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Lecture Notes: Gametogenesis and Fertilization

गुड इवनिंग एवरीवन वेरी गुड इवनिंग काफी नहीं कॉफी होता है मेया तिवारी वेलकम लदर जी गुड इवनिंग गुड इवनिंग गुड इवनिंग गुड इवनिंग एवरीवन इंपल्स प्रेजेंट प्रेजेंट मैम हो रहा है चलिए गुड इवनिंग एवरीवन अा आज काफी मजा आएगा ओके चलिए थैंक यू सीस जी सबसे पहले आप लोगों के लिए इंफॉर्मेशन है हमारा नया बैच ना ऑफ जुलाई से शुरू हो रहा है इस बैच में सीएसआई नेट लाइफ साइंसेस का बैच है जो भी सीएसआईआर एस्पें नेक्स्ट एग्जाम को टारगेट कर रहे दिसंबर 20 के एग्जाम को टारगेट कर रहे व कर सते जुलाई से बच शुरू हो गया दूसरी इंफॉर्मेशन है गेट के रिगार्डिंग गेट 205 की क्लासेस चल रही है तो गेट एक्सेल गेट बीटी गेट ईवा की क्लासेस जवाइन करने के लिए आप हमारी साइट और एप्लीकेशन पर जाकर रजिस्टर कर सकते हैं अगर आप सिक्स मंथ की क्लास जन करते हैं फीस होगी 6 अगर आप न यर की क्लासेस न यर का बैच लेते है तो 00 फी होगी प अवेलेबल है तो अगर आप बीटी और एक्सल का कमो पैक लेते हैं या बीटीवा का लेते या एक्वा का लेते तो आपको फ देनी है 8 और डिटी होगी आप किसी भी कोर्स के लिए हमारी एप्लीकेशन और वेबसाइट के र रजिस्टर कर सकते चलिए अब आते हैं हम लोग पॉइंटर पर शुरू करते हैं डेवलपमेंट डेवलपमेंटल बायोलॉजी में फ ए सबसे पहले बेसिक कांसेप्ट समझते हैं उसके बाद डेवलपमेंट की बात करें हेलो पल्लवी जी चलिए तो डेवलपमेंट बलजी में बेसिक कांसेप्ट से शुरुआत करते हैं सबसे पहला कांसेप्ट है पोटेंसी का हालाकि अभी हम लोग स्टम सेल में भी इसकी बात करेंगे पोटेंसी का मतलब क्या होता है पोटेंसी इ अ पावर टू प्रोड्यूस डिफरेंट टाइप ऑफ डिफरेंशिएबल करने की आपके पढ़ने की एबिलिटी आपकी पढ़ने की एबिलिटी इतनी है कि आप क्या कर सकते हैं किसी भी एग्जाम को क्वालीफाई कर सकते हैं बशर्ते आपको मेहनत से पढ़ना पड़ेगा तो जब पोटेंसी का मतलब यही होता है कि जब सेल के पास इतनी पावर है कि वो किसी भी टाइप के डिफरेंशिएबल सेल्फ एट को अचीव कर सकती है दैट इज कॉल्ड पोटेंसी यस खुद से रिलेट करके समझेंगे तो समझने में आसानी रहेगी उदय जी सारे सेशंस अब लाइव हो रहे हैं तो लाइव क्लासेस के बाद रिकॉर्डेड नहीं अवेलेबल होगी तो कोशिश करिए आप लोग लाइव रहिए क्लियर तो पोटेंसी का मतलब होता है सेल के काम करने की एबिलिटी जैसे तुम्हारे पढ़ने की एबिलिटी कि तुम किसी भी एग्जाम के लिए अगर पढ़ाई करते हो तैयारी करते हो तो तुम उसे क्वालिफाई कर सकते हैं उसी तरीके से पोटेंसी का मतलब होता है पोटेंसी इ द पावर ऑफ पावर टू प्रोड्यूस डिफरेंट टाइप ऑफ डिफेंड सेल्स पहली डेफिनेशन तो आप य याद रखेंगे अब सेल क्या क्या कर सकते हैं अब आते हैं हम लोग कमिटमेंट पर सेल एमियो जेनेसिस के दौरान जब एम जसिस का प्रोसेस होता है तो सेल कोई भी जो सेल नई सेल होती है वो अनडिफरेंटशिएटिड जब पहली बार कोई सेल बनती है तो वो अन डिफरेंट यान कमिटेड होती है अनकमिटेड सेल होती है तो सबसे पहला तो काम यह होता है कि कमिटमेंट सबसे पहला स्टेप होता है कमिटमेंट का कमिटमेंट का मतलब कमिटमेंट का मतलब कि सेल किसी भी पर्टिकुलर फेट के लिए कमिट करें जैसे आप जब किसी भी कॉम्पिटेटिव एग्जाम की तैयारी के लिए सोचते हैं तो पहले सोचना जरूरी है ना कि एग्जाम की तैयारी करनी है प्रिपरेशन तो बात बाद का स्टेप है लेकिन पहले क्या है सोचना जरूरी है कि हा हमें जेआरएफ की प्रिपरेशन करनी है तो सबसे पहले कोई भी अनकमिटेड सेल कमिटमेंट में एंटर करती है चलिए कमिटमेंट डिस्क्राइब अ स्टेट सीधे सधे डेफिनेशन मिलेगी एगजाम में कमिटमेंट इस पॉइंट पर आइए कमिटमेंट डिस्क्राइब स्टेट इन च अ सेल्फ डेवलपमेंटल फेट है बिकम रिस्ट्रिक्टेड इवन दो इवन दो इट नॉट ट डिस्प्ले ओवर चेंजेज इन सेल्यूलर बायोकेमिस्ट्री एंड फंक्शन मतलब सेल का एक कमिटमेंट होता है कि उसे कुछ बनना है लेकिन अभी भी सेल में किसी भी तरीके के ऐसे चेंजेज देखने को नहीं मिलते अब ऐसा तो नहीं होता कि तुमने सोचा जेआरएफ क्वालीफाई कर लिया तो तुम तुरंत ही जेआरएफ क्वालीफाई कर लिए है ना तुमने एक अपने मन में ये सोचा कि हम अगर एमएससी कर लेंगे तो हम जेआरएफ की प्रिपरेशन करेंगी दैट इज अ कमिटमेंट ड्यूरिंग कमिटमेंट द सेल माइट नॉट लुक डिफरेंट फ्रॉम इट्स नियरेस्ट और मोस्ट डिस्टेंट नेबर्स इन द एंब्रियो एंड शो नो विजिबल साइन ऑफ डिफरेंशिएबल कोई भी डिफरेंशिएबल मेंटल फेट है बिकम रिस्ट्रिक्टेड लेकिन अनकमिटेड से क्या हो चुकी होती है कमिटेड सेल हो चुकी होती है क्लियर हुआ 351 है मे होली जी 351 एक साल तो लगता है सोचने में गाली एक साल तो मन बनाने में लगता है ना कि तैयारी करनी है कि नहीं करनी है हो पाएगी कि नहीं हो पाएगी है ना तो कमिटमेंट के लिए आपको ये दोनों स्टेटमेंट्स याद रखनी है ये दोनों ही स्टेटमेंट सी सेक्शन में क्वेश्चन फ्रेम होगा तो ये दोनों ही स्टेटमेंट आएंगी तो आपको याद रखना है सीधे-सीधे बुक से स्टेटमेंट मिलेंगी कोई भी चेंज नहीं होता है आपको पता है सीधे-सीधे क्वेश्चन बुक से मिलता है फिर उसके बाद आते हैं कमिटमेंट के स्टेप्स पर अब स्टेप होते हैं जैसे आपने सोचा आपने जेआरएफ की प्रिपरेशन करनी है तो उसका स्टेप होते हैं दो स्टेप होते हैं कमिटमेंट के भी दो स्टेप होते हैं स्पेसिफिकेशन एंड डिटरमिनेशन स्पेसिफिकेशन एंड डिटरमिनेशन स्पेसिफिकेशन वो स्टेप होता है जिससे आप रिवर्ट बैक कर सकते हैं है ना सेल का सेल जब स्पेसिफाइड होती है तो यह माना जाता है कि सेल का फर्स्ट कमिटमेंट की फर्स्ट स्टेज होती है और इससे सेल रिवर्ट बैक कर सकती है लेकिन डिटरमिनेशन में एंटर करने के बाद सेल अपने फेट से रिवर्ट बैक नहीं कर सकती वही आपकी कंडीशन है जब तक आप सोचते रहते हैं इधर उधर से पढ़ते रहते हैं कभी मन हुआ पढ़ा कभी नहीं पढ़ा तो वो कौन सी स्टेज होती है स्पेसिफिकेशन की स्टेज होती है कि ज्यादा टफ लगा एक दो लेक्चर देखे य से इधर उधर सिलेबस ज्यादा बड़ा लगा ज्यादा टफ लगा सोचा छोड़ो हटाओ कौन करे कौन इतनी देर की पढ़ाई करे है ना मतलब ऐसे तो हम पढ़ते ही रह जाएंगे पूरी फ्रीडम ही खत्म हो जाएगी घू नहीं पाएंगे है ना तो लेकिन अब आपने क्या किया आपने फीस दे दी हम लोगों को घर वालो से पैसे मांगे और हम लोगों को फीस दे दी अब हम लोगों ने पढ़ाना शुरू किया अब घर वाले आपको मुकने नहीं देंगे आपकी बात से अगर अब आप अपनी बात से मुकरे कि मम्मी बहुत ज्यादा ये लोग पढ़ाते हैं सुबह से शाम तक क्लास लेते हम थक जाते रा ल हम कुछ नहीं जानते हमने दि पैसे तुम्ह जे आरफ क्वालिफाई करना है तुम जानो तुम्हारा काम जाने तो वो कौन सी स्टे होती है डिटरमिनेशन की मतलब अब आप अपने फेट से रिवर्ट बैक नहीं कर सकते अब आप एमएससी है और आपने जेआरएफ का सोचा तो सोचा कोचिंग भी जन कर ली पैसे दे अब आपको घर वाले नहीं मु करने देंगे अब बेटा तुम जरफ क्वालीफाई करो है ना तो करो या मरो वाली कंडीशन तब होती है जब डिटरमिनेशन की स्टेज होती है तो उसी तरह सेल के पास भी दो स्टेजेस होती है स्पेसिफिकेशन और डिटरमिनेशन पढ़िए सीधे-सीधे स्टेटमेंट आएगी समझने के लिए अच्छा है क्वेश्चन सॉल्व करने के लिए आपका कांसेप्ट क्लियर होना चाहिए अगर क्वेश्चन बनेगा तो सीधे-सीधे स्टेटमेंट से बनेगा स्पेसिफिकेशन इज द फर्स्ट स्टेज ऑफ कमिटमेंट ऑफ सेल और टिशू फेट स्पेसिफाइड सेल्स कमिटमेंट टू सेल आइडेंटिफिकेशन सोचा कि हमारा जो फाइनल फेट होगा वो न्यूरॉन्स होगा लेकिन अब सेल को उठाकर कहां डाल दिया गया एपिडर्मिस के सेल्स के साथ डाल दिया गया तो सेल क्या बनाने लगेगी अगर वो सेल स्पेसिफाइड है सि कमिटमेंट की फर्स्ट स्टेज में है तो वो एपिडर्मिस बनाने लगेगी है ना जैसे आप जेआरएफ की तैयारी कर रहे थे आपके बाकी सारे दोस्तों ने कहा अरे यार बैंकिंग की तैयारी करो जल्दी निकलेगा कहां तुम इसके चक्कर में पड़े हो बैंकिंग में इतना पढ़ना भी नहीं पड़ता है तो आपका मन क्या हो गया ब चलो यार ये सही कह रहे हैं चलो हम लोग बैंकिंग की तैयारी कर लेते हैं तो वो स्पे फाइ फट हो गया अभी आपके पास मौका है क्लियर हां सबल लेने के बाद तो पढ़ना ही पड़ेगा बिल्कुल चलिए अब आते हैं सेकंड स्टेज पर दैट इज डिटरमिनेशन डिटरमिनेशन इ द सेकंड स्टेज ऑफ कमिटमेंट एज्यूम इरिवर्सिबल कैसी होती है इरिवर्सिबल अ सेल इज डिटरमाइंड वन इट इज कैपेबल ऑफ ऑफ द एंब्रियो और अ क्लस्टर ऑफ डिफरेंटली स्पेसिफाइड सेल इन अ पेट्री डिश मतलब अगर कोई भी सेल डिटरमाइंड हो चुकी है अगर वो न्यू सपोज अगर वो न्यूरॉन्स बनाने के लिए कंप्यूट है और उसे डाल दिया गया एपिडर्मिस के साथ तब भी वो क्या बनाएगी न्यूरॉन्स बनाएगी मतलब अगर आपने एक बार टी एलएस कोचिंग जवाइन कर ली आपने फीस दे दी अब आपके दोस्त कितना भी कहे कि हम लोग तो बैंकिंग की तैयारी कर रहे हैं तो तुम कहोगे नहीं भैया तुम जाओ करने अब हम घर में गए तो घर वाले फीस दे चुके हैं बहुत मारेंगे हमको है ना तो डिटरमिनेशन की कंडीशन सेल की तब होती है जब सेल सेकंड स्टेज में कमिटमेंट के एंटर कर जाती है त अपने फेट से रिवर्ट बैक नहीं होती है इसीलिए लिखा हुआ है डिफरेंट ऑटोनोमस अब देखिए जैसे आपको ये एक फिगर दिया हुआ है इसमें दो टाइप की सेल्स दी हुई है इसमें दो टाइप की सेल्स दी हुई है सपोज ये है सेल वन जो न्यूरॉन्स बनाने वाली थी और ये है सेल जो मसल्स बनाने वाली थी अब जहां पर सारी सेल्स मसल्स न्यूरॉन्स बना रही थी मसल्स की सेल को निकाला और न्यूरॉन्स बनाने वाली सेल्स के साथ डाल दिया अगर वो सेल क्या बन गई अगर वो सेल न्यूरॉन्स बन गई तो क्या थी वो स्पेसिफाइड थी भाई जो सेल मसल बनने वाली थी आपने उसे किसके साथ डाला न्यूरॉन्स बनाने वाली सेल के साथ डाला डिश में रखा और वो सेल किसम कन्वर्ट हो गई न्यूरॉन्स में कन्वर्ट हो गई स्पेसिफाइड मसल सेल्स चेंज टू न्यूरॉन दैट मींस वो सेल किसम थी स्पेसिफिकेशन के या कमिटमेंट के फर्स्ट स्टेप में थी अगर स्पेसिफिकेशन ले बाइल है तो ही पेट चेंज होगा मतलब वो कमिटमेंट के फर्स्ट स्टेप में थी लेकिन अगर आपने क्या किया मसल सेल्स को उठाकर न्यूरॉन्स के साथ डाला लेकिन मसल सेल्स ने क्या बनाया मसल ही बनाया भले ही के सराउंडिंग में क्या था न्यूरॉन्स थे लेकिन तब भी क्या बना मसल सेल्स ने मसल्स का ही फॉर्मेशन किया दैट मीन स्पेसिफिकेशन इज रिवर्सिबल अगर ऐसी स्टेटमेंट लिखी है कि स्पेसिफिकेशन इज इरिवर्सिबल दैट मींस दैट इज डिटरमिनेशन अगर स्पेसिफिकेशन इरिवर्सिबल है मतलब ये डिटरमिनेशन की बात कर रहे हैं कंफ्यूज होने की जरूरत नहीं है कि मैम इन्होंने स्पेसिफिकेशन इरिवर्सिबल कैसे लिख दिया स्पेसिफिकेशन इरिवर्सिबल लिखने का मतलब ये डिटरमिनेशन की बात कर रहे और अगर स्पेसिफिकेशन रिवर्सिबल है या लेवा है तो मतलब ये स्पेसिफिकेशन की ही स्टेज है कमिटमेंट की फर्स्ट स्टेज क्लियर हो गया हां तो अब सीएसआईआर ही करना है दैट मींस अब आप डिटरमाइंड हो चुके हैं अपने फेट के लिए डिटरमिनेशन में अगर आपको डिटरमिनेशन के ही सिर्फ स्टेटमेंट्स मिल रहे हैं तो एक स्टेटमेंट य में मिलेगा डिटरमिनेशन इंप्लाइज अ स्टेबल चेंज इन द इंटरनल स्टेट ऑफ एंड इन अल्टरेशन इन द पैटर्न ऑफ जीन एक्टिविटी दिस इज द प्रोसेस बाय चच पोशन ऑफ द जीनोम आर सिलेक्टेड फॉर एक्सप्रेशन इन डिफरेंट एमक सेल मतलब डिटरमिनेशन को क्या डिटरमिनेशन के केस में डिटरमिनेशन को इरिवर्सिबल स्टेज क्यों बोलते हैं क्योंकि यहां पर जिनोम का वो पोशन सिलेक्ट हो जाता है जिसे एक्सप्रेस होना होता है भाई कोई सेल अब क्या किसी सेल का डिफरेंशिएबल है उस सेल में एक्सप्रेस होने वाली प्रोटीन के बेसिस पर उस सेल के एक्सप्रेस होने वाली प्रोटीन से पहले एमआरएनए बना होगा मतलब उसके लिए डीएनए होगा मतलब जिनोम का वो पोर्शन सेलेक्ट हो जाता है डिटरमिनेशन में जिसको क्या होना आता है एक्सप्रेस होना होता है मतलब क्रोमेट रीमॉडलिंग वाला प्रोसेस शुरू हो जाता है इसीलिए डिटरमाइंड सेल्स कभी भी अपने फेट से रिवर्ट बैक नहीं कर सकती लेकिन स्पेसिफिकेशन में ऐसा कोई प्रोसेस नहीं हुआ होता है इसलिए वो फेड कैसी होती है रिवर्सिबल फेज होती है डन हो गया क्लियर चलिए अब एमस कैन एबिट अब हम लोग स्पेसिफिकेशन के बारे में स्पेसिफिकेशन के भी टाइप्स होते हैं स्पेसिफिकेशन में स्पेसिफिकेशन तीन टाइप का होता है ऑटोनोमस स्पेसिफिकेशन कंडीशनल स्पेसिफिकेशन एंड स साइटल स्पेसिफिकेशन ऑटोनोमस कंडीशनल एंड सन साइट ऑटोनोमस स्पेसिफिकेशन की बात करें तोस मोड ऑफ सेल कमिटमेंट इन च द ब्लास्टो इट डिटरमिनेट यूली सेट ऑफ ट्रांसक फैक्टर फ्रॉम द एग साइटोप्लास्ट एंड दस ट्रांसक्रिप्शन फैक्टर रेगुलेट चीन एक्सप्रेशन टू डायरेक्ट द सेल इनटू अ पर्टिकुलर पार्ट ऑफ डेवलपमेंट तो ऑटोनोमस स्पेसिफिकेशन के केस में ऑटोनोमस स्पेसिफिकेशन के केस में होती है स्पेसिफिकेशन की काही टाइप है लेकिन इसमें भी सेल क्या हो जाती है डिटरमाइंड हो जाती है ऑटोनोमस स्पेसिफिकेशन इज इक्वल टू द डिटरमिनेशन इज इक्वल टू द डिटरमिनेशन याद रखिएगा इक्वल टू द डिटरमिनेशन क्योंकि बहुत लोग ऐसे होते हैं जो क्या करते हैं कोचिंग नहीं करते हैं लेकिन फिर भी तैयारी करते हैं मोड ऑफ सेल कमिटमेंट इन व्हिच ब्लास्टो मियर इनहेरिटेंस यूजुअली अ सेट ऑफ ट्रांसक्रिप्शन फैक्टर फ्रॉम द एग साइटोप्लाज्म अब समझिए जितना भी जब कोई भी एंब्रियो बनता है भाई एग सेल एग सेल और स्पर्म से मिलकर एक जागोट का फॉर्मेशन होता है हमें पता है कि जागोट के फॉर्मेशन में जितना भी साइटोप्लास्मिक कंटेंट होता है वो कहां से आता है एग से आता है मदर से आता है ओके पानी पानी की बोतल थैंक यू जागोट से आता है जितना भी साइटोप्लास्मिक कंटेंट होता है वो जागोट से आता है के पास साइटोप्लाज्म होता है उसम नंबर ऑफ एमआरएनए ट्रांसक्रिप्शनल फैक्टर और प्रोटीन प्रेजेंट होती है जो जागोट के साइटोप्लाज्म में आ जाती है अब जब इस जागोट में क्व शुरू होता है जब इस रोड से ब्लास्टो मियर्स बनते हैं तो कुछ ब्लास्टो मियर्स ऐसे होते हैं जिनके पास ये एमआरएनए या मैटरनल फैक्टर्स पहुंच जाते हैं और यही सेल्स क्या होती है यही सेल्स ऑटोनोमस स्पेसिफाइड हो जाती है इन्हीं सेल्स को अपने फेट को अचीव करने के लिए आसपास के नेबरिंग एनवायरमेंट में जो सेल्स प्रेजेंट है उनसे किसी भी तरीके के मतलब वो किसी भी तरीके से इनसे इन्फ्लुएंस नहीं होती है ना ही उन्हें किसी तरीके की सिग्नल की रिक्वायरमेंट होती है इसीलिए यहां पर लिखा हुआ है यूजुअली अ सेट ऑफ ट्रांसक्रिप्शन फैक्टर फ्रॉम द एग साइटोप्लास्ट एंड दिस ट्रांसक्रिप्शनल फैक्टर रेगलेट जीन एक्सप्रेशन टू डायरेक्ट द सेल इनटू अ पर्टिकुलर पाथ ऑफ डेवलपमेंट तो या तो इन्हे एग से एग के साइटोप्लाज्म से मैटरनल इन्हे एमआरएनए मिल जाता है या कुछ ऐसे ट्रांसक्रिप्शनल फैक्टर मिल जाते हैं जो इनके फर्द जो फाइनल जीन का एक्टिवेशन है उसके एक्टिवेशन में हेल्प करते हैं तो ऑटोनोमस स्पेसिफिकेशन का मतलब दैट इज द इक्वल टू द डिटरमिनेशन मतलब अगर सेल स्पेसिफिकेशन में है लेकिन ऑटोनोमस स्पेसिफाइड है दैट मींस वो डिटरमाइंड है वो इरिवर्सिबली कमिटेड है अब वो अपने फेट से रिवर्ड बैक नहीं होगा इन ऑटोनोमस स्पेसिफिकेशन पढ़िए प्रॉपर्टीज पढ़िए ऑटोनोमस स्पेसिफिकेशन की हो सकता है सिर्फ ऑटोनोमस स्पेसिफिकेशन की चार स्टेटमेंट दी हो और आपको सही स्टेटमेंट पिक करनी है तो इन ऑटो स्पेसिफिकेशन द सेल नोज वेरी अर्ली व्हाट इट इज टू बिकम विदाउट इंटरेक्ट ंग विद अदर सेल्स बिना किसी सेल से इंटरेक्ट हुए मतलब बिना किसी से इन्फ्लुएंस हुए जो सिर्फ अपनी पढ़ाई पे फोकस करेगा है ना वो कैसा होगा ऑटोनोमस स्पेसिफाइड होगा तो उसी तरीके से जब सेल सेल को अर्ली स्टेजेस में ये पता होता है कि उसे क्या बनना है इन फ्यूचर और उसे किसी भी दूसरी सेल से इंटरेक्ट होने की जरूरत नहीं पड़ती है अपने फेट के अचीव होने के लिए तो वो कैसी होती है ऑटोनोमस स्पेसिफाइड सेल होती है फॉर एग्जांपल इन वेरी अर्ली क्लेवेज स्टेज ऑफ द नेल पटेला ब्लास्टो मियर्स दैट आर प्रिजमटेक ब्लास्ट सेल्स कैन बी आइसोलेटेड इन पेटिश दे डेवलप इनटू द सेम सिटेड सेल्स दैट दे वुड गिव राइज टू अ इन द एंब्रियो एंड विद द सेम टंपल प्रोसेसो मतलब जो ट्रोको ट्रोको ब्लास्ट की यहां पर सेल्स थी जो स्नेल में ट्रोको ब्लास्ट सेल्स का फॉर्मेशन करती है ये ट्रोको ब्लास्ट सेल्स ऑटोनोमस स्पेसिफाइड होती हैं इनको अर्ली स्टेज में ही जब एंब्रियो से सेपरेट कर दिया गया तब भी ये ट्रोको ब्लास्ट सेल्स में ही कन्वर्ट हुई तो इस बेसिस पर ये माना गया कि ये सेल्स कैसी होती है ऑटोनोमस स्पेसिफाइड होती है दिस कंटिन्यूड कमिटमेंट टू द ट्रोको ब्लास्ट फेट सजेस्ट दैट दिस पर्टिकुलर अर्ली ब्लास्टो मेयर्स आर ऑलरेडी स्पेसिफाइड एंड डिटरमाइंड टू देयर फेथ मतलब उन सेल्स के साइटोप्लाज्म में ही कुछ ऐसा था जो उनको क्या कर रहा था डिटरमाइंड अर्ली स्टेजेस में ही ऑटोनोमस स्पेसिफाइड करने का काम करर क्लियर हुआ मजा आ रहा है मैम आपकी क्लास करके सच्ची मुची