जय मां विंध्यवासिनी हर हर महादेव सभी का स्वागत है आपके अपने युटुब परिवार फेसबुक पेज में आप किस श्रेणी के ऊपर कोई शक्ति आई थी आपके पूजन स्थान पी के सीड दिव्या शक्ति की किस दिव्या ऊर्जा की उपस्थित बनी हुई थी कालांतर में किसी कारणवश घर परिवार में किसी करण से कोई ऐसे व्यक्ति आते हैं जिनको तंत्र विद्याधारी की जानकारी रही भगत वालों की कोई भगत इत्यादि दे रहे हैं सिखा ओझा रहे हैं और उनके जान के पश्चात से आपका घर ही खाली हो गया शक्तिशाली के ऊपर आने नहीं लगी आना नहीं छोड़ दी या ए रही है तो रो रही हैं कष्ट हो रहा है घर में जो है दुर्भिक्ष बनाने लगा यानी की आपको परेशानियां होने लगी आर्थिक परेशानी सारणिक प्रेस आदि होने लगी ये सब इसका संकेत है की आपके घर से जो ऊर्जा जिसके उपस्थित कवि बनी थी वो जा चुकी हैं और यह 100% आज के समय में भी होता है यह कोई अंधविश्वास का बात नहीं है देखिए ऊर्जा के महत्व को समझना चाहिए ऊर्जा की विधि क्या है ऊर्जा ऑलरेडी उपस्थित है बस हम जब किसी मंत्र जब विधि नियम इत्यादि को करते हैं तो सकारात्मक रूप में वह उपस्थित हो जाति है दैविक रूप में हमारे स्थान पर से पिंड के भीतर उपस्थित होकर के हमारे द्वारा को स्वीकार करके वृद्धि को प्राप्त करती हैं और उनके आशीर्वाद के द्वारा हमारे भी उत्तरोत्तर वृद्धि होती है इसका वर्णन श्रीकृष्ण की जी के द्वारा भगवान श्रीकृष्ण के द्वारा श्रीमद् भागवत गीता के तीसरी अध्याय में भी है जब देवताओं को उनका अधिकार दिया जा रहा है जिसके विषय में भगवान कहें हैं की आप देवता जो हैं मनुष्यों को उनको आशीर्वाद प्रधान करें उनको वृद्धि प्रधान कर दिया मनुष्य जो है यज्ञ के द्वारा आपको तृप्ति करेंगे इस प्रकार आप दोनों जो है वृद्धि को प्राप्त करें तो इसी प्रकार से यह चीज चल रहा है लेकिन होता क्या है की जब हमारे घर में किसी दिव्या ऊर्जा की उपस्थित बंटी है वो कैसे बनेगी जब लंबे समय तक परिवार का कोई सदस्य या हमारे बड़े बुजुर्ग अथवा हम लंबे समय तक किसी एक प्रकार की पूजन प्रणाली को लेकर चलते हैं मंत्र अनुष्ठान इत्यादि करते हैं जाप करते हैं हवन करते हैं तर्पण महाजन करते हैं जैसे एक ही प्रकार के स्रोत स्तुति को काफी लंबे नुकसान करते हैं 108 108 का 108 दिन तक का पाठ कर लिए हजारों हजार में कर गए होते हैं भले हमारी परेशानियां पहले कैसी भी हो लेकिन कालांतर में 5 साल 7 साल 10 साल करते-करते-करते-करते एक दिव्या ऊर्जा निर्मित हो जाति है और उसका सबसे विशिष्ट यह होता है की परिवार में कल में जो भी शुभ शक्ति उपस्थित होगी वो उससे दृढ़ हो जाति हैं कल के पितृ पूर्ण रूप से शुद्ध और तृप्ति हो जाते हैं और इन दोनों का कल की शक्तियों का कल के पितरों का और साथ ही आप किसी दिव्या क्षेत्र में जाते हैं की नेतृत्व क्षेत्र में जाते हैं तो वहां भी शक्तियां जो होती हैं वो भी बड़ी प्रश्न होती हैं की एक अच्छा आप नॉर्मली भी होता है ना कुछ अच्छा बच्चा किसी टीचर के पास जाए तो दूसरा टीचर भी उन्हें प्रेम करता है तो ठीक इस प्रकार से आप कहानी भी जाएंगे तो आपको विशेष लाभ प्राप्त होगा जब आप शुद्ध मां से जानते हैं और सड़क होते