दो तरह के spherical mirrors होते हैं, दो तरह के spherical mirror, concave mirror, और convex mirror, देखो, जब light गुफा के अंदर जाए, cave के अंदर जाए, और टकराए, तो हम बोलते है concave mirror, जब light cave के अंदर जाए, light cave के अंदर जाए, तब बोलेंगे concave mirror, क्या करते हैं हम, यहां पीछे silver करते हैं, और उसके उपर black कर देते हैं, इस तरफ से पीछे से silver किया, और उसके उ� reflecting side है, तो जिसकी reflecting side cave के अंदर हो, उसको बोलते है concave mirror, अच्छा, convex mirror ए, ऐसा, देखने में वैसा ही लग रहा है, पर यहाँ पर light बाहर वाले surface पे आएगी bulge वाले surface पे आएगी, कौन सी light? जो आ रही है, मतलब reflection यहाँ होगा, so this is reflecting side, यह side reflecting है, light यहाँ पर आके लड़ेगी, और लड़कर उपर या नीचे या कहीं जाएगी, पीछे तो silver किया, और उसके उपर black paint कर दिया, ताकि light यहाँ से इस तरह ना जाए, लड़कर इधर या, इसमें light लड़कर वापस यही आएगी, तो यह कौन सी side हो गई, reflecting side, और इसकी reflecting side bulging वाली होती है, तो जिसकी bulging वाली reflecting side, वो convex mirror, जिसमें light गुफा के अंदर जाए, वो कॉनकेव मिरर आइए अब कुछ टर्म समझते हैं जो मिरर से जुड़े होते हैं या स्फेरिकल मिरर से जुड़े होते हैं ठीक है तो सम टर्म क्या क्या टर्म है चलिए कॉनकेव मिरर से समझते हैं सारी कहानी मानने कि हमारे पास एक कॉनकेव मिरर है यह रहा है इस तरफ से आपने इसके पॉलिश करके ब्लैक पेंट चढ़ा दिया, अब देखो ये मिरर, मिरर होता क्या है? ग्लास, क्या होता है? ग्लास, ग्लास के पीछे से आपने पॉलिश करके ब्लैक पेंट चढ़ा दिया, और इस तरफ से लाइट आएगी, अब देखो ये मिरर देखने में ऐसा नहीं लग तो center of curvature exam में पूछा क्या होता है तो आप बोलो mirror जिस sphere से तोड़ा गया है उस sphere का जो center है उसको बोलेंगे center of curvature अब mirror का जो mid point होता है तो उसको pole बोलते हैं mirror का जो mid point होता है उसको pole बोलते हैं या p से denote करते हैं फिर pole और center of curvature को join करते हुए ये जो line बनती है pole और center of curvature को join करते हुए जो line बनती है, इस line को हम बोलते है principal axis, principal axis of center और pole, center और pole के mid में जो point होता है, इसको हम बोलते है f, f बोले तो focus या focal point, ठीक है? तो हमने क्या बोला? कि mirror एक sphere से बनता है. Sphere के center को center of curvature बोलते है. Mirror के mid point को pole बोलते है. यह जो line join होती है इसको principal axis बोलते हैं इस line का जो mid point होता है उसको focus या focal point बोलते हैं ठीक है अब देखो pole से लेके center of curvature pole से लेके center of curvature यह ऐसी कहा नहीं है pole से लेके center of curvature धियान से देखो यह radius के बराबर नहीं होगा इस sphere का तो pole से center of curvature का distance PC जो distance है इसको हम बोलते है radius of curvature radius of curvature या इट इस the radius of the sphere इट इस the radius of the sphere देखो ये radius होगा और ये जो distance होता है pole से focus का ये जो distance है pole से focus का इसको बोलते है focal length तो एक चीज़ ये समझो, मिरर में जितने भी distance measure होते हैं, वो pole से होते हैं, कहां से होते हैं? pole से, pole से C कर गए, तो radius, pole से F कर गए, तो focal length, अच्छा, फिर एक चीज़ होती है, कि जो focal length होती है, जो focal length, ये जो distance होता है, ये radius का आदा होता है, r by 2, मतलब ये distance, इस पूरे distance का आदा होगा, मतलब this distance will be r by 2, और बचा हुआ भी कितना हो जाएगा, r by 2, क्योंकि ये कहाँ पे है, इन दोनों के mid point में है, तो ये कुछ terminology थी, जो इससे चुड़ी थी, कि एक pole होता है, mirror के बीच में, और उसका जो sphere होता है, उसका जो center होता है, center of curvature, इस distance को radius of curvature, इनका mid point focus, या focal point और ये r y 2 ये r y 2 अच्छा फिर बात आती है कि क्या क्या नियम है और क्या क्या बाते है focus की या कैसे focal point को define करें, so what is focus? या focal point? तो आप एक line में ये बोल दोगे कि principal axis पे pole और center of curvature के बीच के point को focal point कहते हैं, पर इसकी दूसरी classical definition थोड़ी अलाग है, क्या definition है? ये हमने concave mirror बनाया, पीछे से polish करके black कर दिया, अब ray of, और ये हमने बना लिया principal axis, ये रहा pole, यह रहा focus, यह center of curvature, and this is principal axis, अब ray of light आई ऐसे, कैसे, parallel to principal axis, और एक और ले आते हैं यहां नीचे से, यह ray of light भी आई ऐसे, कैसी आई, parallel to principal axis, अब यह mirror से लड़ेंगी, और क्या होगा, reflect होंगी, mirror light को reflect करता है, तो यह दोनों reflected light पास करेंगी focus से, कहां से pass करेंगी focus से तो यह focus define करने का तरीका है क्या तरीका है a ray of light incident parallel to principal axis of concave mirror condition थोड़ा अलग होगा of concave mirror after reflection pass through a common point on principal axis called focal point या focus या depth तो अगर ray of light principal axis के parallel line और कॉल के mirror से टकराई तो टकराएं के बाद वो सब कहां से पास करेंगी focus से जैसे ये एक ray of light और लाइ ये भी कैसी है parallel तो कहां से पास करेंगी focus से ये लाइ parallel तो mirror से लड़ने के बाद mirror से लड़ने के बाद कहां से पास करेंगी focus तो ray of light incident parallel to principal axis of concave mirror, out of reflection from mirror, passes through a common point, on the principal axis, and this point is called focus, और यह distance, focal length, यह जो distance है, इसको बोलते है, focal length, focal length, ठीक अच्छा एक चीज और होती है, यह सोचो, यह mirror है, और यहां से rays आ रही है, यह mirror है, और यह rays आ रही है, इनके बीच में, फोकस को काटता हुआ एक प्लेन लग दूँ, अब यह मिरर है और रेज इस तरफ से आ रही हूँ, यह मिरर है, और यह फोकस को, फोकस को काटता हुआ एक प्लेन लग दिया, ऐसे एक प्लेन को, मैं यहाँ बना के दिख ऐसे एक plane को हम बोलते है focal plane, तो focal plane की क्या खास बात है, कि वो focus से pass करता है, और incident ray के perpendicular, focus से हमेशा pass करता है, तो ये focal plane हो गया, और focal point भी हो गया, focal length भी समझ गए, focal length किसका distance, focus का कहा से distance, pole से, सारे distance कहा से हमेशा करते है, pole से, तो focal length, focus का distance कहा से है, pole से, अब आते हैं कि हम image कैसे बनाएं, जैसे concave में हमसे बोलता है कि object यहां रखा है, object center of curvature पे रखा है, पे रखा है तो image कैसे बनाएं, तो उसके लिए कुछ rules चाहिए, so rules to draw image for concave mirror, for concave mirror आइए, rule समझते हैं तीन rule है total rule number one, जो अभी अभी आपने पढ़ा है क्या? कि अगर एक ray of light parallel to principal axis आई, तो लड़ने के बाद कहां से पास करेगी? focus से अगर ray of light parallel आई, तो लड़ने के बाद कहां से पास करेगी? focus से, rule number two, इसी का उल्टा rule इसी का just उल्टा एक ray of light अगर focus से pass की एक ray of light अगर focus से pass की तो लड़ने के बार parallel हो जाएगी just इसका उल्टा अ रे ओफ लाइट which passes through focus, after reflection becomes parallel, array of light which is parallel after reflection passes through focus, इसको बोलते है principle of reversibility of light, light की path को कहीं पे भी पलट दो, तो पूरा वही रास्ता हुआ लेते हुए वापस जाएगी, जिस रास्ते से वो आई थी, principle of reversibility of light, मैंने रास्ते को पलटा तो पूरा रास्ता पलट गया, और point number 3 which is very very important, मान लो ये mirror है, ये pole, ये focus, ये center of curvature अगर ray of light center of curvature से pass की अगर ray of light किस से pass की, center of curvature से pass की और mirror से जा पे टकराई, तो जिस राश्ते से आई है उसी राश्ते से वापस चली जाएगी मतलब exactly 180 degree पलट कर चली जाएगी ये रहा rule number 3 एक यह focus मान लो, यह center of curvature, light किस से पास की, center of curvature से, अब जाकर जब यह mirror से लड़ेगी, तो जिस रास्ते से आई है, उसी रास्ते से वापस जाएगी, यानि center of curvature को अगर पार करके गई है, तो उसी रास्ते से वापस आएगी, यह तीन rule हो गए, पारलेल है तो focus से पास करेगी, focus से पास की तो parallel हो जाएगी, और center of curvature से पास की तो वापस वैसे ही चली जाएगी, बस तीन rule है, parallel है तो focus से, focus से तो parallel और center of curvature तो जैसे आई थी वैसे ही वापस चली जाएगी आईए अब image form करते हैं image formation start करते हैं तो image formation हम कब करते हैं different different position पे object को रखे तो हमने रखा object beyond center of curvature object beyond C object को center of curvature के beyond रखेंगे और देखेंगे image कहाँ पे बनेगी कैसी बनेगी real बनेगी या वर्चुअल बनेगी, इनवर्टेड बनेगी, इरेक्ट बनेगी, अलो अलो अलो चलो स्टार्ट करते हैं, तो हमने यहाँ पे एक मिरर रख लिया, अब आपको इसको अगर खुद से करना हो, खुद से ही करेंगे, पड़ोसी आपका काम करेगा नह पहली चीज़, जब आप copy में start करिएगा, पहले तो एक pencil और scale जरूर से रखिएगा, और rubber अपस, ठीक है, rubber, इतनी चीज़ें होगी, अब जब आप ये mirror बनाएंगे बच्चों, तो mirror को ऐसा मत बढ़ाएंगे, वरना आपके answer गलत आएंगे, तो आप mirror सीधा बनाओंगे, क्या मेरी बात clear हो रही है? आप mirror को 13 मिनट नहीं सीधा बनाओगे, आप copy में concave mirror ऐसे बनाना, line बनाना, और इधर से थोड़ा curve कर देना, ऊपर से नीचे से, ठीक है? बस इतना, यह नहीं कि ऐसे बना आयो, मैं although यहाँ पर ऐसे बनाओगा, क्योंकि मेरी practice है, पर आपको ऐसा और focus से 2 cm दूर choose कर लीजिए center of curvature मतलब जितनी दूर पे focus बनाना उतनी दूर पे यहां से center of curvature जितना यह distance उतना है दो लेना हो दो ले लो चार लेना हो चार ले लो जो लेना हो पर जितना यह उतना है अब object beyond C object C के beyond रखा है मैंने C के beyond object रखा object हमेशा ऐसे ही रखते हैं इसको बोला A इसको बोला B इसको बोलते हैं head और इसको बोलते हैं tail अब किसी भी point की image बनाने के लिए हमें कम से कम 2 rays चाहिए होती हैं किसी भी point की image बनाने के लिए हमें कम से कम 2 rays चाहिए होती हैं तो मैं इसको और बना लूँ, mirror को और बड़ा थोड़ा तो देखो मैंने भी थोड़ा सा मिरण को सीधा कर लिया अच्छा, अब इस point A से मैं दो rays निकाल दूँगा पहली ray मैंने निकाली parallel तो हमें पता है, concave में parallel ray कहां से pass करती है? focus concave में parallel ray कहां से pass करती है? focus और दूसरी ray क्या किया जाए? क्या किया जाए? दूसरी ray pass कराते हैं focus से focus से pass करने के बाद parallel हो जाएगी किस से pass करा दी focus से आपको यह सारा काम scale से करना है focus से अब यह क्या हो जाएगी parallel हो गई की नहीं हो गई पहली ray हमने क्या ली parallel तो focus से pass की दूसरी focus से pass कराई तो parallel हो गई अब आपको