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UV Visible Spectrophotometer का संपूर्ण ज्ञान

Hi everyone, आज हम हैं Rupture Biotech में, which is India's top leading biotech skill development company और यहाँ पर इस lab में हम understand करेंगे कि UV visible spectrophotometer को हम किस तरह से run करते हैं और किस तरह से data analyze किया जाता है प्रेम प् UV visible spectroscopy यह एक spectroscopy technique है जो कि किसी भी sample को हम quantitatively या qualitatively analysis के लिए use कर सकते हैं quantitative का मतलब है कि यहाँ पर हम sample के concentration को भी find कर सकते हैं quality का मतलब है कि यहाँ हम किसी भी sample की purity को भी identify कर सकते हैं जिस भी sample को हमें analyze करना होता है उस sample को हम यहाँ ये UV visible spectrophotometer है इस UV visible spectrophotometer में रखते हैं सैम्पल रखने के लिए यहाँ पर हम क्यूवेट का यूज करते हैं, इसके बारे में हम डीटेल में बात करेंगे, सैम्पल को हम UV visible spectrophotometer में रख देते हैं, इस spectrophotometer में UV lamp है, इसलिए इस टेकनीक को UV visible spectroscopy कहा गया है, क्योंकि यहाँ पर UV lamp है, जो एक specific wavelength की radiation को emit करता है, और उ उस radiation को absorb करता है और उसी की help से ही हम analyze कर पाते हैं अपने sample की purity या concentration को तो यहाँ पर इसमें एक UV lamp है जो UV radiation emit करता है हमारा sample हम यहाँ रखते हैं sample पर वो UV light fall होती है इस side यहाँ इस device में detector है जो यह detect करेगा कि उस light का sample ने absorption किया या transmit की और उसी की basis पर हमारा data develop होकर आता है तो अब हम अंडर्स्टैंट करते हैं कि किस तरह से इस इंस्ट्रूमेंट को हम हैंडल करेंगे कैसे सैंपल रखते हैं इस इंस्ट्रूमेंट में कैसे ओडी सेट करते हैं सैंपल की और किस तरह से डाटा अनलाइज किया जाता है तो ऑफिसर है सर हमें एक्सप्लेन करेंगे कि सैंपल्स को किस राज्य प्रिपेयर करेंगे और किस रासे हम सांपल को अपने डिवाइस में पुट करेंगे उसे जैसे भी मैंने बताया कि है जैसे कि मैम ने बताया कि सैंपल अनलाइज करने के लिए हम क्यों बट एक सैंपल एनालाइज करने के लिए हम क्यों इसका यूज करते हैं यूवी विजिबल स्पेक्टर फोटोमेटर में करते हैं यूवी विजिबल स्पेक्टर फोटोमेटर में यहां पर आप देख सकते हो कि हमारे पास कुछ क्यों बट हैं यहां पर आप देख सकते हो कि हमारे पास कुछ किविट है अब जनरली क्या होता है कि यहां पर दो टर्म यूज किया गए हैं एक यूवी र अब जरुरली क्या होता है कि यहां पर दो टर्म यूज किया गया है एक यूवी रेंज और दूसरा विजिबल रेंज यूवी रेंज होता है एप्रोक्स 200 टू 400 डानोमेटर और विश्वल रेंज होता है एप्रॉक्स 400-800 डानोमीटर और विजिबल रेंज होता है एप्रोक्स 400 टू 800 डानोमेटर तो जरनली हम UV रेंज के लिए, तो जरुरली हम यूवी रेंज के लिए इसका मतलब है कि 200 टू 400 डानोमेटर के लिए क्वार्ट स्किविट यूज करते हैं इसका मतलब है कि 200-400 डानोमीटर के लिए क्वार्ड स्क्यूविट यूज़ करते हैं क्वार्ड स्क्यूविट और जो यह आप देख रहे हो, क्वार्ट स्किविट और जो यह आप देख रहा हूँ, this one is the glass cuvette, इस वन इस यह दोनों देखने में एक ही जैसे होंगे, देखने में एक ही जैसे होंगे बहुत जादा इसमें difference नहीं होगा, बस quality plus किस material से बना है, quality plus किस material से बना है इसका difference है, इसका difference है, साथ में ही साथ में ही आप इस