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भारत में लोकतांत्रिक अधिकारों का महत्व

Hello everybody, this is Dighraas Singh Rajput, welcome to Social School इस वीडियो में Class 9 Civics का लास्ट चाटर जो है Democratic Rights उस चाटर को कमप्लीट करने वाले हैं यह जो चैप्टर है एक ऐसा चैप्टर है जो इन जनरल आप क्लास 9 में हो या नहीं हो हर एक student को पढ़ना चाहिए बिसिकली अधिकारों की बात हो रही है हमारे सम्विदान में, हमारे constitution में हमें क्या rights दिये गए हैं उन सभी चीजों पे हम discussion करने वाले हैं इस चैप्टर को in detail पढ़ेंगे कुछ stories हैं उन stories की reference से rights की बात करेंगे rights क्या होते हैं Indian constitution में कौन-कौन से rights हैं और किस ��रह से rights expand हो रहे हैं तो आपको ब्रॉड पर्स्पेक्टिव समझ में आए कि चैप्टर क्या है डेमोक्रेटिक राइट्स यानि कि राइट्स की बात करेंगे अधिकार की बात करेंगे इस पूरे के पूरे चैप्टर में इंटरडक्शन में आपको थोड़ा सा दूं आपको थीम समझाओ तो यह तो जैसे अगर आप देखते हैं Democratic Politics की जब बात की जाती है तो इस book का essence क्या था? इस book का essence यानि कि इस book में आपने क्या पढ़ा? Broadly मैं आपसे कुछू तो इस book में आपने क्या पढ़ा? आप कहेंगे कि इस book में हमने देखा कि किस तरह से democracy पढ़ा? इंपोर्टेंट होती है, एलेक्शन्स इंपोर्टेंट होते है, एलेक्शन्स कैसे होते है, कॉंस्टिटूशन कैसे बनता है, यही सारी चीज़े देखी ना हमने, तो वाट इस डमोकरेसी, वाट इस डमोकरेसी, कॉंस्टिटूशनल डिजाइन वाला चाप्टर, एलेक्टोरल पॉलिटिक् बुक में अभी तक पढ़ दिया अब डेमोक्रिसी में जो सारा सब कुछ सामजाम लगाया जा रहा है ये किस के लिए लगाया जा रहा है ये लगाया जा रहा है आम जनता जनारधन के लिए तो वहाँ पे सिटिजन्स जो है वो सेंटर स्टेज ले के बैठे इन पूरे के पूरे आखिर कार रिवॉल्व तो किसके राउंड कर रहे हैं human beings के राउंड citizens के राउंड तो जो citizens हैं और वो citizens के जो rights ना वह शाटर में पढ़ेंगे तो तिल ना हमने पूरी कहानी समझे एंड वाट्स ना तो यह पूरा सेटअप समझा सेटअप में सिटिजन का क्या होता है वह चीज अब हम पढ़ेंगे समझ गए तो ट्रू डेमोक्रेसी इस दी सेटअप वह एक true democracy क्या होती है जहां पे democratic government जो है individuals के rights की respect कर रही हो ये पूरा का पूरा setup जो है individuals को facilitate कर रहा हो individuals की life को उनके rights को क्या कर रहा हो honor कर रहा हो तो ये democracy का तो अब वही चीज हम इस पूरा चैप्टर में पढ़ेंगे कि एक डेमोक्रेटिक कंट्री में एक डेमोक्रेटिक कंट्री क्या होगी कैसे होगी पूरा ताम जाम समझ लिया उसमें सिटिजन्स के पास कितने राइट होते हैं हमारी देश में क्या स्थिति है राइट्स क्यों उन स्टोरीस से हम राइट्स का रिलेशन समझेंगे कि राइट्स कैसे इंपोर्टेंट है क्या रिलेशन हो रहा है वो फाइन उसके आदमे जब आप ये स्टोरीस पढ़ लोगे तो फिर आप स्टोरीस पढ़ ली मतलब एक्जांपल देख ली अब उन एक्जांपल से बताओ कहानी का सार क्या है बताओ तो मॉरल आफ दिस स्टोरी हम यहाँ रिलेट करेंगे कि डेमोक्रिसी जो है डेमोक्रिसी में राइट्स कितने इंपोर्टेंट होते हैं और हमें राइ तो उस संस में क्या है कि democracy और rights का क्या relation है हमें democracy में rights क्यों चाहिए रहते हैं तो ये पूरा philosophical end होगा जैसे आपने सारे chapters में देखोगा चाहिए वो working of institution हो electoral politics हो, constitutional design हो हर chapter में हमने जिस भी theme के बारे में पढ़ा है उस theme का essence, philosophical end समझा है कि ऐसा तो ऐसा क्यों फिलोसोफी वाला पार्ट फिर हम इंडियन कंस्टिटीशन पर जाएंगे तो इंडियन कंस्टिटीशन में कौन-कौन से राइट्स हैं राइट्स इंडियन कंस्टिटीशन तो उसमें राइट टू इक्वेलिटी फ्रीडम राइट अगेंस्ट एक्सप्लोइटेशन फ्रीडम ऑफ रिलीजन ठीक है कल्चरल ने एक्शन एडिटिशनल राइट्स तो यह सारे अधिकार जो है कि करके हम क्या करेंगे पढ� राइट है, मतलब आपने अधिकार दी दिये, लेकिन अधिकारों का उलंगन हो गया अगर, तो फिर क्या करोगे, बैठ के ताली बजाओगे, नहीं, तो अधिकारों का उलंगन होगा, तो how can we secure these rights, तो उन rights को secure कैसे किया जा सकता है, वो एक पार्ट होगा यहाँ पे, फाइं� वो हमेशा expand होते रहते हैं, fundamental rights के अगर आप बात करोगे, in general rights के अगर आप बात करोगे, अधिकारों की बात, तो अधिकार बढ़ते जाते हैं, जैसे right to privacy भी एक चीज़ आ गई, पहले privacy के कोई बात नहीं करता था, तो वो सारा का सारा case है, I hope आपको broad theme topics, sub topics क्या पढ़े आपको टेलिग्राम चैनल की लिंक दिखाई है यह सोशल स्कूल टेलिग्राम चैनल है तो दुनिया वर्के जो भी आपकी जरूरते रहेंगी वो आपकी यहाँ पर पूरी हो जाएंगी तो नोट्स वगैरह अपडेट्स कब कौन सा सेशन आ रहा है तो यहाँ पर आपको टेलिग्राम चैनल की लिखाई है लेट एल स्टाइट विद इस प्रिजणर्स इन ग्वांटानामो बे पहला पार्ट जैसे आपको स्टाइटिंग बताएं कि तीन केस स्टडी में पढ़ेंगे हम लोग तीन केस स्टडी में पहली केस स्टडी के आपके पास ग्वांटानामो बे की केस स्टडी है यह ग्वां� वेस्ट इंडीज वगैरह सब है तो उन्हीं आइलेंड कंट्रीज में यहां पर क्या है ग्वांटनामो एक यूएस का नेवल बेस है नेवल बेस मतलब क्या है कि यूएसे ने यहां से यूएसे आया उपर से और यूएसे ने क्या करके रखा है अपने यहां पर आर्मी वगै कि वह क्लास नाइन के बच्चे कुछ इस तरह से भी परेशान हो रहे होंगे इकभी फ्रांस कभी जर्मनी तो कभी रशिया अब ग्वांटरनामों बे क्यों हमारे साथ इतना त्याचार क्यों सब हमें क्यों याद रखना है वह तो याद रखते हैं तो इस तरह से यूपीपल माइट थिंग कि इतना क्यों पढ़ रहे हैं तो देखो मैं हमेशा से बताया आपको एक अब एक पैटर्न समझ रहो हिस्ट्री मोव्स इन एप पैटर्न फैक्स फिगर्स एंड देट चीन इस अ पर दिखने के लिए उनके देश का हमारे प्रश्न पढ़ा रहे हैं तो शिविक्स में जब आप एक एक्सांपल ले रहे हो तो इस एक्सांपल से एक ब्रॉड चीज को समझ रहे हो तो वह उस चीज से छुआँचुँत ऐसी मत रखना आपके असी कि यह उनके देश का हमारे क्यों पढ़ा होना पर ठीक है तो अब इसे अगर आप देखोगे तो वह यह स्टेडिंग इसकी यह क्लासिकल एक्सांपल जो बताता है कि राइट्स की जो हम चीज पढ़ रहे हैं वो राइट्स कैसे लोगों को राइट से डिप्राइव रखा गया ठीक है वाट हेपेंड हियर अब यह सवाल जैनवी ने कि चलो ठीक है पढ़ा दो क्या हुआ यहाँ पर ठीक है तो ग्वांटेनामो बे मैंने आपको बता दिया म अब यहाँ क्या हुआ था देखो तो Guantanamo Bay की अगर story बताओ मैं आपको तो about 600 people were secretly picked up by the US forces from all over the world and they were kept in a prison in Guantanamo Bay 600 लोग पूरे विश्व से उठा लिये लगबग और उनको क्या कर दिया जेल में ले जाके रख दिया Guantanamo Bay की अब यह जो 600 लोगों को उठाया गया यह कौन थे 600 लोग पता है तो यह 600 लोग वो थे वो थे कहना भी सही नहीं रहेगा ये 600 लोग वो सस्पेक्ट थे सस्पेक्ट मतलब कि यूएस गवर्नमेंट को उनके पर शक था कि शायद ये हो सकते हैं कहां हो सकते हैं तो जो 26-11 का हमला हुआ था यूएसे के वर्ल्ट पेंटागन हाउस मतलब यूएसए का मिलिटरी बेस है यह पेंटागन हाउस यहां पर उन्होंने प्लैन जो है मतलब जिससे आप देखिए टेररिस्ट टैक हुआ था 26 का तो टो ट्वेंटी सिस्ट्र नवेंबर को तो यहां पर 26 का यह जो के और एक यहां पर पेंटागन हाउस की बिल्डिंग पर ठीक है इस कंसिडेस वन आफ दिव बिग गस्ट अटैक ऑन दी लैंड ऑफ यूएस सेट टिल डेट ठीक है यूएस से की जमीन पर इतना बड़ा हमला कभी नहीं हुआ और यह हमला हुआ था प्लानिंग तो और भी बड़ी थी कि वाइट हाउस वगैरह में भी प्लान मतलब प्लेन जो है क्रैश करवा देंगे वह देवर दी अनेमिस ऑफ यूएस एंड लिंग टू दी अटैक ऑन न्यूयॉर्क ऑन 11 सप्टेंबर 2011 तो यह जो 2011 में हमला हुआ तो इस हमले में कि यह छह सो लोग जो थे यह कहीं न कहीं कनेक्टेड थी यह आर्ग्यूमेंट दिया यूएस गवर्नमेंट ने और इन छह सो लोगों को उठा लिया तुनिया से अलग-अलग जगह से छह सो लोगों को ऐसे उठा लिया आरेस्ट वॉइस विडियो एनी इंफॉर्मेशन जो हुआ क्या कि थप्पा बोलते डायरेक्ट जाकर छह सो लोगों को उठा लिया ठीक है ना उनके उस तरह से arrest हुआ उठा के ले करें सीधे जेल में डाल दिया यह प्रिजनर्स से मिल नहीं पा रहा था कोई ट्रायल नहीं हुआ किसी प्रकार कोई मुकदमान चला बस उनके ऊपर यह इंजाम लगा देगा कि हां यह थे 600 लोग यह तो कहीं न कहीं कनेक्टेड थे 26-11 के हमले से ठीक है इस वाज़ दिखिए केस ऑफ इनफॉर्मेंट ऑ अब देखो कोई भी इंसान जैसे अगर आगे पढ़ोगे चूटे क्लासेस में पढ़के भी आयो कि इतना तो आपको ध्यान है कि जेल में ले जाने से पहले क्या होता है 24 घंटे के अंदर magistrate के सामने पेश करना होता है अमारे देश में तो साथ एक इंटरनेशनल ऑर्गनाइजेशन एक इंटरनेशनल आफ क्या कहेंगे हम एंजियो है जो किसके लिए काम करती तो MNST International ने मतलब क्या है खुफया तरीके से investigate करते हुए पता लगाया worked over this and highlighted this उन्होंने बताया कि Guantanamo Bay में जिन prisoners को रखा गया है जिन suspects को रखा गया है they are being continuously tortured ठीक है they are subject to inhuman condition मतलब क्या है उन्हें बंदी बना के रखा जा रहा है खाने को नहीं दे रहे पीने को नहीं द सिद्ध नहीं हुआ है और अपराज सिद्ध भी हो जाता तो जानवरों के तरह नहीं रखते हैं इंसान को human rights है तो समझ में है यह सारी चीज़ों की बात करी Amnesty International ने UN Secretary General said that the prison should be closed down United Nations में जब मुद्धा पहुचा अलग-अलग देशों से भी आवाद उठाए गई जिन देशों से लोगों को उठाए गए थे तो जब यूनाइटी नेशन में उद्धा पहुंचा तो यूनाइटी नेशन सेक्रेटरी जनरल 2001 में कौन थे यह आपको एक हुमवक देता हूं मैं गूबल हुमवक चलो तो अन� इस प्लीज ठीक है यूएस गवर्नमेंट ने कुछ भी सुना नहीं नकार दिया यूएस गवर्नमेंट इस तरह से कह जो यूएस तो यहां पर जो प्रिजनर्स थे उनके राइक्स का वालेशन हुआ यह चीज हमने देख लिए दूसरी कहानी कौन सी हमारे पास दूसरी कहानी दिखा रहे उसके ऊपर अब कहानी आती है साउधी अरेबिया कहां चलो देखने में पर तो जैसे अगर आप देखेंगे ऐसी आमें इंडिया से थोड़ा और इसके सब्सक्राइब तो हम यहां पर साउधी अरेबिया देखने को मिलेगा एफ्रिका से बदल हुआ साउधी अरेबिया गेंड आप देखोगे तो एक थोड़ा सा कंसर्वेटिव नेशन एक अंदर नेशन के चलते कि देर गवर्नमेंट कंजर्वेटिव कंट्री है मोनार्कियल सिस्टम चल रहा है यहां पर आप देखोगे तो जनता जनारधन के पास क्या अधिकार है और सरकार के पास क्या अधिकार है सरकार जनता जनारधन और वहां