अच्छा ठीक है थैंक यू सो मच मजा तो तब आएगा ना जब क्वेश्चन इसी से आएंगे और आप क्वेश्चन सही करके आएंगे तब ज्यादा मजा आएगा चलिए नेक्स्ट स्टेटमेंट पढ़िए ड्यूरिंग ऑटोनम स्पेसिफिकेशन प्रोस्पेक्टिव पोटेंसी इज इक्वल टू द प्रोस्पेक्टिव फेट अब समझिए पोटेंसी का मतलब सेल की कुछ भी बनाने की किसी भी फेट में डिफरेंशिएबल और फेट का मतलब सेल को क्या बनना है जब प्रोस्पेक्टिव पोटेंसी प्रोस्पेक्टिव फेट के इक्वल हो जाती है मतलब आपके काम करने की एबिलिटी आपके गोल के इक्वल हो जाती है मतलब जेआरएफ को क्वालीफाई करने के लिए अगर आप 14 घंटे की पढ़ाई कर रहे हैं दैट इज सफिशिएंट है ना हालांकि कोई करता नहीं है लेकिन अगर आप एफिशिएंट पढ़ाई कर रहे हैं सात से आठ घंटे की तो वो भी क्या होगी सफिशिएंट होगी तो आपकी अगर काम करने की एबिलिटी आपके फेट के इक्वल है तो आप अपने फेट को आसानी से अचीव कर सकते हैं तो ऑटोनोमस स्पेसिफाइड सेल्स में प्रोस्पेक्टिव पोटेंसी इ इक्वल टू द प्रोस्पेक्टिव फेट मतलब आपने क्या किया आपने जेआरएफ के लिए प्रिपरेशन करी और आपकी एबिलिटी थी जरफ क्वालिफाई कर सकते है आपने इतनी पढ़ाई करी सारे सिलेबस को अच्छे से पढ़ा और आपने क्या कर लिया अपने फेट को अचीव कर लिया तो इन केस ऑफ ऑटोनोमस स्पेसिफिकेशन जो सेल की पोटेंसी होती है सेल की कुछ भी डिफरेंशिएबल जो होती है वो उसके फेट के इक्वल हो जाती है इसीलिए उसका फेट अचीव हो जाता है बिना किसी सेल से इडायरेक्ट हो तीसरा अगर आपको स्टेटमेंट मिली तो क्या मिलेगी ऑटोनोमस स्पेसिफिकेशन रेफर्स टू द सेल इन एन एंब्रियो दैट पोजस द नेसेसरी साइटोप्लास्मिक डिटरमिनेट दैट फंक्शन टू कमिट दैट सेल टुवर्ड स्पेसिफिक फेट सच सेल्स वि मैचर इनटू देयर डिटरमाइंड सेल टाइप्स इवन वेन आइसोलेटेड एस बेस्ट एमप्लीफाइड बाय सेल्स ऑफ द टिकट एम अब देखिए ऑटोनोमस स्पेसिफाइड सेल्स के पास हमने बोला जो एक् साइटोप्लाज्म से मिलता है वो होते क्या है उन्हीं को साइटोप्लास्मिक डिटर्मिननेंट्स बोलते हैं जो एमआरएनए होता है ट्रांसक्रिप्शनल फैक्टर हो सकता है कोई भी वो फैक्टर्स साइटोप्लास्मिक डिटरमिनेट बोले जाते हैं क्योंकि वो ए के साइटोप्लाज्म से ब्लास्टो मियर के एक पर्टिकुलर ब्लास्टो मियर के साइटोप्लाज्म में पहुंचते हैं और उस सेल के फेट को स्पेसिफाई करते हैं या उस सेल को ऑटोनोमस स्पेसिफाइड बनाने का काम करता है तो एक पॉइंट आप ये याद रखेंगे चलिए एग्जांपल हमने बीच बीच में इसलिए रखे ताकि एग्जांपल्स अगर आप एक बार पढ़ लेंगे तो वहां पर अगर कोई भी क्वेश्चन आपको नया नहीं लगेगा जैसे ट्यूनिकेट एंब्रियो के केस में अ कॉंकलिन फर्स्ट ऑब्जर्व द येलो क्रीसेंट इन द ट्यूनिकेट एंब्रियो एंड शड दैट सेल विद दिस येलो क्रिसेंट गेव राइज टू द मसल द मसल सेल फेट इन द ट्यूनिकेट्स इज डिपेंडेंट ऑन द ट्रांसक्रिप्शनल फैक्टर माचो ये अब यहां पर जो मसल सेल्स थी उनमें इनिशियली ही मतलब अर्ली डेवलपमेंट के दौरान ही वो मसल सेल्स कैसे स्पेसिफाइड हो रही थी ऑटोनोमस कैसे स्पेसिफाइड हो रही थी क्योंकि उनमें जो ये मेन ट्रांसक्रिप्शनल फैक्टर मिल रहा था वो इन्हें ऑटोनोमस स्पेसिफाइड करने का काम कर रहा था आपको ये स्टेटमेंट याद नहीं रखनी है अगर आप एक बार पढ़ के भी जाएंगे तो आपको कोई प्रॉब्लम नहीं होगी सपोज उन्होंने एक क्वेश्चन बनाया और उसमें लिख दिया कि हमने ट्यून केट एंब्रियो से कुछ सेल्स को निकाला एंब्रियो से उसे आइसोलेशन में पेट्रस में रखा बाकी सारी सेल्स ने तो क्या किया अपने किसी भी फेट को अचीव नहीं करा आइसोलेशन में लेकिन एक सेल्स थी जिसने मसल सेल्स बनाया उसमें क्या था ये ट्रांस डिक्रिप्शन फैक्टर था तो दैट मींस वो सेल कैसी थी ऑटोनोमस स्पेसिफाइड थी और जो एंब्रियो से अलग होकर कोई भी फेट अचीव नहीं कर पाई वो कैसी थी कंडीशनली स्पेसिफाइड सेल्स थी क्योंकि उनको क्या चाहिए अपनी आसपास की सेल से सिग्नल्स की रिक्वायरमेंट होती है चलिए साइटोप्लास्मिक डिटरमिनेट की डेफिनेशन याद रखिएगा साइटोप्लास्मिक डिटरमिनेट की डेफिनेशन सीधे-सीधे मिलेगी आपको ब्लास्टो मियस ऑफ द अर्ली एंब्रियो आर अपो द सेट ऑफ क्रिटिकल डिटरमिनेशन फैक्टर विद इन द एग साइटोप्लास्ट दैट डिटरमाइंड सल्फेट साइटोप्लास्मिक डिटरमिनेट आर मॉलिक्यूल ऑफ इन ट्रांसक्रिप्शनल फैक्टर्स दैट रेगुलेट जीन एक्सप्रेशन दे डायरेक्ट द सेल्स अलोंग अ पर्टिकुलर पाथ ऑफ मैचुरेशन इसीलिए अगर किसी सेल्स में साइटोप्लाज्म डिटरमिनेट है तो साइटोप्लास्मिक डिटरमिनेट का मतलब ही क्या समझोगे अगर किसी सेल के पास साइटोप्लास्मिक डिटरमिनेट है दैट मींस वो सेल कैसी है ऑटोनोमस स्पेसिफाइड है ऑटोनोमस स्पेसिफाइड डन याद रहेगा हो गया अच्छा कोई नहीं करता चलिए चलिए कोई बात नहीं कंडीशन स्पेसिफिकेशन पर आते है ये सारी स्टेटमेंट आपको ऑटोनोमस में मिलेगी कंडीशनल स्पेसिफिकेशन इ द प्रोसेस बाय च सेल्स अचीव देयर रिस्पेक्टिव फेट बाय इंटरेक्ट विद अदर सेल्स है ना कि हम एमएससी कर रहे थे मेरे चार दोस्तों ने टीएलएन किया तो हमने सोचा हम भी डीएलएस जवाइन कर लेते हैं ये होती है कंडीशनली स्पेसिफाइड सेल्स ठीक कि चार पांच लोगों ने मिलके कहा यार तुम जरफ की प्रिपरेशन करोगे हां हम भी करेंगे चलो ठीक है फिर चलते हैं जॉइन कर लेते हैं कोचिंग आराम से पढ़ाई करते हैं कम से कम हां साथ में बैठ के बकैती तो कर पाएंगे जब पढ़ाई नहीं कर पाएंगे तो बकैती ही हो जाएगी कम से कम कुछ तो हो पाएगा हां सही पकड़े हैं देखा देखी चलो कंडीशनल लेकिन देखा देखी में ये भूल जाती कि जेआरएफ का सर्टिफिकेट सबका अलग ही अलग आता है एग्जाम सबको अलग ही अलग देना होता है है ना देखा देखी के चक्कर में ये भूल जाते हैं कि सबको एग्जाम अलग ही अलग देना है यहां तो तुम जा इतनी ब कर लो एग्जाम हॉल में तुम्ह पेपर तो अपना ही सॉल्व करना है सर्टिफिकेट तो तुम्हारे ही नाम का आएगा है ना तो मेहनत भी तुम्ह अपनी ही करनी पड़ेगी चलो तो दिस एरे ऑफ इंटरेक्शन वेरी वेरी इंपोर्टेंट इस लाइन से क्वेश्चन मिलेगा दिस एरे ऑफ इंटरेक्शन कैन इंड्यूस सेल सेल सेल टू सेल कॉन्टेक्ट्स अब सेल टू सेल कांटेक्ट का मतलब सेल सिग्नल की बात होती है सेल सिग्न इंग में ही सेल आपस में एक दूसरे से कांटेक्ट करती है तो सेल टू सेल कॉन्टेक्ट्स दैट इज जेक्स्ट्रा क्राइन फैक्टर सीक्रेड सिग्नल दैट इज पैराक्राइन फैक्टर तो जितनी भी सिग्न ंग होती है चाहे वो जेक्स्ट्रा क्राइन सिग्न ंग हो चाहे वो पैराक्राइन सिगनलिंग हो वो सब किसमें आ जाती है कंडीशनल स्पेसिफिकेशन एंड द फिजिकल प्रॉपर्टीज ऑ सेल्स लोकल एनवायरमेंट दैट इज मैकेनिकल स्ट्रेस तो ये सारे इंटरेक्शन कंडीशनल स्पेसिफिकेशन में देखने को मिलते हैं कि अगर कोई सेल कंडीशनली स्पेसिफाइड है तो सेल के अंदर सेल की इंट्रिसिक कैपेसिटी नहीं होती क्योंकि सेल के साइटोप्लाज्म में कोई भी ट्रांसक्रिप्शनल फैक्टर नहीं होता है कोई साइटोप्लाज्म डिटर्मिननेंट्स नहीं होते हैं लेकिन सेल को सिग्नल कहां से मिलेंगे अपने आसपास की नेबरिंग सेल से मिलेंगे और उन्हीं सिग्नल्स के अकॉर्डिंग सेल फेट में सेल अपने फेट को अचीव करेगी देखिए कंडीशनल स्पेसिफिकेशन इज द एक्विजिशन ऑफ अ गिवन सेल आइडेंटिटी बेस्ड ऑन इट्स पोजीशन और मोर स्पेसिफिकली ऑन द इंटरेक्शन दैट सेल हैज विद द अदर सेल्स एंड मॉलिक्यूल इट कम्स इन कांटेक्ट विथ मतलब दूसरी सेल से क्या सिग्नल आ रहे हैं उसके बेसिस पर स्पेसिफिकेशन होता है अगर सेल सिगनलिंग हो रही है तो सेल सिग्नल में दो सेल्स होती है एक सेल जिसके पास रिसेप्टर होगी और दूसरी सेल जो सिग्नल्स का सेक्रेशन करेगी जो लिगेंड्स का सेक्रेशन करेगी सिगनलिंग मॉलिक्यूल का सेक्रेशन करेगी तो जो इसको रिसीव करेगी वो रिस्पांडर सेल होगी कैसी होगी रिस्पांडर सेल और सिग्नल किसमें चलती है जिसके पास रिसेप्टर्स होते हैं सिग्न ंग उस सेल्स में चलती है उसके न्यूक्लियस में पर्टिकुलर जीनस एक्टिवेट होते हैं और उसके अकॉर्डिंग फंक्शन होता है जैसे इस सेल ने कहा तुम्हें डिवा डिवाइड होना है तो वो इसमें क्या करेगी मान लो आरटी के पास में को एक्टिवेट करेगी मैप काइनेस एक्टिवेट होंगे तो यहां पर मिक फॉस जन का एक्टिवेशन होगा और सेल प्रोलीफेरा दैट इज़ कॉल्ड कंडीशनल स्पेसिफिकेशन इसीलिए कंडीशनल स्पेसिफिकेशन के केस में एरे ऑफ इंटरेक्शन देखने को मिलता है तो सेल की आइडेंटिटी किस पर बेस्ड रहती है उसकी पोजीशन पर एंब्रियो की पोजीशन चेंज हुई उसकी आइडेंटिटी चेंज हो जाएगी कंडीशनल स्पेसिफिकेशन में फॉर एग्जांपल अगर वो कहां पर है न्यूरॉन्स बनाने वाली रीजन में है तो वो न्यूरॉन्स बनाएगी लेकिन आपने उठाकर उसे मसल बनाने वाले रीजन में डाल दिया तो मसल सेल्स क्योंकि उसके आसपास की सेल्स उसे मसल बनाने की सिग्नल देंगी ना तो वो मसल सेल्स बनाने लगेगी तो इसीलिए कहते हैं कि कंडीशनल स्पेसिफिकेशन के केस में पोजीशन बेस्ड होती है आइडेंटिटी और स्पेसिफिकली ऑन द इंटरेक्शन दैट सेल हैज विद अदर सेल्स एंड मॉलिक्यूल इट कम्स इन कांटेक्ट विद मतलब उसे किस चीज के सिग्नल आसपास की नेबरिंग सेल्स उसे क्या बनने के सिग्नल दे रही है उसके बेसिस पर सेल्स स्पेसिफाई हो एन एक्सट्रीम एग्जांपल ऑफ कंडीशनल स्पेसिफिकेशन अब यहां पर एग्जांपल से भी क्वेश्चन आएगा वेरी वेरी इंपोर्टेंट एन एक्सट्रीम एग्जांपल ऑफ कंडीशनल स्पेसिफिकेशन वाज डेमोंस्ट्रेटेड बाय द कंप्लीट नॉर्मल डेवलपमेंट ऑफ सीए चन लार्विन फ्रॉम सिंगल आइसोलेटेड ब्लास्टो मियर सिंगल आइसोलेटेड ब्लास्टो मियर इफ कंडीशनली स्पेसिफाइड सेल्स आर रिमूव्ड फ्रॉम द एंब्रियो द रिमेनिंग सेल्स कैन रेगुलेट एंड कंपनसेटर द मिसिंग पार्ट वेरी वेरी इंपोर्टेंट याद रखिएगा ऑटोनोमस और कंडीशनल में ये बेसिक डिफरेंस होता है अगर कोई भी इन अगर कोई भी सेल कंडीशनली स्पेसिफाइड है और उसे एंब्रियो से रिमूव करा जा रहा है तो जो उसकी नेबरिंग सेल्स होती हैं वो उसके कंप उसके लॉस को कंपनसेटर देती है लेकिन अगर कोई भी सेल ऑटोनोमस स्पेसिफाइड है और अगर आप उसे एंब्रियो से रिमूव कर रहे हैं तो उसके लॉस को उसकी आसपास की सेल्स कंपनसेटर पाती तो ऑटोनोमस स्पेसिफाइड सेल्स का लॉस कभी भी नहीं होता है जबकि कंडीशनली स्पेसिफाइड सेल्स का क्यों ऐसा इसलिए होता है क्योंकि ऑटोनोमस स्पेसिफाइड सेल्स के पास क्या थे इंट्रेंस साइटोप्लास्मिक डिटरमिनेट थे जो उसे एक स्पेसिफिक सेल बना रहे थे जिसका फिट किसी भी पोजीशन पर डिपेंड नहीं कर रहा था कि एंब्रियो में इस पर्टिकुलर पोजीशन पे रहेगी तभी अपने फेट को अचीव कर सकती है लेकिन कंडीशनली स्पेसिफाइड सेल्स इतनी खास नहीं थी जो काम वो कर रही थी उसके आसपास की सेल्स भी वही काम कर रही थी तो जब वो लॉस हुई तो उसके लॉस को कंपनसेटर के लिए उसके आसपास की सेल ने काम कर दिया है ना तो कंडीशनली स्पेसिफाइड सेल्स क्या थी कंडीशनली स्पेसिफाइड सेल्स का लॉस कंपनसेटर जाता है देखिए कंडीशनल स्पेसिफिकेशन को समझाने के लिए एक साइंटिस्ट है ग्रीस इन्होंने सी अरचन पर एक्सपेरिमेंट किया था और सीए चन के एंब्रियो के थ्रू ये प्रूफ किया था कि कंडीशनली स्पेसिफाइड सेल्स अर्ली स्टेज में जो सीर चन की सेल्स होती है वो कंडीशनली स्पेसिफाइड सेल्स होती है कंडीशनली स्पेसिफाइड सेल्स आइसोलेशन में कुछ नहीं बना पाती है लेकिन अगर इन्हे अर्ली स्टेजेस में सेपरेट किया जाए तो डिवीजन के बाद जो सेल्स बनती है वो अकॉर्डिंग टू अ सिग्नल्स या इंटरेक्शंस पर्टिकुलर फेट को अचीव कर लेती है जैसे हां बिल्कुल जैसे फॉर एग्जांपल देखिए वन ी सेपरेटेड द ब्लास्टो मियर ऑफ फोर एंड एट सेल एंब्रिस सम ऑफ द आइसोलेटेड सेल प्रोड्यूस इ लस लार्वा सीधे सधे जो ग्रीस के डेमोंस्ट्रेटिंग इनटू इट फ्यूचर एमक पार्ट च आइसोलेटेड ब्लास्टो रेगुलेटेड इट डेवलपमेंट टू प्रोड्यूस कंप्लीट ऑर्गम इन्होने किया क्या य देखिए इन्होने फोर सेल स्टेज में सी चन के एंब्रियो की चारों सेल्स को सेपरेट कर दिया यह फोर सेल स्टेज थी इस फो स्टेज में सीन की एमियो की चारों सेल्स को सेपट कर दिया सेपरेट करने के बाद इन्होंने देखा आइडियल क्या होना चाहिए था जब इन्होने चारों सेल्स को सेपरेट कर दिया तो अपनी जो भी इनका फेट होता है उसके अकॉर्डिंग य फेट अचीव कर लेती लेकिन इन्होंने ऐसा नहीं किया क्योंकि आइसोलेशन में तो कंडीशनल स्पेसिफाइड सेल्स अपने फेट को बना ही नहीं सकती और ये ऑटोनोमस स्पेसिफाइड सेल्स ही नहीं अब इन सेल्स ने क्या किया ये सेल्स डिवाइड हुई एक दूसरे से इंटरेक्ट हुई और इन्होने क्या किया अप्रॉक्स कंप्लीट प्लस लार्वा का फर्मे कर लिया थोड़ा बहुत साइज में डिफर था लेकिन चारों सेल से एक कंप्लीट एंब्रियो बन गया मतलब एक सिंगल सेल से एक कंप्लीट एंब्रियो का फॉर्मेशन हो गया तो यही पॉइंट यहां पर लिखा हुआ है देखिए रदर देन सेल्फ डिफरेंट इनटू इट्स फ्यूचर एमक पार्ट ईच आइसोलेटेड ब्लास्टो मियर रेगुलेट डेवलपमेंट टू प्रोड्यूस अ कंप्लीट ऑर्गेनिक मेंट के बेसिस पर ीस ने प्रूफ किया कि अर्ली स्टेज में सीर चिन की जो सेल्स होती है वो कंडीशनली स्पेसिफाइड होती है और उनके अंदर ये कैपेबिलिटी होती है कि वो एक सेल कंप्लीट ऑर्गेनिस्ट म को बना सकती है अब देखिए इन्होंने ये बात की कैसे इन्होंने एक एक्सपेरिमेंट किया जिसे प्रेशर प्लेट एक्सपेरिमेंट कहते हैं हेंस कन्फर्म कंडीशनल डेवलपमेंट इन सीएन एंब्रियो विद एन इंटीग्रेट र कॉमिनेशन एक्सपेरिमेंट हो सकता है आपको प्रेशर प्लेट एक्सपेरिमेंट की जगह इंट्रीकेट रिकॉमिन एक्सपेरिमेंट टर्म मिले तो याद रखिएगा प्रेशर प्लेट एक्सपेरिमेंट फॉर अल्टरिंग द डिस्ट्रीब्यूशन ऑफ न्यूक्लि आई इन्होंने किया क्या देखिए ये ये है ड्रीस का प्रेशर प्लेट एक्सपेरिमेंट इन्होंने किया गया नॉर्मल ये नॉर्मल क्लेवेज है जब सी अर्चन में नॉर्मल क्लेवेज होता है तो एट सेल स्टेज में और 16 सेल स्टेज में आप सेल्स का डिस्ट्रीब्यूशन देख सकते हैं उनकी नंबरिंग के अकॉर्डिंग जैसे 1a 1 बी 2a 2 बी 3a 4a 3 बी 4 बी इस तरीके से सेल डिस्ट्रीब्यूटर्स है इन्होंने किया क्या ये टॉप वव है और ये साइड वव है नॉर्मल ये नॉर्मल की कंडीशन है इन्होने क्या किया इन्होंने एट सेल स्टेज में ग्लास प्लेट से क्या किया एंब्रियो को प्रेस प्रेस कर दिया दोनों साइड से एंब्रियो को प्रेशराइज कर दिया और जब ग्लास प्लेट से प्रेशराइज किया तो इन्होंने देखा न्यूक्लिया की जो लोकेशन थी य जो ब्लास्टो मियर्स थे ये सारे न्यूक्लि आई आपस में शफल कर गए मतलब इनकी पोजीशन चेंज हो गई इन्होंने देखा एट सेल से 16 सेल स्टेज में जब न्यूक्लिया की पोजीशन देखी तो ये नॉर्मल 16 सेल स्टेज में न्यूक्लिया की पोजीशन थी और ये ग्लास प्लेट से प्रेशराइज होने के बाद डिस्ट्रीब्यूशन में होने वाली न्यूक्लि आई की पोजीशन थी इसमें न्यूक्लि आई शफल मिल रहे थे कंपेरिजन टू दिस लेकिन इन दोनों से ही बनने वाले मतलब यहां देखिए लिखा हुआ है एनिमल एंड वेजेटल सेल्स मिक्सड अप हो चुकी थी यहां पर क्योंकि यहां पर क्या कर दिया गया था पूरे एमियो को प्रेशराइज कर दिया गया था जितने भी ब्लास्टो मियर उन सबकी पोजीशन चेंज हो गई थी और वो सब क्या हो गए थे अपनी पोजीशन चेंज होने की वजह से वो सब शफल कर गए थे और यह नर्मल कंडीशन थी लेकिन इससे बनने वाला एमल और इससे बनने वाला एनिमल दोनों ही नर्मल था इससे बनने वाला एनिमल नॉर्मल था और इससे भी बनने वाला एनिमल नर्मल था ऐसा नहीं हुआ कि उसका उसमें किसी भी तरीके की एनमल देखने को मिली मतलब जहां पर डोर्सल रीजन था वहां वेंट्रल बन गया जहां वेंट्रल रीजन था वहां डोर्सल बन गया ऐसा नहीं हुआ ऐसा इसलिए नहीं हुआ क्योंकि जब डोर्सल न्यूक्लि आई वेंट्रल साइड में आए तो उन्होंने क्या बना लिया वेंट्रल का पार्ट बना लिया और वेंट्रल के जब डोर्सल में गए तो उन्होंने डोर्सल का पार्ट बना लिया और ये किसम होता है कंडीशनल स्प फिकेशन में होता है इसीलिए अर्ली स्टेज में सी अरचन एंब्रियो को क्या माना गया कंडीशनली स्पेसिफाइड माना गया देखिए इनके सबसे ज्यादा ज जरूरी है सबसे ज्यादा जो आपको क्वेश्चन मिलेंगे वो इनके डेमोंस्ट्रेट से मिलेंगे कि इन्होंने अल्टीमेटली प्रूफ क्या किया इस एक्सपेरिमेंट से देखिए अ जब इन्होंने प्रेशर रिलीज किया फोर्थ डिवीजन वाज इक्वेटोरियल एंड दिस प्रोसीजर रि शफल्ड द न्यूक्लि आई प्लेसिंग न्यूक्लि ट नॉर्मली वुड हैव बीन इन द रीजन डेस्टिन टू फॉर्म ए एंडोडर्म इनटू द प्रेजेंटिज्म आपको सीधे-सीधे स्टेटमेंट में मिलेंगे ब्रीस ने क्या कंक्लूजन ऑफ अ ब्लास्टो मियर विद इन द होल विल प्रोबेबली इन अ जनरल वे डिटरमाइंड व्हाट सेल कम फ्रॉम इट द रिलेटिव पोजीशन ऑफ ब्लास्टो मियर विद इन द एंब्रियो यहां पर होल एंब्रियो होना चाहिए होल विल प्रोबेबली इन जनरल वे डिटरमाइंड व्ट सेल कम फ्रॉम इट मतलब यहां पर पोजीशन बता रही है सेल्स जो ब्लास्टो मियर्स है उनकी पोजीशन य बताएगी कि फाइनल फेट क्या बनेगा तो यहां पर जहां पोजीशन मैटर करेगी दैट मींस वो सेल्स कैसी होंगी कंडीशनली स्पेसिफाइड होगी देखिए अब द प्रोस्पेक्टिव पोटेंसी ऑफ एन आइसोलेटेड ब्लास्टो मियर इज