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Intoduction to Networking Basics

हे देर प्रेस द बैल आइकन एन अव मिस्स वीडियो ऑन साइबर सिक्यूरिटी एंड टेक्नोलॉजी नमस्कार दोस्तों मैं हूं आप दिख रहे हैं बिट एंड एक यूट्यूब चैनल तो इस वीडियो से हम नेटवर्किंग का कोर्स स्टार्ट करने वाले हैं जैसा कि आ� चैनल सब्सक्राइब करता है कि वेबसाइट पैकिंग करते हो जब आप सिक्योरिटी के पॉइंट से सोचते हो तो डाटा कैसे ट्रैवल होती है तो सबसे ज्यादा इंपोर्टेंस दी जाती है डाटा कैसे ट्रैवल हो रही है डाटा कैसे रिसीव हो रही है और कैसे सेंड हो रही है नेटवर्क सिक्योरिटी पैकेट्स को आफ रेम करते हो कैसे कैसे हेडर्स लगाते हो कौन-कौन से पोर्टोकॉल यूज करते हो यह सब कुछ मिलाकर तो अगर आपको networking नहीं आती है और आपको basic से networking सीखनी है networks के बारे में जानना है तो आप सही जगे पर आये है मैं start करने वाला हूँ basic networking का course और ये course हाला कि मैं basic से start करूँगा सब कुछ बताऊँगा लेकिन मैं इसको थोड़ा dedicate करने वाला हूँ Cisco की तरफ जो लोग Cisco की तैयारी कर रहे हैं network associate या network professional की तो मैं वहाँ तक भी ले जाओंगा इस course को लेकिन लें जो बेसिक उसके लिए आपको क्लियर होने चाहिए वह मैं आपको यहां पर सिखाने वाला हूं और इसको नेटवर्क सिक्योरिटी तक भी मैं ले जाऊंगा तो यह मेरी पहले वीडियो है मैं इसमें बहुत ही ज्यादा बेसिक में स्टार्ट तो कोई भी topic start करने से पहले हम उसके term को समझते हैं कि वो actually में है क्या मतलब मैं यहाँ पर अगर बोल रहा हूं कि networking सिखाने वाला हूं तो networking क्या होती है networking से जो शब्द ये तो derived शब्द है networking derived हुआ है network से मतलब network का बात है हम वह समझते हैं तो कोई भी चीज समझाने से पहले मुझे analogy देना अच्छा लगता है तो अब आप इसको ऐसे समझिए कि हम इंसान हैं हम इंसानों में कैसे हम communicate करते हैं मतलब मैं मालूं अगर सिर्फ मुझे खुद से मतलब है तो मुझे कि किसी network की जरूरत नहीं है network से मेरा मतलब यह है कि हम किसी और से interact करते हैं चाहे वो कैसे भी हो चाहे आप दूसरे इंसान को देख रहे हो चाहे आप उससे चू रहे हो चाहे आप उसके आगे कुछ और कर रहे हो वो सब चीज़ आती है networking पे कोई भी किसी भी तरीके से आप किसी और इंसान से किसी और entity से या किसी और object से interact कर रहे हो उसको हम बोलते है networking networking से मतलब है कि आप चीज़ों को एक साथ अगर collective एक्टिवली कंसिडर करते हैं या कनेक्ट करते हैं या उसको इंटरेक्ट करवाते हैं किसी भी तरीके से उससे फर्क नहीं पड़ता है तो हम उसको नेटवर्क बोलेंगे मल्टिपल कंप्यूटर्स को एक साथ जोड़ दूं मतलब मिनिमम केस में दो कंप्यूटर्स को एक साथ जोड़ दूं किसी भी मीडियम से चाहे वह वायर्ड हो या वायरलेस वायर्ड वायरलेस का कंप्यूटर को आप कनेक्ट करोगे तो वह एक नेटवर्क बन जाएगा इसी तरीके से जनरल डेफिनेशन और कलेक्शन ऑफ कंप्यूटिंग अवाइस इसका मतलब यह कि सिर्फ कंप्यूटर नहीं सिर्फ मोबाइल नहीं सिर्फ टैबलेट नहीं सिर्फ लैपटॉप नहीं मैं कोई भी ऐसी चीज को कनेक्ट कर सकता हूं जो मैं चाहूं जो यह प्रेवरीटी रखता हो कि वह कनेक्ट हो सकता है उसके पास एक ऐसा एडेटर हो जिससे मैं उसे कनेक्ट कर सकूं किसी और के साथ ठीक है तो इसका मतलब होता है नेटवर्क तो यह है सिंपल नेटवर्किंग अब उसके बाद हम बात करते हैं कि जो terms use होते हैं networking के अंदर उसका क्या meaning है तो networking में जो चीज हम connect कर रहे हैं उसको