हेलो एवरीवन क्या हलचल है देखो लक्ष्मीकांत का चैप्टर वाइस शुरू से पढ़ने का एक मकसद है और ये है की इस साल का यूपीएससी का पेपर देखने के बाद समझ में ए गया है की भैया यूपीएससी बिटवीन डी लाइंस पूछ रहा है प्रीलिम्स में और प्रीलिम्स ही ऐसी एक हर्डल बन रही है की कितने मेधावी छात्र जो इतने थॉटफुल है इतने अच्छे चांसेस लिख पाते हैं पर वो आंसर लिख नहीं सकते क्योंकि उनका प्रिंट क्वालीफाई नहीं हो पाया तो मेरा लिए यह जरूरी है की मैं फिर से रिवर करूं फिर से एक स्टेप पीछे लूं और देखूं की मुझे बच्चों को ऐसे और क्या आप लोगों को ऐसा और क्या मैं दे सकता हूं वैल्यू एड कर सकता हूं जिसकी वजह से भैया आपका कोई क्वेश्चन टके नहीं पालिटी में कम से कम तो एक बार फिर से शुरू करते हैं ये देख लो पालिटी का पिछले कुछ सालों में क्या-क्या ट्रेड रहा है अभी 2022 तक है 2023 में हमने देखा की भैया अपने आप इन्होंने 15 क्वेश्चन पूछे हैं साल भी 15 के 15 क्वेश्चंस डिफिकल्ट नहीं थे मैं का के हर गया प्लेन फॉक्स बैच में निमनीष क्लास में के दिउ प्रोसेस ऑफ डॉ पढ़ लो पढ़ लो ए गया सिलेबस में ए गया एग्जाम में ठीक है जो पढ़ाएंगे वो आएगा तो डोंट वारी लेवल जो है डिफिकल्टी का वो मॉडरेट है बहुत टू लेवल नहीं है पालिटी में अगर आपके कॉन्सेप्ट क्लियर है और आप रिकॉर्ड कर सकते हो तो ये क्वेश्चन आए हैं 2023 में गवर्नर जनरल ऑफ इंडिया और इसके ऊपर क्वेश्चन आया ये हम इनको बाद में देखेंगे ठीक है ये उसके पहले ही क्वेश्चन है 2012 के 2022 के अब भैया पहले ये देखो चैप्टर वन हमारा शुरू कैसे हो रहा है तो चैप्टर वन की शुरुआत होती है हमारे संविधान की हिस्ट्री से हमारा संविधान कैसे बना था हमारी पॉलीटिकल स्ट्रक्चर कहां से आया था अब उसके लिए थोड़ा सा हमें पीछे जाना पड़ता है इतिहास में और कहां तक जैन तो हम इतिहास में पीछे जाते हैं जहां पर हमारा मॉडर्न हिस्ट्री है डेट इसे आफ्टर डी डेथ ऑफ औरंगज़ेब व्हेन डी यूरोपीय स्टार्टड इन इंडिया अब यूरोपियंस तो आए थे सन 1600 में सन 1600 में ठीक है 1600 में इनको एक रॉयल चार्ट मिला था एक रॉयल परमिशन रॉयल चार्ट कहते हैं जो इनके मोनार्क ने दिया था इनके राजा ने दिया था बे बे मोनार्क अब ये किसको दिया था तो दिया था एक प्राइवेट कंपनी को जैसे मां लो इंडिया आज एक राष्ट्रपति की मोर के साथ टाटा वह परमिशन दें की आप जाइए युगांडा में रवांडा में मोजांबिक में या कहानी भी अंगोला नामीबिया मैं अफ्रीका में और जाके व्यापार कीजिए इंडिया के नाम पे करो व्यापार करो टैक्स कलेक्ट करके हमको दो तो ऐसा ही वहां की महारानी ने इनको एक चादर दिया रॉयल फरमान दिया ऑर्डर दिया आपने नाम की सेल के साथ की जो वहां जाके ट्रेड करो ये इंडिया ए गए हमारे यहां अब जब ये इंडिया आए तो आए तो तो 1608 से लेकर इन्होंने 1757 तक 17060 बड़े प्यार से इन्होंने अपनी बातें कारी सब लोगों से बातें कारी सातवां में एक बैटल हुई उसके बाद 64 बैटल हुई बताऊंगा अभी क्या होती है और साथ ही साथ आपको भी बताने आपको बताते रहना है की क्या-क्या बैटल हुई क्या-क्या फैट से आप हिस्ट्री पढ़ रहे हो ना मैं पुरी हिस्ट्री नहीं पढ़ाऊंगा मैं वो पढ़ाऊंगा जो पॉलीटिकल एंगल हुआ है जिसकी वजह से आज हमारा पॉलीटिकल स्ट्रक्चर जो आज खड़ा है सामने वो उसका कहां से उत्पात हुआ है कहां से पैदा हुआ है अब देखो आप 1608 में अंग्रेज आते हैं हमारे यहां खाली अंग्रेज नहीं थे फ्रेंच थे डेनमार्क नॉर्वे थे पुर्तगीज थे और इसके अलावा थे हमारे यहां इंग्लिश बीते अब इन लोगों ने आके हमारे यहां क्या क्या करें फैक्ट्रियां बनाई राजा महाराजाओं से दोस्ती कारी इन लोगों से ट्रेड किया इन लोगों से बातें कारी की हम आपसे व्यापार करना चाहते हैं हम अपने यूरोप से आपके लिए सोनी चांदी ये सब लेक आए हैं और हमें आपके यहां से चाहिए मसाले हमें चाहिए आपके यहां से दाल चीनी हमें चाहिए कॉटन हमें चाहिए वीट गेहूं तो ये सब के लिए हमारे आए थे इंडिगो जो दी होती है स्याही होती है इंडिगो ब्लू इंडिगो पहले तो प्यार से खूब व्यापार किया दोस्तियां कारी सम दम दंड भेद सब किया लड़ाई झगड़ा भी किया कल मिला के इन्होंने आखिरकार 1765 तक अपनी वर्चस्व बना लिया और इंडिया पर अपना कब्जा शुरू कर दिया पर कब्जा ऐसे ही नहीं किया कब्ज करने के लिए इनको बहुत साड़ी कम भी करने पड़े क्या-क्या कम करने पड़े इन्होंने शाह आलम एक मुगल एंपरर थे जो बहुत ही ज्यादा सज्जन आदमी थे बहुत ज्यादा नोबेल आदमी थे पर उनका अंपायर छोटा सा र गया था मुगल सल्तनत एकदम टूट चुकी थी और हजरत के बाद से ही मुगल का डोगरा लाइन शुरू हो चुका होता है आप एनसीईआरटी में देखते हो तो शाह आलम के साथ इनकी एक समझौता हो जाता है क्योंकि उसके पहले 1764 में एक बैटल होती है बहुत डिसाइड बैटल होती है उसे बैटल का आप नाम बताओगे कमेंट करके वो कौन सी बैटल थी ठीक है उसे बैटल में अंग्रेज कंपनी की सी ने अंग्रेज हुकूमत नहीं अंग्रेज कंपनी की सी ने तीन राजाओं को एक साथ हराया था मुगल सल्तनत को हराया अवध के नवाब को हराया बंगाल के नवाब को हराया अब उसके बाद ये जब इन तीनों साओ को जब इसने हर दिया तब उसके बाद जब ईस्ट इंडिया कंपनी एक बहुत बड़ी हुकूमत बन चुकी थी और इंडिया उनके सामने खुला पड़ा हुआ था तब उन्होंने शाह आलम से शाह आलम सेकंड ये एक राजा का नाम लिख दे रहा हूं मैं आपको कहानी ना कहानी तो ए ही जाएगा शाह आलम मतलब होता है रोलर आलम मेंस एवरीथिंग शाह आलम सेकंड ठीक है इसे ले ली इन्होंने दीवानी ये इन्होंने दीवानी ले ली अब दीवानी क्या है दीवानी होती है एक परमिशन की हम अब ट्रेड करेंगे हम अब टैक्स कलेक्ट करेंगे और गली तुम खाओगे पैसा हम कमाएंगे अगर जनता को न्याय नहीं मिला अगर जनता को सड़क इरिगेशन जनता को कुछ नहीं मिलता है हमें मतलब नहीं है उससे जनता को फसल ग रही है की नहीं ग रही है जनता को परेशान है की नहीं परेशान हमें मतलब नहीं है हमें खाली टैक्सी मतलब टैक्स हमको मांगेंगे दीवाने हमारे पास है और गली खाओगे तुम तुम ए जो ठीक है तुम ले लो न्याय मिल रहा है की नहीं चोरी चकरी हो रही है की नहीं अपराध पकड़ अपराध काबू में है की नहीं कोई मतलब नहीं है उन्हें खाली टैक्स से मतलब था उन्हें खाली रिवेन्यू मटर से मतलब था की मिली उन्हें बंगाल बिहार और उड़ीसा की थोड़ा मिट्टी गया 1764 ठीक है यह लिखा हुआ है बंगाल बिहार और उड़ीसा की अब यही की पहले क्यों मिली क्योंकि जो सबसे बड़े नवाब थे बंगाल के नवाब जो थे बहुत ज्यादा बड़ी उपजाऊ मिट्टी के जो शासन थे जहां बहुत ज्यादा लोग रहते थे जहां पहले से ही बहुत ज्यादा ट्रेड होता था तो वहां के नवाब को हराया अब बंगाल के उसे एरिया में आता था आज का बिहार आज का उड़ीसा भी अब उसे एरिया के ऊपर उन्हें मिल गई दीवानी ठीक है इन्हें एकदम इन्हें भैया एक बार में इन्हें झटका से इंडिया इन्हें खुला मिल गया और जैसा इंडिया का एक रफ मैप बना रहा हूं मैं ये मैप है ये ऐसे मैप हमारा ये जा रहा है ओके तो इस पूरे एरिया की इन्हें मिल गई दीवानी यहां की और वैसे तो ये यहां भी मद्रास में भी है मद्रास मुंबई सब जगह हैं पर बंगाल बिहार की दीवानी मिलने से किसी ने कंपनी की पकड़ मजबूत हो गई अब यह समझ गए की हम यहां से जान वाले नहीं हैं अब बगिया से करो त्रिनिटी ठीक है बॉम्बे इन्हें दहेज में मिला बॉम्बे इन्हें पोलियो से मिला पुर्तगीज की आ पुर्तगीज की जो एक प्रिंस थी पुर्तगाली कैथरीन बरगंज उनके साथ रिश्ता हुआ और उनके साथ इन्हें मिला बॉम्बे ठीक है मद्रास वगैरा में पांडिचेरी वगैरा में फ्रेंच के साथ लेन-देन हुआ टच के साथ लेन-देन हुआ डक को बोला की इंडोनेशिया के इधर मत आना इंडोनेशिया जो यहां आयरलैंड कंट्री है आयरलैंड नेशन है इनको बोल दिया तुम चले जो इंडोनेशिया और वहीं जाकर व्यापार करते रहो मसाले का जो भी करना उधर करो इधर मत आना इंडिया हमारा है ठीक है आप बच्चे फ्रेंच फ्रेंच के साथ इनकी मुठभेड़ चलती रही फ्रेंच के साथ इनके यहां पर कर्नाटक वार भी हुई और एंग्लो फ्रेंच वार भी चलती रही बहुत समझौता भी गया नहीं मानते थे आपस में खैर खड़े होते रहे जो आज पांडिचेरी है वो पहले फ्रेंच कॉलोनी थी तो उसको फ्रेंच ने कंट्रोल किया था लेकिन फ्रेंच चुपके-चप्पे अपना कम करते रहते थे पर जो मेजर लैंडमार्क था इंडियन कॉन्टिनेंट का वहां पे ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी की हुकूमत बन्नी शुरू हो गई थी 1764 की डिसाइसिव बैटल के बाद ये इनका करियर शुरू हो जाता है और हमने जो देखा है हमारे हिस्ट्री में दो तरीके से हम पढ़ने हैं तो कंपनी रूल और डी क्राउन रूल कंपनी रूल जो 73 से शुरू होता है 58 तक फिर उसके बाद 58 से लेकर 47 तक ठीक है दो तरीके से सन 47 आजादी आजादी होने से जज पहले तक क्राउन रूल होता है मतलब मुकुट का मतलब सिंहासन का क्राउन ब्रिटिश क्राउन का रूल जो ब्रिटिश मोनार्क जो आज किंग जो आज किंग दाल थे ना पहले प्रिंस चार्ल्स थे सबसे बुद्ध राजा ही लगता हैं वो तो इनके पुराने अंजस्टर्स वही वो हमारे ऊपर रूल करते थे रूल तो सरकार करती है वहां के ब्रिटिश प्राइम करते हैं बट रूल किया जाता है बहुत फॉलो करते हैं बहुत इज्जत करते हैं तो इसलिए वहां पर आज भी क्राउन कलर है आज जो मुन्ना की है वो रिपब्लिक कंट्री है नहीं ब्रिटेन तो हमारे यहां क्राउन का रोल शुरू हो गया था 1858 में एक बहुत इंपॉर्टेंट इवेंट के बाद और गर्व से कहते हैं की हम उसे इवेंट के हम उसे इवेंट को पढ़ने हैं और बहुत शहादत को याद करते हैं जब वो हुई थी ठीक है तो हमारी कहानी को ऐसे ही है आए थे नदियों में आए थे समुद्र से तैरते हुए आए थे हमारे राज्य महाराज दोस्ती करने आए थे पहले इनको बोला की साहब हम यूरोप से आए हैं हम गोरे हैं हम अंग्रेज हैं ये हम आपके लिए वहां से लेकर आए हैं गिफ्ट ये ले लो और हमें परमिशन दे डॉग आप कैमरा आपके यहां थोड़ा-थोड़ा व्यापार करना शुरू कर दें राजा ने कहा कर लो उसके बाद करते-करते उन्होंने अपने राजा के दरबार में अपना आदमी बैठना शुरू कर दिया अपना ऑफिसर बैठ रहा है इनका अपना फिर उसके बाद धीमे धीमे तो ए राजा हद ही गए और कल मिलकर खुद अंग्रेज हमारे यहां हुकूमत करने शुरू कर चुके थे ये हुआ है अब हमें यह देखना है की जब कंपनी का रूल था तो कंपनी अपने मां से बहुत कुछ कर रही थी पर सब कुछ नहीं कर शक्ति थी तो जो ब्रिटिश लोग वहां बैठने थे वेस्टमिंस्टर हाउस में ब्रिटेन की पार्लियामेंट में बोलो सोचते थे की यार इस कंपनी को कुछ करो इस कंपनी के ऊपर कुछ-कुछ तो रूल लगाम लागू कुछ तो गाइडलाइन इनके लिए बना क्या कुछ भी करें पड़े हैं यहां पे तो इसके लिए कंपनी के ऊपर कई सारे रेगुलेशंस आए कंपनी के ऊपर कई सारे चार्ट एक्ट आए अब ये वो सारे वो एक्ट है जो कंपनी के ऊपर लगाएं गए थे ठीक है ये इंडिया है या इंडिया के ऊपर बैठी हमारी कंपनी ठीक है ब्रिटेन में बैठने हैं ये लोग अब ब्रिटेन के लोग इस कंपनी को कंट्रोल करते थे ताकि ये कंपनी कंट्रोल करें इनको हमको इंडियन को ऐसे हो रहा था ठीक है तो ये कंपनी के ऊपर लगाएं हुए ये रूल्स थे फिर इसके बाद जब कंपनी हटा दी गई एक बहुत बड़ी इवेंट के बाद तब क्राउन रूल आया और क्राउन रूल के सामने हमारे पास ये साथ एक्ट आए हैं ठीक है ये ये सॉरी कम इन अवार्ड नहीं है कोई एक्ट तो यह है ठीक है कल मिलकर 15 एक्ट है जो हमें याद रखना हैं ठीक है एक-एक करके पढ़ेंगे उनको अब शुरू करते हैं पहले से तो भैया पहले एक्ट आया था रेगुलेटिंग एक्ट ऑफ 1773 प्लीज किताब हाथ में रखना हाईलाइट कर चुके हो तो भी कोई बात नहीं है कोई पॉइंट बता रहा हूं तो लिख लेना अगर हाईलाइट नहीं किया तो लिखने चलना साथ में पेंसिल से बुक को गंदा मत करना किसी और के कम ए जाएगी जब आप सिलेक्शन ए जाओगे आप ऑफिसर बन जाओगे उसके बाद इन्हीं बुक्स को किसी और को दे देना जिसका भला हो सके तो बुक्स ऑन बुक्स को ना मत करना प्लीज टेंशन से माफ करना नो जब रेगुलेटिंग एक्ट आया था पहले बार 73 में तो 73 में रेगुलेटिंग एक्ट लाने की वजह ये थी क्योंकि कंपनी हुई थी बेलगाम कंपनी कुछ भी करें पड़ी थी कितना भी टैक्स लगा रही थी कितने भी लोगों को अंदर जय में दाल देती कुछ भी कर दी थी अब कंपनी कोई सरकार नहीं थी पर सरकार की तरह कम कर रही थी जिसकी इन्होंने क्या क्या कम किया इन्होंने 1757 में बैटल बक्सर की थी रोबोट लाइव आए थे सिराज को हारने सिराजुद्दौला को हर दिया था आगे फिर उसके बाद 57 हुआ 64 हुआ 65 हुआ 73 में इनके लिए पहले बार एक एक्ट लाया गया और इसने कंपनी की पावर को टेकओवर नहीं किया इसने खाली उनको रेगुलेट किया कंपनी के पावर को रेगुलेट किया थोड़ा सा इन्हें दिशा डिड लाइन दी की भाई ऐसे चलो अगर ऐसे नहीं चलोगे तो चलने भी नहीं देंगे ये कौन बोल रहा है इसे ब्रिटिश लोग बोल रहे हैं और चलोगे कैसे वो ये चलोगे आप क्या करोगे आप गवर्नर ऑफ बंगाल बनेंगे आपसे गवर्नर जनरल ऑफ बंगाल यह होगा जो इंडिया का उसे समय यहां पर बंगाल है यहां पे बॉम्बे है यहां पे मद्रास