देखना है यह दोनों rays कहा पे intersect कर रही है reflected rays कौन सी ray reflected rays कहा पे intersect कर रही है और उसी जगह पे बनती है image यह point याद लिखेगा, reflected rays जहां पे meet करेंगी, वहाँ पे बनेगी image, तो यह रही पहली reflected ray, और यह रही दूसरी रिफ्लेक्टेड रेइट, रिफ्लेक्ट होने के बाद यह पहली वाली आ रही, यह दूसरी वाली, यहाँ पर मिट की तो एक ही इमेज यहाँ बनेगी, इसको बोलेंगे A' और इसके जस्ट उपर, इकदम सीधे में, यहाँ बना लेंगे B'फिर इनको जोड़ देंगे, और जैसी एरो थी तो एक इमेज यहाँ, A'और इसके जस्ट उपर, एक एज जस्ट उपर क्या बना लोगे पी डेश और जोड़ दोगे और एरो ऐसे बना दोगे अब आप image के बारे में बात करना स्टार्ट करोगे कि image कहा बनी, कैसी बनी तो उसको हम लोग बोलते हैं characteristic of image position and characteristic of image पहला point position कहा बे बनी है between F and C तो आप बोल दोगे between F and C दूसरा point कैसी है सीधी है कि उल्टी है उल्टी image को बोलते है inverted क्या बोलते है inverted उल्टी image को बोलते है inverted यह सीधा था image उल्टी बन देगा तीसरी चीज real है कि virtual real है कि virtual अगर reflected rays अगर reflected rays रियल में meet करें, रियल में, मतलब actually, actually, reality में meet करें, cut करें दूसरे को, तो image कैसी बनती है, real image बनती है, तो यहाँ पे actual में cut कर रही है, तो कैसी image बनेगी, real image बनेगी, ठीक चौथा point, image छोटी हुई, कि object से बड़ी हुई, image छोटी, बोलेंगे diminished, जहां भी इमेज रियल होगी वहाँ पे इमेज इनवर्टेड होगी ठीक है टेंशन मत लेना जहां भी रियल वहाँ पे इनवर्टेड और डिमिनेशन दिख रहा है तो ये सारी पोजीशन की हो गई और करेक्टरिस्टिक भी हो गया चलिए ओब्जेक्ट आगे सी आप फिर से इसको सीधा बनाईएगा यह pole यह focus center of curvature जिते distance पर यह है उते distance पर यह है यहाँ पर मैंने object बना लिया A, B अब एकी image बनाने के लिए A से दो rays ले जाएंगे एक कहां से ले जाएंगे एक से कैसे ले जाएंगे पहली रे बोलो रूल क्या है एक रे ले लेंगे पैरलल पैरलल रे कहां से पास करती है फोकस से बहुत बढ़िया एक रे क्या करे फोकस से पास करा ले लड़के क्या हो जाएगी पैरलल कहीं की भी इमेज बनाने के लिए दो रे चाहिए होती है पहली रे बी पैरलल कहां से पास की लड़ने के बाद फोकस दूसरी पास करा ली फोकस से फोकस से पास करने के बाद लड़ने के बाद क्या हो जाएगी पैरलल तो तो ऐसे लड़ने के बाद हो गई तो यह बनी इमेज एक इमेज यहां तो एक इमेज एड़ एक रेड पर लड़ना है आप स्केल से करेंगे और लड़ने के बाद किससे पास करेगी फोकस से एक रेड फोकस से पास कर आई लड़ने के बाद पहले आप स्केल लग करेंगे यहां दोनों रेस मीट की कौन सी रेस देखनी है रिफ्लेक्टेड रेस रिफ्लेक्टेड रेस कहां पर मीट कर रही तो यहां पर मीट कर रही तो एक इमेज यहां बनी एडएस और इसके जस्ट ऊपर बना देंगे बी डेश और जॉइंग कर दिया यह बना दिया है तो बात करें इमेज की पोजीशन एंड चैनल के लिए बात करते हैं, सबसे पहली बात पूजिशन, कहाँ पर बनी है, C पर ही बनी है, यानि इमेज भी C पर, जब ओब्जेक्ट C पर, तो इमेज भी C पर, दूसरी बात, सीधी है कि उल्टी है, उल्टी है, तो हमने बोल दिया Inverted, तीसरी बार, real है की virtual है, तो rays सच में meet की है, rays सच में cross की है, सच में cross की है तो real, तो मैं बोल रहा था, real inverted हमेशा साफ है, चौती, बड़ी है की छोटी है की बराबर है, तो same size, it is of same size, आपको pencil और scale लेके बनाना है, और तब measure करेंगे, तो कैसी आएगी, एकड़म same size, और rules के साथ चलेंगे, जितनी दूर ये, उती दूर ये, फिर यहाँ से एक ray parallel आए, focus के पास की, एक focus के पास का आएगा, parallel, जहा� वहाँ एक image एडेश और फिर जस्ट ऊपर बीडेश और जोड़ दिया अब inverted क्यों है क्योंकि political तो ये साथी characteristic हुई जब image कहाँ पे थी sorry object कहाँ पे था C अब object को और बीच में लाएंगे C और F देखो ध्यान से हो क्या रहा है पिछली बार object यहाँ था next one object जब object between C and F हो object between C and F, center of curvature और focus के बीच में हो, तो यह मैंने mirror बनाया, देखिए थोड़ा सा पुशिश की, सीधा बनाने की, फिर एक line, सीधी लिए, कहां से पास की pole से, यहां से focus, और जिती दूर focus बनाया उत्ती दूर center of curvature, अब C और F के बीच में object रख लिया C और F के बीच में, इसको बोला A, इसको बोला B अब एक ही image बनानी है, तो कितनी rays चाहिए, दो, पहली ray की parallel परलेल रेख कहाँ से पास करेगी, फोकस से पास कर गई, दूसरी रेख कहाँ से पास करा ले, फोकस से, जो रेख फोकस से पास की, लड़ने के बाद क्या हो जाएगी, परलेल, यहाँ पे कट की दोनों रेख से, तो रिफलेक्टेड रेख देखनी है कहाँ पे मीट की, रिफ किसे पास की focus से लड़ने के बाद प्यादी तो एक ही image वहाँ बनेगी जहाँ पे reflected rays meet की यहाँ पे meet की तो यह एक image बन गई A'और इसके जस्ट उपर B'और दोनों को combine कर दिया यह रही image so image की position and characteristic आफ इमेज पोजीशन एंड करेक्टरिस्टिक ऑफ इमेज तो पोजीशन कहां बनी है सी के बी बाहर तो इमेज बनी बियॉन सी इस सेकंड पॉइंट इमेज कैसी है सीधी है कि उल्टी है साफ साफ दिख रहा है उल्टी है तो कैसी है इनवर्टेड तीसरा पॉइंट रियल है कि वर्चुअल है रियल है कि वर्चुअल रियल मतलब जब सच में मीट करें यहां सच में मीट की है तो रियल चौथा पॉइंट चोटी है कि बड़ी है, diminished है कि magnified है, तो देखो ये चोटा सा था और image बड़ी सी, मतलब कैसी है, magnified, magnified, अगर ध्यान से देखो तो कुछ हो रहा है, जब object यहां रखा था, तो image यहां बनी थी चोटी, जब object यहां आया, तो image इसके नीचे बनी, बराबर size की, जब object और अंदर आया, तो image बाहर चली गई और size बड़ी हो गई, object इधर आ रहा है, इमेज इधर जा रही है और इमेज की साइज लगातार बढ़ती जा रही है पहली बार बनी थी diminished दूसरी बार same size इस बार enlarged ठीक है अब चलते हैं next case पे जब object C और F से भी आती बढ़ गया सबसे पहले C के बाहर था फिर C पे आया फिर C और F के बीच में आया अब F पे आएगा तो object at focus very important object at focus आई देखें क्या होगा यह रे ले ली पैरलेल यहाँ पे पोल यहाँ पे फोकस और उत्ती ही दूर सेंटर ऑफ कर्विचर मैंने फोकस पे ओब्जेक्ट रख लिया ए बी अब एसी रे ले की जानी है तो एक रे मैंने ले ली पैरलेल जो कि कहां से पास करेगी फोकस से ठीक है कर गई अब दूसरी रे कहां से ले जाओंगे एक ray parallel आया focus से pass की, दूसरी focus से कैसे pass कराएं? तो हमने एक तीसा rule पढ़के रखा था, याद है? क्या rule था? कि center of curvature से जो pass करेगी ray, वो जैसे आएगी, वैसे ही वापस जाएगी. पहला rule लगा लिया, parallel आयी तो focus से pass की, दूसरा focus से pass नहीं करा सकते. तो तीसा rule पे गए, जो की बोल रहा है, कि center of curvature से जो ray pass करेगी, जैसे जाएगी, उसी राख़दे से वापस आएगी. तो एक ray यहाँ से ऐसी बनाओ. कि वो पीछे center of curvature से meet कर रही हो, यहां से एक ray ऐसी draw करो, ऐसी ray draw करो, जो पीछे किस से मिल रही हो, center of curvature से meet कर रही हो, अब ये ray ऐसे गई, तो mirror को ऐसा लगेगा, कि ray कहां से आ रही, center of curvature को cross करते हुए, mirror को लगेगा, ray कैसे आ रही, center of curvature को cross करते हुए, तो ray जैसे आ रही है, वैसे ही वापस चली जाएगी, अब देखो ये दोनों rays, reflected rays, reflected rays, कहाँ पे मीच कर रही हैं? एक ray पैरलल आए, किससे पास की? focus, एक ऐसे ऊपर ले गए, और ऐसे ले गए कि पीछे कहाँ मिल रही हो? center of curvature, तो मिरन को लगा center of curvature से rays आई, तो जैसे आई, वैसे ही वापस लौट गई, अब ये दोनों rays कहाँ मिल रही हैं? बच्चो, ये दोनों rays हैं, parallel rays, कैसी rays हैं? parallel rays, पैरलल रेस कहां मिलती हैं? तो आंसर है पैरलल रेस कहीं नहीं मिलती पर इंफिनिटी पे मिलती हैं अब इंफिनिटी एक कंसेप्ट है, सोचा हुआ कि दो रेस अगर पैरलल हैं तो वो कहां मिलेंगी जाके? इंफिनिटी किसी ने देखा नहीं, सिर्फ ये एक कंसेप्ट है, तो हम बोलेंगे, हम बोलेंगे पहला infinity, image कहां बनी है, infinity पे, दूसरा प्रमुझ, सीधी बनी की उल्टी बनी, तो सोचो, जब ये rays बहुत दूर, बहुत दूर, बहुत दूर कहीं जाके meet करेंगी, तो यहां एक image a'और उपर b', तो image कैसी बनेगी, inverted, बिलीव नहीं हुआ मेरी बात पे इसके जस्ट पहले क्या हुआ होगा इसके जस्ट पहले क्या हुआ होगा जब object यहां होगा between C and F F पे पहुचा नहीं होगा F के पहुचा नहीं होगा जस्ट F के पहले रखा होगा तो image कहां बन रही थी C के beyond और कैसी inverted infinity पे कैसी inverted तीसरा point real की virtual real क्योंकि inverted image हमेशा real होती है चौता point डिमिनिस्ट की इनलार्ज तो दिख रहा है बड़ी हो गई तो हाईली इनलार्ज हाईली इनलार्ज हाईली इनल यह रेस बहुत दूर बहुत दूर कहीं जाकर मीट करेंगी यह ऐसे जारी जारी कहीं बहुत दूर मीट करेंगी तो इमेज बहुत बड़ी बनेगी तो highly enlarged तो याद रखना है कि रेस कैसी हो जाती है पैलल रेस कहां मीट करती है इंफिनिटी पे inverted और real और highly enlarged object at focus image at infinity ठीक है तो हो क्या रहा था कि जब हमने object C के beyond रखा था तो image कहा बनके आई थी image यहां बनी थी यह object था यह image between C and F inverted और diminished फिर object जब C पे आया तो image भी C पे आगई कैसी थी inverted पर same size फिर object यहां आया बीच में तो image यहां आगई enlarged हो गई फिर object focus पे आया तो image infinity पे चल गई तो image का देखो shift होती जा रही है और size में जब beyond C रखा, तो इन दोनों की बीच में छोटी बड़ी, आट C रखा, तो C पे ही बराबर बड़ी, C और F के बीच में आए, तो C के बियान बड़ी बड़ी, और F पे गए तो highly in last बड़ी, अब आखरी case पे आते हैं, although यह आखरी case नहीं है, but one of the very typical case, आते हैं, बहुत वाली बार यह रहा है यह रहा है यह रहा है यह रख चुके यह रख चुके यह रख चुके यहां भी रख चुके अब यहां रखेंगे ऑप्जेक्ट यह रखा पहली रे पैरलली पैरलल रे कहां से पास करेगी फोकस से इसको बोला एक इसको बोला बी तो एसे एक रे जैसे वो कहा से आ रही हो center of curvature से mirror को देखने में लगे कि वो center of curvature तो जैसे आई है वैसे ही वापस लोड़ जाएगी अच्छा अब ये दोनो reflected rays कहा meet करेंगी reflected rays कहा पर meet करेंगी ये सवाल आया तो ध्यान से देखो reflected rays तुम्हारी diverging है they never meet जो parallel होती हैं वो फिर भी माना गया infinity पे meet करती है diverging rays कभी meet नहीं करेगी पर जब reflected rays meet नहीं करेगी तो हमको image नहीं मिलेगी image तभी मिलती है जब reflected rays meet करें तो अब reflected rays meet नहीं कर रही है पर इसको meet करा सकते हैं पिछे की तरफ दोनों को खीचो एक ये reflected ray एक ये reflected ray, दोनों को पीछे कीचा, तो पीछे की तरफ जाकर, दोनों इस point पे कहीं मिल गए हैं, तो एक ही image यहाँ बनी, a'और उसके जस्ट नीचे बना लो, b'और ये बन गई image, क्या किया, ये reflected ray इस diverging थी, आगे कहीं नहीं मिल रही थी, तो मैं इनको पीछे लेके के आपन Beyond mirror या behind mirror, behind mirror, mirror के अंदर जाके image बनी है इस बार, हर बार mirror के सामने बन रही थी, अब mirror के पीछे बन रही है, behind mirror, दूसरी चीज, inverted है कि erect है, पहली बार image सीधी बनी है, सीधी image को बोलते है upright, upright, up, right, up मतलब सीधी और right एकदम, या erect, तीसरी बात यह real है