नमस्कार और इस वीडियो में हम जानेंगे प्राचीन ग्रीक फिलोसिफ प्लेटो के बारे में, I'm sure आपने प्लेटो का नाम जरूर सुना होगा, मगर इस वीडियो में हम अच्छे से जानेंगे के वो थे कौन, उनके आइडियास क्या थे, किन लोगों ने उनके आइडियास का क्रिटिसिजम किया, और of course UPSC syllabus में प्लेटो की importance क्या है? देखिए, UPSC syllabus में हम philosophy को दो इस्सों में बारते हैं, एक तो है western philosophy, दूसरी है Indian philosophy. philosophy का एक बहुत ही महत्वपूर्ण हिस्सा है प्राचीन western philosophy. Of course अगर आपको western philosophy के बारे में जानना है तो आप contemporary western philosophers को नहीं समझ सकते जब तक कि आप प्राचीन western philosophers की philosophy नहीं समझ लेते. और प्राचीन western philosophy जो थी उसको वैसे देखा जाये तो वो Greek philosophy ही थी.
क्यों? क्योंके प्राचीन समय में western philosophy में जो भी महान thinker जो भी महान philosopher आए वो Greek ही थे और कोई nationality के ज़ादा कोई philosophers थे नहीं कुछ ये Italian थे Roman Empire से थे एक दो मगर जो dominance रही है वो Greece की ही रही है तो ये भी कहा जाता है कि ancient western philosophy is also known as Greek miracle ये आप लिख सकते हैं अपने answer में तो अब आप समझ रहे होंगे कि ancient western philosophy की कितनी important अब प्राचीन वेस्टरन फिलोसोफी का एक बहुत ही महत्वपूर्ण हिस्सा है प्लेटो कैसे है वो भी डिसकस करेंगे मगर आपको उनकी इंपोर्टेंस समझाने के लिए ए एन वाइट है जो 20th century के एक बहुत ही महान फिलोसोफर और एक मैथमटीशन थे उनकी एक कोट आपको दिखाऊंगा प्लेटो के बारे में उन्होंने कहा था The safest general characterization of the European philosophical tradition is that it consists of of a series of footnotes to Plato. तो basically यहाँ पे कह रहे हैं कि पूरी जो European philosophical tradition है, सिर्फ एक footnote है, Plato की philosophy की.
Footnote होता है जैसे आप एक matter लिखते हैं बहुत बड़ा, उसके end में आप कुछ additional information देते हैं. तो यहाँ से उन्होंने Plato की जो एक उनका कद है, Western philosophy में, उसके बारे में उन्होंने बताया है, कि Plato के बाद जो भी philosophers आये हैं, वो basically उन्होंने उनी की philosophy को देखते हुए additional information आड़ करी है. आज भी जो main western philosophy है वो platonic thought पे based है ये A.N.
Whitehead की court है तो of course बाकी कुछ लोग यहाँ पे यह भी कहेंगे के Plato के साथ Aristotle का नाम भी होना चाहिए मगर court ये है मेरा personal opinion भी है के यहाँ पे Plato के साथ Aristotle का नाम भी होना चाहिए तो अब देखते हैं के Plato basically थे कहा के अब देखिए यहाँ पे आप map देख सकते है ये India हो गया Pakistan, Afghanistan और यहाँ पे Turkey जो है Turkey के बिल्कुल left side पे ये है Greece अगर हम zoom in करें तो आपको यहाँ पे Athens दिखेगा coastal side पे यहाँ के थे Plato मगर जिस जमाने के Plato थे वो उस वक्त जो Greece आज है United country है उस वक्त United नहीं था Greece के अंदर बहुत सारे divisions थे जैसे इंडिया में थे उस