Transcript for:
भौतिक औषधियों का परिचय और अध्ययन

शानदार जवरज़ चिंदवाद तो आज का लेक्चर आपका कुछ ऐसा ही होने वाला है क्योंकि आज इस वीडियो में हम लोग बात करने वाले अपने सबजेक Physical Pharmaceuticals 1 जो हमारे B Pharmacy 3rd Semester का एक सबजेक्ट है और आज हम क्या करेंगे इसकी Unit 1 को Complete कवर करेंगे अब आपको बताया कि unit 1 हमारी काफी जादा length है आपको ये दिख रहा होगा और इसके अंदर हमारे काफी जादा important topic भी आते हैं तो हम क्या करेंगे एकी वीडियो में पूरी unit 1 कबर कर देंगे जिससे बहुती मज़दाल lecture आपके सामने बन के आएगा और मेरी आपसे request है कि अ� बाकि ये जो हम नई वीडियोज बना रहे हैं थर्ड समिटर की तो इनकी जो नई वाली पीडियफ है वो आपको हमारे एप केरवेल फार्मा के अंदर क्रेस कोर्स के अंदर जाके मिल जाएगा तो जो भी हमारी नई पीडियफ है थर्ड समिटर की जो आप बन रहे हैं वीडि बाकि अब तक आपको बता चल गया होगा कि जो हमारा ये नए वाला crash course के नर पढ़ा रहे हैं वो हम थोड़ता important question को लेके चल रहे हैं जिससे क्या होगा कि question हमारे जो exam में पूछे जाते हैं तो आपको एक idea रहेगा कि किस question में कैसे क्या लिखना है बहुत जा तो अब तक हमारे जो तीन subject थे already उनकी unit 1 हमने cover कर दी और POC की तो unit second भी cover है आप जाके check out कर सकते हैं अब हम बात करें यहाँ पे इसके important questions के बारे में तो देखो जो हमारी unit 1 है उसमें सबसे ज़्यादा major most popular and most important question है route slow को लिए हुए तो यह वाला question हमारा काफी बार आता है और in इन लिक्विड तो हमारे syllabus में दो दिये हैं गैस इन लिक्विड और लिक्विड इन लिक्विड तो यह वाली सबसे ज़ाधा important है तो एकजाम में काफी बार आती है और बैसे दिखा जाए तो route लोगी कुछ हमारा इसी से connected होता है यह आपको solvability को समझने के लिए काफी important है आगे के topic समझ आएंगे, इसके बाद यहाँ पर एक third important question आता है, distribution law को उपन, तो यह भी हमारा काफी बार आता है, इसके बाद हमारे कोई short question बनते हैं, short मतलब 7 नमर, 5 नमर में, या 2 नमर में आते हैं, जैसे diffusion principle in biological system, एक आज बार question में आपने देखा भी होगा, distribution law और diffusion principle, इन द दो नंबर में की definition बगराए देखने को आ जाती है तो हम क्या करेंगे इन question लेके पूरा का पूरा syllabus ही आपको अच्छे ते कराने वाले हैं और यकीन मानिये कि आज की वीडियो बहुत जादा मज़िता आ रहा है तो इस वीडियो को like कर देना और share कर देना अपने सभी दोस्तों के तो चलिए अपने टॉपिक को यहाँ ते श्टार्ट करते हैं सबसे बहुत हम बात करते हैं इंट्रोड़क्सन इस पूरे चेप्टर का इस पूरी यूनिट का जिसका नाम है Solubility of Drug तो इसके बारे में बात करें लेकिन उससे बहले हेलो दोस्तो I hope आप सबी लोग Carewell Pharma में Unit 1 अब तक आपके College में इसकी Definition आपको Comment करके बतानी है तो अगर simply हम बात करें solubility के बारे में है तो solubility आपको तब अच्छे ते समझ आएगी जब आपको solution पता होगा तो solution एक्सल में क्या होता है कि जब किसी solute को हम solvent के अंदर dissolve करते हैं तो वो उसमें घुलने के बाद एक solution तैयार करता है नहीं समझे चलो इसको बिल्कुली example मालो भाई शाम का टाइम है और डेली भाई दूद हमको एक गिलास पीन के सोना चाहिए आपने सुना होगा कि दूद बहुत आदा हेल्फुल होता ठीक है तो जब शाम को हम दूद ले रहे होते हैं तो दूद में हम क्या करते हैं चीनी को खोलते हैं तो वह हमारा solvent है तो जब चीनी को हम यहाँ पर डालेंगे और उसके बाद हम इसको हिलाते चम्मा से पूरा इस्टेल करेंगे उसके बाद क्या होता है कि दूध में हमारी चीनी पूरी तरह से गुल जाती है और गुलने के बाद चीनी इसमें गुल गई उसके बाद आप जब इसको छानों के छलनी से चाहते हैं बहुत लो नहीं दिखती लेकिन आपने चीनी तो दूध में डाली थी, जब आपने चीनी दूध में डाली और जब आपने दूध को फिल्टर के अच्छाना भाई, तो चीनी तो हमारे मिली नहीं, ऐसा क्या हुआ, क्योंकि जो हमारे चीनी थी, वो हमारे इस दूध के अंदर घुल ग� अब अपने दो चीजों को आपस में घुलने के लिए क्या होता है कि एक हमारा होता है solvent और एक हमारा होता है solute अब solvent, solute अक्शल में क्या है जो हमारा कम amount में present है यानि कि जो हमें less amount में present है वो हमारा हो जाता है solute और जो हमारा large amount में present है वो हमारा हो जाता है solvent अब जैसे दूद और चीनी वाले example देखा दाया है तो दूद हमारा थोड़ से large amount में present है वही पूरा glass दूद है तो वो हमारा हो और चीनी हमारी क्या है एक चम्मल, डेट चम्मल, दो चम्मल बही इतना ही होगा तो वो हमारा ज़्याता सॉल्यूट तो यहाँ पे क्या देखने मिला है कि सॉल्यूट्स कोई भी हमारा एक ऐसा सबिस्टांस है जिसमें क्या हो रहा है एक सॉल्यूट्स और सॉल्यूट्स आ� तो सिंपली आपको सॉल्यूशन पता चल गया, अब यहाँ पे क्या हो रहा है, देखो, अब सॉल्यूबिलिटी एक्चरल में क्या होता है, अब मैंने यहाँ पे जो यह दूद था हमारा, मैंने इसमें एक चमच चीनी डाली, मैंने अच्छे ते घुलाया, घुल गई, मैंने जब मैं इसको छान के देखूंगा तो वहाँ पर जो चीनी थी वो मेरी filtration में आने लगेगी क्या हो? क्योंकि जो हमारा दूद आना उसकी एक capacity है कि वो एक limited amount of solute को अपने अंदर dissolve कर सकता है वही चीनी हमारी गुल रही थी दूद में लेकिन एक limit तक जाके गुलेगी तो वो जो limit है वो जो amount है यानकि जो दूद है वो कितने amount of solute को अपने अंदर कितने amount of चीनी को अपने अंदर dissolve कर पा रहा है वही उस substance की solubility कहा रहती है यानकि simply बोले जाता है तो solubility क्या है it is the maximum amount of solute, solute क्या था हमारे चीनी पाज़े particle which can be dissolved in per 100 ml of solvent solvent हमारा कहा था दूद, is called the solubility of drug अब यहाँ पर limited amount क्यों लिया, इसको बाद मात करेंगे simply क्या समझ गए, कि मालों हमारा दूद है, और इसमें हम चीनी को गोल रहे हैं तो कितना maximum amount हम इस चीनी को इसके अंदर dissolve करते हैं वही हमारी इस पूरे solution के solubility कहा लाती है तो solubility simply क्या है, maximum amount of solvent which can be dissolved in 100 ml लिखा है, अब ऐसा इसलिए कि मालो आपने यहाँ 4 चमच, 5 चमच चीनी गोली, बाई गुल गई, अब क्या करें, बाई जो गुल गई तो आपने यहाँ पे और दूद बना दिया, और फिर आओगे, बाई दूद का कर amount, यानि कि solvent का कर amount constant यानि कि एक fixed number of solvent यह उसकी solvability होती है, यहाँ दूद को second क्या होता है, at particular temperature and pressure, अब यहाँ पे कहा होता है जैसे दूर है आप अपने चीनी गोल रहे हैं तो गोल रही है लेकिन आप क्या करो अगर गरम दूद जब होता है तो गरम दूद में चीनी बहुत जल्दी गोलती है या गरम पानी में चीनी बहुत जल्दी गोलती है बश्चरते आप इसको ठंडे में गोलो तो यहाँ पर क् हमारा constant से, जो हमारा temperature है, वो constant है, pressure हमारा constant है और जो हमारा solvent का amount है, वो भी हमारा constant है, अब ये सब constant होने के बाद, कितने amount of solute को इसके अंदर dissolve कर पा रहे हैं, वो ह���ारे solution, या solute की solubility कहलाती है, तो I hope आपको ये solubility solute को dissolve कर रहे हैं, तो हमारा solution बन रहा है, अब ये solute हमारा कितना maximum amount में solvent में dissolve हो पा रहा है, कहलाती है, यह इसको हम और अगर define करने तो कैसे कर सकते हैं, it is also defined as it is the ability of substance to dissolve in a solvent, यानि कि जो हमारा solute है, वो कितना able है, कितना लायक है कि वो इसमें dissolve हो सकता है उसी को हम यहाँ पर इसकी solvety बोलते हैं अब आप बोलोगे सर, इस पर क्या depend कर रहा है अब मान लोगे यहाँ पर चीनी थी तो घुल गई, अब मैंने चीनी की जगह और पत्थर ले लिये, और अगर मैं उन पत्थरों को दूद के अंदर डालूंगा तो क्या घुलेंगे, नहीं घुल लेना, तो इसलिए main जो हमारा solute होता है न, इसपर भी depend करते हैं कि हमारी solubility कितनी है, इसलिए यहाँ जीन है इसलिए क्योंकि यह हमारा गोल जाता है इनमें सॉल्यूट इस डिजॉल्वेंट सॉल्यूट जिसमें हमारे जो सॉल्यूट था यह सॉल्यूट में डिजॉल्व हो रहा था अब यहाँ पर सॉल्यूट हमारा क्या था वह सबस्थान था जो solvent होता है, अब यहाँ पर यह पूरा समझ गए, अब हम बात करने तो यह जो हमारा solution होते हैं, यह तीन type के देखने को मिलेंगे, पहला हमारा होता है saturated solution, दूसरा हमारा होता है unsaturated solution, तीसरा हमारा होता है super saturated solution, तो saturated solution हमारे normal वाली solution जो हमने अभी prepare किया, कि यह मालो यह हमारा एक दूद है, और इसमें हमने इस चीनी को डाला, तो हम इसको कितना maximum amount इसमें solute को dissolve कर सकते हैं, वो saturated solution है, यानि कि saturated क्या है, it is a solution which contains maximum amount of solute dissolved in a solvent at constant टेंप्रेचर यानि कि सिंपल यहां पर क्या है कि हम यह इस पूरे को जो डिजॉल्व करके बना रहे थे वह हमारा सैट्यूडेटेड सॉल्यूशन कहलाता है अब अन्सैट्यूडेड क्या होता है कि जैसे मालों आप लोग जब दूध पीते हो और मीठा कर सकता है तो यहाँ पर क्या कि ऐसे solution जिनमें अभी भी यह ability है कि वो और solute को अंतौर अंतर dissolve कर सकते हैं उसको हम unsaturated solution बोलते हैं यानि कि यह ऐसे solution है जिनमें अभी भी हम बाकी की और solute dissolve कर सकते हैं at constant temperature बिना temperature उतने ही temperature पे उसके बाद हमारा आता है super saturated solution अब मालो कि बई यहाँ पे हमने चीनी गोल दी मालो यहाँ पांच चम्मच चीनी गोल सकते है तो हमने खोल दी अब हम क्या करते है कि इसको temperature देते है और हमने temperature दिया इसको गरम किया और गरम करने पे हम इसमें और चीन उसके बाबजूद भी एक ऐसा moment आएगा कि अब जो दूद है वो मना कर देगा कि भाई हम इस चीनी को और dissolve नहीं कर सकते हैं तो वो condition हमारी कहला थी super saturated solution यानि कि यह हमारी वो condition है जिसमें more than maximum amount of solid dissolve किया जाता है यानि कि जितना normal किया जा सकता था वो saturated था अब उससे भी जादा हम इसमें dissolve करें वो हमारा super saturated है और इसके बाद यानि कि अब यह ऐसी condition है कि अब इसके बाद हम एक भी extra solute इसमें dissolve नहीं कर सकते हैं अब तीनों को एक diagram से समझोगे तो यह हमारा saturated है यानि कि इसमें हम इतना amount of चीनी को घोल सकते थे solute को घोल सकते थे तो हमने घोल दिया तो हमारा unsaturated है कि इसमें हमारी अभी और देखे है कि इसमें और solute जाके dissolve हो सकता है और यह हमारा super saturated है कि अब यहाँ पे maximum amount में हमारे यानि कि more than maximum यानि कि maximum से भी जादा amount में हमने यहाँ पे solute dissolve कर दिये कि अब तो ये था हमारा पूरा solubility of drug और इसके साथ हमारे तीन type के solution, अब हम बात करते हैं यहाँ पे next topic solubility expression