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भक्ति और संकीर्तन का महत्व

वेश्ण भ्योग पतितानाँ पाद्योग वेश्ण भ्योग ताँ पाद विश्वमूँ श्री गुरु प्रेमानने निधाई गउर हरीवो हरीवो जय स्री राधे प्रेम से कहो स्वीराधा रमणलाल की जै डिले नहीं होना है ना मैंने जब ये मेरा दिन संकीतन की ये डेट रखी गई है तो तीप राघ भाईया बोले कि विश्राम का जो समय है भाईया उसमें आप नहीं है अब मैंने का भाईया आठ दिन तुम तो नाच पूछ दोगे हमारी बारी में ठक जाओगे वह दिखाना नहीं है थकावट आपना आ कर दो आपका उस्सा चाहिए मुझे बस जब भी नाम बनोटे दाली बजा के चोव से नाम उच्छारण करें भाईया कह रहे थे कि कल सब कुछ होगा लेकिन ये पंडाल नहीं होगा हमने का चाहे कुछ भी ना हो लेकिन एक चीज तो यहां जरूर होगी यहां का कन-कन राधा-राधा होगी नाम कभी निश्फल नहीं जाता है नाम का सुभाव है वो कृपा करता है पूरव जनम के जो भजन है वो कभी ना कभी फली भूत होता है भाईया बता रहे थे दादा जी पिता जी दादी जी मा ये उनी का पुर्शाद है कि उन्हीं का दिया वब यह परशाद है जो पीपराग भीया को उन्होंने दिया है और मेरी आपसे भी प्राथना है कि जहां कई हरीनाम हो जोर-जोर से भुजा उठाकर के हमारे महाब्रभु निताई चांद द्वार-द्वार जाकर कहते हैं एक बार आप भी दोनों उजाओ उठा कर कहिए हरी वो हरी वो हरी मेरे श्वी गुरुदेव ने, मेरे बड़े भावा ने, मुझे एक कीर्तन दिया है, बोला है जहां भी जाना, बेटा पहले नाम, फिर दूसरा काम बड़ा सुन्दर कीर्तन एब्हज निताई गौर आधेशाम जपो हरे कृष्णो हरे राम ये ही अमारी भिक्षा है सब लोग मेरे पीछे गुन गुनाएं आपकी बड़ी कृपा होगी निताई गौर आधेशाम हरे कृष्ण हरे राज निताई गौर राधेशा हरे कृष्ण हरे राज भजो निताई गोर राधेशा, हरी कृष्ण हो हरे राधेशा एक्रिश्र अरेरा निताई गोदे राधेशा अधिक राधेशा हरी कृष्ण हर राध निताई गौर राधेशा हरी कृष्ण कि अजय को अधिक अरे कृष्ण अरे राज पिताई गोवरादेशा राधेशा हरी कृष्ण राधेशा मंगल नाम निताई राधेशा मधुर हरी कृष्ण राधेशा मंगल राम निताई गोर राधेशां मधुर राम हरे कृष्ण हरे राम निताई शां हरे कृष्ण हरे राम शार अरे कृष्णा अरे राज पिताई गोले राधे शार अरे कृष्टा अरे राम निताई गवर प्राधेशाँ अरे कृष्टा अरे राम निताई गवर प्राधेशाँ हरी कृष्ण हरे राज निताई गोर राधेशा हरी कृष्ण हरे राज निताई गोर राधेशा हरी कृष्ण हरे राज निताई गोर राधेशा कि अ क अजय को अजय को अजय को एक श्वान भरे राज निपाई गवर राजेशा राम रा जो निताई गुर राधे शाम भरे प्रशां भरे राधे शाम एक शाने राधे शान अरेक शाने राधे शान अरे किशाने आरिगोर दिखाई दोर राधेशा अरे किशाने आरिगोर दिखाई दोर राधेशा अरे किशाने आरिगोर श्याम हरे पिष्ठा हरे राज जुनिता अज्जो हमें रिदम नहीं मिल रही है जो निताए गोराधिर्शाम हरे कुष्णा हरे राम रिताई गोराधे शाम हरे तुष्णा हरे राम पिर बड़े बाबा दियो ना रिताई गोराधे शाम आई गोडा धिशामा हरे कुष्णा हरे राह आई गोडा धिशामा हरे कुष्णा हरे राह आई गोडा धिशामा हरे कुष्णा हरे राह