वक्त खूब सारे छोटे empire थे और आपस में लड़ते रहते थे तो Athens के राइवी होती थी बाकी empire से मगर उस वक्त भी Athens काफी एक powerful एक city था आगे प्लेटो के बारे में जानने से पहले जरा ये देख लेते हैं कि ग्रीस में ही क्यों इतने सारे महान फ्लॉसिफर्स पैदा हुए देखिए पहले तो एक रीजन है जियोग्राफिकल कंडिशन ग्रीस की जियोग्राफिकल कंडिशन है बहुत ही आडियल थी बहुत ही सुहाने, बहुत ही सुन्दर होते थे, तो ऐसे environment में, इनसान को सोचने का मन करता है, कि वो कहां से आया, universe के वारे में, इन सब चीजों के वारे में वो सोचता है, तो एक तो ये है, दूसरा cultural interaction, ये बहुत बड़ा एक aspect है, ग्रीज के पास बहुत सारे बंदर गात है, क्योंकि मैंने आपको दिखाया कि coastal काफी सारी उसकी line है, और उसी वज़े से आसपास के जो देश थे, उनके साथ ग्रीज के trade relation भी बने, और जब लोग trade करने आये, वैपार करने, ने आए तो वो साथ अपना literature, अपना culture, अपने beliefs वो भी लेके आए तो वो भी उन्होंने share किये तो वहाँ से भी उनका जो world का view है वो और ज़रा broaden हुआ उन्होंने नई चीज़े सीखी और उसके अलाबा एक religious freedom भी थी वहाँ पर ऐसा नहीं था कि आपको सिर्फ एक धर्म आपको मानना है और जो आप मानना चाहो आप मान सकते हो उस वक्त Christianity वजूद में नहीं आया था, Islam वजूद में नहीं आया था, तो उसके लावा ये भी है कि वो Democracy में Belief रखते थे, खुले विचार के लोग थे, तो ये सब इन सब Reasons की वज़े से ग्रीस एक तरीके से वेस्टरन थॉट का क्रेडल बन गया और वहाँ पर प्लेटो और एलिस्टोटलन जैसे मान थिंकर्स आए अच्छा ये तो हो गया ग्रीस के बारे में काफी जानकारी अब देखते हैं कि प्लेटो थे कौन अच्छा आखिर एथिन्स के प्लेटो प्लेटो थे कौन? देखिए उनका जो जनम था उसकी exact year तो किसी को पता नहीं है, बहुत ही लंबे समय पहले उनका जनम हुआ था, तो records में भी थोड़ा बहुत dispute है कि असल year कौन सा था, बगर जातार मानते के around 428 BC में उनका जनम हुआ था, बहुत ही अमीर घर में पैदा हु� आपको ये भी पता होना चाहिए कि वो founder थे the academy के जो उन्होंने Athens में खुली थी, the जो academy थी, Plato की, वो अपने आप में पहला institution था higher learning का पूरी पस्चिमी सब्बेदा में, बहुत बड़ी बात होती है, तो इस academy में basically वो आसपास के जो देश थे, आसपास के राज्या थे, या जो Athens के जो famous philosophers थे, उन सब को बलाते थे, उनसे वार्तलाब करते थे, और उसके अलावा जो younger generation होती है, थी उनको ही बढ़ाते रहे बहुत सारे famous students निकले है ये academy से उनमेंसे सबसे famous जो ये Plato के student थे वो थे Aristotle और Plato ने बहुत सारी किताबे भी लिखी और उनमेंसे सबसे जो famous है उनके मैंने यहाँ पे नाम लिखे है तो सबसे पहले नज़र डालते है apology of Socrates पे अच्छा apology of Socrates कौन थे Socrates Plato के गुरू थे तो आपको यहाँ पे यार रखने में आसानी होगी आप अगर ये acronym याद कर ले S P A SPA तो आपको याद रखने में आसान नहीं होगी कौन किसका गुरू था कौन किसका चेला था तो सौकरिटीज के चेले थे उनके उनके स्टूडेंट थे प्लेटो और प्लेटो के स्टूडेंट थे अरिस्टोटल ठीक है तो ये क्योंकि देखिए क्या