है तो ये तीनों जगह पे एक-एक गवर्नर साहब बैठा करते थे गवर्नर का बॉम्बे गवर्नर मद्रास बंगाल तो इनको बोला गया जो बंगाल के जो गवर्नर होंगे जो सबसे ज्यादा पैसे वाले हैं जो सबसे ज्यादा पैसा पहुंचवाते हैं जहां सबसे ज्यादा पैसा कलेक्ट होता है तो भैया ये वाले जो अफसर होंगे सबसे बड़े ऑफिसर हैं इनको हम बोलेंगे गवर्नर जनरल ऑफ बंगाल अब एक्चुअली तो गवर्नर जनरल बड़ा आसन नाम है नाम होता था गवर्नर जनरल ऑफ प्रेसीडेंसी ऑफ फूड विलियम्स प्रेसीडेंसी प्रेसीडेंसी प्रेसीडेंसी क्या चीज है यही इन तीनों एरिया को प्रेसीडेंसी बोलते हैं ये आज इनको स्टेट बोल लो प्रॉमिस बोल लो प्रेसीडेंसी बोलो एक ही बात है प्रेसीडेंसी ऑफ फोर्ट फोर्ट विलियम्स यह क्या बोला है तो फोर्ड मैन किला अब जी जगह पे ये रहते थे जी जगह पे इंग्लिश ने कंपनी का ऑफिस था की था फोर्ट था मेंशन था उसको कहते थे फोर्ट विलियम है ये कोलकाता में ठीक है यहां के हम गवर्नर जनरल ऑफ प्रेसीडेंसी ऑफ फूड विलियम्स हम होंगे और जो पहले जीजी ऑफ बंगाल बने वो बने थे हमारे ये साहब लॉर्ड वारेन हेस्टिंग मद्रास जो यह दोनों थे बाकी इनको बोला गया तुम इसे नीचे हो ये बड़े अफसर हैं ठीक है जो बॉम्बे के और मद्रास के जो प्रेसीडेंसी थे इनमें जो गवर्नर जो बैठा करते थे जो अपने आप अपना कम किया करते थे उनको बोला गया की नहीं तुम इनकी बात सुना पहले जो बंगाल के जो ये होंगे जनरल होंगे आप इनके नीचे हो सही बात है ठीक है यह भी समझ में ए रहा है अभी कर क्यों रहा है ये सब कर रहे हैं ताकि एक सेंट्रल एडमिनिस्ट्रेशन बनाया जा सके कंट्री में एक सूत्री सिंगल धागे से यहां पे सबसे ऊपर एक ऑफिसर है उसके नीचे एक है उसके नीचे और है उसके नीचे और है कई सारे उसके नीचे ऑफिसर होंगे पर एक सेंटर धागे में जा सके सारे पूरे सिस्टम को पूरे स्ट्रक्चर को इसलिए किया जा रहा था और क्या किया गया था इन्होंने कंपनी का पहले बार रिकॉग्नाइज किया पॉलीटिकल और एडमिनिस्ट्रेटिव फंक्शंस कंपनी सब कम कर रही थी कंपनी व्यापार तो कर ही रही है कंपनी दालचीनी में दालचीनी में चीनी में इंडिगो में नमक कर रही है अच्छा व्यापार कर रही है पर साथी क्या करते थे ये बहुत ज्यादा राजा महाराजाओं के साथ दोस्ती कर चुके थे अब ये बैठ-बैठ के सब लोगों को राय देते थे राजाओं को राय देते थे की देखो सुनो हमको पैसा दो और हम हम तुमको गाड़ी बिठा देंगे हम तुम्हें राजा बना देंगे तुम्हारे प्रदेश का तुम्हारे एरिया का तुम राज करना पर पजामा को चाहिए किराया भाड़ा हफ्ता कुछ भी का लो उसको राजा का ठीक है हम देंगे तो कंपनी के बहुत सारे पॉलीटिकल कम भी शुरू हो गए थे बहुत साड़ी अपॉइंटमेंट करने ग गए थे बहुत सारे राज्यों के दरबार में बैठ के वहां पे राजा को बोलते थे की नहीं इस कानून को सहमत करो इस पे साइन करो जो हम का रहे हैं यह सब कम करते थे तो ब्रिटिश पार्लियामेंट चीज को नोटिस किया की यार कंपनी ज्यादा स्ट्रांग हो रही है इनके लिए कुछ ऐसा करना शुरू करो की ये इतना बी लगाम ना हो जाए क्योंकि अंग्रेज लोगों का जो प्रतिनिधित्व कर रहा है इंडिया में वो कल मिला के कंपनी ही तो है एक कंपनी प्राइवेट कंपनी तो है जो एक इंडियन समझ रहा है की अंग्रेज मैन क्या तो उसे इंडियन के लिए अंग्रेज मैन होगा कंपनी आप कंपनी कैसी है कंपनी इतनी ज्यादा इविल है कंपनी इतनी ज्यादा दुष्ट है तो इनको थोड़ा सा रेगुलेट करो इनकी बात समझो इनको रेगुलेट करो इनको कंट्रोल करो इनके अफेयर्स को कंपनी के जितने भी इंडिया में चल रहे हैं इनको पकड़ो अच्छे से और इनको बेलन मत होने दो कंपनी की जो जो ऑफिसर वापस इंडिया आते थे वापस इंडिया से इंग्लैंड आते थे बहुत अमीर लोग रईस होके आते थे बड़े बड़े सोनी जेवर सो सब हीरे मोती उसे समय ये सब गाड़ी तो उतने उतनी ही नहीं थी तो ये लोग बड़े-बड़े पैसा लेकर आते थे बड़ा रिच होकर आते थे कोई हीरे मोती ले आए कोई सोना चांदी ले आए कोई कुछ और समाज ले आए भर ले खूब बढ़िया फर्नीचर खूब बढ़िया खूब आलीशान जिंदगी तो वहां के लोग सोचते थे की यार इंडिया में ऐसा क्या है जो कंपनी के लोग इतने रईस होकर ए रहे हैं कौन सी ऐसी नौकरी चल रही है वहां पे हम तो तनख्वाह दे रहे हैं वही कंपनी जो तनख्वाह दे रही होगी तो इतनी ज्यादा इंप कहां से सब चीज ए रही है तो इसको लगाम लगाने के लिए फिर एक बनाया गया कोर्ट ऑफ डायरेक्टर अभी बताऊंगा ये क्या होता है कोल्ड ऑफ डायरेक्टर्स डायरेक्टर्स यह करेंगे आपसे यह कौन चीज है बताता हूं अभी आगे साथ में बोला गया एक सुप्रीम कोर्ट बना कोलकाता में अभी तक कब देश में कोई एक कोई कोर्ट नहीं है सुप्रीम कोर्ट जैसी ब्रिटेन में होती है या जज बैठने हैं लॉर्ड साहब बैठने हैं मिलार्ड तो वो बनोगे और उसमें बैठेंगे एक के जस्टिस बैठेंगे और बाकी तीन जज बैठेंगे कमेंट करना जरा ये बताना जरा पहले इंडिया की चीजों से कौन थे अभी कमेंट करो अभी यही कहानी ठीक है फिर बताना मुझे फिर चलेंगे आगे इनको पढ़ने को अब ये क्या बोला है तो भैया कोर्ट और डायरेक्टर ये बॉडी बैठेगी ब्रिटेन में यह ब्रिटेन में होगी और यह कंपनी के हर कम पर नजर रखेगी और पूरी-पूरी नजर रखना के बाद रिपोर्ट बनाई गई और देगी ब्रिटेन पार्लियामेंट को ये कम करेगी तो कंपनी जो कंपनी की जो एम्पलाई थे जो रईस होके आते थे उनको तो बोल दिया प्राइवेट ट्रेड तुम्हारा बैंड तुम्हारा कोई भी रिश्वत लेना जो प्रेजेंट लेते हो तुम ब्राइब लेते हो तुम ये साड़ी बातें बैंड ये सारे कम बैंड कर दो अच्छा कर सकता है और खाली ईमानदारी से कंपनी की सेवा करो कंपनी की रिवेन्यू पे कम करो अपने प्राइवेट तुम सोच रहे हो की अरबपति हो के ए रहे हो वो मत करो ठीक है वो खराब ग रहा है इंग्लैंड में लोग बुरी नजर से देखते हैं आप लोगों को ये बोला गया इसे तो प्राइवेट ट्रेड और प्रेजेंट प्रोहिबिटेड पर डी सर्वेंट ऑफ डी कंपनी कंपनी के एम्पलाइयों को बोल दिया गया अब इसे ये सब हरकतें बैंड कर दो ठीक है ये बोला गया जो गवर्नर जनरल को बंगाल हैं उनके लिए बोला गया है की आप अपने लिए बना लो एग्जीक्यूटिव काउंसिल वनप्लस 4 इस नंबर को याद रखना ये नंबर आगे कम आएगा आप अपने साथ ऐसे कर शख्स और रखो जो आपकी हेल्प करें आपके लिए एक कार्यपालिका बनाने में कार्यवाहिक काउंसिल का लो उसको कुछ भी है ठीक है अब वही है जो है सबसे ऊपर तो 1 + 4 की आप ये जो बॉडी देख रहे हो ये देश की सबसे बड़ी उसे समय बॉडी कहलाद कहलाएगी जो समय ये कल मिला के हमारा उसे समय पार्लियामेंट भी है ये उसे समय हमारा कैबिनेट सेक्रेटेरिएट भी है पार्लियामेंट प्लस सेक्रेटेरिएट हमारा सब कुछ यही कर लोग हैं ये कर अफसर सेक्रेटेरिएट ओके अब यही है ठीक है अब ये लोग बैठ के वनप्लस 4 यह लोग गवर्नर जनरल ऑफ बंगाल प्लस कर लोग और ये मिल्क हमारे देश में कानून बनाएंगे कानून का पालनपुर करवाएंगे कानूनगो पालनपुर नहीं होगा तो सजा भी होगी फिर अब जो कोर्ट और डायरेक्टर जो मैंने आपको पहले बताया यह रिपोर्ट करेंगे कंपनी के रिवेन्यू सिविल और मिलिट्री अफेयर्स पे की कंपनी क्या-क्या कमाई कर रही है कंपनी क्या-क्या सिविल डीलिंग कर रही है क्या-क्या लेन-देन कर रही है कहां-कहां लैंड खरीद रही है कहां-कहां पे कोई आदमी बैठा रही है कुछ भी कर रही है और कंपनी किन-किन जगह से लेकिन और प्रति से किन-किन राजाओं से कोई मिलिट्री डील कर रही है कोई मिलिट्री वार कर रही है कोई मिलिट्री एलाइंस कर रही है हम कोटा ट्रैक्टर देखेंगे उसे चीज को और उसकी रिपोर्ट देंगे ब्रिटेन पार्लियामेंट को ठीक है वनप्लस 4 एग्जीक्यूटिव काउंसिल का ये कहलाएगी एक बॉडी गवर्नर जनरल एनकाउंसिल ब्रिटेन में क्या होता है किंग इन पार्लियामेंट किंग इन पार्लियामेंट यह एक बॉडी होती है अभी आदमी है खाली बस किंग इन पार्लियामेंट और किंग इन काउंसिल यह किंग काउंसिल क्या चीज है तो जब पार्लियामेंट में राजा साहब जाते हैं और वहां जाकर कोई अभिभाषण देते हैं कोई स्पीच देते हैं तब उनको कहते हैं किंग इन पार्लियामेंट की राजा आज पार्लियामेंट में आए हैं ठीक है किंग इन काउंसिल कौन हुए जब राजा अपने पीएम के साथ बैठ के चर्चा करते हैं की हां साहब बताओ तुम्हारी पार्लियामेंट क्या-क्या कम कर रही है मुझे बताओ के और मुझे रिपोर्ट दो हर हफ्ते पीएम की राजा से मीटिंग होती ऑफिशल मीटिंग होती है कई सदियों चली ए रही है तो अब वो चलती वहां की प्रथम है तो जब राजा अपने पीएम के साथ बैठकर आपस में विचार विमर्श करते हैं और पीएम उनको पूरा सुनता है की साहब हमने हफ्ते भर में ये कम की है या हम आगे ये कम करने जा रहे हैं तब उनको बोलते हैं किंग इन काउंसिल इस तरीके से हमारे यहां ये बॉडी बनाई गई गवर्नर जनरल इन काउंसिल जब गवर्नर साहब अपने कर लोगों के साथ बैठकर कम कर रहे होंगे तब उसे समय उसे बॉडी को बोला जाएगा तो यह बॉडी कॉरपोरेट है बॉडी कॉरपोरेट अब यह अपने आप में चेयर है इसका सम्मान है भले यह चेयर कितनी भी करप्ट है भ्रष्ट है पर इस चेयर का समाज है क्योंकि यह चेयर एक हमारे एक सिस्टम का हाईएस्ट ऑफिस है हाईएस्ट चेयर है अब इसके बाद पहले रेगुलेटिंग एक्ट ए गया ठीक है अब उसके बाद आएगा एक अमेंडिंग एक्ट 81 में ही ठीक है 8 साल बाद ए गया क्योंकि पहले बार कोई एक्ट आया तो गलतियां हो ही जाति है कुछ ना कुछ थोड़ी बहुत ऊपर नीचे कोई बात कोई मिस हो गई कोई बात र गई कुछ भी हो गया तो उसको चेंज करने के लिए वो साड़ी चीजों को थोड़ा सुधार करने के लिए एक उसे रेगुलेटिंग एक्ट के बाद 8 साल बाद एक आया हमारा एक्ट ऑफ सेटलमेंट जिसको बोलते हैं अमेंडिंग एक्ट ऑफ 1781 यह दूसरा एक्ट है तो इसके बाद बोला गया की गवर्नर जनरल इन काउंसिल जो होंगे पहले तो यहां से शुरू होता है ये गवर्नर जनरल और उनका काउंसिल साथ ही कंपनी के जितने सर्वेंट होंगे वह चाहे कुछ भी हो जाए वो अपना ऑफिशल कैपेसिटी में कोई भी कम कर रहे होंगे अगर आपने सरकारी कैपेसिटी में अपनी चेयर पे बैठ के कोई सिग्नेचर कर रहे हैं कोई दस्तावेज पर साइन कर रहे हैं तो भैया वो सुप्रीम कोर्ट में चैलेंज नहीं हो सकता है वो सुप्रीम कोर्ट के जरूर क्षेत्र के बाहर है उनको हम एक्सेम्प्ट करते हैं गवर्नर जनरल को भी उनके काउंसिल को भी और कंपनी के बाकी सारे एम्पलाइज को की भैया आप कुछ भी कम कर लो सुप्रीम कोर्ट उसे पर कुछ नहीं का शक्ति साथ ही इसके बाद बोला गया रिवेन्यू मैटर्स जो रिवेन्यू मैटर्स होते हैं जो जो प्रॉफिट की जो मटर होते हैं की कमाई के जितने मैटर्स होते हैं वो सारे सुप्रीम कोर्ट में जुड़ चुके हैं बाहर रहेंगे सुप्रीम कोर्ट के जूरिडिक्शन के बाहर रहेंगे सुप्रीम कोर्ट उसपे कोई चर्चा नहीं कर शक्ति सुप्रीम कोर्ट के पास इस तरह का कोई कैसे ए भी नहीं सकता है ए ही नहीं सकता है तो सुप्रीम कोर्ट करेगा या फिर सुप्रीम कोर्ट बस ये कर शक्ति है सुप्रीम कोर्ट जो कोलकाता में है वो एडमिशन करेगी पर्सनल डॉ ऑफ डिफेंडेंट अब ये क्या चीज है आपको पता होगा ठीक है आपको पता होगा हमारा हिंदू मैरिज एक्ट ठीक है ये तो पता ही होगा आपको मुस्लिम के लिए एक पर्सनल डॉ होता है साथ ही हिंदू उसके लिए हिंदू पर्सनल डॉ होगा यह सब क्या लॉस है यह सब लॉस वह लॉस हैं जींस गवर्नान होता है हम इंडियन में जितने भी हिंदू मुस्लिम सिख पारसी जितने हम लोग हैं हम अपने हमारे मैरिज कैसे होती है हमारे सक्सेशन कैसे होता है हमारे इन्हेरिटेंस कैसे बंटी जाति है संतानों को आगे आने वाले संतानों को हमारे डिवोर्स कैसे होता है सबके अलग-अलग कलर है अलग-अलग प्रथाएं हैं तो सुप्रीम कोर्ट जब कोई चीज तो सनी कर शक्ति है तो वो खाली यह चीज होगी क्या चीज हैं पर्सनल लॉस मोहम्मद फिल्मों में देखते हो ऐसी वाली चीजों पर खाली सुप्रीम कोर्ट बात कर सकता है वो किसी इंपॉर्टेंट मसाले पर बात नहीं कर सकता है ना रिवेन्यू मटर पर ना घबराना जनरल और पुरी कंपनी के एम्पलाइज के किसी भी सरकारी कम के ऊपर वो कोई बात ही नहीं कर सकता इंपॉर्टेंट चीज है दोनों बाहर हैं अब सुप्रीम कोर्ट ये सब देखते है सुप्रीम कोर्ट तू हैव डिक्शन ओवर ओवर कोलकाता ओवर कोलकाता के लोगों के ऊपर ही सुप्रीम कोर्ट के पास साड़ी पावर है वहीं चला लो कुछ भी कर लो अब जो भी सुप्रीम कोर्ट से नीचे जो भी हमारे और कचहरियां हैं मुंह से बदलते हैं प्रोविंशियल अदालत हैं तो वहां पे अगर कोई कैसे चल रहा है और उसे कैसे के खिलाफ अपील हनी है तो वो अपील सुप्रीम कोर्ट में नहीं होगी वो अपील होगी गवर्नर जनरल इन काउंसिल के पास नोट तू सुप्रीम कोर्ट ये बोला गया इस एक्ट में के लोअर कोट्स के खिलाफ के फसलों के खिलाफ अगर कोई अपील हनी होगी तो वो हो जाएगी अपील सीधे गवर्नर जनरल साहब के पास जो कलकत्ता में बैठने हैं बंगाल के गवर्नर जनरल है बहुत बड़े आदमी हैं अब वो फैसला करेंगे साथ ही यही गवर्नर जनरल इन काउंसिल जो हैं ये ते करेंगे की रेगुलेशन कैसे होंगे उन लोअर अदालतों के लिए उन लोअर अदालतों के लिए उन लोअर काउंसिल के लिए केक कैसे कैसे उनको हम रेगुलेट करनी है कैसे-कैसे उनके ऊपर चर्चा हनी है क्या-क्या