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साइकॉलोजी का विज्ञान और विकास

कि हेलो एवरीवन एंड वेलकम टो माइंड रिव्यू आयाम साक्षी कोशिक सो आज वी है डिस्कस्ट इन द लास्ट वीडियो की 19th सेप्टेंबर यानि कि आज से हम लोग शुरू कर रहे हैं अपनी स्पेशल सीरीज आफ द सीरीज इस इस बुक सिसरेली तो यह जो साइकॉलोजी की एक बहुत इंपोर्टेंट बुक है हमारी जिसका नाम है यू नो जिसकी ऑथर का नाम है सिसरेली यह बुक हम लोग कवर करने वाले हैं आज पार्ट ऑफ द सीरीज सो दिस बुक हैस फिफ्टीन चाप्ट चैप्टर चैप्टर वन टू चैप्टर फिफटीन एंड मी एंड यू टोगेदर विल बी कंप्लीटिंग ऑल आफ दीस फिफटीन चैप्टर चैप्टर चैप्टर चैप्� that you have these two things with you along with the device on which you are watching this video and आज की वीडियो में हम लोग start करेंगे with the chapter number one of Cicerelli so let's get started without wasting any further time we will start with our chapter alright so हमारा जो chapter number one है Cicerelli की book में that is your the science of psychology and one more thing that I should clarify for all of you the edition of the book that I am using इस दो फिफ्ट एडिशन ठीक है फिफ्ट एडिशन की हम लोग बुक यूज कर रहे हैं यह साइकोलोजी बाय सिसरेली इस एनी वन ऑफ यू डस नॉट है इस बुक या इसकी कोई कॉपी नहीं है आपके पास तो आई किन शेयर दो ई कॉपी और द ई पीडीएफ विड ऑल फ्यू इफ यू वाट ठीक है किसी को भी अगर इस ई पीडीएफ की जरूरत है नीचे कमेंट करो या इंस्टाग्राम पर रीच आउट करो आपको अपने अपने अपने अपने हम क्या goal है psychology के, आजकल जो trending fields है psychology में वो क्या है, everything about that, so the first thing that this chapter talks about और जो important है हमारे किसी भी exam के point of view से, that is your history of psychology, अब बहुत से लोग जो mind review के साथ पहले से जुड़े होंगे, उन्हें पता होगा एक चीज, कि psychology को represent करने का एक छोटा सा symbol होता है, and that symbol is this, so from now onwards if I anywhere use this symbol, that would mean कि मैं psychology को refer कर रही हूँ जहां भी मैं इस symbol को use करूँगी उसका मतलब है कि psychology को refer किया जा रहा है so before we delve into कि psychology की history क्या रही है हमें ये तो पता होना चाहिए न कि भाई ये psychology है क्या एक basic सी definition कोई भी हमसे पूछ ले that okay you are a student of psychology tell me what is psychology so what will you tell is psychology about reading mind is psychology about telling कि आपके दिमाग में क्या चल रहा है is psychology about putting thoughts in somebody else's mind is psychology about manipulation no, है ना, ये सारी चीज़े जिनके बारे में मैंने अभी बोला वो क्या है, वो है myth, वो है जूत psychology इन सब चीज़ों के बारे में बिलकुल भी नहीं है, rather what is psychology, it is your scientific study ठीक है, किस चीज़ की scientific study, scientific study of your mental processes जो भी चीज़े आपके दिमाग में चल रही है mental processes, thinking, decision making, all the cognition and the scientific study of behavior तो ये दो चीजों की scientific study है psychology now why am I saying that it is a scientific study scientific because हम जब psychology की field की बात करते हैं तो यहाँ पे हम लोग experiments use करते हैं किसी भी theory को prove करने से पहले हम experiment करते हैं हम उन experiment से results निकालते हैं कोई भी चीज हवा में नहीं बोल रहे है that you know मुझे ऐसा एक सपना आया रात को की एक ऐसी theory होनी चाहिए उस थिवरी पर रिसर्च पेपर पब्लिश कर दिया नौ आई एम डूइंग फुल फ्लेज रिसर्च ऑन एड एंड कंडक्टिंग एक्सपेरिमेंट तो देरफोर साइकॉलोजी भी एक तरीके की साइंटिफिक स्टडी है जिसमें मैं एक सिस्टेमाटिक अप्रोज फॉलो कर रही हूँ और ये साइकॉलोजी में हम दो चीजों को स्टडी करते हैं वन इस योर मेंटल प्रोसेसेस और सेकिन्ड इस योर बिहेवियर तो अब में यह पर्म है covert, mental processes are covert in nature that means they cannot be seen easily अब मैं अपने मन में क्या decision make कर रही हूँ इस point of time में या फिर क्या cognitive या thinking procedures मेरे mind में चल रहे हैं वो आपको clearly visible नहीं है है ना कोई मेरे forehead पे flash होते हुए तो नहीं आ रहा है कि मेरे दिमाग में क्या चल रहा है या मैं किस चीज के बारे में सोच रही हूँ nothing like that is coming therefore ऐसे चीजों को हम बोलते हैं covert something that is not visible something that is hidden तो हमारे जो mental process वो नेचर में कोवर्ट होते हैं because I cannot see them. Whereas the behavior is overt in nature. अब overt क्या मतलब हुआ?

