हेलो बच्चों वेलकम बैक आज हम स्टार्ट करने जा रहे हैं एक नई जर्नी एक नया क्लास क्लास 12थ फिजिक्स की बिगिनिंग होगी आज सेट t = 0 आज से समय शुरू हुआ 11थ में जो भी खराब हो गया जो भी नहीं पढ़ पाए लापरवाही यां हो गई उनको अब भूल जाओ सेट t = 0 शुरू करते हैं क्लास 12थ की फिजिक्स ऑन योर ब्यूटीफुल सा चैनल फिजिक्स w सो माय नेम इज अलख पांडे और हम स्टार्ट करेंगे क्लास 12थ की फिजिक्स का फर्स्ट चैप्टर आज और एक दो दिन में आपको मैं स्केड्यूल और कैसे सिलेबस चलेगा कैसे केमिस्ट्री होगा सब धीमे-धीमे रिलीज कर देंगे तो चलिए स्टार्ट करते हैं क्लास 12 फिजिक्स का फर्स्ट यूनिट फर्स्ट चैप्टर नोट्स बनाना स्टार्ट करेंगे काफी कुछ चीजें इस साल नई होने वाली है वेबसाइट आएगी इस चैप्टर का नोट्स आपको नीचे डिस्क्रिप्शन में मिलेगा उस पर आप क्लिक करोगे वो भी आपको मिल जाएगा हो सकता हो आज मिले हो सकता हो एक दो दिन या एक हफ्ते बाद ये सारी चीजें रिलीज हो इस चैप्टर के सारे न्यूमेरिकल्स आपको मिलेंगे पीडीएफ फॉर्मेट में उनके सॉल्यूशंस मिलेंगे काफी कुछ नया होगा अभी बहुत डे सारी आपसे मैं प्रॉमिस नहीं करूंगा चलिए पढ़ते हैं फर्स्ट चैप्टर सो पहले हम शुरू करने जा रहे हैं फिजिक्स में इलेक्ट्रोस्टेटिक्स हां सर वो तो मैं समझ गया था थंबनेल देखकर ही और इलेक्ट्रोस्टेटिक्स का हमारा फर्स्ट चैप्टर एनसीआरटी के अकॉर्डिंग है इलेक्ट्रिक चार्जेस एंड फील्ड तो यार फील्ड तक पहुंचने में तो बहुत समय लगेगा आज तो चार्ज के बारे में ही बेसिक बेसिक बातें होंगी आज का लेक्चर बहुत बेसिक होगा जैसा कि मेरा सभी चैप्टर का फर्स्ट लेक्चर बेसिक सा होता है वैसा ही तो यार ये जो हम पढ़ने जा रहे हैं ना इलेक्ट्रोस्टेटिक्स ये एक बहुत बड़ी फिजिक्स की ब्रांच है हमारी इलेक्ट्रो मैग्नेटिज्म और क्लास 12थ का काफी सिलेबस इलेक्ट्रोम मैग्नेटिज्म कवर करता है काफी सिलेबस इलेक्ट्रोमैगनेटिज्म में आपको दो पार्ट पढ़ने होंगे एक होगा इलेक्ट्रोस्टेटिक्स और एक होगा इलेक्ट्रोडायनेमिक्स इलेक्ट्रोस्टेटिक्स इलेक्ट्रोस्टेटिक्स यानी चार्ज स्टैटिक मतलब रेस्ट प तो चार्ज रेस्ट की कहानी होगी इलेक्ट्रोस्टेटिक्स में ठीक है इसमें हम चार्ज के बारे में पढ़ेंगे चार्ज की प्रॉपर्टी पढ़ेंगे इलेक्ट्रिक फील्ड वगैरह पढ़ेंगे पोटेंशियल वगैरह पढ़ेंगे गॉस लॉ पढ़ेंगे है ना और कैपेसिटर पढ़ेंगे इतनी चीजें हम यहां पे कवर करने वाले हैं कैपेसिटर तक जाएंगे पोटेंशियल फील्ड चार्ज फोर्स वगैरह वगैरह इलेक्ट्रोडायनेमिक्स थोड़ी बड़ी ब्रांच है इलेक्ट्रोडायनेमिक्स मतलब जब चार्ज मोशन में आ जाए चार्ज किस में आ जाए मोशन में आ जाए तो चार्ज मोशन में हमें पढ़ना है इलेक्ट्रिक करंट जब चार्ज चलने लगेगा उसके बाद चार्ज के मोशन में हमको मैग्नेटिज्म भी पढ़नी है उसके बाद चार्ज के मोशन में हमको इलेक्ट्रोमैग्नेटिक इंडक्शन पढ़ना है और उसके बाद अल्टरनेटिंग करंट पढ़ना है तो ये हमारे क्लास 12थ का पहला यूनिट है जिसका ब्रेक ये है इलेक्ट्रोस्टेटिक्स और आज उसका फर्स्ट चैप्टर में स्टार्ट कर रहे हैं इसके बाद आपका वेव है वेव ऑप्टिक्स रे ऑप्टिक्स तो 11थ में डाला था मुझे वो भी कराना है और उसके बाद आपको पढ़ना है मॉडर्न फिजिक्स तो यह हमारा ब्रेकअप होगा सिलेबस का तो चलिए आज स्टार्ट करते हैं इलेक्ट्रिक चार्जेस एंड फील्ड और आज हम पढ़ेंगे चार्ज के बारे में फर्स्ट लेक्चर बेसिक चार्ज के बारे में सारी बातें करेंगे ठीक है चार्ज के बारे में सारी बातें करते हैं आपसे सो भाई साहब आपसे कोई पूछे कि चार्ज क्या होता है चार्ज क्या होता है तो बच्चों चार्ज इज एन इंट्रिसिक प्रॉपर्टी इंट्रिसिक प्रॉपर्टी ऑफ मैटर अब बोलोगे सर इंट्रिसिक प्रॉपर्टी इंट्रिसिक मतलब जिसके अंदर कुछ ना हो मतलब ये लास्ट प्रॉपर्टी है मतलब इस पे आप रिसर्च नहीं कर सकते इसके अंदर कि ये क्या है फॉर एग्जांपल फॉर एग्जांपल मास भी एक इंट्रिसिक प्रॉपर्टी थी और चार्ज भी एक इंट्रिसिक प्रॉपर्टी आपसे पूछे मास किससे बना है पता नहीं कि मास के अंदर क्या है कुछ नहीं पता मास मास पता होता है उसी तरह से चार्ज भी उतनी ही फंडामेंटल प्रॉपर्टी है जितनी की मास होती है ठीक है अब चार्ज कहां से आया कब डिस्कवर हुआ तो अगर किताबों में पढ़ो तो बोलते हैं कि ग्रीक माइथोलॉजी में सबसे पहले चार्ज की बात की गई है करीब 600 बीसी में ठीक है जब हमने क्या किया दो सब्सटेंसस को आपस में रब किया तो देखा कि वह अलग-अलग चीजों को अट्रैक्ट कर रहे थे वगैरह वगैरह की कहानी उसमें हमको नहीं जाना है हमें बात करनी है चार्ज के बारे में अच्छा तो चा चार्ज हमने देखा कि चार्ज का जो सिंबल हमने बनाया फिजिक्स में वो चार्ज का सिंबल