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پی ٹی آئی اور فوج کے مذاکرات

[संगीत] अलाम नारीन आप देख रहे प्रोग्राम काश अब्बासी के साथ आज फिर बानी पीटीआई इमरान खान साहब की जानिब से एक और मुजा करराक्स की गई है फौज के साथ मुजा करराय हूं आज अदालत में साफी से गुफ्तगू करते हुए इमरान खान साहब ने फरमाया उन्होंने कहा कि फौज अपना नुमाइंदा मुकर्रर करे हम रात के लिए तैयार है साथ उन्होंने यह भी कहा कि हमने फौज पर कभी इल्जा मात नहीं लगाए सिर्फ तन कीद की है कहना यह चाह रहे थे कि मीर जाफर मीर सादिक साजिश करना यू नो वो इल्जाम नहीं है वो सिर्फ नकीद है साथ ही इमरान खान साहब ने कहा कि घर में कोई बिगड़ा हुआ बच्चा हो तो उस पर नकीद की जाती है स सादी फौज को बिगड़ा हुआ बच्चा भी घर का कह दिया कि ये बिगड़े हुए बच्चे हैं और इस पर हल्की फुल्की तन कीद उन्होंने कर दी फौज का जो एक माजी है उसके बारे में भी उन्होंने कहा कि हमें ना सिखाए फौज से कभी गलत नहीं गलती नहीं हुई जुल्फिकार अली भुट्टो साहब साहब की शहादत और उनको फांसी देना कहा कि इसके पीछे जव लगते सकूट ढाका के पीछे याया खान थे फिर उन्होंने एसआई एफसी का जिक्र किया और मोहसिन नकवी का जिक्र किया और मुजक्र के लिए कहा कि हमने मैंडेट दिया महमूद खान अचक जई को लेकिन दूसरी तरफ से जवाब नहीं आया एक और इल्जाम अ एक और इल्जाम उन्होंने मरियम नवाज शरीफ साहिबा प लगाया कि वो फैसिस है फस्ताई जाहिर है बड़ी बहस होती थी कि जब इमरान खान साहब की हुकूमत थी अब उन्होंने कहा कि यह अगर कहा जाए कि यह भी फस्त का शिकार है इस यह भी उन्होंने यह इल्जाम लगाया कि पीटीआई पर बहुत जुल्म किया गया अब इसका तनाज मेरे साथ पहले मेहमानों का तारुफ करा दूं डॉक्टर तार फजल हमारे साथ मौजूद है बहुत शुक्रिया आपका जरताज गुल साहेब हमारे साथ मौजूद है पालिनी लीडर पाकिस्तान तहरीक इंसाफ की कौमी असेंबली में आप दोनों का बहुत शुक्रिया लेकिन इससे पहले कि मैं आपसे पूछूं क्या आप मुजा के लिए है हाइन की बाला दस्ती के लिए पिछले चार तीन चार दिन में 25 जुलाई से पाच दिन में एक तस से कुछ बयानात आप लोगों ने दि 25 जुलाई को मरब साहब ने कहा कि फौज इमरान खान का पैगाम है कि हुकूमत पीटीआई फौज को आमने सामने लाना चाहती है हम और आर्मी चीफ ऐसा नहीं होने देंगे 26 तारीख को अलीमा खान साहिबा ने कहा आर्मी इमरान खान का आर्मी चीफ के लिए पैगाम है कि मुल्क की खातिर न्यूट्रल हो जाए जिसमें आप ही कहते थे न्यूट्रल तो जा होता है क्या चौकीदार कभी न्यूट्रल हो सकता है तितर और बटेर य न्यूट्रल तो नहीं हो सकते हम उसम वो भी एक पूरी तफसील है आपकी न्यूट्रलिज्म कहते हैं आपने कहा इस मुल्क में जंगल का कानून है यह जंगल का बादशाह है जो हमें यानी आर्मी चीफ जो हमारे साथ मेरे साथ मेरी बीवी के साथ मेरी पार्टी को खत्म करना चाहता है ये आप इस जंगल के कानून में इस जंगल के बादशाह से मुजा करराय काशिफ थैंक यू फॉर इनवाइटिंग मी सबसे पहले थोड़ा सा बैकग्राउंड बना दूं लोगों की मेमोरी शायद इतनी कमजोर नहीं है लेकिन कुछ लोगों की मेमोरी थोड़ी कमजोर होती है तो मेमोरी यह है कि जब से यह रेजीम चेंज हुआ है तब से लेकर अब तक 9 मई तक 9 मई के बाद अब तक पाकिस्तान की सियासत में एक वो वाहिद लीडर है इमरान खा जिसके साथ सबसे जदा जुल्म जबर और फस्ता इत की गई उनके बेगम साहिबा के खिलाफ भी जो मकरूह केसेस बनाए गए सिर्फ खान साहब को तोड़ने के लिए उनके सेकंड टियर लीडरशिप उनके कारकुन यहां तक कि घरों के चादर और चार दीवारी को पमाल किया गया आरो के दफ्तर के सामने से हमारे बंदे उठाए गए सेकें प्रपोजल उठाए गए सिर्फ बैकग्राउंड बताना चाहती मैं बैकग्राउंड आपसे बेहतर बता देता हूं आपके साथ बहुत ज्यादती आपने कहा ये सब ये लोग कर रहे हैं आपने कहा एस्टेब्लिशमेंट हमारे खिलाफ है ये पिछले पांच दिन से क्या हो रहा है मैं तो ये पूछ रहा हूं अब क्या हुआ जो आप आपकी सडली चेंज ऑफ हार्ट आपको वो दिल के अंदर नजर आ रहे हैं और आप इतने अच्छे-अच्छे पैगा मात भेज रहे हैं हम हमारे दरमियान लड़ाई ये करवाना चाहते हैं ये तो चाहते ही नहीं कि हम हमारी और फौज ये आप कह रहे हैं वो जंगल का बादशाह है जंगल का कानून है रिट रिट दोबारा से मेरी बात सुले सिर्फ मुझे एक मिनट चाहिए लिहाजा 200 से ज्यादा हमें निशाना दिए गए हमारी पार्टी के सिंबल को चीना गया हमारी पार्टी को खत्म किया गया कोशिश की गई हर जुल्म जबर हमारे के खिलाफ किया गया नहीं तोड़ सके सबसे बड़ा वोट हमने ले लिया तीन करोड़ वोट इमरान खान के नाम पर हमें 200 के मुख्तलिफ निशाना के ऊपर दिया गया किसके लिए इनको जितवा के लिए 17 सीटों की पार्टी को जितवा के लिए हमारे सर को मुसल्लत करने के लिए हमारे सर के ऊपर बिठाया गया हमारा मेंडेट चोरी किया गया आवाम की तजल की गई वोट की पर्ची की ताकत को चुरा दिया वही मैं बता बेनेफिशरी अब मैं बता पहले पहले मुझे बताए जिम्मेदार कौन