कि virtual है तो rays actually meet नहीं की actually rays meet नहीं की हमने उनको meet कराया जब हम rays को meet कराते हैं जब हम rays को meet कराते हैं तब जो image बनती है उसको बोलते है virtual image तो image कैसी है virtual ऐसे आदरप को कि upright या erect image हमेशा virtual inverted image हमेशा real inverted हमेशा real upright हमेशा virtual चोथा point छोटी है कि बड़ी है तो देख रही है enlarge बड़ी है so enlarge तो final case में ऐसा हुआ कि image कैसी हो गई erect हो गई इसके सिबा जितने case ले रहे थे आपको image कैसी मिल रही थी real inverted सिर्फ एक case में ऐसा है इसमें image क्या मिलेगी सीधी और वर्चुअल concave mirror हमेशा क्या बनाता है real inverted real inverted real inverted सिर्फ एक case में क्या बनाता है erect और virtual जब object between f and p रखा हो तब same side पर बनती है सिर्फ एक case अच्छा तो ये हो गए concave mirror के discussion एक last case है जब object infinity पर हो when last case when object is at infinity तो यह मैंने mirror बना लिया और object को infinity पे समझ लिया यह pole focus center of curvature अब बच्चो infinity पे जाकर कौन सी rays मिलती हैं parallel तो infinity से कौन सी rays आती हैं parallel parallel rays कहा जाती है infinity को parallel rays कहा से आती है infinity से तो infinity से कौन सी rays आएंगी parallel अगर object infinity पे है तो वहाँ से कैसी rays आएँगी parallel parallel rays लड़ने के बाद कहां से पास करती है focus reflected ray कहाँ पे मिली focus पे तो ये बन गई है image फिर से object कहाँ पे है infinity infinity से कौन सी rays आती है सिर्फ parallel rays आती है parallel rays mirror से लड़ी और लड़ने के बाद कहाँ से पास की focus से तो हमने बोला image कहाँ बनी जहाँ पे rays नीचे थी तो image at focus दूसरी बात image सीधी बनी की उल्टी बनी है अब ये सोचना मुश्किल है अच्छा race सच में meet करनी है कि appear to meet है race सच में meet करनी है मतलब कैसी image है real और बच्चो real है तो कैसी होगी inverted फिर बात आई size की तो image की size बहुत छुटी है point के बराबर है तो हम बोलेंगे point sized image पॉइंड साइज़ इमेज तो अगर रेज ऑफ राइट पैरलल आएँगी और पैरलल रेज कहां से आती है इंफिनिटी अगर ऑब्जेक्ट इंफिनिटी पे है तो इमेज कहां बनेगी फोकस पे और कैसी बनेगी पॉइंड साइज़ इमेज अब पूरी कहानी क्लियर होगी अब image कैसी बनी, real, inverted, diminished, फिर object को C पे ले आए थे, object 3, तो image इसके नीचे आ गई थी, real, inverted, same size, फिर object को यहां ले आए हम, between C and F, तो image इधर भाग गई, beyond C हो गई, कैसी हो गई, magni, 5, फिर object को focus पे ले आए हम, object को focus पे, तो image कहां चली गई, infinity पे चली गई, फिर object को between F and P उसको छोड़ दो अब इतनी चीज़े समझो object infinity से खिसकता हुआ कहा आया focus image focus से खिसकती हुई कहा चली गई infinity object at infinity image at focus real inverted point size और image बढ़ती भी चलेगी object beyond C image between C and F real inverted diminished object at C image at C real inverted same size object between C and F image beyond C real inverted magnified पहली बार point size diminished, same size magnified object between object at f image at infinity highly magnified तो image इस तरफ भाग रही है और मोटी बड़ी होती जा रही है और object इधर आ रहा इन सभी cases में, यानि infinity से लेकर focus तक के सारे cases में image real बन रही, inverted बन रही शुरुआत में जब दूर है तो छोटी, जब पास आ गए तो image बड़ी, पर कहीं पे भी erect सीधी image नहीं बन रही, सिर्फ एक case में, जब object between f and t, when object is between f and t, सिर्फ इस case में कौन सी image मिली हमें, erect, और erect कौन क्या बोलते है, virtual, और साथ में एक ऐसी थी याद रखना, diminished, diminished, diminished, sorry, not diminished, it इस तरफ जब बनी थी तो तो कौन के mirror कौन कौन सी image दे सकता है real, inverted, diminished, yes real, inverted, magnified, yes virtual, erect virtual, erect magnified, yes virtual, erect, diminished, no सिर्फ एक image ये नहीं दे पाता कि सीधी image और छोटी image फिर से सीधी image और छोटी image ये नहीं दे पाता इसके सिवा सारी image देता है ये उल्टे में छोटी चाहिए मिल गई, उल्टे में बड़ी चाहिए मिल गई, सीधे में बड़ी चाहिए मिल गई, उल्टे में छोटी चाहिए मिल गई, उल्टे में बड़ी चाहिए मिल गई, सीधे में बड़ी चाहिए मिल गई, सीधे में छोटी, सीधे में छोटी, erect, virtual, diminished, infinity से f तक आओगे, image f से infinity भागेगी, size बढ़ता जाएगा, real inverted और f और p के बीच में जाओगे, image behind the mirror, and magnet 5 अब convex mirror की बात करें, तो convex mirror की पहले हमें कुछ नियम पढ़ने पड़ेगी, rules to draw image, tension नहीं लेना, convex में सिर्फ एक ही case है, rules to draw image तो rule क्या है भाई, वही rule है, यह बनाया मैंने convex mirror लाइट इसमें इस तरफ से आएगी तो रे ऑफ लाइट अगर पैरलल आई अगर पैरलल आई तो वो डाइवर्ज हो जाती है और डाइवर्जेंट रे जब पीछे लेके जाओ तो फोकस से मीट करती है देखो कॉनकेस की अगर सॉरी कॉनवेक्स की अगर बात करें अगर कॉनवेक्स की बात करें तो इस फिर ऐसे बनेगा कॉल्वेक्स मिरर का स्फियर ऐसे बनेगा और सेंटर आफ कर्वेक्शर यहां बनेगा पोल यहां बनेगा और फोकस यहां बनेगा पीछे की तरफ और रेस यहां से आएंगी ठीक है, तो convex का focus पीछे होता है, concrete का आगे होता है, ठीक है, ये ray of light अगर parallel गई तो वो diverge हो जाती है और ऐसे diverge होती है कि पीछे कहां से मिले focus से अगर ray of light parallel आई तो वो diverge हो जाएगी और पीछे वो कहां मिलती है focus पे इसकी focus की definition भी हो गई किसी ने कहा focus define करिए convex mirror का a ray of light which is parallel to principal axis after striking the mirror diverges and the divergent rays are being produced backward meet at focus, ठीक है, और rule भी हो गया कि parallel ray है, तो diverge होगी, पीछे कहां मिलेगी, focus थे, so this was rule number 1, rule number 1, rule number 2 क्या है दच्चों, rule number 2 इसी का उल्टा होगा, ध्यान से देखें, ध्यान से देखें क्या है, इस बार, इधर center बनेगा, ये sphere इधर complete हो रहा, ये C, ये L, अगर ray of light कहा जा रही, focus की तरफ जा रही, क्या mirror उसको इधर आने देगा? नहीं, mirror तो silver है, reflect कर देगा, तो reflected light parallel हो जाएगी, देखो दोनों rules एक दूसरे के उल्टे, अगर ray of light parallel आई, तो diverge हो जाएगी, पीछे कहा से मिल रही होगी, focus से, ऐसा लगेगा, और अगर ray of light focus की तर focus center of curvature क्या ray center of curvature पे लड़ पाएगी नहीं ray ऐसे आई कहा जाना चाहती है center of curvature तो एक ray of light अगर center of curvature पे जाना चाहती है तो जैसे आई है वैसे ही वापस लड़ जाएगी तीनो rule repeat करता हूँ अगर ray parallel आई तो diverge करेगी, पीछे कहां से मिलेगी, focus से, अगर ray focus पे जा रही होगी, तो parallel हो जाएगी, और अगर ray center of curvature पे जा रही होगी, तो पलट के उसी रास्ते से वापस चली जाएगी, ये तीन rule हो गए, अब image formation देखते हैं, तो इसमें बहुत ही सारी case नहीं है, image formation for convex mirror ठीक है, तो object कहां रखना है, at any position रख लो, object at any position, except infinity, except infinity, infinity को छोड़के object को कहीं की पे भी रख लो, तो मैंने यह mirror बना दिया, और ये principal axis बना गई, ये pole, ये focus, ये center of curvature, है न, sorry, इसके दोनों चीज़ें, very sorry, इसकी pole तो इदर होगा, पर circle इदर complete होगा, तो ये focus और ये center of curvature, ठीक है, अब object कहीं भी भी रख लो, जहाँ तुम्हारा मन हो, सामने कहीं भी भी थाई, इस तरफ तो object रख नहीं सकते, mirror के पीछे, यहाँ तो black है, light तो इधर से आनी चाहिए, reflecting surface यह है, convex mirror है, तो कहीं भी भी रख लो, जैसे मैंने यहाँ पे रखा object, चलो rules बताओ, A, B, एक लड़ने के बाद क्या होगी डाइवर्ज और ऐसे डाइवर्ज होगी कि पीछे कहां से मिले फोकस से यहां से डाइवर्ज होगी पर ऐसे जाएगी कि पीछे कहां से आती हुई दिखे फोकस से और क्या करें दूसरी रे कैसे ले एक रे ले लेते हैं तुझें पर पर्वार के लिए चुवर्ड सेंटर ओफ कर्विचर कहा जाना चाहिए यह center of curvature की तरफ तो जिस रास्ते से आई है उसी रास्ते पे वापस चली जाएगी एक ऐसे अब देखो reflective rays कहा पे meet कर रही reflected rays कहाँ meet कर रही हैं एक ray यह आई diverge हो गई पीछे लग रहा है focus से आ रही यह center of curvature का जा रही थी चली गई अब यह दोनों rays कहाँ meet करेंगी तो यह दोनों rays कही meet नहीं करेंगी क्योंकि यह diverging rays हैं यह कही meet नहीं करेंगी reflected rays do not actually meet इसमें reflected rays actually meet नहीं कर रही है, हाँ, देखो एक ray यह जा रही है, एक-एक, दो rays को पीछे बढ़ाने पर, इस point पर बन रही है, तो एक image यहाँ a'नीचे b'सीधी image बनी है, rays search में meet नहीं की है, तो virtual भी है, और छोटी भी है, तो image, पहला point, behind mirror, कहाँ पे, between, F&P behind mirror between F&P real है कि virtual है race सच में meet नहीं की हमने produce backward किया मतलब virtual ऐसा लग रहा है meet की है ऐसा लग रहा है it appears to meet actual में meet नहीं की तीसी चीज सीधी है acuity सीधी तो erect या upright तो मैं आपको बता रहा हूँ वर्चुअल और ये चीज़े साथ में चलेंगे चौथी पॉइंट बड़ी है की छोटी है छोटी है तो बोला diminished यही एक feature concave नहीं दे पाया था क्या सीधे में छोटी image सीधे में छोटी image इसलिए सीधे में छोटी convex mirror सिर्फ एक image बनाता है सीधी छोटी और इसके सिवा सारी image कौन बनाता है concave mirror सीधी image छोटी अगर बनी सीधी image छोटी अगर बनी तो कौन बनाएगा convex mirror सीधी image छोटी बनी तो कौन बनाएगा convex mirror इसके सिवा कोई भी question आएगा कि किसने image बनाई है तो concave real image तो ये बनाता ही नहीं है अब कहीं भी object ले जाओ इकरक्टे से object at any position except infinity इसको करके देख लो अच्छा भाई तो ये हो गया जो case concave से छूटा वो convex ने बनाया last case जब object infinity पे हो object at infinity ठीक है यह भी कर लेते हैं यह बोल इस तरफ focus, इस तरफ center of curvature, object infinity पे है, तो infinity से कैसी rays आती हैं, parallel, और यहां से भी parallel, अब parallel rays यहां से लड़कर diverge होती हैं, और पीछे ऐसा लगता है कहां से आ रही, focus से आ रही, diverge, और यह भी diverge, और पीछे ऐसा लग रहा है कहां से आ रही, focus से आ रही, तो तुम ध्यान से देख infinity से parallel rays आई, ये reflected rays, ये आगे जाके कही meet नहीं करेंगी, मतलब इस बार भी actually meet नहीं करेंगी, तो हमने इनको produce backward किया, और ये focus पर meet की, तो reflected rays कहां पर meet की, reflected rays focus पर meet की, और real में meet नहीं की, हमने produce किया, तो image कहां बनी, पहला point, image बनी at focus, दूसरा point, रियल है कि वर्चुअल है तो वर्चुअल है क्योंकि डैश लाइन है पीछे प्रोड्यूस करना पड़ा तीसरा पॉइंट सीधी है कि उल्टी अब दिख नहीं रहा अब दिमाग वर्चुअल इमेज हमेशा कैसी बनती है