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शिक्षण एप्टीट्यूड का परिचय

हेलो गुड मॉर्निंग एक मिनट लेट हो गई मैं हम रिली सोरी मैं पूरा प्रोपर सेट करके बैठ गई थी बट मुझे फिर दिखा कि यार यह फोन तो है नहीं मेरे पास मैं कमेंट्स कैसे देखूंगी ओके गु मैं थोड़ा सा confused हो जाती हूँ क्योंकि अनुपमा में आता है ना ये नाम तो चलिए जी बिना किसी देरी के शुरू करते हैं हमारा पहला lecture teaching aptitude से हम इसी series में चलेंगे जो हमारी first से लेके 10th तक unit है आवाज वगेरा clear है या नहीं एक बार बता दीजिए and we'll complete do this research वाला जो पूरा part है ना teaching and research का first से लेके जरुशान मेरा नाम है मैं ओके जी ओके ठीक है जी ठीक है So हम एक से लेके दस तक सारे की सारे units करेंगे, live सब लोग देख सकते हैं, comments आप लोगों को दिखी रहा होगा, जिन students ने join कर रखी है, inculcate learning को, उनके answers जो है दिये जाएंगे अच्छे से, ताकि क्योंकि बहुत जादा लोग अगर comment करते हैं और कई बार फिर वो comments में जो है अ चलिए आज हम जो topics cover करेंगे ना पहली class में वो क्या है? Forms of teaching, nature of teaching, characteristic, basic requirement, objective या फिर मैं इसको complete करके एक और चीज बोल सकती हूँ कि concept of teaching पाता teaching aptitude में इतना कुछ याद रखने का नहीं होता क्रैम करने की बहुत rare और कम चीज़ें होती हैं लेकिन जो concept building है ना वो यहाँ पर काम आएगी मतलब मैं आपको इतना deep में करवा दूँगी plus मैं आपको references भी last की slide में हमेशा बता दिया करूँगी ताकि अगर आप लोग कुछ extra पढ़ना चाह रहे हो तो जो book में से मैंने already cover करवा दिया है वो तो आप यहीं से revise कर ले प्लस आप कोई औरी book prefer करें अगर आपका मन हो तो ठीक है कई बार होता है न कि हमारा मन होता है कि थोड़ा और detail में अगर मैंने KVS मदान ठीक है या फिर कोई research paper मैंने include किया कहीं से मुझे अच्छी लगी कोई चीजें उसमें अंदुस के अंदर ठीक है या फिर मैंने जो टीएस सोधी की बुक आप लोगों को बताई थी वो इंक्लूड कर ली तो उसके अलावा फिर आप पढ़ सकते हैं ठीक है इनके अंदर से फिर आपको अगर मैंने रेफरेंसीज में य आपको जो है पढ़ने की जरूरत नहीं पढ़ेगी आप रेगुलर क्लासेस लेंगे तो आप लोगों को बहुत इजी पढ़ जाएगा क्योंकि रोज थोड़ा काम करना इस ओके लेकिन जब एकदम से एकजाम आ जाएगा तब एकदम से सिर्फ मेराथन देख अब मैं आप लोगों को पढ़ा रही हूँ, आप लोग सीख रहे हो, हमें इतनी सी बात पता है teaching की, लेकिन अब इसी teaching को हम जब शब्दों की बात करते हैं, words की बात करते हैं, क्योंकि obviously हमें different तरीके से question देखने को मिलेगा, topic तो वही है हमारे syllabus में की teaching है, concept क्या है teaching का, लेकिन उसको थोड़ा सा घुमा के पूछना, आप एक बार देखिएगा जब मैं आपको PYQs करवाँगी, कि 1998 से लेके, अभी 2021, 2022 तक जो questions आए हैं, वो चीज़े same है, concept same है, थोड़े बहुत words उपर निचे हैं, specifically जब मैं teaching topic की बात कर रही हूँ, तो जैसे B.O. Smith ने क्या definition दी, कि teaching जो है, एक system of actions है, intended to induce learning, यानि कि मैं आप लोगों को पढ़ा रही हूँ, तो एक तरीके से मेरे actions हैं ये, जो कि, आपके अंदर learning को induce करेंगे, तो ये पूरा process क्या हो गया?