हैं तो यहां भाई एक अच्छा बालक मेरे पास आया है इसकी कामनाओं को पूर्ण किया जाए तो जब यह कृपा आशीर्वाद प्राप्त हो जाति है और परिवार में वैसी कल की शक्ति उपस्थित उनकी बन जाति है पूरे तरीके से उसके पश्चात आपके शरीर का जो भी सड़क होते हैं या परिवार के जो सदस्य पूजन पाठ कर रहे होते हैं उनके शरीर में उन देवताओं का तत्व उपस्थित होने लगता है जब हम इस चीज को आरंभिक स्टार में देखते हैं तो शरीर पर दे भी शक्तियों का आना यह प्रारंभिक स्टार है उसमें देवी शक्तियां आने लगती हैं शरीर असंतुलित होने लगता है यह शक्तियां उसे हमारे मध्य से हमारे प्रभाव से जो हम मंत्र उठ जाए चाहे उपस्थित किया हैं जो जब इत्यादि के उसके प्रभाव से हमारे शरीर पे ए करके बोलने ग गई सुभिता की बात है यहां पे कोई गलत नकारात्मक ऊर्जा की बात हो नहीं रही है तो इसके पश्चात यह होता है की जब शक्ति अपनी उपस्थित बना लेती है और कोई वैसे व्यक्ति जो भगत वालों के सुख हो जगिया इत्यादि टाइप की जो लोग होते हैं या फिर जो तंत्र सिद्धि किया हैं लेकिन दूसरों के पास हो शक्तियों का होना बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं उनको खाने का ईर्ष्या होती है और कोई है जानकारी हो गई की आपके शरीर में किसी शक्ति की उपस्थित है आपके घर में कोई दिव्या ऊर्जा स्थान लेकर के बैठी हैं वो आपकी कल के देवी हूं कल के देवताओं तब वो विभिन्न प्रकार के संयंत्र करते हैं जिसके मध्य से वो शक्ति उनके पास चली जाति है वो सडयंत्र या वो विधान किस-किस प्रकार से होते हैं कैसे उन शक्तियों को लेकर के चले जाते हैं इसे जान लीजिए सबसे पहले तरीका होता है की जिनके शरीर के ऊपर में किसी शक्ति की उपस्थित बन रही है उनके इस थ्योरी के ऊपर से विशेष दोनों में विशेष करके तो बृहस्पतिवार के दिन पूर्णिमा के दिन जी समय ऊर्जा का पूरा प्रभाव है क्योंकि घर में अगर लक्ष्मी तत्व के वृद्धि हो रही है तब बृहस्पतिवार के दिन ही विशेष कर के लोग प्रयोग करेंगे किसी एन किसी करण से मां लीजिए की आपकी तबीयत खराब है कोई बहन बनाकर की आप सोए हैं तो सोए में भी जिनकी ऊपर में उपस्थित बंटी है सवारी इत्यादि अगर आई है या जो बहुत पूजन पाठ घर में कर रहे होते हैं उनके ऊपर से जो है मध्य बन गया उसके बाद अपनी तंत्र की जो विशेष प्रक्रियाएं हैं शक्ति को बुलाएंगे बंधेंगे उनके द्वारा अपने कार्य को करेंगे और आपका यहां पे फिर विपरीत समय आरंभ हो जाएगा ये गलत कार्य कर रहे होते हैं लेकिन दंड देने की प्रवृत्तियां अपनी भी कुछ गलतियां होती हैं जो लोग बोलते हैं ना की जब हम इतना पूजा की इतना समर्थ फिर प्रयोग बात है ये भक्ति वाली बात केवल यहां नहीं हो रही है भक्ति की बात है तो तो परम पुरुष परमात्मा बाहर जगदंबा आदिशक्ति कुछ भी कर शक्ति हैं लेकिन ये प्रयोग बात हो रही है यहां पे दूसरा विधान जो दूसरा तरीका होता है जिसे मैं बार-बार बोलना हूं कहानी भी जाइए तो झूठ मत छोड़िए अगर आप भजन पाते तैयारी कर रहे हैं तो आपके जूठन से चाहे आपका झूठ गिलास हो या खाने का अन्य झूठ छोड़ गया हो उसके मध्य से बहुत बड़ा तांत्रिक प्रयोग इत्यादि होता है ऊर्जा हरण के लिए आपके घर