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फ्रेंच रेवोलूशन का ऐतिहासिक विश्लेषण

Class 9th, Rapid Revision, The French Revolution कहीं ना की हिस्ट्री का नॉस्टेल्जी आई इसी चाप्टर से जुड़ा हुआ है हर एक वेक्ती के जीवन में कहानी शुरू करते हैं कहानी कुछ ऐसी है कि इस चाप्टर में आपको देखने को मिलता है एक तो पूरी कहानी है क्या मोला चुके? लुइस 16 के राजा बनने से लगा कर नेपोलियन के पावर में आने तक और पावर से जाने तक की पूरी कहानी चैप्टर में क्या-क्या होता है वो सबको चैप्टर में बताया गया है और दूसरा इस कहानी में क्या-क्या कैरेक्टर्स हैं जैसे विमन ने इस पूरे फ्रें रेवोलूशन के टाइम परिड में विमेन की क्या स्थिति थी क्या हो रहा था क्या नहीं वो सब कुछ स्लेव के बारे में कि स्लेव की क्या स्थिति थी फ्रेंड रेवोलूशन के टाइम परिड में स्लेवरी क्या थी यह सब कुछ और तीसरा इस पूरे रेवोलूशन का एवरीडे लाइफ पर कैन पैक पड़ा था यह पूरे चैप्टर की रूप रिखा है अब इस दिग्रा चैप्टर कुछ उसी स्टाइल में शुरू होता जिस तरह से बॉलिवूट मुवीज बैकड्रॉफ में जाकर शुरू होती है 14th of July 1789 के दिन बेस्टाइल जो की फोट्रेस प्रिजन था जेल थी वहाँ पे जाके कुछ लोगों ने हमला कर दिया गार्ड्स को मार दिय लूट लिए पर सवाल है कि ऐसा क्यों इस चीज को समझने के लिए फिर पीसे जाते हैं फ्लैश बैक 1774 लुट 16 राजा बन गया तिलक लगा दो यहां पर राजा बनने के साथ 20 साल में उसकी शादी करवा देते बहुत प्रेशर भाई के पर और राजा भी बन गया शादी भी हो गई और साथ ही साथ क्या उनको खाली तीजोरी भी मिलती है वोट वर्ड इन इजन सब्सक्राइब ट्रेजरी ऑफ फ्रांस की तीजोरी खाली क्यों थी लड़ाई में इंगेश्ट थे बहुत सारा पैसा जा रहा था इतना बड़ा पैलेस था उसको मेंटेन करने में खर्चा लगता था अमेरिकन इंडिपेंडेंस में जो कि ब्रिटेन के तो उसे मदद कर रहे थे अमेरिका को साथ ही साथ आपको देखने मिलता है कि रेगुलर एक्सपेंसेस थे वो भी बहुत जादा होते थे आर्मी, एडमिस्ट्रेशन, सारी चीज़े मिंटेन करना इन सारी चीज़ों के अलावा लोन और लोन के उपर इंटरेस्ट इन कारणों से तिजोरी खाली थी तिजोरी भरने का एक मातर तरीका था टेक्स बढ़ाया जा सके सारे नोबल्स और कलरजी लोग और थर्ड स्टेट के लोग जिसमें बिजनेसमेंट थे उनके ऊपर पूरा बर्डन था टेक्स का टिथ और टेल दो प्रकार के टेक्सेस थे एक टेक्स वो जिसमें पूरी टोटल प्रडूस का वन टेंथ देना पड़ता था चर्च को जिसे टिथ कहा जाता था वो टेक्स था टेल एक तरह का टेक्स था जो डायरेक्ट टेक्स लगाया जाता था और इस सारा बर्डन थर्ड स्टेट के ऊपर गरीवी में गिला आटा सब्सिश्टेंस क्राइसि पॉपुलेशन बढ़ रही है, अनेम्प्लॉयमेंट बढ़ रहा है, फसल खराब हो गई और इसी फसल खराब होने में कभी-कभी मौसम खराब हो जाता था तो जो फसल होना है वो भी नहीं हो रही है, महंगाई बहुत बढ़ जाती थी, जब आदमी का सर्वाइवल ही डिफि जिन लोगों के पास पैसा है उन्होंने सिख्षा लिया सिख्षा लेने से उन लोगों को नया सोचने समझने का एक तरीका मिला तो यहाँ पर फिलोसोफर्स का एक बहुत इंपोर्टेंट रोल रहा जैसे जॉन लॉक, रूजो, मॉन्टेस्क्यू कैसे आइडियास? स्पिरिट ओफ लॉज में जैसे आप देखेंगे तो मॉन्टेस्क्यू यह कहते हैं कि पावर को डिस्ट्रिब्यूट करना होगा एक ही राजा सारी पावर अपने हाथ में नहीं रखेगा वन मैन आर्मी नहीं बन सकता है वो अब इस तरह के आइडियाज जब मिडिल क्लास के लोगों