ग बस्टर एक्चुअल फ कंडीशनल स्पेसिफिकेशन की दूसरी प्रॉपर्टी इसमें क्या होता है प्रोस्पेक्टिव पोटेंसी इ ग्रेटर प्रोस्पेक्ट फट प्रोस्पेक्ट पोटेंसी इ ग्रेटर देन द प्रोस्पेक्ट फट ग 20 के लिए कार्तिक जी बच शुरू हो चुका है एक्सल का बच 25 के लिए शुरू हो चुका है बिल्कुल नहीं आरू जी कंडीशनल स्पेसिफिकेशन में साइटोप्लास्मिक डिटरमिनेट नहीं होते हैं साइटोप्लास्मिक डिटरमिनेट सिर्फ और सिर्फ ऑटोनोमस स्पेसिफिकेशन में होते हैं कंडीशनल स्पेसिफिकेशन में साइटोप्लास्मिक डिटरमिनेट नहीं होते हैं इसीलिए सेल को सिग्नल्स की जरूरत होती है भाई जब आप खुद प डिटरमाइंड नहीं होंगे पढ़ने के लिए तो आपको पढ़ने के लिए हमेशा किसकी जरूरत होगी कि आपके दोस्त आपको मोटिवेट करें आपके टीचर्स आपको मोटिवेट करें तब हम पढ़ाई करेंगे है ना लेकिन अगर आप खुद से इंट्रिसिकली डिटरमाइंड है अपने अपने पर्टिकुलर आपने सोचा कि रोज हमें इतनी यूनिट रिवाइज करनी है तो आप उसके लिए खुद से पढ़ेंगे ना अब ऐसा तो होगा नहीं कि आपके दोस्त आएंगे और आपको मार मार के पढ़ाएंगे या आपके घर वाले या आपके टीचर्स आपको पढ़ाएंगे तो वही काम यहां पर भी होता है दूसरी सेल से कांटेक्ट करने की जरूरत उसी को पड़ती है जिसके पास सेल्फ मोटिवेशन नहीं होता है याद रखिएगा आप दूसरे लोगों पर अपनी पढ़ाई के लिए तभी डिपेंड करते हैं जब आपके पास सेल्फ मोटिवेशन नहीं होता है तो ऑटोनोमस स्पेसिफाइड सेल्स आर सेल्फ मोटिवेटेड सेल्स कंडीशनली स्पेसिफाइड सेल्स आर एगजैक्टली कंडीशनली स्पेसिफाइड सेल्स जो होंगी वो अप सेल सिगनलिंग पर डिपेंड करेंगी जो सेल्स टू सेल सिगनलिंग में इवॉल्व हो रहा है दैट मींस वो इंटेंसली डिटरमाइंड नहीं हो गयान कार्तिक जी आप नीचे नंबर लिख आ र है 9149 पर कॉल कर लीजिए वहा आपको गेट के ब से रिलेटेड सारी इंफॉर्मेशन मिल जाए चलिए अभी अभी हम इन बचारे बच्चों को पढ़ा रहे य सब बहुत परेशान है अपनी पेपर के लिए तो इनको बिल्कुल भी डिस्टरबेंस अच्छी नहीं लगेगी चलिए अब देख हमने ऑटोनम स्पेसिफिकेशन में पढ़ पोटें इक्वल टू द फेट और कंडीशनल स्पेसिफिकेशन में पढ़ा पोटेंसी इज ग्रेटर देन द फेट मतलब ऑटोनोमस स्पेसिफिकेशन तब होगा जब काम करने की एबिलिटी आपके गोल के इक्वल हो जाएगी आपका फेट अचीव हो जाएगा लेकिन जब काम करने की एबिलिटी बहुत ज्यादा है मतलब आप इतने ज्यादा टैलेंटेड है इतने ज्यादा पढ़ाकू है कि आप जिस भी एग्जाम में बैठ जाएंगे उस एग्जाम को क्वालीफाई कर लेंगे दैट इज कंडीशनल स्पेसिफिकेशन है ना तो जब सेल की काम करने की एबिलिटी भाई सेल को किसी भी पोजीशन में डाला जा रहा है और अपने पेट को उसी के अकॉर्डिंग चेंज कर ले रही है जो न्यूरॉन्स बनाने के लिए कमिट थी उसे कहां डाल दिया मसल सेल्स के साथ डाल दिया गया वो मसल सेल्स बनाने लग गई मतलब उसकी काम करने की एबिलिटी बहुत ज्यादा है उसके पेट से भी ज्यादा है और जब पोटेंसी फेट से ग्रेटर देन हो जाती है तो कंडीशनल स्पेसिफिकेशन का होता लेकिन अगर पोटेंसी लेसन फट हो जाए [संगीत] तो यस अगर पोटेंसी लेसन फेट हो जाए तो बताइए अरे बोलो भाई इतने लोग देख रहे हो कर क्या रहे हो बताओ बोलो बोलो बोलो बोलो अगर पोटेंसी लेसन फट हो जाए तो क्या होगा तो वही होगा मंजूर खदा होगा अब जितनी पढ़ाई की जरूरत उनी पढ़ाई नहीं करेंगे तो क्या सब तम य भी अच्छा था तो कोई फट नहीं अचीव होगा अपस नहीं क सकते देवाल कोई फेट अचीव नहीं होगा अगर आपके काम करने की एबिलिटी नहीं इतनी तो आप कोई भी फेट अचीव नहीं कर सकते तो अगर से की पोटेंसी लेसन ट मी वो कभी वेट अचीव कर ही नहीं पाएगी यस तो सेल्स कभी भी सेल की पोटेंसी फेट से लेस देन नहीं होती या तो ग्रेटर देन होती है या तो इक्वल टू होती है लेकिन लेस देन कभी नहीं होती अगर हो गई तो फेट नेवर अची यस कभी भी फेट अचीव नहीं हो पाएगा नो डिफें बोल सकते अटोस नहीं बोल सकते देले है ना तो या तो ये रखो या तो ये रखो ये बिल्कुल मत रखो तुम लोगों के लिए बता रहे हैं चलो तो पहली पहला तो इनका कंक्लूजन ये मिल गया जो पोटेंसी थी आइसोलेटेड ब्लास्टो मयर कीट इ एक्चुअल ग्रेटर दन द प्रोस्पेक्टिव फेथ दूसरा द सीजन एंब्रियो इज़ अ हार्मोनियम इक्विपोटेंशियल सिस्टम बिकॉज़ ऑल ऑफ़ इट्स पोटेंशियली इंडिपेंडेंट पार्ट्स इंटरेक्ट टुगेदर टू फॉर्म अ सिंगल ऑर्गेनिस्ट जितने इसके पोटेंशियली इंडिपेंडेंट भाई जो सेल्स थी जो चार सेल्स को आइसोलेट किया था ना तो पोटेंशियली इंडिपेंडेंट सेल्स थी वो चाहती थी जिस वेट के लिए कमिट थी वोह फेट बना लेती लेकिन उन्होंने क्या किया डिवाइड हुआ नंबर ऑफ़ सेल्स बनाया और कंप्लीट लूटस लार्वा कंप्लीट ऑर्गेनिस्ट बना दिया तो अ पोटेंशियली इंडिपेंडेंट पार्ट्स इंटरेक्ट टुगेदर टू फॉर्म अ सिंगल ऑर्गेनिस्ट म थर्ड द फेट ऑफ न्यूक्लियस डिपेंडेड सोल्ली ऑन इट्स लोकेशन इन द एंब्रियो इंटरेक्शन बिटवीन सेल्स डिटरमाइंड देयर फेट वेरी वेरी इंपॉर्टेंट अगर सेल टू सेल इंटरेक्शन खत्म कर दिया जाएगा तो कंडीशनली स्पेसिफाइड सेल्स कभी भी अपना फेट अचीव नहीं कर पाएंगे इसलिए इंटरेक्शन किस पर डिपेंड करता है एंब्रियो में पोजीशन पर और एंब्रियो की सेल से इंटरेक्शन पर डिपेंड करता है अब इंटरेक्शन हटाएंगे फेट अचीव नहीं होगा हो गया चलिए तो ये तीनों ये तीनों कंक्लूजन आपको याद रखने है क्या कंक्लूजन एक फर्स्ट सेकंड और थर्ड आपने प्रेशर प्लेट एक्सपेरिमेंट से क्या कंक्लूजन हो गया चलिए एमियो इन च मोस्ट ऑफ अली ब्लास्टो मियर आर कंडीशनली स्पेसिफाइड हैव डिशन ट्रेडिशनल बीन कॉल्ड रेगुलेटिव एमियो कैपेसिटी फॉर रेगुलेटिव डेवलपमेंट तो कंडीशनल डेवलपमेंट को कंडीशनल स्पेसिफिकेशन को रेगुलेटिव डेवलपमेंट भी बोलते हैं ऑटोनोमस स्पेसिफिकेशन को मोजक डेवलपमेंट भी बोलते है स स्पेसिफिकेशन ये थर्ड टाइप का स्पेसिफिकेशन तो ऑटोनोमस में आपने क्या-क्या पढ़ा ऑटोनोमस में सबसे पहला पोटेंसी इक्वल टू होगी फेट के दूसरा सेल्स की पोजीशन डिसाइड नहीं करेगी सेल्स के साइटोप्लाज्म डिटरमिनेट उसके फेट को डिसाइड करेंगे फेट अर्ली स्टेज में ही क्या हो जाएगा डिटरमाइंड हो जाएगा सेल्स अर्ली स्टेज में ही अपने फेट से रिवर्ट बैक नहीं कर सकती क्योंकि वो डिटरमाइंड रहेंगी और चौथा इनका लॉस अगर इन्हें एंब्रियो से आइसोलेट कर दिया जाए तो एंब्रियो में इनका लॉस कंपन सेट नहीं हो सकता और अगर इन्ह एमियो से निकालकर पेट डिश में रख दिया जाए तो यह आइसोलेशन में भी अपने फेट को बना लेगी कंडीशनली स्पेसिफाइड सेल्स में क्या पोटेंसी हमेशा ग्रेटर देन होगी फेट के दूसरा अगर इनको एमियो से निकाल दिया जाए तो इनका लॉस बाकी की सेल्स कंपट कर देती है इनका फेट हमेशा सेल टू सेल इंटरेक्शन पर डिपेंड करता है सेल सिगनलिंग पर डिपेंड करता है चौथा अगर इनको आइसोलेशन में पेट्री डिश में रख दिया जाए तो ये अपना फेट अचीव नहीं कर पाएंगी विदाउट इंटरेक्शन ओके चलिए अब आते हैं थर्ड टाइप ऑफ स्पेसिफिकेशन सिन साइटल स्पेसिफिकेशन जो आपको ड्रोसोफिला में देखने को मिलता है इट यूस एलिमेंट्स ऑफ बोथ ये भी पॉइंट इंपोर्टेंट है ये भी आपको सीधे-सीधे क्वेश्चन मिलेगा इट यूस एलिमेंट्स ऑफ बोथ बोथ मतलब ऑटोनोमस स्पेसिफिकेशन एंड कंडीशनल स्पेसिफिकेशन सिंस आईल स्पेसिफिकेशन के टाइम पर ऑटोनोमस स्पेसिफिक का भी यूज होता है और कंडीशनल स्पेसिफिकेशन का भी यूज होता है अ साइटोप्लाज्म दैट कंटेंस मेनी न्यूक्लि कॉल्ड सिन साइडियम एंड द स्पेसिफिकेशन ऑफ प्रीजम सेल्स विदन द सिं साइटम इज कॉल्ड सिं साइटल स्पेसिफिकेशन हम लोग ड्रोसोफिला जब पढ़ेंगे तो वहां पर ये पढ़ेंगे कि सिन साइटल स्पेसिफिकेशन में सिर्फ कैरिओबनाहली लाम में एजिस्ट करेंगे दैट मीन साइटोकाइनेटिक्स में एजिस्ट करेंगे दैट इज कॉल्ड सिन साइटम और इसमें होने वाला स्पेसिफिकेशन सिन साइटल स्पेसिफिकेशन कहलाता इसमें हम लोग ड्रोसोफिला का एग्जांपल पढ़ चलिए अब देखिए एक ये पॉइंट याद रखिएगा साइ इन ड्रोसोफिला ड्यूरिंग अर्ली क्लेवेज स्टेज न्यूक्लि आई डिवाइड थ्रू 13 सेल साइकल 13 साइकल्स इन द अब्सेंस ऑफ़ एनी साइटोप्लाज्म क्लेवेज दिस डिवीज़न क्रिएट्स एन एंब्रियो ऑफ़ मेनी न्यूक्लि आई कंटेन विद वन शेड साइटोप्लाज्म सराउंडेड बाय कॉमन प्लाज्मा मेंब्रेन इसी को क्या बोलते हैं सिं साइटल ब्लास्टोडर्म बोलते हैं क्वेश्चन आएगा यहां से साइटोस्केलेटल अरेंजमेंट मेंटेन पोजिशनिंग ऑफ़ न्यूक्लि आई इन द सिं साइडियम व्हिच इनेबल्स स्पेसिफिकेशन ऑफ़ दीज न्यूक्लि बा पोजिंग मोजन ग्रेडिएंट लाइक बाइट एंड यह स्टेटमेंट आ सकती है आपको क्वेन में लेकिन हम लोग सट स्पेसिफिकेशन के बारे में डिटेल में ड्रोसोफिला में पढ़ेंगे सटल स्पेसिफिकेशन कैसे ऑटोनोमस और कंडीशनल दोनों का यूज करते हैं यह भी हम लोग डला में पढ़ेंगे चलिए अब य य जो टेबल के फम में आपको स्टेटमेंट रही है इनको जरूर याद कर लीजिएगा एक बार देख लीजिएगा है ना इसमें से क्योंकि याद करना इन द सेंस कि आपको स्टेटमेंट अगर समझ में आ गई है तो पढ़ने में ये रहेगा ना कि अगर इस स्टेटमेंट में कोई भी मॉडिफिकेशन होगा तो आपको सिखाई पड़ेगा कि हां ये स्टेटमेंट इनकरेक्ट है ओके तो एक तो स्टेटमेंट जैसे ऑटोनोमस पढ़ रहे हैं तो आपको क्या क्या याद रखना है स्पेसिफिकेशन बाय डिफरेंशियल एक्जन ऑफ सर्टन साइटोप्लास्मिक मॉलिक्यूल प्रेजेंट इन द एक स्टेटमेंट ये याद रखेंगे इन वरि क्वेच प्रोड्यूस द सेम लीज इन ईच एंब्रियो ऑफ द स्पीस ब्लास्टो मियर फेट्स आर जनरली इनवेरिएंट वेरी नहीं करते हैं क्योंकि यही साइटोप्लास्मिक डिटरमिनेट सेल टू सेल मूव करते रहते है सेल टाइप स्पेसिफिकेशन प्रोसीड एनी लार्ज ये छोड़ दीजिएगा मोजाइक डेवलपमेंट ये याद रखिएगा ऑटोनोमस स्पेसिफिकेशन का मतलब सेल्स मोजक डेवलपमेंट को फॉलो कर रही है सेल्स कैन नॉट चेंज फेट इफ अ ब्लास्टो मियर इज लॉस्ट ब्लास्टो मियर इज लॉस्ट तो ये दोनों पॉइंट्स याद रखिएगा कंडीशनल में स्पेसिफिकेशन यह पॉइंट याद रखेंगे स्पेसिफिकेशन बाय इंटरेक्शन अमंग सेल्स पोजीशन ऑफ सेल्स रिलेटिव टू ईच अदर्स आर की वेरिएबल क्वेज होता है या क्लेवेज वरी करता रहता है नो इनवेरिएंट फेट असाइनमेंट टू सेल्स क्योंकि हर सेल टू सेल साइटोप्लास्मिक डिटरमिनेट मूव नहीं करते एक ये याद रखेंगे तीसरा ये याद रखेंगे कैपेसिटी फॉर रेग डेवलपमेंट अलाउ सेल टू एक्वायर डिफरेंट फंक्शन बिकॉज ऑफ इंटरेक्शन विद नेबरिंग सेल्स बिकॉज इंटरेक्शन विद नेबरिंग सेल्स सिंस आइटल स्पेसिफिकेशन में स्पेसिफिक स्पेसिफिकेशन ऑफ बॉडी रीजन बाय इंटरेक्शन विट बन द साइटोप्लास्मिक रीजन प्रायर टू सेलराइडर रखेंगे आफ्टर सेलराइडर सीन ये दोनों पॉइंट इस टेबल के याद रखिए चलिए ब्रेनबो छोड़ दीजिए ब्रेनो से अभी क्वेश्चन नहीं बनेगा अभी बहुत नया पार्ट है अभी इससे क्वेश्चन नहीं बनेगा सीधे सधे आइए डिफरेंशियल जीन एक्सप्रेशन भी छोड़ दीजिए डिफें डिफरेंशिएबल मेंट बन ग डिफरेंशियल जीन एक्सप्रेशन इ प्रोसेस बाय च सेल डिफरेंट फ्रॉम वन अनदर बेस्ड ऑन अपॉन द यूनिक कॉमिनेशन ऑफ जीनस दैट आर एक्टिव और एक्सप्रेस्ड बाय एक्सप्रेसिंग डिफरेंट जीनस एक्सप्रेसिंग डिफरेंट जीनस सेल्स अ सेल्स कैन क्रिएट डिफरेंट प्रोटीन दैट लीड टू द डिफरेंशिया होनी चाहिए डिफरेंशियल जीन एक्सप्रेशन का मतलब या डिफरेंशिएबल स्ट्रक्चरल और फंक्शनल स्पेशलाइज हो जाती है दैट इज कॉल्ड डिफरेंशिएबल का स्ट्रक्चर और फंक्शन के बेसिस पर डिसाइड होता है उसमें एक्सप्रेस होने वाली प्रोटीन के बेसिस पर डिसाइड होता है तो जब सेल स्ट्रक्चर और फंक्शनल स्पेशलाइज कब हो जाएगी जब उसमें रेप्स होगा ट्रांसक्रिप्शन होगा ट्रांसलेशन होगा एक पर्टिकुलर प्रोटीन होगी वो फोल्ड होगी उस बेसिस पर सेल का स्ट्रक्चर और सेल का फंक्शन डिसाइड हो जाएगा तो ये पूरा जो आप यूनिट थ्री में पढ़ते हैं वही डिफरेंशिएबल का मेथड है उसी को फॉलो करती है हो गया हां बिल्कुल ले लीजिए स्क्रीनशॉट वेरिएंट वाली लाइन अरे देखो क्लेवेज प्रज्वल जीी ऑटोनोमस के केस में जो क्वेज होता है वो क्वेज नहीं सॉरी जो फेट होते हैं वो वेरी नहीं करते हैं क्योंकि वहां पर साइटोप्लास्मिक डिटरमिनेट सेल टू सेल मूव होते रहते हैं इसका सबसे एग्जांपल आप पढ़ेंगे जब आप ट्यून केट वो पढ़ेंगे अभी क्या प एक अर्ली डेवलपमेंट पढ़ते हैं ना सी एलिगेंस का अर्ली डेवलपमेंट हां जब सी एलिगेंस का अर्ली डेवलपमेंट पढ़ेंगे तो वहां पर हम आपको सेल लीनियस दिखाएंगे कि जिसके पास ऑटोनोमस फैक्टर जा रहे हैं और जिसके पास कंडीशनल जा रहे हैं तो कंडीशनल में ये वरी करता रहता है लेकिन ऑटोनोमस में वरी नहीं करता है चलिए क्योंकि साइटोप्लास्मिक डिटरमिनेट सेल टू सेल ो असली स्पेसिफाइड सेल्स है तो उनकी जो पजनी होती है उनके पास भी वो डिटरमिनेट पहुंचते रहते है डिफरेंशियल जीन एक्सप्रेशन ये लाइन छोड़ दीजिए डिफरेंशियल जीन एक्सप्रेशन का मेथड नहीं आएगा आपसे सिर्फ डिफरेंशियली तो आप करेक्ट पता कर पाए अब देखिए जैसे यहां पर ये टेबल दि ये टेबल आपको याद नहीं करनी है ये टेबल सिर्फ आपको समझने के परपस से दी हुई है अगर कोई सेल आप सपोज कोई आरबीसी है इरिथ्रोमाइसिन अब आते हैं हम लोग इंडक्शन एंड कॉम्पटन पर आपका स्पेसिफिकेशन डिटरमिनेशन और डिफरेंस वाला पार्ट खतम जितने पॉइंट बताए वो पढ़ के जाइएगा उससे बाहर से क्वेश्चन आपको नहीं आए नहीं मिले बिल्कुल आराम से पढ़िए हो गया चलिए हा बिल्कुल ए पव वाला बिल्कुल सही क अब देखिए वन ग्रुप ऑफ सेल्स चेंजिंग द बिहेवियर ऑफ एन एडजेसेंट सेट ऑफ सेल्स देयर बाय कॉजिंग देम टू चेंज देयर शेप माइटोटिक लेट और सेल फेट दिस काइंड ऑफ इंटरेक्शन एट क्लोज रेंज बिटवीन टू र मोर सेल और टिश्यू ऑफ डिफरेंट हिस्ट्रीज एंड प्रॉपर्टीज इज कॉल्ड इंडक्शन मतलब इंडक्शन के केस में क्या होता है जब कोई एक सेल दूसरे सेल का फेट या माइटोटिक रेट या उसका शेप चेंज कर सकती है दैट इज कॉल्ड इंडक्शन जैसे इंडक्शन के प्रोसेस में दो टाइप की सेल्स आती है एक इंड्यूसर सेल दूसरे रिपर सेल तो पहला तो आप ये डेफिनेशन याद रखेंगे वेरी वेरी इंपोर्टेंट ये स्टेटमेंट याद रखेंगे अब इंडक्शन को समझें कैसे कैसे कोई एक सेल दूसरी सेल का पेट उसका माइटोटिक रेट उसका शेप चेंज कर सकती है जैसे इंडक्टिव इंटरेक्शन में या इंडक्शन के प्रोसेस में दो सेल्स इवॉल्व होती है एक हो इंड्यूसर दूसरी होती है रिस्पांडर जैसे यहां पर हम इंड्यूसर हैं हम आपको डेवलपमेंटल बलजी पढ़ने के सिग्नल दे रहे है और आप क्या है रिस्पांडर है क्योंकि आप सीएसआईआर नेट लाइसेंसेस से तैयारी कर रहे हैं अपनी नेट की प्रिपरेशन कर रहे हैं तो उसमें डेवलपमेंटल बलजी एक सब्जेक्ट है इसलिए आप रिस्पांडर है है ना कल जैसे एक भैया भाई साहब आए थे जो पूछ रहे थे यहां किस चीज की तैयारी हो रही वो रेस्पों नहीं थे क्योंकि उनको पता ही नहीं था है ना क्योंकि वो तैयारी नहीं कर रहे थे तो उसी तरीके से अगर हम सिग्नल दे रहे हैं और उस सिग्नल को रिसीव करके आप रिस्पांस कर रहे हैं मतलब हमने कहा कि ऑटोनोमस स्पेसिफिकेशन क्या होता है और आपने तुरंत आंसर कर दिया पहले मेरे क्वेश्चन को सुना और आंसर कर दिया तो हम क्या कर सकते हैं आपके माइटोटिक रेट को चेंज कर सकते हैं हम आपका जीआरएफ क्वालीफाई करवा सकते हैं तो मतलब एक समझने के लिए है ना ऐसा नहीं कि अब तुम लोग ये बोलना शुरू कर दो कि मैम आप बोल दीजिए अच्छा है ना तो इंड्यूसर सेल सिग्नल देती है और रिस्पांडर सेल के पास उस सिग्नल के लिए रिसेप्टर्स होते जिसके थ्रू वो सिग्नल्स को रिसीव करती है एक सेल सिगनलिंग पाथ पे चलता है न्यूक्लियस में जाकर एक पर्टिकुलर जीन एक्टिवेट होता है और वो अकॉर्डिंग टू इंड्यूस सिग्नल क्या करता है सल्फेट को या सेल जो भी सिग्नल आए होते हैं सल्फेट अचीव करने के सिग्नल आए होते हैं तो सल्फेट अचीव हो जाता है माइटोटिक रेट सेल अभी हम इंडक्शन की बात कर रहे हैं अब देखिए इंड्यूसर से इंड्यूसर इ द टिशू दैट प्रोड्यूस अ सिग्नल दैट चेंजेज द सेल्यूलर बिहेवियर ऑफ द अदर टिश्यू दिस सिग्नल इज सीक्रेड प्रोटीन कॉल्ड अ पैराक्राइन फैक्टर ये क्या हो गई इंड्यूसर सेल हो गई जो क्या सक्रेट करेगी पर्टिकुलर सिग्नल का सेक्रेशन करेगी वो सिग्नल क्या हो सकते हैं पर्टिकुलर वो सिग्नल पैरा टाइम फैक्टर्स हो सकते है अगर हमें सिग्नल देने हैं अगर कोई किसी भी सेल को किसी दूसरी सेल को सिग्नल देने हैं तो वो पैराक्राइन फैक्टर्स का ही सेक्रेशन करेगी और उस पर्टिकुलर पैराक्राइन फैक्टर के लिए रिस्पांडर सेल के पास क्या होने चाहिए एक स्पेसिफिक रिसेप्टर्स होने चाहिए रिस्पांडर सेल्स इज द सेल ऑर टिश्यू दैट बीइंग इंड्यूस्ड सेल्स ऑफ द रेस्पॉन्डिंग टिश्यू मस्ट हैव बोथ अ रिसेप्टर प्रोटीन फॉर द इंड्यूस फैक्टर एंड द एबिलिटी टू रेस्पॉन्ड टू द सिग्नल दोनों चीजें होनी चाहिए रिसेप्टर भी होनी चाहिए और सिग्नल को रिस्पांस करने की एबिलिटी भी होनी चाहिए अब भाई तुम सीएसआईआर नेट लाइफ सेंसेस की तैयारी नहीं कर र तो तुम क्यों डेवलपमेंटल बलजी का लेक्चर देखोगे है ना चलो अब आते हैं नेक्स्ट यहां से आपको यह लाइन सीधे-सीधे मिलेगी कॉम्पटन क्या होता है बी