के बारे में, अब देखो simply आपसे में बोला जाये कि मालो चीनी मेरी इस पूरे दूर में एक चमच घुल गई, अब यहाँ पे मैं बात करूँ कि इसको आप define करें, कैसे करोगे, कि एक चमच घुली, कि दो चमच घुली, कि तीन चमच घुली, तो इस चीज को explain करने के लिए, express करने के लिए, हमारे यहाँ पर कुछ parameter बनाये गए, और उसी parameter को हम यहाँ पर बुलते है, solubility expression, अब यहाँ पर basically साथ तरीके हम अपनी solubility को define करे define कर सकते हैं पहले हमारे आती है very soluble फिर आती है freely soluble फिर आती है sparingly soluble slightly soluble very slightly soluble और partially insoluble अब इसका मतलब क्या होता है तो हम क्या देख रहे थे कि अब तक हम अपने सॉल्यूट को solvent में डाल रहे थे और हमारा घुलने के बाद एक solution बनके तैयार हो रहा था अब सर्थ क्या थी हमारी solvety की यह हमारा इसमें घुलना चाहिए अगर solute हमारा इसमें नहीं गुल रहा है, इसका मतलब क्या है, कि यहाँ पे इसकी solubility कम होगी, उसी base पे यहाँ पे हम इसको classify कर सकते हैं, कि पहला हमारा आता है very soluble, अब इसका मतलब क्या होता है, देखो आपको बता है कि हमेशा जो solute है वो हमारा कम रहता है, और solvent हमारा करता है थोड़ा इस तरह समझो यह मालो सॉल्यूट है तो सॉल्यूट को हमने एक हिस्सा पकड़ा और यह हमारा सॉल्यूट है तो सॉल्यूट भी हमारा basic liquid में है लेकिन यह भी molecules होते हैं तो मालो कि मैं solvent है इस तरह solvent है अ� जब इसके अंदर आएगा तो यहां लो यह हमारा इस वाले यानि कि यह सॉल्यूड हमने इसके अंदर डाला हम इसको एक मतलब जूम लेवल पर समझ रहे हैं कोई एक पार्टिकल को तो मालो हमने यह पार्टिकल लिया अब क्या होगा जैसे यह जाता है तो इस तरह यह कुछ फंडा मेरा काम आता है अब आपको बताएं कि अगर यह जो हमारा सॉल्यूट है यह हमारा इसमें मतलब सॉल्यूबल है तो जितना ज्यादा सॉल्यूबल होगा उतने ही कम पार्टिकल हमको यहां पर यह वाले लगने है तो इसी वेस्पर डिफाइन किया गया है कि अगर मालो कोई हमारा जो solute particle है जो ये वाले solute particle है वो अगर हमारे बहुत जाता soluble होगे यानकि very soluble होगे तो उन्हें जो solvent यानकि part of solvent required to dissolve one part of solvent यानकि एक part solute के dissolve करने के लिए हमें कितने solvent की requirement है उसी वेस्पर less than one part हमें solvent का अगर और solvent का हमने क्या लिया सिर्फ लिया तो इसमें भी यह हमारा अच्छे से dissolve हो जाएगा तो यह जो हमारा solute होगा वो very soluble कह लाएगा अब क्या करते हैं कि यहाँ पे freely soluble कौन से होंगे solute हमारे जिनके लिए हमारी यह solvent है इसका लगबग एक से दस पार्ट लेना पड़ेगा यानि कि मालो हमने इसके दस molecules ले लिए शेय हो गए साथ आठ नौ दस और यह फ्रीली सॉल्यूबल, सॉल्यूबल क्या होता है, कि हमें 10 से लेकर 30 पार्ट, यानि कि मालो हमने जो ये सॉल्यूबल था, इसका लगबग ये 10 था, और ऐसे ही हमने इंटू 3, यहाँ पर 3 पार्ट ले लिये, इसको सॉल्यूवल करने के लिए हमें यहाँ पे अच्छा खासा सॉल्यूवल की requirement है यानि कि लगबग हमें यहाँ पे 100 से लेके 1000 पार्ट सक चाहिए तो यह हमारा slightly soluble कहा लाता है यानि कि बहुत कम soluble हो गया अब very slightly soluble मतलब क्या है कि यह मानो कि यह soluble है ही नही पार्ट है तो अगर आप इसको यहाँ डाल दोगे तो हो सकता है कि उस पत्थर का बहुत ही माइनर सा पार्ट बहुत ही पॉइंट परसेंट पार्ट होगा जो पानी में गोल सकता है वरना वो विलकुल गोलेगा ही नहीं क्योंकि उस तो वो मारा कहलाता है very slightly soluble और इसके लिए हमको लगबख 1000 से लेके 10,000 पार्ट तो चाहिए और practically insoluble का मतलब है कि वो चीज हमारी घुलेगी नहीं और उसके लिए हमारे यहाँ define करते हैं कि अगर किसी solute को एक solute के particle को dissolve करने के लिए हमें solvent का लगबख 10,000 से भी जादा वाला पार्ट चाहिए तो यह हमारे इसमें घुलेगा ही नहीं और उसको हम यहाँ पर practically insoluble बोल Freely Soluble हमें 1-10 के बीच पार्ट चाहिए, Freely Soluble के लिए, Soluble हमें लगबग 10-30 के बीच का पार्ट चाहिए, Sparingly Soluble 30-100 के बीच का पार्ट चाहिए, Slightly Soluble 100-1000 के बीच, और Very Slightly 1000-10,000 के बीच, और Practically Insolubly more than 10,000, यानि कि ये तो हमेरे गुलेगा ही नहीं, ये भी बहुत कम ग तो ये था हमारा यहाँ पे Solubility Expression और इसके साथ में हमारी आप लोगों ने जब Analysis बगारा होगा, Molarity, Normality, नॉर्मलिटी फॉर्मलिटी ये सब आपने एनलिटिस्टर में ताब परसमिश्टर में पढ़ा होगा तो उससे भी हम यहाँ पर क्लासिफाई कर सकते हैं तो मेन हमारे ये टॉपिक इतना नहीं आता है नॉर्मली आप यहाँ पर देख सकते हो ठीक है हमारा जो मेन फोकस उन चलिए तो अब हम बात करते हैं अपने पहले question और पहले topic के बारे में जो क्या है कि define solubility देखो ये तो ऐसा माल लो कि ये पूरा chapter हमारा solubility पे तो जो भी topic आएगा आपको solubility की definition तो उस वाले question में लिखकर आनी है क्योंकि अगर आप ऐसे present करके आतो काफी effect लगता है उसके बाद question हमारा क्या है कि explain mechanism of solute solvent interaction note on factor affecting solubility of drug तो इसको end में समझेंगे बाद में पहले हम समझते हैं mechanism हमारा actual में क्या कहता है ठीक है तो सबसे वही solubility को आप define कर दो कि it is a maximum amount of of solvents या पर इसको हम solid बोलते हैं that can be dissolved in a given amount of solvent जानकि जो हमें amount दिया गया है उसको बात में बदला नहीं दा रहा है जो amount दिया गया है वो at constant temperature and pressure constant रहेगा तो वही जो बात हमने पहले बताई कितना dissolve हो सकता है अब हम बात करते हैं हमने पहले topic mechanism of solute solvent interaction के बारे में अब यह topic actual में कि जो हमारा solute है इस solute को यह solute हमारा यहाँ पे घुल जाता है और घुलने के बाद यह गायब हो जाता है और गायब होके हमारा solution बन जाता है तो यहाँ पे actual में क्या हो रहा है कि यह हमारा solute यह हमारा solvent तो जब solute हमारे इसके अंदर जा रहा solvent साथ interact कर रहा है कुछ न कुछ reaction cause कर रहा है उसी को यहाँ पर बुला गया है solute solvent interaction और इन्होंने यह पूछा है कि actual में यह solute solvent interaction का mechanism का यानि कि हो क्या रहा है बिल्कुल देशी फंदे में पूछा था तो यह पूछ रहे हैं कि आकर हमारे यह solution बनता कैसे है यानि कि solute हमारा solvent में घुलता कैसे है यही यह basically solvity की definition फिर आता कि it is a process by which solute यह हमारा solute का particle है get dissolved जो घुलता है हमारे solvent के अंदर और solution को बना रहा है जो हमने बात की थी अब यहाँ पे जो हमारा solute solvent interaction है यह हमारा mostly depend करता है like dissolve like method पे अब इसका मतलब क्या देखो यह हर वार आपको आगे आने वाला है तो एक वार आप इसको अच्छे से समझ लो अब यह जो method है न like dissolve like इसको ऐसा समझो जैसे और आपको घूमने फिरने पसंद है तो आपका जो दोस्तों का उसकी पसंद तो आप दोनों की बहुत बनेगी और बहुत बनेगी क्या आप लोग घूमने फिरने बिदाओगे सेम फर्णा होता है कि जैसे सॉल्यूट और सॉल्वेंट आपको बताए कि ये कुछ नेच एक हमारा lipofilic निजर का होगा इसका मतलब क्या है hydrophilic हमारे वो substance होते हैं जो पानी के निजर के हैं जानकि water aquas निजर के हैं और lipofilic हमारे वो है जो oily निजर के हैं जानकि जैसे ही हमारे benzene हो गया है जानकि फिर oil वगरा हो गया solute को solvent में dissolve करते हैं यानि कि मालो सॉल्यूट भी हमारा हाइड्रोफिलिंग निजर का है और सॉल्यूट भी हमारा पानी है जो हाइड्रोफिलिंग निजर का है तब ये बहुत अच्छे से डिजॉल्व हो जाएंगे और वहीं बात किता है कि अगर मालो ये हमारा एककोस निजर का हुआ और ये भ तो अगर दोनों को हम आपस में dissolve करेंगे तो यह अच्छे से dissolve होंगे तो अगर यहाँ करते हैं तब तो हमारी solubility अच्छी बढ़ेगी और हमारे जो solid solvent का interaction है वो हमारा अच्छा होता है और अगर यह ऐसा नहीं है तो हमारा interaction अच्छा नहीं होता अब interaction तो आपक चीनी भी हमारी hydrophilic है और पानी भी हमारा hydrophilic है, तो यह दोनों अच्छे से dissolve होते हैं, अब एक मैं अगर आपको example बताओ, जो अच्छे से dissolve नहीं होता, आप लोगों ने aspirin, जो मतलब dysprain tablet आती है, तो dysprain tablet को क्या करते हैं, कि ऐसे जब लेते हैं, तो पा डालते हैं तो कहने के लिए dissolve होता लेकिन जब पानी में डालेंगे तो वो solid से हमारा powder form में हो जाता है और powder form में आपको वो दिखता है यानि कि पानी में आपको पूरा का पूरा वो powder इस तरह दिखेगा और अगर आप उसको रख दोगे कुछ time के लिए टैबलेट मोश्चिक टैबलेट हमारी लाइफ लेगे होती है और अगर उनको आप पानी में घोलोगे तो वहां पर solubility हमारी काफी कम हो जाएगी यानि कि dissolve होता है ऐसा नहीं कि बिलकुल नहीं होता है लेकिन काफी कम होता है इसका मतलब क्या है कि उसकी solubility हमारी कम होती है तो हम simply अगर बोलेता है तो solute solvent interaction यह हम बोलें solubility हमारी depend करती है like dissolve like method पर ही यानि कि अगर दोनों का nature same है यानि कि polar solute है polar solvent है तो हमारी अच्छी solubility होगी अच्छा solute solvent interaction यह कम हो जाएगा ठीक है इसके बाद बात करने तो जो हमारा solute solvent interaction है यह directly solubility के proportional होता है वहीं हिसाब के ताब है, सॉल्यूट हमारा कितना ज्यादा घुलना है सॉल्यूट में और ये दोनों आपस में कितनी ज्यादा कब घुलेंगे? जब इन दोनों का interaction अच्छा होगा यानि कि सॉल्यूट सॉल्वेंट के साथ जाके अच्छे से मिलेगा, अच्छे से interact करेगा हमारी solubility उतनी ही ज्यादा अच्छी होताती है अब हमारी solubility का interaction या mechanism है वह basically हमारा 3 step में classify किया गया है पहला हमारा आता है detachment of solute from bulk form, second आता है formation of back-end site insolvent, और third आता है insertion of detached solute particle insolvent, अब तीनों को हम बहुत ही अच्छे तो यहाँ पर समझ लेते हैं, पहला हमारा क्या कहता है detachment of solute from bulk form, अब देखो जैसे मैंने यह पूरा एक चम्मच चीनी ली, तो अब यहाँ पर क्या होता है, तो 50 दाने जब आ गए हैं तो उसमें तो क्या होगा कि पहला एक दाना जो होगा ना उस पर हमारा solvent attack करता है उसके बाद बाकी के जो दाने उन पर भी मतलब एक साथ ही attack करता है लेकिन separately करता है यानि कि मालो इतना हमारा solvent है या पानी या दूद है वो इस पर attack करेगा इतना हमारा इस पर attack करेगा तो एक चीनी के दाने पर चारो तरफ से आप जब चीनी को डालो गित पानी के अंदर तो चारो तरफ से क्या होता है पानी ने उसको घेर लिया होता है इस तरह काम करता ह लिए पहला step हमारे क्या होता है detachment of solid from bulk form अब मैंने पूरे चीनी डाली अब वो तो हमारा चीनी था लेकिन अब मालो कोई ऐसी tablet है जानकि tablet पूरी जुड़ी हुई