चीज़ को ले करके confused न हो जाओ आप इस चीज़ को लेकर के confused में हो जाओ, कि कौन सा glass cuvette है, कि कौन सा glass cuvette कौन सा quartz cuvette तो यहाँ पे आप बहुत ही carefully देख सकते हो कि quartz cuvette में Q जरूर mention होगा, है, कौन सा quartz cuvette, तो यहाँ पे किसी angle पे जो transparent section है वहाँ पे Q mention होगा आप बहुत ही carefully दे� और glass cuvette में G, जिससे आप differentiate कर सकते हो कि which one is the glass or which one is the quartz cuvette, clear? कि सैंपल की ओडी लेने के लिए हम सैंपल को क्यों बेट में रखते हैं सब्सक्राइब कर सकते हो कि विच वन इस द ग्लास और क्यों बेट में रखने के बाद हम लैमडा और विच वन इस द क्वार्ट क्वेट्स क्लियर सैंपल की ओडी सेट करते हैं लैमडा लेने के लिए हम सैंपल को क्यों बेट में रखते हैं और क्यों बेट में रखने के बाद हम देख सकते हो सेट करने के लिए आप यूवी विजिबिल स्पेक्टर फोटोमेटर के डिस्प्लेप देख सकते हैं कि काफी देट सारे ऑप्शन कि काफी देख सारे ऑप्शन्स हैं सेट गो टू लैमडा जीरो प्रिंट से बोट लैमडा जी रोप रिंट रिटर्न एंडर क्लियर रिटर्न इंटर क्लियर बाकि 1,2,3,4 जैसा आपको wavelength सेट करना है तो सबसे पहले हम क्या करेंगे आप यहाँ पे clear visualize देख सकते हो photometry mode है quantification, बाद ही वन टू थी पोर्ट जैसा तो photometry mode है quantification, quantitation, quantitation system system इसमें हम जो first mode दिखरा जो highlighted है इसमें हम जो first mode दिख रहा है जो highlighted है वो photometry mode है go to lambda वो photometry mode है go to lambda पे जाने से पहले हम enter सेट पे जाने से पहले हम enter सेट कर देंगे enter में आप देखतो है यहाँ पे photometry mode में 603.1 nanometer visualize हो रहा है 603.1 तो 603 nanometer कर देंगे enter में आप देखते हो यहाँ पे photometry mode में 603.1 nanometer visualize हो रहा है 603.1 तब 603 nanometer है अब सपोस्ट डाइट कि हमको इस अब suppose that हमको इस lambda को change करना है तो change करने के लिए लैमडा को चेंज करना तो चेंज करने के लिए और जो रिक्वाइड लैमडा हो और जो required lambda हो 500 डाइनमेटर है 500 nanometer है हम जाएंगे go to लैंडा वाले की पर हम जाएंगे गो टू लैमडा वाले की पर यहां पर आपको डिस्प्ले पर काफी देख सारे ऑप्शन दिखेंगे यहां पर आपको डिस्प्ले पर काफी देश तरह ऑप्शन दिखेंगे तो जो तो जो लैंडा आपको सेट करना है वह की लैमडा आपको सेट करना है वह की इसे सब्सक्राइब जाइए इसे सब्सक्राइब 500 जाए 500 दैन रिटर्न तो यहां पर हमें जो भी सांपल है वह तो यहां पर हमें जो भी सैंपल है वह इस वेवलेंथ को ज्यादा एब्सॉर्व करता वह वेवलेंथ हम इस तरीके से सेट कर सकते हैं आप यहां पर क्लियर विजुअलाइज कर सकते हैं आप यहां पर क्लियर विजुलाइज कर सकते होंगे फाइफ ने डानोमेटर पर कि 5 nanometer पे हमने लैंडा को सेट कर दिया है जो इस समय भी हमने लैमडा को सेट कर दिया है जो इस समय भी अब जर्शन 0.000000 अबजर्शन 0.000000 है क्योंकि यहां पर कोई सांपल या क्योंकि लोड है ही नहीं है क्योंकि यहां पर कोई सैंपल या क्योंकि वे लोड है ही नहीं तो अभी हमारा यह अब हमारा यह ब्लांक है और इसलिए जो बिल्कुल जी रोजिरो आगे मतलब हमने कोई क्यों अभी मशीन में नहीं रखा नहीं रखी है जैसे कि हमें ब्लैंक है और इसलिए अब जॉब इन 00 आ रही है मतलब हमने कोई क्यों अभी मशीन में रखी ही है जैसे कि हमें क्यों बट में सांपल लेना है और उसके बाद हमें उसकी ओडी लेनी है 500 क्यों बट में सैंपल लेना है और