सो हेलो एवरीवन कैसे हैं आप सब लोग ग्रेट माय नाम इसे विपिन कुमार शर्मा एंड आई एम अवर बायोलॉजी मैन तोर आप लोग मुझे देख रहे हैं कंपटीशन वाला नाम के इस अमेजिंग चैनल के ऊपर एंड आज हम लोग लेकर आए हैं एक बहुत ही ज्यादा इंटरेस्टिंग माइंड मैप मेरे हाथों से ड्रॉ किया हुआ माइंड मैप ऑफ डी चैप्टर फोटोसिंथेसिस इन हायर प्लांट्स नौ फर्स्टली इन bikams रियली इंपॉर्टेंट तू अंडरस्टैंड सैम बेसिक कॉन्सेप्ट्स रिलेटेड तू फोटोसिंथेसिस आगे तो हम लोग काफी सारे डिस्कशन करते ही रहेंगे बट इस चैप्टर की एक आउटलाइन लेना बहुत जरूरी है किस चैप्टर में हमें पढ़ना क्या होता है तो लेट्स टेक अन कंक्रीट आउटलाइन और उसके बाद हम एनसीईआरटी के ऊपर भरेंगे एक-एक पॉइंट को बहुत अच्छे तरीके से समझेंगे इन डी मोस्ट कॉन्शियस मैनर पॉसिबल एंड दें आपका इस चैप्टर हो जाएगा कंप्लीट और सिर्फ 4 पन्नों के अंदर अगर आप अपने नोट्स बनाते तो सिर्फ दो पन्नों के अंदर आप इस चैप्टर को रिवाइज कर पाएंगे इस बात की मैं आपको गारंटी देता हूं आते डी बिगनिंग ऑफ दिस वीडियो ओनली सबसे पहले बात करते हैं अबाउट डी डेफिनेशन ऑफ फोटोसिंथेसिस क्योंकि बायोलॉजी में किसी भी नाम के पीछे का कारण जानना बहुत जरूरी है तो व्हाट इस फोटोसिंथेसिस लेट्स ट्राई तू आईडेंटिफाई और यहीं से हम अपने चैप्टर के डॉट को कनेक्ट करना स्टार्ट कर देंगे अलराइट सबसे पहला वर्ड जो है फोटोसिंथेसिस में ये क्या है भैया फोटो और फोटो का मतलब क्या होता है रिलेटेड तू सैन है ना क्योंकि वहां से जो आपकी रेडिएशन आती है वो आपके प्रोटेंस के फॉर्मेट के अंदर हमारे पास आती है तो फोटो का मतलब होता है सनलाइट एंड सिंथेसिस का मतलब क्या होता है सिंथेसिस का मतलब होता है तू मेक यानी बनाना सिंथेसिस करना क्या बना रहे हो आप यहां पर फूड बना रहे हो क्योंकि प्लांट्स के अंदर फोटोसिंथेसिस होती है प्लांट के भी ग्रीन प्लांट पार्ट्स के अंदर फोटोसिंथेसिस होती है अगर एक बहुत ही ज्यादा एडल्ट प्लांट है और उसकी ब्राउन कलर की बार आपको देखने को मिल रही है तो वहां पर फोटोसिंथेसिस नहीं होगा हरी-भरी पतियों के अंदर फोटो सिंथेसिस होगा लेकिन अगर एक यंग प्लांट है जिसकी stambi हरि है लीव्स भी हरि है ब्रांचेस भी हरि है तो उसका हर हरा पार्ट क्लोरोफिल कंटेन कर रहा होगा तो वहां पर वो फोटोसिंथेसिस शो कर सकता है तो यहां पर फूड का मतलब क्या है अब हम फूड तो बनाएंगे फोटोसिंथेसिस में लेकिन व्हाट इसे दिस फूड दिस फूड इस बेसिकली डी ऑर्गेनिक कंपाउंड्स दिस स्पोर्ट इस बेसिकली ऑर्गेनिक कंपाउंड इन नेचर नौ अगर आप जनरल डेफिनेशन लिखे फोटोसिंथेसिस की तो क्या हो जाएगा आप लाइट एनर्जी को ऑर्गेनिक कंपाउंड्स में यानी केमिकल एनर्जी में कन्वर्ट कर रहे हैं यानी आपने लाइट की एनर्जी को अब्जॉर्ब किया और उसको अब्जॉर्ब करके आपने केमिकल एनर्जी बना ली अगर आप एक जेनेरिक रिएक्शन लिखते हैं यहां फोटोसिंथेसिस की तो वो रिएक्शन क्या हो जाएगी आप CO2 लेते हो विच इस इनॉर्गेनिक इन नेचर आप वाटर लेते हो विच इस इनॉर्गेनिक इन नेचर एंड आप इससे बनाते हो कार्बोहाइड्रेट फॉर एग्जांपल ग्लूकोज तो c6h12o6 में लिख लेता हूं और साथ में निकल जाता है यहां पर ऑक्सीजन और इस पूरे के पूरे प्रक्रिया को ड्राइव करने के लिए आपको क्या चाहिए मेरे दोस्त सनलाइट चाहिए इसीलिए इस प्रक्रिया का नाम फोटोसिंथेसिस है सनलाइट का मतलब है फोटो एंड आपको चाहिए पिगमेंट यानी की क्लोरोफिल एंड सैम आदर पिगमेंट अलसो तो यहां पर आपने इन ऑर्गेनिक CO2 इनॉर्गेनिक वाटर को मिलाकर ऑर्गेनिक फूड तैयार किया है यानी फोटोसिंथेसिस की एक डेफिनेशन क्या हो सकती है तो सिंथेसिस डी ऑर्गेनिक फूड बाय यूटिलाइजिंग इन ऑर्गेनिक रिसोर्सेस दूसरे डेफिनेशन क्या हो सकती है डी कन्वर्जन ऑफ लाइट एनर्जी इन केमिकल एनर्जी इस कॉल्ड अस फोटोसिंथेसिस डेफिनेशन तो क्लियर है प्लस यहां पर आपकी जो इक्वेशन है जो भी क्लियर है इसको हम थोड़ा सा बैलेंस कर लेते हैं बस दोस्त इसको हम थोड़ा सा बैलेंस कर लेते हैं ये जो CO2 है इनका नंबर आपको करना है छह क्योंकि यहां पर क्या हो रहा है छह कार्बन डाइऑक्साइड जब मिलेंगे तब जाके छह कार्बन का ग्लूकोज आपको देखने को मिलेगा प्लस यहां पर आप लिख सकते हैं 12 S2 जो की यहां पर यूटिलाइज होंगे दें यहां पर सनलाइट लगेगा साथ में लगेगा आपका पिगमेंट एंड दें बन जाएगा दोस्त आपका ग्लूकोज डेट इस c6h12o6 प्लस आपका अगर यहां पर 12 आप वाटर लिख रहे हो तो छह वाटर आपका यहां पर निकल जाएंगे प्लस आपका निकलेगा ऑक्सीजन अगर आप यहां पर 6 वाटर लिखते हो तो यहां पर जीरो वाटर लिखोगे तो भी ये इक्वेशन बैलेंस हो जाएगी दोनों की दोनों इक्वेशंस अपने आप में सही है तो यहां पर फोटोसिंथेसिस के दो इंपॉर्टेंट कम क्या है वही इस फोटोसिंथेसिस इंपॉर्टेंट एक तो ये फूड बनाता है दिस इसे डी फर्स्ट वर्क सेकंड ऑक्सीजन भी इससे इवॉल्व होता है तो हम जिस ऑक्सीजन को लेते हैं सांस के थ्रू वो ऑक्सीजन हमें प्लांट से मिलता है इसीलिए कहा जाता है की प्लांट्स होगा ये पेड़ उगाए क्यों क्योंकि एक तो ये CO2 को कंज्यूम कर रहा है कार्बन डाइऑक्साइड हमारे लिए बहुत हार्मफुल है जिनसे कार्बन रिलीज होता है प्लांट क्या करता है उसे कार्बन को अब्जॉर्ब करता है और अपने स्ट्रक्चर में इंटीग्रेट कर लेता है ग्लूकोज बना है अब ग्लूकोज आगे चल के क्या कर सकता है दोस्तों ग्लूकोज आगे चल के क्या कर सकता है ये स्टोर हो सकता है इन डी फॉर्म ऑफ स्टार्च है ना ये हम लोग खा सकते हैं यानी की ये जा सकता है किसी एनिमल के अंदर आगे फूड और यह बना सकता है प्लांट का स्ट्रक्चर जैसे की सैलूलोज ठीक है तो या तो यह प्लांट के अंदर स्टोर होगा तो भी CO2 आपका कहीं उसे हो रहा है या तो हम इस पार्टिकुलर यू नो ग्लूकोज को खाएंगे और उसके बाद हम क्या करेंगे इसे डाइजेस्ट करेंगे और कार्बन डाइऑक्साइड वापस भेज देंगे प्लांट के पास तो वो दोबारा से इसे अब्जॉर्ब करके फोटोसिंथेसिस स्टार्ट कर लेगा या फिर ये प्लांट के स्ट्रक्चर का पार्ट बन जाएगा ठीक है इन ऑल डी केसेस CO2 आपका कम हो रहा है वातावरण से एंड ऑक्सीजन मिल रहा है क्योंकि जैसे-जैसे फोटोसिंथेसिस होगी ऑक्सीजन की मात्रा आपकी बढ़ेगी वातावरण में तो हम लोग भी सांस ले पाएंगे वातावरण भी आपका शुद्ध होगा राइट और दुनिया के सारे जो हेटेरोट्रॉफ्स हैं अब प्लांट जो की खुद का खाना बना सकते हैं तो ऑटोट्रॉफिक है नेचर में दुनिया के जितने भी हेटेरोट्रॉफिक ऑर्गेनाइज हैं जैसे एनिमल्स वो आपका प्लांट के ऊपर ही डिपेंड करते हैं खाने के लिए अब वो डायरेक्टली डिपेंड कर सकते हैं इनडायरेक्टली डिपेंड कर सकते हैं जैसे मैं हूं अगर मैं धनिया खा रहा हूं मैं आलू खा रहा हूं मैं भिंडी खा रहा हूं तो मैं डायरेक्टली प्लांट को कंज्यूम कर रहा हूं बिकॉज आई एम एंड हर भी वो एनिमल तो आय एम डिपेंडिंग अपॉन डी प्लांट न्यूट्रिएंट्स डायरेक्टली लेकिन कोई शेर है जो बगल में बैठा है वो मुझे का रहा है खा ले बेटा भिंडी तेरे को तो मैं ही खाऊंगा यानी भिंडी का न्यू ट्रेंड घूम कर शेर के पास ही जाएगा तो शेर मुझे खा रहा है लेकिन न्यूट्रिएंट तो उसे प्लांट वाले ही मिल रहे हैं क्योंकि मेरे अंदर खूब सारी की सारी एनर्जी प्लांट से आई थी तो जैसे मैं प्लांट के ऊपर डायरेक्ट एनर्जी कोई ले रहा है लेकिन इनडायरेक्टली किसी एनिमल के थ्रू लेकिन कवर करती है सिमिलरली सैन जो है दिस इस अल्टीमेट सोर्स ऑफ एनर्जी क्योंकि सैन की जब तक रेडिएशन नहीं आएंगे फोटोसिंथेसिस नहीं हो पाएगी तो प्लांट ही जिंदा नहीं रह पाएगा प्लान जिंदा नहीं रह पाएगा तो कोई भी एनिमल भी जिंदा नहीं रह पाएगा इसीलिए सैन इस डी अल्टीमेट सोर्स ऑफ एनर्जी एंड ऑटो ड्रॉप्स आर डी अल्टीमेट सोर्स ऑफ फूड जो की फूड साइकिल को चला करके रखते हैं अब सबसे पहले इस चैप्टर के अंदर क्या आते हैं दोस्त कुछ अर्ली एक्सपेरिमेंट आते हैं कुछ ऐसे एक्सपेरिमेंट जिनसे हमें पता लगा की फोटोसिंथेसिस में किन-किन चीजों की जरूरत होती है अर्ली एक्सपेरिमेंट को भी हम लोग देखेंगे जैसे की आपका वेरी गेट लीफ एक्सपेरिमेंट है ना वेरी गेट एक्सपेरिमेंट में क्या है ये आपकी एक