है तो उसका भी एक part अलग होना बहुत ज़रूरी है तो इसलिए क्या है कि in the system one molecules of solid get detached from bulk of solid अब आपको बताए कि कोई भी हमारा material है जैसे एक्जांपल ले लो आपका जो घर बना होता है ना तो घर की कोई दीवार से बना है और जो आपकी दीवार होती है वो आपकी इंटो से मिलकर बनी होती है यानि कि कई सारी इंटे लग के आपकी दीवारों को बनाती है उसी तरह कोई भी हमारा सबिस्टांथ है वो प्रिवेट है तो पहले क्या होगा कि मालो इसमें हमने टोटल कितने लिए 367 मॉलेक्यूज लिए साथ मॉलेक्यूज का एक हमने बल्क लिया सॉल्यूट का एक्जांपल के लिए एक्चुअल में बिल्कुल ऐसा नहीं होता तो मालो कि इसमें से क्या होगा पहले कोई भी एक मॉलेक्यूज हमारा सैपरेट होगा तो यह भी हमारा मैंने सॉल्यूशन पर ऐसा नहीं है कि यह ऐसा रहेगा यह भी आगे मारा process में जाएगा और इसका अलग निकल जाएगा बाकी सेम रहेगा तो आगे जाएगा और इस तरह हमारा हर एक molecule जो solute का होगा वो इस तरह है यानि कि बिलकुल अलग-अलग हो जाता है बिखर जाता है तो पहला काम क्या होता है detachment of solute from bulk form, bulk form में से हमारा solute का part है वो detach हो जाता है तो हमारा second process आती है formation of vacant site in solvent, अब जो हमारा solvent है, अब solvent हमारा कैसा है ऐसा है बीच का हमारा जो पानी है जो solvent है वो तो अलग हो साता है ना, इसी के लिए जहाँ पर क्या बोलता है कि second है formation of back and side, यानि कि मालो ये हमारा solvent का bulk है, जैसे solute का bulk है वैसे solvent का bulk है, तो पहले solvent में बीच में जगए बनती है जिस जगए पे हमारा solute fit हो सके, तो इसके लिए हमारा यानि कि solute का जो हमारे detached वाला पार्ट था वो solvent का जो खाली वाली जगह थी वहाँ पे आके fit होगा और वहाँ पे आके जब ऐसे fit हो जाएगा तो हमारे ये पूरा का पूरा compound वनेगा और अब क्या होगा ये अपने साथ मतलब ये अपने साथ पूरा इसको dissolve करना शुरू कर में क्या होगा पूरा का पूरा हमारी अच्छे से dissolve हो जाएगा तो यह हमारा क्या बन जाएगा solution बन जाता है तो solution एक्शन में आपको कैसा मज़ा है कि यहाँ पे पूरे process में तीन process हो रही है पहले में हमारे जो solute के molecules हैं वो अलग-अलग होंगे separate out होंगे single form में उ उस बल्क में बीच में जगह बनेगी जहाँ पे सॉल्यूट आके फिट हो सके और थर्ड स्टेप में जो हमारा सॉल्यूट का पार्टिकल जो अलग हुआ था वो हमारा सॉल्यूट के बीच में आके फिट हो साएगा तो यहां से लेके और ये पूरा लेके आपके लिए more than enough है अगर ये 10 नमर में आता है कि there are also two other mechanics यहां पे two other mechanics में हैं जो हमारे तो वह हमारे आते हैं तो बैसे ये हमारे अलग टॉपिक हैं जो दो नमर बैबी आताते हैं लेकिन एक्शनल में ये भी हमारे सॉल्यूट सॉल्वेंट के मकेनिज्म को ही बताते हैं इसलिए हम इसको इसी वाले टॉपिक के अंदर कवर कर रहे हैं सॉल्वेशन के बारे में तो solvent जो अभी हमने mechanic पूरा का पूरा पढा ना उसी से related पूरा का पूरा है कि ये भी हमारी interaction की process है जिसमें हमारा जो solute है वो solvent के साथ interact करता है यानि कि जैसे हमने यहाँ पे क्या देखा कि ये हमारा solute है ये solvent के साथ interact कर रहा है तो ये पूरी process है प्रोसेस भी हमारी सॉल्वेशन के दौरा डिफाइन की जा सकती है तो यह प्रोसेस सॉल्वेशन कंप्लेक्स हमारे फॉर्म होता है अब डारेक्टली मैं आपको समझा देता हूं ऐसे कि आप पूरा पढ़ते बैठोगे नोट्स आपको मिली जाएंगे एप के लिए होता है कि पहले जो हमारा solvent है वो इस solvent को solute को चारो तरफ से घेर लेता है और चारो तरफ से घेरने के बाद क्या होता है कि salvation complex बनता है तो जैसे जब ये इसको गोलेगा तो देखो ये हमारा black color में है solvent पूरा का पूरा red color में हमारा solute और इसने पूरा इस चार से घेर लिया तो और इसी complex को हम यहाँ पर solvation complex बोलते हैं और यह जो पूरा funda है जिसमें हमारा solvation का complex बनता है इसको हम यहाँ पर solvation process बोलते हैं तो यहाँ पर solvation complex हमारा आगे जाकर solution बनता है यानि कि simply बोलते हैं तो जो हमारा solution बन रहा था यानि कि जब चीनी हमारी क्या हो रही थी धूद में घुल रही थी तो just घुलने से just थोड़ी देर पहले की जो हमारी condition थी वो हमारी solvation थी यानि कि एक complex हमारा form होता है वो solvation कहलाता है और यह solution बन जाता है वही सारा लिखा है कि इसमें क्या हो रहा है solute हमारा molecule interest इंट्रेक्ट करता पूरे के साथ ठीक है अब यहां पर एक चीज और होती है यह जो हमारा है ना यह सॉल्यूट हमारा इसके साथ इंट्रेक्ट कर रहा है यह हमारा तीन तरीके से हो सकता है पहला क्या है कि अगर जो सॉल्यूट हमारा है वह अगर इस सॉल्यूट को यह सॉल्यूट था अगर इसको हम एक ओयली नीचर के सब स्टांच में डिजॉल्व करते हैं जैसे हमारे यहाँ पर हाइड्रोफॉबिक इसको मतलब नोन पोलर के साथ डिजॉल्व करते हैं जो ओयली नीचर का है इसको हम हाइड्रोफॉबिक सॉल्य नफरत, प्यार, महब्बत सब हमारा syllabus के अंदर भी आ जाता है और last में हमारा आता है amphiphilic solvation इसका मतलब क्या है कि अगर जो हमारा ऐसा solute है वो इस polar solvent में भी गोल सकता है और non polar solvent में भी गोल सकता है तो ऐसे case में हम इसको solvation कौन सा बोलते हैं amphiphilic solvation बोलते हैं के यहाँ पे नमक भी डाल दिया तो अब ऐसी अगर condition आती है जहाँ पे हमारी जो solute है वो हमारे एक ना होके दो है तो यहाँ पे क्या होता है अगर इन दोनों solute को मैं इसके solvent के अंदर डालूंगा तो क्या होगा कि ये दोनों solvent भी आपस में टकरा सकते हैं और S वाले example को हम यहाँ पे समझते हैं association के अंदर यहाँ कि association में simple हो जाता है तो it is a process of interaction between solute molecules यहाँ कि यहाँ पे क्या है कि जब एक solute molecules किसी दूसरे solute molecules के साथ interact करता है और interact करके complex form करेगा अब देखो यहाँ पे यहाँ पर तो चीनी और यह मालो नमक है इनकी जगह कोई ड्रग्स अगर हम लेते हैं तो बहुत ड्रग्स होते हैं जो आपस में गुलते नहीं हैं जैसे मालो एक हमारा मालो हमने ए ले लिया और एक हमने यहाँ पर ले लिया बी ले लिया तो यह दो हमारे सॉल्यूट हैं अ� यह भी हमारा solid-solid interaction से belong करता है जैसे अब तक जो हम पट रहे थे, solute, solvent पट रहे थे, लेकिन यह वाला हमारा solute, solute interaction में करता है, यहाँ पे हमारा एक solute, दूसरे solute के साथ मिलके, किसी solvent में जाके गोल और अब ये हमारा दो तरीके का हो सकता है एक हमारा होता है self association मतलब मालो हमने दो solute लिये हमने आपस में जैसे मालो आपने दो powder एक ए पॉर्ट लिया बी पॉर्ट लिया दोनो को आपस में मिला दिया और हमारा powder mix हो गया तो ये हमारा association कहलाएगा self association आपने दोनो ही powder को दोनो ही solute को आपस में dissolve कर दिया अब एक हमारी ये condition मालो हमने दोनो solute लिये और इन दोनो solute को आपने एक solvent के अंदर डाला आपको एक पानी की requirement हो रही है अब इसका सबसे best example क्या है जब आप सबजीया बनाते हो, सबजी बनाते हो कोई भी, तो आप वहाँ पे दो-चार मसाले डालते हो, और उन मसाले को मिक्स करने के लिए आपसमें आप पानी का इस्तेमाल करते हो, अगर आप पानी नहीं डालोगे, तो वो मसाले आपसमें जल भूल जाएंगे, और आपसम यह वाला जब हम यहाँ पर करते हैं तो यह भी मतलब तरीका है इसको हम association यहाँ बोल देंगे अब यह एक तो हमारा missile formation भी इससे होता है drug protein binding भी इससे होती है अब यह बिसिकली हमारे तीन तरीके से होंगे पहला हमारा आता है fully solvated, इसका मतलब क्या है कि मालो हमारे जो solute particle हैं, वो अलग-अलग, यानि कि आपस में बहुत soluble नहीं है, तो वो क्या करें, अलग-अलग solvent में जाकर dissolve हो रहे हैं, यानि कि मालो एक हमारा A था, B था, जब हमारा A इदर आ गया, मालो तो इतने solvent ने उसको आइंस के लिए होता है तो यह पॉजिटिव और नेगेटिव आइंस हमारे पूरे से अच्छे से यह सॉल्यूट हो सकते हैं सेकंड हमारा आता है सॉल्यूट शेयर्ड इसमें क्या होता है कि जो हमारे आइंस तो यानि कि जो हमारे सॉल्यूट थे वह आपस में अटैज हो गए हैं लेकिन वह दोनों हमारे क्या हो रहा है सॉल्यूट के द्वारा इस तरह स यह हमारा होता है solvent share यानि कि यहाँ पर अगर हमने इसने डाला तो हमारे जो solvent था वो आपस में इस तरह से share कराएं और जब share कराएं तो उसने इस तरह से यहाँ पर cover कर रखा है तरफ हमारा आता है contracted इसका मतलब क्या होता है कि यहाँ पर जो हमारे solute हैं वो आपस में ही interact कर गए हैं और यह हमारा होता है strong electrolyte के केस में यानि कि strong electrolyte है तो यह आपस में एक दूसरे को खींच लेते हैं हमारे मिलकर इनके ऊपर से सॉल्वेंट ने भी इसको अच्छे से कबर कर रखा है यह हमारा कॉन्टेक्ट कर लाता है यानि इसमें क्या है आइंस हमारे कॉन्टेक्ट में आते हैं एक दूसरे के साथ में और शेयर करते हैं दूसरे के साथ में लाइट में हमारे जो सॉल्वेंट ह तो देखा था association एक हमारा अलग topic था लेकिन हम इसको भाई अगर आपको ज़्यादा marks में आता है ये mechanism वाला तो आप इसमें इसको लिख सकते है तो mechanism हो गया ये main और ये सबसे important step है तीन वाले इनको अच्छे से याद करना ये बहुत ज्यादा important है तो ये हमारे तीन step हो गए इसके बाद ये तीनों को ये diagram बना के लिख के आना काफी effective लगेगा और ये अलग है salvation association salvation तो हमारा solute solvent का ही है और association हमारा solute का है तो ये सारा कुछ आपको समझ आ गया होगा तो यहाँ तक हमने क्या कर लिया कि मकैनिजम वाला कवर कर लिया अब हम बात करते हैं factor affecting solubility of drugs के बारे में ठीक है तो यह हमारे general factor है जो हर एक solubility पे depend करेंगे ऐसा इसलिए बोल रहा हूँ कि आगे जो हमारे topic आएंगे जैसे यहाँ पे आगे हमारे topic आएंगे solubility लिक्विड गैस इन गैस इसके लिए थोड़ा अलग परमीटर होता था इसलिए मैं बोल रहा हूं कि यह जनरल वाले फैक्टर है तो यहां पर टोटल हमने के लिए 6 फैक्टर लिए पहला हमारा आता है टेंप्रेचर फिर हमारा आता है प्रेसर पार्टिकल साइज सॉल्वेंट बोलरिटी मॉलेकुल बेट अब यह एक्ट्रीम फैक्टर हमारे होते क्या है तो जैसे मालो तो हो सकता है कि ये solute जो मेरा इसमें dissolve हो रहा था वो या तो जादा dissolve होगा या फिर कम dissolve होगा यानि कि उसकी solubility पर हमारा effect पड़ गया और अगर effect पड़ जाता है तो उसी को हम यहाँ पर क्या बोलते है factor affecting या factor influencing influence का मलब होता है आप लोगों ने सुना होगा कि ये इन्फ्लेंसर है यानि कि यह किसी को इन्फ्लेंस कर रहे हैं यानि कि कुछ ना कुछ अफेक्ट कर देते हैं या तो किसी को भड़ा देते हैं या घटा देते हैं तो यहां पर टोटल हमारे छहते एक-एक करके हम सॉट में क्योंकि यह देखो यह बारा किसी के साथ आ of the case में directly proportional होता है अब ऐसा क्या होता है देखो temperature यहाँ solvent है अब solvent में आप यह solute घोल रहे हो अब अगर क्या करो आप इसको गरम करते हो यह solvent है अगर आप इसको गरम करो इसके temperature को आप