आईटीआर 2 को फाइल कैसे करें इस वीडियो की काफी ज्यादा डिमांड आ रही थी तो चलिए इस वीडियो में पूरा समझ लेते हैं चाहे आपको कैपिटल गेस फ्रॉम प्रॉपर्टी हो या फिर शेयर्स या म्यूचुअल फंड से या फिर लॉस को कैरी फॉरवर्ड कैसे करते हैं सब कुछ स्टेप बाय स्टेप समझेंगे अब टैक्स रिटर्न फाइलिंग के साथ-साथ हम आने वाले साल में मैक्सिमम टैक्स सेविंग कैसे कर सकते हैं इसके लिए हमने अपना एक डिटेल टैक्स प्लानिंग कोर्स हमारी नई ऐप जो वीडियो फाइनेंस ऐप है यानी कि विड फिन पे लच कर दिया है यह कोर्स विड फिन के सब्सक्रिप्शन का ही पार्ट है जहां हमें अनलिमिटेड वैल्यू एडेड कंटेंट मिल जाता है इंक्लूडिंग स्टॉक मार्केट एंड अदर फाइनेंस कोर्सेस स्टॉक रिकमेंडेशंस आईपीओ एनालिसिस एंड फाइनेंशियल इंसाइट विटफिन को आप सब्सक्राइब कर सकते हैं लिंक नीचे डिस्क्रिप्शन में है चलिए अब आ जाते हैं हम अपने आईटीआर 2 पे वैसे तो आईटीआर 2 का जो मेन यूज केस आता है तब आता है जब हमारे कैपिटल गेस या फिर लॉस होते हैं या फिर हम कोई कैरी फॉरवर्ड करना चाहते हैं अपने लॉस को लेकिन इसके अलावा भी काफी सारे केसेस में आईटीआर टू फाइल करना होता है पहले वो केसेस भी हम समझ लेते हैं अगर हमारी एनुअल इनकम 50 लाख से ज्यादा है नंबर वन केस या फिर हमारी मोर दन वन हाउस प्रॉपर्टी से इनकम आती है कैपिटल गेंस या फिर लॉस हुआ है हमें किसी साल में अगर हमारी एग्रीकल्चर इनकम 5000 से ज्यादा है किसी साल के अंदर हम किसी कंपनी के अंदर डायरेक्टर हैं या फिर हम किसी प्राइवेट कंपनी में शेयर्स ओन करते हैं जैसे कि बहुत सारे स्टार्टअप्स में ई शॉप्स मिलते हैं अगर हम एनआरआई हैं या फिर नॉट ऑर्डिनरी रेजिडेंट हैं हमारी किसी भी फॉरेन कंट्री से कोई इनकम आती है वहां पे हम कोई अकाउंट होल्ड करते हैं या फिर हमारे एसेट्स हैं उस केस में भी इनकम फ्रॉम लॉटरी या फिर गैंबलिंग हो इनकम फ्रॉम क्रिप्टोकरेंसीज हो या फिर कोई और वर्चुअल डिजिटल एसेट हो या फिर हमने अगर किसी साल में कैश विथड्रावल करना होता है हमारे कोई भी ब्रॉड फॉरवर्ड लॉस है या फिर हमें किसी लॉस को कैरी फॉरवर्ड करना है इन फ्यूचर इयर्स उस केस में भी आईटीआर टू आ जाता है काफी सारे केसेस में स्पाउस और चाइल्ड की इनकम को भी क्लब किया जाता है इनके सारे केसेस में आ टू आ जाता है लेकिन एक चीज का और ध्यान रखना है अगर बाय चांस हमारी कोई बिजनेस इनकम है जैसे बहुत सारे फ्रीलांसर्स होते हैं प्रोफेशनल्स होते हैं या आप कोई और बिजनेस कर रहे हैं उस केस में आईटीआर ट फाइल नहीं होता है उस केस में हमें आईआर 3 फाइल करना होता है इसके अलावा भी अगर हम शेयर्स में ट्रेड करते हैं तो अगर हमारा नॉर्मल शॉर्ट टर्म या फिर लॉन्ग टर्म कैपिटल गेंस हुआ है तब तो हम आईटीआर टू ही फाइल करेंगे लेकिन अगर हम फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस में ट्रेड करते हैं या फिर इंट्राडे में ट्रेड करते हैं तो हमें आईआर 3 फाइल करना होता है जो जनरली बिजनेसेस के केस में होता है या या फिर हमारी कोई भी एज अ प्रोफेशनल इनकम है एज अ फ्रीलांसर इनकम है उस केस में भी हमें आईटीआर 3 फाइल करना होगा चलिए अब हम चलते हैं सीधा इनकम टैक्स की वेबसाइट पे देख लेते हैं कि आखिर हमें फाइलिंग कैसे करनी है अगर बाय चांस आप पहली बार आ रहे हैं फाइल करने के लिए तो सबसे पहले तो आपको रजिस्टर करना होगा अपनी पर्सनल डिटेल्स डाल के हमारी डिटेल्स ऑलरेडी है हमारे पास तो हम सीधा लॉगिन यहां पे कर लेते हैं तो आप अपना पेन और पासवर्ड डाल के यहां पे लॉगिन कर लेते हैं फिर आप अपनी पर्सनल इंफॉर्मेशन यहां पे चेक कर सकते हैं अगर आप चेंज करना चाहे तो यहां पे अपडेट प जाके अपडेट भी कर सकते हैं हमें अगर इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करने है तो हम यहां पे फाइल नाउ पे जाके फाइल कर सकते हैं लेकिन उसके पहले हम चाहेंगे कुछ इंफॉर्मेशन अपनी कलेक्ट करना यहां पे हमें दो मेन इंफॉर्मेशन यहां से मिल जाएंगी पहला है हमारा फॉर्म 26 ए तो यहां पे जाके हम व्यू फॉर्म 26as पे जाएंगे यहां पे कंफर्म कर देते हैं फिर इसको हम क्लिक करके प्रोसीड कर देते हैं उसके बाद हमें यहां पे क्लिक करना है और असेसमेंट ईयर अपना सेलेक्ट करना है तो अगर हम फाइनेंशियल ईयर 2324 के लिए फाइल कर रहे हैं तो हम असेसमेंट ईयर करंट सेलेक्ट करेंगे व्हिच इज 24 25 तो हम यहां पे ये सेलेक्ट कर लेते हैं व्यू डाउनलोड पे क्लिक करेंगे फिर हम एक्सपोर्ट एज पीडीएफ कर लेंगे यह मैं ऑलरेडी डाउनलोड कर चुका हूं तो हमें अपना 26as फॉर्म मिल जाएगा तो हमारा फॉर्म 26as कुछ इस तरह से दिखता है यहां पे आपको सारी टीडीएस की इंफॉर्मेशन मिल जाती है तो जितनी भी हमारी इनकम हुई जहां-जहां पे भी हमारा टीडीएस कटा है जैसे हम कहते हैं टैक्स डिडक्टेड एट सोर्स वो हमें पता चल जाता है तो इससे भी हम अपनी इनकम और टीडीएस मैच कर सकते हैं नंबर वन उसके बाद हम अपनी एआईएस से भी इनकम की इंफॉर्मेशन निकाल सकते हैं वो कैसे निकालनी है वापस से हम अपने डैशबोर्ड पे चलते हैं यहां पे आप एआईएस का एक टैब देख रहे हैं इस पे हम क्लिक करेंगे प्रोसीड पे क्लिक करेंगे उसके बाद हम यहां पे एआईएस पे क्लिक करेंगे टैक्स पेयर इंफॉर्मेशन समरी पे क्लिक करेंगे तो अब हमारे पास यहां पे नीचे इंफॉर्मेशन आ गई है तो अब हम यहां पे देख सकते हैं सारी इनकम की इंफॉर्मेशन आ रही है तो इस केस के अंदर सैलरी की इनकम है डिविडेंड है इनकम फ्रॉम सेविंग बैंक है इनकम फ्रॉम डिपॉजिट है यानी