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Introduction to the Indian Penal Code

हेलो एवरीवन आई एम शिवानी सोलंकी एंड आई वेलकम यू ऑल टू दी पी डब् जहां पर आप सभी स्टूडेंट्स के लिए द मोस्ट अवेटेड सीरीज फॉर भारतीय न्याय संहिता लॉन्च भी होने जा रही है और उसका आज इंट्रोडक्टरी सेशन भी हम लेने जा रहे हैं बहुत समय से स्टूडेंट्स की डिमांड थी कि जिस तरीके से हमने लॉ वाला youtube2 इंडियन एविडेंस एक्ट की आज से दो साल पहले सेशंस लिए थे पूरी की पूरी सीरीज प्लेलिस्ट आपके सामने थी जिसकी पीडीएफ आप लोग पड पप पर जाकर डाउनलोड कर पाए थे वैसे के वैसे स्टूडेंट्स की डिमांड थी कि हम बीएनएस के लिए भी ऐसी के ऐसे सीरीज लेकर आए तो भारतीय न्याय संहिता जिसको कि हम आईपीसी के साथ पढ़ने वाले हैं अब हम एक्सपेक्ट कर सकते हैं स्टूडेंट्स की ऑलमोस्ट ऑल द स्टेट जुडिशरी में आपको अब यह सब्जेक्ट देखने को मिलेगा अब ना सिर्फ ये सीरीज आपके लिए इंपॉर्टेंट रहती है पर कुछ और स्पेसिफिक फैक्ट्स है जो मैं आपके सामने रखनी चाहूंगी जैसे कि इन केस कोई भी स्टूडेंट ये सारी पीपीटी चाहता है या बैच के और फीचर्स देखना चाहता है तो यह कंप्लीट फ्री बैच है आप पी पीडब्ल्यू ऐप को डाउनलोड कर सकते हैं पीडब्ल्यू पप में जुडिशरी का पूरा सेगमेंट आपको मिलेगा उसमें ये पर्टिकुलर बैच आपके लिए फ्री ऑफ कॉस्ट अवेलेबल है अगर आप देखेंगे तो ये बैच का आपको बैनर इस प्रकार से कुछ मिलेगा फ्री बैच है और ये सीरीज वहां पर जाकर एनरोल करने से आप स्टूडेंट्स को इस पर्टिकुलर सेशन की या जितने भी आगे आने वाले 30-35 लेक्चर होंगे उन सब की आपको पीपीटी अच्छे से मिल जाएगी पीडीएफ मिल जाएगी तो आई होप कि ये जितना भी पीडब्ल्यू ने इनिशिएटिव लिया है कि बहुत बहुत अच्छे से प्रॉपर्ली हर एक सेक्शन को हम समझते हुए भारतीय न्याय संहिता की सीरीज यहां पर लॉन्च करने जा रहे हैं और देखेंगे कि भारतीय न्याय साहिता में क्या कुछ नया है क्या कुछ आईपीसी जैसा ही ऐड ऑन किया गया क्या कुछ रिमूव किया गया है क्या सारे चैलेंज अभी बीएनएस को डील करते हुए कोर्ट्स फेस कर रहे हैं कौन से सेक्शन का एमबिट लिमिट किया गया है कौन से सेक्शन का एमबिट या स्कोप जो है वो वाइड किया गया इसी चीज को समझते हुए आज हम जो है अपनी भारतीय न्याय संहिता की सीरीज को स्टार्ट करते हैं उम्मीद करती हूं कि अगले एक डेढ़ महीने तक आप मेरा साथ बनाए रखेंगे क्योंकि यह सीरीज अगले डेढ़ महीने तक के लिए चलने वाली है मंडे टू फ्राइडे आपको डेली इसी चैनल पर इस पूरी सीरीज का एक सेशन देखने को मिलने वाला है जिसका नोटिफिकेशन आपको पीडब्ल्यू के तो भारतीय न्याय साहिता जैसे कि ये वर्ड जो है या मैं सब्जेक्ट के टाइटल की बात करूं तो इस सब्जेक्ट के टाइटल का जो सब्स्टिटूशन हुआ है इसने किसको सब्सीट्यूट किया इसने सब्सीट्यूट किया इंडियन पीनल कोड को तो सबसे पहले इस पूरे के पूरे शब्द को ही देख ले इस पूरे सब्जेक्ट के टाइटल को देख ले तो इट डील्स विद भारतीय न्याय संहिता अब मैं इस पर्टिकुलर टाइटल पे फोकस इसलिए कर रही हूं क्योंकि जितना अच्छे से आपको इस टाइटल के स्विचिंग को समझ पाओगे उतना अच्छे से भारतीय न्याय संहिता की रिक्वायरमेंट को समझ पाओगे भारतीय और न्याय मतलब भारत पर अप्लाई होने वाला है और इसका एप्लीकेशन सिर्फ भारत पर नहीं ये एप्लीकेशन आप सेक्शन नंबर वन पढ़ेंगे तो इसका एमबिट और आपको बड़ा दिखेगा दैट इज आउटसाइड इंडिया आल्सो भारतीय न्याय साहिता अप्लाई होगा अब बात करूं मैं दूसरे वर्ड न्याय जहां पर पहले वर्ड पीनल था अब वहां न्याय हो चुका है पीनल मींस पनिशमेंट देखा न्याय मींस जस्टिस देना तो जैसे कि लॉ मिनिस्ट्री ने ये कहा था और लेजिस्लेटर ने भी कहा क था कि भारतीय न्याय संहिता आने के पीछे ऑब्जेक्टिव हमारा एक ही है दैट इज टू गिव जस्टिस एंड नॉट टू गिव द पनिशमेंट तो वर्ड न्याय सब्सीट्यूट हुआ है आपके पीनल की जगह एंड कोर्ड तो अपने आप में है ही कोर्ड का जो हिंदी अनुवाद होता है वो है सहित जो कि बहुत सारे एक्ट से मिलके बनता है या ऑलरेडी जो प्रीवेलिंग लॉज थे जिसको कि इंग्लिश अ कह सकते हैं कि इंग्लिश लॉ का कहीं ना कहीं इसमें टेंट देखने को मिलता है या जो लॉर्ड मेकॉले ने उस वक्त ऑलरेडी एसिस्टिंग लॉस थे उन सबको इकट्ठा करके एक पर्टिकुलर कोड बनाया जो कि सारे पर्सनल लॉज को इवॉल्व करता है और कहीं ना कहीं हम बोलेंगे कि इर रिस्पेक्टिव ऑफ एनी रिलीजन कास्ट जेंडर कम्युनिटी यह पर्टिकुलर लॉ सब पर ही अप्लाई होता है तो आज सेक्शन नंबर वन को हम प्रयास करेंगे कि एप्लीकेशन को आज डील करें ताकि जो हमारा वर्ड भारतीय है उसको हम जस्टिफाई कर पाए कि कितना यह पर्टिकुलर लॉ सिर्फ भारत के टेरिटरी पर अप्लाई होता है या उसके अपार्ट भी कहीं अप्लाई होता है ना सिर्फ इतना ही हम इसके साथ-साथ इस इसका इंट्रोडक्शन डील करेंगे कि इंडिया में जो लॉ ऑफ क्राइम्स है वो इवॉल्व कैसे हुए व्हाट वाज द नीड एंड उसके साथ पढ़ेंगे इंपॉर्टेंट थ्योरी थ्योरी को अगर मैं जुडिशरी के पॉइंट ऑफ व्यू से बात करूं तो थ्योरी बहुत कम पूछी जाती है लेकिन हां अगर जूरिस प्रूडेंस किसी स्टेट में आ रहा है तो ये थ्योरी इंपॉर्टेंट रह जाती है एक थ्योरी का बेसिक क्रक्स आपको जरूर पता होना चाहिए नेक्स्ट क्लास में हम लोग उसके मैं कहूं तो लॉ ऑफ क्राइम्स के जो एसेंशियल एलिमेंट्स है उसको कवर करेंगे एंड आफ्टर दैट वी विल बी कवरिंग द डेफिनेशन पास्ट क्या होता है लॉफ क्राइम सबसे पहले इस चीज को समझेंगे जाहिर सी बात है वो लॉ जो कि अपराधों से डील करता है ऑफेंसेस से डील करता है तो क्या सिर्फ ऑफेंसेस ही डिफाइन करता है ऐसा नहीं है आईपीसी की बात करूं या बीएनएस की बात करूं दोनों ही लॉज के अंदर ऑफेंसेस को भी डिफाइन किया और उसकी पनिशमेंट भी दी है हर वो स्टूडेंट जो कि भारतीय न्याय संहिता पहली बार पढ़ रहा है मैं उसको बोल दूं यह सिर्फ प्री के लिए ही इंपॉर्टेंट नहीं यह सिर्फ मेंस के लिए ही इंपॉर्टेंट नहीं ये आपके जजमेंट राइटिंग के लिए भी इक्वली इंपॉर्टेंट रहता है जितना अच्छे से एक-एक एलिमेंट समझोगे उतना ही अच्छे से आप जजमेंट राइटिंग में चार्ज फ्रेम कर पाओगे अगर बीएनएस गड़बड़ आया आपका आपका पूरा के पूरा जजमेंट राइटिंग गड़बड़ा जाएगा इवन इफ यू आर प्रो इन योर प्रोसीजर लॉज क्योंकि ये एलिमेंट आपको हेल्प करेगा एग्जैक्ट चार्ज लगाने में और चार्ज गलत हुआ तो आपका डिसीजन गलत हो जाएगा डिसीजन गलत हो जाएगा तो पूरा के पूरा जजमेंट राइटिंग चला जाएगा इसीलिए बीएनएस पढ़ते हुए एक-एक ऑफेंस का एक-एक इंग्रेडिएंट्स से पहले भी एक हिस्ट्री रही है और वो हिस्ट्री किसकी रही है इंडियन पीनल कोड की रही है भारतीय अ दंड संहिता की रही है तो आईपीसी से भी पहले कुछ ऐसा हुआ करता था जी हां बिल्कुल हुआ करता था आईपीसी भारत का एक मेजर क्रिमिनल कोर्ट तो था ही लेकिन इसके साथ-साथ इसने अपने से पहले ऑलरेडी एसिस्टिंग पर्सनल लॉस को खुद में एक्युमटिका बिलोंग टू अ पर्टिकुलर रिलीजन कमिट्स एन ऑफेंस अगेंस्ट द पर्सन बिलोंग टू अनदर रिलीजन तो यहां प्रॉब्लम हो रहा था धर्म को लेकर सबके पर्सनल लॉस को लेकर तो कैसे आखिर उस व्यक्ति को सजा दी जाए कोई एक एग्जॉस्ट इव कॉमन लॉ होना चाहिए तो उसी को देखते हुए लॉर्ड मिकल ने आईपीसी ड्राफ्ट किया था अब इसके कुछ फ्रेमवर्क्स देखें आईपीसी के फ्रेमवर्क्स सेम डिटो आपको एज इट इज बीएनएस में भी देखने को मिलेगा ऐसा नहीं है कि ये स्पेसिफिकली ऑब्जेक्टिव में दिया होता है