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डाटा साइंस और मशीन लर्निंग का परिचय

Apr 5, 2025

डाटा साइंस और मशीन लर्निंग

डाटा साइंस की आवश्यकता

  • डाटा: हमारे चारों तरफ है।
  • डाटा साइंस: रॉ डाटा से जानकारी निकालने का माध्यम।

पाइथन फॉर डाटा साइंस

  • पाइथन: डाटा साइंस के लिए सबसे अच्छा प्रोग्रामिंग लैंग्वेज।
  • फुल कोर्स: मुफ्त में उपलब्ध।
  • सर्टिफिकेशन: कोर्स खत्म करने पर मिलेगा।
  • बेनिफिट्स: प्रजेंटेशन, कोड, डाटा सर्च, और प्रश्नों का एक्सेस।

कोर्स की संरचना

  1. डाटा स्ट्रक्चर्स: लिस्ट, डिक्शनरी आदि।
  2. लूप्स: कंट्रोल स्टेटमेंट और फ़ंक्शंस।
  3. ऑब्जेक्ट ओरिएंटेड प्रोग्रामिंग: पाइथन के माध्यम से।
  4. मशीन लर्निंग:
    • लिनियर रिग्रेशन
    • लॉजिस्टिक रिग्रेशन
    • टाइम सीरीज।

कोर्स में क्या सीखा जाएगा

  • इंस्टॉलेशन: पाइथन और उसके पैकेजेस का।
  • डाटा एनालिसिस: डाटा को समझना और विश्लेषण करना।
  • मशीन लर्निंग: विभिन्न एल्गोरिदम का उपयोग।

डाटा साइंस लाइफ साइकल

  • प्रॉब्लम स्टेटमेंट: व्यवसाय की समस्याओं को समझना।
  • डाटा एक्विज़िशन: विभिन्न स्रोतों से डाटा इकट्ठा करना।
  • डाटा प्रोसेसिंग: डाटा को साफ करना और एकीकृत करना।
  • मॉडलिंग: मशीन लर्निंग मॉडल बनाना।
  • विजुअलाइजेशन: परिणामों को दर्शाना।

मशीन लर्निंग के प्रकार

  • सुपरवाइज्ड लर्निंग: जहां डाटा में लेबल्स होते हैं।
    • क्लासिफिकेशन: कैटेगोरिकल परिणाम।
    • रिग्रेशन: न्यूमेरिकल परिणाम।
  • अनसुपरवाइज्ड लर्निंग: जहां डाटा में लेबल्स नहीं होते।
    • क्लस्टरिंग: डाटा को समूहों में बांटना।

डाटा के प्रकार

  • क्लासिफिकेशन: कैटेगोरिकल डाटा।
  • न्यूमेरिकल: संख्यात्मक डाटा।
    • डिस्क्रीट: निश्चित मान।
    • कंटिन्यूअस: निरंतर मान।

डाटा एनालिसिस

  • मीन, मीडियन, मोड: डेटा की प्रमुख मान।
  • रेंज, इंटरक्वारटाइल रेंज: डेटा का फैलाव।

रिलेशनशिप एनालिसिस

  • कोरिलेशन: इंडिपेंडेंट और डिपेंडेंट वेरिएबल के बीच का संबंध।
  • रेगुलरिटी: यदि समय के साथ परिवर्तन।

टाइम सीरीज एनालिसिस

  • ट्रेंड: दीर्घकालिक परिवर्तन।
  • सीजनेलिटी: मौसमी पैटर्न।
  • इरेगुलेरिटी: अनियमित परिवर्तन।

अंत में

  • भविष्यवाणी: विभिन्न मशीन लर्निंग एल्गोरिदम का उपयोग।
  • डाटा की महत्ता: डाटा साइंस के विभिन्न अनुप्रयोग।
  • सीखने के लिए: ग्रेड लर्निंग प्लेटफॉर्म पर रजिस्टर करें।