कि फिक्स डिपॉजिट से कुछ इनकम आई है उसके इंटरेस्ट से फिर देखिए ध्यान से सेल ऑफ सिक्योरिटीज एंड यूनिट्स ऑफ म्यूचुअल फंड ये ये हमारे लिए यहां पे इंपॉर्टेंट हो जाता है इस केस में तो हमें आईटीआर टू फाइल करना ही करना है आउटवर्क फॉरेन रेमिटेंस यानी कि अगर हो सकता है किसी ने कोई सॉफ्टवेयर खरीदा हो बाहर से तो वो आउटवर्क रेमिटेंस हो सकता है परचेस ऑफ सिक्योरिटीज ये भी हम कितना शेयर्स खरीदें कितने म्यूचुअल फंड्स खरीदें उसकी इंफॉर्मेशन मिल रही है बट हम यहां पे मेनली सेल ऑफ सिक्योरिटीज और इससे ऊपर वाले सारे सेक्शंस के अंदर इंटरेस्टेड हैं जहां पे हमारी सारी इनकम की इंफॉर्मेशन आ रही है और इस इनकम को हमें डालना होगा जब हम अपने आईटीआर को फाइल करेंगे फिर इसके अलावा हमारे पास फॉर्म 16 होता है जो हमें हमारा एंप्लॉयर देता है उस फॉर्म 16 के अंदर हमारी इनकम की डिटेल्स आ जाती हैं उसका सारा ब्रेकअप आ जाता है साथ में हमारे कितने टैक्स डिडक्शंस वहां पे हमारी क्लेम हुए हुए हैं वो सारी इंफॉर्मेशन आ जाती है पर अभी हमारे केस में यहां पे फॉर्म 16 क्योंकि अवेलेबल नहीं है हमारे पास लेकिन एआईएस की इंफॉर्मेशन अवेलेबल है और साथ में 26as है इससे भी हम आराम से अपना इनकम टैक्स रिटर्न फाइल कर सकते हैं चलिए वापस से आ जाते हैं अपने डैशबोर्ड पे अब हम जाएंगे यहां पे ई फाइल पे इनकम टैक्स रिटर्न्स पे जाएंगे फाइल करने के लिए और यहां पे हम फाइल इनकम टैक्स रिटर्न पे क्लिक कर देते हैं असेसमेंट ईयर हम ऑब् वियस 2425 सेलेक्ट करेंगे अगर हम 2324 फाइनेंशियल ईयर के लिए फाइल कर रहे हैं तो ऑनलाइन मोड हम सेलेक्ट करेंगे कंटिन्यू पे क्लिक करेंगे उसके बाद मैंने यहां पे एक ड्राफ्ट ऑलरेडी सेव किया हुआ था कुछ इंफॉर्मेशन मैंने ऑलरेडी फिल की थी लेकिन हम क्या करते हैं स्टार्ट न्यू फाइलिंग ही कर देते हैं एकदम स्टेप बाय स्टेप चलते हैं ये इंडिविजुअल के लिए हम फाइल कर रहे हैं एचयूएफ या अदर्स है तो आप वो भी सेलेक्ट कर सकते हैं कंटिन्यू पे क्लिक करेंगे अब यहां पे हम फॉर्म सेलेक्ट करेंगे ऑब् वियस यहां पे हमें आईआर टू सेलेक्ट करना है प्रोसीड विद आ आईटीआर टू लेट्स गेट स्टार्टेड पे क्लिक कर देते हैं अब देखिए यहां पे हमें सेलेक्ट करना है कि किस वजह से हम आईटीआर टू सेलेक्ट कर रहे हैं ज्यादातर केस में तो अगर हमारी टैक्सेबल इनकम है एमपन लिमिट से ऊपर है तो हमें फाइल करना होता है यह वाला केस होता है लेकिन बाय चांस अगर आपके दूसरा भी कोई केस है बाय चांस आपने 1 लाख से ज्यादा का इलेक्ट्रिसिटी बिल भरा है किसी साल के अंदर या फिर आपने कैश डिपॉजिट 1 करोड़ से ज्यादा कर दिया है तो ये भी कुछ केसेस हैं जिस वजह से हमें आईटीआर टू फाइल करना हो सकता है या फिर इनफैक्ट आईटीआर ही फाइल करना हो सकता है तो यहां पे अभी हम कंटिन्यू पे क्लिक कर देते हैं अब ध्यान से समझिए यहां पे हमें कुछ शेड्यूल्स सेलेक्ट करने हैं ये शेड्यूल्स हमें सही से सेलेक्ट करना बहुत जरूरी है अदर वाइज हमसे कुछ ना कुछ इंफॉर्मेशन मिस हो जाएगी अगर वो हमें रिफ्लेक्ट ही नहीं करेगा तो वो इंफॉर्मेशन हो सकता है हम स्किप ही कर दें तो यहां पे हम जनरल सेक्शन में पहले ऑब् वियस ये सेलेक्ट कर लेंगे पार्ट ए जनरल ये पोर्तुगीज सिविल कोड ओबवियसली ज्यादातर लोगों के लिए एप्लीकेबल नहीं है तो इसे हम छोड़ देते हैं फिर हमें इनकम के सारे शेड्यूल्स यहां पे सेलेक्ट करने हैं तो ऑब् वियस सैलरी का स्केड्यूल हो गया हमारे लिए अगर हमारी सैलरीड इनकम है तो फिर इनकम फ्रॉम हाउस प्रॉपर्टी का शेड्यूल अगर आपकी कोई रेंटल इनकम आती है तो वो आपको सेलेक्ट करनी है हमें कैपिटल गेंस अगर हुए हैं ऑब् वियस बहुत लोगों के केस में यह कैपिटल गेंस वाला एप्लीकेबल होगा तो हमें ये सेलेक्ट करना है अब हां एक चीज का मैं आपको यहां पे और बता दूं कैपिटल गेंस में अगर आपने शेयर्स के केस में अगर आप कैपिटल गेस फिल करना चाह रहे हैं और किसी साल में आपने कोई शेयर या म्यूचुअल फंड बेचे ही नहीं है तो हो सकता है आपका कैपिटल गेन हुआ ही ना हो तो ऐसे केस में अगर आप खाली शेयर्स होल्ड करते हैं या फिर म्यूचुअल फंड्स होल्ड करते हैं और आपका कोई कैपिटल गेन नहीं हुआ है तो आपको आईटीआर 2 फाइल करने की जरूरत नहीं है उस केस में आप आईटीआर व फाइल कर सकते हैं तो यहां पे अभी हम कैपिटल गेन से सेलेक्ट कर लेते हैं फिर 112a ये लॉन्ग टर्म कैपिटल गेंस के लिए होता है इसको भी अभी हम सेलेक्ट कर लेते हैं फिर ये 115 एडी ये जनरली एफआईआई के लिए होता है हमारे केस में ओबवियसली ये एप्लीकेबल नहीं है तो इसको हम अनचेक कर देंगे नीचे आ जाते हैं वर्चुअल डिजिटल एसेट्स अगर आपकी कोई क्रिप्टो से इनकम आती है तो उसको आपको सेलेक्ट करना होगा अभी एग्जांपल के तौर पर हम इसे सेलेक्ट कर लेते हैं अदर सोर्सेस से कोई इनकम है कोई भी इंटरेस्ट इनकम है डिविडेंड इनकम है तो आपको ये डेफिनेटली सेलेक्ट करना चाहिए हमारे केस में भी ये वाली इनकम है तो मैं इसको सेलेक्ट कर रहा हूं फिर स्पेसिफाइड पर्सन इनकम इसको आप तब चेक कर सकते हैं अगर कुछ केसेस में माइनर के नाम पे आपने यानी कि हो सकता है आपके बच्चे के नाम पे आपने कोई इन्वेस्टमेंट की हो उससे कोई इंटरेस्ट इनकम आती हो आपकी वाइफ बाय चांस वर्किंग नहीं है उनके नाम पे आपने कोई इन्वेस्टमेंट खरीदी थी उनकी कोई इनकम आती है तो यह सारी इनकम क्लब करनी होती है तो अगर ऐसा केस है तो आप इसे सेलेक्ट कर सकते हैं हमारे केस में यह एप्लीकेबल नहीं है स्पेशल इनकम