कि एक दिन मैं बैठा और भाई सोच रहा था कि ऐसे कैसे पड़ूं क्या करूं भाई के मतलब इतना टाइम बचा है उस टेंशन में दुपार खराब हो गई फिर रात खराब हो गई फिर भाई फिर नीद खराब हो गई फिर अगला खराब हो गए फिर पूरा हफ्ता महीना और पूरी प्रपरेशन अ जैसे वो ताना वही गन्नी की मशीन होती है कि गन्ना डाला फिर उसमें भाई वो एक बार और डालता उसको मोड कर फिर और डालता कि पूरा जूस निकालना उसका जब मैं किसी को कहता हूँ कि मैंने चार महीने में IIT JEE में 247 रेंग हासिल की है तो वो सोचते हैं यहाँ तो मैं मज़ाग कर रहा हूँ यहाँ भाई मैं बेवकुफ बना रहा हूँ और भाई वो लोग यह नहीं देखते कि मेरा टाइम टेबल क्या था जिससे मैंने by 4 महिनों में भी वो कर दिखाया जो लोग 4 साल में भी नहीं कर पाते ये सारा secret मेरे time table में है जिसमें मैं 16 घंटे पढ़ता था कि आखिर मैंने all India rank 247 केवल 4 महिनों में हासल कर ले अइये जानते हैं इस time table 2015 में सितंबर में एक दिन मैं बैठा और मैं सोच रहा था कि ऐसे कैसे पढ़ूं क्या करूं भाई के मतलब इतना टाइम बचा है मेरे पापा ने कह दिया भाई मेरे मन में तो ड्रॉप का ख्याल आ रहा था कि मैं ड्रॉप जैसे तुम्हें भी आ रहा होगा आया होगा कई म तो मुझे ड्रॉप का आ रहा था कि भाई पापा मैं ड्रॉप कर लूंगा तो पापा कहे ने मुझे कह दे कि नहीं भाई कोई ड्रॉप का ऑप्शन नहीं है करना है तो अभी करो अबी तुम नहार मान के बैठ गई इसी एटेंट में तो फिर कहते हैं अगले साल नहीं मैं जाऊंगा इस अब तो मैंने कब यह भी करना है पापा का सपना पूरा करना है तो कल फिर शुरू करते हैं कि यह करेंगे तो फिर सोचा कि यह टाइम टेबल बना है कि सुबह 7 बजे उठूंगा और उठते के साथ ही भाई मोहद दोकर ब्रश करके सीधा मैं मैच पढ़ना शुरू करते पांच गंटे में मैच पढ़ता रहा उसी बीच का होता है मेरी मदर मुझे लाकर मेरे चार परांठे में खाता रहा जो कि अच्छी बात नहीं है खेर पर मुझे वो चार पराठे लाकर दे रहे थे भी और साथ में बटर और चाय ये सब मेरे टेबल पर लाकर दे रहे थे पर मुझे बटर और चाय ये सब मेरे टेबल पर लाकर दे रहे थे नहीं है पर ठीक है इनसे मेरे जहीं को फायदा हुआ और ज्यादा इतना ज्यादा खाना वो भी एक पढ़ने लिखने वाले बच्चे के लिए बिल्कुल अच्छी बात नहीं है अब एक चीज ही यार कि कुछ लोग कहते हैं मुझे ना फिजिक्स भाई बहुत लोग होते हैं कि भी अलग-अलग तरह के उनके स्टैंड पॉइंट्स और सब्जेक्ट के बारे में पहले मैंने कि भाई कोई सब्जेक्ट मेरा मेरे एंटी नहीं है कोई प्रो नहीं है आईएटी सब पूछेगा मेरे को किस सब्जेक्ट से प्यार नहीं है मुझे आईएटी से प्यार है जहीं में रिजल्ट लाना है लेकर आओंगा भाई जो तू कहेगा जहीं मैं वो पढ़ूंगा फिल्ट्स मैच सबको दिल से लगाया कहा हर रोज तीनों पढ़ूंगा तीनों सब्जेक्ट मैंने अरोज पढ़ने का प्लान किया तो मैंने यह देखा कि यार रात तक ना मन में कहीं नेगेटिविटी वगैरह यह सब मन में आ जाता है दूशित विचार जाते हैं तो मैंने कहा भाई इस बात को तुम भी अपने हृते में उतार लो कि भाई सुबह उठते ही एक बहुत बड़ा पोर्शन ऑफ वर्क करना है तो मैंने अपने आपको सिखाया कि बहुत बड़ा पोर्शन अब वर्क करूंगा सुबह उठते ही तो मैं उठते ही पांच शे घंटे मैच पढ़ता था आंके खुलते ही मेरा मन था बस मैं मुझे दोते ही और ब्रश करते ही बाई दो मिनट लगता है उसका आमना और बाई मैच पढ़ना शुरू कर देना था और बाई नालायक नहीं हूं कि भाई मैं शुबह भाई छह घंटे मैच पढ़कर आए हूं तो पूरे दिन अपने यू होल्ड यू चेस्ट अच्छा फील करते हो, सैटिस्फाइड रहते हो, तो एंड तक और पढ़ लेते