संतती बन पा रही है तो हम ऐसे पादपों को उतक संवर्धन का प्रियोग करके हम क्या कर सकते हैं उसकी कई सारे हम यहाँ पर पादपों का निर्माण कर सकत बहुत गुणन किया जा सकता तो जो भी आर्थिक रूप से महत्व आप यानि कि जिनसे आप पैसे कमा सकते हो आर्थिक रूप से बहुत महत्वपूर्ण पादप है आप उनकी बहुत सारी संख्या बना करके इस सूख्षम प्रवर्धन के द्वारा लाभ कमा सकते हो तो क्या आपको समझ में आ गए कि कितने सारे लाभ होते हैं इसके बता क्लियर बात है आयं समझ में ठीक है बहुत अच्छी बात है ठीक है चलो आओ अगली क्वेश्चन की ओर बढ़ते अगला क्वेश्चन आ जाओ जरा क्या बोला उर्दू बढ़ती पिरामिंड और अधू बढ़ती पिरामिंड में अंतर बताओ कि कितने बच्चों को समझ में आए पहले कमेंट में मुझे यह बताओ चरव उर्दवधि पिरामिंड और अधोवधि पिरामिंड में क्या अंतर है क्वेश्चन कैसे समझ में आए अब इसको आप कैसे ले सकते हैं तो क्या पता आपको यह आए क्वेश्चन में समझ में बता पूछते हो फिर में टॉस क्वेश्चन भी बताओ क्वेश्चन आए अ नहीं आया, महान बच्चो नहीं आया, कोई बात नहीं, अब समझो, ठीक है, देखो उर्दु वर्ती, उर्दु वर्ती यानि कि उर्दु यानि कि उपर, यानि कि पिरामिंड तो आपको पता है न, पिरामिंड बनता था, हम किसका, जैबहर का पिरामिंड बनाते, ज उर्दोबर्ति पिरामिंड कहते हैं जो सीधा बनता हमेशा क्लियर जबकि अधोबर्ति पिरामिंड यानि कि जो पिरामिंड कैसा बनेगा उल्टा बनेगा है ना यानि कि इस तरीके से अधोबर्ति यानि कि उसका सिरा नीचे की ओर हो रहा है ठीक अब जी बताओ अब समझ में आया कोशन समझ में हां ना सतत नहीं था सतत असतत तो ऐसे कहनी सकते इसमें ठीक है सतत तो स्रिंखलाई आ जाती है आपकी डीएने की ठीक यहां पर आप समझ में आ गया वेरी गुड अब तुम्हें खुद आंसर बताओगे कि सीधा पिरामिंड किसका हमेशा बनता है यानि कि यहां पर उर्दवानी की सीधा पता है इस प्रकार के पिरामिंड में उत्पादपों की संख्या ज्यादा होती है हमने देखा था ना यहां पर जो आपके क्या होते हैं यह भगवान चल क्यों नहीं रही है यहाँ पर आपने क्या देखा कि जो आपके अरे जिद्दी यह कहां टागिया ठीक है यहाँ पर क्या होगी आपके जो उत्पादक होंगे वो ज्यादा होंगे फिर उसके बाद आपके प्रात्मिक उभोगता होंगे फिर आपके दुत्यक होंगे फिर आपके क्या होंगे तिर फिर तिर्तेक उपभोगता इस तरीके से आपका पोशर इस तर होता है तो देखो उर्दवर्ती की बात करेंगे तो इस प्रकार की पिरामिन में उत्पादपों की संख्या जो उत्पादपों होंगे उनकी संख्या जादा होगी जबकि अगर यहाँ पर उत्पादपों की संख्या देखो कितनी कम है तो यहाँ पर सबसे कम आपके उत्पादप होते हैं फिर देखो यहाँ पर जो उर्दवर्ती पिरामिन है इसमें उपभोगताओं की संख्या निरंतर कम होती जाती है तो पिरामिन देखो ऐसे उपर जाते कम हो रहा है देखो उत्पादक की सबसे ज़्यादा फिर प्रात्मिक की फिर धीरे कम हो रही है तो यहां पर जब आप उत्पादक से आगे बढ़ रहे हो तो वहां पर संख्या क्या हो रही है कम होती जा रही है लेकिन ये ठीक इसका