फिजिकल फीचर्स ऑफ इंडिया
परिचय
- लेक्चर का विषय: फिजिकल फीचर्स ऑफ इंडिया
- अध्याय का महत्व: यह ज्योग्राफी का एक बहुत ही दिलचस्प चैप्टर है।
- लेक्चर का उद्देश्य: पूरे एक घंटे में चैप्टर का रिविजन और महत्वपूर्ण प्रश्नों का उत्तर देना।
प्रमुख भौगोलिक विशेषताएँ
- भूगोलिक विभाजन:
- हिमालय
- नॉर्दर्न प्लेन
- पेनिनसुलर प्लेटू
- भारतीय डेजर्ट
- कोस्टल प्लेन
- द्वीप (आइलैंड्स)
हिमालय
- हिमालय की तीन रेंजेस:
- हिमाद्री (इनरमॉस्ट रेंज)
- हिमाचल (मिडिल हिमालय)
- शिवालिक (आउटर हिमालय)
- हिमालय की लंबाई: 2400 किमी
- हिमालय की औसत ऊँच ाई: 6000 मीटर
- महत्व:
- जल संचयन और जलवायु पर प्रभाव
- बर्फीले क्षेत्रों से नदियों का उद्गम
नॉर्दर्न प्लेन
- क्षेत्र: पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल
- विशेषताएँ:
- रिवर्स द्वारा निर्मित
- जलवायु के लिए महत्वपूर्ण
- कृषि का मुख्य क्षेत्र
पेनिनसुलर प्लेटू
- संरचना:
- सेंट्रल हाइलैंड्स
- डेक्कन प्लेटू
- विवरण:
- टेबल टॉप लैंड
- ड्रिफ्टिंग ऑफ गोंडवाना लैंड से बना
भारतीय डेजर्ट
- थार डेजर्ट:
- अरावली पहाड़ियों के पश्चिम में स्थित
- वर्षा: 150 मिमी से कम
- लूणी नदी: इस क्षेत्र की एकमात्र प्रमुख नदी
कोस्टल प्लेन
- वेस्टर्न कोस्टल प्लेन:
- अरब सागर के तटीय क्षेत्र में
- कोंकण, कर्नाटक, और मालाबार कास्ट क्षेत्र
- पूर्वी कोस्टल प्लेन:
- बंगाल की खड़ी के तटीय क्षेत्र में
- नादान सरकर और कोरोमंडल कास्ट क्षेत्र
द्वीप (आइलैंड्स)
- अंडमान और निकोबार:
- सबमरीन माउंटेंस के ऊँचे हिस्से
- इक्वेटोरियल क्लाइमेट
- लक्षद्वीप:
- कोरल आइलैंड्स
- जलवायु के अनुसार: उष्णकटिबंधीय
निष्कर्ष
- भारत के भौगोलिक विविधता का महत्व
- प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण और विकास
- जलवायु और कृषि में योगदान
प्रश्न और उत्तर
- क्यूंकि प्रश्नों का उत्तर देने के लिए तैयारी की गई।
- आवश्यकतानुसार नोट्स साझा किए जाएंगे।
यह नोट्स लेक्चर के मुख्य बिंदुओं को संक्षेप में प्रस्तुत करते हैं, जो छात्रों के लिए अध्ययन में सहायक हो सकते हैं।