सारे मसाले ते करेंगे गवर्नर जनरल कौन से अब ये सवाल बड़ा अस्पत ग रहा है क्योंकि हमारे यहां सुप्रीम कोर्ट इंडिपेंडेंस है हमारा ज्यूडिशरी इंडिपेंडेंस है हमारे यहां साड़ी ज्यूडिशरी की जितनी हमारे यहां रेगुलेशंस होती हैं वो ते करता है सुप्रीम कोर्ट के हाय कोट्स में कैसे होंगे कितने क्या-क्या के कौन-कौन जज होंगे कब तैनात होंगे किन के अपॉइंटमेंट होगी उनसे नीचे कौन-कौन से कोर्स होंगे छोटे-छोटे कोट्स होंगे हमारी ज्यूडिशरी आज कितनी अलग हो गई है इस समय देखो कैसे चल रही है यह ब्रिटिश पार्लियामेंट पास कारी है सारे लोग जो इस कंपनी पे ग रहे हैं और कंपनी इंटर्न हमारे ऊपर लगा रही है फिर आएगा पिट्स इंडिया एक्ट ऑफ 1784 3 साल बाद में भी आएंगे तो इसमें क्या हुआ इसमें बोला गया पहले बार कंपनी के जितने भी टेरिटरीज हैं इंडिया में हम उनको बोलते हैं ब्रिटिश पजेशन इन इंडिया यह ब्रिटेन की पोजीशन से कंपनी भले ही इनके ऊपर कंट्रोल करती है कंपनी के भाले टेरिटरी है बॉम्बे मद्रास बिहार बंगाल उड़ीसा अवध पर ये ब्रिटिश पोसेशंस हैं और ब्रिटिश के ही ब्रिटिश यानी गोरों के ही हैं किसी और किसी और फ्रेंच के नहीं है किसी और ये इनके टच के नहीं है पोर्तुगीज के नहीं है डेनमार्क नॉर्वे के नहीं है सब खाली ब्रिटिश यह अपने सारे खाली अंग्रेजी पोजीशन से अंग्रेजी लोगों की पोजीशंस हैं ये और साथ ही ब्रिटिश गवर्नमेंट वैसे जिवन सुप्रीम कंट्रोल ओवर कंपनी अफेयर्स और एडमिनिस्ट्रेशन सरकार है ब्रिटिश प्राइम मिनिस्टर उसकी कैबिनेट और साथ ही जो इन डी नाम ऑफ मजेस्टी डी किंग जो भी हैं तो उनका डायरेक्ट उनका डायरेक्ट सुप्रीम कंट्रोल होगा कंपनी के सारे अफेयर्स पे चाहे पॉलीटिकल हो चाहे कोई एडमिनिस्ट्रेशन अफेयर हो चाहे कुछ भी हो तो अब ये पहले बार समझाइए की कंपनी के कम तो बहुत सारे हैं और डायरेक्टर अकेली बॉडी कम नहीं कर पाएगी पुरी इसके लिए क्या करो पहले तो ये देखो कंपनी के कमर्शियल कम भी है कंपनी की पॉलीटिकल कम भी है पॉलीटिकल का मैंने बताया आपको क्या होता है के अपॉइंटमेंट करना राजा को बिठाना एक पपेट राजा को बिठाना या एक राजा के साथ दोस्ती करना उनको बोलना की तुम मुझे लड़ाई करो तुम जीत जो फिर हम तुमको वहां का एरिया भी दे देंगे और तुम हमें वहां का टैक्स भी देना ये सब खूब कम कर रही थी कंपनी साथ ही कमर्शियल कम तो कर ही रही थी अपनी तो कमर्शियल केमोन के लिए तो बॉडी बनी हुई थी कोर्ट ऑर्डर डायरेक्टर जो बॉडी में आपको बताई की जो लंदन में बैठेंगे कुछ ऐसे बड़े सुरमा लोग बड़े लॉर्ड लोग और बैठ के कंपनी के सारे दस्तावेज पढ़ने रहेंगे कर रिवेन्यू ए रही है कितने की से डीलिंग कर रही है सिविल मटर कर रही है की इसे मिलिट्री अफेयर कर रही है सारे कर रहे हैं अब यहां पे का रहे हैं हम 18 1784 के बाद से कंपनी के कमर्शियल कम खाली डायरेक्टर का कोर्ट करेगा पर जो उसके ऊपर एक नई बॉडी बैठेगी बोर्ड ऑफ कंट्रोल एक नई बॉडी है ये बोर्ड ऑफ कंट्रोल कंपनी के वो सारे कम देखेगी जो होंगे सिविल मैटर्स होंगे या मिलिट्री मटर होंगे या रेवेन्यू ऑफ अफेयर्स होंगे कंपनी के ठीक है अब जो इंपॉर्टेंट कम होगा ना वो सारे ले गए बोर्ड ऑफ कंट्रोल और बोर्ड ऑफ ट्रॉल से छोटी बॉडी डायरेक्टर यह बॉडी बड़ी है यह बॉडी बड़ी है नई बॉडी बनी है अब बोर्ड ऑफ कंट्रोल के लोग ट्रैक्टर के ऊपर बैठा करेंगे और करोड़ ट्रैक्टर खाली देखेंगे हमारी कंपनी के कमर्शियल का कम जितने उनके कॉमर्स रिलेटेड कम है जितने उनके व्यापार कम है ठीक है वो सारे कम देखेगी एक बॉडी और दूसरी बॉडी देखेगी पॉलीटिकल कमरे जिसमें होंगे सिविल मटर होंगे मिलिट्री मैटर्स होंगे उसमें रिवेन्यू मैटर्स होंगे उसमें ये सारे अब एक फैक्ट आपको बता रहा हूं अगर तीन डायरेक्टर की कमेटी होती है जो हमेशा टच में रहेगी एक ब्रिटिश गवर्नमेंट के पर इंपॉर्टेंट पॉलीटिकल मैटर्स तब भैया वो तीन डायरेक्टर्स की कमेटी भाई तीन से ज्यादा भी हो सकता है ठीक है तो ये कमेटी उनको ब्रिटिश गवर्नमेंट को पूरी-पूरी रिपोर्ट दिया करेगी की साहब देखो कंपनी इतना धंधा कर रही है इसे इसे इतने इस सोनी में इस दालचीनी में मसाले में हल्दी में स्पाइसेज में नमक में सब में खूब धंधा कर रही है और ये उनका पैसा है ठीक है और वो बता भी रही है की भैया कंपनी देखो कैसे कैसे कम कर रही है ये हमारा ब्रिटेन का पार्लियामेंट भी है देखो यहां देखो बड़े-बड़े अफसर लोग बैठे हुए हैं ये आम लोग बैठे हैं और जो उनकी बातें सुन रहे हैं की आप कैसे कैसे कम हो रहा है अब जो बोर्ड ऑफ कंट्रोल होगा ये तागड़ी बॉडी होगी और ये बॉडी काफी समय तक रूल करती रहेगी जब तक जब तक एक बड़ा बावल नहीं हो जाता है तो एक्ट ऑफ 17806 यह हैं आपके हमारे लॉर्ड कार्नवालिस ठीक है क्या थे यह कौन थे यह जो इनका इतना जिक्र हुआ तो कौन वाले साहब एक बड़े डिप्लोमेट थे ठीक है ब्रिटिश आर्मी के बड़े ऊंचे अफसर थे जो सुरेंद्र हो के आए थे कहां से अमेरिकन वार ऑफ इंडिपेंडेंस ये आदमी इतने बड़े अफसर साहब अमेरिकन वार में इनका सुरेंद्र हुआ था सुरेंद्र ऑफ सुरेंद्र सुरेंद्र हर के आए थे घुटने टीका के आए थे सुरेंद्र ऑफ यॉर्क टाइम यॉर्क टाउन यहां से यहां से अमेरिका में न्यू यॉर्क सिटी जहां पे आज है तो भैया यह वहां से भाग के आए थे और ये पूरे अपने सब समाज ज्यादा छोड़-छाड़ के वहां से भाग के आए और इंडिया इंग्लैंड जा के वापस आके बैठ गए अब इसके बाद ये सोच रहे थे की यार कहां जाऊं कैसे मतलब बेज्जती भी हो गई है और कुछ पैसा भी नहीं है एक पैसा भी कामना है बड़े अफसर हूं कहां-कहां जाऊं इनको पहले कई जो और जो समय ब्रिटिश जो सरकार में लोग हुआ करते थे तो उन्होंने उन लोगों ने इनको सलाह दी की साहब आप ये बन जो लॉर्ड लेफ्टिनेंट बन जो आयरलैंड के या आप कोई ट्रेजरी का कोई पोस्ट ले लो अगर नहीं ऐसी जगह नहीं ए रहा मैंने कोई बड़ी जगह जाऊंगा तब जो विलियम पीठ थे जिनके नाम पे ये पिछला एक्ट आया था पिट्स इंडिया एक्ट तो विलियम पिट्स जो यंगेस्ट प्राइम मिनिस्टर थे इंडिया इसके इंग्लैंड के तो उन्होंने कहा तुम्हें कम करो तुम इंडिया ए जो तो इन्होंने इंडिया में तब जाऊंगा जब मेरी दो शर्तें मनी जाएगी अच्छा क्या करते हैं तो इन्होंने मेरी पहले शर्ट यह है की मुझे ओवरराइड करना पड़ेगा और जो मेरा काउंसिल होगा डिसीजन ऑफ काउंसलिंग इन स्पेशल केसेस मुझे चाहिए जो आपने वनप्लस फोर की बॉडी बना राखी है अगर उसमें से पांच लोग टोटल पांच लोग हैं उसमें से तीन अगर एक तरफ हो गए तो मैं तो कम ही नहीं कर पाऊंगा तो नहीं मैं ऐसे नहीं कम कर सकता मुझे चाहिए वीटो पावर मैं करूंगा ओवरराइड उसे काउंसिल के ऊपर क्योंकि मैं गवर्नर जनरल हूं तो यह मेरा सिविल रोल होगा ठीक है ये हो गया मेरा सिविल रोल ओके दूसरी कैचिंग आपको दूसरी इन्होंने कहा मुझे चाहिए कमांडर इन के की पोजीशन क्योंकि मैं एक आर्मी मां हूं क्योंकि मैं आर्मी का अफसर हूं और मैं चार्ल्स हूं मैं लॉर्ड हूं मैं तो उन्होंने कहा मैं बोलूंगा कमांडर इन के सुप्रीम कमांडर ऑफ डी ब्रिटिश इंडियन आर्मी जितने इंडिया में जितने ब्रिटिश आर्मी है उनका मुझे पुरी कमांड चाहिए तो ये इनकी हो गई मिलिट्री को डिमांड मिलिट्री दोनों का नहीं मुझे दोनों चाहिए इनके डिमांडों को पूरा माने में उसके बाद एक लाया गया ब्रिटिश पार्लियामेंट में एक्टर 1786 फिर इन सब को भेजो गया इंडिया के अब तो चले जो मां लीजिए तुम्हारी शर्ट है इन्होंने कहा अच्छा ठीक है अब जाऊंगा उसके बाद भी ये फिर पहले मद्रास आए मद्रास से कोलकाता गए कोलकाता में जो एक्टिंग हमारे चैनल थे वो गवर्नर हाउस छोड़ना नहीं जा रहे थे तो फिर उनसे मैं परसों नाम तो उनका तो उनसे छुड़ा लिया हाउस भी गया अब हम बैठेंगे यहां पर खैर ये ए गए इंडिया फिर उसके बाद इंडिया में रहे अब आता है 793 में पहले शॉट रैंक चार्ट अभी तक नाम चल रहे थे रेगुलेटिंग एक्ट ऑफ सेटलमेंट यही अमेंडिंग एक्ट अब से आएंगे कर ट्रैक जो मेरा को शुरू में लिस्ट दिखाई थी 15 एक्ट उसमें से आठ कंपनी के रूल पे आते हैं साथ क्राउन रूल में आते हैं ठीक है तो पहले अटो में से हम रेगुलेटिंग एक्ट सारे कर चुके हैं अब ए रहा है हमारा चार्ट तो यह इसने भी ब्रिटिश टेरिटरीज के ऊपर कंपनी का रूल अपना बनाया रखा और इन्होंने इस एक्ट में कुछ कुछ फीचर्स बड़े अच्छे थे उन्होंने बोला की देखो कंपनी की जो मोनोपोली है उसे समय तक इंडिया में खाली एक ही तो कंपनी चल रही है ठीक है अब इसे एक कमरे में बोला इसे एक कंपनी के लिए बोल रहे थे ब्रिटेन में की यार इतने सारे लोग इतने सारे लोग हमारे यहां हैं इतने सारे हमारे लड़के बच्चे हमारे सब बड़े हो रहे हैं ये लोग कहां जाएंगे क्या लूटेंगे और हमें भी तो भेजो हमारे बच्चों की कंपनी है और भी कंपनी है तो वहां के को ऑफ डायरेक्टर बोर्ड ऑफ कंट्रोल बहुत विद्रोह करते थे के नहीं नहीं नहीं इंडिया हमारा है तुमको इंडिया के पैसा लाकर दे देना टैक्स दे रहा है इतना इंडिया से इंडिया पे खाली है इंडिया में कोई और कंपनी नहीं आएगी तो सरकार ने बोला एक कम करते हैं भाई 793 का और हम का रहे हैं की आपकी जो मोनोपोली है इसीलिए कंपनी की विद इंडिया ये बराकर रहेगी अगली 20 साल और विशाल और काम लो उसके बाद हम आएंगे उसके बाद और लोगों के बच्चे बड़े हो रहे हैं उनकी भी कंपनियां बड़ी हो रही है और उनको आने दो तो ऑलमोस्ट 200 साल होने को ए रहे हैं 1600 से लेक 1793 ए चुका है 200 साल से एक ही कंपनी इंडिया में कम कर रही है एक ही इंडिया एक ही कंपनी इंडिया को ल रही है और वहां उत्पाद मचा रही है दूसरी कंपनी अभी तक कोई नहीं आई है इसलिए वहां के लोग बोल रहे थे की यार अब तो हमें आने दो तो ऐसी ऐसी बातें हुई और भी इसके और भी इसके अलावा बातें हुई थी तो और क्या बातें हुई बोर्ड ऑफ कंट्रोल यह जो बॉडी थी इसको बोला गया की आप यह जितने जा रहे हैं जो अफसर हो जितने आप सारे बड़े लोग जो ब्रिटेन में बैठ रहे हो और आपका ये ऑफिस है आपका घर है आपके ये स्टाफ है बाकी आपका जितने सारे एक्सपेंड हो रहे हैं जितने आपके खर्चा ए रहा है जितना आपके ऑफिस का जो इतना जो खर्चा हो रहा है ये सर आएगा इंडिया के रिवेन्यू से हम हम ब्रिटेन सरकार आपको पैसा नहीं दे रहे तुम आप हमारी बात मानती नहीं हो हमारे कॉरपोरेट नहीं कर रहे हो अपना घर से खुद उड़ाओ हम नहीं कर रहे तो बोर्ड ऑफ कंट्रोल और उसके स्टाफ को जो स्थिति सैलरी मिलेगी जितना उनके ऊपर खर्चा होगा ऑफिस के एक्सपेंड होगा वो सर इंडियन रिवेन्यू से आएगा तब आप अपना कम करते रहो पर टैक्स हमें पूरा पूरा देते रहो अब जो गवर्नर जनरल के पास जो ओवरराइडिंग पावर थी यह वाली जो लॉर्ड कार्नवालिस ने जीती थी लाड झगड़ के तो वो वैरायटी पावर्स आर एक्सटेंडेड तू जो फ्यूचर का जनरल और गवर्नर ऑफ प्रेसिडेंट उनको बोल दिया की हां यह तो वीडियो सही है यार मां लो बाकी पूरा कम से इकट्ठा अलग हो गया तो फिर तो बात ही नहीं हो शक्ति इसे कुछ भी तो जो वीटो पावर है उसे वीटो पावर को भैया देते रहो बाकी सारे गवर्नर जनरल्स को क्योंकि वही कम करना जानते हैं वही उनसे ही हमें कम करवाना है आखिरी साइन तो नहीं गई होना है कमांडर इन के जो उन्होंने कन्वॉल्यूशन डिमांड मांगी थी कमांडर इन के बनेगा मैं और मैं पूरा मुझे वीडियो भी चाहिए तो जो कमांडर इन के होगा मिलिट्री का वो मेंबर नहीं होगा गवर्नर जनरल काउंसिल का अनलेस अपॉइड ना किया गया हो यह बोला गया की यह कौन बोला उसने तो जीडिल में ले ली ये ये अननेसेसरी थी तो हम का रहे हैं की भैया ये जब तक जब तक अप्वॉइंट ना किया गया हो ऐसा तब तक कमांडर इन के मिलिट्री का इसका मेंबर नहीं होगा इस पूरे काउंसिल का मेंबर जो जीजी इन काउंसिल जो बॉडी है वनप्लस 4 की वनप्लस फोर में कमांडो राजीव नहीं बैठेंगे अगर ऐसा ही भेजो ना गया हो तो बस ये बोला गया ये बात हुई ठीक है फिर आया 1813 अब 20 साल हो गए ठीक है अब 20 साल हो गए अब अंग्रेजी हुकूमत का रही है की भैया तुम्हारे 20 साल दे दिए थे तुमको मोनोपोली के तुम अकेले ही थे अब तो आने दो तो कंपनी गाड़ी के साहब ऐसे मत करो यार हम तो इतना यार तुम्हारे सम्मान करते हैं सब कुछ कर रहे हैं तुम जो कहते हो मां जाते हैं तो मैं टैक्स भी दे रहे हैं पूरा पूरा जब भी आप कोई फरमान लेट हो मां लेते हैं तो हमें कुछ तो हमें तो हम पहले थे ना तुमको इंडिया लगे दिया तो हमें कुछ चाहिए बदले में कुछ ऐसा सम्मान चाहिए कुछ ऐसा दो की जो हमारा जो खाली तब बोला गया की अच्छा एक कम कर लो आपका जितना चाय में व्यापार होगा वो खाली आप ही करोगे उसमें कोई और ब्रिटिश कंपनी नहीं आएगी अच्छा उन्होंने कहा ये तो बात ठीक है साथ ही आप चीन से जितना व्यापार करोगे चीन के साथ जितना व्यापार करोगे इंडिया से बाहर चीन तो उसे चीन के साथ व्यापार में भी खाली है अब आप ही रहोगे मोनोपोली रहेगी ठीक है पर बाकी किसी और धंधे में मसाले में नमक में मैंने आपको बताया दालचीनी में राइस में कॉटन में वीट में हर चीज में आलू में धंधे में बाकी कंपनियां भी आएंगे और