नमस्कार दोस्तों, एक नई लर्निंग के साथ हाजिर हूं और आज के इस लर्निंग में फिल्टर्ड के माध्यम से हमने कुछ कंपनी को निकाला समझने के लिए। उसमें भी हमने कुछ और से कंडीशंस यूज़ किया। फिल्टर्ड की बात करूं तो उस कंडीशन में हमने इस तरह की कंडीशन यूज़ किया कि हमें ऐसी कंपनी चाहिए था जो मार्केट से जिसका वो व का ग्रोथ भी हो और क्वार्टर ऑन क्वार्टर का ग्रोथ भी लगातार जो पास्ट परफॉर्मेंस है वो स्टेबल्स होना चाहिए और इसके अलावा जो कंडीशन आपने देखा अभी यहां पे जो हमने इसी कंडीशन को यूज़ करने की कोशिश किया जहां यहां करंट मार्केट के जो प्राइस है वो 50 डे मार्क के आसपास से ज्यादा होना चाहिए। 200 डे में डे मार्क के जो प्राइस है उस प्राइस से ज्यादा होना चाहिए करंट मार्केट के अर्थात ऐसा होना चाहिए कि वहां जो प्राइसिंग है वह धीरे-धीरे करके ब्रेकआउट करके ऊपरी लेवल के लिए तैयार होगी। जहां तक कॉस्टिंग का सवाल है तो जहां ₹1 की कमाई है उसके पीछे 20 और उससे ज्यादा मल्टीपल में भीड़ बिल्कुल नहीं होना चाहिए और साथ में चाहे वो इंटरेस्ट ऑफ शेयर होल्डिंग पैटर्न को ही लेकर क्यों ना हो। इस लिस्ट में काफी सारे कंपनी निकल के आती है। इसमें अभी के समय में करीब 42 कंपनी निकल के आई। उसमें से एक कंपनी था। जो फर्टिलाइजर और केमिकल की बात करने वाले हैं। उस कंपनी को लेकर क्या आंकड़ा निकल के आती है? उसको हम एक-एक पहलू को समझने की कोशिश। देखिए ये जो कंपनी है यह भी एग्रोकेमिकल के लिस्ट में शामिल है और एग्रोकेमिकल आजकल मार्केट में सबसे बेटर परफॉर्मेंस कर रहे हैं। अपने फाइनेंसियल रिकॉर्ड के मुताबिक हो या मार्केट में स्टेबिलिटी के तरफ इशारा दे। की बात करूं इनके कंपटीिट से यदि कंपेयर करेंगे जहां कंपिटिट के तौर पर बड़ी दिग्गज चाहा पे मंडल हो फैक्ट हो या अचंबल फर्टिलाइज़र्स हो इन सभी कंपनियों के से कंपेयर करने पे यह पता चलता है जो यहां की बात करूं तो यह वैल्यू्यूएशन के दृष्टिकोण से काफी सस्ता दिखता है अर्निंग पर शेयर के अकॉर्डिंग नेट यदि आप डेप्ट टू इक्विटी रेशियो को भी देखते हैं तो 0.79 के आसपास आंकड़ा आती है। और वैल्यू्यूएशन के दृष्टिकोण से यदि करंट मार्केट की प्राइस से कंपेयर किया जाए तो करीब 200% तो वही इंटेंसिव वैल्यू से कंपेयर करने पे केवल 150% की रै रैली क्रिएट कर। अब जिस टॉपिक को लेकर हमने चर्चा किया था कि करंट मार्केट की प्राइस जो है वह ग्रेटर देन होना चाहिए फ्रॉम द 50 डे मार्क से और 200 डे मार्क से उसके अकॉर्डिंग हमने देखा कि यहां पे पूरे के पूरे चेन को ही कलेक्ट किया। चाहे कोडमंडल हो, चाहे चंबल फर्टिलाइजर हो, चाहे वो मंगलस केमिकल एंड फर्टिलाइजर है। इनमें करीब 13% की मार्केट में डीप लिया है। ऐसा लगता है कि मार्केट बॉटम से जो चलना चालू किया