आई गोडा धिशामा हरे कुष्णा हरे राह आई गोडा धिशामा हरे कुष्णा हरे राह अजय को अजय को अजय को अजय को जो जिताई गुड़ा देशामारे कुष्णाले राम निता बेस नहीं मिल रहा है पर चाहिए हमें साइड फिल्में दोलक तबला और चाहिए हमें बैट जाइए कोई पीवे, कोई पीवे कोई पीवे संथ सुजाननारस मीठारे कोई पीवे, संखस जानना, मीठा राम रस्मी ठारे राधे कोई पीवे, कोई पीवे कोई पीवे, कोई पीवे रे पीवे, कोई पीवे ना रस मीठा रे राद में राद, राद हेलो पुष की राणी भी गई एक बूंद किस रसका भाईया रे इस गोधी से रखे जा आधी रात महल तद तल दी रहो ना मनो आपस का भी आरे अयो ना बनवा तुझे का निरधर की दीवानी मीरा गिरधर की गिरधर मेरा कि अगर धर्दी गिरधर की तीवानी मेरा जाना छुटाया प्रश्न यश का भाईया रे आज छुकाप यश का ओ बना डोले अजय को रे रोशान, रे रोशान आँ बन डोले शाम बावरी, लग्यो नाम का चसका नाम रस, नाम रस मीखा रे कोई पीवे कोई पीवे कोई पीवे पीवे ने कोई पीवे कोई पीवे कोई पीवे कोई पीवे संथ सो जानना रस्त मीठा रे रस्मी खाने रस्मी खाने हम रस्मी खाने जोड़े प्रस्ति आरे अनूपम सफल बना ले काया सफल बना ले काया सफल बना ले काया आज जै हरी बीच श्री हरी विठल नाम देव रस्पियारे अनोपम नाम देव रस्पियारे अनोपम सखल पना ले लाया श्री हरी विठल नरसी का इखितारा कैसे जगतपती को भाया है पति को पाए और मेरों सामरिया मेरों सामरिया ओ नरसी का इक तारा कैसे जगतपति को भाया भर पी गई ब्रजपन हारण कन्हिया रे मेरों प्यारों कन्हिया रे नत बाबाजी कोछिया जा को नाम है कन्हिया जाको ना है कनिया भुजा उठा के अवाई दो कनिया रे कनिया रे रुप्या रोख नहीं आ रहे रुप्या रोख नहीं आ रहे खनिया रहे पिगई ब्रज़ भी गोपी का जिन सुन्दर तम पी पाया तुलसी सूर फिरे मत मापे तुलसी सूर फिरेमत माते जाके रोम रस चाया नाम रस जोर से बोलो जैहो दिल नहीं होना नाम रस मीखारे तावग भी हाडि लालकी ये रच सपी गया ये रस पी गया संत कबीरा, मन हर पाछे डोले कृष्ण जय जय कृष्ण की ज श्री कृष्ण प्यारे, श्री कृष्ण आपकी आवाज आनी चाहिए मैं बोलूंगा स्री कृष्ण प्यारे आप सब बोलेंगे एशाम प्यारे स्री कृष्ण प्यारे श्री कृष्ण प्यारे श्री कृष्ण प्यारे श्री कृष्ण प्यारे श्री गृष्ण प्यारे श्री गृष्ण प्यारे श्री गृष्ण प्यारे श्री गृष्ण प्यारे श्री गृष्ण प्यारे श्री गृष्ण प्यारे श्री गृष्ण प्यारे बोले चाक हरी रस मगन नाचते चाक हरी रसम अगन नाचते शुकनारद शिव भोले शुकनारद शिव भोले कर दो कि अ रश्न रश्मी खाए रश्मी मत बारा रे भया हरी रस्पी मत बारा नाम रस ताओ जोर से बोलो नाम रस मेरी बारी अद्दा पंडा लगा अद्दे तो भी काटा लगा पर जोश होना चाहिए नाम रस नाम रस, नाम रस मीखारे राधे राधा राधा राध राधा प्रदाना प्र� एक सिराद है, एक सिराद ह जैजैशिरान है राधे नाम हरी नाम केवश सत्य यहाँ मिठ्या है जगत पिचार ना सीखो जूत कपट परमिंदा प्यागो मुख से हरी नाम उचार ना सीखो स्री कृष्णा अवशे मिलेंगे तुमें हिरदै से भुकारन सीधो भुकारन सीधो दोनों उजाओ उठाकर कहें स्री कृष्णो प्रश्चन हे शाम