अ जिन लोगों ने यह सोचा कि यह आके अफगानिस्तान की सरजमीन से टेररिज्म का खात्मा कर देंगे हिंदुस्तान से बात नहीं करेंगे हमारी पॉलिसी वहां पे आ जाएगी बिल्कुल फ्लॉप हुए हैं खुद माना है आपने कन्फेस किया है अभी इस्टैब्लिशमेंट अब खुद कहती है कि पॉलिसी गलत थी फैज साहब वाली तो करें प्रेशराइज उनको इस तरह होते हैं तो वहां पे मजीद बड़ा फेमिन आ जाएगा उन्हें क्या फर्क पड़ता है वो तो पहले ही दे हैव नथिंग टू लूज ना बेसिकली बाहर से एड लेके चल रहे हैं फिर चल लेंगे इस चीज को लेके लेकिन आप पे जो फॉल आउट आएगा वो से बड़ा आएगा जो थोड़ी बहुत खबरें आ रही है वो बहुत डेंजरस है व मीडिया में नहीं रिपोर्ट हो रही फ बेस्ड ऑफ व्ट यू नो मुझे तो एनेक डोटल लोगों ने बताया कि टीटीपी के प्रॉपर बेसस हैं जो वो कंट्रोल करते हैं एंट्री एग्जिट इन एरियाज इन द नॉर्थ नाउ एंड टीटीपी के जो स्ट्रांग होल्ड थे दे प्रिटी मच बैक इज दैट ट्रू नहीं उसमें मैंने आपको बताया ना कि जो टेंडर है उनमें उनके शेयर्स हैं मतलब रिटर्न में है कि यह एग्रीड है कि अगर कोई भी इस तरह का सौदा हुआ है या ठेका दिया है तो उस परे लोकल कमांडर को ये जाएगा तो वो ये क्यों कर रही है गवर्नमेंट बिकॉज दे कांट अफोर्ड दैट दे बंबा एवरीथिंग जो कि वो इन्वेस्ट करने जाए जहां पे उसको प्रोटेक्शन देने के लिए दे नीड अ शेयर यह तो हम सोचते हैं ना कि ये शरिया के बारे में जंग हो रही है वो नोट के लिए कर रहे हैं ना उनको मिलता रहेगा सही रहेंगे वो द पीपल देयर केम आउट इन नंबर्स अगेंस्ट देम तो आवाम की जो विल है वो एंटी तालिबान है एंटी दैट व्हाई दे कांट डू इट ओवर्टली ना इसीलिए सेटलमेंट नहीं हो सकी इतने खुलेआम जो करना चाह रहे थे तो कौन सपोर्ट कर रहा है अगर अगर लोगों की विल है या तो अगर गवर्नमेंट एक्शन करेगी तो उसका सपोर्ट होगा क्योंकि मास सपोर्ट है या तो क्यों नहीं कर रही गवनमेंट नहीं वो डबल एज स्ड है ना कि जिस तरह से पॉलिसी थी तालिबान को लेके अमेरिका के साथ पैसे लिए और कहा कि नहीं नहीं यह बड़े बुरे हैं ये थोड़े से उनको दिए थोड़े से जेब में डाले उनसे ही अमेरिकी कन्वॉयज पर अटैक भी करवाया बाद में बीबीसी डबल गेम जैसी डॉक्यूमेंट्री बनी उसमें एक्सपोज भी हो गए तो यहां भी यह है कि अगर अफगान तालिबान की दुश्मनी मोल लेनी है तो वह तो अफोर्ड नहीं हो सकती क्योंकि नॉर्दर्न बॉर्डर पर अगर जंग लग गई तो फिर यह कंट्रोल नहीं होनी आपसे उसकी से वी आर अपीजिंग टीटीपी टू अपीज अफगान तालिबान नो वी कांट टेल देम टू एक्सटर्मिनेट टीटीपी ना हमने ये सोचा कि हम क्यों नहीं कर सकते एक्सटर्मिनेट नहीं हम कैसे करें क्यों गोरीला वर फेयर का जो डैमेज होता है आपको पता है 8000 फाइटर था अब तो 10 11 हज हो गया है आप उनसे डील नहीं कर सकते वो जब कुछ साइन करते हैं वो मुकर जाते हैं हमने मल्टीपल दफा एक्सपेक्ट किया है हमने उनको ये भी बोला आप शरिया अपना नाफिया दें नथिंग हैज वर्क्ड तो क्या करें बट दे गिव यू अ प्रिटेक्स्ट टू स्टे देयर इफ देयर इज लॉलेस यू नीड लॉ इंफोर्समेंट तो नंबर वन थिंग इज दैट व्हिच दे नीड एज वेल नंबर टू इज दैट इफ यू कंपलीटली गो आफ्टर टीटीपी दे विल पसु एड टीटी ए टू रिस्पॉन्ड टू यू बिकॉज टीटी ए आल्सो फियर्स टीटीबी ट्स बिकॉज टीटीबी विल एंगेज विद दश खुरासान टू डिथ्रोन देम कंपलीटली सो दिस इज इंटरकनेक्टेड इट वाज वेरी इजी टू बी सीन लेकिन यहां पर लोगों ने या आंखें बंद कर ली या डेलिबरेशन यह किया है नहीं नहीं पेड थिंक टैंक्स पेड पॉडकास्ट कि अफगान तालिबान और त तान अदल दिस इ गुड फॉर पाकिस्तान पॉलिसीज अपने आप को जो लोग जिओ पॉलिटिकल एक्सपर्ट्स कहते हैं पॉडकास्ट प कहते हैं उन्होंने अपनी ट्वीट डिलीट की जो जो लिखा था उन्होंने उस टाइम पर फिर लोगों ने स्क्रीनशॉट करके बोला कि इसने ये ट्वीट डिलीट यही बात है ना कि ये वही इंटरसेक्शनल वाला मसला है कि अगर ये इट इज कमिंग फ्रॉम अ पश्तून पर्सपेक्टिव आप यह कह ही नहीं सकते अगर वो वहां दूध शहद की नहरें भी बहा दे ना तब भी आप यह नहीं कह सकते आप यह तभी कहेंगे जब आप आराम से बैठे हुए हैं आपने कभी कोई बोरी बंद लाश नहीं देखी ड्रोन नहीं देखा यह सारा कुछ नहीं देखा वेरी इजी टू से अच्छे लोग हैं लेकिन अच्छे लोग जब सवात में आ जाते हैं इस्लामाबाद से 150 किलोमीटर दूर पेंट गीली हो जाती है आपकी फिर आप कहते मारो इनको तो अगर अच्छे हैं तो फिर अपने लिए भी उसी हुकूमत का इंतखाब करें ना कि आप जाएं सिनेमा फिल्म देखने के लिए आपको कोड़े मारे वहां पर बिठा के आप गिटार बजाएं तो आके उसको आग लगा दें या आप अगर अपनी बच्ची को स्कूल भेजें तो उसको मार के वापस भेजें अगले दिन वैसे ही उठा के ले जाए अगर दोबारा भेजें तो करें इस निजाम हुकूमत को सपोर्ट और इसको एंबॉडी करें फिर क्योंकि जिस चीज को आप सपोर्ट करते हैं फिर उसको अपने ऊपर भी अप्लाई करना चाहिए ना यह हिपोक्रिटस की यह बहुत ही ज्यादा टू फेस्ड है और वह हमेशा यह चाहते हैं कि वहां पर वह मरे इन के अंडर रह के हम यहां बैठ के देख के खुश हो बड़ी अच्छी फिल्म चल रही है य जो नई टीटीपी आई है इट्स अ लॉट मोर डेंजरस इट्स अ लॉट मोर कॉम्प्लेक्शन पैलेस इंट्रिग्स कि खान साहब का क्या हुआ यह क्या हुआ ये जो वाइट वॉकर्स आ रहे हैं इस टीटीपी जननली अ ह्यूज थ्रेट दैट वी आर इगनोरिंग राइट नाउ बिल्कुल सही है मतलब इस वक्त जो जो खतरा है मुल्क के वो शायद इससे पहले नहीं थे बात सही है कि जो फोकस आपका सारा जो है डे टू डे पॉलिटिक्स है उसपे होता है और होना भी चाहिए मतलब उसमें क्योंकि उसी के ऊपर दार मदार होता है कि मुल्क किस तरफ जा रहा है लेकिन असल मसाइल जो पाकिस्तान में है उसकी तरफ तवज्जो हाल है या सबसे पहले जैसे आपने बात की मिलिटेंसी का मिलिटेंसी का मसला जो है बहुत ही संगीन है और ये अभी शुरू नहीं हुआ है इसकी एक तारीख मौजूद है ये हम 25 30 साल से बल्कि चार दईयो से हम देख रहे हैं कि किस तरह से मिलिटेंसी को यहां पर फरोग मिला है और शुरू में जो मिलिटेंसी की हम बात करते हैं तो वह तो कह सकते हैं कि वो एक स्टेट पॉलिसी के नतीजे में ही आई थी और