है q चार्ज की जो एसआई यूनिट हमने बनाई वो हो गई कूलम और क्या सोच रहे हो आज क्या मिलेगा आज यही सब होगा क्वानटाइजेशन ऑफ चार्ज कंजर्वेशन ऑ हल्का हल्का एसआई यूनिट कूलम और चार्ज हमारा एक स्केलर क्वांटिटी है चार्ज का कोई डायरेक्शन वगैरह नहीं होता अच्छा चार्ज की बात करें तो आपको पता होगा चार्ज दो तरह के होते हैं देयर आर टू टाइप्स ऑफ चार्ज कौन सा एक अच्छा एक गंदा एक पॉजिटिव चार्ज जो मुझे अच्छा लगता है और एक नेगेटिव चार्ज पॉजिटिव चार्ज और नेगेटिव चार्ज और अभी देखेंगे क्या होता है इलेक्ट्रॉन का ट्रांसफर वगैरह पॉजिटिव और नेगेटिव आपको यह भी पता होगा कि प्लस चार्ज और प्लस चार्ज एक दूसरे को रिपल करते हैं माइनस माइनस भी रिपल करते हैं और प्लस माइनस अट्रैक्ट करते हैं हां जी हां जी ये सबको पता है ना कि लाइक चार्जेस रिपेल अनलाइक चार्जेस में होता है प्यार मोहब्बत सर पहले ही लेक्चर में आप प्यार मोहब्बत की बात क्लास 12थ में वही करवाओ क्या 11थ वाला हाल ठीक है तो लाइक चार्जेस रिपल अनलाइक चार्जेस अट्रैक्ट ठीक है यहां तक बात समझ में आ गई सिंबल क्यों होता है सा यूनिट कूलम वगैरह वगैरह ठीक है सा यूनिट को हमसे सी से रिप्रेजेंट करेंगे ठीक है ना ठीक है अच्छा फिर बात आती है कि सर चार्ज और मास आप कह रहे हो मैटर की फंडामेंटल प्रॉप है तो दोनों में डिफरेंस क्या है दोनों में डिफरेंस क्या है समझते मिटा इसको मिटा र क्या ही नोट करोगे इसमें हलवा हलवा चीज तो चार्ज और मास में फंडामेंटल डिफरेंस क्या पहली बात तोय समझो चार्ज ऑलवेज कम्स विथ मास चार्ज ऑलवेज कम्स विथ मास अरे यार जिस चीज के पास चार्ज होगा उसके पास मास जरूर होगा बट उल्टी बात ट्रू नहीं है जिसके पास मास हो चार्ज हो नहीं जिसके पास चार्ज होगा उसके पास मास चार्ज ऑलवेज कम्स विथ मास ठीक है हो ही नहीं सकता कि तुम एक बॉडी से दूसरी बॉडी पर चार्ज लेके जाओ पर मास का ट्रांसफर ना हो चार्ज मास में ही है पर डिफरेंस क्या है जरा देखते हैं चार्ज और मास के बीच में चार्ज और मास के बीच में जो डिफरेंस है यार सबसे पहला डिफरेंस तो ये हो गया कि चार्ज दो तरह का होता है पॉजिटिव भी हो सकता है नेगेटिव भी और मास तो आपको पता है सिर्फ एक पॉजिटिव क्वांटिटी होती है 5 केजी -5 केजी सुना नहीं हमने दूसरी बात ये है बड़ी इंपॉर्टेंट कि मास अगर आपको याद हो मैंने कई बार आपको 11 में भी जिक्र किया है कि m = m0 / 1 - v स् बा c स् अंडर रूट लिखा है कभी कि मास स्पीड के साथ चेंज होता है एक मूविंग बॉडी का मास उसी बॉडी के रेस्ट मास से ज्यादा होता है पढ़ाया ये कई बार हमने इसको बोलते हैं रेस्ट मास सॉरी इसको बोलते हैं रेस्ट मास m न को और इसको बोलते हैं मास ऑफ बॉडी ठीक है जो कि वेरिएबल होता है अरे आराम से प्यार से अरे नहीं डरने का नहीं किसी भी बॉडी का जो मास होता है ना वो वेरिएबल होता है स्पीड के साथ जब भी आप चलना स्टार्ट करते हो दौड़ना स्टार्ट करती हो टंग डिंग डिंग डि डि डि डि तो आपका मास इंक्रीज होने लगता है मान लो आप खड़े हो और आप दौड़ रहे हो तो दोनों टाइम आपका मास डिफरेंट होगा देख लो ना यार मान लो तुम्हारा रेस्ट मास है रेस्ट मास मतलब जब रुके हो तब मान लो तुम्हारा मास है मान लो कुछ भी मान लो m न है नीचे लिखा 1 - v स् / c स् दौड़ते वक्त तुम्हारी स्पीड v है और नीचे c क्या होता है स्पीड ऑफ लाइट स्पीड ऑफ लाइट री स्पीड से हमेशा ज्यादा होगी है ना तो ये टर्म हमेशा वन से छोटा होगा अरे हां या ना भाई तुम्हारी स्पीड हमेशा लाइट की स्पीड से तो कमी ही होगी ऐूक चलेगा लाइट की स्पीड से ज्यादा तुम्हारी स्पीड लाइट की स्पीड से कम है यानी ये टर्म वन से छोटा आएगा 1 माइव से छोटा टर्म ये पूरा टर्म वन से छोटा हुआ नीचे डिनॉमिनेटर छोटा हुआ तो ओवरऑल ये फ्रैक्शन बढ़ेगा कि नहीं बढ़ेगा तो किसी बॉडी का मोशन के टाइम जो मास होता है वो रेस्ट मास से ज्यादा होता है मतलब सीधे साफ साफ शब्दों में बोलू तो मास डिपेंड्स अपॉन स्पीड अब बोलोगे सर हम लोग ने ऐसा क्यों नहीं किया क्योंकि यार जनरल डे टू डे वाले कहानी में खेल में v सी से बहुत छोटा होता है 100 मीटर पर सेकंड 50 मीटर पर सेकंड और ये 10 की पावर 8 तो ये टर्म करीब-करीब जीरो हो जाता है 1 - 0 1 रहता है और m = m0 रहता है समझ गए जो नॉर्मल कैलकुलेशन करते हैं उसमें v की वैल्यू हम लोग क्या रखते थे यार अभी तक 11 में 50 100 200 और नीचे क्या रखा हुआ है 10 की पावर 8 तो ये टर्म करीब-करीब रो हो जाता है 1 - 0 तो वन ही रह जाता है तो m = m0 पर अगर स्पीड बढ़ाओ ग अब यहां पे देखो कहानी है यहां कहानी है कि इलेक्ट्रॉन इलेक्ट्रॉन 10 की पावर 6 की स्पीड से चलते हैं अपन चार से डील करने