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Chinmman: A Story of Love and Struggle

Hello everyone and welcome back to my channel Learners Hub तो आज जो हम लोग novel discuss करने जा रहे हैं उसका नाम है Chimman जो कि एक Indian novelist T.S. Pillai या Thakazi Shiva Shankara Pillai जो कि एक Malayalam writer थे तो उनके द्वारा लिखा गया है ये तो देखिए novel जो है ना Chimman तो इसे actually year 1956 में इसे सबसे पहली बार Malayalam language में लिखा गया था और फिर बाद में यानि year 1962 में इसे English language में publish किया गया था और इसके साथ ही इस novel को K.N.D. Sahitya Academy Award जो की India की second highest literary prize में से एक है तो उससे भी इस novel को year 1957 में नवाजा गया था तो देखिए इस novel जो है ना ये actually करूथम्मा नाम की एक Hindu लड़की और पड़ी कुट्टी नाम के एक Muslim लड़के के relationship या love story से deal करता है और इसके साथ ही इस novel को जो theme है ना वो actually एक myth यानि एक traditional story या एक false belief के उपर based है जो कि South India के Kerala state के coastal region में जो मच्वारे या fishermen जो रहते हैं ना तो उनके community के बीच में ये myth काफी जादा popular है और वो myth actually एक woman के chastity या purity के उपर based है यानि अगर कोई शादी शुदा औरत अपने husband के गैर माजूदगी में यानि जब उसका husband समुदब्रे fishing के लिए गया हो और उस समय अगर उसकी वाइफ उसके प्रती लॉयल या इमानदार नहीं रहती है और वो किसी और आदमी के साथ नजाय सम्मन बनाती है तो उसका हस्बन फिर वापस कभी घर लोटकर नहीं आएगा और उसके हस्बन को सी गॉडिस या समुद्र की देवी जिने कदल अम्मा भी कह तो इस novel को शुरू करने से पहले मैं आप लोगों को इस novel के कुछ major character से introduce करवा देना चाता हूँ ताकि आगे चलकर आप लोगों कोई confusion न हो और ये novel आप लोगों को अच्छे से समझ में आ जाए तो इसके सबसे पहले character का नाम है चिम्बन कुञ्जू जो की एक हिंदू fisherman या एक मच्वारे होते हैं और वो इस novel के protagonist या main character जिसका नाम करू थम्मा होता है तो वो उसके पिता भी होते हैं और इसके साथ ही ये चिम्बन कुञ्जू जो है ना ये एक काफी लालची किस्म के इंसान होते हैं जो की हमेशा ये सोचते रहते हैं कि कैसे वो नए और बोर्ट्स और फिशिंग नेट्स को ख़रीद कर वो और ज़ादा पैसे बना सके और ये एक बहुत ही खुदगर्ज किस्म के इंसान होते हैं अब इसके बाद अगली जो कैरेक्टर है उनका नाम है चक्की जो की चेमबन कुण्जू की वाइफ और करू थम्मा की मा होती है तो ये चक्की जो है ना ये एक काफी स्ट्रॉंग वुमन होती है जो की हमेशा अपने परिवार के सभी तरह के प्रॉबलम्स को वो काफी अच्छी तरीके से हैंडल करती है और इन ही की वज़े से चेम्मन कुण्जू बाद में आगे चल कर काफी सक्सेस्फुल बन पाते हैं और चक्की हमेशा अपने बेटी के प्रती वो काफी प्रोटेक्टिव रहती हैं वो उसे समझालने की या उसकी मदद करने की कोशिश करती हैं अब इसके बाद अगला जो करेक्टर है वो है करुथम्मा का करेक्टर जो की स्टोरी की प्रोटागरनिस्ट या मेन करेक्टर होती है तो देखिए करुथम्मा जो थी ना ये असल में चिम्बन कुण्जू और चक्की की बेटी होती है और ये परिकुट्टी नाम के एक मुसलिम फिश रेडर से प्यार करती है बट अपने कस्टम और अपने ट्रेडिशन्स की वज़ा से करुथम्मा और परिकुट्टी एक दूसरे से