एकदम opposite of covert. Overt का मतलब होता है something that can be seen clearly. तो अगर कोई इंसान बैठके रो रहा है और आसू गिर रहे हैं, वो चीज में clearly देख सकती हूँ, isn't it?

So that is a behavior that is overt in nature. So all in all हमें क्या पता लगा है कि psychology क्या है? वो एक scientific study है.

किस चीज की? वो scientific study है हमारे mental... mental processes की और हमारे behaviour के ठीक है इतना अगर अब clear है तो हम लोग आगे बढ़ेंगे we will move on to studying the history of psychology कि कैसे ये psychology का discipline eventually emerged हुआ क्या क्या चीजें हुई हिस्ट्री में जिसने lead up किया psychology के discipline के formation को so एक दो नाम है philosophers के one is your Plato and we also have Aristotle and we also have Descartes ठीक है तो ये तीरी नाम है तीन फिलोसोफर्स हैं जिनका एक important role रहा है psychology के formation में so when psychology was not a full fledged discipline मतलब जब उसका नाम psychology नहीं था तो था क्या कि philosophy के बारे में बहुत लोग पढ़ा करते थे hence these philosophers ठीक है तो ये जो philosophers थे Plato, Aristotle and Descartes they were talking something about the human mind and mind का connection with our body इन्होंने कुछ-कुछ बाते की थी कुछ लोगों ने agree किया था कि mind और और body एक ही है कुछ लोगों ने disagree किया कि नहीं नहीं mind और body तो अलग-अलग entities है वह आपकस में interact करती है so there were certain disputes अब यहां पर decards का viewpoint था decards का viewpoint क्या था कि mind और body दो separate entities है वह दोनों एकदम separate है लेकिन वह दोनों एक point पर interact करती है and that point today is known as the pineal gland ठीक है तो यह जो हमारी किसम की endocrine ब्लैंड है इसके बारे में हम वील बी कवरिंग द चैप्टर ऑफ बायोलॉजिकल साइकॉलोजी सो बेसिक चीज अभी ध्यान में क्या रखने कभी भी अगर एमसी क्यों आता है कि किसने बोला था कि माइंड और बॉडी इंटरेक्ट करते हैं पीड़ी ग्लैंड्स में सो इट वर्स हैं सो इट इज व्यापिनियल ग्लैंड राइट सो प्लेटो अरिस्टोटल और डिकार्ड्स हमारे फिलोसोफर्स थे और इन्होंने माइंड और बॉडी के कनेक्शन के बारे में कुछ बातें करें थे और ना अच्छा बिगिनिंग कब हुई अभी तक तो हम philosophy की बात करें, अभी तक हम बात करें कि philosophers क्या बोल रहे थे, so actual beginning of psychology as a discipline happened in the year of 1879, ये एक ऐसा year है जो आपको हमेशा याद रखना है, being in the field of psychology, you have to always remember this year and why, you will get to know about it in a while, ठीक है, तो psychology की eventual actual शुरुवात 1879 में हुई थी, कहां पे हुई थी, हुई थी लियबसिक में, लियबसिक एक जगा है जर्मिनी में ठीक है और किस से हुई थी विद परसन नेम्ड विलहेल्म वूंड ठीक है तो ये जो इंसान थे विलहेल्म वूंड इन्होंने बहुत बड़ा काम किया था लियब सिंग में जर्मिनी में 1879 में और वो बड़ा काम ये था कि उन्होंने पहली experimental lab establish करी थी वहाँ पे so the first experimental lab of psychology was established in the year of 1879 कहां पे establish हुई थी लियब सिंग जर्मिनी में जर्मिनी में किसने स्टैब्लिश की थी विल्हेम वूंड ने एंड विल्हेम वूंड एक्चुली वॉज फीजियोलॉजिस्ट यह एक्सपेरमेंट करते करते ही यू नो फाउंड नीड कि भी साइकॉलोजी अगर एक साइंटिफिक डिसिप्लिन है अगर हमें पर सके तो है विल्हेंड फून क्रिएटेड इस फर्स्ट एक्सपेरिमेंटल लाब ऑफ साइकॉलोजी विशिक जर्मिनी 1879 यह आप बिकॉज ऑफ दिस रीजन दिस परसेंट विल्हेंड वूंट इस नोन एस द फादर ऑफ साइकॉलोजी वेरी वेरी इंपोर्टेंट के जो आपकी पूरी की पूरी स्लाइड है यह बहुत इंपोर्टेंट है वाइट बिकॉज यहां से बहुत सारे क्वेश्चन आ सकते बनाई थी कहां पर बनाई जर्मिनी में बनाई थी यहां से थोड़ी थोड़ी बिगिनिंग होनी शुरू हुई हमारे साइकॉलिजी के डिसिप्लिन की अफ्टर दाट वोट हापपेंट विलहेम वून्ड के एक स्टूडिंट थे जिनका नाम था एडवर्ड अब कई जगापे आपको सिर्फ Edward B. Titchener लिखा दिखाई देगा, but it is good if you know the full form also. So Edward Bradford Titchener, ठीक है, often referred to as simply Titchener also.