वो शामिल होगी आपके साथ वह भी इंडिया को लूटेंगे ये बातें हो रही हैं खाली चाय में व्यापार आपका रहेगा क्योंकि टी इस फेवर्ड बाय इस इस फेवर्ड बाय ब्रिटिश फेवर्ड बाय उनकी बहुत ही फेवरेट ड्रिंक है ये बहुत ही ज्यादा वहां पे चर्चित ड्रिंक है बहुत ही पॉपुलर ड्रिंक है ये तो टीम में व्यापार बहुत प्रॉफिटेबल भी है अब इसे बोला गया की देखो भाई 200 साल से ज्यादा हो गया तुमको इंडिया में तुम लोग कैसे कम कर रहे हो तो इन्होंने कम कर रहे हैं खूब कर रहे हैं कम बढ़िया होता है आप एक कम करो आप पश्चात एजुकेशन फैलाओ वहां जाके यार वहां पर लोग अब आपको देख रहे हैं और अब आपको अपने लिए कुछ ऐसे लॉयर लोग बनाने पढ़ेंगे वो कैसे बनेंगे आप जब तक उनको इंग्लिश नहीं दिखाओगे आप जब तक उनको वेस्टर्न एजुकेशन से ट्रेन नहीं करोगे जब तक उनको इंग्लिश मैथ्स साइंस फिलासफी लिटरेचर ये नहीं पढ़ाओगे वेस्ट वेस्ट वाली जो वेस्ट में चलती है तो भैया तब तक आपके साथ लोग जुड़ेंगे नहीं आपके मैं बता रहा हूं आपको आप लोग परेशान हो जाओगे ये इनको बोला गया कंपनी को ठीक है करते हैं ये भी करते हैं तो इससे क्या होगा इससे कुछ ऐसे लोग ट्रेन होंगे जो इंग्लिश जो इंग्लिश जानेंगे जो आपके साथ जुड़ जाएंगे क्योंकि वो उन्हें दिखेगा के यहां इंग्लिश कंपनी के अफसर के पास पैसा है ये इंग्लिश बोलते हैं बड़े आदमी हैं विलायती बाबू है तो हम भी ऐसे बनेंगे हम भी इंग्लिश सीखेंगे और फरदर यही इंडियन लोग और बाकी इंडियन को भी इंग्लिश ट्रेन इंग्लिश में ट्रेन करना शुरू कर देंगे आपके लिए रूल करने में सहूलियत हो जाएगी अच्छा बात तो सही का रहे हो अच्छी बात है साथ ही उन्होंने बोला गया की आप अपने साथ क्रिश्चियन मिशनरीज भी ले जो क्रिश्चियन मिशनरीज इंडिया ले जो और क्रिश्चियनिटी को प्रमोट करो प्रोपागेट करो फैलाओ क्रिश्चियन बना लोगों को जैसा भी करना करो इंडिया में क्रिश्चियन नहीं है यू कैन को और ये बोला गया है जो जितने भी लोकल प्रोविंशियल गवर्नमेंट हैं ये गवर्नमेंट भी अपने साथ अपने जो आपको टैक्स देती है किराया देती हैं हफ्ता भाड़ा देती हैं ताकि उनकी सरकार ने बनी रहे ये भी टैक्स लगा शक्ति है उन्हें लोगों पे जो ऑलरेडी एक टैक्स इनको दे रहे हैं और टैक्स नहीं कर शक्ति है अलाउड लोकल गवर्नमेंट तू इंपोज टैक्सिस ऑन परसंस और पनिश डेम पर नॉन पेमेंट ऑफ टैक्स अभी तक क्या होता था राज्य महाराजा बोलते थे किसने को मजदूर को की एक कम करो क्योंकि उनको टैक्स देना है बड़े अंग्रेजन को अच्छा साहब दे दिया लो ले जो अब जो ये छोटे किसान हैं और ये जो छोटा राजा है ये राजा बोलेगा अब हमको भी दो तो ये बोलेंगे साहब ये भी ले लो और अगर टैक्स नहीं दिया तो ये सजा भी दे सकते हैं ये राजा उसे किसान को क्योंकि हमें क्यों नहीं दिया अब इन तीनों चीजों से वेस्टर्न एजुकेशन से क्वेश्चन में साड़ी से और साथ ही इस कम से क्या हो रहा है की ब्रिटिश कंपनी का एक तीर से दो निशाने ग रहे हैं क्या ग रहे हैं की भैया अगर इंडियन ना खुश होते हैं तो ना खुश होंगे वो उन रुलर्स के साथ जो लोकल रुलर्स हैं जो लोकल गवर्नमेंट है के तुम पहले हम पहले ही स्वस्थ हैं हम पहले ही इतने टैक्स से बोझिल हैं उसके बाद तुम भी टैक्स ले रहे हो हमसे और टैक्स नहीं दे तो भी कर रहे हो जय भेज दे रहे हो ये होगा साथ ही तुम्हारे लिए एक लॉयल क्लास ऑफ इंडियन बन जाएगा एक लॉयल क्लास जो आपके साथ जुड़ा रहेगा लॉयर क्लास ऑफ इंडियन ये बनेगा ओके कितनी बढ़िया बात बोली है देख रहे हो शातिरता देखो दिमाग चल की अलाउड क्षण में शनि तू इंडिया आप क्रिश्चियनिटी जब आएगी यहां पे इंडिया में लोकेशन बनेंगे तो ऑटोमेटेकली वो चर्च जाएंगे वो बपतिस्मा करवाएंगे वो ईस्ट पर अपने छुट्टियां मनाएंगे वो अपना क्रिसमस मनाएंगे और अंग्रेजन को फॉलो करेंगे ठीक है इससे इंडियन के इंडियन ब्रिटिश के प्रति लॉयल होना शुरू हो जाएंगे ब्रिटिश क्राउन तू हैव सॉवरेन्टी जो हर एक्टर में बोलते थे वह फिर बोल रहे हैं की देख लो तुम कम कर लो तुम्हारा मां है कम करने का पर भैया कम कब तक करोगे जब तक ब्रिटिश कंपनी के ऊपर तभी तक कम करोगे उसके अलावा कम नहीं कर पाओगे ब्रिटिश क्राउन को मानो सर वो परी ब्रिटिश क्राउन है शर्मा और तुम्हारे को परमिशन देकर भेजो गया है हमारे हुकूमत को मेन रखना ब्रिटिश काउंसिल लंदन में बैठता है उसके ऊपर उसको उसको मत बोलना ये बोला गया अब 1833 ठीक है अब यहां पर क्या हो रहा है गवर्नमेंट में जर्नल ऑफ बंगाल को परिवार बोला गया है की आप पूरे भारत के गवर्नर जनरल हो ठीक है गवर्नर जनरल ऑफ बंगाल ऑफ इंडिया इंडिया के पूरे इंडिया के पहले बार टाइटल इनका पूरा बना हां ये हम बड़े आदमी और हम पूरे देश के सबसे बड़े राजा हैं अब गवर्नमेंट ऑफ इंडिया पहले बार क्रिएट होती दिखे रही है एक इंडिया की सरकार एक इंडिया उसे समय जो भी सब कॉन्टिनेंट है जैसा भी है एन ब्लू ऍफ़ पाकिस्तान शुरू हुई है और इस सरकार के सर्वे सर्वे सबसे पहले बार बने लॉर्ड विलियम बेंटिक देखो भैया आप हिस्ट्री में बहुत सारे राज महाराज ये वायसराय लॉर्ड सबका नाम पढ़ोगे मैं आपसे चाहता हूं कुछ ऐसे वायसरायस कुछ ऐसे गवर्नर जनरल्स का नाम याद रख लेना क्योंकि भैया ये एग्जाम में कहानी भी ए जाएंगे और ये हिस्ट्री में नहीं भैया मैं पालिटी में कहूंगा पालिटी में आएंगे क्योंकि अगर ऐसा क्वेश्चन ए गया तो लॉर्ड वारेन हेस्टिंग्स ठीक है लॉर्ड विलियम बेंटिक अभी आगे भी आएंगे और ठीक है याद रखना पांच छे नाम तो है जो इंपॉर्टेंट है हमारे यहां पालिटी में फिर बोला गया है इनके पास पुरी पावर होगी सिविल और मिलिट्री पावर्स पूरी-पूरी अब ये हीरो आदमी है पूरे देश के पूरे देश के सबसे बड़े आदमी हैं कल कोई सुबह उठा और का दे की साहब एक रुमाल है ₹10000 का तो माना जाएगा यहां होगा भैया ठीक है देश का सबसे बड़ा आदमी का रहा है तो हो गई होगा और यही चीज फॉलो हनी शुरू हो जाएगी कल कोई सुबह उठकर का रहे हैं चोरी करना अपराध नहीं है तो हां ठीक है वो अपराध नहीं होगा ये तब इनकी हैसियत है तब ये इतनी बड़ी ऐसे हो जाएगी अब गवर्नर ऑफ बॉम्बे और मद्रास के पास कोई पावर नहीं रही ये जो ये लोग ये दोनों जो अपने बॉम्बे मद्रास में र रहे थे अपने छोटे-छोटे कानून बना रहे थे अपने लोकल लेवल पे अपने लोकल प्रेसिडेंट लेवल पे उनको बोला गया की ऑप्शन नहीं जो कानून बनेंगे वो ये साहब बनाएंगे ये बड़े साहब बनाएंगे ठीक है इनको कोई बनाना तो ये सबसे बड़े हैं सबसे बड़े प्रांत के टैक्स वाले प्रांत के ये गवर्नर है तो ये ये सबसे बड़ा मानेंगे आपसे अब इस एक्ट से पहले जितने भी लॉस बने थे वह बोले जाएंगे रेगुलेशंस ठीक है और इस डॉ के बाद जितने कानून बनेंगे वो बोले जाएंगे एक्ट प्रॉपर एक्ट बस नाम में क्या रखा है ठीक है एंटीरे एसिड पावर्स ओवर इंडिया वज जिवन तू जीजी एंटीरे पावर पुरी कानून बनाने की ताकत मैं अभी आपको बोला की सुबह उठ के बोल ने के साइकिल पे 200% टैक्स तो साइकिल 200% टैक्स लगेगा ऐसा ही होता था ठीक है यह हो रहा था और ऐसा तो नहीं पर ऐसी मिलता-जुलता ऐसा ही कुछ आप समझ सकते हो क्योंकि इंडिया और समय बहुत ही बदहाल पोजीशन में था और बहुत ज्यादा बोझ से ढाबा हुआ था स्लाबरी से झुका हुआ था तो अक जो कंपनी है अपनी अभी तक जो कंपनी इतनी ज्यादा मेहनत कर रही है इतनी ल पार्ट में तब इस कंपनी को बोल दिया गया की अब से आप खाली बस करो प्रशासनिक कम ठीक है आप खाली एडमिनिस्ट्रेटिव रोल निभाओ आपने जो ट्रेड तो करना था वो कर लिया आपने 200 सालों में दो सवाल दो सवालों में ठीक है अब बाकी कंपनियां ट्रेड कर लेंगे आप खाली बस अपने प्रशासन संभालो और आईटी इस डिप्राइव्ड ऑफ जो ऑफ इट्स कमर्शियल एक्टिविटीज कोई भी आपके व्यापारिक कम छोड़ दो हो गया अब आपके पास इंडिया पूरा पढ़ाई हुआ है इसको संभल लो क्यों अब तुम ग रहे हो दालचीनी में और चावल आते में छोड़ दो इन सबको चीजों को ठीक है ये बोला गया है इनको साथ ही सिस्टम ऑफ ओपन कंपटीशन इन सिविल सर्विसेज ये बोल दिया गया क्योंकि भैया देख रहे हो 2 1/420 साल इंडियन अब वेस्टर्न एजुकेशन से ट्रेन हो रहे हैं ठीक है और इंडियन अब क्रिश्चियन मिशनरीज के साथ भी देख रहे हैं इंडियन अब ये समझ का रहे हैं की भैया ये तो अफसर जो लोग हैं यही पैसे वाले हैं देश में खाली ना राज महाराज ये एन कोई कुछ जो उनके पास डब्बा है वो किसी और के पास है ही नहीं अभी कैसे आया क्योंकि जो सिविल सर्विसेज थी आई सी एस ठीक है इंडियन से भी का लो इंपीरियल सिविल सर्विस कर लो ये बहुत ही ज्यादा जिसे कहते हैं लुक्रेटिव थी लुक्रेटिव अब यह बहुत ही मलाईदार पोस्टिंग थी तो क्या होता था कई ज्यादा कई सारे जो ब्रिटिश अफसर होते थे पैसे वाले हो जाते थे और कई ब्रिटिश जो लोग जो ब्रिटेन में रहते थे लॉर्ड्स वह अपने बेटे बेटियों को आईसीएस में लगवाना चाहते थे की एक भाई इंडिया जो इंडिया में जाकर लॉर्ड बैंक आओ इंडिया में जाकर कलेक्टर बन गया हो अब पैसा कमाओ कंपनी के साथ भयंकर ओ ऐसी तैसी कर दो देश की अब वहां बहुत पैसा है बहुत एक्सपीरियंस है बहुत एक्स्पोज़र मिलेगा बहुत तुम्हें समझना को मिलेगा कैसे रूल किया जाता है कैसे कलेक्टर बनाया जाता है कैसे संभाल जाता है सिटी को जिला को जिले को स्टेट को अच्छा ये बात होने लगी तो वो पोजीशन जो होती थी वो साड़ी ब्रिटेन अंग्रेजन के लिए रिजर्व रहती थी ठीक है इंडियन उसमें नहीं ए सकते थे अब स्टार ट्रैक ने बोला गया ओ भैया ओ भैया कब तक नहीं चल पाएगा 200 साल से कर रहे हो कम तुम अब तो इंडियन को आने दो समझ गए वो समझदार हो गए हैं वो नीचे होंगे वो नहीं मानेंगे अच्छा क्या करें की ओपन कर दो ओपन कंपटीशन इंडियन भी लिखेंगे एग्जाम और ब्रिटेन के लोग भी लिखेंगे एग्जाम सब लोग लिखेंगे एग्जाम जो सक्सेसफुल होगा उसको बना मेरिट पे लो और ऐसे करो तो ये नेगेटिव करती थी ये इशू को अपोजिशन करती थी कोर्ट ऑफ डायरेक्टर्स कंपनी जो डायरेक्टर जो लंदन बैठने थे जिनके ऊपर कंट्रोल बैठता था तो कोर्ट और डायरेक्टर बोलते थे मैं ये नहीं ऑनड़ेंगे नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं हम कंपनी के अधिकारी हैं हम कंपनी हमने कंपनी को अपने हाथों से बनाया है हम नहीं जान देंगे ऐसे इतनी अच्छी सी पोस्टिंग्स आईसीएस इंपीरियल सिविल सर्विसेज इंडियन सिविल सर्विस हम ऐसे नहीं छोड़ेंगे ये हमारे बेटे बेटियों के लिए है हम अंग्रेज हम सारे ब्रिटेन के लोगों के लिए है इस समय मत लो ओपन कंपटीशन इसमें मत लो इंडियन को होशियार है ए जाएंगे वो समझ जाएंगे कैसे चल रही है कहानी तो वो माना करते थे की इसमें नहीं आया इसमें इंडियन का आना माना है तो एक्ट में तो भले ही रहा ये पर कोर्ट और ट्रैक्टर ने आने नहीं दिया इस चीज को ओपन कंपटीशन होने नहीं दिया यह हुआ था 33 में फिर इसके बाद आएगा हमारा 53 यह है लास्ट अट्रैक्ट क्योंकि 1853 ए चुका है अब इंडियन में बावल शुरू होने वाला है ठीक है इंडियन अंदर अंदर अब पूरे बुलबुल उनके अंदर से देखते हुए लावा के निकालने वाले हैं और वो तीन कर साल बाद आपने आपको पता ही है 57 क्या होता है तो वो होता है ठीक है ये बोला गया अब बोला गया की भैया जो ओपन कंपटीशन जो तुम पहले माना कर रहे थे जो तुम का रहे थे की नहीं करेंगे नहीं जान देंगे अब हम उसको रॉक नहीं पाएंगे उसको जान दो 20 साल और तुमने अपनी ज़िद से अपने रॉक ली है ना अब नहीं हो पाएगा भैया आप सभी सर्विसेज में इंडियन को बैठने दो नहीं तो तुम सवाल नहीं पाओगे अपने ही तुम्हारी जितनी जो तुमने अपनी टेरिटरी बना राखी है अभी कमेंट क्या होगी हायर सर्विस क्रीटेड बाय डॉ वरुण से बंटी है जैसे आपकी जो इंडिया सर्विस इस आईपीएस आईआरएस आईएफएस ये साड़ी बंटी कानून से ठीक है अनकमेंटेड नॉन गवर्नमेंटेड ये सर्विस होती है लोअर सर्विस क्रीटेड अदर वाइस जो वैसे बनाई जाति है क्लर्क चपरासी या नॉन एडवांस्ड स्टफ तो ये साड़ी सर्विसेज को बोला जाता है नॉन गवर्नोनेट की ये छोटी है जो कोविंद सर्विसेज हैं जो हायर सर्विसेज हैं अब इसमें भैया इंडियन को बैठने दो वरना घुटने टेक देंगे और तुम नहीं मां पाओगे अब इंडियन के लिए ये एग्जाम थ्रोन ओपन हो गया की अब आप इंडियन एग्जाम लिख सकते हैं आपको बताना है मुझे फर्स्ट इंडियन तू क्लियर सिविल सर्विसेज फर्स्ट इंडियन तू क्लियर और मुझे उम्मीद है की यह नाम आपको पता होना चाहिए भैया आपके आदर्श होने चाहिए मेरे आदर्श हैं यह बहुत बड़े आदमी थे जिन्होंने पहले इंडियन सर्विसेज निकाला था एग्जाम ठीक है फर्स्ट इंडियन न्यूक्लियर जो कौन थे उनका मुझे जरा नाम बताना जरा पता हो तो किसी को ठीक है तो अब जब ये कर दिया गया है इतनी जल्दी बहस हो गई इसके बाद बनी एक मैकअवले कमेटी यह मैं कॉलेज साहब आपके लिए बहुत इंपॉर्टेंट होने वाले हैं ये मकौली साहब बहुत ज्यादा बुद्धिमान प्राणी थे बहुत ज्यादा तेज आदमी थे बहुत अच्छे लॉयर थे बहुत अच्छे स्कॉलर थे डॉ के ज्ञात थे तो इनके नाम पे कमेटी बनाई गई मैकअवले कमेटी ऑन इंडियन सिविल सर्विस अलसो पॉइंटेड