इरेक्ट या अप्राइल्ट हमेशा सीधी बनती है और चौता पॉइंट छोटी है कि बड़ी बहुत छोटी बहुत छोटी पॉइंट सा अभी image कैसी बनी है? virtual erect point size मतलब सीधी erect मतलब सीधी point size सीधी में छोटी सीधी में छोटी कौन बना सकता है? सीधी छोटी कौन बनाता है? convex mirror इसके सिवा सारी image कौन बनाता है? concave mirror सीधी बड़ी concave उल्टी बड़ी concave उल्टी same size concave उल्टी छोटी concave समझ में आया? erect diminished convex mirror सिर्फ erect on तो ये सारे rules के सारी Hello बच्चो लोग, आज हम लोग पढ़ेंगे कि refraction क्या होता है, refraction का phenomenon क्या है, तो जब light होती है, और वो एक medium से दूसरे medium में जाती है तो light अपना रास्ता change कर देती है there is a bending of light ray there is a bending of light ray at the surface at the surface separating तूमिग्ञा separating to medium मतलब light if light is travelling in one medium तो कोई दिक्कत नहीं है कैसे चलेगी straight line में पड़ी यहाँ एकड़म मस्त ऐसे चलती है पर अगर light का medium बदल जाए यानि light एक medium से दूसरे में चले जाए तो light अपना रास्ता तुरिंद change कर देती है bend हो जाती है कैसे bend होती है पहले हमने देखा light गई rarer से denser medium rarer मतलब जो थोड़ा खाली medium हो denser जो भरावा medium हो तो rarer medium हमने लिया air और denser medium लिया water और light जा रही है air से bottom, तो किधर bend होगी? bend towards the normal, मतलब light ऐसे जाती है, अगर medium change नहीं होता, तो light का path यह होता की नहीं? सीधे, पर अभी medium change होने से light की bending होगी, कैसे bending होगी? सबसे पहले इस surface पे, कहाँ पे? surface पे, आप normal बनाइए, क्या बनाइए? normal, normal मतलब क्या होता है दबचों? perpendicular, क्या? परपेंडिकुलर तो इस सरफेस पे इस पॉइंट पे हमें परपेंडिकुलर बनाना है तो ऐसा सरफेस है इसके परपेंडिकुलर ऐसा होगा तो हमने ये बनाया और इसको बोला नॉर्मिक विच इस परपेंडिकुलर टू सरफेस ना लाइट विल बेंड टूवर्ड्स दा नॉर्मिक अगर मीडियम चेंज नहीं होता तो लाइट ऐसा जाता without any deviation, कोई फरक नहीं पड़ा, पर medium change होने से light की bending होगी, और किस तरफ, towards normal, यह है normal, light ऐसे नहीं जापके, normal की तरफ bend हो जाएगा, ऐसे, when light goes from rarer to denser medium, it bends towards the normal, इसको बच्चों लोग बोलते हैं, incident ray, और यह refraction के बाद आई, तो इसको बोला, refracted ray, यह incident ray, और यह refracted ray, अब incident ray और normal की बीच के angle को angle of incidence और refracted ray और normal की बीच के angle को angle of refraction करते हैं ठीक है? तो जब भी light एक medium से दूसरे medium में जाता है तो थोड़ी सी bending आ जाती है, अपनी path change कर लेती है अगर medium change नहीं होता तो light ऐसे जाती है और क्योंकि medium change हो गया तो light bend हो गई और rarer से denser तो किधर bend होगी? towards normal दूसरा case, light जब denser से rare medium ने जाये, मतलब ऊपर एक भारी medium हो, जैसे मानलो ऊपर water है, और नीचे एक rare medium है, जैसे मानलो air है, अब ये light आई, सबसे पहले हमें बनाना पड़ेगा normal, पच्चों ये surface, इस surface के normal ऐसे, perpendicular, तो ये बन गया normal, अब denser से rare medium में light कैसे bend होती है, bends, away, from, नॉर्मल, मतलब medium change नहीं होता तो light ऐसा जाता, पर medium change होने से light bend हो जाएगा, किस तरफ? नॉर्मल से दूर, away from normal, तो ये normal है, इससे दूर भाग दे light, ऐसे जानी चाहिए थी, पर normal से दूर bend हो गए, इसको बच्चों फिर से बोलेंगे कौन सी ray? incident ray, और इसको refracted ray, ये angle, angle of incidence और ये angle, angle of refraction कहा से? normal से refracted लेका तो पिछली बार आप देखो, angle of incidence बढ़ा था angle of refraction छोटा हो गया और इस बार angle of incidence छोटा है और angle of refraction बढ़ा है तो दो तरह की phenomena है, rarer से denser, bend towards the normal denser से rarer, bends away from normal एक तीज़ना case दिए है, when there is no bending of light चाहे light रेर से denser जाए, चाहे denser से rarer जाए, चाहे rarer से denser जाए, चाहे denser से rarer, light की कोई bending नहीं होगी, कैसे? अभी तो आप कह रहे थे bend होगा, जब normal incidence हो, normal incidence मतलब ऐसे, incident ray ऐसे होई था, बढ़िया है तो, मस्त, what is this? this is incident ray, अब इस surface पे हम normal बनाएंगे, normal अक्कलब surface के perpendicular, ए, ऐसे बना, क्या बन गया है? क्या बन गया? नौर. अब देखो incident ray भी यही, normal भी यही. तो इस बार angle of incidence कितना हो गया? जीरो. यह देखिये, यह incident ray और इसी के ऊपर क्या बन गया? normal. So this is normal and this is incident ray. इन दोनों line के बीच में कितना angle है? जीरो. parallel line है, एक साथ जा रही है, एक के ऊपर एक है, इनके बीच में कोई angle नहीं. तो जब angle of incidence जीरो हो, तो line ऐसे बास कर जाएगी. कैसे? Without any bending. without any bending तब सीधी निकल जाएगी without any bending where angle of incidence is 0 अब की बार ये बन गई क्या refracted ray और यहीं पे क्या है? normal मतलब refracted ray DC line पे है, normal DC line पे, तो angle of refraction दी 0, so angle of incidence 0, angle of refraction दी 0, so these are the three cases of bending of light. अब इसको ज़राब apply करें, rarer to denser, towards the normal, denser to rarer, away from normal, और no bending, जो कैसा incidence हो? नूर. अल ये, एक example ले लेते हैं इसका, एक example ले लेते हैं, माल लीजिए ये एक glass से बना rectangular slab है, glass slab, अंदर glass है, और बाहर air, और यहाँ भी air, ये glass, तो glass बच्चों कैसा medium होगा, भारी medium है, tensile, और air कैसा होगा, rare, ये एक ray of light आया, अब हम यहाँ पे क्या बनाएंगे, normal, मतलब इस surface के, perpendicular light goes from rarer to denser it will bend towards the normal it will bend towards normal की तरफ bend हो गया फिर यहाँ पर स्ट्राइक किया, फिर एक सर्फेस है, अब की लाइट कहां से कहां जा रही, डेंसर से रेरर जा रही, यहाँ पर फिर बनाया मैंने नॉर्मल, नॉर्मल इस परपेंडिकुले टू सर्फेस, अब डेंसर से रेरर में लाइट किंदर बिंड होता है, अवे फ्र अब अंदर glass, glass, बाहर air, air, so air is rarer and glass is denser and air is again rarer, यह एक ray of light है strike किया, अब यहाँ पर हम क्या बनाएंगे, normal, अब देखो यह surface है ऐसा, इस surface के perpendicular बनाना है, इस surface के perpendicular, इस surface के perpendicular ऐसा होगा, इस surface से 90 degree पर तक रहा है, परबेंडिकुला, नाओ लाइट इस गोइंग फ्रॉम रेरल टू टेंसर, इट विल बेंड टूवर्ड्स दा नॉर्मल, नॉर्मल की तरफ, ऐसे ज बिना किसी deviation के चली जाती पर क्योंकि medium change हुआ है तो it will bend towards the normal ये देखिए ऐसे ना जाके towards the normal फिर एक surface आया अब इस surface पे क्या बनाना है normal ऐसा surface है इसके normal देखिए ऐसा बनेगा ये surface और इससे 90 degree दिखाओ अब देखिए light कहां से कहां जागी tensor से rarer तो इस तरह से light की कुछ bending होती है और एक special case में bending नहीं होती जब ऐसा surface हो और light ऐसे incident हो जब angle of incidence 0 नहीं हो अब अगले वीडियो में आपको बताएंगे हम कि refractive index क्या चीज होती है हाँ बच्चों आज हम बात करेंगे refractive index की refractive index इसका symbol है mu और कई लोग इसका symbol लिखते है n तो refractive index क्या बताता है हमको जैसे मान लो कोई medium rarer है rarer medium क्या होता है जिसमें light धीमे धीमे चले rarer मतलब खाली है medium तो light को ज़्यादा लड़ना भिड़ना नहीं पड़ रहा तो light सीधे चली गई rarer एकदम rare खाली सा medium तो rarer medium जिसमें speed of light fast हो light travels faster और denser medium, denser मतलब density जादा हो, मतलब भरा हुआ medium हो, हर तरफ molecules हो, तो light को रास्ते में जादा लड़ना पड़ेगा, तो light धीमे धीमे चलेगा, तो यह जो density है, यह वो वाली density नहीं है, जो mass में हम लोग पड़ते थे, यह एक नई तरह की density है, जिसको बोलते है optical density, क्या बोलते है? optical, optical मतलब किस के लिए? light के लिए क्या density? optics, तो light की density को हमने बोला optical density, और इसी का दूसरा माम रखा गया है refractive index, तो refractive index इस चीज़ का measure है, कि कौन सा medium कितना ज़्यादा dense है, जितना ज़्यादा medium, डेंस होगा, speed of light उतनी कम होगी, ठीक है, जैसे हमने बोला किसी medium की density बहुत जादा है, तो, और कौन सी density, optical density बहुत जादा है, तो उस medium में speed of light, क्या होगी? कम होगी तो जितनी जादा density उतनी कम speed of light तो optical density को measure किस से करेंगे? refractive index से तो हमने बोला कि यह जो mu symbol है किस का है? optical density का या यही symbol किस का है? refractive index का अब जितनी ज़्यादा म्यू की value उतनी ज़्यादा density, म्यू है क्या? optical density, तो म्यू की value जितनी ज़्यादा, density उतनी ज़्यादा, मतलब medium उतना dense, और जितना dense medium, speed of light उतनी कम हो जाएगी, तो म्यू जितना ज़्यादा, speed of light उतनी कम, मतलब हम ये बोलेंगे कि refractive index, optical density या म्यू is inversely proportional to the speed of light in that medium. ठीक है? अब हमने यहाँ पे एक example लिया, जिसमें light first medium से second medium में जा रहा है. First medium में light की speed है v1, और second medium में light की speed है v2. First medium का refractive index है mu1, और second medium का refractive index mu2. अब हम अगर पूछें कि mu2 upon mu1 की क्या value होगी? तो mu is inversely proportional to velocity, उल्टे उल्टे proportional है, यानि mu2 के सामने v1 आएगा, और mu1 के सामने v2 आएगा, so mu2 with respect to mu1 is equal to speed of light in first medium, upon speed of light in second medium, उल्टा उल्टा हो जाएगा, अब इसको हम लोग बोलते हैं बच्चों, refractive index of second medium, with respect to first medium, second medium, किसके respect में, first medium से, first medium से second medium कितने गुना भारी है, कितने गुना tense है, क्या value बनेगी, speed of light in first medium, upon speed of light in second medium, इसको बोलते है refractive index of second with respect to first, refractive index of second with respect to first, और इसका मतलब mu2 upon mu1, अच्छा, second की with respect to firstly, the speed of light उल्टा हो गया, V1 upon V2, ठीक है? तो यह चीज़ हमें बताएगी कि light, दूसरे medium में जाकर, कैसे अपनी speed को change कर लेगी? कैसे अपनी speed को change कर लेगी? जैसे एक example लेते हैं हम, speed of light in air is 3 into 10 to the power 8 meter per second. and speed of light in glass is 2 into 10 to the power 8 meter per second. अगर हम कूछे refractive index of glass upon refractive index of air की क्या value होगी तो speed of light in air upon speed of light in glass उल्टे उल्टे लिख