काई लोग सिर्फ ये last name भी use करते हैं books में या MCQs में. So Edward Bradford Titchener was actually the student, student king के student of wound, अभी जिनके बारे में हमने पढ़ा, Wilhelm Wund, the father of psychology, उनकी student थे Edward Bradford Titchener. Now what did Titchener do?

टिच्छनर ने ऐसा क्या खास काम किया? जो हम उनके बारे में पढ़ रहे हैं तिचनर ने क्या किया कि जो वूंड का आईडिया था आईडिया of studying psychology scientifically वूंड के उस आईडिया को टिचनर लेके गए USA में Cornell University के अंदर तो वूंड ने तो जर्मिनी में काम किया था USA में Cornell University में लेके गए टिचनर ने Cornell University में एक lab भी establish करी और टिचनर अभी जाना है तो वह एक school of thought है जिसको हम बोलते हैं structuralism so there is a lot of confusion बहुत सारे लोगों को लगता है कि Wilhelm Wund है structuralism school of thought के founder but that is not the case Wund का तो अपना ही एक अलग school of thought था उस school of thought का नाम है volunteerism because Wund believed कि हम humans जो भी actions करते हैं, जो भी behavior करते हैं we do it voluntarily we do it because we want to do it nobody is forcing it, the environment is not forcing us so Wund का school of thought was volunteerism बट टिचनर ने एक अपना खुद का school of thought develop किया था, जिसको बोला जाता है structuralism, now even though जिस idea के basis पे ये structuralism school of thought develop हुआ था, the idea is coming from wound only, but because Tichner actually established it, therefore the father of structuralism school of thought is Tichner, Edward Bradford Tichner, अब आप में से कई लोगों के मन में एक question आएगा, वो question ये होगा कि ये school of thought होता क्या, क्या है वह डू वी मीन बाइस कूल ऑफ थॉट तो स्कूल ऑफ थॉट इस सिंपली यू नो कि जो वेज आती है ना साइकॉलोजी में कि एक यह था जिसमें एक पॉइंट एक चीज पर फोकस ज्यादा किया जा रहा था कई लोग कह रहे थे कि माइंड को childhood experiences है उनको study करना पड़ेगा so that is what we refer to as school of thought की particular era में वो कौन सा common कौन सा बहुत जादा you know famous thought था जो लोगों के मन में था about what psychology should be studying ठीक है so this is about your Tichner, Tichner ने कौन सा school of thought establish किया है structuralism अब structuralism school of thought का idea क्या था किस चीज़ पे focus कर रहा था ये school of thought so ये जो हमारा structuralism school of thought है तो हमारा जो mind है उसका structure study करने में interested था structuralism and for that it used a process that is known as objective introspection इंट्रोस्पेक्शन में basically क्या होता था कि जो participants आते थे experiments में या lab के अंदर उन participants को बोला जाता था कि आप जो भी चीज़ अभी experience कर रहे हो उसके ओट ले अपने वर्ड में बताओ तो फॉर एक्सेंपल इफ यू आर सपोर्ज होल्डिंग एन आप जस्ट कंसिडर दिस एस एन आपल ओके माइं ड्रॉइंग जो रेड है कलर में जिसमें ग्रीन कलर का कुछ नीफ अटैच्ट है सब्सक्राइब एक्सपीरियंस एंड टेलिंग इट टो रिसर्चर तो स्ट्रक्चरलिजम स्कूल आफ थॉट में हम माइंड का स्ट्रक्चर स्टाइडी करने में इंट्रेस्टेड है और प्रोसेस क्या यूज कर रहे हैं अब जेक्टिव ने अपनी लाब स्टैब्लिश कर दी है तहां पर जर्मिनी लिएब सिंह में राइट एंड हिस्स फूल ऑफ थॉट वॉलेंटारिसम आफ्टर school of thought है वैसे psychology में formally that is your structuralism जो interested है mind की structure को study करने में और process क्या use हो रहा है उसके लिए that is your objective introspection now one very very interesting noteworthy thing over here Edward Titchener के भी एक student तो आपकी जो doctoral degree है psychology में, the philosophy, this PhD, ठीक है, that उसको achieve करने के लिए जो first woman थी at that point of time was Margaret F. Washburn and she was the student of Tichner so chain कैसे चली है wound, wound की student है Tichner, Tichner की student Washburn ये राइट, do we understand