सेक्शन का क्वेश्चन है बहुत बार पूछा गया है द एबिलिटी टू रेस्प टू अ स्पेसिफिक इंडक्टिव सिग्नल इज कॉल्ड एस कंपट वेरी वेरी इंपोर्टेंट द एबिलिटी टू रेस्प टू अ स्पेसिफिक इंडक्टिव सिग्नल इज कॉल्ड एज कॉम्पटन मतलब आप मेरे स्पेसिफिक आप डेब बायो के सिग्नल्स को रिस्पॉन्ड कर रहे हैं दैट मींस आप मेरे सिग्नल के लिए क्या है कंपट है द स्पेसिफिक रिस्पांस टू इंड्यूसर इज डिटरमाइंड बाय द जिनोम ऑफ रेस्पॉन्डिंग टिश्यू फॉर एग्जांपल हम लोग इसमें एग्जांपल पढ़ते हैं आईलेंस इंडक्शन का आईलेंस इंडक्शन इन द वर्टेब्रेट्स आई इन व्हिच द ऑप्टिक वेसिकल्स आर इंड्यूस इज एबल टू इंड्यूस लेंस फॉर्मेशन इन द हेड डर्म ट इ रेस्प इसको हम लोग इस टॉपिक को पढ़ेंगे यह टॉपिक सी पार्ट में दिया हुआ है तो वही पर हम लोग इसको पढ़ेंगे फ सी का हिस्सा है आईस इंडक्शन इन द जीनो पस वही पर इसको पढ़ेंगे तो इसमें होता क्या है इंडक्शन और कम्टस का सबसे अच्छा एग्जांपल है आईलेंस इंडक्शन इसमें ऑप्टिक वेसिकल जो होती है वो इंड्यूसर सेल होती है और जो रिस्प सेल होती है ट इ हेड एक्टम ये रिस्पॉन्ड सेल होती है ऑप्टिक वेसिकल से आने वाले सिग्नल्स के लिए ऑप्टिक वेसिकल्स यहां पर एफजीएफ और बीएमपी का सेक्रेशन करती है और इनके लिए रिसेप्टर्स डक्ट डर्म के पास होते है जैसे ये सिग्नल आकर बाइंडर दे हैं यहां पर सिग्न ंग चलती है आरटी के पाथ पे और टीजीएफ बीटा सिग्न ंग चलती है यहां पर सेल में एक पर्टिकुलर जीन एक्सप्रेस होता है और वो इस हेड एक्टर्स को क्या बना देता है लेंस बना देता है इसका फाइनल फेट अचीव हो जाता है हो गया यस अब इसको हम लोग फ सी में पढ़ेंगे अब आते हैं इंडक्शन के टाइप्स पर देखिए इंडक्शन के टाइप के पहले अच्छा एक इंडक्शन और होता है इसे बोलते हैं रेसिप प्रोकल इंडक्शन रेसिप कल इंडक्शन अकर्स व्हेन द टू इंटरेक्ट टिश्यू आर बोथ इंड्यूसर्स एंड आ आ कंपट आर एंड आर कंपट टू रेस्पॉन्ड टू ईच अदर सिग्नल्स मतलब मतलब ये कि हमने आपको सिग्नल दिया और आपने हमको भी कुछ चीजें से जैसे जब कोई टीचर पढ़ाता है तो वो अपने स्टूडेंट से भी कुछ सीखता है और उसके पूछे गए क्वेश्चंस के अकॉर्डिंग कुछ सीखता है तो अगर हम आपको कुछ बता रहे हैं और आप हमारे सिग्नल को रिस्पॉन्ड कर रहे हैं तो आप जो हमें बता रहे हैं हम उसको भी रिस्पॉन्ड करेंगे अगर हम उसके लिए भी कॉम्पिटेटिव है दैट मींस क्या है रेसिप प्रोकल इंडक्शन अरे रेसिप प्रोकल का मतलब समझते हो व्हेन द इंड्यूसर बिकम इंड्यूस्ड दैट इज कॉल्ड रेसिप प्रोकल इंडक्शन है ना मतलब तुमने किसी को एक थप्पड़ मारा और उसने पलट के तुमको एक और मार दिया है ना दैट इज़ कॉल्ड रेसिप प्रोकल इंडक्शन है ना ठीक है यस तो जैसे अब इसी में देख लीजिए जैसे आपने एग्जांपल पढ़ा ऑप्टिक वेसिकल ने हेड एक्ट डर्म को सिग्नल दिए लेंस फॉर्मेशन के एक्चुअली आई लेंस इंडक्शन इज अ प्रोसेस ऑफ रेसिप प्रोकल डायरेक्शन जो जब ये हेड एक्ट डर्म सेल्स लेंस बन जाती है तब ये ऑप्टिक वेसिकल को सिग्नल देती है और ये रेटिना का फॉर्मेशन करते हैं इसी को बोलते हैं रेसिप कल इंटरेक्शन पढ़िए फॉर एग्जांपल वनस द लेंस हैज फॉर्म इ इंड्यूस द ऑप्टिक वेसिकल द द इंड्यूसर बिकम इंड्यूस्ड अंडर द इन्फ्लुएंस ऑफ फैक्टर सेक्रेटेड बाय द लेंस द ऑप्टिक वेसिकल बिकम ऑप्टिक कप एंड द वॉल ऑफ द ऑप्टिक कप डिफरेंशिएबल द टू लेयर्स द पिगमेंटेड रेटिना एंड न्यूरल रेटिना सच इंटरेक्शन आर कॉल्ड रेसिप कल इंटरेक्शन तो रेसिप कल इंडक्शन का मतलब जब जब इंड्यूस रिस्पांडर सेल इंड्यूसर सेल को सिग्नल देने लगे और इंड्यूसर सेल भी उन सिग्नल्स के लिए क्या हो कंपट हो दैट इज कॉल्ड रेसिप कल इंडक्शन क्लियर है रेसिप कल इंडक्शन अभी तक क्वेश्चन आया नहीं है आ जाएगा बता रहे हैं ये याद कर लेना अभी तक सिर्फ इंडक्शन से क्वेश्चन आया है रेसिप कल इंडक्शन से क्वेश्चन नहीं आया तो इसको याद कर लीजिएगा मिल जाएगा क्वेश्चन है ना इस बार मिलेगा इससे क्वेश्चन चलिए अब दो टाइप के इंडक्टिव इंटरेक्शन होते हैं रेस्प सेल के बिहेवियर के बेसिस पर जो रिस्पांडर सेल्स होती है उनके बिहेवियर के बेसिस पर दो टाइप के इंटरेक्शन होते जिन्ह बोलते हैं इंडक्टिव इंटरेक्शन ये दो टाइप के होते हैं एक इंस्ट्रक्टिव इंटरेक्शन दूसरा परमिस इंटरेक्शन इंस्ट्रक्टिव इंटरेक्शन और परमिस इंटरेक्शन में इनके नाम से समझिए जब रिपर सेल को इंस्ट्रक्शन की जरूरत पड़े है जब रिपर सेल इंस्ट्रक्शन बेसिस पर काम करे इंस्ट्रक्शन मिले तो काम करें इंस्ट्रक्शन ना हो तो काम ना करेंट इ इंस्ट्रक्टिव इंटरेक्शन और जब रिस्पांडर से परमिशन के बेसिस पर काम करे उसे परमिशन मिल जाए और वो काम अचीव कर ले अपना फेट पर्टिकुलर फेट अचीव कर ले अब जैसे खुद को ले लीजिए इसी की जगह है ना कुछ लोग होते हैं जिनको पढ़ाई के लिए बारबार कहना पड़ता है पढ़ लो बेटा पढ़ लो बेटा पढ़ लो बेटा है ना तो वो पढ़ते हैं और नहीं क हो तो वो क्या करते रहते हैं फोन चलाते रहते हैं आराम से मस्त रील्स देखते रहते हैं रील्स बनाते रहते हैं तो वो लोग इंस्ट्रक्शन के बेसिस पर काम करते हैं कि जब तक मम्मी सर पर डंडा लेके खड़ी हो है ना जब तक टीचर से चार गालियां ना मिले तब तक हम नहीं पढ़ाई करेंगे तब तक हम अपना डिफॉल्ट फेट अचीव करेंगे मतलब उनके पास चॉइस होती है है ना या तो वो जेआरएफ क्वालीफाई करेंगे या तो ठेला लगाएंगे वो उनके ऊपर डिपेंड करता है ये उनके रिस्प करने की बेसिस पर लेकिन परमिस इंटरेक्शन का मतलब क्या परमिस इंटरेक्शन का मतलब वो सेल्स जो अपनी पर्टिकुलर सेल फेट के लिए कमिटेड होती है उसे बनाने के लिए रेडी होती है लेकिन उन्हें क्या चाहिए होता है एक एक एनवायरमेंट चाहिए होता है है ना जैसे कुछ बच्चे होते हैं जिन्हें पढ़ना होता है लेकिन उन्हें एक एनवायरमेंट की जरूरत होती है तो एक एनवायरमेंट हम लोग प्रोवाइड करा देते हैं और वो अपना रिवाइज कर लेते हैं दैट इज कॉल्ड परमिस इंटरेक्शन तो इंस्ट्रक्टिव इंटरेक्शन के केस में सेल्स के पास फेट्स की चॉइस होती है लेकिन परमिस इंटरेक्शन के केस में सेल्स के पास फेट्स की चॉइस नहीं होती है आपको परमिशन की जरूरत कब पड़ती है जब आप किसी चीज के लिए बिल्कुल रेडी होते हैं तभी तो आपको परमिशन की जरूरत पड़ती है जब आप किसी चीज के लिए रेडी नहीं होते तब आपको इंस्ट्रक्शन की जरूरत पड़ती है है ना जैसे रिश्तेदार की शादी में जाना हो तो घर वाले इंस्ट्रक्ट करते हैं भैया ऐसे ऐसे जाना वहां पर ये जो सबसे बड़े होंगे उनको इतना व्यवहार देना और चले आना ये इंस्ट्रक्शन होता है लेकिन जब दोस्तों के साथ ट्रिप प जाना होता है तब आपको परमिशन की जरूरत पड़ती है सारी चीजें आपने प्लान कर रखी कहां घूमना है कौन से कपड़े पहनने कईसी फोटो खि चानी ये सब पह आ र है लेकिन मम्मी पापा से परमिशन तो मिले तब तो जाएंगे है ना तो दैट इज परमिस इंटरेक्शन यस ऑलरेडी प्लान अब यहां पढ़िए इन इंस्ट्रक्टिव इंटरेक्शन अ सिग्नल फ्रॉम द इंड्यूस सेल इज नेसेसरी फॉर इनिशिएटिव द इंड्यूस सेल वेरी वेरी इंपोर्टेंट क्वेश्चन मिल जाएगा सीधे-सीधे लाइन से द रेस्पॉन्डिंग सेल इज नॉट कैपेबल ऑफ डिफरेंशियल हैज अ चॉइस ऑफ एंड विल फॉलो वन डेवलपमेंटल पाथवे फॉलोइंग इंडक्शन एंड एन अल्टरनेटिव पाथवे इन द एब्सस ऑफ इंडक्टिव सिगनल मतलब यहां पर सेल के पास एक डिफॉल्ट फेट भी होता है एक ऐसा पाथवे भी होता है जो कॉन्सिव चलता रहता है जैसे अभी हम लोग बलवा फॉर्मेशन इन सी एलिगेंस का एक एग्जांपल पढ़ेंगे उसम हम देखेंगे जो वल्वा वल्व प्रकस सेल्स है वो या तो वल्वा बनाती है और या तो हाइपोडर्मिस बनाती है है ना यही तो होता है या तो वोवा वल्वा बनाती है अगर उनमें आईटी के पाथ पे चल गया लेट 20 एंकर सेल से सिग्नल मिल गए उस सेल को लेट 23 रिसेप्टर्स एक्टिवेट हो गए तो वहां पर आईटी के पाथ पे चल गया वो स बलवा बना लेंगे लेकिन जिनको सिग्नल नहीं मिले वो क्या बनाएंगी हाइपोडर्मिस इसका मतलब क्या होता है इसका मतलब ये होता है कि इन सेल्स में हाइमस बनाने वाला पाथवे कॉन्सिव चल रहा है हाइपोडर्मिस बनाने वाले जीन कनसली एक्टिव है लेकिन जब एंकर सेल से सिग्नल आ रहे हैं तो वो पाथवे इस कनट पाथवे को डोमिनेट कर रहा है ओवर रूल कर रहा है इस वजह से बलवा बन जा रहा है लेकिन जिन सेल्स को सिग्नल नहीं मिलते वो क्या करती है वो बाय डिफॉल्ट हाइपोस बनाती है तो इसीलिए य पर य लाइन लिखी हुई है फ फंडिंग सेल इज़ नॉट कैपेबल ऑफ़ डिफरेंशिएबल वे इफ द सिग्नल आर नॉट प्रेजेंट और नॉट देयर चलिए तो यहां पर सेल्स के पास सेट्स की चॉइस होती है लेकिन परमिस इंटरेक्शन की बात करें ये पॉइंट भी याद रखिएगा इन परमिस इनडायरेक्शन द रेस्पॉन्डिंग टिश्यू हैज ऑलरेडी बीन स्पेसिफाइड एंड नीड्स ओनली एन एनवायरमेंट दैट अलाउ द एक्सप्रेशन ऑफ़ स्पेसिफाइड ट्रेट्स मतलब सेल उस पर्टिकुलर पाथवे के लिए पाथवे को चला सकती है पर्टिकुलर फीट के लिए कमिटेड होती है लेकिन वो अपना फीट तभी अचीव कर सकती है जब उसे क्या मिले सिग्नल मिले दैट इज कॉल्ड परमिशन या परमिस इंटरेक्शन हो गया चलिए तो एग्जांपल ऑफ परमिस इंटरेक्शन कम्स फ्रॉम द रीजेनरेटिव मेडिसिन फील्ड इन विच एक्स्ट्रा सेलर मेट्रिक स्कैफोल्ड प्रमोट द डिफरेंशिएबल ऑफ अ बीटिंग हार्ट इसमें एक साइंटिस्ट है डोरस टेलर्स जिन्होंने परमिस इंटरेक्शन के लिए बहुत अच्छा एक्सपेरिमेंट किया था अगर परमिस इंटरेक्शन से क्वेश्चन बना तो आपको ये एग्जांपल मिल सकता है इनका ये इनका ये रिसर्च काफी फेमस हुई थी डोरिस टेलर्स रिसर्च ग्रुप इन्होने किया क्या इन्होंने एसडीएस लिया सोडियम डोड साइल सल्फेट लिया डिटर्जेंट लिया और इन्होंने उससे रिमूव कर दिया एक रट के हार्ट की सारी सेल्स को सेपरेट कर दिया मतलब उस सेल्स उस रेट हार्ट के च लीव्स बिहाइंड द नेचुरल एक्स्ट्रा सेलर मैट्रिक्स तो जितनी भी सेल्स थी उन सेल्स को क्या कर दिया सेपरेट कर दिया सारे चैंबर्स को सेपरेट कर दिया प्रोटींस लाइक फाइब्रोनेक्टिन कोलेजन लमन ये सब कहां मिलती है एक्स्ट्रा सेलर मैट्रिक्स में मिलती है हेल्ड टुगेदर द रेस्ट ऑफ द ियम एंड मेंटेन द इंट्रीकेट शेप ऑफ द हार्ट्स द रिसर्चस देन इफ्यूज दिस ईसीएम स्कैफोल्ड विद कार्डियोमायोसाइट फिर इन्होंने क्या किया जब सेल्स को इन्होंने सेपरेट किया था एक्स्ट्रा सेलर मैट्रिक्स को हटा दिया एक्स्ट्रा सेलर मैट्रिक्स सेल का एनवायरमेंट होता है सेल्स को सेपरेट करते साइम ियम को हटा दिया था फिर इन्होंने क्या किया जब इन्होंने ियम को एक्स्ट्रा सेलुलर मैट्रिक्स के स्कैफोल्ड को उन सेपरेटेड सेल्स के साथ डाला तो इन्होंने देखा दीज सेल्स डिफरेंशिएबल ली कांट्रैक्टिंग रि सेलराइडर वो सेल वो हार्ट बिल्कुल वैसे ही फंक्शन कर रहा था जैसा वो डी सेलराइडर था देयर फोर द एनवायरमेंटल कंडीशन ऑफ द डि सेलराइडर परमिस इन एलोइंग द कार्डियोमायोसाइट टू रीक्रिएट कांट्रैक्टिंग हार्ट मसल्स मतलब उन हार्ट मसल सेल्स के पास उन सेल्स के पास सिर्फ एक ही फंक्शन था वो एक ही पर्टिकुलर फंक्शन के लिए एक ही पर्टिकुलर के लिए कमिट थी दैट क्या कि उनका कंट्रक्शन होना है हार्ट का बीट करना ये उसके लिए कमिट थी जब उनको डी सेलराइडर बीट करना बंद कर दिया लेकिन जब उनका रि सेलराइडर ियम तो वो फिर से क्या हो गई फुल्ली फंक्शनल हार्ट में कन्वर्ट हो गई मतलब वो सारी सेल्स क्या थी अपने फेट के लिए अपने फंक्शन के लिए परमिस थी ओके तो परमिस इंटरेक्शन का ये एग्जांपल है ये आपसे स्टेटमेंट के फॉर्म में पूछा जा सकता है एग्जांपल सबसे ज्यादा इंपॉर्टेंट होते हैं डन हो गया चलिए इंडक्शन इवॉल्विंग इंटरेक्शंस अगर इंडक्शन में कोई भी सेल इवॉल्व हो रही है मतलब वो इंटरेक्शन में भी इवॉल्व हो रही है इंटरेक्शन ऑफ सीट ऑफ एपिथीलियम सेल्स विद एडजेसेंट मिजन कामल सेल्स प्रॉपर्टीज ऑफ दीज इंटरेक्शंस इंक्लूड चलिए अब हम लोग आते इंडक्शन के इंटरेक्शन के बेसिस पर इंटरेक्शन के बेसिस पर हम लोग बात करते हैं इंटरेक्शन के बेसस पर अभी तक हम लोगों ने मटी का प्रोसेस पढ़ था पथल टू मनमल ट्रांजीशन बात करने जा रहे हैं पथल टू मजन कामल इंटरेक्शन अभी तक हम ट्रांजीशन की बात ट्रांजीशन का मतलब जब एपिथेलियल सेल्स मिजन काइम सेल्स में कन्वर्ट हो जा रही थी तो ये ट्रांजीशन का प्रोसेस था लेकिन जब एपिथीलियम कामल सेल्स को सिग्नल देती है या मिजन कामल सेल से किसी भी वे में इंटरेक्ट होती है दैट इज कॉल्ड इंटरेक्शन है ना चलिए अब ईई के प्रोसेस में दो टाइप का इंडक्शन देखने को मिलता है पपथल टू मिजन कामल इंटरेक्शन के बेसिस पर दो टाइप के इंटरेक्शन होते हैं एक तो रीजनल स्पेसिफिसिटी ऑफ इंडक्शन दूसरा जेनेटिक स्पेसिफिसिटी ऑफ इंडक्शन वेरी वेरी इंपोर्टेंट इन दोनों में से एक से आपको क्वेश्चन मिल जाए पिछली बार जेनेटिक्स से आया था पॉसिबल है इस बार रीजनल स्पेसिफिसिटी ऑफ इंडक्शन से क्वेश्चन मिल जाए रीजनल स्पेसिफिसिटी ऑफ इंडक्शन और जेनेटिक स्पेसिफिसिटी ऑफ इंडक्शन दोनों में हमें पपथल टू मिजन कामल इंटरेक्शन का प्रोसेस देखने को मिलता है लेकिन इंटरेक्शन में फर्क होता है जैसे रीजनल स्पेसिफिसिटी और जेनेटिक स्पेसिफिसिटी नाम से समझिए रीजनल स्पेसिफिसिटी का मतलब रीजन स्पेसिफिक इंटरेक्शन हो रहा है न प्लेस टूगेदर द सेम एपिथीलियम डेवलप्स डिफरेंट स्ट्रक्चर अकॉर्डिंग टू द रीजन फ्रॉम विच द मिजन काइम वा जैसे इसका ये देखिए ये रीजनल स्पेसिफिसिटी ऑफ इंडक्शन का एग्जांपल इसमें चिक की एपिथीलियम एपिथीलियम ऑफ मिजन काइम सेल्स को डाला गया अब एपिथेलियल सेल से ही विंग फेदर भी बनते हैं थाई फेदर भी बनते हैं और स्केल्स एन क्लॉज भी बनते हैं लेकिन ये डिपेंड किस पर करता है मिजन काइम सेल से होने वाले इंटरेक्शन पर डिपेंड करता है मतलब अगर विंग मिजन काइम सेल्स डाली तो सेम एपिथीलियम विंग फेदर बना लिया अगर थाई मिजन काइल सेल्स डाली तो इसने अपने अबब की एपिथीलियम दिया कि तुम्हें क्या बनने है थाई फेदर बनने है और अगर आपने फुट की मिजन कामल सेल्स डाली तो इसने अपने अब एपिथीलियम क्लॉथ बनने के सिग्नल दिया और यह कंडीशनल अब हम आप जितना भी प्रोसेस इंडक्शन का पढ़ते हैं इंट इंस्ट्रक्टिव इंटरेक्शन का पढ़ते हैं वह सब किसमें आता है कंडीशनल स्पेसिफिकेशन में आता है ये सब कंडीशंस का खेल है बस अब इन्होंने क्या किया चूंकि कंडीशनली स्पेसिफाइड सेल्स है तो जब इन्होंने विंग मिजन काइम को निकाल कर कहां डाल दिया फुट मिजन काइम की जगह डाल दिया तो इन्होंने देखा जो एपिथीलियम सेल्स फुट मीजन काइम के प्रेजेंट होने की वजह से उससे सिग्नल आने की वजह से स्केल्स एंड क्लॉज बना रही थी अब वह क्या बनाने लगी विंग बनाने लगी तो रीजन वाइज यह एक ही एथल सेल्स है लेकिन इसमें रीजन स्पेसिफिक इंडक्शन हो रहा है हर रीजन का हर रीजन की मिजन काइम सेल्स एपिथीलियम के हर रीजन को सेमी एपिथीलियम के हर रीजन को डिफरेंट पेट अचीव करने की इंडक्शन या सिग्नल दे रही है ट इ कॉल्ड रीजनल रीजनल स्पेसिफिसिटी ऑफ इंडक्शन य देखि इसमें एग्जांपल जो दिया हुआ है एग्जांपल से क्वे बनेगा डेफिनेशन से क्वे नहीं बनेगा एपल य पर चडम का एग्जांपल लिया गया है और इसमें डिफरेंट डिफरेंट सेल्स को डाला गया और यह देखा गया अकॉर्डिंग टू मनम सेल्स य देखि क्या लिखा हुआ है द डर्मल मनम रेस्प बा सटिंग फैक्टर ट एडमिस टू फम रीजनली स्पेसिफिक कटेनियस स्ट्रक्चर द डर्मल रिपस ल फॉर वेरी वेरी इंपोर्टेंट ये स्टेटमेंट मिल जाएगी द डर्मल मीजन काइम इज रिस्पांसिबल फॉर द रीजनल स्पेसिफिसिटी ऑफ इंडक्शन इन द कंपट एपिडर्म एपिथीलियम सो द मीजन काइम प्लेज एन इंस्ट्रक्टिव रोल इंस्ट्रक्शन देने का काम कौन कर रहा है मीजन काइम सेल्स कॉलिंग इन टू प्ले डिफरेंट सेट ऑफ जीनस इन द रेस्पॉन्डिंग थरियल सेल्स हो गया डन यह स्टेटमेंट यही फिगर दिया हुआ है तो याद रखिएगा आपको क्वेश्चन इसी एग्जांपल से मिलेगा अगर क्वेश्चन मिलेगा तो दूसरा एग्जांपल है यह टेबल दी हुई है जिसमें वही इंटरेक्शन दिखाया गया है तो इसको अलग से याद करने की जरूरत नहीं है अगर आपने वो एग्जांपल समझ लिया है तो पपथल टू मिजन कामल इंटरेक्शन में ऑर्गन्स दिए हुए हैं उनकी मिजल कामल और एपिथीलियम इंटरेक्ट करती है उस पर्टिकुलर ऑर्गन के फॉर्मेशन के लिए वो दिया हुआ है स्पेसिफिक इंडक्शन के केस अब आते है जेनेटिक स्पेसिफिसिटी ऑफ इंडक्शन इसका एग्जांपल हम लोग एंफीबिया में देखेंगे हालाकि जेनेटिक स्पेसिफिसिटी ऑफ इंडक्शन के साथ साथ रीजन स्पेसिफिक इंडक्शन भी देखने को मिलता है एंफीबिया के केस में एंफीबिया के केस में आपको रीजनल स्पेसिफिसिटी ऑफ इंडक्शन भी देखने को मिलता है जेनेटिक स्पेसिफिसिटी ऑ इंडक्शन में क्या होता है देखिए रेसोल ट्रांसलोकेशन बिटवीन द प्रिमिवल ये वाली डेफिनेशन पढ़िए जेनेटिक स्पेसिफिसिटी ऑफ इंडक्शन द जीनोम ऑफ द एपिथीलियम लिमिट्स इट्स एबिलिटी टू रेस्प टू सिग्नल फ्रॉम द मजन काइ दैट इज द रिस्पांस स्पीस स्पेसिफिक इसमें किया क्या गया देखिए इसमें इन्होंने रेसिप कल ट्रांसप्लांटेशन बिटवीन द प्रिमिवल एकडम रीजंस ऑफ द सैलामेंडर एंड फ्रॉग गैस्टली लीड्स