लीफ है इस लिफ्ट को आपने क्या कर दिया वेरी गेट कर दिया यानी आधी लिप को आपने कवर कर दिया और आदि लिफ्ट को आपने एक्सपोज रखा है अब इस आदिल को आपने कवर कर दिया एक्सपोज रखा है अगर आप यहां पर सनलाइट देते हो तो क्या होगा ये जो आधे लीफ है इस पे तो सनलाइट जा ही नहीं पाएगी क्योंकि इसको आपने कवर कर रखा है सो देयर इसे नो लाइट इफ देयर इस नो लाइट तो बिना फोटो के फोटोसिंथेसिस हो पाएगी क्या तो फोटोसिंथेसिस यहां पर नहीं होगी फोटोसिंथेसिस यहां पर नहीं होगी अगर दोस्त यहां पर फोटोसिंथेसिस नहीं होगी तो क्या यहां पर ग्लूकोज बनेगा आपका नहीं बनेगा अगर यहां पर ग्लूकोज नहीं बना तो क्या ये स्टार्च के फॉर्मेट में स्टोर होगा स्टार्च के फॉर्मेट में स्टोर नहीं होगा तो क्या यहां पर स्टार्च का टेस्ट पॉजिटिव आएगा भाई स्टार्च ही नहीं है तो स्टार्च टेस्ट पॉजिटिव कैसे आएगा तो स्टार्च टेस्ट आपका नेगेटिव आएगा अगर इस पार्ट के ऊपर आप आयोडीन डालते हो तो दीप ब्लू या ब्लैक कलर आपको देखने को नहीं मिलेगा उल्टा केस देखो यहां पर लीफ आपका एक्सपोर्ट है तो क्या लाइट यहां पर अच्छी खासी आएगी बिल्कुल आएगी अगर लाइट यहां पर अच्छी खासी आएगी तो क्या आपका फोटोसिंथेसिस होगा बिल्कुल होगा अगर फोटोसिंथेसिस होगा तो क्या आपका ग्लूकोज बनेगा बिल्कुल बनेगा अगर आपका ग्लूकोज बनेगा तो स्टार्च के फॉर्मेट में स्टोर होगा बिल्कुल स्टोर होगा क्या स्टार टेस्ट पॉजिटिव आएगा आयोडीन डालने पर क्या दीप ब्लू ब्लैक कलर आएगा बिल्कुल आएगा स्टार्ट टेस्ट आपका पॉजिटिव हो जाएगा इस वेरी गेटेड लीव एक्सपेरिमेंट से हमें क्या देखने को मिलता है की अगर लाइट ए रही है तभी फोटोसिंथेसिस हो पाएगा लाइट नहीं ए रही तो फोटोसिंथेसिस नहीं होगा उससे रिलेटेड कोई भी कंपाउंड नहीं बनेगा दिस इसे डी फर्स्ट एक्सपेरिमेंट सेकंड एक्सपेरिमेंट की आधी पट्टी आपकी बाहर थी आधी पट्टी आपकी अंदर थी और यहां पर इसे कर दिया भैया क्लोज यहां पर ऐसे कर दिया भैया क्लोज और इसके अंदर क्या दल दिया टेस्ट ट्यूब के अंदर इस टेस्ट ट्यूब के अंदर दल दिया इसके अंदर जिसमें आपने को लगा रखा है आसपास के पड़े हुए CO2 को अब्जॉर्ब कर लेता है तो ये क्या करेगा CO2 को अब्जॉर्ब कर लेगा तो यहां पर इस पार्टिकुलर इलाके में CO2 आपका नहीं रह पाएगा जबकि बाहर वाले इलाके में CO2 आपका प्रेजेंट है अब अकॉर्डिंग तू डी इक्वेशन ऑफ फोटोसिंथेसिस हम लोगों ने क्या बोला अगर आपका CO2 है है तो आपका ग्लूकोज बनेगा क्योंकि ग्लूकोज बना है कार्बन से अगर कार्बन के लिए CO2 नहीं है हमारे पास तो भैया ग्लूकोज कैसे बनाओगे तो ऊपर वाला जो पार्ट है जहां पर CO2 प्रेजेंट है यहां पर क्या बन जाएगा ग्लूकोज बन जाएगा फोटोसिंथेसिस होगी अगर ग्लूकोज बनेगा ये स्टार्ट के फॉर्मेट में स्टोर भी होगा तो स्टार्च टेस्ट आपका पॉजिटिव भी आएगा जबकि दूसरे केस में यहां पर CO2 है ही नहीं अगर CO2 नहीं है तो क्या यहां पर ग्लूकोज बनेगा नहीं बनेगा चाहे यहां पर स्टार्च बनेगा नहीं बनेगा और स्टार्ट नहीं बनेगा तो स्टार्ट टेस्ट नेगेटिव आएगा यानी यहां पर हमें पता लगा की लाइट इस इंपॉर्टेंट फॉर फोटोसिंथेसिस यहां पर दूसरे केस में हमें क्या पता लगा की CO2 इस इंपॉर्टेंट फॉर फोटोसिंथेसिस यह कुछ अर्ली एक्सपेरिमेंट द इनके अलावा कुछ और भी एक्सपेरिमेंट द जो की अलग-अलग साइंटिस्ट ने करें उन्हें एक्सपेरिमेंट के बारे में और अच्छे से जानते हैं इंटरेस्टिंग इसे डैन बाय जोसेफ प्रीस्टले जोसेफ प्रीस्टले साहब ने एक एक्सपेरिमेंट किया है ना फिर इसलिए सांप का जो एक्सपेरिमेंट था इसे हम क्या कहते हैं बैल जार एक्सपेरिमेंट यानी इन्होंने कुछ ऐसे जार लिए एक्सपेरिमेंट के लिए जो बैल जैसे दिखते द घंटी जैसे दिखते द तो इसे इन्होंने बोला बैल जार एक्सपेरिमेंट है ना अगर आप इंचार्ज की शकल देखोगे कुछ ऐसे दिखाई देंगे घंटी जैसे दिखाई देंगे अगर मैं इसके अंदर जलती हुई मोमबत्ती रख देता हूं तो ये जलती हुई मोमबत्ती बहुत ज्यादा देर तक नहीं जलती ये बुझ जाती है क्यों बुझ जाती है आपको अच्छे तरीके से पता है मोमबत्ती को जलने के लिए क्या चाहिए ऑक्सीजन अब बैल जार को आपने धक दिया है उल्टा तो लिमिटेड ऑक्सीजन है उसके अंदर तो जब तक मोमबत्ती को ऑक्सीजन मिल रही है वह जलती रहेगी जैसे ही बेल्जर के अंदर का ऑक्सीजन खत्म हुआ मोमबत्ती आपकी बुझ जाएगी दूसरा जो बेल्जर है इसमें मैं बनाऊंगा एक डायनासोर जैसा दिखने वाला चूहा क्योंकि मेरी राइटिंग तुम्हें पता है भाई है ड्राइंग भी अपनी ठीक-ठाक है बट कम टाइम में हम लोग ऐसा ही चूहा बना सकते हैं जो बिल्ली जैसा दिख रहा है अभी भगवान की दया से डायनासोर से ऊपर उठ चुका हूं अब मैं थोड़ा बट स्टील इट लुक्स वेरी बाद सी नीड तू एक्सेप्ट इट फ्रॉम हो अब ये चूहा है इसको भी जिंदा रहने के लिए सांस लेनी है ऑक्सीजन चाहिए अब ऑक्सीजन अगर लेगा तो आसपास का ऑक्सीजन खा जाएगा और यहां पर CO2 छोड़ के दिक्कत कर देगा पूरे चैंबर के अंदर CO2 भर जाएगी ये भी थोड़े टाइम के बाद सफेद होने लगेगा अगर इसे टाइम ली नहीं निकाला गया तो इसकी भी डेथ हो जाएगी अब यहां पर पिछले सामने डिस्कवर कारी थी ऑक्सीजन ठीक है अब ऐसा नहीं है की ऑक्सीजन की डिस्कवरी से पहले लोग सांस नहीं ले रहे द अरे क्या ले रहे हो भाई हवा में सांस अभी तक ये लोग बेहतर प्रोडक्ट लेके आऊं इससे सांस लेना भाई इसे कहते हैं ऑक्सीजन ये मैंने डिस्कवर कारी है डिस्कवरी और इन्वेंशन में फर्क होता है इन्वेंशन मतलब कोई चीज आपने खुद बनाई फॉर एग्जांपल रॉकेट आपने खुद बनाए कंप्यूटर बनाए कैमरा बनाया स्टाइलिश बनाया दिस इस इन्वेंशन डिस्कवरी मतलब कोई चीज पहले से पड़ी थी उसको आपने खोज लिया की ये चीज यहां पर है जैसे रॉकी भाई ने केजीएफ की माइन खोजी यहां भाई कोणार्क फील्ड यहां पर है यहां से सोना निकलता है तो ही हैवेंट इंवेंटेड डेट फील्ड दोनों ने बनाई नहीं है बैठ के माइंड तो पहले से थी केजीएफ जगह तो पहले से थी रॉकी भाई गए और वहां पर खुदाई शुरू कर दी सोना निकलना स्टार्ट कर दिया डिस्कवरी कारी ऑक्सीजन की इससे पहले भी हम लोग सांस ले रहे द बस पता नहीं था की सांस के थ्रू अंदर क्या जा रहा है अब बस उसका नाम रख दिया की भाई सांस जो लेते हो वो ये है ऑक्सीजन है तो ही है डिस्कवरी नोट डी इन्वेंशन अब यहां पर क्या-क्या इन्होंने मिंट प्लांट रख दिया अब काफी बच्चे पूछते हैं सर मिंट प्लांट क्यों रखा है रीजन क्या है भाई साइंस में कुछ चीजों का रिजल्ट लॉजिक से थोड़ा कम होता है उसके आसपास मिंट प्लांट मौजूद था एंड सेकेंडरी वो छोटा भी होता है जो बैल जार के अंदर ए जाए इसीलिए इस प्लांट को यहां पर रखा गया बरगद का पेड़ तो आपका बेल्जर के अंदर लगाए नहीं जा सकता तो उसको यहां पर नहीं कंसीडर किया गया और मोमबत्ती यहां पर लगा दी गई मोमबत्ती अपना जलती रही कंटिन्यू कर रही है जालना और इसके बगल में जो चूहा था हमारा ये भी आपका क्या कर रहा है ये भी अपना जिंदा है तो अब यह जो मोमबत्ती थी इसने ऑक्सीजन खत्म कर दिया चूहा इसने ऑक्सीजन खत्म कर दिया अब यह क्या है भाई प्लांट यह आपका ऑक्सीजन दे रहा है इन दोनों चीजों को और यहां से जो CO2 ए रहा था चूहे का वो इस्तेमाल कर रहा है प्लांट फोटोसिंथेसिस करने के लिए यहां पर पिछले सामने बताया की ये जो कैंडल और चूहा है ये एयर की क्वालिटी को घटा देते हैं यह एयर की क्वालिटी के साथ खिलवाड़ करते हैं घटा देते हैं और मिंट प्लांट क्या करता है ये एयर की क्वालिटी को रिस्टोर कर देता है एयर की क्वालिटी को क्या कर देता है रिस्टोर कर देता है बस यह बात किया जिसमें प्लांट था उसको इन्होंने रखा दो जगह और इन्होंने चीज क्या [संगीत] है अगर आप इस से सेटअप को लाइट में रख रहे हो डार्क में रख रहे हो तो रिजल्ट अलग आएगा अगर प्लांट को अपने डार्क में रख दिया तो डार्क में तो लाइट है ही नहीं तो देयर विल बी नो फोटोसिंथेसिस और फोटोसिंथेसिस के साथ मुफ्त में निकलता है ऑक्सीजन तो अगर आपने इस प्लांट को डार्क में रख दिया तो देयर विल बी नो फोटोस सिंथेसिस एंड इफ देयर विल बी नो फोटोसिंथेसिस देयर विल बी नो ऑक्सीजन यहां पर ऑक्सीजन है ही नहीं अगर ऑक्सीजन नहीं है तो