this, ठीक है, तो she was the first woman to get the doctorate of philosophy degree, doctorate of philosophy, ओके, so अब ऐसा तो नहीं था कि सिरफ एक ही idea रहेगा, Titchener का structuralism को, और सब लोग उसी को follow करते रहें, रहेंगे नो देवा प्रिटिसिजम नैचुरली और प्रिटिसिजम यह होई थे कि भी कोई भी इतना ऑब्जेक्टिव अपने एक्सपीरियंस एक और स्कूल ऑफ थॉट आया एक और स्कूल ऑफ थॉट आया जिसका ठीक है, so अब ऐसा तो possible नहीं है कि सिरफ एक ही school of thought आएगा, एक ही idea आएगा teacher का and everybody will keep on following that idea, not possible, there were a lot of criticisms कि ये जो objective introspection का procedure है, that is not very easy to follow, वो इतना easily follow नहीं कर सकते हैं, सकते लोग और वो सब लोग एकदम objective भी नहीं बता सकते हैं है ना so therefore एक और school of thought introduced हुआ जिसका नाम था functionalism now ये जो school of thought था functionalism the founder of this school of thought was a person named William James, तो हमारे जो William James है, he was the founder of your functionalism school of thought, पहला official school of thought क्या है, structuralism किसने दिया, Titchener ने, second school of thought आया functionalism, so इस school of thought में William James ने क्या बोला, कि भाई, you know, हमें mind का structure study नहीं करना चाहिए psychology में, rather हमें mind का study करना चाहिए function, we should study the function of mind, we should study that how our mind is allowing us to adapt to our everyday environment हमारा जो environment है real world है उसमें हमारा mind हमें कैसे help करना है function करने में कैसे help करना है adapt करने में वो study करना चाहिए हमें psychology में so एकदम opposite viewpoint हुआ Titchener का Titchener ने तो बोला था कि mind का structure study कर लो and that's all but William James said that no we should study the function of mind we should study what the mind is actually doing and William James also wrote a book एक book लिखी थी William James ने जिस book के अंदर उन्होंने अपनी सारे ideas प्रियास डाले थे रिलेटेड टो द फंक्शनलिजम स्कूल ऑफ थॉट द नेम ऑफ द बुक इज इंपोर्टेंट फॉर यू टो रिमेंबर एंड इट इस प्रिंसिपल्स ऑफ साइकॉलोजी ठीक है यह बुक है इसका नाम याद रखना बहुत ज्यादा एमसी क्यों इसमें फ्रेक्वेंटली famous है evolution की theory के लिए है ना कि जो सबसे fittest of all species होते हैं जो traits हमें fit बनाते हैं वो evolve होते हैं वो pass on होते हैं आके and only the you know हमारा common line है survival of the fittest वो Charles Darwin से associated है so William James was very very highly influenced by this individual and he said कि psychology में भी ऐसा होता है हमारी जो behaviors होते हैं जो हमारी traits होते हैं उनका भी natural selection होता है कि हमारे वही traits आगे pass on होंगे जो हमें, जो हमारा world है उसमें function करने के लिए help कर रहे हैं, ठीक है so we had functionalism by William James, जहांपे we want to study the function of your mind right, are we clear till now I hope we are, है ना, so हमने अभी तक क्या किया है, I will just quickly do a recap for you, we first of all talked about psychology का definition, then we talked about somebody known as Wilhelm Wundt and the पर यह रेटिंग सेवन टी नाइन एंड हाउ इस्टैब्लिश्ट लाइफ एंड हाउ इस नोन आज द फादर ऑफ साइकॉलोजी एंड इस टूडेंट इस नोने क्या कर दिया भाई स्ट्रक्चुरलिजम स्कूल ऑफ थॉट इस्टैब्लिश कर दिया ठीक है कहां में कहां पर किया यूएससेए कॉर्नेल यूनिवर्सिटी में वहां पर लाइफ इस्टैब्लिश करती आए यहां पर मेजर फोकस क्या है माइंड का स्ट्रक्चर स्टाइडी करना इनका मेजर फोकस है इंट्रोस्पेक्शन मेथोर्ड के थूं यह स्टाइडी होना पॉसिबल हुई टिचना की एक student, Margaret F. Washburn, what did she do? She was the first woman to receive a doctoral degree, a doctorate degree in the field of psychology, ठीक है, first woman to get the PhD, then we talked about William James, William James कौन थे?