दिया अब air ने 3 into 10 to the power 8 और glass ने 2 into 10 to the power 8 cancel हो गया कितनी value आई 3 by 2 यहां हम लोग बोल सकते हैं 1.5 अब refractive index of glass किसके respect में air तो refractive index of glass with respect to air is 1.5 अब इस line से 2 meaning निकल रही है पहली चीज glass air से कितना जादा dense है 1.5 times पर जितना जादा dense होगा उतनी कम speed of light मतलब speed of light जब air से glass में जाती है तो कम हो जाती है क्योंकि glass कैसा medium है denser medium है और कितने गुना कम होती है 1.5 times मतलब refractive index यह बता रहा है medium कितने times dense है यह speed of light कितने times कम हो जाएगी as compared to speed of light in air यहां से यहां जाने पे speed of light कम हुई कितने गुना कम हुई 3 by 2, 1.5 और medium यहां से यहां जाने में कैसा हुआ dense हुआ glass कितने गुना जादा dense है 1.5 times तो यह meaning होती है refractive index की next video में हम आपको बताएंगे कि Snell's law और laws of refraction क्या होते हैं बच्चो आज हम आप से बात करेंगे कि स्नेल्स लॉ क्या होता है तो रिफ्राक्शन का जो फिनॉमना होता है उसमें लाइट एक मीडियम से दूसरे मीडियम में जाती है और जाते वक्त बेंड हो जाती है तो किस लॉ को फॉलो करते हुए लाइट बेंड होगी जैसे माल लीजे यहाँ पे एक रेरल मीडियम है और नीचे एक टेंसर मीडियम है तो हमें पता है, light जब radar से tensor में जाती है, तो bend किदर होती है? किदर होती है? towards the normal, तो हम यहाँ पे आके ray को strike कराए, और यहाँ पे हमने बनाया normal, which is perpendicular to surface, अब यह light किदर bend होगी? towards the normal, यानि normal की तरफ bend हो गई, इसको हमने बोला angle of incidence, और इसको बोला angle of refraction, यह न? ये देखिये, plane surface है, ये refracted rate, और ये incident rate, पिछले दो videos के link देखिये दिये हुए हैं, नीचे description में भी, वहाँ से जाके उसको देख लिजे, ठीक है, तो ये angle of incidence और angle of refraction, तो किस law को ये follow करते हैं, किस हिसाब से इसकी bending होती है, तो इसका ऐसा करने के लिए, हमने एक काम किया, कि light का angle of incidence बढ़ा दिया, देखिये बढ़ गया न, angle of incidence, बढ़ा सा हो गया, angle of incidence, इसको बोल दिया, तो angle of refraction भी change हो गया और बन गया R1 फिर हमने angle of incidence को कम कर दिया ऐसा angle of refraction भी कम हो गया ऐसा तो अगर ये medium fix है बच्चों fix है मतलब जैसे मालनो ये कोई medium 1 और ये कोई medium 2 fix करके रखा तो इस time क्या ratio होगा या क्या relation होगा I और R का तो इसको बहुत धूड़ा तो स्नेल जो थे स्नेल अंकर ले एक बड़ा अच्छा law दिया एक अच्छी चीज समझाई हमें कि आप कितना भी angle of incidence change कर लो छोटा कर लो बड़ा कर लो ऐसा कर लो angle of incidence पिर से change हुआ angle of refraction भी change होगा देखिए angle of incidence एंगल of refraction पिर से change होगा अब कितना भी change कर लो, एक चीज़ है जो कभी change नहीं होगी, जब तक medium change ना हो, तब तक एक कोई ऐसी चीज़ है जो change नहीं होगी, वो चीज़ है बच्चो, the ratio of sign of angle of incidence to the sign of angle of refraction, this will remain a constant, कब तक constant रहेगा, until medium remains constant. same जब तक अपन दो medium को same रखेंगे तक तक sin by sin r का ratio same रखेंगे मतलब i को change करने पे r तो change होगा, angle of incidence change हुआ, तो angle of refraction भी change हुआ, पर ये जो ratio है, sin i by sin r, ये change नहीं होगा, मतलब sin i by sin r, पहले वाले case का, is equals to sin i1 upon sin r2, दूसरे वाले case का, is equals to, इसको हम 3-3 बोल दे, तो sin i3 upon sin r2, R3 यह जो ratio है यह क्या रहेगा बच्चों constant रहेगा जब तक यह given medium constant है यही स्नेल्स लॉ है क्या लिखेंगे स्नेल्स लॉ को हम the ratio of sign of angle of incidence to the sign of angle of refraction remains constant until medium remains same जब तक ये दोनो medium same रहेंगे तब तक ये ratio fix रहेगा जैसे माल लिज़े यहाँ पर हमने कर दिया 20 degree ये आ गया माल लिज़े 10 degree इसको change कर दिया हमने माल लिज़े कुछ 30 degree ये change ओके हो गया कुछ 22 degree तो ऐसे हम आपको example दे रहे हैं तो sine 20 upon sine 10 will be equal to तो यह है स्नेल्स लॉग, ठीक है, तो स्नेल्स लॉग में सिर्फ इतना ही बताया था, जैसे कई बच्चे बता रहे हैं कि स्नेल्स लॉग में साइन आई बाई साइन आर इस इक्वल्स टू रिफ्रैक्टिव इटेक्स, वो स्नेल्स लॉग का फर्दर डेरिवेशन, ठीक है, और यहाँ पे air ले ले, medium fix हो गए, अब हम angle of incidence को change करते चलें, angle of incidence को change करते चलें, यहाँ पे angle of incidence माल लीजे x लिया, यहाँ पे y लिया, angle of refraction यहाँ माल लीजे a है, यहाँ b है, तो क्या relation होगा इनके बीच, relation होगा sin x upon sin a is equals to sin y upon sin b, the ratio of sin of angle of incidence, to the sine of angle of refraction remains constant for the medium remaining same. ठीक है बच्चों? अगले वीडियो में हम आपको बताएंगे कि ये sine i by sine r क्यों constant है और किस चीज के equal है? आज हम आपसे यह बात करेंगे कि जब light glass slab से pass करती है तो कैसे bend होती है और कौन-कौन से phenomena होते हैं तो यहाँ पर हमने एक glass slab बना लिया चीके यह कौन सा material है एक glass है और उसका rectangular slab है और light हमने यहाँ पर incident की तो यह एक monochromatic light है, monochromatic मतलब, mono मतलब single, chromatic मतलब color, मतलब single color की light को हमने glass slab पे incident किया, इस जगह पे हम बनाएंगे normal, ये बनेगा normal, which is perpendicular to surface, इसको बोला angle of incidence, अब देखिये बाहर air है, अंदर glass है, मतलब ये rarer medium और glass denser medium, तो जब light rarer से denser में जाती है, तो किधर bend करती है, towards the normal, rarer to denser, किधर, towards the normal. तो light ऐसे न जाकर ये जाने की इसका रास्ता था light का ऐसे इसको जाना चाहिए था ऐसे न जाकर bend हो जाएगी towards the normal normal की तरफ bend होगी और ये बन गया angle of refraction फिर light दूसरे surface पे strike की और यहाँ पे फिर हमने construct किया normal अब आप दियांस देखिये यह angle R तो यह angle भी कितना होगा R, यह दिखाई पड़ रहा है ऐसे, यह angle R तो यह angle R, ऐसे होता है, यह angle R तो यह angle R, अब इसी को पलट कर ऐसे रख दीजे, इसी को पलट कर ऐसे रख दीजे, दिखाई पड़ रहा है, तो यह angle R तो यह भी R, अब light glass जब light डेंसल से rare medium में जाती है तो bend होती है away from normal, normal से दूर भागती है तो light normal से away bend हुई इस तरह से कुछ ऐसे जानी चाहिए थी कुछ ऐसे bend हुई away from normal light को ऐसे जाना चाहिए था bend हो गई away from normal अब एक बड़ा खास phenomenon हमने देखा कि यह angle जो है इसको हम बोलते हैं angle of emergence, emergence, कैसे emerge की, angle of emergence, हमने एक बड़ा खास विनावना देखा कि angle of emergence, angle of incidence के एकदम बराबर आया, I is exactly equal to E, ऐसा होने से ये light ray और ये light ray आपस में parallel हो गई, मतलब अगर स्लाब ना होता तो लाइट इस रास्ते से जाती और स्लाब के होने की वज़े से लाइट इस रास्ते से गई पर अभी भी जो एमरजेंट रे है इमरजेंट रेट वो अभी भी इंसिडेंट रेट के पैरलल है मतलब ग्लास रेओफ लाइट को सिर्फ और सिर्फ पैरलल शिव्ट करता है क्या करता है पैरलल शिव्ट इस रेओफ लाइट को दबाया ये दर घुमा दिया लाइट पैरलल शिव्ट हो गई ग्लास नहीं होता तो लाइट का ऐसे जाती ग्लास है तो ऐसे सो इस फिनामना को हम लोग बोलते हैं लेटरल डिस्प्लेसमेंट lateral displacement और यह हम एक किस में देखने को मिलता है class slab में lateral displacement lateral मतलब lateral मतलब length के लेंथ के परपेंडिपुलर डारेक्शन, परलेंज शिफ्ट कर लेंथ के परपेंडिपुलर डारेक्शन, परलेंज शिफ्ट कर लेंथ के परपेंडिपुलर डारेक्शन, परलेंज शिफ्ट कर लेंथ के परपेंडिपुलर डारेक्शन, परलेंज शिफ्ट कर लेंथ के पर तो lateral displacement जब glass slab में होता है वो किन-किन factor पे depend करता है factors जिन पे ये depend करता है और कैसे depend करता है इस बारे में बात करें, इसको हम क्या लिखेंगे, what is lateral displacement, when a light ray passes through a glass slab, then the emergent ray is parallel to the incident ray produced forward, but literally displaced from it. और parallel shifted from it इसको बोलते है lateral displacement what is lateral displacement? the distance between incident ray produced forward and the emergent ray is called lateral displacement अब बात आई कि ये कें कें factor पे depend करता है तो lateral displacement depend करता है angle of incidence पे जितना ज्यादा angle of incidence उतना ज्यादा lateral displacement तो हम बोलेंगे जितना ज्यादा angle of incidence उतना ज्यादा lateral displacement दूसरी चीव यह depend करता है refractive index of glass पे अब glass की refractive index जितनी जदा light उतना जदा bend होगी जितना bend होगी उतना shift होगी मतलब जितना जदा refractive index उतना जदा lateral displacement displacement तीसरी चीज यह डिपेंड करता है थिकनेस पे आप जितना बड़ा ग्लास ले लोगे जितना बड़ा ग्लास ले लोगे शिफ्टिंग उतनी ज्यादा हो जाएगी तो वह रिस्टर थिकनेस ऑफ स्लैप नोर इस दार लेटरल डिस्प्लेसमेंट जितना ज्यादा लेटरल डिस्प्लेसमेंट और जितनी ज्यादा थिकनेस थिकनेस यह थिकनेस अ thickness of glass slab उतनी ज्यादा lateral displacement चौती बड़ी important बात कि अलग-अलग color of light को अगर हम ले तो सबसे ज्यादा lateral displacement कौन से color of light का होगा इसको याद रखियेगा कि violet color का lateral displacement सबसे ज्यादा violet has maximum lateral displacement ऐसा क्यों होता है क्योंकि violet की wavelength यह आप स्पेक्ट्रम में पढ़ियेगा कि वालेट की वेबलेंट सबसे छोटी होती है, मिनिमा जितनी छोटी wavelength उतना ज़्यादा lateral displacement मतलब एक चौता factor भी है इसको मैं यहां दिख रहा हूँ wavelength जितनी छोटी lateral displacement उतना ज्यादा तो i, n, t पे सीधा सीधा बढ़ाने पे बढ़ेगा और wavelength कम करने पे lateral displacement बढ़ेगा तो यह lateral displacement है glass slab के अंदर होता है सबसे ज्यादा violet को लेते हैं और lateral displacement क्या है? parallel shifting of ray of light और ये होंगे factors Hello बच्चों कैसी चल लिये तियारी आज हम बात करेंगे lenses की spherical lenses तो बच्चों lenses क्या चीज होती है एक लेंस एक रिफ्राक्टिंग और जो आप कहते हैं एक मेडियम लेंस एक transparent, transparent मतलब light उसमें से travel कर सकता है, light उसके अंदर से जा सकता है, refracting मतलब light bend होगा, क्या होगा light? bend होगा, light उसमें से pass भी करेगी और light bend भी करेगी, और वो एक medium है, क्या है medium? मतलब अपन ग्लास का बना सकते हैं, different types of glass हैं जो transparent होते हैं, अब तो polymers के lens चल गए हैं, so lens are transparent, refracting, medium, bounded, pile, one, curved, surface, बस that's it, एक surface curved होना चरूरी है, जैसे देखिए ये एक lens है, एक ऐसा, इसको हम लोग convex lens ही बोलते हैं