एक वक्त वो था जब 1990 और 80 और में जब हमने मिलिटेंसी को एज पार्ट ऑफ द फॉरेन पॉलिसी और सिक्योरिटी पॉलिसी को अपनाया था और इट वाज यूज्ड ए एज पाकिस्तान प्रॉक्सी लेकिन बात यही होती है कि जब इस किस्म की तंजीम आप क्रिएट करते हैं तो फिर आप ये उम्मीद नहीं कर सकते हैं कि वो आपके कंट्रोल में रहेंगी और जैसे ही हालात बदले जब आप पर जो है प्रेशर पड़ा 91 के बाद तो हमने कोशिश की कि शायद उनको दबाया जाए लेकिन वो चीजें हाथ से निकल चुकी थी मसला ये आता है कि मिलिटेंसी को सिर्फ यह नहीं देख सकते हैं कि कोई एक जैसे लोग कहते हैं कि 2013 के और के बाद से जो एक एक ऑपरेशन हुए थे मुख्तलिफ फॉर्मर फाटा एरियाज में उसकी वजह से वो खत्म हो गई थी तो मेरा उस वक्त भी ख्याल यही था कि इस तरह खत्म नहीं होती है वक्ती तौर पे आप उसको हल तो जरूर कर लेते हैं लेकिन यह सिर्फ फायर फाइटिंग के तौर पे आप मिलिटेंसी के वजू हात को खत्म नहीं कर सकते इसके साथ बहुत सारी चीजें और हैं इसको अगर हम हिस्टॉरिकली सर चीज बताएं बताए एक तो नजरिया तौर पे अब जो है हम हमारा पूरा तरीके का यह रहा कि जहां पे जैसे होता है कि फायर फाइटर्स जैसे होते हैं जहां पे आग लगी आपने उसको बुझाने के लिए पहुंच गए तो असल मसला ये नहीं था उसकी जड़े जो है एक नजरिया जड़ें जो थी उसको आपने कभी एड्रेस नहीं किया बल्कि हमारी पूरी पॉलिसी जब हम लड़ भी रहे थे मिटेंस के खिलाफ हटा में तो भी हमारी क्लेरिटी मौजूद नहीं थी उस वक्त भी आपको ख्याल ये होता था कि गुड तालिबान और बैड तालिबान का पूरा एक बना हुआ था और यह भी आपको याद होगा कि देखि यह कभी इस तरह से नहीं हो सकता कि एक वक्त में आपने जो लोग आपके खिलाफ हथियार उठाए थे उनके खिलाफ आप लड़ रहे थे लेकिन दूसरी तरफ अफगानिस्तान में जो कुछ तालिबान के जो जद्दो थी अमेरिका के खिलाफ आप उसकी मदद भी कर रहे थे सारे तालिबान के लीडर जो यहां पर रहते थे तो इस किस्म की चीजों में जो है आपकी पूरी एक नेशनल सिक्योरिटी दांव प लग गई थी अब जो है जो जिस तरह से रिसर्जेंस हुई है खास तौर पे जो है अफगानिस्तान में तालिबान की हुकूमत की वापसी में तो इट वाज प्रिडिक्टेबल यह नहीं था कि जो है अचानक हुआ है यानी हम सब समझ रहे थे कि जो है जैसे ही यह होगा तो क्योंकि अफगान तालिबान और पाकिस्तानी तालिबान के दरमियान बहुत ज्यादा फर्क नहीं है सिर्फ स्ट्रेटेजी का फर्क हो सकता है कि वो अफगानिस्तान में पूरी उनकी जद जाती और यह पाकिस्तानी स्पेसिफिक हो गए थे लेकिन एक उनमें जो है एक नजरिया एक एक आ मांगी थी इनफैक्ट एक्चुअली अगर आपको याद होगा कि जब टीटीपी फॉर्म हुई थी 2007 में बैतुल्लाह महसूद ने तो उसके ऊपर जो है उनके जो इता जो की थी उन्होंने मुल्ला उमर के साथ की थी तो इसका मतलब यह हुआ कि फरक तो नहीं था इनम लेके और यही वजह थी कि जो है जब वही तालिबान के जितने लीडर जो टीटीपी में बने थे वो ओरिजनली जो है वह तालिबान अफगान तालिबान के साथ ही नथी थे 90 में जब तालिबान की वहां हुकूमत थी तो सब के सब जो है वो अफगानिस्तान में थे और उसके कर रहे थे और मैं खल ये कि उससे पहले भी अफगानिस्तान में जो खाना जंगी चल रही थी उनमें सब में उसका हिस्सा था तो उसको अलहदा नहीं किया जा सकता है और यह अगर किसी को खुश फहमी थी कि तालिबान में आने के बाद अफगानिस्तान में तालिबान के आने ने के बाद जो है हमारी वेस्टर्न बॉर्डर ठीक हो जाएंगी हमारे अंगे यहां आपको याद होगा जब तालिबान की हुकूमत बनी थी तो बहुत खुशी का इजहार किया गया था और ऐसा मालूम होता था कि जैसे उन्होंने अफगानिस्तान फतह कर लिया है तो ये एक चीज रही है दूसरा एक और भी है थोड़ा महंगी चाय पड़ गई थी हमें वो एक चाय का प्याला हम सरीना में बड़ा महंगा पड़ गया अच्छा हम हमारे साहब गए थे ना अफगानिस्तान अच्छा हां ट्स राइट वो जो है यही थी सारी चीजें जैसे खुशी का इजहार हो रहा था जैसे उनकी अपनी को मत आ गई और मतलब ये है कि जो कुछ हो रहा है उसमें हमारी स्टेट पॉलिसी का बहुत बड़ा दखल है मतलब एक ये कहा जाए कि जिसी के एक ऐसे मसाइल हैं जिससे स्टेट निबट रही है तो कभी भी नहीं था मतलब आप हमेशा पॉलिसी को देखें एक कंफ्यूज पॉलिसी रही है कभी आप लड़ते थे कभी उनसे माफ आमत करते थे कभी सोचते थे उनको इस्तेमाल किया जा सकता है फलाने के खिलाफ इस्तेमाल किया जा सकता है और जैसे अभी आपने जिन साहब का जिक्र किया कि वो चाय का प्याला पी रहे थे तो उन उनका जो है जो नई जो एक लहा से वेव आई है उनका बहुत बड़ा कसूर है क्योंकि आप याद होगा आपको जैसे जैसे ही हुकूमत आई थी तो हमने तालबा के दबाव में टीटीपी से मजाक शुरू करने की बात की थी लेकिन एक अजीब सी चीज थी यकीनी तौर प दुनिया में ऐसी बहुत सारी मिसाले मौजूद है जहां पे इस किस्म के इं सर्जेंट ग्रुप के साथ स्टेट मजाक करती है लेकिन उसकी बात उसकी शराय मुख्तलिफ होती है शराय ये होती है कि आप हथियार डालेंगे आप जो है कानून करेंगे लेकिन यहां तो उल्टा हो रहा था कि जो मजाक हो रहे थे वो टीटीपी की शराय प कर रहे थे और आपने उनको कंसीट किया खुद अब यह कहते हैं इमरान खान साहब भी कहते हैं कि 40000 लोगों को वापस हम ले आए थे बहुत से ऐसे लोग थे जिनको पकड़ा गया था जो कि आप फांसी की सजा भी मिली थी उनको आपने रहा किया यहां प खास तौर प सवाद के जो थे जो टीटीपी के लोग थे उनको बाकायदा जो है वापस आ आने दिया गया तो अब मसला ये आता है कि जो अब सूरत हाल जो बन के आती है तो मैं कह सकता हूं कि ये बिल्कुल हमारे ही जो है गलत पॉलिसी के नतीजे में हुई है आई थंक इट्स इजी के हम इमरान खान और जनरल फैज के खाते में हर बुरी चीज डाल देते हैं बट इट हैज टू बी द इंस्टिट्यूशन बैकिंग टू पीपल कुड व्हाट इज मिसिंग इन द मेन स्ट्रीम एनालिसिस अबाउट वजीर सान व्हाट आर सम ऑफ द इंट्रस पीपल डोंट अंडरस्टैंड और डोंट फैक्टर इन टू देर एनालिसिस इसकी मैं एक मिसाल दूं वहां पे ऑपरेशन र बजब के नाम से एक बड़ा मिलिट्री ऑपरेशन हुआ नॉर्थ वजीरिस्तान में बहुत बड़ या हर किस्म का असला उसम तकरीबन इस्तेमाल हुआ हा उसमें वो जो नॉन ट्रेडिशनल वेपन है उसके अलावा गन शिफ भी