हेलो स्टूडेंस वेलकम टू सौम्यास कॉमर्स टेशन सो इन दिस वीडियो विल कंटिन्यू विद चाप्टर बेसिक कॉनसेप्ट ऑफ इकनॉमिक्स जो कि क्लास 11 आईएससी बोर्ड का चाप्टर है बेसिक कॉनसेप्ट ऑफ इकनॉमिक्स में हमने ह्यूमन वांट्स कंजम्शन यूटिलिटी और यूट यह सारी चीजें देख लीती है इस वीडियो में देखेंगे प्रोडक्शन क्या होता है ठीक है अब ठीक है तो सिंपल भाषा में देखा जाए तो यह है कि प्रोडक्शन का मतलब होता है मेकिंग गुड्स एंड सर्विसेस मेकिं� गुड्ज एंड सर्विसेस गुड्ज एंड सर्विसेस का कॉन्सेप्ट कहां से आया है आपका जब आपने पढ़ाता कंजम्शन कंजम्शन में तो प्रोडक्शन क्या है यही गुड्ज और सर्विसेस बनाना प्रोडक्शन के अच्छी डेफिनेशन है वह यह है कि प्रोडक्शन का मतलब होता है क्रिएशन ऑफ यूटिलिटी बहुत ही प्रिसाइस पर बहुत ही इंपोर्टेंट डिफिनेशन प्रोडक्शन का मतलब है क्रिएशन ऑफ यूटिलिटी यूटिलिटी बनाना यूटिलिटी क्या होती है आपने यूटिलिटी वाले चैप्टर में यूटिलिटी वाले पार्ट में देखा कि यूटिलिटी होती है वांट सैटिसफाइंग पावर ऑफ कमोडिटी कि किसी कमडिटी में कितनी पावर है कि वह आपकी उस वांड को साटिसफाई कर सकता है सिंपल से बात आपको बोला जाए आपको चाहिए स्कूट जैसे या फिर अगर आप गर्लोंस को आपको आपको को वहां के लिए और शर्ट चाहिए ठीक है शर्ट कैसी होती वाइट कलर की शर्ट चाहिए आपको बताया ठीक है आप गए दुकान पर आपने का कि मेरे को शर्ट चाहिए स्कूल की चाहिए वाइट कलर की शर्ट शॉप कीपर ने आपको दे दिया वाइट कलर का पूरा क वाइट चैटेड आपकी तो क्या आप वह कपड़ा बहन के जा सकते हो अपने को स्कूल क्या वह वाइट क्लॉथ जो है वह आप पहन के जा सकते हो स्कूल एज शर्ट नहीं पहन के जा सकते हो विकॉल्स वह उस फॉर में ही नहीं है जो आपकी उस वॉइंट साटिसफाइड करें वह भी एक कमोडिटी है वह वाइट कपड़ा भी एक गुड है जिसको आप देख सकते हो टांजिपल है बट या वह उसमें क्या वह प्रोडक्ट आपकी वॉइंट को आपकी उस नीड को साटिसफाइड कर सकता है आपकी शर्ट की नीड को साटिसफाइड कर सकते हैं सकता है क्या आप उस कपड़े को शर्ट की रिप्लेसमेंट में पहन सकते हो नहीं पहन सकते हो मतलब वह प्रोडक्ट आपकी वॉन को सैंटिस्फाई नहीं कर रहा है इसका मतलब है कि उस प्रोडक्ट में यूटिलिटी नहीं है क्योंकि यूटिलिटी होती है किसी कमोडिटी के वॉन सैंटिस्फाई पावर प्रोडक्शन में क्या करते हैं प्रोडक्शन में हम इन्हें चीजों को एक ऐसे सामान में कन्वर्ट करते हैं या ऐसी सर्विसेस में कन्वर्ट करते हैं जिससे पर सेंट्स की लोगों की वॉन्स को सैंटिस्फाई किया जा सके जब वहीं क्लॉथ वहीं जो वाइट करका कपड़ा है आपका उसको एक जो टेलर होता है टेलर ने उस वाइट कर के क्लॉथ से आपकी शर्ट बना दी फॉर्म देकर स्टिचिंग करके सारे वह करके वह शर्ट उसने बना दी अब वह वाइट क्लॉथ शर्ट में कन्वर्ट हो चुका है अब ठीक है उस शर्ट में यूटिलिटी आ गई उस शर्ट में यूटिलिटी डाली किसने उस टेलर ने ठीक है सिमिलरली अगर आप बात करो इस मारकर की बात करो ये मारकर क्या है इसमें ब्लैक इंक है ठीक है इसमें एक बाहर से कवरिंग है जिसको हम आसानी से पकड़ कर लि� ठीक है अगर आप जाते हैं या हम जाते हैं और हम पूछते कि हम एक ऐसी चीज चाहिए जिससे हमें बोर्ड पर लिखना है वाइट बोर्ड पर ब्लैक कलर के लिखने की चीज चाहिए अब वह पर से कि जो इनकी क्या होता है इसे