उल्टा किसमें देखो उपभोकता की संख्या तो हमेशा ध्यान रखोगे उडजा का पिरामिंड हमेशा क्या होगा सीधा होगा जैसा पिरामिंड होता है वैसा ही सीधा हमेशा उडजा का पिरामिंड होगा तो उडजा का पिरामिंड आपका उर्धवर्ती पिरामिंड होता है क्लियर जबकि अगर अधोवर्ती की बात करें तो अधोवर्ती में पिरामिंड किसका होगा संख्या और जैव भार का पिरामिंड आपके कैसे होते है उल्टे भी होते है तो ये आपके क्या हो जाएंगे उर्धवर्ती और अधोवर्ती पिरामिंड में अंतर हो जाएंगे अब आगे समझ में ठीक है तो इतनी बात आपने ध्यान रखनी है चलो अगली कोशिशन की ओर बढ़ती अगला कोशिशन आपकी स्क्रीन पर क्या रहा लीटर और अपरद में क्या अंतर होता है ठीक है ये कोशिशन लगना है अपरद तो आप सभी को पता ह अपरत इसके बारे में हम बात करते हैं देखों सबसे पहले अगर हम लीटर की बात करते हैं तो लीटर में जो भी आपका कुड़ा करकट आपको दिखाई देते हैं ना सब कुछ पन्नी ठीक है जो भी घास भूस फल के छिलके जो भी होगा तो इसका निर्माण सभी प्रकार के जो भी अपसिस्ट पदार्थ होते हैं उन सब से होता है भूमी के उपर जो भी आपको कुड़ा करकट दिखाई वो सब आपकी लीटर कहलाते हैं लेकिन अगर हम अपरत के साथ तूलन करें तो यहां केवल अपरत क्या होते हैं मृत कार्बनिक पदार्थ होंगे जो जन्तों और पादपों से प्राप्त होते हैं यह क्या होंगे जो भी आपके मृत जन्तों और पादप के सरीर होंगे वो आपके क्या कहलाते हैं अपरत कहला लीटर तो यह भूमि के ऊपर प्राप्त होते भूमि के ऊपर मैंने कहा कोई भी पन्नी पुन्नी कुछ भी वह सब लीटर में आ गया लेकिन अपरत की बात करें तो यह आपके भूमि के ऊपर भी होते हैं ठीक है और भूमि के नीचे भी होते तो दोनों जब आपको प्राप्त मिलते हैं यह जो आपके मृत्त कार्बनिक पदार्थ होंगे क्लियर बात है उसके बाद लीटर में आपके जैव अपघटनिया और अपघटनिया पदार्थ भी होते जैव अपघटनिया यानि किसमें चाहिए आप अन्नी की बूस की बात कर रहे हो पलों के छिगल की कुछ भी बात कर रहे हो तो वह जैव अपघटनिया मिर्दा में अपने आप अपघटित होंगे लेकिन इसमें मैंने कहा ना जैव अनगपघटिया यानि कि कपड़े का टुकड़ा पॉलिथीन या अनगपजैसे पॉलिथीन की बात करें तो इसमें ये भी तो बताओ मुझे क्या आज के बाद आपको इन दोनों में confusion होगा बताएए जरा, clear हो गया है, समझ में आगे, liter क्या होता है और आपको यहाँ पर अपरद क्या होता है, आगया, नहीं भी पढ़ा था, समझ में आगया अब आपको कोई confusion नहीं होगा शब्दों को ले करके, ठीक है, बहुत अच्छी बात है, ठीक है कि चलिए आज अगली क्वेश्चन की बात करते अगला क्वेश्चन अब देखो खाद्य श्रिंखला का ही क्वेश्चन है लेकिन खाद्य श्रिंखला के प्रकार की बात करिए तो खाद्य श्रिंखला और उसके प्रकार भी साथ-साथ हो जाएंगे कि चारण खाद्य श्रिंखला क्या होती है और अपरद खाद्य श्रिंखला क्या होती है यह पूछा जा सकता है तो चारण और अपरद में क्या अंतर होता है यह भी क्लियर है और साथ-साथ तो ये question में तैयार हुआ कि खाद्य