हम बोलते हैं device अब यहाँ पर हम technically बात करें तो उसको device नहीं बोला जाता है उसको most commonly बोला जाता है host या node अब node हो सकता है computer हो, mobile हो, laptop हो जो भी चीज एक network में एक entity की तरह काम कर रही है उसको हम node बोलते हैं यहां पर जाकर एक डाटा का पैकेट रुखता है मतलब आप अगर अपने ब्रॉडबैंड से कनेक्टेड हो तो आपका एक लैपटॉप होगा आप उससे कैसे भी कनेक्ट हो सकते हो तो आपका लैपटॉप एक नोड बन गया जो भी नेटवर्क पर कम्यूटर्स होंगे डि� इसे इंपोर्टेंट फैक्टर होता है किसी भी नेटवर्क में हम अगर कोई नेटवर्क इस्टैब्लिश करते हैं तो हमारे पास सबसे मेन ऑब्जेक्टिव यही होता है कि डेटा का ट्रांसफर रेट मैक्सिमम होना चाहिए और इसका इशू बहुत आता है नेटवर्क में पहला है peer to peer model दूसरा है client server model तो जो सबसे important होता है वो है client server model जो सबसे ज़्यादा use होता है यहाँ पर समझने वाली बात है कि हम client किसको बोल रहे हैं हम server किसको बोल रहे हैं तो client मतलब मैं मालीजिये अपने laptop पर बैठा हूँ यहाँ पर और मुझे google.com पर request करनी है google.com मेरे network में है मुझे उसे request करनी है अब हो सकता है कि वो किसी और subnet में हो हो सकता है कि वो कहीं और हो दुनिया में मैं वहाँ तक पहुँच पा रहा हूं मतलब वो मेरे network में है अब हो सकता है वो मुझसे directly connected हो या ना connected हो उससे मुझे अभी फर्क नहीं पड़ रहा है तो यहाँ पर मैं अगर कुछ request करूँगा मतलब मुझे कुछ चाहिए Google से तो मैं यहाँ पर client हूँ client request करता है कोई भी data को server से ले और server उसकी corresponding response client को वापस भेजता है अब server का मतलब यह होता है कि वह कोई service प्रोवाइड कर रहा है यहां पर हम web servers क्यों लेते हैं यहां पर हम web hosting क्यों लेते हैं मुझे अपनी website अपलोड करनी है ताकि वह लोगों तक विजिबल हो लोगों तक पहुंच सके उसको कोई सर्विस प्रोवाइड कर सके तो यहां पर सर्वर बहुत सारे होते हैं बहुत दुनिया वर में फैले हुए बड़े-बड़े डाटा सेंटर्स में लगे हुए तो सर्वर का आप लैटप यूज करो कहीं भी गूगल ने अप सर्च करते हो कुछ भी सर्च करते हो दो सर्वर का जो रिस्पॉंस आता है वह होता है आपका नेटवर्किंग का मॉडल बेसिक जो यूज हो रहे हैं हमारे पास कोई एक एक इंसान है या फिर डिवाइस है उसको कोई डाटा चाहिए किसी और डिवाइस से तो वह उस डाटा को रिक्वेस्ट करता है और जो वह डाटा रिसीव करने वाला उसको अगर कोई डाटा वापस करेगा तो वह होता है सर्वर तो क्लाइन और सर्वर यह मॉडल है हमें पढ़ना बहुत जरूरी है और इसके आगे हम आते हैं नेटवर्किंग के जो टर्म्स हम लोग जिस टाइप के सर्वर्स यूज करते हैं तो हमारे पास नेटवर्किंग में दो में टाइप के सर्वर्स होते हैं जो होते हैं फाइल सर्वर और टाइप सर्वर फाइल सर्वर का मतलब यह कि कोई एक एक नेटवर्क है, मान लीजिए आपके कॉलेज में कोई नेटवर्क है, तो उन नेटवर्क का एक हब है, एक सर्वर है उसमें, एक सर्वर लगा है और बहुत सारे कम्यूटर्स उससे कनेक्टेड हैं, अब मान लीजिए कि बहुत सारी फाइल्स हैं मेरे पास और उन सारी फा दूंगा फिर बीने की तो उसको अलग से दूंगा इससे इससे अच्छा कि मैं उसको एक डेडिकेटेड जगह पर मैं उसको अपलोड कर दूं और वहां से सब लोग उसे एक्सेस कर पाएं तो यहां पर फाइल्स की हम बात करते हैं तो मल्टिपल यूजर्स को उसको शेयर करने के लिए मुझे उसे एक अच्छी और इंडिविजुअल जगह पर रखना पड़ेगा जो सिर्फ उसी के लिए हो तो हम फाइल्स जहां पर यूज करते हैं उसे शेयर करने के