भड़ाओगे तो आपने mostly देखा होगा real life में भी देखा होगा कि जो चीनी हो चाहे वो और कुछ आप लिखा गया कि अगर आप temperature को enhance कर देते हैं तो वो solubility को हमारा भड़ा देता है तो यह हमारा directly proportional होता है temperature हमारी solubility से ठीक है पहला second हमारा आता है pH अब देखो pH जो हमारा होता है वो mostly ionizable drugs के लिए होता है यानि कि जो ions में पहुंच जाते हैं अब जैसे हमारा तो अगर यह इस पर तूट रहे हैं तो उन ड्रक्स के लिए हमारा पीएच बहुत ज़्यादा मैटर करता है और पीएच हमारा कैसे मैटर करता है पीएच हर किसी केस के लिए हमारा अलग होता है और इसके लिए हमारा आता है ओप्टिमम पीएच प्रतिमम पीएच का मतलब क्या होता है देखो पीएच अगर कोई यहां सॉल्वेंट मालेस को रोल लाए तो अगर हम इसको कम कर देंगे तब भी दिक्कत है अगर ज्यादा कर देंगे तब भी दिक्कत है तो हमारे लिए यह बहुत जरूरी है कि एक enhance करती है solubility को, कम जाता नहीं आपको optimum देखना होगा, third हमारा आता है pressure, अब देखो pressure जो होता है हमारा solid और liquid के केस में बहुत ही कम effect देता है, या फिर कोई effect नहीं देखा लेकिन gases के केस में क्या होता है कि इसको हम आगे थोड़ा details में बात करेंगे fourth हमारा आता है particle size तो देखो particle size का मनलो क्या होता है जैसे इसको example मालो हमारा एक samosa है आएगा और ये मेरा समोसा इतना आलग हो गया तो अब मैं अगर बोलो कि सरफेस एरिया हमारा किस का बढ़ा तो अगर मैं इसका सरफेस एरिया देखो तो मेरा इतना था लगाओ कि मैं इसको करो ये हमारा एरिया था लेकिन ये तो हमारा है सरफेस एरिया लेकिन अगर मालों मैं इसको पानी में डालता हूँ तो यह पानी में डालूंगा तो इसके साथ हमारा इतना area contact कर रहा था लेकिन इसके साथ क्या इतना area तो contact कर रहा है लेकिन साथ में यह वाला area और यह वाला area भी हमारा पानी में contact करेगा और जितना जादा यह पानी में contact करेगा इ और सर्फेज एरिया बढ़ेगा मतलब वो पानी में उतना ज़्यादा एरिया उतनी ज़्यादा पानी के साथ इंट्रैक कर पाएगा और उसकी सॉलिबिटी उतनी ज़्यादा बढ़ेगी तो इस तरह हमारा particle size क्या होता है कि reduce करने पर हमारी सॉलिबिटी भट रही है अब solvent polarity क्या होती है तो जो मैंने आपको like dissolve like वाला फंडा समझाता है वो यहाँ पर आता है कि अगर मालो यहो मैं यहाँ पर solute को solvent में डाल रहा हूँ अगर यह दोनों same नहीं होती है नेचर के हैं तो मेरी solubility solution बहुत अच्छा बनेगा अगर ये different nature के हैं तो solubility मेरी कम रहेगी तो वही है जहाँ पे कि जो हमारा better solubility का इसमें करेगा जो same polarity के होंगे ठीक है molecular weight के बारे मे तो जो हमारे, आप देखो, simple तो funda है, ये मेरे large particle है, तो इसका molecular weight हमारा ज्यादा रहेगा, अगर मुझे इसका molecular weight कम करना है, तो मुझे इसको छोटा करना पड़ेगा, और अगर छोटा करते हैं, तो particle size reduce होगा, और reduce होगा, तो surface area बढ़ेगा, तो solvity पर हमार तो इनका surface area बढ़ेगा और surface area बढ़ेगा तो ये अच्छे से हमारे dissolve हो पाएंगे तो ये थे कुछ हमारे factor affecting solubility of drug जो हमारे general factor थे अगर कभी आता है आप इसको लिखे आ सकते हो तो देखा था है लगबग हमने यहाँ पर क्या किया है solubility of drug और factor affecting हमने अच्छे से cover कर लिया जिनको अभी समझ लेते हैं write a note on ideal solubility parameter यहाँ पे आपको ideal solubility parameter के बारे में बताना है और diffusion principle in biological system के बारे में बताना है अब हम बात करेंगे ideal solubility parameter के बारे में तो actual में यह क्या होता है तो देखो एक तो इसी को हम के बारे में क्या बोलते हैं, हिल्दे ब्रांड सॉलिबिलिटी पैरामीटर बोलते हैं, अब ये नाम अजीब है, ये अजीब है, तो आप इसको सिंपल सॉलिबिलिटी पैरामीटर समझ सकते हो, अब सॉलिबिलिटी पैरामीटर एक्चल में होता क्या है, ये बहुत समझना में जरूरी है कितना हो रहा है तो इस चीज को मीजर करने के लिए हमारा आता ideal solubility parameter यानकि एक ही हमारा parameter है जो हमको ये बताता है कि किसी भी solvent के अंदर हम कितनी जादा मातरा में solute को dissolve कर पाएंगे या नहीं कर पाएंगे मतलब confused मत होना simple था कोई मातो छोटा है पतला सूका है कई बार तो बई पतले सूके था कि 10-12 लोटी खाताते हैं तो एक जनरल एग्जांपल मैं आपको समझाने कोशिश कर रहा हूँ उसी तरह जो हमारा आइडियल सॉल्यूबिलिटी पैरामीटर होता है वो क्या होता है कि वो हमको ये आइडिय तो एक हमारी definition इसकी ये हो गई, बाकि एक definition होती है, it is defined as, it is the square root, यानि कि हमारे square root of the cohesive energy density of a substance, which is required to separate molecules of the substance, अब ये funda क्या है, आपको ये तो समझ आ गया कि वही क्या होता है, कि idea लगाता है idea लगाता कैसे ये बहुत ज़रूरी है तो यहाँ पे idea के लिए क्या होता है कि square root of the cohesive energy density अब ये cohesive energy density या इसको मैं CED बोलूं ये अगर आप समझ गया तो ये पूरा का पूरा ideal solvator parameter आपको समझ आता हैगा अब देखो आपको मैं दोबारा ले चलता हूँ mechanism of solute solvent interaction की तरफ और जब मैं आपको यहाँ लेके जा रहा हूँ तो यहाँ पे हमारे जो mechanism उसमें तीन step थे पहला हमारा था detachment of solute from bulk form अब जो पहला step है इसमें क्या हो रहा था कि यह जो पूरा हमारा solute है यह bulk में है अब जब बल्क में से अलग होगा उतनी ही जल्दी हमारा क्या होगा यह सॉल्यूट सॉल्वेंट इंटरेक्शन होगा और हमारी सॉल्यूबिटी भड़ेगी अब यह किस चीज़ पर डिपेंड करता है यहां पर मकानिम था अब यह डिपेंड किस चीज़ पर करता है तो अगर मैं सिंपली बोलूं कि मालो कोई भी हमारे यह पार्टिकल्स हैं यह जो पार्टिकल्स हैं यह आपस में कैसे अटैच रहते हैं कोहैसिव फोर्स के जोरा क्य लेकिन यह क्या होते हैं आपस में अटैच होते हैं अगर यह अटैच नहीं हो तो भी हमारा हारे पार्टिकल ऐसे अलग हो जाएगा है ना तो यह आपस में अटैच रहते हैं तो यह फोर्स के जादा रह रहते हैं वो हमारा जादा कोहेसिब फोर्स अब यहाँ पर सिंपली हम और उतनी ही जल्दी ये अच्छे से dissolve हो पाएंगे, तो simple आपको क्या समझ आ रहा है, कि ये cohesive force से हमारे जितनी जल्दी ये अलग होके, हमारे separate होंगे, उतनी ही जल्दी हमारी solubility है, वो काम करेगी, और इसलिए ही हमारा पूरा बना हुआ है, square root of cohesive energy density, इस पूरे का मतलब क्या है कि यह हमको यह बता रहा है कि जो हमारे मॉल्कियों से वह कितनी जल्दी सेपरेट हो रहे हैं जितनी जल्दी हमारे पूरे बल्क में थे यानि कि बल्क सॉल्यूट में थे जितनी जल्दी एक सिंगल सॉल्यूट हमारा सेपरेट होगा उतनी जल्दी हमारे आगे की प्रोसेस होंगी और इसके उपर हमारा सॉल्यूट अटैज करके इसको सॉल्यूबल कर पाएगा और उतन पर आईडियल सॉल्यूबिल्ट पेरामीटर क्या है इसका यह मतलब जो यह पेरामीटर है जो यह यहीं आपसे पूछते हैं तो यहां पर यह तो हमारा हो गया सॉल्यूबिल्टी पेरामीटर यह पूरा अब यहां पर अंडरोट हो गया अब जो डेल्टा एक्सपीट यह सारे की सारे चीज़ा हमारी क्या है? directly proportional है, अब जो V है, वो हमारा होता है molar volume, अब volume जितना ज़्यादा होगा, अब वही simple है, volume जितना ज़्यादा, solvability हमारी उतनी कम होती चले जाएगी, इसलिए यहाँ पे क्या है? molar volume हमारा universally proportional होता है, substance with similar solvability parameter, जिनकी solvability parameter अगर similar है, उनके solvability parameter, परिमेटर को मैच करने तो मैं एक आइडिया लग जाएगा कि कितने ज्यादा डिवर्ड होगा अब जैसे हमारा पानी है उसकी सॉल्विटी परिमेटर लगभग 47.9 होती है ठीक है अब क्या करें कोई ऐसा सब्सक्राइब हम ले जिनकी पाज जो ओयली में करेंगे, हाइड्रोफिलिक को बाटर में करेंगे, इस तरह पता जलाता है, और ओबराल हमारा ड्रग डबलमेट में यह help करता है, तो यह था पूरा का पूरा हमारा ideal solubility परामेटर के बारे में, अब हमारा next यहाँ पे आता है, diffusion principle in biological system, अब यह भी हमारा एक important topic है, और यह जो topic है, diffusion principle एक अलग आता है, और इसी diffusion law, वो हम सबसे last में पढ़ेंगे कि diffusion actual में क्या होता है, अब देखो ये थोड़ा सा अलग हटके टॉपिक हो जाएगा जो अब तक नॉर्मन चल रहा था क्योंकि ये हम बायोलोजिकल सिस्टम के बारे में बात करेंगे लेकिन कनेक्टेड है कैसे क्या है आगे मैं आपको बता दूँगा पहले हम बात करते हैं कि डिफ्यूजन एक्� अब concentration गेटेंट समझने के लिए मैं हर वार एक जामबल समझाता हूँ, वो आपको काफी अच्छे तो समझ आएगा, याते मालो ये हमारा एक sliding door है, आप मतलब sliding है, जूला मालो, जिसमें बच्चे सरकते हैं, ठीक है, अब क्या होगी, ये area मेरा high है, यानकि उंचा है, ये नहीं ना क्योंकि यह अपने आपके होगा वह नीचे स्लाइड करती है नीचे जाए और यहां पर पहुंच आइए और इसलिए बात सिंपल है तो यह मेरा क्या होगा कि हाई से लोग की तरफ क्या हो रहा है कि मेरा जो पार्टिकल यह मूल था वह ऑटोमेटिक पर गि सबस्थान से है वो हाई रिजन से लोग रिजन की तरह मूवमेंट करता है जैनकि ट्रांसफर करता है उसी को यहां पर डिफरेजन बोल देते हैं और इसमें कोई मेहनत कुछ भी करने की कोई एनरजी अलग से रिक्वायरमेंट करने की जरूरत नहीं होती मुझे एवं यहां से कुछ नहीं लगा लेकिन यहां से मुझे डबल मेहनत लगेगी और डबल मेहनत करके मैं यहां ऊपर पहुंचाओंगा तो इसमें मेरी एनर्जी की रिक्वारमेंट होती है तो यह एक अलग टॉपिक है जो हम आगे कभी देखेंगे यहां हमको सिंबल तो उसको हम यहाँ पर concentration gradient बोलते हैं और across तक concentration gradient का मतलब क्या है कि जो हमारा particle है सब्सक्राइब है वो high से low की तरह movement कर रहे हैं और against का मतलब क्या होता है कि opposite कर रहे हैं तो यहाँ पर across कर रहे हैं जानकि इसी की तरब जैसे high की low की तरह हमारा concentration इसी तरह पर हमारे particle का movement हो रहा है अब question आता है कि ये सब चीज़े चल कहा रही है बाई क्या जरूरत है हमको तो जैसे ही देखो simple आपको बता होगा हमारी जो पूरी कूरी body है अगर मैं simply ये हमारी क्या होगी body होगी मालो ये हमारी blood vessels है और मालो ये मेरी body के कोई भी cells है तो अब क्या होता है जैसे कोई भी जो हम टूट के finally जो drug particle होगा इसमें पहुंच जाता है जो हमारा blood vessels है, अब blood vessels के बाद वो हमारा क्या होगा, cells के अंदर जाके पहुंचेगा, और cells के अंदर जाके पहुंचके हमें वो कोई भी जो action होगा, वो दिखाएगा, अपने receptor को पर point करें, ठीक है, यह एक general मैं आपको बता रहा हूँ, बाकी को यहाँ पर क्या हो रहा है किसी कोई भी ड्रग्स आया इधर गया और इधर गया अब जो हमारे ड्रग है वो movement किस direction में करेगा कैसे करेगा इसी जो movement कर रहा है हमारा ड्रग वो हमारा इसी diffusion principle पर करता है अब जैसे मालो हमारा ये जो intestine था ये मालो हमारी small intestine है और इसके अंदर हमारा ड्रग भरा है, अब ये हमारा blood vessel है, अब ये ड्रग क्या होगा, intestine से हमारे blood