उसम फाइटर जेट्स भी उसम आर्टिलरी भी स्पेशल फोर्सेस सब चीज आप य ब्जे क्ट यह था कि हमने टीडीपी को इस इलाके को टीडीपी से खाली करवाना है वो चीज बिल्कुल यानी टैक्टिकल लेवल पर वो चीज अचीव हुई टीडीपी को वहां से पुश किया गया व अफगानिस्तान चले गए उसके बाद जो चीज थी कि वहां पर स्टेबिलिटी आपने ला नी रिहैबिलिटेशन लाखों की तादाद में लोग वहां से निकले और यह हम अक्सर वो कंपेयर करते हैं कि यहां पर मैं इस्लामाबाद में किराय के घर में रह रहा हूं के इस्लामाबाद में मैंने एक घर छोड़ दिया किसी दूसरे घर वो भी इतनी बड़ी टेंशन होती है वहां पर लोग सदियों से यानी मैं यह 10 साल 20 साल 25 साल की बात नहीं कर रहा या पाकिस्तान बनने की बात नहीं कर रहा पूरी लाइफ की जो इन्वेस्टमेंट थी खानदान दर खानदान नस्ल दर नसल वो चीजें ट्रांसफर हो रही थी उनकी पूरी इन्वेस्टमेंट थी उनको कहा गया था यानी मुझे खुद पता है कि ऑपरेशन जर बजब में सिर्फ एक हफ्ता या उस मेरे खल में कम टाइम और 15 जून शदीद गर्मी थी क्योंकि मैं खुद रिपोर्टिंग कर रहा था बनू में हम वहां पे जर्नलिस्ट थे उनको कह गया कि आप लोग निकलो यहां से तो वोह लोग निकले जो सब चीजें चोड़ छड़ के व भी उन्होंने कुर्बानी दी आपने हर किस्म का वह भी यूज किया वहां पर असला वगैरह भी आप सक्सेसफुल रहे सक्सेसफुल रहे टीडीपी को निकालने में उसके बाद रिहैबिलिटेशन रिकंस्ट्रक्शन वो वाला फेज होना चाहिए था पूरा फोकस उस पर होना चाहिए था आप ने उस चीज को दोबारा से वो कंप्रोमाइज किया यहां पर जो इस्लामाबाद में चीजें हो रही हैं व जो नेशनल एक पॉलिटिक्स हो रही है उसको इग्नोर किया गया कि बस यह तो लोगों निकाल दिया गया यह दोबारा वापस नहीं आएंगे वही टीटीपी जिसको हम यानी यहां प मीडिया प जाहिल भी कहते हैं वो जानवर भी कहते हैं वो सब चीजें उन्होंने अफगानिस्तान जाके यानी उस वक्त भी हम रिपोर्टिंग करते थे हालांकि पूरा जो पाकिस्तानी मीडिया था यानी जो एक्सपर्ट्स थे इस सब्जेक्ट के वो सब जो टीटीपी एक्सपर्ट थे वो आजकल मैं देख रहा हूं कि वो पाकिस्तानी पॉलिटिक्स पर बात कर रहे हैं वो पाकिस्तानी सुप्रीम कोर्ट को कवर कर रहे हैं और उस पर वो बात कर रहे हैं तो उन्होंने भी वो चीज छोड़ी कि बस यह तो खत्म हो गए हम तो कवर कर रहे थे मैं और ये इफ्तिखार भी था ये हम दोनों एक दूसरे की वो देख के क्योंकि उस वक्त जॉइंट ये नहीं था कि इफ्तिखार क्या ट्वीट करता है तो मैं उसका वेट करता था कि ये उसके पास भी यह खबर है या नहीं और मैं भी तो एक दूसरे को इसरा वो जज करक हो जाता था तस्दीक हो गई तस्दीक वो आपस में कराते थे तो उस वक्त ये था कि टीडीपी ज वहां प गई उन बहुत ही बुरा हाल था इंटरनल फाइटिंग शुरू हो गई सा तादाद में उन्होने एक दूसरे को मारा इंतहा गुरबत सीरियसली उनके पास खाने के पैसे यानी वो वाला सिस्टम हो गया था कि वो आगे पीछे वो यानी ने तक उनको पड़ी थी कि कहां से मैनेज लेकिन उन्होंने खुद को वहां पर तीन साल मुसलसल काम किया और खुद को रीऑर्गेनाइज किया दोबारा से टीडीपी को खड़ा किया उसमें फैक्टर क्या था कि उनकी जो आइडियो जीी थी वो इंटैक्ट थी या उन कि असल जो भी मिलिटेंट ग्रुप्स हैं जो जिहादी ग्रुप्स है उनकी आइडियो जीी सबसे बड़ी स्ट्रेंथ होती है बाकी ये मैन पावर ये खुदकुशी शम वगैरह ये सेकेंडरी है फर्स्ट जो है जो प्राइम चीज है वो इनकी आइडियो जीी है जिसके बेस पर आप लोगों को रिक्रूट करते हो आप अपने ऑब्जेक्टिव को अचीव करते हो तो वो उनकी इंटैक्ट थी और फिर हमने देखा कि 2018 में जो टीडीपी के मौजूदा सरपरा हैं नूर वली मसूद उन्होंने टीडीपी को दोबारा से एकज किया और आज जो टीडीपी में ग्रुप्स हैं जो 45 के करीब हो गए हैं तो आज वाली टीटीपी यानी ग्रुप के लिहाज से जो मिलिटेंट फक्शन उसमें मर्ज हो गए हैं वो जो पहली वाली टीडीपी थी उससे ज्यादा ग्रुप्स हैं और दूसरा ये कि अब इस दफा उसके यानी के पास पूरे एक रियासत की सपोर्ट है पूरा एक मुल्क उसका एक पनागा एक तरह से अफगानिस्तान ये तो बहुत डेंजरस है हमारे लिए कि अफगानिस्तान का सपोर्ट है अब स्मार्ट हैं टैक्स हैवी हैं देव लर्न देर लेसंस और जो उनके स्ट्रांग होल्ड्स थे उनमें से कुछ जगहों पे वापस आ गए हैं आप इस तरह की भी खबरें सुनने को मिलती है कि आ हैं बिल्कुल टैक्स जो है वो ऑफिशियल उधर जाता है हां वो उनके जो हम एक्सशन है उसकी बात करते हैं तो वो वहां से लेते हैं आप ट्राइबल इलाके में यानी वजीर सान की तो मुझे खुद पता है कि वहां पर ठेकेदार भी जा रहे हैं वो उनको देते हैं और दूसरा यह कि कुछ गवर्नमेंट के लोग भी हैं जो कि सिविलियन गवर्नमेंट ऑफिशल्स है तो उनकी तरफ से भी क्योंकि उनको थ्रेट्स है तो उनको भी वो चीजें मैनेज करनी पड़ती है और दूसरा यह कि यहां पर उनकी प्रेजेंस तो वो तलात की शकल में होती है इनकी तश्न होते हैं तश्न एक ग्रुप ऑफ फाइटर्स वो मुंह करता है उसको एक इलाका दिया जाता है कि यहां पर जाके तुम लोगों ने हमले करने है एक हफ्ते दो हफ्ते यहां पर रहना है फिर वो वापस चले जाते हैं और दोबारा से वो नहीं वो फ्रेश जो ग्रुप है तो वो उनको रिप्लेस करता है तो ये उनकी एडवांसमेंट आ गई है फिर इन्होंने पूरे मुल्क में एक तरह से विलाया बनाए जो कि सो कॉल्ड मैं यह नहीं कह रहा कि वो बहुत मजबूत हो गए हैं यहां प उन्होंने इलाकों प कब्जा किया यानी उन्होंने खैबर पख्तून खा में सात मेरे ख्याल में डिवीजन है है तो हर डिवीजन की सतह प उन्होंने एक सुबह वो दिया लेकिन ये एग्जैक्ट वो मॉडल है जो अवान तालिबान का हुआ करता था इंसर्जनल पे तो काफी चीजों में हम देख रहे हैं कि अन तालेबान जो है वो उनको आइडियो जिकली और एडमिनिस्ट्रेशन के लिहाज से वो उनको गाइड कर रहे हैं और प्रोपेगेंडा फ्रंट पे भी वो जो आपने वीडियोस की बात की कि बड़ी अच्छी क्वालिटी में उनके ग्राफिक्स वगैरह उनके जो वो है नशीद वगैरह जो जंगी इनके तराने टाइप होते हैं तो वो सब चीजें वहां से मैनेज हो पाती है और इंटरनेट भी वहां पर यानी अवेलेबल है 247 और रियासत जो है रियासत के पास वही पुराना तरीके कार अभी तक तो रियासत क्या करें अब हम