लेजिस्लेटर काफी सारे ऐसे लॉज में ऑब्जेक्टिव में अपना ऑब्जेक्टिव एं श्राइन करके देता है लेकिन बीएनएस का और आईपीसी का कोई आपको बड़ा सा ऑब्जेक्टिव नहीं दे रखा है ये सारे लॉज पढ़ने के बाद सुप्रीम कोर्ट के प्रेसिडेंट्स पढ़ने के बाद हाई कोर्ट के प्रेसिडेंट्स पढ़ने के बाद हम इस कंक्लूजन पे पहुंचते हैं कि हर ऑफेंस का एक ऑब्जेक्टिव होता है सारे ऑफेंसेस को एक्युमटिका निकालूं तो ये चार मेजर्ली आपको आईपीसी का नेचर या बीएनएस का नेचर के रूप में दिखेंगे मैं कह सकती हूं एक तरीके से हम अभी नेचर पढ़ने जा रहे हैं बीएनएस हो या आईपीसी पहला है कि यूनिफॉर्म है संपूर्ण भारत पर अप्लाई होता है कंप्लीट इंडिया पर जेंडर न्यूट्रल है अब दिस इज सब्जेक्ट टू सम ऑफ द एक्सेप्शन कुछ ऐसी ऑफेंसेस आपको दिखेंगे जिसमें अभी भी भारत में बहुत सारे ऑफेंसेस जेंडर न्यूट्रल नहीं है स्पेसिफिकली सेक्सुअल ऑफेंसेस की बात करूं तो स्पेशल क्रिमिनल लॉज में डेफिनेटली वो जेंडर न्यूट्रल है लेकिन यहां पर अगर हम सेक्शन नंबर 63 की बात करें बीएनएस में दैट इज रेप का जो अपराध है बलात संग का जो अपराध है व अभी भी जेंडर न्यूट्रल नहीं है बाकी जितने भी ऑफेंसेस है मर्डर कल्पेबल होमसाइड हो गया थेफ्ट रॉबरी एक्सटॉर्शन डिक्टी क्रिमिनल मिस एप्रोप्रियेट की बात करूं मैं ऑफेंडर अकॉर्डिंग टू बीएनएस हमेशा और हमेशा एक मैन हो सकता है एंड विक्टिम हमेशा और हमेशा एक वमन ही हो सकती है यह कहना चाहता है हमारा बीएनएस भी और यही कहता है हमारा आईपीसी भी तो इस चीज को ऑब्जर्व करते हुए चलेंगे क्योंकि जब भी आप सेक्सुअल ऑफेंसेस पढ़ेंगे ऑफेंसेस अगेंस्ट वमन पढ़ेंगे तो आपको ये क्राइटेरिया बहुत ध्यान रखना है जजमेंट राइटिंग में आपके काम आएगा आगे है अकाउंटेबिलिटी ये अकाउंटेबल ठहरा है ना जिम्मेदार ठहरा है किसी पर्सन के ऊपर लायबिलिटी इंपोज करता है है क्योंकि उसने एक ऑफेंस कमिट किया है यह ना सिर्फ अकाउंटेबिलिटी एक ऑफेंडर की प्रोवाइड करता है बेटा लेकिन उसके साथ-साथ इन्वेस्टिगेटिंग मशीनरी की भी दैट इज पुलिस ऑफिसर्स की भी लायबिलिटी ठहरा आता है ऑफिस कमिट हुआ है तो स्टेट अपने आप कॉग्निजेंस ले सकता है क्योंकि हर अपराध भारत में कुछ अपराधों को छोड़कर हमेशा और हमेशा स्टेट के अगेंस्ट ऑफेंस होता है तो स्टेट की पूरी की पूरी ड्यूटी बनती है जिम्मेदारी बनती है दे आर अकाउंटेबल टू द पब्लिक दैट दे हैव टू इन्वेस्टिगेट द मैटर इन केस ऑफ एनी ऑफेंसेस कमिटेड कुछ ऑफेंसेस है जैसे ऑफेंसेस अगेंस्ट मैरिज वो हमेशा स्पाउस के अगेंस्ट ही ऑफेंस होता है सो फॉर दैट रीजन वहां पर स्टेट को किसी प्रकार की खुद से कॉग्निजेंस लेने की जरूरत नहीं अनटिल एंड अनलेस अनदर स्पाउस जो है आपका केस फाइल करता है तो फोर्थ इज प्रिवेंशन ऑफ काइम क्या वाकई आपको लगता है कि आईपीसी के या बीएनएस के या कुछ स्पेशल लॉस के आने की वजह से वाकई क्राइम्स प्रिवेंट हो रहे हैं अगर आप रिपोर्ट्स देखोगे स्टेटिस्टिक्स देखोगे डटा देखोगे क्राइम तो दिन परदन बढ़ते जा रहे हैं इनफैक्ट क्राइम का नेचर भी चेंज होता जा रहा है द मोड और द वे ऑफ कमिटिंग द ऑफेंस एक न्यू डेफिनेशन मिल रही है हर बार तो यह ऑब्जेक्टिव जरूर है पर इस ऑब्जेक्टिव को कितना ज्यादा अच्छे से कवर कर पाए ऑब्जेक्टिव कितना अच्छे से अचीव हो पाया है यह चर्चा का विषय निश्चित ही तौर पर हमेशा से र है और आगे भी रहेगा क्योंकि आईपीसी के आने से भी कुछ खास अपराध कम हुए नहीं है चाहे वह महिलाओं के विरुद्ध हो या किसी के भी विरुद्ध हो इवन इफ ऑफेंसेस का पनिशमेंट एग्रीवेट कर देते हैं पनिशमेंट या मैं कहूं क्राइम को प्रिवेंट करने के पीछे जो सबसे बड़ा कुछ तरीका हो सकता है वह है योर एटमॉस्फेयर योर पर्सनालिटी एंड सबसे बड़ी चीज योर माइंडसेट एवरीथिंग इज इन माइंड तो एक व्यक्ति का मस्तिष्क अगर साफ होगा तो शायद हर तरीके की गंदगी जो है वह समाज से हटाई जा सकती है खैर हर एक पर्टिकुलर जो क्रिमिनल ऑफेंस है वो इसी या क्रिमिनल एक्ट जो है वो इसी ऑब्जेक्टिव से आता है कि हमें क्राइम रेट जो है वो कहीं ना कहीं कर्ब करनी है और कहीं ना कहीं ग्रेटर पनिशमेंट होता है तो कुछ लोगों में अगर थोड़ी बहुत बुद्धि आ जाए तो शायद उनको यह पता रहे कि पनिशमेंट क्या है खैर आगे चलेंगे अब आईपीसी के कुछ बेसिक्स आपको दे रखे कि कब एनेक्ट हुआ और ये सब ये उन लोगों के लिए महत्त्वपूर्ण रहता है जिनके सिलेबस में अभी भी आईपीसी आता है आगे चलेंगे जहां पर हमें आईपीसी से बीएनएस कैसे आया यह थोड़ा देखना पड़ेगा देखो लेजिस्लेटर ये कहता है कि इंग्लिश मेड जो या ब्रिटिशर्स मेड जो लॉ है अब उसको रिपील करने की आवश्यकता है और हमें खुद का ब्रेन यूज करने की जरूरत है अब बीएनएस में मेजॉरिटी पार्ट एज इट इ आपके आईपीसी का कॉपी पेस्ट किया गया क्योंकि लेजिस्लेटर य मानता है कि वाकई में वह जो लॉ है वह सही है और उनकी आवश्यकता अभी भी है बट अपार्ट फ्रॉम दैट बहुत सारे सेंटेंसेस को इनक्रीस किया गया है उनमें वृद्धि देखने को मिली है पनिशमेंट के तौर पर अगर मैं बात करू नॉट जस्ट पनिशमेंट कुछ न्यू ऑफेंसेस ड किए गए हैं जैसे मैंने बोला है कि समय-समय पर बहुत सारे अपराधों की जो प्रकृति है वो बदलती जा रही है नेचर ऑफ द ऑफेंसेस इज चेंजिंग द माइंडसेट ऑफ द पीपल इज चेंजिंग सो न्यू ऑफेंसेस हैव बीन इंट्रोड्यूस्ड इन आईपीसी आल्सो एंड वी हैव सीन दैट बीएनएस में भी आए हैं चाहे वो पेटी ऑफेंसेस हो ऑर्गेनाइज्ड क्राइम्स हो टेररिस्ट एक्टिविटीज हो ना सिर्फ इतना पर आने वाले समय में हमें बीएनएस में भी अमेंडमेंट्स देखने को मिलते रहेंगे क्योंकि बीएनएस में कुछ अभी भी ऐसे लकूना हैं जो कि हाई कोर्ट्स डिफरेंट हाई कोर्ट्स चैलेंज कर रहे हैं और उस पर जवा मांग रहे हैं लेजिसलेच्योर ने सीधा-सीधा लेजिस्लेटर से य डिमांड किया कि आप हमें यह बताइए 377 का जो नॉन कंसेंटेड या फोर्सफुल रिलेशनशिप है उसको हम फिर कैसे कवर करें तो इसके ऊपर निश्चिती लेजिस्लेटर अमेंडमेंट के साथ आएगा या फिर हो सकता है कि सुप्रीम कोर्ट या हाई कोर्ट कुछ नया इंटरप्रिटेशन निकालेंगे तो हम सबके लिए सहूलियत हो जाएगी इस सेगमेंट को समझना क 1 जुलाई 2024 को आप जानते हैं कि ये लागू हो गए थे हमारे भारत में तीन नए कानून और दिसंबर में दैट इज दिसंबर 2023 में इन तीनों कानून को राष्ट्रपति के असट मिल चुकी थी प्रेसिडेंट की असट मिल चुकी थी और 1 जुलाई 2024 से ये तीनों लॉज जो है भारत में लागू हो चुके हैं पुराने लॉज सारे रिपील हो चुके हैं आज के समय के लिए लेकिन पुराने लॉज अभी भी इफेक्ट में रहते हैं उन पर्टिकुलर सेगमेंट्स के लिए या पर्टिकुलर केसेस के लिए जो कि 1 जुलाई 2024 से पहले हुआ था हालांकि इस केस में अब भी सुप्रीम कोर्ट यह बोल चुका है कि अगर ऑफेंस आपका आईपीसी के तहत रजिस्टर्ड है तो भी अब हम उसकी जो प्रोसीजर लॉ है उस मामले में सीआरपीसी अप्लाई नहीं करके बीएनएसएस अप्लाई करेंगे रीजन बहुत सिंपल सा है इसके पीछे कि पुलिस मशीनरी अब बीएनएसएस को यूज टू हो चुकी है और दो प्रोसीजर लॉज एक साथ चलना बहुत ज्यादा कन्फ्यूजिंग हो सकता है चैलेंज हो सकता है फॉर्म्स हर प्रकार के जो है एक तरह से सीआरपीसी में भी देखने को मिले बीएनएसएस में भी देखने को मिले तो इस चीज को अवॉइड करने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने बोला है प्रोसीडिंग तो जो है हम बीएनएसएस की ही फॉलो कर सकते हैं और करेंगे भी क तो यह पूरा जो है ट्रांजैक्शन हुआ था अब ये ट्रांजिशन होने के पीछे