में movement कर रहा है, अब भाई ऐसा क्यों नहीं हो रहा है कि जो हमारा ड्रग है वो इस blood के अंदर से हमारा intestine में चला जाए, क्यों नहीं हो रहा है, क्योंकि यहाँ पे काम करता है यहां पर ज्यादा ड्रग हो जाएगा तो वह बापिस क्यों नहीं जाएगा क्योंकि यहां पर जैसे-जैसे देखो मालो अगर यहां पर 100mg अपने ड्रग लिया और जब 100mg ड्रग हमारा इधर आता है तो मालो जब 100 में से इधर 80 रह गया यहां पर 20 आया तो अब क्या होगा कि इस ब्लड के अंदर 20 है और जो हमारे सेल्स है उनके अंदर 0 है तो अब यहां पर हाई यहां पर लो है तो जो हमारा ब्लड है ब्लड के अंदर से जो हमारे ड्रग है वो हमारा सेल्स के अंदर पर आज क्या होता है ट्रिस्ट्रिबूट होता रहता है तो तो इस तरह जो diffusion है वो हमारा continuously चलता रहता है हमारा intestine से blood में, blood से cells के बाद, body के different parts में इस तरह से movement करता रहता है और यह पूरा फण्डा हमारा diffusion पे base होता है बाकि और भी हमारे होते हैं diffusion क्या काम आ रहा है वो मैं आपको बता रहा हूँ तो diffusion आपको समझा रहा होगा कि यह हमारी body में जो drugs वगैरा हमारे move करते हैं उसमें काम आता है body में आप लोग सांस ले रहे हो, तो आपने जब सांस लिए, तो आपने oxygen को अपने body में अंदर लिया, तो oxygen आपके body में अंदर जाने के बाद क्या हो रहा है, आपके lungs में जा रहा है, lungs में जाने के बाद आपके alveoli के पास जा रहा है, तो ये जो फंडा है, ये भी diffusion की वज़ तो आपके बाद ब्लड से बाहर निकल जाता है तो इसी तरह हमारा प्रोसेस रिपीटेटली चलता रहता है और हम लोग सांस ले रहे होते हैं तो यह सारा का सारा फंडा हमारे डिफ्यूजन पर चलता है तो डिफ्यूजन अब यह तीन तरीके से हमारा diffusion हो सकता है, पहला हमारा होता है simple diffusion, यानि कि यहाँ पर क्या है, जो movement of हमारे solid particle है, वो हमारे across concentration के लिए हैं, यानि कि high to low की तरह movement करेंगे, जो normally blood बगरा में करते हैं, फैसिलेटेड क्या होता है अब यह मूमेंट तो करेंगे यानि कि हाई से लोगी तरफ तो जा रहा है लेकिन अब मालों कि जैसे यह एरिया थोड़ा जो मैंने आपको यह वाला रॉलर कोश्च दिखाया था अगर मैं इसकी देखा थोड़ा इसको सीधा कर दूं इस तरह कर द लेकिन कुछ ऐसे मालो हाइड्रोफिलिक ड्रग हैं जो हमारे इसमें इजी एंटर नहीं कर सकते हैं। उसके लिए यहाँ पर कुछ प्रोटीन चैनल प्रिजेंट होते हैं। अब यह प्रोटीन क्या करेंगे इसको पकड़ेंगे और इधर घूम के इसको अंदर छोड़ देत जरूर करता है लेकिन यहां पर वाटर मॉल्कूज हमारा मूव कर रहा है जानकि सिंपली मालो अगर यह है और इसमें मालो अगर हमारी पानी भरा होगा इधर पानी भरा है तो अब जो मूवमेंट होगी वह हमारी का होगी बहुत हेल्प करता है यहां पर देखा जाए तो जो सिग्नल सेल्स हमारे बॉडी के आपस में वह करते हैं अ फिर जो खाना पीना हम खाते हैं इसके जो न्यूट्रिसेंट है वो हमारे ब्लड में अपटेक करते हैं हमारी बोड़ी का जो बेस्ट है जैसे फिर हमारा cellular homeostasis जो है, cells का हो गया, हमारी body में pH और ING, ये सब maintain हमारे इसी के दौरा होते हैं, ठीक है, बाकि example, हमारे body से जो urea चीज हो तो वो based बाहर निकलता है, वो हमारा oxygen lungs के अंदर जा रहा है, वो glucose हमारा cells के अंदर जा रहा है, वो तो ये सारा कुछ हमारा क्या होता है, तो क्या है कि law of diffusion describe the movement of particle या from a area of higher to lower अब यहाँ पे क्या है कि जैसे जो हमारे truck particle है वो high से low की तरह movement कर रहे हैं तो इस movement जो कर रहे हैं इसको define कैसे करते हैं इसको define करने के लिए हमारे law है और ये law हमारे Adolf Fick के दौरा दिये गए थे 1855 में और हमारे दो law होते हैं जो हमारे describe करेंगे हमारे movement of particle को from higher region to lower ठीक है पहला हमारा आता है fix first law of diffusion तो it is state that according to Fick's first law the rate of diffusion of a solid molecule which our solid molecules move through a barrier, is proportional to the concentration gradient. Now, I have told you this. Now, as we see here that it is going from high to low. Now, what I will do is I will make it a little higher. I have made it like this. Now, here it is that our high is very much and this low is very less. So, what is concentration gradient? Concentration gradient means that high concentration and low concentration. लोग कंसेंटेशन की तरह मूमेंट चल रहा है, अब मैंने हाई को और ज्यादा हाई कर दिया, और लोग को और ज्यादा लोग कर दिया, तो इन दोनों के बीच में डिफरेंस ज्यादा हो गया, और जितना ज्यादा डिफरेंस होगा, उतनी ही अच्छी से हमारे ये मूमेंट और ज्यादा हमारे body के अंदर जाएगा बिल्कुल ही देश से कुछ अलग नहीं है वही फंडा है वही ये बता रहा है कि हमारा इसी भी directly proportional होता है कि concentration gradient कितना ज्यादा होगा हमारा diffusion का rate उतना ही ज्यादा होगा अब इसको हम लिख सकते हैं j is equal to dm over dt या फिर j is equal to minus d मतलब upon यह हमारा होता है concentration gradient यानि कितने amount में हमारा वो present होगा ठीक है बाइल है जो minus का sign है वो हमारा indicate करता है कि जो diffusion है वो हमारा opposite direction में है यानि कि कोई चीज हमारी high से low की तरफ जा रही है तो वहाँ पर indicate करने के लिए negative sign है तो dm का मतलब होता है amount कितना transport होता है और dt का मतलब होता है time यानि कि कितने time में कितना amount transport हो रहा है जितनी जल्दी होगा मतलब जितना ज्यादा होगा ठीक है second हमारा आता है fix का second law of diffusion तो ये भी कुछ हमारा first की तरह कहता है ये क्या कहता है it states that the change in concentration with respect to time at a particular reason is proportional to the change in concentration gradient at that point in a system देखो चीज वही है इन्होंने क्या बोला कि जैसे ये चीज़ है तो अगर ये बोल रहे हैं कि मालो ये मेरा था जैसे मालो ये मेरा पहले इतना था concentration gradient high से low की तरफ अब ये बोल रहे हैं कि अगर मैं इसको बढ़ाता जा रहा हूँ यानि कि मैं क्या कर रहा हूँ high से low की तरफ concentration को बढ़ाता जा रहा हूँ या देना शुरू किया मैंने इधर से जो input सा मैंने 200 mg दिया 500 मैंने 1000 mg कर दिया तो जब मैं यहाँ से क्या करूँगा कि concentration gradient को अगर मैं भड़ा रहा हूँ change कर रहा हूँ तो जो मेरी diffusion का rate है वो भी भड़ता जाएगा यानि कि यहाँ पर जो मेरा concentration जो अंदर जा रहा है movement हो रहा है डर्कप वो यह पर प्रोपोर्शनल है और यहां पर पहले से हम नहीं चेंज कर रहे हैं यहां पर अगर हम चेंज करते जा रहे हैं तो हमारा कंसेंट्रेशन का रेट भरता जाएगा तो यहां पर कहा है कि डी स्क्वार थी अपन डी एक्स स्क्वार तो यह हमारा थोड़ा मतलब डिफरें जाओगे हमारी जो rate of diffusion है वो तनी ही जादा होती जाले जागे अब इसके वोज application के बारे में बात करते हैं तो ये हमारे doses form के अंदर से drug को release करने में help करेंगे कैतना क्या है पता लगाएंगे distribution of drug हमारा कैसे distribute होगा predict करने में help करते हैं जो हमारा best material है जो nutrition uptake करें उसमें help कर रहा है और हमारी body में जो oxygen और co2 का transport हो रहा है movement हो रहा है उसमें भी ये तो ये थे पूरी हमारी इसकी application और ये importance भी हो गया, example भी हो गया, ये पूरा हो गया, जानकि देखा था है अच्छे ते आपका topic cover हो गया, diffusion principle in biological system, I hope आपको ये बहुत अच्छे ते समझ आ गया होगा बाकि अब हम बात करते हैं अपने next question और बहुत ही ज़्यादा important topic के बारे में define solubility यह देखो यह तो हर जगह आप कर देना discuss solubility of liquid in liquid तो यह वाला question बहुत सारी university एकेट्यू में तो पिछले दो साल से लगाता 10 नमर में पूछा जा रहा है तो देखो solubility क्या होती है maximum amount of solid particle that can be dissolved in a given amount of solvent at constant temperature बना दूंगा अब बनाकर आना यह काफी इफेक्टिव लगता है तो इस तरह से आप इसको बना सकते हो जैसे यह सॉल्यूट है ना इसको सॉल्यूट में डिजॉल्व करके सॉल्यूशन आप फॉर्म करोगे ठीक है अब यह हमारे तीन टाइप के हैं पहला हमारा आता है जैसे मालो यह सॉल्यूट हमारा है तो यह सॉल्यूट हमारा लिक्विड में है मालो यह हमारा लिक्विड है अब क्या हो रहा है कि जो सॉल्यूट है पहले नमर पर अगर वो सॉल्यूट है यानि कि जैसे मालो पॉलूशन जो बनता है वह बनता है सॉलिड इन लिक्विड ठीक है सेकंड कैग गैस है अब मालों यहां पर जो था वह मारा गैस था वह अब गैस कमा लो कि इस पानी में मैंने ऑक्सीजन मिला दी स्टीविट मिला दी कुछ भी ऐसा कर रहा है यह देखो ड्रिंग्स हमारा ग्यार जाएगा गैस लिक्विड की उसमें गैस हमारी मिली है तो वह सॉल्यूशन हमारा गैस लिक्विड वाला कहाएगा थर्ड हमारा होता है लिक्विड अब मालों कि यह हमारा दूध था और दूध में मैंने पानी मिला दिया तो दूध में जब मैंने समझ लेते हैं चलिए तो अब हम बात करते हैं मैंने पहले सॉलिड तो देखो simple थी बात है जो मैंने आपको बताया कि जब solvent में हम क्या करते है solute को dissolve करते है तो हमारा solution मनता है अब उस time पे क्या है कि अगर solvent हमारा liquid है और solute हमारा क्या है एक solid है then हमारा जो solution मनेगा वो हमारा क्या लाएगा solid in liquid वही यहाँ पे कि it is defined that it is the solution in which solute is in solid form and solvent is in liquid form and solid dissolve in liquid to form solution यानि कि solid हमारा liquid में dissolve होके क्या बना रहा है solution बना रहा है देखो यह दोनों आपके ऐसे है इसको ऐसी समझ लो यह वाला आपका ज्यादा important होगा तो यहाँ पे क्या है कि factor affecting solubility of solid and liquid पहला हमारा आता nature of solvent, second आता surface area, third आता temperature, fourth हमारा आता pressure अब nature of solvent में वही हमारा है like dissolve like वाला method है कि अगर हमारे दोनों का, solid और solvent दोनों का हमारा nature same रहेगा सर्फेस एरिया के बारे में बात करेंगे, यह भी मैंने आपको बताया था, कि जैसे जितना भी हमारा जो पार्टिकल साइज है, इसको हम अब छोटा करते हैं, छोटा करेंगे, तो उसका जो पार्टिकल साइज है, जो हमारा साइज छोटा हो जाएगा, लेकिन सर्फेस एरिय एक हमारा होता है एक्सवर्मिक एक तो एंडोथर्मिक अब कई बार कभी किसी का आगर हाथवार टूटा होगा तो प्लास्टर जो लगता है ना प्लास्टर को जब पानी में डालते हैं एकदम हीट रिलीज होती है तो उस केस में वह रिएक्शन बोलते हैं जब ही थमारे रिलीज होती है जब सॉल्यूट हमारे जैसे प्लास्टर हमारा तो पीओपी के पानी में डालेंगे तो ही रिलीज होगी अब मालों के जब ही रिलीज हो रही है उस केस में अगर आप उसका टेंप्रेचर और भड़ा हो लेन exothermic वाले case में क्या होगा कि जहाँ पे जो हमारी inversely proportional होती है solvity यानि कि वहाँ पे हमारा temperature जितना कम होगा उतना अच्छी हमारी solvity होगी