Teaching हो गया, अब मैं आप लोगों को ये जो different-different definitions दिखाने वाली हूँ, इन definitions का ये मतलब बिल्कुल नहीं है, कि आपको सारी की सारी definitions याद रखनी है, इनका मतलब है, कि teaching को आप किन-किन शब्दों में किस तरीके से define कर सकते हैं, concept build हो जाएगा, ठीक है? जैसे John Brubaker ने बोला, कि teaching एक arrangement है, एक manipulation है situation का, ठीक है, यानि कि जैसे मैं आप लोगों को पढ़ा रही हूँ तो यह एक situation है, आप लोगों के सामने, आपके जो environment है, आपके जो दिमाग है, उसके अंदर एक और situation create की जा रही है, कुछ चीज़ों को stimulate किया जा रहा है, जिसकी वज़र से जो gaps है, जो abstractions है न, किसी भी individual में, य और उन obstructions को overcome करता है और कुछ ने कुछ ये जो पूरा process है ये जो पूरा course है इसके अंदर कुछ ने कुछ नया सीखता है तो वो क्या हो गया वो भी teaching हो गया ठीक है यानि एक arrangement basically आपने कुछ changes आ रहे हैं जाए वो behavioral changes हो आप कुछ सीख रहे हैं कोई change हो teaching में ही मानी जाएंगी ठीक है जी एक admin ने भी बोला इन्होंने बोला कि एक interactive process है ठीक है मैंने आप लोगों को बोला कि अगर आप लोगों को समझ ना है तो आप comment कर दीजिएगा, ठीक है, या chat box में message छोड़ दीजिएगा, यानि कि वैसे तो जब हम offline class में जाते हैं तो बिल्कुल face to face interaction हो गया, बट यहाँ पे थोड़, यहाँ पे भी कुछ हद तक तो interactive है ना, कि म जिसमें teacher और pupil जो है वो एक दूसरे से बात कर सकते हैं face to face interact कर सकते हैं तो एक तरीके से ये पूरा का पूरा हम क्या बोलने के चले इस पूरी definition से आपको एक चीज पता चलती है कि ये एक interactive process है ठीक है जी उसके बाद अगर मैं आप लोगों को दिखाओ तो Flanders ने बोला कि ये एक transactional activity है transactional activity मतलब teacher और पढ़ने वाले के और पढ़ाने वाले दो लोगों के बीच में teacher and taught के बीच में चीके, so वो क्या है transactional activity, मतलब एक इंसान पढ़ा रहा है, बोल रहा है कुछ, दूसरा उसको सुनके समझने की कोशिश कर रहा है, दूसरा इसी वे में क्या हम ये बोल सकते हैं, कि teaching एक intimate contact है, एक more mature personality और एक less mature personality के बीच में, it's okay, Shilpa, कोई बात नहीं, late हो गए, चीके, तो बा ठीक है यही चीज हमने वाइगोट्सकी में भी पढ़ी है अगर आप लोगों ने सीट ऐट वगेरा कभी त्यारी की हो सो वाइगोट्सकी ने क्या बोला था जो जॉन ओफ प्रॉक्सिमल डिस्टेंस है ZPD ठीक है ऐसी टाम्स आपको बाय डिफोल्ट याद होनी चाहिए अगर आप कोई भी competitive exam कहीं न कहीं ठीक है because exam जरूर हम जब बात करते हैं न कि UGC net के लिए क्या इतना काफी है पॉइंट ये है कि कई स्टूडेंट्स पूछ लेते हैं कि 2 गंटे, 4 गंटे कितनी देर पढ़े हैं मैं आप, तो वो पढ़ना की इस बात पर निर्भर करता है आपके previous knowledge के basis पर, तो अगर आपको और जो चोटी-चोटी चीज़ी है, थोड़ी सी detailing अगर already आती है, तो आप 1- ठीक है जी, so teaching क्या हो गया, एक more mature personality और एक less mature personality के बीच में एक intimate contact हो गया, कि वो लोग आपस में discussion कर रहे हैं, okay, अब इसी definition को देखते हुए, क्या किया, Morrison ने और Dewey ने 1934 में express किया, कि जो concept of teaching है न, उसको उन्होंने क्या बोला, कि teaching is learning, जैसे कि selling is to buying, यानि teaching को selling से, कि बेच अब मुझे एक बात जो आपको ध्यान रखनी है यहाँ पे, स्टार लगा के आप भले ही notes में लिख लीजियेगा, अगर direct ये पुछा जाता है, कि ये statement किसने दी, या किसने use की है equation, तो आप Morrison और Dewey का नाम लेंगे, John Dewey, लेकिन अगर आपसे conceptual question पुछा जाता है, कि teaching is like selling, या learning is