श्रिंखला क्या होती और इसके प्रकार क्या होते तो एक चारण खाद्य श्रिंखला, अपरत खाद्य श्रिंखला और एक और होती है जो परजीवी खाद्य श्रिंखला होती है तीशरी प्रकार की ठीक है, अब देखो क्या, इसमें अगर दोनों में अंतर बात करें तो ध्यान रखोगे चारण खाद्य श्रिंखला, इस प्रकार की खाद्य श्रिंखला सूर्य से प्रकार सौर उडजा पर आधारित होती है क्योंकि यह जो खाद्य श्रिंखला यह आपके पौधे से शुरू होती है, यह पौधे से शुरू होगी तो पादी प्रकाश संस्लेशन की उपस्तिति में भोजन बनाएंगे है ना लेकिन ध्यान रखो अपरत खाद्य श्रिंखला तो अपरत किसका होता है मृत कार्बनिक पदार्थों का मृत जीव सरीरों का है ना तो ये जो खाद्य श्रिंखला है ये मृत वह गले पदार्थों से प्रारंग होकर जो सूख्षम भोगता या अग्गटक की ओर अग्र सर होती है तो सबसे बड़ा अंतर यही है ये पेड़ पौदों से सुरू हो रही है जबकि अपरत आपकी क्या होगी जो मृत्त कार्बनिक पदार्थ होकर जीव जनतु होंगे उनसे प्राप्त उनसे शुरू होती है ठीक है चारण खादी श्रिंखला में इसमें प्रति पोषण स्तर पर जीवों का आकार तो बढ़ता जाता है परंतु संख्या क्या होती है कम होती है अगर हम एक जंगल में चारण खादी श्रिंखला को देखोएं तो आपके क्या है पादप है उस पादप को कौन खा रहा है आपके हीरन खा रहे हीरन को कौन खा रहा है शेर खा रहे तो जंगल में आप देखते हो ना शेर की शंख्या कम ही होती है जीवों का आकार तो बढ़ रहा है लेकिन उनकी संख्या क्या होती है ऐसी शिंखला में कम होती जाती है कम रहती है ठीक है लेकिन यह उल्टी होती है इसमें भी निरंतर पोषक स्थरों का आकार क्या होता है बढ़ता जाता है क्लियर उसके बाद चारण में यहां हरी पादप तो यही वही अपरात्मिक उपक्त दुष्ट्रितक इस तरीके से जबकि अपरक्षा देश रिक्ला क्या है जो प्रत्यक्ष रूप से सौर उडजा पर आधारित नहीं होती है यानि कि यह मृत्य सरीर से शुरू हो रही है और फिर आगे-ागे सुख्षम जीवों पर खत्म हो तो यह इन दोनों में अंतर हो जाएगा क्लियर है चलिए अगला देखते हैं तो बताओ जरा हां समझ में आ रहे हैं मजा आ रही है करने में यह तो कुछ तो बच्चे ऐसे हैं जो पढ़ने लिखने नहीं आते डिस्ट्रॉप करने आते बस दूसरों को बता भाई पढ़ने वाले बच्चे तो बताई देंगे मुझे जाता है समझ में आ गया अच्छे लग रही क्वेश्चन और अच्छे क्वेश्चन पर आएंगे अभी बताओ यह क्या दू ठीक है बहुत अच्छी बात है ना पढ़ने वाले उनके ना आंसरी देख रही हूं म कि कुछ ऐसी बच्चे है आज आप अगला कुछ बात करते हैं क्या कि बाहर निश्यचन आंतरिक निश्यचन में अंतर लिखो मुझे पता आप लोग बहुत अच्छे से अंतर लिखोगी कि बाहर निश्यचन जब युगमकों का संलेशन सरीर से बाहर हो रहा है आंतरिक निश्यचन जब युगमकों का संलेशन सरीर से अंदर हो रहा है लेकिन इसके अलावा क्या टॉपिक इसके अलावा और क्या पॉइंट्स एड कर सकते हो है ना तो चलिए अ उन पॉइंट्स को एड करते वे पूरा आंसर बनाते अपना इस तरीके से ठीक ताकि आपके नंबर भी आपको अच्छे मिले एग्जामिनर अगर आपके