लेजिसलेच्योर जो है वो कभी भी क्रिमिनल थ्योरी इन द सेंस जस्टिस के मामले में बोल रही हूं मैं जस्टिस के मामले में जो यहां पर क्रिमिनल थ्योरी है उसका एक ही ऑब्जेक्ट है एंड दैट इज न्याय देना जस्टिस देना तो इस वजह से हम बीएनएस में चेंज कर रहे हैं बीएनएसएस में चेंज कर रहे हैं बीएसए में चेंज कर रहे हैं और वाकई ये न्याय देने वाला जो ऑब्जेक्टिव है कहीं ना कहीं आपको बीएनएसएस में ज्यादा अच्छे से दिखेगा क्योंकि जिस तरीके से इन्वेस्टिगेशन पर लिमिट लगाई है प्रक्रिया में कुछ चेंजेज किए हैं स्पीडी इंक्वायरी या इन्वेस्टिगेशन का जो प्रावधान है तो उन चीजों से हम कह सकते हैं कि हां जरूर होगा क्योंकि जस्टिस डिलेड इज जस्टिस डिनाइड अगर न्याय मिलने में ही देरी हो जाए तो फिर कहे का न्याय तो स्पीडी ट्रायल हो जाए या स्पीडी इंक्वायरी स्पीडी इन्वेस्टिगेशन हो जाए तो डेफिनेटली वो न्याय को अ जरूर हम कह सकते हैं कि ऑब्जेक्टिव वहां पे सेटिस्फाई हो रहा है ना सिर्फ इतना बट उन्होंने एक मेजर पॉइंट जिस पे फोकस किया दैट इज प्रा प्राइजिंग द राइट्स एंड कंसर्न्स ऑफ द विक्टिम्स जो भी विक्टिम है पीड़ित है उसके अधिकारों का संरक्षण करना उसको प्रिवेंट करना कंपनसेशन देना तो ये सारी चीजें अभी भी आपको बीएनएस में दिखने वाली है और सबसे बड़ी चीज इंडिया में रिफॉर्मेटिव थ्योरी को अपनाया जाता है अभी सारी थ्योरी हम पढ़ेंगे और देखेंगे भारत में कौन सी थ्योरी लागू होती है रिफॉर्मेटिव थ्योरी जिससे एक पर्सन खुद को रिफॉर्म कर सकता है रिहैबिलिटेट कर सकता है रीस्टैब्लिश कर सकता है सोसाइटी के मेन स्ट्रीम्स में यही ऑब्जेक्टिव पूरा के पूरा इंडिया के क्रिमिनल जस्टिस सिस्टम का है अब मेजर चेंजेज देखेंगे हम बेटा बीएनएस में क्या-क्या मेजर चेंजेज हुए हैं हालांकि चेंजेज बीएनएस में नहीं हुए हैं है ना चीजें जो है वो बीएनएस में कुछ ऐड की गई है या आईपीसी से जब बीएनएस में कन्वर्ट हुआ है तो किन-किन चीजों के साथ है किन-किन चीजों में प्लस माइनस हुआ है क्योंकि बीएनएस में तो चेंज मतलब क्या बीएनएस पहले से ऑलरेडी एजिस्ट कर रहा था नहीं नहीं बीएनएस ऑलरेडी एजिस्ट नहीं कर रहा था ओके तो सेंटेंस फ्रेमिंग से पहले एग्जाम में जरूर ध्यान रखना कि बीएनएस के अंदर चेंजेज नहीं हुए हैं ओके फर्स्ट क है कम्युनिटी सर्विस पहली दफा कम्युनिटी सर्विस आपको बीएनएस में या आईपीसी से बीएनएस में आने में दिखी है भारत में कम्युनिटी सर्विस पहले भी था ऐसे कैसे था मैम जुवेनाइल जस्टिस एक्ट देखो जेजे एक्ट इफ यू गो थ्रू जेजे एक्ट स्पेसिफिकली सेक्शन नंबर 18 अगर आप देखोगे उसमें तो कुछ एडिशनल ऐसे ऑर्डर्स है जो कि आपका जेजेबी जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड पारित कर सकता है व्हेन द ऑफेंडर इज अ जुवेनाइल तो उसमें कम्युनिटी सर्विस हमेशा से हुआ करता था और अब पहली दफा यहां पे कम्युनिटी सर्विस ऐड की गई है कम्युनिटी सर्विस डेफ समेशन के केस में आपको दिखने वाला है ड्रंक पर्सन अगर उत्पाद मचाता है पब्लिक पीस को डिस्टर्ब करता है या ट्रेस पास कमिट कर देता है नोइंग द फैक्ट दैट ही इ इंटॉक्सिकेटेड तो उस केस में भी कम्युनिटी सर्विस आपको देखने को मिले मॉब लिंचिंग की पनिशमेंट दे रखी है यह प्रोविजन जो है भारत की एक हाश रियालिटी को दर्शाता है कि इससे पहले कि अपराधी पुलिस स्टेशन पहुंचे या कोर्ट पहुंचे जनता अपने आप को उस पर्टिकुलर मामले का फैसला करने के लिए सक्षम समझती थी इसी लिए जहां देखा वहीं लताड़ा पीटा घसीटा उस चीज को रोकने के लिए मॉब लिंचिंग का प्रोविजन या मैं कहूं तो ऑफेंस अब रिकॉग्नाइज कर दिया गया है नया ऑफेंस ऐड हुआ है ऑर्गेनाइज्ड क्राइम के रूपस में यह बीएनएस में पहली दफा आया है लेकिन मकोका की बात करें महाराष्ट्र की बात करें ऑलरेडी वहां पे है तो कुछ-कुछ ऐसे लोकल लॉज है जो कि ऑलरेडी कुछ पर्टिकुलर स्टेट्स में है अब जैसे कि मैं बात करूं स्नैचिंग की स्नैचिंग नया है बीएनएस के लिए आईपीसी के लिए नया नहीं है ऑल दो आईपीसी में यह नहीं हुआ करता था लेकिन पंजाब एंड हरियाणा में पंजाब एंड हरियाणा में स्नैचिंग स्टेट अमेंडमेंट के थ्रू ऑलरेडी एडेड था तो कुछ-कुछ स्टेट अमेंडमेंट से भी प्रेरित होकर लेजिस्लेटर ने बीएनएस में चीजें डाली है क्योंकि उनके वाकई लगा कि यह स्टेट में अमेंडमेंट जरूरी है फिर पेटी ऑर्गेनाइज्ड क्राइम्स ऐड किए गए हैं लघु जो ऑर्गेनाइज क्राइम्स है उनको जगह दी गई है टेररिस्ट एक्टिविटीज टेररिस्ट एक्टिविटी की जो डेफिनेशन कतई लंबी डेफिनेशन अगर आपको देखने को मिलेगी तो वो अब टेररिस्ट एक्टिविटीज की है बहुत सारे बोर्ड से उन्होंने टेररिस्ट एक्टिविटीज को कर्ब करने और प्रिवेंट करने का प्रयास किया है चेंज इन द पनिशमेंट ऑफ हिट एंड रन जाहिर सी बात है 106 की बात कर रहे हैं हिट एंड रन के मामले में चाहे सबसेक्शन वन या सबसेक्शन टू की बात करूं इंडिया में इन दोनों ही सबसेक्शंस को लेकर बहुत ज्यादा डिसेटिस्फेक्शन जो है वो रेज किया गया है वो चाहे ड्राइविंग कम्युनिटी से हो या डॉक्टर से हो क्योंकि यह कुछ ऐसे मामले हैं जो कि कई बार नेगलिजेंटली या अन इंटेंशनली भी कर दिए जाते हैं उस मामले में पनिशमेंट प्रोवाइड करना कहीं ना कहीं उन कम्युनिटीज को अपने अगेंस्ट लग रहा है खैर इसकी भी चर्चा हम करेंगे साथ ही साथ सेडिशन लेजिस्लेटर का कहना है कि सेडिशन पनिशेबल ऑफेंस नहीं है 124a 124a लेजिस्लेटर कहता है कि हमने रिमूव कर दिया है लेकिन अगर आप कंपेयर करोगे और इसको पढ़ोगे 152 ऑफ बीएनएस के साथ यू विल रिलाइज कि आपने हटाया नहीं है लेकिन आपने उसको एक नया रूप दिया है एंड यू विल सी 152 में एमबिट जो है थोड़ा सा आपके 124a से चेंज किया गया है इसको जब हम 152 पढ़ेंगे तो डेफिनेटली 124a के साथ कंपेयर करेंगे और देखेंगे कि कितना ज्यादा चेंज उन्होंने किया और वाकई में वो प्रूफ होता भी कि नहीं होता है इंस्टिट रेजन हैज बीन मेड अंडर सेक्शन 152 ऑफ बीएनएस ओके मियर पोशन ऑफ फेक करेंसी नोट इज नो मोरल ऑफेंस मात्र करेंसी नोट्स का फेक करेंसी नोट्स का पोशन हो जाना अब पनिशमेंट की कैटेगरी में नहीं आता है थेफ्ट की जो डेफिनेशन है वो थोड़ी एक्सटेंड की गई है दैट इज डेटा थेफ्ट वगैरह को भी थोड़ी जगह दी गई है दैट मींस जो ऑनलाइन क्राइम्स वगैरह हो रहे हैं उनको जगह दी गई और सबसे बड़ी चीज है स्नैचिंग एक नया ऑफेंस बना तो मैं वैसे बात करूं तो अगर आप देखोगे तो स्पेसिफिकली यहां पर स्नैचिंग एक ऐसा नया ऑफेंस बना है मॉब लंचिंग ऑर्गेनाइज क्राइम पेटी ऑर्गेनाइज क्राइम टेररिस्ट एक्ट्स और भी आगे आपको डिफरेंट डिफरेंट सेक्शंस में देखने को मिलती रहेगी चीजें एक बार ओवर व्यू लेंगे आई की जो रेंज थी जो स्टूडेंट्स ऑलरेडी पढ़ चुके हैं आईपीसी वो अपनी रेंज को जानते ही जानते और जो स्टूडेंट्स आईपीसी कभी पढ़े ही नहीं उनके लिए रेंज जानने की कुछ खास आवश्यकता है नहीं क्योंकि आपको आईपीसी पढ़ने की आवश्यकता भी नहीं पड़ेगी फिर भी कभी समय मिले तो आप इसको जरूर ऑब्जर्व करेंगे हम अभी चलेंगे बीएनएस की रेंज की तरफ बीएनएस की रेंज के बाद हम पढ़ेंगे व्हाट आर द थ्योरी ऑफ पनिशमेंट्स और भारत में इसमें से कौन-कौन सी थोरी जो है वो लागू होती है तो सबसे पहले इस स्ट्रक्चर को देखकर ही आपको समझ आ जाएगा कि लेजिसलेट ने सबसे ज्यादा इंपॉर्टेंस दिया है मेमन एंड चिल्ड्रन के अगेंस्ट ऑफेंसेस को मेमन एंड चिल्ड्रन के अगेंस्ट होने वाले ऑफेंसेस को ज्यादा इंपॉर्टेंस दिया इन्होने इसीलिए सबसे