में उपस्थित शक्ति को बांधने के लिए हटाने के लिए यह एक विधि विधान हो जाता है यह आपको नहीं छोड़ना चाहिए आपके वस्त्र आदि जो है कोई और अगर दुलता हो घर के नौकर नौकरानी धुलेटी हो तो कोई और उसको सुखाता हो इस प्रकार के प्रति जो करता है किन्हीं के मां में अगर वैसा भाव है बाहर वाले का वो आए और उसे लेकर के चले जाए तो मध्य से सिर्फ आपके ऊपर ही नहीं अगर आपके ऊपर ऊर्जा की उपस्थित है उसे भी वह बंधन करेंगे लेकर के जाएंगे पर के नीचे की मिट्टी टेढ़ी तो सामान्य बात है बाल नाखून तो सामान्य बातें तो प्रयोग होता ही होता है इसके शिवाय चौखट से उतार कर के ले जाना घर के बाहर चौखट पे क्यों कहा जाता है की चौखट सदैव जो है किसने की थी शक्ति के द्वारा सुरक्षित होना चाहिए उसका अर्थ ही है आप पुराने समय के लोगों को देखिए गांव की जो बहुवे होती हैं आज भी जिनको यहां उनके माता-पिता के द्वारा सिखाया गया और नए नवली तो नहीं करेंगे लेकिन जो अपनी जिनके माता-पिता ने उन्हें शिक्षा दिया है की हां तुम्हें ऐसा करना चाहिए ससुराल में तो देखिएगा सुबह के समय चौखट को धुलती हैं तिलक इत्यादि करती है लोट से जल्द हारती हैं यह कार्य जहां होते रहेगा जी घर में होते रहेगा वहां की कल के पितृ और कल के देवता कल के भैरों रक्षक अत्यंत मजबूत होते हैं उनका चौखट उतारना सामान्य बात नहीं होता कोई जल्दी उतार नहीं पाएगा उसके लिए उसे बहुत प्रयास करना पड़ेगा समानता जहां यह सब कार्य नहीं होता है वहां बढ़िया सनी से लोग लेकर के चले जाते हैं ये दैनिक प्रक्रियाओं का हिस्सा था जिसे लोग भूल चुके हैं छोड़ चुके हैं किसी के घर में जाकर के बैठ करके मेहमान बन करके गए उन्हें तंत्र शक्तियों की वह सीधे त्यादिबोध विश्वास की किया हुए वहां बैठेंगे अब वहां दो-चार दिन के लिए हैं तो वह फिर अनुकूल समय अपने अनुसार देख करके उसे स्थान पे आपकी पूजन स्थानीयता देवी की सी चीज को रखेंगे फूल मंत्र भी रख देंगे किसी चीज को वहां रखेंगे जो की पहले से ही अभिमंत्रित इत्यादि होगा और उसके मध्य से आपके देवता जो शक्ति वहां उपस्थित थे उनको बंधन करने का प्रयास करेंगे और बाद में जान समय में वहां से किसी चीज को उठा करके ले के चले जाएंगे शक्ति पीछे-पीछे जो है उनके साथ में चली जाएगी या बाद में आवाहन करके बुला लिया जाएगा उसे स्थान से किसी प्रकार के कपड़ा किसी प्रकार का अच्छा भस्म सिंदूर पुष्प जो पहले से चढ़ाया हुआ है उनको भी कोई अगर उठाकर के ले जा रहा है बाहर का व्यक्ति तो आपकी देवी शक्ति और साथ में लेकर के जा रहा है चाहे वो कुछ भी बहन बनाकर के ले जाए कई बार ऐसा होता है की व्यक्ति आता है मेहमान बनकर पूजन स्थान पर स्वयं ही पूजा करने के लिए ज़िद करता है बोलना है की हम भी यहां पूजन करें जान लीजिए की जिसके मां में शेर से होगी वो आप आश्रित कालनेमीज इस प्रकार से प्रहार करते हैं आश्चर्य लगा की हम तो भगवान के भक्ति कर रहे हैं लेकिन वो जब धूप दीप जलाएगा तो उसकी शक्तियां होगी जो पित्त प्रसाचिक शक्ति जिसके द्वारा अशुद्ध करके यहां के दैविक शक्तियों को ले जाना होगा उसे वो उनका आवाहन करके फिर यहां पर पूरा अपना कार्य को कर देगा