like buying, तो वो buying goods या समान खरीटने, वैसा ही है learning, तो वहाँ पे आप उस statement को गलत ठहराएंगे, ठीक है जी, क्योंकि ये question में, जो कुछ 4-5 statements देते हैं न, उसमें बीच में एक statement डाल देंगे, कि teaching is like selling goods, but that's not true, लेकिन अगर ये पुछा जाता है, कि ये statement किसने दी, या ये statement education में किसने बोली, तो फिर आप Morrison और Dewey का नाम quote कर सकते हैं, ठीक है, समझ आया इतना, ये चीज clear ऐसे ही जब हम थोड़ा और आगे देखेंगे तो Davis और Glaser ने एक model दे दिया था, पूरा teaching का ही model, बहुत सारे models हम पढ़ते हैं teaching में, so उन्होंने क्या किया, पूरा जो teaching का process है, जो अभी तक हम एक दो line में पढ़ रहे थे, वो यहाँ पे उन्होंने चार steps में बता दिया, ठीक plan करते हैं कोई भी content का, यानि जब मैंने आप लोगों को बोला कि मैं classes लूँगी, so वो classes मैंने obviously कुछ तो plan किया होगा न, कि यहां से शुरू करते हैं, ऐसे-ऐसे करके फिर continuity में धीरे-धीरे करके, रोज-रोज हो जाएंगे चीजे, ठीक है, planning है, कि तो planning क्या content को analyze कर रहे हैं, identify कर रहे हैं, objectives write कर रहे हैं, मेरा particular objective क्या रहेगा, कि जब तक exam हो, तब तक मैं आप लोगों का कैसे तो करके syllabus complete करवा हूँ, थोड़ा detailed analysis आपको मिल जाए, ताकि आप लोगों को ये ना हो कि यार हमने coaching नहीं ली, तो पता नहीं हमारा होगा या नहीं, तो वो एक ब्रहम जो है, वो दिमाग सा निकल जाएगा, अगर मैंने class एक से लेके continuity में सारी classes आप लोगों को करवाई तो, एक planning है, organization होगा, यानि जो teaching strategy है, क्या examples देके समझाया जा सकता है, पूरा का पूरा organization है, Then, identification of suitable teaching learning strategies for effective communication of content, मतलब मैं आपको पढ़ा तो रही हूँ, लेकिन ये content अगर आप लोगों को समझ ही नहीं आया है तो क्या फायदा उस चीज़ का? ये बात हमेशा ध्यान रखेगा कि teaching जो है वो कभी भी complete नहीं मानी जाती अगर वो effective नहीं है तो.

ठीक है, so वो effective कब हो सकती है, जब learner को कुछ समझ में आए, यानि teaching का जो whole process है, वो कहां से पता चलेगा, जब आप last में evaluate करते हैं, या जो feedback मिलता है, ठीक है, मैं आप लोगों को समझा दिया, मैंने आप लोगों को पुछा, कि आप लोगों को समझ आया, जब आप chat box में लिख और गिनाइज किया कॉंटेंट को आइडेंटिफाई किया कि कम इफेक्टिव कम्यूनिकेशन कैसे हो सकता है लास्ट में जब मैं क्लास पूरी करके आपसे पूछ रही हूं कि समझ आया यू आर सेंग ओके तो वहां पर फीडबैक के ऊपर क्या खत्म होगा हमारा कंप्लीट जर्ड टीचिंग का प्रोसेस होगा अब इसी बात से आप एक और चीज याद रख सकते हैं कि मैंने बोला कि हमारा जो कंप्लीट कम्यूनिकेशन का प्रोसेस है वह फीडबैक पर खत्म हुआ है यानि कि जब हम कम्यूनिकेशन पढ़ेंगे तो इफेक्ट effective communication कहां पे खतम होगा, effective communication में हमेशा क्या चीज रहेगी, feedback रहेगा, यह बात ख्यान रखनी है, ठीक है, अब एक चीज जो learn करने वाली, मतलब याद करने वाली, cram करने वाली, वो यह है कि bipolar process बोला गया है, teaching को या फिर education को, ठीक है, yes, immediate feedback, so bipolar process मतलब, यह किसने बोला, यह नाम यानि एक poll मैं हूँ और एक poll आप लोग हूँ तो ये बस इतना ही process है कि एक इंसान पढ़ा रहा है और दूसरा पढ़ रहा है तो ये bipolar process हो गया complete ठीक है लेकिन tri-polarity की बात किसने की John Dewey ने की इन्होंने बोला कि teacher, learner और एक social environment वो बहुत matter करता है मतलब incomplete होगा teaching का process या education का process अगर हम social environment को include नहीं करेंगे तो ठीक है, reason क्या हो जाएगा इसका, अच्छा एक चीज और ध्यान