इनकी फार्कर्स के इंग्र चुटे-चुटे डिबी जाती है टाइप के चुटे-चुटे वो ले जाओ इससे लिखो, क्या इंक से डिरेक्टली इसमें लिख सकते हैं? नहीं लिख सकते हैं. किसी ने अपना दिमाग लगा के एक ऐसा समान मनाया जिसके अंदर इंक फिल करके उसमें एक ये structure दिया गया है जिससे की आप लिख सकते हो. तो ये जो क्या है इसका production हुआ ये समान useful अब हुआ चीजे वही है white color का ये है अंदर ink है सारी same चीजे है but क्या वो useful थी नहीं useful चीज में utility में convert किया गया है कैसे convert किया गया production से तो यही जो process है कि ऐसा goods and services बनाना जो useful है उनमें utility आड़ कर देना, white cloth में भी commodity था, पर उसके में utility कैसे आड़ करी गई, उसको shirt में convert करके, तो वो जो utility आड़ करी गई है, इसी को कहते है production, shirt की production हो गई, marker की production हो गई, ठीक है, अब यही से हम देखेंगे प्रोडक्शन को कॉन्सेप्ट को आगे बढ़ा कर चलेंगे हुआ क्या था आडम स्मिथ आप जानते हो आपने डेफिनिशन ओफ एक्नॉमिक्स में देखा था आडम स्मिथ फर्स थे उन्होंने वेल्थ डेफिनिशन दी थी एक्नॉमिक्स की फिजिकल कनवर्शन आफ रॉ मटेरियल इंटू टांजबल कोड्स आडम स्मिथ का कहना था कि रॉ मटेरियल से अगर आपको नहीं पता रॉ मटेरियल क्या होते हैं तो रॉ मटेरियल का सिंपल समतलब एक कोई भी आप समाल ले लो जो फिनिश्ट कोड्स है कोड्स तीन टाइ और फिर आता है finished good, finished goods, same बात करते, raw material क्या है, आपका white color का cloth, 2 meter, 2.5 meter, जो भी बोलतो, work in progress का मतलब है कि अभी वो cloth किसी काम का बना नहीं है, आपके use का बना नहीं है, पर कुछ न कुछ हो गया है, जैसे कि जो shirt है, उसकी एक sleeve बन चुकी है, दूसरी sleeve नहीं बनी, कि आप भी made shirt जो shirt अभी fully नहीं बनी है वो work in progress है फिर उसमें और काम किया गया शर्ट complete बन गई तो white shirt ये क्या है finished goods है ठीक है?
आड्मिस्मित ने कहा कि raw materials को finished goods में convert करने के process को हम कहते है production यहाँ पर इन्होंने कहा कि हम रॉ मटेरियल से फिनिश्ट गुड्स बना रहे हैं जो कि टैंजिबल है क्या कॉन्सेप्ट है टैंजिबल का टैंजिबल का क्या मतलब होता है अपने कोमोडिटी में देखा जिसको हम देख सकते हैं छूश सकते हैं फिल कर सकते हैं टैं� आडम स्मिथ ने बहुत इंपोर्टेंट चीज मिस्करी जो क्या थी सर्वेसेस कॉमोडिटीज में गुड्स भी आती है सर्वेसेस भी आती है हम में अपनी वांट सार्टिस्फाई करने के लिए गेवर टांजबल चीजे नहीं बलकि इंटांजबल चीजे भी चाहिए entertainment के लिए आप TV देखोगे, TV आपको कौन सा good दे रहा है? TV एक good है in itself, you can see that television, but क्या वो TV डिब्बा देखने से आपको entertainment मिलेगा? नहीं, उसके अंदर आपको इस channel लगाओगे, songs लगाओगे, कुछ भी करोगे, movies देखोगे, उससे entertainment मिलेगा, and what is that? movie watching क्या है? इस पर आपको entertainment मिलेगा, उससे जो आपको entertainment मिलेगा, उससे जो आपको entertainment मिलेगा, उससे जो आपको entertainment मिलेगा, जाना होता है तो ऐसे बोलते हैं कि