क्लास 8 साइंस: प्यूबर्टी और रिप्रोडक्शन
परिचय
- प्यूबर्टी एक महत्वपूर्ण जीवनकाल है जिसमें शारीरिक बदलाव होते हैं।
- इस दौरान बॉडी में बदलाव के कारण मानव रिप्रोडक्शन के लिए तैयार हो जाते हैं।
शारीरिक बदलाव
हाईट में वृद्धि
- टीनऐज के दौरान हाईट में अचानक वृद्धि होती है।
- हाईट का बढ़ना जेनेटिक्स और पोषण पर निर्भर करता है।
शरीर की संरचना में परिवर्तन
- लड़कों के कंधे चौड़े हो जाते हैं, लड़कियों की कमर चौड़ी होती है।
- लड़कों की आवाज भारी हो जाती है और एडम्स एप्पल बाहर की ओर दिखता है।
- लड़कियों में ब्रेस्ट का विकास होता है।
हार्मोनल परिवर्तन
- टीनऐज में हार्मोनल परिवर्तन होते हैं जो शरीर में विभिन्न बदलाव लाते हैं।
- टेस्टोस्टेरोन और एस्ट्रोजन प्रमुख हार्मोन हैं जो शारीरिक और यौन विकास में भूमिका निभाते हैं।
रिप्रोडक्टिव सिस्टम का विक ास
- लड़कों में टेस्ट्स और लड़कियों में ओवरीज़ का विकास होता है।
- यह विकास व्यक्ति को यौन रूप से सक्रिय और संतान उत्पत्ति के लिए तैयार करता है।
सेकंडरी सेक्सुअल कैरेक्टर
- यह विशेषताएँ लड़कों और लड़कियों के बीच भिन्नता को दर्शाती हैं।
- उदाहरण: लड़कों में फेशियल हेयर, लड़कियों में ब्रेस्ट का विकास।
सेक्स डिटरमिनेशन
- सेक्स डिटरमिनेशन क्रोमोसोम्स पर निर्भर करता है।
- XX = लड़की, XY = लड़का।
- पिता की ओर से आने वाले य क्रोमोसोम निर्धारित करते हैं कि बच्चा लड़का होगा।
पोषण और स्वास्थ्य
- संतुलित आहार और व्यक्तिगत स्वच्छता का महत्व।
- आयरन और कैल्शियम युक्त भोजन ज़रूरी है।
सावधानियाँ
- धूम्रपान और ड्रग्स से परहेज करना चाहिए।
- एचआईवी/एड्स जैसी बीमारियों से बचाव के लिए सावधानी बरतनी चाहिए।
यह नोट्स क्लास 8 साइंस के प्यूबर्टी और रिप्रोडक्शन से संबंधित महत्वपूर्ण बिंदुओं को संक्षेप में प्रस्तुत करते हैं।