रखेगा, जहां पे हमसे सिर्फ tri-polar पुछा जाएगा, John Dewey का नाम लेके पुछा जाएगा, तो हम teaching, ये teacher, learner और social environment पे focus करेंगे, ये तीन point पे आप रखेंगे ध्यान, लेकिन अगर आपसे ये पूछ लिया जाएगी कि चार process, मतलब मान लो आपके पास चार option है और उसमें चार-चार चीज़ें दे रखी हैं, ठीक है, कि इन में से कौन-कौन से जो है important है teaching के लिए, तब आप थोड़ी सी priority set करेंगे, आप teacher, learner, social environment, फोर्थ पे, अब curriculum अगर आपको मिलता है तो आप उसको लीजियेगा, ठीक है, curriculum, यह कहीं किसने दिया है, जैसे tripolar process John Dewey ने दिया है, quadri polar process में किसी का नाम mention नहीं होता, usually, लेकिन हमें हमारे पास क्या हो जाता है, एक teacher होता है, एक learner होता है, एक social environment या physical aspect लगा लीजिये, जो physical environment होगा, plus एक कई बार ये भी हो सकता है कि आपको चारो उप्षंस में से teacher, learner के अलावा social environment मिले ही ना, तो उस टाइम पे भी अगर आपको curriculum मिल रहा है, तो आप curriculum पे focus कीजिए, तीसरा जो है अमारा curriculum हो जाएगा, ठीक है, लेकिन John Dewey ने teacher, learner और social environment को बोला है, ये ध्यान रखिएगा, ठीक अब एक और चीज जो याद रखने वाली है, ये KVS मदान में भी ये table mention है, और हमें usually भी पता होना चाहिए, क्योंकि ये एक जिस्ट है, जो major proponents है, teaching के concept के, वो यहाँ पे बता रखे हैं, ठीक है, जैसे Mahatma Gandhi, हमने पढ़ा है कि, हमने B.Ed में भी पढ़ा है, M.Ed में भी पढ क्योंकि कई बार ये जो चीज़ें हम याद करके जाते हैं ना, ये direct नहीं आती, लेकिन indirect हमें बहुत help करती हैं, ठीक है, indirect जब मैं आपको question solve कराओंगी ना, PYQs भी जब आपके, इसके बाद जैसे ही teaching का concept complete होगा, आपकी PYQs की class होगी, तो उस time पे भी आप ये ज़रूर देखेगा कि elimination बहुत ज़रूरी होता है, ठीक है, ये मैं personal experience से भी कह रही हूँ, और मुझे पता है कि जब आप question solve करने बैठते तो ज़रूरी नहीं आपको सारी की सारी चीज़ें आती हूँ, लेकिन आपका फाइदा क्यों होगा जब आपने जो चीज़े पढ़े हैं न उनको आप यूटिलाइज करके आपका क्वेश्चन सोल्व कर पाएं जिस दिन आपने ये चीज़ सीख ली कि हाँ इसको इनमें से कौन सा सही बिल्कुल नहीं है जब आपने जो चीज़े पढ़े हैं न match of the following अब जो fallacies की definition या जो example हमने पढ़े हैं, वैसा-वैसा उसमें एकादे में नहीं भी था, ठीक है, लेकिन अगर आपको उनमें से एकादा भी समझ आ रखा है, कि जो आपने जो चीज पढ़ी है न, उससे अगर आपको एक भी correct चीज समझ आ गई, तो आपका question सही हो जाएगा, ठीक है, तो जितना हम पढ़ते हैं, मतलब it's like मैंने आपको KVS मदान करा दी, TAS, SODI करा दी, और भी कुछ ने research paper या कुछ न कुछ करवा दिया, इतना portion आपने कर लिया है, so जो portion exam में आएगा, वो इसमें से या तो आएगा या नहीं आएगा, तो नहीं आएगा, दूसरा है, रविंदरनाथ टैगोर ने बोला था कि learning must take place in nature and from nature, यानि nature के बारे में इन्होंने बात की, कि naturally सीखेंगे आप, आप natural environment में सीखेंगे, Shri Aurobindo के नाम से आप एक term याद रखेगा, integral education, मैंने जब education के लिए इनको thinkers को करवाया था, वहाँ पे भी Shri Aurobindo करवा रखा है, तो integral education जो है, वो नाम word किस से, Shri Aurobindo से याद रखेगा, कई बार match the following है, या तो उसमें आजाता है, नीतो education के paper में आजाता है, paper 2 में, ठीक है, तो ये चीज आपके responsibility बनती है कि जब मैंने एक बार बता दिया तो आप at least उन चीजों को याद रखें, because trust me जितना मैंने खुद के exam के लिए नहीं पढ़ा होगा उतना उससे deep मैं कहीं ज़ादा पढ़के मैं आप लोगों को ये classes करवा रही