ये दोनों भी सरवाइव नहीं कर पाएंगे एंड अगर आप इसे लाइट में रखते हो तो लाइट में अगर आप रखोगे तो फोटोसिंथेसिस होगा स आपका होगा एंड यहां पर आपका ऑक्सीजन भी आपको मिलेगा सिमिलरली इंजन हाउस साहब ने कुछ एक्वेटिक प्लांट्स के ऊपर यह रिसर्च करके देखी एक्वेटिक प्लांट्स के ऊपर की जब एक्वेटिक प्लांट आपका फोटोसिंथेसाइज करता है ना तो इसके आसपास क्या निकलते हैं बबल्स निकलते हैं अरे बबल्स किसके हैं बबल्स आर ऑफ ऑक्सीजन बबल्स निकलते हैं ऑक्सीजन के तो लैंड प्लांट में तो जो फोटोसिंथेसिस होती है ऑक्सीजन निकलता हुआ ट्रैक नहीं कर सकते उसे नहीं देख पाओगे लेकिन प्लांट में जो आपका एक्वेटिक प्लांट है उसके आसपास से बबल निकलते हुए आपको दिखेंगे वो ऑक्सीजन के होते हैं तो इन्होंने इसमें प्रूफ किया की जब भैया लाइट प्रॉपर होगी जब फोटोसिंथेसिस होगी तो ऑक्सीजन आपका निकलेगा adervise ऑक्सीजन आपका नहीं निकलेगा क्या-क्या इन्होंने एंगल मैन एक्सपेरिमेंट में क्या हुआ इन्होंने एक सिंपल प्रिज्म लिया इन्होंने एक सिंपल प्रिज्म लिया और इस प्रिज्म के थ्रू क्या पास कर दी व्हाइट लाइट पास कर दी अगर आप व्हाइट लाइट को पास karaoge तो क्या ये 7 स्पेक्ट्रेल कॉम्पोनेंट्स में टूट जाएगी बिल्कुल टूट जाएगी तो अगर आप देखोगे तो ये सात फैक्टोरियल कॉम्पोनेंट में टूट गई समझ लो आपका सी दें आय है ना बी डेट इसे ब्लू जी था इस ग्रीन वे डेट इसे येलो था इस ऑरेंज के अंदर टूट गया है तो यहां पर इन्होंने क्या रख दिया एक प्लांट रख दिया ग्रीन प्लांट रख दिया है जब इस अलगे के ऊपर पड़ेंगे तो अलग-अलग टाइप की फोटोसिंथेसिस होगी किसी लाइट का ज्यादा इंपैक्ट होगा फोटोसिंथेसिस पे किसी का कम तो कुछ जगह इन्होंने देखा की भैया ज्यादा फोटोसिंथेसिस हो रही है ज्यादा फोटो सिंथेसिस हो रही है तो ज्यादा ऑक्सीजन निकलेगी तो उन्होंने देखा ये जो ब्लू वाला रीजन है और ये रेड वाला रीजन है इसके आसपास एरोबिक बैक्टीरिया खूब ही ग्रो करते हैं भैया है ना एरोबिक बैक्टीरिया का मतलब है ऐसे बैक्टीरिया जो ऑक्सीजन के पास आकर ग्रो करते हैं अगर ये यहां पर सबसे ज्यादा ग्रो कर रहे हैं रेड और ब्लू रीजन पे इसका मतलब यहां पर ऑक्सीजन खूब सारी है और ऑक्सीजन खूब सारी इसीलिए रिलीज हो रही है क्योंकि फोटोसिंथेसिस वहां पर सारी हो रही है बहुत सारी है ना तो यहां पर ऑक्सीजन कब निकलेगा जब फोटोसिंथेसिस ज्यादा होगी इसका मतलब ब्लू और रेड रीजन में सबसे ज्यादा फोटोसिंथेसिस होती है ब्लू एंड रेड रीजन में सबसे ज्यादा फोटोसिंथेसिस होती है इसे हम क्या कहते हैं एक्शन स्पेक्ट्रा दो प्रकार के इस फैक्टर होते हैं एक होता है आपका अब्जॉर्प्शन स्पेक्ट्रा मतलब कौन सी लाइट सबसे ज्यादा अब्जॉर्ब होती है इनमें से कौन सी लाइट सबसे ज्यादा अब्जॉर्ब होगी उसका ग्राफ इस अब्जॉर्प्शन स्पेक्ट्रा कहां पर फोटोसिंथेसिस सबसे ज्यादा हो रहा है डेट इस ब्लू एंड रेड रीजन डेट इस एक्शन स्पेक्ट्रा एक्शन कितना हो रहा है लाइट अब्जॉर्ब करने के बाद ठीक है तो यहां पर साइंटिस्ट ने पाया ये जो फर्स्ट एक्शन स्पेक्ट्रा बना इसमें ये पाया गया की जब क्लोरोफिल ए एक पार्टिकुलर वेवलेंथ को absarb करता है एक पार्टिकुलर लाइट को अब्जॉर्ब करता है उसी टाइम पे फोटोसिंथेसिस भी मैक्सिमम हो जाता है यानी क्लोरोफिल एक चीज पिगमेंट है उसकी बात सबसे ज्यादा चलेगी राइट दिस इस सिंगल मैन एक्सपेरिमेंट साहब क्या कहते हैं की आपका ये जो फोटोसिंथेसिस है इस इक्वेशन में आप क्या लिखोगे h2o ना लिख करके h2a लिखोगे और आप ऐड करोगे CO2 और यहां पर है आपकी सनलाइट यहां पर है आपकी क्लोरोफिल और इससे आपको मिलता है c6h12o6 प्लस यहां पर आपको मिलता है ऑक्सीजन यहां पर इन्होंने क्या बोला इन्होंने कहा है ना यह अलग-अलग ऑर्गेनाइज में अलग-अलग होता है जैसे कुछ प्लांट्स जिनको ऑक्सीजन निकलना है है ना अब यहां पर o2 ना लिख करके हम लोग क्या लिखेंगे A2 लिखेंगे o2 ना लिख करके क्या लिखेंगे A2 लिखेंगे A2 तो अगर मैं यहां पर कहता हूं ये वाला जो पार्ट है h2o अगर है यानी ए की जगह अगर मैं ओ लगा देता हूं तो यहां पर भी A2 की जगह o2 रिलीज होगा और अगर मैं ग्रीन और पल-पल बैक्टीरिया के ऊपर रिसर्च कर रहा हूं जो की वॉर नील साहब ने कारी थी तो ये क्या द भैया h2s को यानी हाइड्रो सल्फाइड को उसे करते द हाइड्रोजन सल्फाइड को ऐसा हाइड्रोजन दाता तो यहां पर क्या है भैया आपका S2 या सल्फेट आपका निकल सकता है तो क्या निकलेगा एंड में यह डिपेंड करता है की हाइड्रोजन दाता यहां पर कौन है अगर हाइड्रोजन दाता है वाटर तो आप ऑक्सीजन निकल जाएगा दिस इस कॉल्ड अस ऑक्सिजनिक फोटोसिंथेसिस जो नॉर्मली हर प्लांट करता है और हमें ऑक्सीजन प्रोवाइड करता है गुड स्पेसिफिक बैक्टीरिया जैसे पर्पल और ग्रीन सल्फर बैक्टीरिया नाम में ही सल्फर है तो वो हाइड्रोजन सल्फाइड को उसे करते हैं और सल्फर या सल्फेट रिलीज करते हैं ठीक है और दूसरा यहां पर देखा गया की जो ऑक्सीजन है ना भैया वो कहां से आता है वो आपका वाटर से आता है ना की CO2 से तो यहां पर अगर आप देखोगे ये वाला जो ऑक्सीजन है ये वाला आपका यहां पर निकलेगा तो ऑक्सीजन जो है यहां से आएगा वाटर से आएगा ये जो CO2 वाला ऑक्सीजन है ये यहां पर नहीं आता रेडियोएक्टिविटी टेस्ट से इस बात का प्रमाण भी जो है हमें मिला ये वो सारे एक्सपेरिमेंट कर सकते हैं ठीक है भैया अब यहां पर देखिए से बातें लिखी हुई है कुछ भी हमें अलग से नहीं पढ़ना है एंड बहुत जल्दी हमारी ये स्लाइड जो है कवर हो जाएगी हमने क्या बोला की सारे के सारे जो एनिमल्स है ऑल एनिमल्स यह प्लांट द्वारा सिंथेसिस किए हुए फूड पर डिपेंड करते हैं या तो आपके डायरेक्टली या आपके इनडायरेक्टली यानी या तो मैं डायरेक्टली प्लांट को खा लूंगा या कोई एनिमल किसी और एनिमल को खा लेगा लेकिन फूड ए रहा है पूरा प्लांट से इसीलिए प्लांट ऑटोट्रॉफ है और ये फोटोसिंथेसिस नाम का एक प्रक्रिया शो करते हैं विच इसे डी फिजिकल केमिकल प्रक्रिया यानी फिजिकल और केमिकल प्रक्रिया का ये ब्लेंड है इसमें केमिकल रिएक्शंस भी हो रहे हैं और फिजिकल फॉर्मेट में लाइट भी जो है अब्जॉर्ब कारी जा रही है लाइट एनर्जी को केमिकल एनर्जी में कन्वर्ट किया जाता है इनॉर्गेनिक CO2 और वाटर को ऑर्गेनिक फूड में कन्वर्ट किया जाता है यहां पर क्या होगा स्टार्च टेस्ट नेगेटिव आएगा क्योंकि आपको पता है जो कवर्ड पार्ट है यहां पर लाइट पड़ेगी नहीं बिना लाइट के फोटोसिंथेसिस नहीं हो सकता एंड एक्सपोज्ड पार्ट है यहां पर आपका क्या आएगा स्टार्ट टेस्ट पॉजिटिव आएगा यह बात हमें पता है यहां पर तो कोई CO2 है नहीं तो बिना CO2 के आपका फोटो सिंथेसिस नहीं होगा तो अंदर वाले पार्ट में आपका स्टार टेस्ट नेगेटिव आएगा बिना आपके फोटोसिंथेसिस के कोई स्टार्स नहीं बनेगा बाहर वाले पार्ट में आपका क्या ए जाएगा स्टार्ट टेस्ट पॉजिटिव ए जाएगा ये बात हमें पता है ठीक है दें अर्ली एक्सपेरिमेंट में पिछले सामने 17 में एक एक्सपेरिमेंट किया था रोल ऑफ एयर को बताने के लिए एंड ऑक्सीजन भी इन्होंने डिस्कवर कारी थी 1774 के अंदर पहले इन्होंने कैंडल राखी जो की सारा ऑक्सीजन खत्म होने पर बुझ गई फिर उन्होंने चूहा रखा है जो की सारा ऑक्सीजन खत्म होने पे सफोकेट हो गया दें इन्होंने बीच में क्या रख दिया मिंट प्लांट रख दिया जो की इस एयर को प्यूरिफाई कर रहा था और तीनों के तीनों सेटअप को उसे किया एक बार इसे पेट में रखा एक बार इसे डार्क में रखा और देखा एक्वेटिक प्लांट के अंदर की छोटे-छोटे बबल्स जो बनते हैं वो आपके ऑक्सीजन के बनते हैं यानी ऑक्सीजन रिलीज होता है ड्यूरिंग योर फोटोसिंथेसिस प्रक्रिया एक चीज हमने स्किप कर दी थी जो की था आपका एसईसी साहब का रिसर्च जिनका नाम आपने मिनरल न्यूट्रिशन में भी पढ़ा था हाइड्रोपोनिक्स में सेक्स साहब ने कहा की ग्लूकोज बनता है आपका फोटोसिंथेसिस में जो की स्टोर होता है स्टार्च एंड ये जो क्लोरोफिल पिगमेंट है ये आपका क्लोरोप्लास्ट के अंदर पाया जाता है जो की हम ऑलरेडी सेल चैप्टर से जानते हैं मैंने ये आपको वो चैप्टर पढ़ाया भी था एंगल मैंने एक्सपेरिमेंट में आप एक लाइट जो है व्हाइट लाइट