के लोगों मतलब जो रूलर यहां पर क्या है रूल ऑफ हेरिडेटरी किंग है मतलब आज मेरा जाएगा मेरा बेटा राजा परसो मेरा पोता राजा उस टाइप से मतलब एक chronology ऐसे चलेगी कि hereditary rules चलेगा people have no role in electing or changing their ruler ठीक है ruler बदलने में जनता जनारदन का कोई हाथ नहीं होता है क्यों क्योंकि वो जो राजा है, राजा का बेटा ही राजा बनेगा और फिर उसके बाद उसका बेटा राजा बनेगा, इस टाइप से सिस्टम चलेगा, ठीक है, तो people have no role in electing or changing their ruler, king selects the legislature executive and judiciary, king जो है तो legislature, executive, judiciary इन्हें select करता है, और इन्हें select करने के साथ में क्या होता है, कि दिक्ती बात है, जब राजा legislature को executive को judiciary को select कर रहा है तो राजा यहाँ पे क्या करेगा सारी चीज़े अपने हाथ में control रखेगा न, सारा power अपने हाथ में control परेंट्रोल रखेगा तो वह वाला केस है यहां पर सिटीजन्स कैन ऑफ पॉलिटिकल पार्टी एंड मीडिया इज ऑलसो नॉट फ्री सिटीजन्स का आजात नहीं है कि पॉलिटिकल पार्टी बना लो मीडिया भी फ्री नहीं है मतलब पुलिमिला के सब कुछ के हाथ में सब कुछ कंसेंट्रेटेड है मोनार्क के हाथ में फाइन नो फ्रीडम ऑफ रिलीजन और धर्मों को ने रख दिया यहां पर कि जो पावर है रिलीजियस पावर या फिर कह सकते जो रिलीजियस डामिनेंस है वह पाप वही होगा जो राजा का होगा तो जैसे इस्लाम का डॉमिनेशन है यहाँ पर दूसरे रिलीजियन जो है तो दूसरे रिलीजियन को तुम्ही रिलीजियस फ्रीडम नहीं है विमेन की जो स्थिति है वो और दादा खराब है कैसे सब्जेक्ट टू मेनी रिस्ट्रिक्शन्स व ज्यादा समस्या आई थी they were subject to many restrictions the testimony of one man is considered equal to that of two women मतलब inequality यही रेखने को मिल जाएगी कि दो महिलाओं की testimony या फिर मतलब दो महिला is equal to one पुरुष ठीक है तो male dominance clearly आपको देखने को मिल रहा है women are subject to many restrictions यह कहानी रही कहा की Saudi Arabia की अब यह multiple चीज़ें जो आपको देखने को मिल रही है फाइन जो मोनार्क है तो मोनार्क हरिडेटरी होता है वो सारा पार्ट था साउधी एरिया वेहम तो साउधी एरिया वेहम में आपने देख लिया क्या है कि र फाइन ये सारी चीजे साउधी एरिबिया का केस था दो एक्जांपल देख लिये हैं तीसरा एक्जांपल देखते हैं अब हम तीसरा एक्जांपल किसका है तीसरा एक्जांपल है कोसोवो का कोसोवो का है ये भी जगा है तो आप यूरोप में देखेंगे तो यूरोप में पहले एक कंट्री हुआ करता था जिसका नाम था यूगोस्लाविया है ठीक है आज वह कंट्री रेस्ट इन पीस हो गया है पहले इस तरह से था आज उस यूगोस्लाविया के ब्रेकअप के बाद में छह और देश निकलकर आएं उसमें से ठीक है यूगोस्लाविया में से छह और देश निकलकर आएं यह चीज ठीक है बॉस्टिन यह अगर गेबूनिया ठीक है सर्विया आ कि मैसेडोनिया एलेक्जेंडर का देश तो यह सारे देश में सब निकल कर आए हैं मॉंटिनाग्र वगैरह तो यह अगर आप देखो तो सर्विया में नीचे की तरफ यह प् कि सर्विया में नीचे की तरफ उस समय पर यूगोस्लाविया था पूरा कपूरा तो यहां पर कोशोबो करके प्रोविंस है एक स्टेट है कोशोबो ठीक है तो कोशोबो वॉस प्रोविंस ऑफ यूगोस्लाविया दिपॉपॉलेशन कंपोजिशन ऑफ प्रोविंस वॉस शेयर कल्चर ठीक है एक लोगों का एक कल्चर है तो अपने आपको एक एथनिक ग्रुप मानते हैं ठीक है जैसे एथनिसिटी को नसल भी से भी जोड़ा जा सकता है कि हां यह एक नसले के लोगों के दूसरी नसले के लोग तो वही तो अलबेनियन दूसरा एथनिक ग्रुप हो गया अब होता क्या यहां पर देखो तो अ तो यह हो गया कोशिश प्रोबींस ऑफ यूगोस्लाविया दिपॉपुलेशन कंपोजीशन ऑफ प्रोविंस वास्ट मैजोरिटी एलबेनियन बट सर्व वर इन मैजोरिटी इंडिक्ट कंट्री अब पूरी कंट्री में एलेक्शन होते तो एक नेरो माइंडेड सर्व नेशनलिस्ट लीडर मिलोशेविक जो है तो मिलोशेविक जीत जाता है चुनाव अब मिलोशेविक के आगे तो इसके चलते हैं कि कोशिश में उनके अंदर बना रहता था कि आप एक संखीर रूलर इलेक्ट होकर आ गए ठीक है जो सब्सक्राइब और अलविनियन के अगेंस्ट में सोचता है पता नहीं कब क्या कर दे हमारे साथ ठीक है इस तरह की प्रतिति इस तरह का माहूल था क्या था इवाज हॉस्टाइल टोट एलविनियन सॉफ्ट वह देखेगा और अब यह चीज थी अब यह जितने भी सर्व लीडर्स थे मिलोशुविक जैसे और उनके जो फॉलोवर्स थे इनका क्या व्यूपॉइंट थे व्यूपॉइंट यह था कि जो एलबेनियन से कोशोवो की प्रोविंस में उन एलबेनियन को यातो देश छोड़कर चले जाना चुपचाप दर के बैठे और कोई rights मत लो ठीके जो होगा सबस के हिसाबस होगा ये इस तरह की स्थिती थी ठीक वैसे जैसे आपने हिस्टरी में पढ़ी है क्या नाजी और जिउस की चलते है अब क्या होगा तो नहीं यह हिटलर के बाद वाले ही है ठीक है शायद हिटलर के बाद वाले ही है तो अब यहाँ पे क्या होता है अब यहाँ जिसे अगर आप देखोगे तो story of albinian family in a तो बतिस्ता तो उनकी एक कहानी बताई गई कि वह अपने हस्बेंड के साथ दोनों ही भूजुब दमपत्ती थी सतर साल से ऊपर वाले दोनों बैठे थे मतलब उन्हें पता था कि अब देश में सब बदल गया है सब लीडर जो है पावर में आ गए सब कुछ लेकिन वह अप तो मैडम के घर में हमला कर देते हैं मैडम के हस्बेंट को तीन गोली मारते सीने पर और मैडम के हाथ में संगुठी निकाल लेते हैं और उन्हें घर से बाहर निकाल कर घर जला देते हैं यह सिर्फ एक कहानी है और ऐसे कितने ही कितने ही अलवेनियन ने उस समय पर क्या सफर किया अंडर दी सब नैशनलिजम यह जो सब का फैनेटिक नैशनलिजम कितने ही सारे आपका देखोगे अ इस विशेष कितने ही सारे अलबेनियन ने सफर किया होगा तो देर वॉज अमेशा कर ऑफ एलबेनियन समस्या कर मतलब क्या है कि लिंग ऑफ पीपल लाज स्केल जिस सिमिलर टो गेल जूस मैसेज अपनी लिए जर्मनी ठीक है तो वहीं वाली केस यहां तो देर वॉज अमेशा कर ऑफ एलबेनियन स्कैरिड आउट वाइडी आर्मी ऑफ देर ओन कंट्री त युगोस्लाविया को अपना देश मानते थे कोशोब में आराम से रहते थे युगोस्लाविया के अंदरी और ऐसा लगता था कि जो सरकार है वो उनकी भी सरकार है लेकिन आपने क्या देखा है कि एलेक्टेड गवर्मेंट के ओडर्स के अंदर में उसी उनी के देश के आर्म तो कुछ बच्चे यह सोच रहे होंगे कि सर ग्वांटनामो बे में तो अलगी केस था कि वहाँ तो उठा के लाए लोगों को देश किसका था पता नहीं यूएस ने बिल्कुल गलत किया लेकिन साउधे एरी में मैं सर इसलिए हो रहा था कि वहाँ पर डेमोक्रेसी नहीं थी मिलोशेविक जो लीडर बनता है वो डेमोक्रेटिकली इलेक्ट होने के बाद में बनता है आर्मी रहती है सब कुछ रहता है लेकिन एक डेमोक्रेटिकली इलेक्टेड लीडर ही क्या कर दे रहा है अधिकारों का उलंगन जो है वो कोई भी कर सकता है कहीं भी कर सकता है डेमोकरेटिक नॉन डेमोकरेटिक मोनार्क एलेक्टेड लीडर या फिर कोई भी हो किसी भी तरह से आप क्या देख रहे हैं कि आम जनता जो है उनका उनके अधिकारों का उलंगन उनके अधिकारों का हनन किया जा सकता है और वो हुआ है देश में दिजार दिए एग्जांपल दिसार दिक्टिडीज विच वी स्टेडी जस्ट नॉ टू गेट टू दिस पॉइंट ऑनली इस पॉइंट तक पहुंचने के लिए हमने सारी चीजें पड़ी कि लोगों के अधिकारों का उलंगन होता आया है और वह हो पोस्ट वह आर्डी अर्डी क्लासिकल एग्जांपल्स विशुद नॉट से क्लासिकल लेकिन बट आधिक आर्डी इन फेमस एग्जांपल्स विशुद शोल्द इस देड़ी violation of rights takes place irrespective of the democratic system which is prevailing over there आर्मी पांच के लिए तो यह सारी चीजें में समझना है कि हां सारी स्थिति खराब हो सकती कहीं भी अब बारी कर बात करते हैं डिमोक्रेसी की क्या डिमोक्रेसी में राइट का व्यक्ति नहीं होता है फिर भी डिमोक्रेसी लेकिन राइट जो है नोडमोक्रेटिक सेटअप में तो आपको मिलेंगे ही नहीं है नोन डिमोक्रिटिक सेटअप में क्या गरंटी कि आपको राइट्स मिल जाएंगे यहां राइट्स मिलने के बाद वायलेट हो रहे हैं ना वहां तो राइट्स मिलेंगे ही नहीं तो डिमोक्रिसी में एट लीज देर इसको फॉर राइट्स डिमोक्रिसी पर इसको फॉर राइट्स एशरेंस नॉट ऑल विपर बट इन रियल इट दो बोलें सर डिमोक्रिसी में एशरेंस है तो लेकिन वह अशौरेंस जो होना चाहिए शुद्ध ऑनली ऑन पेपर बट इन रियालिटी आशौरेंस हकीगत में होना चाहिए सिर्फ पेपर पर ना हो कि आपको राइट दिए जा रहे हैं वह अशौरेंस आपको हकीगत में मिलना चाहिए जैसे कोशिश के केस में क्या था एक डेमोक्रेसी में हम एट लीस्ट एक्सपेक्ट कर सकते हैं हमें आशौरेंस मिलेगी वह शौरेंस रिफ्ट पेपर तक सीमित नहीं रहना चाहिए वह शौरेंस रियालिटी में होना चाहिए और यह राइट्स की बेसिक स्पिरिट है ठीक है राइट्स की जब इन साउधी अरेबिया वाट नरेट दिस्टोरी विश्व प्लेस इन कोशिश तो उस तरह से किसी भी केस स्टेडी से क्वेश्चन यह डेफिनेशन जो है ना यह क्लास नाइन तक नहीं यह डेफिनेशन आपको जीवन भर मदद आएगी कौन सी डेफिनेशन या डेफिनेशन देखो तो राइट्स आर रीजनेबल क्लेम्स ऑफ पर्सन और रिकोगनाइज्ड बाय सोसाइटी एंड सैंक्शन बाय लॉव ठीक है अब इसे हम क्या करेंगे डिटेल में समझेंगे सॉरी तो राइट्स आर रीजनेबल क्लीम्स पहली चीज यहां पर राइट्स क्या है रीजनेबल क्लीम्स ऑफर परसन रिकोगनाइज्ड बाय सोसाइटी सैंक्शन बाय लॉव तीन चीजें इन तीन चीजों को एसेंस लेकर चलना उन चीजों को अच्छे से समझना है क्या हो रहा है? Reasonable claim की बात की जा रही है तो rights होते क्या हैं? मतलब फुशी नहीं रहेगा what are rights? rights होते क्या हैं? तो rights मतलब वो सारे अधिकार जो मैं ले सकूं जो मैं exercise कर सकूं जो मैं exercise कर सकूं for example क्या है? कि मेरी इश्चा है कि मैं बिना किसी बंदिशों के बाहर घूम सकूं, अब बाहर घूमना में मेरी इक्षा है, ठीक है, मैं चाह रहा हूँ कि ये मुझे मिले, मैं एक्सरसाइज कर पाऊं इस चीज को कि मैं अपने घर से बाहर निकल सकूं, खुली हवा इंटेक कर सकूं, तो ये क्या एक reasonable चीज है कि कोई भी इंसान अगर बाहर निकलने चाहता है तो उसे रोखो मता, तो हर वो चीज जो reasonable है और जो एक individual claim करना चाहता है, अब आप claim कर कि मेरे बाजू में जो भाईया रहते हैं ठीक है तो मुझे एक अधिकार दे दो बस कि वह भाईया की अच्छे से पिटाई लगा दो क्योंकि मैं छुटा था जब मेरे गाल चून दे वो बहुत जादा ऐसे ठीक है तो अब आप क्या बोलोगे उसमें अब आप उसमें क्य तो यहाँ पर आपको ध्यान रखना होगा कि rights क्या होगे rights वो सारी चीज़ों की जो reasonable claims होगे समझ पा रहे हो तो which can be justified the claims which can be justified are the reasonable claims तो rights की definition में क्या है rights are the reasonable claims of an individual of a person recognized by society अब आप जिस चीज़ का अधिकार चाह रहे हैं जैसे आप चाह रहे हैं क्या कि for example women की example लेते हैं बहुत अच्छे example है महिलाएं चाह रही है क्यों नहीं