लिए उसको हम बोलते हैं फाइल सर्वर वह फाइल्स प्रोवाइड करता नेंटवर्क में कनेक्टेड है अब फाइल्स किसी भी टाइप की हो सकती है वीडियो ऑडियो डॉक्यूमेंट जिप आर्चिव मतलब कुछ भी फाइल आप सोच सकते हो तो वह सब की सब फाइल्स स्टोर होती है सर्वर पर दूसरे टाइप का सर्वर है वेब सर्वर अब वेब सर्वर अलग इसलिए है कि वह एसटीपी रिक्वेस्ट को हैंडल करता है मतलब हम कोई वेब फाइल को सर्व करता है और वेब सर्वर जो है हमारे वेब पेजेस को सर्व करता है वेब पेजेस बने हैं हमारे HTML में तो वो एक प्रोग्रामिंग की गई है जो हमने हाई लेवल में की हुई है तो उसको हम वेब पेज के फॉर्म में फाइल सर्वर में हमारा FTP यूज होता है वेब सर्वर में HTTP यूज होता है तो दोनों अलग टैप की डिटा को स्टोर करते हैं वेब सर्वर में मुझे यह नहीं चाहिए कि HTML फाइल में आए हैं आए मुझे डाउनलोड हो जाए मुझे वेब पेज एक रेंडर करना है तो रेंडर करने के लिए वेब सर्वर यूज होगा तो यह डिफरेंट से फाइल सर्वर और वेब सर्वर में अब आते हैं टाइप्स और नेटवर्क्स थी कितने टाइप के नेटवर्क्स होते हैं यह कि हम एक घर के अंदर या एक group of घर के अंदर, हो सकता है वो 100 square meter area में हो, या उससे ज़ादा हो, थोड़ा बोट कम ज़ादा हो सकता है, लेकिन एक corporate network के अंदर, अगर एक building के अंदर, अगर एक enterprise के अंदर हम लोग अगर कोई network setup कर रहे हैं, रहे हैं तो उसको हम लोकल एरिया नेटवर्क बोलते हैं जिसको हम इंट्रानेट भी बोल सकते हैं तो यहां पर कोई एक पर्टिकुलर प्राइवेट और गनेजेशन के अंदर कोई नेटवर्क बना हुआ है जैसे कि आपके कॉलेज के अंदर बना है या कोई बिजन नेटवर्क नहीं है उसका एक प्राइवेट नेटवर्क है जिसको सिर्फ उसके कंप्यूटर जो कंपनी के अंदर लगे हुए हैं सिर्फ उसे ही एक्सेस कर सकते हैं सर्वर पर तो यहां पर एक डेडिकेटेड इनवायरमेंट है सिर्फ उस कॉर्परेट के लिए जो यूज कर रहा है बाहर का कोई उसे एक्सेस नहीं कर सकता बाहर से तो जो आप घर में यूज करते हो ब्रॉडबैंड या जो वाइफा आप जिसको बोलते हो वह आपका लोकल एरिया नेटवर्क ही है चाहे वह वायर्ड हो चाहे वह वायरलेस हो वायरलेस के केस पर उसको डब्ली लैन बोलते हैं तो यहां पर आपके घर में जितने मोबाइल से हैं लाइक लैपटॉप्स हैं या प्रिंटर्स भी हो सकता है अगर आप वायरलेस अपडेट करता होगा तो या फिर डेक्स्टॉप है जो भी चीज वायरलेसली कनेक्ट हो सकती है या वायरलेसली कनेक्ट हो सकती है नेटवर्क से वो जो आपके घर में है वो सब कुछ लैन से कनेक्टेड होता है तो यह होता है लैन अब लैन के अंदर भी बहुत सारे टोपोलॉजीज यूज होती है टोपोलॉजीज का मदब आप समझ लीजिए कि मैं लैन में बहुत सारे डिवाइसेस को बहुत सारे नोट्स को किस ओर्� यहाँ पर तीन main topologies हम पढ़ने वाले हैं topology का मतलब यही है कि मैं किस pattern में उनको arrange कर रहा हूँ यह connect कर रहा हूँ ring topology का मतलब यह है कि मैं circular form में सारे के सारे nodes को connect करूँगा circular form मतलब तो इन तरीकों से हम किसे भी network में nodes को connect कर सकते हैं यहाँ पर ring topology जो है वो circular way में मैं एक computer को मैं connect करता हूँ तो यहाँ पर हर एक topology का अपना अपना advantage और disadvantage होता है जैसे कि आप आप देख सकते हैं कि रिंग टोपोलॉजी में मैं दो कंवीटर्स को एक साथ कनेक्ट कर रहा हूं फिर जो दूसरा वाला है उसको तीसरे से कर रहा हूं यहां पर अगर कोई एक लिंक टूट जाता है माली जिए फर्स्ट का सेकंड से लिंक टूट जाता है तो जो आज की दुनिया में हर एक कंप्यूटर की डेडिकेटेड लाइन होगी एक सर्वर के साथ मतलब सर्वर