मैं अक्सर कहा करता हूँ हर दिल जो प्यार करेगा वो तो गाना गाएगा मैं नाचो मैं नाचो तू उर्वी बजावे मैं नाचो मैं नाचू तू मुर्ली बजावे मैं नाचू तू मुर्ली बजावे मैं नाचू तू मुर्ली बजावे मैं नाचू तू मुर्ली बजावे अरे कर दे पूरे जाओ सावरिया दिल नहीं उनाई सावरिया उप्यारे कनैया इरधारी बनवारी मेरे चैला मदुसूदन मनमोहन मेरे प्यारे मनमोहन प्रभुख नहीं आ रहे मेरे प्यारे मन मोहन बनवारी किरधारी मेरे प्यारे सावरिया सावरिया ऐ सीतान सुना नैना जो तू मुर्णी बजावे अरे कर दे पूरे चाम कि सावरिया ऐ सीतान सुना अजय को अजय को अजय को अजय को अजय को अजय को अजय को आज नहीं इस मने तेरी आद ना बिसरे इत पल अरे ऐसा मस्त बना सावरिया सावरिया ए सीतान सुना लाला ए सीतान सुना कर दो नद के लालाखी बोली फिरो सखन गुल्जन में, पंज की चिन मैं दिव लतन में, बोली फिरो शुभान गुण जन में रज की चिनमय दिवे लतन में रसिकन की पद रज मस्तक की अरे देवे रेख जगा सावरिया हर पल तेरा रूप निहारो सोवत जागत तो ही पुकारो तेरा रोम निहारों सोवत जाकत तोए भुकारों हरी हरा मन की कटुलाई देवों प्रेम की जोध जगा सावरिया, उचल के जरा, सावरिया, अरिलाला, कनिया, मेरे प्यारे, मेरे सोने, बद सोधन, जिरधारी, मेरे छैला, मेरे रमणा, जाधारम, ना तेरे सोने बनवारी नगर या ऐसी ताम सुझा ऐसी ताम सुझा सावरिया है सीतान सुना सावरिया है सीतान सुना सावरिया है सीतान सुना लाला है सीतान सुना शामिर यार सीखान सुनाओ शामिर यार जै शीरा सावरियाए ये प्याराएगा सावरियाएगा वो प्याराएगा राधे बोल सवरिया आएगा राधे खोल सबरिया आएगा राधे खोल सबरिया आएगा ओ कन ही आएगा राधे बोल राधे बोन राधे राध राधा राधा राधानाम की कर ले भक्ति राधानाम की कर ले भक्ति राधानाम की कर ले भक्ति रुक ना सकीगे पगकाना के राधानामों में है वो शक्ति राधानाम में है वो शक्ति राधानाम में है वो शक्ति राधानाम में है वो शक्ति राधा तुमत हो डावा ढोल सवरिया आएगा ओ कन्ही आएगा ओ प्यारा आएगा प्यारा ये गाँग नहीं आए प्यारा ये राधे आज बढ़ाने के लिए बोल साफ़डिया आएगा शीराद है शाम आजू बिन शाम अधूरे, शाम बिना शाम आजू अधूरी भानुलली की वहाँ शाम आवेंगे जरूरी ये अकल सत्य अनमोर सवरिया आएगा अकल सत्य जबोल राधिया आएगा राधे बोल राधे बोल, राधे राधे, राधे बोल जे शीरार राज ये गुसावरी आगे के लिए राध है जो कोई सपने हूँ में लेत ताकों साँ जट अपनों कर ले गरा बोलो राज बैड जो सारे थोड़ी दोड़ी थोड़ी थोड़ी मारी भी सुन जाओ मीठा बली राधा राधा राधारा बैट जो थोड़े दे ले राधा शीराधा जैराधा राधा राधा राधा राध जो भी राधा भजे इसका जीवन सजे जो नाराधा भजे उसको मोहन तजे मंत्र मोहन मंत्र मोहन की मुरली ने यही साधा मंत्र मोहन की मुरली ने यही साधा तो गाओ ना राधा राधा सिमर वास परसाने कर बर्सान कर निशे होगी तुझ पर लाड़ली की नजर निशे होगी तुझ पर लाड़ली की नजर नाम राधा नाम राधा गटे कोटी व्याधा व्यधा तो गाओ ना राधे खड़ा बोली बढ़ा दो मेरा राधे राध पुजा भागे नरा राधे र राम राधा परम विदुखा भी परम रहु