फिर बात करेंगे बेनेफिशरी बकुल बिल्कुल बताते पूरा इसलिए कह रहे ना पूरा मेरा केस केस बता अच्छा जी सारा जुल्म हमारे ला किया गया तो पूरा सिस्टम जिस सिस्टम के अंदर तमाम ब्यूरोक्रेट्स शामिल थे तमाम इंतजाम शामिल थी तमाम निगरा हुकूमत शामिल थी और वो निगरा हुकूमत जो किसी के कोई बगल बचा था कोई सिर्फ इसलिए औरतों के ऊपर जुल्म करता था कि सिर्फ पाकिस्तान तहरीक इंसाफ को खत्म किया जा सके वो जो बेनेफिशरी था उनको आज इन्होंने इंटीरियर मिनिस्टर लगाया वो सब के सब मोरे जो निगरा हुकूमत है जिन्होंने रेजीम चेंज के बाद जुल्म जबर किया इनकी हुकूमत को तूल देने के लिए व स हमारे साथ शामिल थे जमला और अल्फाज नहीं निकल रहे जो पहले नि वो भी निकालते वो मैं आप बताती र आप तो कहते थे एस्टेब्लिशमेंट ने किया है हमारा इलेक्शन उन्होने चोरी किया है किया है मैं आपको बताती हू क रहे यम सज बकुल आपको बताती हचार का क्या को सिसन को 18 पार्टी 18 सीटों वाली सियासी पार्टी अपनी सीट खुद बखुदा काशिफ खान या तो अब्बासी साहब या तो मैं पठान हूं या फिर आप पठान है या दोनों भी हो सकते ये दोनों भी हो सकते हैं लिहाज सिर्फ एक मेरा वो सुन ले कि हम इनसे पूछते हैं पीडीएम से कि आपने 45 दिनों में 3231 अरब का कर्जा किधर लिया कहां इस्तेमाल किया हम इनसे पूछते हैं कि जी ये इमरान खान साहब ने आज तो नहीं पूछा मैं मैं पूछ रही हूं रोजाना के लान न साब पूछ र मेरा सवाल जवाब नहीं पूरा होने दे रहे सुना पड़गा सुनाना चाहते सिर्फ न सेकंड का ज सल का जवाब काशिफ ऐसा नहीं है काशिफ देयर इज नो नथिंग ब्लैक एंड वाइट इतने ग्रे एरियाज है मैं आपको सीधे सवाल उसका जवाब देना चाफ करते अमल दराद में कोई ग्रे एरिया नहीं है उसमें या ब्लैक होता है या वाइट हो या आईन के मुताबिक मुल्क चल रहा होता है या नहीं चलता इस वक्त मुल्क आईन के मुताबिक नहीं चल रहा इसमें कौन सा ग्र एरिया तो मैं इसलिए कह रही हूं कि मेरी पूरी बात सुन ले कि जब सारे सिस्टम का बेनेफिशरी जब पीएमएलएन को बनाया गया इंप्रेशन दिया गया हम इनसे पूछते हैं कि आप पंजाब में हमारे खिलाफ गैर कानूनी काम करते हैं ये कहते हैं न मई आपने किया हम कहते हैं कि आप हमारे खिलाफ फस्त ना करें यह कहता आपने शोहदा की बेहुरमति की हम आपसे कहते हैं कि मुल्क में महंगाई यह कहते हैं डीजी आईएसपीआर आपने यह कहा है हम आपसे यह कहना चाहते हैं कि पीडीएम पीएमएल बार-बार कौमी इदार के पीछे छुप रही है आपके जरनल के पीछे छुप रही है डीजी आईएसपीआर की कॉन्फ्रेंस के पीछे चुप रही है देर इज नो डील देर इज एंगेजमेंट पाकिस्तान के लोगों को पीएमएल य इंप्रेशन दे रही है कि हमारी बैक पर जो हमारे काले करतूत है चाहे मुल्क में महंगाई है चाहे हमसे मुल्क चल नहीं रहा चाहे हम मेंडेट चोरी करें हमारे कंधों के पीछे यह कहना चाह रहे हैं कि यह कौमी इदार हैं जिसके अंदर चाहे इंटेलिजेंस एजेंसी दिन तना समझा द पिछले पा दिन में 25 26 तारीख से अब तकने मीठे मीठे बयान इतनी अच्छी अच्छी बातें आप हमारे भाई हैं आप तो बच्चा भी बिगड़ा बच्चा भी कह दिया आपने बताय मजबत तरीके से कहा या क्यूट तरीके से कहा लेकिन कह दिया काश सिंपल सिर्फ एक बात अगर इमरान अगर अगर इमरान खान से बदला लेने के लिए पीएम एलेन ने कौमी इदार को इस्तेमाल करना है और यह कहना है कि हमारे हर गलत करतूत के पीछे हमारे गलत करतूत के पीछे पाकिस्तान आर्मी खड़ी है समझ नहीं आ रही पीछे है क्या कुछ हु होगा कोई बातचीत बड़ी हो पीछे से किसीने आप अच्छ अच्छी बातें करेंगे तो मामला अच्छा रास्ता निकलेगा डील हो जाएगी तो अगर ये इंप्रेशन खूल और आइन की लड़ाई थी अगर ये इंप्रेशन खत्म करना है तो पाकिस्तान के आर्मी को फोर्सेस को इमरान खान के साथ हमारे साथ बैठना पड़ेगा यह तासुर जायल करना पड़ेगा कि जो पीएमएलएन हर बदमाशी जुल्म जबर कर रही है उसके पीछे इनको सपोर्ट जो है वो पाक फोर्सेस की ये ए जेंसस की हासिल है इस तासर को जायल करने के लिए उनको हमारे साथ भी बैठना पड़ेगा आवाम के सामने भी बैठना पड़ेगा क्योंकि न करोड़ का वोट हमार हमारे पास है ये तासर जायल करने के लिए दे ू सिट विद अस दे ू टेल अस नहीं इनको डिसोसिएट करना पड़ेगा इनको न्यूट्रल बताना पड़ेगा न साब कान बन है न्यूट्रल नहीं गैर सियासी पिछले 10 मिनट के बस के बाद आपने मुझे से एक फिकरा मुकमल करने दिया आपने बड़े फिकरे मुकम्मल किए लेकिन मैं आपसे सवाल जवाब चने दे रही है मैं आपसे पूछ रहा हं पिछले इतने अच्छे अच्छे मीठे मीठे बयान आ रहे हैं कोई तोज होगी क हमारी कोई लई का और मुनी की र स केके हैंडल के घर के ऊपर के परर हमला होगा और ये कहेंगे आपने शदा के पीछे कि जंगल के बादशाह ने सारे निजाम पर कब्जा किया हुआ है जंगल के बादशाह ने सब कुछ मेरी बीवी को जंगल का बादशाह टारगेट यही क्लेरिटी उनको देनी पड़ेगी यही क्लेरिटी उनको तीन पार्टी डॉक्टर साहब वैसे ये बताए सबसे पहले ये आप बताए मुझे कि ये हुआ क्या है कोई