हूँ, so आप लोगों के लिए beneficial हो अब एक डॉक्टर सर्वपली राधा क्रिशनन है, अब इन ही के नाम से आपको ये ध्यान रखना है कि सर्वपली राधा क्रिशनन कमीशन कब आया था, वो मुझे कमेंट करके बताईए, ठीक है, राधा क्रिशनन कमीशन हमने पढ़ा है, जब हम कॉंटिनूटी में, और ये क्योंकि time period direct पूछ रखा था इस बार, कि कोठारी period कब आया था, मतलब कोठारी commission कब आया था, सबको पता है 1964-66, अगर जिसको ये नहीं पता, मतलब गडबड चल रही है आपकी preparation, बहुत basic चीज़े थी, right, exactly, 48-49, दामोधर ये बात ध्यान रखेगा, 48 ठीक है आपका, लेकिन क्योंकि जब वो commission appoint किया गया, वो date plus जब उन्होंने report submit कर दी, वो date, ठीक है जी, सो यह थोड़ा सा ध्यान रखे, ऐसे ही secondary education commission आ जाएगा, तो यह commission आपको series में याद होने चाहिए, education to transform human mind, यह बात किसने बोली, जिद्धू कृष्णमूर्ती ने बोली, और इनका काफी role रहा है, independence के बाद भी, then John Dewey ने बोला, experiential teaching के बारे में, कि आप experience से सीखते हैं, मारिया मॉंटेसरी ने बोला self education की बात की इन्होंने through the development of individuality so individuality के उपर depend करेगा 54, 56 नहीं है जितना मुझे ध्यान है इसको confirm किजिए 56 तो definitely नहीं है 53, 54 है secondary education commission अगर मैं गलत हूँ तो मुझे बताईएगा secondary education commission तो फ्रोबल के नाम से यह कई बार टैट जो एग्जाम्स होते हैं ना या फिर सैट का सीटी जो एग्जाम होते हैं उन्हें पूछ लिया जाता है फ्रोबल का किसने किंडरगार्टन प्रोसेस या जो प्रोजेक्ट मेथड जो है ना वो इन्होंने दिया था तो किंडरगार् exactly 52, 53 है बई थोड़ा सा correct करके अपने notes में लिखिए ठीक है यह गड़बड बताया सा दावधर आपने याद रखेगा अब इसको 52, 53 क्योंकि यह बहुत बड़ी blunder mistake हो जाएगी अगर यह याद नहीं हुआ तो अच्छा forms of teaching अब यह तीन forms of teaching आप लोगों को पता होंगी लेकिन क्या इनके exact मतलब पता है या इनके example पता है कि क्या मतलब बोला जा रहा है दिखे formal teaching formal teaching को हम usually क्या बोलते हैं classroom teaching और अगर हम classroom बोल रहे हैं, तो उस दोरान हम एक चीज़ याद रखनी है, कि यहाँ पे face to face interaction की बात हो रही है, okay, face to face interaction, formal teaching में, और दूसरी चीज़ जब हम formal की बात करते हैं, और classroom teaching की बात करते हैं, तो यहाँ पे कोई degree या कोई certificate, जैसे आपने 12th की, तो आपको वहाँ पे को तो उसकी बात हो रही है यहाँ पर formal teaching में, non-formal में सिर्फ एक point नहीं होगा, formal से कौन सा, classroom teaching वाला, okay, so classroom teaching नहीं मिलेगी आपको non-formal में, so हाँ मिलेगी face to face नहीं मिलेगी, degree वाला portion यहाँ पर भी रहेगा, for example यहाँ पर कौन से रहेगी, जो correspondence से, distance से जो education करते हैं ना, उसको हम non-formal में याद रखेंगे, जो normally हम school में, colleges में जाते हैं, वो formal education से याद रखें, formal teaching से याद रखें, ये दो difference आप याद रखेगा major, कि formal teaching में हम classroom teaching और face-to-face interaction की बात करते हैं, non-formal में हमारे पास classroom teaching या face-to-face interaction नहीं होगा, ठीक है, जब हम तीसरे की बात करेंगे, जो informal है, ये informal में आ जाएंगे, वो चीज़ें जो आप trend से सीखते हैं, या आसपास के environment से, nature से सीखते हैं, वो सारे की सारे चीजें informal teaching में आ जाएगी, ठीक है जी, कोई बात नहीं, it's okay दामदर, आगे से याद रखे, यहाँ पे गलती करना is okay, totally okay, लेकिन exam में गलती नहीं होनी चाहिए, क्योंकि फिर हम बोलते हैं कि बहुत factual था, ये था, वो था, तो वो चीजें factual में भी बहुत