अगर आपकी आती है कोई जिस पे स्पेशल रेट लगता है जैसे आपकी कोई विनिंग फ्रॉम गैंबलिंग हुई है कोई गेमिंग से हुई है कोई लॉटरी से आप जीते हैं तो उसपे स्पेशल रेट लग जाता है फिर इसके अलावा भी हमारे बहुत सारे टैक्स रेट्स अलग-अलग हो जाते हैं शॉर्ट टर्म कैपिटल गेंस 15 पर हो जाता है इक्विटी के केस में वेयर एज दूसरे अगर कोई एसेट की बात करें तो वहां पे हमारे इनकम टैक्स लैब के अंदर ऐड हो जाता है सिमिलरली लॉन्ग टर्म कैपिटल गेंस प्रॉपर्टी के केस में 20 हो जाता है शेयर्स के केस में ये 10 पर हो जाता है तो इस टाइप के डिफरेंट टैक्स रेट्स अगर आपके लिए एप्लीकेबल है तो आप इसको सेलेक्ट कर सकते हैं तो यहां पे अभी मैंने इसको चेक कर दिया है फिर एजेंट इनकम है अगर आपकी कोई बाय चांस आपको कोई ऐसी इंटरेस्ट इनकम आती है एग्रीकल्चर इनकम आती है जो एमटे है फिर बहुत सारी गवर्नमेंट की भी स्मॉल सेविंग स्कीम्स होती हैं जैसे कि ईपीएफ है पीपीएफ है सुकन्या समृद्धि योजना है जहां पे हमारा जो अमाउंट विड्रॉ होता है वो टैक्सेबल नहीं होता है तो इस तरीके की आपकी कोई भी इनकम है जो टैक्सेबल नहीं है जो एमटे है उसकी आप यहां पे डिटेल्स डाल सकते हैं अभी मैं इसको अनचेक कर रहा हूं क्योंकि हमारे केस में ये एप्लीकेबल नहीं है कोई आपकी पास थ्रू इन कम है तो इसको आप चेक कर सकते हैं हमारे केस में एप्लीकेबल नहीं है फॉरेन सोर्स से कोई आपकी इनकम है तो आप इसको चेक कर सकते हैं कोई और आपको टैक्स रिलीफ मिला है सेक्शन 90 90a और 91 में तो इसको आप चेक कर सकते हैं मैक्सिमम केसेस में ये एप्लीकेबल नहीं होते हैं तो इनको मैं अनचेक कर रहा हूं तो ये अभी हमने सारी इनकम की डिटेल्स चेक कर ली फिर यहां पे अगर हम ओल्ड रेजीम सेलेक्ट कर रहे हैं तो हमारे ये बहुत सारे डिडक्शंस हम यहां पे क्लेम कर सकते हैं तो हमें ये स्केड्यूल सेलेक्ट करना होगा जैसे कि 80g जीज 80d ये सब हम सेलेक्ट कर सकते हैं ये जो 6a के अंदर है यहां पे हमारा न्यू रेजीम के अंदर खाली एक सेक्शन एप्लीकेबल होता है 80 सीसीडी 2 जो एनपीएस का सेक्शन होता है जो हमें हमारा एंप्लॉयर दे सकता है अगर आपका एंप्लॉयर यानी कि आपकी कंपनी आपको नहीं देती है तो यह भी एप्लीकेबल नहीं होगा तो फिर भी मैंने इसको चेक कर लिया है यहां पे अब ये डिडक्शन वाला हो गया हमारा नेक्स्ट आ जाता है हमारा टैक्स वाला तो यहां पे हमारे पास ओबवियसली ये ऑटो सेलेक्ट कर रहा है कंप्यूटेशन ऑफ इनकम को ये तो मैंडेटरी है कंप्यूटेशन ऑफ टैक्स ये भी मैंडेटरी है इसके अलावा हमारी जितने भी एडवांस टैक्स या फिर सेल्फ असेसमेंट टैक्स टीडीएससी ये सारी इंफॉर्मेशन अगर हम भरना चाहते हैं तो इनको हम सेलेक्ट कर सकते हैं ये फॉर एग्जांपल मैंने यहां पे सेलेक्ट कर लिया है नेक्स्ट आ गया हमारा अदर्स का तो ये देखिए थोड़ा सा ध्यान से समझिए यहां पे कैरी फॉरवर्ड लॉस है हमारा किसी भी केस के अंदर चाहे हम प्रीवियस ईयर से लेके आ रहे हैं या फिर करंट ईयर में हम कुछ बुक कर रहे हैं या फ्यूचर में लेके जा रहे हैं तो ये तीन चीजें हमें सेलेक्ट कर लेनी चाहिए सीवाई एलएएफसी एफएल अगर आपके कोई फॉरेन एसेट्स हैं तो आप इसको सेलेक्ट कर सकते हैं इसके अलावा ये अल्टरनेट मिनिमम टैक्स ज्यादातर लोगों के लिए एप्लीकेबल नहीं होता है तो इनफैक्ट बाय डिफॉल्ट अनचेक्ड ही है फिर इसके अलावा अगर हमारी इनकम 50 लाख से ज्यादा होती है किसी भी साल में तो हमें अपने एसेट्स एंड लायबिलिटीज रिपोर्ट करने होते हैं तो इसको भी आप चेक बॉक्स को क्लिक कर सकते हैं अगर आपका यह केस बनता है तो हमारे केस में ये एप्लीकेबल नहीं है तो अब ये सारी इंफॉर्मेशन हमने यहां सेलेक्ट कर ली है हमारे सारे शेड्यूल्स सेलेक्ट हो गए हैं अब हमारे पास खाली रिलेवेंट सेक्शंस ही आएंगे जिनको हमें फिल करना होगा कंटिन्यू पे क्लिक कर लेते हैं अब चलिए हमें सारी इंफॉर्मेशन भरनी है तो कंटिन्यू पे क्लिक करेंगे अब देखिए यहां पे भी थोड़ा सा ध्यान से समझिए अगर हम ओल्ड रेजीम पे जाना चाहते हैं यानी कि अगर हमारे बहुत सारे डिडक्शंस हैं हम एचआरए क्लेम करना चाहते हैं होम लोन का इंटरेस्ट क्लेम करना चाहते हैं 8c के अंदर हमने बहुत सारी इन्वेस्टमेंट्स की हुई हैं तो उस केस में हमें ओल्ल्ड रेजीम पे जाना बेनिफिशियल हो जाता है अगर आप ओल्ल्ड रेजीम में फाइल कर रहे हैं तो आपको यहां पे यस क्लिक करना होगा लेकिन बाय डिफॉल्ट यहां पे नो रहता है अब न्यू रेजीम बाय डिफॉल्ट आ गई है तो यहां पे अभी मैं नो ही क्लिक कर रहा हूं क्योंकि हम न्यू रेजीम के अंदर यहां पे फाइल करने वाले हैं कंटिन्यू पे क्लिक करते हैं फिर देखिए ये हमें यहां पे सारे टैक्स डिडक्शंस दिखा रहा है 8c हमारे केस में एप्लीकेबल नहीं है क्योंकि मैं यहां पे न्यू टैक्स रेजीम सेलेक्ट कर रहा हूं ओल्ड टैक्स रेजीम में ये सारी हम ओबवियसली क्लेम कर सकते हैं 5 लाख तक की हमें यहां पे एमपन लिमिट मिलती है तो अगर आपने ये 80c के अंदर इन्वेस्टमेंट्स की है तो आप इसको सेलेक्ट कर सकते हैं न्यू रेजीम के अंदर 80 सीसीडी 2 का अगर आपको बेनिफिट मिल रहा है आपके एंप्लॉयर के थ्रू तो आप इसे यस कर सकते हैं हमारे केस में ये नो है इसके बाद सेक्शन 80 टीटी ए के अंदर हमें सेविंग्स बैंक के अंदर जो इंटरेस्ट मिलता है उस पर हमें कुछ डिडक्शन मिल जाती है तो इसको मैं यहां पे करना चाहूंगा क्योंकि हमारे पास एआईएस में इंफॉर्मेशन है कि कुछ ना कुछ हमारे पास सेविंग बैंक से इंटरेस्ट आया हुआ है कितना आया हुआ है देख लेते हैं