जा रहे हैं छोटी-छोटी चीजों से 11 में बड़ा बढ़िया था इतना बड़ा ब्लॉक ले लिया इतनी बड़ी पुली ले ली हैं पानी बह रहा है सब दिख रहा था पेंडुलम हिल रहा है यहां कुछ नहीं दिखेगा ये छोटे-छोटे चार्ज ये छोटा सा चार्ज जुर 10 की पावर 6 स्पीड से भाग रहा है यानी चार्ज जब मोशन में होता है तो उसका मास चेंज करता है ये सारी चीजें कहां लगती थी क्वांटम पार्टिकल्स में क्वांटम फिजिक्स है ये छोटे-छोटे पार्टिकल की बात यानी डे टू डे लाइफ मतलब 11 की जो मैकेनिक्स वगैरह पढ़ रहे थे वहां पे मास चेंज नहीं होता था क्योंकि ऑब्जेक्ट की स्पीड बहुत कम होती थी c से तो ये टर्म जीरो हो जाता था तो ये वन रह जाता था तो m = m0 ब यहां इलेक्ट्रॉन की स्पीड 10 की पावर 6 नीचे 10 की पावर 8 आ रहा है थोड़ा-थोड़ा 10 की पावर 7 यहां तक स्पीड जाने वाली है बीटा पार्टिकल्स की तब फिर कहानी फसने लगेगी है ना मतलब आप देखते ही हो अभी आपने अगर सुन रखा हो नाम इलेक्ट्रो मैग्नेटिक अरे आज इंट्रोडक्टरी ऐसी तो बातें होनी है और क्या काम ही है इलेक्ट्रोमैग्नेटिक वेव इलेक्ट्रोमैग्नेटिक वेव क्या होती है य इलेक्ट्रोमैग्नेटिक वेव जैसे आपने कौन सी प अपनी लाइट है है ना इंफ्रारेड गामा रेज जो भी है यह सभी लाइट की स्पीड से चलती है है ना यानी इन और ये बनी किससे हैं चार्जेस से ही तो बनी है तो जब ये लाइट की स्पीड से चलेंगी तो v की जगह सी आ जाएगा समझ रहे हो तो य मतलब मास की कहानी चेंज होगी कब जब चार्जेस की बात करेंगे छोटे छोटे इस पूरे पूरे इस पूरे ब्रह्मांड में इलेक्ट्रो मैग्नेटिज्म में ये इक्वेशन मैटर करेगी अब हमारे लिए 11थ क्लास में नहीं की क्योंकि वहा जो स्पीड थी वो कॉमन थी अच्छा फिर इधर आओ चार्ज की जब बात करें चार्ज का मास तो चेंज हो सकता है बट चार्ज की बात करें तो चार्ज इज इंडिपेंडेंट ऑफ स्पीड ठीक है छोटा-मोटा चार्ज है अगर बहुत तेज भी चल रहा है उसके चार्ज पे फर्क नहीं पड़ेगा उसके मास पे फर्क पड़ सकता है तो दीज आर द बेसिक डिफरेंस बिटवीन चार्ज एंड मास ये वाला बहुत इंपॉर्टेंट होता है कि किसी भी चीज का चार्ज स्पीड से फर्क नहीं पड़ता चार्ज पे पर मास पे फर्क पड़ता है क्लियर है क्लियर है चलिए अब उठाते हैं अपना यहां से अगला टॉपिक जो कि है कंजर्वेशन ऑफ चार्ज कंजर्वेशन अरे बात करेंगे अभी सब चीज की इलेक्ट्रॉन वगैरह की आय हाय हाय पहले बात करते हैं कंजर्वेशन ऑफ चार्ज कंजर्वेशन ऑफ चार्ज सभी लोग एक सुर में यहां से बोलेंगे चार्ज कैन नीदर बी क्रिएटेड्रॉअर्नेविगेटर [संगीत] य आपने पूरा नहीं किया बट कैन ओनली बी ट्रांसफर्ड र इसको लिखने का एक और तरीका है जरा समझाते हैं ऐसे लिखा जाता है द टोटल चार्ज वट द टोटल चार्ज ऑफ एन आइसोलेटेड आइसोलेटेड मतलब एक तनहाई में रहने वाला सिस्टम इज कांस्टेंट तन्हाई में रहने वाले सिस्टम का चार्ज कांस्टेंट रहेगा बॉडी का नहीं सिस्टम का जैसे मान लो यहां एक सिस्टम है सिस्टम सिस्टम में मिस्टेक हो गई सिस्टम मान लो सिस्टम में तीन बॉडी है एक पे चार्ज है हमारा तीन कूलम चार्ज की यूनिट कूलम है ना प्लस ती कूलम एक पे चार्ज है प्लस एक कूलम एक पे चार्ज है माइनस दो कूलम ठीक है तीन बॉडी है फिर इस सिस्टम में हमने इसको ऐसे डुंग डुंग डुंग डंग डुंग डुंग हिलाया और छोड़ दिया है ना मस्त एकदम ऐसे कचक कचक कच कचक और छोड़ दिया फिर हमने देखा कि इस बॉडी पे चार्ज है + 2 कूलम इस पे चार्ज देखा + 3 कूलम और इस पे चार्ज हमको नहीं पता तो आपसे पूछा बताओ इस पे कितना चार्ज है कितना ही भारी भरकम सेवाल है तो यही है द टोटल चार्ज ऑफ एन आइसोलेटेड सिस्टम इज कांस्टेंट मैंने सिस्टम को बंद करके रखा है मतलब आइसोलेट करके रखा है समझ लो जो इसकी बाउंड्री है वो नॉन कंडक्टिंग है इंसुलेटिंग है कंडक्टर इंसुलेटर पता है सब बताएंगे इंसुलेटिंग बाउंड्री है तो चार्ज अंदर ही रहेगा बाहर नहीं जाएगा कहीं तो यानी ये चार्ज और ये चार्ज बराबर होना चाहिए तो आप बोल सकते हो क्या q1 + q2 + q3 = q1 ड q2 ड + q3 ड समझ में आ गया टोटल चार्ज फिक्स रहेगा तो 3 1 4 3 1 4 - 2 = 2 + 3 इस पे चार्ज नहीं पता लेट इट बी q q q तीन से तीन मर गया और q = टू ये कितना हो गया 1 -2 -1 उधर गया + 1 3 कूलम सो दिस विल बी 3 कूलम जरा जोड़ो 3 3 6 आय हाय हाय तो गलत हो गया -3 कूलम जरा जोड़ो तीन तीन कैंसिल 2 कूलम यहां पे 3 1 4 - 2 2 कूलम सही है ना यहां पे टोटल चार्ज देखो तीन-तीन कैंसिल दो कूलम यहां टोटल चार्ज 3 1 4 - 2 कूलम ठीक है सिंपल सी बात है तो ये है हमारा कंजर्वेशन ऑफ चार्ज अब कंजर्वेशन ऑफ चार्ज का जो आपको एप्लीकेशन मिलेगा वो आपको एक तो इसी चैप्टर में मिलेगा बहुत ज्यादा मिलेगा और एक आपको ना रेडियो एक्टिविटी