easy paper ओके, so ये हो गई informal teaching, तो formal, non-formal, informal में difference समझ आया, आप लोगों को just tell me, ये चीज़ें कई बार ना बस दिमाग में बिठानी होती हैं, आपने concept को समझना होता है, notes में लिखने की भी ज़रूरत नहीं होनी चाहिए आपको, कि formal, non-formal और informal, ये आपके ऐसे बोताना रगों में तो नेचर आता है अब नेचर अब यह चीज़ ने कई बार करती है पर हमारा में उसका नेचर है क्योंकि हम उसमें क्या पूरे तो वो complete क्या है एक पूरा planned process है जैसे मैंने पूरा पहले इसको lecture को plan किया कैसे समझाना है teaching strategy क्या होगी तो इसलिए क्या बोलते है teaching को हम एक profession बोलते हैं ठीक है profession बोलते है प्लस इसको art भी बोलते हैं और science भी बोलते हैं क्योंकि अपने आप में एक तो systematic हो गया जिसमें जब systematic हम चीज़ें कर रहे हैं ताब हम उसको science बोल रहे हैं logical चीज़ों के साथ जब हम art की बात कर रहे हैं मतलब एक कला है पढ़ाना ओके, तो एक आर्ट भी है और एक साइंस भी है, तो ये नीचर रहेगा teaching का, क्योंकि हर कोई नहीं पढ़ा सकता, मतलब हर कोई नहीं पढ़ा सकता in the sense कि अगले इंसान को convincingly वो चीज समझ आनी चाहिए, तब हम उसको क्या बोलते हैं कि हाँ वाई teaching हो रही है, ओके, तो ये diagnostic भी है, therapeutic भी है, diagnose करना, मतलब जैसे मुझे लगा कि दामोदर का जो question, मतलब उनको fact जो है वो थोड़ा सा गड़बड था, वो चीज डायगनोस की लेकिन थेरोपिटिक कैसे हुई कि मैंने उनको वो पॉइंट नोट करके बताया था कि आगे से वो उस चीज का ध्यान रखें तो टीचिंग क्या है डायगनोस्टिक भी है डायगनोस करना मतलब क्या गडबड हो रही है वो चीज ध्यान रखना प्लस थेरोपिटिक भी है यानि एक थेरपी एक होता है ना सलूशन क्या है उस चीज का तो वो भी ओविसली गाइडेंस है और टीचिंग का नेचर क्या है गाइडेंस का ही है आप लोग खुद भी पढ़ सकते हैं लेकिन आप लोगों को एक तसली हो जाएगी कि हाँ भी मैंने करवा रखा है या जिनका ओल्डरेडी वो एक्जाम क्लियर है उन्होंने वो चीज बताई है तो तो आता है ट्राइपोलारिटी जो मैंने आप लोगों को बता दिया जॉन डूइ ने दिया था ट्राइपोलर प्रोसेस जो है एजुकेशन या टीचिंग की बात की थी जो ने इंटरेक्टिव प्रोसेस है ये भी हमने टीचिंग की डेफिनेशन की तो बात की तो ओवरल जो क राइट, तो कि हाँ ये तो ऐसे ही हैं, ऐसे ही बोलते रहते हैं, या फिर इसका काम ही है लड़ना, हर छोटी बात पर गुस्सा हो जाते हैं, तो वो गुस्सा क्या है, उनकी एक characteristic है, लेकिन उनको nature भी बोल सकते हैं इसको, तो nature और characteristics जो हैं, वो चाहिए किसी भी concept की हो, teaching की ह Interactive phase, post active phase प्री एक्टिव मतलब जो अक्टिव होने से पहले की बात हो रही है मतलब यह जो क्लास शुरू की मैंने 8 बजे इस क्लास को शुरू करने से पहले जो मैंने इस क्लास को प्रिपेर करने के लिए इस पीपिटी को प्रिपेर करने के लिए किया वो किस में आ जाएगा प्री अक्टिव क्या होगा कि मैंने समझा दिया जैसे ही क्लास खत्म हुई तो या तो मैं और टेस्ट ले रही हूं या मैं रिटर्न टेस्ट ले रही हूं मतलब मैं एक फीडबैक जानने की कोशिश कर रही हूं कि जितना मैंने समझाया उसमें से कितना पोर्शन कितने स्टूडें तो आती है चैरेक्टर स्टिक्स सेम चीज रहेगी जैसे मैंने बोला कि टीचिंग के डिफरेंट फेजीज होते हैं ऐसे टीचिंग के डिफरेंट लेवल्स भी होते हैं वह लेवल्स हम नेक्स्ट क्लास में बात करेंगे लेवल्स जो है वह हमने क्या बात हमें तीन लेवल्स और understanding level के बाद क्या था हमारा reflective level, okay, so यह इनके नाम at least याद होनी चाहिए, यह किसने दिये हैं, वो याद होना चाहिए, minimum आप इतना कर सकते हैं, अगर आपने नहीं समझने, memory, understanding, reflecting, बिल्कुल सही है जी, ठीक है, so teaching के different levels होंगे, वो उसकी characteristic है, it takes place in dynamic environment, dynamic environment रहेगा, individual differences रहेंग तो वो dynamic environment