हो, नहीं तो क्या होते है, तो उस टेंचन में दुपार खराब हो गई, फिर रात खराब हो गई, फिर नीद खराब हो गई, फिर अगला दिन खराब हो गई, फिर पूरा हफ़ता, मै है तो भाई यह नहीं करना तो मैंने देखा कि यार रात तक थोड़ा मन ठक जाता है माइंट ठक जाता है नहीं चलती बात तो मैंने खुद को सिखाया कि बई रात को ना अगर मैं मैच पढ़ने बैठा भी मैच आईएट जाएगी कठिन है और रात को मैंने मैच पढ़ी तो हो ही नहीं पाएगी तो मैच सुबह ही पढ़ो इसलिए सुबह मैच पढ़ाएगी फिर दुपार को मैं जैसे दो तीन बजे करीब मैं फिजिक्स उठा लेता रहा, फिर मैं शाम के टाइम पर केमिस्ट्रे करता रहा, फिर ये एक hard and fast rule नहीं है कि सुबा math C करनी है, ऐसा hard and fast नहीं है पर generally ऐसे रहता रहा है, और थिवरी में बाद में पड़ता है ऐसा नहीं कि वह चैनल की थिवरी बाद पड़ेगी क्वेश्चन पहले ऐसा नहीं पर दिन के अंड में ने फूल आपको एकदम ब्रेन की एक्टिविटी तो वह सुबह ही करना मैं पसंद करता रहा और थिवरी मैं रात के समय में करता था तो क्योंकि ज्यादा तो उसको लास्ट में रखता था इस तरह था अ कि मैं नाहर करता था तो ऐसा था कि मैंने यह देखा कि जब मैं नाहर लेता हूं तो मुझे इक्दम सुबह की जो फ्रेशनेस है फिर से आ जाती है मन के अंदर तो मैंने यह सोचा कि वहीं दुपहर को ना हूंगा उससे कहोगा कि सुबह पूरा भाई नींद से उठूंगा तो एकदम काम करूंगा काम करने का जब ठक जाऊंगा तो एक बार नाहना एक ब्रेक हो जाएगा वह मेरे मन को शांत भी कर देगा और ऐसा होता था ब्रेक हो जाता नाहना और मैं बढ़िया कर लेता है अब थोड़ा यार कहीं बड़ी मैं उसमें बीच में वह महसूस करता रहा है बोर हो गया या यह सब हो गया पर बोर होता था अदमी क्या करता है टॉपिक चेंज करते हैं यार इस बात में बोर हो रहा हूं मैं यह टाफ टॉपिक चेंज कर कुछ और बात करते हैं या फिर या फिर मान लो कोई मूवी बन लेंगे मूवी चेंज कर दें भाई परी मूवी यार यह है यह यह फिजि तो मैंने क्या कि एक फिजिकली किताब रखे उसके नीचे और फिजिकली किताब रखी है ठीक है अब एक पढ़ते पढ़ते बोर हो गया दूसरी पढ़ते था कि भाई बोर नहीं हो बोर नहीं हो ऑप्शन नहीं है पढ़ना नहीं छोड़ सकता मैं एक सब्जेक्ट से बोर पूरी फिजिक से बोर नहीं हुआ तो मैं पढ़ने नहीं छूँँ मैं भाई कुछ और नहीं तो भाई बीच में थिवरी बढ़ते बढ़ते ब्रेक लेता रहा तो भाई फिजिक थिवरी पढ़ रहा बीच में मैच के 20-25 क्वेश्चन का एक सेट उठा लिया वह कर रहा था ऐसे-ऐसे करके मैं अपने आपको बस की चलते रहने कीप मूविंग कीप मूविंग कीप मूविंग यह अपने आपको कि अब इसके बाद जैसे रात होते होते मैं ठक जाता था तो मैं पूरा अपना जैसे समझ रहे हो कि सुबह मैक्सिमम ब्रेन लूज कर लिया मैच में फिर उतना उतना ज्यादा टॉप नहीं है फिजिक्स जैकि जितनी मैच और फिर उसके बाद केमिस्ट्री वह तो इ� तो वह ऐसे मैं अपने आपको पूरा जैसे होता ना वहीं गन्नी की मशीन होती है कि गन्ना डाला फिर उसमें भाई वह एक बार और डालता उसको मोड़कर फिर और डालता कि पूरा जूस निकालना उसका तो मैं भी अपना पूरा जूस निकालता था अपने दिन का तो भाई अगर सुबह मैक्सिमम एक्टिविटी है तो मैच पड़ो फिर फिजिक फिर केमिस्ट्री पड़ो इस तरह मेरा दिन प्रोडक्टिव जाता रात को मैं एक दो बजे अपना खत्म करता रहा दिन और रात को यह सोचता था कि अगले दिन क्या दिन का प्लान लिखता था और तो भी रात को जो भी रात के टाइम पर शाम के टाइम पर थिवरी पड़ी होती थी कोशिश करता था सुबह उसके कश्चंस करो ऐसा प्लान रखता था और वह डायरी मुझे एक बात याद आती है कि वह तो डायरी में जब लिखता रहा क्वेश्चन