शादी नहीं कर पाते हैं और करुथम्मा के पिता यानि चिम्बन कुण्जू जो है ना वो उसकी शादी पलानी नाम के एक औरफैन यानि एक अनात मचवारे से करा देते हैं अब इसके बाद अगला जो क्रेक्टर है उसका नाम है परिकुट्टी जो की एक मुश्लिम फिश ट्रेडर या एक फिश होल सेलर होता है तो अब देखी ये परिकुटी जो है ना ये असल में चेमबन कुण्जू की बेटी करूथमा को काफी पसंद करता है और ये उससे शादी भी करना चाता है तो इसी वज़ा से ये चेमबन कुण्जू को खुश करने के लिए बट लास्ट में चेमबन कुण्जू उसे धोखा देकर वो उसे बैंक्रप्ट या उसे कंगाल कर देता है और इसके साथ ही उसकी करूथम्मा से शादी भी नहीं हो पाती है और अब इस नौवल का जो final important character है उसका नाम है पलानी तो पलानी actually एक orphan, fisherman या एक मच्वारा होता है जो कि करूथम्मा के past के बारे में जानते हुए भी कि वो पहले परीकुटी से प्यार करती थी बट फिर भी वो करूथम्मा से शादी करने के लिए ready हो जाता है और last में उसे ही फिर बिना किसी गलती के उसे सफर करना पड़ता है तो देखिए कुछ और भी minor characters हैं इस novel में जिसे हम लोग इस novel के दौरान discuss करेंगे तो चली अब ये तो हो गया इस novel से related काफी detail information तो अब बिना time waste की आज को जो हमारा novel है चिम्मेन इसे हम लोग शुरू करते हैं तो इस स्टोरी की शिरुवात चेमबन कुञ्जू नाम के एक हिंदू फिशर्मेन या एक मच्वारे से होती है जो की एक काफी कंजूस, लालची और एमबीशिस किस्म का इंसान होता है और जिसका बस अपने जिन्दगी में यही एक मकसद होता है कि वो और नए फिशिंग नेट्स और बोट खरीद कर वो और ज़दा मचलिया पकर सके और इससे वो और ज़दा पैसे कमा सकेगा तो अब यह चेमबन कुञ्जू जो था ना उसकी एक काफी खुबसूरत और प्यारी बेटी होती है जिसका नाम करूथम्मा होता है और ये करूथम्मा जो थी ये परिकुट्टी नाम के एक मुसलिम फिश ट्रेडर यानि जो लोग फिशर्मेन या मच्वारी लोगों से बहुत सारी मचलियां कम दामों में खरीद कर उसे होलसिल दामों में बेचा करते हैं तो उस फिश ट्रेडर परिकुट्टी को करूथम्मा पसंद करती है और परिकुट्टी भी उसे प्यार करता है और वो भी उसे शादी करना चाहता है तो अब करूथम्मा के पिता यानि चेमबन कुण्जू फिर क्या करते हैं aim को पूरा करने के लिए वो परिकुटी के पास उससे मदद लेने के लिए जाते हैं ताकि वो उससे कुछ पैसे loan लेकर या उधार लेकर वो एक नई boat या fishing net ले सके तो अब चेमबन कुण्जू जब परिकुटी के पास उससे मदद लेने वो बिल्कुल ready होता है बट वो उनके सामने एक शर्त रखता है उन्हें सबसे पहले वो सारी मचलिया परीकुटी को बेचनी होगी तो चेमबन कुण्जू इनिशली तो परीकुटी के इस बात पर राजी हो जाते हैं बट फिर बाद में जब चेमबन कुण्जू धिरे करके वो थोड़े पैसे वाले हो जाते हैं थोड़े अमीर हो जाते हैं तब उस समय वो क्या करते हैं और वो फिर उससे एक भी मचली बेचना नहीं चाते थे क्योंकि धिरे करके उनकी अंदर का लालज और दादा बढ़ता चला जाता है और वो अपनी सारी मचलिया वो खुद ही बेच कर वो और जदा पैसा कमाने चाते थे ताकि वो एक और नई बोट या नाउ खरीद सके तो अब जैसे समय बीता जाता है वैसे करके करूर्थमा और परी कुटी एक दूसरे से काफी जदा मिलने लगते हैं जिसकी वज़े से जब वहाँ के आसपास के लोग उन दोनों के एक साथ देखते हैं वो लोग करूर्थमा की मा जिनका नाम चक्की होता है तो वो लोग उन्हें आकर ये बताते हैं कि देखिये करुथम्मा की मा अब करुथम्मा तो कोई बच्ची है नहीं वो अब जवान हो गई है और इस तरह से किसी गैर