इसको पास करते हैं कहां से इसको पास करते हैं आपके प्रिज्म से लाइव टूट जाती है स्पेक्ट्रेल कॉम्पोनेंट में सबसे ज्यादा आपका जो फोटोसिंथेसिस देखने को मिला वो ब्लू रीजन के अंदर और रेड रीजन के अंदर देखने को मिला जिसके बाद एंगल बैक्टीरिया के अंदर होता है अब फोटोसिंथेसिस आखिर होती कहां पर है क्लोरोप्लास्ट जो है यह आपके मेसोफिल सेल्स में पाए जाते हैं आपको पता है लीफ के अंदर मिजो फिल सेल्स के अंदर क्योंकि कॉर्नर पर लाइट सबसे पहले पड़ती है भाई अगर मेरे शरीर पे लाइट पड़ेगी तो सीधा मेरे पेट पर थोड़ी पद जाएगी अंदर जो एक्चुअल में स्टमक अंग है पहले स्किन पे टच होगी ना क्योंकि आउटर पार्ट है इसी तरीके से लीव का जो आउटर पार्ट है वहां लाइट पहले जाएगी तो ज्यादा से ज्यादा लाइट को इनकॉरपोरेट करने के लिए आपके कॉर्नर के ऊपर मिजो फिल सेल्स आलिंगन होते हैं यहां पर अगर आप क्लोरोप्लास्ट का स्ट्रक्चर देखो जो की हम बहुत पहले से पढ़ते हुए हैं यहां पर छोटे-छोटे सिक्कों जैसे स्ट्रक्चर होता है जिन्हें हम क्या कहते हैं ग्रेन सॉरी थाईलैंड है ना अरे सारे थायराइड मिलकर क्या बनाते हैं यहां पर है इसे स्ट्रोमल फैमिली कहा जाता है और आसपास का जो मैट्रिक्स बेसिकली स्ट्रांग होते हैं डार्क रिएक्शन क्या होता है मैं आपको बताऊंगा एंड ग्रेन के अंदर जो की बैटरी जैसा दिखाई देता है ये वाला स्ट्रक्चर इसके अंदर आपका डार्क रिएक्शन होता है स्ट्रोमा आपका क्या है एंजाइम कंटेन करता है क्योंकि उसमें वाटर है ना जैसे हमारे सेल का साइटोप्लाज्म है माइटोकांड्रिया की माइटोकांड्रियल मैट्रिक्स है न्यूक्लियस का न्यूक्लियोप्लाज्म है वैसे ही क्लोरोप्लास्ट के अंदर आपका है तो वहां वाटर भरा हुआ है तो उसके अंदर ज्यादा एंजाइम्स होंगे तो एंजाइमेटिक रिएक्शन आपके डार्क रिएक्शन होते हैं लाइट रिएक्शन आपके क्या करेंगे जो थिला कोड की मेंब्रेन है ना इस मेंब्रेन के ऊपर आपके पिगमेंट पाए जाते हैं ठीक है तो ये पिगमेंट जो है ये आपकी लाइट को absarb करेंगे अब सबसे पहले इंपॉर्टेंट तू अंडरस्टैंड लाइट रिएक्शंस एंड वाटर डार्क रिएक्शन इसको अगर आप समझ गए तो इस लाइट के बाद आपको बहुत ज्यादा मेहनत करने की जरूरत नहीं है ठीक है एक पार्ट हमारा चैप्टर का कंप्लीट हो जाएगा लाइट रिएक्शन डार्क रिएक्शन क्या होता है लाइट रिएक्शन का मतलब ऐसे रिएक्शन जो लाइट की प्रेजेंस में हो सकते हैं उसे टाइम पर कुछ चीज आपकी स्टार्ट हो जाएगी कुछ रिएक्शंस आपके स्टार्ट हो जाएंगे कार्बोहाइड्रेट बनाने के लिए दो चीज क्या है वो दोस्त एटीपी एंड ledph यह दो चीज हमें चाहिए जो की किस्म कम आएंगे डार्क रिएक्शन में कम आएंगे इनके बिना डार्क रिएक्शन नहीं हो सकता तो अगर आपको कार्बोहाइड्रेट बनाना है अगर आपको फूड बनाना है तो आपको इस एटीपी को बनाना होगा या लाइट रिएक्शन जिससे आगे रिएक्शन कर पाए यहां पर सेकंड इंपॉर्टेंट थिंग स्प्लिटिंग ऑफ वाटर वाटर स्प्लिट होगा क्यों होगा वह मैं आपको बताऊंगा फिटिंग ऑफ वाटर अगर वाटर स्प्लिट होगा तो क्या निकलेगा ऑक्सीजन निकलेगा तो o2 आपका इवॉल्व होगा जो की डार्क रिएक्शन में कम आएंगे राइट ये हमें बनाने द ये सबसे इंपॉर्टेंट चीज है तो जैसे ही लाइट आएगी है ना यहां पर देखें यहां पर सूरज भैया है हमारे जैसे लाइट आएगी अब अलग-अलग टाइप के फोटो सिस्टम्स होते हैं फोटो सिस्टम पैरामीटर्स क्या है की फोटो सिस्टम वैन यह 700 नैनोमीटर की लाइट को बहुत अच्छे तरीके से अब्जॉर्ब करता है तो इसका जो रिएक्शन सेंटर है इसे p700 भी कहा जाता है यानी मैंने आपको बताया था जो में क्लोरोफिल मॉलिक्यूल है ना था क्लोरोफिल ए वो बॉस है के पिगमेंट है बचे हुए पिगमेंट्स जो उसके आसपास प्रेजेंट है उन्हें एसेसरीज पिगमेंट कहा जाता है वो लाइट को अब्जॉर्ब करेंगे और के पिगमेंट तक पहुंचाएंगे तो यहां पर जो के पिगमेंट है ना वो 700 नैनोमीटर की लाइट absarb करता है इसीलिए इसे p700 रिएक्शन सेंटर कहा जाता है p700 रिएक्शन सेंटर कहा जाता है 680 नैनोमीटर की लाइट absarb करता है तो p680 रिएक्शन सेंटर इसे कहा जाता है p680 रिएक्शन सेंटर से कहा जाता है तो अब ये सूरज की रोशनी सबसे पहले कहां पर पड़ेगी भैया आपका PS2 पे है ना ps1 पहले डिस्कवर हुआ था बट पहले कम कौन करता है PS2 यानी 680 नैनोमीटर की जो लाइट है वो इसके ऊपर पड़ेगी अगर 680 नैनोमीटर की लाइट यहां पर इसके ऊपर पड़ी है तो क्या हो जाएगा इस रिएक्शन सेंटर का इलेक्ट्रॉन निकल कर के एक्साइट हो जाएगा और भाग जाएगा इलेक्ट्रॉन एक्सेप्टर के पास इलेक्ट्रॉन एक्सेप्टर ट्रांसपोर्ट होगा रेडॉक्स पोटेंशियल बढ़ रहा है यहां पे अगर आप रेडॉक्स पोटेंशियल की एक्सिस बनाएं रेडॉक्स पोटेंशियल बढ़ रहा है ऊपर की साइड लेकिन इसके बाद क्या होता है दोस्त इसके बाद आपके और इलेक्ट्रॉन एक्सेप्टर जो है ये यहां पर आते हैं इलेक्ट्रॉन एक्सेप्टर वैन इलेक्ट्रॉन एक्सेप्टर तू इलेक्ट्रॉन एक्सेप्टर इनके थ्रू भी आपका डाउन हिल इलेक्ट्रॉन क्या करता है ट्रांसपोर्ट करता है यहां से आपका क्या हुआ इलेक्ट्रॉन निकाला और यह आपका आगे ट्रांसपोर्ट हो गया अब यहां तो इलेक्ट्रॉन की कमी हो गई भाई रेडिएशन तो आती रहेंगी यहां से इलेक्ट्रॉन निकल तो रहेंगे आगे ट्रांसपोर्ट होते रहेंगे वापस आएंगे नहीं मुड़ के तो यहां तो इलेक्ट्रॉन का लॉस हो जाएगा इस इलेक्ट्रॉन के लॉस को बचाने के लिए यहां पर क्या होता है वाटर पाया जाता है तो 2s2o जो है वाटर जो है ये टूट जाएगा आपके चार प्रोटॉन में आपके चार इलेक्ट्रॉन में प्लस आपका यहां से क्या हो गया o2 यानी ऑक्सीजन जो निकली वो यहां पर निकल गई और जो इलेक्ट्रॉन है जितने इलेक्ट्रॉन यहां से लॉस होते जाएंगे वो इलेक्ट्रॉन यहां पर वाटर सप्लीमेंट करता जाएगा और ये जो इलेक्ट्रॉन एक्सेप्टर थ्री है मेरे दोस्त ये आपका कहां पहुंचा देगा आपके इलेक्ट्रोंस को ये आपके इलेक्ट्रोंस को कहां पहुंचा देगा यह आपके इलेक्ट्रोंस को पहुंचा देगा यहां से क्या आएगी आपकी लाइट ए जाएगी और यह कैसी है मैं 700 नैनोमीटर की लाइट चाहिए तो यहां पर क्या हुआ एक इलेक्ट्रॉन आया यहां से और यही इलेक्ट्रॉन आपका ऊपर उछाल जाएगा तो इसमें कोई लॉस नहीं हुआ इलेक्ट्रॉन का इसमें कोई लॉस नहीं हो यहां से इलेक्ट्रॉन गया किसी और के पास तो यहां लॉस ऑफ इलेक्ट्रॉन है यहां तो एक इलेक्ट्रॉन आया एक इलेक्ट्रॉन गया इसको कोई आगे इट इसे लॉस नहीं हुआ ये इलेक्ट्रॉन चला जाएगा है ना और किस्म कन्वर्ट कर देता हूं इसको कन्वर्ट कर देता है आपका इलेक्ट्रॉन साथ में प्रोटॉन भी आता है एक हाइड्रोजन टूटेगा इलेक्ट्रॉन प्रोटॉन में तो इलेक्ट्रॉन खाली खाली नहीं घूमता पीछे प्रोटॉन भी आता है और यहां पर अटैच हो जाता है और यहां पर इलेक्ट्रॉन ट्रांसपोर्ट हो रहे होते हैं उसे टाइम पर इस इलेक्ट्रॉन की मूवमेंट की वजह से इलेक्ट्रॉन प्रोटॉन की मूवमेंट की वजह से आपका एडीपी जो है यह क्या बना लेता है एटीपी बना लेता है अब देखिए हमें देखने को क्या मिला यहां पर ना दी फ बन गया यहां पर एटीपी बन गया सबसे पहले टूट कर आपका सप्लीमेंट कर दिया दें ऑक्सीजन इवॉल्व ऑक्सीजन लेकिन यहां पर जो इलेक्ट्रॉन निकाला है वापस नहीं आया राइट यह आपका वापस नहीं फास्फोर्यलेशन फास्फोर्यलेशन क्योंकि एटीपी बन रहा है यहां पर फास्फेट ऐड हो रही है है ना फास्फेट ऐड होना मतलब आपका phosphorisation रिएक्शन तो phosphorisation हो रही है है ना तो इट इसे फोटो फास्फोर्यलेशन क्योंकि सांसे एनर्जी ए रही है फास्फोर्यलेशन के लिए तो फोटो मतलब सर phosphorisession मतलब एटीपी बन रहा है एंड नॉन रीसाइक्लिंग फोटो phosphorisation यहां स जैसा स्ट्रक्चर बनता है इसलिए इसे स की बोला जाता है है ना दिस इस नॉन साइक्लिक अवेलेबल है जिसमें वाटर स्प्लिट हो रहा है ps1 भी अवेलेबल है अब अगर आप देखोगे मेरे दोस्त तो एक और अगर आप यहां पर बनाना चाहो सिस्टम साइक्लिक फोटो फास्फोर्यलेशन का तो साइक्लिक में क्या होता है सिर्फ p700 आपका अवेलेबल रहता है अगर सिर्फ p700 अवेलेबल है तो आप देखोगे यहां पर जो सूरत से रेडिएशन आएगी वो 700 नैनोमीटर की आएगी 700 नैनोमीटर की लाइट जब आई तो इस p700 से क्या हुआ इलेक्ट्रॉन