अगर हम temperature को increase करते हैं तो हमारी solvity decrease हो जाती है एक्सांपल जैसे पानी में जब POP plaster और पैरे घोलते हैं इसको मतलब जो मतलब फ्रेक्चर वगैरह होता है उनको ठीक करने के लिए तो वहां पर हमें टेंप्रेजर कम रखना होगा जिससे सॉल्यूबिलिटी हमारी अच्छी हो पाए अब एंडो थर्मिक बात करें तो यह हमारी नॉर्मल रियक्शन है जो हम डेली लाइफ में करते ह बढ़ जाती है एड इंग्रीज टेंप्रेटर बढ़ाएंगे तो यहां पर यह डारेक्टली प्रोपोशनल होता है एग्जांपल सुगर इन वाटर पर हमारा आता है प्रेसर अब जो प्रेसर होता है वह हमारा सिर्फ गैसेस में मेली काम करेगा तो यह नॉर्मल सॉलिड लिक्विड अगर कभी भाई चैनल के दढ़ाके में आता है तो आप इसके बारे में कुछ ना कुछ लिखा इसको तो अच्छे समझते हैं यह कहना क्या चाहता है तो देखो सॉल्यूबिलिटी ऑफ गैस लिक्विड का सिंपल मतलब क्या है कि जैसे यहां पर हमारा क्या है कि वही सिंपल बनना है एक सॉल्यूट को सॉल्यूट डिजॉल्व पर सॉल्यूट मना रहे हैं अब इसमें क्या है औ और solubility में हमारे gas होगी, अब gas इस solvent में जाकर dissolve हो रही है, तो जो solubility of gas ये liquid है हमारी कहने चाहते है कि it is the ability of gas, यानि कि जो gas है उसकी ability को define कर रहा है कि वो हमारे liquid में जाकर कितना जादा dissolve हो रही है, यानि कि जो हमारी gas है वो इस वाले liquid में जब हम इसको डाल रहे हैं, तो वो इसके बाद बात करें तो इसको हम आल्सो और डिफाइन कर सकते हैं कि इसकी कंसेंट्रेशन आप डिजॉल्व गैस वेन इट इंक्युलिब्रियम पर सम आफ द प्यूर गैस अब आप द सॉल्यूशन अब यहां पर क्या हो रहा है कि जैसे जो सॉल्यूबिलिटी आप उम जाना आपको आगे समझ आएगा इजांपल अभी समझ लो यह तो चीज कार्बन टाक्साइड को पानी में गोला जो एरोसोल होते उनके अंदर प्रेसर से हमारी गैस बड़ी जाती है जो फॉसफॉस डियो वगैरह उनमें एक अमोनिया वाटर होता है उसमें गैस एंड लिक्कुड तो पहले अगर हम बात करें टेंप्रेजर के बारे में तो देखो टेंप्रेजर हमारा इनवर्सली प्रोपोर्शनल होता है अब ऐसा क्या होता है तो जैसे मालो यह हमारा लिक्कुड है और मैंने यहाँ पर यह गैस रखी ठीक है अब मैं क्या करता हू अब अगर क्या करोगे मैं इसको temperature देता हूँ इसको गरम करता हूँ तो जो मेरी gas है वो क्या करेगी इससे जो बची कुछ होगा वो मेरी और उपर जाएगी और जब उपर जाएगी तो वो क्या होगी scape जाने की बाहर निकल जाएगी हमारी liquid को छोड़ देगी और जब वो liquid क यहाँ पर ऊपर पहुंच जाएगी हलके की वजह से तो वही है कि यहाँ पर क्या है in case of gases solubility हमारी inversely proportional है यानि कि अगर हमें solubility क्या होगी हमारी घट जाएगी अगर हम temperature को बढ़ा देते हैं यानि कि temperature बढ़ा solubility हमारी घटेगी तो temperature inversely proportional हो गया second हमारा आता है pressure अब pressure थोड़ा अच्छे थे आपको समझना है क्योंकि pressure में लिख गैस के एक case में ही काम करता है तो solubility directly proportional होती है यह प्रेसर से ऐसा क्या होता है तो जैसे ही हमारा टेंप्रेचर क्या करता है हमने देखा कि वह हमारे ऊपर बढ़ा रहा था लेकिन प्रेसर क्या कि मालों यह हमारा लिक्विड है और यह मेरी गैस है अब गैस हमारे नीचे डिजॉल्व हो रही है अब मैं क्या करूं ऊप इसको इतना दबा रहा हूँ कि यह गैस हमारी नीचे आ रही है इसलिए मैं उपर से इसको प्रेस करूँगा दबाऊंगा उतने ही जादा क्या होगा गैस के मॉलकूस हमारी लिक्विड के साथ आएंगे और अटैच करके यहाँ पर डिजोर्व होंगे अगर गैस का प्रतिश्चन है तो गैस के लिए प्रतिश्चन है और गैस के लिए प्रतिश्चन है अगर गैस का प्रतिश्चन है तो गैस का प्रतिश्चन है और गैस का प्रतिश्चन है अगर गैस का प्रतिश्चन है तो गैस का प्रतिश्चन है और गैस का प्रतिश्चन है जब इसके पास pressure नहीं है तो मालो ये हमारे gas की molecules हैं अब जब ये gas की molecules हैं तो इनका कुछ नहीं कुछ vapor pressure होगा अब ये जो vapor pressure है ये जितना जादा होगा यानि कि मालो अगर जितना जादा pressure होगा उतनी ही जादा मातरा में ये जो हमारी gases है वो हमारी नीचे आएगी तो हेन्री लोग हमारे यही कहते हैं कि जो हमारे amount of gas dissolve हो रही है हमारी इसमें जो हमारी amount of gas में dissolve हो रही है वो इस पे depend करती है इस पे directly proportional है कि जो हमारा उपर vapor pressure पर present है वह कितना ज्यादा present है जितना ज्यादा vapor pressure present होगा उतनी ही अच्छे थे हमारी येस में dissolve होगी तो वही simple था बना ओबिस्टली बात है वही हम यहाँ पे क्या कर रहे थे उपर से pressure ही तो create कर रहे थे दबा रहे थे तो वही है कि तो वही है the amount of gas dissolve in a liquid is directly related to the partial pressure of gas above the liquid अब ये above the liquid क्यों लिखा है क्योंकि liquid के उपर जो pressure है वही तो हमारे इसको नीचे दबाएगा जो liquid के अंदर pressure है वह तो गुल रहा है जो liquid के उपर से pressure लग रहा है वह हमारा कहला था above the अप्लेक्ट को ठीक है अब इसको डिफाइन करने के लिए क्या होता है पी इज इकॉल टू के एसे अब यहां पर जो पी हमारा है वह होता है पार्शियल प्रेसर गैस जो गैस का प्रेसर है उसके बाद के एड़ हमारे कॉन्स्टेंट है यहां पर वही है, Soluble gas increases with increases in pressure of the gas, इस solution में उतनी ज्यादा dissolve होगी, example जैसे oxygen ना nitrogen हमारे dissolve होंगे, अब अगर हम pressure बढ़ाते हैं तो यह और ज्यादा dissolve हो जाते हैं, तो यह हमारा important factor जानते हैं, यहां देखो कि दो important बात हैं हमने समझी किस में, gases and liquid में, तो यह हमारा हो गया, यहां third हमारा आता है, surface area, अब surface area का फंडा जो आपको बता है, अब इतना surface area हमारे इतने gas के साथ यहां पे मिल रहा है, अब मिल रहा है, तो अब मैं क्या करूं इसको थोड़ा पलट दूं मैंने इतना ही लिक्विड सेम लिया लेकिन मैंने क्या किया इस तरह का कंटेनर ले लिया जिसमें यह मेरा लिक्विड है और ऊपर जो मेरे यह थे गैसेस थे वह यह थे अब यहां पर देखोगे प्रवाशनल होता है किसी भी सॉल्यूबिलिटी के लिए अब सॉल्यूबिलिटी गैस हमारे इंग्रीज होता है कि अगर हम गैस को भी इंग्रीज कर देते हैं ठीक है कि ऐसा क्यों होगा क्योंकि जो हमारे एरिया है वह गैस को dissolve कर पाएगा, then fourth हमारा आता है nature of gas and liquid, तो यह तो आपको पता है कि gas एक solid है, यह solute है लिक्विड हमारा एक solvent है, तो अगर इन दोनों का जो nature है, वो अगर same रहेगा, तो यह अच्छे से dissolve होगी, वही like dissolve like वाला method, अगर जहाँ पे जो gas है वो polar है तो यह like dissolve like वाला method इस पर काम करता है तो I hope आपको यह भी अच्छे से समझ आगे होगा, Solubility of gas and liquid अब हम अपना सबसे liked और सबसे ज़्यादा important समझते हैं है solubility of liquid in liquid अब यह हमारा 10 मार्क्स में भी कुछ न आता है और काफी ज्यादा important तो अगर यह अलग से आता है बैसे सबके साथ आता है अगर यह अलग से आता है तो पहले आप क्या करता है solubility को भी define कर देना तो इसके बाद आप इसको यहाँ पर define करना शुरू करना अब solubility of हमारा सॉल्वेंट बनेगा वह बनेगा लिक्विड क्योंकि यहां पर सॉल्यूट लिक्विड है और सॉल्यूट लिक्विड से अब इसका अगर एक एग्जांपल देखा जाए तो जैसे दूध में पानी मिलाते हैं अब देखो अगर दूध में पानी मिला रहे हैं तो पानी अगर कम मिला रहे हैं तो पानी हमारा सॉल्यूट है औ बना दिया है यानि कि दूध कम मिला रहे हैं पानी ज्यादा मिला रहे हैं क्योंकि दूध का कलर है थोड़ा बाद एक्स्ट्रा कलर डाल लेते हैं और हमारा नया सॉल्यूशन यानि कि दूध बनके तैयार है तो यहाँ पर क्या कि जो ऐसे एग्जांपल है जिसमें दोनों तो पहले हम इस लिक्विड एंड लिक्विड को डिफाइन करेंगे, तो इसलिए एक लिक्विड है जिसमें बूत सॉल्यूट और सॉल्यूट लिक्विड हैं, इसमें दोनों लिक्विड फॉर्म हैं, औ और कोई ज्यादा कोई कम तो यह दोनों का वेरी करता रहा था ठीक है तो अगर हम एलकॉल को पानी मिलाते हैं इसको हाइड्रो एलकॉलिक सॉल्यूशन बोलते हैं यानि पानी भी है और एलकॉल भी हाइड्रो एलकॉलिक सॉल्यूशन हो गया तेल बस गया, अब मालो ये हमारा एक liquid सा A, और ये मेरा एक liquid है B, अब मैंने A liquid में B वाले को डाला, अब जो B वाले liquid है, वो इसमें कितने ever, मतलब किसमें इतने अच्छे तर डिजॉल्व हो पा रहा है, वही इसकी solubility का लाती है, वही इसकी तागत है, ठीक है, बागि ये हमारा solution अब हम मिस्सिबिल्टी के विश्वेष को तीन पार्ट में हम लाइट कर सकते हैं, पहले हमारा आएगा कम्प्लीटली मिस्सिबल लिक्विड, फिर हमारा आता है पार्शियली मिस्सिबल लिक्विड, फिर हमारा आता है इम्मिस्सिबल लिक्विड, अब देखो सेम फंडा है तो तीन कंडीशन हमें देखने को मिल सकती है पहले हमारी आती है कंप्लीटली मिसेबल लिक्विड यानि कि यहां पर क्या हो रहा है कि बोट लिक्विड आर कंप्लीटली सॉल्यवल विद इच अदर यानि कि इसमें क्या होगा कि एक लिक्विड लोग तब भी पता नहीं चलता तो वो क्या हमारे completely miscible liquid है यानि कि वहाँ पे complete तरीके से ये miscible हो चुका है second हमारा आता है partially miscible इसमें क्या होता है कि ये miscible तो है लेकिन एक certain limit तक या कुछ small portion हमारा mix होता है इसके अलाब हमारा बाकी उसमें immiscible ही रहता है यानि तो ये partially miscible हो जाएगा अब जैसे अगर हम butanol या water को मिला या वेंजीन और वाटर को मिलाते हैं, या फिनॉल वाटर को मिलाते हैं, तो यह एक पार्टियली मिसिबल लिक्विड बनाता है, यार कि थोड़ा-थोड़ा यह आपस में मिक्स होने लगता है, लास्ट हमारा आता है इमिसिबल लिक्विड, तो यह हमारी वो कंडिशन माल ल करें लेकिन हमें क्या भी simple देखना है कि हमने ए लिक्विड में जब बी डाला तो ये अगर आपस में नहीं मिलते हैं तो उस चीज में हम क्या बोलेंगे कि ये हमारे immiscible लिक्विड है यानि कि यहाँ पर दोनों लिक्विड क्या होंगे completely immiscible होंगे यानि कि एक बहुत ही गाड़ा करके मैंने लिखा दबा के इसलिए आपको लग रहा होगा फिर हमारे आते हैं फैक्टर अफेक्टिंग लिक्विड लि लिक्कुड आपको बताए दोनों लिक्कुड क्योंकि लिक्कुड को गर्म करते तो मिली जाता दोनों लिक्कुड है तो गर्मी से क्या होंगे आपस में अच्छे से डिजॉल्व होंगे तो गर्म करके हम इनकी सॉल्यूबिलिटी को भड़ा सकते हैं सेकेंड हमारा प्रेसर ह यह शेम नेचर के हुए मार्ड दोनों एक नेचर के हुए तब तो यह बहुत अच्छे से डिजॉल्व हो जाएंगे वहीं क्या हुआ कि दोनों एक ओयल नेचर का जैसे मालो यह ओयल है यह बाटर है यह तो हमारा यहां पर जो मतलब सब जो हमारे लिक्विड्स हैं उनके नेचर पर भी डिपेंड करता है कि वह पोलर है कि नोट पॉलर है पोलर सॉल्यूट जानकी पोलर लिक्विड हमारा पोलर सॉल्यूट जानकी प तो आपको जितना ज्यादा सर्फेस एरिया हमारा कनेक्ट होगा उतना अच्छे से ये डिजॉल्व हो पाएगा अब जैसे सिंपल दे बात है अगर मैं आपको मालो मैंने एक पाइप दे दिया और दूसरा मैंने ये पाइप दे दिया ठीक है अब ये दोनों पाइप हैं और इन दोनों पाइप में मालो ये हमारा लिकुड भराए ये लिकुड भराए अब मैं इनको अगर आपस में अटैज करता हूँ तो ये कितना ही मिल पाएगे मिल तो जाएगे लेकिन कम वही मैं क्या करूँ एकदम ऐसा जौना पानी और इधर मे इसमें भी dissolve तो होगा लेकिन इसमें ज्यादा dissolve होगा as compared तो इसलिए क्या है कि surface area