मैं बहुत बड़ा नाक दीन हूं मिलिट्री इंडस्ट्रियल कॉम्प्लेक्शन मेंट का एक टेररिस्ट ऑर्गेनाइजेशन है जो एक फॉरेन गवर्नमेंट च इज हॉस्टाइल्स दे र वो सोचे अफगान तालिबान से हम लेक्चर होते हैं डेमोक्रेसी पे और हथ हो गई है वो उनको सपोर्ट कर रही है हम क्या करें हम क्या उनसे नेगोशिएट करें अगर वो बॉर्डर को भी नहीं मानते मुल्क को भी नहीं मानते व्हाट इज देयर टू नेगोशिएट टीटीपी को नहीं रोकते और भी काफी मा बट टीटीपी स्पेसिफिकली आप कह रहे हैं अगर आप नेगोशिएशंस के अगेंस्ट नहीं है वो भी कर सकते हैं इवन दो हर दफा फेल हुई है हर दफा हमने मायदा किया उन्होंने रिनेक किया उसपे व्हाट पॉसिबली कुड देर बी टू फॉर गवर्मेंट ऑफ पाकिस्तान ट विद टीटीपी एंडस्ट अभी तो मेरे ख्याल में टीटीपी के साथ नहीं गवर्नमेंट बैठना चाहती जो तलात है वो गवर्नमेंट गवर्नमेंट लेवल यानी पाकिस्तानी गवर्नमेंट औरन तालिबान की जोट गवर्मेंट है तो उनके साथ बैठ के उसमें एक चीज हो सकती है कि कुछ अरसे के लिए सीज फायर य जो मौलाना साहब गए थे वहां पे वो पिछले दफा भी हुआ था लेकिन उससे ये कि आप टीटीपी खत्म नहीं हुई वो टीडीपी को भी जो मिलिटेंट ग्रुप्स उनको भी एक पीरियड चाहिए होता है ताकि वो आराम कर सके वो दोबारा से खुद को फेश करके और वो नहीं है री थिंकिंग वगैरह पूरा प्रोसेस वगैरह तो वो उनको भी चाहिए या नहीं हम तो यहां पर वो जनरल फेज ने वो पूरा सिलसिला शुरू किया था मुजा करराय पर हमें बताया जाता था कि देखो हमने तीन महीने या दो महीने की स फायर करवाई उनसे लेकिन हम जब दूसरी तरफ वो करते थे टीटीपी के लोगों से या बाकी जो ग्रुप्स तो वो तो बड़े खुश थे कि हां हमें भी थोड़ आराम की जरूरत थी तो हम कर लेते हैं और तो यह चीज भी उनके हक में यानी वो जाती है मेरे ख्याल में सस फायर अगर हो जाए बीच में और दूसरा ये इलेक्टेड गवर्नमेंट का होना बहुत जरूरी है ये केयर टेकर का कोई वो नहीं है केर टेकर जिस तरीके से अवान रिफ्यूजी का मसला हमने वो किया तो उनसे केयरटेकर को इनसे दूर यह कोई तकरीरों से ये मसाइल हल नहीं होते तकरीर तो अगर है तो यहां पर जद आमल साहब की भी काफी चीजें पड़ी है आपके फेवरेट तो नहीं है मुझे बहुत पसंद है मेरे अभी तो ज मैं तो अभी जिस दिन वो ईरान ने भी मिजल मारी मैं सोच रहा था कहां है जद हाम मैं खुद भी र पझ वोकी ट्रेनिंग वीडियो तो आई थी मैं बो यही तो दिन था इसको भेजो आज पर टीटीपी अफगान तालिबान नहीं टीटीपी इलेक्ट्रिक गवर्नमेंट आ गई हाउ डू व्हाट्स अ नॉन मिलिट्री सलूशन टू टीटीपी बिकॉज आई एम स्ट्रगलिंग ए सम अ नॉन मिलिटरी सोल्यूशन जो है यह दोनों यही मसला है कि हमने एक मके सिर्फ मिलिट्री सोल्यूशन पर रिलाई किया और जो नॉन मिलिट्री सोल्यूशन है उसकी तरफ नहीं गए तो यह दोनों इंटैक्ट है इन दोनों को साथ ले जाके यानी काइनेटिक और उसके साथ यह जो मुजा करराय जो भी हो उस तरह के मामलात बीच में पाकिस्तानी रिस ने सरेंडर की पॉलिसी अडॉप्ट की थी वो ऑपरेशन जरब अजब के बाद अगर हमें मुजकुवा टीटीपी सबसे कमजोर पोजीशन प थी बहुत ही कमजोर पोजीशन प मैं पर्सनली लोगों को जानता हूं टीडीपी के थे उस वक्त कि वो अगर उनको एक्सेस करती उनको बिठा वो तो वो हथियार डाल के वापस आ जाते लेकिन वहां पर हमें एक चीज आ गई एरोगेंस कहले या जो भी कहो यानी राहिल शरीफ हमारी आर्मी चीफ से और र प उस वक्त जो ट्रेंड था ये पहली दफा जो मुझे ट्रेंड का पता चला र वगैरह प ये कैसे तो वो यही था कि थैंक यू रा शरीफ बड़ा मशहूर ट्रेंड था कामरान खान ने टैटू भी करवाया कमर प उनकी कमरान अकमल की कमरान खान ने कमरान खान मेरे फेवरेट वो आपके फेवरेट है और दूसरा कॉमेडी शो कौन सा पसंद है नंबर टू पर आपको दूसरा कौन पसंद है मुझे दूसरा कॉमेडी शो कौन सास कामरान खान तो नंबर वन हो गया ना उनका आते कॉमेडी नाइट्स विथ कामरान एक पॉलिटिकल शो करते हैं वो पाकिस्तान नहीं ये मेरे सीनियर हैै भी देवेश चौधरी साहब मुझसे बहुत नाराज है मैंने पिछले दिनों एक ट्वीट किया था लेकिन मुझे खुद भी रिलाइज हुआ कि वो ट्वीट लैंग्वेज थोड़ी सी क्योंकि सीनियर है हमारे मैं तो पर्सनली बहुत वो करता हूं तो उनका बड़ा वो मुझे मैसेज आया कि यार मैं ये तुमसे एक्सपेक्ट नहीं कर रहा था मैंने कहा भाई मैंने डिलीट किया आप सीनियर्स की इज्जत करें जावेद चौधरी साहब खुद सीनियर्स की बहुत इज्जत करते हैं सीनियर्स के मसलों के लिए उन्होंने एक दवाई भी उस वही वही तो मैंने वो किया था उसपे तो हमने पूरा एक शो किया था जावेद चौधरी साहब बहुत अच्छे आदमी है मुस्त सर हसन ताड़ के बाद सबसे ज्यादा उर्दू में अफसाने मुझे जावेद चौधरी अफसाने अफसाना निगार में उनका बहुत कंट्रीब्यूशन है मैंने ट्वीट किया था कि ये जो एंकर है पाकिस्तान में जमीन का असल में जो बे है वो एंकर ने तबा किया है तीन चार मेरे एंकर दोस्त है सबने वो किया कि एंकर तो हम भी है तो सबको मैंने कहा कि नहीं तुम लोगों के अलावा ये एंकर नहीं है ये एंकर है जो मुल्क को ना नीचे रो बैठे हमें आगे बढ़ने नहीं दे रहे सो तो ये के नॉन मिलिट्री और मिलिट्री दोनों यानी चीज होनी चाहिए एक ही मौके पर आप दोनों को आइसोलेट आइसोलेशन में वो नहीं अडॉप्ट कर सकते और स्टेट को जो भी हो उस वक्त जो सरेंडर की मैंने बात किया प्रशन स की बाद उस वक्त जब भी हम जो स्टेट के लोग हैं उनसे पूछते थे तो वो इसको ऑन नहीं करते थे रियासत जब ऐसे मौके पर यानी जब भी कोई इस तरह के मामलात हो तो उसको बड़ा ओपनली आके मामलात को डिस्कस भी करना चाहिए और ऑन करना चाहिए अगर ट्रंप एडमिनिस्ट्रेशन बाइड एडमिनिस्ट्रेशन जो 20 साल लड़ रहे हैं वहां पर तालिबान के खिलाफ और यह वही तालिबान है जिन्होंने ओस्ट किया था उसामा बिन लाद को और स बन नादन को जिन्होंने 91 अटैक्स किए थे हजारों कीता में अमेरिकन मारे थे लेकिन उनको जो पता चला कि यह हमारे लिए स्ट्रेटेजिक जो डिस्ट्रक्शन साबित हो रहा है अफगानिस्तान और यहां से निकलना चाहिए तो उन्होने ओपनली आके उनके साथ मुजा करराय उसके जो फ फन सेक्रेटरी है ट्रंप के वो मुला ब्रदर से मिल हैं ट्रंप ने खुद कॉल प बात की उनसे ओपनली उनको