आपका एजेक्ट हो गया इलेक्ट्रॉन आपका एग्जैक्ट हो गया और कहां चला गया प्राइमरी इलेक्ट्रॉन एक्सेप्टर के पास अगर प्राइमरी इलेक्ट्रॉन एक्सेप्टर के पास चला गया तो उसके बाद और इलेक्ट्रॉन एक्सेप्टर के पास जाएगा डेट इसे ये वैन ये तू लेकिन यहां पर क्या हो रहा है साइक्लिक फोटो फास्फोर एलिएशन है तो इलेक्ट्रॉन आपका वापस ए जाता है अब यहां पर एक इलेक्ट्रॉन गया और इलेक्ट्रॉन घूम आकर वापस ए गया तो ये साइक्लिक प्रक्रिया है इलेक्ट्रॉन का लॉस नहीं हुआ तो वाटर टूटने की जरूरत नहीं है वहां पर वाटर टूट रहा था नॉन साइकिल में यहां वाटर नहीं टूटेगा यहां इलेक्ट्रॉन के ट्रांसपोर्ट की वजह से आपका एडीपी जो है ये कन्वर्ट हो जाएगा किसके अंदर एटीपी के अंदर बट यहां इलेक्ट्रॉन वापस ए जा रहा है यहां पे आपका ने डीपी के पास नहीं जा रहा तो यहां पर कोई एनएडीपी भी नहीं बनेगा अगर आप लिखना चाहो व्हाट आर डी डिफरेंस नो PS2 यहां पर एक ही सिस्टम है दूसरा अगर आप देखो नो वाटर स्प्लिट नहीं हुआ तो ऑक्सीजन भी नहीं निकलेगा ना डीपीओ भी आपका नहीं बना ये डिफरेंस है साइक्लिक और नॉन साइक्लिक फोटो फास्फोर्यलेशन तो यहां पर क्या बनता है एटीपी भी बनता है यहां पर ना दी फ भी बनता है यहां पर सिर्फ और सिर्फ एटीपी बनता है कोई ना ही बनता यहां से आप क्या कनक्लूड कर सकते हो एटीपी दो जगह बन रहा है अन्य डीपीओ एक जगह बन रहा है ठीक है यह अगर आप स्ट्रक्चर देखोगे तो यहां पर आपका नॉन साइक्लिक फोटो फास्फोर एलिसन जो है यहां होता है ना यहां पर आपका साइक्लिक फोटो phosphorisation आपको देखने को मिलता है stromale में ये रिएक्शन होता है तो एटीपी एक जगह तो एटीपी कंपेरटिवली ज्यादा बना ना डीपीओ कंपेरटिवली कम बना अब ये जो ना दी पी ह और एटीपी बने हैं ये चले जाएंगे डार्क रिएक्शन के अंदर अब डार्क रिएक्शन का मतलब ये नहीं है की ये रिएक्शन डार्क में होंगे अंधेरे में होंगे नहीं डार्क रिएक्शन का मतलब यह है की डीज रिएक्शंस विल डिपेंड अपॉन डी प्रोडक्ट ऑफ लाइट रिएक्शन लाइट रिएक्शन में जो एटीपी और ना दी पी ह बने उन पर डिपेंड करेगा डार्क रिएक्शन समझ लो एक पेड़ है और सुबह 11:00 लाइट आई तो उसने एटीपी बनाना स्टार्ट कर दिया जैसे एटीपी बने तब के तब डार्क रिएक्शन स्टार्ट हो जाएगा दोपहर 11 बजे ही दोपहर 12:00 बजे इट इसे नॉट नेसेसरी के डार्क में ही हो बट इसका नाम लाइट था तो इसका नाम डार्क रख दिया जैसे एक घर में दो पैट हैं एक आपका भूरा है तो उसका नाम भूरिया बाय डिफॉल्ट है ना एक कला है उसका नाम कालू हरियाणा में ऐसा ही होता है सात आठ मुंडिया बाहर ए जाएंगे भाई किसको बुलाया है तो यहां पर यही केस है दोस्त है ना इसका नाम लाइट रिएक्शन था तो इसका नाम डार्क रिएक्शन रख दिया बाय कन्वेंशन और कुछ है नहीं इसमें डार्क जैसे दिन में भी कम कर सकता अब देखो यहां पर क्या हुआ सबसे पहले तो लेट अंडरस्टैंड की डिफरेंट पिगमेंट्स कौन-कौन से पाए जाते हैं आपके प्लांट के अंदर अगर आप एक पट्टी लो उसे पट्टी को आप कूट लो अच्छे तरीके से उसकी चटनी बना लो पेपर क्रोमैटोग्राफी के अंदर कौन-कौन से पिग द एक पेपर लो क्रोमैटोग्राफी पेपर उसे पे एक लाइन ड्रॉ करो और यहां पे क्या रख दो लीव एक्सट्रैक्ट रख दो आपने जो चटनी बनाई है लिप की वो रख दो अब यहां पर क्या होगा अलग-अलग पिगमेंट्स जो होंगे नाइस पूरे सिस्टम को आप कहां रखते हो एक पानी के चैंबर में रखते हो अब ये पानी क्या करेगा ऊपर चढ़ेगा तो पिगमेंट्स भी आपके ऊपर चढ़ते जाएंगे जैसे आपका थोड़ा ब्राइट ग्रीन या थोड़ा ब्लूश ग्रीन कलर का एक पिगमेंट देखने को मिलेगा आपको क्लोरोफिल ए है ना आपको थोड़ा येलो इस ग्रीन कलर का पिगमेंट देखने को मिलेगा क्लोरोफिल बी आपका थोड़ा येलो ऑरेंज कलर का पिगमेंट आपको देखने को मिलेगा एंड यहां पर आपको येलो कलर का पिगमेंट देखने को मिलेगा पिगमेंट जो है सेपरेट हो सकते यहां पर देखिए यहां पर क्लोरोफिल ए है क्लोरोफिल ए सबसे ज्यादा कहां है अब्जॉर्ब कर रहा है इस पार्टिकुलर पार्ट में नीचे 400 और 500 के बीच में है लगभग 420 का पार्ट है है ना यहां chlorophy सबसे ज्यादा अब्जॉर्ब कर रहा है एंड फोटोसिंथेसिस कहां सबसे ज्यादा हो रही है ये अब्जॉर्प्शन स्पेक्टर है रेट ऑफ फोटोसिंथेसिस यहां पर दिखाया हुआ है ये एक्शन स्पेक्ट्रा है तो एक्शन भी वही हुआ जहां क्लोरोफिल ने ज्यादा अब्जॉर्ब किया यहां पर आया और आप देखोगे यहां पर क्लोरोफिल ने सबसे ज्यादा अब्जॉर्ब किया यहीं पर आपकी हाईएस्ट फोटोसिंथेसिस देखने को मिली यानी क्लोरोफिल ए के पिगमेंट है जहां जहां क्लोरोफिल ए ज्यादा अब्जॉर्ब करेगा वहां-वहां फोटोसिंथेसिस ज्यादा होगी क्लोरोफिल बी का देखो क्लोरोफिल बी में आपको इतनी एंबुलेंस नहीं मिलेगी क्लोरोफिल बी का पहला पीक यहां पर ए रहा है यानी यहां पर क्या यहां कहीं पर बहुत मैक्सिमम फोटोसिंथेसिस नहीं मैक्सिमम से थोड़ा कम है सिमिलरली क्लोरोफिल बी का दूसरा जो आपका पिक है यहां पर ए रहा है क्या यहां आपका मैक्सिमम फोटोसिंथेसिस है नहीं मैक्सिमम से कम है है ना सिमिलरली आप देखो तीसरा जो आपको केस देखने को मिल सकता है वो किसका देखने को मिल सकता है यहां पर देखने को मिलता है इसके दोनों पीक यहां पर ए रहे हैं क्या यहां पर आपका मैक्सिमम देखने को मिल रहा है नहीं यहां पर आपको मैक्सिमम देखने को मिल रहा है नहीं यानी मैन जिसके साथ मैक्सिमम मैक्सिमम एकदम कोलाइड कर रहा है डेट इसे क्लोरोफिल ए यानी जब क्लोरोफिल ए सबसे ज्यादा अब्जॉर्ब करता है लाइट को उसी टाइम पे सबसे ज्यादा फोटोसिंथेसिस होती है ठीक है जब आपकी लाइट absarb होती है किसी भी पिगमेंट द्वारा तो वो जाती है रिएक्शन सेंटर के पास ये रिएक्शन सेंटर जो है के पिगमेंट है यानी ये क्या है क्लोरोफिल ए मॉलिक्यूल है अब यह जो के पिगमेंट है यह आपका पीस 700 हो सकता है ps1 के केस में जो की 700 नैनोमीटर की लाइट को सबसे ज्यादा अब्जॉर्ब करता है और ये p680 हो सकता है PS2 के केस में जो की 680 नैनोमीटर की लाइट को सबसे ज्यादा अब्जॉर्ब करता है तो कोई भी पिगमेंट जब यहां से लाइट absarb करेगा ये अल्टीमेटली किस पे जाएगी के पिगमेंट पे यहां पे कोई अगर अब्जॉर्ब कर रहा है तो ये भी कहां जाएगी ये पिगमेंट के आसपास चली जाएगी सब आकर इसको बताएंगे हमने कितनी अब्जॉर्प्शन कारी है और प्राइमरी सेक्टर के पास चला जाएगा देखो भाई नॉन साइक्लिक फोटो फास्फोर्यलेशन में क्या हो रहा था यह आपका सबसे पहले जो फोटों है कहां जाएगा PS2 के पास यानी p680 के पास तो 680 नैनोमीटर की यहां से लाइट आई और यहां से इलेक्ट्रॉन निकल करके आगे चला गया इलेक्ट्रॉन एक्सेप्टर के पास और इलेक्ट्रॉन ट्रांसपोर्ट सिस्टम में जहां एटीपी बन गए इलेक्ट्रॉन ट्रांसपोर्ट यहां से गया तो बहुत ज्यादा फर्क नहीं पड़ा इसको लेकिन यहां से इलेक्ट्रॉन गया ही गया है वापस नहीं ए रहा तो यहां आपको वाटर तोड़ना पड़ेगा और इलेक्ट्रॉन सप्लीमेंट करने पड़ेंगे यही पर आपका ऑक्सीजन भी निकलेगा यानी वाटर स्प्लिटिंग और ऑक्सीजन इवोल्यूशन होगा एंड एंड में इलेक्ट्रॉन चला जाएगा ना डीपी के पास बना लेगा ने दी पी ह यानी यहां चारों प्रक्रिया सुबह लाइट रिएक्शन के लाइटर ऑप्शन स्प्लिटिंग ऑफ वाटर रिलीज ऑफ ऑक्सीजन साइक्लिक में क्या हुआ जो की आपका स्ट्रोमल फैमिली के अंदर होता है लाइट आई अब यहां पर सिर्फ ps1 है तो 700 नैनोमीटर की आपकी लाइट आई यहां से क्या हुआ इलेक्ट्रॉन आपका उदा और इलेक्ट्रॉन ट्रांसपोर्ट सिस्टम से होता हुआ वापस ए गया तो इलेक्ट्रॉन का कोई लॉस नहीं है एक इलेक्ट्रॉन उदा एक इलेक्ट्रॉन वापस ए गया इस दौरान सिर्फ एटीपी बन सकती है ना डीपीओ नहीं बना क्योंकि यहां पर आईटीपी भी नहीं है इलेक्ट्रॉन एक्सेप्ट करने के लिए और अन्य डीपीओ बनाने के लिए एनएडीपी रिड्यूस नाम का एक एंजाइम चाहिए वो भी यहां पर नहीं है तो यहां पे कोई एन डी फ नहीं बना यहां पे स्प्लिटिंग ऑफ वाटर हुई थी स्प्लिटिंग ऑफ वाटर नहीं हुई यहां ऑक्सीजन रिलीज हुआ था या ऑक्सीजन रिलीज भी हुआ यहां से p700 है यहां दोनों द p700 P6 है तो यहां P6 से टीवी नहीं है दिस इसे साइक्लिक फोटो phosphorisation अब क्या हुआ दो जगह बने हमारे एटीपी और एक जगह बना हमारा एन ए डीपीओ दो जगह बना है हमारे एटीपी एक तो ये बना एक यह बना साइक्लिक दोनों में इसी हिसाब से होगा एटीपी बना लेकिन बना कैसे पता इस तरीके का स्ट्रक्चर है आपका क्या kahlayegarena कहलाएगा और ये आपका मेंब्रेन जो है इसके ऊपर आपके पिगमेंट्स पाए जाएंगे यह अंदर का जो स्ट्रक्चर है इसे क्या बोलोगे thailakoil ह्यूमन बोलोगे का क्या हो जाएगा लुमेन हो जाएगा अब सबसे इंपॉर्टेंट बात क्या है हमें प्रोटॉन ग्रेडिएंट बनाना है एटीपी जेनरेट करने के लिए एटीपी कैसे जेनरेट होगी जब प्रोटॉन एक जगह से दूसरी जगह भागेंगे तो प्रोटॉन की मोशन से एक फोर्स जेनरेट होगी प्रोटॉन मोती फॉर जब प्रोटॉन बहुत तेजी से रश करेंगे तो आसपास के मॉलेक्युलिस मिल जाएंगे वाइब्रेट हो जाएंगे और पास पास आकर के दिल में का बॉन्ड ठीक है तो यहां पर क्या हुआ अंदर प्रोटॉन ज्यादा होने चाहिए बाहर कम होने चाहिए तो बाहर प्रोटॉन कम करने के लिए हमने क्या किया बाहर जो फ्री प्रोटेंस द इन्हें डीपी के साथ एसोसिएट करके बनाने के लिए तो फ्री प्रोटॉन की मात्रा घाट प्लस जब इलेक्ट्रॉन ट्रांसपोर्ट होता है तो काफी बार हाइड्रोजन कैरियर को भी इलेक्ट्रॉन दे दिए जाते हैं क्योंकि हाइड्रोजन से ही प्रोटॉन और इलेक्ट्रॉन जेनरेट होते हैं तो इलेक्ट्रॉन तो इलेक्ट्रॉन ट्रांसपोर्ट सिस्टम में भेज देगा है ना इलेक्ट्रॉन तो आपके कहां चले जाएंगे इलेक्ट्रॉन ट्रांसपोर्ट सिस्टम में प्रोटॉन क्या करेंगे अंदर की साइड पंप कर दिए जाएंगे तो अंदर की साइड अगर आप ओवरऑल देखो तो आपके प्रोटॉन की मात्रा बहुत है ज्यादा बाहर की साइड प्रोटॉन है आपका कम अंदर की साइड प्रोटॉन की मात्रा है ज्यादा बाहर की साइड प्रोटॉन की मात्रा है आपकी कम है ना तो अंदर प्रोटॉन ज्यादा है बाहर प्रोटॉन कम है अब आपको पता है प्रोटॉन क्या करेगा हे कंसंट्रेशन तू लोअर कंसंट्रेशन जाएगा बट हलवा तो भट्ट नहीं रहा है भाई हे कंसंट्रेशन तू लो कंसंट्रेशन जाएगा पता है लेकिन चार्ज मॉलिक्यूल है ना तो प्लाज्मा मेंबराने तो इसको डायरेक्टली पास नहीं होने देगी चार्ज मॉलिक्यूल को प्लाज्मा मेंब्रेन तो अलाउ नहीं करती पास होने के लिए तो इसको एक प्रोटीन चाहिए जिसे हम कहते हैं चैनल प्रोटीन या कैरियर प्रोटीन दिस इस कॉल्ड अस कफ नॉट पार्टिकल जो की इस प्रोटॉन को पास कराएगा एंड इसी के साथ एसोसिएटेड है cf1 पार्टिकल को एटीपी सिंथेस भी कहा जाता है एटीपी बनाने में हेल्प करता है जब प्रोटॉन बहुत तेजी से मूव करेंगे तो एडीपी और पी जो यहां पर प्रेजेंट होगी एटीपी में कन्वर्ट हो जाएगी [संगीत] ऑस्मोटिक हाइपोथेसिस इसको हम लोग आगे भी पढ़ते हैं रेस्पिरेशन वाले चैप्टर मिशन साहब ने यह छोरी जो है दी थी तो बाहर के प्रोटॉन चाहे कम कर दो चाहे अंदर के प्रोटॉन बढ़ा दो ग्रेडिएंट बन्ना चाहिए डिफरेंस बन्ना चाहिए डिफरेंस हमारा बन गया एंड थॉट्स वही हम लोग इसको अच्छे तरीके से कटर कर पाए एटीपी आपकी जेनरेट हो गई तो अब एटीपी बना ली एन ए डीपीएस बना ली अब करें तो क्या करें है ना पहले एम्टी स्लाइड में देख लेते हैं की करना क्या है एटीपी और करेंगे क्या इसका अब हमें अभी तक हमने कार्बोहाइड्रेट तो बनाया नहीं है जो की हमारा सोल पर्पस था अब हमें कार्बोहाइड्रेट तैयार करना है अब हमें CO2 से क्या बनाना है भैया कार्बोहाइड्रेट बनाना है तू डिफरेंट काइंड ऑफ प्लांट्स जो की ये कम कर सकते हैं एक प्लांट है आपका C3 प्लांट एक प्लांट है आपका C3 प्लांट दूसरा प्लांट बनता है फर्स्ट टेबल प्रोडक्ट जो बनता है उसमें तीन कार्बन सोते हैं उसमें तीन कार्बन सोते हैं और यहां फर्स्ट टेबल जो प्रोडक्ट बनता है फर्स्ट टेबल प्रोडक्ट जो होता है यहां सिर्फ मॉलिक्यूल है इसे हम क्या कहते हैं थ्री पीजिए यानी फास्फोर इस एसिड पीजी और यहां जो चार कार्बन का प्रोडक्ट बनता है इसे हम बोलते हैं ओए साइंटिस्ट कर रहे हो तो तीन कार्बन का एक प्रोडक्ट बन रहा है ये फास्फोर ग्लीसरिक एसिड बन रहा है तो ये एक्स में कितने कार्बन होने चाहिए भाई दो कार्बन होना चाहिए कार्बन का एक अनस्टेबल प्रोडक्ट बनाते हैं अब ये इंपॉर्टेंट टर्म है ये अनस्टेबल प्रोडक्ट फटाफट क्या करता है दो मॉलेक्युलिस में टूट जाता है प्रोडक्ट हमें दिखाई दे रहा था पहला स्टेबल प्रोडक्ट है लेकिन एक्सेप्ट 5 कार्बन का है यहां पर लगाओगे तो चार कार्बन का पहला स्टेबल प्रोडक्ट बनेगा तो एक्स आपका कैसा होना चाहिए तीन कार्बन का होना चाहिए यहां पे ये थ्योरी करेक्ट है यहां पर पेप नाम का एक केमिकल होता है है ना तो एक CO2 का कार्बन प्लस कैप यानी फास्फोर इनुल सेक्टर है यहां आपका तीन कार्बन का एक्सेप्टर है ठीक है अब देखिए यहां पर अगर आप C3 प्लांट को देखें तो C3 प्लांट की स्ट्रीट्स क्या होती है अगर इनका लीफ है और इसके अंदर स्टोमाटा है बेस्ट टोमेटो क्या करता है स्टोमाटा को बार-बार बार-बार खोलते हैं बार-बार क्यों खोलते हैं जिससे CO2 अंदर ए जाए लेकिन इस दौरान इनका जो वोटर है वह भी उड़ेगा भाई अगर 20 बार स्टोमाटा खोल रहे हैं तो h2o अभी तो उड़ेगा ना तो इसीलिए वाटर को कंजर्व नहीं कर पाते इसीलिए यह हायर टेंपरेचर वाले इलाकों में नहीं रह पाते में टेंपरेचर जहां पे 25 डिग्री सेल्सियस है वहीं पर ये रह पाते हैं इसीलिए हायर तापमान में नहीं रह पाते क्योंकि हाईएस्ट टेंपरेचर पे चाहिए की हम वाटर कंजर्व करें ये तो बार-बार स्टोमाटा खोल के खड़ा हो जाता है ये तो कंजर नहीं कर पाएगा लेकिन इसी के अपोजिट अगर आप देखें यहां पर सी फॉर प्लांट जो है सी फॉर प्लांट का जो स्टोमाटा है ये बहुत लिमिटेड खुलता है या एक बार अपने स्टोमाटा को खोल लेता है और एक बार स्टोमाटा खुलकर के ये कहता है की भाई जितना CO2 अंदर लेना है बहुत ज्यादा CO2 में अंदर ले लेता हूं और थोड़ा बहुत पानी उड़ने देता हूं क्योंकि एक बार अगर मैंने स्टोमाटा बंद कर लिया उसके बाद में दोबारा नहीं खोलूंगा तो यहां पर वाटर बहुत ज्यादा लॉस हो रहा था क्योंकि बार-बार स्टोमाटा खुल रहे द और यहां पर आपका बहुत कम पानी लॉस हो रहा है क्योंकि स्टोमाटा एक ही बार खुला है तो CO2 बहुत सारा इसमें अंदर ले लिया और ये क्या करता है इस CO2 को फटाफट पेप के साथ जोड़ देता है और बना लेता है ऑक्जेलिक एसिड और CO2 को ऑक्जेलिक एसिड की फॉर्म में स्टोर कर लेता है यानी CO2 अंदर हे कंसंट्रेशन में ये रख सकता है स्टोर करके यहां पर आपका CO2 की कंसंट्रेशन जो है कंपेरटिवली कम रहती है यह इसे स्टोर नहीं कर सकता तो यहां पे वाटर कंजर्व कर रहा है तो हाई टेंपरेचर के अंदर भी ये जिंदा रह सकता है तो सी फॉर प्लांट्स जो है हाई टेंपरेचर के अंदर भी आपके अच्छे तरीके से देखने को मिलते हैं जैसे मेज और सरगम और नॉर्मल अपना C3 प्लांट जो है ये आपका मौजूद है ठीक है दोस्त अब देखो यहां पर क्या होता है यहां पर CO2 है कम यहां पर CO2 कंपेरटिवली ज्यादा है तो वाटर तरीके से आपके ट्रॉपिकल रीजंस में जहां सबसे ज्यादा टेंपरेचर होता है वहां सरवाइव कर पाएगा ये आपके ऐसे इलाकों में पाए जाएंगे जहां टेंपरेचर थोड़ा सा कम है कंपेरटिवली क्योंकि पानी को इतना प्रेशर नहीं करते अब देखते हैं की भैया इन साइकिल्स में हुआ क्या हमें CO2 से क्या बनाना है आपका ग्लूकोज बनाना है तो CO2 हमने लिया और इसे किसके साथ ऐड कर दिया CO2 का एक कार्बन लिया और ऐड कर दिया कांस्टेबल प्रोडक्ट बना और वह प्रोडक्ट टूट करके क्या बना लेगा थ्री पीजिए बना लेगा विच इसे डी फर्स्ट स्टेबल कंपाउंड थ्री पी के यहां पर बना लेगा तो पहला स्टेप जो हुआ केल्विन साइकिल का या C3 साइकिल का ये क्या है कार्बाॅक्सीलेशन जहां कार्बाॅक्सिल या फिर आप कार्बन डाइऑक्साइड ऐड कर रहे हो कार्बाॅक्सीलेशन ये फ्री स्टेप है फिर आप क्या करते हो रिडक्शन रिडक्शन मतलब अब आपको इस 3pg के ऊपर हाइड्रेट कार्बोहाइड्रेट हाइड्रोजन ऐड करना है राइट तो यहां आप क्या करोगे जो की ग्लूकोज टॉर्च बना सकता है अब यहां पर आपको उठा रहे हो एटमॉस्फेयर से तो उसको रिड्यूस करने के लिए दो एटीपी दो अन्य डीपीएस देने पड़ेंगे फिर आप आगे चलकर क्या करोगे एक साइकिल में एक ही CO2 आपका सुक्रोज बनाने के लिए