मुवी देख लेते हैं या फिर चलो रेस्टोर में खा लेते हैं जो रेस्टोर में खाना तो चलो ठीक है मुवी देख लेते हैं या कि घूम आते हैं जाके हवा खाने चले जाते हैं तो लोग क्या कहते हैं कोई tangible चीज नहीं मिलेगी intangible चीजें मिल रहे हैं intangible needs आपकी satisfy हो रहे हैं तो वही बात हो रही है कि tangible चीजों की बात करी Adam Smith ने कि इस raw material से finished goods बना दिया पर इन्होंने intangible चीजों को focus में नहीं लिया और intangible होती है सर्विसेस प्रोडक्शन की डेफिनेशन में सर्विसेस भी इंक्लूड होती है इसी रिप्रोडक्शन की डेफिनेशन है क्रिएशन ऑफ यूटिलिटी यूटिलिटी का मतलब होता है वॉइंट सैटिस्फाइंग पावर ऑफ कमोडिटी और कमोडिटी दो लेकिन उसे वुद्ध एंड सर्विसेस ठीक है तो यह तो प्रोडक्शन अब क्या है ठीक है गुड में यूटिलि� आपकी दब्बत खराब हो गया डॉक्टर के पास गए डॉक्टर ने आपको ट्रीट का किस चीज का फीस दे रहे हो उसको उसमें दिमाग से आपकी प्रॉब्लम पहचानी आपकी प्रॉब्लम का सलूशन निकाल आपको मेडिसिस दी इसके पैसे दे रहे हो क्या यह कोई है ठीक है एक सर्विस है तो यह सर्विस भी सर्विस की प्रोडक्शन भी प्रोवेस का जो क्रिएशन भी प्रोडक्शन में आता है प्रोडक्शन अमेज़ किवल यह नहीं कि टैंजबल चीजें बनाओ इन टैंजबल चीजों को बनाना भी प्रोडक्शन प्रोडक्शन का मतलब होता है क्रिएशन ऑफ यूटिलिटी अ हमने utility बना दे अब आगे बात यह करी जाएगी कि utility हम कितने तरीकों से बना सकते हैं किसी भी समान में किसी भी रॉ मटेरियल में utility हम कैसे डाल सकते चाहे वह गुड्ड बनाना हो या सर्विसेस बनाना हो तो यह यूटिलिटी गुड्ड में आड़ करना समान में यूटिलिटी आड़ करना तो वेज टू आड़ यूटिलिटी कि सबसे पहला आता है फॉर्म यूटिलिटी फॉर्म यूटिलिटी का क्या मतलब होता है फॉर्म रूप चेंज कर देना शर्ट वाले एग्जांपल में क्या हुआ फ्लॉट्स था वाइट कलर का डिक्टांगल शेप का उसको हमने इसको एक शर्ट कि यूटिलिटी इंक्रीज कर रहे हैं बाई चेंजिंग द फॉर्म ऑफ द गुड किसी गुड का फॉर्म चेंज करके टेबल चाहिए थी आपको ठीक है टेबल चाहिए तो आप गए आप ने बोले टेबल चाहिए दुकान दाने का दिखे जाओ वह लकड़ी रखी ती बड़ी सी तो लगभग बन गई तुम्हारी तो टेबल है नहीं है वह लकड़ी से आप टेबल का काम कर नहीं सकते हो किसी को टेबल को उस लकड़ी को कंवर्ट करके टेबल का फॉर्म देना पड़ेगा फिर वह टेबल आपको यूटिलिटी आपकी किसी काम की रहेगी आपकी ठीक है, तो form utility क्या है, कि आपने लकडी से टिबल बना दी, आपने white cloth से shirt बना दी, ठीक है, आपने leather से shoes बना दी, आपने iron से machine बना दी, form utility, ठीक है, form utility होगी, इसके बाद आता है आपका second way, and second आपका होता है place utility, place utility का क्या मतलब होता है, कि किसी समान को जहां जरूरत है महां अवेलेबल करना प्लेस का डिस्टेंस कवर करना देखो इसमें क्या कहा है यह बोला गया है कि ट्रांसफॉर्मिंग गुड्स फ्रॉम वन प्लेस टू अनदर ट्रांसफरिंग गुड्स फ्रॉम प्राक्टरी टू रिटेल शॉप सबसे सिंपल सी बात आप अभी यह जो मारकर यूज किया जा रहा है यह मारकर कहां का प्रडूस्ट है मेड इन इंडिया है पर इंडिया में कहां प्रडूस हुआ है कहीं नहीं लिखा है आपने कई बार देखा होगा चले इसमें लिखा