नैशनल इनकम और उसके एग्रीगेट्स

Sep 8, 2024

कॉमर्स मास्टरक्लास डे 9

नैशनल इनकम और संबंधित एग्रीगेट्स

इंट्रोडक्शन

  • 100 दिनों में अकाउंट्स, बिजनेस स्टडीज और इकोनॉमिक्स का सिलेबस पूरा करेंगे।
  • आज हम चैप्टर 3 पर फोकस करेंगे।

नैशनल इनकम का महत्व

  • नैशनल इनकम का कैलकुलेशन करते समय सभी प्रॉडक्शन को मनी टर्म्स में समझा जाता है।
  • प्रॉडक्शन के दो मुख्य वैल्यूज होते हैं: ग्रॉस वैल्यू और नेट वैल्यू।

ग्रॉस वैल्यू और नेट वैल्यू

  • ग्रॉस वैल्यू: बिफोर डिप्रिसिएशन
  • नेट वैल्यू: आफ्टर डिप्रिसिएशन
  • डिप्रिसिएशन के अन्य नाम: कॉन्सम्पशन ऑफ फिक्स्ड कैपिटल, रिप्लेसमेंट कॉस्ट

डोमेस्टिक और नैशनल इनकम

  • डोमेस्टिक इनकम: देश की डोमेस्टिक टेरिटरी के अंदर कमाई गई इनकम।
  • नैशनल इनकम: डोमेस्टिक इनकम + बाहर से आने वाली इनकम (फैक्टर इनकम फ्रॉम अब्रॉड)

फैक्टर कॉस्ट और मार्केट प्राइस

  • फैक्टर कॉस्ट: प्रॉडक्शन बनाने की वास्तविक लागत
  • मार्केट प्राइस: फैक्टर कॉस्ट + नेट इन्डायरेक्ट टैक्सेस

आठ एग्रिगेट्स

  • चार डोमेस्टिक लेवल के एग्रिगेट्स
    • GDP at FC
    • GDP at MP
    • NDP at FC
    • NDP at MP
  • चार नैशनल लेवल के एग्रिगेट्स
    • GNP at FC
    • GNP at MP
    • NNP at FC
    • NNP at MP

क्वेश्चन फॉर्मुले

  • कुछ एग्रिगेट्स दिए जाएंगे और अन्य निकालने होंगे।
  • फॉर्मुले:
    • नेट वैल्यू = ग्रॉस वैल्यू - डिप्रिसिएशन
    • नैशनल वैल्यू = डोमेस्टिक वैल्यू + NFIA
    • मार्केट प्राइस = फैक्टर कॉस्ट + NIT

नोट्स

  • नैशनल इनकम हमेशा फैक्टर कॉस्ट पर कैलकुलेट होती है।
  • डिफरेंस बिटवीन डोमेस्टिक एंड नैशनल इनकम
    • टेरिटोरियल कॉन्सेप्ट बनाम रेजीडेंट कॉन्सेप्ट

समापन

  • चैप्टर 3 समाप्त।
  • कल चैप्टर 4 पर चर्चा करेंगे।
  • पढ़ाई करते रहें और समझते जाएं।