of another school of thought जिसको हम बोलते हैं functionalism functionalism ने क्या बोला कि mind का तो function study करना important है हमें यह पता होना चाहिए कि mind हमें everyday life में function करने में कैसे help कर रहा है and he also wrote a book that was principles of psychology right, so we have started this till now, अब अपनी history को थोड़ा आगे बढ़ाते हैं, थोड़ा और आगे चलते हैं अब इसके बाद एक बहुत major influence हुआ psychology ने अभी तक जो हमने schools पढ़े structuralism, functionalism उनका इतना जादा impact नहीं रहा हमारी field में it was not very impactful in the field of psychology but now the school of thought that we are going to talk about about that was introduced in the you know in those times that school of thought has had a major impact in the field of psychology or क्योंकि school of thought का इतना ज्यादा impact हुआ है कि आज तक भी use हो रहा है ये school of thought आज तक carry on हो रहे है school of thought आईडिया साइकोलोजी में देर फॉर दिस्कूल ऑफ थॉट इज ऑल्सो नोन आज द फर्स्ट फॉर्स इन साइकोलोजी सो दिस इस नॉट रिटर्न एनिवेर इन सिसरेली का बुक बट एम जिस टेलिंग यू फॉर यू नॉलेज मेबी सामटाइम्स इट कम इन एक्जान ठीक है तो यह थर्ड स्कूल ऑफ थॉट हमारा कौन सा है आई होब यू आल मस्ट वी नोएंग अबाउट इट या कभी ना कभी सुना होगा इसका नाम दाट इस साइको आनेलिसिस जो यह जो साइको आनेलिसिस स्कूल ऑफ थॉट है दिस स्कूल ऑफ थॉट So Sigmund Freud actually was a neurologist and he was treating a lot of his patients When he realized that there are two things that have a lot of influence on our behavior What are those two things? One is the unconscious and the other thing is the childhood experiences So he made a whole school in psychology which he called psychoanalysis And he said that in psychology we should study unconscious mind Now I'm अनकॉंशियस माइंड is that part of our mind जहां पे हमारे repressed desires हैं, जहां पे जो information present है उसके बारे में हमें भी awareness नहीं है, we are also not aware about those things, ठीक है, so वो unconscious mind को अगर हम study करेंगे तो हम काफी हद तक पता कर पाएंगे that why an individual is behaving in a particular manner, and second thing that we should study are these childhood experiences, because childhood में जो हमारे experiences थे according to Freud, they shape our personality, they impact the way we are behaving as an adult or as a middle age aged person or as an old aged person so psychoanalysis school of thought के two major focuses है unconscious mind को study करने के और childhood experiences को study करने के are we clear with this ठीक है उसके बाद भी एक और school of thought आता है उस एक और school of thought का नाम क्या है behaviorism school of thought now this behaviorism school of thought is known as the second force in psychology अब एक question आएगा कि बई structuralism और functionalism ने क्या पिगाड़ा था उनको क्यों ने कोई force दिया because उनका का इतना major impact नहीं रहा हमारी field में, जो psychology की field है उसमें वो दोनो schools of thought इतना impact नहीं डाल पाए, whereas the psychoanalysis field or psychoanalysis school of thought was one of the first school of thought जिसने एक बहुत major wave create किया, a lot of people were attached to that school of thought, a lot of people believed in the ideas of that school of thought, hence that was the first force, और behaviorism एक second force बन के आया, because इसके भी जो ideas थे, वो काफी famous हुई, ठीक है, now behaviorism school of thought जो है, focused upon studying the behavior, कौन सा behavior वो behavior जो overt है remember in the beginning of this video we talked about overt and covert so overt is something that is clearly visible, that we can clearly see and observe and do experiments upon, ठीक है, so हमें psychology में, according to the people following the behaviorism school of thought psychology should actually be the study of the observable behaviors the behaviors that we can clearly see and the founder of this school of thought जो पति जे बी वाटसिन ठीक है क्या है फुल ने जॉन ब्रॉडिस वाटसिन ठीक है ही इस द फाउंडर ऑफ बिहेवियरिजन स्कूल ऑफ थॉट इन टाइम टेक्स पेरिमेंट ठीक है जैसे कि इन्होंने एक एक्सपेरिमेंट कंडक्ट किया था लिटल आलबर्ट एक्सपे एक बच्चे का नाम था ठीक है that child Albert so वो Albert को लेकर आए and first उन्होंने कुछ white चीजे Albert को दिखाई एक white rat दिखाई तो child was very playful बिलकुल डर नहीं रहा था वो बच्चो और अराम से उसने उस rat के साथ देखा खेला and was happy आफ्टर दाट कुछ trials वाट्सन ने करने शुरू किये after that some trials Watson started doing trials like उन्होंने वो white rat बच्चे को दिखाया trials like he showed that white rat to the child पीछे से बहुत ही loud banging noise करी he made a very loud banging noise from the back so naturally ये जो loud banging noise है वो सुनके the child will so naturally the loud banging noise he heard the child will और ये pairings उन्होंने काफी बार की वाइट राट दिखाया, loud banging noise, फिर से वाइट राट दिखाया, loud banging noise and so on and so forth. Eventually एक trial पे Watson ये find out किया that just now what has happened is, just by showing this white rat, the child began to cry. अब क्या हुआ?