इन 1854 के पढ़ो समझो कैसे बनाएं इनके लिए कैसे एग्जाम करवाओगे इंडियन के लिए ये बोला गया ठीक है ये हुआ फिर गवर्नर जनरल काउंसिल लेजिसलेटिव और एग्जीक्यूटिव फंक्शन आर सेपरेटेड ठीक है बहुत कम कर रहे हो बहुत मेहनत कर रहा हूं ठीक है तुम कानून बना भी रहे हो तुम कानून का पालनपुर भी करवा रहे हो तो इतना सर कम कर रहे हो इसको कैसे कर का रहे हो यार हमें भी समझो इतना बड़ा तुम देख संभल के का रहे हो वनप्लस 4 खाली तुम पांच लोग मिल्क हो का रहा है तुमसे तो ये बोला गया की नहीं तुम्हारे कम अलग अलग है अभी अलग-अलग समझेंगे कैसे कर रहे हैं तो ये होता है अभी कैसे होगा ये पहले बनेगा छह पैलेस लोग अलग से लो और जो 1+4 है ये बॉडी इसमें जोड़ो छे और यह बोला गया ठीक है अब यह बनेगा इसको बोलेंगे हम एक इंडियन सेंट्रल काउंसिल यह नाम है ठीक है उसमें जोड़ो छह लोग और उसको बोलो रजिस्ट्रेशन इस ट्रीटेड स सेपरेट फंक्शन ऑफ डी गवर्नमेंट जब छह लोगों के साथ बैठकर कम कर रहे हो तब आप कानून बना रहे हो जब ये कर लोग आपका एग्जीक्यूटिव काउंसिल बैठा हुआ है वो आपके कानून का पालनपुर करवा रहा है ऐसे अलग-अलग कम होंगे 6 मेंबर्स कॉल्ड यह छह लोग आएंगे अब इन छह लोगों के साथ बैठ के आपको बनाना है यानी ये उसे समय के हमारे मां लो एमपी एमपी 6 और हमारे मिनिस्टर्स बहुत ही राफ्टम में समझा रहा हूं ये एक्चुअल नहीं है मिनिस्टर्स हमारे फोर ऐसा मां लो उसको ठीक है बहुत ही रफ फॉर्म में समझा रहा हूं ये हमारा पार्लियामेंट हो गया और ये हमारे मिनिस्टर हुए उसमें से ठीक है ऐसे अब इसके बाद बोला गया ये जो छह है अगर आपने इंडियन को अपने साथ नहीं जोड़ा तो आप पे जाओगे कहां इंडिया के बाहर कैसे करोगे अब इंडिया से अब इंडिया में जुड़े रहना है इंडिया में इंडिया को लूट रहना है तो इसके लिए जरूरी है इंडियन से दोस्ती करो जो तुम इतना कटे कटे रहते हो इंडियन को अपने से जोड़ने नहीं हो अपने से अलग रखते हो तब भैया एक कम शुरू करो इंडियन को बुलाओ अपने साथ इंडियन समझदार है वो समझ जाएंगे तब आप एक कम करो 6 में से आप जो कर होंगे रिप्रेजेंटेशन लोकल गवर्नमेंट ऑफ मद्रास बॉम्बे बंगाल और आगरा ठीक है बहुत सही आंसर कर आपको चाहिए इंडियन ठीक है दो यूरोप से ले आना कर आपको चाहिए इंडियन इस छे में तो इसमें से आप चारों इतने बड़े आपके पास रेजिडेंसी है कोई तो आपका दोस्त होगा उसमें उसको आप उठा लो उसको बोलोगे तुम ए जो चलो आओ हमारे साथ और बाद में जाके बताना की देखो हम इंडियन के साथ में रखते हैं अपने अच्छा स्मार्ट तो ये बोला गया इनके लिए क्या आपको यह भी करना है फिर भैया उसके बाद सन 57 कुछ ऐसा धमाका हुआ ठीक है आपको पता है मंगल पांडे जी की शहादत लक्ष्मीबाई जी की शहादत तो ऐसे कई जगह पर विद्रोह हुआ बहादुर शाह जफर सेकंड उनको उठा के बेचारे बूढ़े राजा को उठाकर दिल्ली में बैठा दिया अब दिल्ली में बैठा दिया अब्बू बेचारे बूढ़े राजा जो अंग्रेजन के पेंशन पे जी रहा था उसे राजा को उठाकर शा हिंदुस्तान घोषित कर दिया दिल्ली में लाकर अब एक अलग सी सरकार चलनी शुरू हुई उसे राजा का दरबार चल रहा है उसको बोल दिया की आज से आप ए जो आपके नाम का शुरू अंग्रेज जागरण बेवकूफ हैं तो इंडियन सारे आए हीरो रोज एक्टर मुनरो इन लोगों ने आके जो कुछ ले आंदोलन को और सब लोगों को जितने हमारे उसे समय जो क्रांतिकारी थे उन सबको पकड़-पकड़ के जय किया कहानी को टॉप से उदा दिया फैंसी पर मटका दिया सब कुछ किया और बहादुर शाह जफर सेकंड को उठाकर बर्मा भेज दिया मैं मा जो वहां चलो गए यहां से इंडिया में देखना मत क्योंकि हो सकता है लोग तुम्हें देख के वापस उनके अंदर भावनाएं जग जैन नहीं अब इंडिया से हटो यहां से और सीधे बाहर चले गए यहां से वह जाकर बालू से सफर व्यवहार में जाके उनकी डेथ हुई वही जाके वो प्रेजेंट में र के पड़े रहे मा गए और उनके मुगल जो उनके बच्चे भी थे उनको भी मौत के बाद उतार दिया था की अब से कोई मोबाइल डायनेस्टी नहीं है यहां पे इंडिया में अब इंडिया में कोई मुगल डायनेस्टी नहीं कोई मुगल रूल नहीं अब जो है खाली एकली इंग्लिश राज रहेगा अभी ऐसा 57 में गदर हो गई 57 की गदर के बाद 58 में एक गवर्नमेंट ऑफ इंडिया एक्ट आया 1858 क्या किया इस एक्ट ने बोला की हम वो साड़ी चीजों को सॉल्व करना छह रहे हैं जिसकी वजह से आपने इतना आंदोलन किया था की उन्होंने इंडियन ने तो हम एक एक्ट ला रहे हैं एक्ट पर डी गुड गवर्मेंट ऑफ इंडिया गवर्नर जनरल ऑफ इंडिया का टाइटल चेंज हो गया उनको बोला गया की अब से आप वो वाइस राय वॉइस राय सेकंड तू डी रॉयल्टी वॉइस तू डी रॉयल्टी आप क्राउन के डायरेक्ट रिप्रेजेंटेटिव जो क्राउन जो है हाईनेस हज मजेस्टी क्वीन किंग जो भी है उनके डायरेक्ट आप रूल उनके आप डायरेक्ट सेकंड आप उनके आप यहां पे हो इंडिया में तो लॉर्ड कैनिंग बेकेम थे फर्स्ट वायसराय इंडिया आपके सामने ए चुका है मुझे पहले दो के नाम चाहिए अभी जो अगर आपको याद रहे याद रहे हो तो आंसर आंसर लिखो जरा ठीक है कंपनी खत्म चलो बोल दिया गया यहां से चलो सब समाज छोड़ के यही से सीधे गए यहां से बाहर गए यहां से और उनको बोला की बाहर जो अपना बोर्ड बैनर सब हटा के लेक जो और गाड़ी छोड़ के जो गाड़ी पेट्रोल सब चीज छोड़ के जो हम अब देख लेंगे रूल कर लेंगे अब डायरेक्ट सरकार खुद ए रही है यहां पे अभी तो कंपनी को सरकार बना के बैठा हुआ था कंपनी बोला तुम बाहर चलो ऐसे कोई वनप्लस फोर प्लस एक सब बाढ़ गए बाहर सब कुछ नहीं चाहिए अब खाली वे बैठेगा वायसराय की अपनी काउंसिल बैठेगी वायसराय की अपनी सब पुरी उनकी सभा होगी सब कुछ होगी ये कैसे होगा ट्रांसफर जो पावर्स ऑफ गवर्नमेंट टेरिटरीज और रेवेन्यू तू डी ब्रिटिश क्राउन कंपनी के पास कोई प्रॉपर्टी नहीं है कंपनी के पास अब कोई टेरिटरी नहीं है कंपनी के पास कोई रिवेन्यू का सोर्स नहीं है कंपनी है बाहर हो गई चलो गए यहां से अब साड़ी चीज ब्रिटिश क्राउन की ब्रिटिश सरकार की संपत्ति खुद हो गई ब्रिटिश सरकार खुद एडमिन से कर लगी अब हम देखना चलो एक नया ऑफिस बनाया गया कहां पे लंदन में सेक्रेटरी ऑफ स्टेट पर इंडिया मंत्री मंत्री पर इंडिया जैसे मां लो मैंने डिफेंस मिनिस्टर ऑफ होम अफेयर्स मिनिस्टर ऑफ एक्सटर्नल अफेयर्स मिनिस्टर ऑफ फाइनेंस तो ऐसे मिनिस्टर ऑफ इंडिया जो लंदन में बैठ रहे हैं लंदन की पार्लियामेंट में बैठने हैं ब्रिटिश पीएम की कैबिनेट के मेंबर हैं मेंबर ऑफ ब्रिटिश कैबिनेट और वेस्टेड विद कंप्लीट अथॉरिटी और कंट्रोल ओवर इंडियन एडमिनिस्ट्रेशन अब ये ते करेंगे मैं ये जो ये जो मंत्री जी हैं जो लंदन में बैठे रहेंगे जो डायरेक्ट इस इन इन प्राणी से जोड़े रखेंगे सारे संबंध की कैसे चल रहा है इंडिया में बताओ मुझे कम बताओ क्योंकि मुझे रिपोर्ट देनी है कैबिनेट में ये वो एक मंत्री या यहां पे बन गए हैं इनके साथ 15 लोगों की टीम बनेगी 15 मेंबर काउंसिल ऑफ इंडिया तू एसिस्ट हम सेक्रेटरी ऑफ स्टेट इसे आईटी अध्यक्ष जैसे होता है मिनिस्टर के साथ उसके सेक्रेट्रीज होते हैं अंदर सेक्रेटरी जॉइंट सेक्रेटरी सेक्रेटरी ये सारे जो आप लोग बनोगे और अगर आप में से कोई बहुत अगर यंग ऑफिसर है तो हो सकता है वो कैबिनेट सचिन तक पहुंच पे अदर तो अगर कोई सीनरी कैसे पहुंचेगी तो वह js1j2 अंदर सेक्रेटरी की पोस्ट पर जाकर रिटायर हो सकता है एवं नहीं तो आगे की बात है डबल गवर्नमेंट ऑफ बॉस और कोड अबॉलिश्ड जितना आप बोर्ड ऑफ कंट्रोल कोर्ट ऑफ डायरेक्टर जितने सब नाम इतने बड़े चौड़े बने थे हां चलो सब बाहर चलो इसको बोल दिया गया कुछ नहीं चाहिए डायरेक्ट यहां पे एक मंत्री जी होंगे मंत्री जी का अपना पूरा काफिला होगा सब कुछ होगा और मंत्री जी के साथ यह मिलकर कम करेंगे हमारे लॉर्ड कैनिंग साहब सबसे पहले वाइस रो हैं ये बोला गया ये जब सेक्रेटरी ऑफ स्टेट इन काउंसिल वही से गवर्नर जनरल इन काउंसलिंग ये जब एक अपने इस कम के साथ बैठकर बात कर रहे होंगे सो एस इन काउंसिल मैं ऐसे लिख रहा हूं आप समझ जाना है ये होगा एक बॉडी कॉरपोरेट कॉरपोरेट मतलब यह अपने आप में एक प्रॉपर चेयर है अपने आप में एक ऑफिस है यह अपने आप में एक फूल फूली फंक्शनल एक कांस्टीट्यूशनल ऑफिस है बॉडी कॉरपोरेट ये मतलब 15 प्लस वन 16 लोग मिल्क जब कम कर रहे हैं तो बड़ा बहुत ऊंची ऊंची बात है ये ठीक है अब 1861 3 साल हुए हैं फिर आगे इंडियन काउंसिल सेट क्योंकि इंडियन समझ गए थे की भैया अब तो एक ही कम है यहां पे इसे आजादी किसी तरह इसे हटो यहां से इन इनका राज पाठ खत्म करो अंग्रेजन का नहीं तो अंग्रेजन परेशान करेंगे हमको तो 1861 में जब हम लड़ाई कर चुके थे इसे बहुत ज्यादा बहस कर चुके थे तब इन्होंने कहा रुको रुको रुको रुको हम ला रहे हैं इंडियन काउंसिल एक्ट लेक आएंगे ठीक है काउंसिल एक्ट में क्या होगा जब 57 की रिवॉल्ट के बाद में समझा गया और तो समझा गया की इंक्लूड करो इंडियन को इन डी डॉ मेकिंग प्रोसेस इतना शुरू करो पहले यहां से सबसे टॉप से शुरू करो जहां वायसराय की जो ऊपर की बॉडी है जो पोजीशन है उसको भैया पहले उसको संभालो वहां पर रखो दो-तीन इंडियन स्कोर लो प्यार से युटुब फैलाव अच्छे से बात करो उनसे ठीक है तो रिप्रेजेंटेटिव इंस्टीट्यूशन मतलब प्रतिनिधित्व करवाओ इंडियन का एसोसिएटेड इंडियन विद डी डॉ मेकिंग प्रोसेस ठीक है इंडियन आगे नॉन ऑफिशल मेंबरशिप है तो उसमें जो इंडियन जो बैठेंगे वो बैठेंगे नॉन ऑफिशल कैपेसिटी में बस खाली बैठकें हाथ पीछे करके ऐसे देख रहे हैं की कैसे कम चल रहा है हम कुछ बोल नहीं का रहे हैं हम कुछ कर नहीं सकते हमको वोट नहीं दे सकते हमको अपनी बात नहीं पूछ सकते हम कोई डिबेट नहीं कर सकते हम बैठ के देख रहे हैं अच्छा अच्छा अच्छा ऐसे करते हो आप कम अच्छा ठीक है बहुत खराब है बस हम ये हो सकता था थ्री इंडियन व नॉमिनेटेड तीन इंडियन नॉमिनेट हुए पहले बार इसी एक्ट के तहत इन्होंने बोला की साहब एक कम कर रहा हूं मुझे तीन नाम पता है बड़े अच्छे लोग हैं कौन है मेरे दोस्त ने अच्छा ये और भी ठीक है कौन-कौन लोग हैं राजा बनारस महाराजा पटियाला और सजन कर रहा हूं ये आपकी बुक में लिखा है आपको नाम याद हो ही जाएगा ठीक है तो अभी वायसराय है जो देश का राजा है इंडिया का राजा है अब उसके दोस्त कौन होंगे जो प्रदेशों के राजा होंगे जो बाकी स्टेट का राजा होंगे पीएम का दोस्त कम ही तो होगा अब पीएम का दोस्त मैं तो नहीं हो सकता तो ऐसी होता है बड़े आदमी का दोस्त बड़े आदमी होते हैं राजा साहब के महाराजा पटियाला पटियाला उसे समय पंजाब कोई स्टेट था ही नहीं पटियाला और स्टैंड पंजाब स्टेट यूनियन पेप्सू इसे बोलते थे तो आगे आने वाले चैप्टर में आपको पढ़ाऊंगा मैं क्या क्या था एक पेप्सी तो महाराजा इनके दोस्त थे उन्होंने कहा की हमको लो अपने काउंसिल में हम देखेंगे तुम क्या कानून बना रहे हो कहां ए जो ए जो देख लेना कैसे बंता है न्यू काउंसिल पर बंगाल एनब्ल्यूएसपी और पंजाब लिस्ट ये क्या है ये क्या चीज है नई लेसिटी काउंसिल नई विधान परिषदें विधानसभा नहीं लड़े असेंबली नहीं है विधान परिषदें क्या करेंगे जो जैसे हमने आपको अभी बताया वैसे का एक्सटेंडेड काउंसलो है ऊपर है ठीक है जो देश के लिए कानून बना रहा है ऐसे ही कुछ-कुछ प्रांत से जो बड़े होते जा रहे थे जो ज्यादा तिलमिला रहे थे जो ज्यादा उपद्रवी थे तो बोला की कम करो तुम अपने यहां थोड़ा अपने आप को एडमिनिस्टर करो अपने अपने कुछ-कुछ बना अपने यहां कैसे बनोगे के बंगाल में आप बनोगे ग्लेसिटिव काउंसिल कुछ एक गवर्नर जनरल है जो बंगाल का होगा उसके साथ रखो कुछ और लोग चार-पांच लोग 10 लोग 20 लोग फिर ऐसे ही एंडब्ल्यूएफिक नॉर्थ वेस्ट फ्रंटियर प्रोविंस नॉर्थ वेस्ट आई होप ये आपको तो पता होगा कौन सी जगह की बात कर रहा हूं मैं नॉर्थ वेस्ट फ्रंटियर फ्रंटियर मतलब बाउंड्री वाला आगे वाला फ्रंट एयर प्रोविंस तो ये कल मिलने पाकिस्तान के ऊपर का एरिया है जो अफगानिस्तान कांडाहर काबुल का एरिया जो था वफ तो यह वहां का एरिया था एनडीएफपी उसके बाद पंजाब खुद इन एरियाज को दिए गए अपने अपने विधान परिषद है ठीक है यह दे दिया गया की अपने अपने हिसाब से बना कानून पावर्स ऑफ मद्रास और बॉम्बे प्रेसिडेंसेस तोड़ आपको पहले बताया था मैंने की ये साड़ी पावर को फिरों छह रहे थे एक आदमी में एक सेंट्रलाइज यूनियन में एक जगह पे अब उन्होंने बोला की नहीं नहीं यह तो गलती हो रही थी यही तो मिस्टेक थी हमारी ऐसे मत करो इनको सबको कानून बनाने की ताकत दो अपनी अपनी जितने ये बॉम्बे मद्रास जितने सारे जितने हमारी पर्सनालिटी बन रही हैं जो इंडिया है हमारा ऐसा तो भैया एक कम करो ये जो बॉम्बे है ये जो मद्रास है यह जो यहां पे एंडोडब्ल्यूएफ है यहां अपना बंगाल है यहां पंजाब है या दिल्ली सब जितना एरिया है जो इंग्लिश है तो भैया इन सब को दो अपना पावर बनाने का तरीका अपना कानून बनाने की पावर दो इनको की जब बना लो भैया कानून ये गलत हो रहा था हमसे ये मिस्टेक थी भारी मिस्टेक हो गया सर अब इसको हम सॉल्व करते हैं इसको हमने इसको सॉल्व किया