टू न्यूट्स वि टैडपोल सकल्स एंड टट पोल विद न्यूड बैलेंस देखिए इसमें इन्होंने किया क्या इसमें इन्होंने एक सेला मेंडर लिया और एक एंफीबिया लिया और दोनों के माउथ पार्ट्स को क्या कर दिया एक्सचेंज कर दिया इसके सेला मेंडर के माउथ पार्ट्स को जो ओरल एक्टम की सेल्स थी उसे एंफीबिया में डाल दिया और एंफीबिया के सेला मेंडर में डाल दिया और इन्होने देखा कि जो बनने वाला एनिमल था यह काम इन्होने अर्ली स्टेज में किया गला स्टेज में किया और इन्होने देखा जो रिजल्टिंग एनिमल मिला उसम जो एंफीबिया था उसके पास माउथ जो डेवलप हुआ वो सैलामेंडर के जैसा डेवलप हुआ और सैलामेंडर के बाद के पास एंफीबिया जैसा माउ डेवलप हुआ तो इस बेसिस पर इन्होने क्या बोला देखिए पढ़ क्वेन य से मिलेगा य इनस एक्सपेरिमेंट द मिजन गाइम सेल्स इंस्ट्रक्टेड द एक्टम टू मेक अ माउथ मतलब माउथ बनने के तो सिग्नल मिले बट द एक्टम रेस्पॉन्डेड बा मेकिंग द ओनली काइंड ऑफ माउथ इट न्यू हाउ टू मेक नो मैटर हाउ इन एप्रोप्रियेट स्पीज स्पेस स्पेसिफिसिटी इज मतलब जेनेटिक स्पेसिफिसिटी इज यूजुअली कंट्रोल्ड बाय द रेस्पॉन्डिंग एपिथीलियम वहां पर मिजन काइम कंट्रोल कर रही थी आप मिजन काइम चेंज कर दे रहे थे एपिथीलियम सेल्स का फेट चेंज हो जा रहा था रीजनल स्पेसिफिसिटी ऑफ इंडक्शन में लेकिन जेनेटिक स्पेसिफिसिटी ऑफ इंडक्शन में कंट्रोल का कंट्रोल कौन कर रहा है एपिथीलियम कंट्रोल कर रहा है मतलब मीजन काइम से भले ही उसे माउथ बनने के सिग्नल आ रहे है जैसे फ्रॉग का आपने ओरल एक्टर्स डाल दी सेला मेंडर में तो वहां की मिजन काइम सेल्स ओरल एक्ट र्म ही तो चेंज किया मिजन कामल सेल्स थोड़ी ना चेंज करी तो सैलामेंडर की मिजन कामल सेल्स तो सिग्नल दे रही है क्या करने के लिए सैलामेंडर का माउथ बनने के लिए लेकिन आपने डाला क्या है उसमें एंफीबिया का ओरल एक्ट र्म डाला है तो बनेगा क्या एंफीबिया का माउथ तो यहां पर जो कंट्रोल कर रहा है वो कौन कंट्रोल कर रहा है रेस्पॉन्डिंग एपिथीलियम कंट्रोल कर रहा है मतलब यहां पर जेनेटिक स्पेसिफिसिटी मैटर कर रही है स्प स्पेसिफिसिटी मैटर कर रही है रदर रीजन या यहां पर कंट्रोल मिजन काइम सेल्स के हाथों में नहीं है यहां पर कंट्रोल पपथल सेल्स के मतलब जो रिस्पांस कर रही है सो पपथल मिजन कामल नहीं ये तो एथ ट्रांजीशन का पार्ट है तो यहां पर आपको ये तीनों ही पॉइंट याद रखने पड़ेंगे पहला दूसरा और तीसरा ओके तो यहां पर रेस्पॉन्डिंग एपिथीलियम का रेस्पॉन्डिंग एपिथीलियम ये डिसाइड कर रही है कि उसे किसका माउथ बनाना है मिजन काइम सेल्स तो यहां पर जैसे अगर फ्रॉग है तो फ्रॉग की मिजन काइम सेल्स तो फ्रॉग का ही माउथ बनने के सिग्नल देंगी लेकिन आपने ओरल एक्टम की जो सेल्स डा द डाली है जो एपिथीलियम सेल्स डाली है वो सेला मेंडर की डाली है तो सेला मेंडर ने सिग्नल रिसीव किए मिजन काइम सेल से लेकिन बनाएगी वो सेला मेंडर का ही माउथ क्योंकि वो फ्रॉग का माउथ नहीं बना सकती है तो यहां पर स्पसी स्पेसिफिसिटी चलेगी यानी कि जेनेटिक स्पेसिफिसिटी का प्रोसेस होगा यह तो था मिजन कामल एपिथीलियम इंटरेक्शन पिथी मिजन कामल ट्रांजीशन भी होता है डेवलपमेंट में ये सिर्फ कैंसर का ही फिनोमिना नहीं है एमटी का प्रोसेस सिर्फ मेटासिस का ही फिनोमिना नहीं है नॉर्मल डेवलपमेंट के केस में भी एपिथीलियम ट्रांजीशन का प्रोसेस होता है क्योंकि हर इंडिविजुअल की बॉडी इनिशियली सिर्फ दो टाइप सेल से मिलकर बनती है एक पथल सेल जिन्ह आउटर लेयर की सेल्स भी कहते जो वेल अरज सेल होती है वेल बिहेव सेल होती है इनके बीच में कदन मॉलिक्यूल एस्ट करते रहते हैं तो यह माइग्रेटरी सेल्स नहीं होती है और दूसरी होती है मजन काइ से मजन काल जो फ्रीली माइग्रेट करती रहती है एमियो के इंटीरियर तो मटी के प्रोसेस में जब य पथल से रस के लॉस होने की वजह से मिजन सेल्स में टूट के कहा आ जाती है एंब्रियो के इंटीरियर में आ जाती है तो वो मजन काइम सेल्स में कन्वर्ट हो जाती है इसी को पल टू मनमल ट्रांजीशन बोलते है शालिनी पाठक कह रही सास बह का रस्ता लग रहा बेटा पढ़ लो नहीं सास बह खेलना पड़ेगा जरना निकलने के बाद वही एक ऑप्शन रही जाता है इसलिए पढ़ाई कर लो तो सास ब खेलना ना पड़े तो ज्यादा अच्छा है है ना हा लब में एक्सपेरिमेंट एक्सपेरिमेंट खेलो तो ज्यादा सुखी रहोगी बाकी तुम्हारी मर्जी चलो सास बहू का रिश्ता लग रहा देख य जो डेली सोस वाले सीरियल देखते वाली हरकत पपथल मनमल ट्रांजीशन अ पोलराइज स्टेशनरी पथल सीधे सधे डेफिनेशन मिलेगी च नॉर्मली इक्ट वि बेसमेंट मेंब्रेन थ्रू इट बेसल सरफेस बिकम अ माइग्रेटरी मनम सेट कैन इवे टिशू एंड फम ऑर्गन इन न्यू प्लेसेस न न्यू प्लेसेस हा नहीं फ्रॉग में सैलामेंडर का माउथ डेवलप हो रहा है पूवा फग में सेलार का माउ डेवलप हो रहा सेलार में फग का माउ लप हो रहा है रेस्प पथल केथ में कंट्रोल है और एथयम किसकी है तुमने एकम कहा से उठाया है दूसरे एनिमल से उठाया तो उसी एनिमल का माउ डेवलप होगा है फ्रॉग में सेमर का माउथ डेवलप हो जाएगा सेलार में फ का माउ चलो न पपथल टू मिजन कामल ट्रांजीशन का फिनोमिना न्यूरल ट्यूब फॉर्मेशन के टाइम पर भी देखा जाता है है ना और डेवलपमेंटल बलजी का य कॉमन फिनोम अब आते हैं मॉर्फो जनस प ये भी बहुत इंपोर्टेंट है पिछली बार इससे क्वेश्चन नहीं आया था तो इस बार इसको वेरी वेरी इंपोर्टेंट लिख लेना इससे एक क्वेश्चन आपको मिलेगा मॉर्फो जेनेटिक ग्रेडिएंट चाहे इसके एग्जांपल से मिले या डायरेक्टली इसके कांसेप्ट से मिले मॉर्फो जन सबसे पहले मॉर्फो जेनेटिक ग्रेडिएंट का कांसेप्ट समझने के लिए सबसे पहले पता होना चाहिए मॉर्फो जन क्या होता है मफोन डिबल बायोकेमिकल मॉलिक्यूल सीधे सधे डेफिनेशन मिलेगी ट कैन डिटर फट ऑफ सेल बाय इट्स कंसंट्रेशन ट ट इ सेल्स एक्सपोज टू हाई लेवल ऑफ मफोन एक्टिवेट डिफरेंट जीनस देन दो सेल्स एक्सपोज टू लोअर लेवल्स क्या कह रहे मैम क्या सेलर डांस मैकेनिज्म का एग्जांपल हो सकता है नहीं सेलर डांस मेनिम के केस में हा बोल सकते वहा पर फली माइग्रेटिंग सेल्स में कन्वर्ट कर सकती बिल्कुल बोल सकते है मम का एमल हो सकता है प्लेनेट सेल पोलटी के थू बिल्कुल शमर जी बोल सकते हैं है ना यस बोल सकते हैं बुक में ऐसा मेंशन नहीं है लेकिन देखा जाए तो हो सकता है बिल्कुल हो सकता है कि सेलर डांस मैकेनिज्म के थ्रू जो वेल अरेंज सेल्स थी वो मूव करके कहां आने लगती है एमियो के अंदर आने लगती है तो और प्रिमिटिव स्ट्रीक का फॉर्मेशन करती है है ना तो ये बिल्कुल ईएमडी का प्रोसेस हो सकता है बिल्कुल चलिए अब मॉर्फो जन डिफ्यूजिबल मॉलिक्यूल होते हैं सबसे पहले अ डेफिनेशन से समझिए इनकी कंसंट्रेशन डिसाइड करती है कि सेल्स में कौन से जीनस एक्सप्रेस हो मतलब इनकी कंसंट्रेशन के बेसिस पर सेल का फेट डिसाइड होता है मतलब यहां भी क्या है कंडीशनल स्पेसिफिकेशन है मतलब आप इनकी कंसंट्रेशन चेंज कर दिए सेल का फेट चेंज हो जाएगा भाई जिन सेल्स को हाई कंसंट्रेशन मिल रहा है सपोज मॉर्फो जेंस का मतलब वो जो हाई टू लो कंसंट्रेशन का फॉर्मेशन करते हैं तो यहां पर हाई कंसंट्रेशन है यहां इंटरमीडिएट है यहां लो कंसंट्रेशन है अब इस सेल में सपोज जीन ए एक्सप्रेस हो रहा है यहां पर जीन बी एक्सप्रेस हो रहा है यहां पर जीन सी एक्सप्रेस हो रहा है जीन सी जिसमें एक्सप्रेस हो रहा है उसमें सबसे लो कंसंट्रेशन है मॉर्फो जन की इसमें इंटरमीडिएट कंसंट्रेशन है और इसमें हाई कंसंट्रेशन है अब जीन सी एक्सप्रेस होने वाली सेल्स को उठाकर आप ए वाले रीजन में डाल दीजिए इसमें भी क्या मिलने लगेगा जीन ए एक्सप्रेस होने लगेगा तो पोजीशन पर डिपेंड हो रहा है ये प्रोसेस दैट मींस यहां भी क्या फॉलो होगा कंडीशनल स्पेसिफिकेशन तो मॉर्फो जन इज अ डिफ्यूजिबल बायोकेमिकल मॉलिक्यूल मॉर्फो कैन बी ट्रांसक्रिप्शनल फैक्टर प्रोड्यूस विद इन अ सिन साइडियम ऑफ न्यूक्लि आई ए इन द ड्रोसोफिला ब्लास्टोडर्म एक तो ये क्या हो सकते हैं ट्रांसक्रिप्शनल फैक्टर हो सकते हैं दूसरे क्या हो सकते हैं पैराक्राइन फैक्टर्स भी हो सकता है मॉर्फो जम कैन बी पैराक्राइन फैक्टर्स दैट आर प्रोड्यूस इन वन ग्रुप ऑफ सेल्स एंड देन ट्रेवल टू द अनदर पॉपुलेशन ऑफ सेल्स स्पेसिफाई द टारगेट सेल्स टू हैव सिमिलर और डिफरेंट फेट्स अकॉर्डिंग टू द कंसंट्रेशन ऑफ द मॉर्फो जन इसका भी सबसे अच्छा एग्जांपल है वल्वा फॉर्मेशन जिन सेल्स के पास होती है एंकर सेल्स उनको सिग्नल मिल जाते हैं वो वल्वा बना लेती है है ना मतलब उनको हाई अमाउंट में सिग्नल मॉर्फो जन मिल जाते हैं पैराक्राइन फैक्टर मिल जाते वो वल्वा बना लेती लेकिन जो एंकर सेल से दूर होती है उनको एंकर सेल से आने वाले सिग्नल बहुत कम मिलते हैं ना के बराबर मिलते तो वो हाइपोडर्मिस बना लेती तो ये भी मॉर्फो जेनेटिक ग्रेडिएंट का एग्जांपल है इसीलिए मॉर्फो जनस कैन बी अ पैराक्राइन फैक्टर और अ ट्रांसक्रिप्शनल फैक्टर यस तो ये तीनों स्टेटमेंट सीधे-सीधे याद रखिएगा अब देखिए अगर ये जो मॉर्फो जेनेटिक ग्रेडिएंट का फिनोमिना है ये फ्रेंच फ्लैग मॉडल को फॉलो करता है इस ग्राफ को देखिए यही ग्राफ का एक्सप्लेनेशन बगल में लिखा हुआ है परेशान होने की जरूरत नहीं है एक्स एक्सिस पर आपको मॉर्फो जन सेक्रेटिंग सेल्स दी हुई है और वा एक्सिस पर अमाउंट ऑफ मॉर्फो जन दिया हुआ है एक्स एक्सिस पर आप देखेंगे ये है मॉर्फो जन सेक्रेटिंग सेल्स जो मॉर्फो जन का सेक्रेशन कर रही है यहां पर प्रेजेंट है जहां पर वो सेल्स प्रेजेंट होंगी ओबवियस सी बात है वहां पर मॉर्फो जन का अमाउंट ज्यादा हो ठीक लेकिन अगर आप डिस्टेंस यह सोर्स रीजन है सोर्स से अगर आप डिस्टेंस देखेंगे तो धीरे धीरे मफोन का अमाउंट भी कम होता अब देखि यह अमाउंट ऑफ मोजन है य पर सबसे ज्यादा कंसंट्रेशन है और इस यह ल्ड न है हाई कंसंट्रेशन का ल्ड मतलब य एक जीन एक्टिवेट होगा जैसे वन से नीचे होगा लेवल है इंटरमीडिएट कंसंट्रेशन होगी तो यहां पर जीन टू एक्टिवेट हो जाएंगे थ्रश होल्ड टू जब तक यहां तक कंसंट्रेशन रहेगी तब तक जीन टू एक्सप्रेस होगा लेकिन इससे भी नीचे हुआ दैट मींस लो कंसंट्रेशन यहां पर जीन थ एक्सप्रेस हो जाएगा है ना फ्रेंच प्लक मॉडल के थ्रू इन्होंने इसको समझाया था यहां पर रेड ब्लू और वाइट तीन कलर लेके समझाया था कि जिनम हाई एक्सप्रेशन मिल रहा है वो क्या करेंगी रेड जिनम इंटरमीडिएट कंसंट्रेशन मिल रहा है वो वाइट और जिनम बहुत कम कंस मिल वो ब्लू हो रही थी मतलब कलर मतलब तीन जीनस का एक्सप्रेशन जब ब्लू जो ब्लू कलर की सेल हो रही थी जब उन्हे हाई कंसंट्रेशन ऑफ मर्जन एक्सपोज कराया गया तो वो रेड कलर की सेल्स में कन्वर्ट हो गई दैट मीस इन्होने अकॉर्डिंग टू मॉर्फो जेनेटिक ग्रेडिएंट क्या करा अपने फेट को चेंज कर दिया और ट इ द प्रॉपर्टी ऑफ कंडीशनल स्पेसिफाइड से ओके बस इसी ग्राफ की एक्सप्लेनेशन दी हुई है आप ग्राफ याद रखिएगा ग्राफ से हो सकता है ग्राफ सीधे-सीधे आपसे पूछ लिया जाए ग्राफ दिया जाए और स्टेटमेंट दी जाए और आपको सही स्टेटमेंट पिक करनी हो अब देखिए एक ये पॉइंट याद रखेंगे वेरी वेरी इंपोर्टेंट अ मॉर्फो जन स्पेसिफाई सेल्स इन क्वांटिटेशन जीन होगा लो क्वांटिटी है तो डिफरेंट जीन होगा लेकिन अब मॉर्फो जेनेटिक डिटरमिनेट मॉर्फो जेनेटिक डिटरमिनेट और साइटोप्लास्मिक डिटरमिनेट सेम होते हैं मॉर्फो जेनेटिक डिटरमिनेट स्पेसिफाई सेल्स इन क्वालिटेटिव मैनर क्वालिटी का मतलब क्वालिटी या तो होती है या नहीं होती है किसी भी प्रोडक्ट की आप अगर क्वांटिटी कम या ज्यादा हो सकती है लेकिन क्वालिटी या तो अच्छी होती है या खराब होती है है ना तो क्वालिटी का मतलब होता है प्रेजेंट और एब्सेंट मतलब अगर साइटोप्लास्मिक डिटरमिनेट होंगे तो सेल क्या होगी ऑटोनोमस स्पेसिफाइड होगी अगर नहीं होंगे तो सेल ऑटोनोमस स्पेसिफाइड नहीं हो है ना तो मॉर्फो जेनेटिक ग्रेडिएंट मॉर्फो जेनेटिक ग्रेडिएंट जो होते हैं वो सेल को क्वांटिटेशन मैनर में डिटरमाइंड करने का काम करते हैं या स्पेसिफाई करने का काम करते हैं लेकिन जो साइटोप्लास्मिक डिटरमिनेट या इन्हीं को मॉर्फो जेनेटिक डिटरमिनेट बोलते हैं जहां पर डिटरमिनेट शब्द आ जाए वहां पर समझ लीजिएगा डिटरमिनेशन का मतलब सेल के पास इंट्रिसिक फैक्टर है इट स्पेसिफाई स्ल्स इन क्वालिटेटिव मैनर और क्वालिटेटिव वे हो गया डन तो यह पॉइंट याद रखिएगा अब यहां पर एक एग्जांपल लिया गया है इस एग्जांपल से भी क्वेश्चन मिल जाएगा आपको यस क्वालिटी का मतलब प्रेजेंस और एब्सस सोर्स और सिं का मतलब होता है कि सोर्स सोर्स मतलब कि आप अगर जो साइट ऑफ सिंथेसिस होती है वो सोर्स होती है और जो सिंक होता है दैट मींस साइट ऑफ डिग्रेडेशन अब यहां पर एग्जांपल लिया इन्होंने एंफीबियन सेल्स नोपल्स में इन्होंने अ ग्रेडिएंट ऑफ़ पैराक्राइन फैक्टर दैट इज एक्टिव इन इट कॉज कंसंट्रेशन डिपेंडेंट एक्सप्रेशन ऑफ टू जीनस इन अनस्पेसिफाइड सेल्स अगर एक्टिन की कंसंट्रेशन हाई होगी तो इट इंड्यूस द एक्सप्रेशन ऑफ गुस क्वाइट जीनस और अगर एक्टिव इन की कंसंट्रेशन लो है इंटरमीडिएट कंसंट्रेशन है मतलब अप्रॉक्स 100 मॉलिक्यूल पर सेल तो इट एक्टिवेटेड जेनोपस बकरी जीनस एंड इंस्ट्रक्टेड द सेल टू बिकम मसल यहां पर मसल बना रही है और यहां पर डोर्सल मोस्ट स्ट्रक्चर का फॉर्मेशन कर रही है लेकिन अगर बहुत कम कंसंट्रेशन है एट लोअर कंसंट्रेशन ऑफ एक्टन जीनस र नॉट एक्टिवेटेड एंड द डिफॉल्ट जीन एक्सप्रेस इंस्ट्रक्टेड द सेल्स टू बिकम ब्लड वेसल्स एंड हार्ट तो देखिए ये ये एक सेल्ली यहां पर एक्टिव एन मॉलिक्यूल को डाल दिया तो एक्टिव एन मॉलिक्यूल को जहां पर डाला यहां पर इनकी कंसंट्रेशन सबसे ज्यादा होगी मतलब ये रीजन जो होगा सॉरी ये जो रीजन होगा ये यहां पर बू स्क्वाइट का एक्सप्रेशन मिलेगा हाई कंसंट्रेशन होगा फिर उसके बाद धीरे-धीरे इसकी कंसंट्रेशन यहां पर फैले गी यहां पर इंटरमीडिएट कंसंट्रेशन होगी क्योंकि पैराक्राइन फैक्टर है है ना मॉर्फो जन है तो यहां पर कम कंसंट्रेशन होगी तो तो जीनो पस बकरी जीन का एक्सप्रेशन होगा लेकिन ये जो रीजन होगा यहां पर बहुत कम कंसंट्रेशन होगी मतलब कोई भी जीन एक्टिवेट नहीं होगा तो ये आपको इस तरीके से ग्राफ के फॉर्म में पूछा जा सकता है हो गया डन तो ये हो सकता है कि आपसे डायरेक्टली मॉर्फो जेनेटिक ग्रेडिएंट का कांसेप्ट ना पूछ के ये एग्जांपल के फॉर्म में पूछे तो परेशान होने की जरूरत नहीं है चलिए अब आते हैं पोटेंसी एंड स्टेम सेल पर अब जो आपने पोटेंसी पढ़ी थी काम करने की जो एबिलिटी होती है उसे स्टेम सेल से कैसे रिलेट करते है पढ सीधे-सीधे स्टेम सेल की प्रॉपर्टी आपसे पूछी जाएगी उसकी कैरेक्टरिस्टिक क्या-क्या होती है कौन सी स्टेटमेंट सही है या गलत है यह पूछा जाएगा अ सेल इज अ स्टेम सेल इफ इट कैन डिवाइड एंड इन डूइंग सो प्रोड्यूस अ रेप्ट ऑफ इट सेल्फ एज वेल एज अ डॉटर सेल दैट कैन अंडरगो फर्द डेवलपमेंट एंड डिफरेंट मतलब कोई भी सेल आप उसे स्टेम सेल कब बोल सकते हैं एक तो उसके पास डिवीजन की कैपेबिलिटी हो अपनी अपनी रेप मतलब सेल्फ नवल की कैपेबिलिटी हो और दूसरा वो क्या कर सके डिवाइड होने के बाद एक डॉटर सेल को प्रोड्यूस कर सके जो एक पर्टिकुलर डेवलपमेंटल पाथवे को फॉलो करे और एक पर्टिकुलर फेट को अचीव कर एक तो ये डेफिनेशन याद रखेंगे दूसरा अ स्टेम सेल रिटेंस द एबिलिटी टु डिवाइड एंड प्रोड्यूस वन सेल दैट रिटेंस इट्स अनडिफरेंटशिएटिड करेगी वह सेल्फ रिन्यू कॉपी होगी वह रेप्ट होगी एंड रिमेंस इन द स्टेम सेल लिश एंड अ सेकंड सेल दैट लीव द निश एंड कैन अंडरगो वन ऑर मोर पथ्स ऑफ़ डिफरेंशिएबल भी सेल स्टेम सेल बोली जा रही है दैट मींस यह है स्टेम सेल यह डि होगी इसके अंदर एक तो डिवीजन की कैपेबिलिटी होनी चाहिए अपनी ही एक रेप प्रोड्यूस करेगी जो इसकी रेप होगी वो भी अन डिफरेंशिएबल भी क्या होगी डिवीजन की कैपेबिलिटी होगी लेकिन जो डॉटर सेल होगी या कमिटेड सेल होगी वो किसी मैचुरेशन पाथवे को फॉलो करेगी और किसी पर्टिकुलर फेट को अचीव करगी हो गया तो ये दोनों डेफिनेशन याद रखनी है आपको ये देखिए इसको बोलते हैं सिंगल सेल एसिमेट्री जब कोई स्टेम सेल डिवाइड होकर एक अपनी ही जैसी सेल यहां पर एक एरो होना चाहिए ये सेल्फ नवल का साइन है एक अपने जैसी सेल और दूसरी कमिटेड सेल प्रोड्यूस करे दैट इज कॉल्ड सिंगल सेल एसिमेट्री और हर स्टेम सेल नॉर्मली इसी तरह डिवाइड होती है इसीलिए स्टेम सेल के डिवीजन को एसिमिट्रिकल और सिमिट्रिकल डिवीजन में डिवाइड किया गया देखिए सबसे इंपोर्टेंट वेरी वेरी इंपोर्टेंट स् आ समटाइम रिफ टू अनडिफरेंटशिएटिड डिफरेंट स्टनल होल्ड ग्रेट पोटेंशियल टू ट्रांसफॉर्म मॉडर्न मेडिसिन तो आपको यह लाइन मिल जाएगी सीधे-सीधे स्ल्स आ सम रिफर टू एज अन डिफरेंशिएबल प्रॉपर्टीज क्योंकि कोई भी सेल अगर डिवाइड हो रही है दैट मींस वो डिफरेंशिएबल डिवाइड नहीं हो रही है मतलब वो डिफरेंशिएबल कभी भी डिवाइड नहीं हो पाती आइर अंट्स फिक कंडीशन ना हो कोई भी एक्सेप्शनल केस ना हो तो कभी भी डिफरेंशिएबल में एक