स्टॉप एंड वेट प्रोटोकॉल
परिचय
- स्ट ॉप एंड वेट प्रोटोकॉल के बारे में मुख्य बिंदुओं की चर्चा।
- क्रैश कोर्स के हिस्से के रूप में गहन अध्ययन।
स्टॉप एंड वेट प्रोटोकॉल
- यह प्रोटोकॉल फ्लो कंट्रोल के लिए उपयोग किया जाता है।
- प्रोटोकॉल में ट्रांसमिशन और प्रोपेगेशन डिले शामिल हैं।
मुख्य कॉन्सेप्ट्स
ट्रांसमिशन और प्रोपेगेशन डिले
- ट्रांसमिशन डिले: पैकेट को स्रोत से लिंक पर भेजने में लगने वाला समय।
- प्रोपेगेशन डिले: पैकेट को लिंक के माध्यम से गंतव्य तक पहुँचने में लगने वाला समय।
- डाटा पैकेट और एक्नॉलेजमेंट पैकेट का साइज समान होता है।
एफिशिएंसी और थ्रूपुट
- एफिशिएंसी की गणना: उपयोगी समय/कुल समय।
- एफिशिएंसी का फार्मूला: ट्रांसमिशन डिले ऑफ फ्रेम / (ट्रांसमिशन डिले ऑफ फ्रेम + 2x प्रोपेगेशन डिले + अन्य डिले)।
- थ्रूपुट: फ्रेम साइज/कुल समय।
प्रश्न और समाधान
प्रश्न 1
- ट्रांसमिटिट टाइम ज्ञात करने के लिए स्टॉप एंड वेट प्रोटोकॉल में एफिशिएंसी की आवश्यकता।
- एफिशिएंसी कैलकुलेशन के लिए फार्मूले का उपयोग।
प्रश्न 2
- एफिशिएंसी ज्ञात करने के लिए आवश्यक इनपुट जैसे फ्रेम साइज, बैंडविड्थ और प्रोपेगेशन डिले।
- फॉर्मूला आधारित समाधान।
थ्योरी और प्रैक्टिकल समस्याएँ
- प्रोटोकॉल पर एमसीक्यू और नेट प्रश्नों का सॉल्विंग।
- एफिशिएंसी और थ्रूपुट के प्रश्नों का समाधान।
निष्कर्ष
- स्टॉप एंड वेट प्रोटोकॉल की गहरी समझ महत्वपूर्ण है।
- थ्योरी और प्रैक्टिकल प्रश्नों के माध्यम से प्रोटोकॉल की विभिन्न स्थितियों को समझना।
महत्वपूर्ण टिप्स
- प्रश्नों को सॉल्व करते समय विवरण और दिए गए डेटा को ध्यान से पढ़ें।
- ट्रांसमिशन और प्रोपेगेशन डिले के मूल्यों को सही तरीके से उपयोग करें।
- एफिशिएंसी के फार्मूला को रटने की बजाय समझने का प्रयास करें।
आगामी लेक्चर
- गो बैक एन प्रोट ोकॉल के बारे में चर्चा अगले क्लास में होगी।
- दो क्लासेस में इसे कवर किया जाएगा, एक दिन कॉन्सेप्ट और दूसरे दिन प्रॉब्लम सॉल्विंग।
धन्यवाद! अगली कक्षा में आपके साथ जुड़ने की प्रतीक्षा है।