में teaching जो है वो होती है, it is closely related to education से, learning से, instruction, training, so ये क्या है, teaching का process जो है, वो closely related है, obviously इन में differences होंगे, teaching एक broad चीज हो गई, training आप particular किसी skill को सिखाने की जब बात करते हैं, तो वो training हो गई, जब आप वो training में या teaching में, आप कुछ instructions दे रहे होते हैं, so वो instructions हो गई, learning वतलब जो आप नई चीज सीख रहे हैं, उसको हमने learning बोल गया it is essentially an intellectual activity चाहे वो sympathetic activity हो empathetic, intellectual तो वो सारी activities क्या है characteristic रहेंगे teaching की art भी है, science भी है हमने बता दिया teaching हमें self-organization जो है वो सिखाती, tense towards self-organization यानि आप कैसे खुद को organize करेंगे, चाहे वो आप पढ़ाई में है life में है, कैसे भी है वो teaching से हमें सीखने को मिलता है टीचिंग एक तरीके से क्या है? सोशल सर्विस है, अब ये सोशल सर्विस क्यों बोल रहे हैं टीचिंग को? क्योंकि टीचिंग में, मतलब टीचिंग का जो प्रोसेस है, उसके बाद हम बोल देते हैं, एजुकेशन से देश को बदला जा सकता है.

इसका प्रोसेस है, इसमें एक प्रोसेस रहेगा और टीचिंग को हम एक प्रोफेशन की तरह मान के चलते हैं. जैसे हम बी एड, एमेड इन की बात करते न, सो वो यूज़वेली क्या होता है, आजकल ऐसे बोल दिया जाता है, कि हाँ बस बी एड तो साथ चल रही है, जैसे लाइफ में, चीके, कि बस चल रही है, बट वो एक कमपल्सरी कोर्स है, क्योंकि टीचिंग एक प्रोफेशन है, यानि अब जैसे एलल भी है, वकील, ठीक है क्योंकि एक point पे हो सकता है किसी की जो है वो जब वो वकालत कर रहे होते हैं तो किसी की जान की भी बाजी वो लगा रहे होते हैं मतलब उनके हाथ में होते हैं कि उस इंसान को कैसे बचाया जाए तो वो क्या है एक profession माना जाता है जब profession basically उन professions को या उन skills को बोलते हैं ज अगर कोई गलत इंसान है जिसका मोटो ही नहीं है पढ़ाना या गला इंसान कुछ सीखे student so वो अगर teaching में आ जाए तो गडबड़ी होगी ना चीज़ें so teaching या एक क्या है मतलब profession हम उन चीज़ों को बोलते हैं जहांपे एक skill की जरूरत होते है तो be a demit भी क्या है एक skill है कि कैसे पढ़ाना है अब basic requirement क्या होगी teaching की, basic requirement क्या होगी, सबसे पहले तो motivation होगी, teacher एक तरीके से क्या होता है, motivator भी होता है, कि वो student को एक low phase में भी कैसे motivate करें कि वो काम कर पाए student, right, so एक motivation की सबसे basic requirement होते हैं जब हम teaching की बात करेंगे, क्योंकि motivate करना या इस तरीके से पढ़ाना कि बच्चे को स ठीक है, तो आता है support material ये जो teaching aids हम जिनको बोल देते हैं, तो वो क्या रहेगा, basic requirement रहेगी teaching की, कि आप किन चीजों का use करके पढ़ा रहे हैं, जैसे अगर हम, क्योंकि change हो जाएंगे न, अगर हम छोटे बच्चों को पढ़ाते हैं, या school level तक पढ़ाते हैं, तो हम use करने की try क तो वो सारी चीज़ें रहेंगी सपोर्ट मटीरियल बहुत matter करता है कि आप क्या-क्या चीज़ों का use करके किस तरीके से पढ़ा रहे हैं सपोर्ट या जो resources के हम बात करते हैं तो आते हैं जी objective basic requirement रहेगी teaching की क्या पढ़ाना क्या हम लोग आपका main objective क्या है राइट तो सब्जेक्ट नॉलेज बहुत इंपोर्टेंट हो जाती है कि किसी इंसान को सब्जेक्ट नॉलेज नहीं है डीप में सब्जेक्ट नॉलेज नहीं है डीप में सब्जेक्ट नॉलेज नहीं है डीप में थोड़ा सा अपना logic लगा के use कर अंसर निकाल सकते हैं otherwise basic requirement ही बात करेंगे तो majorly सबसे पहले आप motivation को लेंगे objective, support material या subject knowledge then आते हैं functions या objective objectives of teaching जब हम objectives बोल रहे हैं तो दो चीज़ें आती हैं एक