तो ये भी curve और ये भी curve और जैसे ये एक lens है एक surface curve है और एक surface plane है तो एक surface हमेशा curve होना चाहिए जैसे देखिए ये ये ये ये भी एक lens है planon concave lens भी पढ़ेंगे आगे तो ये भी कैसा lens हुआ एक one curve surface and one plane surface तो बच्चों basically दो तरह के lens होते हैं एक concave lens और एक convex lens ठीक है तो कॉनिक एक्सट्रेंस यह होते हैं देखो एक ऐसे पर जो कौन से convex, जो middle लेंग, बीच में मतलब thick हो, कैसे हो, भोटे हो, और जो corners में thin हो, पतले हो जाए, उनको हम बोलते है convex means, इनको बच्चों converging lens भी समसते हैं, कौन सा converging, मतलब light को ये converge करेंगे, converge मतलब ऐसे दबा देंगे, मतलब light ऐसे आएगा, ये light को ऐसे दबा देंगे, कॉर्ण K, ये देखो middle ने thin हो गए middle में thin, तो convex middle में thick, concave middle में thin पतले हो गए और इनको बच्चों लोग diverging lens कहते है diverging, diverge मतलब क्या, जहां से road ऐसे diverge हो जाए, मतलब light ऐसे आएगा इसको यह फैला देगा light को, light को spread कर देगा, क्या कर देगा diverge, तो दो तरह के lens हैं, हमारा अपना अपना convex lens, convex lens शुरू करते हैं, ठीक है, तो convex lens हो सकें बच्चों यह मैंने बना लिया एक convex lens सही है? ओके? इसको बच्चों, बाई कॉन्वेक्स भी बोलें. बाई क्यों? क्योंकि दोनों तरफ से कॉन्वेक्स है. इधर से भी कॉन्वेक्स, इधर से भी कॉन्वेक्स. ओके? अब इस लेंस का जो सेंटर है. ये बड़ा important है. इसको अपन बोलते हैं optical center optical center इस instrument का center इसको denote करेंगे symbol ओसे अच्छा, अब ये सर्फेस देखो, लेंस का, एक स्पियर से बना हुआ दिख रहा है, ये, और ये वाला सर्फेस दूसरे स्पियर से, तो लेंस के दो सर्फेस कहां आये हैं, दो स्पियर से आये हैं, अब इस स्पियर का जो सेंटर है, इसको मैंने बोला C1, और इस स्पियर के चैनल करें तो लेंस में कितने सेंटर आफ कर विचर होंगे तो एक सब्सक्राइब अब मैंने एक लाइन बनाई जो सीवन सी टू और ओपो जॉइन कर दिसला जॉइन सीवन सीटीव एंड ओप एंड इस लाइन इस कॉल्ड प्रिंसिपल एक्सिस प्रिंसिपल एक्सिस दम एक्सिस इस विज्ञाइन सेंटर ऑफ कंवेंचर विच ऑप्टिकल सेंटर नॉट देर आफ टू थिंग्स देख आफ टू वी अंडर स्टूड अबाउड ऑन एक्सिस तो बड़ी अच्छी बात पहली बात अगर यह कॉन्वेक्स लेंस है बच्चों और अगर एक ray of light एक ray of light इसके optical center पे पड़ी है तो ये चली जाती है बिना कुछ deviation पे मतलब कोई फरक नहीं पड़ा ये light जैसे जा रही थी वैसे ही चली गई जैसे एक ray of light ऐसे आ रही है और कहां से पास की optical center से ये क्या है इसका optical center तो यहां से पास कर गई जैसे आ रही थी वैसे ही मतलब डेविएटेड लाइट बेंड नहीं हुई ऑप्टिकल सेंटर से पास की तो जैसी आ रही थी वैसे ही चली गए इस प्रॉपर्टी ऑप्टिकल सेंटर वाला ऑप्टिकल सेंटर से लाइट रे पासेस हाउ अन डेविएटेड विदाउट एनी डेविएशन ओके और एक अधिक दूसरी पॉइंट सब्सक्राइब इस लेंज अ और एक ray of light आ रही है, यह principal axis है, principal axis, एक ray of light आ रही है, इस principal axis के parallel, ऐसे ऐसे एक इधर से आई एक इधर से तो यह रेयल ऑफ लाइल लेंस में जाने के बाद बेंड हो जाए एक ऐसे बेंड हो गए और कहीं यहां से पास थी इसी पॉइंट से फिर हम एक और रेयल आए पैरलेल यह भी पास की तो इसी पॉइंट से ओहोहोहो फिर हम एक और रे पैरलल लेकर आए ये रे वीसी पॉइंट से पास रही फिर हम एक और रे पैरलल लेकर आए ऐसे ये लाइट वीसी पॉइंट मतलब जितनी पैरलल रे लाओगी पैरलल टू दा प्रिंसिपल एक्सिस वो लेज पे लगने के बाद एक पर्टिकुलर पॉइंट से पास कर रही है और ऐसे पॉइंट को हम बोलते है फोकस क्या बोलते है फोकस सिंबल है एग्स तो व्हाट एज आफ फोकस ऑफ ऑन एक्स लेंस ऑफ ऑन एक्स लेंस क्या फोकस है उस पर कि जब एक पैरलल रेयर प्लेंट आईएगी तो लेंस से जड़ने के बाद एक ही पॉइंट में मिलेगी प्रिंसिपल एक्स लेंस जैसे यहां से पैरलल लाओं यहां से पैरलल लाओं यहां से लाओं सब कहां मिलेगी एक ही पॉइंट और उस पॉइंट को हम बोलते हैं फोकस या बेटर बोलूं तो सेकंड फोकस क्या ब जो है वो यही है, यही focus है, second focus is the thing which you have to worry about, कि अगर ray of light parallel है तो pass करने के बाद कहां से मिलेगी, एक point होगा principal axis पे जिसको हम बोलेंगे focus, second focus या principal focus, और दूसरा point क्या बताया important, कि एक ray of light अगर optical center से pass की है, तो pass करेगी undigital, बस ये दो point पकड़ गए हम लोग सारी चीज़े समझ स कुछ और टम समझते हैं बच्चों, जैसे मैंने यहाँ पे एक convex lens बनाये, ठीक है, और ये line खीच ली, principal axis, ये optical center, तो बच्चों मान लो ray of light इदर से आ रहा है, parallel है principal axis के, कहां से पास करेगा, focus, इसको क्या बोलेंगे, focus, और इसको हम particularly बोलते हैं second focus, एफ टू सेकंड अब जितनी दूर एफ टू ना इतनी दूर एक और पॉइंट यहां पर बना दो इसको बोलेंगे टू टाइंस ऑफ एफ टू इसे एफ टू इस डबल ऑफ एफ टू और इस तरफ देखो एक पॉइंट होगा एफ टू जितनी दूर यहां से एफ टू उतनी दूर यहां से एफ टू और इससे उतनी की दूर पर एक टू एफ टू तो एफ टू टू एफ टू बराबर डिस्टेंस पर एफ टू एफ टू पर पर यह सारे डिस्टेंस पर आप बोले समझ में आया और यह इसका तब अ अगर हमसे कोई कहे कि convex lens image कैसी form करता है बना इसके सामने object रखें तो कैसी image form करेंगा तो आइए बढ़ते हैं image formation सबसे पहले हम यह object रखता है object beyond 2f1 infinity के case अपने last में लेने spotted है object beyond 2f1 तो एक बार इसको डाइग्राम को बनाते हैं ये मैंने बनाएं islands यह बनाया optical center यह बन गया f1 आप स्केल से measure करिएगा जितना यह उतना ही है तो आप ऐसे ले लीजिएगा 2 cm को 2 cm इससे ठीक है और इस तरफ पर 2 cm पे f2 और 2 cm पे 2f अब object बोला beyond 2f1 तो यह मैंने बच्चों object कर दी दिए इस इस व्यायण अब जब नाम दे दिया एडी ऑफ जब नाम है एडी एडी उसका है व्यूट्स की टेल अब मैं A point की image चाहता हूँ, तो जो optics है, किसी point की image अगर चाहिए, तो वहाँ से आपको 2 rays निकालनी पड़ेगी, at least, और वो 2 rays जहाँ पर meet करें, वहीं पर image बनेगी, तो मैंने इस point A की image बनानी है, तो मैं यहाँ से कितनी rays निकालनी हूँ, 2, तो पहली ray मैंने निकाली ऐसे, और दूसरी रेज में पास कराओगा optical center से दूसरी रेज पास हो गई optical center से optical center से जो रेज पास होती है कैसे I don't take it अब A से जो दो रेज निकली वो कहाँ पर मिली यहाँ पर तो यह बनी एक ईमेज और इसको बोला A' समझ में आया है, इस तरह से B से एक रेया ने ऐसे निकाली, एसे पास की optical centers है, अंडेविजेट, और उसी रेया मैंने मान लिया ऐसे निकाली, तो वो भी bend होके यही मिले, मतलब B की image इसके just उपर बनानी है, B dash, जहां A बन गया, उसके just उपर B dash, जोड़ दीजे, head किस तरफ ह F2 and 2F2 दूसरा पॉइंट image कैसी है? क्या rays सच में meet की हैं या appear to me? सच में rays cross की हैं दूसरे को की हैं तो जब सच में cross करती हैं तो बच्चों बनती है real image रियल इमेज जो स्क्रीन के बन सकें कब बनती है जब रेज एक्चुली पास करें एक दूसरे को कट करें और बच्चों ऑब्जेक्ट ऐसे रखा है इमेज इसके उल्टे बन गई है तो हम बोलेंगे इमेज और कैसी है बच्चों कैसी है इनवर्ड ओके चौथा कॉन साइज के लिए तो जब आप इसको पेंटेंचल से पनाओगे यहां में दिखाएं यह साइज थोड़ा सा बढ़ा रहे हैं तो यह उससे थोड़ा सा छोट कैसे size है? diminished. Okay. So real, inverted, diminished. कैसे करना है? 2 cm ये ले लो, 2 cm ये ले लो, यहाँ पे object ab रख था, a से 2 rays निकाली, एक parallel लाए, focus से पास की, एक optical center से पास करा आया, undivided, जहाँ पे निली, वहाँ पे एक image a'और इसके जस्ट उपर b'. So between F2 and 2F2, real, inverted, and how? Divided, छोटी है. Okay. अपने second case लेते हैं. जब हम object को रखेंगे at 2f1 यह मैंने lens बना दिया बच्चों यह optical center, यहाँ पे f1, इतनी ही दूर ध्यान से, 2f1, इतनी ही दूर f2, और इतनी ही दूर 2f2, आप इसको scale से करेंगे, अप्रोक्सिमेशन से कर रहा हूँ, पर आपको scale से करना है, ठीक है, यहाँ पे object रखा है, एब, और object को lens से बड़ा मत बनाएगा, वरने light pass नहीं को पाएगा, अब एक ही image बनानी है तो एसे दो रेस चाहिए एक लेंगे आया parallel कहां से पास की focus और एक मैं कहां से पास कराऊंगा optical center से ये बना image एका image ये बना था इसको वो ने बोला a dash और इसकी जास रूप पर यहाँ पे क्या बना b dash ये बनी image a dash b dash आप जगह फॉर इमेज आफ टू एक संबोलिंग इमेज पहला पॉइंट कहां पर आप 2f2, 2nd point, क्या raise सच में मीव की है, तो real, 3rd point, सीधी है कि उल्टी, उल्टी है, तो बोला आपका ने कैसी, inverted, और 14 point size के बारें बच्चों, तो same size, कैसा, same size, आप scale लिप रहो करोगे, इकदाओं चाहिए, बड़ा बर size लिखता है, मस्क, तो object act 2f1, image act 2f2, real, क्योंकि सच में raise मीव की, inverted, क्योंकि उल्टी image बनी, और कैसी, same size, तो आपका next case लिखते हैं, जब object पहुचा between f1 and 2f1 ये रहा f1 और इतनी ही दूर पे बनाएंगे 2f1 इधर f2 और इतनी ही दूर पे 2f2 तो object f1 और 2f1 के बीच में a, b between f1 and 2f1 एक ray magnetic ac निकाली parallel किससे पास करेगी focus एक रेपास का आई optimal center से यहां कहीं मिल लेगी, okay, so एक ही image यहां कहीं बन गया, A' और इसके just ऊपर B', यह बन गया image, तो अगर हम image की बात करें, तो image कहां बन रही है, first point, beyond 2F2, 2F2 से दूर, रियल है बिल्कुल रियल है इनवर्टेड है येस तो एक चीज़ा आप समझ जाइए जब भी रियल इमेज बनेगे तब इनवर्टेड है रियल इमेज इस ऑलवेस एंड फोर्ट पॉइंट यह बड़ी होगी अब लोग बोलेंगे इस लास्ट तो आप देखो जैसे-ऐसे मैं object को पास ला रहा हूँ, image एक तो दूर भाग रही है और उसका size बढ़ रहा हूँ, सबसे पहले case में object बियॉन्ड 2f1 रखता, image इन दोनों point के बीच में बनी थी, छोटी सी, फिर object 2f1 भी रखता, image 2f2 भी बनी, same size, तो फिर object और close लाए अंदर between 2f1 and f1 तो image और दूर भाग गई इसलिए बार यहां थी अब यहां आए और यसी हो गई in last मतलब image एक तो इधर भाग ले रहा था और दूसरा उसका size बढ़ रहा है पहली बार image कहां पर बनी थी हमारी जब भी on 2f1 था इनके बीच में छोटी सी दूसरी बार जब 2f1 पे रखा तो add 2f2 same size की और जब इसके बीच में आए तो image beyond 2f2 मतलब image इधर भाग रही है और लगातार उसका size बढ़ रहा है और object इधर भागता है बोलिया है अपन चलते है third case की तरफ third ओमा fourth case की तरफ what is the fourth case the fourth case is when the object reaches हुआ है एक एवं अब इस इस पंसेक्शन थोड़ा धन देना पड़ेगा यह ऑप्टिकल सेंटर उतनी दूर पे focus और उतनी दूर पे 2f1 इधर f2 और इधर 2f2 बराबर बिस्कुस है अब मैंने यहाँ पे object रखा a, p तहाँ पे at f2 a से एक ray पैरलला है पास किया focus से एक ray पास कराई एक optical center से बच्चों यह दोनों ray जो बनी है यहाँ से यह ray पहला लो यह दो लाइन पर यह कहां बच्चों कहीं नहीं करें बट मैस कहता है कि ऐसी लाइन इंफिनिटी पर जाकर बीट कर जाए infinity कोई ऐसी जगह है जहाँ parallel race भी जाकर meet कर जाते हैं, इतना दूर है, तो हम बोलेंगे image कहाँ बनेगी, जहाँ पे race meet करेंगी, तो race बहुत आगे बहुत आगे, बहुत आगे कहीं यहाँ पे meet कर गए, तो एक image यहाँ बनी, तो आ dash उपर बनेगा b dash और यह बनेगी image, बहुत बड़ी, so image कहाँ बनी, at