पर्टिकुलर जीन एक्सपेस हो होने लगा वो सेल्स जो अपना फीट अचीव कर चुकी होती है स्ट्रक्चर और फंक्शन स्पेशलाइज होती है वो डिवाइड नहीं होती है और जो डिवाइड हो रही होती है वो डिफरेंशिएबल अब भाई आप पूछोगे मैम जब डिवा जो डिफरेंशिएबल का को सेल पेट को लॉस कर देती है वो चली जाती है डी डिफरेंशिएबल तो जब कोई भी सेल ट्यूमर का फॉर्मेशन करती है तो वो डिफरेंशिएबल होती है क्योंकि यही सेल होती है जो अनरेगुलेटेड वे में प्रोफेट हो सकती है अन डिफरेंट सेल अनरेगुलेटेड वे में प्रोफेट हो सकती है और डिफेंड सेल डिफरेंट सेल्स अनरेगुलेटेड वे में प्रोफेट कभी नहीं हो सक फ्रूटी जी कह रही है मैम आने अपने लेक्चर को प्राइवेट क्यों कर दिया मैं पढ़ रही थी अभी आशी सर आएंगे बजे आएंगे उनसे पूछ गा ठीक है है ना फटी जी आशी सर के लेक्चर में आइएगा वो बताएंगे आपको डिफेंड एंड डिटरमाइंड सेम हुई क सकते है थोड़ा सा डिफरेंस इसलिए होता है क्यक डिटरमिनेशन के प्रोसेस में जिनोम का पोशन सेले होता है जो एक्सप्रेस होना है मतलब क्रोमेटिंग रीमॉडलिंग होती है और डिफरेंशिएबल मशीनरी इंस्टॉल हो जाती है न्यूक्लियर प्रोसेसेस होते हैं प्रोटीन बन जाती है तो थोड़ा सा डिफरेंस होता है सेम नहीं कह सकते हम डिफरेंशिएबल पहले होता है डिफरेंशिएबल नहीं बोला जाता उनको एक में जिनोम का वो पोशन सेलेक्ट होता है जो एक्सप्रेस होना है और दूसरे में वो एक्सप्रेस होने लगता है ये बेसिक डिफरेंस होता है डिटरमिनेशन और डिफरेंशिएबल लाइव देखने की कोशिश करिए क्योंकि लेक्चर रिकॉर्डेड अवेलेबल नहीं है भाई तुम लोग अपना सही नाम रख क्या करो कम से कम मतलब ये क्या है ब्रूटी कोका कोला मैंगो ये क्या है क्या मतलब हमें इज्जत होती है तो तुम लोग फ्रूटी जी ल पाओगे हमसे बच्चे य हस रहे कम से कम नाम सही रख लिया करो ऐसा कौन सा मतलब ऐसा तो है नहीं कि हम तुम्ह आइडेंटिफिकेशन लेने में अच्छा लगे फ्रूटी मैंगो और आम चस ऐसे थोड़ी होता है चलो मतलब पढ़ना भी है और नाम भी नहीं बताना है हद होती है और नाम जान के टीचर तुम्हारा कुछ नहीं बिगाड़ पाएगा तुम ट्रस्ट करो हम लोग फ अकाउंट को फॉलो करते हुए घर नहीं पहुंच जाते सिर्फ यहां पर नाम लेने में सही लगता है कि अगर कोई कुछ क्वेश्चन पूछ रहा है तो उसको रिप्लाई करने में अच्छा लगता बताओ कैसा लग रहा है है ना यस डिफरेंशियल कम से कम नाम तो अपना सही से रख लिया करो तुम लोग चलो अब स्टम सेल डिवीजन देखिए नेक्स्ट पॉइंट पर आइए स्टेम सेल डिवीजन कैन अकर आइर सिमिट्रिकली और एसिमिट्रिकली इफ अ स्टेम सेल डिवाइड्स सिमिट्रिकली इट कुड प्रोड्यूस टू सेल्फ न्यूंग स्टेम सेल्स और टू डॉटर सेल्स दैट आर कमिटेड टू रेजिडेंट स्टेम सेल पॉपुलेशन वेरी वेरी इंपोर्टेंट क्वेश्चन आ जाएगा देखो स्टेम सेल के पास दो तरीके से स्टेम सेल दो तरीके से डिवाइज डिवाइड हो सकती है या तो सिमिट्रिकली डिवाइड हो सकती है या एसिमिट्रिकली डिवाइड हो सकती है एमेटिक डिवीजन वही है जो अभी आपने पढ़ा कि एसिमिट्रिक डिवीजन का मतलब जब सेल डिवाइड होकर एक अपने जैसी सेल और एक कमिटेड सेल बनाए दैट इज एसिमिट्रिक डिवीजन लेकिन जब से सिमिट्रिकली डिवाइड होती है तब या तो वो एक बार डिवाइड होकर अपने ही रेप्ट प्रोड्यूस कर सकती हूं या फिर दो कमिटेड सेल प्रोड्यूस कर सकती ह यहां पर कमिटेड की स्पेलिंग गलत हो गई कमिटेड सेल प्रोड्यूस कर सकती है यहां पर गलती से वाई आ गया है दो सिर्फ डबल टी होगा कमिटेड सेल प्रोड्यूस कर सकती है तो ये होता कब है ये होता है जब स्टेम सेल को अपनी पॉपुलेशन बढ़ानी होती है या घटा होती है ये नॉर्मल कंडीशन नहीं है नॉर्मली स्टेम सेल एसिमिट्रिकली डिवाइड होती है जब डिजीज की कंडीशन होती है किसी भी डिजीज की कंडीशन होती है या स्टेम सेल लॉस की कंडीशन होती है तो स्टेम सेल्स अपनी पॉपुलेशन को बढ़ाने या घटाने के लिए सिमिट्रिकल डिवीजन या सिमिट्रिकल डिफरेंशिया को फॉलो करती है इसमें होता क्या है सपोज डिजीज या स्टेमसेल लॉस की कंडीशन जैसे अगर स्टेमसेल बहुत ज्यादा लॉस हो रही है मतलब आपने 75 तरीके के ट्रीटमेंट करा और आपकी मलेनो स्टेम स्टेम सेल जो है मलेनो साइड स्टेम सेल्स वो लॉस होने लगी है ना आपके बाल क्या होने लगे सफेद होने लगे तो स्टेम सेल्स प्रोलिफिक होकर क्या करेंगी अपनी ही जैसी सेल्स अपनी रेप्ट बनाएंगी ताकि कम से कम स्टेम सेल पॉपुलेशन तो रहे जो कम से कम आपके बुढ़ापे तक बाल तो रखे है ना और कमिटेड सेल्स क्या करेंगी अगर सेल्स इतनी ज्यादा प्रोलिफिक होने लगई इतनी ज्यादा स्टेम सेल की पॉपुलेशन बढ़ गई है कि क्या होने लग रहा है ट्यूमर फॉर्मेशन होने लग रहा है क्योंकि अन डिफरेंशिएबल की पॉपुलेशन ही तो ट्यूमर फॉर्म करती है तब क्या होगा स्टेम सेल अपनी पॉपुलेशन को कम करने के लिए कमिटेड सेल्स में डिवाइड होने लगती हैं इसीलिए यहां पर ये लाइन लिखी है देखिए पढ़िए फिर से ये लाइन पढ़िए क्या लिखा हुआ है इट कुड प्रोड्यूस टू सेल्फ रिन्यू विंग सेल्स एंड रिजल्टिंग द एक्सपेंशन और रिडक्शन ऑफ रेजिडेंट स्टेमसेल पॉपुलेशन मतलब जब दो अपनी जैसी कॉपी बनाएंगी तो रेजिडेंट स्टेम सेल पॉपुलेशन एक्सपेंड होगी और रिडक्शन कब होगा जब दो कमिटेड सेल्स बनेंगी दैट इज कॉल्ड सिमिट्रिकल डिवीजन क्वेश्चन आ जाएगा हो गया यस जो कमिटेड होंगी वो तो डिटरमाइंड होंगी जो डिटरमाइंड नहीं कह सकते जो कमिटेड होती है वो सेल्फ फेट को अचीव कर लेती है वो किसी मैचुरेशन पाथवे को फॉलो करके किसी पर्टिकुलर डेवलपमेंटल पाथवे को कमिट करी हुई होती है उसको फॉलो करके व अपने पर्टिकुलर फेट को अचीव कर लेती है है ना तो जो कमिटेड होंगी व फेट को अचीव करेंग जो स्टेम सेल होंगी वो फिर से डिवाइड होने लगी उनके पास डिवीजन की कैपेबिलिटी होगी इसी को क्या बोलते हैं अगर स्टेम सेल डिवाइड होकर समझिए अगर स्टेम सेल डिवाइड होकर अपने ही जैसी स्टेम सेल बना रही है तो इसे बोलेंगे सिमिट्रिकल डिवीजन देखिए स्टेम सेल्स शोन टू हैव द एबिलिटी टू डिवाइड सिमिट्रिकली टू प्रोड्यूस आइर टू स्टेम सेल दस इंक्रीजिंग द स्टेम सेल पूल बाय वन इसको बोलते हैं सिमिट्रिकल डिवीजन अगर टू कमिटेड सेल प्रोड्यूस हो रही है मतलब डिक्रीजिंग द स्टेमसेल पूल बाय वन दैट इज कॉल्ड सिमिट्रिकल डिफरेंशिएबल डिफरेंशिएबल सेल बन रही है तो सिमिट्रिकल रिनल बोला जाए और दो डिफरेंशिएबल डिफरेंशिएबल पाथ में को फॉलो करके अल्टीमेटली डिफरेंशिया आपको क्वेश्चन हो गया सिमिट्रिकल डिवीजन यस किसी पर्टिकुलर केस में होता है ये कॉमन टाइप का डिवीजन नहीं है सिमट एसिमिट्रिकल डिवीजन कॉमनली होता है देखिए इफ द स्टेम सेल डिवाइड्स एसिमिट्रिकली इट कुड स्टेबलाइज द स्टेम सेल पूल एज़ वेल एज़ जनरेट अ डॉटर सेल दैट गोज ऑन टू द डिफरेंशिएबल है कंडीशनल वो कंडीशंस में होता है वो ओकेज होता है जब सिमिट्रिकल डिवीजन होता है तो कोई ना कोई पर्टिकुलर कंडीशन होती है एसिमिट्रिक सेल डिवीज़न इसे सिंगल स्टेम सेल एसिमेट्री कहते हैं अ मोड ऑफ़ स्टेम सेल डिवीज़न इन व्हिच टू टाइप ऑफ़ सेल्स आर प्रोड्यूस्ड एट ईच न अ स्टेम सेल एंड अ डेवलपमेंटली कमिटेड सेल एंड इज सीन इन द मेनी टाइप्स ऑफ स्टेम सेल्स नॉर्मली स्टेम सेल्स में एसिमिट्रिकल डिवीजन होता है लेकिन अगर कोई डिजीज की कंडीशन है या स्टेम सेल बहुत ज्यादा लॉस में जा रही है तो अपनी स्टेम सेल पॉपुलेशन को बढ़ाने या घटाने के लिए सिमिट्रिकल डिवीजन चलिए अब आते हैं सेल पोटेंसी पर सेल पोटेंसी इज अ सेल्स एबिलिटी सीधे-सीधे डेफिनेशन मिलेगी एबिलिटी टू डिफरेंशिएबल हैज द पावर और पोटेंसी टू प्रोड्यूस मेनी डिफरेंट टाइप ऑफ डिफरेंशिएबल टाइप्स दैट पर्टिकुलर स्टम सेल टाइप कैन जनरेट पोटेंसी होती क्या है पोटेंसी ऑफ अ सेल इज एन इंट्रिसिक प्रॉपर्टी पोटेंसी सेल की इंट्रिसिक प्रॉपर्टी होती है एंड इज ग्रेटर देन और इक्वल टू इट्स वेट ये ग्रेटर देन भी हो सकती है इक्वल टू भी हो सकती है लेकिन कभी भी लेस देन नहीं हो सकती है ग्रेटर देन कब होगी जब कंडीशनल स्प स्केन होगा और इक्वल कब होगी जब ऑटोनोमस स्पेसिफिकेशन हो ओके डन हो गया चलिए चलिए अब देखिए यहां पर पोटेंसी पोटेंसी के बेसिस पर सेल्स को डिवाइड किया गया है पोटेंसी पलुरी पोटेंसी मल्टी पोटेंसी एंड यूनि पोटेंसी हो गया अब सबकी डेफिनेशन बहुत इंपोर्टेंट है पोटेंट क्या होती है देखिए पोटेंट का काम क्या है कैपेबल ऑफ ल द पोटेंसी ऑफ सर्टन सेल्स टू फॉर्म ल स्ट्रक्चर ऑफ ऑर्गेनिस्ट में भी ओनली द फर्टिलाइज एंड फर्स्ट फोर टू एट सेल्स आर % व्हिच मींस दैट दे कैन जनरेट द ऑल एंब्रिक लीज मतलब एक्स्ट्रा एंब्रियो और एंब्रियो सारी सेल्स को फॉर्म कर पाए वो पोटेंट प्लूरिपोटेंट पर आइए कैपेबल ऑफ मेनी थिंग्स मतलब अगर कोई सेल प्लूरिपोटेंट बोली जा रही है तो वो सिर्फ एंब्रियो एक स्ट्रक्चर एंब्रियो स्ट्रक्चर में तीनों जर्म लेयर्स आ जाती है एंडोडर्म एक्ट र्म और मिर्म इन सब का फॉर्मेशन कर सकती है दैट इज प्लूरिपोटेंट मल्टी पोटेंट रेफर्स टू द एबिलिटी ऑफ अ स्टेम सेल टू जनरेट डिफरेंट सेल टाइप विद रेस्ट टेड स्पेसिफिसिटी फॉर द टिशू इन व्हिच दे रिसाइट एग्जांपल हेमेटोपोेटिक स्टेम सेल दैट फंक्शन टू जनरेट ऑल द सेल्स ऑफ़ द ब्लड मल्टी पोटेंट स्टेम सेल्स जो अपनी क्लोज रिलेटेड फैमिली ऑफ़ सेल्स का फॉर्मेशन करें दैट इज मल्टी पोटेंट स्टेम सेल्स डन यूनीपोटेंट क्या होती है रिवर्स टू द एबिलिटी ऑफ स्टम सेल्स दैट जनरेट ओनली वन सेल टाइप सच एज द स्पर्मेटोगोनिया ऑफ मेेलिन टेस्टस दैट ओनली जनरेट स्पर्म जो सिर्फ एक सेल टाइप का फॉर्मेशन करेंगी वो यूनीपोटेंट होगी तो पोटेंसी के बेसिस पर सेल को चार टाइप में डिवाइड किया जाता है पोटेंट प्लूरिपोटेंट मल्टी पोटेंट एंड यूनीपोटेंट देखिए जैसे यहां पर एक पर्टिकुलर एग्जांपल लिया गया है पोटेंट पोटेंशियल है पोटेंट का जागोट सेल होगी अगर प्लूरिपोटेंट की बात करें तो प्लूरिपोटेंट एंब्रियो स्टेम सेल्स होती है और ये ब्लास्टो सस लाइक इनर सेल मास का फॉर्मेशन कर सकती है मल्टी पोटेंट स्टेम सेल की बात करें तो एंब्रियो एडल्ट ब्रेन जो स ब्रेन की सेल्स का फॉर्मेशन करेंगी वो मल्टी पोटेंट होगी अब इसके बाद से देखिए लिमिटेड डिफरेंशिएबल ये सब किसम आ जाएंगी यूनीपोटेंट में आ जाएंगी ये सब किसम आ जाएंगी यूनीपोटेंट में देखिए जिनके आगे प्रोजाइम वर्ड लग जाएगा न्यूरोल प्रोजन दैट मींस ये सिर्फ क्या बना सकती है न्यूरॉन्स बना सकती है जैसे आप पढ़ते हैं ना हेमेटोपोेटिक सेल्स में दो टाइप की सेल्स बनती है लिंफाइड प्रोजन इटर सेल्स और मा प्रोटर सेल्स तो अब वो क्या कर सकती है जिनके आगे लिंफाइड लग गया वो लिंफाइड सेल्स का फॉर्मेशन करेंगी और दूसरी माइड सेल्स का तो न्यूरोल प्रोटर सेल सिर्फ क्या बना सकती है न्यूरॉन्स बना सकती है तो जिनके पास लिमिटेड डिवीजन और डिफरेंस पोटेंशियल हो जाता है वो यूनीपोटेंट में आ जाती क्लियर डन चलिए अब एक पॉइंट ये याद रखेंगे ये भी ये भी इंपॉर्टेंट है सेल कैन प्रोग्रेस फ्रॉम पोटेंट टू प्लूरिपोटेंट टू डिटरमाइंड सेल जो पोटेंट होती है दैट मींस वो कैसी है भी जो पोटेंट है मतलब जागोट कैसा होता है अनकमिटेड होता है है ना तो वो अनकमिटेड से पहले किसम आएगा कमिटमेंट में आएगा तो पोटेंट से प्लूरिपोटेंट अब प्लूरिपोटेंट का मतलब क्या वो किसी भी पर्टिकुलर लेयर की सेल्स बनने के लिए कमिट करेंगी एक्टम एंडोडर्म और मोड और तब वो क्या हो जाएंगी डिटरमाइंड हो जाएंगी तो जैसे जैसे आप पोटेंट से प्लूरिपोटेंट मल्टीपोर्ट एट यूनीपोटेंट की तरफ बढ़ते हैं वैसे-वैसे आप स्पेसिफिकेशन से डिटरमिनेशन की तरफ बढ़ते हैं याद रखिएगा तो पोटेंट प्लूरिपोटेंट स्पेसिफिकेशन को बताती है और मल्टी पोटेंट यूनीपोटेंट डिटरमिनेशन स्टेज को बताती है अब देखिए एमक स्टम सेल्स मेजर्ली इन्हे ट्रू स्टेम सेल्स कहते हैं ये मेजर पार्टिसिपेट करती है ग्रोथ एंड डेवलपमेंट में ये भी याद रखिएगा एडल्ट और मल्टी पोटेंट स्टेम सेल्स वेरी वेरी इंपोर्टेंट ये इन कल्चर नॉट ओनली हैव अ रिस्ट्रिक्टेड एरिया ऑफ सेल टाइप्स दैट दे कैन क्रिएट बट दे आल्सो हैव अ फाइना इट नंबर ऑफ जनरेशन फॉर सेल्फ रिनल दिस लिमिटेड रिनल ऑफ अडल्ट स्टम सेल मे कंट्रीब्यूट टू एजिंग तो एडल्ट स्टम सेल्स जो होती है वो मेनली किसमें काम करती है रिपेयर के टाइम पर काम करती वो ग्रोथ और डेवलपमेंट में काम नहीं करती वो रिपेयर के टाइम पर काम करती है एडल्ट स्टम सेल्स मल्टी पोटेंट नेचर की होती है एडल्ट स्टम सेल्स मल्टी पोटेंट और समटाइम यूनीपोटेंट नेचर की भी होती है चलिए हां एक के भी पॉइंट न मल्टी पोटेंट स्टम सेल्स डिवाइड सिकली इट्स मैचरिंग डॉटर सेल ऑफ गोस थ्रू अ ट्रांज स्टेज ए अ प्रोजेटर और ट्रांजिट एमप्लीफाइंग सेल ट्रांजिट और एमप्लीफाइंग सेल प्रोज सेल्स का मतलब इट इ नॉट कैपेबल ऑफ अनलिमिटेड सेल्फ नवल और अनलिमिटेड डिवीजन और जिसकी डिवीजन कैपेबिलिटी और डिफरेंट डिफरेंस कैपेबिलिटी लिमिट हो जाए वो या तो मल्टी पोटेंट होगी या यूनीपोटेंट होगी यह लीनियर याद रखिएगा मल्टी पोटेंट स्टम सेल से कमिटेड स्टेम सेल बनेगी मल्टी पोटेंट स्टेम सेल डिवाइड हुई एक उसने अपनी जैसी सेल बनाई दूसरी कमिटेड सेल बनाई कमिटेड स्टम सेल अब जो कमिटेड है वो अपने डिफरेंशिएबल एफ है डिफरेंशिएबल पल टाइम जितना उसके पास डिवीजन कैपेसिटी होती है उतनी बार वो डिवाइड हो जाती है तो कमिटेड स्टेम सेल्स डिफरेंशिएबल एक स्टेज में जाती है जैसे प्रोजन र स्टेज या ट्रांसिट एमप्लीफाइंग सेल बोलते हैं तो ये सीरीज याद रखिएगा मल्टी पोटेंट टू कमिटेड कमिटेड टू प्रोटर प्रोना टू डिफरेंट क्या हो गया वॉइस इतनी स्लो क्यों आ रही है व वॉइस स्लो आ रही है हेलो हेलो हेलो हेलो इतनी तो बढ़िया आ रही है और कितना चिल्लाए जब ज्यादा लोगों की वॉइस सुनोगे तो मेरी ऐसे स्लो लगेगी कम लोगों की व सुना इतनी बढ़िया आ रही मस्त एकदम साउंड ज ओके ओके थैंक यू चलिए डन चलिए एक पॉइंट एक आपने यह पढ़ा मैंने मल्टी पोटेंट इसके बाद सीधे इस पर आ जाइए इन मेनी र्गन स्मल लीज पास फम मल्टी पोटेंट स्म उसी ली की बात करिए कर रहे हैं टू कमिटेड स्टम सेल्स दैट मेक्स वन र वेरी फ्यू टाइप्स ऑफ प्रजना इटल सेल दैट कैन प्रोलिफिक फॉर मल्टीपल राउंड्स ऑफ डिवीजन बट इ इट इज ट्रांसंट इन इट्स लाइफ एंड इज कमिटेड टू बिकमिंग अ पर्टिकुलर टाइप ऑफ डिफरेंशियल लिखी हुई है जो यहां पर बना हुआ है तो आपको यह स्टेटमेंट के फॉर्म में भी मिल सकता है और डायरेक्टली सीरीज के फॉर्म में भी मिल सकता है आते हैं सीधे-सीधे स्टेम सेल निश पर वेरी वेरी इंपॉर्टेंट स्टेम सेल निश लास्ट टाइम स्टेमसेल निश से ही क्वेश्चन आया हुआ है है ना स्टेटमेंट से क्वेश्चन आया हु स्टेमसेल निश का मतलब निश आप लोगों को आशु सर पढ़ाते मतलब एक्टिविटी स्पेस किसी भी एनिमल का एक्टिविटी स्पेस होता है फंक्शनल स्पेस होता है दैट इज मिश उसी तरीके से स्टेम सेल का जो माइक्रो एनवायरमेंट होता है उसी को स्टेम सेल की निश बोलते हैं एंड एनवायरमेंट रेगुलेटरी माइक्रो एनवायरमेंट दैट प्रोवाइड्स अ मिल ऑफ एक्स्ट्रा सेलर मैट्रेस एंड परा पैक्टर अलाउ सेल्स रि साइडिंग विदन इट टू रिमन रिलेटिवली अनडिफरेंटशिएटिड एमप्लीफाइंग सेल्स आर यूनीपोटेंट मोहर बिल्कुल ट्रांजिट एमप्लीफाइंग सेल्स आर यूनीपोटेंट ओके चलिए देखिए स्मल में होती है व से के प्रोरेशन और डिफें के रेश को मेंटेन करने का काम करती है उसको रेगुलेट करने का काम करती है जैसे य कोई स्टम सेल और य उसका रेगुलेटरी माइक्रो य स्मल और य उसका रेगुलेटरी माइक्रो एनवायरमेंट य इस निश में इसके प्रोलिफिक्स में जब तक रहती है कोई भी स्टेम सेल तब तक वो प्रोलिफिक तो हो सकती है लेकिन डिफरेंशिएबल से आने वाले सिग्नल्स इस सेल को मिलते रहेंगे तब तक ये प्रोलिफ्ट हो सकती है लेकिन डिफरेंशिएबल सिग्नल्स भी आ रहे हैं निश की सेल्स पैराक्राइन सिग्नल्स भी दे रही है निश की सेल्स न्यूरो ट्रांसमिट्स का सेक्रेशन भी कर रही है एंडोक्राइन सिग्नल्स का भी सेक्रेशन कर रही है प्लस एक्स्ट्रा सेलर अशन हो रहा है सेल टू सेल अडिशन हो रहा है जक्स सिगनलिंग हो रही है ये सब क्या कर रहे हैं इसको रेगुलेट करने का काम कर रहे हैं है ना जब आप अपने घर में होते हैं तो एक रेगुलेशन में होते हैं है ना ना ज्यादा मक्कारी करते हैं और ना ज्यादा पढ़ाई करते हैं एक रेगुलेटेड फंक्शन होता है अब देखिए एंड हा एंड ओवरव्यू ऑफ स्टेम सेल रेगुलेटरी मैकेनिज्म शोन यर आर सम ऑफ मोर जनरल एक्सटर्नल और इट मलिक मेनिम अब इ की बात करते ल टिशू पस यूनिक स्टम सेल निश इन दोनों को छोड़ दीजिए इन दोनों पॉइंट को छोड़ द सीधे सधे आते हैं इनके प्रिंसिपल पर य रेगुलेशन करती कैसे स्टम सेल रेगुलेशन करती कहते है प्रिंसिपल टम सेल रेगुलेशन एक्स्ट्रा मेनिम लीडिंग टू इंट्रा सेलर चेंस ट रेगुलेट स्टमल बिहेवियर देखिए कॉमन प्रिंसिपल सेल रेगुलेशन इवॉल्व एक्स्ट्रा सेलर मैकेनिज्म लीडिंग टू इंट्रा सेलुलर चेंजेज लाइक एक्स्ट्रा सेलुलर मैकेनिज्म क्या हो सकती है फिजिकल मैकेनिज्म और केमिकल रेगुलेशन फिजिकल मैकेनिज्म में क्याक हो सकता