नंबर देखे पॉइंट्स देखे तो नंबर दे हमें केवल एक अंतर पते है लेकिन अब हम और अंतर जानेंगे यह आंतरिक माध्यम में होगा तो यह आंतरिक निश्चन हो जाएगा क्लिए अब आ जाओ बाहर निश्चन में इसमें दोनों प्रकार के युगमक माध्यम में छोड़ दिए जाते हैं दोनों प्रकार के युगमक माध्यम में छोड़ दिए जाते हैं नर युगमक और माध्यम दोनों क्या होंगे जब बाहर छोड़ दिए जाएंगे सरीर से बाहर तक जाकर के आगे संतति बनेगी तो जैसे मैंड़क को याद करो तो मैंडक में चाहे मादा युगमक हो ये नर युगमक है दोनों सरीट से बाहर छोड़ दिये जाते हैं जल में है ना जबकि आंतरिक में क्या होगा इसमें केवल नर युगमक ही माध्यम से मुक्त होता है आपने देखा था नर युगमक ही मादा कहा जा रहा था मादा के पा बुक्त हो रहा था सरीर से बाहर जाकर माद्र सरीर में जा रहा था तो दूसरा अंतर यह लिख सकते हो है ना उसके अलावा कि यहां पर बहारी निशेचन में कि बहारी माध्यम में विकसित वी नवीन संतितियां आशुरक्षित होती है क्योंकि उन्हें भक्षकों जो भी आपके भक्षक होते हैं द्वारा चोट पहुंचाई जाती है तो अगर जल में या किसी माध्यम में अगर यहां पर जोखिम भरा जीवन रह रहा है लेकिन अंतरिक माध्या में निशेचन होने के कारण प्राणी अपने प्रारंभिक काल में सुरक्षित रहता है तो यह आंदर क्या है सुरक्षित बनावा है उसके बाद बाहर निशेचन की बात करें तो इस निशेचन पर उत्पन्न वे जीवों की संख्या अत्यादिक होती है मेंड़क कितने सारे अंडे छोड़ेगा माध्या मेंड़क कितने सारे अंडे छोड़ेगी तो उनकी जो संतती बनने के चांसेज होंगे वो बहुत ज्यादा होती है लेकिन आंतरिक निसेचन में पता है ना इसमें निसेचन द्वारा उत्पन वे जीवों की संख्या कम होती है है ना, क्लियर बात है, उसके बाद बहाई निसेचन में इनमें दोनों प्रकार की युगमक अधिक संख्या में उत्पन होते है तो चाहे मादा के युगमक हो, चाहे आप देख रहे हो, नर के युगमक हो, तो इनमें आपको बहाई निसेचन में जादा युगमकों की संख्या देखने के लिए मिलेगी और दोनों जीव की नर हो चाहे मादा की लेकिन अगर आपको याद होगा आंतरिक निशेचन में आपने क्या देखा था जो एक यहां पर जनक होता है यानि कि इसमें मादा युगमक कम संख्या में होते हैं जबकि नरों की संख्या अगर आपने देखी होगी उनके युगमकों की तो वह ज्यादा होती है चाहे हम किसकी बात करें मनुष्य में नर की बात करें तो सुक्राण की संख्या कितनी सारी पड़ी थी आपने और मादा की केवल एक अंडु बड़ा उसी तरह के पुष्पया पादपु की बात करें तो कितने सारे पराकरण बने और उसमें क्या बन रहा था एक अंड़क बन रहा था तो यह क्या आपको समझ में आगर आप इतने सारे अंतर लिख रहे हो और दो नंबर या पांच नंबर का क्वेश्चन भी है तो आप कितने अच्छे से कवर पर कर पा रहे हो कर पा रहे हो समझ में आ गया तो आपको ज्यादा अंतर पता चलिए क्लियर बात चलो आ जाओ अगला क्वेश्चन कि पर आप भी तीर रचना में टैपिटम का मूवी भूमिका की व्याक्या करें तो टैपिटम की कार्या आपसे काफी ज्यादा पूछे जाते तो