इस विधि विधान से भी होता है पर स्पर्श करने के मध्य से देवताओं की चरण स्पर्श इत्यादि विग्रह स्पर्श की तो बात छोड़ दीजिए जिनके ऊपर मैंने भी शक्तियां आई हैं उनको भी स्पर्श इत्यादि करके कुछ हाथ में ऐसे भिमंत्रित जो इत्र इत्यादि होते हैं उनको लगा करके विशेष समय में किसी समय में जाना है और इस पर इत्यादि करें तो भी अधिक होती है चारों आपके जो घर के चारों को होते हैं उनको कल करके मां लीजिए की आपका घर का चारों कोना खुला में है और बीच में घर है तो चारों को में व्यक्ति जा सकता है आपको जानकारी भी नहीं होगा वो अपशिष्ट पदार्थ शमशान के भस्म इत्यादि कुछ ऐसी मुर्दे की क्रियाएं होती हैं उन सब को ले जाकर के वो पहले घर को कल देगा घर शुद्ध हो जाएगा उसके पश्चात जो है देवी शक्तियों को आराम से लेकर के वो जा सकता है जो तो इस प्रकार के क्रियो को करते हैं चौखट पर रुकते नहीं हैं क्योंकि चौखट उनके लिए बार-बार बोलते हैं तंत्र में सबसे महत्वपूर्ण विषय होता है ऐसे व्यक्ति जो इस प्रकार की क्रिया करके घर से निकाल रहे होते हैं उससे पहले रो सकते हैं उसके बाद रुक सकते हैं चौखट के आसपास नहीं रुकेंगे की वहां अगर रुक गए और वहां पर ही एक वह मध्य बंता है जहां पर आप घर की कल शक्ति कुलदेवी या कल के पुत्र इतने प्रबल और मजबूत होते हैं की उसे क्षण में भी अगर उनको जरा सा मौका मिल गया तो इसके साथ घाट कर सकते हैं कई बार आपको यह सुनने को मिलेगा की व्यक्ति जो है सीडीओ पर गिरकर के मारा घर से उतरते समय में सीडीओ पर उसकी मृत्यु हो गई जो ऐसे बाहर के लोग होते हैं जो तांत्रिक आदि करते हैं या चौखट पर मृत्यु की क्यों होती है ये गलत कार्य जब कर रहे होते हैं और आपकी शक्ति आपकी ऊर्जा जो घर में पूजित हैं उनके सतह्मक शक्ति है जो की ग रहे हैं जैसे हम लोगों ने देखा था ना यह मूवी आया था कांतारा की उसमें जो थी उनके साथ एक और देवता थे जो की महारानी इत्यादि में भी पीछे नहीं हैट थे तो ऐसी कोई शक्ति लक्षण में रही हो गाना के के साथ में गण के रूप में अगर आपके मुख्य शक्ति के साथ में तो वह जरूर घाट करेंगे और ऐसे व्यक्ति की मृत्यु हो जाएगी हमारी क्या गलती होती है जिसके करण हमारे घर में जब पूजन पाठ हो रहा होता है फिर भी इस प्रकार की घटनाएं घटित हो जाति हैं जो हम दोष देते हैं बाद में जब यह बात बताई जाता है की अभी घर की शक्ति लेकर जा चुके हैं फलाने व्यक्ति या कोई तांत्रिक जो था वो आया था कभी ऐसा करके गया तो हम सर्वप्रथम यह दोष देना आरंभ कर देते हैं की भाई हम तो इतना पूजा पाठ किया क्या फल मिला इसका ये तो देख सकते हैं चली गई देवी ऐसी कौन सी देवी जो अपने स्वयं की रक्षा ना कर सके ऐसे ऐसी बात बोलते हैं देखिए यह तंत्र है यहां पर आप देखेंगे जानेंगे सुनेंगे पुरानी कहानियां के मध्य से भी की मंत्र बाल तंत्र शक्ति ट्रेड के मध्य से महादेव तक को रॉक गया है भगवान नारायण सुदर्शन चक्र को रॉक गया मां भगवती महाकाली सबको स्थिर कर दिया गया है यह कहानी ना कहानी भावनात्मक और मंत्र जो होते हैं उनका विशिष्ट भीम होता है दक्ष प्रजापति के यज्ञ का विध्वंश जब हुआ है उसे समय क्षेत्रपाल साक्षर सुदर्शन चक्र