ने पढ़े जाने समझे तो वे बाद प्रश्न कोशिश करने के लिए प्रश्न को प्रश्न करने के लिए प्र� की मीटिंग और स्टेट जनरल की मीटिंग में फर्स्ट स्टेट से 300 लोग सेकंड स्टेट से 300 लोग और थर्ड स्टेट से 600 लोग आते हैं पर समस्या यह थी कि तीनों स्टेट को एक ही वोट था तो थर्ड स्टेट के लोगों ने ऑब्जेक्शन पाया और कहा कि हम 600 लोग है हमारी जनसंकिया डबल है तो हमारा वोटिंग राइट भी दो होना चाहिए पर राजा प्लाक मार के फूटबॉल बनाते हैं और टेनिस कोर्ट पर जाकर घटे होते मैच नहीं खेलेंगे वहां पर कसम कहते हैं कि हम पर करेंगा वह नार्कियों थी कॉन्स्टिटीशन भी था दिसमार्क दिविगिनिंग ऑफ कॉन्स्टिटीशनल मोनार्की इन फ्रांस मतलब राजा रहेगा लेकिन वह कॉन्स्टिटीशन के हिसाब से काम करेगा ठीक उसी तरह से जैसे बिल्ली के गले में घंटी जाएगा वहां पर वोट सबको नहीं मिलेंगे एक्टिव सिटीजन पैसेज अ पैसे सिटीजन में सोसाइटी को डिवाइड कर दिया गया एक्टिव सिटीजन जाने कि वह जिनके पास वोटिंग राइट होगी पैसे सिटीजन जो जिनके पास वोटिंग राइट नहीं होगी एक्टिव सिटीजन में सारे मैंन होंगे 25 साल से ऊपर होंगे और प्राइट्स ऑफ मैंन एंड सिटीजन विमेन के लिए कोई गुणजाईश नहीं थी ध्यान रखिएगा कहानी आगे बढ़ती है कॉंस्ट्रीशन पर तो यह चलना चाहिए थी लेकिन आपने सुनाई होगा विनाश काले विपरीत बुद्धि और वही हुआ लोग इस लग रहा था कि उसकी पावर लिमिट लगा दी गई है जो कि सही भी बात थी और उसे देखकर जो आजुबाजु के मोनार्थ पर वो भी सोच रहे थे कि आज फ्रांस मे तो यह सार्थ राजा महाराजा लोग जो थे वह आपस में प्लानिंग करने लगे और उन्हें यह सोचा था कि जो गवर्नमेंट चलते हैं लेकिन इससे पहले कि दूसरे मोनार्क्स लुट्स की मदद करते हैं नैशनल एसंबली ने दूसरे मोनार्क्स के ऊपर मर्सलीज तभी लोगों को मिलता है 1791 के Constitution से लोगों को Expectations बहुत थी लेकिन सबको Voting Rights नहीं मिले तो कुछ लोगों को लगा कि Revolution और चलते रहना चाहिए चले चलो अब इस Case में बहुत सारे Political Clubs बनते हैं उन Political Clubs में एक Famous और Prominent Political Club था Jacobin Club ये जो Jacobin Club था ये Maximilian Robespier के द्वारा लीड किया जा रहा था जिसने Left Prosperous Section of Society को एक साथ जोडा और रेवुलूशन को कैरी आउट करने की बात रखी जैकोबिन क्लब के मेंबर अपने आपको दूसरे मेंबर से अलग दिखाने के लिए सैन क्लूटोस कहलाते थे जो की नी ब्रीचेस नहीं पहनते थे उनके यूनिफॉर्म ही अलग थे इन ही पूरी स्थिती में जैकोबिन क्लब के लोग यह डिक्लियर करते हैं कि आज से सरकार लेस्ट प्रॉस्परस सेक्शन के लोगों की होगी और जो नई सरकार बनती वह नैशनल एसंबली को हटाकर कनवेंशन कहलाती है कनवेंशन मुकदमा चलाती है राजा के ऊपर सब्सक्राइब ने पूरी तरह से खत्म करके एलेक्टेड गवर्नमेंट बना दी थी और उस एलेक्टेड गवर्नमेंट में जब वह रूल करता है नाइट 1793 से 94 तक उस पीरियट को रेन ऑफ टेरर कहा गया है इस पूरे पीरिड में मैक्सिमल और रोबिस फायर स्ट्रिक्ट कंट्रोल और सीवियर परिश्मेंट की पॉलिसी अडॉप्ट कर रहा है जो उसके अगेंश्ट में बोलेगा उसे फांसी लगा कोई उसके अगेंज नहीं बोल सकता था, उसने सारी चीजों में बदलाव ला दिया, एक तरह से उसे लगता था कि अपुनिच भगवान है। उसने वेजेस पर गुड़्स की प्राइजेस पर सब पर मैक्सिमम सीलिंग फिक्स कर दी, इक्वेलिटी ब्रेड सबको मिलेगी, कोई