देखो क्या है भी तीर मांग टैपिटम का काम है ठीक है क्लियर क्या-क्या भी तीर मांग में क्या करता है वह देखो यूविस्ट कणों का स्थ्रवण जो पराकणों के एग्जाइन निर्माण के लिए स्पोरोपोलिनीन और अन्य पदार प्रदान करता है तो देखो जो आपके क्या होते ना जो आपके टैपिटम होता है वह क्या करता है यूबिस कणों का स्त्राव करता है यूबिस कणों का क्या करेगा स्त्राव करेगा तो यह यूबिस कण क्या करेंगे जो आपका पराग कण होते हैं इनका जो बाहय चोल होता ना जो क्या होता है बाहय चोल जो कि किसका बना होगा इस्पोर क्लियर बात दूसरा टेपिटम क्या है कीट आकर्षिक पराकणों को चारों ओर स्थर बनाने के लिए पराग पदार्थ का स्थ्रवण करता है तो यहां पर पराकणों की क्या करेगा उनके चारों ओर जो भी आवरण बना रहा है वो टेपिटम कर रहा है लगो भी जानों को प कि लगू भी जानू के चारो और सामान्या कैलोज इस्तर को घोलने के लिए कैलेज का स्त्रवण भी कौन करता है टैपिटम करता है तो ये आपके किसके काम होगे सारे के सारे टैपिटम के काम होगे आप इस पे बहुत अच्छे से लिख सकते हो क्लियर चलेंगे अगला कोशिन आ ये कोशिन भी आ गया है कि बीच पत्राधार और बीच पत्रोपारिता में अंतर बताईए अब ये कोशिन कितने बच्चे कर सकते हैं किसी को याद है कि नहीं है यादव क्वीन कह रही है कि याद हो रहा है नहीं हो रहा है देखो यादव क्वीन सॉल्यूशन यह है कि अभी तक मैंने जितने वन शॉट करा दिये वो तो देख लो उससे आपकी concept clear होंगे और जो चीज़े होंगे वो जागा अच्छे से catch हो जाएगी तो वन शॉट जरूर देखिए clear बाते नहीं पढ़ा है कुछ तो पढ़ना है और समझना है focus करो copy pen ले करके बैठो यह भी काम करना है देखो आपके प्रॉब्लम का सब सॉल्यूशन है लेकिन सॉल्यूशन भी आपको यह कहते है कि टाइम दे दो थोड़ा सा पढ़ाई को टाइम दोगो तो सॉल्यूशन मिलेगा महनत करोगे तो तभी सॉल्यूशन मिलेगा अब ऐसे थोड़े भी कि तुम्हें एक गुटी बन नहीं कर सकते कोई बात नहीं चलो आ जाओ यही तो करना है देखो बीच पत्रा धात अब बहुत अच्छे से नाम पर जाओ और सब कुछ क्लियर है सबसे पहले अगर हम बीच के अंदर हम बात कर रहे हैं हमने एक बीच लिया ये एक दो ही बीच पत्र है नाम पे बहुत कुछ कि इसके नीचे यह जो भाग होता है इसको हम कहते हैं मुलांकुर भाग क्लियर बात है और इस भाग को हम क्या कहते हैं परांकुर भाग अब ना पढ़ जाओ सिंपल सा सब कुछ समझ में आएगा यह क्या लिख रहा है बीच पत्राधार पत्राधार यानि कि बीच पत्र का आधार है तो यह बीच पत्र है आधार यानि कि नीचे होता है तो इसका मतलब बीच पत्राधार यहां है तो यह होगी आपका क्या बीच पत्राधार धात क्लियर बात है ठीक है उसके बाद दूसरा शब्द क्या है बीच पत्रो पारिता उपर है ना उपर पत्रो पतारिता है ना इस तरीके से बोल रहे है तो बीच के उपर यानि कि जो बीच पत्र है इसके उपर यानि कि यह यहां होगा तो यह आपका क जो बीच पत्र अधार है वो क्या होता है बीच पत्र और मुलांकर के बीच की सन्रचना होगी समझ में आ गया जबकि जो बीच