हुआ था कि सौकरिटीज पे उनके एथिंस के जो एमपरर्ट थे, उन्होंने उन पर इलजाम लगाया, के जो यूथ है वहाँ का, जो यंग लोग है, उनको भटका रहे हैं, सौकरिटीस, उनको गलत इंफॉर्मेशन दे रहे हैं, तो उसकी वज़े से, वो अभी बताऊंगा, क्या बड़ा इंटरस्टिंग किस को सजाय मौत सुना दी गई तो उसी पूरे case पर प्लेटो ने एक उन पर एक किताब लिखी थी जिसका जो नाम था apology of Socrates एक satirical version था Socrates के defiance का कि जहांपे वो sorry कह रहे हैं कि मुझे माफ कर दीजिए कि मैंने लोगों को सोचने पर मजबूर किया तो काफी interesting है आगे देखिए उन्होंने the Republic भी लिखी है the statesman लिखी है laws the Republic of course सबसे ज़ारा famous है the Republic से related काफी बार हमारे SSC के जो exam होते हैं उसमें भी question आता है कि who wrote the republic तो of course answer हो गया Plato और मैंने खेर आपको यह तो बदाई दिया कि वो Socrates के student थे और Aristotle के teacher थे आगे जो उनके ideas थे उन पर नज़र डालते हैं देखिए Plato मानते थे कि जो ultimate reality है वो उनकी form से आती है forms क्या होती है देखिए माल लीजिए वो एक कुरसी है ये तो जैसी है वैसी नहीं रहेगी, हाला कि हो सकता है कि जब तक मैं बुड़ा और के मरूं, तब तक वो कुर्सी वहाँ पर रहे, तो प्लेटो यह मानते हैं कि यह reality नहीं होगा, तो प्लेटो यह मानते हैं कि यह reality नहीं होगा, तो प्लेटो यह मानते हैं कि यह reality नहीं होगा, तो प्लेटो यह मानते हैं कि यह reality नहीं होगा, तो प्लेटो यह मानते हैं कि यह reality नहीं होगा, तो प्लेटो यह मानते हैं कि यह reality नहीं है असली जो दुनिया है वो अन्चेंजिंग है वहाँ पे कोई बदलाव नहीं होता इटरनल है कोई वहाँ पे कोई अंत नहीं होता ठीक है और उसके लाबा हमारे सेंसिस के बियॉंड है क्योंके प्लेटो ये मानते थे के जो नॉलेज है वो हम सेंसिस से नहीं पा सकते सकता है नहीं वो हमारे इस सेंसिस के भी बियॉंड है और हम अगर reality को समझना चाते हैं तो हम intellectual study से समझ सकते हैं उसमें वो mathematics को काफी उपर rank करते रहे हैं तो ये मानते दें के जो aim है main जो aim होता है philosophy का वो ये है के जो दुनिया है senses की या जिसमें हम अभी जी रहे हैं उससे हम दूर जाएं और higher realm में जाएं जहाँ पर हम जो एक form है हर चीज की वो समझ पाए अच्छा जो ये फॉन वाला कॉनसेप्ट है थोड़ा और आपको समझाता हूँ मान लिजे एक सेव इमेजिन करिए ठीक है एक बिल्कुल ताजा सेव है और एक बहुत ही सड़ा हुआ खराब सा सेव है आप दोनों को सेब ही कहेंगे, क्यों? क्योंकि आपको पता है, एक सेब की आपके माइंड में एक फॉर्म है, एक इमेज से बनी हुई है, कि हाँ, सेब ऐसा ही होता है, अगर मैं एक पेड को देखकर आपको कहूँ, ये सेब है, आप कहेंगे, नहीं, ये सेब, सेब ऐस लोगे और उसी को देखकर आप बाकी सेब को पहचान लोगे और उसको आप डिस्टिंग्विश कर पाओगे अलग चीजों से तो यह कह रहे हैं कि जो फ्लॉसोफी है वह हमको जो मत जो मतलब हम चीजें देख पाते हैं रियल लाइफ में उससे थोड़ा आगे ले जाकर क वहाँ पर कुछ change नहीं होता वहाँ पर हम जा सकते हैं प्लेटो ने जो किताब लिखी थी Republic जिसके बारे में हमने पहले भी बात करी थी उसमें उन्होंने कहा था कि आत्मा के तीन हिस्से होते हैं जो correspond करते