राधा शरण पज़ति राम कि सारे भर राधा शरण तज के सारे भर राधा बिन राधा के मोहन भी आधा था बिन राधा के मोहन भी आधा था बिन राधा, बिन राधा राधा के मोहन भी आधा राधा राधा के मोहन भी आधा राधा राधा राधा राधा राधा प्रिशुभान की गुड़रोड की अगाद प्रिशुभान की गुड़रोड ओ रामन हिदे तिति हारे माँगो नजा भाजो रारा ये आए ये किसकी समझ में ये आशियां कैसे बना हैं आए ये किसकी समझ में ये आशियां कैसे बना आंगियों ने खुद बुखुद तिन के इकठे कर दें कोई कहीं से आवे ऐसे रग में रंग जाएं जो फीका कभी पड़े ना रंग भी रंग रंगे जग का जिस पर कोई खुद की मिटा के हस्ती खो जान सब उसकी मस्ती राधा हमारे बीपराग भाईया यही बात कह रहे हैं आओ जीवन अपना राधानाओं की मस्ती राधाना रटे हर सस्ता हर रस्वा, हर घड़ प्यार एक बस्ती में राधा ताली बजाके आओ रंग लें जीवन अपना जाधाना की मस्ती पे कि अब रंग ले जीवन अपना राधाना की मस्ती में राधानाम की मस्ती में आओ रंग ले आओ रंगले आओ रख ले जीवन अपना राधानाम की मस्ती में राधानाम की मस्ती में आओ रंगले जिवन अपना राधाराम की मस्ती यूज़ मस्ती वाला राधा, राधा एक आवाज दे दो हमारे साथ, दोनों उजाओ ठारिके ओरे रशिया ओ रे रशीया सब लो रे आनिकर पिछे वाल लिकानी, खुजाओ लागी के ओ रे, ओ रे रंसी ओ रंसी, बिठा के तुझे गए बसा की तुझे ने बिठा की तुझे ने बसाके तुझे ने मनमों तो ही इतलेला सालिया ओ सालिया गीत बन जाओ तेरी सुरी इठलाती बल पतली पीला बिठा के तुम सब नेना नेम मुस्कुराते हैं तो जी उठते हैं मरने मुस्कुरात ही तेरी उसकुराहट भी तिदी करती जीते जीमन पासी वामिर दोले कि ले कारिकज राज से जादू की तागी उसमे मद हो शी भरे ए तीरे तिल शे नया पाद केड़ी शीघर बुरा दो मिनट जहां से हम लोग शुरू करते हैं नाम से विश्राम कर रहा हूँ वी प्राग भीया को बहुत बदाईयो उस सब की सब लोग करतल धनी द्वारा महरशी को बारंबार गंड़त पणाम है गुरुदेव कहा करते अचारे और जन गुरु जन के चरणों में परणाम करो स्री राधानमन जी तक अपने आप पहुँन जावे इसलिए आपको कोटी वन्दन है आप जनता जनारदन को दो मिनिट मेरे साथ हरी नाम गुन गुनाईए उसके बाद अपनी वानि को मिश्राम दूगा निताई गऊर राधे शांज परिकृष्ण भारे राधे निताई गऊर राधे शांज परिकृष्ण भारे राधे शाम जपो हरिपीशा भागो निताई गुरु शाम जब अरे ग्रीशाम अरे राम भागो लितायो ने राधे शाँ जपो हरी पेशा हरी राधे शाँ भजो निताई कि गुड़ राधि शाम जब पुछे रिशाहरी राधि शाम जब पुछे हारी ह अजय को अजय को अजय को अजय को अजय को अजय को अजय को अजय को अजय को अजय को अजय को अजय को अजय को अजय को अजय को अजय को अजय को अजय को अजय को अजय को अजय को अजय को अजय को अजय को अरे गौरा हरी बो उछड के गौरा हरी बो अरिवोर अरिवो कई ही भूल एक प्रवरादा तेरा साथ लिभान मन में बसे है चोर मेरे कोन आओ ये घर है आओ अधिकार जमादो और अपने चरों देवो सब या उठातर के मुझे बूला मैं दीन मन ये तो विचार करुणा की त्रिष्टि से एक बार निहाँ मैं दासु आपका जो संजोनां पे नूबे मेरा साथ मुख्नितावर मुख्नितावर