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बेलन वैली का महत्वपूर्ण फॉरमेशन

Feb 21, 2025

बेलन वैली का फॉरमेशन

परिचय

  • बेलन वैली का फॉरमेशन उत्तर प्रदेश में स्थित है।
  • यह क्षेत्र पेलेलिथिक, मेजोलिथिक, और निउलिथिक साइटों के लिए जाना जाता है।
  • प्रयागराज के निकट स्थित है जहाँ चावल की खेती के पहले प्रमाण मिले हैं।

स्थल और महत्वपूर्ण साइटें

  • बेलन वैली, वेलन नदी के किनारे स्थित है।
  • महत्वपूर्ण साइटें:
    • सचे चोपानी
    • मांडू
    • खोली दीवा

आर्टिफैक्ट्स

  • यहाँ पर प्राचीन उपकरण और अन्य आर्टिफैक्ट्स पाए गए हैं जो 50,000 से 80,000 साल पुराने हैं।
  • प्रमुख आर्कोलॉजिस्ट जयार्स शर्मा ने यहाँ खुदाई की है।

साइट की विशेषताएँ

  • साइट पर मिले आर्टिफैक्ट्स में शामिल हैं:
    • फॉसिल्स ऑफ डियर और कैटल
    • टूल्स जैसे कि बासाल्ट, कॉर्टेज, और चेयर्ट

फॉरमेशन ऑफ बेलन वैली

  • बेलन वैली के फॉरमेशन में नौ प्रकार के जमाव पाए गए हैं।

जमाव की श्रेणियाँ

  1. ग्रेबल फर्स्ट जमाव

    • मोटाई: 1.5 से 5 मीटर
    • सामग्री: पेवल्स, टोन पीस, टूल्स
  2. सिल्ट फॉर्मेशन

    • मोटाई: 3 मीटर
    • सामग्री: मिट्टी
  3. ग्रेबल सेकंड जमाव

    • मोटाई: 2.74 मीटर
    • सामग्री: लोवर और मिडिल पेलेलिटिक टूल्स
  4. रेडी सिल्ट फॉर्मेशन

    • मोटाई: 1.25 मीटर
    • सामग्री: स्टोन पीसेस, पेलेलिटिक टूल्स
  5. एलो विश स्वाइल फॉर्मेशन

    • मोटाई: 1.52 मीटर
    • सामग्री: मिडियल और पेलेलिटिक टूल्स
  6. क्रिबल थर्ड जमाव

    • मोटाई: 1.21 मीटर
    • सामग्री: स्वाइल सैंड
  7. सैंडी स्वाइल फॉरमेशन

    • मोटाई: 1.82 मीटर
    • सामग्री: लिखित टूल्स, मेज़ोलिथिक टूल्स
  8. ब्लैकलिस्ट सॉइल फॉर्मेशन

    • मोटाई: 2.43 मीटर
    • सामग्री: मेज़ोलिथिक टूल्स
  9. आल्वोल सॉइल फॉर्मेशन

    • मोटाई: 4 मीटर
    • सामग्री: मेज़ोलिथिक टूल्स

निष्कर्ष

  • बेलन वैली एक महत्वपूर्ण आर्कोलॉजिकल साइट है जो भारत के इतिहास को समझने में मदद करती है।
  • अगले वीडियो में सोन वैली पर चर्चा की जाएगी।