बातचीत उनकी कोई पीछे हुई है लेकिन क्या मरियम और मम औरंगजेब और अता तार साहब क्या फौज के नए तर्जुमा है डीजी आईएसपीआर डिप्टी डीजी आईएसपीआर लग गए हैं वो क्यों बयानबाजी दे फौज के साथ बातचीत की बात की है फौज खुद जवाब देगी अपना सबसे पहले तो मैं जो सवाल आप जरता गुल साहिबा से पूछ रहे थे कि यह क्या हुआ है और चार पांच दिन में क्या हुआ है और वह सवाल आप उनसे कुछ और कर रहे हैं और उन्होंने तोपों का ख पमल की तरफ किया हुआ है सवाल य हैन ट है बरी भी जवाब दे आपकी बात मानता लेकिन आप हमे ट करते रहे आज ब पछ मिनट उस उस मिनट बो मिन मरियम नवाज का वो बयान हमारी लड़ाई तुम से नहीं तुम्ह लाने वालो से है आपने भी इसी किस्म के बयानात दिए हुने मुझे तो लगता यह है कि इनका कोई सॉफ्टवेयर अपडेट हो गया नहीं मुझे लग रहा है मुझे लगता अपडेट होने के प्रोसेस में है फोन जब अपडेट करे ना तो व थोड़ा टाइम लेता है ना स्टार्ट हो गया है बाकी बात यह है कि वही से शुरू कर देता हूं जहां से इन्होने छोड़ा है जी बेनेफिशरी भाई साहब हम दोनों पॉलिटिकल वर्कर है हम ये बात क्लियर होनी चाहिए और आपको भी क्लियर होनी चाहिए कि जब दो सियासी उम्मीदवार एक दूसरे के मद्दे मुकाबिल होते हैं या सियासी जमात एक दूसरे के मद्दे मुकाबिल होती हैं तो एक जमात की या मेरे मुखालिफ उम्मीदवार की गलती का फायदा डेफिनेटली मुझे होता है अगर आप हमारा को मुखालिफ चावल मारेगा कोई गलती करेगा पॉलिटिकल मिस्टेक करेगा कोई और ब्लंडर मारेगा उसका फायदा कैसे होना है तो सत इंतजार ही बैठे स नहीं इंतजार में आप हो ना हो फायदा आपको होता है देखें अब आपने मुझे यहां पर शामिल कर दिया सर नहीं अपना असूल कॉम्प्रोमाइज नहीं कर सकते ये नहीं हो सकता कि वोट को इज्जत देनी है इस मुल्क में कांस्टिट्यूशन जम होगा आ के मुताबिक चलेगा पहला मौका मिला आपला आप ये कह रही है कि 9 मई के बेनेफिशरी ये है भाई 9 मई में आपने अकरी इदार के ऊपर फौज पर चढ़ाई की कुदरती बात है उसके जमात को नुकसान होना था व कोई भी करेगा उसे नुकसान हो तो जब आपको नुकसान हो होगा उसका फायदा दूसरी जमात को होगा मैं उस एंगल से बड़ी एक सीधी सी बात कर रहा मैं इसके पीछे कोई छुपा के बात नहीं करसे या आपकी पार्टी से थोड़ी सी जो खगी है वो यही है कि असूल की बात करते करते वो आप वो फिर आपने कहा ना बूट पॉलिसियों की तरफ निकल पड़े सारे हालाकि असूल की बात थी फौज कास्टम एक इजाम है ये भी एक इजाम है यह भी एक इल्जाम जो हमारे ऊपर लगाया जाता है आपने उसको किया कि बे सूल कर दिया फला कर दिया भाई बात यह है कि आपने अगर आपने अगर मुसलसल एक फैसला कर लिया है कि हम रियासती इदार से लड़ने ही लड़ने नहीं नहीं मैं कह रहा हूं कि जब इन्होंने रियासती इदार से लड़ने का फैसला कर लिया दीवार से टक्कर मारने का फैसला कर लिया उनको वह तमाम इल्जा मात जो मेरा ख्याल है आपने तो आ 10 पढ़े हैं य दर्जनों में यह बयानात है और माजी करीब में जो आपके सरब की तरफ से आपके बानी पीटीआई की तरफ से इदार के सरब इंटेलिजेंस केदार के सरब उनके खिलाफ जो बयानात आए जो ट्वीट्स आई और मुनम कंपेन जो सोशल मीडिया मीडिया प आपके ऑफिशियल अकाउंट से होती रही वो सारी आप भूल गए हैं फिर बात आप करना चाहते हैं एक तरफ तो आप कहते हैं उसका जवाब बिल्कुल भी इनके पास नहीं है कि जनाब एक तरफ कहते हैं आपके वो न्यूट्रल तो जानवर होता है अब न्यूट्रल कुछ और हो गया है गैर सियासी एक तरफ आप कहते हैं जनाब के सियासत से बाहर होना चाहिए एस्टेब्लिशमेंट को आज आप कह रहे हैं नहीं बात ही उनसे करनी है लेकिन मैं इस बात में अप्रिशिएट करता हूं कि आज इन्ह इतनी अकल जरूर आ गई है कि सियासत में बातचीत और मुजा के जरिए ही आगे बढ़ा जाता है इसम कोई दोरा नहीं हम शुरू से इनको कह रहे सा कर नाम में करना चाहते य इनकी एक न साजिश नई कहानी घड़ी गई है जेल के अंदर से इनको पता है जो इनका सोशल मीडिया सेल पकड़ा गया है उसके ताने माने बय बात अपनी जगह फौज को सस में करना चाह रहे हैं तो जो बयान ये दे रहे हैं कि पॉलिटिकल पार्टी है इनके इश्यूज है और बात हमने आर्मी से करनी है य है तो आप जो कह रहे हैं कि पहले आप ये करें पहले ये करें फिर बात होगी फिर बा तमान बने फौज के वैसे आपकी तजनी क्यों बनती है फ नहीं हमारी तरज मानी नहीं बनती हम गवर्नमेंट है हमने इ रेस्पों तो करना है क्य कर एक आईएसपी आ रहा है आईएसपीआर का काम ही फौज की बिहा पर जवाब देना हैट अपना एक प्रेसली ज इरा नहीं होती आप समझते हैं कि फौज का जो इदारापल्ली क्योंकि वह हुकूमत का हिस्सा है लिहाजा उनके हवाले से जो बात होती है हुकूमत को करनी पड़ती है और यह कोई ऐसी गैर मामूली बात लेकिन मुकरा के ऊपर मैं आना चाहता हूं डॉक्टर साहब उससे पहले जर आपने कोई बात करनी है कि जो बयान है आपकी क्यों आ रहे हैं सोचत कर नहीं नहीं काश मैं सिर्फ यह बात करना चाह रही हूं कि अगर हुकूमत जबरदस्ती हमारे सर के ऊपर मुसल्लत कर ही दी गई