equal voting right होना चाहिए इक्वल voting right होना चाहिए आज से 200 साल पर अगर वो ऐसी बात करती तो शायद उनको क्या है कि कोई equal voting right दिने को तयार इने था क्यों कि society तयार नहीं थी उस चीज के लिए society उस चीज के लिए तयार नहीं थी society was not ready to accept that women should also be given the voting right बहुत late women को voting right मिले समझ नारा है तो यहाँ पे सिर्फ आपका reasonable claim काफी नहीं है आप जो claim कर रहे हो वो reasonable है समझ में आ गया लेकिन society should also recognize it क्योंकि ultimately आप उन rights को exercise कहा करोगे समाज के बीच में एक और अच्छा example क्या है जैसे LGBTQ ठीक है तो ये जो community है अब यह कम्यूनिटी क्या करें अपने राइट चाहें उनका सेक्शन ओरिएंटेशन को लेकर राइट सो सकते हैं मैरिज को लेकर राइट सो सकते हैं वह अपना रेजनेबल लेकिन आप जिससे ग्रोह हो रही है तो लिबरल हो रही है तो एक्सप्ट करें लेकिन इस सिर्फ इंसान के रीजनेबल प्लेट से काम नहीं चलेगा वह रीजनेबल क्लेम जो होंगे वह सोसाइटी के द्वारा रिकग्नाइज्ड होना चाहिए और जब सोसाइटी रिकग्नाइज्ड कर लेगी जैसे विमेन का मैंने आपको बताया कि विमेन को थी विमेन क्लियर ऑफ हैविंग राइट्स वोटिंग राइट लेकिन आज आप इस देखों साउधीय अरीबा में जब वोटिंग तो society का recognition उन claims पर होना बहुत ज़रूरी है तो rights are reasonable claims of a person recognized by society and sanctioned by law, sanctioned by law का मतलब क्या है कि जो हमने claim किया है जो society accept कर रही है उस चीज़ को, उस चीज़ को क्या होना चाहिए, law के द्वारा approval भी मिलना चाहिए, क्यों कि जब किसी चीज को डिबेट करके, डिसकस करके sanction by law मतलब क्या? कि government का backing मिल जाना, government का support मिल जाना, अब जब government का support है when it is sanctioned by law, then sanction, मतलब guaranteed होगी न एक तरह से, जिसे हम product ले रहे हैं तो आप क्या बल रहे हो? product reasonable था कि आपको washing machine चाहिए recognized by society तो advertisement वगरा खरीदते भी थे वो आपका refrigerator example दे रहा हूँ लेकिन अब क्या हो रहा है उसकी कोई वारेंटी नहीं है मतलब इट इस नॉट बिंग बैक्ड बाइडी कंपनी तो अगर आपने ले लिया चल गया तो राम भरो से और नहीं चला तो खराब हो गया तो कोई गैरेंटी नहीं है उसकी ठीक है तो वो ओवर ऑल प्रॉफिटेब रीजनेबल क्लेम से जो सोसाइटी ने रिकगनाइज कर लिए और उसे गवर्नमेंट क्या कर रही है पीछे से बैकिंग दे रही है कि हाँ बेपिकर होकर रहो तो आपके अगर आपको वोटिंग से रोखा जा रहा है तो आपके अगर आपके सरकार के पास जाओंगे तो सरकार आपके अगर आपकी मदद करेंगे इसे क्या है राइट टू इक्वेलिटी में कोई किसी के साथ में जाती के आधार पर भेदवा लेकिन अगर मान लो हो गया तो इसी के लिए क्या लॉग से सेंशन करता है कि अगर वॉयलेशन होगा तो वॉयलेशन के केस में क्या होगा गवर्नमेंट इस देर टू हेल्प यू आउट ठीक है विद यू राइट्स तो देश इस दी एकजेक्ट एंड परफेक्ट आई क्या चीजें क्रिस्टल क्लियर हैं? तो वो यहाँ पे कहानी बताई गई है तो वाइ डो वी नीड राइट्स इन डेमोक्रिसी? अब डेमोक्रिसी की बात करते हैं कि हमने राइट्स तो समझ लिया ठीके? डेमोक्रिसी और राइट्स के रिलिशियों में बता दिया कि डेमोक्रिसी में आप क्लेम society recognize करती है वो सारा सब कुछ हमने पढ़ गया लेकिन democracy में rights में democracy important है rights के लिए वो conditional environment दिती है democracy लेकिन democracy में rights क्यों important है तो why do we need rights in democracy अच्छे से समझना rights in democracy do play a very important role क्यों क्योंकि democracy में rights होंगे तबी क्यों हो पाएगा तबी democracy sustain कर पाएगी ठीक है democracy में rights होंगे तबी minorities को majority के operation से बचाया जा सके दिन देखने के लिए आपको देखने के लिए राइट्स होंगे तभी आपको देखने के लिए राइट्स प्रोटेक्ट सिटीजन सगेंड गवर्नमेंट तो राइट्स होंगे तभी एक सवाल मैं आपसे पूछता हूँ कि देश में सबसे आधा पावरफुल कोन है तो आप क Why do we need rights in democracy? वो चीज समझना कुछ बनता है, direct ऐसा है, कि why do we need rights in democracy? What do we understand by rights? Why do we need rights in democracy? तो आपने rights की definition दे दी, और फिर आप why do we need rights in democracy? अगर लिखोगे, तो कुछ इस तरह से लिखोगे, ठीक है, rights are necessary for the sustenance of democracy, because the sustenance of democracy depends on rights. अगर आपके पास अधिकार होंगे, तभी तो democracy चल पाएगी, जब आपके पास vote देने का अधिकार होगा तभी तो आप democracy में vote दे पाएगी जब आपके पास में अधिकार होगा right to express, तभी तो आप democracy में अपना खुशी, democracy से अपना अपनी नाखुशी जाहिर कर पाओगे right to form political parties, अगर आपके पास में यह अधिकार नहीं होगा कि आप political parties बना सकते हो या नहीं बना सकते हो तो फिर आप democracy में participate कैसे करोगे, है कि नहीं, तो rights are necessary in democracy because they are very important for the sustenance of democracy इस अच्छा दिन डिमोक्रेसी डिपेंड्स ऑन राइट्स के ऊपर ही सब कुछ निभर करता है पूरा का पूरा समझ गए यह केस एक हुआ दूसरा क्या है राइट्स प्रोटेक्ट माइनोरिटी फ्रॉम दी ऑपरेशन ऑफ मैजोरिटी राइट्स जो बताते हैं तो माइनोरिटी इसको बचाते हैं फॉर दी ऑपरेशन ऑफ मैजोरिटी अब डिमोक्रेसी में आप एक ची अब सवाल यह भी आता है क्या कि majority को ही हमेशा minority को ही क्यों बचाना majority को भी तो खतरा हो सकता है तो सीधा सा point क्या है यहाँ पर कि majority जो होता है ना democracy resides on majority democracy चलती ही majority basis पर है तो यहाँ पर जो minority में रह जाते हैं वो लोग कहते हैं they are vulnerable उसी के चलते क्या है कि जब अधिकार होंगे तो अधिकार majority के पास भी होगे, minority के पास भी होगे, तो ना majority का गलत होगा, ना minority का गलत होगा, तो वो चीज यहाँ पर बताएगी है, कि democracy में rights क्यों ज़रूरी है, तो एक तो हमें समझ में आगेगा कि democracy को खुद को चलने के लिए rights की ज़रूरी है, साथ ही साथ क्या है, minorities को majority मैंने आपको बताया जैसे कि एक चीज जो और महत्वपूर है कि देश में सबसे आधा powerful government होती है और कहीं government जैसे हमने कोसोगो के case में देखा कि वहाँ जो हो रहा था सरकार ही तो कर रही थी तो कहीं सरकार ही लोगों को क्या कर दे पताड़ी तो ना कर दे तो राइट्स प्रोटेक्ट सिटीजन्स अगेंड गवर्नमेंट ऑल्सो राइट्स जो होते हैं वह सिटीजन्स को गवर्नमेंट के अगेंड भी बचाते हैं समटाइम दी एलेक्टेड गवर्नमेंट में ऑल्सो अटैक दी राइट ऑफ देर ओन सिटीजन्स एग्जांपल कोसो� कि lawmaker should not be the highest authority जो law बन चुका है वो उनसे उपर होना चाहिए तो why do we need rights in democracy simple सा question मनेगा तो ध्यान रहेगा ना क्या-क्या point लिखना है पहली जीज़ कि rights जो होते हैं तो rights के basis पर ही democracy sustain करती है दूसरी जीज़ minority को majority के operations से बचाने के लिए rights ज़रूरी है तीसरी जीज़ rights जो होते हैं तो वो क्या करते है rights protect citizen against the government government के against में अगर आपको protection चाहिए तो वो rights बचाते हैं ठीक है तो this was the story why do we need rights in democracy इस पर direct question आता है अब जिसे अगर हम आगे बढ़े तो हमने rights का पुरा summary समझा दिया मैंने आपको यहाँ पर कि rights क्या है क्या नहीं है rights क्यों ज़रूरी होते है तीन case studies हमने पढ़ी है इंडियन constitution में क्या स्थिति है तो if we go by the definition rights are sanctioned by law तो इंडिया में भी जो rights दिया आपको वो सारा किसने दिये हैं वो constitution के अंदर है fine तो broad heading हमारी यह है कि rights in indian constitution तो राइट्स की तो डेफिनेशन हमने वहाँ पर जो समझी थी वो क्या थी कि राइट्स आर रीजनेबल क्लियम्स ऑफ परसन रिकगनाइज बाय सोसाइटी एंड सैंक्शन बाय लॉव तो जो सैंक्शन बाय लॉव है तो सैंक्शन बाय लॉव कैसे हैं तो राइट्स आर में यूएसए में यूएसए का कॉंस्ट्रीटीशन इंडिया में इंडिया का कॉंस्ट्रीटीशन उस टाइप से है ना देरफोर वी रिस्पेक्ट दें और यही कारण होता है जिसके चलते हैं में क्या करना पड़ता है राइट्स के लिए नतमस्तक होकर जो लॉ में लिख दिया उसे नहीं तो ने रिस्पेक्ट करते हैं मुद्द वी अर्ट अबाइड बाय दी लॉज ठीक है तो सम राइट्स आर फंडामेंटल टॉर अगर राइट्स इन इंडियन कॉंसेशन वाला जो टॉपिक फड़ो गया उसमें जो पहला परिग्राफ है तो वहाँ पे एक सीज बताई गई है आपको कि ठीक है राइट्स तो समझ में आ गया है सेंशन में बाय लॉ एंड वी रिस्पेक्ट देम एंड ब्ला फंडामेंटल अब आप बायोलॉजी में पड़ते हैं फंडामेंटल यूनिट ऑफ लाइफ इस टाइप से कुछ-कुछ पड़ते हैं तो फंडामेंटल मतलब क्या जो बहुत बेसिक है तो यह जो अधिकारों का समंदर है ठीक है जिसमें बहुत सारे राइट्स आपको लिए गए इन पूरे राइट्स में कुछ राइट्स ऐसे होते हैं विचार वेरी एसेंशन फॉर यूर सर्वाइवन आपके जीवन तो ऐसे जो बहुत एसेंसफुल, बहुत ही बेसिक, बहुत ही फंडामेंटल राइट्स रहते हैं, उन्हें फंडामेंटल राइट्स कहा जाता है, because they are very fundamental to our existence, our life, therefore they are known as fundamental rights, और इसलिए उसे क्या कहा जाता है, fundamental rights कहा जाता है, समझ लाया है, fundamental rights क्या है, तो यह fundamental rights वाली कहानी भ और इस चलते हैं, हम उसे respect करते हैं, और कुछ-कुछ हमारे existence के लिए बहुत ज़रूरी है, इसलिए उन्हें fundamental rights कहा जाता है, अब fundamental rights जो है, तो जैसे अगर आप देखोगे, तो broadly 6 तरह के fundamental rights हैं, article, article चालू करोगे, आप 30, मतलब 13 से चालू करते हैं, जैसे अगर हम 13, 14 से specifically, त आपके Constitution में जितने भी rights दिये गए हैं, जितने भी articles दिये गए हैं, तो वो सारे Constitution के articles जो हैं fundamental rights से deal करते हैं. Constitution पूरा अपने आपने है चीज़ा और उन Constitution में fundamental rights के जो 10-20 articles हैं, पूरे के पूरे article अपने आपने हैं Constitution हैं. Fundamental rights जो है तो fundamental rights broadly 6 category में आप classify कर सकते