वो तो रियासत ऐसे काम करती है रियासत शरमाती नहीं है यहां पर हम वो नहीं है नई नवेली दुल्हन की तरह कि हम शर्माते हैं कि हमने अगर ये ऑन किया ये नो पब्लिक तरफ से क्या रिएक्शन है तो उस वक्त अगर ये सरेंडर की पॉलिसी उसमें लोग सरेंडर हो भी गए थे अमला मसूद की फैमिली भी हो गई थी तीन चार और भी सीनियर कमांडर वो लोग भी आ गए थे पंजाबी तालिबान के जो सरब है अमतुला माविया और पंजाबी तालिबान में आम तालिबान टीडीपी की बात नहीं है उनकी इवॉल्वमेंट थी जेएच क अटैक में जो मेजर आपके सिक्योरिटी इंस्टॉलेशन है उसमें एयर बेसेस हैं या उसमें आईएसआई की वो उसमें वो लोग इवॉल्व थे उन्होंने उसके साथ भी मुजा यानी वो भी सरेंडर होके यही पंजाब में रह रहे है कहीं प तो मेरे ख्याल में उस वक्त भी स्टेट को ऑन करना चाहिए था कि हम यह पॉलिसी करने जा रहे हैं लेकिन उस वक्त हम इतने नशे में थे कि नहीं हम इनसे मजाक क्यों करेंगे इनको तो हमने मार भगाया इनकी तो कमर तोड़ दी यह तो अब वापस हो ही नहीं सकते और फिर हमने देखा कि वो लोग वापस हो राल शरीफ साहब तो चले गए लेकिन टीडीपी वापस आ गई है और अकाउंटेबिलिटी वो चीज है नहीं चले वो आपने माजी में जो किया उस वो चौधरी शुजात की तरह मट्टी पाओ लेकिन आगे लेकिन अभी भी हम देख रहे हैं कि वही चीज रिपीट हो रही है और सिर्फ टीडीपी के हवाले से नहीं बलो जो मिलिटेंट्स है उसके हवाले से भी आ मीन क्योंकि हम टेररिज्म और वायलेंस से रिलेटेड जो है वो बात कर रहे हैं इस मुल्क के अंदर काउंटर टेररिज्म ओनली मींस बस आप दहशत गर्द को मारते हैं अगर दहशतगर्दी दहशत गर्द के मारने से किसी चीज का खात्मा हो सकता था तो टीटीपी 2007 के अंदर जो है वो मैक्सिमम 2700 से 3000 लोग थे आज देख ले कितने आज कितने जो इन्होंने एक माइक्रो लेवल सर्वे जो है वो कराया था बमा फैमिली के जब यह प्रोसेस शुरू कर रहे थे पीस टॉक्स का अगर इन लोगों को वापस लाएंगे और सेटल करेंगे 43000 का फिगर है 43000 इंक्लूडिंग फैमिली तो 3000 और मेरे ल में 43000 में ड को चाहिए था को कंडम तो गिरा देते हैं उनके इलाको में ये तो बहुत ज्यादा हो गए मेरे ख्याल में यनो सम वे बिटवीन द लाइनस वी आर लूजिंग द प्लॉट एंड इफ वी कैन नॉट गदर सून देर इज अ लट ऑफ केसट कमिंग आई थिंक द कंट्री इज लूजिंग द प्लॉट बिकॉज सम पीपल आर मेकिंग अ लॉट ऑफ प्लॉट्स आई थंक प्लट स्तान की हकीकत यही है इसमें अभी खान साहब की बड़ी अच्छी स्टेटमेंट आई है अफगान रिफ्यूजीस के ऊपर तो उसकी वजह से लोगों ने उनकी पुरानी क्लिप्स निकाल के शेयर करना शुरू कर दिए मैंने भी शेयर की है बा द वो तो आप बक्स बक्स में है ना बग बग मैंने इसलिए शेयर की एंड आई विल टेल यू द रीजन कि मैंने क्यों शेयर की क्योंकि हमने अपने प्लेटफॉर्म से ट्वीट किया उन्होंने स्टेटमेंट दी जो सब्जेक्ट हम कवर करते हैं लेकिन द फैक्ट के कोई भी गवर्नमेंट पाकिस्तान के अंदर कोई भी गवर्मेंट वो कभी भी रिफ्यूजी फ्रेंडली नहीं रही और वो सिर्फ रिफ्यूजी की हद तक जो है बने है बल्कि आईडी पीस के साथ भी हमने यही आर फैक्ट्स हम चाहे इसको किसी तरीके से नाई करने की कोशिश करें अब हालिया दिनों में जो हमने विक्शन का प्रोसेस जो है व शुरू किया है जिसको हम वॉलंटरी रिपेट्रिएशन का नाम जो है दे रहे हैं कशन का ल जो है वो ठीक नहीं बेदखल करना किसी को कैसे कर सकते हैं ह्यूमैनिटेरियन रीलोकेशन सो यार आपने एक जनरेशन को रखा 40 साल ठीक है मैं आप कहते हैं ये इलीगल है हम कहते हैं ठीक है इलीगल है व्हाई डू यू वांट टू मेक मोर एनिमी जब यह गवर्नमेंट आई थी काबुल के अंदर तो मैं और आप तो चाय पीने नहीं गए थे सरीना हमें तो कोई नहीं लेकर गया था यू नो और हमने तो ये नहीं कहा था कि अब एक फ्रेंडली गवर्नमेंट आ गई है ये लोग जो है हमारी मदद करेंगे नाउ इट्स नॉट वर्क और ना इन लोगों ने कहा था जिनको आप बेदखल कर आई थिंक सो यू नो चीजों को परखने की जरूरत है वी शुड मेक मोर एनीमीज पाकिस्तान जज मेड इनफ एनिमी द ओनली कंट्री इन साउथ ईस्ट एशिया दैट हैज अ बार बार फेंस हम ऑन बोथ बॉर्डर्स एलओसी पर भी है पाक अफगान बॉर्डर पर एक तरफ समंदर है और दूसरी तरफ चाइना है और वो रोड वैसे भी छ महीने परवारी में बंद रहते हैं तो यू आर लिटरली यू हैव ब्लॉक दिस एनटायर सिस्टम ो तो जब तक इंटर डिपेंडेंसी नहीं रहेगी मेरे ख्याल में लोगों के स्टेक्स आप खत्म कर रहे हैं स्टेक्स खत्म होंगे देन पीपल डोंट केयर जो मैं वो क्लिप की बात कर रहा था जो क्लिप शेयर हो रही है आई वां टॉक मोर अबाउट अवान रेजी एस वेल खान साहब की एक पुरानी क्लिप थी उन्होंने बोला कि ज्यादातर जो पश्न है वो तो टीटीपी के साथ ही है वो तो सिंजर ही होंगे तो एक आईडिया हमारा ये भी है कि जो हमारा पूरा नॉर्दर्न बेल्ट है ये तो है ही टीटीपी सिंपता इजर ये तो चाहते हैं टीटीपी लाना ये तो चाहते हैं कि शरिया हो ये तो वो चाह रहे हैं ना ये होना तो हम तो हम थोड़ी कुछ कर रहे हैं गैलप ने सर्वे किया था आपको याद है वो गैलप ने एक सर्वे किया था कि पाकिस्तान में कितने लोग जो है वो सर्वे जो है वो सॉरी वो शरिया जो है वो इंप्लीमेंट जो है वो कराना चाहते हैं आई थिंक मेजॉरिटी जो था वो इसी पे था कि वो शरिया जो है वो चाहते हैं तो वो उन्होंने सिर्फ केपी में नहीं किया था या बलूचिस्तान में नहीं किया था पंजाब में भी किया था सिंध में भी किया किया था सब चाहते हैं कि शरिया हो यू नो तो उस परे आप ऐसी बातें ना करें आप लोगों के दिल ना खए हमने आई थिंक मैं जो एक मेन स्ट्रीम पाकिस्तान जिसको आप कह रहे हैं उन्होंने एक परसेप्शन दिया हुआ है ना कि पश्तून को तो ना पढ़ना है ना लिखना है उनको बस गन पकड़ के जंग करनी है और तो टीटीपी तो इनके लिए अच्छा एक इवन दो हमने रिसेंटली जो देखा है स्वाद में हजारों लोग बाहर आए एंड अगेन आई माइट हैव पॉलिटिकल डिफरेंसेस विद सेनेटर मुश्ताक या मुराद सद सपोर्ट देम फॉर दिस ना कि आप तालिबान के अगेंस्ट खड़े हो रहे हैं पोस्टर लिखे गए कि तालिबान के जो हामी है सब के सब जो है तो इज द स्टेट इन फोर्सिंग और यू नो जानबूझकर नाफर हैं तालिबान पश्तून पर एंड दे