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कश्मीर घाटी और छत्र गला टनल
Jun 29, 2024
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कश्मीर घाटी और छत्र गला टनल
मुख्य बिंदु
कश्मीर घाटी को 'जन्नत' कहा जाता है, लेकिन वर्तमान में यह एडवर्सरी से घिरा हुआ है।
चाइना और पाकिस्तान की आर्मी, सीपेक से सैनिकों को तेजी से मूव कर सकती हैं।
सक्ष घम वैली में चीनी निर्माण。
आज कश्मीर को भारत से चार मुख्य रूट्स जोड़ते हैं:
एन 44: पठानकोट से श्रीनगर (पठानकोट -> जम्मू -> बानी हाल -> काजीगुंड -> श्रीनगर)
पुराना मुगल रोड: जम्मू -> रजौरी -> पुंज -> शोपिया -> श्रीनगर
पठानकोट -> जम्मू -> उधमपुर -> डोडा -> किश्तवार -> अनंतनाग -> श्रीनगर
छत्र गला टनल
एन 44 और अन्य रूट्स के बंद होने पर वैकल्पिक मार्ग。
छत्र गला टनल, पठानकोट से कश्मीर को जोड़ेगी:
कथुवा और डोडा जिलों को जोड़ेगी
6.22 किमी लम्बी टनल
ऑल वेदर कनेक्टिविटी प्रदान करेगी
कथुवा -> लखनपुर -> बनी -> छत्र गला -> भादरवा -> किश्तवार -> श्रीनगर
सुरक्षा और रणनीतिक महत्व
सीपेक प्रोजेक्ट्स से देश की सुरक्षा खतरे में
टनल की मदद से भारत चाइना और पाक खतरे का मुकाबला कर सकेगा。
मिलिट्री मूवमेंट और सैन्य रसद के लिए अहम
इकोनॉमिक डेवलपमेंट में योगदान करेगी。
निर्माण में देरी
2018 में डीपीआर सबमिट हुई लेकिन फंडिंग की कमी, माउंटेनस टेरेन, और एनवायरमेंटल इंपैक्ट असेसमेंट जैसी परेशानियों की वजह से देरी हुई。
इनफ्रास्ट्रक्चर पुश:
न्यू हाईवेज और अंडर पासेस
9 किमी लंबी श्यामा प्रसाद मुखर्जी टनल
88.5 किमी लंबी बानी हाल काजीगुंड टनल
1.4 किमी लंबी नंदी टनल
11.2 किमी लॉ न्ग पीर पंजाल रेलवे टनल
6.5 किमी जमोर टनल, 1.95 किमी निल गराज टनल, 14.2 किमी जोजिला टनल
फैकल्टी प्रोग्राम
यूपीएससी सिविल सर्विसेस एग्जाम की तैयारी:
तीन चरण: फाउंडेशन, मेंस, इंटरव्यू स्टेज
कोड आरटी लाइफ का उपयोग कर एडमिशन
अंतिम विचार
75 साल बाद क्यों निर्माण
राजनीति और आर्थिक संकट
आपकी राय
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