एलिजिबल होता है क्योंकि आपको आयु बी पी को तो रे जेनरेट करना है वापस करना है तो भाई 5 + 1 कार्बन छह कार्बन पंच कार्बन तो आपको वापस ही करना है तो इस साइड सिर्फ एक कार्बन अलग से ए गया अब दूसरी साइकिल चलाओगे दूसरा कार्बन ए जाएगा तीसरी साइकिल चलाओगे तीसरा कार्बन ए जाएगा छह साइकिल चलाओगे छह कार्बन ए गए तो आप एक ग्लूकोज बना सकते हो 12 साइकिल चलाई 12 कार्बन ए गए तो आप एक सुक्रोज बना सकते हो हजार साइकिल चलाए हजार कार्बन ए गए तो आप हजार कार्बन का स्टार्च बना सकते हो जितने कार्बन चाहिए उतनी साइकिल और एक मॉलिक्यूल आयु बी पी को रीजेनरेट करने के लिए एक एटीपी भी लगता है यानी अगर समझ लीजिए आपको कोई पूछ रहा है की एक CO2 को फिक्स करने के लिए क्या-क्या चाहिए दो एटीपी प्लस एक एटीपी तीन एटीपी चाहिए प्लस दो ना डीपी चाहिए अब कोई मुझसे दुनिया में कोई भी क्वेश्चन पूछ ले भाई अगर मैं एक ग्लूकोज बनाना चाहता हूं तो कितने एटीपी और एन ए दी पी ह खर्च होंगे एक ग्लूकोज मतलब छह कार्बन तीन को छह से मल्टीप्लाई करो 18 एटीपी दो कुछ ऐसे मल्टीप्लाई करो वो ही बोलता है मुझे एक सुक्रोज बनाना है तो मुझे कितनी एटीपी और एन ए डीपीएस लगेंगे सुक्रोज मतलब 12 कार्बन 3 * 12 करो 36 2 * 12 करो 24 36 और 24 एटीपी एंड ledph रिस्पेक्टिवली ठीक है और यहां से आपका क्या बन जाएगा आपका क्या बन जाएगा कार्बोहाइड्रेट बन जाएगा ठीक है नॉर्मल है अगर आप देखें और एक है आपका बंडल शीट सेल वैस्कुलर वंडल के चारों ओर बंडल शीट सेल्स होते हैं काफी कंपैक्ट होते हैं बड़े-बड़े सेल होते हैं इंटरसेल्यूलर स्पेस नहीं होता यानी इनके अंदर एक बार गैस ए गई तो बाहर निकलना उसका मुश्किल है तो ये अंदर CO2 को स्टोर कर सकते हैं और chloroplastin के अंदर बहुत अच्छे खासे मात्रा में देखने को मिलते हैं तो यहां पर क्या हुआ देखो CO2 आप लेकर क्या है जोड़ दिया phosphorin ऑयल पायरेट के साथ तो इस एंजाइम का नाम क्या होगा पेप केस पेप केस में क्या बना लिया सी फॉर एसिड सी फॉर एसिड क्या बनाया ऑक्जेलिक एसिडिक एसिडिक एसिड जब ट्रांसपोर्ट होता है तो इसे मैली एसिड या spatic एसिड के फॉर्मेट में हम ट्रांसपोर्ट करते हैं आसानी के लिए ये सी फॉर एसिड पहुंच जाएगा बंडल शीट सेल में जिससे की गैस लीक ना हो और यहां पर सी फॉर एसिड ए के CO2 को रिलीज कर देगा अंदर और C3 एसिड जो था जो phosphory आपका वापस चला जाएगा ये आपका रिसाइकल हो जाएगा C3 साइकिल स्टार्ट कर देगा यानी C3 साइकिल यूनिवर्सल है बनेगा तो आपका ग्लूकोज इसी से C3 साइकिल से लेकिन यहां सिर्फ आप क्या कर रहे हो अंदर CO2 की कंसंट्रेशन को बढ़ा का रहे हो CO2 की कंसंट्रेशन क्यों बढ़ानी है क्योंकि इस केल्विन साइकिल में एक एंजाइम लगता है जिसका नाम क्या है रूबिस्को ये जो कार्बाॅक्सीलेशन होती है ना रूबिक को नाम के एंजाइम की वजह से होती है रुबिस का मतलब राइबोस विश्व फास्फेट कार्बोक्स्यलासे ऑक्सीजन इसे दुनिया का सबसे एबंडेंट एंजाइम है क्यों क्योंकि कार्बन डाइऑक्साइड के साथ भी एक्ट कर सकता है ऑक्सीजन के साथ भी ठीक है तो यहां पर देखो अगर कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा ज्यादा है तो एक कार्बन ऑक्सीडेशन एक्टिविटी दिखाएगी लेकिन अगर ऑक्सीजन की मात्रा ज्यादा है तो ये आपका गड़बड़ कर देता है अगर समझ लो भैया यहां पर क्या था पंच कार्बन का और इसके ऊपर ऐड हो रहा है CO2 CO2 की मात्रा एक अनस्टेबल प्रोडक्ट बन रहा है जो की दो मॉलिक्यूल बना रहा है तीन कार्बन के एक प्रोडक्ट के जिसका नाम है पीजी ठीक है यहां से क्या होता है दोस्त यहां से आपके बहुत सारे कम बन जाते हैं यहां से आप ग्लूकोस वगैरा सिंथेसिस कर सकते हो ग्लूकोज को तोड़ के आप एटीपी वगैरा निकल सकते हो लेकिन अगर समझ लो की CO2 की मात्रा ज्यादा नहीं है और ऑक्सीजन की मात्रा ज्यादा है तो पंच कार्बन का जो आयु बीपी है किसके साथ एक्ट करेगा ऑक्सीजन के साथ अब यहां तो कोई कार्बन नहीं है तो पंच ही कार्बन है हमारे पास कार्बन में क्या बनेगा एक तो तीन कार्बन की चीज बनेगी फास्फोरस एसिड और दूसरी चीज बनेगी आपकी दो कार्बन जिसे हम कहते हैं phosphoglycollet अब यह किसी कम का नहीं कॉलेज करवा देता है तो जब ऑक्सीजन ज्यादा हो जाता है और CO2 कम हो जाता है तो एक वेस्टेफूल प्रक्रिया स्टार्ट हो जाता है जिसे हम कहते हैं फोटो रेस्पिरेशन और ये फोटो रेस्पिरेशन वेस्ट है तो इसीलिए हम चाहते हैं की CO2 कंसंट्रेशन हमारे प्लांट के अंदर ज्यादा रहे और CO2 कंसंट्रेशन किसके अंदर ज्यादा थी कौन से प्लांट के अंदर ज्यादा थी यहां पर कंसंट्रेशन कहां जाती सी फॉर प्लांट में तो सी फॉर प्लांट में कोई फोटो रेस्पिरेशन नहीं होती नो फोटो रेस्पिरेशन क्योंकि ऑक्सीजन को ज्यादा हो नहीं देता इसके पास एक इनबिल्ट मेकैनिज्म है जहां ये CO2 को ज्यादा कर लेता है और रूबिस्को की कार्बाॅक्सीलेशन एक्टिविटी पीक पे ए जाती है यहां लेकिन आपका CO2 कम है तो यहां आपकी फोटो रेस्पिरेशन होती है यानी यहां आपका लॉस होता है तो ये आपका हाफ प्रोडक्ट है यह आपका डबल प्रोडक्ट है अगर C3 प्लांट एक्स मटेरियल बना रहा है से रिसोर्सेस के साथ तो C4 प्लांट 2X रिसोर्सेस 2X सॉरी रिजल्ट दे देगा आपको से रिसोर्सेस के साथ क्योंकि यहां पर वेस्ट फूल प्रक्रिया हो रहा है तो यहां पे फोटो रेस्पिरेशन ज्यादा है तो यहां पर वेस्ट ज्यादा है और अगर यहां पर वेस्ट ज्यादा है तो यहां पर क्या है प्रोडक्टिविटी कम है और यहां पर उल्टा है यहां पर कोई फोटो रेस्पिरेशन नहीं है तो यहां पर वेस्ट क्या है आपका कम है अगर वेस्ट कम है तो यहां पर क्या हो गई प्रोडक्टिविटी आपकी ज्यादा हो गई प्रोडक्टिविटी आपकी ज्यादा होगी उसी फॉर प्लांट्स आर मोर प्रोडक्टिव तो यहां पर एंजाइम प्रेजेंट है लेकिन यहां पर कोई कार्बन डाइऑक्साइड की फिक्सेशन नहीं हो रही इसको यहां पर एब्सेंट है ठीक है और यहां पर प्रेजेंट है और यहां पर क्या होगा बंडल चीज सेल के अंदर ऑप्शन होगा राइट ये आपका हमारा क्या था C3 C4 पाथवे थी अब देखो भैया फोटो रेस्पिरेशन क्या होती है मैंने आपको क्या बताया यहां पर फोटो रेस्पिरेशन में क्या है आपका रूबिस्को जो है वो अपना ऑक्सीजन इस एक्टिविटी दिखाने लगता है तो आर यू बीपी है पंच कार्बन का इसपे अगर ऑक्सीजन बहुत ज्यादा है तो ये बिना कर जाएगी तो पंच कार्बन के ही आपके प्रोडक्ट बनेंगे तीन कार्बन का आपका बन जाएगा जे और दो कार्बन का आपका बन जाएगा phosphoglyculate अब जितने कार्बन का पहला स्टेबल प्रोडक्ट बनता है उसी हिसाब से हम नाम रखते हैं जैसे C3 और C4 रखा तो यहां दो कार्बन का फास्फोर glycolet बनता है तो इसे C2 साइकिल भी कहते हैं और ये आपका वेस्ट होता है बल्कि जो एटीपी बना हुआ है उसको भी क्या करता है खा जाता है जो फोटोसिंथेसिस के रेट को इफेक्ट करते हैं यह इंटरनल फैक्टर भी हो सकते हैं जैसे किसी प्लांट में आपका क्लोरोफिल कितना है जितना ज्यादा क्लोरोफिल उतनी ज्यादा फोटोसिंथेसिस इसी प्लांट में आपका क्लोरोप्लास्ट कितना है जितना ज्यादा क्लोरोप्लास्ट उतने ज्यादा फोटोसिंथेसिस किसी प्लांट में ओरिएंटेशन क्या है तो क्या होगा दोस्त अगर बाउंड्री पर अटैच है तो ज्यादा सनलाइट कैप्चर कर पाएंगे ज्यादा फोटोसिंथेसिस होगी अगर यंग लीव्स हैं बढ़िया लीफ है तो ज्यादा फोटोसिंथेसिस होगी कुछ फैक्टर्स आपके एक्सटर्नल होते हैं CO2 की कंसंट्रेशन कैसी है टेंपरेचर कैसा है लाइट कैसी है वाटर स्टेटस क्या है सो ऑन ये आपके एक्सटर्नल फैक्टर्स होते हैं तो इनको समझने के लिए ब्लैक मैन साहब ने एक लॉ दिया 1905 में इसे कहा जाता है ब्लैक मांस लॉ ऑफ लिमिटिंग फैक्टर इन्होंने क्या बताया ऐसा फैक्टर जो की सबसे कम है मात्रा में वही रेट ऑफ रिएक्शन को डिफाइन करेगा जो की हम लॉ ऑफ लिमिटिंग रिएजेंट भी बोल करके पढ़ते हैं केमिस्ट्री में पेन कंपनी है तो पैन बनाने के लिए आपको क्या चाहिए ढक्कन चाहिए रिफिल चाहिए एंड खोखा चाहिए अब आपके रिफिल बनी है भैया पंच फैक्ट्री के अंदर सॉरी कब बनी है पंच रिफिल बनी है आपकी साथ खोखे बने आपके नौ टोटल पेन बताओ कितने बने टोटल पेन बताओ कितने बने भाई पंच ही ढक्कन