हो, जैसे right to equality, right to freedom, right against exploitation, right to freedom of religion, cultural and educational rights, right to constitutional remedies. इन्हें एक करके हम समझेंगे आगे, ठीक है, यह वो rights हैं जो आपने class 8 में भी पढ़े, यह वो rights हैं जिनने आप शायद कह सकते हैं कि आम बाजचीत की भाषा में जैसे कुछ आपको कोई बोलने नहीं देने जात, बोलने नहीं देते, तो आप क्या बोलते हैं, we live in a democratic country, I फंडामेंटल राइट्स क्या है और अगर वह फंडामेंटल राइट्स को हम देखे तो देखने ब्रॉडली भी कैटेगराइज इन टू सिक्स कैटेगरीज एंड दिस सिक्स कैटेगरीज वियर गोइंट टू स्टेडी वन वाइवन ठीक है एक-एक सारी इसमें जाया बदल जहां आप यह मान कर चलते हैं कि वह प्रिवेल नथिंग विल प्रिवेल ओवर दीलो सबसे ऊपर कौन रहेगा लॉस पर रहेगा उसके बाद में प्राइम निस्टर प्रसिडेंट और विदायक जी और सांसद जी सबाइंगे समय तो सबसे ऊपर क्या रहेगा लॉर हैगा रूल ऑफ लॉज है तो वह क्वेश्चन इस्टैब्बिश करता है राइट ट्रैक्टर में क्या है कि आप सभी को समान नजरों से इक्वल कंस्टेडरेशन देते हुए रिस्पेक्ट करते हुए आगे बढ़ते हुए वह राइट ट्रिक्वेलिटी खेलाता है तो राइट ट्रिक्वेलिटी में कंस्टी ऑफ रूल ऑफ लॉट चलता है जहां पर नोवन इस अबॉव लॉट ध्यान रखना राइट ट्रिक्वेलिटी बेस्ट ऑन दी कंसेप्ट ऑफ रूल ऑफ लॉट जहां पर नोवन इस अबॉव लॉट जो होगा लॉट प्लाइज इन दिसेम मैनर्ड टू ऑल इट मींस आपको अपने पोस्ट पोजीशन एक्वली बनाएंगे और इस असन्स रूल आफ लॉग है which establishes right to equality fine, which establishes right to equality तो all citizens are subject to same law ठीक है, same law मतलब क्या है rule of law है, समझे तो example, prime minister facing trial तो जिसे आप हमारे देश में देखोगे तो हमारे देश में आपको यह देखने को मिलेगा कि prime minister जो है उन्हें तक मुकदमा उनके ऊपर तक मुकदमा चलाया कौन पीवी नरसिम्मा राओ की बात की जा रही है यहां पर ठीक है तो इस तरह से क्या होगा इस तरह से इस अगर आप देखोगे तो राइट टो इक्वालिटी ऐसे इस्टैब्ज किया जाता है कि आप रूल आफ लॉ लेकर चलो जहां पर इ अंडर रा��ट टो इक्वालिटी गवर्नमेंट शुड नॉट डिस्क्रिमिनेट अगेंस्ट एनी सिटीजन ऑन ग्राउंड ऑनली ऑफ रिलीजन रेस कास्ट सेक्स और प्लेस ऑफ बर्थ तो राइट टो इक्वालिटी में क्या बताया जा रहा है राइट टो इक्वालिटी म इस अदर ऑन ग्राउंड ऑली ऑफ रिलीजियन रेस कास्ट सेक्स और प्लेस ऑफ बर्थ सिर्फ इस कारण से क्योंकि वह महिला और पुरुष्य आप बेदवाव नहीं कर सकते हो समय आ रहा है तो आप क्या कर रहे हैं इक्वेलिटी स्टैबिश कर रहे हो एवरी सिटीजन शाल है इक्वल एक्सेस टू पब्लिक प्लेस लाइक शॉप्स रेस्टरेंट्स फोटोल्स एंड सिनिमा हॉल्स एंड देश डिस्क्रिमिनेशन आप सिर्फ प्लेस ऑफ बर्थ सेक्स रिलीजियन कास्ट के बारे से इस पर नहीं कर सकते हो और उसके अलावा हर इंसान जो है वह पब्लिक प्लेस जो है तो दूसरे इंसान के बराबर के हक में उन पब्लिक प्लेस को एक्सेस कर देता है ठीक है उसको उस पब्लिक प्लेस तक पहुंचने में आप किसी डिस्क्रिमिनेट नहीं करोगे धर्म के आधार पर जाति के आधार पर प्लेस ओफ बर्थ के आधार पर कि यहां पैदा हुआ है तो इस कारण से इन लोगों के लिए यह जगह नहीं है ऐसा नहीं फाइन वो चीज तो है वी सिटिजन शाल है एक्वल एक्सेस टो पब्लिक प्लेस लाइक शॉप्स रेस्टोरेंट्स होटल्स एंड सिनेमा हॉल्स एंड देर शाल बी नो रिस्ट्रिक्शन्स विद रिगार्ड टो देर यूज इक्वालि� पब्लिक जॉब्स की जब बात की जा रही तो पब्लिक जॉब्स की जब बात की जा रही तो उस केस में क्या होना चाहिए इक्वालिटी होना चाहिए अगेन अब यहाँ पे एक पॉइंट आ गया क्या आप बोलोगे सर पब्लिक जॉब्स जाने की क्या कि गवर्मेंट म तो यहाँ पर क्या हो रहा है यहाँ पर क्वेश्चन खड़ा हो रहा है क्या क्वेश्चन खड़ा हो रहा है कि दिन वाय गवर्नमेंट गिवस रिजर्वेशन और यह क्वेश्चन बहुत सारे बच्चों के मन में रहता है अब पढ़ना जैसे आजी स्टार्ट करते हैं कि इक्वेलिटी होना चाहिए पब्लिक जॉब्स में लेकिन आप रिजर्वेशन दे रहे हो तो आप किसी को फायदे दे रहे हो किसी को पीछे रख रहे हो ठीक है तो यह क्या हो गया यह तो कथनी और करनी में डिफरेंस हो गया बोल रहे हो कि इक्वेलिटी होना चाहिए ले equality, कैसे? अब वो मैं justify करता हूँ, reservations equality के principle के against में नहीं है, अब जैसे आप, आप सभी नहीं, यह वाला है, कहीं ना कहीं अपने family groups पे, whatsapp पे मैं जरूर देखा होगा एक बर और देख लो, क्या? अब देखा है एक हाती है, एक penguin, एक बंदर, एक मचली है seal है, ठीक, तो अब क्या हो रहा है for a fair selection, everybody has to take same test exam please climb that tree उन्हें बोल दिया कि fair selection हो fair selection करवाने के लिए है सबको एक जैसा test देना होगा और एक जैसा test ही होगा, क्या? एक जैसे टेस्ट ही होगा कि आपको सबको पेड़ पे चलना है तो अब क्या होगा ये मचली तो अपने आपको हमेशा मुर्ख समझ के बिठेगी कि वो तो कभी कुछ करी नहीं पाएगी क्यों आगे जब मैं तो अब बोलोगे सर इसका और इसका क्या ताल मेले यहाँ पे सब अनिकुल हैं और आप सबको अगर इक्वल करने की कोशिश करोगे बोल देगे कि सबको इक्वलिटी का उपर्चिनिटी दे रहे हैं सब पेड़ पर चाओ एक जैसा टेस्ट तो वो क्या हो गया वो इक्वलिटी नहीं वो इनिक्वलिटी हो गई वो एक तरह से क्या हो गई इनिक्वलिटी हो गई जब लोग अनिकुल पोजिशन पर हैं तो उन्हें अनिकुल तरीके से ट्रीटमेंट भी देना होगा आपको यहीं से रिजर्वेशन का कॉंसेप्ट नि कुछ लोग प्रॉस्परस नहीं थे कुछ लोग लोगर कास्ट विलाउंग करते थे उन लोगों ने डिस्क्रिमेशन बहुत फेस किया और अब आप बोल रहे होंगे चलो अब तो देश आ जा गया सबको ऑन यूर मार्क्स गेट से ट्रेडी को बराबर से दोड़ाते हैं तो बेटर ऑस पोजिशन में थे, ठीक है, दे, देस वाश शौर दे आ गोईंग टू विन, ये तैय था कि ये लोग जीज जाएंगे, तो उस कारण से क्या है कि जो लोग डिप्राइव्ट थे, अभी आपको उन्हें बराबरी का मौका देने के लिए क्या करना पड़ेगा, तो आप रिशन अगेंद राइट ट्रिक्वेलिटी नो वे आर नॉट वाय बिकॉज इक्वेलिटी डॉजन मीन गिविंग एवरीवन दिसेम ट्रीटमेंट इन ऑडर टो इंशार इक्वेल ऑपर्शनिटी इंशार करने के लिए आपको अनिक ट्रीटमेंट देना पड़ेगा तो इक्वेल्स शुट बी ट्रीटेड इक्वेली एंड अनिक वाल्स शुट बी ट्रीटेड अनिक विद्ध जो समार्थ स्थिति पर हैं अ उन्हें समान रूप से तोलो अब जैसे बंदरी बंदर होते हैं टीम में तो बंदरों में आपस में टेस्ट करवा दो बिकॉस वे आर इक्वल्स एंड वे शुट बी ट्रीडेडी इक्वली आप एकी कॉंपेटिशन करवाओ लेकिन आप यहाँ पर आप देख रहे हो अब जैसे मशली जो स्विमिंग करके जीत जाएगा वह आप इक्वल टेस्ट ले तो फिर इनकेस्ट इस्क्रिमेशन होगा समझ रहा हूं तो यहां पर अनिक्वल जो है तो जैसे रिजरेशन का एग्जांपल यहां पर यह सूट करता है कि जो लोग पीछे रह गए थे उन्हें आगे कर उनके लिए आपको track छुता करना पड़ेगा उनके लिए आपको वो रहे अब वो आपका वाला point मैं बिल्कुल agree करूँगा यहाँ पे कि सर अब तो वो लोग well off हो गए जो reservation का advantage आज भी उठा रहे तो वो modification की दर्वत है लेकिन पूरी तरह से reservation को खतम कर नहीं है यह अपने आप में से नहीं है फाइड तो यह चीज आपको ध्यान रखना है राइट विकल्टी में क्या देखिए राइट विकल्टी में हमने देखा कि किसी प्रकार से क्या होना चाहिए डिस्क्रिमेशन नहीं होना चाहिए इक्वल एक्सेस जहां पर अगेंस्ट में क्या है जो लोग प्रैक्टिस करते हैं तो आप इस पॉइंट्स क्वेश्चन समझ लो कैसे बनेंगे आपको अंसर मिल रहा है तो आपको बता दें टेलिग्राम चैनल पर नोट जाएंगे ठीक है तो अगर क्वेश्चन राइट इक्वेलिटी से जुड़ा हुआ था तो राइट इक्वेलिटी से सारी कहानी मिल गई आपको रिजर्वेशन अगेंड राइट इक्वेलिटी तो इसके बारे में आपको अजाधी को भी आपको आजादी तब तक है जब तक वो डिफाइंड है आजादी में आप हर चीज नहीं ले सकते हो फाइन तो उस सेंस में क्या है कि आजादी क्या है राइट टू फ्रीड़म में क्या हैगा तो राइट टू फ्रीड़म में फंडामेंटल राइण है और फ्री आपको बांधन ना लगे वह आपके ऊपर आपको बांधन ना गया हो जब आप बंधे नहीं हो तो आप आजाद हो फाइल और खुले हो इसका मतलब यह नहीं कि आपकी सीमा तैना की जाए समझ रहे हो बहुत गहरी बात बता देने बाद में तो बंधनों से आजादी है लेकिन उस आजादी के एक सीमा भी ताए होना चाहिए Clear है? तो Right to Freedom है वहीं वारी सारी चीज़ें मैं आपको समझाने वाला हूँ कि Right to Freedom क्या है? तो Freedom means Absence of Constraints Constraints मतलब किसी परकार के Restrictions ना हो अब ये Restrictions कौन लगा सकता है? तो Be it Individual or the Government तो ना Government ना कोई दूसरा व्यक्ति आपके आजाद होने पर किसी प्रकार से बंधन ना लगाए बंधिशी ना लगाए और जब आप इन बंधनों से इन बंधिशों से मुक्त हो मतलब क्या है कि आप आजाद हो तब आजाद हो फाइन तो freedom means absence of constraints be it individual or the governments फाइन तो under Indian constitution all citizens have the right to किस चीज़ का right है citizens को जिसे अगर आप देखोगे तो बता रहा हूँ freedom एक broad heading है उस freedom में आपको क्या ध्यान रखना है freedom of speech and expression assembly in a peaceful manner form association and unions move freely throughout the country reside in any part of the country practice any profession or to carry on any occupation trade or business तो इन सारी चीजों के आजाधी है अब आजाधी का मतलब यह नहीं कि वो ही मैंने आपको पत्थर उठा के किसी को भी मारने लग जाओ बोल जो आजाधी है जो हमारा Constitution है वो Citizens को इन सारी राइट देता है इन सारी चीजों पर Freedom की Freedom of Speech and Expression होना चाहिए Assemble in a Peaceful Manner होना चाहिए इन्हें आगे समझेंगे एक से Form Association and Union होना चाहिए Right to Move Freely Throughout the Country का अधिकार होना चाहिए Reside in Any Part of the Country ये एक अधिकार होना चाहिए पर Practice Any Profession or to Carry on Any Occupation, Trade or Business इस चीज के आजादी होना चाहिए Right to Freedom Comes with Some Reasonable Restrictions Right to Freedom जो है वो कुछ reasonable restrictions के साथ में आता है क्या है वो reasonable restrictions ध्यान रखना मैंने आपको बताया ना कि आजादी में भी सीमायत होना चाहिए तो वोई example लेके चले हम पत्थर वाला आप बोल रहो मैं तो अपने freedom का exercise कर रहा हूँ ठीक है ये मेरी आजादी है ठीक है I should be free to do what I have फील लेकिन आप तब तक फ्री हैं अपने एक्ट को परफॉर्म करने के लिए जब तक वह दूसरों के लिए प्रॉब्लम नहीं क्रिएट कर रहा इसके लिए चीज