और किसी लिखा होगा आपने कई ब हरियाना प्रेडियूस न्यू डेली समान के पीछे लिखा रहता है अब आप बताओ हरियाना दिल्ली से यहां पर आप जैसे आप अभी यूपी के हैं तो यहां पर कैसे आया ठीक है या फिर आप मुंबई में रह रहे हो वहां से दिल्ली का समान भी दूसरी स्टेट में बनाओ एक्सपोर्ट इंपोर्ट में देखो अगर इंपोर्ट कर रहे हो तो दूसरे देश में बनाओ था समान पर उस जगह से आपके पास तक कैसे आया कैसे पता चला कि इस पर यहां पर इस जगह पर इस पर्सन को बिस्किट की जरूरत थी वहां वेलबल करवाए गया सारा समान अगर दिल्ली में बनाए तो केवल दिल्ली के लोग नहीं कंजीम करेंगे distribute होगा तो production करने के बाद हम distribute करते हैं अलग-अलग जगों पर जहाँ पर जरूरत होती है वो होती है places of consumption जहाँ पर हम use करेंगे जहाँ पर उस utility से actually में want satisfy करी जाएगी भूक लगी थी बृताना का बिस्किट खाके आपने want satisfy ब्रिटानिया के बिस्किट बना क्यों था?
इसलिए तो बना था कि आखिरी में कोई कंजीम करे उस बिस्किट को ठीक है? उसी के तो पैसे दे रहे हो आप ये जो डिस्ट्रिब्यूशन हुआ है कैसे डिस्ट्रिब्यूट होगा समान? ट्रांसपोर्टेशन से स ट्रांस्पोर्टेशन का यूज करेंगे बस का यूज करेंगे ट्रेन का यूज करेंगे एप्लेज का यूज करेंगे समान बहुत चाहेंगे तो यह समान जो अवेलेबल करवा रहे हैं कमोडिटी इसको इसमें भी गुड़ सब्सक्राइब जरूरत है इसको कहते हैं इस यूटिलिटी क्रिएट करना ठीक है यह भी आपको किसमें आएगा प्रोडक्शन में ही रहेगा तभी यह प्रोडक्शन का ही पार्ट है तभी जब हम आप विजनेस में आगे देखोगे जब प्रॉफिट वगैरह निकालते ना तो हम सब चीजें यह नहीं जाने अगर यह बीस रुपए का मार्कर मिल रहा होगा तो इसमें हो सकता कि वह दस रुपए का बना हो बाकि पांच रुपए इसके के लिए इसलिए कि महां से यहां तक आया था पांच रुपए उसके पड़ गए होंगे इसके इस मार्कर के ठीक है उसके अब टाइम यूटिलिटी का क्या मतलब है?
टाइम यूटिलिटी का सिंपल सा मतलब है, कि टाइम यूटिलिटी is created when goods are made available at the time when they are needed. देखो, आपने यहाँ पर ये बिस्किट, डेटानिय बिस्किट की बात सुन ली, ठीक है? अब आप यह बताइए कि जब वो ब्रेस्केट प्रेडिवूस हुआ था वहाँ से परिज़मल दिल्ली में प्रेडिवूस हुआ था आप मुंबई के रहने वाले हो वहाँ से मुंबई तक आया ठीक है वैसे इतना दूर का होता नहीं बट फिर भी चलो वहा� विस्किट खराब नहीं हुआ डिरेक्टी वहां बनने के बाद भी वह बिस्किट स्टोर किया गया होगा अब उनके फैक्टर में रखा होगा फिर वह इसके जो ट्रक्स में भरा गया एयरप्लेन में या किसी भी तरीके से ट्रेस में पर के साथ रस अप्लाई वह सेलर वगैरह के पास रखा होगा वह सेलर ने फिर बेचा होगा डिटेलर वगैरह को छोटी-छोटी दुकानों तक गया होगा बिस्किट फिर आप किसी दुकान पर जाकर बिस्किट खरीद रहे हो वह बिस्किट इतनी दूर से आया है इतना टाइम भी तो कवर किया है अगर इतना डिस्टेंस कवर किया तो इतने टाइम भी तो कवर किया तो ठीक है इतने टाइम के लिए उस सवांत को प्रोटेक्ट करना टाइम यूटिलिटी है जैसे कार आप शोरूम में जाते हो कार्स खरीदने तो क्या कार्स वहीं बन रही होती बगल में वहीं शोरूम में खड़ी कर दी जाती नहीं वह भी तो कहीं ट्रावल होकर आती क प्रोड करवाई जाती है वह शोरूम में जहां पर