है सेल सेल एडिशन हो सकता है सेल टू एक्स्ट्रा सेलुलर मैट्रिक्स स देशन हो सकता है और जेक्स्ट्रा ग्राइन सिगनलिंग हो सकती है यही तो फिजिकल मैकेनिज्म हो सकती है सेल केमिकल रेगुलेशन में पैराक्राइन सिगनलिंग एंडोक्राइन सिगनलिंग न्यूरोट्रांसमीटर ये सब किसम आ रहे है केमिकल रेगुलेशन में तो फिजिकल मैकेनिज्म इन्फ्लुएंस इंक्लूडिंग स्ट्रक्चरल एंड अडिशन फैक्टर विद इन द एक्स्ट्रा सेल्यूलर मैट्रिक्स दैट सपोर्ट द सेल्युलर आर्किटेक्चर ऑफ़ द निश डिफरेंसेस इन सेल टू सेल सेल टू मैट्रिक्स एडिशन एज वेल एज द सेल डेंसिटी विद इन द निश कैन ल्टर द मैकेनिकल फोर्स दैट इन्फ्लुएंस स्टेमसेल बिहेवियर केमिकल रेगुलेशन में आ जाता है फॉर्म ऑफ सीक्रेड प्रोटीन दैट फ्रॉम द सराउंडिंग सेल्स दैट इन्फ्लुएंस स्टम सेल स्टेट एंड प्रोजन इटर डिफरेंशिएबल मैकेनिज्म ये देखिए तो ये जितने भी फैक्टर यहां पर दिखाई दे रहे हैं इनमें से पैराक्राइन न्यूरो ट्रांसमिट एंडोक्राइन ये सब कैसे हैं केमिकल है और ये जो मैकेनिकल फोर्स जो अनेशन में इवॉल्व हो रहे हैं वो फिजिकल है ये सब सेल के बाहर से ये ये स्टेम सेल है सबके बाहर से काम कर रहे हैं तो ये सब कैसे हैं एक्स्ट्रा सेल्यूलर मैकेनिज्म लेकिन अगर आप एपीजेनेटिक रेगुलेशन और ट्रांसक्रिप्शनल रेगुलेशन की बात करेंगे जो कहां हो रही है सेल के न्यूक्लियस में हो रही है भाई एपीजेनेटिक रेगुलेटरी मैकेनिज्म और ट्रांसक्रिप्शनल रेगुलेशन इस सेल के अंदर हो रहा है तो ये क्या हो जाएगी इंट्रा सेल्यूलर मैकेनिज्म हो जाएगी तो ये जो एक्स्ट्रा सेलुलर सिग्नल्स होते हैं ये इसी इंट्रा सेलुलर मैकेनिज्म को तो रेगुलेट करते हैं भाई सिग्नल जो आते हैं वही तो डिसाइड करते हैं कि कौन सा जीन न्यूक्लियस में एक्टिवेट होना चाहिए तो ट्रांसक्रिप्शनल रेगुलेशन और एपीजेनेटिक रेगुलेशन का भी काम करते हैं इसीलिए यहां पर ये लाइन लिखी हुई है कि एक्स्ट्रा सेलुलर सिग्नल लीड्स टू इंट्रा सेल चेंस अब ये एक्स्ट्रा सेलर मैकेनिक्स मेंटेन द स्टेम सेल्स इनन अनकमिटेड स्टेट मतलब सेल के प्रोलिफ्ट सेल्स वेरी वेरी इंपोर्टेंट ये पॉइंट सीधे सधे एग्जाम में मिलेगा वन स्टेम सेल स्टेम सेल्स बिकम पोजीशन फादर फ्रॉम द निश जब तक स्टेम सेल निश में रहेगी तब तक वो अनकमिटेड अन टेड हो रहेगी प्रोलिफिक होती रहेगी लेकिन पोजीशन फादर फ्रॉम द निश हाउ एवर दिस फैक्टर कैन नॉट रीच देम एंड डिफरेंशिएबल को स्टेम सेल निश को छोड़ देगी स्टेम सेल वो क्या हो जाएगी डिफरेंशिएबल मैकेनिज्म इंक्लूड रेगुलेशन बाय साइटोप्लाज्म डिटरमिनेट जो विद इन द सेल प्रेजेंट होते हैं ट्रांसक्रिप्शनल रेगुलेशन एंड एपीजेनेटिक रेगुलेशन तो यह दोनों ये दोनों तीनों ही पॉइंट इंपॉर्टेंट है रेगुलेशन बाय साइटोप्लास्मिक डिटरमिनेट ट्रांसक्रिप्शनल रेगुलेशन एंड एपीजेनेटिक रेगुलेशन साइटोप्लाज्म डिटरमिनेट मतलब पार्टीशनिंग होगी साइटोप्लाज्म डिटरमिनेट की पार्टीशनिंग ऑफ़ द चकर्स एट द साइटोकाइनेटिक्स डिवाइड हो रही है देखिए एज स्टेम सेल डिवाइड फैक्टर डिटरमाइंस फेट्स आर आइर सेलेट सिलेक्टिवली पार्टीशन टू वन डॉटर सेल्स अगर एसिमिट्रिक डिवीजन हो रहा है तो एक डॉटर में क्योंकि एक सेन कपी बनती है और एक डॉटर सेल बनती है तो एक डॉटर सेल में चले जाएंगे वो साइटोप्लास्मिक टर्मिनेट लेकिन अगर सिमिट्रिकल डिवीजन हो रहा है तो दो डॉटर सेल बनेगी तो दोनों में वो पार्टीशन हो जाएंगे सी एलिगेंस में जब हम लोग पढ़ेंगे तो वहां पर सेल ली पाथवे में ऐसे ही देखेंगे बहुत इंपॉर्टेंट है हो गया चलिए ट्रांसक्रिप्शन अर् थू नेटवर्क ऑफ ट्रांसक्रिप्शन फैक्टर ट कीप स्म सेल इन इट्स और प्रोलिव स्टेट एस वेल एस प्रमोटिंग मैचुरेशन ऑफ डॉटर सेल्स टड पर्टिकुलर फेट निकता चौन रही गेट में टपोट स्टम सेल को प्लू पोटेंट बताया गया था वाई कहां लिखा हुआ है नि गेट में नहीं किस बुक में आपने य स्टेटमेंट लिखी हुई देखी आप बुक मुझे बताइए क्योंकि हमने जो स्टेटमेंट लिखी है उसका रे रेंस हमने दे रखा है इसका रेफरेंस है गिल बल है ना आप जो बात कर रही है उसका आप रेफरेंस दीजिए कि आपने किस बुक किस रिसर्च पेपर में ये लिखा देखा है है ना बिना रेफरेंस के कोई बात नहीं होती है हवा हवाई कोई बात ही नहीं चलो एपीजेनेटिक रेगुलेशन व्हिच अकर्स एट द लेवल ऑफ क्रोमेटिंग सभी को पता है एपीजेनेटिक रेगुलेशन का फिनोमिना एक्स क्रोमोजोम इन एक्टिवेशन सभी ने पढ़ रखा हुआ है डोसिस कंपनसेशन सभी ने पढ़ रखा है डिफरेंट पैटर्स ऑफ क्रोमेट एक्सेसिबिलिटी लेस जीन एक्सप्रेशन रिलेटेड टू स्टम सेल बिहेवियर सो द टाइप्स ऑफ इंट्रा सेलर मैकेनिज्म यूज्ड बाय ए गिवन स्टम सेल आर इन द पार्ट द डाउन स्ट्रीम नेट रिजल्ट ऑफ़ द एक्स्ट्रा सेलुलर स्टेमलाइन इट्स निश पहला पॉइंट स्टेम सेल निश का क्या याद रखेंगे कि स्टेम सेल्स डिवीजन और डिवीजन और डिफरेंशिएबल करती है अगर स्टेम सेल निश में स्टेम सेल है तो वो प्रोलिफिक हो सकती है लेकिन डिफरेंशिएबल नहीं हो सकती जब तक स्टेम सेल निश की सेल्स के आने वाले सिग्नल स्टेम सेल को तक पहुंचते रहेंगे तब तक वो सिर्फ डिवाइड हो सकती है लेकिन डिफरेंशियल लिस्ट का एक एग्जांपल दिया गया है मेल ड्रोसोफिला का हब सेल्स का एग्जांपल मेल ड्रोसोफिला में अ मेल ड्रोसोफिला के केस में जो हब सेल्स होती है वो उनके पास स्टम सेल निश होती है जैसे देखिए देख सकते हैं इसका एग्जांपल हो सकता है नश से डायरेक्टली क्वेश्चन ना पूछा जाए स्मल नश इन द टेस्टस ऑफ मेल ड्रोसोफिला इंपोर्टेंस ऑफ लोकल सिग्नल सेल टू सेल एडिशन एंड एसिमिट्रिक सेल डिवीजन स्टेम सेल फॉर स्पर्म रि साइड इन अ रेगुलेटरी माइक्रो एनवायरमेंट दैट इज कॉल्ड हब यहां पर जो मेल ड्रोसोफिला के केस में जो स्टेम सेल निश मिलती है वो होती है हब किसके लिए स्पेसिफिकली टेस्टिस के लिए द हब कंसिस्ट ऑफ अबाउट 12 सोमेटिक टेस्टिस सेल्स एंड इज सराउंड बाय फाइव टू नाइन जर्म स्टेम सेल्स द डिवीजन ऑफ़ अ स्पम स्टेम सेल इज एसिमिट्रिक ऑलवेज प्रोड्यूस वन सेल दैट रिमेंस अटैच टू द हब एंड अन अटैच वन अन अटैच सेल्स देखो सीधे-सीधे समझो जो आपने पढ़ा है उसी को अप्लाई करिए अभी आपने एक स्टेम सेल देखी और उसके चारों तरफ स्टेम सेल निश देखी ये है स्टेम सेल और इसके तरफ इसके चारों तरफ है ये निश जिनको हब सेल्स बोला जा रहा है ये निश है ये जर्म स्टम सेल है जो स्पर्म का फॉर्मेशन करेंगी टेस्टिस में वो जर्म स्टम सेल्स होंगी और इसके चारों तरफ ये जो हब्स सेल्स है ये इसकी निश बना रही है मतलब ये इनसे डायरेक्टली कांटेक्ट कर रही है अदर कर रही है या पैराक्राइन फैक्टर का सक्री कर रही है तो हब सेल्स जो है हब सेल्स से अब देखिए ये जो जर्म स्टम सेल्स है ये डिवाइड हुई ये डिवाइड होकर इसने दो सेल्स का प्रोडक्शन किया एक स्टेम सेल है एक इसी की जैसी रेप्ट बनी जब ये डिवाइड हुई तो एक इसी के जैसी रेप्ट बनी और एक क्या बनी गोनियल ब्लास्ट ये क्या है कमिटेड सेल अब देखेंगे हब सेल से आने वाले सिग्नल इस तक तो पहुंच सकते हैं लेकिन इस तक पहुंच नहीं सकते तो ये क्या हो जाएगी ये कमिटेड अपने डेवलपमेंटल पाथवे को फॉलो करके ये पर्टिकुलर फेट को अचीव कर लेगी जबकि ये फिर से डिवाइड होगी और एक जर्म स्टेम सेल जो प्रोड्यूस करेगी वो हब सेल से चिपकी रहेगी दूसरी वाली सेल्स क्या हो जाएगी स्टेम सेल निश को छोड़ देगी जहां पर जो उस तक स्टेम सेल निश से आने वाले सिग्नल नहीं पहुंच पाएंगे तो वो डिफरेंशिएबल नेश की सेल से चिपकी है जिसके पास स्टेम सेल निश्चय आने वाले सिग्नल पहुंच पा रहे वो स्टेम सेल का ही पार्ट रहे है ना जैसे एग्जांपल के लिए इन्होंने यहां पर दिखाया है कि हब सेल्स अनपेयर्ड का सेक्रेशन करती है अनपेयर्ड सेल्स जर्म स्म सेल्स को मिलते रहते हैं और ये इनको प्रोलिफिक कराते डिवाइड कराते हैं लेकिन डिफरेंशियल प्रोलिफ्ट सेल निश भी मिल सकता है कि हो सकता है आपसे डायरेक्ट ड स्मल नेश का एग्जांपल पूछ लिया जाए चलिए अब आते है यमन का फैक्टर्स पर सीधे-सीधे आप आइए ये द प्लूरिपोटेंट स्टेम सेल वेरी वेरी इंपोर्टेंट सीधे सधे इस पॉइंट पर आइए द प्लू पोटेंट स्टम सेल्स ऑफ दमयन इनसल मास आर वन ऑफ द मोस्ट स्टेडी टाइप्स ऑफ स्टेम सेल्स थ्री रेगुलेटरी ट्रांसक्रिप्शनल फैक्टर दैट इ ऑ फोर नैनोग एंड सॉक्स टू आर नेसेसरी टू मेंटेन द अनकमिटेड स्टेम सेल लाइक स्टेट एंड फंक्शनल प्यूरी पोटेंसी ऑफ आईसीएम इनर सेल मास इनेबलिंग आईसीएम सेल्स टू गिव राइज द इपी ब्लास्ट इन ऑल एसोसिएटेड डिराइवर जो होती है ऑक्ट फोर नन और सॉफ स्टो बेसिकली ये प्लूरीबस को मेंटेन करने का काम करते हैं प्लूरीबस के लिए ये ट्रांसक्रिप्शनल फैक्टर रिक्वायर होते हैं ऑक फोर इज आल्सो नोन एज ऑथ ऑ फर पाउ पीओ य 5 एव ऑफर एक्सप्रेशन इ आल्सो नेसेसरी फॉर द फॉर द सस्टेंड पलुरी पोटेंसी ऑफ डिराइवर पोटेंट स्टेम सेल आईपीएससी बोलते हैं इनको इंड्यूस प्लू पोटेंट स्टेम सेल्स के नाम से समझिए जिस सेल में पलुरी पोटेंसी इंड्यूस करी जाए दैट इज इंड्यूस फ्लरी पोटेंट स्टेम सेल उसी सेल में प्लूरिपोटेंसी इंड्यूस करी जा सकती है जो अपनी प्लूरिपोटेंट स्टेज से आगे निकल चुकी हो मतलब जो मल्टी पोटेंट हो चुकी हो या यूनीपोटेंट हो चुकी हो देखिए एडल्ट सेल्स हमने पढ़ा एडल्ट स्टम सेल्स या तो मल्टी पोटेंट होती है या यूनीपोटेंट होती है एडल्ट स्म सेल्स दैट हैव बीन कन्वर्टेड टू सेल्स विद द प्यूरी पोटेंसी ऑफ एंब्रियो स्टेम सेल्स यूजुअली अमलेश बाय द एक्टिवेशन ऑफ साटन ट्रांसक्रिप्शनल फैक्टर इनको 2006 में काजु दोष ंड ताका शकी सन्या यमन का ने सर्च किया था इसीलिए इन फैक्टर्स को यमनाका फैक्टर्स बोलते हैं जो प्लूरिपोटेंट की स्टेज से आगे निकल चुकी हुई सेल्स में वापस से प्लूरिपोटेंसी को रिगेन करा देती है उन्हीं को बोलते हैं इंड्यूस प्लूरिपोटेंट स्टेम सेल्स अब टिकल ट्रांसक्रिप्शनल फैक्टर्स क्या है जिनको यमन का फैक्टर्स भी बोला जाता है देखिए फॉर द फॉर्मेशन ऑफ इंड्यूस प्लूरिपोटेंट स्टेम सेल फोर ट्रांसक्रिप्शनल फैक्टर दैट इज आल्सो कॉल्ड यमनाका फैक्टर्स आर रिक्वायर्ड कौन-कौन से सॉक्स टू सॉक्स टू एंड ऑक्ट फर एक्टिवेटेड ननो एंड अदर ट्रांसक्रिप्शनल फैक्टर दैट एस्टेब्लिश प्यूरी पोटेंसी एंड ब्लॉक डिफरेंशिएबल र नान इसके अलावा सीमिक ओपन अप क्रोमन एंड मेड द जीन एक्सेसिबल टू सॉक्स टू ो एंड नो एंड लास्ट वन इ केल फ च प्रिवेंट सेल तो कनकन से नाम याद रखेंगे र सॉक्स नानो सीमक एंड केल च इ रिस्पांसिबल फॉर द इंड्यूस्ड फ्लरी पोटेंसी ऑफ स्टम हो गया डन चलिए ट इ ल फर र बेसिक कांसेप्ट ऑफ डेवलपमेंट बल आपने फ ए कंपलीट कर लिया अब आप पढ़ेंगे फ बी चलिए आ जाइए फ बी फ बी में आपको क्या क्या पढ़ना है गमो जसिस पढ़ना है फर्टिलाइजेशन पढ़ना है और अर्ली डेवलपमेंट पढ़ना है चलिए जो जो पॉइंट बोले बोलते जा रहे सीधे सधे बस आपको याद करने गमो जनेस से शुरुआत करते थोड़ा सा बड़ा है इसके लिए कल का भी कुछ लेक्चर अभी आपके पास आधा घंटा है अभी हम लोग सर का 15 मिनट तो लेही सकते सा तक तो पढ सकता है है जी बिल्कुल के सक्स नान एंड सी [संगीत] चलिए गमो जसिस की अगर हम बात करें गमो जेनेसिस का मतलब उ जेनेसिस और स्पर्मेटोजेनेसिस नेसस जिससे ओवा का फॉर्मेशन होगा ओवम बनेंगे और स्पर्मेटोजेनेसिस जिससे स्पम बनेंगे जो आप रिप्रोडक्टिव फिजियोलॉजी में भी पढ़ते है अब मैमल्स के केस में वेट अ सेक हमें फ बी खोलना पड़ेगा ना इसके लिए चलिए हां अब चलिए देख तो गमो जेनेसिस गमो जेनेसिस के केस में अगर हम सीधे-सीधे आते हैं अ देखिए द गेटकीपर फॉर मयोसिस वन ऑफ द मोस्ट फंडामेंटल डिफरेंसेस इवॉल्व द टाइमिंग ऑफ मयोसिस इन फीमेल्स मयोसिस बिगिंस इन द एंब्रियो बोनट्स इन मेल्स मयोसिस इज नॉट इनिशिएटिव क्योंकि हमें पता है इससे क्वेश्चन नहीं आएगा लेकिन जानने के लिए अच्छा है क्योंकि फीमेल्स के केस में दो पार्ट में होती है वो जेनेसिस एक प्रीनेट डेवलपमेंट और एक पोस्ट नेटल डेवलपमेंट एक होती है बिफोर बर्थ जो एंब्रियो फिटस अगर बेबी फ फिटस अगर फीमेल है तो उसमें ओ जेनेसिस का प्रोसेस शुरू हो जाता है और एक फिर नेक्स्ट होती है ड्यूरिंग प्यूबर्टी और मेल्स के केस में सिर्फ कब होती है प्यूबर्टी के टाइम पर तो द गेटकीपर फॉर मयोसिस अपीयर्स टू बी द एक्स्ट्रा एट ये ट्रांसक्रिप्शनल फैक्टर याद रखना है यहां पर हम आपको ये नहीं बताएंगे कि अब स्पर्म का डेवलप उ जेनेसिस और स्पर्मेटोजेनेसिस का प्रोसेस नहीं आएगा एक्स्ट्रा ए ट्रांसक्रिप्शनल फैक्टर एक तो ये स्टेटमेंट याद रखिएगा व्हिच प्रमोट्स द न्यू राउंड ऑफ डीएनए सिंथेसिस एंड मयोटिक इनिशिएटिव में स्ट्रा एट इज अब रेगुलेटेड बाय द टू फैक्टर्स w ए4 एंड रेटिनोइड्स डिटरमिनेशन में भी आप ओवरीज के टाइम पर 84 पढ़ेंगे देखिए तो इन केस ऑफ ओवरीज जिसम फिटस में ही जेनेसिस शुरू हो जाता है इन डेवलपिंग ओवरीज स्ट्रा एट इ रेगुलेटेड बाय टू फैक्टर्स ड एटी फ एंड रेनोक एसिड च इ कमिंग फ्रॉम द एडजेसेंट किडनी इन दोनों के नाम याद रखने हैं ये दोनों स्टेटमेंट याद रखने टेस्टस में क्या होता है तीसरी स्टेट भी टेस्टस के केस में स्ट्राइट डाउन रेगुलेटेड बाय एफजीएफ ना एंड द रेटिनो एसिड प्रोड्यूस्ड बाय द मिजोन फ्रो इ डिग्रेडेड बाय द टेस्टस सेक्रेशन ऑफ आर डिग्रेडिंग एंजाइम सिप 26 बीव तो यहां पर इन केस ऑफ टेस्टस स्ट्राइड का एक्सप्रेशन नहीं मिलता है इन केस ऑफ टेस्टस स्ट्राइट इ डाउन रेगुलेटेड बाय एजए 9 स्ट्राइट इ डाउन रेगुलेटेड बाय एजीएफ 9 देखिए इस फिगर को भी ध्यान रख सकते है फीमेल जर्म सेल्स के केस में रेटिनो एसिड स्ट्राइट को एक्टिवेट करते हैं और मयोसिस होने लगती है बेल जर्म सेल्स के केस में रेनोक एसिड स्ट्राइट को एक्टिवेट नहीं कर पाते क्योंकि सिफ 26 बीव क्या करते हैं रेटिनो एसिड को इमिट कर देते हैं ड्यूरिंग प्यूबर्टी और स्ट्राइट एक्टिवेट हो नहीं पाता है तो मयोसिस नहीं हो पाती क्लियर इसीलिए जब अ जो फिटस वाली स्टेज होती है वहां पर मेल्स के केस में स्पर्मेटोजेनेसिस नहीं चलती है लेकिन फीमेल्स के केस में स्ट्राइट के एक्टिवेट होने की वजह से ऊजन से शुरू हो जाती है मेल के केस में स्ट्राइट एक्टिवेट नहीं हो पाता है सिप्स 26 b1 की वजह से इसलिए बिफोर प्यूबर्टी कोई भी स्पर्मेटोजेनेसिस नहीं ओके हो गया चलो अब ये स्पर्मेटोजेनेसिस की स्टेजेस दी हुई है जिससे मुझे नहीं लगता क्वेश्चन आएगा आपको पढ़ना होगा तो पढ़ लीजिएगा कोई मतलब नहीं है हा एक क्वेश्चन यहां से ग्ला सेल लाइन राइ न्यूरोट्रॉपिक फैक्टर जीडीएन जीडीएनएफ का फॉर्मेशन होता है इ मेड बाय द सरटोली सेल्स इ मेड बाय द सरटोली सेल्स इज मेड बाय द सोली सेल्स जीडी हेल्स कीप द स्पर्मेटोगोनिया डिवाइडिंग एस स्टेम सेल्स स्पर्मेटोगोनिया स्टम सेल्स होती है उनकी डिवीजन कैपेबिलिटी को मेंटेन रखने का काम करते है जीडी कहां पड़ा था किस सिगनलिंग पाथवे का लीगें जीडीएन गलाल राइ न्यूरो फैक्टर क पथे किस सिगनलिंग पाथवे को एक्टिवेट करेंगे अभी अभी कल ही परसों ही सिगनलिंग पड़ी है पक्का बोलो बोलो बोलो न्यूरोट्रॉपिक फैक्टर है कौन आया बीटा भाई बीटा किसी पर्टिकुलर इम्यून रिएक्शन का पार्ट हो जाता है यस टीजी बीटा बोलने वाले लोग जरा ध्यान से देखें यहां पर स्टम सेल के डिवीजन की बात हो रही है और जहां पर सेल डिवीजन होगा वहां पर टीजीए बीटा पाथ पे नहीं चलेगा वहां पर सेल प्रोलीफेरा है तो आईटी के पाथ प चलेगा क्यों भाई क्यों क्यों ऐसा क्यों कर रहे हो आरटी के पाथ में चलेगा या न्यूरोट्रॉपिक फैक्टर सम टाइम्स साइटोकाइनेटिक्स चलिए आगे बढ़ एक प्रोमी आर रिलेटिवली स्मल प्रोटीन ट आर ओवर 60 पर आर्जन वेरी वेरी इंपोर्टेंट एक क्वेश्चन यहां से मिल जाएगा बी सेक्शन के लिए इंपोर्टेंट है रिलेटिवली स्मल प्रोटीन दैट आर ओवर 60 पर आर्जन ट्रांसक्रिप्शन ऑफ जीनस फॉर प्रोन इ सीन इन अर्ली हैलाइड स्पम लद ट्रांसलेशन इ डिलेड फॉर सेवरल डेज प्रो मन से एक क्वेश्चन मिल जाएगा बी सेक्शन के लिए इंपोर्टेंट है यह वाला पार्ट इसलिए भी नहीं बता रहे क्योंकि हम लोग रिप्रोडक्टिव फिजियोलॉजी में वहा पढ़ेंगे एनिमल फिजियोलॉजी में पढ़े और वहां से रिलेट करके आएगा कि कैसे वो डेवलपमेंट होता है चलिए इन दोनों में डिफरेंस पढ़ लीजिएगा एनिमल सोलजी के लिए इंपोर्टेंट है अब आइए फर्टिलाइजेशन सीधे-सीधे आइए फर्टिलाइजेशन पर फर्टिलाइजेशन के मेजर स्टेप्स याद करिए चलो फर्टिलाइजेशन इन केस ऑफ सीच आपको आपके कोर्स में दो फर्टिलाइजेशन है एक एक्सटर्नल इटन सीरन फर्टिलाइजेशन औरन फर्टिलाइजेशन सीधे सधे आते हम लोग एक्सटर्नल फर्टिलाइजेशन ट सी ट इ इन सी बेटा हमने सेल प्रोफेशन की बात करी थी और न्यूरोट्रॉपिक फैक्टर सेल प्रोफशन को प्रमोट करते हैं इसलिए जीज बीटा गलत है चलिए एक्सटर्नल फर्टिलाइजेशन की सीधे सधे बात करते एक्सटर्नल फर्टिलाइजेशन के केस में एक्सटर्नल फर्टिलाइजेशन के केस में पहले तो आपको यह पांच जो स्टेप्स दिए हुए हैं फर्टिलाइजेशन के यह इसी सीरीज में याद रखना वेरी वेरी इंपॉर्टेंट द इंटरेक्शन ऑफ स्पम एंड ए जनरली प्रोसीड अकॉर्डिंग टू