ध्यान रखना या स्टेटमेंट बहुत अच्छा है कि जो राइट टू फ्रीडम है ना इट कम्स विच सम रीजनेबल रिस्टिक्शन्स कि आपकी आजाधी एक्सरसाइस करने का आपको पूरी आजाधी दी गई है लेकिन उसके ऊपर रीजनेबल र कुछ भी claim नहीं कर लोगे कि मेरा right है कि मैं लोगों के बाल काट दूँ शिर्खे तो वो reasonable नहीं है ना it is sounding unreasonable वैसे ही क्या होगा कि यहाँ पे सरकार भी आपके आजाधी के उपर restrictions लगाएगी ठीक है तो आप बोलते हो कि ऐसे कैसे नहीं निकलेंगे लेकिन अगर सरकार बोल रही है कि बाहर COVID है तब बाहर नहीं निकल सकते हो तो वो जो restrictions लगाई है वो क्या है reasonable restrictions है समझेब अच्छे से तो इस तरह से क्या है right to freedom incorporates abroad राइट्स ठीक है जैसे राइट फ्रीडम ऑफ स्पीच एंड एक्सप्रेशन एसेमल पीसफुल मेनर फॉर्म असोस्टीशन एंड यूनियन मूव फ्रीली थ्रूआउट थी कंट्री राइट टू रिसाइड इन एनी कंट्री ठीक है यह सारा आपका फ्रीड public nuisance or disorder तो freedom जो है तो freedom क्या होना चाहिए freedom आप अपनी freedom को आप अपनी आजादी को ऐसे exercise करो कि वो public nuisance या फिर disorder create ना करें एक अच्छा और example लेते है लास्ट वो उसमें clear हो जाएगा जैसे freedom of speech and expression में आपका आपके पास यादिकार है कि आप गाना गाओ अपनी सुरीरी आवाज में कुछ express करना चाहिए तो वो freedom of speech and expression है आपका ठीक है वो freedom of speech and expression है लेकिन आप रात में दो बजे अपने छट पे पूरा speaker set लगा के mic में, ठीके, मैं हूँ, जियान टाइप से जोड़ों से गाने लगे, तब क्या होगा? तब आप क्या कर रहे हो? आप एक public disorder create कर रहे हो, आपके freedom से, दूसरों की freedom भी है रात में आराम से सोने वाली, उस पे encroach reasonable restrictions लगाये जा सकते हैं freedom is not unlimited license to do what one want यह चीज़ ध्यान रखना है उसमें आपको consider करना पड़ेगा what the other person standing in front of you is feeling by exercising your right ठीक है आप अपने right exercise करो तो सामने वाला कैसा feel कर रहा है वो चीज़ भी आपको ध्यान रखना होगी कहीं उसके rights ना void हो जाए therefore to protect larger interest of society government can impose certain reasonable restrictions fine What are reasonable restrictions which have rational or the government use such reasonable restrictions to protect the larger interest of the society? Whereby individuals should exercise their freedom, right to freedom in a way that they do not create problem for another person. समझ गए? ये right to freedom की कहानी थी हमारी. Right to freedom में जिससे आप देखों कि तो freedom of speech and expression पहली थीज हो गई. Fine, right to freedom में freedom of speech and expression मतलब क्या है कि everyone's idea of thinking is different and he or she should have दिस्ट रिडम टो एक्सप्रेस दें हर इंसान का क्या है अपने आपको मतलब हर इंसान का सोचने समझने का नजरीय अलग होता है इस कारण से कि हर इंसान अपने आपको एक्सप्रेस करने की भी आजाधी चाहेगा तो वह फ्रीडम ऑफ फ्री है तो ने क्रिटिसाइज करें कैसे क्रिटिसाइज करो तो यह चीज जहां रखना वन में पबलिसाइज हिस हर व्यू थू पैमपलेट मैगजीन न्यूसपिपर ठीक है अब इनके ऊपर क्या रिजिनेबल रिस्टिक्शिंस नहीं लगेंगे सर मतलब मैं जो लिखना चा और हवाला क्या दूँगा freedom of speech and expression आजाधी मेरे पास बोलने की नहीं आपके पास आजाधी जरूर है बोलने की लेकिन आपको इस चीज ध्यान रखना होगा कि freedom of speech and expression को जब practice करोगे तो वहाँ पे reasonable restrictions लगेंगे जैसे when exercising freedom of speech and expression you cannot use this freedom to instigate violence against others दूसरे लोगों के अगेंस्ट में violence नहीं instigate कर सकते हो कि आप अपना freedom of speech and expression लेके आपने सारे दोस्तों को जुमन बना के खड़ा कर ले और भाषण देने लगे चलो आज इसके घर पे हमला करेंगे तो आप किसी और के अगेंश में वाइलेंस इंस्टिगेट नहीं करवा सकते हैं आप फ्रीडम ओफ स्पीच एंड एक्स्प्रेशन का हवाला देके ठीक है यह रेजनेबल रिस्टिक्शन्स है हर स्लाइड पे एक आंसर है ठीक है, तो question ऐसे बन गया आपका, कि what are the reasonable restrictions on freedom of speech and expression, what are the points to be taken into consideration before exercising the freedom of speech and expression, तो आप ये points लिखेंगे क्या, कि while exercising freedom of speech and expression, हमें क्या करना होगा, we cannot use this freedom to instigate violence against other, ठीक है एक point, यू कैन नॉट यूज इट टू इंसाइड पीपल टू रिबेल अगेंस्ट दी कवर्मेंट ठीक है आप लोगों को इसके लिए प्रेरित्र नहीं कर सकते हैं कि आप क्या कर जाओ सरकार के विरुद्ध मतलब आप फ्रीडम और स्पीज एंड एक्सपेशन का हवाला तो बागी मूवी में यह अच्छे लगते हैं तो उस तरह से क्या देखने को मिलता है यह वाला point जो है यह वाला point भी बताता है यहाँ freedom of speech and expression में आपको इन points को consider करना होता है यहाँ पर reasonable restrictions लगाए जा सकती है ठीक है neither can you use it to defame others by saying false and mean things that cause damage to their personal reputation किसी को दिफेम कर रहे हो गलत कह रहे हो किसी के बारे में तो वह क्या हो सकता है किसी को डिफेम कर रहे हो किसी को गलत कह रहे हो किसी के बारे में तो यह क्या हो जाएगा यह एक तरह का उस पर्सन की रेपेटिशन जो उस पर्सन की रेपेटिशन को खराब करने वाली बात हो जाएग तो यह हमारा भी ब्रॉड राइट टू फ्रीडम चल रहा है तो राइट टू फ्रीडम में क्या है एक फ्रीडम आपकी स्पीच एंड एक्सप्रेशन की दूसरी फ्रीडम आपकी किस चीज की है कि सिटीजन्स हैव दी फ्रीडम टू होल्ड मीटिंग्स प्रोसेशन्स रेली� association मनना चाहें, rally करना चाहें, protest करना चाहें, तो उस चीज़ की व्याज़ादी है, citizens opt for this mechanism, मतलब right to freedom में हम इस अधिकार को exercise करते हैं, to discuss a problem, exchange ideas, mobilize public support, or to seek votes, votes seek करने के लिए political parties बना रहें, तो वो भी क्या है, वो हमारा एक तरह से क्या है, freedom है, freedom to make associations, organizations, political party बना रहे हैं, तो such meetings, demonstrations should be peaceful, पीपल शुट नॉट कैरी वेपन विद देम ठीक है और यह जो मीटिंग अब यहां पर इतनी जी ध्यान रखना है कि जब किसी भी तरह का क्या हो रहा है प्रोसेक्शन निकाल जा रहा मतलब कह सकते एक तरह से जुलूस निकाला जा रहा है रेली निकाली जा रही क्या है यह जो है यह स्ट्रिक्शन है कि आप आप मीटिंग करो प्रोसेशन निकालो रेली निकालो डेमोंस्ट्रीशन और गनाइस करो हर चीज के आदादी आपको वे लिए डेमोक्रिटिक टीम हत्यार रहेंगे तो कब कहां हमला हो जाए तब झड़प हो जाए फिर सरकार तो यह सबको समाल पाएगी एक तरह से अपन कि क्या करते कभी करी बंदूकों से हवाई फाइरिंग करते रेलीज में शादियों में तो यहां पर स्पेशल परमिशन लेकर किया सकता है कि गवर्नमेंट को पहले से पता तो वह उस हिसाब से प्रिपेयर्ड है समझे गवर्नमेंट हिसाब से प्रिपेयर्ड है तो कैन एनीवन फ्रॉम ऑर्गनाइजेशन स्कैन एनीवन फॉर्म ऑर्गनाइजेशन बात यहां थी तो यहां पर क्या होगा तो यह इट इडिवीजियल टू फॉर्म ऑर्गनाइजेशन इडिवीजियल ऑर्गनाइजेशन बनाने के लिए फ्री वर्कर्स इन फैक्टरी सिटिजन्स एड वेरियस लेवल अगेंस्ट करप्शन पॉलिशन एक्सीटरा है फॉर्म ऑर्गनाइजेशन से ठीक है तो अन्ना हजारे के नैतरित मदिलिस अगर आप देखोगे लोगपाल के लिए करप्शन के अगेंस्ट में मुव्मेंट्स चले ओर्गनाइजिशन्स बनाई गई डेमोंस्ट्रेशन्स आए ठीक तो इस तरह से एनि� राइट टू फ्रीडम में आपने देख लिया है freedom of speech and expression, freedom of having meetings, processions, rallies, demonstrations ये भी एक issue हो गया अगला और देखोगे जैसे third point तो right to freedom के अंदर में freedom to travel to any part of country भी आपका एक अधिकार है ये भी एक आपके पास में right है क्या कि आप देश के नागरिक हो तो citizens are free to reside and settle in any part of the territory of India right to freedom एक broad right हो गया उसके अंदर में freedom of speech and expression, freedom of protesting ठीक है, holding meetings, parties, rallies, demonstrations, यह अंदराइट आ गया, तीसरा एक और freedom के अंदर आपको इस चीज की भी freedom है that you can travel to any part of country, देश के नागरी हो ना, तो अब ऐसा तो नहीं है कि मद्रप्रदेश तो उत्तरप्रदेश जाने के लिए visa लग जाएगा, कि एक ही देश का भाग है तो आप जा स तो यहां पर क्या है यहां पर रिजनेबल स्टिक्शन आगेन वहीं आ जाते है क्या कि कुछ एरिया जैसे नौर्थ इस्टेंट से ट्राइबल स्ट्रीट से वहां पर कल्चर बहुत सेंसिटिव है वहां पर जो ट्राइबल है तो वह उतने मतलब आप जैसे देखते हैं तो कह रहा है राजस्थान में रह रहा है उससे जाकर क्या साउथ इंडिया में सेटल होना है तो ही और शीघ्र फ्री टू सो सब्सक्राइब वह इस रहता है तो इंजॉयंग इस राइट पीपल माइग्रेटेड फ्रॉम विलेज टू टाउंस पूर रीजन्स टू दी freedom of speech and expression, freedom to travel in any part, freedom to form associations वगरा ये सारी चीजें, तो वही freedom आपको occupation के terms में भी है, ऐसा नहीं है कि पहले ऐसा system चलता था क्या, कि जो hair cut करते हैं तो उनके बच्चे भी hair cut करेंगे, ठीक है, जो कपड़े दोते दो भी हैं तो उनके बच्चे भी दो भी बड़ेंगे, पहले ऐसा तो वह सारे काम कर लेता है उसी टाइप से क्या है कि यहां पर यह जो फ्रीडम एक्सटेंट टू दी चॉइस ऑफ पिछले ऑफ पि तो डॉक्टर बनूंगा तो मुझे दे दो बस स्टेथोसकोप और एक सिजेरियन ब्लेड वगेरा लाओ किसी का ओपरेशन कर दो तो ऐसा भी नहीं है उसके लिए आपको क्या है डॉक्टर बनने के लिए प्रॉपर एक डिग्री चाहिए रहेगी समझे वो चीज़ ठीक है नहीं यह याला पार्ट चेंज होगा यहां पर ठीक है फ्रीडम अगेंस्ट डिटेंशन वाला पाइट है यहां पर फाइड यह जो तो रिमेन फ्री उस टाइप से कि आप आजाद रहे आपको बिना किसी कारण के बिना प्रोसीजर स्टैबिश बाई लॉ के अरेस्ट नहीं किया सकता है प्रोसीजर स्टैबिश बाई लॉ मतलब क्या होता है कि जिस तरह से लॉ में बताया गया है कि आपको जिस तरह से लॉ में बताया का मतलब कि जिस तरह से आपको लॉ में ये क्लेरली स्पेसिफा� अब किसी को अरेस्ट करना है तो