की जो न्यूक्लियर इक्वेशंस होती है वहां पे मिलता है अगर आपको याद हो क्लास 10थ में अगर आपने रेडियो एक्टिविटी पढ़ रखी हो अगर नहीं पढ़ रखी तो इस साल तो पढ़नी ही है मॉडर्न फिजिक्स में मान लो अपने पास थोरियम है थोरियम का एटॉमिक नंबर है 90 मान लो थोरियम में से मैंने एक अल्फा पार्टिकल निकाला अल्फा पार्टिकल मतलब + 2 चार्ज निकला अब जो भी स्पीशी यहां बचेगी उस पे कितना चार्ज बचता था यहां हम क्या लिखते थे यहां 90 प्लास चार्ज था यहां + 2 है तो यहां कितना बचेगा ् 88 सो व्हाट इज दिस दिस इ कंजर्वेशन ऑफ चार्ज हमें कैसे पता चला कि यहां से यहां चार्ज कम हुआ बिकॉज ऑफ कंजर्वेशन टोटल चार्ज ऑफ एन आइसोलेटेड सिस्टम रिमेंस कांस्टेंट तो न्यूक्लियर इक्वेशन प भी ये चीज काम आती है अब यह है क्या असल में तो ये नंबर ऑफ प्रोटॉन लिखे थे सब तो पढ़ेंगे मतलब बता रहा हूं कि इस तरह से चार्ज कंजर्वेशन हमने हर जगह देखा और एनसीआरटी में एक लाइन लिखी है द कंजर्वेशन ऑफ चार्ज इज एक्सपेरिमेंटली फाउंड टू बी ट्रू इसका कोई प्रूफ नहीं है अब सबूत दो सर इसका सबूत नहीं है कोई एक्सपेरिमेंटली फाउंड टू बी ट्रू तो चार्ज के बारे में काफी बातें कर ली हमने चार्ज दो तरह के होते हैं पॉजिटिव नेगेटिव चार्ज का जो एसई यूनिट है वो कूलम है चार्ज का जो सिंबल है वो क्य है चार्ज स्केलर क्वांटिटी है रिपेल करते हैं लाइक चार्जेस अट्रैक्ट करते हैं अनलाइक चार्जेस चार्ज कंजर्व रहता है टोटल चार्ज चेंज नहीं होता अच्छा अच्छा अब बात करते हैं क्वानटाइजेशन ऑफ चार्ज की ऑफ चार्ज क्वांटा ऑफ चार्ज पहली बात आती है व्ट इज द वर्ड क्वानटाइज व्ट इस क्वानटाइजेशन तो क्वानटाइजेशन होता है एनीथिंग च इ अवेलेबल इन फिक्स्ड अमाउंट एनीथिंग च इ अवेलेबल इन फस अमाउंट है ना मतलब जैसे ये मार्कर है यह मार्कर तुम दुकान में जाओगे या तो एक मिलेगा या तो दो मिलेगा या तो तीन मिलेगा या तो चार मिलेगा डेढ़ नहीं मिलेगा ढाई नहीं मिलेगा पौने तीन नहीं मिलेगा यानी इट इज अवेलेबल इन फिक्स्ड अमाउंट या तो एक लो या तो इसके बाद दो लो या तो तीन लो या तो चार लो है ना इसको बोलते हैं क्वानटाइजेशन कोई चीज अवेलेबल हो बट फिक्स्ड अमाउंट में हो ठीक है जैसे मान लो बंग रिंग बंगर वाइट बोर्ड या तो एक होगा या तो दो होगा या तो चार होगा ऐसी चीज को हम बोलते हैं कि क्वानटाइज है द फूड यू ईट इ नॉट क्वांटा खाना जो खाते हैं कोई क्वानटाइजेशन नहीं है उसम है ना अब इतना छोटा छोटा ग्रेन है रोटी तोड़ के खाली उसको गिन नहीं सकते ना क्या गिने रोटी दूध पी रहे उसको गिन सकते है कितने मॉलिक्यूल गिन सकते हैं ऑन क्वांटम लेवल बट बेसिकली अगर बड़ी बड़ी कंडीशन बात करें क्वानटाइजेशन मतलब कोई चीज अवेलेबल इन फिक्स्ड अमाउंट तो हमने देखा कि जो चार्ज है ना दिस चार्ज इ क्वांटा हां मतलब किसी भी तरह का आप अलल जलूल चार्ज अलू जलूल अलू जलूल चार्ज आप किसी को नहीं दे सकते ठीक है चार्ज फिक्स्ड अमाउंट में ही दे सकते हो अवेलेबल इन फिक्स्ड अमाउंट जैसे इसकी पहली डेफिनेशन यह बोलती है द स्मालेस्ट चार्ज दैट कैन एजिस्ट इंडिपेंडेंटली दैट कैन एक्जिस्ट इंडिपेंडेंटली इज चार्ज ऑन वन इलेक्ट्रॉन आय हाय बात आ गई इलेक्ट्रॉन की सबके चेहरे पे खुशी इलेक्ट्रॉन पे पाया जाने वाला चार्ज इस पूरे यूनिवर्स का सबसे छोटा इंडिपेंडेंट चार्ज है सबसे छोटा तो है पर इंडिपेंडेंट उससे भी छोटे होते हैं पर वो इंडिपेंडेंट नहीं होते आजाद नहीं होते द स्मालेस्ट चार्ज दैट कैन एसिस्ट इ ली इ 1.6 न 10 टू द पावर माइन 19 कलम च इ चार्ज ऑन वन इलेक्ट्रॉन एक इलेक्ट्रॉन प यही चार्ज होता है दिस इ द स्मालेस्ट चार्ज दैट कैन एजिस्ट ऑन एनी बॉडी दैट कैन बी ट्रांसफर्ड फ्रॉम वन बॉडी टू अनदर इसका दूसरा नेम हमने रख है फंडामेंटल चार्ज फंडामेंटल राइट नहीं रे फंडामेंटल चार्ज हिस्ट्री पढ़ के आया रे मेरी क्लास में फंडामेंटल चार्ज स्मले चार्ज ट कैन एसिस्ट देखो इससे भी छोटे चार्ज होते हैं जैसे अभी हमने देखा है कि इलेक्ट्रॉन प्रोटॉन न्यूट्रॉन आर नॉट द फंडामेंटल पार्टिकल्स अभी पाया गया कि इससे भी छोटे पार्टिकल्स होते हैं क्वार्क्स एंटी क्वार्क्स ये सब मिले हमें तो उनका चार्ज हमने देखा / 3 इलेक्ट्रॉन का आधा तीन 2e बा 3 यानी 67 पर ऑफ e ऐसे भी चार्जेस मिले बट वो इंडिपेंडेंट नहीं होते क्लियर द स्मालेस्ट चार्ज दैट कैन एजिस्ट चा इलेक्ट्रॉन ये तो पहली डेफिनेशन हुई क्शन ऑफ चार्ज की जो एक्चुअल डेफिनेशन है क्वानटाइजेशन ऑफ चार्ज की वो ये है चार्ज ऑलवेज एजिस्ट इन इंटीग्रल मल्टीपल ऑफ फंडामेंटल [संगीत] चार्ज चार्ज हमेशा फंडामेंटल चार्ज के इंटी जर मल्टीपल में मिलेगा सबसे छोटा चार्ज क्या मिलेगा आपको 1e