है 17 सीटों वालों को 180 के ऊपर जबरदस्ती मुसल्लत करके इनको हुकूमत के ऊपर बिठा दिया गया है इनको अपनी परफॉर्मेंस का जवाब इनको अपनी जो इनसे नहीं डिलीवर हो रहा उसका जवाब इनसे मुल्क नहीं चल रहा यह हर दफा शोहदा के पीछे हर दफा इंटेलिजेंस एजेंसी के पीछे हर दफा यह फौज का नाम लेकर नहीं छुप सकते कि जी शोहदा शोहदा आप ना तर्जुमा बन सकते हैं हमने अगर कहा है कि इदार को न्यूट्रल लेना पड़ेगा क्योंकि इदार का काम है न्यूट्रलिज्म जहां तक हम चाहिए गैर सियासी ही होना चाहिए उनका ओथ ही गैर सियासी है और दूसरा आप उनको मुकरा की दावत सियासी मुकरा की दे कैसे सकते मेरी बात सुनि काशिफ या तो आप इस मुल्क में आईन चाहते हैं आईन चाहते हैं तो आप यह कह कि फौज का सियासत से कोई लेना देना नहीं आप कोई सियासी मुजा ना करें हम जाने हमारे मुखालिफ जाने मेरा ख्याल आप उनको सियासत भी करवाना चाहते हैं फिर कहते हैं आइन के ऊपर भी चलो नहीं नहीं देखिए मेरा ख्याल है कि किसी से तारीख ढकी चुपी नहीं है एंगेजमेंट इसलिए करनी चाहिए कि बीच में यह लोग बेनेफिशरी है हर दफा फौज का कंधा इस्तेमाल करते हैं अपनी बैड डीड्स को ये लोग जस्टिफाई करते हैं जिस तरह उन्होंने पंजाब को रग माल बनाया हुआ है ये कहते हैं कि हमारे पीछे ये इदारापल्ले माल करना चाहते हैं इससे डिस एसोसिएट करना पड़ेगा क्योंकि जब ये मुल्क हमारा है इसमें हम सबको राइट है कि हम अपने पॉलिटिकल राइट्स इस्तेमाल करें अगर पीएमएलएन उनके तर्जुमा बनके तमाम एजेंसी को और तमाम फोर्सेस का कंधा इस्तेमाल करके कहती है कि हम जो कुछ मुल्क में फसता है करें जबर करें हम जस्टिफाइड हैं तो फिर इसलिए न करोड़ वाली पार्टी को इमरान खान वाली पार्टी कहती है कि आप हमारे साथ बैठे इस चीज को जस्टिफाई करें न्यूट्रल रहे क्योंकि न्यूट्रलिज्म के अंदर मुदा किलात हो रही थी आपके मुल्क के अंदर एक इलेक्टेड हुकूमत को जिसने 1 करोड़ 70 लाख वोट लिया था जब उसको गिराया जा रहा था अंदरूनी मोहरे जब उसम थे तो हमने कहा आपने न्यूट्रल नहीं रहना आप न्यूट्रल नहीं हो सकते और इदरा न्यूट्रल होता है इदार को हमने क्या कहा आप न्यूट्रल रहे और पीएमएलएन अपने बैड डीड्स को अपने जबर फसाय को जस्टिफाइड करती है बारबार कि इदार हमारे पास खड़े उसकी वजह से हमने कहा कि एंगेजमेंट होनी चाहिए उनका इंप्रेशन खराब हो सी की पार्टी को 180 देकर हकूमत में बैठा दिया इसलिए आपके साथ मुकरा करने नहीं लगता साय इनका एक बयान है ये चकि खुद 2018 के इलेक्शन के बेनेफिशरी है नजरिया आरटीएस तो सब कोय यही समझेंगे और यही समझते हैं लेकिन मैं एक आपको आज के जो इनका स्टेंस है उसके हवाले से ये बात करूंगा कि जब यह कल इदार को गालियां दे पाच दिन पहले तक तब भी ये गलत थे और आज जब यह इदार को सियासत में में घटने की कोशिश कर रहे हैं तो ये आज भी गलत है ये दोनों एक्सट्रीम्स है यानी गुजरावाला का पहला बयान भी गलत था गुजरावाला की प्रेस कॉन्फ्रेंस भी गलत वो क्या इदार को गालियां थी नहीं गदार कहना था उसे नहीं और आपके को मुत बना साब इस मुल्क की तबाही के जिम्मेदार आप हैं महंगाई है मुल्क में हालात ठीक नहीं है तो अभी कम हो इसमें आपका हिसा है यही कहा था हमने क्या उन्हें कहा कि आप गद्दार है अब हमने मशर पाकिस्तान से उन्हें मिलवा दिया उनकी तस्वीरों को शेख मुजीबुर रहमान की तस्वीरों को यूं यूं करके मीडिया प चलाया शेख पाकिस्तान का गद्दार नहीं था उसको हमने नवा शरीफ अभी किया है आपको बता रहा हूं अगर कहे मैं सुना देता हूं मैं और बात कर रहा हूं ल स्ट सुना साइड साइ उसकी बात कर रहा था नहीं हट जाए उस को अपना कमेंट नहीं दे रहा का दुख हो रहा आप लोग हाथ उहा हील कर कर बो अा नहीं लता जि का कंधा इस्तेमाल कर रहे हैं बार-बार भाई कल जब आप गवर्नमेंट में थे एस्टेब्लिशमेंट आपके साथ नहीं थी एक पेच था था ना तो अगर हम गवर्नमेंट में हैं एस्टेब्लिशमेंट दुनिया के हर मुल्क में गवर्नमेंट के साथ खड़ी होती है तो गवर्नमेंट चलती है यह एक असूल है एस्टेब्लिशमेंट जब गवर्नमेंट के खिलाफ होगी गवर्नमेंट नहीं चल सकती एस्टेब्लिशमेंट इज द आइज एंड इयर्स ऑफ द गवर्नमेंट तो लिहाजा ये कोई वो बात नहीं है ऐसी कि आप हमारे ऊपर गए कंधा इस्तेमाल कर रहे हैं नहीं तो वो वोट लेकर आए ना वोट लेकर आ आपने वोट नहीं लिशट अगर हुकूमत के साथ खड़ी र लोग इस वक्त पकड़े गए हैं उनके जो ताने बाने जिस के ऊपर है कपन जहां जहां से फंड हो रही है और जो जो बैरून अनास उसम शामिल है अब उसकी भी फिक्र पड़ी हुई है वो सारे भी एक्सपोज होंगे कि आपने इदार के खिलाफ मुल्क के खिलाफ जो मुनम आपने क व आए मैं तो आपको सिर्फ एक टप ऑफ द आइसबर्ग बताया है व सारी चीज मीडिया पर आएंगी आपके सामने आएंगी कि क्याक इनके कारनामे हैं जो यह कह सकता है कि खान नहीं तो मुल्क नहीं इससे ज्यादा बढ़ की और बात खौफनाक क्या हो सकती है एक शख्सियत जो है वो पूरे मुल्क से ज्यादा अहम है वो पूरे सिस्टम