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भारत के रेखात्मक और भौगोलिक प्रभाव

Jul 23, 2024

वर्ल्ड ज्योग्राफी: भारत में रेखाओं के प्रभाव

मुख्य रेखाएं

  • कर्क रेखा: भारत से गुजरती है, जहाँ सूर्य लंबवत चमकता है।
  • मकर रेखा: और कर्क रेखा के बीच सूर्य घूमता है।
  • विषुवत रेखा (इक्वेटर): भारत से नहीं गुजरती लेकिन महत्वपूर्ण है, सूर्य दो बार चमकता है।

सूर्य का प्रभाव

  • गर्मी का प्रभाव: विषुवत रेखा के पास हमेशा ज्यादा गर्मी रहती है।
  • मेकानिज्म: सूर्य के किरणों को कॉउंटर करने के लिए शरीर में मेलेनिन की मात्रा बढ़ती है, जिससे इंसान का रंग गहरा हो जाता है।
  • विषुवत रेखा के पास रहने वाले लोगों का रंग गहरा होता है, जैसे केरल के लोगों का।

नक्शों के प्रकार

  1. पॉलिटिकल मैप: राज्यों और देशों का विभाजन। समझना आसान।
  2. फिजिकल मैप: भौगोलिक तत्व दिखते हैं। राज्य का विभाजन नहीं। मुश्किल होता है।
  3. थीमेटिकल मैप: किसी खास जानकारी को दर्शाता है, जैसे नदियाँ या पर्वत।

जम्मू कश्मीर

  • इतिहास: कई लड़ाइयाँ, विभिन्न शासकों का नियंत्रण।
  • गिलगित-बाल्टिस्तान और आजाद कश्मीर: पीओके के मुख्य क्षेत्र।
  • चीनी कब्जा: अक्साई चीन पर 1962 में।
  • सियाचिन ग्लेशियर: दुनिया का सबसे ऊँचा युद्ध स्थल।
  • चीन-पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर (सीपीइसी): कश्मीर क्षेत्र से गुजरता है।

चीन और पाकिस्तान के मुद्दे

  • मलक्का जलसंधि: चीन की व्यापारिक समस्या का मुख्य कारण।
  • बलूचिस्तान: अशांति का केंद्र और सीपीइसी के लिए खतरा।
  • पाकिस्तान ने चीन को सेक्सकम घाटी गिफ्ट कर दी।

भारत की समस्याएँ

  • चीन और पाकिस्तान के साथ विवादित क्षेत्र।
  • लोकसभा: पाकिस्तान अधिकृत क्षेत्रों के लिए सीटें आरक्षित।

प्रमुख पर्वत श्रेणियां

  • काराकोरम, लद्दाख, जसकर, पीर पंजाल
  • के2 (गॉडविन ऑस्टिन): भारत के बाहर।
  • कंचनजंगा: भारत का सबसे ऊँचा। बीजेपी।

निष्कर्ष

  • सूर्य की स्थिति और विभिन्न रेखाएँ भारत और विश्व में मौसम और पर्यावरण पर बड़ा प्रभाव डालते हैं।
  • राजनीतिक, भौगोलिक और सामाजिक मुद्दों को समझने के लिए पॉलिटिकल और फिजिकल मैप्स का अध्ययन अत्यंत महत्वपूर्ण है।