क्या एक प्रॉपर लीगल नोटीस दिया जाएगा उसका अरेस्ट किया जाएगा 24 घंटे के अंदर उसको क्या जाएगा कोर्ट के सामने प्रेजेंट किया जाएगा तो आपको पूरा प्रोसीजर प्रोसीजर चलिश बाय लॉ यानि कि everything should be governed by the law and if the things are not governed by the law no person can be denied his right to be free man ठीक है free man मतलब क्या आजाद रहने के आजादी उससे नहीं छड़ाई जा सकती है right during the detention or arrest by police तो जब police arrest करती है तो उस समय पे भी अधिकार होते हैं इनसान के क्या कि government or police officer cannot arrest or detain any citizen unless he has proper लीगल जस्टिफिकेशन तो गवर्नमेंट जो है तो गवर्नमेंट या फिर पुलिस जो है वह किसी को भी ऐसे ही अरेस्ट नहीं करती कि रोड चलते हैं तुम गलत साइड पर चल रहा और इसका लेने जब तक प्रॉपर लीगल जस्टिफिकेशन नहीं देगी सरकार आप पूछ सकते हो कि अरेस्ट करने आया हूं क्या वारिंट है आपके पास में ठीक है देखो फिर वारेंट लाव पकड़ेंगे उसे तो वह एक्सेप्शन रहते हैं बहुत सारे अलग-अलग तरह के मतलब कैसेस फिर अलग-अलग होते कैसेस के इंटेंसिटी के हिसाब से राइट बदलते हैं लेकिन इन जनरल एक जो चीज है कि किसी एक आम इंसान को उसे लगा जाएगा वाली चीज ठीक है गवर्नमेंट और पुलिस है फॉलो सम प्रोसीजर वाइल अरेस्टिंग समवन ठीक है जब प्रोसीजर फॉलो करना पड़ता है फाइंड तो गवर्नमेंट और पुलिस हैस टू फॉलो सम प्रोसीजर वाइल अरेस्टिंग समझ वह प्रोसीजर में क्या होगा तो वह प्रोसीजर में यह सारी चीज होगी कि इनफॉर्म दिजन फॉर अरेस्ट एंड टेंशन टू आप पर संवर्ड तब से पहले इस इंसान को अरेस्ट कर उसे तो बताओ कि क्यों अरेस्ट कर रहे हो ठीक है इस इंसान को इनफॉर्म कर जाए उसे पूरा का पूरा क्या किया जाएगा वारेंट दिया जाएगा दिए अरेस्टेड पर संशाल भी प्रोफी प्रदिउस बिफॉर थी मैजिस्ट्रेड विदिंग ट्रेंड विदिंग पीरिड ऑफ 24 आर्स ऑफ आरेस्ट अब इसे अरेस्ट कर लिया गया तो अरेस्ट करने के 24 घंटे के अंदर उस अरेस्टेड पर संग आपको क्या करना पड़ेगा पुलिस के सामने आपको अपने पूरा अधिकार करने के लिए आवश्यकता है। यह अधिकार है। इन चीज़ों को गवर्नमेंट और पुलिस दिखाना होता है। तो यह अधिकार है। जैसे राइट टू फ्रीडम के अंदर चौथी कैटेगरी देखोगे। फ्रीडम टू बी अ फ्री मेन ठीक है मैंने विमेन दोनों कंसिडर करने तो आप जब तक आजाद है तब तक आपके ऊपर बाय लॉडर ऑडर ऑफ कोर्ट के हिसाब से आपके ऊपर क्या मुकदमा नहीं चलाया जा रहा है ठीक है यू कैन आस फॉर दिलीगल इस टिफिकेशन में समय इसका मिल दो अरेस्ट यू तो अब वोडर आफ तो बताया ऐसे है जैसे हम यह ट्राइम करने वाला है तो अगर इसके अलावा तो मैं राइट ट्रीक्वालिटी राइट टू फ्रीडम देख लिया है उसके साथ में क्या आप right against exploitation भी एक अधिकार है मतलब right against exploitation, exploitation देखो वैसे तो अगर आप जिस देखोगे तो freedom के अंदर एक right अपने आप में जाता है right to equality and liberty जो है equality और liberty देती इसका मतलब यह भी है कि आपको equally treat किया जाए आपको आजाधी हो तो उसके चलते आपको कोई भी exploit नहीं करेगा उसके चलते आपके साथ शोषन किसी प्रकार से नहीं होगा मानसिक, सारेरिक, आर्थिक किसी रूप से आपके साथ में कोई भी exploitation नहीं होगा वो चीज वो नहीं होगा क्योंकि इक्वेलिटी और लिबर्टी वाला जो राइट्स दोमने दो अभी दो पड़े राइट्स आगे वो अपने आप में इतने सारे चीजों को इंकॉर्परेट करके चल रहे हैं लेकिन डिस्पाइट दिस येट दी कॉंस्टिटिशन मेकर्स थ एक्सप्लाइटेशन ना हो ऐसे प्रावधान कर दिये गए लेकिन उसके बावजूद भी कंस्टिटीशन मेकर्स जो थे वोनों कंस्टिटीशन में एक्सप्लिसिटली यह लिखा है ताकि जो वीकर सेक्शन है उस वीकर सेक्शन को एक्सप्लाइट होने से बचाया जा सके क्या लिखा है देखो तो तीन सब पॉइंट दिये गए हैं जिसे अगर आप कंस्टिटीशन में अंदर उठा के देखोगे तो आपको मिलेगा कि right against exploitation जो है तो right against exploitation मे ट्राफिक इन यूमन बीइंग ठीक है तो यूमन बीइंग्स जो है तो यूमन बीइंग्स में ट्राफिक ना हो मतलब क्या होता है ट्राफिक यानि ट्राफिक मेंस सेलिंग एंड बाइंग ऑफ यूमन बीइंग्स खरीदे जा रहे हैं औ देह का व्यापार होता है जो जहां पर आपका देखने में मिलता है कि लड़कियों को खरीद के बेच दिया जाता है फाइन उसे के साथ जैसे बच्चे हैं तो उनकी किड़नी बिटनी निकालने के लिए खरीद लिया जाता है बेच दिया जाता है तो प्रोइबिशन आफ ट्रैफिक इन यूमन मींग्स को खरीदा बेचा ना जाए यूमन मींग्स जो है वो एक इंडिविज़ल डिग्निटी लेके चलते हैं और उनकी डिग्निटी है कि वो आजाद रहे हैं राइट टू फ्रीडम ने पड़ा है तो राइ� चेक एंडर दी कंस्टिटूशन वाट आर दी लॉस तो वह किसी भी तरह से सवाल आ जाए सवाल बहरूपिया होता है तो सवाल किसी भी तरह से आ जाए आपको ऐसे दिखान रखना है ठीक है ऐसे दिखान रखना है तो प्रोहिबिशन आफ ट्रैफिक इन हुमर मींस ट्रैफि प्रोहेबिशन मतलब रोक लगा देना प्रोहेबिशन ऑफ फोर्ज लेवर और बेगार क्या है कि आप काम करवा है किसी से उससे आपने आज काम करवा है उससे पैसे दो महीने के अंड पर देना चाहिए महीने के अंड पर पैसे दो बेगार वही होता है फोर्च लेवर या क्या जबरण कम पैसों में बिना उसकी इक्षा के काम करवाए जा रहा है या फिर तो यह नहीं चलेगा अब प्रैक्टिस देगार क्या होता है प्रैक्टिस वेर वर्कर इस फोर्स टू रेंडर सर्विस फॉर फ्री और एटन नॉमिनल रेमिनेरेशन तो आप किसी को इस तरह से काम नहीं कर सकते हो किसी से आप इस तरह से सर्विस नहीं लिख सकते हो कि लाओ फ्री में काम करो या फिर बहुत कम पैसे में काम करो रेमिनेरेशन मतलब पैसे देना ठीक है यह गलत है बॉंडे लेबर इफ परफॉर्म्ट ऑन लाइफ लॉन बेसिस बॉंडिड लेबर जो होता है इसको मतलब क्या है कि लाइफ लॉन बेसिस पर बंदुआ मजदूर जिसे कहते हैं कि एक बार पैसे देकर जीवन भर काम करवाना कटपपा टाइप से ठीक है तो वो भी क्या होगा वो भी गलत होगा I hope you got it sorry तो ये चीजे राइट एगिन्स एक्सप्लोइटेशन में यह भी बतायागा कि लेबर्स का एक्सप्लोइटेशन है, विमेन का एक्सप्लोइटेशन है, वेन दे आर बिंग ट्राफिक्ट, ठीक है, उसी के साथ में क्या है, चाइड लेबर भी क्या एक तरह का एक्सप्लोइटेशन ह और इन एनी अदर हजार्डियस वर्ग तो 14 साल से नीचे की बच्चों को आप पहली बात तो काम पर नहीं रख सकते हो ठीक है औरोंने किसी भी तरह के काम पर इंगेज नहीं करो और खास करके हजार्डियस वर्ग जैसे आपको एक एग्जाम्पल बताता हू� पठाके बनाने वाली तो उसमें क्या है छोटे-छोटे पठाकों में बारूद डालना होता तो छोटी-छोटी उंगलियों से अच्छा काम होता है तो इसके लिए क्या बच्चों को काम पर रखा जाता है पठाके बनाने वाली फैक्ट्रीज में तो वह क्या हो गया वह चाइ तो human trafficking human trafficking, bonded labor और child labor तो ये सब कुछ बताया गया है human trafficking मतलब खरीदना बेचना, bonded labor, बंदुवा मजदूर बना लेना child labor मतलब बाल मजदूरी करवाना बच्चों से अब बोल रहोंगे कुछ बच्चों के मन से hazardous work नहीं है, ठीक है this is something which you are going to appreciate when you will be in your 20s, late 20s के हाँ fine, आगे बढ़ते हैं अगर तो अब जैसे क्या हो गया जैसे आपने देखिए फ्रीडम ऑफ इक्वेलिट मतलब फ्रीडम राइट में हमने क्या देखा राइट ट्विक वेलिटी देखा राइट टू फ्रीडम देखा राइट अगेंस्ट एक्सप्लॉइटेशन देखा उसके आदमें क्या है र जिस तरह से चाहें उस तरह से प्रैक्टिस कर सकते हैं रिजिनेबल रिस्टिक्शन यहां भी होंगे रिजिनेबल रिस्टिक्शन हर जगा होंगे रिजिनेबल रिस्टिक्शन हर जगा मिलेंगे आपको तो अब यहाँ पे freedom of religion मतलब क्या है कि आप जिस तरह से जिस धर्म को मानना चाहें ठीक है religious रिजिडनेस नहीं होगी जैसे हमने क्या देखा साउधी अरेबिया का केस देखा कि साउधी अरेबे की केस में वहां पर लोगों के पास में धार्मिक आजादी नहीं है थी वहां पर आपको जो स्टेट का रिलीजियन है उसके टूट्स अपनी एलिजियन दिखाना पड़ेगी आप नहीं फॉलो कर रहे हो तो मत करो लेकिन अपने पार्टमेंट रहकर ना फॉलो करो पब्लिकली नोट कंडेम दी स्टेट रिलीजियन ओवर दिया तो उस तरह से हमारे वह पूरे विश्व में कहीं नहीं मिलेगी जितना हमारे हाँ इंडिविजियल जो है रिलीजियन को लेकर टॉलरेट करते हैं कंट्री जितना टॉलरेट करती है ठीक है विश्व बिप्रॉब्ड ऑफ आर कंट्री फॉर देट तो राइट टू फ्रीडम इंक्लूड्स राइ� सरकार यहाँ पर क्या करती किसी एक धर्म को प्रमोट नहीं करती किसी एक धर्म से नाराज़गी नहीं जताती सबको बराबर तरीके से इक्वल डिस्टेंस पे क्या करती है देखती है और सभी धर्म जो है तो सभी धर्म को इक्वली सपोर्ट भी करती है इस तरह का सेक्लरिजम आपको इंडिया में देखने को मिलेगा एट टाइम्स इंडियन गवर्मेंट इंटरवीन करती रिलिजियस मैटर्स में टू एंड दिस्क्रिमिनेशन वही धर्म के नाम पर आप कुछ नहीं कर सकते हो जैसे धर्म के नाम पर आप अंटचेबिलि रिलीजिया का लेकिन सरकार उसको बैन कर दिया क्योंकि फॉर दिपेटरमेंट ऑफ रिलीजियन धर्म के नाम पर विमेन के साथ डिस्क्रिमेशन नहीं कर सकते हो जैसे त्रिपल तलाक में होता था तो सरकार ने क्या कर दिया उसको बैन कर दिया तो रिलीजियस मेटर में इंटरवीन करती है सरकार यह इन इंडियन से क्लिक रिजम कि ऐसा नहीं है कि बोलते हो तो आपको पूरी आजादी है टू फॉलो दीप रिलीजियन ऑफ यूवर विच यू लाइक लेकिन उसके साथ में क्या है आपको equality, freedom, exploitation वो सारे points भी ध्यान रखना होंगे ठीक है तो every citizen has a right टू प्रोफेस प्रैक्टिस एंड प्रोपागेट मतलब बताना अपने धर्म का प्रचार करना अपने धर्म को प्रैक्टिस करना हर चीज ठीक है दिए विशेष एंड है राइट टू प्रोफेस प्रैक्टिस एंड प्रोपागेट दिलीजन आफ हिज़र चॉइस आप पर संशीट चेंज रिलीजियन ऑन हिज हर ओन विल ठीक है और एक जो इंडिविजियल होता है तो उसके पास में क्या है अपना धर्म बदलने की पूरी आजादी होती है अपनी खुद की चाहा पे कोई फोर्स कर रहा है वो गलत है लेकिन अगर वो खुद इंसान जो है वो बदलना चाहा रहा है अपना धर्म तो he or she is allowed to do so fine but no one should compel अनदर परसन टू कनवर्ट बाय फॉर्स फ्रॉड इंडूजमेंट और अलूरमेंट तो यह चीज ध्यान रखना होगी कि किसी को भी फॉर्स नहीं किया चाहिए इंसान जो है तो बट नो वन शुट बी कंपल नो वन शुट कंपल अधर परसन टू कनवर्ट आप किसी को जबरान प्रेशराइज नहीं कर सकते हो यू शुट बी फ्री टू फॉलो दी रिलीजियन विच यू वांट अगर आपको धर्म बदलने की चाहि� किसी के डर में आके, inducement मतलब आपको जो बोलते हैं लाओ एक करोड रूप दे रहे हैं अपना धर्म दल लो, तो इस तरह से allurement से, किसी भी तरह से ऐसा जो करेगा वो भी गलत हो, जो धर्म दल रहा है वो भी गलत, ये चीज रहेगी, समझ में आया, right to freedom of religion में क्या है, right to freedom of religion ह धर्म के