या - 1e अगला चार्ज आपको मिलेगा 2e या - 2e अगला चार्ज मिलेगा 3e या - 3e अगला चार्ज मिलेगा 4e या - 4e एंड सो ऑन एंड सो ऑन प् n या - ए यानी इंटी जर में ही बढ़ सकता है e के मल्टीप्लस में सबसे छोटा चार्ज यूनिवर्स का e उससे बड़ा 2e उससे बड़ा 3e ा जैसा चार्ज नहीं मिल सकता यू कैन नेवर फाइंड अ चार्ज सच एज़ 2.5v नो यह चार्ज कभी एक बॉडी से दूसरे पे ट्रांसफर नहीं हो सकता भाई सबसे छोटा चार्ज इलेक्ट्रॉन ही है किसी बॉडी को चार्ज करने का तरीका होता है कि या तो उसको इलेक्ट्रॉन दे दो या तो उससे इलेक्ट्रॉन ले लो तो भैया एक बार में एक ही इलेक्ट्रॉन तो निका लोगे या दो इलेक्ट्रॉन निकालो ग या तीन इलेक्ट्रॉन निकालो जब इलेक्ट्रॉन निकालो तो बॉडी पे उतना पॉजिटिव चार्ज इलेक्ट्रॉन दोगे तो बॉडी पे उतना नेगेटिव चार्ज तो एक बार बॉडी को दो इलेक्ट्रॉन दिया -2 चार्ज दो इलेक्ट्रॉन लिया + 2 चार्ज तो इस तरह के चार्ज एजिस्ट कैसे करेंगे ढाई इलेक्ट्रॉन निकाल सकते हो क्या मैं बोलूं बॉडी को प्लस ढाई इलेक्ट्रॉन का चार्ज देना है मतलब उसमें से ढाई इलेक्ट्रॉन इलेक्ट्रॉन काट के निकाल ही नहीं सकते अपन इंडिपेंडेंट है ही नहीं इससे छोटी चीज मैं बोलूं 3/7 इलेक्ट्रॉन माइनस ऐसा एजिस्ट करेगा समझ गए ना चार्ज कोई चीज होती कैसे है या तो उसमें इलेक्ट्रॉन का लॉस होता है या तो इलेक्ट्रॉन का गेन तो भैया किसी चीज को एक इलेक्ट्रॉन दोगे तो -1 चार्ज दो दोगे -2 e तीन दोगे - 3e चार्ज इस तरह से + 2e प् 3 ऐसे चार्ज हो सकते हैं किसी पर ा - 3/7 इस तरह के चार्जेस एजिस्ट नहीं कर सकते क्लियर है ये है क्वानटाइजेशन ऑफ चार्ज इसको अगर एक लाइन में लिखे तो हम लिखते हैं q इट प् माइन समझ ही गए होगे अब तक क इ चार्ज न एनी बॉडी ए शुड ऑलवेज बी इंजर चार्ज न इलेक्ट्रॉन एंड क इज द चार्ज ऑन एनी बॉडी क इज द चार्ज ऑन एनी बॉडी चार्ज न एनी बॉडी चार्ज ऑन इलेक्ट्रॉन इ चार्ज ऑन इलेक्ट्रॉन नोट करो फर इस एक सवाल करा देते हैं नोट करें इसको फिर इस एक सवाल कराते हैं ता रहे मेरा दिल एनर्जी में रहना है पहली क्लास से तूही तेरी मंजिल हाय कहीं बीते ना यह रातें कहीं बीते ना यह दिन शेड्यूल आएगा एक दो दिन में सर अगला लेक्चर कब आएगा अपना टाइम आएगा रे बच्चा पहले इसको तो कर ले q = प् माइन ए सबसे छोटा चार्ज इलेक्ट्रॉन का उसके बाद जो मिलेगा 2e 3e 4e 5e 6e ए -1 -2 समझ गए किसी चीज को इलेक्ट्रॉन 1 2 3 4 पा बंद करो ये अत्याचार 1 दोती चार बंद करो ये अत्याचार मिटू अच्छा यानी q = प् माइन ए इसको मैं फिर से लिख लूं लिख लो सर आपका बोर्ड आपका मार्कर आपका चैनल ना चैनल हम सबका आप हैं तो हम है q = प्स माइनस ए इसमें q है चार्ज ऑन एनी बॉडी n इज इंटी जर एंड e इज चार्ज ऑन इलेक्ट्रॉन e की वैल्यू सबको पता ही है 1.6 इन 1.6 * 10 टू द पावर माइ 19 ठीक है क्वानटाइजेशन ऑफ चार्ज की ये इक्वेशन जैसे मान लो इस सवाल क्या आ सकता है सवाल आ गया इस पे कैन अ चार्ज ऑफ 8 * 10 टू द पावर 18 कूलम बी गिवेन टू अ बॉडी क्या किसी बॉडी को इतना पॉजिटिव चार्ज दिया जा सकता है अरे वाह चार्ज में कंडीशन है कुछ भी अलल जलूल चार्ज बॉडी एक्सेप्ट नहीं करेगी क्या इतना चार्ज बॉडी को दे सकते हैं चलो चेक करें q = n q की वैल्यू 8 * 10 टू द पावर 18 कूलम n नहीं पता e 1.6 * 10 टू द पावर -1 कूलम बोलो सही है इसको 8 * 10 पावर 18 चलो 18 र देते हैं माइनस 18 कर लो चलो ठीक है कोई दिक्कत नहीं है सभी सही आएगा अच्छा यहां से जरा n की वैल्यू निकालते हैं आओ सैंपल क्वेश्चन है n की वैल्यू है 8 * 10 टू पावर - 18 अपन 1.6 * 10 पावर -1 n की वैल्यू निकाल रहे हैं ठीक है मैंने इस चार्ज को चेंज कर दिया 10 पा - 18 कर दिया किसी में भी चेक कर सकते हो कोई दिक्कत नहीं है अभी सैंपल सवाल है अच्छा ये ऊपर जाएगा n = यहां कर लू n = 8 / 1.6 10 की पावर -1 ऊपर जाके + 19 तो ये बचेगा 10 बोलो हां या ना ये ऊपर गया बोलो + 19 18 - 18 = 10 1.6 से 8 को काटो तो पाच गुने में कट जाएगा 5 * 6 303 गया हासिल 5 * 1 5 38 वाह वाह वाह वा वा वाह यानी n की वैल्यू 50 आई क्या n की वैल इंजर है यस सर तो यह चार्ज दिया जा सकता है यही तो कंडीशन थी कि ए शुड बी एन इंजर इसको अगर तुम आराम से समझो तो मतलब 50 इलेक्ट्रॉन का खेल है कैसा चार्ज चाहिए पॉजिटिव यानी अगर इस बॉडी से 50 इलेक्ट्रॉन खींच के निकाल लिए जाए तो इसके ऊपर इतना पॉजिटिव चार्ज आ जाएगा अब मान लो यही n की वैल्यू आ जाती 49.8 मतलब 49.8 इलेक्ट्रॉन खेल खराब n शुड कम आउट तो अगर आपसे कभी भी सवाल आता है कि क्या इतना चार्ज दिया जा सकता है क्या इतना चार्ज ट्रांसफर कर सकते हैं तो आप ये इक्वेशन यूज कर लो q की जगह जो चार्ज दिया है