से ज्यादा अहम है वो स्टेज से ज्यादा अहम है मुझे अगर ब्रेक प जाने से पहले सरवर बारी साहब से मैं पूछूं उसके बाद फिर जरा इसका जवाब मैं ले लेता हूं आज पतन ने एक रिपोर्ट प्रेस लीज दी है और रिपोर्ट आई है उनकी सर्व भाई साहब आपकी रिपोर्ट कहती है कि कौमी असेंबली का जो इलेक्शन हुए ये जो 8 फरवरी के एनए 130 या जो मिया नवाज शरीफ साहब का जो हलका है तारीख की सबसे बड़ी धांधली इस हलके में हुई है एवर हैपन इन इलेक्टोरल हिस्ट्री ऑफ पंजाब या पंजाब की इंतखाब तारीख की सबसे ज्यादा धांधली हुई सर इसको जरा बताएंगे कि कौन सी धांधली किस तरह हुई ये सारे इस एक एन 130 में देखिए एक तो बुनियादी बात यह है कि हमारे यहां सिवाय इस्लामाबाद के जो भी हर वोटर को दो बैलट पेपर मिलते हैं पंजाब और कौमी सई का सभाई असेंबली का लेकिन आमतौर पर जो टर्न आउट होता है सभाई असेंबली का और कौमी असेंबली का जो है वो एक जैसा होता है क्योंकि सब लोग तकरीबन जो है वो डालते हैं और यह वहद हलका है पाकिस पंजाब का जहां पर ना कभी माजी में ना कभी इस इलेक्शन में इतना बड़ा फर्क जो है यानी कि जो टर्न आउट का फर्क है जो कौमी असेंबली में वोट पड़े हैं वो 3 लाख 19943 वोट पड़े हैं और जबकि सुबाई असेंबली में 2491 वोट पड़े 78000 से ज्यादा वोटों का फर्क है यानी कि 12 फीसद वोटों का फर्क है एक तो इतना ज्यादा फर्क नहीं कभी हुआ दूसरी बात यह है कि जो टर्न आउट है वह टर्न आउट तकरीबन 69 पोलिंग स्टेशन के ऊपर जो टर्न आउट है वह 80 फीसद से लेकर 102 फीसद तक है और 100 और 102 वाले जो है वो तीन पोलिंग स्टेशन है और 60 स्टेशन ऐसे हैं जहां पर टर्न आउट 80 और 99 पर के द सर 102 पोलिंग स्टेशन का मतलब य है कि जहा 100 वोट थे वहां भी 102 वोट पड़ गए जी जहां 100 वोट है वहां 102 है या 100 के 100 पड़ गए यह दुनिया में मुमकिन नहीं है जो जिन मलिक में टर्न ट बहुत ज्यादा होता है वह भी 90 से कभी क्रास नहीं करता तो एक तो यह बात दूसरी बात यह है कि 100 166 जो पोलिंग स्टेशन है वहां पर मिया नवाज शरीफ साब जी और 208 जो पोलिंग स्टेशन थे वहां पर डॉक्टर यासमीन राश साहेबा जीती थी और इनमें अगर आप देखें तो जो मिया साहब के जहां पर उन्होंने जीता है वहां पर उनका जो जो वोट वोट्स है व ज्यादा है यह जो जितने भी पोलिंग स्टेशन है जहां पर एक्सेप्शनली हाई टर्न आउट है उन सब में सिर्फ मिया नवाज शरीफ सब जीते हैं और जिसकी वजह से वह उनको जो है फत हासिल हुई है लेकिन जो हो सकता है उ पोलि स्टेशनों पर लोगों को ज्यादा मोहब्बत हो मिया साहब से लेकिन वहां पर जो जो टर्न आउट है उसमें 40 पर का फर्क है तभी 102 सर लोगों ने किसी ने हो सकता है ना ये मुमकिन है दो जो पैदा हुए हैं या होने वाले हैं उनको भी लेके जाके वोट डाल दिया हो कि सर हमें बहुत मत हैया साल बिल्कुल मुमकिन नहीं है कि 40 फीस 45 फीसद का फर्क हो जहां पर मिया नवाज शरीफ साहब जीत रहे हैं वहां पर ज्यादातर हल्को में तो डॉक्टर यासमीन राश साबा जीती है तो लेकिन बात यह है कि जिन पोलिंग स्टेशन पर मिया नवाज शरीफ साहब जीते हैं वहां तमाम व पोलिंग स्टेशन है जहां पर एक्सेप्शनली हाइट टन आउट है और दूसरी बात जो डिफरेंस है वो बहुत ज्यादा है कौमी और सवाई असेंबली में केटन ट में और इसके अलावा अगर आप देखें तो मजबूरी तौर पर हमें लगता है के जो जो फार्म 47 के ऊपर मिया नवाज शरीफ साब के टोटल वोट है और वो जो और फार्म 45 के ज टोटल आप निकालते हैं तो उसमें भी तकरीबन जो है वो 12000 से ज्यादा वोट मिया नवाशी साब को मिले हैं फार्म 47 के ऊपर और जो आप ये कह रहे अगर फॉर्म 45 जो बुनियादी डॉक्यूमेंट है जिसकी बुनियाद प 47 बनते हैं उसमें वोट कम है मिया साहब के और जो 47 बनाया गया उसमें किसी हातिमताई ने वोट बढ़ा दिए मिया साहब जी उसमें 12000 से ज्यादा वोट मिया नवाज शफ के बड़े हैं और जो डॉक्टर यासमीन राश साहब के वोट 47 पर 45 की निस्बत जो है वो 3000 के लगभग कम हुए हैं तो इस तरह आप देखें तकरीबन 15 हज का फर्क पैदा किया गया है लेकिन मजबूरी तौर पर हम समझते हैं कि यह जो ट्रेंड वह हमने पूरे जो डटा टेबल है वो भी आपको भेजे हैं पूरे मीडिया को और अगर आप चेक करना चाहे कि कौन से पोलिंग स्टेशन प हमने लिखा है और क्या वो इलेक्शन कमीशन की वेबसाइट पर मौजूद है जो उसको आप जाकर क्रॉस चेक कर सकते हैं लेकिन कल तक य तमाम फार्म्स इलेक्शन कमीशन की वेबसाइट पर मौजूद थे आज हो या ना हो मुझे नहीं मालूम आपको मालूम है पिछली दफा जब हमने 3 जुलाई को य रिपोर्ट सर वेबसाइट होंगे शायद एक्सेस ना हो पाए वेबसाइट हैंग भी हो सकती है बहुत शुक्रिया सा सा गुगू करने का साहब ने ये रिपोर्ट दी थी पतन ने इलेक्शन को मॉनिटर भी करते हैं और उसके ऊपर अपनी रिपोर्ट भी देते रहते हैं बहुत शुक्रिया सर भाई साब एक ब्रेक लेते ब्रेक के बाद फिर दोबारा जरा अपनी गुग जार [संगीत] रख वेलकम बैक नान डॉक्टर साहब ये जो मूस निशत मिलनी है तरीके इंसाफ को आज