नाम पर लेकिन आप ऐसा है नहीं कि कुछ भी कर सकते हो ठीक है आप धर्म फॉलो करो प्रोपेगेट करो प्रैक्टिस करो प्रोफेस करो सारे जो प्रिंसिपल्स हैं रिलिजिन की जो टीचिंग्स है उन्हें लेकिन आप हर वो चीज नहीं कर सकते हो जो unreasonable हो जैसे sacrifice animal or humans humans or animals को ऐसा आप बोलो कि सर बकरे तो काटे जाते हैं पर्स्टेक्टिव से अब जैसे मीट लोग टंजीव करें वह चीज हो गई फिर अगर आप देखोगे कि बाल तो काट देते हैं आप सब पूरे तो वहां पर क्या होता है तो यह नहीं किया जा सकता है फिर क्या है गवर्नमेंट वर्ग ऑन बींग सेक्यूलर अब गवर्नमेंट ने क्या किया है इस रिलीजियस रिलीजन राइट फ्रीडम ऑफ रिलीजन को लोगों को प्रैक्टिस करने का मौका देती और हॉटी गवर्नमेंट इंचॉस देट रिमेंस इंट्रीट्यूट्स इंस्ट्रीट्यूट्स इंस् यहाँ पर क्या धर्म का प्रचार किया जा सकता है आप धर्म के बारे में बता सकते हो बट यू के नोट कंपल एनी परसन नो परसन शाल बी कंपल्ड आप किसी को धर्म के नाम पर मजबूर नहीं करोगे कि यार नहीं क्या करेंगे तुम्हें मानने पड़ेगा प्र राइट्स आफ दी माइनोरिटीज अभी हमने क्या देखा पिछली स्लाइड पर देखा कि रिलिजियस राइट्स है फ्रीडम ऑफ रिलिजियन है तो जिसके चलते क्या है हर इंसान के पास वह आजादी की वह जिस धर्म को फॉलो करना चाहे प्रैक्टि जब हम किस चीज की बात कर रहे हैं रिलिजियस फ्रीडम की बात कर रहे हैं फ्रीडम के अंदर फ्रीडम वाले राइट के अंदर रिलिजियस फ्रीडम ऑटोमेटिकली या जाती है और रिलिजियस फ्रीडम वाले राइट के अंदर ऑटोमेटिकली या जाता है कि सबको अपन तो क्या होंगे अब आप बोलों सर माइनरिटीज के ही क्यों में इसके बिना चाहिए राइट्स तो इसी चैप्टर में आपको बता दिया था कि माइनरिटीज पर इसलिए फोकस कर रहा है क्योंकि डेमोक्रेसी में यह तो प्री कंसीव्ड है कि डेमोक्रेसी रिसाइड वाल्ड मैजोरिटी तो हमेशा डेमोक्रेसी में क्या रहेगी अपरेज लेकर चलेगी खत्रा माइनोरिटी को वह समाना जाता है ठीक है समाना जाता है कि माइनोरिटी जो माइनोरिटी को एक्स्ट्रा प्रोटेक्शन की में स्पेसिफिक राइट्स होते हैं जो मैजोरिटी के प्रोटेक्शन के लिए होते हैं उनके कल्चर और एडिकेशनल राइट कि कल्चरल और एडिकेशनल राइट्स मैंनेटिस के कैसे स्पेसिफाई करता है वह चीज समझो तो एनी सेक्शन आफ सिटीजन्स विद डिस्टिंग्ड लैंग्वेज और कल्चर है और राइट टू कंजर्विट यह एक चीज हो गई क्या कि कोई भी सेक्शन तो उसके पास पूरा अधिकार है उसे वह प्रोटेक्ट करें प्रेसर्व करें और इस प्रोटेक्शन प्रेसर्वेशन की प्रोसेस में सरकारें जो होती तो सरकारें क्या करती हैं मदद देती है सरकार मदद पहुचाती है सरकार कैसे मदद पहुचाती है तो जो गवर ताकि अपने culture को preserve कर पाए सरकार support करती है admission to any educational institutions maintained by government or receiving government aid cannot be denied to any citizen on the ground of religion or language अगला important point क्या है? अगला important point यह है कि admission जो educational institutes में जो कि government के द्वारा maintained है या फिर government जिन्हें support कर रही है ऐसे institute में आप education किसी को सिर्फ इस basis पर की religion है उसकी caste है, उसकी language है इग्नोर नहीं कर सकते हो आप ठीक है यू नोट डिनाइए एनीवन ऑन दी बेसिस ऑफ लैंग्वेज और रिलीजन वाय बिकोस गवर्नमेंट यही नहीं कि कल्चर एडिकेशनल राइट से तो सरकार जो एटलीज सरकार के द्वारा मैनेज और ऑपरेट मेंटेंड एडि� किसी प्रकार का डिस्क्रिमेशन आप नहीं कर सकते हो तो क्या प्राइवेट में कर देंगे नहीं प्राइवेट में नहीं होगा लेकिन आल माइनरिटीज मतलब वही बात है कि क्या प्राइवेट इंस्टिटूट्स में डिस्क्रिमेशन हो जाएगा तो प्राइवेट इंस्� कि माइनोरिटी सिर्फ धर्म के अलहार पर नहीं होते माइनोरिटी लैंग्वेज की बेसिस तो भी हो सकते हैं फॉर एग्जांपल अंद्रप्रदेश में तमिल लैंग्वेज जो रहेगी वह क्या रहेगी तमिल लैंग्वेज जो रहेगी माइनोरिटी कहलाईगी क्योंकि वहां पर तेलगू वाले मेचुरिटी में होंगे ठीक है तो अब यहां पर क्या है कि तमिल लैंग्वेज स्� जो minorities है in related terms they have the right to establish and administer educational institutions of their choice ठीक है तो उन्हें अपनी choice के educational institutes को अपने culture को अपनी language को preserve करके आगे बढ़ाने के लिए आजाधी है कि वो institutes चलाएं और उस तरह से हैं तो यह तीन point ध्यान रखना कि constitution क्या specify करता है for cultural and educational rights of minorities that the minorities having a distinct culture or language are free to conserve it educational institutes में जो government के दारा support होगा उन्हें किसी भी तरह से deny नहीं कहेगा admission और तीसरी चीज कि वो minorities अपने खुद के educational institutes establish कर सकते हैं उन्हें administer कर सकते हैं these are the three provisions समझे these are the three provisions अब आगे जैसे और समझें तो आगे क्या है आगे ये how can we secure these rights अब हमने rights तो पढ़ लिये सबको summarize in the sense कि हमने कौन से rights पढ़े चैप्टर में तो हमने broadly वह ने ब्रॉडली सबसे पहले यह दिखा कि केस स्टेडीज पड़ी ग्वांटनामो बे की साउधी रेबिया की कोसोवो की और हमने एक चीज क्लियर करते हैं कि समझ ली कि राइट्स जो उनका वायलेशन कहें भी हो सकता कैसे भी हो सकता समझी राइट्स आर दी वीजिनेबल फ्लेंट ऑफ पर संठिके रिकोगनाइज बाय सोसाइटी एंड सेंशन बाय लॉस तो राइट्स को राइट्स जरूरी होते हैं वह सब्सक्राइब करें जो बेसिक होते हैं, fundamental होते हैं, यह fundamental rights कहा जाता है, और fundamental rights की broad categories में, right to equality, right to freedom, right against exploitation, इंडिविजियल्स के rights होते हैं, to be a free man, तो arrest वगरा के time period में आपके जो अधिकार होते हैं, right against preventive detention, यह सारी चीज़ें, यह सब कुछ पढ़ा, उससे के साथ में हमने religious rights की बात करी, religious rights के साथ में, cultural and educational rights की बात करी, अब यह सारे अधिकार के एक तरह के, प्रॉमिसेस हैं जो सरकार ने हमें कर लें अब प्रॉमिस करना और प्रॉमिस को पूरा करना दो अलग-अलग चीज है कि मैंने आपसे प्रॉमिस किया कि आपको इक्वेलिटी का अधिकार है लेकिन इक्वेलिटी नहीं मिली आपको तब क्या पॉइंट यह आता है तब क्या तो उस सेंस में क्या होता उस सेंस में इंपोर्टेंट क्वेश्चन यह है कि यह नहीं इंपोर्टेंट क्वेश्चन यह है कि हो गए निस्ट्री राइट्स कि इफ राइट्स आफ वाइलेटर और दिस राइट्स आफ नॉट बिन एंड फोर्स देख वाइट इस दिखिए उसके बाद क्या राइट्स में मिले ही नहीं तो लिख दिया आपने सिर्फ अशौरण जरूर नहीं है उनका रियल लाइफ में इंप्लीमेंटेशन जरूरी है तो इंप्लीमेंटेशन अगर नहीं हुआ तो क्या और इंप्लीमेंटेशन कैसे करोगे तो जैसे यहाँ पर कुछ बड़ा अच्छा है कि वाइफ अंडामेंटल राइट्स आर कॉल्ड सो फंडामेंटल राइट्स को फंडामेंटल क्यों कहते हैं और वाट मेक्स देम सो इंपोर्टेंट तो एक चीज तो मैंने बताए कि फंडामेंटल राइट्स फंडामेंटल इ वह लाइफ के लिए फंडामेंटल है इसलिए फंडामेंटल राइट्स कहा जाता है लेकिन उसके अलावा जो पॉइंट है कि वह ने फॉर्टेंट तो देखो इंपोर्टेंट या फिर देखना में टल बिकॉस ऑफ दिन एंड फोर्स यह नेचर ऑफ फंडामेंटल राइट्स देख सुनेंगे एंफोर्स करवा सकते हो आप उसके अगेंस्ट में क्या मान सकते हो उनका रिस्टोरेशन मान सकते हो यह एक इंपॉर्टेंट चीज है एक अच्छा एग्जांपल देता हूं मैं आपको क्या एग्जांपल है कि आपने कार लेकर आये ठीक है आपने कार लेकर आये तो कार लेन इस तरह लिया इंशॉरेंस करवाना मतलब राइट देते जैसा है कि हां इंशॉरेंस करवा लेने की राइट है राइट से लेकिन कल को कार्ट ठुका जाती है और अब क्लिक करने जाओगे क्या कि मेरा इंशॉरेंस तो मतलब मेरी कार्ड हो गई अब इंशॉरेंस था तो इंशॉरेंस के अकॉर्डिंग उसका क्या होना चाहिए रिपेयर होना चाहिए ठीक है वह रिपेयर हो जाए अगर तो चीजे काम की वैसे ही आपके rights insurance की तरह थे कि rights आपको ensure कर दिया कि आपके साथ गलत नहीं होगा लेकिन अगर गलत हो गया तो क्या वो सही हो सकता है क्या वो insurance के अगेंश में claim मिलेगा तब तो वो insurance काम का ना वैसे ही वो rights है लेकिन वो rights के violation पे अगर restoration नहीं हो रहा तो rights किस काम के ये point रहता है तो आप यहाँ जिसे देखोगी कि fundamental rights fundamental क्यों है क्योंकि because of the enforceable nature of fundamental rights ठीक है वो enforceable है अगर उनका violation हुआ तो उन्हें enforce के किया जा सकता है ठीक है विकेशन सी इनफॉर्समेंट फंडामेंटल राइट्स इन केस ऑफ देर वालेशन अगर उनका वालेशन होगा फंडामेंटल राइट्स का तब हम क्या कर सकते हैं विकेशन सीखो एंफॉर्समेंट के हमारे फंडामेंटल राइट्स का वालेशन हुआ तो उन्हें एंफॉर्स किया जाए और इसी क रिस्टोरेशन सीख करना भी अपने आपने एक फंडामेंटल राइट है और वो जो राइट है वो किस नाम से आना था राइट टो सीख कॉंस्टिटूशनल रेमेडीज रेमेडीज क्या है मतलब बिमारी है तो बिमारी के अगेंस्ट में समधान है सलूशन है वो कि constitutional remedies article 32 article 32 इस चीज़ को इस कारण से जाना जाता है क्यों क्योंकि वो आपके अधिकारों को empower करता है कैसे अधिकारों को empower करता है कि वो सारे rights है लेकिन उनके violation पर कुछ नहीं है तो वो rights किसी काम के नहीं है लेकिन ये जो अपने आप में एक rights है कि उनके violation पर आपको restore करके देंगे ये भी आपका fundamental rights है उन सारे rights में भी जान आ जाती है ठीक है तो in case of the violation of the fundamental right we can seek remedy through courts ठीक है तो आप दिखती बात है कि अगर मान लो जैसे मैंने कहता है country में सबसे ज़्यादा powerful आपके सामने कौन है सरकार है state है अब state ने क्या किया बिना किसी reason के मतलब covid भी चले गया reasonable restrictions भी नहीं थे कोई रिस्टोर करवाने के लिए सरकार बोलिग चलो जाओ तो आप क्या करोगे अपने फंडामेंटल राइट का वॉलिशन तो हुआ है वॉलिशन का रिस्टोरेशन सीख कहां करोगे तो वॉलिशन का रिस्टोरेशन सीख करोगे आप कहां पर वॉलिशन का रिस्टोरेशन सीख करोगे आप कोर्ट के पास में जाकर ठीक है कोर्ट के पास में जाकर अपने वॉलिशन का रिस्टोरेशन सीख करोगे तो इन केस आप दिवा तो इन केस आप दिवा कि क्या था नॉर्मली केसेज में आपको लेकर मिलता है जहां फंडामेंटल राइट्स का वॉलिशन नहीं है कि लोकल कोट डिस्ट्रेट कोट हाई कोट सुप्रीम कोट ऐसे जाता आदमी दीरे लेकिन जब आपके फंडामेंटल राइट्स वॉलिट होते हैं तो यू के