तो 70% फ्रॉम द 52 की लो पोजीशन जंप कर चुका है। तो फिलहाल हायर पोजीशन से केवल 13% दूरी पे खरीदे। जबकि यदि हम कोरमंडलम की बात करें तो करीब 1% के आसपास ही रही है। तो फैक्ट और जो बड़ी जो दिग्गज कंपनी के तौर पे जो बनी है इसमें कि कह सकते हैं कि जीएसfसी जैसे कंपनी उन कंपनियों में भी करीब 34 से लेकर के 45% तक की मार्केट टूटी हुई दिख। उन कंपनियों के कंपिटर्स से कंपेयर करने पर पता चला कि यहां केवल 13% की ही मार्केट डाउन साइड में दी। यदि कंपनी की ईयर एंड ईयर बेसिस की ग्रोथ लेवल की बात किया जाए तो साल दर साल जो इनका लास्ट 3 साल में शेयर्स का ग्रोथ था वह करीब 21% के आसपास था। तो वहीं प्रॉफिट भी बढ़ के करीब 32% रहा। लेकिन वीकनेस की बात यह है कि लास्ट 12 महीने में टीटीएम के मुताबिक 20% की सेल्स में गिरावट रही है। तो उनके उसके समांतर यदि हम प्रॉफ़िट की बात करें तो उससे डबल करीब 40% की गिरावट लेकिन इनकी गिरावट इनकी रैली से करंट मार्केट प्राइस को बहुत ज्यादा फर्क नहीं पड़ा और वह आज भी करीब 1 सालों के दौरान में 46% की रैली बरकरार रिटर्न एंड इक्विटी ईयर एंड ईयर बेसिस के मुताबिक जहां लास्ट लास्ट 10 सालों में करीब 11% तो धीरे-धीरे इंप्रूवमेंट के साथ लास्ट वन ईयर में करीब 18% की रिटर्न क्रिएट। यदि हम शेयर होल्डिंग पैटर्न की बात करें इस कंपनी में तो ऐसा दिखता है कि कंपनी में एफआईआई हो, डीआईआई हो और आम निवेशक हो इन सभी की भागीदारी बनी हुई है और टोटल कह सकते हैं करीब 55000 से लेकर 60 शेयर होल्डर का इंटरेस्ट जुड़ा हुआ दिखता है। जहां पे डीआईआई ने करीब 5% से ज्यादा होल्ड करके रखा है। तो वहीं एफआईआई ने करीब नियरली 2 सवा5% के आस यदि हम इनकी वैल्यू्यूएशन में एक चीज को और देखें वेट के इस दृष्टिकोण से तो जहां पे इंडस्ट्रियल की ऑन एवरेज कंपनियों में जो भीड़ है वो 15 मल्टीपल में है अर्निंग के मुताबिक तो यहां भी नियरली 14 के आसपास दिखता इन दोनों के कंपटीशन कंपेयर करके देखा जाए तो कह सकते हैं कि 5 से लेकर के करीब 8% के बीच में एक गैपिंग आज भी बरकरार चल रही है। जबकि नेट इनकम मार्जिन इस कंपनी का 4% के आसपास रही है। तो नेट इनकम 4% के साथ-साथ यदि हम कंपटीिट की इनकम सोर्स को अवलोकन करें तो समझ में आ रही है कि कंपनी के जो कंपटीिटर्स हैं चाहे वो कोड मंडल हो चाहे फैक्ट हो चाहे चंबल फर्टिलाजर हो इन सभी कंपनियों के अकॉर्डिंगली यहां पे करीब-करीबोर 4% की सेविंग कर रही है। तो वहीं कोड मंडल जैसी कंपनी 7% तो फैक्ट जैसे कंपनी में बट करीब 2% की गिरावट है तो साथ में चंबल फर्टिलाइजर बेटर परफॉर्मेंस करती है तो कुछ कंपनी में परफॉर्मेंस गिरता भी बायोवाई की ग्रोथ के मुताबिक देखा जाए तो कंपनी में मंगल केमिकल एंड फर्टिलाइजर लिमिटेड की बात करें तो बायोवाई