वो डाल दो e की जगह 1.6 10 की पावर -1 डाल दो अगर n निकल के इंटी जर आता है 50 आए 40 आए 400 आए 4000 आए अगर इंटी जजर आता है तो आंसर होगा यस और अगर इंटी जर नहीं आता तो आंसर नो फीलिंग भी समझा दी मैंने फील दे दिया इंटी जर का मतलब कि 50 इलेक्ट्रॉन निकालने हैं जो कि पॉसिबल है टि टिंग टिंग टि क्वानटाइजेशन ऑफ चार्ज क्लियर हो गया आपको समझ में आ गया क्वानटाइजेशन ऑफ चार्ज समझ में आया क्या मिटा रहे इसको ओके तो आज के लेक्चर में मुझको यही बेसिक बेसिक बातें करनी थी आपसे कंजर्वेशन ऑफ चार्ज क्वानटाइजेशन ऑफ चार्ज चार्ज क्या होता है अच्छा एक और चीज होती है कि बॉडी को चार्ज कैसे करते हैं एनसीआरटी में दे रखा है बहुत लेी दे रखा है उतना पढ़ने का आपको बहुत जरूरत नहीं है वेज टू पा मिनट का टॉपिक जल्दी समझ लो कैसे कैसे चार्ज कर सकते हैं तो सबसे पहला होता है अपना चार्जिंग बाय कंडक्शन रे चार्जिंग बाय कंडक्शन रे चार्जिंग बाय कंडक्शन रे कंडक्शन का मतलब होता है डायरेक्ट कांटेक्ट डायरेक्ट कांटेक्ट डायरेक्ट कांटेक्ट सीधा हाथ से हाथ मिलाना जैसे मान लो यहां पर कोई बॉडी है इसके ऊपर मान लो नेगेटिव चार्ज है अच्छा नेगेटिव चार्ज का मतलब हम नेगेटिव चार्ज का मतलब मतलब इसके पास एक्सेस ऑफ इलेक्ट्रॉन है क्या है एक्सेस ऑफ इलेक्ट्रॉन यहां आप लेके आए एक अन चार्जड बॉडी अनचार मतलब न्यूट्रल अच्छा एक बात बताओ न्यूट्रल बॉडी में कितने इलेक्ट्रॉन होते हैं जीरो न्यूट्रल बॉडी में कोई इलेक्ट्रॉन हट न्यूट्रल बॉडी में जीरो इलेक्ट्रॉन न बॉडी में जितने इलेक्ट्रॉन उतने प्रोटॉन अरे एटम एटम एटॉमिक स्ट्रक्चर स्ट्रक्चर पढ़ा है कि ऐसे ही चले आए अरे किसी की भी बात कर लो अपन अपन किसी भी एटम की बात कर ले आपसे मान लो हाइड्रोजन की बात कर ले सबसे पहला एटम तो एक प्रोटॉन एक इलेक्ट्रॉन अबन किसी भी एटम को न्यूट्रल एटम कोई भी उठा लो तुम्हारा जो मन करे अरे जो मन करे सोडियम उठा लिया तो सोडियम के पास 11 प्रोटॉन 11 इलेक्ट्रॉन तो जब भी कोई चीज न्यूट्रल है कुछ भी उठा लो वहां जो मन करे यार जो भी एटम तुम एटॉमिक स्ट्रक्चर से उठा लो उसके पास जितने प्रोटॉन उतने इलेक्ट्रॉन तो इसके पास जितने प्रोटॉन उने इलेक्ट्रॉन चा समझ में आ गया अच्छा ये अन चार्ज बॉडी हम लेके आए इसको हमने इसके साथ टच [संगीत] कराया इसने जब इसको पहली बार टच किया तो क्या होगा तो यह होगा कि इलेक्ट्रॉन यहां से यहां आना चाहेंगे भाई यहां इलेक्ट्रॉन कम है यहां ज्यादा है इलेक्ट्रॉन यहां से यहां आएंगे थोड़ी देर बाद हम पाएंगे कि इस पे नेगेटिव चार्ज थोड़ा कम हो गया और इस पर भी थोड़ा सा नेगेटिव चार्ज आ गया बोलो सही है बोलो सही है क्या बराबर से बटेगा अग शेप साइज मटेरियल सेम है तब तुम कह सकते हो देखो इसमें य लिख लो इफ शेप साइज मटेरियल ऑफ बोथ कंडक्टर य कंडक्टर होंगे ना तभी तो कंडक्ट हुआ चार्ज ऑफ बोथ कंडक्टर इ सेम इ सेप साइज मटेरियल ऑफ बोथ कंडक्टर इ सेम अगर एकदम सेम होगा तब मान लो इसपे चार्ज पहले q था इसपे चार्ज मान लो जीरो था ठीक है और टच कराया आपने टच जरा जरा टच मी टच मी टच मी और टच करा के दोनों को फिर से अलग-अलग रख दिया तो बच्चों इस पे चार्ज होगा q बाट इसपे भी q बाट पर ऐसा तभी होगा जब शेप साइज स्ट्रक्चर सेम हो अदर वाइज चार्ज अनइवनली डिस्ट्रीब्यूटर है कौन ज्यादा कंडक्टिंग इसका शेप कैसा है साइज कैसा है कोनिका है ऐसे मतलब कोनी कोनी टाइप की है कि सही है समझ रहे हो मतलब शार्प है कि शार्प नहीं है चार्जिंग बा कंडक्शन क्लियर है तो इस चीज को हमने कैसा चार्ज कर लिया नेगेटिव पॉजिटिव चार्ज करना हो तो कोई पॉजिटिव चार्ज बॉडी से इसको टच करा दें तो पॉजिटिव चार्ज हो जाएगा क्लियर अच्छा दूसरा होता है अपना चार्जिंग बाय इंडक्शन चार्जिंग बाय इंडक्शन चार्जिंग बाय इंडक्शन इंडक्शन बोले तो बिना छुए विदाउट कांटेक्ट आंखों ही आंखों में इशारा हो गया अरे बैठे बैठे जीने का सहारा हो गया है कैसे करेंगे मान लो ये बॉडी है a इसे हमें करना है मान लो मान लो इसे हमें पॉजिटिव चार्ज करना है कैसा करना है पॉजिटिव चार्ज तो आप यहां पे एक बॉडी लेके आओ जिसके ऊपर नेगेटिव चार्ज हो और इसको टच मत कराओ बस पास में लाओ ऐसे अब इस बॉडी के अंदर क्या एटम्स होंगे बिल्कुल होंगे क्या उन एटम्स के आउटर शेयर में इलेक्ट्रॉन होंगे बिल्कुल होंगे तो इस बॉडी के अंदर अगर ये बॉडी है और ये न्यूट्रल है कैसी है अभी अभी न्यूट्रल है ठीक है अभी न्यूट्रल है अब ये पास आया इसके ये पास आएगा तो क्या कहेगा इसके सारे नेगेटिव चार्जेस को कहेगा तुम हमसे दूर चलो मान लो इस बॉडी को और पास ले आए ऐसे अब इसके अंदर के इलेक्ट्रॉन को ये नफरत भरी निगाहों से ऐसे उधर