को अपने मुख में ढाबा लिए हैं भगवान नारायण को वीरभद्रस्थापित कर दिए हैं यह सब जो प्रक्रियाएं होती हैं कहानी ना कहानी आपको इसे सिख लेना चाहिए इसमें नेगेटिव होने वाले विषय नहीं है हमारी क्या गलतियां हैं की रक्षा प्रधान हम कोई कर्म नहीं कर रहे होते हैं अगर तो हम कभी कवच इत्यादि का अनुष्ठान नहीं किया कवच के अधिष्ठाता शक्तियों के नियमित कोई हवन नहीं के तंत्रोक्त हवा नेताजी नहीं करते हैं घर को कल करके नहीं रखते हैं ओवर कॉन्फिडेंस हो जाता है की इतना पूजन कर रहे हैं आवश्यकता क्या है घर को कितने सारे व्यक्ति हैं जो फोन पर बात बोलते हैं की घर को सुरक्षित कीजिए तो अपना लगता हैं की ऊर्जा जो होती है उससे जो पर होंगे आपकी ऊर्जा रस होगा आपके ही द्वारा जो निर्मित ऊर्जा है उसको वह दोहन करेंगे ऐसे-ऐसे थीसिस देंगे की आपको भी लगे की क्या गजब की बात बोली जा रही है एकदम नया तो ऐसा थ्योरी और फिर से सुना करके वो घर को सुरक्षित नहीं करेंगे भले वो कंठ तक अभी कर से दुबे हुए हैं तो ऐसे महपुद्धिमान व्यक्ति लोग भी होते हैं जो पूजन पाठ तो कर रहे हैं उनकी भक्ति भी है तांत्रिक अनुष्ठान भी करें लेकिन सुरक्षात्मक कार्य जो करने को कहा जा रहा है की घर को क्लिप कीजिए सुरक्षा कवच पानी नहीं पहनी है घंटी नहीं लट गले में हम ऐसे ही ठीक है तो मनुष्य की एक क्षमता लिमिटेड आपका विपरीत स्थिति में जाएगा ही जाएगा ये जितने भी कीलन की विद्याएं हैं हर कुछ सुरक्षित करने के विद्या है या कंठी इत्यादि में कवच धरण करने की भीम है विधि विधान है ये कोई अपने द्वारा तो निर्मित नहीं किया गया है पहले के ही विशिष्ट ऋषि मुनियों के द्वारा सर चिन्ह निर्मित थे तो उसके पीछे का कुछ तो आधार रहा होगा तभी तो निर्मित किया गया उसका आवश्यकता रही होगी तो यह सब क्रिया जो नहीं करते वहां दिक्कत हो जाता है भैरव जी हनुमान जी को तो लोग पूछते ही नहीं हनुमान जी रामनवमी को पूछे जाएंगे अगर भगवती की सभा कर रहे हैं ए रहे हैं हनुमान जी ठीक है उनके निमित्त कोई हवन पूजन विशेष करके नहीं घर के सदस्यों को तो ऐसा होना चाहिए की एक जो घर की कुलदेवी है उनका विशेष पूजन बाकी शक्तियों का भी समय-समय पर विशिष्ट अनुष्ठान इत्यादि होते रहना चाहिए समय-समय पर साप्ताहिक मासिक उनके लिए हवन होते रहना चाहिए बटुक भैरव जी का स्थानीय की विशेष भीम की तो भी घर का सुरक्षा प्रणाली उतना समृद्ध नहीं आता है देखिए आर्थिक समृद्धि उन्नति शारीरिक समृद्धि सारणिक लक्षण तो वहां दे भी सकते हैं आपको देंगे तब तक जब तक आपके ऊपर कोई प्रहार ना हो जाए प्रहार होने पर एक बार दो बार तक ही रक्षण होता है उसके पश्चात तांत्रिक को बस अपनी तंत्र विद्याएं हैं उन विधाओं को उन्होंने सिद्ध किया आपने कोई सिद्ध नहीं किया है आप केवल मंत्र जब इत्यादि के द्वारा सुभिता को प्राप्त किया हैं तो वहां आपको दिक्कत हो जाता है और अभी किसी एक प्रकार की ठीक है तो आशा करते हैं किस विषय से आप सभी लाभ लेंगे इस विषय को समझेंगे और उचित प्रकार से अपना अपने परिवार का अपने घर का सुरक्षा करेंगे और [संगीत] आध्यात्मिक सही प्रकार से आगे पढ़ेंगे जय मां विंध्यवासिनी हर हर