पत्रो पारिता होगा वो बीच पत्र और परांकुर के बीच का जो भाग होगा उसे हम बीच पत्रो पारिता कहते हैं तो ये आपने बनाया एक आपको समझ में आ गया तो सिंपल सा वही है कि हम क्या कहते है समझ में आ गया होगा मुझे जहां तक उमीद है अब देखो आप इसके अंतर को बहुत अच्छे से पढ़ सकते हो ठीक है सबसे पहले क्या कहा बीच पत्राधार की तो भूरी अक्ष का वहाँ भाग जो क्या था मुलांकुर और बीच पत्र के भूरी अक्ष पर लगने के स्थान के बीच में होता है उसे बीच पत्राधार य अक्ष के बीच पत्र के लगने के बीच में स्थित होगा उसे बीच पत्रों पारिता कहते आया समझ भी उसके बाद दूसरा अंतर है कि जो आपके बीच पत्रधार है यह भूणी अक्ष पर बीच पत्रों के लगने के स्तर के नीचे मुलांकुर तक होता है तो बीच पत्र से नीचे मुलांकुर तक बीच पत्रधार होगा जबकि अगर बात करें कि यह भूणी अक्ष पर बीच पत्रों के लगने के स्तर के ऊपर की ओर परांकुर तक होता है तो इसे हम क्या कहते हैं? बीच, पत्रो, पारिदा कहते हैं क्या आपको समझ में आया? कर सकते अच्छे से? है ना? चलो आ जाओ ठीक? चलेंगे अगला कुशन? अगला कुशन क्या है? बा� कि अध्यावरण और बीजचोल में अंतर क्या होता है अध्यावरण बीजचोल में अंतर याद है कि बीजाण के जो बाहर आवरण होता है अंता अध्यावरण बाहर अध्यावरण एक वह होता है और बीजचोल कब बनता है जब क्या होगा निशेषण की क्रिया होगी उसके बाद वही अध्यावरण आपके बीजचोल बन जाते तो यानि कि यह निशेषण से पहली बन वाली अवस्ता है और यह निशेषण के बाद की अवस्ता है अ अब इन दोनों में अंतर कैसे करना है तो आज हम अंतर करते दोनों में तो अध्यावरण के जब बात करें तो बीजान का बाहरी अवरण अध्यावरण कहलाता है और जबकि बीज चोल क्या होगा निसेचन के बाद अध्यावरण बीज चोल में परिवर्तित हो जाता है सिंप भून की सुरक्षा करता है तो बता कर सकते थे हर कोई बच्चा कर सकता है तो मुझे लगते कि आपको क्लियर हो गया होगा अब आ गया है अगला कोशियन क्या है कभी टिपनी आ जाती कि विभिनता या फिर उत परिवर्तन पर टिपनी लिखिए तो कैसे क्या आंसर दिया आपने? यह कहां से अंतर आ गया? यहाँ पर लगूबी जानवधानी लिख रहा है. ठीक है, यह क्या हो जाएगा आपका? विभिन ताई. ठीक है, विभिन ताई. क्लियर बात है? चलो, आजाओ. और यह क्या है आपका? उत्परिवर्तन है. ठीक है, आजाओ. ठीक है. आगिये इतने कोशिन समझ में आए कितने सारे कोशिन से तो सबको करना है अच्छे से ताकि आपके एक साथ कई सारे कोशिन भी कवर होते जाए तुम ठक गए क्या इतने सारे कोशिन संख्या पूछ रहे हो मुझसे चलो ठके तो नहीं तुम लोग पहले मुझे बता दो तुम में है एनरजी ठक गए बताओ जरा क्लास समाप्त की लग जाती है तुम्हें क्लास शुरू होती है कि समाप्त की पहले लग गई चलो आजाओ विभिन्ताओं की बात करें जीव के लक्षण प्रारूप में आए छोटे परिवर्तन जो अनुवांसिक होते हैं वो क्या होती है विभिन्ताएं होती है ना जैसे हमने किसमें पढ़ा था डार्विन के प्रकृति वरण बाद में तो अगर किसी जीव में विभिन्ताएं हैं