पहले रेंज में ऑफेंसेस की कैटेगरी की बात करें तो वो ऑफेंसेस अगेंस्ट वमन एंड चिल्ड्रन है लेकिन एस यूजुअल जैसे कि उन्होंने हमेशा पहले एप्लीकेशंस डाला है फिर आपके पनिशमेंट्स डाले लेकिन पनिशमेंट से पहले प्रिलिमनरी में डेफिनेशंस भी डाले गए हैं जितने भी हमारे कॉमन इंटेंशन थे कॉपरेशन था पाटली पाटली वाली जितनी भी चीजें थी वो सब सेक्शन नंबर थ्री में आ चुकी है नाइन सबसेक्शंस को लिए हुए सेक्शन नंबर थ्री काफी सारे सेक्शंस कम किए अब काफी बार स्टूडेंट्स को लगता है कि ओ 358 सेक्शंस 511 से 358 सो हैप्पी टू सी दैट ना ऐसा नहीं है बहुत सारी चीजें सबसेक्शंस में ऐड कर दी गई है बहुत सारे ए बी सी डी को नया पर्टिकुलर सेक्शन वाइज नंबर दे दिया गया है तो सेक्शन तो अभी भी आपको उतने के उतने मिलेंगे अब थेफ्ट की बात कर ले 356 की बात कर ले डेफ मेशन सबसेक्शन वन से लेकर सबसेक्शन फोर तक चीज उसमें ऐड कर रखी है पहले क्या था पहले 499 ऑफ आईपीसी से लेके 502 तक हुआ करता था तो सबसेक्शन इंक्रीज कर दिए गए हैं और सबसेक्शन थोड़ा याद करना अब आप अपनी सहूलियत से देख सकते कि आपको सेक्शन अच्छे से याद हो रहा था या सबसेक्शन अच्छे से याद हो रहा था उसके बाद हमने बात किया पनिशमेंट्स का कैटेगरी एज इट इज सेम है कोई खास पनिशमेंट में डिफरेंस नहीं है एज इट इज अभी भी आपको देखने को मिलेगा जनरल एक्सेप्शन नॉट जस्ट एक्सेप्शन बट आपके प्राइवेट डिफेंसेस भी इसी कैटेगरी में ऐड कर दिए गए हैं अबेटमेंट क्रिमिनल कंस्पिरेशन एंड अटेम्प्ट अटेंप्ट को इन्होंने जो बेचारा अकेले 511 में हुआ करता था उसको सेक्शन नंबर 62 में इन्होंने ऐड कर दिया है फिर हम बात करेंगे ऑफेंसेस अगेंस्ट वमन एंड चिल्ड्रन की तो सबसे पहले सेक्सुअल ऑफेंसेस ऐड किए गए हैं जिसको कि रेप की कैटेगरी भी की कटेगरी से भी जाना जाता है तो सबसे पहले रेप का ऑफेंस है इसमें एक सेक्शन कतई नया सेक्शन लगेगा आपको दैट इ सेक्शन नंबर 69 69 एक नया आपको यहां पर सेगमेंट दिखने वाला है क्रिमिनल फोर्स असल्ट अगेंस्ट मेमन अब पढ तो ये लेते हैं लेकिन पहले आपका फोर्स डिफाइन हुआ करता था देन क्रिमिनल फोर्स डिफाइन हुआ करता था फिर असल्ट डिफाइन हुआ करता था फिर ये सेगमेंट आता था तो यह सेगमेंट जो भी स्टूडेंट पढ़ रहा है उससे पहले निवेदन है कि आप असल्ट और क्रिमिनल फ जरूर पढ़े यह पढ़े कि फोर्स क्या होता है उसके बाद है ऑफेंसेस रिलेटिंग टू मैरिजस जो कि एंड पार्ट्स में आया करता था क्योंकि इनके अकॉर्डिंग लेजिसलेच्योर सेस अगेंस्ट मैरिज है तो वमन तो इंक्लूडेड ही है ना तो व्हाई नॉट इंक्लूड दिस पर्टिकुलर अ रेंज अंडर द चैप्टर ऑफ ऑफेंसेस अगेंस्ट विमेन ऑफेंसेस कॉजिंग मिसकैरेज एटस एंड ऑफेंसेस अगेंस्ट चिल्ड्रन अब ऑफेंसेस अगेंस्ट चिल्ड्रन की जब बात करेंगे 93 से लेकर 99 किडनैपिंग अब्दक्ट स्टीलिंग ऑफ द चाइल्ड काफी सारे सेक्शंस अलग-अलग जगह से अलग-अलग चैप्टर से निकाल निकाल के इस पर्टिकुलर चैप्टर में जो है ऐड किया गया है आगे चलेंगे ऑफेंसेस अगेंस्ट ह्यूमन बॉडी सबसे अच्छी चीज जब सेक्सुअल ऑफेंसेस के बाद या ऑफेंसेस अगेंस्ट वमन एंड चिल्ड्रन के बाद सबसे पहले इन्होंने ह्यूमन बॉडी के ऑफेंसेस बताए और अब एक अच्छी चीज यह है कि जब भी आप बीएनएस पढ़ोगे तो आपको खुद ने इन्होंने मैं कहूं तो प्रायोरिटी वाइज खुद सेक्स ऐड कर दिए गए ये अलग बात है कि डेफ मेे तो अभी भी एंड में ही पड़ा है 356 में ही पड़ा है ये हमारी जिम्मेदारी है कि कुछ सेक्शंस को तो हम फिल्टर करके देखें कौन से इंपॉर्टेंट है लेकिन अब इनकी रेंज देखें तो इन्होंने इंपॉर्टेंस वाइज ही हमारे लिए बीएनएस को क्रिएट कर दिया है जिसमें ऑफेंसेस अफेक्टिंग लाइफ है दैट इज मर्डर कल्पेबल होमसाइड हो गया है हर्ट ग्रीवस हर्ट हो गया ये सेक्शंस आपको कम लग रहे हैं बट कम नहीं है सबसेक्शंस बहुत ज्यादा बढ़ा दिए गए हैं रंग फुल रिस्ट्रेंट रॉन्ग फुल कन्फाइनमेंट पहले भी आपके चार सेक्शन हुआ करते थे अब दो कर दिया उसी सेक्शन में पनिशमेंट दे दिया गया है क्रिमिनल फोर्स एंड असल्ट है किडनैपिंग एडक्शन स्लेवरी एंड फोर्स लिवरी किडनैपिंग और एडक्शन के काफी सारे सेगमेंट ऑफेंसेस अगेंस्ट वमन एंड ऑफेंसेस अगेंस्ट चिल्ड्रन में ऐड कर दिए गए हैं फिर आता है ऑफेंसेस अगेंस्ट स्टेट आर्मी नेवी एयरफोर्स एंड इलेक्शन प्रोविजन अभी भी उतने के उतने हैं इसमें एक 152 को इसमें हम इसमें एक 152 को हमें जरूर याद रखना है ऑफेंसेस अगेंस्ट आर्मी नेवी एयरफोर्स अभी भी वही है ऑफेंसेस रिलेटिंग टू इलेक्शन चैप्टर नंबर नाइन अभी भी वही है ऑफेंसेस रिलेटिंग टू कॉइन करेंसी नोट्स बैंक नोट्स गवर्नमेंट स्टैप्स थोड़े बहुत-बहुत माइनर चेंजेज है जो कि आपके अगर जुडिशरी के एग्जाम की बात करूं तो ये सब के सब आपके प्रिलिमनरी के रिगार्डिंग क्वेश्चंस इनसे पूछे जा सकते हैं सब्जेक्ट टू एक्सेप्शन दैट इज एक रिलीजन वाला सेगमेंट रहता है और एक आपका ऑफेंसेस रिगार्डिंग पब्लिक हेल्थ वगैरह रहता है और पब्लिक ट्रैक्ट यहां पर मेंस के सवाल भी बनते हैं अनलॉफुल असेंबली राइटिंग फफरे हो गया है रिलीजन के अगेंस्ट ऑफेंसेस हो गए हैं या फिर मैं बात करूं तो अ न्यूसेंस हो गया है फाल्स एविडेंस एंड ऑफेंसेस अगेंस्ट पब्लिक जस्टिस में भी कुछ फॉल्स एविडेंस कैसे बन रहा है गिविंग और फैब्रिकेटिंग फॉल्स एविडेंस वगैरह वो थोड़ा सा सेगमेंट जरूर आपके मेंस के पॉइंट ऑफ़ व्यू से इंपोर्टेंट रहता है फिर चैप्टर नंबर 10 में कॉइंस करेंसी का मामला है 11 में आपको पब्लिक ट्रैक्ट वगैरह दे रखा है 198 189 से 197 चैप्टर नंबर 12 में आपके पब्लिक सर्वेंट के अगेंस्ट ऑफेंसेस आ जाते हैं चैप्टर नंबर 13 में लॉफुल अथॉरिटी ऑफ़ पब्लिक सर्वेंट्स के ऑफेंसेस आ जाते हैं फिर आपका चैप्टर नंबर 14 15 16 जो है अच्छा यह सेगमेंट बहुत अभी भी इन्होंने एज इट इज रखा है पहले 295 से 298 हुआ करता था अभी भी एज इट इज सेम इंग्रेडिएंट्स आपको देखने को मिलेंगे ऑफेंसेस रिलेटिंग टू प्रॉपर्टी वही सीक्वेंस है कुछ ऑफेंस ऐड किए गए हैं जैसे कि स्नैचिंग ऐड किया है इन्होंने थेफ्ट रॉबरी डे क्वाइट क्रिमिनल मिस एप्रोप्रियेट के काफी सारे ऐसे सेक्शंस हैं जिसमें माइनर चेंजेज किए गए चाहे व अमाउंट को लेकर हो या कुछ चीजें और सब्सीट्यूट करना या ऐड करना हो क्रिमिनल ट्रेस पास के वही के वही प्रोविजंस अभी भी हैं ऑफेंसेस रिलेटिंग टू डॉक्यूमेंट एंड प्रॉपर्टी मार्क्स 335 से लेकर 350 तक क्रिमिनल इंटिमिडेशन इंसल्ट अनंस डेफ मेशन क्रिमिनल इंटिमिडेशन में 509 ऑफेंसेस अगेंस्ट वमन एंड चिल्ड्रन में ऐड कर दिया गया फिर रिपील एंड सेविंग है रिपील एंड सेविंग में चार सबसेक्शन है बहुत ही प्यारे सबसेक्शन है तो डू नॉट स्किप 358 स्पेसिफिकली ऑल दो स्टूडेंट्स जिनके स्टेट जुडिशरी में बीएनएस आने वाला है क्योंकि इसका सबसेक्शन रिपील की बात करता है सबसेक्शन टू बोलता है नो इफेक्ट सबसेक्शन थ्री भी आपके सबसेक्शन थ्री और फोर की ही बात कर लूं तो ये आपके इफेक्ट की बात करते हैं तो 358 को कते जाते-जाते यह नहीं सोचना कि एंड में है तो आराम से पढ़ लेंगे नहीं आएगा बहुत अच्छे खासे तरीके से आ जाता है अब कांसेप्ट ऑफ क्राइम को पढ़ेंगे हम क्योंकि हम लॉ ऑफ़ क्राइम्स पढ़ रहे हैं तो उसको पढ़ने से पहले इतनी जानकारी जरूर होनी चाहिए क्राइम क्या होता है इंटरव्यू में पूछा जा सकता है व्हाट इज क्राइम क्राइम क्या है एक तरीके से अपराध है या मैं और सरल शब्दों में इसको और आसान भाषा में कहूं तो पाप भी होता है हो सकता है