हैं reason, emotion और desire को और वो ये भी मानते रहे कि और वापस जनम ले सकती है जो काफी अत्तक इंडियन फिलोसिफी से भी मिलता जुलता है आगे जरा देखते हैं कि जो इनका ये concept है ये forms का और किस तरीके से ultimate reality से इंसान दूर रहता है वो इन्होंने example से कैसे समझाया है अब ये जो असली दुनिया है जो दुनिया of जो world of ideas है world of forms है according to Plato और जो एक तरीके से नकली दुनिया है जिसमे according to Plato हम जीते हैं उसमें फरक क्या है और किस तरीके से एक उन्होंने example के जरिये इसको समझाया है देखिए ये इन्होंने समझाया है अलिगरी ऑफ दक के थूँ ये प्लेटो का एक बहुत ही आइकॉनिक उनका फेमस एग्जांपल है बहुत सुन्दर एक एग्जांपल है सुनिये गाइस को इमेजिन करिये के एक गुफा है और उस गुफा में कुछ लोग कुछ आप कहले बंदी उनको बिठा के रखा गया है उनकी टांगो पर और उनके हातो पर जंजीरे हैं और यहां तक की उनके सर को भी इस तरीके से फिक्स कर रहे हैं दिया गया है कि वो सिर्फ अपने सामने की जो दिवार है उसी को देखेंगे ये दिवार ठीक है यहाँ पर ये है प्रिजनर्स और जो दिवार है यहाँ पर जो देख रहे हैं शो उसके पीछे और प्रिजनर्स के भी पीछे आग जल रही है और आग की जो रोशनी है, वो दिवार पर पड़ रही है, और आग और रोशनी के बीच, यहाँ पर कुछ पपेट्स, कुछ पुतले से नचाय जा रहे हैं, ठीक है, और उनकी छवी इस दिवार पर पड़ रही है, रही है अब ये जो prisoners हैं ये जो बिचारे कैदी हैं जिनका पूरा हाथ पैर सब बंदे होए हैं और सिर्फ सामने देख सकते हैं ये तो ये मानेंगे कि ये जो चीजे हिल रही है ये जो shadow है छवी है यह असली है, उनको थोड़ी न बताये के यहाँ पीछे आग जल रही है, और उसके पीछे पुतले हैं, और यहाँ पर पूरा जो हो रहा है, यह असलीयत नहीं है, इनके लिए तो only this is reality, यह असलीयत है, मगर, यहाँ पर प्लेटो कहते हैं के अगर हम एक इंसान की जंजीरे ख यहाँ पर जो नाच रहे हैं पुतले पुतलों के शैडो यह तो नकली है यह तो शैडो था और यहाँ पर तो आग जल रही है वो अचानक से वो डर जाएगा वो इस रियालिटी को बरदाश नहीं कर पाएगा उसको सडनली दिखेगा के जो अब तक मेरी जिन्दगी थी वो इसे बार निकालने की कोशिश करे तो वो यहाँ बार डर जाएगा रोशनी को देख कर कहेगा इतनी साई रोशनी मैंने कभी देखी नहीं वो इसे इतना used to नहीं है और फिर अगर उसको बार निकाल कर घास पर भेज दे तो वो रेंग कर चलेगा उसको समझ नहीं आए वो खुले ग्राउंड में है और वो सूरज को देख पा रहा है और वो सूरज की रोशनी को देख के समझ पा रहा है कि अच्छा जो सब कुछ वो देख रहा था वो रोशनी से बनता है बस शैडोस थे और तब जाकर वो हकीकत पहचान पाता है कि रियलिटी क्या है यहाँ पर प्लेटो समझाते हैं के एक असली दुनिया में और जो दुनिया हम सोचते हैं असली है उसमें फरक कैसे है ख्यार ये तो एक सिम्बॉलिक कहानी हो गई पीछे इसका जो मतलब है वो भी देखते हैं अच्छा अब जो हमने allegory हमने अभी discuss करी उसका मतलब क्या है of course अब कुछ symbolic था तो ये जो basically allegory of cave थी ये symbolize करती है जो हमारा माइंड होता है वह गुजरता है जब तक वह जो आईडियास होते हैं वहां तक नहीं पहुंच पाता हर लेवल एक पर्टिकुलर स्टेट ऑफ माइंड को रिप्रेजेंट करता है यहां पर वह चार स्टेट ऑफ माइंड है जब लोग चेंस में थे कंजक्चर जब