प्रोड्यूस हुई वहां से शोरूम तक आती है वह कार्स तो इतने में क्या डर नहीं कि कार्स खराब हो जाएगी एक्सडेंट हो जाएगा कार्स टूट जाएगी कोई स्क्रैच आ जाएगा होता नहीं होता है पर यह चीज को प्रोटेक्ट करना यही होती है टाइम योटिलिटी इसमें क्या करते हैं जैसे सबसे सिंपल जिस डिप्पे के अंदर होंगे उसके अंदर पैकेजिंग कर दी जाएगी वह टूटे ना रास्ते में खर्च किया उन्होंने किसलिए खर्च किया इसलिए कि इतने टाइम के लिए आप तक आएगा इतना डिस्टेंस कवर करके उसमें वह समान खराब ना हो जाए तो था कि ऐसी ट्रक में फेट दिया फिर ट्रक से आकर वह चले ने अपने उसमें वेयर हाउस में फेट देश तो नहीं किया होगा डिब्बे के अंदर होगा अच्छे पैकेट के अंदर होगा ठीक है फिर आया है तो वह पैकेट का खर्चा भी तो किया उन्होंने जिसने बनाया उसे पैकेट भी तो बनाया उसका पैसा भी तो लेगा आपसे ठीक है तो प्रोडक्शन भी टाइम यूटिलिटी आज टाइम यूटिलिटी का सि अवेलेबल हो जा लोगों को यह भी देखना कि जल्दी अवेलेबल हो अब बिस्किट बना है जो केवल 6 मिनट चलेगा उसको पहुंचते-पहुंचते 5 मिनट लग गए यह 6 माने के बाद वह पहुंचा जहां पर जरूरत थी लोग खरीदेंगे नहीं क्रिएट कर सकते हैं यह होती है वेयर हाउसेस से वेयर हाउसेस से जहां पर हम स्टोर करते हैं स्टोरेज अ कि समान को स्टोर करना टाइम यूटिलिटी बनाना होता ठीक है कॉमर्स के स्पेसिफिक बच्चों में जोने नाइन पढ़ी उनको समझ आ रहा हो गई ठीक है उसके बाद आता पर लास्ट से ट्विस यूटिलिटी ए शर्विस यूटिलिटी क्या मतलब है सर्विस यूटिलिटी रिजल्ट फ्रॉम प्रोवीजन ऑफ परसनल सर्विस पाइंडिविजुअल्स डॉक्टर्स टीचर्स लड़े कि वह आपको सर्विस दे रहा है वह आपको कौन सी साटिस्फैक्शन दे रहा है आपको इलाज करके टीचर क्या साटिस्फैक्शन दे रहा आपको नॉलेज दे कि ठीक है उसके बाद अगर आप बात करो क्या है इसमें इंजीनियर्स ट्रांसपोर्टेड पर पैसे को रखा हुआ पैसे को रखा आपको इंट्रेस्ट दे रहा है आप यह बीच करवा रहा है बैंक करवा रही सारी चीजें आपके पैसे एक जगह से दूसरे जगह ट्रांसफर करवा ले सेफ रिटा सेफ ट्रांसफर करवा रहा है इस चीज के पैसे ले घूम रहे हैं कितना काम असान है इन सर्विस इससे ठीक है कोई डॉ डॉक्टर ही नहीं होता कैसे खुद को सही करते तो यह सर्विस इज यूटिलिटी तो प्रोडक्शन में जो यूटिलिटी तैप बनाने के चार तरीके है फॉर्म यूटिलिटी रॉ मटेरियल से आफ फिनिश्ट प्रोडक्ट बना रहे हो जो कॉटन की है तो आपको प्रोडक्शन समझ आ गया हो आपको यूटिलिटी वाला समझ आ गया होगा अब आता है फैक्टर्स ऑफ प्रोडक्शन अब यह चीज देखिए कि प्रोडक्शन का मतलब होता है यूटिलिटी बनाना आपने यूटिलिटी बनाना होता है प्रोडक्टिव रिसोर्सेस जिनका यूज कर रहे हैं यूटिलिटी बनाने के लिए हमने देखा क्रिएशन ऑफ यूटिलिटी यूटिलिटी प्रेटीव ने बना दी जैसे सबसे सिंपल एग्जांपल आप लो यह जो हमने बनाई चलो किसके एग्जांपल लेते हैं प्लॉट शर्ट का एग्जांपल लेते हैं कॉटन था कॉटन से बनती है कॉटन की शर्ट उससे कुछ बनाना शर्ट बनानी है कॉटन की शर्ट ठीक है अ कि यह प्रोडक्शन का प्रोसेस है प्रोडक्शन ऐसी होगी इस फ्रंट इस समान में यूटिलिटी आईएड करनी है शर्ट बनानी है अब यह जो मिफ चेंज करना यह यूटिलिटी डालनी है इस समान में पॉटेंट में यूटिलिटी बनानी है इसके लिए हम यूज करेंगे रिसोर्स का रिसोर्स रिसोर्स क्या