infinity, रियल है हाथ रेस एक्चुली मीट कर रही है तो हमने बोला यस रियल इनवर्टेड है यस उल्टी बनी है ऑब्जेक्ट ऐसा है मैं जैसी इनवर्टेड साइज के बारे में क्या बोलेंगे लुटो साइज कैसी हो गई इसकी हाईली मैगनी फाइड तो वेन ऑब्जेक्ट इस आट फोकस इमेज इस आट इंफिनिटी एंड इट इस हाइबी मैंग्निफाइट तो देखिए ऑब्जेक्ट लगातार इधर आया है इमेज यहां थी छोटी आट 2 f1 इमेज यहां आई बराबर बिग्रीन टू f1 एफ़वन इमेज इसके बाहर आई बड़ी हुई आट एफ़वन इमेज चली गई इंफिनिटी पे बहुत बड़ी है तो इमेज लगातार इस तरफ शेप हो रही है और उसना साइज बढ़ता जाता है ओके नॉग यह इसका सिंह वें अ वेल न ऑब्जेक्ट इस एंड बिट्वीन एफ वन एंड ओ और अंदर चला जाए बिट्वीन फोकस एंड ऑप्टिकल सेंटर ये ऑप्टिकल सेंटर ये फोकस इट टू ए और object यहाँ भाग रहा है between F1 and O इधर बनाया है मैंने F2 और उतनी ही दूर बें 2F A, B एक ray parallel आई कहां से pass की है F2 से एक ray कहां से pass करेगी optical center से अब ये दोनों rays बच्चों भाग रही हैं दूर मतलब ये diverging rays लास्ट टाइम पर रिलेट पर रिलेट पर रिलेट पर रिलेट पर रिलेट पर रिलेट पर रिलेट पर रिलेट पर रिलेट पर रिलेट पर रिलेट तो क्या imaging नहीं बनेगी? बनेगी बच्चों, इन rays को जब हम पीछे produce करेंगे, इन rays को हम पीछे produce करेंगे, इस वाली rays को मैंने पीछे produce किया, produce backward, और इसको भी पीछे produce किया, यह देखिए यहाँ पे दोनों rays मेरे में, कहीं पीछे, इस पाइड, तो यह बन गया, एक image, a dash, औ तो image कहाँ बनी? image कहाँ बनी? on the same side एज ऑब्जेक्ट ऐसा पहली बार वाना हर बार ऑब्जेक्ट इधर था इमेज इधर इस बार जिधर ऑब्जेक्ट उधर ही इमेज दूसरी चीज क्या रेस सच में मीट किए हैं नहीं इस बार हमने सोचा कि पीछे जाकर मीट कर रही होंगी इसको बोलते हैं अपियाइट ने नॉट एक्चुल इमेज हमने फोर्स किया कि जाओ पीछे मिल जाओ इसको बोलते हैं अपियाइट टू वीडियो और इससे जो इस बनती है वह बनती है वर्चुअल इट इज आफ वर्चुअल इमेज यह स्क्रीन पर नहीं ले सकते हैं देख सकते हैं human eye real virtual दोनों देख सकते हैं पर screen पे virtual image नहीं आ सकते ठीक है अब तीसरा point की ये inverted है क्या ab a dash b dash क्या ये उल्टी हो गई नहीं हुई मतलब cd है तो cd को बोलते है upright या उसी का नाम रखा गया erect upright बोल दो या erect ओके नाओ दा 4th point साइज के बारे में तो साइज कैसी हुई बच्चों इन लास्ट हुई है इमेज की साइज ऑब्जेक्ट से बड़ी हो तो ये बड़ा स्पेशल केस है कॉन्वेक्स लेंस कॉन्वेक्स लेंस always forms real and inverted image जितने भी केस देखे आपने इमेज इस तरफ बन रहा था अनुभव उल्डा बन रहा था और real एक last case आया when the object is between F1 and O and then it forms a virtual and upright virtual क्योंकि race appear to meet अपराइट क्योंकि सीधी image और अपराइट को अपने erect भी बोलते हैं और जब ऐसी image बनाई था तो कैसी बनाई था in last, so convex lens can form real image और real में उसके पास भाई पूरा मतलब एक variety है, it's like a shop क्या चाहिए, real inverted हाँ है, real inverted magnified हाँ है, real inverted diminished वो भी है, real inverted same size वो भी है जैसे मैंने आपसे कहा कि बाई कॉन्वेक्स लेंस की शॉप में गया हम लोग, हम लोग बोले कि हमें चाहिए रियल इनवर्टेड सेम साइस, मिलेगी, बिल्कुल मिलेगी, ओब्जेक्ट आट 2F1, इमेज आट 2F2, रियल इनवर्टेड सेम साइस, हम लोग बोला रियल इनव हमने कहा नहीं, real inverted diminished भी दीजिए, real inverted diminished, तो कहा ठीक है, object रखिये आप कहा, beyond 2f1, 2f1 के beyond, image कहा बनी थी, between f2 and 2f2, और कैसी image, diminished. पर अगर अगर वर्चुअल इमेज दीजिए कैसी इमेज वर्चुअल मतलब इरेक्ट इमेज दीजिए इरेक्ट समझ रहे हैं इनवर्टेड नहीं चाहिए इस सब दे सकता है इन लाइट दे सकता है सेम साइज दे सकता है और क्या दे सकता है तिमनिश भी दे सकता है सब दे सकता है पर जब हमने कहा कि नहीं अपने को रियल मतलब क्या रियल मतलब इनवर्टेड मतलब ऑप्शेक्ट ऐसा तो इमेज ऐसी तो इसमें बड़ी छोटी बराबर सब दे सकता है पर जैसे हमने कहा वर्चुअल वर्चुअल मतलब इरेक्ट इरेक्ट मतलब सीधा ऑप्शेक्ट भी ऐसा इमेज इसमें इसके पास ऑप्शेंस नहीं है सिर्फ एक चीज दे सकता है जो बना है इन लाइट इसमें सिर्फ इसके पास एक ऑप्शन है कि ऐसा है तो हम ऐसा बना देगे यहां पहुंच ऑप्शन थे कि ऐसा है तो हम ऐसा बना देंगे ऐसा है तो हम ऐसा बना देंगे और ऐसा है तो हम ऐसा ही बना सकते हैं और एक टीवी बनानी हो तो पाल विच ने सिर्फ कैसी बनाता है इन लाइट इस बिनाइट ओप्शन अ अब हम बात करते हैं कि जब object infinity पर चला गया है, object at infinity यह बचा हुआ था, ना किस, infinity मतलब बहुत दूर, far off, very very far, बहुत दूर से object है, जैसे आप घर में lens लेके बैठे हैं और object पेड़ोड़ के पास में है, कहीं बाहर एकदम है न, दूर, ठीक है, अब यह बनाया मैंने Convex Rays और बच्चों Infinity पे Object है यहाँ पे Object है बच्चों तो बच्चों Infinity से कैसी Rays आती है? Infinity से Parallel Rays Parallel Rays कहाँ को जाती हैं? Infinity को वहाँ पे जाकर मिलती है और कहां से निकलती हैं? infinity से, infinity से originate कर, तो parallel rays originate from infinity, एक ray ऐसा आया, एक ray ऐसा आया, दो rays ले आया parallel, अब आपको पता है अगर ये parallel rays आ रही हैं, तो कहां से पास करेंगे? focus, और ये भी कहां से? focus, तो rays सच में meet की हैं, बिल्कुल meet की हैं, तो image बनी होगी, बिल्कुल बनी है, कह रियल है और रेस सच में मिल की है तो रियल और रियल बच्चों कैसी बनती है हमेशा इंवर्टेज यहां पर पॉइंट प्रूव नहीं हो पाएगा इंवर्टेज एक अगला केस लिंक उसमें प्रूव हो जाएगा रियल के साथ हमेशा इंवर्टेज चौका साइज के बारे म अच्छे बच्चों, ऐसा भी हो सकता है कि जो rays आ रही है, वो principal axis के parallel ना हो, परन्तु आप बस में parallel हो, देख infinity से कैसी rays आनी है बच्चों, parallel, पर principal axis के parallel हो ये जरूरी नहीं, मतलब rays ऐसी भी आ सकते हैं, ऐसी और ऐसी, these rays are parallel, but they are not parallel to principal axis. तो ये भी कहां से आ रही है, infinity से, अब बच्चों ये rays मिलती है इस जखापर, कहां, F2 के नीचे कहां, इस जखापर, हमेशा F2 के नीचे, अगर कोई भी rays परलेल है, तो ये कहां मिलेंगी, यहां मिलेंगी, इस चैनल कहाँ पर एफ़ कूट एफ़ कूट के आसपास इसी प्लेन इसको अपने बोलते हैं प्लेन यह प्लेन हो गया इसको बोलते हैं बच्चों फोकल प्लेन कौन सा प्लेन फोकल प्लेन तो इंफिनिटी वाले ऑब्जेट की इमेज कहाँ पर बनती है फोकल प्लेन इस प ठीक है और अगर इसको सीधे सीधे पर अलग है तो इसी plane में dot यह जो plane है इसी में image बनाई तो इस case में छोटी तो है पर point size नहीं तो अपन बोलेंगे अपन बोलेंगे highly diminished so when object is at infinity image is at focus real inverted and highly diminished ठीक है तो बच्चों पूरा convex lens अगर आप एक बार पीछे जाएं और into two speed करके देखें तो आपको एक बड़ी चीज़ दिखाई पड़ेगी इन प्रॉब्लम आपका शाटिंग में सबसे प इमेज बनी focus कैसी real inverted point size object आगे आया beyond 2f1 इमेज इतर भागी between f2 and 2f कैसी थी real inverted diminished point से कैसी हुई diminished हुई और अब जब आप यहां टू एप्पॉइंट इमेज आगे भागी टू एप्पॉइंट रियल इनवर्टेड सेम साइस रियल इनवर्टेड सेम साइस ऑब्जेक्ट और आगे आया रियल इनवर्टेड हाइवी तो यह लगातार इधर शुट हो रही है और बड़ी बड़ी लास्ट केस बड़ा इंपोर्टेंट तब कैसी image बनी थी virtual, erect and in-lens तो चलिए आगे बढ़ते हैं अब अपन पकड़ते हैं concave lens तो बच्चो concave lens और इसको और क्या बोलते है diverging lens जैसे हमने convex को क्या बोला तर शुरुआत में, convex lens कौन से होते हैं, converging, convex converging प्याब भी कर सकते हैं, convex lens is converging, this lens is converging, how, suppose ये ray आई बच्चों, parallel, अब ये ray कहां से पास कर रही है, focus, और ये ray भी focus, तो ray of light converge हो रही है, क्या हो रही है, converge, they are meeting at a point, इसलिए इसको बोलते हैं converging lens, अब तो दबाचों, पांग्रेव लेंस में दो ही केस याद रखने है आपको, पहला कि optical center से जो ray पास करेंगे, that will pass and deviate, अगर optical center से कोई ray ऐसे पास कर रही है तो it will pass and deviate, जैसे आ रही थी वैसे ही चली जाएगी, और दूसरा point, दूसरा point और भी ज़्यादा important है मान इचे ray of light ऐसे हैं ऐसे हैं parallel rays of light are parallel to principal axis अब जो concave lens light को क्या करता है? diverge करता है, conversion नहीं करता है, क्या करता है? diverge ऐसे ये light भी क्या हो गई? diverge, कोई और parallel light तो वो भी क्या हो गई? diverge, कोई और लेके आया parallel light तो वो भी क्या हो गई? diverge, पिखर गई इसलिए इसको diverging लेस्ट, पर इन सारी ways को जब मैंने कीछे produce किया, वो वो वो वो वो ये सब किसी एक ही point में मिली, मतलब ये एक point की wavelength है और यहां से मैं एक parallel ray आया, diverge हुई, पीछे ले गया, यहां भी ठीक है, यहां से एक parallel ray आया, diverge हुई, पीछे ले गया, फिर यही मीट की, तो जितनी भी parallel rays हैं, वो पहले diverge होती हैं, और पीछे produce करने पर, किसी single point पर, मिलती है, एक ही point, और इस point को बोलते हैं अपन, focus, या F ठीक है, तो इसमें rays पहले diverge करेंगी, फिर क्या करना पड़ेगा, produce backward और तब मिलेगा focus, जैसे किसी ने कहा focus बताईए क्या है, तो आप बोलो rays of light which comes parallel to the principal axis, these rays of light diverge and the divergent rays are produced backwards, on being produced backwards, meets at a common point on the principal axis and this point is called focus or principal focus or second. तो दो ही point याद रखने है, optical center से गई तो undivated, parallel eye तो diverge, और पीछे produce किया तो कहाँ पे मिली, focus, ठीक है, तो अब start करते हैं हम, concave lens का image formation, तो अब लगा, object, at, any position, इसमें इसमें case नहीं बढ़ी हुई, any position, except, infinite infinity को छोड़के object कहीं भी भी रख दिज़े तो मैंने यहाँ पे concave lens बनाया बच्चो यह optical center यह इसकी principal axis अब इस तरफ इसका क्या fall किया? F2 और यहाँ पे 2F2 और इस तरफ F1 और 2F1 इसका focus इस तरफ आ रहा था ना पीछे की तरफ तो object कहाँ पे? कहीं भी भी है नहीं रख दें तो हमने object रख दिया मान लिए at 2F2 A, B अब A से एक ray आया क्या हो गई? diverge पीछे कहाँ से pass की? focus और एक ray A से कहाँ से pass रहा था? optical centers तो बच्चों ये रे और ये रे कहीं पे meet कर रही है really तो meet नहीं कर रही है जब इसको क्या किया produce backward तब meet मतलब ये actually meet नहीं कर रही है ये क्या है apparent meet असल में तो एक रे ऐसे बाग पहीं और एक रे एक रे ऐसे बाग पहीं ये दोनों रे कभी meet नहीं करें तो बच्चों image कहाँ पे बनी है image उसी तरफ बनी है जिस तरफ object है ये देखिए एक ही image ये है a'और इसकी just नीचे बना दिया b'ये बनी image जिस तरफ object है उसी तरफ image तो image on same side as that of object सेकंड पॉइंट क्या यह इमेज रियल है क्या रेस तच्च विमेज की है नहीं तो कैसा है वर्चुअल अब क्या यह इमेज उल्टा है या सीला है तो जैसा ऑब्जेक्ट है वैसा ही इमेज तो कैसी बोलेंगे इरेक्ट या उसी को बोलेंगे अपराइट और साइस के बारे कैसा? टिम्पिश्ट. तो वर्चुअल और वर्चुअल होती है तो हमेशा एरिक्ट और साथ में छोटी हो गई तो टिम्पिश्ट. आपने कहा सर एनी पोजीशन ले सकते हैं? बिल्कुल. कुछ भी ले सकते हैं. आपने 12-1 लिया, 12-2 लिया, चेंज करेंगे. लेट अस चें लेट अस देख तो अब जब यह नॉट ड्राइंग एनिफिल नॉट ओके एन इट द फोकस नॉट ड्राइंग एनिफिल ऑब्जेक्ट एनी पोटिश एक रेट पैनल आया डाइवर्ज तावर पास किया फोकस और एक रे मैं एड पॉइंट से निकाल कर दावस्य पास कराऊंगा ऑप्टिकल सेंटर से आप देखो यह रेट बीचे लाने का यहां वह मिट किया एड इसके नीचे डीडा श्रवना ऑन द सेंट फाइट एस बैक टॉप ऑप्शन वर्चुअल बिकॉस रेस को प्रोड्यूस पैकवर्ड करना पड़ रहा है एपरेंट है असल में मीट नहीं कर रही और कैसी है अपराइट और डिमिश्ट तो ऑप्जेक्ट गहीं पर भी रखो यह एक ही इमेज बनाता है वर्चुअल इरेक्ट डिमिश्ट वर्चुअल इर जो बच्चों convex lens होता है, convex lens, convex lens सब पहचानते हैं ये वाला lens, ये बच्चों दो तरह की image बना सकता है, एक तो inverted image, inverted image, मतलब उल्डी image, जैसे object ऐसे रखा है, तो image ऐसे बनेगी, ये object, ये image, उल्डा हो गई, और दूसरी यह बच्चो इमेज बना सकता है एरेक्ट इमेज, एरेक्ट इमेज इरेक्ट मतलब सीधी इसको हम अपराइड भी बोलते हैं अपराइड इमेज मतलब ऑब्जेक्ट ऐसा तो इमेज भी ऐसे ही सीधी ये दोनों तरह की इमेज बना सकता है इन्वर्टेड भी और अपराइड भी इम्पोर्टेंट ये बात याद रखना है बहुत अच्छे से की इन्वर्टेड इमेज में ये साइज को इनलार्ज कर सकता है ये size को diminish भी कर सकता है और ये size को same भी रख सकता है मतलब object जितना बड़ा लोगे image पहली बात तो उल्टी बनेगी हो सकता हो image object से बड़ी हो जैसे ये object है हो सकता हो image ऐसी हो object से बड़ी हो सकता हो image diminish मतलब छोटी हो जाए उल्टी तुरहेगी ही ऐसी और हो सकता हो image का size object के same हो जाये बड़ा हो ये भी possible है तो जब convex lens inverted image बनाता है तो वो image को enlarge भी कर सकता है बड़ा छोटा भी कर सकता है और बराबर भी रख सकता पर जब वो upright image बनाएगा मतलब सीधी image बनाएगा तब sift or sift sift or sift sift or sift enlarged image बनाएगा sift or sift enlarged यानि object ऐसा तो image सीधी बनेगी और बड़ी enlarged तो ये point आपको याद रखना पड़ेगा कि convex inverted भी बना रहा है, upright भी, upright में सिर्फ और सिर्फ enlarged और inverted में हर तरह की image. अब बात करें concave lens की, इस तरह का होता है, concave lens सिर्फ एक ही image बनाता है, erect, inverted नहीं बनाता. concave inverted नहीं बनाता, सिर्फ upright image, और कैसी, diminished, सीधी image और diminished, जैसे ये object है, तो image उससे छोटी, उससे छोटी और सीधी तो आप इसको ऐसे याद रख सकते हैं कि कॉन्गेव लेंस फॉर्म्स ओनली अपराइट एंड डिमिश्ट इमेंज सीधी और छोटी अब इसके सिवा कोई भी केज देगा तो वह कॉन है कॉन्वेक्स लेंस कॉन्वेक्स लेंस इनवर्टेड में बड़ी भी बराबर भी और छोटी भी कॉन्वेक्स लेंस इरेक्ट में इन लाच पड़ी और कॉन्गेव जब erect बनाता है, erect ही बनाता है सिर्फ, तो कैसी? फिरमेश. इतनी बातें अच्छे से note कर लीजे, फिर मैं आगे बढ़ूँ. note कर लीजे इसको, फिर मैं आगे बढ़ूँ. तक आपने note कर लिया होगा, अब हम आगे बढ़ते हैं. अब बात करते हैं बच्चों साइंग कन्वेंशन की दो बातें याद रखेगा पहली बातें बच्चों आज Lensmaker formula से जो Lens पे numerical आते हैं, उसे कैसे solve करना है, एक question से अच्छे से समझ लेते हैं, इसके बाद और questions की जरवत ना पड़े, अच्छे से एक दम ध्यान लगा के सुनियेगा, 6-7 मिनित में, एक-एक point clear करेंगे. An object of height 4 cm, एक object है, जिसकी size किती है, 4 cm, object की height को O से लिखा जाएगा, is placed at 30 cm, और एक दम ध्यान लगा के सुनियेगा, एक-एक point clear के सुनियेगा, एक-एक point clear के सुनियेगा, एक-एक point clear के सुनियेगा, एक-एक point clear के सुनियेगा, एक-एक point clear के सुनियेगा, एक-एक point clear के सुनिये� तो convex length की focal length ऐप से लिखते हैं, किती दी है? 10 cm. अब focal length या तो positive होगी, या तो negative, और question में ये चीज mention नहीं करता. तो याद रखना है आपको कि convex की focal length हमेशा positive होती है, और concave की focal length हमेशा negative होती है जब numerical solve करेंगे concave negative, convex positive तो ये कैसी होगी? positive अब बोला object is placed at 30 cm क्या क्या निकालना है? find position, size and nature of image and magnification एक काम करते हैं, एक चोटा सा diagram बनाते हैं जिससे picture और clear हो जाए ये मैंने lens बना लिया अब यहाँ पे object रखा है size कितनी है 4 object को हमेशा इस तरह रखें यह object है यह object है कितनी size है 4 अब is placed at 30 cm तो object 30 cm दूर है किस से from a convex lens convex lens से कितना दूर है 30 cm जो object का distance होता है lens से उसके लिए use करते है u, u क्या है object का distance, object का distance, कहा से measure करते है object का distance, lens से, lens के center से, lens के center से, optical center से, ये object का distance है 30, अब क्या करें, अब क्या करें? अब क्या होगा? यहां से light आईगी, lens पे पड़ेगी, और lens light का refraction कराता है, तो यहां से light कुछ ऐसे ऐसे करके आगे चली जाएगी, ठीक? यह light आई. अब जिस direction में light आ रही है, वो direction positive होता है, मतलब यह direction हो गया positive, और यह direction हो गया negative. इसी तरह से यह axis होती है, इसको बोलते है principal axis, प्रिंसिपल axis के उपर, जो भी चीज है वो है positive और नीचे जो भी चीज अगर होगी तो वो होगी negative जैसे object उपर रखा है तो object को plus 4 cm लेंगे अब आई U की बारी, U is object distance कहां से measure करना है यहां से तो यहां से देखो हम object के लिए किधर जाएंगे पीछे object रखा ही कहा है पीछे की तरफ यह देखो light आगे जा रही object की दर है पीछे तो object की value होगी minus 30 cm distance of object को 30 दिया है पर 30 नहीं लेना, क्या लेना minus 30, क्यों? क्योंकि light ऐसे जा रही है तो यह direction positive, और इसके object को हम कहा से measure कर रहे हैं, यहाँ से, यहाँ से किधर जा रहे हैं, पीछे की तरब, तो object का distance minus 30, object देखो किधर रखा है, पीछे, अच्छा, अब हमें निकालना है position of image, सबसे पह तो हमें image का distance निकालना है, उसी को हम बोलते है position of image, V, image distance, ये भी कहां से measure होता है, optical center से, अब एक formula लगेगा, lens maker formula, तो हम यहाँ पे use करेंगे, lens maker formula, क्या है ये formula बच्चों, ये formula है 1 by f, is equals to 1 by V minus 1 by U और सब की value with sign रखनी है 1 by F, F की value कितनी है, plus 10, is equals to 1 by V, V नहीं पता, image की position, image का distance, minus 1 by U, U की value minus 30, क्यों minus 30, क्योंकि U पीछे की तरफ है यहाँ से, यहाँ से measure करना, यहाँ से पीछे, तो minus 30, यहाँ से 1 by V, is equals to क्या हो जाएगा, 1 by 10, और यह हो जाएगा plus 1 by 30, और यह इधर जाके, minus 1 by 30, 1 by V is equal to 1 by 10 minus 1 by 30, LCM हो जाएगा इसका, 30, 10 into 3, 30 into 1, कितना आया, 2 by 30, तो 1 by V की value है 2 by 30, मतलब 1 by 15, तो 1 by V की value आ रही है, 1 by V की value आ रही है, 1 by 15, यानि V की value कितनी है 15, कैसा आया? प्लस आया, ध्यान रखना है चोटी-चोटी चीज़ का, प्लस आया की माइनस आया, कैसे निकालेंगे इसको? तो 1 by F is equal to 1 by V minus 1 by U, यहाँ पे F की value रख देंगे, यहाँ पे U की value रख देंगे, और V calculate करेंगे, और last ले ध्यान रखें, उल्टा करना है, तो V की value है plus 15 cm, यानि image का distance है 15, कैसा? प्लस. तो बच्चों ये direction plus है क्योंकि light ऐसे आ रही है और वैसे भी ये आगी का direction है आगी का direction plus, पीछे का direction minus तो image 15 cm है कहां से? lens से तो lens से 15 cm आगे बढ़ जाओ 15 cm आगे बढ़ जाओ और यहाँ 15 cm दूर बढ़ेगी कोई image. तो position of image is 15 cm कैसी? प्लस मिल गई. यहाँ image बनने वाली है. ओके, very good. image की position मिल गई. अगली चीज़ है size of image. size of image निकालने के लिए तुमको magnification निकालना पड़ेगा. magnification बच्चों क्या होता है? magnification बताता है image object से कितना बड़ा या कितना छोटा जैसे magnification आया 2 magnification आया 2 मतलब image object से दो गुनी बड़ी और मालो magnification आया 1 by 2 1 by 2 मतलब image object से दो गुनी छोटी यह बताता है तो हमें magnification पता लगाना पड़ेगा size of image हमको नहीं पता size of object पता है तो इससे काम नहीं बनेगा magnification का एक और formula है वो है v बराबर u image distance upon object distance तो या तो image size upon object size या तो image distance upon object distance देखो ये हमारे पास है ये भी है तो m is equal to v by u magnification image distance upon object distance या image size upon object size तो v की value किती है plus 15 यू की value किती है? minus 30, तो answer किता आया? minus 1 by 2, so magnification is minus 1 by 2, so magnification हमको मिल गया, minus 1 by 2, ठीक है भाई, magnification निकाल लिया, कैसे निकाला? V by U वाले, अब निकालते हैं size of image, तो magnification की जगा minus 1 by 2, image की size नहीं पता, object की size 4, तो यहाँ से image की size आएगी, 4 into minus 1 by 2, किती आगई, minus 2 cm, यह क्या है, image की size भी negative है, बता नहीं, size of image लिख रहे थे हैं, किती आई है, minus 2 cm, size of image आगई, minus 2 cm, minus 2 cm, जो आ रहा है formula से लिखते चलो, ठीक है, अब, इमेज यहाँ पर बनेगी, तो इमेज किदर बनेगी, या तो इमेज उपर बनेगी, या तो इमेज नीचे बनेगी, और इमेज की साइज कितनी होगी, 2 cm, कैसी आई है, नेगेटिव, प्रिंस्पल एक्सिस के नीचे नेगेटिव, उपर पॉजिटिव, मतलब इमेज बनेग पलट गया, पलटने को बोलते है inverted, जब भी कहीं तुमको inverted image दिखे, उल्टी image दिखे, तो inverted image बच्चों हमेशा real होती है, तो nature of image will be real image, अभी मान लो image सीधी बन जाती, image सीधी बन जाती, उपर ये plus 2 आ जाता, मान लो कोई numerical है plus 2 आ गया, तो image सीधी बन गई, मतलब जैसा ये है, वैसा ये सीधी, सीधी मतलब upright, तो बच्चों अगर upright बनती है तो समझ जाओ virtual image याद रखेंगे ये कि inverted मतलब real, upright मतलब virtual convex की focal length positive, concave की focal length negative दो formula हैं सिर्फ, सिर्फ दो formula हैं एक 1 by f is equals to 1 by b minus 1 by u इसमें focal length convex की positive, concave की negative v image का distance कहां से? optical center से, आगे चलेंगे तो positive, पीछे चलेंगे तो negative u object का distance कहां से? यहां से, पीछे चलेंगे तो negative और एक magnification size of image upon size of object या image distance upon object distance size of image upon size of object image बाद में बनती है तो जो बाद में अपन पहले image का distance बाद में upon object तो इस तरह से किसी भी question को हम solve कर सकते हैं अगर image negative आई है मतलब नीचे बनाना है अगर image positive आई है मतलब उपर नीचे बनी मतलब inverted मतलब real उपर बनी upright मतलब virtual तो इस question में जितने concept मैं दे सकता था दिया पोशिश करेंगे एक concave lens का भी निमेराई solve करें