आदमी से रोज मिलना वो भी किसी दूसरे धर्म के आदमी से कोई अच्छी बात है क्या तो अब इसकी भलाई इसी में है कि आप उसकी शादी उस समय वो करुथम्मा को प्रोटेक्ट करने की कोशिश करने लगती है बट फिर घर लोटने पर चक्की फिर अपनी बेटी करुथम्मा को ये समझाती है कि देखो बेटी तुम तो ये बात जानती हो कि हम लोग यहाँ पर किस तरह से अपनी लाइफ को लीड करते हैं आपसे तुम परी कुटी से मिलने के लिए नहीं जाओगी और नहीं तुम उससे कोई रिष्टा रखोगी। तो अपनी मा की बातों को समझते हुए और उनकी एडवाइस की रिस्पेक करते हुए करुथमा फिर अपने प्यार की कुर्बानी दे देती है या उससे सैक्रिफाइस कर देती है। और जिसे वो अपने एक fishing expedition के दौरान या एक अभियान के दौरान वो उसे discover करते हैं तो अब इस पलानी के साथ अपनी बेटी की शादी करने में भी चेम्मन कुण्जू का इसमें दो फायदा छिपा हुआ था जिसमें से उनका पहला फायदा तो ये था कि अगर वो पलानी की शादी करुथम्मा से करा देते हैं और उनका दूसरा फायदा ये था कि पलानी के अनात होने की वज़े से वो अपनी सारी कमाई वो करुथमा के उपर ही खर्च करेगा और जरूरत परने पर वो उनकी भी फैनेंचली हेल्प करेगा तो अब जिस दिन करुथम्मा और पलानी की शादी हो रही थी तो उसी दिन वहाँ पर जो शादी में मौझूद लोग थे ना तो उन में से ही कुछ लोग करुथम्मा के पास्ट लाइफ के बारे में वो लोग कुछ उल्टी सीधी बाते करने लगते हैं और इसके साथ ही वो लोग उसे सरकैस्टिकली टॉन भी करते हैं तो जिसकी वज़े से करुथम्मा की मा यानि चकी की तबियत ये सब सुनकर काफी बिगर जाती है तो अब चिम्मन कुण्जु जो है ना उन्होंने ये प्लानिंग कर रखी थी कि वो पलानी को वो अपने घर में ही रखेंगे और वो उसकी कमाई का फैदा उठाएंगे बड़ बाद में जब उनकी शादी कम्पलीट हो जाती है और पलानी जब करुथम्मा को अपने साथ लेकर वो अपने गाउं जाने लगता है तो चेमबन कुण्जू फिर क्या करते हैं वो करुथम्मा को ये कहे कर रुकने लगते हैं कि करुथम्मा तुम्हारी मा की तिबित अभी काफी खराब है तो तुम अभी रुक जाओ बट चेमबन कुण्जू के इतने इंसिस्ट करने पर भी करुथम्मा नहीं रुकती है और वो अपने हस्बेंड पलानी के साथ वो उसके गाउं चली जाती है तो इसी बात से गुस्सा होकर उसके पिता चेमन कुण्जू फिर क्या करते हैं वो करुथम्मा के साथ अपना साला रिष्टा तोड़ देते हैं क्योंकि उन्होंने जितना भी जो कैलकुलेशन या प्लाइनिंग की थी वो सब बेकार हो जाता है तो अब जैसे करके चेमन कुण्जू और नए बोर्ट्स और फिशिंग नेट खाईते जाते हैं वैसे करके वो और ज़्यादा लालशी और हार्टलेस किस्म के इंसान बनते चले जाते हैं और वो अपने लालज और dishonesty की वज़े से वो परिखुटी को भी bankrupt कर देते हैं और उसे ���ंगाल बना देते हैं और फिर एक दिन जब अचानक से उनकी wife चक्की की death हो जाती है तब चेम्मन कुण्जू फिर क्या करते हैं वो बिना कुछ समय इंतजार किये ही वो एक दूसरी विद्वा औरत तो वो उसे शादी भी कर लेते हैं तो अब आप लोग इस बात को ही सोच कर ये समझ सकते हैं कि किस तरह का जो कि अपने wife के तुरंद देथ के बाद ही वो एक दूसरी औरच से शादी कर लेता है और उसे जरा साबे दुख या गम नहीं होता है और ये पापी कुञ्जू जो थी ना ये असल में एक विद्वा औरथ होती है जिसके हस्बेंड की देथ हो चुकी होती है और इसके साथ ही इसका एक बेटा भी होता है जो की काफी पैसो की बरबादी करता है क्योंकि इसके हस्बेंड जब जिन्दा थे ना तब उन्होंने इसकी काफी मदद की थी और चेमबन कुण्जू ने उनसे एक नाव भी खरीदा था तो उसी उपकार को चुकाने के लिए और उस