मैं थ्रू गिविंग बैक डी रेसिडेड पावर्स तू डी मद्रास और बॉम्बे गवर्नर ये बोला गया क्या आप अपने गांव चुपचाप बना सकते हो फिर 892 20 साल और हो गए सॉरी 30 साल और हो गए तो 892 अब इंडियन हमारे उग्र हो रहे थे समझदार हो रहे थे की चीटिंग हो रही है हमारे साथ हमको सॉल्व करो नहीं तो हम अभी करते आंदोलन उन्होंने अच्छा क्या करें के मा जाऊं वैसे हमें आजाद रहने दो ना भाई यह तो नहीं होगा की अच्छा क्या हो सकता है तो इन्होंने कहा ऐसा होगा की हम बनाएंगे प्रांत बॉम्बे मद्रास बंगाल एनब्ल्यूएसपी पंजाब दिल्ली अवध सारे जितने हैं ना तो ये सारे हैं अपने अपने प्रॉब्लम्स प्रांत स्टेट कुछ भी का लो इनको ठीक है तो इनमें भी अपने विधान परिषद है एलसीडी काउंसिल है जहां जो कानून बनती है अपने अपने स्टेट के लिए और ऐसे ही बैठी सबसे बड़ी पावर जो दिल्ली में है कोलकाता में जो पूरे देश के लिए बना रही है इंडियन सेंट्रल साथी प्रोविंस की अपने-अपनी काउंसिल तो हमने देखा की यह कर रहे हैं प्रोविंशियल और सेंट्रल में ऐडेड एडिशनल मेंबर्स जो कौन होंगे जो होंगे नॉन ऑफिशल्स बस अब ये याद रखना ये नॉन ऑफिशल है अभी भी इनके पास कोई बहुत बड़ी ताकत नहीं टॉप नहीं है इनके पास बैठ के देखो और और लोगों को बुला के क्या तुम भी देखो कैसे कम होता है तो नॉमिनेशन ऑफ सम नॉन ऑफिशल मेंबर्स यह शुरू हो गया सम नॉन ऑफिशल मेंबर्स का नॉमिनेशन शुरू हुआ इन सेंट्रल बात है जो देश का काउंसिल है सबसे बड़ा वाला उसमें जिसके प्रेसिडेंट और गवर्नर जो बाकी जगह पर हैं जैसे यूनाइटेड जैसे एमपी में एक इनके बहुत सारे गवर्नर थे ठीक है एनब्ल्यूएसपी का गवर्नर था अपना बंगाल का अपना था बॉम्बे का अपना था मद्रास का अपना था पी साई स्टेटस का अपना था तो इन साड़ी जगह के ऑर्डर अपने अपने काउंसिल में अपने करेंगे 9 मिनट नामांकन करेंगे कोई इलेक्शन नहीं हो रहा है कोई बहुत ज्यादा इनको कोई बहुत इनको पावर नहीं मिल रही है अब सिस्टम ऑफ बजट इंडिया इन 1860 1860 पहले बार हमारे यहां बजट का प्रॉब्लम शुरू हुआ ड्रेसिंग क्वेश्चंस जो जितने सारे जो एमपी आके बैठ रहे हैं जो बातें कर रहे हैं तो पहले ये इंडिया के लिए जो बजट निर्धारित होता था की इंडिया में कोई अगर रेलवे लाइन बिछानी है तो इंडिया में कोई अगर नई कोई कैनाल इरिगेशन करवाना है तो इंडिया में कोई नई फसल के लिए पैसा चाहिए तो तो इन सारे चीजों पे जो बजट पेस होता था वो बजट पेस होता था ब्रिटेन में ब्रिटेन में लंदन में ब्रिटेन पार्लियामेंट में जो वहां के सेक्रेटरी ऑफ स्टेट पेस करते थे वहां के पार्लियामेंट में की मैं मिनिस्टर पर इंडिया जो सिक्योरिटी ऑफ स्टेट पर इंडिया हूं मैं अपने डिपार्मेंट अपने मिनिस्टर अपने इस कॉलोनी के लिए मैं ये बजट पेस कर रहा हूं ठीक है तो इस बजट के ऊपर क्वेश्चन इस बजट के ऊपर क्वेश्चन पूछने की जिम्मेदारी इस बजट के पर डिस्कस करने की पावर दे दी है इन काउंसलर को फंक्शनैलिटी काउंसिल तू डिस्कस बजट और ऐड्रेसिंग क्वेश्चंस है अपने एग्जीक्यूटिव काउंसिल है उनसे ये सारे एडिशनल नॉन ऑफिशल मेंबर्स ये सब लोग क्वेश्चन पूछ सकते हैं की साहब थोड़ा सा पैसा तो बड़ा दो सरकारी स्कूलों में वैसा बड़ा दो सो रहा थोड़ा इन चीजों हेल्थ पैसा लगा दो यार जितना अस्पताल खुला दो कुछ तो करवा दो ये सब ऐसे नहीं चल पाएगा तो वो सवाल पूछ सकते थे पहले सवाल भी नहीं पूछ पाते थे अब आप देख रहे हो हमारे इंडियन पार्लियामेंट में इंडियन पालिटी के स्ट्रक्चर में ये साड़ी चीज इन कॉरपोरेट हैं की हम डिस्कशन होता है बजट पे अभी मार्च अप्रैल का समय था जब पूरे पूरे समय बजट पर चर्चा हुई है कई सारे कट और सैंक्शन मोशन भी पास हुए जब जिसकी वजह से बजट के ऊपर से करो क्वेश्चन पूछना समय वेस्ट हुआ सब कुछ हुआ आप पढ़ने हो देखते हो की ये सब होता है और ये हो रहा है और ये तब आप बहुत ज्यादा अच्छे रूप से समझोगे जब आप सर्विसेज में ए जाओगे मैं आपको एक बात बताऊं बजट से मुझे कुछ याद ए रहा है तो एक फैक्ट है बहुत कड़वा सच है पर प्लीज इस सच को अपने गले से उतार लो इस सच को आज जिसे बोलना हूं की रहे दिल से स्वीकार कर लो मिडिल क्लास के पास सक्सेसफुल होने का अपनी क्लास अपनी कैटिगरी को जंप करने का सबसे इजी तरीका है सिविल सर्विसेज आई एम टेलिंग यू राइट नो बिकॉज़ दिस गवर्नमेंट और अन्य गवर्नमेंट फ्रॉम नो ऑनवार्ड्स बिल बी बिल बी अदमंत ऑन प्राइवेट देगी ही देगी और प्राइवेट सेक्टर पर कितना टैक्स है आप इस बात का अंदाज़ इस बात से लगा सकते हो की टोयोटा कोरोलासकर का एक स्टेटमेंट है हम कोई गाड़ी बेचते हैं बड़ी सव तो हम उसे पर कमाते हैं 40-50 हजार ₹1 लाख पर सरकार कम आई है 8 लाख रुपए तो इसका मतलब यह है की सरकार प्राइवेट सेक्टर पर टैक्स लगती जा रही है लगती जाएगी और प्राइवेट सेक्टर को बढ़नी जाएगी गवर्नमेंट कई सारे डिपार्मेंट से पीछे हटे वाली है कई सारे एरियाज को छोड़ने वाली है प्राइवेट सेक्टर के हाथों और उनसे कमाई की टैक्स बैठ के तो आपके लिए एक फ्यूचर ब्यूरोक्रेट्स के लिए ये बहुत इंपरेटिव है की आप जितनी जल्दी ए सकते हो सर्विस में ए जो सो डेट वास ओके यह जो एक्ट था दिस मेडल लिमिटेड और इनडायरेक्ट प्रोविजन पर डी उसे ऑफ इलेक्शन इन फीलिंग अप सम ऑफ डी सिट्स सम ऑफ डी सम ऑफ डी नॉन ऑफिशल सीड्स बट डी वर्ल्ड इलेक्शन वैसे नोट यूज्ड इन डेट पहले बार चर्चा हो रही है की नॉन ऑफिशल्स को एड करो एडिशनल लोगों को बिठाऊ यहां पे इस एक्ट ने पहले बार एक लिमिटेड तरीके से इनडायरेक्ट तरीके से एक प्रोविजन दिया प्रावधान दिया पर डी उसे ऑफ इलेक्शन इन फीलिंग अप ऑफ डी नॉन एडिशन नॉन ऑफिशल सिट्स ऑफ डी काउंसिल यह बोला गया है पर इलेक्शन वर्ल्ड का अभी भी अभी भी उसे नहीं हुआ है अभी भी चुनाव कहानी नहीं हो रहा है चुनाव नहीं हो रहा है नामांकन हो रहा है बस खाली दोस्तों का वर्ल्ड उसे वैसे नॉमिनेशन मेड ऑन रिकमेंडेशन ऑफ सर्टेन बॉडी कई साड़ी बॉडीज थी आपके बुक में लिखी हुई है जिला बोर्ड्स हैं ट्रेड यूनियंस हैं ये इन साड़ी बॉडीज ने जब-जब रेकमेंडेशन दिया की साहब ये हमारा ये हमारा कॉरपोरेट कॉरपोरेशन है जो भी कॉमर्स कॉरपोरेशन है और ये मेरे कमेंट करते हैं हमको कैसा करते हैं हां करते हैं ए जो चलो जमींदार बड़े बड़े इन लोगों को अगर कोई रेकमेंडेशन है तो वो मां लिए ये सब बोलते थे फिर ए रहा है हमारा 19 डेट इसे मौली मिंटू रिफॉर्म्स भैया फिर से और नाम ए गए हैं ठीक है मिंटो हमारे से लॉर्ड लॉर्ड मिंटो थे वायसराय हमारे ये बैठे हैं इधर गोरे से और ये जो बैठे हैं उधर ये है मोर ले मंत्री जी मंत्री पर इंडिया इन लंदन तो इन्होंने कैसे बढ़ाओ सेंट्रल पे भी और प्रोविंशियल पे भी 16 से करो 60 प्रोविंशियल लेवल पे सारे प्रॉमिनेंस का जो साइज था वो यूनिफॉर्म नहीं था तो बोल दिया गया की यार अपना अपने अपने हिसाब से बहावलपुर बढ़ाओ पहले बड़ा के मानेंगे नहीं तो नहीं मां पाएंगे ऑफिशल मेजॉरिटी अभी भी ज्यादा है ऑफिशल मेजॉरिटी इन सेंट्रल के साथ जो लोग बैठ रहे हैं तो उसमें जो ऑफिशल लोग हैं जो वोट कर सकते हैं जो कम एक्चुअली करवा सकते हैं जिनके पास पावर है वो लोग ज्यादा हैं और नॉन ऑफिशल लोग कम रहेंगे पर प्रोविंस में नॉन एफिशिएंसी मेजॉरिटी ज्यादा हो जाएगी जो कम नहीं कर पाएंगे हल्ला कर पाएंगे बस हल्ला करना अगर करो चलो ठीक है कोई दिक्कत नहीं है कम्युनल रिप्रेजेंटेशन पर डी मुस्लिम बाय एक्सेप्टिंग सेपरेट इलेक्टोरेट्स नो दिस इस वेयर डी डम ऑफ दिस कम्युनल टेंशन स्टार्टर्स ओके यहां से हमारी शुरू हुई है पहले बार ये जो संप्रदायवाद की प्रॉब्लम है देश में जो हिंदू मुस्लिम जो कुछ भी तरह की जो जितने देश को जो बांटने का तरीका है 19 और 19 आपको याद होगा 1905 इसके पहले जा चुका है 1905 में एक बहुत बड़ा इवेंट हुआ था जिसमें एक चीज का बंटवारा हुआ था एक चीज का बंटवारा हुआ था 1905 में प्लीज कमेंट करो मुझे अभी बताओ 1905 में क्या हुआ था और किसने किया था ठीक है इसी इसी के तर्ज पर कुछ हुआ था सेपरेट कम्युनल रिप्रेजेंटेशन के तोर पे ठीक है पहले बार बात हुई की हां हम संप्रदाय के तोर पे किसी को आरक्षण देंगे किसी को कम किसी को ज्यादा ऐसा कुछ दिउ तू दिस लॉर्ड मिंटो इस कॉल्ड स फादर ऑफ कम्युनल इलेक्ट्रोनेट्स यह लॉर्ड मिंटो साहब जो बैठे हैं इन्होंने देश को डिविडेंड रोल करने का सबसे शानदार तरीका ढूंढ लिया और उनका तरीका जो इतना गजब था वो आज हम देखते हैं उसको की वो चल रहा है तो इंडियन विद एग्जीक्यूटिव काउंसिल ऑफ डी वॉइस इंडियन प्रसाद सिंह एसपी सिंह आपको पता होगा फर्स्ट जॉइन ही बाज एन डॉ ऑफ बर्थ जो डॉ के ऊपर बात कर सकते थे जो कानून एक्चुअल डॉ के ऊपर बात कर सकते थे एसपी सी साहब और हमारे जुड़ गए वायसराय के इंडियन सेंट्रल काउंसिल में और उन्होंने पहले बार डिपार्मेंट लिया डॉ मंत्रालय लिया और बहुत इंडियन बहुत दिन का सम्मान है बहुत ज्यादा स्कॉलर थे बड़े आदमी थे तो गवर्नमेंट ऑफ इंडिया पर ग्रैजुएल इंट्रोडक्शन ऑफ रिस्पांसिबल गवर्नमेंट इन इंडिया और आईटी कम इन फोर्स इन 1921 पहले बार हमारे यहां एक जिक्र हुआ की एक अच्छी रिस्पांसिबल सरकार कैसे बने उसको कैसे इंट्रोड्यूस करें उसका हम आगे यहां पे हमें बात करनी है तो वो कैसे होगी सेंट्रल और प्रोविजनल सब्जेक्ट्स सेपरेट पहले बार की कुछ सब्जेक्ट्स ऐसे हैं जिन पे कानून खाली सेंटर बनाएगी और कुछ ऐसे हैं जिन पे कानून खाली प्रोवेस बनाएंगे प्रांत बनाएंगे बट स्ट्रक्चर कंटिन्यू तू बी सेंट्रलाइज और यूनिटरी स्ट्रक्चर अभी भी वही है स्ट्रक्चर हमेशा अभी भी सेंटर हैवी है सेंटर हैवी वर्ल्ड को याद रखना ये शब्द बड़ा अच्छा है सेंटर हैवी मतलब सेंटर के पास ताकत के पास पूरा कंट्रोल रहेगा अब ट्रांसफर गवर्नर प्लस एड का मिनिस्टर्स रिस्पांसिबल तू लसीटते अकाउंट बनाने के लिए जो प्रति के गवर्नर होंगे प्रवंसेज के लिए तो कुछ ट्रांसफर सब्जेक्ट ऐसे होंगे जो गवर्नर उन पर फैसला लेंगे विद डी हेल्प ऑफ मिनिस्टर्स उनके जो काउंसिल के जो और मिनिस्टर्स होंगे जो बंगाल मुंबई मद्रास वफ पंजाब यहां पे जो जितने गवर्नर के अपने लूसीड काउंसिल हैं क्या होगा कुछ सब्जेक्ट ऐसे होंगे जो गवर्नर साहब उसपे फैसला लेंगे बाय डी हेल्प ऑफ देवर मिनिस्टर्स तो हम वो का रहे हैं की ये हो गए ट्रांसपोर्ट सब्जेक्ट्स ये हमने दे दिए ट्रांसफर कर दिए हैं इंडियन को किस पर अपनी राय बता दो मैं उसपे फैसला दे दूंगा ले लेना नमस्ते सिग्नेचर और कुछ सब्जेक्ट ऐसे होंगे जो रिजर्व रहेंगे गवर्नर प्लस एग्जीक्यूटिव काउंसिल विदाउट बीइंग रिस्पांसिबल तू डी लिटिल जो गवर्नर का अपना कैबिनेट है छोटी से अपना उनका कुनबा है वनप्लस 4 ऐसा कुछ भी हो सकता है हर एक को यूनिफॉर्म नहीं होगा तो उसमें गवर्नर प्लस उनका अपना एग्जैक्टस में ज्यादा गोरे ही होंगे ऑफ कोर्स तो ये लोग मिल्क फैसला ले लेंगे और उन्हें कोई मतलब नहीं है मिनिस्टर से या लेसिडी काउंसिल से कोई जवाब देगी नहीं दी जवाब जो यहां से चलो कर लिया करो सरफेस होंगे तो इंपॉर्टेंट सब्जेक्ट्स जो जो होंगे वो सारे रिजल्ट रहेंगे जो ट्रांसफर हुए होंगे वो सारे सब्जेक्ट्स हमेशा हल्के होंगे छोटे होंगे कैनाल इरिगेशन करवाना है ठीक है मिले झूले लगवाने ठीक है करवा लो जो तुम्हें लगे सही करवाना तुम बता देना वो वाले कम पर जो इंपॉर्टेंट होंगे की स्टेट के रिश्ता कैसा ते होगा स्टेट का रोड सबसे बड़ा हाईवे कैसे बनेगा तो वो सब हमारे इसमें आएंगे रिजर्व सब्जेक्ट में उसमें हम तुमसे बात नहीं करेंगे हम इंपॉर्टेंट ग रहा है हमें करना साइन कर देंगे हम ठीक है इंट्रोड्यूस बाय कैमरलिज्म और डायरेक्ट इलेक्शंस बाय कैमरा लेसन दो हाउसेस जो ब्रिटेन का सिस्टम है एक्चुअल सिस्टम हाउस ऑफ लॉर्ड्स हाउस ऑफ कॉमनस हमारे हमने में फॉलो किया सेंटर पर भी और स्टेट लेवल पे भी तो अपर हाउस लोअर हाउस उसमें भी होता है ये सीनेट और कांग्रेस तो वो हमने यहां पहले बार होते हुए देखा की दो हाउसेस बने कैसे-कैसे बने रिप्लेस डी इंडियन लीसेस्टिव काउंसिल बाय अपर हाउस लोअर हाउस काउंसिल ऑफ स्टेटस लेट आईटी डी असेंबली आज भी चल रही है यही से हमारा स्ट्रक्चर तैयार हो रहा है 1919 ए चुका है अब हमारा बस हम पास ए गए आजादी के अभी हम इसे मांग रहे हैं पूर्ण स्वराज ये हमसे का रहे हैं टॉफी लो तो हम इसे मारे हम इसे मांग रहे हैं डेरी मिल्क सिल्क ये हमें दे ये मैं दे रहे हैं लॉलीपॉप ये चल रहा था ठीक है मेजॉरिटी ऑफ मेंबर्स ऑफ हाउस चोसेन बाय डायरेक्ट इलेक्शंस अब पहले बार इलेक्शन हुए हैं इलेक्शन हुए लेकिन इलेक्शन बड़े बहुत इजी इलेक्शन नहीं थे बहुत ज्यादा इसे कहते हैं सबके लिए नहीं थे बहुत सारे उन पर एलिजिबिलिटी वाले क्वेश्चन देखो ऑन वोट दाल पाएगा कौन दाल पाएगा पर पहले बार हुआ ये के लेसनर असेंबली में लोअर हाउस में पहले बार जो मेंबर चुन के आए वो मेंबर आए चुन के इंडियन आए जिनको इंडियन लोगों ने ही वोट दिया भले ही वोट किस-किस ने दिया कैसे-कैसे दिया वो अलग बात है वो देख लेंगे अभी