कोई चीज आपके लिए पाप है कोई चीज मेरे लिए पाप नहीं है तो क्या हर पाप के लिए पनिशमेंट मिलती है ऐसा कता ही नहीं है पनिशमेंट सिर्फ और सिर्फ ऑफेंस के लिए मिलती है क्राइम के लिए नहीं मिलती लेजिस्लेटर नेवर अ यू नो रिकॉग्नाइजेस क्राइम इट हैज ऑलवेज एंड ऑलवेज रिकॉग्नाइज द टर्म ऑफेंस ऑफेंस को आईपीसी में भी डिफाइन कर रखा है ऑफेंस ऑफेंस को हम हमारे अगर हम देखें तो सीआरपीसी में भी डिफाइन कर रखा है तो क्राइम क्या है क्राइम भी अगेंस्ट सोसाइटी है अगेंस्ट किसी के बिलीव्स हो सकता है तो आईपीसी ने बहुत सारे ऑफेंसेस डिफाइन किए सेम बीएनएस ने भी किए हैं माइनर लॉस भी डिफाइन करता है ना सिर्फ उनको डिफाइन किया है उनके लिए पनिशमेंट भी प्रोवाइड कि प्रोसीजर भी प्रोवाइड किया है अगर लेजिसलेच्योर किसी का भी लॉ एंड ऑर्डर मेंटेन करने के लिए नहीं चलेगा उसके साथ वी नीड पनिशमेंट्स आल्सो वी नीड लीगल प्रोसीजर्स आल्सो नॉट जस्ट दैट हमें एविडेंस के लिए भी एक प्रॉपर लॉ चाहिए इसीलिए दिस इज द रीजन टू कंक्लूजन द थ्री लॉज नीडेड टू बी अमेंडेड और नीडेड टू बी चेंज्ड एंड रिप्लेस साइमल नियस ये सवाल बन सकता है ना कि क्यों तीनों को एक साथ करने की कहां जरूरत हो गई थी बीएनएस को कर देते कहां प्रॉब्लम हो रहा था बीएनएसएस में पनिशमेंट की जब कुछ चेंजेज हो रही है तो उसका सेम इफेक्ट प्रोसीजर लॉ पर भी होगा उसका सेम इफेक्ट आपके एविडेंसेस पर भी होगा अगर इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स या इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से कोई ऑफेंस करना रिकॉग्नाइज किया जा रहा है तो एविडेंस में भी तो उसका इंप्लीकेशन देखना पड़ेगा उसका रिकॉग्निशन देखना पड़ेगा दैट इज द रीजन आपको तीनों के तीनों लॉ एक साथ इस बार साइमल नियस रिपील होते हुए दिखे हैं तो आईपीसी 1860 में जो है बना था ये सारी डिटेल्स आई थिंक वापस से सेम आ चुकी यस क्राइम पर चल र है कि क्राइम होता क्या है क्राइम वो चीज है जो कि हमारे प्रिंसिपल्स के अगेंस्ट है हमारे मोरल्स के अगेंस्ट है एंड व्हिच इज पनिशेबल बाय स्टेट बहुत अच्छे से ऑब्जर्व करना यही क्राइम की डेफिनेशन आगे जाके ऑफेंस बनती है क्राइम इज नथिंग एनीथिंग डन रंग अगेंस्ट एनी पर्सन बट यह ऑफेंस की कैटेगरी में तब आती है जब हम एक अनलॉफुल एक्ट कर रहे हैं वच इज पनिशेबल अनलॉफुल एक्ट भी होना चाहिए एंड पनिशेबल भी होना चाहिए दोनों चीजें साइमल नियस होनी चाहिए आई मे डू ए अनलॉफुल एक्ट बट इफ इट इज नॉट पनिशेबल आई वट बी पनिश्ड आई वट बी पनिशेबल नहीं है और एक अनलॉफुल एक्ट अनलॉफुल कब बनेगा व्हेन इट इज प्रोहिबिटेड व्हेन इट इज प्रोहिबिटेड बाय लॉ जब वो प्रोहिबिटेड होगा तभी तो अनलॉफुल होगा अगर कोई चीज प्रोहिबिटेड ही नहीं है तो वो अनलॉफुल नहीं है अनलॉफुल नहीं है तो क्राइम नहीं है देयर फोर कोई भी पर्टिकुलर एक्टिविटी जब तक प्रोहिबिटेड नहीं है लॉ के द्वारा या अगर प्रोहिबिटेड है तो ही हम कहेंगे कि वो क्राइम में आएगी अगर प्रोहिबिटेड है फिर हम कर द तभी तो क्राइम आएगी ना अगर प्रोहिबिटेड ही नहीं है तो इट विल नॉट अमाउंट टू अ क्राइम सो प्रोहिबिटेड प्लस अनलॉफुल प्लस पनिशमेंट तो हम कहेंगे इट इज एन ऑफेंस क्राइम्स को हम ये भी डिफाइन कर सकते हैं दैट दे आर फॉबिंग एंड पनिशेबल बाय लॉ फॉबिंग प्रोहिबिटेड का मतलब ही है ये डिफरेंट डिफरेंट डेफिनेशन दे रखा है डिफरेंट डिफरेंट जूरिस्ट ने दे रखा है इसमें से जो आपको डेफिनेशन सही लगती है आप या जो आसानी से आपको याद हो जाए वो क्राइम की डेफिनेशन रख सकते हैं और अगर सरल भाषा में बोलूं तो क्राइम एक पाप है ऑफेंसेस अगेंस्ट मोरल है या सॉरी रॉन्ग अगेंस्ट मोरल है या फिर ऐसी चीज जो कि अनलॉफुल है एंड प्रोहिबिटेड है और जैसे ही उसकी पनिशमेंट मिल जाती है उसका प्रॉपर प्रोसीजर हो जाता है जो कि रिकॉग्नाइज किया जाता है लेजिसलेच्योर सी दैट ऑल दीज एलिमेंट्स आर रिक्वायर्ड टू कॉन्स्टिट्यूशन एन ऑफेंस एंड दोज बॉडीज ऑफ लॉ और बॉडी ऑफ लॉज जो कि आपके पर्टिकुलर क्रिमिनल लॉ से डील करता है उसको हम ऑफेंसेस रिलेटिंग टू क्राइम कहते हैं या लॉ ऑफ क्राइम्स भी कह सकते हैं अब जनरली लॉ के दो आपको पता है कि टाइप्स होता है एक प्रोसीजर लॉ होता है एक सब्सटेंटिव लॉ होता यह बताने की मेरी जिम्मेदारी इसलिए बनती है बेटा क्योंकि हम अभी सब्सटेंटिव लॉ पढ़ रहे हैं और मैं आपको बता दूं प्रोसीजर लॉ की भी अपने आप में एक जगह पे इंपॉर्टेंस जरूर है बट सब्सटेंटिव लॉ के बिना आप प्रोसीजर लॉ की एक्जिस्टेंस नहीं देखोगे और प्रोसीजर लॉ का एक्जिस्टेंस सब्सटेंटिव लॉ की बजाय हो ही नहीं सकता है क्या कर लेगा प्रोसीजर लॉ अगर सब्सटेंटिव लॉ ना हो तो व्हाट विल सीआरपीसी डू और व्हाट विल बीएनएसएस डू इफ देयर इज नो बीएनएस जब अपराधी नहीं है तो आप तो पनिशमेंट देंगे किसकी इन्वेस्टिगेशन कंडक्ट किसकी करेंगे ट्रायल किसकी कंडक्ट होगी एंड अगर सब्सटेंटिव लॉ हो जाए प्रोसीजर लॉ नहीं हो तो पनिशमेंट देंगे कैसे तो हम कह सकते हैं दोनों लॉ एक दूसरे के सप्लीमेंटरी है दे बोथ नीड चच अदर बडली और दोनों के बीच में एविडेंस भी आएगा एविडेंस भी प्रोसीजर लॉ का ही हिस्सा है बट अब अगर मैं आपकी जुडिशरी प्रिपरेशन की बात करूं स्पेसिफिकली जजमेंट राइटिंग की बात करूं तो भले आपका सीआरपीसी कितना भी फेवरेट हो भले आपका बीएनएसएस कितना भी फेवरेट हो जजमेंट राइटिंग में आईपीसी या बीएनएस के बिना आपका काम थोड़ा मुश्किल नहीं काफी मुश्किल हो सकता है अगर धारा सही से पता नहीं हुई एलिमेंट्स अच्छे से पता नहीं हुए सेक्शन नंबर रिकॉल नहीं कर पाए टाइटल रिकॉल नहीं कर पाए तो फिर समस्या भारी हो जाएगी आप धारा गलत लगा के आएंगे आपका जजमेंट क्रॉस हो जाएगा सो प्लीज मेक श्यर दैट व्हेन एवर यू आर स्टडिंग सब्सटेंटिव लॉ विद रिस्पेक्ट टू एनी सब्जेक्ट बी इट सिविल और क्रिमिनल सिविल में बात करूं तो कांट्रैक्ट लॉ एसआरए टीपी फैमिली लॉज यस यह पता होंगे तो ही आप सिविल की पूरी की पूरी जजमेंट राइटिंग कर पाओगे सिर्फ सीपीसी पता होने से कुछ नहीं हो सकता क्योंकि प्रोसीजर लॉ का हिस्सा कितना आएगा आपके जजमेंट में ट्रू तो सब्सटेंटिव लॉ वो होता है बेटा जो कि हमारे ऑफेंसेस प्लस उसकी पनिशमेंट से डील करता है और ऑफेंस और पनिशमेंट दी कैसे जाएगी दैट इज ऑफेंस के लिए पनिशमेंट दी कैसे जाएगी व्हाट विल द प्रोसीजर ऑफ इंक्वायरी इन्वेस्टिगेशन और ट्रायल जो लॉ इसके बारे में आपको स्पेसिफाई करता है जो लॉ आपको एक प्रोसीजर प्रोवाइड करता है मशीनरी प्रोवाइड करता है बाय व्हिच अ पर्सन कैन बी पनिश्ड फॉर एन ऑफेंस और बी प्रूव टू बी गिल्टी दैट इज कॉल्ड एज अ प्रोसीजर लॉ एलिमेंट्स ऑफ क्राइम क्राइम को समझने के बाद अब ये बहुत जरूरी है कि कब कहेंगे हम एक क्राइम हो चुका है कब कहेंगे हमय क्राइम हो चुका है और ये सारे एलिमेंट्स जब लेजिसलेच्योर प्रोवाइड कर रखा है वही ऑफेंस कहलाता है दैट मींस ये चार चीजें तो हमारे हर एक क्राइम के एलिमेंट में होना ही होना चाहिए मैंने यह एलिमेंट्स आपको साफ साफ तौर पर इसलिए बताए हैं ताकि जब भी आप कोई ऑफेंस पढ़ोगे तो आपको यह पर्टिकुलर एलिमेंट्स उसमें ढूंढने हैं क्या वाकई कोई ह्यूमन बीइंग के अगेंस्ट ऑफेंस हुआ है इज ऑफेंडर होल्डिंग दिस इंटेंशन दैट इज टू से द मजरिया इज देयर एनी एक्ट सीरिस कोई वाकई में एक्ट हुआ है कि नहीं हुआ है एक्ट के अंदर ओमिशन आता है कि नहीं आता है या फिर वाकई वहां पे कोई इंजरी हुई है कि नहीं हुई है कोई क्षति हुई है