बायोडाइवर्सिटी और संरक्षण पर व्याख्यान

Aug 1, 2024

बायोडाइवर्सिटी और संरक्षण पर व्याख्यान के नोट्स

परिचय

  • सभी छात्रों का स्वागत, व्याख्यान का विषय: बायोडाइवर्सिटी और संरक्षण (Biodiversity and Conservation)
  • पाठ का उद्देश्य: बायोडाइवर्सिटी में कमी और इसे कैसे संरक्षित किया जाए।

बायोडाइवर्सिटी का महत्व

  • बायोडाइवर्सिटी का अर्थ: जीवों की विविधता और पारिस्थितिकी तंत्र की स्थिरता।
  • भारतीय संदर्भ में: भारत में 2.4% भूमि पर 8.1% बायोडाइवर्सिटी।

बायोडाइवर्सिटी के स्तर

  1. आण्विक स्तर (Genetic diversity)
    • जीन के स्तर पर विविधता।
    • उदाहरण: रावुल्फिया वोमिटोरिया का उपयोग उच्च रक्तचाप के उपचार में।
  2. प्रजाति स्तर (Species diversity)
    • विभिन्न प्रजातियों के बीच की विविधता।
    • उदाहरण: अम्फीबियन्स की विविधता।
  3. पारिस्थितिकी स्तर (Ecosystem diversity)
    • विभिन्न पारिस्थितिकी तंत्रों की विविधता।
    • भारतीय पारिस्थितिकी तंत्र की तुलना नॉर्वे से।

बायोडाइवर्सिटी में कमी के कारण

  1. पर्यावास का नुकसान (Habitat Loss)
    • जंगलों का कटाव और कृषि के लिए भूमि का उपयोग।
  2. फ्रैग्मेंटेशन (Fragmentation)
    • बड़े पारिस्थितिक तंत्रों का छोटे टुकड़ों में विभाजन।
  3. अत्यधिक दोहन (Over-exploitation)
    • वन्य जीवों और पौधों का अत्यधिक शिकार।
  4. विदेशी प्रजातियों का आक्रमण (Invasive Species)
    • विदेशी प्रजातियों का स्थानीय प्रजातियों पर असर।

बायोडाइवर्सिटी का संरक्षण

संरक्षण के तरीके

  1. इन-सिटू संरक्षण (In-situ Conservation)
    • प्राकृतिक आवास में संरक्षण।
    • उदाहरण: राष्ट्रीय उद्यान और वन्यजीव अभयारण्य।
  2. एक्स-सिटू संरक्षण (Ex-situ Conservation)
    • प्राकृतिक आवास से बाहर संरक्षण।
    • उदाहरण: बोटैनिकल गार्डन, जू।

बायोडाइवर्सिटी हॉटस्पॉट्स

  • तीन प्रमुख मानदंड: उच्च प्रजाति समृद्धि, अद्वितीय प्रजातियाँ, और खतरे में प्रजातियाँ।
  • भारत में तीन बायोडाइवर्सिटी हॉटस्पॉट्स।

बायोडाइवर्सिटी पर अंतरराष्ट्रीय संधियाँ

  • रियो डे जिनेरो में 1992 में पहला अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन।
  • 2002 में जोहान्सबर्ग में दूसरा सम्मेलन।

उपसंहार

  • बायोडाइवर्सिटी की रक्षा के लिए सामूहिक प्रयास आवश्यक हैं।
  • छात्राओं को अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए।

नोट: ये नोट्स व्याख्यान के मुख्य बिंदुओं को संक्षेप में प्रस्तुत करते हैं, छात्रों को बायोडाइवर्सिटी और इसके संरक्षण के महत्व के बारे में जागरूक करने के लिए।