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Captain Anshuman Singh's Extraordinary Bravery and Sacrifice

ही वास वेरी मच कैपेबल ही वड टेल मी आईल डाई विद ब्रास इन माय चेस्ट जस्ट बिकॉज आई एम नॉट ग डाईन ऑर्डिनरी डेथ लाइक नोबडी वड नो कैप्टन अंशुमन सिंह ने असाधारण बहादुरी एवं त्याग का परिचय देते हुए देशहित में अपना सर्वोच्च बलिदान दिया सम्मान ग्रहण करेंगी उनकी धर्म पत्नी श्रीमती स्मृति एवं माता श्रीमती मंजू सिंह सो वी मेट ऑन फर्स्ट डे ऑफ कॉलेज एंड आई वुड नॉट बी ड्रामाटिक बट इट वाज लव एट फर्स्ट साइट एंड आफ्टर अ मंथ ही गट सिलेक्टेड इन टू एफएमसी वी मेट इन एन इंजीनियरिंग कॉलेज ही गट सिलेक्टेड इन अ मेडिकल कॉलेज सो सुपर इंटेलिजेंट गाय सो फ्रॉम देन ऑन आफ्टर जस्ट वन मंथ ऑफ मीटिंग इट वाज अ लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप फॉर एट लॉन्ग यर्स लेट्स गेट मैरिड नाउ सो वी डिड एंड विदन टू मंथ्स ऑफ मैरिज ही गट पोस्टेड इनटू सियाचिन ऑन 18 जुलाई वी हैड लंग कन्वर्सेशन अबाउट हाउ आवर लाइफ इ ग बी द नेक्स्ट 50 इयर्स बिल्ड हाउस व हैव किड्स व्ट नॉट 19 मॉर्निंग आई गेट अप आई गेट कॉल ही नो मोर ट सो फॉर फर्स्ट से आर्स वी र नॉट रेडी टू एक्सेप्ट एनीथिंग ऑफ सच सट हैपन बट से एट आवर्स इट गट कंफर्म दैट ही इज नो मोर एंड टिल डेट आईम नॉट कपिंग अप जस्ट ट्राइम टू फिगर आउट मे बी इट्स नॉट ट्रू बट नाउ दैट आईव कीर्ति चक्र इन माय हैंड मे बी इट्स ट्रू बट इट्स ओके ही इज अ हीरो सो वी कैन मैनेज अ लिटिल ऑफ आवर लाइव्स बिकॉज ही जज मैनेज अ लॉट हीज गिवन अप ऑल हिज लाइफ ऑल हिज फैमिलीज जस्ट टू सेव अदर थ्री फैमिलीज हिज आर्मी फैमिली [संगीत]