क्लियर बात है विविनताओं की बात करें तो यहां निश्चित दिशा में होती है जैसे आप देख रहे होंगे मानव में विविनताओं हो रही है ना मानव का जो विकास वह उसमें विविनताओं आपको देखने के लिए मिली तब आपको आज जो मानव दिखाई दे रहा है वह अलग दिखाई दे रहा है अगर हम उत्परिवर्तन की बात करें तो इसमें यहां जो याक्षित और क्या होता है दिशाइन अच्छानक से किसी भी अभी किसी में उत्परिवर्तन हो गया तो कुछ ना कुछ क्लियर बात है उसके बाद विभिन्ताओं की जब हम बात करते हैं तो इसमें विकास क्रमपद होता है जैसे हमने माना की विकास की बात करी तो क्रमपद तरीके सेवा है ना जैसे ऑस्ट्रीलोपितिकस है ना फिर आपकी क्वानाई होमो टेक्स होमो है बिल्ली फिर आपके नियंदर थर्ड को मैगनान इस तरीके से क्या हुआ क्रमपद रूप से विकास चला है लेकिन अगर क्या होता उत्परिवर्तन हो रहा है तो विकास अचानक और बड़ा होने लग जाता है बड़ा परिवर्तन अचानक से हो जाता है विविन्ताओं की बात करें तो इसमें विकास कैसे हो रहा है धीमी गती से विकास हो रहा है लेकिन उत्परिवर्तन में आप देखोगे जो विकास की किरिया है वो बहुत जल्दी हो जाती है तो इसलिए आपको ये ध्यान रखना है क्लियर बात है चलिए अगला कुशन देख और प्रशु प्रजनन में इसकी क्या महत्व होते हैं तो देखिए क्या होते हैं नसल जब एक ही पशुओं के हम समूह की बात कर रहे हैं ना तो पशुओं का ऐसा समूह जो वंस तथा सामानी लक्षण जैसे कि आकृति आकार दिखावट सन्रूपन में समान हो तो उसे हम क्य जैसे हमने कोई गाई बात करी है जर्सी गाई है तो जर्सी गाई यानि कि बहुत सारी जर्सी गाई है वो पूरा एक सम्हू क्या है एक नसल है किसका जर्सी का नसल है समझ में आगे गाई की एक नसल जर्सी का है क्लियर रोजी गाई होगी तो रोजी बहुत सारी उसी समान आकृति समान संरचना की है तो वह रोजी गाई की नसल है तो इस तरीके से नसल क्या होगी जो आकार आकृति रूप संरचना में समान होंगी वो क्या है नसल होती है क्लियर बात है अगर इसके पशु प्रजनन में उद्देश्य की बात करें तो पशु प्रजनन में इसका उद्देश्य होता है कि पशुओं से प्राप्त मानव उप्योगी उत्पादों में वृदी करना क्या करना है जो पशुओं से प्राप्त मानव उप्योगी हम क्यों नस्ल का यहां पर यूज कर रहे हैं क्योंकि जैसे हम गाई की बात करें जर्सी गाई की तो कहीं नगई वह दूद दे रही है उसके दूद में रोग प्रतिरोधक शम्ता होगी जैसे रोजी की हम बात कर रहे हैं तो यह क्या है वानशित गुणों वाले उत्पादों को प्राप्त किया जाएगा हम क्या करेंगे पशु प्रजनन करके हम क्या करते अधिक उत्पादन करते और वानशित गुणों वाले उत्पादों को प्राप्त करते हैं अ पशुओं की उन्नत नस्लों जैसे की रोग प्रतिरोधक और उच्छ उत्पादक वाली नस्लों का भी विकास करते हैं, किसके द्वारा जब पशु प्रजनन किया जाता है, तो इसके द्वारा हम उत्पादक में विर्दी करते हैं, जो भी उनका पोशण होगा उसमें विर्� अगला कोशिन देखते हैं, अगला कोशिन क्या है, ये बोल रहा है प्रात्मिक उत्पादक्ता और दुत्यक