भेगा नहीं तो इसके अंदर के नेगेटिव चार्जेस इस तरफ थोड़े से आएंगे और थोड़े से पॉजिटिव चार्ज इस तरफ आ जाएंगे इसको हम कहते हैं किसी चीज का पोलराइज होना आगे पढ़ना है हमको ये चीज डाइलेक्ट्रिक में पढ़ेंगे किसम डाइलेक्ट्रिक में आगे पढ़ेंगे पोलराइज होना इसको लेके आए ये पोलराइज हो गया नेगेटिव चार्ज थोड़ा दूर भाग गए और जितने अब यहां पे नेगेटिव चार्ज कम हो गया इस तरफ तो पॉजिटिव पॉजिटिव कहीं नहीं आता पॉजिटिव कहीं नहीं जाता सारा खेल तो इलेक्ट्रॉन करता है भाई प्रोटॉन तो बहुत हैवी होता है ना यार मास ऑफ इलेक्ट्रॉन इज 99.1 * 10 टू द पावर - 31 केजी सबको पता होगा और मास ऑफ प्रोटॉन की बात करोगे तो ये तो बहुत ज्यादा होता है इसको 1 एय बोलते हैं हम है ना कितना जाता है ये 1.67 * 10 टू द पावर - 27 केजी इससे देखो तो करीब करब 1083 ऐसे ही होता है ना 1000 गुना बड़ा है कम से कम प्रोटॉन तो प्रोटॉन नहीं मूव किया इलेक्ट्रॉन उधर चले गए अपने आप इधर पॉजिटिव चार्ज दिखने लगा यहां इलेक्ट्रॉन कम हो गए अब बोलोगे सर ये चार्ज कहां है ये अभी चार्ज है अभी ये पोलराइज है बट अभी भी न्यूट्रल है अब एक काम करो एक कंडक्टिंग बॉडी बी ली मैंने और बी को इससे टच करा दिया एक कंडक्टर लिया मैंने बी और बी को इस से टच करा दिया अब भाई b भी कैसा था न्यूट्रल था अब b जब इस कोने से टच कराओ ग तो यहां का चार्ज यहां फ्लो करेगा ड्यू टू कंडक्शन ये एक्सेस इलेक्ट्रॉन इधर फ्लो करेंगे अब इसको हटा दो और a और b को सेपरेट कर दो नहीं इसको मत हटाओ सिर्फ a और b को सेपरेट करो वेरी सॉरी अब a और b को सेपरेट कर दो ये a ये b तो a के ऊपर रह जाएगा पॉजिटिव चार्ज बी पे आ जाएगा नेगेटिव चार्ज यहां पे इसको बना के रखा था ताकि ये नेगेटिव चार्ज को रिपल करता रहे और पॉजिटिव को पकड़ा रहे इन दोनों को तुमने क्या कर दिया सेपरेट कहानी समझ में आई किसी बॉडी को पॉजिटिव चार्ज करना है तो क्या करो एक नेगेटिव चार्ज बॉडी को लेके आओ वो क्या करेगा इसके नेगेटिव चार्ज को रिपेल करके एक कोने में कर देगा पॉजिटिव इधर आ जाएंगे अपने आप ए नेगेटिव को देख के ले ले ले ले ले ले ले ले ले ले और हम बोलेंगे ये क्या हो गया पोलराइज पर अभ भी ये क्या है न्यूट्रल है फिर हमने कहा यार एक काम करते हैं इसके नेगेटिव चार्जेस को कहीं हम दान दे देते हैं तो हम एक बी कंडक्टर लाए लाके जैसे पचक से चिपका दिया चिपकता ही इसने कहा लाओ सारे इलेक्ट्रॉन इधर लाओ और इसको हम पकड़े रहे इनको हम सेपरेट करने लगे इसको पकड़े रहे तो नेगेटिव चार्ज को रिपेल करता रहा पॉजिटिव को पकड़ा रहा थोड़ी देर बाद ए पॉजिटिव चार्ज हो गया b नेगेटिव चार्ज हो गया दिस इज द वे टू चार्ज अ बॉडी बाय इंडक्शन अगर मैं आपसे पूछूं कि a को नेगेटिव चार्ज कैसे करोगे तो यहां पे तुम क्या लेके आओगे पॉजिटिव चार्ज तब इधर नेगेटिव आएगा उधर पॉजिटिव पॉजिटिव फ्लो कर जाएगा नेगेटिव क्लियर है क्लियर है जो हमारा नियर एंड होता है उस पे अपोजिट चार्ज आता है जो फरदर एंड होता है उसपे सिमिलर चार्ज आता है ये चीज मैग्नेटिज्म में भी होगी सुन लो जो नियर एंड आता है उसपे अपोजिट पोलैरिटी जो फादर एंड आता है उसपे सेम पोलैरिटी क्लियर है क्लियर है इसको करने का किताब में एक और तरीका बना रहता है ऐसे किताब में ऐसे बना रहता है इस ज्यादा टाइम नहीं देना है अपने को बहुत डिटेल में इसमें घुसना नहीं है इस सवाल आते नहीं है जैसे एक तरह ऐसे बनाया जाता है मान यहां पेडि एक बॉडी ए है वही ए को मान लो तुम्ह इस बार नेगेटिव चार्ज करना है तो तुम यहां पे क्या लेके आओगे एक बॉडी लेके आओगे जिसके ऊपर पॉजिटिव चार्ज है वो क्या करेगा ए के इलेक्ट्रॉन को इधर खींच लेगा इस तरफ एक का सारा पॉजिटिव चार्ज दिखने लगेगा ठीक है ठीक है ठीक है ठीक है ए पोलराइज हो गया अब बी बॉडी नहीं यूज करनी है हमें इस बार बी बॉडी नहीं यूज करनी तो हम क्या करेंगे ए के इस एंड को अर्थ कर देंगे अर्थिंग कर देंगे अर्थ भाई क्या होता है अर्थ है ओशियन ऑफ इलेक्ट्रॉन यह सागर है न का अब अर्थ क्या करेगा इस एंड पे कहेगा अरे बेटा तुम्हारे पास पॉजिटिव चार्ज है कोई बात नहीं बच्चा मैं धरती माता हूं मैं तुम्हें इलेक्ट्रॉन दूंगी और इस तरफ इलेक्ट्रॉन फ्लो करा देगा इस तरफ के चार्ज को खत्म कर देगा इस बॉडी को पकड़े रहो ताकि ये पॉजिटिव चार्ज को रिपेल करता रहे और इस पे इलेक्ट्रॉन आता जाएगा मतलब ये पोर्शन न्यूट्रल होता जाएगा और इधर से तो ये नेगेटिव हो ही चुका है थोड़ी देर बाद आप देखोगे ये बॉडी नेगेटिवली चार्ज हो गई तो एक तरीका अर्थिंग करने का भी है अर्थ कर दो इस तरफ के चर्च की है क्लियर है पर इसको पकड़े रहना कि वो पॉजिटिव को रिपल कर और नेगेटिव