एक्सपेंसिव फ्लोर नहीं खा पाएगा, मॉन्सियो और मेडाम जैसे वर्ड यूज नहीं होंगे, सब सिटिजन्स होंगे, साथ ही साथ उसके जो सपोर्टर थे मैक्स मिलिन रोगिस्पायर के आप वही चाह रहे थे कि भगवान बस करो बन करो हाथ जोड के मैं और मैक्स मिलिन रोगिस्पायर को ही एग्जिक्यूट कर दिया गया मगर क्यों जेकोमिन गवर्मेंट का सूर्यास्थ होता है वो अब एक अलग सिस्टम लेके आते हैं लेने का लेकिन अधिकतर लेजिस्ट्रीटिव कांसिल और जो डायरेक्टरी होती थी उनके बीच में लड़ाई होती रहती थी तो यह डायरेक्टरी वाली जो गवर्नमेंट थी यह भी एक तरह से फेल होती है और इसी का फायदा उठाते हुए नेपोलियन पावर में आते हैं और यहां से फिर नेपोलियन रूल करते हैं नेपोलियन 1815 में हरा दिया जाते हैं और फिर से कंजर्मेटिव पावर में आते हैं जल्बा हमारा यह पूरी कहानी थी अब इस पूरी कहानी में अलग-अलग एक्शंस का क्या हुआ जैसे कि विमिन महिलाओं ने बहुत बड़ चलकर पार्टिसिपेट किया जब पुरुष काम पर थे लड़ाई सुधर जाएगी बहुत सारे political clubs भी बनाए फिर आखिरकार 1791 में constitution बनता है लेकिन वहाँ पर ऐसा लगता है कि prank हुआ क्योंकि दिन गांव का प्रश्न राजनावादा और दिश्वादावादा और दिश्वादा जा जीले अपनी जिंदगी लेकिन जब रेन ओफ टेरर के टाइम पीरेट में मैक्समिलिन रोबिस्पायर के पावर थी तो उसने कंट्रोल करने की कोशिश करी पॉलिटिकल क्लब्स बंद करवा दिये फिर भी महिलाएं अपनी लड़ाई लड़ती रही आखिरकार 1946 में जाके बड़ा सा कंट्रोलिशन था इस रेवुलूशन की रेल में स्लेव्स का भी एक एंगल है जो हमें समझना होगा स्लेव्स हैं क्या? तो सबसे पहली चीज तो यूरोपियन से काम होता नहीं था उन्होंने लेकिन प्लांटेशन फिल्ड डाल कर रखे थे अमेरिका में अब वहाँ पे काम करने के लिए अफरिका से स्लेव्स लाए जाते थे एक ट्रैंगल बन गया यूरोप, अमेरिका और अफरिका के बीच में मैक्सिमिली नोगिस्पायर ने स्लेवरी को अबॉलिश किया लेकिन नेपोलियन ने पावर में वापस आते ही स्लेवरी को री इंट्रिडूस कर दिया तो ये स्लेव की क्रोलर कोस्टर राइट थी तो 1848 में स्लेवरी को पूरी तरह से खत्म किया गया फ्रेंच रेवलिशन की कहानी और कैरेक्टर दोनों ही समाप्ती की और है तो अगर समझा जाए 1789 का revolution और revolution के खत्म होने के बाद लोगों को अपने जीवन में यह महसूस हो रहा था कि अब वो खुल के बोल पाते एक जो major change आया वो यही आया कि censorship के laws हट गए थे अब लोग अपने विचार को लिख सकते थे, discuss कर सकते थे liberty, equality, justice यह सारे ideas अब public domain में थे सही और गलत में लोग फरक कर सकते थे conclusion में chapter में जो एक hero character था Napoleon उसके बारे में बताय गया है 1804 में Napoleon पूरी तरह से power में अपने आपको establish करता है और Napolite code लाता है जिसमें वो modernizer of Europe की तरह देखा जाता है वो uniform system of weight and measurement लेके आता है decimal system लेके आता है लोगों को लगता है था कि Napoleon बदलाव लाएगा कि Napolite forces जिस देश में जा रही थी वो उस देश को जीत ले रही थी तो बाद में लोगों का जो नेपोलियन के तौर नजरिया था वो बदला भी और नेपोलियन 18-15 बैटल ओफ वाटरलू में हार जाता है ये था फ्रेंच रेवलूशन फ्रेंच रेवलूशन सिर्फ एक कहानी नहीं एक टॉर्च था जिससे लिवर्टी डेमोक्रिटिक राइट्स के जैसे आइडियास पूरे वर्ल्ड में फैले