हमारे directly proportional होता है solubility के तो ये पूरा funda इसके factor affecting हो गई अब थोड़ा सा देखो बैसे तो इतना ये हो गया इसके लिए आप इतना तो binary solution हमारे वो homogeneous solution है जिसमें जब दो liquid को हम आपस में मिलाते हैं तो वो completely miscible हो जाते हैं या partially miscible होते हैं देखो binary का मतलब क्या होता by का मतलब होता है दो यानि कि यहाँ पे दो solution यानि कि लिक्विड मिला जा रहा है तो यह हमारे binary solution हो जाता है अब यह हमारे तीन तरीके के completely miscible, partially miscible, and insoluble, और इन तीनों को हमने यहाँ पर define कर रखा है, तो आपको अलग से define करने की ज़रूरत नहीं है, आप जस्ट लिख दोगे, आपका यह काम हो देगा, चाहे आप एक काम और करना कि इसके बाद ही, जस्ट आप यहाँ binary solution की यह definition add कर देना है पूरा, critical solution temperature, अब critical solution temperature एक्सल में क्या था, तो यह हमारा जो partially miscible था, कि यह partially miscible liquid में क्या हो रहा था, लिक्विड दूसरे में मिल रहा था लेकिन अच्छे से नहीं मिल रहा था मतलब पार्टिशली डिजॉल्व हो रहा था तो मालूं कि ये हमारे दो लिक्विड हैं और यहाँ पर एक लिक्विड हमारा यह है दूसरे लिक्विड हमारा यह है तो जब ये आपस में डिजॉल्व हो रहे हैं तो ये पार्टिशली डिजॉल्व हो रहे हैं यानि कि थोड़ा पार्ट थोड़ा ये आड का इतर आ गया ब्लू क यह हमने पढ़ा कि जो हमारा यह लिक्विड है अगर इसमें हम टेंप्रेचर भढ़ाते हैं तो हमारी सॉल्यूबिटी भढ़ेगी तो वही सेम भढ़ना है कि अब मैं क्या करूँ कि मैं इन जो हमारी यह पूरे सॉल्यूबिटी यह अच्छे डिजॉल्व नहीं temperature वह टेंप्रेटर जिस टेंप्रेटर पर यह जो कंजिगेट लेयर थी यह मेरी डिसपेयर हो गई और यह दोनों लिक्कॉर्ड आपने मिल गए वाला मेन ही है कि यह जो मेरी कंजिगेट लेयर थी यह जब डिसपेयर हो जाएगी यानि कि इन केस पार्टियल मिसेबल वन लिक्विड डिजॉल्विन एंजर यह तो पूरा वही फंडा वेरी स्मॉल पोर्शन पार्टियली तो इसमें क्या होता है कंजुकेटेड लेयर फॉर्म हो जाती है तो जो से एसटी जानकी क्रिटिकल सोच एंड ए कि साइड सिंपल आपको साइड यह कभी ना समझ आएगा आ गया होगा बाकि इसकी एप्लीकेशन भी कई बार आती है तो किसमें काम आता है सेपरेशन एंड प्यूरिफिकेशन और मिक्सचर जैसे यह प्यूरिफिकेशन अमाल दो लोगों का तो या तो हमें अगर अ कर सकते हैं बाद हम टेंप्रेटर को कम करके इनको फिर से सेपरेट कर सकते हैं तो यह काम में हेल्प कर रहा है इसके बाद हम यहां पर वाटर ट्रीटमेंट और सेपरेशन पानी में अगर कोई गंदी है तो उसमें भी हमारा हेल्प करेगा उसके बाद जो क्रिड ऑय refine करकर के हमारे अच्छी ओयल बनाये जाते हैं उसमें help करता है बाद में जो solvent selection है formulation है उसमें भी हमारी help करता है तो यह हमारा हो गया critical solution temperature अब इसको भी आप चाहो इसके अंदर लिख सकते हो अगर आपका ज़्यादा marks में आता है तो देखा था यहां से यहां तक आपका बैसे और इसलिए जो route flow है वो हमारा इस वाला है यानि कि कई दिगा आप देखोगे solubility of liquid and liquid इस वाले topic के अंदर भी आपको यह वाला देखने को मिल दाता है लेकिन हमने यही वाला देखा जाये तो यह हमारा अच्छा का लेंद का हो चुका है इसलिए हम क्या करेंगे कि route flow को अलग से समझेंगे क्योंकि question हमारा अलग स अगर रॉट्स लॉ के क्वेश्चन के बारे में बात करें तो कई बार आया है discuss in details about ROTS law और with the help of diagram इसमें diagram भी बनता है and showing positive and negative deviation जो दिखाता है यह सारा फंडाम यहाँ पर कबर करने वाले आपको tension बिलकुल नहीं गए जी का तो यहाँ पे क्या है कि French के Chemistry थे या इसको मतलब Chemistry और Physics दोनों थे Frankus Marius Rauts जो ने डवलप किया था Rauts लोग in 1887 अब राउट्स लो ने अक्शुल में क्या बोला? तो राउट्स लो ने ये बोला कि according to राउट्स लो, the vapor pressure of solution is directly proportional to the mole fraction of the solvent. अब मैं अगर बोलू ना, तो बई राउट्स लो इतना simple है, इतना simple है, आपको केवल common sense अगर है ना, तब कि राउट्स लो के लिए, एक तो का मतलब क्या होता है जैसे मालो ये हमारे volatile liquid का मतलब क्या है कि ये ऐसे liquid हैं जो easily vaporize हो सकते हैं vaporize मतलब क्या है कि अगर मालो इनको हलका सा भी heat मिल रहा है या हलका सा भी गरम environment में है तो ये हमारे उड़ना शुरू कर देते हैं अब जैसे हमारा पानी है नहीं साफ कर पाते हो तो धीरे हो जाबाए तो पहले आप बॉयलेटाइल लिक्कुड के बारे में समझेंगे, तो फिर चम्मच इसके वैपर्स बनते हैं यह वैपर्स बनते हैं तो हमारे इसी के अंदर रहेंगे तो जब इसके अंदर रहेंगे तो यह हमारे क्या कहलाते हैं वैपर प्रेसर कहते हैं और वो इधर उधर सार तर� आगे की खानी समझते हैं, बैपर एक्स क्रिएट कर रहे हैं, अब यहाँ पे क्या करने है, राउट्स लॉट, कि दा बैपर प्रेसर आफ ए सॉल्यूशन इस डारक्ली प्रोपोशनल टू दा मोल फ्रेक्शन आफ सॉल्वेंट, आप समझ गये बॉलेटाइल क्या होता है, आ� तो यहां पर एक बना और बैल्यू अगर मुझे बताना होगी आलू का मोल फ्रेक्शन कितना है तो मैं वह बता दूंगा जार्व तो अब मुझे यहाँ पर बताना है टमाटर का क्या है तो टमाटर का मेरे यहाँ पर 3 by 9 निकलेगा आप कल्कुलेट करने और प्यास का हमारा निकलेगा 2 by 9 निकलेगा तो इस तरह हमने क्या किया कि यहाँ पर अलग-अलग इनके मोल फ्रेक्शन निकाले और मोल फ्रेक्शन क लिखे आया तो मोल फ्रेक्शन एक्शन में क्या होता है कि जैसे टोटल जो हमारे आइटम है टोटल जो हमारा कोई भी सवामन है उसमें वह एक्जैक्ट वह जिसका में मोल फ्रेक्शन काला वह कितना मतलब परसेंट में वेरी कर रहा एग्राम पर मालो ए मेरा है वह सिस्टी परसेंट है और बीच जो मेरा है वो 40% है ठीक है अब क्या होगा कि अब ये जो है बैपर्स है बॉलिटाइल है अब बॉलिटाइल है तो धीरे क्या होगा ये बैपर्स में कन्वर्ट होगे और जब बैपर्स में कन्वर्ट होगे तो बैपर्स हमारा इज़र बनेगा और जब बैपर्स बने� अब राउट स्लॉक के अकॉर्डिंग क्या था, कि ये जो हमारा बैपर प्रेसर बन रहा है, ये हमारा directly proportional होगा, उस वाले, जो हमारे यहाँ पे जो अलग-अलग जहाँ ले सॉल्यूट या लिक्विड है, उस सॉल्यूट के mole fraction पे depend होगा, यानि कि जिसका mole fraction जागा, उसके ब प्रसेंट है भी 40 प्रसेंट है तो अब इसलिए बात है कि इस पूरे में जो बैपर प्रेसर होगा वो भी A का जादा होगा क्यों ये मैं राइट का जाता है क्योंकि A का अमाउंट जाता है अगर B का कम क्यों है क्योंकि B का अमाउंट कम है वही हमारे राउट्स नोने का आ जाता ना किसी को पता नहीं होती थी और जब पता नहीं है तो वह इन चीजों की जब खोजबीन करते थे तो वह उनका अमर हो गए नाम मिल गए नोबल प्राइस मिल गया अवार्डेड हो गए और उसके बाद उनकी चीजों को हम आज तक यहां पढ़ दिन है अब उ ज्यादा है तो इस बारा जो मैंने एग्जांपल यह इसमें क्या होगा कि जो मारा बैपर प्रेसर है वह हमारा किसका ज्यादा एक ज्यादा होगा तो यहां पर सिंपल ही क्या होगा कि डारेक्टली प्रोपोर्शन आफ डेट कम लिक्विड तो आपको एक बार रॉल्ड लॉग का बिलकुल देशी फिरना समझ आ गया होगा कि इनके अकॉर्डिंग क्या है कि जो हमारा बैपर प्रेसर यहाँ पर इसको बैपर तो सब बन गया तो सबका कॉमन बैपर प्रेसर नहीं है तो जो हमारा बैपर प्रेसर है वो उसके दारकली आपको यहाँ लिखी मिल जाएगी कि यह हमारा पूरा हो गया बाकि inner solution अगर मालो कोई solution है जिसमें A और B दो हमारे liquid मिले हुए हैं तो यह partial vapor pressure देखो अभी vapor pressure था लेकिन अगर दो हो गए तो दो आपको बताएगी बई दो चीज़ा हो जाते हैं तो partial बड़ लग जाता है क्यो तो इसका बैपरप्रेशन हमारा 60% लगेगा, बी 40% है तो इसका बैपरप्रेशन हमारा 40% लगेगा, तो इसी के लिए हमारा डालिग लिपेंड करता है, अब हमने यहाँ पर एक एक्जांपल ले लिया, क्योंकि यहाँ पर हमने इच कंपोडेंट पूरा सॉल्विशन लिया ह पी नोट ए एक्से अब यहाँ पर पी हमारा होता है बैपर प्रेसर अप सॉलूशन और एक्से हमारा होता है मोल फ्रेक्शन अप सॉल्वेंट जो हमारा लिक्विड है उसका यानि कि मोल फ्रेक्शन हमारा जितना ज़्यादा हो पी नोटे ना ये कहां से आ गया, ये क्या फंडा है, तो अब ये क्या होता है, लिखो जनरली हमारा क्या था, प्रेसर इस डारकली प्रोपोशनल टो मोल फ्रेक्शन, कोई दिक्कत नहीं है, अब मालो कि हम कनिशन लेते हैं कि इसमें सिर्फ, मालो हम बी नहीं लेते हैं, हम लेते हैं सिर्फ हमारा अभी ए प्रिजेंट है, और ए हमारा 100% प्रिजेंट है, तो जब हमारी कोई जी 100%, इसको अगर हम सॉल्व करेंगे, तो पी इस इकल टो हमारा कॉंस्टेंट मालो के और यहाँ पे हमारा एक्स बन गया, तो अब यहाँ प लिक्कुड के केस में हम यहाँ पे क्या लिख देंगे इसको P0 लिख देंगे यानि कि P0 हमारे प्यूर वैपर प्रेसर के लिए आता है तो अब यह क्या बन जाएगा P is equal to P0 X बन जाएगा ठीक है अब हम बात कर रहे हैं यहाँ पे A और B के बारे में तो अगर हम यहाँ पे A बी अगर हमारा प्यूर्व फॉर्म में होगा तो पी नॉट बी हमारा लग जाएगा और यहाँ पे एक्स भी लग जाएगा तो इस तरह हमें यहाँ पे दोनों के प्रेसर ए और प्रेसर भी दोनों के हमको यहाँ पे क्या मिल जाएगे वहाँ प्रासिली प्रेसर पिछले ल� बोलेंगे और इसमें पी नॉट एसे डोनोड करते हैं जिसके अकॉर्डिंग हमारा पी एडिटली बनोड एक्स हमारा पी नॉट ये जो मैंने आपको बताया वो इस तरह बन गया ठीक है अब मालो अगर कोई सॉल्यूशन है उसमें हमारे हमारा एक तो प्रेसर एक बनेगा एक हमारा प्रेसर बी का बनेगा तो इसलिए यहां पर दो चीजें आ रही हैं एक पी हमारा बारा हो गया वेपर प्रेसर ऑफ ए और यह हमारा पीवी हो गया वेपर प्रेसर ऑफ पीवी तो यह सब आपको लिखे आना पड़ेगा वेपर प्रेसर ऑफ पीवी तो पीवी पार्शली वेपर प्रेसर ऑफ पीवी और पीवी प्रेसर ऑफ तो मॉल फ्रेक्शन मैंने आपको निकाल के दिखाई दिया था कि भाई कैसे क्या होता है उसी फंडे माल लो अब यहाँ पर दो हैं तो हमारा जो एक से का निकल कर आएगा वो नमर आफ एक हमारे एक से का है तो नमर आफ एक इतना है वो टोटल नमर आफ हमारे टोटल सॉल्� अब यहाँ पे हमारा एक और लॉ आता है जिसको हम बोलते डाल्टर्स लॉ, अब देखो हमने यहाँ पे क्या किया, अलग-अलग निकाल लिये, हमने यहाँ पे प्रेसर एक अलग निकाल लिये, यहाँ पे एक अलग निकाल लिये, बी का अलग निकाल लिये, अब यहाँ पे तो डाल्टन के according क्या था कि जैसे मालो ये पूरा हमारा container है अब इसमें A भी liquid है B भी liquid है अब A liquid का कुछ pressure है B liquid का कुछ pressure है तो डाल्टन ने ये बोला कि जो इस पूरे container का total vapor pressure होगा वो हमारे इन दोनों के pressure के sum के बराबर होगा अब देखो ये तो common sense की बात है, अब जैसे मालो यहाँ पे मैंने बोला ना आपको कुछ लगाना ही नहीं है दिमाग, जैसे मालो यहाँ टोटल है, अब मैं आपसे बोलूं कि जो हमारे इसके अंदर टोटल सामान है ना, जैसे यहाँ पे नौ हमको पता है, अब मैं बोलूं क प्याद और टमाटर ये हमारे individual हैं तो मैंने बोला कि अगर मैं इस पूरे थैले के अंदर total कितना सामान है इसको पता लगाना है तो अगर मैं जो individual आलू प्याद और टमाटर हैं इनको अगर मैं जोड दूँ तो मुझे total value पता चल जाएगी अब ये तो Dalton ने बोला कि जो total vapor हमारे इनके जो individual पैर पार्शियली vapor pressure है इनके equal के बरावर होगा हमने इसको apply कर दिया कि जो total हमारा pressure होगा वो vapor pressure of A plus वैपर प्रसर अब बी के बराबर होगा तो जो