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इलेक्ट्रोकेमिस्ट्री

Jul 9, 2024

इलेक्ट्रोकेमिस्ट्री

इंटर कन्वर्जन ऑफ एनर्जी

  • इलेक्ट्रोकेमिस्ट्री: केमिकल एनर्जी और इलेक्ट्रिकल एनर्जी का आपसी परिवर्तन।
  • इलेक्ट्रोकेमिकल सेल: डिवाइस जिसमें यह परिवर्तन होता है।
  • दो प्रकार के सेल्स:
    1. नेनो अथवा वोल्टिक सेल
    2. इलेक्ट्रोलिटिक सेल

गैल्वेनिक सेल vs. इलेक्ट्रोलिटिक सेल

  • गैल्वेनिक (वोल्टिक) सेल:
    • स्पॉन्टेनियस रेडॉक्स रिएक्शन (ΔG < 0)
    • केमिकल एनर्जी से इलेक्ट्रिकल एनर्जी में परिवर्तन
    • इनडायरेक्ट रेडॉक्स रिएक्शन
  • इलेक्ट्रोलिटिक सेल:
    • नॉन-स्पॉन्टेनियस रेडॉक्स रिएक्शन (ΔG > 0)
    • इलेक्ट्रिकल एनर्जी से केमिकल एनर्जी में परिवर्तन
    • डायरेक्ट रेडॉक्स रिएक्शन

गैल्वेनिक सेल संरचना

  • ऑक्सीडेशन हाफ सेल (एनोड): नेगेटिवली चार्ज इलेक्ट्रोड।
  • रिडक्शन हाफ सेल (कैथोड): पॉजिटिवली चार्ज इलेक्ट्रोड।
  • सॉल्ट ब्रिज: सर्किट को इंटरनली कंप्लीट करता है और इलेक्ट्रोलाइट सोल्यूशन की इलेक्ट्रिकल यूटिलिटी मेंटेन रखता है।
  • हर हाफ सेल: एक मेटल इलेक्ट्रोड अपने इलेक्ट्रोलाइट सोल्यूशन में डिप होता है।

वर्किंग ऑफ गैल्वेनिक सेल

  • जिंक इलेक्ट्रोड: Zn -> Zn²⁺ + 2e⁻ (ऑक्सीडेशन हाफ सेल)
  • कॉपर इलेक्ट्रोड: Cu²⁺ + 2e⁻ -> Cu (रिडक्शन हाफ सेल)
  • ओवरऑल रिएक्शन: Zn + Cu²⁺ -> Zn²⁺ + Cu
  • सेल रिप्रेजेंटेशन: Zn | Zn²⁺ || Cu²⁺ | Cu

इलेक्ट्रोड पोटेंशियल

  • परिभाषा: इलेक्ट्रोड और इलेक्ट्रोलाइट के बीच पोटेंशियल डिफरेंस। वोल्ट में मापा जाता है।
  • स्टैंडर्ड इलेक्ट्रोड पोटेंशियल: 25°C, 1 मोलर कंसंट्रेशन, 1 ATM प्रेशर पर मापा जाता है।
  • ईएमएफ: कैथोड और एनोड के बीच पोटेंशियल डिफरेंस (ई कैथोड - ई एनोड)

नर्स्ट इक्वेशन

  • फॉर्मूला: E_cell = E°_cell - (0.0591/n) log(Q)
  • नॉन-स्टैंडर्ड कंडीशंस पर ईएमएफ निकालने के लिए उपयोगी।_

गिब्स फ्री एनर्जी

  • फॉर्मूला: ΔG° = -nFE°_cell
  • नेगेटिव ΔG मतलब स्पॉन्टेनियस रिएक्शन_

कंडक्टिविटी और कंडक्टेंस

  • कंडक्टिविटी (κ): C = kA / l
  • कंडक्टेंस (G): G = 1/R
  • कंडक्टिविटी का फॉर्मूला: G_star x कंडक्टेंस

सेल्स का कंडक्टिविटी नंबर

  • डाइल्यूशन का इफेक्ट: कंडक्टिविटी डिक्रीज जबकि मोलर कंडक्टेंस इन्क्रीज करती है।
  • डेबाई हक्केल: λ_m^∞ = λ⁺ + λ⁻

क्वांटिटेटिव एनालिसिस ऑफ इलेक्ट्रोलिसिस

  • फराडे का लॉ: m = (E × I × t) / (n × 96500)
  • कैथोड और एनोड पर प्रोडक्ट्स का गणना करना।

प्रेफरेंशियल डिस्चार्ज थ्योरी

  • डिस्चार्ज पोटेंशियल का महत्व
  • कैथोड पर जो आसानी से रिड्यूस होकर डिपॉजिट होता है, वही अनोड पर ऑक्सीडाइज होकर गैस देता है।