या नहीं हुई है यह सारी चीजें हमें देख के ही यह निर्णय लेना पड़ेगा कि क्या यह चारों के चारों एलिमेंट्स हमारे डीएनएस के हर ऑफेंस के अंदर है कि नहीं है ह्यूमन बींग साक्षात मनुष्य होना चाहिए वो मेल हो सकता है वो फीमेल हो सकता है हम यहां पे विक्टिम के पॉइंट ऑफ व्यू से बात कर रहे बेटा ध्यान रहे चाहे मैं विक्टिम की बात करूं या चाहे मैं ऑफेंडर की बात करूं दोनों ही पॉइंट ऑफ व्यू से ह्यूमन बीइंग तो होना ही चाहिए फिर आएगा हमारा मजरिया रिमेंबर दिस मजरिया डजन मीन द इंटेंशन राद इट मीस गिल्टी इंटेंशन क्योंकि इंटेंशन हमें पता है कि दो तरीके के हो सकते हैं इंटेंशन जो है आपको पता है कि दो तरीके का हो सकता है इंटेंशन दो तरीके के हो सकते हैं जिसमें सबसे पहले आपका आ सकता है गुड इंटेंशन जिसको हम बोनाफाइड इंटेंशन कहते हैं और दूसरा होगा बैड इंटेंशन जिसको हम मालाफाइड इंटेंशन कहते हैं और यही बैड इंटेंशन गिल्टी इंटेंशन होता है और कुछ भी नहीं इसी गिल्टी इंटेंशन को हम मजरिया कहते हैं रिमेंबर दिस थिंग मजरिया कभी भी गुड इंटेंशन नहीं होता है मजरिया इज ऑलवेज एंड ऑलवेज इंटेंशन ऑफ डूइंग अ क्राइम दैट इज मेंट बाय मेसरिया तो रिमेंबर दिस थिंग मेसरिया का सिर्फ मीनिंग ओनली इ नहीं होता इट इ राद बैड इंटेंशन और गिल्टी इंटेंशन तो बुरा आशय होना चाहिए दैट मींस किसी के लिए बुरा करने की चाह रखता हो इंटेंशन रखता हो प्लान रखता हो एक रिक्वायरमेंट रखता है एक्ट सीरियस मीस कोई एक्ट होना चाहिए आपकी साइड से एक्ट के अंदर ओमिशन भी आ जाएगा एक्ट मींस कार्य करना काम करना काज करना ओमिशन मींस लोप कर देना किसी चीज का कुछ नहीं करके भी अपराध हो सकता है बिल्कुल हो सकता है इफ इट इ ड्यूटी ऑफ द नर्ड टू गिव इंजेक्शन टू अ पेशेंट एंड शी विलफुली ल वॉलंटरी ओमिटिंग दैट हम कहेंगे दैट शी हैज कमिटेड एन ओमिशन एक ऑफेंस हुआ है ड्यूटी टू टेक केयर थी नेगलिजेंट एक्ट कर दिया वो भी ओमिशन में आएगा हमारा कोई कांट्रैक्ट है दैट वी हैव टू परफॉर्म समथिंग वी हैवेंट परफॉर्म्ड इट दैट इज एन ओमिशन दैट इज एक्सप्रेसली अ ब्रीच ऑफ कांट्रैक्ट बट ऐसा नहीं है कि आप सिविल रेमेडीज लेते वक्त क्रिमिनल रेमेडीज में नहीं आ सकते आ सकते हैं पूरे आगे के जो 30 35 लेक्चर होने वाले उसके अंदर हम डिस्कस करेंगे कहां कहा पर आपके पास सिविल रेमेडीज भी हो सकती है ओके नेक्स्ट आता है इंजरी और इंजरी आपको एक्सप्रेसली डिफाइन कर रखा है आपके आईपीसी में भी डिफाइंड था और बीएनएसएस में सॉरी बीएनएस में भी डिफाइंड है इंजरी यूजुअली स्टूडेंट्स बोलते हैं हार्म इन माइंड बॉडी प्रॉपर्टी रेपुटेशन ऐसा नहीं है इट इज एन इलीगल हार्म ध्यान रखेंगे जब मेंस में जाएंगे तो इस शब्द का बहुत अच्छे से ख्याल रखना है आपको कि इंजरी का मतलब इलीगल हार्म होता है क्योंकि हाम तो मुझे लीगल भी तो हो सकता है ना नुकसान तो मुझे लीगल भी हो सकता है एक पर्सन को डिटेन पुलिस ऑफिसर रीजनेबल ग्राउंड सप सस्पिशंस प भी करके लेके जा सकता है तो हा तो उसको उस वक्त भी हो गया राइट तो उसका इफ्रें तब भी हो गया है अगर व लॉफुल है लॉफुल डिटेंशन है तब तो वह हाम हाम होने के बावजूद वैलिड रहेगा लेकिन वो हाम इल्लीगल तब हो जाएगा जब उसके रा विदाउट एनी रीजन वायलेट हुए हैं जब वह अनलॉफुल डिटेंशन है तभी तो व इलीगल हार्म बनेगा और इलीगल हार्म के वजह से तब हम बोलेंगे कि उसका रंग फुल कन्फाइनमेंट हुआ है अगर रोंगफुल ही नहीं है लॉफुल है तो फिर वह हा हाम होने के बावजूद वैलिड रहेगा तो रिमेंबर द वर्ड इलीगल इलीगल कतई जरूरी है क्योंकि हाम आपको कैसे भी हो सकता है हम चलते चलते गिर गए तो वो तो हार्म हो गया बट वाज इट कॉल्ड इलीगली एंड इल्लीगल मींस अगेंस्ट लॉ कंटरी टू द लॉ इनकंसिस्टेंट टू द लॉ बराबर पनिशमेंट्स एंड थ्योरी को डिस्कस करेंगे हम मेजर पांच छह प्रकार की हम लोग थ्योरी को डिस्कस करने वाले हैं अगर मैं थ्योरी की बात करूं तो आपको यहां पर सबसे पहले जो कोई थ्योरी दिखेगी वो आपको यहां पर दिखने वाली है डेटर एट थ्योरी लेकिन सबसे पहले एक बार इंडिया की बात करते हैं इंडिया में आपको क्या लगता है कि कौन सी थ्योरी जो है वो सबसे ज्यादा चलती है और वो है रिफॉर्मेटिव थ्योरी जहां पर अभी का एक एसिस्टिंग बीएनएस बीएनएस और बीएसए के इंफोर्समेंट में आने से पहले भी लेजिस्लेटर ने बोला हमारा एक ही उद्देश्य है एंड दैट इज टू रिफॉर्म दी ऑफेंडर टू प्रोवाइड द जस्टिस टू द विक्टिम हम ऑफेंडर को पनिश नहीं करना चाहते हैं देखो ऐसा तो नहीं है है ना नहीं करना चाहते तो पनिशमेंट नहीं देते जाहिर सी बात है उसको पनिश भी करना चाहते हैं बट पनिशमेंट के थ्रू रिफॉर्म करना चाहते हैं ऑब्जेक्टिव बेसिकली ये है कि आप जाइए आप पनिशमेंट लीजिए आपने जो समाज को दिया है आपको उसके बराबर एवज में जो चीज मिलनी चाहिए वो बिल्कुल मिलेगी दैट इज सजा बिल्कुल मिलेगी और उसके बाद हो सकता है कि आप इंट्रोस्पेक्शन करें सेल्फ डिस्कवरी करें फिर आप में थोड़ी बुद्धि आ जाए अकल आ जाए और आप रिफॉर्म हो जाओ ओके पनिशमेंट को पहले ये समझेंगे पनिशमेंट होता क्या है पनिशमेंट क्या है एक तरीके से सजा है यू हैव डन समथिंग रॉन्ग तो उसके लिए आपके कुछ राइट्स रिस्ट्रिक्टिंग दैट इज पनिशमेंट पनिशमेंट कुछ भी नहीं है एक तरीके का आपको अपने अधिकारों से वंचित रखना है इट इज नथिंग बट अ फॉर्म ऑफ डिप्राइव ऑफ द राइट्स ऑफ द पर्सन हु इज इ लीगली एंटाइटल टू दोस राइट्स हर प्रिजनर जो अभी इस वक्त जेल में बैठा है चाहे वो अंडर ट्रायल है या फिर कन्विसिटी एंजॉय कर सकता है आर्टिकल 19 को एंजॉय कर सकता है एनी वेयर रि साइड कर सकता है कोई भी ट्रेड ऑक्यूपेशन कैरी कर सकता है बट वो जेल में क्यों बैठा है उसको उसके राइट से वंचित क्यों किया गया है क्योंकि उसने लॉ एंड ऑर्डर के अगेंस्ट कोई ऑफेंस कवट किया है तो जब उसके अधिकार हमने छीन लिए कोई वैलिड ग्राउंड्स प तो हम कह रहे कि हम उसको पनिशमेंट दे रहे हैं आप छोटे थे ड्रामेबाजी करते थे परेशान करते थे मम्मी को तो आपको अपने टीवी देखने के अधिकार से खेलने कूदने के अधिकार से सोने के अधिकार से वंचित रख के बाथरूम में बंद कर दिया जाता था दिस वाज व्ट दिस वास योर पनिशमेंट होमवर्क ना करने पर टीचर आपको क्लास से बाहर खड़ा कर देता था कोई बदमाशी करने पर हो सकता है कि आपका गेम्स पीरियड जो था वो कैंसिल कर दिया जाता था आपको डिप्राइव कर रहे हैं हर उस राइट से जो कि दूसरे बच्चे को तो है पर हमको क्यों नहीं है हमको इसलिए नहीं है क्योंकि हमने वायलेशन किया है कुछ लॉज का जरूरी है लॉस का वायलेशन होना चाहिए मेरे बेसिक मोरल प्रिंसिपल्स का लेशन ऐसे नहीं होता ऑफेंसेस होने चाहिए और वो ऑफेंस जो कि लेजिसलेच्योर करना है यस और नो सिंपल प्रिवेंट द एक्चुअल ऑफेंडर्स फ्रॉम कमिटिंग द फदर ऑफेंस आगे ऑफेंस ना हो भैया सुन लो जेल जाके आए हो अभी अब आगे अपराध नहीं करना वरना सेम पनिशमेंट वापस मिल जाएगी सेकंड सोसाइटी को प्रोटेक्ट करना चाह रहे हैं हम लॉ एंड ऑर्डर मेंटेन करना है हमको सोसाइटी में जो डिफरेंट डिफरेंट लोग रहते हैं उनको अपने आराम से सहूलियत से रहने देना वो अपने राइट्स एंजॉय करें यह इंश्योर करना है हमको वी नीड टू इंश्योर दैट ऑल द फैब्रिक्स ऑफ द सोसाइटीज आर इंटैक्ट ठीक है थर्ड बोलता है टू इराके द इविल्स ये जो पापी दुष्ट लोग हैं दुष्कर्मी हैं यह समाज से भगाओ नेगेटिव एलिमेंट्स हमको नहीं चाहिए एंड रिफॉर्म क्रिमिनल्स दैट इज टू से दूषित सोच को हटाएंगे और उसमें कहीं ना