डोंट वांट इट व्ट इज व्ट इज मेन स्ट्रीम पाकिस्तान गेटिंग रंगरी गुड क्वे ना लेट मी एक्सप्लेन दिस हुआ क्या है लाइक ये सवाल बारबार पूछा जाता है कि ट लेकिन मौका नहीं मिलता क्योंकि मेन स्ट्रीम में आप ऐसी बातें नहीं कर सकते यू डोंट हैव द टाइम नादर डज इट हैव द एपेटाइट एंड नादर डज इट हैव द एडिटोरियल बैकिंग के वो ऐसी बातों को उनको अपना चैनल नहीं बंद करवाने बात यह है कि एक एंड गेम स्ट्रेटजी बनाई गई क्योंकि मेन प्रेमिका यह है यह जंग जो शुरू हुई य इसलिए शुरू हुई क्योंकि जो लोग मुजाहिदीन थे हम रातों रात हमने फैसला किया कि 91 इन का अटैक हुआ तो अब इनको यह सारे टेररिस्ट वो जितने भी थे वो मुखालिफ हो गए इस पूरे प्रेमसर एक बात है कि पाकिस्तान अमेरिका का एला है सो बेसिकली पाकिस्तान इज अ सॉर्ट ऑफ अ यू नो माउथ पीस फॉर द अमेरिकंस इन टर्म्स ऑफ स्टेटमेंट्स इन टर्म्स ऑफ पॉलिसी अब जब अमेरिका वापस जा रहा है तो इसको जो है वो रिवर्स करना चाहिए इसमें से अमेरिका निकल गया इस प्रेमसन से तो मतलब यह कि पाकिस्तान अकेला रह गया चकि यह सारे लोग जो है वैसे भी पहले हमारे साथ थे चलो आज इनको वापस लेकर आते हैं इसको एंड गेम स्ट्रेटजी का नाम जो है वो दिया गया सुबह का टेररिस्ट शाम को घर आए तो उसको टेस्ट नहीं कहते ये आडिया ये सर्ट ऑफ एक आडिया था और लॉजिक उसके पीछे यह था के यनो कभी तो आपने बैठना है बात करके लाइक द एंड फॉर एवरी कॉन्फ्लेट एंड कांटरी टू व्हाट पीपल थिंक इट वाज एक्चुअली अ सॉर्ट ऑफ एन अमलगम मेशन ऑफ प्रैक्टिकल एक्सपीरियंस फ्रॉम अदर कंट्रीज अ साइमल नियस देर वाज अ लॉट ऑफ लिटरेचर दैट वाज मेड अवेलेबल फॉर दैट प्रोसेस तो ये छह फेज प्रोसेस था ये रिपेट्रिएशन इसमें पहले आप कांटेक्ट डेवलप करते हैं फिर बैठते हैं फिर शराय होती है फिर ये होता है वो होता है आखिर में सेकंड लास्ट फेज में इसको पार्लियामेंट लेक लेकर आना था और पार्लियामेंट ने कुछ लेजिसलेशन करके सिक्स फेज में इस की इंप्लीमेंटेशन जो है वो होनी थी इंटेंशन आप डाउट नहीं कर सकते बिकॉज य डिन वांट अ प्रोट्रैक्टेड वॉर और यह एक बेसिक प्रेमसर काउंटर टेररिज्म स्टडीज की के दो चीजों के दरमियान में आपको फैसला करना पड़ता है यह थोड़ी वो लिटरेरी बात है यू नो या तो आप जस्टिस का ब्रांग लेकर आते हैं या फिर आप पीस चाहते हैं अगर आप जस्टिस चाहते हैं तो जस्टिस के पर अपने प्रोसीजर्स हैं और अगर आप पीस वो प्रोटेक्शन की तरफ चले जाते हैं मतलब ये जंग फिर लंबी होगी क्योंकि एवरी बडी डज नॉट अग्री विथ एवरीवनस वर्जन ऑफ इवेंट्स ऑफ हाव हैपेंड तो उसमें फिर बात चलती रहेगी और एक जुडिशल प्रोसेस उसमें भी फिर क्वेश्चनेबल है ना जस्टिस फॉर हू अगर अमेरिका कहता है सद्दाम ने बुरा किया हमें कोर्ट बिठाए सद्दाम को लटका देंगे जस्टिस हो गया जस्टिस तो नहीं मतलब चल व्हाट एवर वन थिंक्स ऑफ सद्दाम एंड व्हाट हीज डन मे बी सद्दाम डिजर्व्ड इट बट व्हाट हैपेंड टू इराक एंड व्हाट अमेरिका इंटरवेंशन इटस नॉट जस्टिस एब्सलूट एंड इट लेड टू मोर केस जी जी एंड देन द सेकंड पार्थ इज ऑ पीस अब स्टेट की नजर में जो उस टाइम पर स्टेट को चला रहे थे लोग उनकी नजर में यह था कि चले पीस को चांस देते हैं लेट्स सिट अक्रॉस टेबल और यह बात खत्म करने की कोशिश करते हैं अब उसमें टेक्निकल प्रॉब्लम आ जाते हैं क्योंकि आप नॉन स्टेट एंटिटी के साथ डील कर रहे हैं जिस लिहाज से इसको डील कर रहे हैं वो टिपिकल एक ट्राइबल फॉर्मेट है और जिसके थ्रू डील कर रहे हैं वो खुद अनरेग नाइज एंटिटी है इट्स कॉम्प्लिकेटेड टू पुट इट इन अ नट शेल तो यह प्रोसेस जो है व शुरू हुआ अब स्टेट के सबसे इनिशियल प्रॉब्लम यह है कि स्टेट अपने खिलाफ किए हुए मर्डर का या क्राइम्स का वह एक आम माफीनामा कर सकते हैं लेकिन अगर वह शहजाद के खिलाफ या इफ्तिखार के खिलाफ हो तो जस्टिस सिस्टम के अंदर यह दोनों फैसला करेंगे लोगों ने कहा कि नहीं कर सकते सो स्टेट ने फिर भी कहा कि पीस को चांस देना चाहिए उसके बीच में फिर जो लोग एक फैसले कर रहे थे वो सारे घर चले गए और जब घर चले गए तो नए लोग आ गए नए लोगों ने कहा कि भाई इसको खत्म कर दें तो जो प्रोसेस शुरू भी हुआ था वो कंप्लीशन तक नहीं पहुंच सका लाइक मिडल तक भी नहीं पहुंच सका इट डिन रीच दैट पॉइंट अब जो हम फेस कर रहे हैं य उस इनकंप्लीट प्रोसेस का आफ्टर मैथ है दैट इज व्हाई इट बिकम अ पॉलिसी बॉटल नेक क्योंकि आप जो भी प्लान बनाते हैं उसके शॉर्ट लेवल मिड लेवल लॉन्ग टर्म सोलूशंस को मद्देनजर रखते हुए बनाते हैं अनफॉर्चूनेटली इस मुल्क में चीजें जो है वो एड हॉक बेसिस पर होती है सब दोदो साल का सोचते हैं एक एक साल का सोचते हैं लॉन्ग टर्म पॉलिसीज का कोई नहीं सोचता इट्स अ फेलियर ऑन मैक्सिमम लेवल आफ्टर मैथ इज इन फ्रंट ऑफ यू देयर इज टीटीपी देयर इज आईस केपी देयर आर डिफरेंट पीपल दैट आर अटैकिंग फ्रॉम न्यू नोमेन क्लेचर कमिंग इन एंड आवर पॉलिसी इन अफगानिस्तान वच वी वर थिंकिंग कि एक सक्सेसफुल पॉलिसी है वी थॉट ट वी र यूजिंग देम नाउ वी फील ट वी हैव बीन यूज इसमें आ ल्स गेट चले हिस्ट्री हो सकता है कि मेरा आईआर ए से आईडियोलॉजिकल एक एग्रीमेंट हो तो आईआर की गुड फ्राइडे हो जाता है बैठ जाते हैं अग्री कर लेते हैं आई सी दैट एस विक्टरी एज मे बी सम बडी हु सफर्ड मोर और सीन टीटीपी ने जो किया है पाकिस्तान में मेरे लिए वो सिंपैथी नहीं है मेरी मेन स्ट्रीम पाकिस्तानी की ओपिनियन यह है कि टीटीपी से आप डील नहीं कर सकते आपने जब डील करने की कोशिश की है उन्होंने वो डील तोड़ी है आपको जो हार्ड कोर टेररिस्ट है वो एलिमिनेशन करना ही पड़ेगा एम आई रंग इट्स पर्सपेक्टिव अंडर करंट सरकमस्टेंसस तो आपके साथ अब कोई बात करने के लिए तैयार नहीं है देर इज नो अदर वे आउट ऑफ इट बट देखि अफगान तालिबान आर प्लेइंग वेरी टेक्टफुली जब आप कहते हैं कि डीडीपी उस साइड पर है तो कहते हैं आपके अपने इंटरनल सिक्योरिटी मैकेनिज्म तो है ना दिस इज देर आर्गुमेंट ठीक है ठीक है डीडीपी उस साइड पर है यहां पर क्या हो रहा है दे ऑलवेज से दिस ये उनका एक टैक्टिकल नैरेटिव है दैट दे आर