general objective होता है एक instructional objective होता है general objective में क्या होगा general चीज़ें जो हैं जैसे एक personality को develop करना या facilitate करना कुछ सीखने में बच्चों को या उनको motivate करना एक right knowledge के साथ कि कैसे वो अच्छी knowledge acquire कर सकते हैं या एक awareness create करना किसी particular topic को लेके ए जो आप थोड़ा सा सोचेंगे critically so आपको समझ आ जाएंगी ठीक है लेकिन जब हम particular instructional objective की बात करते हैं तो कई बार definitions ही आ जाती हैं कि objective वो होगा जो की describes an intended result of instruction rather than process of instruction itself so result की बात करें जो आपने instruction दी उसके बाद जो result आया न उसकी बात कर रहे हैं कि एक अच्छा objective वो ही होगा जो की specific हो outcome based हो और measurable हो, मतलब जिसको आप measure कर पाएं, ठीक है, तो outcome based ये चीज़ ध्यान रखनी पड़ेंगे, specific, outcome based और measurable, क्योंकि अगर teacher वो, टीचर ने पढ़ा दिया, लेकिन बच्चे को समझ नहीं आया, और समझ नहीं आया, यह कैसा पता चलेगा, जब टीचर उसको measure करके देखेगा, मानलो टीचर ने test ले लिया, तो वो measure कर रहा है, मतलब उनका objective था, वो क्या था, कि बच्चे को समझ आये, learning जो होनी चाहिए, तो वो जो learning होनी चाहिए, वो evaluation के basis पे आपको measure कर पाएं आप, तो जो objectives हैं teaching, learning में, वो एक तरीके से integration part है, इसके साथ, instruction के साथ, तो इसमें हम एक चीज ध्यान रखने की हम जब classify करते हैं तो दो main तरीकी है instructional objectives को classify करने की, अगर आपको थोड़ा ध्यान हो, अगर आपके B.Ed में इस तरीके से काम करवाया हो, कि B.Ed में जब आप lesson plan लिखते हैं, तो उस time पे क्या होता है, वहाँ पे आपको objectives लिखवाये जात तो बहुत सारे institutions में ऐसे करवाया जाता है कि आप जो है objectives में एक तो general objective लिखिए और एक instructional objective लिखिए और instructional objective में आप क्या करेंगे कई बार हमारे teachers ने जैसे M.Ed में बोला था कि bloom की according लिखिए bloom की according मतलब जो bloom ने जो taxonomy दी है उसके अंदर जो vocabulary या जो words use हो रखे हैं उनको आप use क्या मिला, synthesize word था हमारे पास, ठीक है, so हम इस तरीके से कुछ लिखेंगे objective को, कि to synthesize the knowledge of particular topic in the students, ठीक है, so वो words particularly use करते हैं जब हम instructional objective की बात करेंगे, यानि कि हमारे पास दो चीज़ें हो गई, एक तो Bloom की classification है हमारे पास, और एक Gagne और Briggs की classification है, जब हम instructional objectives की बात करेंगे, करेंगे, so इतना समझ आया आप लोगों को, अब जो ये classification है दोनों, ये हम next class में शाम को बात करेंगे, और ये जो आज का जो lecture था वो किस में, teaching and research aptitude by KVS Madan, T.S. Sodhi, और एक और research paper, मुझे teaching के concept से related काफी अच्छा research paper मिला था, वहाँ से मैंने चीज़ें collect की थी, ठीक है जी? अब next class में हम जो है bloom और गैगने की जो ये गैगने और bricks की classification है instructional objectives से related वो करेंगे तब तक आप एक चीज comment करके मुझे बताएंगे कि इनमे difference क्या है teaching, training, indoctrination अगर आप लोगों को समझ नहीं आए तो please ये mention कीजिएगा ताकि मैं next class में उसको समझा सकूँ ठीक है जी और regularly class attend की thank you so much for watching be happy, keep smiling and जल्दी से बता दो समझ आई या नहीं आई जल्दी मज़ा आया, समझ आई, कुछ नया सीखने को मिला ये बता दीजिये जी एक बर जल्दी बता दो ठीक है जी, तो अभी शाम की क्लास में मिलते हैं thank you so much keep revising and