कहीं क्रिमिनल्स को भी तो रिमूव करना पड़ेगा ना कुछ चीजें साफ करने के लिए गंदगी से दूर करना पड़ेगा एंड उसमें हम रिफॉर्म करेंगे क्रिमिनल्स को एंड टर्न देम इनटू लॉ अबा इडिंग सिटीजन देखो बेटा लॉ अबा इडिंग सिटीजन तो किसी भी व्यक्ति को तब तक नहीं बना सकते जब तक वो खुद इस चीज के लिए तैयार ना हो जाए मार पीट के तो कितना ही आप किसी को तैयार कर लोगे जब तक उसकी खुद की चाह नहीं हो द एडमिनिस्ट्रेटिव जस्टिस पार्टली बाय इन्फ्लिक्टिंग पेन जस्टिस देना चाहते थोड़ा पेन देकर एंड डेटर क्रिमिनल्स फ्रॉम अदर्स एंड अदर्स फ्रॉम इंडल जिंग इन क्राइम एंड पार्टली बाय रिफॉर्मिंग द क्रिमिनल्स कुछ पनिशमेंट देके कुछ रिफॉर्म करके हम लोगों को सुधारना चाहते हैं एंड टू मेंटेन रूल्स एंड रेगुलेशन फ्रॉम द कंट्री फ्री फ्रॉम क्राइम हर कंट्री इट नेशनल लेवल पे कोई ना कोई कन्वेंशन साइन करती है और वो प्रॉमिस करते हैं कि हम ये इंश्योर करेंगे कि हमारे पर्टिकुलर कंट्री में जो हो वो क्राइम ना हो या क्राइम रेट जो है वो बहुत कम हो आपको पता है कि हर साल डिफरेंट डिफरेंट इंडेक्स बनते हैं डिपेंडिंग अपॉन कि वो इंडेक्स किसने कंडक्ट कराया है एंड सबकी रैंकिंग मिलती है हर कंट्री को चाहे हैप्पीनेस इंडेक्स हो इंडेक्स हो या चाहे आपका ऑफेंस का क्राइम का इंडेक्स रेट हो लिटरेसी रेट हो तो उसमें भी कंट्री आपस में जरूर कंपीट करेंगी कि हमारी कंट्री जो हो फ्री फ्रॉम क्राइम्स हो इंटरनेशनल ट्रीटीज या कन्वेंशंस का जो भी सिग्नेटरी बना है दे विल मेक श्यर टू अबाउड बाय ऑल द रूल्स एंड रेगुलेशंस एंड गाइडलाइंस फॉर व्हिच दे हैव साइंड देयर और व्हिच दे हैव एक्सेप्टेड सबसे पहले आती है डेटर एट थ्योरी डेटर एट का मतलब क्या है टू प्रिवेंट लॉ ऑफ क्राइम या बीएनएस का आने के पीछे का उद्देश्य यही है कि हम हमारे कंट्री में ऑफेंस नहीं चाहते प्रिवेंट करना चाहते अवॉइड करना चाहते रोकथाम करना चाहते हैं उसकी और वो रोकथाम होगा कैसे वो रोकथाम सिंपल तभी होगा जब लोगों को अपराधों के बारे में बताया जाए और उसके पनिशमेंट के बारे में बताया जाए द थरी बिहाइंड दिस पर्टिकुलर कांसेप्ट इ टू रिस्ट्रेन क्रिमिनल्स फ्रॉम कमिटिंग अ क्राइम जाहिर सी बात है पनिशमेंट अवार्डेड यहां पे थोड़ा सिवियर इन नेचर होता है जैसे लाइफ इंप्रिजनमेंट डेथ सेंटेंस ताकि दूसरे लोग सबक्स ले ले तो सबक लेने वाली य थरी है जो कि फियर क्रिएट करती है लोगों में नॉट टू नॉट ओनली इन क्रिमिनल्स माइंड बट आल्सो इन द माइंड ऑफ द अदर्स सारे लोगों के लिए एक तरीके का सबक एक तरीके की चेतावनी होती है और उस सबक या चेतावनी से ही लोग प्रिवेंट हो जाएंगे और ऑफेंस कमिट नहीं करेंगे रिट्रीब्यूटिव थ्योरी रिट्रीब्यूटिव थ्योरी मींस टू रिस्पॉन्ड टू गिव बैक द सेम थिंग टिट फॉर टट जैसा करोगे वैसा भरोगे जो बोगे वही खाने वाले हो आप सो द थिंग विच यू सो दैट शैल रीप एंड सही भाषा में बोलू तो थिंग्स कम्स बैक कर्मा रिटर्न्स वाली चीज है यहां पे कि जो आप देने वाले हो ना इन रिटर्न द सेम थिंग दी जाती है आपको च है बीन रिसीवड फ्रॉम यू एक चाटा मारोगे तो दूसरा चाटा वापस मिल जाएगा दैट इज कॉल्ड एस रिट्रीब्यूटिव थ्योरी ये प्रिंसिपल प बेस है दैट इ टट फॉर टट और यह गांधी जी के थ्योरी के कंपलीटली अगेंस्ट है क्योंकि गांधी जी अहिंसा की थ्योरी अपनाते थे वो बोलते थे नहीं रिफॉर्मेशन करना है टट फॉर टट आई फॉर एन आई मेक्स द होल वर्ल्ड गो ब्लाइंड अगर ये करोगे तो फिर फिर तो अ आपदा या समस्या बहुत ज्यादा बड़ी हो जाएगी क्योंकि इससे रोकथाम नहीं हुआ एक ने अगर कानून अपने हाथ में लिया तो दूसरा भी कानून अपने हाथ में ले रहा है ये तो ज्यादा गड़बड़ मामला हो जाएगा एंड बेटा रिट्रीब्यूटिव थ्योरी इंडिया फॉलो नहीं करता है अगर किसी ने क्राइम कमिट किया एंड वी आर गिविंग द राइट टू द सोसाइटी टू पनिश दैट पर्सन तो फिर मॉब लंचिंग को काय को हम लोग बीएनएस में रिकॉग्नाइज करते सोसाइटी इज नोबडी टू गिव पनिशमेंट टू द अदर पर्सन लॉ एंड ऑर्डर है लेजिस्लेटर है कोर्ट्स है जजेस है दे आर गोइंग टू गिव द पनिशमेंट प्रॉपर्ली फॉलोइंग ड्यू प्रोसेस ऑफ लॉ तो रिट्रीब्यूटिव थ्योरी इंडिया में अलाउड नहीं है ना ही इंडिया इसको फॉलो करता है इंडिया यस आप कह सकते हो डेटर थरी जरूर अपना सकता है और अपनाता भी है कई जगह डेथ सेंटेंस दिया गया है एक एमरी या मैं कह तो एक एग्जांपल सेट किया है च आगे चले सो दे वा बिलीव ट इ ऑफेंडर सब्जेक्टेड टू सेम टर्चर ए ही डन टू द विक्टिम देन इट मेक्स द ऑफेंडर रिलाइज वट ही है डन अगर बेटा उस व्यक्ति को और दर्द होगे साइकोलॉजी कहती है एक व्यक्ति को और ज्यादा दर्द दोगे तो वह कभी चेंज नहीं होगा एक व्यक्ति में चेंज चाहने के लिए यह जरूरी है कि आप उस व्यक्ति को सुनो उस व्यक्ति की माइंडसेट समझो उस व्यक्ति के कारण समझो कि उसने क्या किया है उसके बाद ही आप एप्रोप्रियेट डेटर एट मतलब एक फियर क्रिएट होता है प्रिवेंट मतलब आपको ही सोसाइटी से दूर कर लेंगे अब आप क्या अपराध कर लोगे वहां पर जाकर कीपिंग द क्रिमिनल्स और द पीपल हैविंग अ क्रिमिनल माइंडसेट अवे फ्रॉम द मेन स्ट्रीम्स ऑफ द सोसाइटी समाज से दूर जैसे वो कहते है ना गांव बार करने वाले लोग जैसे आपने गांव वगैरह में सुना होगा पुराने जमाने में ऐसा हुआ करता था अभी भी हो सकता है कि कुछ गांव खेड़े में ऐसा जरूर होता हो तो वही चीज यहां पर कर दी जाती है द ऑब्जेक्ट इज टू प्रिवेंट और डिसेबल द ऑफेंडर फ्रॉम रिपीटिंग द ऑफेंस वो अपरा वापस नहीं करेगा और सोसाइटी से दूर रह जाएगा तो ऑटोमेटिक अवॉइड हो जाएगा यहां पे रिफॉर्मेटिव थ्योरी और इसी को इंडिया फॉलो करता है रिफॉर्मेटिव थ्योरी भी कह सकते हैं हम डेटर थ्योरी भी कह सकते हैं कि इंडिया में फॉलो होती है रिफॉर्मेटिव थ्योरी इसका एक क्लासिक एग्जांपल आपको देखने को मिलेगा प्रोबेशन ऑफ ऑफेंडर्स एक्ट 1958 सेक्शन 360 सीआरपीसी देखने को मिलेगा इन दोनों ही सेगमेंट्स को या प्रोविजंस की मैं बात करूं जो दूसरा एक्ट है इनका दोनों का ही ऑब्जेक्टिव एक है कि हमें कहीं लगता है कि यह पर्टिकुलर ऑफेंडर जो है वो रिफॉर्म हो सकता है इट इज इन द इंटरेस्ट ऑफ दैट पर्टिकुलर ऑफेंडर एंड इवन इन द इंटरेस्ट ऑफ द पीपल अराउंड हिम कि हम इसको रिलीज कर सकते एक सफिशिएंट टाइम वी कैन गिव टू दैट पर्टिकुलर पर्सन सो दैट ही कैन रिफॉर्म हिमसेल्फ ही कैन रीइंस्टेट हिमसेल्फ इनटू द मेन स्ट्रीम्स ऑफ द सोसाइटी और हैप्पी रह सकता है यह जरूरी नहीं कि किसी ने अपराध कर दिया है तो व पूरा जीवन भर भुगत रहे उसको उस के कर्मों की सजा देने से बेहतर है कि हम ये इंश्योर कर सकते हैं कि वो सुधार करें खुद में या तो सेल्फ इंप्रूवमेंट कर सकता है या फिर स्टेट उसको हेल्प करेगा सेल्फ इंप्रूवमेंट में यह थरी आपको जुवेनाइल जस्टिस एक्ट में भी देखने को मिलेगी जुवेनाइल जस्टिस एक्ट 2015 में भी देखने को मिलेगी रिफॉर्मेशन के लिए उसे स्पेशल होम भेजा जाता है उसे डीएडिक्शन प्रोग्राम में भेजा जाता है सेक्शन नंबर 18 में जितने भी ऑर्डर्स होते हैं साथ ही साथ स्टेट यह हेल्प करता है कि जब वो स्पेशल होम में हो जितने भी ड्यूरेशन के लिए हो उसको कुछ स्किल्स दी जाए उसको एजुकेशन दी जाए राइट ओके दिस थ्योरी फोकस ऑन रिफॉर्मिंग द क्रिमिनल्स एंड ब्रिंगिंग देम बैक टू द सोसाइटी एज गुड एंड लॉ अबा इडिंग सिटीजन दिस इज बेस्ड ऑन द गार्डियन प्रिंसिपल दैट हेट द सिन नॉट द सिनर्स और इसी पर बेस्ड है आपका प्रोबेशन ऑफ ऑफेंडर्स