इंटरेस्टिंग ऑफर्ट टू यू समझे तो डॉक्टर अंबिटकर कॉर्ड दिराइट टो कंस्टिटूशनल रेमिडीज एड भी हार्ड एंड ठीक है आर्टिकल नंबर 32 जो हमारा इसे इंडियन कॉंटीशन कहा है समझना कभी-कभी वन मार्च में पूछा जा सकता हूं विच आर्टिकल्स आफ फॉर्ड अजय को लोग इन पॉइंट शेयर ने बाय फून तो डॉक्टर बियार अमिटकर ने आर्टिकल 32 जो है यह जो कॉंटीशन रेमिडीज आर्टिकल इसे हार्ट एंड फॉल ऑफ इंडियन कॉंटीशन कहा है क्यों कहा है तो मैंने आपको जो बताए ना कि वह सारे राइट जो आपने आगे देखे वह किसी काम के नहीं है अगर उनको सपोर्ट ना हो इस चीज का कि अगर उनका वाइटिशन यह चीज अपने आप में उन सारे राइट्स में जान डाल दिती है, मतलब प्रॉमिस कर देना बड़ी बात नहीं है, प्रॉमिस पुरा नहीं होगा, तो क्या होगा, उस चीज का अगर प्रॉविशन है, तो प्रॉमिस में दम है, ठीक है, मतलब शर्ट लगा लो, शर्ट लग अगर article 32 नहीं होगा तो rights देते लेकिन violate होते रहेंगे उन्हें पता है violate कर दो लेकिन कोई दिक्कत नहीं है उससे लेकिन article 32 है तो violation पर आपको क्या होगा restoration होगा restoration कौन करेगा courts करेंगे कैसे करेंगे अभी बता रहा हूँ आपको ठीक है तो fundamental rights are guaranteed against you सवाल यह है कि fundamental rights जो है right to equality किस के against में दिया गया है मुझे right to freedom किस के against में दिया गया है पापा जो है छोटे भाई के साथ ज़्यादा प्रेम से रहते हैं तो मेरा right to equality वालेट हो गया है मैं जा रहा हूँ Supreme Court अभी बताता हूँ तो मैं see you in the court इस टाइप से statement देकर रिकला है ऐसा नहीं होता है ना तो यहाँ पर किसके अगेंस्ट में आपको fundamental rights जो है सरकार ऐसे law ना बना दे, कोई executive ऐसी हरकत ना कर दे, कोई government authorities आपके साथ में discrimination ना कर दे, तो इस कारण से government और government के साथ में courts can also enforce the fundamental rights against the private individual and bodies, private individual and bodies जो है ठीक है तो उनके against में fundamental rights अगर उन्होंने violate किये तो government क्या कर सकता है, court जो है तो क्या कर सकता है, orders issue कर सकता है, ठीक है, अब अधिकार जो फंडामेंटल राइट जो है वह अगर वालेट हो रहे हैं तो उनके रिस्टॉरेशन के लिए कोर्ट जो है वह रिट्स इशू करते हैं रिट्स क्या होता है तो आप दिखती बात है कि एक आपका फंडामेंटल राइट है क्या प्रदेंट किया जाए अब कोड के सामने प्रदेंट किया जाए तो आप तो जैल में आप आप कुछ कर नहीं सकते हैं अगर 24 घंटे से उपर हो गया है आपको present नहीं किया गया है तो आपका lawyer जो है आपके relative जो है जिन्हें जानकारी है तो वो क्या कर सकते हैं court में एक ये मतलब एक plea लगा सकते हैं एक appeal कर सकते हैं क्या कि हमारे व्यक्ति का fundamental right वालेट हो रहा है 24 घंटे के अंदर magistrate के सामने present करना होगा but he or she is not अगेवन थी ट्रायल ठीक है ट्रायल पर लाइन है उन्हें तो इसके चलते क्या इसके चलते कोट क्या करेगा फॉर्ट ऐसे तो नहीं है कि जज खुद उठकर चल जाएंगे जेल में वह क्या करेंगे वह एक ऑर्डर इशू कर सकते हैं डायरेक्शन ऑर्डर जिसमें तो फिर क्या है सरकार को रिट्स इस्टू किया जाते हैं तो रिट्स में जिससे आप देखोगे तो अलग-अलग क्या होता है मैंनेमेस हो गया है बीज कॉर्पस हो गया ठीक है तो यह अलग-अलग तरह के रिट्स होते हैं तो यहां पर एक ओडर जैसे है बीज कॉर्पस म डिटेन करके रहे हैं उससे लाओ सरकार से बोलती है कौन? कोड बोलती है तो इस तरह से कोड क्या कर सकता है किसी के fundamental rights अगर violate हो रहे हैं तो वो direction orders issue कर सकता है जिनने RITs कहा जाता है for the enforcement of fundamental rights जैसे PIL का भी अगर आप देखोगे तो public interest litigation as a right to constitutional remedies तो पहले क्या होता था पहले जिसके fundamental rights अपने fundamental rights violation के लिए appeal कर सकता था restoration की बात कर सकता था लेकिन आप जैसे public interest litigation लिटिगेशन तो अगर कोई फंडामेंटल राइट्स इन जनरल पब्लिक के वालेट हो रहे हैं तो कोई भी इंसान किसी के भी नाफ़ पर पब्लिक इंटरेस्ट में लिटिगेशन फाइल कर सकता है ठीक है अपनी अर्जी लगा सकता है जह यह सीख कर सकता है कि कंस्ट्रीशनल रेमिडी दो क्योंकि लार्ज स्केल पर इन लोगों का राइट वालेट हो रहा है ठीक है तो इस तरह से पब्लिक इंटरेस्ट लिटिगेशन यानि क्या है कि जनहित याचिका जो रहती है जनहित याचिका मतलब जो जनता के हित में हो ऐस इसे समझो अच्छे से expanding scope of right मतलब क्या है कि पहले rights जो थे सिर्फ rights थे ठीक है कि अधिकार है लेकिन फिर क्या कुछ rights जैसे fundamental rights बने fundamental rights मतलब क्या है कि उनके against में restoration है they are fundamental to the life साधी साथ आज का दिख रहे हैं there are wide ranges of rights which are अब बिन एडिट टू दिलिस्ट एवरीडे कैसे तो यह आपको क्या दर्शाता है कि राइट जो है पहले सीमित थे फंडामेंटल बने फंडामेंटल के बाद में आज आप जो राइट देख रहे हैं तो वह क्या बता जा रहे हैं वह एक्सपेंडिंग फंडामेंटल राइट है तो एक्सपेंडिंग स्कोप ऑफ राइट्स मतलब क्या है कि राइट्स जैसे-जैसे यूमन सिविलाइजेशन आगे बढ़े फंडामेंटल राइट, ह्यूमन राइट, लीगल राइट, मोरल राइट अलग रखता के अधिकारों के नाम हो गए तो आप क्या देखेंगे फंडामेंटल राइट जो है तो कोर हो गया किसी भी चीज में जो सबसे इंपोर्टेंट है वो कोर हो गया human rights में क्या है कि human rights में basically यह है कि कोई भी इंसान जो है तो वो भूका है तो उसे खाना देना चाहिए irrespective of the fact कि वो किस देश का है किस देश का नहीं है यह क्या है human rights की category में जाएगा तो universal moral claims that may or may not have been recognized by law तो चाहे law माने या ना माने वो तो universal ही एक तरह से क्या है? moral law है ना ठीक है तो वो इस तरह के क्या human rights की category में जाएगा तो अब ये human rights को जब कोई by law recognition देना चालू करता है तो वो क्या होते चले जाते है laws laws क्या है rights जो है ठीक है तो वो rights जो है law के form में sanction होके एक तरह से constitution में legal rights की तरह जाते हैं fundamental rights की तरह जाते हैं तो अधिकार वो हर वो चीज है, हर वो एक reasonable claim है जो हम कर सकते हैं, लेकिन जब हमारे कुछ reasonable claims को क्या किया जाना लगता है, सरकार भी recognize करने लगती हैं, तब वो rights बनने लगते हैं, but with the expansion of democracy there is a greater pressure on the government to accept these claims, तो ये claims जो है, हो सकता है जो law ने recognize ना किया हो फंडामेंटल राइट्स की तरह वो इसका प्रेशर बढ़ रहा है क्योंकि डेमोक्रिसी में हर आप पेट को इंकॉर्परेट करने की कोशिश की जाती है सब इंटरनेशनल टीवर अप कोविनेंट्स हैव ऑल सो कंट्रीबूटेड टू एक्सपेंशन राइट्स जैसे आईसीसी पीएर जो है जिस इंटरनेशनल आपको विनेंट ऑन एकोनॉमिक सोशल एंड कल्सर राइट्स तो आप इसमें देखोगे अब यह कोई एनफोर्स लॉ सेट ऑफ लॉ नहीं है लेकिन एक एक्सपेंपल है कि इंटरनेशनल कि विरेंट रिकग्नाइजेस मैनी राइट्स देटार नॉट डायरेक्टली पार्ट फंडामेंटल राइट्स इन दिन कोंस्ट्रीशन इन्यून कोंस्ट्रीशन में डायरेक्ट फंडामेंटल राइट्स के पार्ट नहीं है लेकिन कुछ अधिकार ऐसे होना ठीक है तो दिस एडिट बिन दिन इंटरनेशनल ट्रीटी बट यूमन राइट एक्टिविस्ट ऑल ऑवर दी बर्ड सीधेस एडिट राइट टू लाइफ आपने बोलते हैं जीने का अधिकार है लेकिन जीने के लिए खाना चाहिए खाने के लिए काम चाहिए तेरी और काम करेगा तब आज नहीं पैसा आएगा तो राइट टू वर्क ओपर्चुनिटी टू एवरीवन टू अर्न लाइवली हुट बाय वर्क एंशॉरेंस तो यह कुछ ऐसे अधिकारे जो बाय लॉट ही है लेकिन क्या है जैसे मैं आपको बताया कि इस पैंचन ऑफ डेमोक्रिसी विश्वाइट ऑफ राइट्स ऑफ टेक प्लेस वहीं चीज राइट टू है अब राइट टू है तो में क्या होगा आप इसी कारण से आपका देखते हैं इसे राइट टो एडूकेशन की बात आ रही है तो इसलिए फ्री और कंपल्सरी प्रामेरी एडूकेशन इक्वल एसेस टो हायर एडूकेशन इन सारी चीजों पर फोकस किया जाता है समझ गए तो आप यू पीपल इंजॉय करो तो अमिश्व इन की चैप्टर हमारा एक कंप्लीट हुआ शॉर्ट, क्रिस्ट, प्रिसाइस चैप्टर था सिंपल था जिसमें आपको क्या ध्यान रखना था ब्रॉडली आपको छे तरह के फंडामेंटल राइट ध्यान रखना थे कुछ एन मैंने बताया हर एक राइट के अंदर से बन के आ सकता है तो इससे के साथ में हमारा यह जो चैप्टर वाला पार्ट है यह यहाँ पर कंप्लीट होता है और मैं आपको यहाँ पर आपको अच्छा लगाना देखा है कल है हमारी special class तो हम कल मिलेंगे doubt solving के साथ में तो यह जो democratic rights वाला हमारा chapter होगा इसके doubt आपके जो भी हैं आज आप पूरा chapter complete कर लिए हो book पढ़ लेने एक बार कल 5.95 पे मिलेंगे तो इस chapter के doubt जो है वो हम आपके clarify कर देंगे ठीक है तो इस तरह से हमारा यह वाला part भी complete हो जा� क्लास 9 के लिए जो प्लस पर मेरे कोर्सेज हैं, तो Monday, Tuesday, Wednesday क्लास होती है, Monday, Tuesday, Wednesday क्लास रहती है, उसके साथ एक जो नया कोर्स अभी लेके आया हूँ है, वो है कोर्स on chapter wise test series, तो half yearly के exam perspective से हम लोग क्या कर रहे हैं, chapter wise test series है, हर Saturday क्लास होती है, 6th of August से batch start हुआ है, 8.45 पे क्लास रहती है, उसके अलावा regular classes, Monday, Tuesday, Wednesday होती है, और class 10 के लिए भी Monday, Tuesday, Wednesday क्लास होती है, 7 PM पे class रहती है class 10th की और class 10th के लिए भी वैसा ही course है chapter wise series for half yearly exams test series है ठीक है ये भी every Saturday yellow test रहता है clear हुआ उसके बाद में आगे बढ़ते हैं एक और कदम एक और कदम आगे बढ़ते हैं तो plus और iconic दो तरह के subscriptions होते हैं जिनकी मदद से आप इन courses में enroll कर सकते हैं plus में आपको live classes weekly test, structured courses, unlimited access और साथ iconic के अगर बात करें तो उसमें one to one आपको personal guidance, test analysis, एक mentor मिलते हैं, experts, guidelines, study material, study planner, ये सारी चीज़े iconic subscription में आपको देखने को मिलती हैं. अगर आपको किसी प्रकार के और information चाहिए तो you can call on this number regarding 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