और बिल्कुल दंग रहे गए कि ये क्या है बिलीफ फिर धीरे जब केव से बाहर निकले रीजनिंग और फिर जब पूरी तरीके से आजाद हो गए अंडरस्टेंडिंग एक मिनट जरा इसको अच्छे से स्लाइड्स में देख लेते हैं तो सबसे पहले जब वो चेंज में थे कंजेक्चर जब उनको ये पता है कि जो शैडोज आ रहे हैं और जो रिफलेक्शन्स और सारी और जो चीजें हो रही हैं वो उसको reality मान लेते हैं, ठीक है, इस समय में जो लोग होते हैं, they are subjected to prejudices, बड़े उनके, मतलब, you know, rigid mindset होते हैं, और उसके एलावा, खैर, यह भी यहाँ पर बताया गया, that chained without desire to escape, they cling on to the distorted visions, वो उनको सिर्फ वही एक पक्ष दिखता है, जिन्दगी का, तो वो उससे निकलने की कोशिश भी नहीं करते, वो बस वही पर रहते हैं, और कुछ आगे जाकर उनकी इच्छा नहीं होती के, मैं कुछ खड़ा हूं या और कुछ देखूं उनका डिजायर ही नहीं होता कि वहां से उस केव में से भाग निकले है फिर सेकंड बैन अनबाउंड इन द केव जब उनको चेंज से छोड़ दिया गया तो शुरुआत में रोक है रोड़ का मतलब मन भी नहीं करता कि वह चेंज से उनको खोला और पीछे देखते हैं कि आग जल रही है तो उनको तब भी फिल्म आती है कि हम बस ही भी रहते हैं मैं इतने सच को परदाश नहीं कर पाऊंगा यह पचानी पाऊंगा इतना सब कुछ तो वहां पर यह भी लिखा है कि वह पीछे मुड़के देखते हैं और fire को देखते हैं, a visible figure of the sun, ठीक है, एक तरीके सूरज की visible figure होती है, और फिर बाकी physical bodies भी देखते हैं, जो puppets नाच रहे होते हैं, और फिर उनको सौज में आता है कि जो ये shadows होते हैं, ये सिर्फ स्वपन जीवी लोगों के लिए होते हैं, ये reality अच्छा light यहां से आती है, तब उनका mind reason करना start कर देता है, उनको एक logic लगाना start कर देते हैं, कि अच्छा okay, so अब तक यह हो रहा था, light से मुझे धोका दिया जा रहा था, और फिर finally, जब वो सब कुछ समझ जाते हैं, और आजाद हो जाते हैं, वो होती है final stage, understanding, men who fully free their minds from bonds of changing sensibilities of particular intelligible ascend to the highest grade of knowledge, ठीक है, और फिर, ये थे four grades of cognition, और finally, Plato ये कहते हैं कि, the theory of knowledge ये है, और कुछ भी नहीं है, सिर्फ यही है, ये याद रखना, जो हम एक तरीके से, जो हमने मान लिया है reality, उससे पहले क्या था, जब हम लोग ये मान लिया है, कि the world we live in, ये reality है, उससे पहले हमारी क्या सोच थी, उसको याद करना, that is knowledge, that is the theory of knowledge. justice, नियाय पर प्लेटो के क्या view थे, देखिए, नियाय पर प्लेटो बहुती जादा जो Athens का, अलग justice system था, उससे बहुती ज़्यादा वो निराश थे, बहुती ज़्यादा डिसाटिस्वाइड थे, क्योंकि जो कंडिशन थी एथिन्स में बहुती ज़्यादा खराब हो रही थी, करप्षन ज़्यादा आ रहा था, जो वहाँ के रूलर्स थे, वो अपने आपको खुदा समझ बैठ उनका मन करता रहा वैसा कर लेते थे और Athenian Democracy में ही जो उनके गुरू थे Socrates उनको मृत्युदंद दिया गया उसकी वज़ से Plato को अंदर से बहुत चोट लगी थी क्योंकि क्योंकि सिर्फ यही नहीं कि उनके गुरू थे बलकि जो जिस तरीके से पूरा वो केस चला