उत्पादक्ता में अंतर बताईए, आ रहे कहीं दिमाग में प्रात्मिक उत्पादक्ता और दुत्यक उत्पादक्ता की बात करी हैं, तो देखे प्रात्मिक उत्� यानि कि सूर्या की उस उडजा का प्रियोग जो पौधे अपने काम के लिए कर रहे हैं ठीक है अपने भोजा निर्भान में कर रहे हैं उसे हम प्रात्मिक उत्पादकता कहते हैं उस दर को लेकिन दुत्यक उत्पादकता क्या होगी जो उन्होंने उत्नी उडजा संग्रहित तो उपभोकता प्राप्त उडजा का कुछ भाग उत्सर्जन और अधिकांस भाग स्वसन में करते हैं जो सेंग संग्रहित उडजा होगी वो क्या कहलाएगी जिसका उपयोग दूसरे जीव कर रहे हैं उसे हम दुत्यक उत्पादक्ता कहते हैं प्रात्मिक में तो जो सूर्या से उसने अपनी काम के लिए जो सूर्या से उसने प्राप्त जो भी उडजा करी वो प्रात्मिक उत्पादक्ता है फिर उस भाग का जो उसने अपने स्वसन के लिए करा अपनी वृधी के लिए करा पादपने उसका जो बचा सेंग जो आप जीव जनतों के लिए बचा उर्जा का भाग है वह आपका क्या होगा दुद्य उत्पादकता होगा क्लियर ठीक है उसके अलावा देखें कि प्रात्मिक उत्पादक अकार्बनिक तत्वों से कार्बनिक पदार्थों का संसलेशन हो रहा है जो भी अकार्बनिक पदा जबकि यहाँ पर दुत्यक उत्पादत क्या करेंगे इनको already क्या मिल रही है कार्बनिक जो भी उर्जा वो मिल रही है तो यह कार्बनिक पदार्थों से कार्बनिक पदार्थों का ही संसलेशन करेंगे तो हम पेड़ पादर से जो उर्जा प्राप्त करेंगे वो कार्बनिक दुद्या कुब्बोगता में समझ में आ गया क्लियर बातें ठीक है चल बहुत अच्छी बातें अगर समझ में आ गया ठीक है चलो अब क्या है वाह कोशिशन खतम है ना तो मुझे लगते हैं कि आप सभी को समझ में आ गया होगा आज हमने जितने भी कोशिशन का यहाँ पर स लेकिन उससे ही एक slide से ही आपके 3-4 question बन रहे थे, तो इस तरीके से आपको पढ़ने की कम time पर आपके कई सारे question एक साथ ready हो जाए, है ना? तो चलिए फिर मुझे लगते कि आज के लिए हम इतना ही रखेंगे, और आज की class में आपको काफी कुछ समझ में आया होगा, काफी कुछ आपने सीखा होगा, और काफी सारे questions आपके तैयार भी हुए होंगे, और अगर class पिसंद आए तो comment करके जरूर बताईए कि आपको कैसी लगी class आज की? और लाइक जरा भर के करो लाइक की कमी नहीं होनी चाहिए क्लास में थोड़ा हमें भी उत्साह मिलता है काफी अच्छा ठीक है और बाकी आपका प्यार तो हमेशा ही हमारे साथ है इसलिए हम यहाँ पर खड़े रह पाते हैं ठीक है तो इसी के साथ अब मैं आप सभी से मि तब आपको पता चलेगा कि क्लास कौन से टाइम पर हो रही है ठीक है तो चलिए पर आज के लिए इतना ही रखते हैं मिलते हैं आप सभी से अब नेक्स क्लास में एक्स टॉपिक के साथ तब तक आप सभी के सभी अपना ध्यान रखे और मैंने जैसा की कहा कि आपके लिए दिन को बहुत अच्छे से यूज कीजिए, बरवाद मत कीजिए, क्योंकि टाइम एक बार चला गया तो चला गया, फिर वो वापस नहीं आएगा, वो मुढ करके भी आपको नहीं देखेगा, तो इसलिए अभी आपके साथ टाइम को अपना मित्र बना दो, और उस टाइम का स