उसके बाद हमें उसकी ओडी लेनी है 500 नानोमीटर पर तब हम क्या जाएंगे एक बार आप यहां विजुलाइज कर सकते हो नामीटर पर तब कि जैसे हम इस बॉक्स को ओपन करते हैं अ हम कि इसके अंदर आप देख सकते हो कि मल्टिपल क्यों चैंबर है कि इसके अंदर आप देख सकते हो कि मल्टिपल क्यों चैनल है यानि मैं मल्टिपल सैंपल एक साथ एनालाइज कर सकते हैं यानि मैं मल्टिपल सांपल एक साथ अनलाइज कर सकते हैं जैसा कि हमने आफ 500 नानोमीटर लैंडा सेट किया हुआ डिस्प्ले पर जैसा कि हमने आफ ने नामिटर लैंडा सेट किया हुआ डिस्प्लेट पर तो हम तो तो हम जो क्यों यूज करेंगे इस वन इस अगला स्किन विट्स क्लिक यूज करेंगे इस पर इस ग्लास लेट क्योंकि हमने विश्व रेंज को चूज किया है क्योंकि हमने विश्व रेंज को चूज किया है अब हमारे पास आप अब हमारे पास आप देख सकते हो मैं यहां पर देख सकते हो मैं यहां पर दो अलग-अलग सांपल्स दो अलग-अलग सैंपल्स टेस्ट ट्यूब में इस वन इस अब लैंक एंड इस वन इस सांपल एक्ट्रल सांपल तो ब्लांक के तौर पर हम उसे ही लेते हैं जिस तो ब्लैंक के तौर पर हम उसे ही लेते हैं जिस सॉल्वेंट में हमने अपने सांपल को डिजॉल्ब किया हुआ है चुकि यहाँ पे हमारा मिथेनॉलिक सांपल है, सॉल्वेंट में हमने अपने सांपल को डिजॉल किया हुआ है क्योंकि यहां पर हमारा मिथेनॉलिक सांपल है, मिथेनॉलिक मिथेनॉलिक औरगनिक सॉल्वेंट में हमने सांपल डिजॉल किया है इसलिए मिथेनॉलिक यूज़ जाएगा ब्लांक, औरगनिक सॉल्वेंट में हमने सांपल डिजॉल्ब किया है इसलिए मिथेनॉलिक यूज़ जाएगा ब्लैंक, इसको हम क्या करते हैं, इसको हम क्या करते हैं, इस क्योंकि वेट में पोर कर देते हैं इस क्योंकि वेट में पोर कर देते हैं लेकिन लाइक दिस यह इस ब्लैंक सांपल रहेगा, ब्लांक सांपल रहेगा, अब हम क्या करेंगे, अब हम क्या करेंगे, जैसे सांपल हम इसमें पोर करते हैं जैसे सांपल हम इसमें पोर करते हैं तो हम इसके वाल को carefully जहां से light पास होनी है तो हम इसके वाल को carefully जहां से light पास होनी है और light detector पर जाने इसको clean कर लेंगे, और light detector पर जाने इसको clean कर लेंगे, wipe कर लेंगे wipe कर लेंगे, फिर हम इसको hold करेंगे blur वाले part से फिर हम इसको hold करेंगे blur वाले part से, और धीरे से और दीरे से जो हमारा ये keyword chamber है इसमें first position पर जो हमारा ये cuvert chamber है इसमें first position पर इसको हम fit कर देंगे like this यहाँ पर भी detector है, इसको हम fit कर देंगे, like this. और यहाँ पर ये दूसरी तरफ detector है, sample से light पास होगी, visible light sample से sample से light पास होगी, पास होगी और इस detector तक पहुंचेगी visible light sample से पास होगी और इस detector तक पहुँचेगी. इस detector के basis पर जो भी data होगा वो हमें यहाँ display पर जो भी डेटा होगा वो हमें यहाँ डिस्प्लेपर दिखेगा दिखेगा जैसा कि हमने ब्लैंक साम्पल क्योबेट में रख दिया है जैसा कि हमने blank sample क्यूबेट में रख दिया है और यहाँ पर डिस्प्लेपर आप क्लियर विजुलाइज कर सकते हो और यहाँ पर display पर आप clear visualize कर सकते हो कि OD 0.055 सो कर रही कि OD 0.055 शो कर रही है at 500 nanometer है at 500 डानोमेटर चुकी अभी हमने blank रखा हुआ है इसलिए हम क्या करेंगे इसको zero set कर देंगे इसको 0 सेट कर देंगे आप देख सकतो कि जो blank sample है वो इस समय zero हो गया आप देख सकते हो कि जो ब्लैंक साम्पल है वो इस समय 0 हो गया है वो कोई भी OD वो कोई भी OD नहीं शो कर रहा नहीं सो कर रहा है अब हम clear अब हम clear दूसरे cuvette में sample pour कर देंगे pour करने के बाद वैसे ही हम