है जिस भी चीज का यूज करें कोई काम करने के लिए आप खाना बना र आपने गैस टोव यूज के अपने इतनी यूटेंसिल्स यूज किए सब्सक्राइब करें यह सब्सक्राइब करने के लिए ठीक है फैक्टरी में मशीन का यूज हो रहा है लोगों का यूज हो रहा है जो फैक्टरी में काम कर रहे हैं पैसे का यूज रिसोर्सेस है उससे उन्होंने बनाए समान वही होते हैं फैक्टर्स ऑफ प्रोडक्शन इन्हीं रिसोर्सेस को कहते हैं फैक्टर्स ऑफ प्रोडक्शन ठीक है तो Production की जो definition है ना, creation of utility by using various resources, तो ये जो various resources है, इन resources को factors of production कहते हैं, factors of production कितने type के होते हैं, four types के होते हैं, ये कौन से four types के factors होते हैं, land, labor, capital, entrepreneur.
लान्ड लेबर कैप्टल अंटरप्रेणॉर ये होते हैं फैक्टर्स ओफ रोड़ेक्शन लान्ड लेबर कैप्टल अंटरप्रेणॉर बस ये चार होते हैं यही चार हमें फैक्टर्स ओफ रोड़ेक्शन में पढ़ना है लान्ड का क्या मतलब होता है लान नेचर जो है हमें जितने भी फ्री गिफ्ट दे रही है हम बोलते हैं ना धरती माता में गिफ्ट देती है धरती माता हमें गिफ्ट देनी फ्री है यह सारी चीजें एयर के ऑक्सीजन फ्री है ठीक है आपको तो मिनरल्स मिल रहे हैं सोना निक्सोना है कॉपर है आयरन और है यह सारी चीजें क्या है यह सब मिनरल्स है ठीक है आर्थ आर्थ से निकल रहे हैं कोई इसके पैसे में देने पड़ रहे हैं नहीं देने पड़े आर्थ को अर्थ मात्ता धर्ती मात्ता तो यह सब कितने मेडिसिन प्लांट्स है इनसे कितनी चीजें बीमारियां ट्रीट हो सकती है फ्री है इसको तो जितने भी नेचर हमें फ्री गिव्स दे रहा है मतलब कि जितने भी नैचरल रिसोर्सेस होते हैं कि वह सब लैंड में आते हैं लाइन वह सारे रिसोर्स जाएंगे क्या-क्या आते हैं जैसे कि लांड फॉरेस्ट मिनरल जिनको हम नैचुरल रिसोर्स कहते हैं यह लांड के अंदर आता है तो यह हम रिसोर्स यूज करेंगे समान बनाने में डेफिनिटली आप देखो कॉटन से अगर हम कॉटन क्लॉथ की शर्ट बना रहे हैं कॉटन खुद इटसेल इज अ नैचरल चीज का यूज होगा ठीक है उसके बाद हम यूज करेंगे लेवर का क्या मतलब होता है देखो यह जो नैचरल रिसोर्स है समय पास अवेलेबल है यह तभी यूज कर सकते हैं जब कोई इंसान हमारे पास होगा जब कोई यूज होगा ठीक है नैचरल रिसोर्स यूज तभी पॉसिबल है अगर हमारे पास ह्यूमन रिसोर्स है आपने आप बिजनेस मैन हो आपने अपनी क्या कहते हैं सारे फैक्टरी में अपने मशीन लगवा दी सब करवा दिया काम कौन करेगा मशीन यह कंप्यूटर को यूज करेगा यूमिन रिसोर्स चाहिए कोई इंसान चाहिए लेबर में आते हैं यूमिन रिसोर्स जितने भी लोग है वह सब यूमिन रिसोर्स है तभी हम कहते कि अपने आपको रिसोर्स फुल बनाओ अपने आपको ऐसा बनाओ आप किसी काम आ सको ठीक है यूमिन जैसे कहते ना गिफ्ट समझ टीजर सोसाइटी विकॉस विए एक्सपेक्ट कि जितने उसने पढ़ाई करी लोगों को सर्व कर रहा है ठीक है कोई पॉलिटिशन है इस गिविंग हिस सर्विसेस कोई परसेंट जो फैक्टरी में लेवर काम करें वह अपनी सर्विस दे रहा है वह मेहनत कर रहा है सबसे इंपोर्टेंट सर्विस तो दे रहा है सबसे इंप रोकर रहे हैं उन्हें तो बाकी रिसोर्सेस को यूमिन रिसोर्सेस को ताकत मिल रही है अब खाना ही नहीं होगा क्रॉप्सी नहीं होगेंगे तो यह होगा ठीक है तो यह सब यूमिन