एक्चुअली ट्राइम टू टेल यू कि आप अपनी सिक्योरिटी कंट्रोल करें जिस तरह हमने आईएस केपी के खिलाफ अपनी सिक्योरिटी ऑपरेशंस किए य मैनेज टू कंट्रोल ट जो एक आम पाकिस्तानी की सोच है अ मैं उसमें आई मीन वेदर आई अग्री और डिसएग्री द सेपरेट थिंग द फैक्ट इज कि आज आप वजीर स्तान की बात करें पिशा की बात करें खैबर की बात करें हाउ मच डू दे नो अबाउट द एरिया हम लिटरली नथिंग हाउ वुड दे बी एबल टू नो द प्रॉब्लम्स इन दोस एरिया बिकॉज मेन स्ट्रीम क्योंकि वहां पर तो टीआरपी की रेटिंग्स ही नहीं आती तो न्यूज कास्टर्स उसको चरस अड्डा बोलती हूं मैं तो एक दफा चला गया ढूंढने मुझे फिर बाद में पता चला कि गलत था कुछ ऐसे कुछ ऐसे नाम है जो नहीं लेने चाहिए वो बहुत अजीब किस्म के पंजाबी में प्रोनाउंस होते नहीं वो तो मर ही गी ऊपर अपर और लोअर है एक बलूचिस्तान में भी प्लेटो है बट वहां नहीं जाते यू नो तो आई थिंक सो न जनरल लेवल इट्स फेलियर टू अंडरस्टैंड द प्रॉब्लम और प्लस हमने कितनी नेशनल डिबेट जो है इस डिस्कोर्स पर जनरेट की आप मुझे बताए बात आखिर में इसी पर आ जाती है हमने कभी कोई इसको सीरियसली पब्लिक लेवल पर डिस्कशन की है आई डोंट सी एनी पब्लिक लेवल डिस्कशन और अब तो है ही नहीं बिल्कुल अब तो इस बात को सोचना भी नामुमकिन एम आई व्हाट एम आई मिसिंग राइट लाइक सो फॉर इंस्टेंस इफ इसराइल सेज कि हमास से हम डील नहीं कर सकते व तो इसराइल का खात्मा चाहते हैं आई कैन गो टुवर्ड्स हिस्ट्री एंड आई बी लाइक नहीं 2017 में उनका एक चार्टर आया है जिसमें उन्होंने इसराइल को रिकॉग्नाइज किया है उनकी डिमांड है 1967 वाले बॉर्डर्स लेकिन यह जो एक आईडिया है कि वो तो खात्मा चाहते हैं वह बिकता है जिसकी वजह से इसराइल को सपोर्ट मिल सकता है ठीक है मे बी बिकॉज आई एम ऑन द इनसाइड एंड आई डोंट सी थिंग्स दैट क्लीयरली फ्रॉम मेन स्ट्रीम पाकिस्तानी पर्सपेक्टिव मेरा यह है कि टीटीपी जाता है पूरे पाकिस्तान प दे डोंट वा बी लिमिटेड टू देर एरियाज पूरे पाकिस्तान में नाफ हो शरिया और शरिया भी वो वाला जो उनका आईडिया है तो आप उनसे कैसे ही कोई डील कर सकते हैं न दैट इज देर डिमांड एंड दैट इज व्ट दे वांट एम आई रंग यूर नॉट एनटायर रंग यूर नॉट एंटायस किस्म के कॉम्प्लेक्टेड बाय स्टेप डील करते हैं इसका कभी कोई परमानेंट हल निकल नहीं सकता मैं आपको एक मिसाल ता हूं फॉर एग्जांपल अच्छे प्रोविंस की इंडोनेशिया में उन्होंने वहां पर उधर अलकायदा थी उन्होंने गवर्नमेंट के साथ बैठ के मुजा करराय यू नो हाउ लंग टॉक्स लास्ट 14 इयर्स वाओ बट दे डिन सेंड इन उलेमा और दे डिन सेंड इन यू नो मिलिट्री और सिविल लॉ इंफोर्समेंट टू टॉक टू पीपल उन्होंने सबसे पहले यह किया कि जो सिविल सोसाइटी है उनके साथ उनकी बात कराना शुरू कीए फिर स्टूडेंट्स के डेलिगेशंस भेजे उसके बाद फिर रिलीजस डेलिगेशंस भेजे अल्टीमेटली वट डिसाइडेड वास के इसको अपने एक डेमोक्रेटिक सिस्टम में ले आते हैं और एक जो है वहां पर आप कंसेंशुअल गवर्नमेंट जो है व बना दे इंडोनेशिया के अंदर उस प्रोविंस के अंदर शरिया जो है वो इंप्लीमेंटेड है किधर आपने देखा कि वोह हेडलाइंस उसने बनाए या कहीं पर जो है वो कोई बात हुई नहीं हुई नोवेयर बट दे आर रिलेटिवली इन पीस एंड वा अलकायदा या एंड जनरल एमनेस्टी दी गई उन सबको बट दे वाज वन कंट्रीब्यूटिंग फैक्टर टू इट वो यह था इट वाज पोस्ट सुनामी वेर द कंट्री दे वर आल्सो डिस्ट्रॉयड एंड द पीपल दैट दे वर फाइटिंग अगेंस्ट र आल्सो आई मीन फाइनेंशियलीईएक्सप्रेस टीज उसमें है कि इट्स इन द मिडल ऑफ द ओशन तो उसके र कोई अफगानिस्तान नहीं लगता कोई इंटरनेशनल वो ऐसी कोई चीज नहीं लगती जिसमें बाहर से लोग आ जाए और वो कोई गन जो है वो बनाए सेकंड जो है उनका जो प्रोसेस है ये लोकल लेजिसलेशन नहीं कर सकते बस जो लेजिसलेशन है उसमें प्रोविंशियल डोमेन में रहेगी इट डज नॉट हैव एन ओवरराइडिंग इफेक्ट नेशनल पॉलिटिक्स मेरे ख्याल में इस किस्म की डिस्कशन जो है वह अगर हो तो कोई बुरी बात नहीं है लेकिन एक चीज है एंड आई विल टेल यू दैट वेरी क्लीयरली कि शायद स्टेट अगर इस प्रोसेस को शुरू भी कर दे ट्राइबल एरियाज के अंदर इसका बायन बहुत मुश्किल है मेरा नहीं ख्याल कि मिलिट्री ऑपरेशन का ये टीटीपी के नैरेटिव का ओके आई थिंक पीपल विल नॉट सब ड्यू टू दैट अ जो रेजिस्टेंस एक्चुअल जो स्टेट का है जो स्टेट का यू नो एक एक एडजंक्शन है और जो उसकी पॉजिटिव साइड है कि जो लोग हैं उस एरिया के दे डोंट वांट दिस दे वांट टू बी पार्ट ऑफ व्हाट यू कॉल मेन स्ट्रीम पाकिस्तान दे वांट इंडस्ट्रीज लाइक फैसलाबाद दे वांट शॉपिंग मॉल्स लाइक कराची दे वांट बिजनेस हब्स लाइक लाहोर वांट रेस्टोरेंट्स लाइक इस्लामाबाद फैक्ट नोबडी वांट्स रेस्टोरेंट लाइक इस्लामाबाद व्ट इ रंग विथ यू एवरी सिंगल पश्तून राइट नाउ इज जजिंग यू यू थिंक पश्तून वांट फूड फ्रॉम इस्लाम लेट लेट्स लेट्स लेट्स पुट इट इन ट ऑम ऑन योर चली कबाब बा द आप चाहते हैं केपी में तकनी कोर्टयार्ड के लिए वो लोग तरस रहे हैं खुदा का खौफ करें इस वक्त जो वो खाना खाते हैं ना वो आपको इतना जज कर रहे हैं आप चाहते हैं सवात में आई टेक माय लास्ट वर्ड बक स्ट्रक्चर्स उनको चाहिए सो लेकिन द फैक्ट इज के 2014 से 2000 21 तक का जो टाइम फ्रेम है जिसमें दहशतगर्दी हमने कहा खत्म हो गई और जिसकी विजिबल इफेक्ट्स भी खत्म हो गए ये पीरियड था कि आप वहां पर जो है कुछ करते हैं उधर कुछ भी नहीं है लाइक दे लिटरली नथिंग ऑन व्हाट पीपल कुड एक्चुअली गो बैक टू एंड से कि स्टेट ने हमें यह दिया है सो दिस सिस्टम दैट इज कमिंग इन जो लोग आना चाहते हैं इनको आप जो है वो दे आर नॉट एक्सेप्टेबल टू अस करेंटली दे आर इन अ मोड टू से कि यार सेव अस यू नो लेकिन नहीं है देर इज उस किस्म के वो 3 पर का जो एनएफसी हमने प्रॉमिस किया था वो भी नहीं दिया जो डेवलपमेंट चाहिए थी वो नहीं थी टू अंडरस्टैंड इट बेटर राइट नाउ जो पोरस नेस है ऑफ द बॉर्डर ओवर य इप्रू हुई है बडर फ है हाउ पोरस और नॉन पोरस इ इट राइट नाउ इट इज द बर्डर इ आई वट से कंपलीटली नॉन पोरस लेकिन इट्स वेरी