यहां पे इंटरेस्ट फ्रॉम सेविंग बैंक 1241 का आया हुआ है तो इसको हम यहां पे भर देते हैं 1241 फिर इसके बाद 80ttb सिमिलर ही सेक्शन है लेकिन ये सीनियर सिटीजन के लिए एप्लीकेबल है तो अगर आप सीनियर सिटीजन के लिए भर रहे हैं तो इसे आप यस कर सकते हैं यहां पे मैं अभी इसको नो कर देता हूं कंटिन्यू पे क्लिक करते हैं तो अब देखिए हमारे पास ये सारे जो हमने सेलेक्ट करे थे सारे रिलेवेंट सेक्शंस यहां पे हमें दिख रहे हैं अब ये सारी इंफॉर्मेशन हमें चेक करके कंफर्म करनी है पहले हम जनरल इंफॉर्मेशन पे क्लिक कर देते हैं सो पहले हमें यह पर्सनल इंफॉर्मेशन अपनी चेक कर लेनी है कंफर्म कर लेनी है उसके बाद नेक्स्ट सेक्शन आ जाता है हमारा फाइलिंग स्टेटस का अगर हम ड्यू डेट यानी कि 31 जुलाई के पहले फाइल कर रहे हैं तो ऑटोमेटिक ये सेलेक्ट कर ही रहा है तो हमें 1391 सेलेक्ट करना होता है अगर हम ड्यू डेट के बाद भर रहे हैं तो 1394 हो जाता है रिवाइज रिटर्न अगर हम भर रहे हैं तो ये 1395 हो जाता है एंड सो ऑन फिर जैसे हमने पहले सेलेक्ट किया था हम न्यू रेजीम पे जाना चाह रहे हैं तो ये नो वाला सेक्शन आ जाता है लेकिन अगर हम यहां पे ओल्ड रेजीम पे जाना चाह रहे हैं तो हम वापस से यहां पे यस सेलेक्ट कर सकते हैं और ओल्ड रेजीम या न्यू रेजीम हमारे लिए कौन सी बेटर होती है इस पे मैंने काफी डिटेल वीडियो किया हुआ है जिसके अंदर कैलकुलेटर भी है वो वीडियो आप चेक आउट कर सकते हैं नीचे डिस्क्रिप्शन में आपको लिंक मिल जाएगा उसके बाद ये सारे सेक्शन हमने पहले ही नो कर दिए थे उसके बाद हम नीचे आ जाते हैं हमें अपना रेजिडेंशियल स्टेटस डालना है अगर हम रेजिडेंट इंडियन है तो हम यहां पे रेजिडेंट सेलेक्ट कर लेंगे अगर आप एनआरआई है तो आप एनआरआई सेलेक्ट कर सकते हैं और यहां पे हमारे लिए ये 182 डेज और मोर ड्यूरिंग द प्रीवियस ईयर अगर हम इंडिया में रहे हैं तो ये हमें ओबवियसली सेलेक्ट करना होता है अगर हम रेजिडेंट इंडियन है तो इसके बाद ये 115h वाला सेक्शन होता है यह भी एनआरआई के लिए ही होता है जनरली तो मान लीजिए वो पहले एनआरआई थे उसके बाद जिस फाइनेंशियल ईयर के लिए अभी भर रहे हैं उस केस में वो रेजिडेंट इंडियन हो गए थे तो उसके लिए वो कुछ एग्मन क्लेम करना चाहते हैं तो यह यस होता है तो उसके केस में आप अपनी इंफॉर्मेशन भर सकते हैं अगर ऐसा केस है तो ज्यादातर लोगों के लिए यह नो ही होगा फिर ऑब् वियस हम यहां पे एफपीआई नहीं है फॉरन पोर्टफोलियो इन्वेस्टर्स के लिए होता है यह तो यह नो हो जाएगा हमारे लिए अगर रिप्रेजेंटेटिव एसएससी भर रहा है अगर किसी के केस में कोई डिसीस्ड हो गया है डेथ के बाद किसी का रिटर्न भरा जा रहा है या फिर कोई साउंड माइंड का नहीं है या और भी कोई ऐसा केस है जिस केस में आप किसी के बिहाव पे ये फाइल कर रहे हैं आईटीआर तो आप यहां पे यस सेलेक्ट कर सकते हैं अदर वाइज ये नो हो जाएगा अगर हम किसी कंपनी के अंदर डायरेक्टर हैं तो हमें यस करके यहां पे डिटेल्स फिल करनी होती है हमारे केस में नो है अगर हम किसी प्राइवेट कंपनी के अंदर कुछ इक्विटी शेयर्स ऑन करते हैं तो वो हमारे डिटेल्स डालेंगे यहां पे हमारे केस में ये भी नो है सेव कर लेते हैं नेक्स्ट हो गया हमारा बैंक डिटेल्स तो यहां पे हमें मिनिमम एक बैंक की डिटेल तो डालनी ही है और आपके जितने भी बैंक की डिटेल्स हैं वो आप यहां पे डाल सकते हैं एक मेन बैंक रहेगा जिसे हमें वैलिडेट करना होता है जिसके अंदर अगर हमारा कोई रिटर्न बनता है तो वह पैसा आता है तो यह सारी चीजें हमारी वैलिडेटेड हैं इसको मैं कंफर्म कर देता हूं तो हमारा पहला सेक्शन हो गया है कंफर्म अब हमें सैलरी की डिटेल्स डालनी है तो अब देखिए मैंने यहां पे ये सैलरी की इंफॉर्मेशन डाल दी है ये इंफॉर्मेशन मुझे यहां एआईएस से मिल गई है 6552 की इनकम है यहां पे तो यह मैंने डाल दी है अब यहां पे हम ब्रेकअप भी इसको डाल सकते हैं यहां पे मैंने खाली बेसिक सैलरी ही डाल दिया एग्जांपल के लिए अदर वाइज आपको फॉर्म 16 से एग्जैक्ट ब्रेकअप मिल जाएगा कि बेसिक सैलरी कितनी है उसमें से एचआरए कितना है बाकी के जो हेड्स हैं वो सारे आपको यहां पे डाल देने हैं तो यहां पे अभी हमारी सैलरी इनकम हो गई है इसके अलावा हमारे और कोई प्रक्स इट्स हैं या फिर और भी कोई हमारे रिटायरमेंट बेनिफिट की वजह से कोई इनकम आती है तो वो हम यहां पे डाल सकते हैं इसके अलावा ये डिडक्शंस अंडर सेक्शन 16 ये होते हैं हमारे स्टैंडर्ड डिडक्शन ये बाय डिफॉल्ट ऑटोमेटिक हर किसी को ही मिलता है तो ये ऑटोमेटिक दिखा रहा है तो ये इनकम चार्ज जबल अंडर हेड सैलरीज हो गई हमारी 652 की इसको हम कंफर्म कर देते हैं तो हमारा स्केड्यूल सैलरी भी कंफर्म हो चुका है नेक्स्ट आ जाता है हमारा हाउस प्रॉपर्टी इसको भी एक बार कंफर्म कर लेते हैं अब देखिए इनकम फ्रॉम हाउस प्रॉपर्टी आईटीआर टू में जब मोर दन वन हाउस प्रॉपर्टी से इनकम आती है उस केस में हमें आईटीआर टू डेफिनेटली फाइल करना होता है लेकिन हो सकता है आपके कैपिटल गेंस हुए हो इस वजह से आप आईटीआर टू फाइल कर रहे हैं लेकिन आपकी इनकम फ्रॉम हाउस प्रॉपर्टी नहीं हो या फिर हो सकता है खाली एक प्रॉपर्टी से हो उस केस में भी आपको यहां पे अपनी डिटेल्स डाल देनी है यहां पे आप ऐड डिटेल्स करके के आपकी जितनी भी रेंटल इनकम आ रही है वो डाल सकते हैं फिर उसमें से आपके मेंटेनेंस का जितना खर्चा होता है वो ऑटोमेटिक 30 पर गवर्नमेंट मान लेती है तो वो डिडक्ट कर देती है साथ में अगर आपके कोई