रिसोर्सेस है जो जो की काम कर रहे हैं ठीक है तो यही होता है सेकंड रिस्ट फैक्टर जो यूज होगा लेबर समान बनाना है तो हम ही बनाएंगे अब सब रिसोर्सेस दे दिए अब जैसे आपके में होगा कि आप जाकर आपने सबजी खरीद ली गैस टोफ खरीद ली और पाड़ी ले लिया सब ले लिया खाना कौन बन तो मसाले इन सब एक ऐसी मिक्षर बनेंगे विच कैंडी कंजीम्ड इसको खाने की तरह खा सकते हैं ठीक है तो लेबर लगेगा अब फैक्टरीज में भी देखो विजिस्ट में भी देखो लेबर की जरूरत पड़ती है लेबर का मतलब यह केवल वह नहीं जो अपने फिजिकल वर्क कर रहा है मजदूर वह नहीं लेबर में दोनों आते हैं जो ऑफिस का काम कर रहे हैं और जो कर रहे दोनों लेबर के अंदर आते हैं एक चीज क्या है जो फिजिकल मेहनत करते होते हैं वह क्या होते उनको वेजिस देते हैं और जो mental मेहनत करते हैं, mental work करते हैं, उनको हम बोलते हैं employees, उनको हम क्या यह देते हैं सैलरी देते हैं ठीक है लेवर का यूज हो गया लेवर में क्या है कि लेवर रेफर्स नॉट ऑल टू वर्क डेन बाय मैनुअल वर्कर बट ऑलसो वर्क डेन बाय ऑफिस क्लर्क टीचर डॉक्टर यह सब लेवर है सब लेवर ही आएंगे ठीक है उसके बाद आता है कैपिटल कैपिटल का क्या मतलब होता है कैपिटल का मतलब होता है कि विशेष प्रोडक्शन देखो एक होते हैं नैचुरल डिसोर्सेस अ कि एक होते हैं मैन मेड रिसोर्सेस मैन मेड रिसोर्सेस अच्छा बात बताओ आप लोग लाइट तो चलो ठीक है नैचरल रिसोर्स है लेवर जो है ह्यूमन बीएंग्स है यह कौन से रिसोर्स है मैन मेड नहीं लेवर भी तो नेचर मेड हमें भी तो भगवान बनाया तो नेचर ने बनाया ठीक है तो लेवर जो ह्यूमन बीएंग्स यह भी नैचरल मेड कैपिटल में आती है कैपिटल का प्रति नहीं है जो कॉमर्स की स्टूटिंग्स उनको पता होगा का प्रति का मतलब होता है वह होता है जो पैसा हम स्टार्टिंग बिजनेस में लगाते हैं ओनर जो मालिक होता है वह बिजनेस में पैसा लगाता है वह कैपिटल होता है तो कैपिटल का मतलब है वह बनाया है आपको कोटन से क्लॉथ बनाना था कोटन तो नाचरों डिसोर्स है आपको भगवान ने दे दिया जो लोग आपको लगेंगे लेबर की जरूरत पड़ेगी वह भगवान ने बनाएं इंसान बनाएंगे उसी वजह से लोग एक्सिस्ट कर रहे रहे जिंदा है वह काम करेंगे ठीक है पर कोटन से कैसे बनाएंगे इसमें यूज के इंसान ने प्रदिवाग उसने बने उसने बने मशीन उसने बना एक्वीपमेंट अ कि उसने बनाए टूल्स हम नहीं बनाए इंसानों नहीं बनाए चीजें उसके बाद क्या है फैक्टरी बिल्डिंग बनाए कि कंप्यूटर बनाए यह सब क्या है मैंने चीजें और जब यह मैंने चीजों का यूज करेंगे प्रोडक्शन में तो यह प्रपितल है एक बिजनेसमैन जो चाहता है कि वह कॉटन शर्ट बनाए तो उसको यह चीजें लगेंगे उसको यह चीजें चाहिए लैंड जाए लाइन में नाचुरल रिसोर्स चाहिए कोटन उसको मिल गया ��ीक है नाचुरल रिसोर्स है उसके बाद उसको चाहिए वह लेवर ह्यूमन रिसोर्स फैक्टरी में काम करने के लोग चाहिए ऑफिस में काम करने के लोग चाहिए ठीक है मिल गए उसको फि हो गई मशीन हो गया क्वेश्चन आगे टूल हो गया ऑफिस वालों के कंप्यूटर आ गए मेंटेन करना काम करने यह सारी चीजें हो गई ठीक है उसके बाद आएगा ऑंट्रेप्रेनॉर ऑंट्रेप्रेनॉर सबसे महीन है यह क्या है अब देखो लेवर ऑंट्रेप्रेनॉर में क्या सिमिलारिटी है सिमिलारिटी है कि लेवर भी हूं रिसोर्स है हूं रिसोर्स वह लेबर होते हैं human