कनेक्टेड है हर किसी कंप्यूटर से उसको हम सर्वर में उसको हम आजकल स्विच बोलते हैं स्विच यूज कर सकते हैं या फिर राउटर के साथ लाइन होती है तो डेटा अगर चाहिए आपको तो आपको अपनी ही लाइन से बेजनी पड़ेगी और आपको अगर कमिनिकेट करना है तो स्टार्ट टोपोलोजी मोस्ट कॉमली आपके घर में भी उज होती है, कॉर्परेट नेटवर्क्स में भी उज होती है, जहाँ पर बड़े-बड़े लैब्स होते हैं, वहाँ पर उज होती है, स्विचेस बगरा लगे होते हैं वहाँ पर, तो जो सेंट्रल नोड होता है, यहाँ पर बस टोपोलोजी में एक अलग से लाइन होती है, बहुत लंबी लाइन होती है, और उसी लाइन से सारे के सारे हमारे nodes connected होते हैं, तो उसका simple सा disadvantage यह है कि अगर वो central line खराब हो गई, तो सारे के सारे computers disconnect हो जाएंगे, पूरा network fail हो जाएगा, क्योंकि सब कुछ उसी central line एडवांटेज एडवांटेज है आप खुद इससे डिवाइब कर सकते हैं मैं डिटेल में नहीं बताऊंगा क्योंकि वीडियो बहुत बड़ी हो जाएगी और इतना बेसिक कोई नहीं बताना चाहता और यहां पर हम दूसरे की बात करते हैं वाइड एरिया नेटवर्क जिसको हम लोग मोस्ट कमली बोलते हैं इंटरनेट इंटरनेशनल नेटवर्क तो इंटरनेट एक ऐसा नेटवर्क है जिसको बहुत सारे वाइड एरिया नेटवर्क जोड़कर बनाया गया है वाइड एरिया नेटवर्क मतलब कोई बहुत बड़ा जोग्राफिकल एरिया होता है मतलब हो सकता है कोई एक कंट्री हो सेट ऑफ कंट्रीज हो या एक continent हो तो दुनिया भर में जितने भी wide area networks हैं उन सब को अगर जोड़ दिया जाए तो हमारा internet बनता है यहाँ पर बहुत बड़ी बड़ी बहुत बड़े बड़े distances हैं यहाँ पर तो land से बड़ा होता है man, man से बड़ा होता है wide area network सबसे बड़ा हुआ ही होता है यहाँ पर wide area network को connect करने के लिए gateways होते हैं, routers होते हैं हम उनके बारे में बाद में बात करेंगे यहाँ पर internet जो है wide area network से बना हुआ है और जो metropolitan area network पर होता है जिसके मारे वो होता है land से बड़ा और van से छोटा मतलब एक city को या एक metropolitan area को cover करने के लिए हम man यूज़ करते हैं यहाँ पर आप देख सकते हैं diagram में कि पूरी एक city है या बोल सकते हैं एक town है बहुत बड़ा सा वहाँ पर बहुत सारे stations लगे हुए हैं towers लगे हुए हैं और वह सारे towers हमको data send करते हैं receive करते हैं उसके थूँ तो एक पूरा city connected है एक ISP से या number of ISP से तो जो connection established होता है होता है city वगरह में या बड़े-बड़े stations वगरह में बहुत जो हम state भी बोल सकते हैं उसे तो उसको हम बोलेंगे metropolitan area network तो यहां हम रोकते हैं introduction to networks को I hope आपको समझ में आया होगा अच्छे से कि networks क्या होता है कितने types के networks होते हैं कि अगर topologies होती हैं जितने भी basic से basic चीजें थी मैंने बता दी हैं जो कि सबको जाना जरूरी है या मेरे काल से बहुत लोगों को पता भी लगता तो भी क्योंकि आगे की वीडियोस के लिए यह चीज बार-बार काम में आने वाली है कि नोट्स ओस्ट यह सब टोपोलॉजिज वगैरह बार-बार हम यूज करेंगे तो आज की वीडियो में तो बस इतना ही आशा करता है आपको समझ में आया होगा उसको मैं कवर करने वाला हूं तो आगे की वीडियोस देखते रहिएगा और इस चैनल को जरूर सब्सक्राइब करें ताकि नेटवर्किंग से और पाइथन का कोड से मेरा चली रहा है यह भी चलता रहेगा पाइथन भी चलता रहेगा तो प्लीज सब्सक्राइब करें शेयर कर दें इस वीडियो को बाकी लोगों को ताकि इसको मदद मिल सके और मुझे मदद मिल सके आपको मदद