कि उस loud noise की जरूरत भी नहीं पड़ी child ने learn कर लिया वो behavior कि बई white rat दिखा है तो अब शोर भी आने वाला है और ये तो बड़ा खतरे का signal है मेरे लिए so this is how the behaviorism school evolved ऐसे कुछ experiments होए थे जिससे evolve हुआ, now there are other people also जिनका नाम behaviorism school से associated है like your Ivan Petrovich Pavlov ठीक है, Ivan P. Pavlov then we also have B.F. Skinner so Ivan Pavlov ने क्या किया था एक चीज दी थी जिसका नाम है classical conditioning don't worry right now ये सारी चीजे हमारा जो learning का chapter होनी वाला है सिसरेली में I guess it's chapter 4 or 5 we will be talking in detail about all of these experiments and classical conditioning and B.F. Skinner talked about operant conditioning again related to the school of thought of behaviorism, so ये हमारा fourth school of thought था, जिसको हम बोलते हैं behaviorism after that we had another school of thought, जिसका नाम है gestalt psychology ठीक है, gestalt psychology फिर एक और school of thought बन के आया, again इसको कोई force नहीं बोला जाता है, because इसका impact तो था psychology में, but not very, you know, great impact as psychoanalysis or behaviorism school of thought had, so gestalt psychology के founder थे, Max Verda वर्दाइमर, okay, this is the name associated with this school of thought now sometimes you might also hear names like कोहलर names like कोफका, also being associated with the school of thought of gestalt psychology, तो कोहलर और कोफका founders नहीं थे gestalt psychology के school of thought के, but they were contributors of this school of thought, इन होने भी कुछ contributions दिये थे, but not as significant as to become a founder the founder of this school of thought was only one Max वर्दाइमर, कोहलर कोफका just the contributors, I'm just जिस टार्ट साइकॉलोजी ने क्या बोला कि वह साइकॉलोजी क्या है इन होने एक चीज पर एंफेसिस किया था दाट इस दो होल इस ग्रेटर दान द सम ऑफ इट्स पार्ट्स इस लाइन को बिल्कुल याद कर लेना है ठीक है सो जिस टार्ट साइकॉलोजी से रिलेटेड है तो आप उस बाय साइकल को देखते ही साइकल बोलोगे या बाय साइकल बोलोगे ऐसा तो नहीं बोलोगे कि टायर है जो एक डंडी से जुड़ा हुआ है और उस पे सीट है और घंटी है और हैंडल है यू विल नॉट डिस्क्राइब इन दाट मैनर राइट इसन्ट इट यू thing, so basically gestalt psychology का यह कहना था कि हमारे life में जो experiences होते हैं, या जो भी हम चीजे perceive करते हैं, that can be understood only as a whole, जब हम उसे उसकी entirety में देखेंगे तब ही समझ पाएंगे, उसके parts में देखेंगे तो नहीं समझ पाएंगे, so that was your gestalt school of thought, ठीक है, now these are the three terms that you need to know about, one is your evoked culture, second is transmitted culture and third is acculturation, so evoked culture का क्या मतलब होता है? evoked culture का मतलब होता है कि हमारा जो environment है वो directly हमारे behavior को influence करें so the type of environment you are living in is influencing the way you are behaving then is transmitted culture transmitted culture का मतलब होता है कि हम जो भी behaviors हमारे हैं वो हम learn कर रहे हैं via social transmission कि हमारे parents या हमारे friends, हमारे relatives, हमारे neighbors they are teaching us to behave in a particular manner and then we have acculturation acculturation का मतलब क्या है कि जब एक culture के जो influence influence है वह दूसरे culture पर इतने ज्यादा dominant हो जाएं कि वह एक culture तो dominant रहे और दूसरा culture सिर्फ उसके influences receive कर रहे हैं so for instance nowadays the eating habits of the eastern countries are very much influenced by the eating habits and the eating patterns of western countries हमारे यहाँ burgers, pizzas, pastas they were very rare in earlier times but now acculturation has happened one culture has become dominant over the other culture और दूसरा culture सिर्फ उनके patterns को कहीं न कहीं follow फॉलो करता जा रहा है तो दिस थ्री टर्म्स ट्राइड रिमेंबर थे ठीक है ओके सो द लास्ट थिंग डाइट विडियो थोड़ा लंबा हो रहा होगा अपना टेंशन स्पैन इधर-उधर हो रहा होगा जिस टेक असिप ऑफ वाटर एंड कंटिन्यू चलिए सो लास्ट चीज जो हम आज इस चैप्टर वन के अंडर चैप्टर वन यह आपका पार्ट वन है दूसरे पार्ट्स