आप वो कानून में भी तरमीम कोई पार्टी किसी पार्टी के साथ है तो दूसरी पार्टी में जाएगा तो हम उसको सीट नहीं मिल सकती क्या कर रहे हैं क्यों नहीं देना चाहते उनको सीट अब आप एक जगह लीगल बैटल हार गए हैं आपको फैसला पसंद ना आए लेकिन ला भी को चीज होती है ले बिल्कुल होती है एक बात सिर्फ एक जुमला क के जो पतन ने जो रिपोर्ट दी है उस के मैं चार पाच इलेक्शन लड़ चुका हू नेशनल असली के ये बात कि टर्नओवर इधर कम था उधर ज्यादा था इस बुनियाद के ऊपर धांधली का फैसला कभी भी नहीं होता ठीक है बाकी शयद अगर कोई होंगे 102 फीस टर्न आउट हो तो उसपे होता है लेकिन च नहीं 102 फीस टर्न आउट जो है वो जस्टिफाइड नहीं है लेकिन 102 टर्नओवर जो है वो किस वजह से हुआ है उसके पीछे फैक्ट्स क्या है कॉपिया सारी इलेक्शन कमिशन के पास रिकॉर्ड है वो सारा सामने आ जाता है वो आ जाएगा वो बेचारा आपका सलके का आरो बीमार हो गया था वो नया आरो आया अगर पुराने वाले से पूछेंगे शायद बता देगा क्या हुआ था नहीं नहीं इधर ही है पुराना भी इधर ही है नया भी इधर ही है पता नहीं मुझे नहीं पता को नया आया या पुराना आया है लेकिन जो भी लोग है इधर है इलेक्शन कमीशन भी इधर रिकॉर्ड भी इधर वो सारे का सारा सामने आ जाएगा अब आप सामने है असल रोला ही रिकॉर्ड सामने बंदे सामने नहीं आते बंदे भी आ उसी कानून बदल के कह दो कि नहीं जी ट्रिब्यूनल जज नहीं बैठेंगे एक्स जज बैठेंगे वो उसको चलने दे सब दूध का दूध पानी का पानी होने दे भाई साहब आपको पता है कि यह जो क्लॉज है कि जज हाजर सर्विस होगा य रिटायर होगा यह इलेक्शन एक्ट 2017 में पहले से मौजूद था आपने डाला था अभी नहीं डाला था आप लोगों ने पिछली ये 2024 के इलेक्शन से पहले डाला है पहले निकाला निकाला कि रिटायर्ड जज नहीं होंगे सिर्फ हाजर सर्विस जज होंगे अब आप कहते रि पहले तीन चार साल या पाच साल जो इलेक्शन एक्ट था उसमें मौजूद था 2017 क्योंकि आपने देखा कि ज फैस रिटायर्ड ज तो फैसले ही नहीं करता उसकी तो रोटी लगी 5 साल की आपने कहा रिटाय जज नहीं होगा आपको अर्ज कर रहा हूं क या किसने कहा मेरी मेरी बात को आपको या तो समझ नहीं रहे मैं सिर्फ ये कह रहा हूं कि हमने उसे असली हालत में रिस्टोर किया है हमने कोई न कटा नहीं खोला उधर अब ठीक है एक्ट को हमने रिस्टोर किया अपनी असली हालत में एक बात दूसरी बात जो आपने अभी बात की है आपने उसके कपड़े पले पहनाए थे कपड़े उतार दिए कोई आ चलाया बिल्कुल है मोरालिटी है सियासत में रहनी चाहिए हम बिल्कुल इसके कायल है लेकिन कोई आईन और इलेक्शन एक्ट उसके कोई कवानी वो भी है ना क्या आप उनको छोड़ के सिर्फ फैसले लाकिया पर करेंगे दोनों को मिला के कर ले अब ये जो आपका आर्टिकल है नेशनल असेंबली के बारे में आर्टिकल 51 ऑफ द कांस्टिट्यूशन और सुबाई असेंबली के बारे में 106 ये क्लियर कहता है कि अगर आजाद कोई इलेक्शन जीतता है तोव तीन दिन में पार्टी जवाइन करेगा अब आप मुझे बताए 15 दिन में कैसे कर सकता है और फिर ये कि इस देखिए मेरा पार्टी जन करने के बाद बात क कंप्लीट जस्टिस आर्गुमेंट मेरे दिमाग में कोई बैठता नहीं है बिकॉज कंप्लीट जस्टिस के नाम प पता नहीं आगे जाके क्या क्या होगाय अभी आज किसी को खुश हो रहा है कल कोई और नाराज होगा ये मैं अपना व्यू बता आपके साथ अग्री करते मैं आपके साथ अग्री करते हुए ये बात कर रहा हूं लेकिन देखि वेदर आई लाइक इट और नॉट आप नकीद करते हैं मेरा भी ख्याल है कि मुझे यह फैसले में कुछ जो माइनॉरिटी फैसले ज्यादा समझ आए हैं लेकिन आपका जो चीफ जस्टिस ऑफ पाकिस्तान जिस फैसले से इत्तफाक करते हैं उसमें भी यह कहा गया कि इलेक्शन कमीशन ऑफ पाकिस्तान ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले को मिसइंटरप्रेट किया गलत तश्रीह की एक सियासी जमात से सिंबल लिया गया था सियासी जमात खत्म नहीं की गई थी क्योंकि वो सियासी जमात थी ही नहीं और यह जो प्रोसीडिंग्स चल रही है ये जो केस चल रहा है इलेक्शन प्रोसेस की कंटिन्यूएशन है इसलिए हम उधर तक जा सकते हैं उन्होंने दलील भी दी है जस्टिस मोखे के फैसले से जस्टिस काजी फासा ने इत्तेफाक किया उन्होंने दलील भी ये दी है कि हम उसको देख सकते हैं मुकम्मल तौर पर मेरा तो ख्याल है ये बहुत बेहतर होता के ये जो दो मैंने आर्टिकल आपके सामने रखे हैं पार्लियामेंट को कहते कि भाई इसमें अमेंडमेंट करके ले हैं मुमकिन था उसमें फिरर री साब भी साथ हमारे बैठती मिल के टूथड मेजॉरिटी से अटन का कोई रिस्पेक्ट तो रहने दे ना उनके आर्टिकल्स को सुप्रीम कोर्ट तो तशरीफ है मैं आज भी कहता हूं वो सीट हमारी नहीं है लेकिन फिर आप उसको इस अंदाज से सर आप हार गए लीगल बैटल हार गए भार गए सोवियत आगे चले आप कहते हैं नहीं अब हम कानून साजी करेंगे कल आप सुप्रीम कोर्ट बंद कर देंगे आप कहेंगे माइन में तरमीम करते सुप्रीम कोर्ट बंद कर कोई सुप्रीम कोर्ट नहीं बंद कर रहे सुप्रीम कोर्ट के फैसलों की पहले भी हमने रिस्पेक्ट