नर्वस सिस्टम और कोऑर्डिनेशन की प्रक्रिया

Sep 9, 2024

कंट्रोल एंड कोऑर्डिनेशन

अध्याय का परिचय

  • बच्चे इस अध्याय को पढ़ने में कठिनाई महसूस करते हैं।
  • NCERT की भाषा में समस्याएँ हैं।
  • अध्याय में मुख्यतः 5-6 प्रमुख विषय हैं।

मुख्य विषय

  1. नर्वस सिस्टम
    • न्यूरॉन्स, रिफ्लेक्स एक्शन, ह्यूमन ब्रेन, एनिमल हार्मोन, प्लांट मूवमेंट, प्लांट हार्मोन।
  2. कोऑर्डिनेशन के प्रकार
    • लिविंग ऑर्गेनिज्म के अंगों के बीच तालमेल होना आवश्यक है।
  3. मूवमेंट
    • कुछ मूवमेंट्स ग्रोथ से संबंधित होते हैं (ट्रॉपिक मूवमेंट) और कुछ नहीं (नास्टिक मूवमेंट)।

मूवमेंट के प्रकार

  • ट्रॉपिक मूवमेंट
    • ग्रोथ से संबंधित।
    • उदाहरण: लाइट की दिशा में बढ़ना (फोटोट्रॉपिज्म)।
  • नास्टिक मूवमेंट
    • ग्रोथ से स्वतंत्र।
    • उदाहरण: टच मी नॉट प्लांट की पत्तियों का बंद होना।

नर्वस सिस्टम

  • सेंट्रल नर्वस सिस्टम (CNS)
    • ब्रेन और स्पाइनल कॉर्ड।
  • पेरिफेरल नर्वस सिस्टम (PNS)
    • नर्व्स जो CNS से बाहर जाती हैं।

न्यूरॉन्स

  • न्यूरॉन की संरचना:
    • सेल बॉडी, डेंड्राइट्स, और एग्जॉन।
  • न्यूरॉन कैसे काम करते हैं:
    • सिग्नल रिसीव, प्रोसेस और ट्रांसमिट करते हैं।

रिफ्लेक्स एक्शन

  • रिफ्लेक्स एक्शन बिना सोच-विचार के होते हैं।
  • स्पाइनल कॉर्ड रिफ्लेक्स एक्शन को नियंत्रित करता है।

हार्मोन

  • प्लांट हार्मोन: ऑक्सिन, जिब्रेलिन, साइटोकाइनेटिक्स।
  • एनिमल हार्मोन: ग्रोथ हार्मोन, थायरोक्सिन, इंसुलिन, एड्रीनलीन।

फीडबैक मैकेनिज्म

  • शरीर में हार्मोन रिलीज होने का नियंत्रण।

महत्वपूर्ण तथ्य

  • ग्रोथ हार्मोन की कमी से ड्वॉर्फिज्म।
  • एड्रीनलीन का कार्य: इमरजेंसी सिचुएशन में शरीर का प्रतिक्रिया करना।
  • हार्मोन का संतुलन बनाए रखने के लिए फीडबैक मैकेनिज्म का उपयोग।

प्लांट मूवमेंट्स

  • इनवॉलंटरी मूवमेंट्स: जैसे कि टच मी नॉट प्लांट।
  • डायरेक्शनल मूवमेंट्स: जैसे कि प्लांट्स का लाइट की दिशा में बढ़ना।

कुछ प्रयोग

  • विथड्रावल ऑफ हैंड में रिफ्लेक्स एक्शन को समझाया गया है।
  • नास्टिक और ट्रॉपिक मूवमेंट्स के उदाहरण दिए गए हैं।

निष्कर्ष

  • मानव और अन्य जीवों में कंट्रोल और कोऑर्डिनेशन महत्वपूर्ण है।
  • हार्मोन और नर्वस सिस्टम का आपस में संबंध।
  • विभिन्न प्रक्रियाओं में तालमेल बना रहना आवश्यक है।

इन नोट्स को पढ़ कर छात्रों को अध्याय का सार समझने में मदद मिलेगी।