प्रॉपर्टी टैक्स हैं वो सारी इंफॉर्मेशन आप यहां पे ऐड कर सकते हैं हमारे केस में ये कुछ नहीं है तो मैं यहां पे कंफर्म कर देता हूं नेक्स्ट आ जाता है हमारा कैपिटल गेंस और स्केड्यूल 112a ये कैपिटल गेंस वाले सेक्शन है ये इंपॉर्टेंट है इन पे हम थोड़ा सा ज्यादा ध्यान देंगे तो यहां पे हम पहले सेलेक्ट कर लेते हैं कि कौन-कौन से केसेस में हमारे यहां पे कैपिटल गेंस हो रहे हैं तो यहां पे जो मैक्सिमम केसेस होते हैं वो पहले तीन या चार ही हमारे पास ऑप्शन निकल के आते हैं लैंड और बिल्डिंग और बोथ अगर आपका प्रॉपर्टी से किसी भी केस में कोई कैपिटल गेन हुआ है या फिर लॉस हुआ है तो यह हमें चेक करना है फिर इक्विटी शेयर्स अगर हमने या फिर म्यूचुअल फंड्स बेचे हैं पिछले साल में तो हमें यह सेलेक्ट करना है जैसा मैंने पहले कहा एफ एंड ओ के केस में या फिर इंट्राडे के केस में हमें आईटीआर 3 फाइल करना होता है उस केस में हम ये चेक नहीं करेंगे हम ओबवियसली आईटीआर टू ही नहीं भरेंगे इक्विटी शेयर्स ये 112a के अंदर अगर हमारे लॉन्ग टर्म कैपिटल गेंस या फिर लॉस हुआ है तो हमें ये चेक करना है बॉन्स या डिबेंचर से अगर हुआ है तो ये चेक करना है इसके अलावा और भी कोई हमारा लॉन्ग टर्म या शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन है तो आप नेसेसरी अपना चेक बॉक्स लगा सकते हैं यहां पे हमारे केस में ये जो तीन मेन एग्जांपल है हम वो लेके चलते हैं कंटिन्यू पे करते हैं तो अब देखिए पहले हम लैंड और बिल्डिंग और बोथ की बात कर लेते हैं यहां पे हम ऐड डिटेल्स की करते हैं क्लिक अब देखिए हमारे केस में कोई कैपिटल गेन या लॉस हुआ नहीं है कोई प्रॉपर्टी बेची नहीं गई है लेकिन ये मैं आपको एग्जांपल के लिए समझा रहा हूं तो यहां पे देखिए कॉस्ट ऑफ परचेज या फिर एक्विजिशन हमें यहां डालनी होती है पहले तो हमें इसकी डेट सेलेक्ट करनी है तो मैंने यहां पे खाली एक हाइपोथेटिकल एग्जांपल ले लिया है कि 2016 में हमने एक प्रॉपर्टी मान लेते हैं खरीदी थी और 2023 में हमने उसको बेचा था कैलकुलेट करते हैं तो देखिए 90 मंथ्स एंड फाइव डेज दिखा रहा है ये तो ओबवियसली ये लॉन्ग टर्म कैपिटल गेंस हो जाएगा और उसके अंदर भी हम काफी हद तक अपना कैपिटल गेंस टैक्स बचा सकते हैं मैं बताता हूं आपको कैसे ऐड करते हैं तो देखिए अब यहां पे हमें पहले डालना है अपना सेल प्राइस यानी कि जितने भी पैसे में हमने उस प्रॉपर्टी को बेचा मान लीजिए मैंने यहां पे 40 लाख में किसी प्रॉपर्टी को बेचा लेकिन काफी केसेस में ये स्टैंप वैल्यूएशन अथॉरिटी के हिसाब से यह वैल्यू ज्यादा भी हो सकती है कम भी हो सकती है हमारे केस में मैं मान लेता हूं कि मान लीजिए 35 लाख थी तो ये हमारे केस में जो कंसीडरेशन वैल्यू ले रहा है ये 40 लाख ले रहा है लेकिन अगर बाय चांस ये स्टैंप वैल्यूएशन अथॉरिटी की वैल्यू ज्यादा होती तो ये उस वैल्यू को कंसीडर करता फिर मान लेते हैं हमारी जो कॉस्ट ऑफ एक्विजिशन थी जो 2016 में हमने खरीदा था वो मान लेते हैं 25 लाख थी अब देखिए यहां पे बड़ी चीज इंटरेस्टिंग हो रही है ये कॉस्ट ऑफ एक्विजिशन विद इंडेक्सेशन ले रहा है यानी कि इंफ्लेशन की वजह से जो ऑटो टिकली कुछ प्राइसेस बढ़ते हैं उसने कॉस्ट ऑफ एक्विजिशन उस हिसाब से बढ़ा दी इसका मतलब हमारा टैक्स कम लगेगा इस इंडेक्सेशन की वजह से तो यह तो कॉस्ट ऑफ एक्विजिशन खाली हमने मकान बेचने की ली है इसके अंदर हम स्टैंप ड्यूटी और रजिस्ट्रेशन चार्जेस भी ऐड कर सकते हैं अगर हमने किसी ब्रोकर को पैसे दिए हैं हम वो भी ऐड कर सकते हैं मान लेते हैं वो ₹ लाख थे तो यहां पे मैं अपनी कॉस्ट ऑफ एक्विजिशन एक्चुअली चेंज कर देता हूं मैं इसको ₹ लाख कर देता हूं तो अब देखिए मेरी इंडेक्सेशन वैल्यू आ गई है 35 5991 की तो अब देखिए हमारा जो एक्चुअली प्रॉफिट बन रहा है वो कम ही बन रहा है लेकिन इसके अलावा भी हमारे पास एक स्कोप है टैक्स बचाने का हम कॉस्ट ऑफ इंप्रूवमेंट डाल सकते हैं कॉस्ट ऑफ इंप्रूवमेंट अगर मान लीजिए उस मकान के अंदर आपने कुछ काम कराया है कुछ रिनोवेशन कराया है उसकी आप वैल्यू यहां पे डाल सकते हैं मान लीजिए मैंने यहां पे 4 लाख का काम कराया था और लेट्स से मैंने ये काम कराया था 201718 के अंदर तो अब देखिए ये कॉस्ट ऑफ इंप्रूवमेंट भी 51000 की ले ली है इसने तो अब देखिए ये टोटल जो वैल्यू बनी है ये 4785 6 की हो गई है तो अब देखिए यहां पे हमारे खर्चे एक्चुअली ज्यादा हो चुके हैं हमने इस प्रॉपर्टी को बेचा है खाली ₹ लाख में तो एक्चुअली हमारा 0000 का यहां पे लॉस हो गया है तो ये हो गया हमारा लॉन्ग टर्म कैपिटल लॉस इसको एक्चुअली हम कैरी फॉरवर्ड कर सकते हैं इसको हम अपना लॉन्ग टर्म कैपिटल गेंस के अगेंस्ट सेट ऑफ भी कर सकते हैं तो ये बहुत इंपॉर्टेंट हो जाता है कि हम अपनी कैलकुलेशन ठीक से करें सारे हेड्स को हम कैलकुलेट करके चलें तो इस केस में तो हमारा कैपिटल लॉस बन गया लेकिन अगर यहां पे मेरा मान लेते हैं 5 लाख का गेन बन रहा होता तो भी मेरे पास ऑप्शन थे उसको सेट ऑफ करने के पहली बात तो मैं यहां पे डिडक्शंस क्लेम कर सकता हूं अगर मैंने प्रॉपर्टी खरीद ली है रेजिडेंशियल प्रॉपर्टी बेची है एक और रेजिडेंशियल प्रॉपर्टी खरीद ली है तो उसके डिडक्शन को मैं क्लेम कर सकता हूं वहां पे भी मेरा टैक्स नहीं लगेगा फिर इसके अलावा भी कुछ बॉन्ड्स होते हैं जैसे एनएचआई के बॉन्ड्स या फिर आरईसी के बॉन्ड्स होते हैं उसमें मैंने अपने कैपिटल गेंस को इन्वेस्ट कर दिया है तो भी मेरा टैक्स