को इधर खींच र तो ये था चार्जिंग बाय इंडक्शन आंखों ही आंखों में इशारा हो गया विदाउट कांटेक्ट तीसरा तरीका होता है चार्जिंग बाय फ्रिक्शन चार्जिंग बाय फ्रिक्शन चार्जिंग बाय फ्रिक्शन का इस्तेमाल हम ज्यादातर करते हैं इंसुलेटर्स में कंडक्शन और इंडक्शन दोनों कंडक्शन में थे फ्रिक्शन का ज्यादातर इस्तेमाल हम करते हैं इंसुलेटर्स में है ना अब बोलोगे सर ये कहां होता है ये कहां होता है मान लो हम दो बजी बच्चों आपस में रब कर दे ऐसे गड़ गड़ गड़ गड़ गड़ गड़ अच्छा रब करोगे तो क्या होगा कुछ इलेक्ट्रॉन इधर उधर छटक के गिर जाएगा क्या बताया है सर आपने ऐसा तो कभी कोई बताता ही नहीं ऐसे छटक के इलेक्ट्रॉन ऐसे गिर जाएगा घिसते घिसते है ना एक्चुअल में यही होगा एक्चुअल में क्या होगा रब करने से तुम क्या दोगे काइनेटिक एनर्जी जुम जम जम जम जम उससे क्या बनेगी अरे यही होगा ये फिजिक्स है भाई दिखेगा उससे क्या बनेगी रगड़ो ग उससे क्या बनेगी काइनेटिक एनर्जी से थर्मल एनर्जी उस थर्मल एनर्जी से इलेक्ट्रॉन जो होगा मतलब इसके अंदर आइटम होंगे कि नहीं ये किससे बना होगा आइटम से ये भी किससे बना होगा आइटम से आइटम से नहीं एटम से एटम से और एटम के आउटर मोस्ट शेल के इलेक्ट्रॉन जो होते हैं थोड़े से मतलब वल नेरे बल टाइप थोड़े से अरे हम जा रहे हैं तो जो आउटर मोस्ट शेल के इलेक्ट्रॉन होंगे आउटर मोस्ट शेल के जो इलेक्ट्रॉन होंगे ये इन एनर्जी को पाके थोड़ा सा मुस्कुराएंगे वाह एनर्जी मैं तो चला इनको क्या मिल गया आयनाइजेशन एनर्जी केमिस्ट्री में पढ़ते हो इनको एनर्जी मिल गई थर्म मैं तो चला ये इलेक्ट्रॉन छटक के इधर से इधर इधर से इधर इधर अब किधर से किधर जाएंगे ये डिपेंड करता है मटेरियल पे है ना कौन सा मटेरियल ज्यादा इलेक्ट्रो पॉजिटिव कौन सा ज्यादा इलेक्ट्रोनेगेटिव तो रब करने से इलेक्ट्रॉन का ट्रांसफर फ्रॉम वन बॉडी टू अनदर हो जाएगा और थोड़ी देर बाद आप ऐसा फिगर देख सकते हो कि मान लो इलेक्ट्रॉन यहां से यहां गए तो यहां पे नेगेटिव चार्ज और यहां पे पॉजिटिव चार्ज टोटल चार्ज ऑफ द एलेटेड रिमेंस कांस्टेंट टोटल चार्ज तो सेम रहेगा इधर से इधर इलेक्ट्रॉन का ट्रांसफर हो गया अच्छा एक चीज और याद रखना कि जब भी ट्रांसफर ऑफ इलेक्ट्रॉन या ट्रांसफर ऑफ चार्ज की बच्चों बात हो हमेशा साथ में ट्रांसफर ऑफ मास भी होता रहेगा चार्ज का ट्रांसफर बिना मास के ट्रांसफर के पॉसिबल नहीं है अरे यार इलेक्ट्रॉन या इलेक्ट्रॉन का कुछ तो मास है यानी थोड़ी देर बाद अगर तुम देखोगे तो इस बॉडी का मास इंक्रीज कर जाएगा और इस बॉडी का मास डिक्रीज कर जाएगा क्वांटम लेवल पे ही सही पर है ना ये तो नहीं कह सकते कि मास नहीं चेंज हुआ अगर चार्ज ट्रांसफर है तो मास का भी ट्रांसफर ये क्या है चार्जिंग बाय फ्रिक्शन गड ग इलेक्ट्रॉन अरे जैसे वो नहीं करते थे हम लोग बचपन में वो कि स्कूल में जाते थे प्लास्टिक वाली स्केल लेते थे उसको ऐसे रखते थे बाल के ऊपर ये है बाल इस बाल के ऊपर हां हां बाल है अभी इस बाल के ऊपर रगड़ थे फिर ऐसे करके ऐसे हम लोग वो कागज के पीसे खच खच खच चिपकने लगते थे ये क्या था फ्रिक्शन हम जब रगड़ तो क्या होता था इलेक्ट्रॉन का ट्रांसफर इधर-उधर होता था इसके ऊपर चार्ज आता था अब ये प्लास्टिक के पेपर को इंडक्शन से चार्ज करता था ऐसे प्लास्टिक वे को प्लास्टिक वेपर जो कोना इसके अपोजिट चार्ज पकड़ता था वो इससे आके चिपक जाता था और चिपकता कंडक्शन पू लंबी कहानी है बट ओवरऑल तो यही हो रहा है जैसे वो नहीं होता था कि गुब्बारे को हम ऐसे दीवाल पे रब करके चिपका देते थे ऐसे बाल पे ऐसे जर रब किया फिर ऐसे दीवाल पर रख देते तो चिपक जाता था वो क्या था चार्जिंग बाय फ्रिक्शन तो दीज आर द मेथड्स टू चार्ज अ बॉडी आज लेक्चर में इतना ही अगला टॉपिक बहुत ही इंटरेस्टिंग जो कि है कलम्स लॉ जो कि हम पढ़ेंगे अगले लेक्चर में वहां से आएंगे अच्छे-अच्छे सवाल कलम्स लॉ के तो पढ़ाई करते रहे ऑल द और जितनी भी कमिटमेंट्स मैंने की है कि लेक्चर पीडीएफ फॉर्मेट में क्वेश्चन सीरीज जल्द से जल्द पूरी करने की कोशिश की जाएगी और आप लोग कमेंट करिएगा कि अगला लेक्चर कब आएगा इसके बाद वाला कब आएगा ये टॉपिक कब कंप्लीट होगा सर जल्दी सिलेबस कराओ यार ये करते रहो तभी आराम करने में मजा भी आता है मैं कितना भी बोलूं कि यार प्रेशर मत बनाओ तुम बनाओ ऐसे ही तुमने 10 का सिलेबस मुझसे कंप्लीट कराया ऐसे ही ने 11 का सिलेबस मुझसे कंप्लीट तो नहीं हुआ है मतलब स्टिल आई एम ट्राइब साइड साइड में कोशिश करता रहूंगा कंप्लीट हो वन शॉर्ट सीरीज को भी मैं कंटिन्यू करने की कोशिश की सही है यार तुम अपना काम करो मैं अपना करता हूं पढ़ाई करते रहे ऑल द वेरी बेस्ट