तो वह क्वेश्चन नहीं वह लिखता रहा कि अगले दिन क्या करूंगा तो फिर यह हुआ कि कमी कम मतलब मोस्ट ऑफ टाइम जो है मैं बाइस को 70-80 परसेंट ही कर पाता रहा कंप्लीट जो वह डायरी में लिखा रहा तो कई बार गुस्से में उसको भाई पैंक से फाड़ देता रहा लग पैंक से तो यह सब्सक्राइब आपको ऐसी बातें आती रहती है तो रहा था बिल्कुल एक पैशन के साथ उठता था क्योंकि एक तो यार में डिस्ट्रैक्शन में डूबा हुआ नहीं था यह तो अदमी का घर तो सुबह उठते फोन चलाता है मैं नहीं भाई मैं उठते ही कहते रहा था वह जब मेरे जीवन में एक ही कथा चले जा रही है कि वह इस वह मैं पढ़ूंगा फिर भाई रात को कमेंस्ट्री पढ़ूंगा यही करता हूं मैं तो मेरे को मेरी मजबूरी भी थी इस तरह मैं चलता रहा चलता रहा हर दिन 16 घंटे 16 घंटे पढ़ता रहा कभी 15 कभी 14 और मोश्टली 16 और आखिर में मैंने अपना 90 पहले मुझे उम्मीद नहीं थी कि इतना syllabus complete हो जाएगा पर अंत में देखा तो 95% सेलेबस कम्प्लीट हो चुका था, जब भाई इतना पड़ेंगे, तो भाई वो हो जाएगा न, ये समझू, अब भाई इसमें ऐसा लग रहा है कि मिरको कई लोग कहते हैं, कि आपने अपने आपको एकदम मशीन की तरह यूज़ किया, हाँ कुछ मै की जाए तो भाई worth it है मतलब इसने मुझे जो निशान जंदलाज है वो बना दिया जनवरी में मेरा syllabus complete हो गया था बहुत thoroughly पर उसके बाद मैं पढ़ नहीं पाया वोई school, school, boards और practicals और शोड़ो सर बहुत लंबी कहानी है और इस बीच चार महीने में एक चीज और बताऊंगा कि मैंने बहुत सारे मॉक टेस्ट दिए, मैं हर अफ़ते मॉक टेस्ट देता था, मॉक टेस्ट ही मॉक टेस्ट, बोर हो जाता था तब भी मॉक टेस्ट देता था, ठीक है, मॉक टेस्ट में पूरा कईं बार, मतलब प� मैं इस तरह से कर लेता हूं ताकि एक घंटे का ब्रेक हो जाए मॉक टेस्ट हो जाए माइंट रिफ्रेश हो जाए एक गेम जैसा हो जाए चैनल हो जाए एक वाली वेशन भी हो जाए एक डायरेक्शन मिल जाएगी मॉक टेस्ट देखा और मॉक टेस्ट की वेशन भी तो इसलिए मॉक टेस्ट में बीच-बीच में देता था उससे मेरा मन लगा रहा था और अंत में ऐसे चलते चलते चलते यह मॉक टेस्ट दे दे के मैं भाई मुझे अपने ऊपर यकीन आने लग गया इसलिए बस भी हो रहा है मॉक टेस्ट में बड़ रहे हैं अंत मेरे नंबर अच्छे आने लग गए तो मुझे हु मैं एग्जाम सेंटर के अंदर गया, मैं एग्जाम सेंटर के अंदर गया, मैं एग्जाम सेंटर के अंदर गया, मैं एग्जाम सेंटर के अंदर गया, मैं एग्जाम सेंटर के अंदर गया, मैं एग्जाम सेंटर के अंदर गया, मैं एग्जाम सेंटर के अंदर गया, मैं क्योंकि मेरी तैयारी इतनी strong हो गई थी और आखिर में rest is history आप जानते हैं मेरी rank 247 आई और बाकी अगर कुछ लोग और भी पूछ रहे थे मुझसे कि मेरे बाकी exams में क्या रहा तो CBSE board में 94.8% आए और JEE mains में मेरी 1514 rank आई हमारे टाइम पर JEE mains में मेरे 254 marks थे हमारे टाइम पर JEE mains में CBSE board के भी marks लगते थे इस चैनल पर जैई के लिए सबसे ओथेंटिक और प्रैक्टिकल गाइडेंस मिलती हैं अगली वीडियो में मैं आपको ये बताने वाला हूँ के सबसे स्कोरिंग टॉपेक्स जैई के क्या है और आने वाली एक वीडियो ऐसी भी होगी देखो यार ये तो था मेरा टाइम टेबल की मैंने क्या किया आप इससे प्रेर्णा तो ले सकते हो और आपको हुबहु नकल करना जरूरी नहीं इसकी तो मैं आपको टिप्स दूँगा कि आप अपने टाइम टेबल को कैसे बना सकते हैं वो सारी वीडियो आने वाली हैं आप इस चैनल को सब्सक्राइब और हाँ मैंने कुछ वीडियो का प्रॉब्लिस किया था जो कि आ रही हैं बीच में मेरी तबियत खराब हो वो