सेल्स में 51% की वृद्धि थी तो प्रॉफिट में करीब 74% की रैली बना दी। यदि हम क्वार्टर ऑन क्वार्टर की बात करें तो 24% से ज्यादा सेल्स ग्रो करती है तो करीब 117% से ज्यादा इनकी प्रॉफिट ग्रो करती। जबकि कंपटीिट से कंपेयर करने पर पता चला कि बाकी कंपनियों में केवल केवल एक कंपनी है जिसका नाम है नेशनल फर्टिलाइजर जिसमें कुछ टर्म के अकॉर्डिंग तो मार्केट में काफी ज्यादा ग्रोथ लेवल बनी थी तो कुछ टर्म में गिरावट भी दर्ज करती है। खास करके यदि क्वार्टर ऑन क्वार्टर की चर्चा करें तो इन कंपनी से थोड़ा सा ज्यादा बेटर्स रिटर्न किसने क्रिएट किया? नेशनल फर्टिलाइजर लिमिटेड एक चीज को और जानना जरूरी है कि आखिर इस कंपनी में जो रिस्क है रिवार्ड है उसका क्या अवधारणाएं हैं देखिए रिस्क और रिवार्ड को लेकर के जो अवधारणाएं चल रही है रिस्क नहीं के मुताबिक है और रिटर्न के एक्सपेक्टेशन जो है वो काफी बुल दर्ज करती है। यदि रिसेंटली की तरफ चलें तो यहां पर चार्ट लेवल में हमने देखा कि जैसे हमने कहा कि परसेंटेज ऑफ जो गिरावट थी वहां से मार्केट ब्रेकआउट कर रही है तो यहां पे हम आपको कोई टेक्निकल टारगेट की बात बिल्कुल नहीं कर रहे हैं ना कोई आपको स्टॉप लॉस की ज्ञान दे रहा है। यहां पे देखा गया कि ब्रेकआउट होती जा रही है। अर्थात जो इंटरेस्ट है वो ट्रस्ट है वह बिल्ड अप होती जा रही है। और यहां पे ट्रस्ट बिल्ड अप होती है। तो इसको कहते हैं ब्रेकआउट होना। और जैसे ही यह पुराने रिकॉर्ड को और तोड़ेगा तो यहां पे और ज़्यादा वॉल्यूम और ज़्यादा इंटरेस्ट बन सकता। फिलहाल हम उसने ज्यादा जानने की कोशिश नहीं करते हैं। टारगेट और एसएल को हमने कंबाइंड करके सिंगल सी गोल्डन रूल हमने बनाई और गोल्डन रूल को लेकर के समझने की जरूरत। वह हमेशा कहता है कि मनी इज एवरीथिंग सिक्योर एंड सेफ फॉर द बेटर टुमारो। होते हुए प्रॉफिट को लपेटने की जरूरत पड़ेगी क्योंकि आदत डालनी पड़ेगी और कुछ ऐसे सामान को बिल्कुल ना घर लेके आए जो आने वाले समय में उसकी वैल्यूएशंस डाउन हो जाए या वैल्यूएशंस में उसकी कोई ले ही ना तो कोई फायदा नहीं है। फिर वह कैपिटल का सीधा-सीधा नुकसान हो जाएगा। इसीलिए इन चीजों को ध्यान रखना चाहिए। प्रोडक्टिविटीज के पीछे चाहे वो आपकी फाइनेंसियल इंस्ट्रूमेंट हो, चाहे आपके घर का कोई स्टोर करने वाला आइटम। उस पे फोकस करके ही जानने की जरूरत है। और जब तक वो चीज पॉसिबल है, मार्केट में स्टेबल भी रहा जा सकता है बिना कोई नुकसान झेले। मिलेंगे कुछ नई स्टडी के साथ, न्यू कांसेप्ट के साथ। तब तक के लिए थैंक्स फॉर द जॉइनिंग। हमारी साइड से कोई भी ट्रेडिंग, एडवाइज़री और रिकमेंडेशन की बात बिल्कुल शामिल नहीं है कि आप इस स्टॉक को खरीदो या रखो या बेचो। दिस इज योर मनी योर। थैंक्स फॉर द जॉइनिंग अस।