की है माने हैं आज भी है लेकिन हम सिर्फ यह कहते हैं कि जो कांस्टिट्यूशन में जो चीज लिखी है उसे अपोल्ड होना चाहिए हम नहीं कह रहे वो सीटें हमारी हैं लेकिन हम ये कह रहे हैं कि अगर इनको दे रहे हैं तो किस दबते कानून के तहत पार्लियामेंट को कहे भाई जाब कानून बना दो हम उस तरह चले लेकिन आप कांस्टिट्यूशन को गलत किया ना देखिए इलेक्शन कमीशन ने जो पाकिस्तान तहरीक इंसाफ एज ए जमात मैं अपनी जमात का ना इस्लामाबाद का प्रेसिडेंट हूं हर साल हम अपने अकाउंट जमा कराते हैं नहीं जमा कराएंगे हमारी रजिस्ट्रेशन मसूक होती है हर पा साल बाद हमारी पार्टी में इलेक्शन होता है नहीं होगा हमारी रजिस्ट्रेशन मनसुख होती है ये इलेक्शन नहीं मसू नहीं होती सर आपको सिंबल नहीं मिलता नहीं नहीं रजिस्ट्रेशन का मतलब तो एक फंडामेंटल राइट देख आप कान इधर से पकड़े उधर से पकड़े रजिस्ट्रेशन कैंसल का मतलब ये है ए पॉलिटिकल पार्टी आप इलेक्शन में रजिस्टर नहीं रहते और सिंबल उसी को मिलता है जो जमात बतौर सियासी जमात रजिस्टर होती हैज जिसकी वजह से साब को सिल नहीं मिला ठीक था या गलत था पॉलिटिकली उसकी इंटरप्रिटेशन और है लेकिन टेक्निकल बात अगर आप करेंगे तो उसकी हकीकत यही है सर लेकिन जान हार ग रो हमने कौन सा पकड़ा हुआ है तो आपको कह रहा हमारी सीट नहीं है लेकिन आप उनको नहीं लेने देंगे बात यह है किसी तर हम नहीं ले रहे ना हमें चाहिए ना हम कह रहे हूं कि हमारी सीटें हैं वो लेकिन अब ये इनको देनी है या खाली रखनी है ये दो ऑप्शंस हैं अगर इनको देनी है किसी तरीके के तहत दें जाब्ते के तहत दें अब तो सुप्रीम कोर्ट ने कह दिया ना जाब्ता तो उसी ने तय करना है वेदर यू लाइक इट नहीं आप देखें ना आप स्पीकर को एक कर रहे हैं कि उसके हाथ में एक तलवार हो वो ये फैसला करें जनाब क्योंकि कानून आ गया मैं इनका ओथ नहीं लूंगा जो लोग पसंद ना पसंद की बात नहीं हैना इलेक्शन कमीशन ने आज भी वजाहत मांगी है इस फैसले की कि जनाब इस फैसले की वजाहत कर उन्होने 39 को नोटिफाई कर दिया 41 की वजाहत मांगी 41 की मांगी है ना इसका मतलब ये है है लेकिन उसकी वजह ये वो कहते हैं सर पार्टी स्ट्रक्चर क्या है लेकिन जब खत लिखते हैं तो बैरिस्टर गौर को खत लिखते हैं वही पार्टी स्ट्रक्चर है जिसको आप खत लिखते हैं यह बताए मरीय नवाज फसिस्ट है फस्त है इस वक्त पिछले दो साल में जो आप लोगों ने अपोजिशन की है बहुत सारी बातें सबसे पहले तो आपने अखलाक यात की बात की चीफ है ये पीएमएलएन के तारिक साहब तो वैसे मैं आपको बता दूं कि अखलाक और पीएमएलएन दो मुताजाद चीजें हैं दूसरा आपने कहा आपने चकि पतन की रिपोर्ट इनको बताई सरवर बारी साहब ने जो n130 नवाज शरीफ कालका बताया खलाई मखलूक भी फरिश्ते भी सब वोट डाल गए इतनी पापुलैरिटी थी 102 पर की पॉपुलर चली गई जो अभी बच्चे पैदा नहीं भी हुए थे उनका भी वोट इनको डल गया इस कदर इन्होंने फ्रॉड किए इस कदर जाली इनका मैंडेट है और ये अभी इनके पार्टी के वो सरब है बाय द वे चले अभी साबित हो जाएगा ना आप लोग आपने कहा अग आपने कहा कि अगर पुराना आर से पता चले तो ने कहा अगर पुराना आर आ जाएगा ना तो आपको कुछ और बता देगा इसके ऊपर ये इतना हंस है नहीं नहीं इसके ऊपर डॉक्टर साहब इस तरह के बाद आपको पूरी कहानी सुनाऊंगा कोई कहानी नहीं ये मन गत कहानी है भाई साबरी बात सर अगर मेरी कहानी गलत हो तो जो चोर की सुदा मार और तो डॉक्टर साहब इस बात पे आरो की बात प ऐसा हंस है क्योंकि पीएमएलएन ने इस कदर बंदे अगवा किए हैं इस कदर बंदे इन्होने पुलिस के जरिए उठवा हैं कि इनको तो अब तादाद ही याद नहीं है कि इतने कितने लोगों को जेलों के अंदर डाला है जहां तक किडनेप की बात है फस्ता इत की बात है मरियम नवाज की बात है अभी इवन कल इस्लामाबाद में जो अ कर र सुबे की आपकी सुन ले जो जो केपी में आप कर रहे हैं उसका मुकाबला पंजाब से कर ले देखिए मेरी बात सु पता जाएगा फस्त किधर हो रही है देखिए इस तरह बात नहीं होगी जब मैं यहां पे बैठ के कह रही हूं ना कि मेरी पार्टी ने पाकिस्तान का सबसे ज्यादा वोट 3 करोड़ वोट लिया है 8 फरवरी को हमारे पास मैंडेट है तो मुझे आपकी तरह य नीचे से पर्ची नहीं बना लिखनी पड़ती है आप पर्ची से नकल करके बता रहे आप में इतनी हिम्मत और जुरत होनी चाहिए हां ये पाकिस्तान तहरीक इंसाफ का मैंडेट है रता गुल पार्टी को मिलना चाहिए आप आए बाए कर इस करने कहा नहीं होगन की व नहीं आ कानून को छोड़ इन्होने तो हमारा मेंडेट हमें देना नहीं ना चाहिए इनको हर आईन का वो पेज अच्छा लगता है जो इनको सूट करता है बाकी आईन का य सफ फड़ के फेंक देते हैं छोड़ बात को अच्छा दूसरी बात फस्ता की बात है ना इलेक्शन सेक सेकंड बा सारा प्रोग्राम आप बात करें ये जो 104 एक्ट है ना अपना इलेक्शन एक्ट 2017 इसकी पहली लाइन के अंदर लिखा है मैं पढ़ देता हूं के वह पार्टी जो इलेक्शन लड़े उसको यह ये सीट इस तरह आपको किसने कहा था सुन्नी इतहाद में आप जाए जिस