कोट में एक मजाक सा था सौकरिटीस को अपने बात रहने का चांस भी नहीं दिया गया बस सीधा उनको सदा दे दी गई अच्छा अब जरा ये भी देखते हैं अगली स्लाइ� democracy का जो idea है वो बिल्कुल पसंद नहीं आया था तो उनकी बड़ी famous quote है कि tyranny naturally arises out of democracy tyranny मतलब dictatorship कह लीजिए वो धीरे democracy से आई जाती है यहाँ बहुत बड़ी quote है कि लोग सोचते हैं यहाँ पर तो democracy आ गई लोगों का राज चलता है पर नहीं अब जहाँ पर ज़्यादा democracy हो जाती है जहाँ पर freedom of speech और liberty बहुत ज़ारा हो जाती है धीरे वहाँ वहाँ पर टैरेनी आही जाती है एक नैचुरल ओर्डर है फॉर एक्सांपल जर्मनी में हिटलर कैसे आया था उसने वह आसमान से तो नहीं टपका था शायद अगर आप हिस्टरी के आपके जावब जानकार हैं तो आपको पता होगा हिटलर ने इलेक्शन जीता था डेमोक्र डेमोक्रिसी में धीरे टेररनी आही जाती है। अब जरा सोकरिटीज का जो ट्रायल हुआ था वो नज़र डालते हैं उस पे के वैसीकली हुआ क्या था। देथ ओफ सोकरिटीज। देखिए आपको ये तो मैंने बताया था कि सोकरिटीज जो गुरू थे प्लेटो के उनको सजा सुनाई गई थी मौत की। और उनको ये सजा क्यों सुनाई गई थी क्योंकि ये उन पे अलजाम लगा के वो अपने स्टूडेंट्स से और आसपास के जो एथिन्स के आम जो जनता थी उनसे काफी हद तक पॉलिटिक्स से रिलेटेड कुछ नहीं बना गया। कुछ question पूछते थे जिसमें वो काफी जो अतर डीप चले आते रहे हैं subject के और जो वहाँ के rulers से उनको लग रहा था कि ये आदमी जो है शायद हमारा criticism कर रहा है और आज नहीं तो कल शायद ये लोगों को इतना जारा जागुर्ग बना देगा कि वो हमसे भी सवाल करने लगेंगे और इसी वजह से Socrates को सजा दी गई मगर उनको मौत की सजा नहीं दी गई थी immediately उनको option दी गई कि आप अपनी खुद की सजा चुन लीजिए या तो आप मौत चुन लीजिए चुनिये या फिर अपने आपको देश निकाला कर लीजिये, एक्जाइल हो जाएगे, हम आपको बराबरी छोड़ेंगे, तो आप जी सकते हैं, मगर वो आप्शन चुनने के बजाए, सौकरिटीज ने चूज किया मरना, और ये भी का सार्कैस्टिकली, कि बिल्कुल जो मैंने काम किया है, जो मैंने पाप किया है, वो दे दिया गया, और उनको कहा के आप पी जाइए, और उनको खुद, poison पीना पड़ा और आप अपनी screen पर यह painting भी देख पा रहे होंगे बहुत ही famous painting है यह और इस painting में आप देख सकते हैं Socrates बैठे हैं उंगली उठा के अपने students को बता रहे हैं उनके students रो रहे हैं उनको देख कर और वो Socrates बता रहे हैं कि कभी भी अपने ideals अपने beliefs से पीछे मत हटना जिसका एक बहुत ही बड़ा impact पड़ा प्लिटो पे अच्छा आप सौकरिटीज की डेथ का प्लेटो पे इंपैक्ट अच्छे से पढ़ने के बाद वापस प्लेटो की थियोरी ओफ जस्टिस पर आते हैं कि प्लेटो की नजर में नियाय प्रॉपर जस्टिस क्या था देखिए प्लेटो आपको पता है बहुत ही एक प्राचीन सम जस्ट मैन पर यह जस्ट मैन सिर्फ आदमी नहीं है जस्ट का यहां पर मतलब है फेयर माइंडेड मैन जैसे फॉर एग्जांपल सेंटेंस में यूज होता है दिस इस जस्ट एंड डेमोक्राटिक सोसाइटी तो आगे यहां पर लिखा है कि बेसिकली उनकी जो यह थिवरी ऑफ जस्टिस थी वह प्राइमेरिली कंसर्ट थी एक आदमी के वर्चूस पर वर्चूस क्या होते हैं अच्छे से अभी वो अभी discuss क आगे देखिए रिचर्ड लूइस की एक बहुत ही फेमस किताब