cuvette को proper clean करेंगे, दूसरे cuvette में sample pour कर देंगे pour करने के बाद वैसे ही हम cuvette को proper clean करेंगे, wipe करेंगे wipe करेंगे इसके बाद हम lead को again open करेंगे open करने के बाद इसके बाद हम lead को again open करेंगे open करने के बाद हम अपने sample को first cuvette chamber जो है इसमें हम अपने sample को first cuvette chamber जो है इसमें दीरे से fit कर देंगे fit करने के बाद फिर से हम lead close करेंगे धीरे से fit कर देंगे fit करने के बाद फिर से हम lead close करेंगे प्रोफेशन के बाद कि लोग करने के बाद जो ऑडी हमें डिस्प्ले पर सो रही है जो डिप्लेट पर शो रही है उसको हम केरफुली नोडाउन कर लेंगे उसको हम केरफुल नोडाउन कर लेंगे अब यहां पर अगर आप देख रहे होगे तो अब यहाँ पर अगर आप देख रहा होगे तो इन इस टाइम इन इस टाइम ओडी जी 0.622 और 0.620 ओडी जरूर पॉइंट 622 और 0.620 लाइटली फ्लक्ट्यूएट कर रही लाइटली फ्लक्चुएट कर रही इसका मतलब कि इसके अंदर कुछ ऐसे पार्टिकेल्स है है जो कंटिन्यूअस मूव कर रहा है ऐसे कंडिशन में ऐसे कंडीशन में जब जब फ्लक्चुएट हो तो आपको क्या करना है जिस साम्पल को सेंट्रिफ्यूज करके प्रॉपर हाई सेंट्रिफ्यूज करके जो सुपर नटेंट है फ्लक्ट्यूएशन हो तो उसको ऐसे साम्पल आपको use करना चाहिए आपको use करना चाहिए कुछ ऐसे samples होते हैं जैसे bacterial growth की जब हम OD लेते हैं तो जो कि वो particles होते हैं तो उनमे थोड़ी मोड़ी fluctuation चलती है होती रहती है लेकिन जब आप ऐसे कुछ ऐसे samples होते हैं जैसे bacterial growth की जब हम OD लेते हैं तो जो कि वो particles होते हैं तो उनमें थोड़ी मोडी fluctuation चलती है होती रहती है लेकिन जब आप ऐसे किसी color substance की OD ले रहा हो तो should be stable वो color किसी color substance की OD ले रहा हो तो should be stable वो color की जो OD होनी चाहिए वो stable होनी चाहिए जैसे कि आपने display पे देखा था की जो OD होनी चाहिए वो stable होनी चाहिए जैसे कि आपने display पे देखा था OD 0.620 थी कभी इसमें slightly fluctuation होता है तो हमें wait करना चाहिए OD 0.620 थी कभी इसमें slightly fluctuation होता है तो हमें wait करना चाहिए कि हमारी जो OD कि हमारी जो OD हो stable हो जाए हो जाए कुछ ऐसे particles होते हैं जो continuous move करते हैं, कुछ ऐसे particles होते हैं जो continuous move करते हैं वहाँ पे OD का slight fluctuation होता रहता है वहाँ पे OD का slight fluctuation होता रहता है, लेकिन जैसे हम color की बात करते हैं लेकिन जैसे हम color की बात करते हैं, किसी ऐसे compound की बात करते हैं जो proper dissolve हो गया, इस ऐसे compound की बात करते हैं जो proper dissolve हो गया उस समय हमें कोशिश करना चाहिए कि एक individual OD मिले fluctuation ना मिले उस समय हमें कोशिश करना चाहिए कि एक individual OD मिले, fluctuation ना मिले, इस OD को क्या करते हैं हम note down कर लेते हैं और इसे की basis पे हम calculation करते इस OD को क्या करते हैं, हम note down कर लेते हैं, और इसी की basis पे हम calculation करते हैं ह तो आप यह बता सकते है कि OD के बाद, तो आप यह बता सकते हैं कि OD के बाद, OD OD लेने के बाद, लेने के बाद, कि कि जिसमें OD ज़्यादा आई है, जिसमें OD ज्यादा आई है, उसमें वो compound particular ज्यादा है, उसमें वो compound particular ज़्यादा है, जिसमें OD कम आई है, जिसमें OD कम आई है, उसमें वो compound कम है, उसमें वो compound कम है, on the basis of qualitative analysis, on the basis of