का डिडक्शन मुझे मिल जाता है तो वो सारी डिटेल्स भी मैं यहां पे ऐड कर सकता हूं सो यहां पे हमारे पास प्रॉपर्टी के कैपिटल गेंस बचाने के काफी सारे ऑप्शन होते हैं तो हमें सारे ऑप्शंस जरूर यूटिलाइज करने चाहिए तो इनके अलावा तो आप अपनी बाकी की सारी डिटेल्स आराम से भर सकते हैं तो अब मैं इसे कैंसिल कर देता हूं क्योंकि हमारे केस में कोई प्रॉपर्टी से कैपिटल गेंस नहीं है अब हमारा नेक्स्ट इंपोर्टेंट सेक्शन आ जाता है इक्विटी एंड म्यूचुअल फंड्स का यह काफी लोगों के लिए एप्लीकेबल हो सकता है तो इस पे पहले वाले पे क्लिक करते हैं ऐड डिटेल्स पे जाएंगे सो सेक्शन 11a के अंदर हम पहले डिटेल्स डालेंगे ये होता है हमारा शॉर्ट टर्म कैपिटल गेंस या फिर लॉस के लिए अब इसकी वैल्यू हमें कहां से मिलेगी तो यह वैल्यू मिलेगी हमें हमारे पीएनएल से डीमेट अकाउंट से जहां से भी हम ट्रेड करते हैं शेयर्स खरीद बेचते हैं या फिर जहां से भी हम म्यूचुअल फंड्स खरीदते या बेचते हैं वहां से यह सारी इंफॉर्मेशन मिलेगी तो हमारा ब्रोकर हमें यह सारी इंफॉर्मेशन प्रोवाइड करा देता है तो आपको एक्सेल शीट के अंदर डाउनलोड करने के लिए भी मिल जाती हैं तो ये देखिए हमारे केस में रियलाइफ प्रॉफिट है यानी कि ये वाले शेयर्स बेचे नहीं गए हैं तो इनको तो हमें कंसीडर ही नहीं करना है तो हमें पीएनएल के अंदर ये जो अन रियलाइफ इट एंड लॉस होता है इससे कोई कंसर्न नहीं है हम चाहते हैं ये रियलाइफ पीएनएल इसी को हमें एक्चुअली डिक्लेयर करना है सिमिलरली आपको म्यूचुअल फंड्स की भी ऐसी ही स्टेटमेंट मिल जाती है म्यूचुअल फंड्स की आपको जैसे स्टेटमेंट दिख रही है हमारे केस में यह दिख रहा है अन रियलाइफ एएल रियलाइफ फंड के केस में हुआ ही नहीं है इस वाले केस में तो अन रियलाइफ ही नहीं है तो हमें म्यूचुअल फंड्स का तो यहां पे कोई सेक्शन भरने की जरूरत ही नहीं है तो हमें जो भरना होगा मेनली वो ये शेयर्स वाला रियलाइफ पी एंड एल भरना होगा अब इसमें भी हमें जो अपने डीमेट अकाउंट से मिलता है एक और सेक्शन मिलता है वो होता है हमारा टैक्स पीएनएल जिसके अंदर हमें टैक्स के हिसाब से सारी इंफॉर्मेशन मिल जाती है तो देखिए यहां पे शॉर्ट टर्म और लॉन्ग टर्म का बायफर केशन मिल गया है ये जो शॉर्ट टर्म वाला प्रॉफिट आ रहा है यहां पे एक्चुअली शॉर्ट टर्म में लॉस है ये मुझे डालना है सेक्शन 11a के अंदर सेक्शन 112 के अंदर हम डालते हैं अपने लॉन्ग टर्म कैपिटल गेंस या फिर लॉस तो ये वाला जो है - 2296 ये मुझे डालना होगा 112a के अंदर और जब हमें ये इंफॉर्मेशन डालनी होगी तो वहां पे हमें ये एगजैक्टली प्रॉफिट नहीं डालना होता है वहां पे हमें क्या डालना होता है वहां पे हमें डालने होते हैं ये वाली वैल्यूज कि हमारी बाइंग वैल्यू टोटल कितनी थी हमारी टोटल सेलिंग वैल्यू कितनी थी ये इंफॉर्मेशन हमें वहां ऐड करनी होगी इसके अलावा कॉस्ट ऑफ एक्विजिशन के अंदर हम अपने ट्रांसफर चार्जेस भी ले सकते हैं वो ये वाले सारे चार्जेस हो जाते हैं जैसे कि ब्रोकरेज चार्ज अगर हमने किसी स्टॉक को बेचने के लिए कुछ ब्रोकरेज दी है तो वो हमें लेनी होगी इसके अलावा क्लीयरिंग चार्ज एक्सचेंज ट्रांजैक्शन चार्जेस तो ये जितने भी शेयर को ट्रांसफर करने से रिलेटेड चार्जेस हैं वो हम ले सकते हैं चाहे वो शॉर्ट टम कैपिटल गेंस कैलकुलेट कर रहे हैं हम या फिर लॉन्ग टर्म कैपिटल गेंस कैलकुलेट कर रहे हैं लेकिन जैसे ये एनुअल मेंटेनेंस चार्ज होता है डीपी चार्जेस होते हैं सिक्योरिटीज ट्रांजैक्शन टैक्स होता है ये हम कंसीडर नहीं कर सकते हैं एज ट्रांसफर चार्जेस तो जब आप ट्रांसफर चार्जेस ले रहे हैं तो थोड़ा सा ध्यान से लीजिएगा हमारे केस में ये जो चार्जेस हैं ये बहुत ही नेगलिजिबल बन रहे हैं तो इनको तो मैं इग्नोर भी कर सकता हूं तो चलिए वापस से हम अपनी फाइलिंग में आ जाते हैं तो यहां पे हमें फुल वैल्यू ऑफ कंसीडरेशन डालना है शॉर्ट टर्म कैपिटल गेंस की यहां पे बात चल रही है तो देखिए शॉर्ट टर्म कैपिटल गेंस में हम यहां देख रहे हैं तो जो हमारी टोटल बाइंग वैल्यू थी वो ये थी सेलिंग वैल्यू थी ये थी तो ये वैल्यू कंसीडरेशन वाली मांग रहा है तो ये हो गया 2030 5.15 तो इसको मैं वहां पे डाल देता हूं तो यहां पे मैंने ये फुल वैल्यू ऑफ कंसीडरेशन डाल दिए है कॉस्ट ऑफ एक्विजिशन विदाउट इंडेक्सेशन डाल दिया है बाकी के ये हम इग्नोर कर सकते हैं ये ट्रांसफर चार्जेस मैं ऑलरेडी इग्नोर कर रहा हूं क्योंकि बहुत ही मिनिमल चार्जेस हैं तो देखिए एप्रोक्सीमेटली हमारा 696 का यहां पे लॉस हुआ था वो यहां पे रिफ्लेक्ट भी कर रहा है इसको ऐड कर देते हैं अब नेक्स्ट ने आ जाता है हमारा लॉन्ग टर्म कैपिटल गेंस 112a इसकी डिटेल्स को भी हम ऐड कर लेते हैं तो यहां पे हमें जाना होगा व्यू शेड्यूल 112a में अब देखिए यहां पे थोड़ा सा ध्यान से समझिए ऐड डिटेल्स पे हम क्लिक करते हैं तो यहां पे देखिए अगर हमने कोई शेयर 2018 से पहले खरीदा था 31 जनवरी 2018 से पहले तो वो हमें यहां पे केयरफुली सेलेक्ट करना है उसकी इंफॉर्मेशन अलग से ऐड होगी और 2018 के बाद के जो हमारे शेयर्स हैं जो हमने उसके बाद खरीदे हैं उनकी इंफॉर्मेशन अलग से ऐड होगी तो यहां पे यह जो टैक्स आया है शॉर्ट टर्म कैपिटल गेंस टैक्स और लॉन्ग टर्म कैपिटल गेस टैक्स शेयर्स और म्यूचुअल फंड्स के ऊपर ये 2018 में आया था तो उसके पहले के जितने भी शेयर्स हैं उनको मान लिया गया है कि 31 जनवरी 2018 को वो खरीदे गए हैं उसके हिसाब से हमारा कैलकुलेट हो