Coconote
AI notes
AI voice & video notes
Export note
Try for free
अंतर्राष्ट्रीय समुद्री कानून
Jul 11, 2024
इंटरनेशनल लॉ में टेरिटोरियल वॉटर, एक्सक्लूसिव इकोनॉमिक जोन, और कॉन्टिनेंटल शेल्फ
परिचय
टेरिटोरियल वॉटर, कंडीशंस फॉर एक्सक्लूसिव इकोनॉमिक जोन (EEZ), और कॉन्टिनेंटल शेल्फ का महत्व
डायग्राम के माध्यम से स्पष्टता
टेरिटोरियल वॉटर (Territorial Waters)
परिभाषा
: समुद्र का वह हिस्सा जो किसी राज्य के अधिकार-क्षेत्र में आता है।
दूरी
: बेसलाइन से 12 नौटिकल माइल्स
बेसलाइन: वह जगह जहां से समुद्र शुरू होता है।
अधिकार
: राज्य का पूरा नियंत्रण
समुद्र की सतह, उसके नीचे और उसकी ऊपरी हवा तक का अधिकार
कानून निर्माण और न्यायिक अधिकार
विशेषताएँ
:
निर्दिष्ट सीमा के भीतर सरकार जुर्म करने वालों को सजा दे सकती है।
हवाई क्षेत्र तक राज्य का अधिकार
कंडीशंसल जोन (Contiguous Zone)
परिभाषा
: टेरिटोरियल वॉटर से परे का क्षेत्र
दूरी
: टेरिटोरियल वॉटर से लेकर 24 नौटिकल माइल्स तक
अधिकार
:
सीमित कानूनी अधिकार
केवल कस्टम, इमिग्रेशन, और सेनेटरी रेगुलेशन के लिए कानून बना सकती है
हवाई क्षेत्र पर कोई अधिकार नहीं
एक्सक्लूसिव इकोनॉमिक जोन (Exclusive Economic Zone - EEZ)
परिभाषा
: आर्थिक क्रियाओं के लिए विशेष क्षेत्र
दूरी
: बेसलाइन से लेकर 200 नौटिकल माइल्स तक
अधिकार
:
संसाधनों का उपयोग (मछली, तेल, खनिज)
कोई पूर्ण संप्रभुता नहीं, सिर्फ़ संसाधन उपयोग
हवाई क्षेत्र पर कोई अधिकार नहीं
हाई सीज (High Seas)
परिभाषा
: EEZ से परे का क्षेत्र
अधिकार
:
किसी भी राज्य का कोई नियंत्रण नहीं
संयुक्त राष्ट्र के अधीन
कॉन्टिनेंटल शेल्फ (Continental Shelf)
परिभाषा
: समुद्र की सतह के नीचे का क्षेत्र
दूरी
: 200 से 350 नौटिकल माइल्स तक
अधिकार
:
समुद्र के नीचे के संसाधन उपयोग का अधिकार
सीमित संप्रभुता
निष्कर्ष
टेरिटोरियल वाटर, कंडीशंसल जोन, EEZ, हाई सीज, और कॉन्टिनेंटल शेल्फ के अधिकार और सीमाएँ
व्यापक समझ के लिए प्ले लिस्ट और अधिक वीडियो देखने की सलाह
📄
Full transcript