C भाषा के मूलभूत सिद्धांत

Aug 31, 2024

C भाषा का परिचय

प्रोग्राम क्या है?

  • प्रोग्राम एक निर्देशों का संग्रह है।
  • सेट ऑफ लॉजिकल्ली ग्रुप्ड इंस्ट्रक्शन ही प्रोग्राम है।

C भाषा का इतिहास

  • C भाषा का विकास कैसे हुआ।
  • प्रोग्रामिंग भाषाओं का विकास।
  • विभिन्न प्रकार की भाषाएँ:
    • लो-लेवल भाषाएँ: मशीन भाषा, असेंबली भाषा।
    • हाई-लेवल भाषाएँ: उपयोगकर्ता के लिए आसान, मशीन से दूर।

बाइनरी भाषा

  • कंप्यूटर केवल बाइनरी भाषा समझता है।
  • बाइनरी में प्रोग्राम लिखना कठिन।

परीक्षण और डिबगिंग

  • परीक्षण (Testing): प्रोग्राम की गलतियों को खोजने की प्रक्रिया।
  • डिबगिंग (Debugging): प्रोग्राम की गलतियों को हटाना।
  • इनपुट के माध्यम से विभिन्न स्थितियों की जांच करना।

भाषा के प्रकार

  1. लो-लेवल भाषा
    • हार्डवेयर के निकट।
  2. हाई-लेवल भाषा
    • उपयोगकर्ता के निकट।
    • उदाहरण: BASIC, COBOL।
  3. मिडल-लेवल भाषा
    • C भाषा इसी श्रेणी में आती है।

C भाषा के लाभ

  • C भाषा को "मदर ऑफ ऑल लैंग्वेजेज" के रूप में जाना जाता है।
  • सभी प्रकार के एप्लिकेशन बनाए जा सकते हैं।
  • यूनिक्स ऑपरेटिंग सिस्टम भी C में लिखा गया है।

कंपाइलर और इंटरप्रेटर

  • कंपाइलर: पूरा प्रोग्राम एक बार में संसाधित करता है।
  • इंटरप्रेटर: लाइन बाय लाइन प्रोग्राम को पढ़ता है।
  • कंपाइलर तेज होता है, जबकि इंटरप्रेटर धीमा होता है।

चौथी और पांचवी पीढ़ी की भाषाएँ

  • चौथी पीढ़ी की भाषाएँ: SQL, Visual Basic।
  • पाँचवीं पीढ़ी की भाषाएँ: नैचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग।

निष्कर्ष

  • C प्रोग्रामिंग में अगले पाठों में बुनियादी शर्तों को स्पष्ट किया जाएगा।
  • C प्रोग्रामिंग की शुरुआत की जाएगी।

ध्यान दें: यह नोट्स C भाषा के मूलभूत सिद्धांतों और उसके ऐतिहासिक संदर्भ पर केंद्रित हैं।