है, Lectures on the Republic of Plato, आप अपनी स्क्रीन पे सा कवर देख पारे होंगे, 1962 की किताब है, तो इस किताब से अब हम देखेंगे कि इन्होंने प्लेटो की Theory of Justice के बारे में क्या कहा है, और उसके बाद Virtues की बात है, की थी वो अलग से स्लाइड में डिस्कर्स करेंगे justice in Plato's sense is the power of individual concentration on duty देखिए इसको example के दौर पर समझाया है यहाँ पे कि अगर मान लीजिए एक soldier है इस sense में तो अफ कोर्स वह एक ब्रेव मैन है वह इसका वर्चु हो गया ठीक है तो जस्टिस इस देरफोर रिल इस रिली द कंडिशन ऑफ द एक्सिस्टेंस ऑफ ऑल वर्चुस अब आप कह रहे हो कि वर्चुस बारा बार कह रहा है वर्चुस की हिंदी एक तरीके से होती ह justice is therefore justice therefore is really the condition of the existence of all virtues each of them in a particular manifestation of the spirit of justice तो अब एक तरीके से in modern phrase it is equivalent to a sense of duty तो आब यहाँ पर इसी तरीके यह है कि basically जो Plato का justice का जो view था it is all about a sense of duty ठीक है और साथ में वर्चूस का वहाँ पर होना भी जरूरी है तो यहाँ पर बाप लेटो ने चार वर्चूस की बात की गई थी पहला जो अब जो पहले तीन वर्चूस है वह हर एक सोशल क्लास को चाहिए जैसे सोल्डर्स और इन केंज वगरा वर्चेंट वगरा को और उसके बाद एक फाइनल वर्चू वह भी फिटिंग होना चाहिए ऑफ दिसोशल ऑर्डर एक बार आपको दिखा लेता हूं यहां पर यहां पर आप देश सकते हैं प्लेटोस थिओरी ऑफ जस्टिस और और यहाँ पर आप जो दे सकते हैं virtues, किन-किन social classes को, social class के किन-किन लोगों को वो virtues होने चाहिए, और जैसे कि आप दे सकते हैं, यहाँ पर philosophers, philosophers का जो dominant trait है, वो है knowledge, और जो उनके पास virtue होना चाहिए, जो goodness होनी चाहिए, उनके पास, वो नहीं चाहिए, wisdom, ठीक है, वैसे ही soldiers का ह जो merchants वगरा होते हैं उनका dominant trait है appetite और उनका जो befitting virtue होना चाहिए temperance temperance मतलब abstination या prohibition थोड़ा मतलब appetite का उठा के लिए थोड़ा वो ठीक है और उसके बाद virtue befitting the social order वो है justice तो justice भी अपने आपने एक virtue है ठीक है तो अभी ये तो खेर ये Plato के virtue हो गए Aristotle के अलग से virtue है उसके ओर पूरा अलग से पूरी वीडियो भी बनाऊंगा रिस्टोटल के ऊपर तो अभी के लिए आपको ये काफीयत तक मटील मिल जाएगा इसमें प्लेटो की थिउरी ओफ जस्टिस के ऊपर अच्छा प्लेटो के जो फोर कार्डिनल जो वर्चूस है गुण है उनकी यहाँ पर मैंने एक फोटो भी दे दिया आपको याद रखने में आसानी होगी विजडम करेज मोडरेशन वहीय टेंपरेंस मोडरेशन एकी बात है और जस्टिस सो याद रखेगा इस वीडियो में तीस मिनट जितने भी प्लेटो के वारे में concept समझा सकता था कम time में समझाने की कुछ की है इसके बाद और concept के लिए और videos ही बना सकता हूँ और philosophers जैसे Aristotle उनको भी हम cover करेंगे आने वाली videos में उसके एलावा मैं UPSC के burning topic में भी video जल्दी नहीं कालूंगा and subscribe to our channel if you already haven't and hit the like button thank you for watching, bye