फाइव स्टेप्स अप्रॉक्स हर एनिमल में चाहे वो मैमल्स ही क्यों ना हो उनमें इसी सीरीज में य स्टेप मिलते हैं लेकिन कुछ एनिमल्स में जैसे इंटरनल फर्टिलाइजेशन या मैमल्स के केस में बाइंडिंग और पासिंग सम टाइम्स अ सॉरी बाइंडिंग और पासिंग नहीं बाइंडिंग और एजो साइटोसिस एक्टोज म रिएक्शन मैमल्स के केस में कुछ स्पर्म ऐसे होते हैं जिनमें बाइंडिंग के बाद होती है कुछ स्पर्म ऐसे होते हैं जिनमें बाइंडिंग के पहले हो जाती है लेकिन आपको ये सीरीज याद रखनी है कीमो अट्रैक्शन एजो साइटोसिस बाइंडिंग ऑफ स्पर्म पासिंग ऑफ स्पर्म एंड फ्यूजन ऑफ द एग एंड स्पर्म सेल मेमरी सीधे-सीधे ये सीरीज में मिलेगा आपको चार पांचों स्टेप दिए रहेंगे आपको सिर्फ सही करेक्ट सीरीज बतानी रहेगी तो एक तो ये इंपॉर्टेंट है चलिए टू मेजर मैकेनिज्म हैव इवॉल्वड ड्यूरिंग फर्टिलाइजेशन एंड सीच स्पीशीज स्पेसिफिक स्पर्म अट्रैक्शन स्पीशीज स्पेसिफिक स्पर्म एक्टिवेशन यहां पर हर जगह स्पीशीज स्पेसिफिक टर्म इसलिए यूज हो रहा है क्योंकि यहां पर फर्टिलाइजेशन का प्रोसेस बॉडी के बाहर होता है सी अर्चन एक एक्वेटिक एनिमल होता है तो सी अर्चन स्पम और सीयर चिन एग दोनों ही कहां प्रेजेंट होते हैं एक एक्वेटिक बॉडी में प्रेजेंट होते हैं वाटर बॉडी में और ऐसा तो होगा नहीं कि वहां पर सी अरचन की और स्पीशीज नहीं होंगी या दूसरे एनिमल्स के गेमस नहीं होंगे तो एक छोटी सी सेल्स को दो छोटी सी सेल्स को आपस में एक दूसरे को रिकॉग्नाइज करने में और जागोट का फॉर्मेशन करने के लिए कुछ स्पेसिफिक प्रॉपर्टीज चाहिए होती हैं जो हर स्पीशीज की स्पेसिफिक होती है मतलब कितनी भी क्लोजरी रिलेटेड सीयर चिन की स्पीशीज हो उनके एग और स्पर्म्स कभी भी एक दूसरे को फर्टिलाइज नहीं कर पाएंगे हमेशा जिस स्पीस का स्पर्म हो जिस स्पीस का स्पर्म हो उसी स्पीस का क्या होना चाहिए एग होना चाहिए तब तो फर्टिलाइजेशन होगा अदर वाइज फर्टिलाइजेशन नहीं होगा इसीलिए यहां पर स्प स्पेसिफिक स्पर्म अट्रैक्शन और स्पर्म एक्टिवेशन का फिनोमेना अप्लाई होता है ये समझने के लिए अच्छा है क्वेन य से नहीं आएगा चलिए क्वेन आएगा किमिस कमोडस क्या होती है अब स् स्पेसिफिक जैसी जो प्रॉब्लम होती है वो इंटरनल फर्टिलाइजेशन के केस में नहीं होती क्योंकि इंटरनल फर्टिलाइजेशन बॉडी के अंदर होता है है ना जो फीमेल बॉडी होती है उस बॉडी के अंदर होता है लेकिन जहां पर एक्सटर्नल फर्टिलाइजेशन है वहां पर स् स्पेसिफिक का फिनोमिना अप्लाई होता है कीमोटेक्स स्पर्म आर अट्रैक्टेड टुवर्ड्स द एस ऑफ देयर स्प बाय फॉलोइंग अ ग्रेडिएंट ऑफ केमिकल सकड बाय द एग दैट इज कॉल्ड कीमोटेक्स सीधे-सीधे क्वेश्चन मिलेगा सो इन केस ऑफ सीजन इन केस ऑफ सी अर्चन या इकाइयों जो कीमो अट्रैक्शन के प्रोसेस को परफॉर्म करते हैं अब एग को किधर आना है सॉरी स्पर्म को किधर आना है एग की तरफ आना है तो एग क्या करती है कुछ स्पीशीज स्पेसिफिक मॉलिक्यूल का सेक्रेशन कर द जिनके लिए रिसेप्टर्स उसी स्पीशीज के स्पर्म के पास होते हैं स्पर्म सेल मेंब्रेन पर होते हैं वो मॉलिक्यूल आकर उन स्पर्म सेल मेंब्रेन से बाइंडर दे हैं और स्पर्म टुवर्ड्स द ए मूव करने लगता है देखिए दज ू साइट्स वेरी वेरी इंपोर्टेंट ये पॉइंट भी बहुत इंपोर्टेंट है दज व साइट्स कंट्रोल नॉट ओनली द टाइप ऑफ स्पर्म टाइप ऑफ स्पर्म को तो कंट्रोल करते हैं दे अट्रैक्ट बट आल्सो द टाइम एट च दे अट्रैक्ट देम रिलीजिंग द कीमोटाक्टिक फैक्टर ओनली आफ्टर दे रीच मैचुरेशन यही रीजन होता है कि एक्सटर्नल फर्टिलाइजेशन के केस में फर्टिलाइजेशन तभी पॉसिबल होता है जब स्पर्म और एग कंपलीटली मैच्योर हो चुके होते हैं जबकि इंटरनल फर्टिलाइजेशन के केस में ना ही एग कंप्लीट मैच्योर होता है और ना ही स्पर्म कंप्लीट मैच्योर होते हैं अभी हम लोग पढ़ेंगे मैमल्स में अ एग का एग होता है अपनी मेटा फेस सेकंड स्टेज पर अरेस्ट होता है और स्पर्म जब वजाइना में एजकुलेट होते हैं तो भी वो मैचुरेशन की डिफरेंट डिफरेंट स्टेजेस पर होते हैं जब तक उनका कैपेसिटेशन नहीं होता है तब तक वो कैपेबल नहीं होते हैं एग को फर्टिलाइज करने के लिए तो व यहां पर फर्टिलाइजेशन जब दोनों गट से मैचोर होते हैं तभी शुरू हो जाता है यहां पर फर्टिलाइजेशन तभी पॉसिबल है क्यों क्योंकि बॉडी के बाहर आ रहे गमड अगर वो कंपलीटली मैच्योर नहीं होंगे तो उनके पास वो रिसेप्टर नहीं होंगे जिसके थ्रू वो क्या कर सके एक दूसरे से इंटरेक्ट कर सके ना ही वो सिगनलिंग मॉलिक्यूल होंगे जिसके थ्रू वो एक दूसरे से इंटरेक्ट कर सके या एक दूसरे को रिकॉग्नाइज कर सके इसलिए दोनों गैट्स का कंपलीटली मैचर होना जरूरी होता है डन हो गया चलिए तो इकान डर्म्स के केस में वेरी वेरी इंपॉर्टेंट क्या मिलेगा डायरेक्शन इज प्रोवाइडेड बाय स्पर्म एक्टिवेट पेप्टाइड दैट इज सैप्स इकान डर्म्स के केस में सैप मिलते हैं हर स्पीस के अपने-अपने सैप्स होते हैं स्पर्म एक्टिवेट पेप्टाइड्स आर स्मॉल कमोड क्टिक पेप्टाइड्स फाउंड इन द जेली ऑफ द इकान र्म एग्स दे डिफ्यूज अवे फ्रॉम द एग जेली इन सी वटर एंड आर स्पीशीज स्पेसिफिक ओनली अट्रैक्टिंग स्पर्म ऑफ द सेम स्पीशीज सिर्फ उसी स्पीशीज के स्पर्म को अट्रैक्ट करने का काम करेंगे जैसे इन्होंने यहां पर एक एग्जांपल लिया अरबेस पंक्टल के सप का सप इन द एग जली ऑफ सी अर्च इन अरबेस पंक्टल इज कॉल्ड रिसेक वेरी वेरी इंपोर्टेंट क्वेश्चन आ जाएगा रिसेट एंड सप इन द एग जेली ऑफ पर्पल सी अर्चन दैट इज स्ट्रंग सेंट्रस पलेटस नोन एज स्प्रे तो यहां दो एग्जांपल है सबप के रिसेक एंड स्प्रे रिसेक के बारे में अगर बात करें तो ये भी इंपॉर्टेंट है इससे भी क्वेश्चन मिलेगा रिसेक फना मान एसिड पेप्टाइड दैट हैज बीन आइसोलेटेड फ्रॉम द एग जेली ऑफ सीच इन अरसिया पटले एंड एक्ट एज अ कीमोडनर्वेशन पेप्टाइड फॉर स्पर्म ऑफ द सेम स्पीशीज देखिए ये है रिसेट मैकेनिज्म देखिए ये है रिसेक रिसेक मॉलिक्यूल जो एग सी अर्चन की एग जेली से आएंगे और इनके लिए रिसेप्टर्स स्पर्म की सेल मेंब्रेन पर प्रेजेंट होंगे दैट इज रिसेप्टर ग्वा निलाइयेना आरजीसी से आरजीसी एक्टिविटी एक्टिवेट हो जाएगी ग्लाइड साइक्लेमेट जीएमपी में कन्वर्ट करना साइक्लिक जीएमपी का प्रोडक्शन जैसे ही साइक्लिक जीएमपी का प्रोडक्शन होगा साइक्लिक जीएमपी आकर स्पर्म सेल मेंब्रेन में कैल्शियम आयन चैनल्स को क्या कर देंगे ओपन कर देंगे कैल्शियम आयन इनफ्लक्स होने लगेगा वाटर से कैल्शियम आयन स्पर्म सेल साइटोस पला प्लाज में आना शुरू हो जाएंगे और यही कैल्शियम आंस स्पर्म सेल को डायरेक्शन प्रोवाइड कराएंगे और स्पर्म टुवर्ड्स द एग मूव करने लगेगा ट कॉल्ड कीमो ठीक है लर जी क आज भी याद है जब य से क्वेन आया था एगजाम में तब एगजाम हल में आपकी लाइन याद आ रही अच्छा हा य से क्वेन मिल जाएगा रिसेट से एक क्वेश्चन आपको मिल जाएगा चलिए डटन आइसोलेटेड फ्रॉम द एग अरसिया पलेटा िक बाइ टू द रिसेप्टर ऑन द स्पम सस एक्टिवेट द रिसेप्टर गलाल साइक्स एंड फॉर्मिंग इंट्रा सेलर साइक्लिक जीएमपी इन द स्पम दिस साइक्लिक जीएमपी ओपन कैल्शियम ए चैनल इन द स्पर्म सेल मेंब्रेन वेरी वेरी इंपोर्टेंट अलांग कैल्शियम आयन टू एंटर द स्पम स्पर्म स्पेसिफिक कैल्शियम आयन चैनल्स आर इंपोर्टेड बाय द कैजन कैट परर जीनस जैसे सेल के अंदर साइक्लिक जीएमपी और कैल्शियम आय पढ़ेंगे इट एक्टिवेट बोथ माइटोकांड्रियल एटीपी जनरेटिंग एरेटिक एंड डाइन एटीपी इज दैट स्टिमुलेटिंग द स्पम सो द बाइंडिंग ऑफ सिंगल रिसेक मॉलिक्यूल मे बी इनफ टू प्रोवाइड डायरेक्शन फॉर द स्पर्म व्हिच स्विम अप अ कंसंट्रेशन ग्रेडिएंट ऑफ़ दिस कंपाउंड एंटिट दे रीच द द रिसेक फंक्शन एज अ स्पर्म अट्रैक्टिंग पेप्टाइड एज वेल एज स्पर्म एक्टिवेट पेप्टाइड वेरी वेरी इंपोर्टेंट यह सारी स्टेटमेंट याद रखिएगा तो यह पहला इंटरेक्शन हो गया जिसे कीमो अट्रैक्शन बोलते हैं इसमें भी स्पर्म स्पेसिफिक मॉलिक्यूल और रिसेप्टर्स आपको देखने को मिले पहले स्टेप में कीमो अट्रैक्शन के केस में फर्टिलाइजेशन का जो पहला स्टेप है कीमो अट्रैक्शन इसमें एग के पास क्या होंगे मॉलिक्यूल होंगे सिगनलिंग मॉलिक्यूल होंगे या रिसेट होंगे और स्पम के पास रिसेप्टर्स होंगे यस इसीलिए अट्रैक्टिंग और एक्टिवेट पेप्टाइड बोलते हैं सेकंड इंटरेक्शन बिटवीन द स्पर्म एंड एग जेली अब किमो डक्शन के बाद क्या हो रहा था एक्सोसाइटोसिस क्यम ट्रैक्शन के बाद सेकंड स्टेप क्या था एजो साइटोसिस तो अब आ जाते हैं सीधे-सीधे सेकंड डायरेक्शन पर बिटवीन द स्पर्म एंड एग जेली रिजल्ट इन द एक्रोसोम रिएक्शन एक्सोसाइटोसिस का मतलब एक्रोसोमल कंटेंट का एक्रोसोम से से बाहर आना दैट इज कॉल्ड एजो साइटोसिस इसीलिए सेकंड स्टेप को एजो साइटोसिस को एक्रोसोम रिएक्शन भी बोलते हैं इन सीन द एक्रोसोम रिएक्शन हैज टू कॉम्पोनेंट्स क्वेश्चन आएगा एक्रोसोम रिएक्शन से इस बार ये दोनों का ये दोनों ही पॉइंट मिलेंगे आपको एग्जाम में क्योंकि कीमो ट्रैक्शन से तो कई बार क्वेश्चन आया है एक्रोसोम रिएक्शंस के इन दोनों स्टेप्स से क्वेश्चन अभी तक नहीं आया है तो एक्रोसोम रिएक्शन के सीधे-सीधे स्टेप्स मिलेंगे आपको देखिए दो कॉम्पोनेंट्स का मतलब एक तो द कैल्शियम आंड डिपेंडेंट फ्यूजन ऑफ एक्रोसोम विद द स्पर्म सेल मेंब्रेन रिजल्टिंग इन एक्सोसाइटोसिस एंड रिलीज ऑफ प्रोटिक एंजाइम इसे बोलते हैं एगो साइटोसिस और दूसरा होता है द एक्सटेंशन ऑफ एक्रोसोमल प्रोसेस द एक्सटेंशन ऑफ एक्रोसोमल प्रोसेस दो काम होगा एक तो यहां पर एक्रोसोम रिएक्शन होगी दूसरा एक्रोसोमल प्रोसेस का फॉर्मेशन हो अब देखिए सीन में एक्रोसोम रिएक्शन इनिशिएटिव से भी क्वेश्चन आएगा जैसे वहां पर कीमो अट्रैक्शन के लिए स्पेसिफिक मॉलिक्यूल होता है रिसेट यहां पर एक्रोसोम रिएक्शन को एक्टिवेट करने के लिए और एक्रोसोम रिएक्शन इज इनिशिएटिव इड्स इन द एग जेली एग जेली में क्या होने चाहिए सल्फेट कंटेनिंग पॉलीस कराइड होने चाहिए दैट बाइंड्स टू स्पेसिफिक रिसेप्टर्स लोकेटेड डायरेक्टली अब द एक्रोसोम वेसिकल ऑन द स्पर्म सेल मेंब्रेन यहां पर भी स्पेसिफिक मॉलिक्यूल एक जेली में होंगे दैट इ सल्फेट कंटेनिंग पॉली सकरा इड वेरी वेरी इंपोर्टेंट और इन सल्फेट कंटेनिंग पॉली सकरा इड के लिए रिसेप्टर्स कहां होंगे स्पर्म सेल मेंब्रेन के एक्रोसोमल वेसिकल पर हो जाएगा तो एक पॉइंट ये मिलेगा देखिए जैसे यहां पर एक हिस्टोग्राम दिया हुआ है इन्होने स्पेश स्पेसिफिसिटी का फिनोमिना समझाने के लिए सिर्फ इसको दिखाया है इसमें इन्होने तीन स्पीज ली है स्पीज ए इसे मान लीजिए ए इसे मान लीजिए बी इसे मान लीजिए सी तीनों ही सीर चन की अलग अलग स्पीज है और इन्होंने देखा है एक्स एक्सस पर स्पम लिए हैं इन स्पेसस के और वा एक्सस पर अ नॉर्मल रिएक्शन परसेंटेज तो रिएक्शन परसेंटेज एक्रोसोम रिएक्शन तो तभी पॉसिबल होगी ना जब स्पम एक से इंटरेक्ट करेंगे है ना तो आप देखेंगे स्पीशीज ए के स्पर्म है स्पीशीज ए के यहां पर स्पर्म है तो यहां पर एक्रोसोम रिएक्शन का परसेंटेज हाई है लेकिन स्पेसस बी और स के स्पर्म डाले तो एक्रोसोम रिएक्शन 0 पर है मतलब कोई भी एक्रोसोम रिएक्शन नहीं हुई यहां पर स्पीशीज बी के स्पर्म लिए हैं तो एक्रोसोम रिएक्शन हाई है क्योंकि यहां पर स्पीशीज बी के आग है लेकिन स्पीशीज ए और सी के में एक्रोसोम रिएक्शन नहीं हुई सेम यही प्रोसेस य पर सी के स्पर्म और एग होगा तोम रिएक्शन परसेंटेज हाई है लेकिन ए और बी के स्पर्म यही पर डाले गए तो कोई भी एक्रोसोम रिएक्शन नहीं ई तो यह भी क्या शो करते स्पेसिफिसिटी का फिनोमिना यहां पर भी लागू होता है गुड इवनिंग बायो बाय शिवम सर हा गुड इवनिंग चलिए ठीक है तो ये स् स्पेसिफिसिटी को समझाने के लिए हिस्टोग्राम अब देखिए वेरी वेरी पोर्टेंट अगर रिएक्शन से क्वेश्चन बनेगा तो इन इन स्टेटमेंट्स को कंसीडर किया जाएगा इन स्ट्रंग इलो सेंटोस परपोस द एक्रोसोम रिएक्शन इज इनिशिएटिव पर एक स्पीशीज ले ली पर्टिकुलर स्पीशीज ले ली वैसे तो सल्फेट कंटेनिंग पॉली सकरा इड्स होंगे लेकिन इस पर्टिकुलर स्पीशीज में क्या मिल रहा है एक्रोसोम रिएक्शन इज इनिशिएटिव ऑफ फूकोस सल्फेट यहां पर जो सल्फेट कंटेनिंग पॉली सैगरा इड्स हैं उनमें शुगर क्या है फूकोस व्हेन सल्फेट पॉली सकरा इड बाइंड्स टू इट्स रिसेप्टर्स ऑन द स्पर्म द रिसेप्टर एक्टिवेट थ्री स्पर्म मेंब्रेन प्रोटींस दैट इज अ कैल्शियम ट्रांसपोर्ट चैनल दैट अलाउ कैल्शियम एन इनफ्लक्स अ सोडियम हाइड्रोजन एक्सचेंजर दैट पम सोडियम आयस इनटू द स्पम और सोडियम आयन इन फ्लक्स एंड पोश हाइड्रोजन आयन इ फ्लक्स अब फास्फो लाइपेज एंजाइम वेरी वेरी इंपोर्टेंट अब पीएलसी पीएलसी क्या करता है पीएलसी का काम क्या है क्या क्लीव करता हैट मेनटल ट्राई फॉस्फेट आ का प्रोडक्शन करता बी सेक्शन से य बी सेक्शन में य से कई बार क्वेश्चन आया है फर्टिलाइजेशन के टाइम पर किस आटल मटी का प्रोडक्शन होता है तो आई ो ट्राई फॉस्फेट च एबल ट एबल टू रिलीज कैल्शियम आयन फ्रॉम द इनसाइड द स्पर्म मतलब ये क्या करते विद इन द सेल कैल्शियम आयन कंसंट्रेशन को बढ़ाते हैं एंडोप्लास्मिक रेटिकुलम से कैल्शियम आन को एग के साइटोप्लाज्म में लेकर आते हैं सॉरी स्पर्म के साइटोप्लाज्म में लेकर आते हैं यस तो आईपी पीएलसी क्या करेंगे पीईपी टू का क्लेवेज करेंगे और आई पी3 और डैक का प्रोडक्शन करेंगे बिल्कुल वही पात में चलेगा जो हम लोग पहले पढ़ चुके हैं सिगनलिंग में तो आप तीनों ही कंडीशन में देखेंगे अब ये सारी स्पर्म प्रोटीन ये सारी स्पर्म प्रोटीन है स्पर्म की सेल मेंब्रेन में एक्टिवेट हो रही है तो आप देखेंगे स्पर्म के साइटोप्लाज्म में कैल्शियम आयन आ रहे हैं कैल्शियम इफ्लक्स हो रहा है पीएलसी के एक्टिवेशन से एंडोप्लास्मिक रेटिकुलम से भी कैल्शियम आयस आ रहे हैं और प्लस सोडियम आयस भी अंदर आ रहे हैं मतलब कटाय कंसंट्रेशन क्या हो रही है स्पर्म साइटोप्लाज्म में बढ़ती जा रही है उसकी वजह से होगा क्या द एलिवेटेड कैल्शियम आयन लेवल इन अ रिलेटिवली बेसिक साइटोप्लाज्म ट्रिगर्स द फ्यूज न ऑफ एक्रोसोमल मेंब्रेन विद स्पर्म सेल मेंब्रेन रिलीजिंग एंजाइम दैट कैन लाइज अ पाथ थ्रू द एग जली टू द वाइलाइन एनवेलप मतलब ये करते क्या है ये करते ये है कि ये हो गई वेसिकल एक्रोसोम वेसिकल जिसम एक्रोसोमल मतलब प्रोटिक कंटेंट भरा हुआ है और ये हो गई स्पर्म सेल मेंब्रेन अब जब यहां पर साइटोप्लाज्म में कैल्शियम एंड कंसंट्रेशन बढ़ती है तो ये दोनों मेंब्रेन आपस में क्या करने लगती है फ्यूज करने लगती है और फ्यूज करने के बाद पतली होकर रपच हो जाती है और जितना भी एक्रोसोमल कंटेंट है वो रिलीज हो जाता है इसी को बोलते हैं एक्सोसाइटोसिस क्लियर हुआ तो ये फर्स्ट पार्ट हो गया एक्रोसोम का यहां तक सेकंड पार्ट हमने क्या पढ़ा था एक्सटेंशन ऑफ एक्रोसोमल प्रोसेस या फॉर्मेशन ऑफ एक्रोसोमल प्रोसेस द सेकंड पार्ट ऑफ एक्रोसोम रिएक्शन इवॉल्व एक्सटेंशन ऑफ एक्रोसोमल प्रोसेस बाय द पॉलीमराइजेशन ऑफ ग्लोबुलर एक्टिन मॉलिक्यूल इनटू द एक्टिन फिलामेंट तो जो स्पर्म होते हैं उन स्पर्म में एक्रोसोमल वेसिकल के नीचे क्या प्रेजेंट होते हैं ग्लोबुलर एक्टिन प्रेजेंट होते हैं जी एक्टिन और हमने पढ़ा है जी एक्टिन इन प्रेजेंस ऑफ कटाय भी क्या होने लगते हैं पॉलीमराइज होना शुरू कर देते हैं जी एक्टिन एफ एक्टिन में कन्वर्ट होते हैं ले अगर आप इन इन विट्रो जी एक्टिन मॉलिक्यूल के साथ कटाय को डाल दीजिए तो वो पॉलीमराइज होने लगेगी तो यहां पर कटाय कंसंट्रेशन बढ़ती है और यहां पर रो जीटीपीएस भी एक्टिवेट हो जाते हैं जो जी एक्टिन जो नीचे होते हैं जस्ट एक्रोसोम के नीचे प्रेजेंट होते हैं जी एक्टिन अ स्पर्म का स्ट्रक्चर पता है ना स्पर्म के हेड में एक्रोसोम और न्यूक्लियस मिलता है न्यूक्लियस और इन न्यूक्लियस और एक्रोसोम के बीच में जी एक्टिन मॉलिक्यूल होते हैं तो कटाय की प्रेजेंस में रोज टीपीस के एक्टिवेट होने की वजह से ये जी एक्टिव पॉलीमराइज होने लगते है अब जब ये जी एक्टन पॉलीमराइज होते हैं तो यहां तो ये पूरा कंटेंट रिलीज हो गया लेकिन ये इनर एक्रोसोमल जो मेंब्रेन होती है एक्रोसोम की वो बाहर की तरफ एक्सटेंड होने लगती है इस तरीके से फिर से समझो जब ये जी एक्टन यहां पर पॉलीमराइज होंगे तो इन्हीं के ऊपर एक्रोसोमल इनर एक्रोसोमल मेंब्रेन है जब ये पॉलीमराइज होंगे तोय क्या होने लगेगी एक्सटेंड होने लगेगी इस तरीके से और यह जो एक्सटेंशन होता है यही एक्रोसोमल प्रोसेस का फॉर्मेशन करता है इसका प्रोसेस इस प्रोसेस का फॉर्मेशन होना इसलिए जरूरी होता है क्योंकि एक्रोसोमल प्रोसेस पर स्पेसिफिक बाइंडिंग मॉलिक्यूल होते हैं जिनको बाइंडिंग बोलते और जब तक ये एक्सपोज नहीं होंगे बाहर की तरफ तब तक ये ए के में प्रेजेंट अपने चैप्टर से बाइंडर पाए इनका एक्रोसोमल एक्सें एक्रोसोमल प्रोसेस का फॉर्मेशन बहुत इंपोर्टेंट होता है क्लियर अब इसके आगे से कल पढ़ेंगे कल यही से कंटिन्यू करेंगे फ भी कल हम लोग खत्म थैंक यू सो मच थैंक यू सो मच एवरीवन कल मिलते हैं