हम तो और सुनो दी की इन प्रोफेसर सब्जेक्ट्स आपको पता है मैंने एक तो ट्रांसपोर्ट प्लस रिजल्ट यही है वो चीज पे इनका अपना रूल चला है कुछ पे ये सुन लेते हैं दूसरों की अपने इनकी मिनिस्टर्स की तो ऑन रिकमेंडेशन ऑफ ली कमीशन 192324 में अगली कमीशन बनाता तो इन्होंने पहले बार ते किया एस्टेब्लिशमेंट ऑफ सेंट्रल पब्लिक सर्विस कमीशन यूपीएससी सेंटर पब्लिक सर्विस कमीशन सेट अप इन 1926 पहले बार की कमीशन मानो यार एक कमीशन जो एग्जाम ले जो कमेंट करें कैंडीडेट्स अच्छे-अच्छे कैंडीडेट्स होने वाले कैंडीडेट्स तो उनको सिलेक्ट करें उनको चुने उनका एग्जाम ले उनको रॉकमंड करें की हां यह सर्विस के योग्य हैं ऐसे वाले लोग ठीक है साथ ही प्रोविजनल बजट सेपरेटेड फ्रॉम सेंट्रल बजट पर डी फर्स्ट टाइम बड़ी बात बोली गई ये अच्छी बात है के प्रोविंशियल सब्जेक्ट्स के परमेश्वर बजट होगा वो सेंटर से अलग रहेगा तुम अपना बजट अपने आप बताओ हमको ते करो क्या है ऑफिस ऑफ हाय कमीशन पर इंडिया इन लंदन कई सारे कम जो मंत्री जी कर रहे थे की इंडिया की डिप्लोमेसी कैसे होगी इंडिया में कौन-कौन सी एंबेसीज ए सकते हैं की 100 देश की ए शक्ति हैं इंडिया का फॉरेन रिलेशन कैसे होगा तो हमने पहले बार बनाया गया एक हमने देखा पहले बार एक बना हाय कमिश्नर इंडिया का एम्बेसडर जो लंदन में बैठेगा तो उसने कुछ रोल ले लिए सेक्रेटरी ऑफ स्टेट से जो मंत्री जी थे वहां के ये रोल मैं कर लूंगा ये वाले रोल आप मुझे दे दो रिश्ते संभालना डिप्लोमेसी करना ये मैं कर लूंगा देख लूंगा तो कल ही हमको भाग देंगे यहां से इसलिए नहीं कमांडर इन के को रखा गया अंग्रेजी अंग्रेजी एग्जीक्यूटिव में मंत्रियों में ठीक है सबको देना शुरू कर दिया हिंदू मुस्लिम नहीं अब सब और लो सेक्स इंडियन क्रिश्चियन एंग्लो इंडियन यूरोपीय जितने तरह की यहां पे ब्रेड हैं लोगों की सबको दो अलग-अलग पड़ा गया तो सब अलग-अलग ब्रांड के लोग हैं अलग-अलग सब को दे दो आरक्षण सो आरक्षण नहीं है पर प्रतिनिधित्व रिप्रेजेंटेशन तू स्टडी डी वर्किंग ऑफ डी गवर्नमेंट आफ्टर 10 इयर्स ये बनाया आई एम इनफॉरमेशन अभी आगे अभी पढ़ेंगे हम इसको तो पहले बार इस एक्ट में बोला गया की इसी एक्ट की स्टडी भी करनी है आगे चल के की भैया इस एक्ट में कैसा कम किया तो एक सरकारी कमीशन आएगा वो सरकारी कमीशन का कम यही होगा ये पढ़ के बताया की भैया कैसे चलाएं ये एक्ट कैसा अच्छा कम किया अच्छा किया बड़ा किया जैसा किया बताएं तो सही तो ये करना था लिमिटेड फ्रेंचाइजी ऑन बेसिस ऑफ प्रॉपर्टी टैक्स और एजुकेशन यही थे वह लोग जिन्होंने वोट डाला था पहले बार इंडियन में कौन लोग जो कुछ परसेंट उनके पास प्रॉपर्टी है कुछ वो टैक्स देते हैं एक सर्टेन अमाउंट का या कम से कम इतने पढ़े लिखे हैं की नहीं एजुकेशन है की नहीं उनके पास तो उन्हें लोगों ने वोट दिया उसमें से मेजॉरिटी चुन के आए इंडियन जो प्रोविंस में ये हुआ अब आएगा फिर उसके बाद हमारा साइमन कमीशन की रिपोर्ट 27 साल बाद और ये उसके पहले बन गया मतलब 1929 बन्ना था 2 साल पहले ही बन गया ये क्योंकि सरकार समझ चुकी थी गांधी जी नाराज हैं और देश में जो जितने एक्सट्रीमिस्ट हैं वो बहुत ज्यादा हाइपर होने वाले हैं भैया समझो इनको अब कैसे करना है तो उधर एक वर्ल्ड वार वन होके खत्म हो चुका है तो अंग्रेजन के पास बहुत ज्यादा टेंशन चल रही है हर तरफ उनको इक्वेशन सेट करनी है अपनी हर तरफ उन्हें अपने तालमेल बिठाने लेकिन इंडिया को छोड़ना नहीं है कल मिला के तो भैया क्या किया क्या था यह एक साथ लोगों की स्टेटर की कमीशन थी सरकारी कमीशन था ये साथ लोग आए थे वहां से ब्रिटेन से अब ये साथ लोग आए तो भैया इन्होंने एक भी इंडियन को अपने साथ रखा नहीं चौड़ा नहीं ये आए सातों के साथ बड़े आदमी टोपिया पे लगा के को वोट पहन के इंग्लैंड से और उन्होंने कहा हां साहब बताओ कैसे हो रहा है तुम्हारे यहां कम तो इंडियन ने कहा की हम तुमसे बात क्यों करें तुम तुम्हारे में कोई है जो हमारा जो हमारी बात रखेगा जो हमारी बात लिखेगा तुम तो अपने तुम तो सनोज और लिखोगे अपने मां की कैश तो नहीं हो पाएगा इन्होंने अपनी रिपोर्ट लिख दी 1930 में यही हुआ इन्होंने इंडिया की किसी पार्टी ने बात नहीं कारी कांग्रेस नहीं कारी मुस्लिम लीग ने कारी यूनिवर्स पार्टी ने नहीं कारी कम्युनिस्ट पार्टी ने नहीं कारी सब पार्टी ने उनका बॉयकॉट किया की जो यहां से अगर आपने हमसे बात नहीं करनी जो मेंबर्स जो पार्ट इस बाय गो आईटी डी कमीशन हमने बात करेंगे साइमन को बैक यही जब लालजी की डेथ होती है रिकमेंडेशन विथ सम चेंज आर इन कॉरपोरेट इन डी गवर्नमेंट ऑफ इंडिया 1935 जो दिए थे तो काफी कुछ हुआ व्हाइट पेपर बना था इनके बाद राउंड टेबल कॉन्फ्रेंस हुई थी सब कुछ हुआ था तो अभी बताता हूं क्या होता है तो इन दिए थे वो रिकमेंडेशन कुछ-कुछ कंटिन्यू हुए और 1935 की गवर्नमेंट ऑफ इंडिया एक्ट में भी वो शामिल होते हैं आप रिकॉग्निशन सुनो केक कम्युनिटी तो बड़ी अच्छी चीज है जो आपने संप्रदायवाद फैलाया है की बहुत बढ़िया चीज है इसको और फैलाओ और करो खूब करो सबको बांट दो ये इनका रिकमेंडेशन है यह कमीशन का जो 1990 गवर्नमेंट ऑफ इंडिया एक्ट को पढ़ने आया है की कैसा कम हुआ है यहां पे इसका रिकमेंडेशन पहले यही है ठीक है इसमें बोला डर के हटा दो आप डर के हटा दो जो ड्यूल रूल आपने बना रखा है इसको आप खत्म करो ऐसे मत चलाओ पर की मैंने डबल रोल डबल रोल फेडरेशन यानी संघ संघ हिंदी में लिख दिया मैंने समझ में ए जाएगा आपके ठीक है फेडरेशन बना ब्रिटिश इंडिया का जिसमें कई सारे प्रोविंस होंगे कई सारे प्रांत होंगे कई सारे प्रिंसली स्टेटस होंगे जो भी होंगे सबको बना फिर अब इतनी साड़ी रमणिशन को पढ़ने के लिए इन पर विचार विमर्श करने के लिए ब्रिटेन ब्रिटेन सरकार ने इंडिया के लोगों को बुलाया की बताओ कौन-कौन आप लोग यह रिकमेंडेशन आए हैं इन पर कोई डिस्कशन करेगा हमसे तो इंडियन तो गांधी जी तो गए नहीं थे थर्ड वाले में गए थे तो उसके बाद तीन राउंड टेबल कॉन्फ्रेंस हुई थी ठीक है ग्राउंड टेबल कॉन्फ्रेंस हुई तीन फिर इसके बाद राउंड टेबल कॉन्फ्रेंस के बाद एक बनाया गया व्हाइट पेपर बेस्ड ऑन दिस व्हाइट पेपर ऑन कॉन्स्टिट्यूशन रिफॉर्म्स वैसे प्रिपेयर्ड और सेंड तू जॉइंट सिलेक्ट कमेटी जॉइंट सिलेक्ट कमेटी ऑफ जॉइंट सिलेक्ट कमेटी ऑफ पार्लियामेंट इनको दे दिया था हमारे दोस्तों का अंग्रेजन का तो इस कमीशन ने जाके आपके इंडिया में रिसर्च कारी पढ़ाई कारी इन्होंने कहा की हमने तो गवर्नमेंट ऑफ इंडिया 1991 बनाया था वो इतना अच्छा है की उसके ऊपर हम आपसे डिस्कशन चाहते हैं अब आप ए जो हमारे यहां हमें करते राउंड टेबल कॉन्फ्रेंस हम बैठेंगे गोलमेज पे बैठेंगे सब लोग दूसरे से बात करेंगे इंडियन लगाओ भाड़ में जो नहीं ए रहा है हम ना तुम्हारे इस कमीशन को मानते हैं जिसमें सारे अंग्रेज हैं ना हम तुम्हारे इस कॉन्फ्रेंस को मां रहे हैं हम हम नहीं जा रहे हैं तो अंबेडकर जी गए थे और बाकी लोग भी गए थे ठीक है गांधी जी ने पहले दूसरी अवॉइड की थी तीसरी में गए थे इसके बाद इन राउंड टेबल कॉन्फ्रेंस के बाद जो नतीजा आए जो डिस्कशन हुआ तो फिर मनाएंगे व्हाइट पेपर बड़ा सुंदर सा सफेद कागज व्हाइट पेपर ऑन प्रिपेयर्ड ये बनाया गया और इसको भेज दिया गया पार्लियामेंट की ब्रिटेन पार्लियामेंट की जॉइंट सिलेक्ट कमेटी के पास जॉइंट सिलेक्ट कमेटी के पास के हिसाब हमारे स्टेशन इतना लंबा चौड़ा हुआ उसके बाद अब आप लोग इसको पढ़ लो अब क्या इसमें देख लो आप बता दो और इस कमेटी ने बोला की हां ठीक है ओके फाइन इसको एक नया एक्ट बना और नए एक्ट में इसको शामिल कर दो और जल्दी देख लो हम इधर जर्मनी से परेशान हैं इधर जर्मनी लड़ाई करने वाला है 1929 1930 जर्मन राइस जर्मन आ राइस ऑफ नजीजूम हो रहा था उधर तो ब्रिटेन के पास एक प्रॉब्लम नहीं थी ब्रिटेन के पास 50 प्रॉब्लम थी उसमें से हम एक आज में पूरा-पूरा छाऊंगा लगा रहे थे बड़ा-बड़ा हम कर रहे थे ठीक है अब इसके बाद आता है हमारा कम्युनल अवार्ड 1932 जो हमारे यह जो हमारे साहब हैं रामजी मैकडॉनल्ड इन्होंने यह ब्रिटेन के पीएम थे और इन्होंने सबको फैलवा दिया की तुम भी आरक्षण लो तुम भी ये लो तुम भी अवार्ड लो सबको संप्रदाय के नाम पे अपने जातियां के नाम पे अपने जैसे कहते हैं हिंदू मुस्लिम सिख सबको पकड़ पकड़ के तो स्कीम और रेगुलेशन ऑफ डी माइनॉरिटी इन्होंने कहा की इंडिया में लोग माइनॉरिटी में कुछ है हमें उनके लिए कुछ सोचना पड़ेगा हम सब इतने अच्छे लोग हैं की इंडिया में जो मेजॉरिटी हिंदू हैं हम उनसे लोगों को बच्चा लेंगे जो माइनॉरिटी है मुस्लिम है सिक्स है एंग्लो इंडियन हैं यूरोपीय हैं उनके उनका क्या होगा उनका हमें उनके लिए हम हैं तो कम्युनल्स कंटिन्यू सेपरेट इलेक्टोरेट्स पर डी मुस्लिम सेक्स इंडियन क्रिश्चियन सेक्स इंडियन क्रिश्चियन एंग्लो इंडियन और यूरोपीय सबको हां सबको मिलेगा एक रिवॉल्यूशन मिलेगा कहां-कहां मिलेगा काउंसिल में मिलेगा ठीक है अलसो एक्सटेंडेड दिस तू डिप्रेस्ड क्लासेस जिसको आज हम शेड्यूल कास्ट और शेड्यूल ट्राइब कहते हैं उसको ये कहते थे ये डिप्रेस्ड क्लासेस हैं ये लोग परेशान हैं ये लोग वंचित वर्ग हैं तो गांधीजी इसके खिलाफ सत्याग्रह में बैठ गए गांधी जी ने कहा यह वादा जय में की मैं मा जाऊंगा मैं भूख हड़ताल करूंगा मैं मैं मानूंगा नहीं इस चीज को मेरे देश ऑलरेडी बता हुआ है मेरा देश पूरा पूरा बता हुआ है इस चीज को मैं बर्दाश्त नहीं करूंगा फिर इसके बाद क्योंकि अंबेडकर जी ने कहा था मुझे कोई दिक्कत नहीं है यह जरूरी है मेरे मेरे लोगों के लिए जो ऑलरेडी डिप्रेस्ड हैं जो ऑलरेडी वंचित वर्ग हैं आप कैसे इंडिया की कल्पना करते हो ऐसा इंडिया जहां पर मेरे लोगों को गांव में घुसने नहीं देते हैं आप मेरे लोगों को जहां पानी नहीं मिलता है की केन से मैं उसे इंडिया में रहना चाहूंगा आज उसे आजाद इंडिया में मुझे नहीं रहना और उनकी बटन में दम था अंबेडकर जी उसे सेंट रुगल को जीके आए थे अंबेडकर जी ने उसे स्ट्रगल को अपने आंखों से अपने अपने ऊपर बिताते हुए देखा था इसलिए उन इसलिए उन्होंने साफ-साफ बोला की मुझे से प्रॉब्लम नहीं है सॉरी और कांग्रेस के दो फाड़ होने वाले थे कांग्रेस के दो टुकड़े होने वाले थे फिर उसके बाद कई लोगों ने मनाया गया नहीं साहब मां जो अंबेडकर जी मां जो प्लीज प्लीज कुछ भी कर लो गांधीजी जय में अनजान पे बैठे हुए हैं ये मा जाएंगे और यह मा गए तो देश में आज ग जाएगी ना हमारा स्वराज का प्लेन हमारा सब फेल हो जाएगा हम आजाद दुनिया हो पाएंगे किस कम का फिर सर आंदोलन नगर गांधी जी चले गए तो फिर ये हुआ तब उसके बाद एक पूना पेस्ट हुआ पंच बिटवीन कांग्रेस और डिप्रेसेस बिटवीन बिटवीन गांधीजी और डॉक्टर अंबेडकर जी दो अंबेडकर जी ठीक है दोनों के बीच में यह फैक्ट हुआ की भैया पूना पेस्ट होगा कांग्रेस एक ही है कांग्रेस साथ में रहेगी हम टूटेंगे नहीं अब उसके बाद फैसला ये हुआ की हिंदू सारे हिंदू एक रहेंगे एक जॉइंट इलेक्ट्रोरेट होगा अपने आप में ऐसा नहीं होगा यह नहीं की मुस्लिम मुस्लिम को वोट देगा और सिक्स को वोट देगा इसी इसी को वोट देगा नहीं हिंदू सारे एक साथ कम से कम क्योंकि कम बाकी तो सब आकर बैठे हुए हैं हिंदू तो ऐसा नहीं बैठे हैं स सेंट कोई वोट देगा स सेंट कोई वोट देगा नहीं हिंदू सारे हिंदू रहेंगे और हिंदू इलेक्ट्रोड वैसे रिटन ये बचाएं रखा और सिट्स आर रिजर्व्ड पर डी डिप्रैस क्लासेस इन्होंने कहा आरक्षण ले लो सर प्लीज पर हिंदू उसको एक रखो हिंदू में यूनिटी चाहिए हिंदू में एकता चाहिए नहीं तो ये लड़ाई हम अभी हर गए अगर आपने इलेक्ट्रोरेट की बात कर ली अगर आपने रिप्लिकेशन की बात मां ली अगर आपने आरक्षण अगर आपने रिप्रेजेंटेशन मां लिया की सीएसटी को ही सुनेगा और स सेंट को ही सुनेगा तब हम हर गए इस दिन हमारा हम आजादी नहीं ले पाएंगे ये बात हुई अब भैया देखो गवर्नमेंट ऑफ इंडिया एक्ट 1935 1935 हो गया आजाद ठीक है यह एक्चुअल हमारे इस समय जिक्र शुरू हो चुका है क्योंकि वहां होने वाला है वर्ल्ड वार तू और यहां पर हमारे सारे सब चीज क्रिप्स मिशन ए रहा है हमारा इतना सब बड़ी-बड़ी बातें हो रही है हम लॉर्ड विवेल लोड हरवान सारे लॉर्ड आके अपने सब इक्वेशन बिठा रहे हैं समीकरण बिठा रहे हैं पर हम नहीं माने वाले हमने पहले बार गवर्नमेंट ऑफ इंडिया 1935 बनवाया हमने कहा हमें चाहिए और इस एक्ट से हमारा ऑलमोस्ट पूरा पूरा कॉन्स्टिट्यूशन दिखता है इसी में दिखे जाता है इस एक्ट के फीचर बहुत सारे हैं ठीक है कैसे-कैसे हैं एस्टेब्लिशमेंट ऑफ फेडरल पब्लिक सर्विस कमीशन फेडरल यूनियन यूपीएससी की शुरुआत ठीक है प्रोविडेंशियल पब्लिक सर्विस कमीशन स्टेट पवित्र कमिश्नर यूपीपीसीएस रस एमपीएससी एमपीपीएससी ये सब सारे जॉइंट सर्विस कमीशन अगर दो स्टेट चाहे तो मिल के दो या दो से ज्यादा चाहे तो मिल के अपना एक अपने आप में एक कोई पीएससी जोड़ सकते हैं एक कोई पीएससी बावा सकते हैं ठीक है जो