पी टोटल हमारा प्रसर निकला है वो पी ए जो हमारा वैपर प्रसर ए पी बी पैपर पी इस एकॉल टो पी नॉट ए एक्स ए जो हमारा वैपर प्रसर अब ए का पी नॉट बी एक्स बी जो हमारा वैपर पी का हमारे जो निकल क क्या था amount था ना कि liquid कितना present है तो A और B का यह concentration बताते हैं तो I hope यह Rawls Law आपको पूरा clear हो गया होगा कैसे क्या होता है अब हम बात करते हैं देखो Rawls Law भी यहाँ पे खतम नहीं हुआ है क्योंकि देखो एक तो Rawls Law की limitation limitation तो Rawls Law आप एक तरफ में समझ करें Ideal solution के बारे में अब क्या होता है कि यह हमारे वो solution है जो route slot था उसको follow करते हैं अब route slot के according क्या था कि जो total हमारा pressure होगा वो उनके individual pressure के बराबर होगा यह हमारे route slot कहते हैं लेकिन ideal solution क्या है कि यह हमारे वो solution जो इस route slot को follow करते हैं यानि कि simply बोले जाएगा तो it's follow route slot यानि कि यह हमारे इस वाले को follow करते हैं और इसको हम graph के form में इस तरह represent करते हैं वो general diagram है देशी वाले यह हमारा मेन एक मतलब आप ग्राफ है तो यह पीए यानि कि पार्शिल पेपरप्रेसर आफ ए यह हमारा पीबी है पार्शिल वेपरप्रेसर इसका यह बनाकर पर आ जाना क्योंकि अगर आप यह ग्राफ बना गया होगा ना आपको काफी अच्छे मार्च मिलेंगे यह बना गया था ना बाकि यहां नीचे पुट कर देना कि इधर जो मोल फ्रेक्शन है इस जगह पर एक जीरो है बीटा बने इस जगह पर भी बोलते हैं और ये actual में हमारे वो solution है जिरॉल्ट्स लोगों फॉलो नहीं करते यानकि इन्होंने क्या किया कि इन्होंने इस equation को मानने से मना कर दिया कि भाई मैं नहीं मानना कि ये total बराबर इतना होगा क्योंकि भाई obviously बात है मारा छोटा case था अब मालो कि कि मालो मैं भी मार्केट गया और मैंने और भी बहुत सारी फुटकर सब्जिया घरी थी, अब मैंने आके देखा कि मैंने टोटल 500 रुपए खतम कर दिये, ठीक है, और जब मैं आके कैलकुलेट कर रहा हूँ तो हो सकता है कि मैंने मुझे पूरा हिसाब ना मिले, दे दिया जाता है 10 रुपए मैंने किसी ज्यादा ले लिया तो एक्शन में रियलिटी यही होती है कि कोई भी परफेक्ट नहीं होता है उसमें कुछ ना कुछ खामियां होती है इसीलिए जो नोन आईडियल सॉल्यूशन है वह हमारे रियल सॉल्यूशन लाते हैं क्य जो हमारा total vapor pressure है वो हमारे इसके बराबर नहीं है और जो हमारा total barcel vapor है वो भी हमारे इसके बराबर नहीं होता simple था funda है अब ये दो type के होते हैं एक हमारा होता positive deviation एक हमारा होता negative deviation अब positive deviation simple है कि कुछ positive है जानकि कुछ उपर है तो positive deviation from rod's law occur when the vapor pressure जो हमारा होगा वो greater होगा total vapor pressure of solution से यानकि मालो ये हमारा p total था अब ये हमारे इसके बराबर होना चाहिए लेकिन यहाँ क्या है जो p not a मतलब ये एका हो गया यह हमारा बीका हो गया जब हम इन दोनों को जोड रहे हैं तो हमारे जो टोटल सॉल्यूशन है उससे यह जावा निकलकर आ रहा है यानि कि टोटल सॉल्यूशन हमारा जावा निकलकर आ रहा है इससे यानि कि कुछ ना कुछ हमारा एडिशनल एड हो गया तो जो ऐसे सॉल्यूशन है इनको हम यहां पर नोन आईडियल सोल्यूशन है और यह हमारा प जो वैपर प्रेसर है वो थोड़ सा ज्यादा मिलता है इनको देखने को इथनॉल है एक्जॉन को एक्जॉन करते तब भी हमारे जो वैपर प्रेसर है वो हमारे थोड़ सा ज्यादा देखने को मिलता है अब इसको बही मतलब दिखाओगे कैसे क्योंकि बही हमको दिखाना भी तो यह बात करने तो निकेटिव रोल्ड स्पेट हमारा निकल कर आता है जब जो बैपर प्रेसर है वह हमारा कम निकल कर आए टोटल वाले से तो यहां पर ज्यादा था यहां हमारा कम हो गया जानकि हमने जब पी और पी दोनों को जोड़ा तो उसके पर हमारे जो लेते हैं तब भी हमारे नेगेटिव डिवेशन शो करते हैं तो यह हमारा पूरा रॉट स्लॉट था और रॉट स्लॉट का सिंपल फंडा आइडियल सॉल्यूशन जो उसको फॉलो करते हैं नोन आइडियल जो इसको फॉलो नहीं करते और नोन आइडियल को हम अब जो non-volatile है, यानि कि जो papers में convert नहीं होते, उन पर ये applicable नहीं है, अगर हम क्या करें कि जो हमने ये पूरा बना रहे थे, अगर हम इसमें high concentration of solute ले लेते हैं, तब ही हमारा applicable नहीं है, अगर क्या करें कि ये ideal solution के लिए ही applicable है, आपने क्या पढ़ा कि road slow जो हमारा है, वो सिर अगर कुछ ज्यादा complex mixture ले लेते हैं उसमें भी raw slough अपना अच्छे से काम नहीं कर पाएगा अब अगर हम इसकी कुछ application के बारे में बात करते हैं तो एक तो यह हमारे vapor pressure को determine करने में help करता है अलग-अलग उसका उसके बाद हमारे solvent system को बनाने में help करेगा और हमारे distillation में भी help करता है distillation आगे आपको engineering में topic देखने को मिलेगा तब हम बात करेंगे तो यह था पूरा का पूरा रॉट स्लॉफ आई होप आपको अच्छे तो समझ आ गया होगा थोड़ा बड़ा हमने लगभग चार पेज में रखा क्योंकि ये बहुत इंपोर्टेंट है और दस नंबर में आपका लगभग आता है ठीक है तो ये पूरा आपको रॉट स्लॉफ के डिस्ट्रिब्यूशन लॉग और इसको समझ गए आपकी पूरी यूनिट कंप्लीट हो जाएगी एक टॉपिक अच्छे बहुत ही डिटेस्ट यह इसकी नीचर को डिसाइड कैसे करें हमको कैसे पता चल रहा है कि कोई भी सॉल्वेंट हमारा लाइफ लेकर हाइड्रोफिलिक है और वह हमारा किस नेचर में जाएगा यानि कि वह किस सॉल्वेंट में ज्यादा डिजॉल्व है यह पाले में ज्यादा सॉल्यूबल है क्योंकि अगर हमको यह पता लग गया तो जब हम इस सॉल्यूट के साथ में इस ड्रग के साथ में कोई भी दबाज पूरा मार्केट मानलाम मेडिसिन तैयार करेंगे तो हम इसको एक साथ डिजॉल्व करेंगे यहां ठीक है अब यह क्या होता है कि यह distribution बताता है किसी भी substance का दो immiscible liquid में अब यह हमें immiscible लेने पड़ते हैं क्यों लेने पड़ते हैं हम आगे आपको बता देंगे अब क्या होता है basically तो इसमें क्या हो रहा है basically कि हम find out कर रहे हैं किसी भी solute या फिर drug या फिर substance के nature को कि वह हमारा lipoflex है या hydrophilic है या एक और बात कि वह हमारा liquid A में ज्यादा partition coefficient का इस्तेमाल अब partition coefficient को हम कैसे denote करते हैं और इसमें भी परिसिकली क्या करते हैं ना मैं आपको समझाई देता हूं तो जैसे मान लो कि हमने यहां पर एक मतलब पार्� यह फिनॉल और वाटर है यह आपस में मिसेबल है लेकिन पार्शियल है और इसकी वजह से और पार्शियल की वजह से क्या है कि यह यहां पर कंजूगेटेड बेस मतलब कंजूगेटेड लेयर क्रिएट करते हैं जो आपने क्रिटिकल सॉलिशन टेंपरेजर में पड़ा होग लिया अब मैं क्या करूंगा जो मेरा सॉल्यूट होगा ना उसको मैं यहाँ पर डिजॉल्व कर दूंगा अब मैंने सॉल्यूट यहाँ पर डिजॉल्व किया और इस पूरे को शेक किया अच्छे तो मतलब पूरा इसको शेक कर देते हैं जब शेक करने के बाद पानी वाला हाइड्रोफिलिक पार्ट हमने अलग निकाल लिया और लाइपफिलिक वाला पार्ट हमने अलग निकाल लिया जब हम इनको अलग निकाल लेते हैं तो हम इस वाटर के अंदर का जो हमारे ड्रग है उसको हम चेक करेंगे अगर वो हमारा ड्रग था वो पानी के अंदर 60% dissolve होगा और 40% हमारा इसके अंदर dissolve होगा तो हम बोलेंगे कि जो हमारा ड्रग था वो hydrophilic nature का था और उसके लिए हम क्या करेंगे hydrophilic nature का solvent इस्तेमाल कर सकते हैं वही मालो अगर उल्टा हो जाता है कि हमारा ड्रग था वो 60% या 70% हमारा phenol में dissolve होगा और 40% हमारा पानी में dissolve होगा तो हम समझ जाएंगे कि जो हमारा ड्रग है वो हमारी phenolic nature का जाता है यानि कि lipofilic nature का जाता है hydrophilic nature काम है वही example है जैसे मालो आपको 4 दो दोस्तों के साथ रखा गया या मालो आपको एक सॉपिंग मॉल में वेदा गया तो आप क्या उठाते हो जो आपको पसंद है वहीं तो आप उठाते हो जो आपका फेवरेट जो आपको अच्छा रखता है सेम यहां पर कि हमने सॉल्यूट को एक तरह से स्टॉपिंग कि यह हमने देशी देख लिया लेकिन यह काम कैसे करता है तो पार्टिशियन कॉफिसियन के मदद से काम करता है यानि कि इटीज रेसियो ऑफ ड्रग डिजॉल्वन ऑयल पेस्ट जो हमारे यह है टू द ड्रग डिजॉल्वन एक्वास्पेद अब इसके लिए क्या होता लिखेंगे अगर जो हमारा आंसर है का अगर वो हमारे एक से ज्यादा आता है तो हमारे जो solute है वो उपर वाले में ज्यादा dissolve है अब देखो अबिश्टली बात है कि उपर वाली value हमारी उपर है नीचे वाली नीचे है अब क्या होगा कि अगर हमारे जो हमारा कोई drug है वो इसमें ज्यादा dissolve होता है जैसे मालो 60 और 40 निकला मालो तो उपर 60 हुआ नीचे हमारा 40 हुआ 4 बन था 4 और 4 बन के 1.5 निकल के आएगा फिनॉल में 60% था वाटर में 40 था तो इसमें जादा dissolve हो गया तो वही है कि अगर हमारी value कभी भी तो जो हमारे ड्रग है वो ऊपर वाले जाया नहीं कि लाइपोफिलिक में ज्यादा डिजॉल्ब है वहीं अगर मालो मारी बैल्यू के की एक से कम आती है तो वह हमारे नीचे वाले में ज्यादा डिजॉल्ब है जैसे एग्जांपल मालो कि नॉर्म में हमारे यह सिर्फ 40 प्रेसेंट होगा मालो और वाटर में हमारा 60 प्रेसें� तो जब फोन तो थे टू थ्री और इसको करोगे तो वन वाइड वन पॉइंट थ्री यानि कि इसको अगर डिवाइड करोगे लगभग पॉइंट में आप रहे हैं जानकि हमारे एक से कमा रहे और जब एक से कमा रहा है तो हमारा क्या बोलेंगे कि हमारे जो ड्रग जो बात होगा मैंने अच्छे पता लगा दिया बागी अब इसको का मतलब पूरा करने के लिए हम सेपरेशन मेथल का इस्तेमाल करते हैं अब इसमें क्या करेंगे हम सबसे पहले जो भी हमारे पार्टिकल होगा उसको मतलब ऑयल है कि एक नेटर इसको पता लगाने के पार्टिफिकेट लेवन गई अब इन दोनों को अलग-अलग कर दिया यह लिखोड़ या भी है हम इसमें क्या करेंगे तो लालें डालने के बाद हम इसको अच्छे करेंगे उसके बाद आदा घंटे के लिए हम रख देंगे अब क्या होगा जो सॉल्यूट होगा हमारा जरुर दिजाय का जिसमें भी ज्य बाद में जब settle down होता है का तो liquid ए अलग, liquid भी अलग, अब हम क्या करेंगे, मतलब जब यहाँ पे point है ना, हम इसको नीचे गिराना सुरू करेंगे beaker में, जब यह जो हमारी पता लगा सकते हैं और यह था हमारे डिस्ट्रिबेशन लॉग जो हमें हेल्प करता है यह पता लगाने में कि ड्रग का नेचर क्या है और ड्रग किस वाले सॉल्लमेंट में ज्यादा डिजाउल होगा अब इसके कुछ एप्लीगेशन के बारे मात करें तो यूज इन सेपरेशन ए और कुछ पॉलिटेन गंदीगी है उसको रिमूव करने में हेल्प कर रहा है हमारे जो ड्रग है उसका नीचर क्या है उसको आइडेंटिफाई करने में हेल्प कर रहा है उसके बाद हमारे फार्मसिटिकल फॉर्मिलिशन बनाने में तो ह डायलूट का मतलब होता है पतला, अगर इसमें ज्यादा concentration करते हैं, तो भाई इसको ना हम अच्छे से separate out कर पाएंगे, ना ही सारा कुछ process चलेगा, इसके बाद जो हमारा K है, जैन कि जो partition coefficient है, कई बार हमारा temperature और pressure पे भी depend कर जाता है, तो अगर आप ऐसी जगर पे यह perform कर र चाहिए तो एक यह लिमिटेशन हो जाता है कि आपको यह ऐसा चाहिए और लास्ट में कहा कि अकॉर्डिंग तो दिसलोड कहा था कि यहां पर कोई कैमिकल रिएक्शन नहीं हो रही लेकिन अब मालो अगर कि जैसे मैंने सॉल्ट जो हमारा यह सॉल्ट आपको दिल से सलूट है और वीडियो लगी कैसे भाई कमेंट करके जरूर बताओ पाकि मैं मिलता हूँ आपको बहुत जैसे नेस्ट वीडियो में जिसमें हम बात करेंगे इसी नई यूनिट के साथ में तो अब हमने अपने थर्ड सेमिस्टर की चारो सबजा की एक यून