भी अपलोड होते रहेंगे, I'm uploading in parts, ठीक है, so इसमें जो last चीज हमें discuss करनी है, वो discuss करनी है, psychology in the Indian tradition, इंडिया में psychology कैसे develop हुई, अभी तक तो जो हम history पढ़ रहे थे psychology की, वो सब western थी, जर्मिनी में, यूएसे में, इधर उधर कैसे ड्वेलप हो रहा है, क्या हो रहा है, बट वोट अबाउट इंडिया, इंडिया में कब आई, साइकॉलोजी कैसे आई, सो द फर्स्ट यू नो टाइम, वेन साइकॉलोजी वाज इंट्रडूस्ट इन इंडिया, इट वाज इ of Calcutta तो जो हमारी university है Calcutta की वहाँ पे psychology सबसे पहली बार introduced हुई थी and the first department of psychology in this university was established in the year of 1916 तो ये year एक important year है हमारे लिए हमें याद रखना है 1916 का जो year है वो year है जब university of Calcutta में psychology का first official department create किया गया अगर इस वक्त क्या है कि वह दिपार्टमेंट क्रिएट किया गया है, तो इस वक्त क्या है कि इस वक्त क्या प्रश्न पर प्रश्न पर प उसके chairman कौन थे? Dr. N. N. Gupta Now another important name over here is Sir Brajendranath Seal I hope you are also making your notes along with me Sir Brajendranath Seal ने सबसे पहली बार syllabus design किया था for your experimental psychology तो हमारी जो experimental psychology है उसका syllabus पहली बार design किया गया था by Sir Brajendranath Seal So are we clear with how psychology has come into India in 1916 में ये सारी शुरू है शुरुआत हुई थी और ना सम मोर इंपोर्टेंट पॉइंट्स थैंक यू नीट टो नो थी देर वॉज अ पर्सन नेम्ड प्रोफेसर गिरींद्र शेखर बोस ठीक है प्रोफेसर गिरींद्र शेखर बोस ने क्या किया था ही वॉज द फाउंडर ऑफ ए सोसाइटी इसका नाम है इंडियन साइट आनेलिटिकल सोसाइटी तो क्विक्टी रिकॉल यह जो साइट आनेलिटिकल स्कूल ऑफ थॉट है यह साइट को अनालिसिस जो है वह किस तेरे दिया था सिग्मेंट फ्रॉइड ने है ना साइट आनेलिसिस को लॉट तो इसका है association, इसकी एक society जिसमें वो लोग थे जो school of thought को follow करते हैं इंडिया में उस society का नाम था Indian Psychoanalytical Society and the founder of this society was Professor Girendra Shekhar Bose कब found हुई थी ये society 1922 में year remember करना यहाँ इतना जरूरी नहीं है 1916 वाला जो year है वो याद रखना है, 1879 यहाँ पे names are more important और इसी society की एक journal है जिसका नाम है समीक्षा जर्नल्स क्या होती है जिसमें हम अपने रिसर्च पेपर्स पब्लिश कर सकते हैं तो समीक्षा नाम की जर्नल इस सोसाइटी की है जो आई थी जो इंट्रड्यूस हुई थी 1947 में तो प्रोफेसर गिरींद्र शेखर बोस द फाउंडर ऑफ आइग्वा अनलिटिकल सोसाइटी एक और हमारी सोसाइटी है विच इज नोन आज इंडियन साइकॉलोजिकल असोसियेशन यह जो इंडियन साइकॉलोजिकल असोसियेशन है यह भी इंडिया की ही है आज द नेम सज here the psychologists of India, the professionals in the field of mental health in India can join this particular association, ठीक है, so with this we come to a little bit end of today's video, आज हमने क्या क्या discussions किये हैं उसके बारे में, एक दो और important term बता देती हूँ, एक है आपका etic और एक है आपका emic, तो ये important है थोड़े से, etic का मतलब क्या है, etic का मतलब है something that is universal in nature, and emic का मतलब है something that is culture specific, specific ठीक है आपके कल्चर से जो स्पेसिफिक हो तो एटिक इस यूनिवर्सल है भाई नेचर में ठीक है वह हर जगह होगी किसी भी कल्चर में चले जाओ किसी भी पार्ट ऑफ द वर्ल्ड में चले जाओ एमिक इस समथिंग जो आपके कल्चर से रिलेटेड है जो आपके कल्चर से स्पेसिफिक है तो दीज टू टाइम रिमेंबर चायन टो यूनोस टोर इट इन यॉर एलटीएम एलटीएम क्या है भाई लॉन टर्म मेमोरी ठीक है तो आज हमने क्या-क्या चीजें डिस्कस की है क्विक लिया ठीक है क्विक ली देखते हैं कितने लोगों को क्या-क्या याद है हमने बात की है साइकॉलोजी के definition की second चीज अच्छा ये जो मैं अभी करके दिखा रही हूँ ना आपको ये आपके revisions में भी help करेगा lot of people have this doubt कि ma'am revise कैसे करें ठीक है साक्षी दी how do we revise हर दिन कैसे इतने सारे pages को हम पढ़ते जाए हर दिन कैसे वीडियो देखना possible है 40-40 minutes का not possible I also know what do you have to do ये जो मैं pointers लिख रही हूँ बस pointers लिखो just pick out that paper the other day अगले दिन सुभाई ये paper उठाओ psychology definition recall करने की कोशिश करो उससे जादा memory store होती है वीडियो उठाओ, right?