इंडिया फेडरेशन हेविंग प्रोविंस और प्रिंसली स्टेटस स यूनिट्स एक पूरा जो इंडिया फेडरेशन होगा जो इंडिया का गठबंधन होगा जिसमें ब्रिटिश प्रोविंस होंगे प्रिंसली स्टेटस होंगे ये सारे यूनिट्स होंगे और एक पूरे हो जाएंगे प्रिंसली स्टेटस डिड नोट जॉइन आईटी सो फेडरेशन नेवर कम इन एक्जिस्टेंस क्योंकि उन्होंने पता नहीं हम पता नहीं हम पर क्या बीतेगी हम अगर इंडिया से जुड़ गए तो हम अलग रहेंगे हम तो अलग जा रहे हैं फिर पावर लिस्ट में प्रोविजनल लिस्ट में कौन करंट लिस्ट में संविधान में आज भी हमारे शेड्यूल में सेंटर लिस्ट स्टेट लिस्ट सेंट्रल लिस्ट में आता है डिफेंस फॉरेन रिलेशंस बड़ी बड़ी चीज है ठीक है जो इंडिया का यूनियन जो इंडिया का यूनियन देखा है पार्लियामेंट देखा है प्रोविजनल लिस्ट इसमें कई सारे जो स्टेट के जो सब्जेक्ट्स आते हैं लैंड आता है पुलिस आता है डॉ और ऑर्डर आता है ये साड़ी बात है ठीक है कौन करंट लिस्ट कौन करंट लिस्ट जिसमें दोनों सेंटर और स्टेट दोनों का अनुमान बनाते हैं एजुकेशन एग्रीकल्चर हेल्थ क्योंकि यह ऐसे सेक्टर हैं के इनको स्टेटस के हवाले नहीं दे सकते अपने मां से कुछ कम बना लगा नहीं इसमें दोनों मिलकर कानून बनाते हैं सेंटर भी और स्टेट भी और स्टेट को फॉलो करना पड़ता है सेंटर में जो कानून बना दिया वही ठीक है आईटी इसे एन वेरी डॉक्यूमेंट विद 321 सेक्शंस और टेन शेड्यूल अपने आप से रूल करने की अपने आप से साड़ी टैग्स रिवेन्यू साड़ी बातें समझना की करवाने की मानवाने की डॉ और ऑर्डर पुलिस लैंड सब कुछ ठीक है बाय कैमरलिज्म कहां-कहां पे बंगाल मुंबई मद्रास बिहार असम और डी अप 11 में से छह को दे दिया बिकैमरलिज्म के हां आप 11 जो प्रोविंस हैं जो ब्रिटेन के जो अधीन हैं उनमें से छह में रहेंगे हमारे बाइक मिडलम डबल हाउस दो दो हाउस दो सदन जैसे आप बोलते हो लोअर हाउस अपार हाउस विधानसभा विधान परिषद सब खेलो और भी देखो एडॉप्शन ऑफ डायर की आते डी सेंटर फेडरल सब्जेक्ट्स डिवाइडेड इन रिजर्व सब्जेक्ट्स और ट्रांसफर सब्जेक्ट्स जो खाली पहले प्रॉमिनेंस के लेवल पे होता था ट्रांसपोर्ट रिजल्ट वो अब शुरू हो गया फेडरल लेवल पे भी फेडरल सब्जेक्ट्स में भी वहां भी वायसराय कुछ मंत्री के साथ बैठ के सलाह मशवरा करके साइन करता है कोई अपने साइन करता है जो ट्रांसफर में है और रिजल्ट रेसीडुअरी पावर मतलब किसी ऐसे टॉपिक के ऊपर कानून बनाने की पावर जो अभी तक सामने नहीं आया है मां लो अगर उसमें अन्य 35 में कभी कंप्यूटर की बात हो रही होती अभी आई की बात हो रही होती तो उसे पर कानून आएगा और कोई नहीं बनाएगी ठीक है एस्टेब्लिशमेंट ऑफ आरबीआई ऑफ फेडरल कोड डेट इसे डी सुप्रीम कोर्ट ये बनेगी 37 में ठीक है अबोल इस डी काउंसिल ऑफ इंडिया इस्टैबलिश्ड बाय डी कंप्यूटर ऑफ इंडिया 1858 जो काउंसिल ऑफ इंडिया बनाया गया था 1858 में वहां पे जो का दिया बट जो कोई बात जरूर नहीं उसकी एक्सटेंडेड फ्रेंचाइजी 10% ऑफ पापुलेशन जो पहले वोट दिया लोगों ने ऑन डी बेसिस ऑफ एजुकेशन और टैक्स और प्रॉपर्टी अब वो बड़ा के कम से कम 10% इंडियन को तो दे दिया गया की हां आप भी वोट दे सकते हो 10% भारतीय जितने हैं देश में भले ही कितने भी हो आठ करोड़ हूं 10 करोड़ हो 15 करोड़ 20 सारे के सारे अब उनमें से खाली 10% लोग हैं जो वोट दे का रहे हैं ठीक है कम से कम इतना तो मिले कम्युनल रिप्रेजेंटेशन एक्सटेंडेड ये बाढ़ गया तो मिल रहा है प्रेजेंट जो संप्रदाय के नाम पे जो रिप्रेजेंटेशन था वो और आगे बाढ़ गया ठीक है डिप्रैस क्लासेस शेड्यूल कास्ट सिस वूमेन और लेबर्स वर्कर्स इनको भी दिया गया की इनका भी माइनॉरिटी में नाम आता है और ये भी शोषण वर्ग है वंचित वर्ग है एक्सप्लोइटेड क्षेत्र ऑफ सोसाइटी है हम इनको रिप्रेजेंटेशन देंगे ये बोली गई ये बात ये अच्छी बात थी ये एक्चुअली बहुत अच्छी बात थी नो इंडियन इंडिपेंडेंस एक्ट ऑफ 1947 वर्ल्ड वार तू खत्म हो चुका है ब्रिटेन कमजोर हो चुका है और कमेंट अटेली आप परेशान हो के बोल चुके हैं बजाओ हम जा रहे हैं जा रहे हैं खत्म करो उसको पर बहुत आसानी से नहीं अभी आसानी से कोई इंडियन करो तो 20 फरवरी 1947 को 20 फरवरी अगस्त बाद में आता है की हां हम ब्रिटेन से हम हम रिटर्न का रूल खत्म कर देंगे इंडिया में बिफोर 30th जून 1948 अगले साल डेड साल बाद हम इंडिया से जाएंगे उससे पहले तक मतलब उसके पहले से उसके पहले से चले जाएंगे हम इसके बाद हमारा रूल नहीं होगा हमने गाड़ी इतनी आसानी से कैसे तीन जून को 1947 को संविधान फ्रेम बाय कंसीडर असेंबली कैन'टी बी एप्लीकेबल ऑन पार्ट्स ऑफ कंट्री यह बटन के पार्लियामेंट ने बोला है की भैया सुनो मेरी बात क्यों तुम लड़ाई कर रहे हो इसके बाद क्या हुआ मुस्लिम लीग ने यह ऐलान सुनने के बाद करके अरे अरे अरे अरे हम कहां जाएंगे हमें हमें हम तो हम तो मारे जाएंगे हमें तो पीते जाएंगे तो क्या क्या बात है फिर पार्लियामेंट सुना क्यों लड़ाई कर रहे हो क्या चाहिए तुम्हें क्या है क्या तुम्हारी प्रॉब्लम तो मुस्लिम नहीं लगे पाकिस्तान पाकिस्तान तो उन्होंने कहा सुनो हमारी बात संविधान सभा जो भी समझो भी संविधान बनाएगी तो जो भी उसको मानना नहीं चाहता है जो भी पार्ट ऑफ कंट्री उसमें फैब्रिकेबल नहीं होगा और कुछ और कुछ पाकिस्तान पाकिस्तान ये इतना ही इतना करते रहे बस इन्होंने और कुछ नहीं बोला कभी भी मुस्लिम लीग ने इनकी शुरू से एक ही रात लगी रही पाकिस्तान पाकिस्तान बस अब क्या चाहिए दोनों पाकिस्तान लेकर ए गए की अलग जाना है जो अलग चलो अभी जो यहां से हटो मेंटेन प्लेन पर पार्टीशन ये हो गया मुझे उन्होंने कहा अब मां गए तब ठीक है कांग्रेस और मुस्लिम लीग इंडियन इंडिपेंडेंस एक्ट 1947 तब मानेंगे हम पहले आजाद करो कांग्रेस शुरू से लड़ाई कर रही थी की मत जो अलग साथ में र लो हो जाएगा सब हो जाएगा जिन्ना और मुस्लिम लीग पुरी अलग हो चुकी थी की हम तो अलग जा रहे हैं हमें नहीं रहना तुम्हें हम हम नहीं रहेंगे साथ में अच्छा इतनी लड़ाई कर चुके हो इतना तुम झगड़ा हो ही चुका है ऑलरेडी तुम्हारा एक पर बाहर है तो जो दोनों पर लेक बाहर जो फिर क्यों नहीं र रहे हो यहां पे फिर ब्रिटिश रूल हमारा अंत हो गया है इस एक्ट के तहत पार्टीशन ऑफ इंडिया और इंडियन और पाकिस्तान क क्रीटेड सब बात है यही हुआ था इसी दिन ठीक है फ्रीडम तू डी इंडियन प्रिंसली स्टेटस तू जॉइंट डोमिनियन ऑफ इंडिया और पाकिस्तान और तू रेमन इंडिपेंडेंस यह प्लेन था इस इंडिपेंडेंस एक्ट में की भैया प्रिंसली स्टेटस जितने भी हैं अजमेर अजमेर अलवर जितने भोपाल जितने के सारे स्टेटस हैं इनका इनका मां कहां है ये क्या छह रहे हैं तुम्हें इंडिया में रहना है ये तो पाकिस्तान में जाना है और हमारे कुछ ऐसे हीरो थे ना जो बहुत ज्यादा जिन्हें गर्मी चढ़ी हुई थी जूनागढ़ हैदराबाद जम्मू कश्मीर समझ में इबादत में की नहीं जाना चाहिए था गलती कर दी ये फैसला लगी तो इस कंटीन्यूअस अपॉइंटमेंट और सिविल सर्विसेज और रिजर्वेशन बाया डी सेक्रेटरी ऑफ स्टेट पर इंडिया जो मंत्री जी वहां बैठकर अपॉइंटमेंट करते थे माल लंदन में बैठकर मंत्री पर इंडिया सेक्रेटरी ऑफ स्टेट पर इंडिया तो यह अपॉइंटमेंट जो करते थे सिविल सर्विसेज का डिस्कंटीन्यूड अब नहीं आप नहीं करोगे सेंट्रल कमीशन यूपीएससी करेगा अब अपने देश में अपने ऑफिसर को अपने आप मेगा अपने आप सिलेक्ट करेगा और अपने आप अपॉइंटमेंट देगा ठीक है नहीं गवर्नर और प्रोविंशियल गवर्नर तू एड ऑन डी एडवाइस ऑफ डी रिस्पेक्टिव काउंसिल ऑफ मिनिस्टर्स इन जो मैटर्स अब नहीं चलेगी किसकी किसी की भी अब किसी की बताना चाहिए नहीं चलेगी ठीक है ये बात ते होगी की आपको जो भी कर्म करना जो भी कम उठाना है जो भी साइन करना है कुछ भी करना है ये खाली आप मिनिस्टर से सलाह मशवरा की ये बिना कुछ नहीं करोगे क्योंकि बहुत बार ऐसा हो रहा था गवर्नर अपने इंडिया की फौजी भेज दे रहा है वर्ल्ड वार 2 में बिना लोगों से पूछे इंडियन से पूछें की क्यों भेजें भाई किसने तुमसे कहा था भेजना को वॉइस राय गवर्नर जनरल पर ईस्ट डोमिनियन खत्म नहीं चाहिए अब सेक्रेटरी ऑफ स्टेट पर इंडिया जो मंत्री जी ने बोला गवर्नमेंट करते थे उन्हें मंत्री जी को बोला तुम यहां से तुम भी नहीं रहोगे अब ठीक है ड्रॉप टाइटल ऑफ एंपरर ऑफ इंडिया फ्रॉम डी रॉयल टाइटल ऑफ डी किंग ऑफ इंग्लैंड जो राजा थे मोनार्क थे जिनका फूल टाइटल होता है बड़ा लंबा चौड़ा उसमें आखरी में होता है एंपरर ऑफ इंडिया या अगर महारानी है तो इंप्रेस ऑफ इंडिया तो भैया उसमें से वो टाइटल हटाओ तुम इंडिया के इंप्रेस नहीं हो इंडिया के नहीं हो अब कोई ठीक है इंडिया में कोई अंपायर नहीं है इंडिया का खाली जनरल होगा उसके बाद राष्ट्रपति और पीएम होंगे थॉट्स आईटी ठीक है नो एक्ट ऑफ डी ब्रिटिश पार्लियामेंट पास आफ्टर अगस्त 15 1947 कैन बी एप्लाइड वॉच तू एक्सटेंड तू आया इधर उधर न्यू डोमिनियंस आप ब्रिटिश पार्लियामेंट कोई भी एक नया लगा ले अपनी मर्जी से 1547 के बाद वह इंडिया पाकिस्तान पर तो अप्लाई नहीं होगा बस ये बात है पर हम भले ही हो जाए इंडिया तो नहीं होगा बस ये हो जाए लॉर्ड माउंटबेटन बेकेम डी फर्स्ट गवर्नर जनरल ऑफ न्यू डोमिनियन ऑफ इंडिया और नेहरू जी वो सन और बाय हम आगे डी फर्स्ट प्राइम मिनिस्टर ऑफ इंडियांडेड इंडिया डे फैक्ट है हमारा तो और असेंबली ऑफ 1946 हमारी संविधान सभा ये बनी हमारी पहले पार्लियामेंट ऑफ डी इंडियन डोमिनियन यह बनी हमारी पार्लियामेंट और इसने इसी संविधान सभा ने हमारे सर कम किया है हमारा संविधान हमारा संविधान बनाया है हमारा फ्लैग अडॉप्ट किया है हमारा एंबलम अडॉप्ट किया है हमारा रतीफाई किया है हमारा जो मेंबरशिप तू डी यू एन तू डी आम वेल्थ सब कुछ तो ये हमारी पहले पार्लियामेंट में नहीं जो संविधान सभा थी खुद 1946 की बनाई हुई सो ये पढ़ेंगे हम नेक्स्ट चैप्टर में आता है आपके अब भैया यह मैंने आपको पूरा पटाया यह मुझे मैं आपको बता रहा हूं फिर से डी कंपनी रूल है 73 से 58 तक और यह सारे साथ एक्टर ठीक है 8 है सॉरी कर पांच छह साथ आठ तो इनको याद करने का तरीका एक ही है 73 को याद करने के लिए आपको याद करना है जनरल ऑफ बंगाल तू गवर्नर जनरल ऑफ बंगाल बोला गया ठीक है फिर सेंट्रल एडमिनिस्ट्रेशन होना था इसमें दूसरे में क्या बात हुई है एक्सेम्प्टेड जीजी और काउंसिल फ्रॉम ड्यूरेशन ऑफ सुप्रीम कोर्ट सुप्रीम कोर्ट की बात हुई थी पहले बार ठीक है फिर कमर्शियल इंपोर्टिकल फंक्शंस को सेपरेट किया गया कोड और बॉस मैं याद करने के लिए बता रहा हूं याद करना है क्वेश्चन आएगा फिर हम इसमें ऐसे ही टैंक खुला जाएंगे लड़कों के और आपको गलती नहीं करनी है प्लीज इसको याद रखना इसलिए बार-बार रिवाइज कर रहा हूं लॉर्ड कार्नवालिस कमांडर इन के और ओवरइड ऑफ डी counsel.com ठीक है ट्रेड मोनोपोली एक्सटेंडेड पर अंदर 20 इयर्स यह हुई थी 20 साल और है उसके बाद फिर ट्रेन मोनोपोली अबॉलिश कर दी गई कृष्णा मछरी आए वेस्टर्न एजुकेशन आई उसके बाद ठीक है बंगाल के गवर्नर जनरल को बोल दिया गया आप इंडिया के पूरे गाने जनरल हो लॉर्ड विलियम मेंटेनेंस बने थे ठीक हो गया अब ओपन कंपटीशन ये सब भी होगा ये पुरी बातें हैं ये आपको याद रखती है मैं थोड़ा सा इसको मित डन ताकि अच्छा ग जाए तो इन्हीं अगर प्वाइंट्स को भी याद रख लोग तो भी भैया आपको सारे ये ऑर्डर में याद हो जाएंगे और आप भूलोगे नहीं इसको फिर 58 का गवर्नर अब हमारा एक्ट ऑफ गुड गवर्नमेंट वो क्या करता है सत्ता में अगर बोल्ड हो चुका होता है कंपनी गई गवर्नर जनरल की जगह वायसराय ए गए ठीक बात है फिर इसके बाद ऑर्डिनेंस इंट्रोड्यूस इनीशिएटिड डिसेंट्रलाइजेशन अपना खुद एक इशू कर सकते हैं ऑर्डिनेंस के मेरा मर्जी है मैं आज इशू करता हूं मुझे 6 महीने का मेरा ऑर्डिनेंस का मेरी लाइफ होगी ये साड़ी बातें आपको याद रखती है ठीक है ओके लोग कैन डिस्कस बजट काउंसिल होगा डेट कैन डिस्कस बजट और इंक्रीस मेंबर्स इन डी इन डी एसिडिक कांसेप्चुअल रिप्रेजेंटेशन याद करना है मिंटो जी फिर उसके बाद मोंटी की ट्रांसफरोरिज्म डायरेक्ट इलेक्शंस ओके ठीक है इवोल्यूशन इवोल्यूशन ऑफ दी की तीन राउंड टेबल्स ये हुई थी कहां पे साइमन कमीशन में यह एक्ट नहीं है दोनों ये दोनों एक्टर नहीं है बस याद रखना साइमन कमीशन मेरा अवार्ड कोई एक्ट नहीं है एक्टर्स के नीचे और उसके ऊपर है फिर इसमें क्या बोला कंप्यूटर ने किस सबको आरक्षण और सबको रेपुटेशन और दो तू डी डिप्रैस क्लासेस तू डी वूमेन तू लेबर सब कुछ ठीक है 1935 ऐसा आरबीआई फेडरल ps3 प्रोसेस फेडरल कोड सब कुछ हुआ बड़ी-बड़ी बातें होगी उसमें साड़ी फिर उसके बाद इंडियन इंडिपेंडेंस आते लॉर्ड माउंटबेटन बिकम डी फर्स्ट गवर्नर जनरल ऑफ न्यू इंडिया और का अमाउंट बटन प्लेन उनका पार्टीशन इंडिया पाकिस्तान का फिर उसके बाद हमारा यहां पे ये चैप्टर ऐसे हमारा खत्म हो रहा है भैया याद रखना है क्वेश्चन आएगा इस बार भी आया था अगली बार भी आएगा संविधान बने की भीम पढ़ेंगे कोई संविधान बनेगा संविधान को पढ़ेंगे