ब्लॉकचेन और नेटवर्क्स पर लेक्चर नोट्स
Centralized Network (केंद्रित नेटवर्क)
- परिभाषा: एक ऐसा नेटवर्क जिसमें एक मुख्य सर्वर होता है जिससे सभी नोड्स (लैपटॉप्स, कंप्यूटर्स, मोबाइल्स आदि) जुड़े होते हैं।
- उदाहरण: ऑनलाइन फूड डिलीवरी एप्लिकेशन जैसे स्विगी, डोमिनोज़।
- प्रक्रिया: कस्टमर (अनुष्का) स्विगी के माध्यम से ऑर्डर करती है और पेमेंट करती है। स्विगी सर्वर के उपयोग के लिए एक सर्विस चार्ज लेता है।
- वेबसाइट ट्रांजेक्शन: नोट्स की खरीदारी के लिए वेबसाइट पर भुगतान और सर्विस चार्ज के रूप में अतिरिक्त राशि।
- डिसएडवांटेज:
- सिंगल पॉइंट फेलियर: यदि मुख्य सर्वर विफल हो जाता है, तो पूरे नेटवर्क को नुकसान हो सकता है।
- सर्विस चार्ज: प्रत्येक ट्रांजेक्शन के लिए सर्विस चार्ज की आवश्यकता होती है।
Decentralized Network (विकेंद्रीकृत नेटवर्क)
- परिभाषा: इस नेटवर्क में कोई केंद्रीय सर्वर नहीं होता। सभी नोड्स एक-दूसरे से जुड़े होते हैं।
- फायदे:
- सिंगल पॉइंट फेलियर न होना: कोई केंद्रीय सर्वर न होने के कारण, कोई विफलता का एकल बिंदु नहीं है।
- बिना सर्विस चार्ज के ट्रांजेक्शन: कोई केंद्रीय तत्व नहीं होने के कारण सर्विस चार्ज की आवश्यकता नहीं।
- ब्लॉकचेन में उपयोग: ब्लॉकचेन का मुख्य उद्देश्य विकेंद्रीकरण है ताकि कोई एकल तत्व पूरे नेटवर्क को नियंत्रित न कर सके।
ब्लॉकचेन और बिटकॉइन
- ब्लॉकचेन:
- विकेंद्रीकरण पर आधारित, हर नोड नेटवर्क का हिस्सा होता है।
- विभिन्न एप्लिकेशन्स जैसे वोटिंग, जुए में उपयोग।
- बिटकॉइन:
- एक क्रिप्टोकरेंसी है जो ब्लॉकचेन का एक अनुप्रयोग है।
- आगे की लेक्चर्स: अधिक विवरण और विशिष्ट तत्वों पर केंद्रित।
निष्कर्ष
- ब्लॉकचेन विकेंद्रीकरण को बढ़ावा देता है और केंद्रीय नियंत्रण को समाप्त करता है।
- भविष्य के लेक्चर में ब्लॉकचेन और बिटकॉइन के बीच संबंध, और ब्लॉकचेन के अन्य अनुप्रयोगों की चर्चा होगी।
नोट: आगे के लेक्चर्स में और अधिक गहराई से जानकारी मिलेगी। यह विषय जटिल है और इसे समझने के लिए सम्पूर्ण अध्ययन आवश्यक है।