resources, entrepreneur होता है एक special human resource, ये special human resource क्या है, क्या सारे लोग entrepreneur बन सकते हैं, नहीं बन पाते हैं, entrepreneur बनने के दिमाग चाहिए, innovation चाहिए, आपका ऐसा दिमाग होना चाहिए कि आप किसी demand को fulfill करो, business man क्या कर रहे होते हैं, देखते हैं जिस चीज की जरूर है वे society में, उस और एक person है जो पूरी factory चला रहा है, जिसका idea था वो पूरा, ठीक है, तो cotton से cloth बनेगा, क्या सबके पास यह idea था, क्या सबके पास यह दिमाग था कि cotton से cloth बन सकता, अगर first time की बात करो, सबसे पहले जब बनाया गया होगा, नहीं, किसी ने दिमाग चलाया होगा, वो entrepreneur था, जि चाहिए कैपिटल चाहिए और ऑंट्रेप्टरनोर चाहिए ऑंट्रेप्टरनोर क्या है वह ऑर्गनाइज इस तब रोडक्शन इंपोर्टेंट डिसीजन लेता है रिस्क लेता है हमेशा बिजनेस में रिस्क होता ही होता है कि कुछ ना कुछ नुकसान हो सकते हैं इस चीज का ठीक है और चिप्टर और कोर होता है कॉनिका ठीक है और एक और चीज एक और चीज यहां पर देख कि चलो बाद में देखेंगे वह फैक्टर सर्व फैक्टर इनकम में देखेंगे अभी रहने दीजिए वह पॉइंट पॉइंट अभी स्किप करते हैं फैक्टर इनकम में देखेंगे इसमें यह था उसमें यह था कि इनको मिलती कैसे रिसीव यह कि बिजनेसमैन ऑंटरप्रेड है बिजनेसमैन है तो देखो यह सारी चीजें लिंग है हम लोग हमें चीजों की जरूरत थी कॉटन चर्ट की जरूर हमें शर्ट की जरूरत थी एक ऐसा समय कैसी चीज जिससे हम अपने बॉडी को कबर कर सके स्कूल पहनकर जाना है जाए ठीक है किसी ने दिमाग लगाया कि कॉटन यह चीज अवेरेबल है इससे शर्ट बना सकते हैं कौन था वह अंट्रेप्रेणर अब कॉटन दिया किसने नेचर ने दिया तो चलो वह भी तो रिसोर्स है वह हमारा रॉ मटेरियल है कॉटन रॉ मटेरियल है क्या है लैंड में आएगा क्योंकि नाचल रिसोर्स है फिर हमने लेबर का यूज किया अब एक इंसान खुद तो नहीं बनाएगा कई सारे लोग आए बोले चलो हम सब मिलकर बनाते हैं ठीक है दिमाग तो एंट्रीपरनॉर्कर चल रहा है कि कैसे क्या स्टेप्स करने है पहले कॉटन को क्या करना है फिर वीव करना है डाई करना है लग रहा है ठीक है जितना भी पैसा उनका करने में लग रहा है आपने मशीन खरीदी आपने फैक्टरी बिल्डिंग लगाई वह सारी चीजें फिर वहां पर लेटर ने काम शुरू किया तो अंट्रेप्रेनर का दिमाग लगा उसे नैचरल रिसोर्स को यूज किया उसने लेबर का यूज किया उसने कैपिटल का यूज किया मशीन वगैरह का उससे एक समान बनाया जिसने उन्होंने समान खरीदा उसके बदले में पैसे दिए और को प्रोफिट कमाया अ ठीक है प्रोफ़िट कैसे कमाते हो बिजनेस में चले जाएंगे ऑंट्रेपरनर ने प्रोफ़िट कमाया यह क्या था प्रोडक्शन और फैक्टर प्रोडक्शन प्रोडक्शन है क्रिएशन ओफ यूटिलिटी इसी ऑंट्रेपरनर के दिमाग ने इस कॉटन को कॉटन शर्� यूटिलिटी ऐड करने के लिए चार चीजें लगी लैंड की जरूरत पड़ी इस कोटन में यूटिलिटी कैसे आड हुई लैंड यूज करके प्लेट नैचर डिसोर्स का यूज करके लेवर का यूज करके कैपिटल वन मशीन का यूज करके और ऑनलाइट के दिमाग को यूज कर ठीक है कॉर्टन चैट में कन्वेट हो गया यह फैक्टर्स ऑफ रोडक्शन से तो प्रोडक्शन एंड फैक्टर्स ऑफ रोडक्शन का कॉनसेप्ट हुआ पाको प्लीयर हो गया होगा इसके बाद आपका इसमें बचेगा कैरेक्टर स्टिक्स और फैक्टर्स ऑफ