डिफिकल्ट टू क्रॉस ओवर ऑलमोस्ट ना मुमकिन ऊपर नॉर्थ से भी पहाड़ों से भी फस में जो गैप्स है वो तकरीबन 53 जगहों पर है और वो बिकॉज ऑफ वेदर कंडीशनलिटी की वजह से देर इ नो अदर रीजन ऑफ दैट क्योंकि इतने एल्टीट्यूड पर आप फेंस लगा नहीं सकते उसकी जो कॉस्ट ऑफ बिल्डिंग इट रिबिल्डिंग इट बिकॉज ऑफ द स्नो वो बहुत ज्यादा है और वो इतनी हाइट पर है कि उधर से मूवमेंट जो है वो ऑलमोस्ट नामुमकिन है सो वो एक इशू है लेकिन बॉर्डर प स्मगलिंग होती रही इसमें कोई शक नहीं है बॉर्डर के ह्यूमन ट्रैफिकिंग होती रही इसमें भी कोई शक नहीं है स्टेट इन सारी बातों को मानती है तो ऐसी बात नहीं है कि कोई मानता नहीं है उसके लिए मेजर्स भी है लेकिन अगर हम ये समझे कि एक दिन एक 200 हज लोग इकट्ठे होकर वो इस साइड प आ जाएंगे दैट इज नॉट अ पॉसिबिलिटी दैट इज नॉट हैपनिंग ये जो रिपोर्ट हुआ था कि ड्यूरिंग एजज एरर पीडीएस गवर्नमेंट कई तालिबान फाइटर्स जिनको डील ये हुई थी कि गंस के बगैर आएंगे फैमिली के साथ आएंगे लेकिन अ लॉट ऑफ पीपल रिपोर्टेड कि हमने खुद देखा है गंस ले लेकर उनको क्रॉस करवाया गया था खुलकर बुलाया गया था एंड आई डोंट नो द एग्जैक्ट नंबर्स बट थाउजेंड्स वक विथ वेपंस इज दैट ट्रू दे आर नॉट मोर देन 80 देर नॉट मोर देन 80 80 लोग थे बस बस दे वर नॉट मोर देन 80 ये तो डॉक्युमेंटेड फैक्ट है एंड नोइंग ग्राउंड रियलिटी वेल और मेजॉरिटी मूवमेंट क्योंकि मसला स्वाद के अंदर जो है व ज्यादा बना था उसमें भी कुछ रीजन जो है उन्होने साइट किए थे कि एक गुडविल जेस्टर के तौर पर इनको जो है वो आने दे वेपन के साथ इट वाज विद वेपन वा वि वेपन य ये भी वो है लेकिन यह कहना कि दे डिड नॉट फाइंड वेपन लोकली स में कौन मुश्किल है वेपन ढूं आईन ट हैपेंड दैट डिड हैपन लेकिन जब आप इस किस्म के प्रोसेसेस के अंदर जाते हैं और यही मेरी सारी बात थी कि उस प्रोसेस को भी सीक्रेट जो है वो रखा गया था ठीक है उसका एक पोर्शन था जो सीक्रेट लेकिन आप स्वात में लेकर आ रहे हैं तो आप स्वात के लोगों को तो बताए कि हम क्या कर रहे हैं हम तो वो पुलिस वाला जब वहां प पहुंचा तो उसने कहा कि ये इधर ना हो उसने कहा कि तुम तो दहशत गर्द हो उसने कहा है कि हम तो डील करके आए हुए हैं उसके ऊपर फायर कि उसको मारा पैर पे उसको गोली लगी एंड देन इट ऑल स्टार्टेड हैविंग अ ट्रिकल डाउन इफेक्ट कि भाई ये तो ऑपरेशन होगा बट वो 80 बहसी लोग भी जो है दे वर गिवन सेफ पैसेज दे वर आस्ड टू लीव सो दे नो लंगर देर इन स्वात ये वो वाले कम से कम नहीं है यस इंडिविजुअल स्वात के अंदर तो आई थिंक अ मेजर इंसिडेंट दैट हैज हैपेंड इन सिंस जनवरी वी हैवेंट सीन मेजर इंसिडेंट लाइक मेजर इंसिडेंट हैपनिंग इन स्वात और आइर इन पेशावर सिंस जनवरी अ टचवुड बट यू नेवर नो और यह कहना कि हालात की खराबी की जब हम बात करते हैं तो ये एक अ यू नो फियर फैक्टर उसमें बहुत बड़ा है लेकिन साइमल नियस यह कहना कि बिल्कुल ही सब कुछ ठीक है ये भी गलत है मुजम्मिल वाज ऑन द पॉडकास्ट एंड ही वाज सेइंग के आई थिंक स्वाद की बात कर रहे थे आई माइट बी रॉन्ग बट ही वा सेइंग कि कुछ जगह है जहां तालिबान का वो ऑफिशियल वो है टैक्सेशन में उनको 50 पर मिलता है या इन चीजों मिलता है य इट वांट इन स्वात ओके इट्स इन नॉर्थ एंड साउथ वजीरिस्तान ओके एंड दिस इ आल्सो एन ओपन सीक्रेट ऑफिशल पैसे वो उनको जा रहे तो द फैक्ट इज कि जो कांट्रैक्टर रोड बना रहे हैं या बिल्डिंग बना रहे हैं कुछ भी बना रहे हैं दे आर पेइंग 5 पर ऑफ द प्रोजेक्ट टू दिस पीपल टू टीडीपी टू व्ट एवर लोकल ग्रुपिस्ट इट को कांट बी ओनली क्योंकि नॉर्थ और साउथ वजीरिस्तान की जब हम बात करते हैं तो सिर्फ टीटीपी नहीं है देर आर अदर नेटवर्क ए वेल उसम हाफिज गुल बहादर ग्रुप से और अब हम नई एंटिटीज भी देखते हुए आ रहे हैं तो अगर किसी की जान के ऊपर बात बनी हुई है और उसकी फैमिली को जो है व प्रॉब्लम है पीपल आर पे एक्सटॉर्शन स्टेट नोट पीपल आर पे एक्शन वो बारबार कहते हैं कि आप हमें रिपोर्ट करें लोग डर के हमारे रिपोर्ट भी नहीं करते क्योंकि जो स्टेट के साथ एक सिटीजन का रिश्ता है वो तो व ट्रस्ट है ही नहीं सो पीपल डोंट गो टू रजिस्टर एफआईआर फॉर एक्सर्शन य डोंट आई थंक फॉर इयर्स कराची इसी तरह जीता था कोई इतना मसला नहीं था भी भत्ता दे रहे होते थे तो इ द आईडिया ना हो कि चले मेजर इंसिडेंट ना हो बम ब्लास्ट ना हो चाइनीज को टारगेट ना करो और स्टेटस को चलता रहे एंड व्ट शुड हैपन इस क्या आप इकोनॉमिकली अपलिफ्ट करें ताकि ओवर द यर्स चीज बेहतर हो जाए इज दैट व्ट आई थिंक मैं असल में बात हमने शुरू की थी कि हुआ क्या था और अब इस टाइम प क्या है तो जब यह प्रोसेस शुरू हुआ तब भी लोगों को नहीं पता लगा जब खत्म हो गया और पॉलिसी रिवर्स हो गई तब भी लोगों को पता नहीं लगा अब जब आप जाते हैं इन एरियाज के अंदर और कहते हैं कि हमारी हेल्प करो ताकि इनको खत्म कर दिया जाए तो वो कहते हैं आप लेकर आए थे वो कहते हैं कि जी वो पुरानी रेजीम लेकर आई थी व कहते हैं कौन सी पुरानी रेजीम थ तो डोंट नो इंडिविजुअल्स के मैक्रो लेवल पे कौन सी पॉलिटिक्स खेली गई और कौन था आगे था और कौन पीछे था फॉर देम स्टेट स्टेट यू नो तो वो जो कंफ्यूजन है वो अभी तक किसी ने क्लियर नहीं की पीपल ऑन ग्राउंड आर कन्फ्यूज्ड बिकॉज देर इज अ लार्जर चंक ऑफ द सोसाइटी दैट बिलीव्स कि ये तो खुद लेकर आए थे इनको तो वो आइडिया परसिस्ट करते हैं जी राइट फुली बिलीव तो ओबवियसली आई मीन जब प्रोसेस था और आपने खुल के नहीं बताया के यू नो कितने लोग आए कितने नहीं वो तो मैं आपको बता रहा हूं कि 80 बसी लोग थे लोगों को तो नहीं पता जनरल पब्लिक डज नॉट नो ना आपने कोई टीवी पे उसके ऊपर कोई डिस्कोर्स जनरेट किया ना आपने कोई पब्लिक केलिए कोई बात जो है वो की एंड देन यू एक्सपेक्ट द पीपल टू अंडरस्टैंड ऑन व्हाट एवर यू आर डूइंग ऐसा चलता नहीं है लाइक मे बी वंस और ट्वाइंटों को कुछ दर्जे तक ठीक है सीक्रेट रखना चाहिए जो उसकी वर्किंग्स है लेकिन जब डिसीजन मेकिंग की बारी आए तो यू हैव टू टेक द पब्लिक इनटू कॉन्फिडेंस वरना