जाता है टैक्स तो हमारे केस में ये 31 जनवरी 2018 के बाद ही सारे शेयर्स खरीदे गए हैं अब देखिए यहां पे हमारे पास एक ऑप्शन तो ये होता है कि हम कंसोलिडेटेड वैल्यू डाल दें या फिर हम अलग-अलग करके एक-एक शेयर्स वाइज भी डिटेल्स डाल सकते हैं बट बेस्ट यह है कि हम यहां पे कंसोलिडेटेड वैल्यूज ही डाल दें तो अब हमें क्या-क्या डालना है यहां पे कॉस्ट ऑफ एक्विजिशन डालनी है फुल वैल्यू ऑफ कंसीडरेशन डालनी है यह हमें ऑब् वियस अपने पीएनएल से मिल जाएगी वापस से चलते हैं अपने एक्सेल शीट में तो ये देखिए हमारे पास यहां पे बाय वैल्यू और सेल वैल्यू है तो ये सेल वैल्यू हो गई हमारी फुल वैल्यू ऑफ कंसीडरेशन ये हो गई हमारी कॉस्ट ऑफ एक्विजिशन तो यहां पे मैंने डाल दी है कॉस्ट ऑफ एक्विजिशन एंड फुल वैल्यू ऑफ कंसीडरेशन और ये ट्रांसफर चार्जेस इतने नेगलिजिबल है तो इसको मैं जीरो ही पकड़ लेता हूं यहां पे तो ऐड कर देते हैं तो ये देखिए अब हमें ये लॉस दिखा रहा है - 2297 का जो हमारे एआई इस से भी ऑलमोस्ट मैच हो गया है तो ये तो हमने कंसोलिडेटेड फाइल किया अगर आप इंडिविजुअल स्क्रिप्ट्स को फाइल करना चाहते हैं बहुत सारी आपके पास स्क्रिप्ट्स हैं बहुत सारे शेयर्स में आपने खरीदा बेचा है आप सबको अलग से फाइल करना चाहते हैं तो आप सीधा-सीधा एक सीएसवी फाइल को भी यहां पे अपलोड कर सकते हैं चलिए कंफर्म कर देते हैं तो अभी हमारे ये कैपिटल गेंस वाले सेक्शन भी कंफर्म हो चुके हैं जो हमारे मेन सेक्शन थे अब आ जाते हैं हम अपने वर्चुअल डिजिटल एसेट्स पे तो बहुत केसेस में ये हो सकता है ना भी एप्लीकेबल हो लेकिन अगर आपने क्रिप्टोस में डील किया है प्रीवियस फाइनेंशियल ईयर में तो आपको यह डेफिनेटली करना चाहिए यहां पे हम ऐड डिटेल्स पे जाएंगे तो यहां पे मैंने एक हाइपोथेटिकल एग्जांपल ले लिया है डेट ऑफ एक्विजिशन और डेट ऑफ ट्रांसफर डाल दिया है यहां पे हमें ये कैपिटल गेन ही दिखा रहा है यहां पे कैपिटल लॉस नहीं दिखा रहा है इसका मतलब यहां पे जितने भी हमारे लॉसेस होते हैं किसी भी क्रिप्टो में या किसी भी वर्चुअल डिजिटल एसेट में उनको हम सेट ऑफ नहीं कर सकते हैं गेंस के अगेंस्ट करंट ईयर में भी और फ्यूचर ईयर में भी हम उसको कैरी फॉरवर्ड नहीं कर सकते हैं तो जितना भी हमारा प्रॉफिट हुआ उसपे तो टैक्स लग ही जाएगा जितने भी लॉसेस हुए वो हमें बियर करने पड़ेंगे यहां पे हम एग्जांपल से भी देख लेते ते हैं कॉस्ट ऑफ एक्विजिशन मान लीजिए आपने 1 लाख के डिजिटल एसेट्स खरीदे उनको आपने 2 लाख में बेच दिया आपका मुनाफा हुआ 1 लाख का मान लीजिए आपका 50000 का लॉस भी हुआ था वो आप यहां पे इंफॉर्मेशन डाल ही नहीं सकते तो अगर आपका 50000 का लॉस किसी और एसेट के अंदर हुआ होता तो आपका जो नेट नेट गेन होता वो - 50000 खाली 50000 का ही होता और उस 50000 पे ही टैक्स लगता लेकिन इस केस पे हमारा पूरा 1 लाख पे टैक्स लगेगा और साथ में 1 लाख पे जो टैक्स लगेगा उसका स्लैप भी बहुत हाई है वो सीधा-सीधा फ्लैट 30 पर का टैक्स लग जाता है तो यहां पे सीधा-सीधा 0000 का टैक्स लगेगा लेकिन हमारे केस में एक्चुअली वर्चुअल डिजिटल एसेट कोई नहीं था तो मैं इसको अभी कैंसिल ही कर देता हूं कंफर्म कर देते हैं अब हमारा नेक्स्ट सेक्शन आ जाता है इनकम फ्रॉम अदर सोर्सेस इंटरेस्ट या फिर डिविडेंड तो ये देखिए यहां पे ये दिखा रहा है डिविडेंड इनकम 405 की इंटरेस्ट इनकम दिखा रहा है सेविंग बैंक से 1241 फ्रॉम डिपॉजिट 312 इसको हम अपने एआईएस से भी कंफर्म कर सकते हैं डिविडेंड 405 हो गया सेविंग बैंक से 1241 एंड डिपॉजिट से 312 सो ये सारी इंफॉर्मेशन एकदम सही है अदर वाइज आप इसको एडिट भी यहां पे कर सकते हैं इसके अलावा यहां पे हमारी और कोई इनकम नहीं है तो इसको भी हम कंफर्म कर देते हैं अब नेक्स्ट सेक्शन आ जाते हैं हमारे तीन सेक्शन होते हैं जो कैरी फॉरवर्ड लॉसेस के होते हैं पहला होता है हमारा करंट ईयर लॉसेस तो देखिए यहां पे हमें सारी इंफॉर्मेशन मिल जाती है कि हम करंट ईयर में कौन-कौन से लॉसेस को सेट ऑफ कर रहे हैं कौन-कौन से कैपिटल लॉसेस को हम सेट ऑफ कर रहे हैं तो अगर आपको कोई इंफॉर्मेशन लगता है जो गलत आई है तो उसको आप यहां पे एडिट भी कर सकते हैं तो इसको हम कंफर्म कर देते हैं नेक्स्ट आता है हमारा ब्रॉट फॉरवर्ड लॉसेस अब देखिए कई बार क्या होता है कि हमारा हो सकता है पहले काफी बड़ा कैपिटल लॉस हुआ हो और उस साल में हो सकता है हमारा कैपिटल गेन बहुत ज्यादा ना हुआ हो तो हमारे सारे लॉसेस सेट ऑफ ही ना हुए हो तो अगर ऐसा कोई केस है तो हम पुराने लॉसेस को करंट ईयर के अंदर भी सेट ऑफ कर सकते हैं वो सारी इंफॉर्मेशन हमें यहां प्रोवाइड करनी होती है तो हमारे केस में ये ब्रॉड फॉरवर्ड लॉस भी नहीं है नेक्स्ट आ जाता है हमारा कैरिड फॉरवर्ड टू फ्यूचर ईयर्स तो करंट ईयर के जो लॉसेस को अगर हम फ्यूचर ईयर में कैरी फॉरवर्ड करना चाहते हैं मान लीजिए करंट ईयर के अंदर हम सब कुछ सेट ऑफ नहीं कर पाए कुछ लॉसेस हमारे बच गए तो वो हम फ्यूचर इयर्स के अंदर भी कैरी फॉरवर्ड कर सकते हैं 8 साल तक कैरी फॉरवर्ड कर सकते हैं तो वो इंफॉर्मेशन हम यहां प्रोवाइड कर सकते हैं इनफैक्ट पुराने सालों का भी जो लॉस बचा हुआ है और अभी हम करंट साल में भी अगर हम उसको पूरा नहीं कर पा रहे हैं तो उसको भी हम कैरी फॉरवर्ड कर सकते हैं तो देखिए हमारे केस में ये शॉर्ट टर्म कैपिटल लॉस और लॉन्ग टर्म कैपिटल लॉस दोनों ही कैरी फॉरवर्ड होंगे फ्यूचर इयर्स में क्योंकि हमारा करंट ईयर के अंदर