अब अब देखने शनों साइकॉलोजी वी टॉक्ट अबाउट देवन ऑफ थ्री फिलोसोफर्स यॉर जॉब टू रीकॉल क्या नेम थे वाट वाट वाट ठीक है तो अब विटाउट विल हैंड वूंड ही इस द फादर ऑफ साइकॉलोजी 1879 यॉर था लाब थी कहां वहां पर थी जर्मिनी में लिए प्सिग ठीक है और इनके स्कूल का नाम था वॉलेंटरिजम पर उसको ज्यादा रिकगनेशन नहीं दे ली थी ओके आइट ही जो नाम पर थी जो इन्हीं के स्टूडेंट है Edward Bradford Titchener, Titchener ने क्या किया, USA, Cornell University, वहाँ पे lab establish की, वहाँ पे अपना school of thought बनाया, structuralism, जिसका focus क्या था, I hope you guys know by now, then we talked about first force in psychology, जो की थी हमारी, okay no, then we talked about your another school of thought, functionalism, functionalism, किसने दिया था भाई, William James ने, इन्होंने एक book भी लिखी थी, I hope you remember the name, ठीक है, then we talked about your first major force, जो की है आपका, Psychoanalysis Psychoanalysis किसने दिया? Freud ने दो चीजों पे focus करने को बोला था इन्होंने ठीक है what are those two things if you can recall those two things are childhood experiences and unconscious कि ये दो चीजे हैं जो हमारी personality को influence करती है हमारे behavior को influence करती है after that we talked about another school of thought that is your behaviorism John B. Watson उनका एक experiment था little Albert experiment ठीक है फिर हमने बात की जैसे start school of thought की फिर हमने बात की जैसे start school of thought की फिर हमने बात की जैसे start school of thought की फिर हमने बात की जैसे start school of thought की फिर हमने बात की जैसे start school of thought की फिर हमने बात की जैसे start school of thought की फिर हमने ब हमने बात की कुछ cultures की, जैसे evoked culture, transmitted culture, acculturation, then we also talked about how psychology has come into India, ठीक है, 1916 एक year है, जो काफी important year माना जाता है हमारे लिए, and then we talked about two terms, etic and emic, alright, so ये सारी बातें आज हमने करी है, I hope that कुछ information थोड़ी बहुत मिलनी शुरू हुआ है, थोड़ा बहुत जोश शुरू हुआ है, कि हाँ ह बुक कंप्लीट करनी है, so if so make sure you leave your comment down कि आपने आज क्या सीखा, जो आपका major takeaway था आज की वीडियो से कोई ऐसी information जो आपने नहीं सीखी है आज की वीडियो से, make sure you write it down in the comment section, next time anybody watches the video, they would see that comment, it would help them, it would help you okay, and keep making these notes just go through it, metro में जाते हो so that is it for today टुटे इस वीडियो आई होप यू इंजॉय इट आई होप यू लॉन साम्तिंग वीडियो मीट टुमारो आट सेवन पीएम एंड कल हम इस playlist section आएगा you will see sections like videos live community similarly playlist का section आएगा you click on that playlist का section and up scroll करो to the section where you find Cicerelli written ठीक है तो जहां पे भी Cicerelli book या Cicerelli chapters लिखे हैं उस playlist पे click करो I have arranged each and every video in the serial order आप वहां से देखना शुरू कर सकते हैं ठीक है so this is something that I can do for you but you can do a lot for yourself you can work hard आप यह रेस्ट यह इंस्टेड आईड्रेटर आएगा यह आपको बाद को बेलो और आपको इस चैनल को सब्सक्राइब करें और आपको आपको प्राप्त करें और आपको प्राप्त करें और आपको प्राप