जो है पंच रिफिल हो जाएंगे तो टोटल सिमिलरली आपका यहां पर देखो क्या हुआ सात रफल बन गई या सात कैप बन गई साथ ही आपकी रिफिल है और तीन आपके खोखे हैं इस बार तो सबसे मिनिमम क्या है ओके तो तीन खोके जो है इन पर आप तीन-तीन कैप और रिफिल लगाओगे टोटल पेन आपके तीन ही बनेंगे एंड लास्ट केस हम लोग देखते हैं की आपके 11 जो है आपकी कैप है रिफिल आपकी 15 है और तीन आपके यहां पर खोखे हैं तो मिनिमम आपका खोखा ही है तो इतने ही टोटल पैन आपको देखने को मिलेंगे यानी जिसकी मिनिमम क्वांटिटी है इंपल्स बात है जिसकी मिनिमम क्वांटिटी है यह डिसाइड करेगा की आपके टोटल पैन कितने बने और इसको आप बढ़ा दोगे तो एक्चुअल जो आउटकम है वो भी बढ़ जाएगा जैसे कैप का नंबर 5 से 6 करो स्टील इट इसे अन मिनिमम नंबर तो टोटल पेन भी पंच से छह हो जाएंगे पंच कर दो रिजल्ट भी 5 हो जाएगा छह कर दो रिजल्ट भी छह हो जाएगा यहां चार कर दो पंच कर दो छह कर दो सात कर दो आठ कर दो नौ कर दो 10 कर दो रिजल्ट उतना ही बढ़ता जाएगा यानी इस मिनिमम वाले पे डिपेंड कर रहा है इस लिमिटिंग फैक्टर पर डिपेंड कर रहा है ओवरऑल रिजल्ट ठीक है अब लाइट देखो लाइट एक बहुत इंपॉर्टेंट चीज है और यहां पर सबसे खास चीज जो हमें पढ़नी होती है वो इंटेंसिटी ऑफ लाइफ इंटेंसिटी ऑफ लाइट एंड रेट ऑफ फोटोसिंथेसिस तो समझ लो यहां पर रेट ऑफ फोटोसिंथेसिस है यहां पर लाइट के इंटेंसिटी है तो इनिशियली अगर आप देखोगे तो इंटेंसिटी जैसे-जैसे badhaaoge रेट ऑफ फोटोसिंथेसिस बढ़ेगा एक टाइम के बाद आप इंटेंसिटी बढ़ते रहो रेट ऑफ फोटोसिंथेसिस आपका नहीं बढ़ेगा क्योंकि लाइट तो आप बढ़ा रहे हो बाकी फैक्टर तो लिमिटिंग हो जाएंगे ना दोस्तों तो एक टाइम के बाद नहीं बढ़ेगा आपका रेट ऑफ फोटोसिंथेसिस बहुत ज्यादा इंटेंसिटी badhaaoge तो क्लोरोफिल के मॉलिक्यूल डिग्रेड होना स्टार्ट हो जाएंगे एक टाइम के बाद आपका रेट ऑफ फोटोसिंथेसिस गिरना जरूर स्टार्ट हो जाएगा और जितने भी लाइट अर्ज पे आती है उसका 10% भी मिल जाए प्लांट को तो भी मौज है इसीलिए सनलाइट एक लिमिटिंग फैक्टर यूजुअली नहीं होती सबसे कम नहीं होता है ये फैक्टर कुछ ऐसे प्लांट है जहां सनलाइट नहीं पहुंच रही तो अलग बात है adervise नॉर्मल केसेस में इट इस नॉट अन लिमिटिंग फैक्टर CO2 कंसंट्रेशन आपको पता है एटमॉस्फेयर में काफी कम है तो यह लिमिटिंग फैक्टर हो सकता है जैसे अगर आप देखोगे पॉइंट जीरो थ्री तू पॉइंट j4% आपका एटमॉस्फेयर में CO2 पाया जाता है ठीक है अगर आप इसको इंक्रीज करते हो तो 0.05% तो आपका फोटोसिंथेसिस का जो रेट है ये भी आपका क्या होगा बढ़ेगा इससे ज्यादा अगर आप करोगे तो फिर रेट नहीं बढ़ेगा क्योंकि बाकी फैक्टर्स आपके इसको लिमिट करना स्टार्ट कर देंगे राइट सी फॉर प्लांट्स को थोड़ी कम CO2 भी मिले एनवायरनमेंट की आवश्यकता पड़ती है वॉलपेपर और टोमेटो जैसे जो प्लांट है वो यहां पर उगाए जाते हैं ग्रीन हाउस चैंबर्स के अंदर CO2 की मात्रा को बढ़ा करके टेंपरेचर को थोड़ा सा बड़ा करके जैसे की उनकी प्रोडक्शन बढ़ सके टेंपरेचर जो है ये आपका यूजुअली एंजाइमेटिक रिएक्शंस को हैंपर करता है और आपको पता है भाई लाइट और डार्क रिएक्शन में से एंजाइमेटिक रिएक्शन कौन से हैं डार्क रिएक्शन रुबिस को पेप केस काफी सारे एंजाइम यहां पर कम करते हैं तो डार्क रिएक्शन जो है यहां पर सीधा-सीधा एंजाइम की एक्टिविटी ऑप्टिमम टेंपरेचर ऑप्टिमम फ पर डिपेंड करती है इसीलिए टेंपरेचर काफी इंपॉर्टेंट फैक्टर है वाटर जो है यह तो आपका एक रिएक्टेंट है यह तो आपका पार्टिकुलरली आपके रिएक्शन के अंदर हम क्या बोलते हैं वाटर प्लस CO2 क्या बना लेगा आपका c6h12o6 यहां पर साक्षात रिएक्टेड मौजूद है लेकिन इसके अलावा भी वाटर के अलग रोल है अगर वाटर किसी प्लांट के अंदर कम हुआ तो प्लांट वाटर को बचाने की कोशिश करेगा से करने की कोशिश करेगा और स्टोमाटा कर लेगा बंद अब स्टोमाटा बंद हो गए तो CO2 अंदर ही नहीं पाएगी बैंड्स तो कई बार वाटर की कमी की वजह से कई बार वाटर की कमी की वजह से CO2 की भी कमी हो जाती है एंड वाटर अगर कम है तो वाटर इसे डी में मीडियम जहां पर सारे के सारे केमिकल रिएक्शंस और मेटाबॉलिक रिएक्शंस होते हैं अगर वाटर कम है तो मेटाबॉलिज्म बूस्ट नहीं हो पाएगा सारे के सारे ड्यूटी को लॉस कर देंगे फोटोसिंथेसिस यार इतना बड़ा चैप्टर था लेकिन फिर भी इसे थोड़ा सा कंसोलिडेटेड क्या है हमने थोड़े कम में हमारे कितनी स्लाइड्स लगी एक जहां पर मेजर्ली स्लाइड खाली ही है तो आप इसको भर सकते हो एक साइड लगी दो स्लाइड तीन जहां पर एक जगह मोर डायग्राम हो सकता है क्योंकि मुझे समझाना है भाई मुझे आपको पटना है थॉट्स वही मैं इस तरीके से चीजों को अरेंज करके लेकर आया हूं अगर मुझे खुद पढ़ना होता अगर मुझे इस चैप्टर के नोट्स बनाने हैं तो आई गैस एक सीट जो है उसका एक साइड बहुत है ज्यादा से ज्यादा उसका पीछे वाला साइड एक सीट से ज्यादा एक पाने से ज्यादा इस चैप्टर में मैं नहीं लगता और असली तो अगर आप इसको एनसीईआरटी से पढ़ चुके हो अगर आप इसको मेरे लेक्चर से पढ़ चुके हो एंड दें यू आर मेकिंग अन माइंड मैप और दें यू आर मेकिंग सैम सॉर्ट ऑफ रिवीजन नोट्स नहीं बना रहे हो आप पुरी की पुरी किताब को लिख रहे हो और पुरी की पुरी किताब को लिखना है रिवीजन के टाइम पर इट विल टेक से टाइम जितना की आपको किताब पढ़ने में लगता तो आपने लिखने में अपना 10 गुना टाइम वेस्ट ही किया है आप एक पाने को पढ़ने में अगर 1 मिनट लगाते हो 2 मिनट लगाते हो तो आप उसे पाने को लिखने में 10 मिनट 20 मिनट लगाओगे यानी आपने अपना 10 गुना टाइम वेस्ट कर दिया है अगर आप नोट्स बनाने में अपने टाइम को इन्वेस्ट करते हो तो सिंपल सी बात है मेरे दोस्त इन्वेस्टमेंट का मतलब यह रहता है आगे आपको उसे चीज का रिटर्न भी मिले अगर आज आप एक चैप्टर के नोट्स बनाने में 10 घंटे लगा देते हो तो आप 10 बार रिवीजन करके उन 10 घंटे को इक्वेट कर दोगे बचा लोग लेकिन अगर आपने 10 घंटे लगा करके नोट्स बनाए और वो उतने ही आपने पोथी भर दी जितनी किताब में लिखी हुई थी तो आप उसे रिवीजन करते टाइम भी वही से 10 घंटे बार-बार gavoge एंड इट इसे अन मूर्ख स्ट्रेटजी इसीलिए नोट्स क्रश होने चाहिए मैक्स तू मैक्स कोई चैप्टर है जैसे मॉलेक्युलर इन्हेरिटेंस मॉलेक्युलर बेसिस ऑफ इन्हेरिटेंस ज्यादा से ज्यादा उसमें आप तीन-चार पेज ले सकते हो दोनों साइड यू नो इंक्लूड करके कोई चैप्टर डिजर्व करता है क्योंकि वहां पर भी काफी सारे कंक्रीट कॉन्सेप्ट्स हैं डीएनए रिप्लिकेशन है लैक ऑपरों है आपका डीएनए फिंगरप्रिंटिंग है एंड देयर आर में कॉन्सेप्ट्स तो वहां पर आप इसे कम में कम नहीं चला सकते लेकिन मैंने कम से मिनरल न्यूट्रिशन मैंने आपको चार स्लाइड्स में पूरा का पूरा चैप्टर पढ़ाया था आप एक पाने के अंदर उसकी एक साइड के अंदर मिनरल न्यूट्रिशन पूरा पढ़ सकते हो से चीज है आपकी अलग-अलग छोटे-छोटे टॉपिक्स के लिए जैसे रिप्रोडक्शन इन ऑर्गेनाइज डी लिविंग वर्ल्ड इसमें आपको बहुत ज्यादा टाइम नहीं लगना चाहिए दोस्त एक शीट कम खत्म थॉट्स इट सिंपल सी बात है इससे ज्यादा अगर आप लगा रहे हो यू आर वेस्टिंग योर टाइम उसे अच्छा किताब को पढ़ लो जरा तू डिफरेंट स्ट्रैटेजिस डी वेरी फर्स्ट स्ट्रेटजी तू मेक नोट्स डी सेकंड वैन स्ट्रीट्स इसे तू मार्क योर बुक तो आप बुक मार्क करके पढ़ लो अगर आपको नोट्स बनाने नहीं आते अच्छे हालांकि आने चाहिए इट इस डी स्किल एंड इट इसे अन ब्यूटीफुल स्किन अगर आपको डॉक्टरी में अपना कैरियर बनाना है आप इतनी मोती मोती किताबें लेकर नहीं बैठ सकते आप लास्ट दे पे आप लिपिड रिव्यू लेकर नहीं बैठ सकते आप लंच की किताब लेकर नहीं बैठ सकते नहीं पॉसिबल आपको अपना टाइम को बताना सीखना होगा राइट इसको सीखो धन्यवाद इस लेक्चर को देखने के लिए दीपू भाई आप की भीख मांगते हुए कमेंट सेक्शन में अगर आपको यह लेक्चर अच्छा लगा हो थोड़ी सी तारीफ कर देना दोस्त और ऐसे शानदार लेक्चर के साथ आपको मिलता रहूंगा आने वाले टाइम में भी सैम ब्यूटीफुल कॉन्सेप्ट्स एलेबोरेटेड इन डी मोस्ट कॉन्साइज एंड क्रिस्पी पॉसिबल थैंक यू सो मच बेस्ट ऑफ लक शुक्रिया जय हिंद