कोई भी शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन या फिर लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन नहीं था कंप्यूट सेट ऑफ पे क्लिक कर देते हैं फिर नेक्स्ट आ जाता है स्पेशल इनकम एट स्पेशल टैक्स रेट्स तो यहां पे अगर हमारी कोई ऐसी इनकम है जो स्पेशल टैक्स रेट पे एप्लीकेबल है जैसे कि हमने बात की थी लॉटरी वाली हो गई या कोई इंफॉर्मेशन ऐसी मिस हो गई है तो वो यहां पे हम सारी चेक करके अपनी एडिट कर सकते हैं इंफॉर्मेशन तो यहां पे देखिए अगर हमारे कोई स्पेशल रेट्स वाली इनकम है तो उसको हम यहां पे ऐड कर सकते हैं उसके बाद हम नेक्स्ट पे क्लिक कर लेंगे नेक्स्ट हमारा सेक्शन आ जाता है डिडक्शंस वाला तो अब देखिए यहां पे हमने क्योंकि न्यू टैक्स रेजीम सेलेक्ट की है तो यहां पे खाली एक ही डिडक्शन एप्लीकेबल होता है वो है 80 सीसीडी 2 वाला वो भी हमारे केस में एप्लीकेबल नहीं है तो हमारे लिए ये जीरो ही हो जाएगा डिडक्शन लेकिन अगर आप मान लीजिए ओल्ड टैक्स रेजीम पे जाते हैं वहां पे तो काफी सारे टैक्स डिडक्शंस के हमें ऑप्शन मिल जाते हैं तो उसमें आप अपनी राइट इंफॉर्मेशन प्लग इन कर सकते हैं जैसे कि 80c की आप इंफॉर्मेशन डाल सकते हैं 80d की डाल सकते हैं जो भी आपने इन्वेस्टमेंट्स की हैं आप एचआरए क्लेम कर रहे हैं तो वो भी आपको सेक्शन 10 के अंदर पहले ही दिख जाता वो सब भी आप डाल सकते हैं होम लोन का इंटरेस्ट आप क्लेम कर सकते हैं तो ये सारे सेक्शंस तो इनफैक्ट हम लोग ऑलरेडी पास कर चुके हैं इस वाले सेक्शन के अंदर भी हमारे पास कोई डिडक्शंस नहीं है तो कंफर्म कर देते हैं अब नेक्स्ट है हमारा अल्टरनेट मिनिमम टैक्स का क्रेडिट अब ये हमारे केस में एप्लीकेबल नहीं है इनफैक्ट 99 पर लोगों के केस में ये एप्लीकेबल भी नहीं होगा इसको मैंने ऑलरेडी कंफर्म कर दिया है टोटल इनकम अब हमें कंप्यूट करनी है तो अब देखिए यहां पे हम अपनी सारी डिटेल्स अच्छे से चेक कर सकते हैं सैलरी इनकम प्रॉपर्टी की इनकम कैपिटल गेंस अदर सोर्सेस से इनकम यह सारी चीजें आप एक बार चेक कर लेते हैं तो आप कंफर्म करेंगे नेक्स्ट हो गया हमारा टैक्स पेड तो हमें यहां पे ये मेक श्यर करना है कि जितनी भी टीडीएस की इंफॉर्मेशन है वो करेक्टली रिफ्लेक्ट कर रही है हमने अगर कोई एडवांस टैक्स भरा है या फिर सेल्फ असेसमेंट टैक्स भरा है तो वोह भी हमें यहां पे अपनी सारी इंफॉर्मेशन चेक करनी है तो तो देखिए हमारे केस में कोई भी टीडीएस नहीं कटा हुआ है सैलरी से या फिर और भी किसी इनकम से क्योंकि इनकी इनकम टैक्सेबल नहीं बन रही है 7 लाख से ऊपर ही टैक्सेबल इनकम बनती है अगर हम न्यू टैक्स रेजीम प जाते हैं तो तो ये हमारे केस में जीरो है लेकिन अगर बाय चांस यहां पे आपकी कोई भी इंफॉर्मेशन मिसिंग है तो वो सारी आपको डिटेल्स डालनी चाहिए क्योंकि अगर आपने जो टोटल अमाउंट का टैक्स भर रखा है वो अगर आप यहां पे इंफॉर्मेशन नहीं डालेंगे तो आपकी टैक्स लायबिलिटी ज्यादा बन जाएगी और इनफैक्ट अगर आपका कोई रिफंड बन रहा होगा तो वो नहीं बनेगा कंफर्म प क्लिक कर लेते हैं देन कंप्यूटेशन ऑफ टैक्स ऑन टोटल इनकम तो अब देखिए यहां पे टोटल टैक्स पेबल बना था 15716 का लेकिन हमें पता ही है कि न्यू टैक्स रेजीम के अंदर हमें रिबेट मिल जाती है तो हमारा जो फाइनल अमाउंट पेबल बना वह जीरो ही बना इसके बाद अगर आप एनआरआई है तो यहां पे यस कर सकते हैं हमारे केस में यह नो हो जाता है प्रीव्यू रिटर्न कर लेते हैं तो अब हम यहां पे अपनी फाइनल इंफॉर्मेशन चेक कर सकते हैं प्रोसीड टू प्रीव्यू करेंगे तो एक बार आप अपनी ये सारी फॉर्म के अंदर अपनी इंफॉर्मेशन चेक कर लेंगे उसके बाद प्रोसीड टू वैलिडेशन प जाएंगे तो देखिए वैलिड सक्सेसफुल हो गया है कोई एरर नहीं है प्रोसीड टू वेरिफिकेशन पे जाएंगे अब देखिए यहां पे फाइल करने के लिए बेस्ट तरीका है ई वेरीफाई नाउ हम आधार के थ्रू अगर वेरीफाई करते हैं तो काफी आसानी से हो जाता है हमारे पास इनफैक्ट यहां पे और भी ऑप्शन है वेरीफाई करने के नेट बैंकिंग से डी मैट अकाउंट से बट आधार वाला ऑप्शन बेस्ट है तो इसको सेलेक्ट कर लेते हैं तो अब देखिए आधार से ओटीपी जनरेट हो गया है यहां पे हम ओटीपी डाल के अपना फाइनल फाइल कर देंगे रिटर्न तो आईटीआर टू तो अब हमने फाइल कर लिया इसके साथ-साथ हमें टैक्स सेविंग भी करनी है आने वाले साल में उसके लिए ही हमने अपना टैक्स प्लानिंग वाला कोर्स बनाया है विटफिन की ऐप पे वो लांच हो चुका है और भी बहुत सारे कोर्सेस हैं स्टॉक रिकमेंडेशंस हैं फाइनेंशियल इनसाइट्स हैं सिंगल सब्सक्रिप्शन में बहुत ही सारा हमें कंटेंट देखने के लिए मिल जाता है तो विड फिन को जरूर चेक आउट कीजिए लिंक नीचे डिस्क्रिप्शन में है और इस वीडियो को लाइक और शेयर जरूर कीजिए अपने फ्रेंड्स और फैमिली मेंबर्स के साथ आई एम शोर बहुत लोग आईटीआर टू फाइल करना चाह रहे होंगे सारी इंफॉर्मेशन उनको यहां पे मिल जाएगी अगर आपने इस चैनल को अभी तक सब्सक्राइब नहीं किया तो इसको भी सब्सक्राइब करके अपने फोन में बेल आइकन प्रेस करते वक्त ऑल पे जरूर क्लिक कर लेना जिससे आपको लेटेस्ट फाइनेंस वीडियो का नोटिफिकेशन मिल जाए तो मिलते हैं हैं अगले एक ऐसे ही इंफॉर्मेशन वीडियो में इन्वेस्टमेंट इन सिक्योरिटीज मार्केट आर सब्जेक्ट टू मार्केट रिस्क रीड ऑल द रिलेटेड डॉक्यूमेंट केयरफुली बिफोर इन्वेस्टिंग निवेश सुरक्षा बाजार में बाजारी जोखिमों के अधीन होता है निवेश करने से पहले संबंधित दस्तावेजों को ध्यान से पढ़ें