एक्ट 1958 अपराध से घृणा करो अपराधी से घृणा ना करो क्योंकि जिस दिन अपराधी की सोच बदली तो व्यक्ति बदल जाएगा सो स्टार्टिंग ऑफ द सेशन वी हैव सेड दैट इट इज ऑल इन माइंड सब कुछ दिमाग में है व चाहे अच्छी चीज है चाहे बुरी चीज है चाहे कोई कर्म करना है चाहे आप अपने लाइफ का विजन होल्ड करते हैं चाहे किसी के प्रति कोई फीलिंग होल्ड करते इट्स ऑल इन माइंड एंड यू जस्ट हैव टू कंट्रोल एंड अंडरस्टैंड योर माइंड चलिए दिस थ्योरी वास सक्सेसफुल टू सम एक्सटेंट इन द केस ऑफ जुवेनाइल जुवेनाइल में जो है इसको बहुत अच्छी तरीके से हम कह सकते हैं कि इंप्लीमेंट किया गया एंड वाकई में जुवेनाइल के मामले में ये इफेक्टिव भी रही है बिकॉज जुवेनाइल या हम कहे तो बच्चे समाज का वो हिस्सा है कि उनको जो सिखाओ ग वो फटाफट सीख जाएंगे दे आर अडेप्ट टू एव्री काइंड ऑफ एटमॉस्फियर इन वि वच एवर वी कीप देम तो अगर वो बुरे लोगों के साथ रहे तो बुरे भी बन जाएंगे लेकिन अगर उनको सही समय पर अच्छे लोगों के साथ रख दिया जाए अच्छी शिक्षा दी जाए तो उनमें रिफॉर्मेशन या सुधार जो कहते हैं वो हो सकता है और इसी को हम सुधारात्मक थ्योरी भी कहते हैं एक्सपाइरेट्री थ्योरी और कंपनसेटरी थ्योरी ऑफ द पनिशमेंट एक्सपायरी थ्योरी जिसके ऊपर हमारी सॉलिट कन्फाइनमेंट बेस्ड है सॉलिट कन्फाइनमेंट सॉलिट कन्फाइनमेंट क्या होता है एकांतवास की थरी है जहां पर एक व्यक्ति को अकेले रहने के लिए कुछ समय के लिए ऐसी जगह पर भेज दिया जाता है जहां पर उसका सोसाइटी से ना कोई तालुक होगा ना कोई वो खास एटमॉस्फियर देख पाएगा कंपलीटली अकेले डार्क रूम हो भी सकता है मेजर ऑफ द मेजॉरिटी ऑफ द केसेस में दे आर सेंड टू द डार्क रूम ठीक है जो भी है उसके पीछे ऑब्जेक्टिव क्या है व्हाई द मेजर ऑब्जेक्टिव इज सेल्फ इंट्रोस्पेक्शन इंट्रोस्पेक्शन खैर इंट्रोस्पेक्शन का मतलब ही हो जाता है कि सेल्फ ही होता है विचारण करना सोचना देखना खुद को समझना सेल्फ डिस्कवरी करना कि हम क्या कर रहे क्यों कर रहे क्या हुआ है हमारे हाथ से क्या हम चीजों को चेंज कर सकते हैं एक व्यक्ति को अकेले रख के उससे यह उम्मीद की जाती है कि वह यह सारी चीजों का आकलन करेगा एक एनालिसिस करेगा ट व्हाट हैज ही डन व्हाट एज अ ह्यूमन बीइंग हिज पर्पस ऑन दिस अर्थ टू डू सो दिस इज अ थोरी जहां पे द ऑब्जेक्टिव ऑफ द पनिशमेंट इज सेल्फ रिलाइजेशन इंटरनली उसको रिलाइजेशन हो कि उसने जो किया है वो गलत किया है और अब वो उसको ठीक कैसे कर सकता है इफ द ऑफेंडर आफ्टर कमिटिंग द ऑफेंस रिलाइजेस हिज गिल्ट अगर अपने गुनाहों के बारे में उसको रिलाइजेशन हो जाए देन ही मस्ट बी फॉरगिवन अब यह चेक कौन करेगा कि वाकई उसमें कोई चेंज हुआ भी है कि नहीं हुआ है ये मजिस्ट्रेट्स चेक करेंगे जैसे जब उसे एकांतवास की थ्योरी के लिए भेज दिया जाता है दैट इज सॉलिड कन्फाइनमेंट के लिए भेज दिया जाता है या फिर अ कीपिंग पीस और गुड बिहेवियर के लिए भी भेज दिया जाता है तो दिस इज अ डिस्क्रिप्शन ऑफ़ द मजिस्ट्रेट कि वो एक सुपरवाइजर सुपरविजन के लिए सुपरवाइजरी ऑफिसर भी भेज सकते हैं सुपरविजन ऑफिसर जिसे बोला जाता है ही इज गोइंग टू सुपरवाइज एंड सी इफ द चेंजेज हैव बीन इनकल्केटेड इन दैट पोर्स और नॉट एंड लास्ट इज इनकैपेसिटेशन थ्योरी एक पर्सन को इनकस कर देना मेजर्ली फिजिकल वे में इन कपेस कर देना कि आगे कभी अपराध नहीं कर पाएगा ऑफेंस कमिट नहीं कर पाएगा वो कटिंग द लिम्स हो सकता है और लाइफ इंप्रिजनमेंट हो सकता है या उससे भी ज्यादा हम कहीं तो डेथ सेंटेंस हो सकता है उसकी पावर को भी कम कर देते हैं ना तो अगर मर ही गया तो आगे तो क्या ही अपराध कर देगा टोटली इनकैपेसिटेट हो चुका है या कोई बॉडी का कोई पार्ट रिमूव कर दिया गया है तो उसकी पूरी स्ट्रेंथ से जो है स्ट्रेंथ एंड पावर से वो डिप्राइव हो जाता है आईपीसी के कुछ बेसिक्स है जिन पर्टिकुलर स्टेट जुडिशरी में आईपीसी आ रहा है वो आईपीसी के बेसिक्स पढ़ सकते हैं लेकिन हाल फिलहाल हमारे लिए कुछ जरूरी रहेगा तो वो है भारतीय न्याय संहिता के बेसिक्स भारतीय न्याय संहिता एक्ट नंबर 45 सभी स्टूडेंट इस चीज को याद रखेंगे प्री में डायरेक्ट पूछा जाता है एक्ट नंबर 45 ऑफ 2023 पहले भी यही था अभी भी यही है को डेंटली यू कैन से प्रेसिडेंट की असन मिली थी 25 दिसंबर 2023 जब हम सब लोग सोच रहे थे पिछले साल अक्टूबर में कि शायद यह लॉज अभी आने में दो तीन चार साल लगेगा बट अनप्रिडिक्टेबल चीजें हमेशा से होती आई है और यू नेवर नो लाइफ खुद अनपेक बल है तो बेटा इन सारी चीजों की भी अनपेक बिलिटी जो है वो एक्सपेक्ट की जा सकती है सो 25 दिसंबर 2023 को प्रेसिडेंट की एेंट मिली थी एंड उसके बाद विद इफेक्ट फ्रॉम 1 7 2024 ऑब्जेक्टिव हम सोचे थे ऑब्जेक्टिव खूब बड़ा देंगे छोड़ा सा ऑब्जेक्टिव दिया इन्होने वही जो कि आईपीसी में आपको देखने को मिल रहा था एंड एक्ट टू कंसोलिडेट एंड अमेंड कंसोलिडेट दैट इज इनकल्केट्स रिलेटिंग टू दी ऑफेंसेस एंड द मैटर्स कनेक्टेड देयर विथ और इंसीडेंटल देयर टू जो भी मैटर्स ऑफेंसेस से कनेक्ट है या उसके इंसीडेंटल है उन सबको कंसोलिडेट करना अमेंड करना ही भारतीय न्याय संहिता 2023 का ऑब्जेक्टिव है यही इसका उद्देश्य है और इक्ट कब हुआ है आई एम रिक्वेस्टिंग ऑल द स्टूडेंट्स कि यह रिपब्लिक ईयर जरूर याद रखें यह पूछा जा सकता है बी इट एनेक्टेड बाय पार्लियामेंट इन द 74th ईयर ऑफ रिपब्लिक ऑफ इंडिया एज फॉलोज प्रिलिमनरी एंड चैप्टर नंबर वन हम लोग नेक्स्ट सेगमेंट से स्टार्ट करेंगे अगले सेशन में डील करेंगे जहां पर हम यह पर्टिकुलर एप्लीकेशन वाला सेगमेंट तो डील करेंगे ही करेंगे बेटा लेकिन इसके साथ-साथ हम लोग जो स्टेजेस हैं क्राइम के उसको भी डील करने वाले हैं मैं फिर से बता दूं जो भी स्टूडेंट्स बीएनएस की इस फ्री सीरीज को एनरोल करना चाहता है आप प्लीज आराम से एनरोल कर सकते हैं पीडब्ल्यू एप पर आपको जाना है और इस सीरीज को आप वहां देख पाएंगे यही आपको बैनर दिखेगा आपको यहां पर ऑप्शन दिखेगा एनरोल करने का आप उसको एनरोल करेंगे तभी आप इसकी सारी पीडीएफ डाउनलोड कर पाएंगे और यह लिमिटेड टाइम तक के लिए ही आपका वहां पर एक्सेस अलाव करता है इफ आई एम नॉट रंग तो 31 या तो दिसंबर या फिर हो सकता है इसकी हम लोग वैलिडिटी अनदर सिक्स मंथ्स और अराउंड फॉर नाइन मंथ्स और वन ईयर तक एक्सटेंड हो जाएगी इसकी वैलिडिटी जब तक उस पर्टिकुलर बैच में इस बैच की या ऐप पर इस बैच की वैलिडिटी होगी तब तक आप वहां से पीडीएफ डाउनलोड कर पाएंगे और एक बार वहां पर वैलिडिटी ओवर हो गई तो फिर वहां से पीडीएफ एक्सेस नहीं कर पाएंगे दैट इज द रीजन स्टूडेंट्स कीप्स ऑन आस्किंग फॉर अ पीडीएफ ऑफ द प्रीवियस सेशन जिनकी बैच एक्सेस वहां पे रिमूव हो चुकी है बट आपके पास सेशंस बाद में भी रहेंगे बस पीडीएफ का जो आपके पास सेगमेंट रहेगा वो बैच वैलिडिटी के टाइम ड्यूरेशन तक रहेगा और उम्मीद करती हूं कि आपको यह बीएनएस की सीरीज बहुत अच्छे से पसंद आएगी जहां पर मेरा ऑब्जेक्टिव मेनली आपको सिर्फ प्री के लिए नहीं मेंस के लिए ही नहीं जजमेंट राइटिंग के लिए प्रिपेयर करना है जहां पर एक-एक ऑफेंस के एलिमेंट्स को समझेंगे हम और एलिमेंट्स को कोशिश करेंगे कि हम लोग याद कर पाए तो बने रहना इस सीरीज में हमेशा और आप कभी भी एक्सेस कर सकते हो एंड इन केस ऑफ एनी डाउट और नोटिफिकेशंस विद रिस्पेक्ट टू द अपकमिंग क्लासेस ऑफ बीएनएस आप पीडब्ल्यू के स्टूडियो असिस्टेंट है बस हो गया सेशन बंद कर दीजिए हां हां हो गया