पार्टी के सरब ने भी इलेक्शन अपनी पार्टी के टिकट प नहीं लड़ा ये बेवकूफियां आपने की हमने तो नहीं की इसमें बड़ी इसमें कंफ्यूजन य है कल उस दिन सुप्रीम कोर्ट की हेरी में सवाल पूछा गया कि आपने सुन्नी ता काउंसिल के सरब को अपना टिकट क्यों नहीं दिया जब आपको याद है बल्लेबाज के टिकट प फरन पर आई ईसीपी से आपकी आप एक पार्टी के मेंबर है आप दूसरी पार्टी से इलेक्शन नहीं लड़ सकते लेकिन पीपल्स पार्टी के मेंबरा पेट्रियट के इलेक्शन से लड़ते हैं इनको नहीं लड़ने दिया गया दूसरे से सुनीत काउंसल को नहीं लड़ने दिया आजाद कर दिया ये बड़ी कंफ्यूज अपनी पार्टी के टिकट नहीं लड़ा साजदा साहब नेड उनका खत मौजूद है कि मैं इस पार्टी का सररा हूं इनके साथ मेरा अलायंस है या मुझे ये दे दे या मुझे कोई और इंतखाब निशान दे दे उने मांगा ये था कि क्योंकि ईसीबी दे नहीं रहा था ना इंतखाब निशान जी जी फस्ता त की आपने मुझसे बात पूछी मेरा सिर्फ सवाल है कि अभी वो खान साहब सही कहते हैं कि एक तो पीएमएलएन वाले पढ़े लिखे भी नहीं है दूसरा यह कोशिश भी नहीं करते अरूबा एक बच्ची है जो कि एक सोशल एक्टिविस्ट है ये उस पर काम करती है सोशल मीडिया के ऊपर एक स्टूडेंट है वो अपने हॉस्टल में इस्लामाबाद होती है उसको उठा लिया जाता है और पीएमएलए इजाम क्या लगाती है कि 11 लाख अकाउंट वो सिंगल हैंडेडली जो है वो चलाती है उस बच्ची का बूढ़ा वालिद आया अपनी बेटी की जमानत के लिए आज तो उस बच्ची को जमानत देगी अगर ये फस्ता यात नहीं है तो क्या माओं बहनों बेटियों को अवा किया जा सोच सकते हैं आदमी चला सकते तो इसे तो मैंने कहा ना कि पढे लिख हजार नहीं चला सकता 1100 मुश्किल हो जाते हैं चलाने में आई एम प्रिटी श्यर को मैं करता हूं रिप्लाई पले बात मुकम्मल कर लो और मैंने तो सुना वो जंजुआ साहब को कहा गया कि यहां से यहां से टीटीपी ने कोई मवाद दिया है वहां पे मैं मैं यही कह रही हूं ना अब दूसरा क्या कहते बारूदी मवाद एली अब डॉक्टर यास्मीन राशिद है व पढ़ा लिखा नौजवान है जजवा डॉक्टर यास्मीन राशिद है हॉस्पिटल पहुंच गई है 12 महीने से एक खातून कैद है एक्स मिनिस्टर है कैंसर सरवाइवर है अगर यह मरियम नवाज की या इनकी हुकूमत की जाले हुकूमत की फस्ता यात नहीं है तो उस खातून को जमानत क्यों नहीं मिलती आलिया हम साहिबा को आप देख ले एक पढ़ी लिखी खातून साल उनको गुजर गया पिछले दो साल में हु मेरा खल य जरता गुल साहिबा ने पिछले दो चार छ महीने में सियासत जवाइन की है जी नहीं मतलब आप लाइम है ना कि आप जब एमएलए थी और आपकी गवर्नमेंट थी और आप मिनिस्टर भी थी उस वक्त जो फस्त है उसकी क्या डेफिनेशन थी सुने यानी दलील आपके पास ये कि हम इसलिए जुल्म कर रहे हैं क्योंकि पहले जम हु दलील तो य है लेकिन बात भी यही है आपने कि क रहा फत की डेफिनेशन क्या फस्त की डेफिनेशन क्या है एक शरीफ आदमी के ऊपर हमारे एम के ऊपर चर्च डाल देना उसकी डिगी से निकाल लेना ये क्या है हीरोइन ये क्या है य फस्त नहीं है व डीजी नाटक्स उनके अंदर नहीं था मिनिस्टर ब मरियम बीवी को पकड़ना साद को पकड़ना को पकड़ना फला फस्ता की डेफिनेशन में है तो आप ये कह रहे हैं कि ये भी फस्ताई कुवत है और आप भी फस्ताई अच्छा अब मतलब बुनियादी तौर पे आप ये क दोनों दोनों एक पेस्टल पे आ गए हम बिल्कुल आपके बराबर नहीं है आपके लिए पले बराबर होते हैं हमारे लिए नहीं होते आपके लिए आज भी कंडेम करता हूं अगर कोई गर कानून गिरफ्तारी हुई है पॉलिटिकल को गता कहते हैं एक पढ़े ख बंदे के ऊपर आप क उसको धमाका खेज मद तालिबान दे गए ये गैर कानून पढ लिखा यंगस्टर है पढे लिखे नौजवानों को इस हकूमत क लगा हैदर और चारवा को आपने पमाल किया गोली बद होता नली प क्या लेकिन असल इ व है उनके पास सोशल मीडिया में जो चीज कर रहे उसकी डिटेल सामने आएगी बाकी आप तालिबान से मवाद बारूदी मवाद लेकर आ रहे हैं लेकिन इस मुल्क के तरीके बदले उनसे को बेहतर करें ना उनके दौर में ठीक हुआ ना आपके दौर में ठीक हो रहा है सियासत दन कब यह सीखेगा कि यह म्यूजिकल चेयर्स में आपकी बारिया बदलती रहेंगी लेकिन यही होता रहेगा लेकि उसको [संगीत] बकम बक बड़ा हु बच्चा कौन है जल्दी मुझे 10 सेकंड में बताए वो जो इनके गलत लोग को सपोर्ट करते बिगड़े हुए बच्चे और जो सपोर्ट लेता है वो बिगड़ा नहीं है वो तो फिर उस्ताद हुआ ना फिर आप भी उस्ताद थे पुराने उस्ताद आप थे उद हम तो वोट के जरि आए थे वोट के बिगड़े हुए बच्चों को गालिया दो उतना बनाओ उनके खिलाफ कैंपेन चलाओ और अब आर लेकिन डॉक्टर साहब को बेहतरी की गुंजाइश है सयास दन आपस में बैठ सकते बातचीत के जरिए आज बैठे 10 साल बाद इमरान खान आज बात कने कहा मैंने अटक साहब को दिया मैंडेट आपकी जवाब कोई नहीं आया जरा अपनी पार्टी को क दे दे जवाब बिल्कुल देंगे देना नाम दे नाम उन्होने कहा नाम दे हमें येय हमारी मुजा करराय है लेट्स मूव फॉरवर्ड ऑन दिस बहुत शुक्रिया देखते हैं मुजरा इजाजत दीजिए नाजरीन अल्ला