औरत को सपोर्ट करने के लिए चेमबन कुण्जू ने उनसे शादी ही कर ली तो अब देखिये चेमबन कुण्जू जो थे ना उनकी असल में दो बेटिया थी पापी कुञ्जू और उनका बेटा चेमबन कुञ्जू को धिरे करके वो उन्हें बैंकरप्ट कर देते हैं या उन्हें कंगाल बना देते हैं जिसकी वज़र से चेमबन कुञ्जू को एक काफी गहरा सग्मा पहुसता है और इसके साथ ही पापी कुञ्जू यानि उनकी ये नई वाइफ होती है ना वो पंचमी को वो काफी परिशान करती है और वो उसे टॉर्चर भी करती है तो फाइनली इन सब से तंग आकर चेमबन कुञ्जू की दूसरी बेटी पंचमी भी अपने घर को छोड़ देती है और वो करुथम्मा यानि अपनी बड़ी बहन के पास चली जाती है और अब वहीं दूसरी तरफ करुथम्मा जो थी वो अपने हस्बेंड पलानी के साथ वो एक काफी हापी लाइफ को लीड कर रही होती है और वो एक लॉयल वाइफ की तरह वो हमेशा अपने हस्बेंड को सपोर्ट करती है बड़ फिर बाद में क्या होता है उस गाउं में भी करुथम्मा के पास्ट लाइफ के अफेर्स के बारे में बाते धिरे करके फैलना शुरू हो जाती है तो जिसकी वज़े से पलानी जिन लोगों के साथ वो मशली पकरने के लिए जाय करता था ना तो वो लोग उसे अपने साथ समुदर में ले जाने से मना कर देते हैं ये कहकर कि देखो भाई हमें तो ये लगता है कि तुम्हारी वाइफ तुम्हारे प्रती इमानदार नहीं है इसलिए हम तुम्हें वो कुछ मचलिया पकड़ सके और अपने फैमिली को चला सके बट फिर आगे क्या होता है करुथम्मा जब आगे चलकर वो पलानी की बच्चे की मा बनती है और वो एक सुन्दर से बच्चे को जन देती है तो उस समय पूरे गाओं में एक गलत अफ़ा फैल जाती है कि करुथम्मा की बच्चे की शकल काफी हद तक परी कुट्टी से जो कि उसका पहले लवर था तो उस बच्चे की शकल उससे काफी हद तक मिलती है तो पलानी जब ये सब कुछ सुनता है तो वो कुछ से में वो दोरा घर लोटता है और पलानी जब अपने घर पहुसता है तो वो ये सुनकर काफी शौक हो जाता है उसकी वाइफ करुथमा अपनी बेहन के साथ वो परिकुट्टी के बारे में एंक्वाइरी कर रही है और उसके बारे में बातचीत तो गुसे में आकर पलानी फिर क्या करता है वो बाहर खराब मौसम होने के बावजूद भी वो समुदर में एक शार्क मचली पकड़ने के लिए वो चला जाता है और करुथम्मा को भी ये सब देखकर काफी बुरा लगता है कि उसके अपने हस्बेंड के प्रती इतने इमानदार होने के बावजूद भी उसका हस्बेंड उसपर शक करता है और वो उसे सजा देता है तो इसलिए करुथम्मा भी उसी रात वो घर से निकल जाती है और उसी रात बाई चांस समुदर के किनारे करुथम्मा को वहाँ पर परिकुट्टी दिख जाता है जिसके बाद फिर उन दोनों के पुराने इमोशन्स एक दूसरे के लिए फिर से जाग जाते हैं और वहीं पर करुथम्मा और परिकुट्टी एक दूसरे के साथ सम्मन्द बना लेते हैं जिसके बाद फिर वो मिथ जो है वो सच हो जाता है और पलानी के शार्क मशली पकड़ने के दौरान ही उसे समुदर में उठा एक बवंडर उसे अपने अंदर खीश ले जाता है और उसकी देथ हो जाती है और फिर अगले दिन जब सुबा होती है सब समुदर के एक तरफ वो शार्क मशली पकड़ने के दौरान ही उसे समुदर में उठा एक बवंडर उसे अपने अंदर खीश ले जाता है जिसे पलानी पकड़ रहा होता है उसकी dead body मिलती है और समुद्र के एक दूसरे किनारे पर पड़ी कुट्टी और करुथम्मा के एक साथ dead body पड़ी मिलती है और इस story के end में करुथम्मा की बेहन पंचमी उसके बच्चे को अपने गोध में लिये वो अपनी बेहन की तलाश कर रही होती है तो इस तरह से ये novel खत्म होता है वीडियो पसंद आया तो please आप comment करके जरूर बताएं like करें, share करें अपने दोस्तों के साथ and thank you for watching