qualitative analysis. But in the case of quantitative analysis, but in the case of quantitative analysis, इसके लिए आपको इसके लिए आपको y is equal to nx plus c draft, Y is equal to MX plus C draft, prepare करना पड़ेगा standard का, prepare करना पड़ेगा standard का, और उससे हमें x की value calculate करने पड़ेगी, और उससे हमें X की value calculate करने पड़ेगी, वो एक अलग parameter है. Generally हम spectrophotometer का use OD. वो यानि absorption check करने के लिए लेते हैं कि particular sample की OD क्या है यानि absorption चेक करने के लिए लेते हैं कि particular sample की OD क्या है और उस OD को qualitative और quantitative हम अपने तरीके से और उस OD को qualitative और quantitative हम अपने तरीके से अलग लग जगब पर use करते हैं अलग जगब पर use करते हैं कि जिससे भी आपने सैंपल 500 नैनोमेटर पर चेक किया अगर मान लो मेरे पास डीएन ए सैंपल है या प्रोटीन सैंपल है तो हम अपना वेवलेंथ चेंज कर सकते हैं 260 या टू एटी यहां से सेट कि जिससे भी आपने सांपल 500 नामीटर पर चेक किया अगर मालों आपका डीएन ने सांपल है या प्रोटीन सांपल है तो हम अपना वेवलेंट चेंज कर सकते हैं तो 60 या तो एक यहां से सेट कर सकते हैं क्योंकि डीएन ने और प्रोटीन कर सकते हैं क्योंकि डीएन लेकिन जरिए प्रोटीन की कंसंट्रेशन कैलकुलेट करने के लिए हम लोग लॉरी मेथड यूज करते हैं लेकिन जरिए प्रोटीन की कंसेंट्रेशन कैल्कुलेट करने के लिए हम लोग लॉरी मैथड यूज करते हैं तो लॉरी मैथड में एप्सीरेजन क्या है कि वह कलर रिएक्शन होता है ब्लू कलर डबल उपटा तो उस समय हम जो वेबलेंथ यूज करेंगे वह विश्वल तो लॉरी मेथड में एप्सीरेजन क्या है कि वो कलर रियक्शन होता है ब्लू कलर डबलप होता है तो उस समय हम जो वेबलेंथ यूज करेंगे वो विजबल यूज करेंगे तो दो प्रोटीन की कंसंट्रेशन कैलकुलेट करने के लिए हम लोग जनरली विजबल रेंज यूज करते हैं पर डियने में प्रोटीन की कंसंट्रेशन कैलकुलेट करने के लिए य� है और कहां में इस टेक्निक का यूज कर सकते हैं जरूर आप सब कि जरूर ओडी चेक करने के लिए करते हैं इसके निकले कर सकते हैं आप सब्सक्राइब कर सकते हैं जैसे यह हमारा एक पार्ट था कि हमने जैसे हमारा एक पार्ट था कि हमने ओडी यहां पर चेक की यहां पर चेक क��� हम ऐसे सिस्टम को अपने सिस्टम के साथ इस लैपटॉप को यह डेक्सटॉप के साथ कनेट करके हम ऐसे सिस्टम को अपने सिस्टम के साथ इस लैपटॉप ओन एक्सट्रॉप के साथ कनेक्ट करके पर्टिकुलर सैंपल की स्कैनिंग करके हम इसकी जो बर्टिकुलर सैंपल की स्कैनिंग करके हम उसकी जो मैक्सिमम लैंड है मैक्सिमम लैंड है उसको चेक कर सकते हैं उसको चेक कर सकते हैं इतना वेवलेंथ वह सबसे ज्यादा एब्जॉर्ब कर रहा है यह अब्सॉर्ट कर वह दूसरा प्रोफेक्ट जैसे यह डीएन ने प्रोटीन के लिए तो स्टैंडर्ड सेट है कि मैक्सिमल दो दूसरा प्रोसेस प्रोटीन के लिए तो स्टैंडर्ड सेट है नाम एब्जॉर्ब अगर कोई अनोन सैंपल है तो उसको हम स्कैन करके फाइन कर सकते हैं यह इस वेवलेंथ को ज्यादा एब्जॉर्ब कर रहा है लैंडा फाइन कर सकते हैं नमटर नमटर आई होगा आपको यूवी विजिबल स्पेक्ट्रोफोटोमेटर समझ में आया होगा आपको कोई कंफीशन नहीं अगर आपको कोई भी confusion होता है, कोई भी confusion होता है, कोई भी doubt होता है तो आप comment section में हम से कोई भी doubt होता है, तो आप comment section में हमसे पूछ सकते हैं पूछ सकते हैं. Thank you Vinod sir for joining us and for explaining all these things and thank you everyone. Thank you Vinod sir for joining us and for explaining all these things and thank you everyone